देवघर-श्रावण मेला 2025: कांवड़ियों की सुविधा के लिए चलंत वाहन ATM सेवा का शुभारंभ।
देवघर: श्रावण मेला 2025 के अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक, देवघर के द्वारा कांवड़ियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण सेवा चलंत वाहन ATM की शुरुआत की गई। यह चलत वाहन ATM विशेष रूप से उन क्षेत्रों में भ्रमण करेगा जहाँ श्रावण मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहती है। इस चलंत वाहन ATM का उद्घाटन आज दिनांक 18 जुलाई 2025 को शाम 4:00 बजे, साधना भवन परिसर, देवघर में भारतीय स्टेट बैंक के उपमहाप्रबंधक एस. सत्यनारायण राव द्वारा किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत कुमार झा भी उपस्थित रहे। भारतीय स्टेट बैंक देवघर के द्वारा शुरू की गई यह पहल इस बात को सुनिश्चित करती है कि देवघर आने वाले श्रद्धालुओं को नकद राशि की निकासी में किसी प्रकार की परेशानी न हो और वे निर्बाध रूप से अपनी धार्मिक यात्रा पूर्ण कर सकें। भारतीय स्टेट बैंक, देवघर की यह सेवा श्रद्धालुओं के लिए समर्पित एक जनहितकारी कदम है, जो बैंक की सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा भाव का प्रतीक है।
राजीव रंजन कुमार बने प्रधानाध्यापक: तोप गांव और दनियावां क्षेत्र में हर्ष की लहर
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित प्रधानाध्यापक, उच्च माध्यमिक विद्यालय की परीक्षा में दनियावां के तोप निवासी राजीव रंजन कुमार का चयन पूर्वी चंपारण जिले में हो गया है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। राजीव रंजन कुमार इससे पहले उसफा स्थित अनुग्रह नारायण सर्वोदय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। उनकी यह सफलता उनके लंबे समय के समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम है।

राजीव रंजन कुमार के पिता, श्री योगेंद्र ठाकुर, वरीय लिपिक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि उनकी माता श्रीमती कुमारी मीना सिंह आंगनबाड़ी सेविका के पद पर कार्यरत हैं। उनके बड़े भाई भारतीय रेलवे में सेवारत हैं।
राजीव रंजन की इस शानदार सफलता पर तोप गांव के ग्रामीण विशेष रूप से उत्साहित हैं।

राजीव रंजन की इस शानदार सफलता पर तोप गांव के ग्रामीण विशेष रूप से उत्साहित हैं। फतुहा से लेकर दनियावां तक के सामाजिक कार्यकर्ताओं और प्रतिनिधियों ने भी उन्हें इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है। यह चयन क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है, जो उन्हें सरकारी सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

रिपोर्ट - गौरव कुमार
झारखंड स्वच्छता में आगे, झामुमो ने भाजपा को घेरा: "भ्रष्ट निकायों का हिसाब दें"

रांची, 18 जुलाई 2025: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के शानदार प्रदर्शन को लेकर भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर करारा जवाब दिया है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने भाजपा को "74वें संशोधन पर ज्ञान देने से पहले अपने भ्रष्ट निकायों का हिसाब" देने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि झारखंड के शहरों को मिले राष्ट्रपति सम्मान ने साबित कर दिया है कि राज्य सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।

"भाजपा का काम सिर्फ झूठ फैलाना"

विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि भाजपा का काम अब केवल "झूठ फैलाना और जनता को गुमराह करना" रह गया है। उन्होंने कहा कि "हेमंत सरकार के कुशल नेतृत्व में झारखंड ने हाल ही में स्वच्छता के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्ज की हैं।" उन्होंने जमशेदपुर और बुंडू को राष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्री द्वारा सम्मानित किए जाने को इस बात का प्रमाण बताया कि "झारखंड सही दिशा में है।"

74वें संशोधन पर भाजपा पर पलटवार

74वें संविधान संशोधन को लेकर भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए पांडेय ने कहा, "जिन्होंने अपने शासनकाल में नगर निकायों को अफसरशाही के हवाले कर दिया और चुने हुए बोर्ड भ्रष्टाचार के अड्डे में तब्दील हो गए, वे आज लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं।" उन्होंने स्पष्ट किया कि हेमंत सरकार निकाय चुनाव को लेकर गंभीर है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही चुनाव कराएगी।

झारखंड की स्वच्छता उपलब्धियां: गर्व का क्षण

विनोद पांडेय ने कहा कि विपक्ष की नकारात्मक राजनीति के बावजूद, झारखंड के लिए यह गर्व का क्षण है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के दो शहरों ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है:

  • जमशेदपुर को 3-10 लाख आबादी वाले शहरों में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ और उसे महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया।
  • बुंडू को "प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर" के रूप में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने सम्मानित किया।

