पंकज चौधरी निर्विरोध बने यूपी भाजपा अध्यक्ष, सीएम योगी सहित कई दिग्गज बने प्रस्तावक
पंकज चौधरी निर्विरोध बने यूपी भाजपा अध्यक्ष, सीएम योगी सहित कई दिग्गज बने प्रस्तावक

  संजीव सिंह बलिया!लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी में उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया के तहत केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज चौधरी निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को नामांकन की अंतिम समय-सीमा दोपहर 3 बजे तक थी, लेकिन तय समय तक पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन दाखिल नहीं किया। इसके चलते उनका निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है, हालांकि औपचारिक घोषणा अभी बाकी है। पंकज चौधरी के नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके प्रस्तावक बने। उनके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना और बेबी रानी मौर्य ने भी प्रस्तावक के रूप में समर्थन दिया। पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश की महाराजगंज लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने जा चुके हैं। वर्तमान में वे केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री के पद पर कार्यरत हैं। उनका जन्म 20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में हुआ था। कुर्मी समुदाय से आने वाले पंकज चौधरी का परिवार भी राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ा रहा है। उनकी माता उज्ज्वल चौधरी महाराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, संगठनात्मक अनुभव और लंबे राजनीतिक सफर को देखते हुए पंकज चौधरी का निर्विरोध चयन भाजपा की रणनीतिक मजबूती की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। औपचारिक घोषणा के बाद उनके कार्यभार संभालने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
*खेल से होता है बच्चों का शारीरिक विकास*
आज इसौली क्षेत्र के रवानिया पूरब के प्रगल्भय जूनियर हाईस्कूल में वार्षिक स्पोर्ट्स दिवस के अवसर पर विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। साथ ही में सम्मानित मंच पर उपस्थित कृष्ण कुमार मिश्रा जी स्कूल के मैनेजर डॉ वात्सल्य उपाध्याय जी, स्कूल के सम्मानित प्रधानाचार्य, किरन उपाध्याय जी शिक्षक गण, पत्रकार बंधु श्री मनोज कुमार तिवारी जी, शशि कांत दुबे जी का विशेष आभार बबिता अखिलेश तिवारी क्षेत्रीय महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा काशी पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुड़वार 187 इसौली विधानसभा सुल्तानपुर
देवघर-एयरपोर्ट पर फॉग सीजन की तैयारियों के तहत टेबल-टॉप मीटिंग एवं मॉक ड्रिल आयोजित।
देवघर: एयरपोर्ट पर आगामी फॉग सीजन की तैयारियों के तहत आज एक टेबल-टॉप मीटिंग तथा उसके पश्चात एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। विमानन क्षेत्र में सामान्यतः 10 दिसंबर से 10 फरवरी के बीच फॉग का प्रभाव देखने को मिलता है, जिसके कारण उड़ानों में देरी, रद्दीकरण एवं डायवर्जन की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि देवघर एयरपोर्ट पर फॉग के कारण उड़ानों के रद्द होने की संभावना अपेक्षाकृत कम रहती है, परंतु उत्तर भारत के कई फॉग-प्रभावित हवाई अड्डों के कारण उड़ानों का डायवर्जन हो सकता है। ऐसे समय में यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, जैसा कि हाल ही में उड़ानों की देरी एवं रद्दीकरण की स्थिति के दौरान देखा गया। