महाकुंभ 2025 में बलिया बीजेपी आईटी सेल संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को मिला प्रशंसा प्रमाण पत्र
संजीव सिंह बलिया। मां गंगा की असीम कृपा से आज दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ_2025 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बलिया बीजेपी आईटी सेल के जिला संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को 'Certificate of Appreciation' अवार्ड बलिया बीजेपी महामंत्री   आलोक शुक्ला एवं बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह द्वारा प्रदान किया गया।इस सम्मान पर जायसवाल ने कहा, "मुझे गर्व है कि मुझे विश्व के विशालतम धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन—दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ 2025 में सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अद्भुत संगम में देश-विदेश से तकरीबन 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा की अविरल धारा में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई। यह आयोजन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक एकता का अनुपम प्रतीक बना।
परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गया में 10 दिसंबर से लापता पालतू डॉगी मिलने से परिवार में लौटी खुशियां, मीडिया को दिया धन्यवाद

गया: गया शहर के समीर तकिया स्थित पंजाबी धर्मशाला इलाके में रहने वाले उमेश प्रसाद के घर उस समय खुशियों की लहर दौड़ गई, जब उनका पालतू डॉगी, जो बीते 10 दिसंबर से लापता था, आज सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया। यह डॉगी बाराचट्टी थाना क्षेत्र से मिला, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि 10 दिसंबर को अचानक डॉगी घर से लापता हो गया था. उसके बाद से पूरा परिवार बेहद परेशान था। घर का माहौल पूरी तरह बदल गया था। हर कोई डॉगी की तलाश में जुटा हुआ था। उमेश प्रसाद ने बताया कि पिछले पाँच वर्षों से वे इस डॉगी को पाल रहे थे और वह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं बल्कि उनके परिवार का अहम सदस्य बन चुका था। उसकी गैरमौजूदगी से घर सूना-सूना लगने लगा था।

डॉगी की तलाश के लिए उमेश प्रसाद ने हर संभव प्रयास किया। आसपास के इलाकों में खोजबीन की गई, पोस्टर लगाए गए और लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही सूचना देने वाले को ₹5000 का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम में मीडिया में खबर प्रकाशित और प्रसारित की गई, जिससे यह मामला ज्यादा लोगों तक पहुंच सका।

मीडिया में खबर चलने के बाद आज बाराचट्टी थाना क्षेत्र से डॉगी मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही परिवार वहां पहुंचा और डॉगी को सुरक्षित अपने साथ घर ले आया। डॉगी के घर लौटते ही परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

डॉगी के मिलने के बाद उमेश प्रसाद ने मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि अगर मीडिया में यह खबर नहीं चलती, तो शायद उनका पालतू डॉगी वापस नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया, जिसकी वजह से लोगों ने सहयोग किया और आज उनका परिवार फिर से पूरा हो सका।

डॉगी के वापस आने से न सिर्फ उमेश प्रसाद का परिवार, बल्कि मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि पालतू जानवर सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य होते हैं और मीडिया जनसेवा में अहम भूमिका निभाता है।

अपर आयुक्त-न्यायिक ने की धारा-67 के वादों के निस्तारण की तहसीलवार समीक्षा
पुराने लम्बित वादों के निस्तारण को प्राथमिकता देकर अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें: अपर आयुक्त


उपेन्द्र कुमार पांडेय

आज़मगढ़ :: मण्डलायुक्त विवेक के निर्देश पर क्रम में अपर आयुक्त-न्यायिक डॉ. अर्चना द्विवेदी ने शुक्रवार को देर सायं अपने कार्यालय कक्ष में मण्डल के तीनों जनपद आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के तहसीलदार न्यायालयों में उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धार-67 के अन्तर्गत योजित वादों के सापेक्ष वर्तमान माह में किये गये निस्तारण की समीक्षा किया। समीक्षा में तीनों जनपद के कतिपय तहसीलदार न्यायालय में वादों का निस्तारण कम पाये जाने पर अपर आयुक्त डॉ. द्विवेदी ने असन्तोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर वादों के निस्तारण अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि धारा-67 के अन्तर्गत तीन वर्ष से अधिक तथा पॉच वर्ष से अधिक अवधि के जितने भी वाद लम्बित हैं उसके निस्तारण को प्राथमिकता देते हुए अधिक से अधिक वादों का निस्तारण किया जाय। अपर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी ने कहा कि उनके द्वारा धारा-67 के वादों की साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जायेगी, इसलिए सभी तहीलदार नये और पुरानी वादों के अधिक से अधिक निस्तारण की सुदृढ़ कार्ययोजना बनाकर प्रत्येक सप्ताह अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित करंे। उन्होंने कहा कि धारा-67 के वादों के नियमानुसार निस्तारण हेतु मनोज कुमार सिंह बनाम स्टेट ऑफ यूपी एण्ड अदर्स में मा.उच्च न्यायालय द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को पारित आदेश का भलीभांति अवलोकन कर लें तथा उसके अनुसार वादों का निस्तारण करें। अपर आयुक्त ने निर्णीत वादों के सापेक्ष मौके पर अनुपालन कराये जाने की स्थिति की समीक्षा में पाया कि अधिकांश तहसीलों में मौके पर अनुपालन कम हुआ है। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया निर्णीत वादों का मौके पर अनुपालन तत्परता से होना चाहिए, मौके पर अनुपालन कराये जाने के उपरान्त ही पत्रावली दाखिल दफ्तर कराई जाय।