उन्होंने याद दिलाया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में झारखंड की स्थिति चिंताजनक थी, लेकिन 2017 से लगातार सुधार कर हेमंत सरकार ने झारखंड को स्वच्छता के क्षेत्र में एक मिसाल बनाया है। अब जमशेदपुर को फाइव स्टार रैंकिंग और कई शहरों को ODF++ श्रेणी में रखा गया है।

भाजपा पर "भ्रम फैलाने" का आरोप

पांडेय ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि "जनता जानती है कि किसने झारखंड को सिर्फ लूट का अड्डा बनाया और किसने गरीब, किसानों, महिलाओं और मजदूरों की जिंदगी बदलने का काम किया।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का काम केवल सोशल मीडिया पर शोर मचाना है, जबकि हेमंत सरकार जमीनी हकीकत बदल रही है।

स्वास्थ्य व्यवस्था और बाबूलाल मरांडी पर पलटवार

झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों को "तथ्यहीन और ओछी राजनीति" करार दिया। उन्होंने कहा कि "हेमंत सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं।" उन्होंने बताया कि राज्य में पहली बार बाइक एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस जैसी सेवाएं प्रदान करने की दिशा में सरकार गंभीरता से काम कर रही है, ताकि दूरदराज के इलाकों में भी मरीजों तक तेजी से पहुंचा जा सके।

पांडेय ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि "जो लोग अपने शासनकाल में स्वास्थ्य के नाम पर कागजी घोषणाओं से आगे नहीं बढ़ सके, वे अब विकास कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने जिला अस्पतालों के उन्नयन से लेकर नई स्वास्थ्य योजनाओं तक हर स्तर पर सुधार किए हैं। उन्होंने विपक्ष से झूठ फैलाने के बजाय सकारात्मक राजनीति करने का आग्रह किया।

झामुमो ने अपने संदेश में कहा, "यह समय झूठ और घृणा की राजनीति का नहीं, बल्कि झारखंड के विकास को नई ऊंचाई देने का है। भाजपा को भी राज्य के नागरिकों की मेहनत का सम्मान करना सीखना चाहिए।"

बिहार में 40 पुलिस पदाधिकारियों का तबादला, मनीष चंद्र चौधरी बने जहानाबाद के नए SDPO

जहानाबाद, बिहार सरकार के गृह विभाग ने  एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 40 पुलिस उपाधीक्षक (DSP) स्तर के अधिकारियों का तबादला कर दिया है। तबादले की इस सूची में पटना सिटी, आरा, मुजफ्फरपुर, बक्सर, सीतामढ़ी समेत कई जिलों के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) बदले गए हैं।

इसी क्रम में जहानाबाद जिले को भी नया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मिला है। मनीष चंद्र चौधरी को जहानाबाद का नया SDPO नियुक्त किया गया है। वे अब तक राज्य के अन्य जिलों में विभिन्न पदों पर कार्यरत रह चुके हैं और उन्हें अनुभवी व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी माना जाता है।

इससे पहले जहानाबाद में एसडीपीओ के पद पर राजीव कुमार सिंह कार्यरत थे। उनके कार्यकाल में कई प्रमुख मामलों में कार्रवाई की गई और जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर सक्रिय भूमिका निभाई गई।

गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, यह तबादला प्रशासनिक आवश्यकता और कानून व्यवस्था की मजबूती को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

नए एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी के आने से जिले में पुलिस प्रशासन को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।