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एएआई एवं देवघर एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा पूर्व-तैयारी के तहत यह बैठक एवं मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि किसी भी संभावित स्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। इस अभ्यास में एयरलाइंस, एएआई के विभिन्न विभाग, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियां, फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाता, एपीएसयू, एटीसी तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) सहित सभी प्रमुख हितधारकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। मौसम विभाग को नियमित एवं समयबद्ध मौसम अपडेट उपलब्ध कराने की सलाह दी गई, वहीं एयरलाइंस को यात्रियों को अग्रिम एवं वास्तविक समय में जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए, ताकि यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो। झारखंड पुलिस द्वारा संचालित एपीएसयू को स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर विशेष रूप से सिटी साइड में ट्रैफिक एवं भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। एयरपोर्ट पर कार्यरत फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाताओं को पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने तथा किसी भी स्थिति में मूल्य वृद्धि न करने के सख्त निर्देश दिए गए। एयरपोर्ट निदेशक ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर यह सुनिश्चित किया जाएगा। कि उड़ानों में व्यवधान की स्थिति में शहर के होटल एवं टैक्सी सेवाएं यात्रियों से अनुचित या अत्यधिक शुल्क न वसूलें, जिससे यात्रियों के हितों की रक्षा की जा सके। यह अभ्यास फॉग सीजन के दौरान यात्री सुरक्षा, सुविधा एवं सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के प्रति देवघर एयरपोर्ट की प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित करता है।
मुख्यमंत्री योगी के सान्निध्य में बैरिया भाजपा पूर्व विधायक की मुलाकात: फसल क्षति, कटान रोकथाम और शिक्षामित्रों की समस्याओं पर ठोस आश्वासन
संजीव सिंह बलिया। आज माननीय मुख्यमंत्री पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज के पावन सान्निध्य में शेर-ए-द्वाबा बलिया के बैरिया भाजपा पूर्व विधायक एवं  शिक्षक सुरेंद्र नाथ सिंह जी को रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र की जनसमस्याओं से उन्हें अवगत कराया गया।मोथा चक्रवात एवं अतिवृष्टि से जनपद बलिया में हुई भारी फसल क्षति को गंभीरता से लेते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी ने आग्रह पर पुनः अधिकारियों को निर्देश दिए कि संपूर्ण जनपद में शीघ्र सर्वे पूर्ण कराकर पीड़ित किसानों को तत्काल भुगतान सुनिश्चित किया जाए।साथ ही, विधानसभा बैरिया क्षेत्र में वर्षों से विकराल बनी कटान समस्या पर भी चर्चा हुई। गोपाल नगर, शिवाल मठिया, उदई छपरा, दुबे छपरा, चक्की नौरंगा एवं भुवाल छपरा में कटान-रोधी कार्य शीघ्र पूर्ण कराने का आश्वासन मिला।अंत में  सुरेंद्र नाथ सिंह जी उत्तर प्रदेश के लाखों शिक्षामित्रों की पीड़ा रखते हुए हाथ जोड़कर निवेदन किया गया- “महाराज जी, शिक्षामित्र आज भी आपसे आस लगाए दीन-हीन भाव से आपकी ओर देख रहे हैं।” इस पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने आग्रह को स्वीकार करते हुए आश्वस्त किया- “बहुत जल्दी करूंगा, और संतोषजनक वृद्धि करूंगा।”
मुख्यमंत्री योगी जी का शिक्षामित्रों के लिए हृदयस्पर्शी संदेश:
“शिक्षामित्रों की पुकार सुन ली गई है। बहुत जल्द संतोषजनक व्यवस्था करूंगा, उनकी सेवा को सम्मान दूंगा और   मानदेय वृद्धि सुनिश्चित करूंगा। सबका साथ, सबका विकास!”
जे ई की पहल से विद्युत उपकेंद्र बना स्वच्छ, इस कार्य की हो सराहना
फर्रुखाबाद |सरकारी कार्यालयों में गंदगी की छवि को लेकर जनपद की तहसील अमृतपुर स्थित विद्युत उपकेंद्र विभाग के जूनियर इंजीनियर शिवम तिवारी की सोच और व्यक्तिगत पहल से उपकेंद्र का स्वरूप बदल दिया है। विद्युत उपकेंद्र पर अब स्वच्छ और हरियाली नजर आने लगी है। उपकेंद्र परिसर में विभिन्न प्रजातियों के हरे-भरे पौधे और फुलवारी लगने और साफ-सफाई होने से अच्छा लगने लगा है जहां पहले परिसर में केवल एक तकनीकी कार्यालय था, अब यह तहसील परिसर की शोभा बढ़ा रहा है।
स्वच्छ वातावरण के कारण कर्मचारियों में उत्साह बढ़ा है  और नागरिकों में सकारात्मक संदेश पहुंचा है l