      उल्लेखनीय है कि विगत दिवस मण्डलायुक्त विवेक ने राजस्व कार्यों एवं वादों के निस्तारण की मण्डलीय समीक्षा बैठक में धारा-67 के वादों के निस्तारण में तेजी लाने के दृष्टिगत अपर आयुक्त-न्यायिक डा. अर्चना द्विवेदी को मण्डल के अन्तर्गत तीनों जनपदों में तहसीलदार न्यायालयों में योजित वादों की नियमित रूप से तहसीलवार साप्ताहिक समीक्षा कर वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने के निर्देश दिये गये थे, जिसके क्रम में उक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गयी थी। समीक्षा में अपर आयुक्त डा. द्विवेदी ने पाया कि जनपदों में इस धारा के अन्तर्गत पर्याप्त संख्या में पुराने वाद लम्बित हैं, जिसे प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने का उन्होंने निर्देश दिया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर, बलिया देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी राम अवध सहित आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के सभी तहसीलदार उपस्थित थे।
बलिया की बेटी ने लहराया परचम, बनी मिस यूपी
संजीव सिंह बलिया। नगर के टाउन हाल निवासी सचिन सिंह एवं डॉ. दिवा सिंह की पुत्री अलक्ष्या सिंह ने मिस यूपी का खिताब जीतकर बलिया का मान बढ़ाया है। 18 दिसंबर को लखनऊ में उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में यह उपलब्धि हासिल की गई।कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से युवक-युवतियां शामिल हुए थे। अलक्ष्या सिंह ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित कर मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। बताते चलें कि अलक्ष्या होली क्रॉस स्कूल से एलकेजी से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में आगे की तैयारी कर रही हैं।बलिया में अलक्ष्या की इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इसे बलिया की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। परिवार और परिजनों ने भी गर्व से कहा कि अलक्ष्या ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।
सिस्टम शर्मसार: चाईबासा में पिता को नसीब नहीं हुआ शव वाहन, 4 माह के मासूम का शव थैले में भरकर बस से ले जाने को मजबूर।

मानवता को झकझोर देने वाली एक बेहद दुःखद और शर्मनाक घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले से सामने आई है. इस घटना ने स्वास्थ्य सिस्टम को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक पिता अपने बच्चे का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचा. जहां बच्चे की जान तो नहीं बच सकी लेकिन मासूम को शव वाहन तक भी नसीब नहीं हुआ. जिसके चलते पिता को अपने बच्चे का शव एक थैले में डालकर गांव ले जाना पड़ा.

दरअसल, नोवामुंडी प्रखंड के बालजोड़ी गांव निवासी डिम्बा चतोम्बा को अपने 4 माह के मासूम बच्चे के शव को सम्मान के साथ घर ले जाना था, जिसके लिए शव वाहन नसीब नहीं हुआ. मजबूरन असहाय पिता ने बच्चे के शव को थैले में रखकर बस से गांव ले जाने का फैसला किया.

इलाज के दौरान मासूम की मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, डिम्बा चतोम्बा अपने बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए चाईबासा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे थे. उन्हें उम्मीद थी कि अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. मासूम की मौत के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में चला गया.

शव वाहन के लिए घंटों की गुहार, नहीं मिली मदद

बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने शव को गांव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की. परिजनों ने बताया कि वे घंटों तक अस्पताल परिसर में शव वाहन का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं मिली. इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की और न ही किसी जिम्मेदार अधिकारी ने संवेदनशीलता दिखाई.

गरीबी और व्यवस्था की बेरुखी ने तोड़ा पिता का हौसला

गरीब और असहाय पिता डिम्बा चतोम्बा के पास निजी वाहन किराए पर लेने तक के साधन नहीं थे. प्रशासनिक संवेदनहीनता और स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही से परिजन पूरी तरह टूट गए. आखिरकार उन्हें बच्चे के शव को एक थैले में डालकर बस से बालजोड़ी गांव ले जाने को विवश होना पड़ा. यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई.

स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर उठे गंभीर सवाल

इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था और नि:शुल्क शव वाहन सेवा की पोल खोल दी है. सरकार गरीबों के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है.