*मेडिकल कालेज स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अभद्रता,पीड़ित पेशेंट महिला ने लगाए गंभीर आरोप,न्याय के लिए सड़क पर बैठी, हॉस्पिटल कर्मियों में मचा हड़कंप*
सुल्तानपुर में आज उस समय हड़कंप मच गया जब एक बीमार महिला मेडिकल कालजे के सामने अपने बीमार बेटे को लेकर बीच सड़क पर बैठ गई और हंगामा करने लगी। अपने आपको कैंसर पीड़ित बताने वाली महिला का आरोप है कि उसके बेटे की किडनी खराब है, लेकिन वहां के स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षाकर्मी बेवजह उसे धमकाते रहते थे और आज गंदगी का आरोप लगाकर उसे अस्पताल से भगा दिया। वहीं बीच सड़क पर प्रदर्शन करने की जानकारी जब पुलिस को लगी तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया। दरअसल उड़ीसा की रहने वाली बबिता कौल प्रदर्शनी में मौत का कुआं में बाइक चलाती थी। उसी में दुर्घटना के चलते वो बुरी तरह घायल हो गई, उसके बाद बीएचयू में उसका इलाज चल रहा था जहां डॉक्टरों ने उसे तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह दी और 80 हजार रुपए ऑपरेशन की मांग की। इतना पैसा न होने पर उसे किसी ने बताया कि सुल्तानपुर में 20 हजार में इलाज हो जाएगा। बबिता अपने बेटे राजा कौल को लेकर सुल्तानपुर आ रही थी कि रस्ते में उसके बेटे को तबियत खराब हो गई। बबिता की माने तो बेटा राजा कौल किडनी पेशेंट है। लिहाजा अपना इलाज छोड़ चार दिनों पहले उसने पेशेंट बेटे राजा कौल को स्वशाशी राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया। आरोप है कि वहां के स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षागार्ड उसे अपने बेटे के पास रहने नहीं दे रहे थे। आज खाना खाने के बाद बबीता कौल ने जूठन डेस्टबिन में डाला तो वहां लगे सुरक्षा कर्मियों से एतराज जताया और उसके साथ अभद्रता करने लगे। इसके साथ जबरन उसका डिसचार्ज पेपर बना दिया और बाहर कर दिया। इसी के बाद महिला मेडिकल कॉलेज के सामने बीच सड़क पर बैठ गई और प्रदर्शन करने लगी। वहीं बीच सड़क पर प्रदर्शनकी जानकारी जब पुलिस को लगी तो मौके पर पहुंची महिला पुलिस ने उसे शांत करवाया और तुरंत अस्पताल ले गई।दोबारा उसे भर्ती करवाया। फिलहाल इस मामले मेडिकल कॉलेज के आलाधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।
*न्याय के लिए भटक रहे वृद्ध किसान की मौत,वकील से मिलने पहुंचा था किसान, अचानक जमीन पर गिर पड़ा,अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित किया*
सुलतानपुर में जमीनी विवाद के चलते न्याय की गुहार लगाते-लगाते एक वृद्ध किसान की मौत हो गई। जबलपुर से आए 72 वर्षीय ओमप्रकाश तिवारी कलेक्ट्रेट में वकील से मिलने के दौरान अचानक गिर पड़े। उन्हें तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ओमप्रकाश तिवारी अपने मित्र राधेलाल यादव के साथ जबलपुर से सुलतानपुर आए थे,उनकी पैतृक जमीन धनपतगंज के बहादुरपुर में स्थित है। पिछले चार वर्षों से वे अपनी जमीन के लिए न्याय की गुहार लगा रहे थे। उनका आरोप था कि उनके चचेरे भाइयों ने जमीन अपने नाम करवा ली है। इस मामले में उन्होंने कलेक्ट्रेट से लेकर कमिश्नर तक का दरवाजा खटखटाया। एक दिन पहले उन्हें बल्दीराय भेजा गया,जहां एसडीएम मंजुल मयंक ने कोई सहायता नहीं की। आज वे फिर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और अपनी शिकायत के संबंध में वकील से मिलने वाले थे। मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई है। उनकी मृत्यु से पहले लिखी गई शिकायत में उन्होंने एसडीएम मंजुल मयंक और न्यायालय के पेशकार नवीन प्रकाश वर्मा पर कार्रवाई की मांग की थी। उनका आरोप था कि पेशकार द्वारा उनकी फाइल पेश नहीं की जा रही थी और उन्हें न्यायालय से भगा दिया गया था।
মাউন্ট কোয়ারাং ২(৬২১৩ মি.) এর শীর্ষে পর্বত আরোহন

ডেস্ক: চলতি বছরের ১৩ই জুলাই, বিকেল ৪.১০ মি.MAK এর ৫ সদস্য এবং ২ জন শেরপা হোয়াইট আউটের মধ্যে মাউন্ট কোয়ারাং ২(৬২১৩ মি.) এর শীর্ষে আরোহন করেন । সদস্যরা হলেন বাম থেকে ডানে সনাতন দাস, বসন্ত সিংহ রায়, প্রশান্ত সিংহ, যদু দেবনাথ এবং পার্থ সারথি লায়ক। শেরপা হলেন মিংমা তেনজিং শেরপা এবং পাসাং রিতা শেরপা । ছবি তুলেছেন পাসাং রিতা শেরপা।

दिव्यांग बच्चों के पुनर्वासन को लेकर 21 जुलाई से विकास खण्डों में आयोजित होंगे विशेष शिविर

गोण्डा। 18 जुलाई 2025 जिले के विभिन्न विकास खण्डों में दिव्यांग बच्चों के चिन्हांकन और पुनर्वासन के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 21 जुलाई से प्रारंभ होकर 11 अगस्त 2025 तक चलेंगे। शिविरों का संचालन विकास खण्डवार बीआरसी (ब्लॉक संसाधन केन्द्र) पर किया जाएगा।

इन शिविरों में दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए चिन्हांकन किया जाएगा। इसके लिए पात्र बच्चों के पास मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जारी न्यूनतम 40 प्रतिशत दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, गरीबी रेखा से नीचे का आय प्रमाण-पत्र (ग्राम प्रधान द्वारा निर्गत), निवास प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, दो पासपोर्ट साइज फोटो और अभिभावक का मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। पंजीकरण शिविर स्थल पर सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक किया जाएगा।