इस पहल के लिए जूनियर इंजीनियर शिवम तिवारी का कहना है कि “कार्यालय हमारा घर होता है। जब अपने घर को स्वच्छ और सुंदर रखते हैं, तो कार्यालय भी उसी भावना से रखना चाहिए। स्वच्छ वातावरण मानसिक सुकून देता है।
स्थानीय लोगों और विभागीय कर्मचारियों ने इसकी सराहना कर रहे है। यदि पूरे तहसील परिसर के कार्यालयों में स्वच्छता पर ध्यान दिया जाए, तो सरकारी तंत्र में सकारात्मक बदलाव आ सकता है।

विद्युत उपकेंद्र में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अच्छा प्रयास है। यह पहल विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए प्रेरणास्रोत ही नही बल्कि दृढ़ शक्ति और जिम्मेदारी से सरकारी परिसरों को भी आदर्श बनाया जा सकता है।
राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन

कुल 227876 वादो का रिकार्ड निस्तारण

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार आज दिनांक 13.12.2025 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज के तत्वाधान में न्यायालय प्रयागराज व समस्त तहसीलो में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन प्रातः 10 बजे प्रशासनिक न्यायमूर्ति प्रयागराज शेखर बी.सर्राफ द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया।

न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज सत्य प्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का कार्य प्रारम्भ किया गया।राष्ट्रीय लोक अदालत मे कुल 227876 वादो का निस्तारण किया गया।न्यायाधीश सत्य प्रकाश त्रिपाठी द्वारा 02 सिविल बाद निस्तारित किए गए।राष्ट्रीय लोक अदालत में फौजदारी के कुल11519 वादो का निस्तारण किया गया।पारिवारिक न्यायालय द्वारा कुल 72 वादो का निस्तारण आपसी सुलह-समझौते के आधार पर किया गया।जनपद न्यायाधीश प्रयागराज द्वारा 13 जोड़ो को आपसी सुलह समझौते के आधार पर एक साथ रहने के लिए समझौता किया गया और एक दूसरे को माला पहना कर मिठाई खिलाई गई।मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी उत्तरी पर्वेद्र कुमार शर्मा द्वारा 310 वादो का निस्तारण किया गया।मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी दक्षिणी निकुंज मित्तल द्वारा 112 वादो का निस्तारण किया गया। सुदामा प्रसाद पीठासीन अधिकारी कमर्शियल कोर्ट द्वारा कुल 01वाद का निस्तारण किया गया।पीठासीन अधिकारी भूमि अधिग्रहण कृष्ण स्वरूप धर द्विवेदी द्वारा कुल 06 वादो का निस्तारण किया गया।राहुल सिंह अपर न्यायाधीश ई0 सी0 एक्ट के द्वारा विधुत के 602 मामलो का निस्तारण किया गया।मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट त्रिशा मिश्रा के द्वारा 5857 वाद विनय कुमार जायसवाल रेलवे मजिस्ट्रेट के द्वारा 2180 वाद अपर मुख्य नायक मजिस्ट्रेट:2 अरुण कुमार यादव द्वारा 1057 वाद निस्तारित किए गए। राजस्व न्यायालयो के द्वारा कुल 127064 वादो का निस्तारण किया गया बैक के प्री-लिटिगेशन के 1776 मामले निस्तारित किये गये। रविकान्त-द्वितीय नोडल अधिकारी/एडीजे लोक अदालत के निर्देशन में समस्त विभागो से समन्वय स्थापित कर लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।यह जानकारी दिनेश कुमार गौतम सचिव/एडीजे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा दी गयी।

मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर एआरपी के 65 पदों की लिखित परीक्षा, 43 अभ्यर्थी सफल माइक्रो टीचिंग के लिए क्वालीफाई
संजीव सिंह बलिया। मुख्य विकास अधिकारी बलिया के निर्देश के क्रम में 08 दिसंबर 2025 को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बलिया में एआरपी के रिक्त 65 पदों पर चयन के लिए लिखित परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा में पंजीकृत 68 अभ्यर्थियों के सापेक्ष 50 परीक्षार्थियों ने भाग लिया। परीक्षा के बाद नामित समिति ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर 20% मूल्यांकन का वैधता परीक्षण (VALIDATION) किया और परीक्षाफल तैयार किया।बीएसए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि लिखित परीक्षा में कुल 43 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 07 अभ्यर्थी अनुत्तीर्ण रहे। मुख्य विकास अधिकारी के अनुमोदन पर सफल अभ्यर्थी 15 दिसंबर 2025 को विकास भवन बलिया पर प्रातः 10 बजे माइक्रो टीचिंग में भाग लेंगे। माइक्रो टीचिंग में सफल अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए पात्र होंगे।
14 दिसंबर 2025 की रात्रि को दिखाई देंगे टूटते हुए तारे / उल्का वृष्टि

अलविदा होते हुए वर्ष 2025 में अंतरिक्ष प्रेमियों को मिलेगा एक और शानदार खगोलीय घटना देखने का मौका