कैबिनेट मंत्री पंचायतीराज मंत्री व अल्पसंख्यक हज बोर्ड मंत्री ओम प्रकाश राजभर जी से आवास पर शिष्टाचार मुलाक़ात व भेंट*
सुल्तानपुर/अमेठी उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पंचायती राज व अल्पसंख्यक हज बोर्ड माननीय मंत्री ओम प्रकाश राजभर जी से मंत्री जी के आवास पर शिष्टाचार भेंट किए सुभासपा जिला अध्यक्ष अमेठी सतीश मिश्रा जी और आई टी सेल जिला अध्यक्ष दुर्गेश पाण्डेय माननीय मंत्री जी ने जिला अध्यक्ष को निर्देशित करते हुए कहा पंचायत चुनाव में बड़ी जीत का मंत्र दिया।

जनपद के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई श्री मिश्र जी ने कहा समूचे प्रदेश में अमेठी की पंचायत की जीत सबसे प्रभाव शाली जीत दर्ज होगी और सभी कार्यकर्ता तन मन धन से पंचायत चुनाव में लगे हैं और हर योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति के पाव दान में बैठे लोगों को मिल रहा है जिला अध्यक्ष ने माननीय से कहा कि अमेठी की जीत ऐतिहासिक जीत होगी
अपने जमीन को बचाने के लिए दर दर भटक रहा गरीब परिवार, डीसी को आवेदन देकर लगाया न्याय की गुहार


गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के पालमो निवासी बिनोद तुरी पिता चूल्हा तुरी और उनका परिवार अपनी जमीन को बचाने के लिए पिछले कई दिनों से तिसरी से लेकर जिला के सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रहा है, लेकिन अब तक उनकी किसी ने मदद नहीं की और नाही उन्हें कुछ आश्वाशन मिला है। इससे परेशान होकर बिनोद तुरी एवं उनके परिवार ने अब गिरिडीह उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाया है। जानकारी देते हुए बिनोद तुरी एवं उनके परिजनों ने बताया कि वे काफी गरीब है और पिछड़े समाज से आते हैं। वर्ष 1987 में सरकार द्वारा उनके परिवार को अपना गुजर बसर करने के लिए जमीन दिया गया था जो उनकी मां सोमरी देवी के नाम है। बताया कि 11 नवंबर को पांच की संख्या में विपक्ष के लोग उनके जमीन पर हरवे हथियार से लैस हो कर आए और जमीन का तरी खोदने लगे। इस बीच जब वह और उनके परिवार वाले उन लोगों को मन करने लगे तो जातिसूचक गाली देते हुए मारपीट किया। साथ ही उन्होंने बताया कि उक्त घटना के बाद तिसरी थाना प्रभारी, तिसरी अंचलाधिकारी, खोरीमहुआ अनुमंडल पदाधिकारी एवं गिरिडीह एसपी को इसकी लिखित शिकायत किए, किन्तु बावजूद उनके विपक्षी लोग अभी तक उक्त जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे हैं और उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे है। वह हर जगह फरियाद लगाने के बाद आज न्याय की गुहार गिरिडीह डीसी से लगाने आए हैं। उन्होंने प्रशासन और सरकार से न्याय की मांग करते हुए आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने एवं उनकी जमीन को वापस दिलाने का मांग किए।
जिलाधिकारी ने समाधान दिवस में आयी शिकायतो को गुणवत्तापूर्वक एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करने के दिए निर्देश
समाधान दिवस में कुल 496 प्रकरण सुनवाई के लिए आये 06 प्रकरणो का मौके पर किया गया निस्तारण

जिलाधिकारी ने पोषण अभियान के अन्तर्गत 3 महिलाओं की गोदभराई एवं 2 बच्चो का कराया अन्नप्राशन


संजय द्विवेदी, प्रयागराज। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को तहसील हण्डिया में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को सख्त हिदायत देते हुए निर्देशित किया कि जनशिकायतो के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नही होगी।उन्होने शिकायतो का निस्तारण समयबद्धता के साथ गुणवत्तापूर्ण ढंग से करने के लिए निर्देशित किया है।इस अवसर पर तहसील परिसर में विभिन्न विभागो के द्वारा उनसे सम्बंधित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन करते हुए जानकारी प्राप्त की एवं सम्बंधित विभागो के अधिकारियों को योजनाओ का व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए पात्र लोगो को योजनाओ से लाभान्वित कराये जाने हेतु निर्देशित किया है।