शिविरों की शुरुआत 21 जुलाई को झंझरी विकास खण्ड के बीआरसी दर्जीकुंआ से होगी। इसके बाद 22 जुलाई को पण्डरी कृपाल, 23 को रूपईडीह, 24 को इटियाथोक, 25 को मुजेहना, 26 को मनकापुर, 28 को छपिया, 29 को बभनजोत, 31 को तरबगंज, 1 अगस्त को वजीरगंज, 2 को नवाबगंज, 4 को बेलसर, 5 को करनैलगंज, 6 को हलधरमऊ, 7 को परसपुर, 8 को कटरा बाजार और 11 अगस्त को महाराजगंज नगर क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय में शिविर आयोजित किया जाएगा।

जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी गौरव स्वर्णकार ने बताया कि यह अभियान विशेष रूप से उन बच्चों को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है, जिन्हें अब तक किसी कारणवश सहायता नहीं मिल पाई है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्धारित तिथि पर शिविर में पहुँचकर बच्चों का पंजीकरण कराएं, ताकि उन्हें समय से आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जा सकें।

किसान ने गलत पैमाइश का लगाया आरोप, चकबंदी अधिकारी से नक्शा के अनुसार पैमाइश की मांग

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।क्षेत्र के बंजारी कलां गांव निवासी किसान शिव दान बहादुर सिंह ने चकबंदी लेखपाल और चकबंदी कर्ता पर गलत पैमाइश का आरोप लगाते हुए चकबंदी अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर नक्शा के अनुसार फिर से पैमाइश करने की मांग की है। चकबंदी अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में किसान ने बताया कि मौजा इंद्रवार के चक संख्या 396 के आराजी नंबर 411रकबा 21 बिस्वा का चक बना हुआ है। लेकिन उक्त चक को हल्का चकबंदी लेखपाल व चकबंदीकर्ता द्वारा नक्शा के अनुसार नही नापा गया है।बचत के रकबा और कुछ नदी में नापकर हमको कम रकबा दिया गया है। जिससे हमारा काफी नुकसान हुआ है। किसान ने चकबंदी अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर नक्शा के अनुरूप फिर से पैमाइश करवाए जाने की मांग की है।

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन करेगी कांग्रेस? जानें जयराम रमेश ने क्या कहा

#congresssupportimpeachmentmotionagainstjusticeyashwant_verma

न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ सरकार महाभियोग लाने की तैयारी में है। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने के लिए संसद के मानसून सत्र में महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में जुटी है। कांग्रेस लोकसभा और राज्यसभा में न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करेगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि मुख्य विपक्षी दल लोकसभा में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करेगा।

न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ प्रस्ताव लाने की सत्तापक्ष की पहल के बारे में पूछे जाने पर रमेश ने कहा, 'सरकार महाभियोग नहीं चला सकती। संविधान के अनुच्छेद 124 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि प्रस्ताव सांसद ही लाते हैं। लोकसभा में 100 सांसद या राज्यसभा में 50 सांसदों के हस्ताक्षर होने चाहिए। हम समर्थन कर रहे हैं, हमारे सांसद लोकसभा में प्रस्ताव पर हस्ताक्षर भी कर रहे हैं और यह महाभियोग के लिए नहीं, बल्कि न्यायाधीश (जांच) अधिनियम, 1968 के तहत अध्यक्ष द्वारा तीन सदस्यीय समिति गठित करने के लिए है।

जस्टिस वर्मा के खिलाफ लाए प्रस्ताव का समर्थ करेगी कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल लोकसभा में न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करेगा और उसके सांसद भी इस पर हस्ताक्षर करेंगे, क्योंकि तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने इस मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 'हमें ऐसा करने के लिए बाध्य' कर दिया है।

न्यायमूर्ति शेखर यादव पर भी कार्रवाई की मांग

कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस और दूसरे विपक्ष दल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव की संविधान विरोधी और सांप्रदायिक टिप्पणी के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे। उन्होंने आगे कहा, पिछले साल दिसंबर में 55 विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में जस्टिस यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव संबंधी नोटिस दिया था, लेकिन इसके बाद से सभापति जगदीप धनखड़ ने कोई कदम नहीं उठाया है।

क्या है जस्टिस वर्मा का कैश कांड

जस्टिस वर्मा के लुटियंस स्थित बंगले पर 14 मार्च की रात 11:35 बजे आग लगी थी। इसे अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने बुझाया था। घटना के वक्त जस्टिस वर्मा शहर से बाहर थे। 21 मार्च को कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि जस्टिस वर्मा के घर से 15 करोड़ कैश मिला था। काफी नोट जल गए थे। 22 मार्च को सीजे आई संजीव खन्ना ने जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों की इंटरनल जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। पैनल ने 4 मई को CJI को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें जस्टिस वर्मा को दोषी ठहराया गया था। रिपोर्ट के आधार पर ‘इन-हाउस प्रोसीजर’ के तहत CJI खन्ना ने सरकार से जस्टिस वर्मा को हटाने की सिफारिश की थी। जांच समिति में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू, हिमाचल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जीएस संधवालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस अनु शिवरामन थीं।