गोरखपुर।खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि पृथ्वी  अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है और पृथ्वी अपने अक्ष पर सतत  घूमते हुए सूर्य का चक्कर भी लगाती है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने के  कारण ही हमें दिन और रात का अनुभव होता है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने को घूर्णन ( रोटेशन) कहा जाता है, और पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने को परिभ्रमण ( रिवोल्यूशन) कहा जाता है, पृथ्वी को सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में लगने वाले समय को हम बर्ष कहते हैं, जब पृथ्वी अपने वार्षिक परिभ्रमणीय यात्रा के दौरान सूर्य का चक्कर लगाते हुए  किसी धूमकेतु द्वारा जोकि लंबी दीर्घब्रत्ताकर कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं उनसे निकले हुए छोटे एवं बड़े कण उनकी कक्षाओं में चक्कर लगाते रहते हैं उनके द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उसी दौरान छोटे, बड़े आकार के ये टुकड़े जो कि कंकड़ पत्थर, जलवाष्प, गैसों ,धूल कणों आदि के बने हुए होते हैं ।

ये अंतरिक्षीय मलबे के टुकड़े जब पृथ्वी के वायुमंडल में अचानक से दाखिल होने पर गुरूत्वाकर्षण बल और वायुमंडलीय घर्षण के कारण क्षण भर के लिए चमक लिए जल उठते हैं और रात्रि के आकाश में चमकते हुए दिखाई देते हैं और फिर कुछ समय में ही गायब हो जाते हैं , उसे ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्का और सामान्य भाषा में टूटता हुआ तारा ( शूटिंग स्टार) कहा जाता है जिनकी गति लगभग 70 किलोमीटर प्रति सेकंड से भी अधिक हो सकती है, इसी वजह से अधिकांश उल्काएं 130 से 180 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही जलकर राख हो जाती हैं।

यही आकाश में टूटते हुए तारों का आभास कराते हैं, जिन्हें ही आम बोलचाल की भाषा में टूटते हुए तारे भी कहा जाता है, जबकि बास्तब में ये टूटते हुए तारे नहीं होते हैं, इन्हें ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्काएं कहा जाता है, जो कि वैसे तो छिटपुट तौर से तो वर्षभर होता रहता है लेकिन ये कुछ  ख़ास महीनों में ज्यादा नज़र आती हैं, जैसे दिसम्बर में होने वाली मिथुन (जैमिनिड्स ) उल्का वृष्टि उनमें से एक महत्वपूर्ण उल्का बर्षा होती है।

कब दिखाई देंगी उल्काएं _ खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो लगभग रात्रि आठ बजे के बाद से ही यह नज़ारा दिखना शुरू हो जाएगा लेकिन गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 दिसंबर 2025 की मध्य रात्रि से चार बजे भोर तक यह उल्का ब्रष्टि का नज़ारा बेहद ही शानदार नज़र आएगा, दिसंबर माह में होने बाली उल्का ब्रष्टि को जैमिनिड्स ( मिथुन ) उल्का ब्रष्टि कहा जाता है, क्योंकि यह उल्काएं मिथुन (जेमिनी) तारामंडल से आती हुई दिखाई देती हैं, उल्काएं जिस तारामंडल के बिंदु की तरफ़ से आती हुई दिखाई देती हैं उसे खगोल विज्ञान की भाषा में मीटियर रेडिएंट प्वाइंट ( उल्का बिकीर्णक बिंदु) कहा जाता है ।

मगर यह ध्यान में रखना ज़रूरी है कि किसी तारामंडल के एक बिंदु से उल्काओँ के बिकीर्णन का यह नज़ारा सिर्फ़ एक दृष्टि भ्रम है, वास्तव में तारे हमसे बहुत दूर हैं, लेकिन उल्काएं करीब 100 से 120 किलोमीटर ऊपर ही बायुमंडल में पहुंचने पर उद्दीप्त हो जाती हैं, वैसे तो उल्का ब्रष्टि किसी न किसी धूमकेतु से ही संबन्धित होती हैं, लेकिन दिसंबर माह के मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि के सम्बंध में सबसे अनोखी बात यह है कि ये किसी धूमकेतु (Comet) से नहीं, बल्कि एक क्षुद्रग्रह 3200 फेथॉन (Asteroid 3200 Phaethon) से आती हैं। इसे दुनिया की उन गिनी-चुनी उल्का वर्षाओं में शामिल करता है, जिनका स्रोत क्षुद्रग्रह (asteroid ) है, न कि धूमकेतु (comet )से। यह इसको और ख़ास बनाती है।

क्या है खासियत और कितनी उल्काएं दिखेंगी इस बार_खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस बार दिसंबर 14 की रात्रि में गोरखपुर से एक घण्टे में कम से कम लगभग 40–70 उल्काएँ/घंटा भी दिख सकती हैं जबकि इनका दिखना मौसमी घटनाओं पर भी निर्भर करता है,