जिलाधिकारी ने तहसील में पोषण अभियान के अन्तर्गत 3 महिलाओ की गोदभराई एवं 2 बच्चो का अन्नप्राशन भी कराया।इसके साथ ही उन्होने गर्भवती महिलाओं को लगाये जाने वाले टीको के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जनसमस्याओ को सुनते हुए राजस्व पुलिस स्वास्थ्य एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियो को प्रकरण की जमीनी स्तर पर जांच कर शिकायतो को गुणवत्तापूर्वक एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करने एवं प्रार्थनापत्रो की समयबद्ध जांच कार्रवाई एवं समस्याओ के निस्तारण में विलम्ब होने पर सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जन-शिकायतो का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले बिन्दुओ में से एक है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार्य नहीं है।उन्होंने शिकायतकर्ता का फीडबैक लेने और शिकायतों के निस्तारण से शिकायतकर्ता संतुष्ट भी कराये जाने के लिए कहा।जिलाधिकारी ने समाधान दिवस में आये हुए वरासत अवैध कब्जा व अन्य शिकायतो का शीघ्रता से निस्तारण किए जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने प्रार्थनापत्रो की अलग-अलग सूची बनाकर सम्बंधित को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।सम्पूर्ण समाधान दिवस पर तहसील हण्डिया में कुल 496 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें राजस्व विभाग से सम्बंधित 249 विकास विभाग की 60 पुलिस विभाग 99 पूर्ति विभाग की 19 विद्युत विभाग-44 अधिशासी अधिकारी-05 नलकूप की-02 पीडब्लूडी विभाग की-02 चकबन्दी विभाग की-01 जल निगम की 03 व अन्य विभागो से सम्बंधित 12 थी जिनमें से 6 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।

जिलाधिकारी ने शेष शिकायतो के निस्तारण हेतु सम्बंधित विभागो के अधिकारियो को शिकायतों को आज ही प्राप्त करते हुए उनको निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण के निर्देश दिए है।जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को हिदायत देते हुए कहा है कि शिकायतो का निस्तारण अनिवार्य रूप से निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत हो जाना चाहिए।समाधान दिवस में अपनी शिकायत लेकर आयी सुलेखा पत्नी राजनारायण ग्राम जसुआ सोधा के द्वारा तहसील से उनकी जमीन की पैमाईश न कराये जाने तथा जमीन से अतिक्रमण न हटवाये जाने की शिकायत की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया को प्रकरण में जांच कर विधिसंगत कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।

ओम प्रकाश तिवारी ग्राम वनपुरवा परतीपुर हण्डिया के द्वारा तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराये जाने की मांग की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया को विधिसंगत निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।शिव प्रसाद निवासी प्रतापपुर कलां के द्वारा उनकी भूमि पर गांव के कुछ लोगो के द्वारा अवैध रूप से मिट्टी के खनन किए जाने की शिकायत की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया व एसीपी हण्डिया को प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।महेश सिंह पुत्र चंद्र प्रकाश निवासी नगर पंचायत हण्डिया के द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत की गयी।जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी हण्डिया को प्रकरण की जांच सरकारी जमीन से कब्जा मुक्त कराये जाने के लिए कहा है।
प्रार्थी श्रीराम यादव ग्राम मानिकपुर के द्वारा इंटरलॉकिंग मार्ग पर गांव के कुछ लोगो द्वारा ईटो का ढेर लगाकर मार्ग को अवरूद्ध करने की शिकायत की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया व एसीपी हण्डिया को उक्त मार्ग से अतिक्रमण हटवाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे  संजीव कुमार शाक्य उपजिलाधिकारी हण्डिया  रामेन्द्र सिंह जिला विकास अधिकारी जी0पी0 कुशवाहा पीडी भूपेन्द्र कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
अवतरण दिवस पर वंशिका शर्मा ने सिद्धेश्वर महादेव के महन्त का लिया आशीर्वाद


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत करछना विधान सभा क्षेत्र के ग्राम सभा खाई के अमित कुमार शर्मा की पुत्री वंशिका शर्मा ने अपने अवतरण दिवस पर मेजा क्षेत्र की प्रसिद्ध सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पहड़ी महादेव मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की तत्पश्चात वंशिका ने अपने पिता अमित कुमार शर्मा से मन्दिर के महन्त बृज बिहारी दास से मिलने के लिए इच्छा जाहिर किया।पुत्री की इच्छा पर अमित कुमार शर्मा ने आचार्य ब्रिज बिहारी दास से पुत्री को आशीर्वाद दिलाया और बताया कि समाज में लोगो द्वारा केक काटकर"दिवस मनाया जाता है।

लेकिन हमारी बच्ची वंशिका द्वारा पहड़ी महादेव के दर्शन के लिए आग्रह किया।जहां मैं उसके इस निवेदन को स्वीकार किया और देवाधिदेव महादेव का दर्शन कराते हुए आचार्य ब्रिज बिहारी का आशीर्वाद प्राप्त किया।और उन्होने बताया कि समाज में धीरे-धीरे केक काटने का प्रचलन बढ़ता जा रहा है।और हम पुराने संस्कार एवं सम्मान से वंचित होते जा रहे है।वंशिका के पिता अमित कुमार शर्मा ने बताया की समाज में आपसी भाईचारा एवं सामंजस्य विलुप्त होता जा रहा है।जिससे वंशिका ने बताया कि अवतरण दिवस पर केक काटने के बजाय देवाधिदेव महादेव के दर्शन से आत्मीय सुख और पारिवारिक शुभ भी प्राप्त होते है।
महाकुंभ 2025 में बलिया बीजेपी आईटी सेल संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को मिला प्रशंसा प्रमाण पत्र
संजीव सिंह बलिया। मां गंगा की असीम कृपा से आज दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ_2025 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बलिया बीजेपी आईटी सेल के जिला संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को 'Certificate of Appreciation' अवार्ड बलिया बीजेपी महामंत्री   आलोक शुक्ला एवं बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह द्वारा प्रदान किया गया।इस सम्मान पर जायसवाल ने कहा, "मुझे गर्व है कि मुझे विश्व के विशालतम धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन—दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ 2025 में सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अद्भुत संगम में देश-विदेश से तकरीबन 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा की अविरल धारा में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई। यह आयोजन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक एकता का अनुपम प्रतीक बना।
परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गया में 10 दिसंबर से लापता पालतू डॉगी मिलने से परिवार में लौटी खुशियां, मीडिया को दिया धन्यवाद