देवघर-श्रावण मेला 2025: कांवड़ियों की सुविधा के लिए चलंत वाहन ATM सेवा का शुभारंभ।
देवघर: श्रावण मेला 2025 के अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक, देवघर के द्वारा कांवड़ियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण सेवा चलंत वाहन ATM की शुरुआत की गई। यह चलत वाहन ATM विशेष रूप से उन क्षेत्रों में भ्रमण करेगा जहाँ श्रावण मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहती है। इस चलंत वाहन ATM का उद्घाटन आज दिनांक 18 जुलाई 2025 को शाम 4:00 बजे, साधना भवन परिसर, देवघर में भारतीय स्टेट बैंक के उपमहाप्रबंधक एस. सत्यनारायण राव द्वारा किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत कुमार झा भी उपस्थित रहे। भारतीय स्टेट बैंक देवघर के द्वारा शुरू की गई यह पहल इस बात को सुनिश्चित करती है कि देवघर आने वाले श्रद्धालुओं को नकद राशि की निकासी में किसी प्रकार की परेशानी न हो और वे निर्बाध रूप से अपनी धार्मिक यात्रा पूर्ण कर सकें। भारतीय स्टेट बैंक, देवघर की यह सेवा श्रद्धालुओं के लिए समर्पित एक जनहितकारी कदम है, जो बैंक की सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा भाव का प्रतीक है।
राजीव रंजन कुमार बने प्रधानाध्यापक: तोप गांव और दनियावां क्षेत्र में हर्ष की लहर
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित प्रधानाध्यापक, उच्च माध्यमिक विद्यालय की परीक्षा में दनियावां के तोप निवासी राजीव रंजन कुमार का चयन पूर्वी चंपारण जिले में हो गया है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। राजीव रंजन कुमार इससे पहले उसफा स्थित अनुग्रह नारायण सर्वोदय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। उनकी यह सफलता उनके लंबे समय के समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम है।

राजीव रंजन कुमार के पिता, श्री योगेंद्र ठाकुर, वरीय लिपिक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि उनकी माता श्रीमती कुमारी मीना सिंह आंगनबाड़ी सेविका के पद पर कार्यरत हैं। उनके बड़े भाई भारतीय रेलवे में सेवारत हैं।
राजीव रंजन की इस शानदार सफलता पर तोप गांव के ग्रामीण विशेष रूप से उत्साहित हैं।

राजीव रंजन की इस शानदार सफलता पर तोप गांव के ग्रामीण विशेष रूप से उत्साहित हैं। फतुहा से लेकर दनियावां तक के सामाजिक कार्यकर्ताओं और प्रतिनिधियों ने भी उन्हें इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है। यह चयन क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है, जो उन्हें सरकारी सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

रिपोर्ट - गौरव कुमार
झारखंड स्वच्छता में आगे, झामुमो ने भाजपा को घेरा: "भ्रष्ट निकायों का हिसाब दें"

रांची, 18 जुलाई 2025: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के शानदार प्रदर्शन को लेकर भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर करारा जवाब दिया है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने भाजपा को "74वें संशोधन पर ज्ञान देने से पहले अपने भ्रष्ट निकायों का हिसाब" देने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि झारखंड के शहरों को मिले राष्ट्रपति सम्मान ने साबित कर दिया है कि राज्य सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।

"भाजपा का काम सिर्फ झूठ फैलाना"

विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि भाजपा का काम अब केवल "झूठ फैलाना और जनता को गुमराह करना" रह गया है। उन्होंने कहा कि "हेमंत सरकार के कुशल नेतृत्व में झारखंड ने हाल ही में स्वच्छता के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्ज की हैं।" उन्होंने जमशेदपुर और बुंडू को राष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्री द्वारा सम्मानित किए जाने को इस बात का प्रमाण बताया कि "झारखंड सही दिशा में है।"

74वें संशोधन पर भाजपा पर पलटवार

74वें संविधान संशोधन को लेकर भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए पांडेय ने कहा, "जिन्होंने अपने शासनकाल में नगर निकायों को अफसरशाही के हवाले कर दिया और चुने हुए बोर्ड भ्रष्टाचार के अड्डे में तब्दील हो गए, वे आज लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं।" उन्होंने स्पष्ट किया कि हेमंत सरकार निकाय चुनाव को लेकर गंभीर है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही चुनाव कराएगी।

झारखंड की स्वच्छता उपलब्धियां: गर्व का क्षण

विनोद पांडेय ने कहा कि विपक्ष की नकारात्मक राजनीति के बावजूद, झारखंड के लिए यह गर्व का क्षण है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के दो शहरों ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है:

  • जमशेदपुर को 3-10 लाख आबादी वाले शहरों में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ और उसे महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया।
  • बुंडू को "प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर" के रूप में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने सम्मानित किया।