कब से कब तक होता है यह अनोखा नज़ारा _ इस बर्ष दिसंबर माह में गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 तारीख की रात्रि के दौरान यह उल्का ब्रष्टि अपने चरम सीमा पर होंगी, जिस से इन उल्काओं की ब्रष्टि को और भी अच्छे से देखा जा सकता है,

आकाश में किस तरफ़ से आती हुई दिखाई देंगी उल्काएं _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो आकाश में किसी भी दिशा से आती हुई दिख सकती हैं, लेकिन दिसंबर माह में होने वाली उल्का मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि को देखने के लिए आपको रात्रि के आकाश में उत्तर-पूर्व (North-East) से शुरुआत कर सकते हैं, फिर पूरा आसमान में देखें लेकिन आकाश में उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से आती हुई कुछ ज्यादा दिखाई देंगी , और इनकी दृश्यता भी उच्च कोटि की होगी,

कैसे देखें _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि आप रात्रि के आकाश का अनुसरण करें और इन्हें देखने के लिए बिना किसी ख़ास दूरबीन या बायनोक्यूलर्स या अन्य सहायक उपकरणों के भी यह नज़ारा स्पष्ट दिखाई देगा, इसके लिए किसी भी प्रकार के खास उपकरणों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी,आप सीधे तौर पर अपने घरों से ही किसी भी साफ़ स्वच्छ अंधेरे वाली जगह से सावधानी पूर्वक ही अपनी साधारण आंखों से ही इस नजारे का लुत्फ उठा सकते हैं, शहरी क्षेत्रों में अधिक प्रकाश प्रदूषण होने के कारण कुछ व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले लोगों को यह नज़ारा और भी मनोहारी दृश्य जैसा दिखाई देगा,
नोट _ध्यान रखें यदि अचानक से बादल, आंधी, बरसात , तूफ़ान आदि की स्थिति उत्पन्न होती हैं तो यह खूबसूरत नज़ारा दिखाई देना कठिन भी हो सकता है।
बीएलओ/बीएलए की बैठक सदर तहसील सभागार में, मतदाता सूची की गहन जांच के निर्देश

गोरखपुर। विशेष पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत तहसील सभागार में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) एवं बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसडीएम सदर दीपक गुप्ता ने की। बैठक में नायब तहसीलदार आकांक्षा पासवान सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में एसडीएम सदर दीपक गुप्ता ने बीएलओ एवं बीएलए को निर्देशित किया कि मतदाता सूची का गहन एवं निष्पक्ष सत्यापन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सूची के आधार पर यह जांच की जाए कि कितने मतदाता अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके हैं, कितने मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है तथा कितने मतदाताओं के नाम दो अलग-अलग स्थानों पर दर्ज हैं। ऐसे सभी मामलों की स्थलीय जांच कर समयबद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।

बैठक के दौरान बीएलओ/बीएलए को संबंधित मतदाताओं की सूची उपलब्ध कराई गई। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि विशेष पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी और सूची को पूरी तरह त्रुटिरहित बनाया जाएगा।

इसी क्रम में निर्वाचन कार्यालय द्वारा बीएलए विवरण संकलन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र जारी किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक मतदेय स्थल पर नियुक्त बीएलए की पूरी जानकारी भरकर जमा करना अनिवार्य होगा।

निर्वाचन विभाग के अनुसार प्रपत्र में बीएलए के हस्ताक्षर, नाम/पदनाम, मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल का नाम तथा संबंधित मतदेय स्थल की संख्या व नाम स्पष्ट रूप से अंकित किया जाना आवश्यक है। एक ही मतदेय स्थल पर अधिकृत एजेंटों की सूची अलग-अलग क्रमांक में भरी जाएगी, ताकि सत्यापन प्रक्रिया में किसी प्रकार की त्रुटि न रहे।

प्रपत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि मतदाता सूची से संबंधित कार्यों—जैसे नाम जोड़ना, संशोधन, विलोपन एवं अन्य दावे-आपत्तियों—के लिए अधिकृत एजेंटों की सूची समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराना आवश्यक है। अधिकारियों ने कहा कि अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और पारदर्शी बनाना है, जिसमें बीएलओ और बीएलए की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

एडीजी मेरठ ने जानसठ थाने का किया औचक निरीक्षण
मिशन शक्ति के उत्कृष्ट कार्यों से प्रभावित होकर पुलिस टीम को  पुरस्कार देने की घोषणा