गया: गया शहर के समीर तकिया स्थित पंजाबी धर्मशाला इलाके में रहने वाले उमेश प्रसाद के घर उस समय खुशियों की लहर दौड़ गई, जब उनका पालतू डॉगी, जो बीते 10 दिसंबर से लापता था, आज सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया। यह डॉगी बाराचट्टी थाना क्षेत्र से मिला, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि 10 दिसंबर को अचानक डॉगी घर से लापता हो गया था. उसके बाद से पूरा परिवार बेहद परेशान था। घर का माहौल पूरी तरह बदल गया था। हर कोई डॉगी की तलाश में जुटा हुआ था। उमेश प्रसाद ने बताया कि पिछले पाँच वर्षों से वे इस डॉगी को पाल रहे थे और वह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं बल्कि उनके परिवार का अहम सदस्य बन चुका था। उसकी गैरमौजूदगी से घर सूना-सूना लगने लगा था।

डॉगी की तलाश के लिए उमेश प्रसाद ने हर संभव प्रयास किया। आसपास के इलाकों में खोजबीन की गई, पोस्टर लगाए गए और लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही सूचना देने वाले को ₹5000 का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम में मीडिया में खबर प्रकाशित और प्रसारित की गई, जिससे यह मामला ज्यादा लोगों तक पहुंच सका।

मीडिया में खबर चलने के बाद आज बाराचट्टी थाना क्षेत्र से डॉगी मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही परिवार वहां पहुंचा और डॉगी को सुरक्षित अपने साथ घर ले आया। डॉगी के घर लौटते ही परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

डॉगी के मिलने के बाद उमेश प्रसाद ने मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि अगर मीडिया में यह खबर नहीं चलती, तो शायद उनका पालतू डॉगी वापस नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया, जिसकी वजह से लोगों ने सहयोग किया और आज उनका परिवार फिर से पूरा हो सका।

डॉगी के वापस आने से न सिर्फ उमेश प्रसाद का परिवार, बल्कि मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि पालतू जानवर सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य होते हैं और मीडिया जनसेवा में अहम भूमिका निभाता है।

अपर आयुक्त-न्यायिक ने की धारा-67 के वादों के निस्तारण की तहसीलवार समीक्षा
पुराने लम्बित वादों के निस्तारण को प्राथमिकता देकर अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें: अपर आयुक्त


उपेन्द्र कुमार पांडेय

आज़मगढ़ :: मण्डलायुक्त विवेक के निर्देश पर क्रम में अपर आयुक्त-न्यायिक डॉ. अर्चना द्विवेदी ने शुक्रवार को देर सायं अपने कार्यालय कक्ष में मण्डल के तीनों जनपद आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के तहसीलदार न्यायालयों में उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धार-67 के अन्तर्गत योजित वादों के सापेक्ष वर्तमान माह में किये गये निस्तारण की समीक्षा किया। समीक्षा में तीनों जनपद के कतिपय तहसीलदार न्यायालय में वादों का निस्तारण कम पाये जाने पर अपर आयुक्त डॉ. द्विवेदी ने असन्तोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर वादों के निस्तारण अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि धारा-67 के अन्तर्गत तीन वर्ष से अधिक तथा पॉच वर्ष से अधिक अवधि के जितने भी वाद लम्बित हैं उसके निस्तारण को प्राथमिकता देते हुए अधिक से अधिक वादों का निस्तारण किया जाय। अपर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी ने कहा कि उनके द्वारा धारा-67 के वादों की साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जायेगी, इसलिए सभी तहीलदार नये और पुरानी वादों के अधिक से अधिक निस्तारण की सुदृढ़ कार्ययोजना बनाकर प्रत्येक सप्ताह अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित करंे। उन्होंने कहा कि धारा-67 के वादों के नियमानुसार निस्तारण हेतु मनोज कुमार सिंह बनाम स्टेट ऑफ यूपी एण्ड अदर्स में मा.उच्च न्यायालय द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को पारित आदेश का भलीभांति अवलोकन कर लें तथा उसके अनुसार वादों का निस्तारण करें। अपर आयुक्त ने निर्णीत वादों के सापेक्ष मौके पर अनुपालन कराये जाने की स्थिति की समीक्षा में पाया कि अधिकांश तहसीलों में मौके पर अनुपालन कम हुआ है। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया निर्णीत वादों का मौके पर अनुपालन तत्परता से होना चाहिए, मौके पर अनुपालन कराये जाने के उपरान्त ही पत्रावली दाखिल दफ्तर कराई जाय।