उन्होंने याद दिलाया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में झारखंड की स्थिति चिंताजनक थी, लेकिन 2017 से लगातार सुधार कर हेमंत सरकार ने झारखंड को स्वच्छता के क्षेत्र में एक मिसाल बनाया है। अब जमशेदपुर को फाइव स्टार रैंकिंग और कई शहरों को ODF++ श्रेणी में रखा गया है।

भाजपा पर "भ्रम फैलाने" का आरोप

पांडेय ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि "जनता जानती है कि किसने झारखंड को सिर्फ लूट का अड्डा बनाया और किसने गरीब, किसानों, महिलाओं और मजदूरों की जिंदगी बदलने का काम किया।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का काम केवल सोशल मीडिया पर शोर मचाना है, जबकि हेमंत सरकार जमीनी हकीकत बदल रही है।

स्वास्थ्य व्यवस्था और बाबूलाल मरांडी पर पलटवार

झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों को "तथ्यहीन और ओछी राजनीति" करार दिया। उन्होंने कहा कि "हेमंत सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं।" उन्होंने बताया कि राज्य में पहली बार बाइक एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस जैसी सेवाएं प्रदान करने की दिशा में सरकार गंभीरता से काम कर रही है, ताकि दूरदराज के इलाकों में भी मरीजों तक तेजी से पहुंचा जा सके।

पांडेय ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि "जो लोग अपने शासनकाल में स्वास्थ्य के नाम पर कागजी घोषणाओं से आगे नहीं बढ़ सके, वे अब विकास कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने जिला अस्पतालों के उन्नयन से लेकर नई स्वास्थ्य योजनाओं तक हर स्तर पर सुधार किए हैं। उन्होंने विपक्ष से झूठ फैलाने के बजाय सकारात्मक राजनीति करने का आग्रह किया।

झामुमो ने अपने संदेश में कहा, "यह समय झूठ और घृणा की राजनीति का नहीं, बल्कि झारखंड के विकास को नई ऊंचाई देने का है। भाजपा को भी राज्य के नागरिकों की मेहनत का सम्मान करना सीखना चाहिए।"

बिहार में 40 पुलिस पदाधिकारियों का तबादला, मनीष चंद्र चौधरी बने जहानाबाद के नए SDPO

जहानाबाद, बिहार सरकार के गृह विभाग ने  एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 40 पुलिस उपाधीक्षक (DSP) स्तर के अधिकारियों का तबादला कर दिया है। तबादले की इस सूची में पटना सिटी, आरा, मुजफ्फरपुर, बक्सर, सीतामढ़ी समेत कई जिलों के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) बदले गए हैं।

इसी क्रम में जहानाबाद जिले को भी नया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मिला है। मनीष चंद्र चौधरी को जहानाबाद का नया SDPO नियुक्त किया गया है। वे अब तक राज्य के अन्य जिलों में विभिन्न पदों पर कार्यरत रह चुके हैं और उन्हें अनुभवी व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी माना जाता है।

इससे पहले जहानाबाद में एसडीपीओ के पद पर राजीव कुमार सिंह कार्यरत थे। उनके कार्यकाल में कई प्रमुख मामलों में कार्रवाई की गई और जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर सक्रिय भूमिका निभाई गई।

गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, यह तबादला प्रशासनिक आवश्यकता और कानून व्यवस्था की मजबूती को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

नए एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी के आने से जिले में पुलिस प्रशासन को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।