ब्रह्म प्रकाश शर्मा।मुजफ्फरनगर।जानसठ । पुलिस महानिदेशक  मेरठ ज़ोन,  भानु भास्कर, ने शनिवार को अचानक जानसठ पुलिस स्टेशन का औचक निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं और पुलिसिंग की गुणवत्ता का जायज़ा लिया। एडीजी के अचानक आगमन से पुलिस महकमे में हलचल मच गई।

एडीजी भानु भास्कर ने थाने के विभिन्न हिस्सों का बारीकी से निरीक्षण किया, जिसमें महिला हेल्प डेस्क, मालखाना, हवालात, बैरक और कार्यालय के अभिलेख शामिल थे। उन्होंने विशेष रूप से फ़ास्ट ट्रैक मामलों, महिला संबंधी अपराधों और जन शिकायतों के निस्तारण की प्रगति की जाँच की। उन्होंने शिकायतकर्ताओं के प्रति पुलिस कर्मियों के व्यवहार और शिकायतों के त्वरित निस्तारण पर ज़ोर दिया।
अभिलेखों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने जीडी , एफआईआर रजिस्टर और अन्य प्रशासनिक रिकॉर्ड्स को चेक किया, और उन्हें अपडेटेड रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस कर्मियों को जनता से सौहार्दपूर्ण व्यवहार रखने और प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेने की सख्त हिदायत दी।

निरीक्षण के दौरान, एडीजी मेरठ ने उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान 'मिशन शक्ति' के तहत जानसठ थाने में किए गए कार्यों की सराहना की। विशेष रूप से, महिला हेल्प डेस्क द्वारा महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने और जागरूकता कार्यक्रमों के संचालन में पुलिस टीम का प्रदर्शन उत्कृष्ट पाया गया।
टीम के समर्पण और सराहनीय कार्य को देखते हुए, एडीजी भानु भास्कर ने जानसठ पुलिस टीम  को पुरस्कृत करने की घोषणा की, जिससे थाने के कर्मियों का मनोबल ऊँचा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार अन्य थानों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा कि वे महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करें।

इस महत्वपूर्ण औचक निरीक्षण के दौरान, एडीजी मेरठ के साथ पुलिस अधीक्षक नगर  सत्य नारायण प्रजापति भी मौजूद रहे  डीएसपी  यतेंद्र नागर, थाना प्रभारी  राजीव शर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक  रामवीर सिंह, उपनिरीक्षक पंकज शर्मा उप निरीक्षक धर्मवीर कर्दम उपनिरीक्षक दीपक शर्मा और महिला उपनिरीक्षक सुश्री अर्पणा यादव सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। अधिकारियों ने एडीजी को थाने की कार्यप्रणाली और आगामी योजनाओं से अवगत कराया। एडीजी ने उपस्थित सभी अधिकारियों को ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का निर्देश दिया। एडीजी भानु भास्कर  ने इंस्पेक्टर राजीव शर्मा और मिशन शक्ति के कार्यों की प्रशंसा की और संतोष व्यक्त किया है।
पंकज चौधरी निर्विरोध बने यूपी भाजपा अध्यक्ष, सीएम योगी सहित कई दिग्गज बने प्रस्तावक
पंकज चौधरी निर्विरोध बने यूपी भाजपा अध्यक्ष, सीएम योगी सहित कई दिग्गज बने प्रस्तावक