      उल्लेखनीय है कि विगत दिवस मण्डलायुक्त विवेक ने राजस्व कार्यों एवं वादों के निस्तारण की मण्डलीय समीक्षा बैठक में धारा-67 के वादों के निस्तारण में तेजी लाने के दृष्टिगत अपर आयुक्त-न्यायिक डा. अर्चना द्विवेदी को मण्डल के अन्तर्गत तीनों जनपदों में तहसीलदार न्यायालयों में योजित वादों की नियमित रूप से तहसीलवार साप्ताहिक समीक्षा कर वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने के निर्देश दिये गये थे, जिसके क्रम में उक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गयी थी। समीक्षा में अपर आयुक्त डा. द्विवेदी ने पाया कि जनपदों में इस धारा के अन्तर्गत पर्याप्त संख्या में पुराने वाद लम्बित हैं, जिसे प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने का उन्होंने निर्देश दिया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर, बलिया देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी राम अवध सहित आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के सभी तहसीलदार उपस्थित थे।
बलिया की बेटी ने लहराया परचम, बनी मिस यूपी
संजीव सिंह बलिया। नगर के टाउन हाल निवासी सचिन सिंह एवं डॉ. दिवा सिंह की पुत्री अलक्ष्या सिंह ने मिस यूपी का खिताब जीतकर बलिया का मान बढ़ाया है। 18 दिसंबर को लखनऊ में उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में यह उपलब्धि हासिल की गई।कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से युवक-युवतियां शामिल हुए थे। अलक्ष्या सिंह ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित कर मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। बताते चलें कि अलक्ष्या होली क्रॉस स्कूल से एलकेजी से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में आगे की तैयारी कर रही हैं।बलिया में अलक्ष्या की इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इसे बलिया की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। परिवार और परिजनों ने भी गर्व से कहा कि अलक्ष्या ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।
सिस्टम शर्मसार: चाईबासा में पिता को नसीब नहीं हुआ शव वाहन, 4 माह के मासूम का शव थैले में भरकर बस से ले जाने को मजबूर।

मानवता को झकझोर देने वाली एक बेहद दुःखद और शर्मनाक घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले से सामने आई है. इस घटना ने स्वास्थ्य सिस्टम को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक पिता अपने बच्चे का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचा. जहां बच्चे की जान तो नहीं बच सकी लेकिन मासूम को शव वाहन तक भी नसीब नहीं हुआ. जिसके चलते पिता को अपने बच्चे का शव एक थैले में डालकर गांव ले जाना पड़ा.

दरअसल, नोवामुंडी प्रखंड के बालजोड़ी गांव निवासी डिम्बा चतोम्बा को अपने 4 माह के मासूम बच्चे के शव को सम्मान के साथ घर ले जाना था, जिसके लिए शव वाहन नसीब नहीं हुआ. मजबूरन असहाय पिता ने बच्चे के शव को थैले में रखकर बस से गांव ले जाने का फैसला किया.

इलाज के दौरान मासूम की मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, डिम्बा चतोम्बा अपने बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए चाईबासा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे थे. उन्हें उम्मीद थी कि अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. मासूम की मौत के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में चला गया.

शव वाहन के लिए घंटों की गुहार, नहीं मिली मदद

बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने शव को गांव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की. परिजनों ने बताया कि वे घंटों तक अस्पताल परिसर में शव वाहन का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं मिली. इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की और न ही किसी जिम्मेदार अधिकारी ने संवेदनशीलता दिखाई.

गरीबी और व्यवस्था की बेरुखी ने तोड़ा पिता का हौसला

गरीब और असहाय पिता डिम्बा चतोम्बा के पास निजी वाहन किराए पर लेने तक के साधन नहीं थे. प्रशासनिक संवेदनहीनता और स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही से परिजन पूरी तरह टूट गए. आखिरकार उन्हें बच्चे के शव को एक थैले में डालकर बस से बालजोड़ी गांव ले जाने को विवश होना पड़ा. यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई.

स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर उठे गंभीर सवाल

इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था और नि:शुल्क शव वाहन सेवा की पोल खोल दी है. सरकार गरीबों के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है.