*मेडिकल कालेज स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अभद्रता,पीड़ित पेशेंट महिला ने लगाए गंभीर आरोप,न्याय के लिए सड़क पर बैठी, हॉस्पिटल कर्मियों में मचा हड़कंप*
सुल्तानपुर में आज उस समय हड़कंप मच गया जब एक बीमार महिला मेडिकल कालजे के सामने अपने बीमार बेटे को लेकर बीच सड़क पर बैठ गई और हंगामा करने लगी। अपने आपको कैंसर पीड़ित बताने वाली महिला का आरोप है कि उसके बेटे की किडनी खराब है, लेकिन वहां के स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षाकर्मी बेवजह उसे धमकाते रहते थे और आज गंदगी का आरोप लगाकर उसे अस्पताल से भगा दिया। वहीं बीच सड़क पर प्रदर्शन करने की जानकारी जब पुलिस को लगी तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया। दरअसल उड़ीसा की रहने वाली बबिता कौल प्रदर्शनी में मौत का कुआं में बाइक चलाती थी। उसी में दुर्घटना के चलते वो बुरी तरह घायल हो गई, उसके बाद बीएचयू में उसका इलाज चल रहा था जहां डॉक्टरों ने उसे तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह दी और 80 हजार रुपए ऑपरेशन की मांग की। इतना पैसा न होने पर उसे किसी ने बताया कि सुल्तानपुर में 20 हजार में इलाज हो जाएगा। बबिता अपने बेटे राजा कौल को लेकर सुल्तानपुर आ रही थी कि रस्ते में उसके बेटे को तबियत खराब हो गई। बबिता की माने तो बेटा राजा कौल किडनी पेशेंट है। लिहाजा अपना इलाज छोड़ चार दिनों पहले उसने पेशेंट बेटे राजा कौल को स्वशाशी राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया। आरोप है कि वहां के स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षागार्ड उसे अपने बेटे के पास रहने नहीं दे रहे थे। आज खाना खाने के बाद बबीता कौल ने जूठन डेस्टबिन में डाला तो वहां लगे सुरक्षा कर्मियों से एतराज जताया और उसके साथ अभद्रता करने लगे। इसके साथ जबरन उसका डिसचार्ज पेपर बना दिया और बाहर कर दिया। इसी के बाद महिला मेडिकल कॉलेज के सामने बीच सड़क पर बैठ गई और प्रदर्शन करने लगी। वहीं बीच सड़क पर प्रदर्शनकी जानकारी जब पुलिस को लगी तो मौके पर पहुंची महिला पुलिस ने उसे शांत करवाया और तुरंत अस्पताल ले गई।दोबारा उसे भर्ती करवाया। फिलहाल इस मामले मेडिकल कॉलेज के आलाधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।
*न्याय के लिए भटक रहे वृद्ध किसान की मौत,वकील से मिलने पहुंचा था किसान, अचानक जमीन पर गिर पड़ा,अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित किया*
सुलतानपुर में जमीनी विवाद के चलते न्याय की गुहार लगाते-लगाते एक वृद्ध किसान की मौत हो गई। जबलपुर से आए 72 वर्षीय ओमप्रकाश तिवारी कलेक्ट्रेट में वकील से मिलने के दौरान अचानक गिर पड़े। उन्हें तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ओमप्रकाश तिवारी अपने मित्र राधेलाल यादव के साथ जबलपुर से सुलतानपुर आए थे,उनकी पैतृक जमीन धनपतगंज के बहादुरपुर में स्थित है। पिछले चार वर्षों से वे अपनी जमीन के लिए न्याय की गुहार लगा रहे थे। उनका आरोप था कि उनके चचेरे भाइयों ने जमीन अपने नाम करवा ली है। इस मामले में उन्होंने कलेक्ट्रेट से लेकर कमिश्नर तक का दरवाजा खटखटाया। एक दिन पहले उन्हें बल्दीराय भेजा गया,जहां एसडीएम मंजुल मयंक ने कोई सहायता नहीं की। आज वे फिर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और अपनी शिकायत के संबंध में वकील से मिलने वाले थे। मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई है। उनकी मृत्यु से पहले लिखी गई शिकायत में उन्होंने एसडीएम मंजुल मयंक और न्यायालय के पेशकार नवीन प्रकाश वर्मा पर कार्रवाई की मांग की थी। उनका आरोप था कि पेशकार द्वारा उनकी फाइल पेश नहीं की जा रही थी और उन्हें न्यायालय से भगा दिया गया था।
মাউন্ট কোয়ারাং ২(৬২১৩ মি.) এর শীর্ষে পর্বত আরোহন

ডেস্ক: চলতি বছরের ১৩ই জুলাই, বিকেল ৪.১০ মি.MAK এর ৫ সদস্য এবং ২ জন শেরপা হোয়াইট আউটের মধ্যে মাউন্ট কোয়ারাং ২(৬২১৩ মি.) এর শীর্ষে আরোহন করেন । সদস্যরা হলেন বাম থেকে ডানে সনাতন দাস, বসন্ত সিংহ রায়, প্রশান্ত সিংহ, যদু দেবনাথ এবং পার্থ সারথি লায়ক। শেরপা হলেন মিংমা তেনজিং শেরপা এবং পাসাং রিতা শেরপা । ছবি তুলেছেন পাসাং রিতা শেরপা।

दिव्यांग बच्चों के पुनर्वासन को लेकर 21 जुलाई से विकास खण्डों में आयोजित होंगे विशेष शिविर

गोण्डा। 18 जुलाई 2025 जिले के विभिन्न विकास खण्डों में दिव्यांग बच्चों के चिन्हांकन और पुनर्वासन के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 21 जुलाई से प्रारंभ होकर 11 अगस्त 2025 तक चलेंगे। शिविरों का संचालन विकास खण्डवार बीआरसी (ब्लॉक संसाधन केन्द्र) पर किया जाएगा।

इन शिविरों में दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए चिन्हांकन किया जाएगा। इसके लिए पात्र बच्चों के पास मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जारी न्यूनतम 40 प्रतिशत दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, गरीबी रेखा से नीचे का आय प्रमाण-पत्र (ग्राम प्रधान द्वारा निर्गत), निवास प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, दो पासपोर्ट साइज फोटो और अभिभावक का मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। पंजीकरण शिविर स्थल पर सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक किया जाएगा।