  संजीव सिंह बलिया!लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी में उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया के तहत केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज चौधरी निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को नामांकन की अंतिम समय-सीमा दोपहर 3 बजे तक थी, लेकिन तय समय तक पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन दाखिल नहीं किया। इसके चलते उनका निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है, हालांकि औपचारिक घोषणा अभी बाकी है। पंकज चौधरी के नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके प्रस्तावक बने। उनके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद स्मृति ईरानी, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना और बेबी रानी मौर्य ने भी प्रस्तावक के रूप में समर्थन दिया। पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश की महाराजगंज लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने जा चुके हैं। वर्तमान में वे केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री के पद पर कार्यरत हैं। उनका जन्म 20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में हुआ था। कुर्मी समुदाय से आने वाले पंकज चौधरी का परिवार भी राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ा रहा है। उनकी माता उज्ज्वल चौधरी महाराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, संगठनात्मक अनुभव और लंबे राजनीतिक सफर को देखते हुए पंकज चौधरी का निर्विरोध चयन भाजपा की रणनीतिक मजबूती की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। औपचारिक घोषणा के बाद उनके कार्यभार संभालने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
*खेल से होता है बच्चों का शारीरिक विकास*
आज इसौली क्षेत्र के रवानिया पूरब के प्रगल्भय जूनियर हाईस्कूल में वार्षिक स्पोर्ट्स दिवस के अवसर पर विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। साथ ही में सम्मानित मंच पर उपस्थित कृष्ण कुमार मिश्रा जी स्कूल के मैनेजर डॉ वात्सल्य उपाध्याय जी, स्कूल के सम्मानित प्रधानाचार्य, किरन उपाध्याय जी शिक्षक गण, पत्रकार बंधु श्री मनोज कुमार तिवारी जी, शशि कांत दुबे जी का विशेष आभार बबिता अखिलेश तिवारी क्षेत्रीय महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा काशी पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुड़वार 187 इसौली विधानसभा सुल्तानपुर
देवघर-एयरपोर्ट पर फॉग सीजन की तैयारियों के तहत टेबल-टॉप मीटिंग एवं मॉक ड्रिल आयोजित।
देवघर: एयरपोर्ट पर आगामी फॉग सीजन की तैयारियों के तहत आज एक टेबल-टॉप मीटिंग तथा उसके पश्चात एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। विमानन क्षेत्र में सामान्यतः 10 दिसंबर से 10 फरवरी के बीच फॉग का प्रभाव देखने को मिलता है, जिसके कारण उड़ानों में देरी, रद्दीकरण एवं डायवर्जन की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि देवघर एयरपोर्ट पर फॉग के कारण उड़ानों के रद्द होने की संभावना अपेक्षाकृत कम रहती है, परंतु उत्तर भारत के कई फॉग-प्रभावित हवाई अड्डों के कारण उड़ानों का डायवर्जन हो सकता है। ऐसे समय में यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, जैसा कि हाल ही में उड़ानों की देरी एवं रद्दीकरण की स्थिति के दौरान देखा गया। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एएआई एवं देवघर एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा पूर्व-तैयारी के तहत यह बैठक एवं मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि किसी भी संभावित स्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। इस अभ्यास में एयरलाइंस, एएआई के विभिन्न विभाग, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियां, फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाता, एपीएसयू, एटीसी तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) सहित सभी प्रमुख हितधारकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। मौसम विभाग को नियमित एवं समयबद्ध मौसम अपडेट उपलब्ध कराने की सलाह दी गई, वहीं एयरलाइंस को यात्रियों को अग्रिम एवं वास्तविक समय में जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए, ताकि यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो। झारखंड पुलिस द्वारा संचालित एपीएसयू को स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर विशेष रूप से सिटी साइड में ट्रैफिक एवं भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। एयरपोर्ट पर कार्यरत फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाताओं को पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने तथा किसी भी स्थिति में मूल्य वृद्धि न करने के सख्त निर्देश दिए गए। एयरपोर्ट निदेशक ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर यह सुनिश्चित किया जाएगा। कि उड़ानों में व्यवधान की स्थिति में शहर के होटल एवं टैक्सी सेवाएं यात्रियों से अनुचित या अत्यधिक शुल्क न वसूलें, जिससे यात्रियों के हितों की रक्षा की जा सके। यह अभ्यास फॉग सीजन के दौरान यात्री सुरक्षा, सुविधा एवं सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के प्रति देवघर एयरपोर्ट की प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित करता है।
मुख्यमंत्री योगी के सान्निध्य में बैरिया भाजपा पूर्व विधायक की मुलाकात: फसल क्षति, कटान रोकथाम और शिक्षामित्रों की समस्याओं पर ठोस आश्वासन
संजीव सिंह बलिया। आज माननीय मुख्यमंत्री पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज के पावन सान्निध्य में शेर-ए-द्वाबा बलिया के बैरिया भाजपा पूर्व विधायक एवं  शिक्षक सुरेंद्र नाथ सिंह जी को रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र की जनसमस्याओं से उन्हें अवगत कराया गया।मोथा चक्रवात एवं अतिवृष्टि से जनपद बलिया में हुई भारी फसल क्षति को गंभीरता से लेते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी ने आग्रह पर पुनः अधिकारियों को निर्देश दिए कि संपूर्ण जनपद में शीघ्र सर्वे पूर्ण कराकर पीड़ित किसानों को तत्काल भुगतान सुनिश्चित किया जाए।साथ ही, विधानसभा बैरिया क्षेत्र में वर्षों से विकराल बनी कटान समस्या पर भी चर्चा हुई। गोपाल नगर, शिवाल मठिया, उदई छपरा, दुबे छपरा, चक्की नौरंगा एवं भुवाल छपरा में कटान-रोधी कार्य शीघ्र पूर्ण कराने का आश्वासन मिला।अंत में  सुरेंद्र नाथ सिंह जी उत्तर प्रदेश के लाखों शिक्षामित्रों की पीड़ा रखते हुए हाथ जोड़कर निवेदन किया गया- “महाराज जी, शिक्षामित्र आज भी आपसे आस लगाए दीन-हीन भाव से आपकी ओर देख रहे हैं।” इस पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने आग्रह को स्वीकार करते हुए आश्वस्त किया- “बहुत जल्दी करूंगा, और संतोषजनक वृद्धि करूंगा।”
मुख्यमंत्री योगी जी का शिक्षामित्रों के लिए हृदयस्पर्शी संदेश:
“शिक्षामित्रों की पुकार सुन ली गई है। बहुत जल्द संतोषजनक व्यवस्था करूंगा, उनकी सेवा को सम्मान दूंगा और   मानदेय वृद्धि सुनिश्चित करूंगा। सबका साथ, सबका विकास!”
जे ई की पहल से विद्युत उपकेंद्र बना स्वच्छ, इस कार्य की हो सराहना
फर्रुखाबाद |सरकारी कार्यालयों में गंदगी की छवि को लेकर जनपद की तहसील अमृतपुर स्थित विद्युत उपकेंद्र विभाग के जूनियर इंजीनियर शिवम तिवारी की सोच और व्यक्तिगत पहल से उपकेंद्र का स्वरूप बदल दिया है। विद्युत उपकेंद्र पर अब स्वच्छ और हरियाली नजर आने लगी है। उपकेंद्र परिसर में विभिन्न प्रजातियों के हरे-भरे पौधे और फुलवारी लगने और साफ-सफाई होने से अच्छा लगने लगा है जहां पहले परिसर में केवल एक तकनीकी कार्यालय था, अब यह तहसील परिसर की शोभा बढ़ा रहा है।
स्वच्छ वातावरण के कारण कर्मचारियों में उत्साह बढ़ा है  और नागरिकों में सकारात्मक संदेश पहुंचा है l