कैबिनेट मंत्री पंचायतीराज मंत्री व अल्पसंख्यक हज बोर्ड मंत्री ओम प्रकाश राजभर जी से आवास पर शिष्टाचार मुलाक़ात व भेंट*
सुल्तानपुर/अमेठी उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पंचायती राज व अल्पसंख्यक हज बोर्ड माननीय मंत्री ओम प्रकाश राजभर जी से मंत्री जी के आवास पर शिष्टाचार भेंट किए सुभासपा जिला अध्यक्ष अमेठी सतीश मिश्रा जी और आई टी सेल जिला अध्यक्ष दुर्गेश पाण्डेय माननीय मंत्री जी ने जिला अध्यक्ष को निर्देशित करते हुए कहा पंचायत चुनाव में बड़ी जीत का मंत्र दिया।

जनपद के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई श्री मिश्र जी ने कहा समूचे प्रदेश में अमेठी की पंचायत की जीत सबसे प्रभाव शाली जीत दर्ज होगी और सभी कार्यकर्ता तन मन धन से पंचायत चुनाव में लगे हैं और हर योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति के पाव दान में बैठे लोगों को मिल रहा है जिला अध्यक्ष ने माननीय से कहा कि अमेठी की जीत ऐतिहासिक जीत होगी
अपने जमीन को बचाने के लिए दर दर भटक रहा गरीब परिवार, डीसी को आवेदन देकर लगाया न्याय की गुहार


गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के पालमो निवासी बिनोद तुरी पिता चूल्हा तुरी और उनका परिवार अपनी जमीन को बचाने के लिए पिछले कई दिनों से तिसरी से लेकर जिला के सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रहा है, लेकिन अब तक उनकी किसी ने मदद नहीं की और नाही उन्हें कुछ आश्वाशन मिला है। इससे परेशान होकर बिनोद तुरी एवं उनके परिवार ने अब गिरिडीह उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाया है। जानकारी देते हुए बिनोद तुरी एवं उनके परिजनों ने बताया कि वे काफी गरीब है और पिछड़े समाज से आते हैं। वर्ष 1987 में सरकार द्वारा उनके परिवार को अपना गुजर बसर करने के लिए जमीन दिया गया था जो उनकी मां सोमरी देवी के नाम है। बताया कि 11 नवंबर को पांच की संख्या में विपक्ष के लोग उनके जमीन पर हरवे हथियार से लैस हो कर आए और जमीन का तरी खोदने लगे। इस बीच जब वह और उनके परिवार वाले उन लोगों को मन करने लगे तो जातिसूचक गाली देते हुए मारपीट किया। साथ ही उन्होंने बताया कि उक्त घटना के बाद तिसरी थाना प्रभारी, तिसरी अंचलाधिकारी, खोरीमहुआ अनुमंडल पदाधिकारी एवं गिरिडीह एसपी को इसकी लिखित शिकायत किए, किन्तु बावजूद उनके विपक्षी लोग अभी तक उक्त जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे हैं और उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे है। वह हर जगह फरियाद लगाने के बाद आज न्याय की गुहार गिरिडीह डीसी से लगाने आए हैं। उन्होंने प्रशासन और सरकार से न्याय की मांग करते हुए आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने एवं उनकी जमीन को वापस दिलाने का मांग किए।
जिलाधिकारी ने समाधान दिवस में आयी शिकायतो को गुणवत्तापूर्वक एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करने के दिए निर्देश
समाधान दिवस में कुल 496 प्रकरण सुनवाई के लिए आये 06 प्रकरणो का मौके पर किया गया निस्तारण

जिलाधिकारी ने पोषण अभियान के अन्तर्गत 3 महिलाओं की गोदभराई एवं 2 बच्चो का कराया अन्नप्राशन


संजय द्विवेदी, प्रयागराज। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को तहसील हण्डिया में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को सख्त हिदायत देते हुए निर्देशित किया कि जनशिकायतो के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नही होगी।उन्होने शिकायतो का निस्तारण समयबद्धता के साथ गुणवत्तापूर्ण ढंग से करने के लिए निर्देशित किया है।इस अवसर पर तहसील परिसर में विभिन्न विभागो के द्वारा उनसे सम्बंधित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन करते हुए जानकारी प्राप्त की एवं सम्बंधित विभागो के अधिकारियों को योजनाओ का व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए पात्र लोगो को योजनाओ से लाभान्वित कराये जाने हेतु निर्देशित किया है।