शिविरों की शुरुआत 21 जुलाई को झंझरी विकास खण्ड के बीआरसी दर्जीकुंआ से होगी। इसके बाद 22 जुलाई को पण्डरी कृपाल, 23 को रूपईडीह, 24 को इटियाथोक, 25 को मुजेहना, 26 को मनकापुर, 28 को छपिया, 29 को बभनजोत, 31 को तरबगंज, 1 अगस्त को वजीरगंज, 2 को नवाबगंज, 4 को बेलसर, 5 को करनैलगंज, 6 को हलधरमऊ, 7 को परसपुर, 8 को कटरा बाजार और 11 अगस्त को महाराजगंज नगर क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय में शिविर आयोजित किया जाएगा।

जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी गौरव स्वर्णकार ने बताया कि यह अभियान विशेष रूप से उन बच्चों को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है, जिन्हें अब तक किसी कारणवश सहायता नहीं मिल पाई है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्धारित तिथि पर शिविर में पहुँचकर बच्चों का पंजीकरण कराएं, ताकि उन्हें समय से आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जा सकें।

किसान ने गलत पैमाइश का लगाया आरोप, चकबंदी अधिकारी से नक्शा के अनुसार पैमाइश की मांग

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।क्षेत्र के बंजारी कलां गांव निवासी किसान शिव दान बहादुर सिंह ने चकबंदी लेखपाल और चकबंदी कर्ता पर गलत पैमाइश का आरोप लगाते हुए चकबंदी अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर नक्शा के अनुसार फिर से पैमाइश करने की मांग की है। चकबंदी अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में किसान ने बताया कि मौजा इंद्रवार के चक संख्या 396 के आराजी नंबर 411रकबा 21 बिस्वा का चक बना हुआ है। लेकिन उक्त चक को हल्का चकबंदी लेखपाल व चकबंदीकर्ता द्वारा नक्शा के अनुसार नही नापा गया है।बचत के रकबा और कुछ नदी में नापकर हमको कम रकबा दिया गया है। जिससे हमारा काफी नुकसान हुआ है। किसान ने चकबंदी अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर नक्शा के अनुरूप फिर से पैमाइश करवाए जाने की मांग की है।

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन करेगी कांग्रेस? जानें जयराम रमेश ने क्या कहा

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न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ सरकार महाभियोग लाने की तैयारी में है। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने के लिए संसद के मानसून सत्र में महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में जुटी है। कांग्रेस लोकसभा और राज्यसभा में न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करेगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि मुख्य विपक्षी दल लोकसभा में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करेगा।

न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ प्रस्ताव लाने की सत्तापक्ष की पहल के बारे में पूछे जाने पर रमेश ने कहा, 'सरकार महाभियोग नहीं चला सकती। संविधान के अनुच्छेद 124 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि प्रस्ताव सांसद ही लाते हैं। लोकसभा में 100 सांसद या राज्यसभा में 50 सांसदों के हस्ताक्षर होने चाहिए। हम समर्थन कर रहे हैं, हमारे सांसद लोकसभा में प्रस्ताव पर हस्ताक्षर भी कर रहे हैं और यह महाभियोग के लिए नहीं, बल्कि न्यायाधीश (जांच) अधिनियम, 1968 के तहत अध्यक्ष द्वारा तीन सदस्यीय समिति गठित करने के लिए है।

जस्टिस वर्मा के खिलाफ लाए प्रस्ताव का समर्थ करेगी कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल लोकसभा में न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का समर्थन करेगा और उसके सांसद भी इस पर हस्ताक्षर करेंगे, क्योंकि तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने इस मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 'हमें ऐसा करने के लिए बाध्य' कर दिया है।

न्यायमूर्ति शेखर यादव पर भी कार्रवाई की मांग

कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस और दूसरे विपक्ष दल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव की संविधान विरोधी और सांप्रदायिक टिप्पणी के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे। उन्होंने आगे कहा, पिछले साल दिसंबर में 55 विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में जस्टिस यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव संबंधी नोटिस दिया था, लेकिन इसके बाद से सभापति जगदीप धनखड़ ने कोई कदम नहीं उठाया है।

क्या है जस्टिस वर्मा का कैश कांड

जस्टिस वर्मा के लुटियंस स्थित बंगले पर 14 मार्च की रात 11:35 बजे आग लगी थी। इसे अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने बुझाया था। घटना के वक्त जस्टिस वर्मा शहर से बाहर थे। 21 मार्च को कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि जस्टिस वर्मा के घर से 15 करोड़ कैश मिला था। काफी नोट जल गए थे। 22 मार्च को सीजे आई संजीव खन्ना ने जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों की इंटरनल जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। पैनल ने 4 मई को CJI को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें जस्टिस वर्मा को दोषी ठहराया गया था। रिपोर्ट के आधार पर ‘इन-हाउस प्रोसीजर’ के तहत CJI खन्ना ने सरकार से जस्टिस वर्मा को हटाने की सिफारिश की थी। जांच समिति में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू, हिमाचल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जीएस संधवालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस अनु शिवरामन थीं।