जिलाधिकारी ने तहसील में पोषण अभियान के अन्तर्गत 3 महिलाओ की गोदभराई एवं 2 बच्चो का अन्नप्राशन भी कराया।इसके साथ ही उन्होने गर्भवती महिलाओं को लगाये जाने वाले टीको के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जनसमस्याओ को सुनते हुए राजस्व पुलिस स्वास्थ्य एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियो को प्रकरण की जमीनी स्तर पर जांच कर शिकायतो को गुणवत्तापूर्वक एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करने एवं प्रार्थनापत्रो की समयबद्ध जांच कार्रवाई एवं समस्याओ के निस्तारण में विलम्ब होने पर सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जन-शिकायतो का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले बिन्दुओ में से एक है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार्य नहीं है।उन्होंने शिकायतकर्ता का फीडबैक लेने और शिकायतों के निस्तारण से शिकायतकर्ता संतुष्ट भी कराये जाने के लिए कहा।जिलाधिकारी ने समाधान दिवस में आये हुए वरासत अवैध कब्जा व अन्य शिकायतो का शीघ्रता से निस्तारण किए जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने प्रार्थनापत्रो की अलग-अलग सूची बनाकर सम्बंधित को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।सम्पूर्ण समाधान दिवस पर तहसील हण्डिया में कुल 496 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें राजस्व विभाग से सम्बंधित 249 विकास विभाग की 60 पुलिस विभाग 99 पूर्ति विभाग की 19 विद्युत विभाग-44 अधिशासी अधिकारी-05 नलकूप की-02 पीडब्लूडी विभाग की-02 चकबन्दी विभाग की-01 जल निगम की 03 व अन्य विभागो से सम्बंधित 12 थी जिनमें से 6 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।

जिलाधिकारी ने शेष शिकायतो के निस्तारण हेतु सम्बंधित विभागो के अधिकारियो को शिकायतों को आज ही प्राप्त करते हुए उनको निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण के निर्देश दिए है।जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को हिदायत देते हुए कहा है कि शिकायतो का निस्तारण अनिवार्य रूप से निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत हो जाना चाहिए।समाधान दिवस में अपनी शिकायत लेकर आयी सुलेखा पत्नी राजनारायण ग्राम जसुआ सोधा के द्वारा तहसील से उनकी जमीन की पैमाईश न कराये जाने तथा जमीन से अतिक्रमण न हटवाये जाने की शिकायत की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया को प्रकरण में जांच कर विधिसंगत कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।

ओम प्रकाश तिवारी ग्राम वनपुरवा परतीपुर हण्डिया के द्वारा तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराये जाने की मांग की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया को विधिसंगत निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।शिव प्रसाद निवासी प्रतापपुर कलां के द्वारा उनकी भूमि पर गांव के कुछ लोगो के द्वारा अवैध रूप से मिट्टी के खनन किए जाने की शिकायत की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया व एसीपी हण्डिया को प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।महेश सिंह पुत्र चंद्र प्रकाश निवासी नगर पंचायत हण्डिया के द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत की गयी।जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी हण्डिया को प्रकरण की जांच सरकारी जमीन से कब्जा मुक्त कराये जाने के लिए कहा है।
प्रार्थी श्रीराम यादव ग्राम मानिकपुर के द्वारा इंटरलॉकिंग मार्ग पर गांव के कुछ लोगो द्वारा ईटो का ढेर लगाकर मार्ग को अवरूद्ध करने की शिकायत की गयी जिसपर जिलाधिकारी ने एसडीएम हण्डिया व एसीपी हण्डिया को उक्त मार्ग से अतिक्रमण हटवाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे  संजीव कुमार शाक्य उपजिलाधिकारी हण्डिया  रामेन्द्र सिंह जिला विकास अधिकारी जी0पी0 कुशवाहा पीडी भूपेन्द्र कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
अवतरण दिवस पर वंशिका शर्मा ने सिद्धेश्वर महादेव के महन्त का लिया आशीर्वाद


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत करछना विधान सभा क्षेत्र के ग्राम सभा खाई के अमित कुमार शर्मा की पुत्री वंशिका शर्मा ने अपने अवतरण दिवस पर मेजा क्षेत्र की प्रसिद्ध सिद्धेश्वर महादेव मंदिर पहड़ी महादेव मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की तत्पश्चात वंशिका ने अपने पिता अमित कुमार शर्मा से मन्दिर के महन्त बृज बिहारी दास से मिलने के लिए इच्छा जाहिर किया।पुत्री की इच्छा पर अमित कुमार शर्मा ने आचार्य ब्रिज बिहारी दास से पुत्री को आशीर्वाद दिलाया और बताया कि समाज में लोगो द्वारा केक काटकर"दिवस मनाया जाता है।

लेकिन हमारी बच्ची वंशिका द्वारा पहड़ी महादेव के दर्शन के लिए आग्रह किया।जहां मैं उसके इस निवेदन को स्वीकार किया और देवाधिदेव महादेव का दर्शन कराते हुए आचार्य ब्रिज बिहारी का आशीर्वाद प्राप्त किया।और उन्होने बताया कि समाज में धीरे-धीरे केक काटने का प्रचलन बढ़ता जा रहा है।और हम पुराने संस्कार एवं सम्मान से वंचित होते जा रहे है।वंशिका के पिता अमित कुमार शर्मा ने बताया की समाज में आपसी भाईचारा एवं सामंजस्य विलुप्त होता जा रहा है।जिससे वंशिका ने बताया कि अवतरण दिवस पर केक काटने के बजाय देवाधिदेव महादेव के दर्शन से आत्मीय सुख और पारिवारिक शुभ भी प्राप्त होते है।