इस पहल के लिए जूनियर इंजीनियर शिवम तिवारी का कहना है कि “कार्यालय हमारा घर होता है। जब अपने घर को स्वच्छ और सुंदर रखते हैं, तो कार्यालय भी उसी भावना से रखना चाहिए। स्वच्छ वातावरण मानसिक सुकून देता है।
स्थानीय लोगों और विभागीय कर्मचारियों ने इसकी सराहना कर रहे है। यदि पूरे तहसील परिसर के कार्यालयों में स्वच्छता पर ध्यान दिया जाए, तो सरकारी तंत्र में सकारात्मक बदलाव आ सकता है।

विद्युत उपकेंद्र में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अच्छा प्रयास है। यह पहल विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए प्रेरणास्रोत ही नही बल्कि दृढ़ शक्ति और जिम्मेदारी से सरकारी परिसरों को भी आदर्श बनाया जा सकता है।
राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन

कुल 227876 वादो का रिकार्ड निस्तारण

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार आज दिनांक 13.12.2025 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज के तत्वाधान में न्यायालय प्रयागराज व समस्त तहसीलो में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन प्रातः 10 बजे प्रशासनिक न्यायमूर्ति प्रयागराज शेखर बी.सर्राफ द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया।

न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज सत्य प्रकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का कार्य प्रारम्भ किया गया।राष्ट्रीय लोक अदालत मे कुल 227876 वादो का निस्तारण किया गया।न्यायाधीश सत्य प्रकाश त्रिपाठी द्वारा 02 सिविल बाद निस्तारित किए गए।राष्ट्रीय लोक अदालत में फौजदारी के कुल11519 वादो का निस्तारण किया गया।पारिवारिक न्यायालय द्वारा कुल 72 वादो का निस्तारण आपसी सुलह-समझौते के आधार पर किया गया।जनपद न्यायाधीश प्रयागराज द्वारा 13 जोड़ो को आपसी सुलह समझौते के आधार पर एक साथ रहने के लिए समझौता किया गया और एक दूसरे को माला पहना कर मिठाई खिलाई गई।मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी उत्तरी पर्वेद्र कुमार शर्मा द्वारा 310 वादो का निस्तारण किया गया।मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी दक्षिणी निकुंज मित्तल द्वारा 112 वादो का निस्तारण किया गया। सुदामा प्रसाद पीठासीन अधिकारी कमर्शियल कोर्ट द्वारा कुल 01वाद का निस्तारण किया गया।पीठासीन अधिकारी भूमि अधिग्रहण कृष्ण स्वरूप धर द्विवेदी द्वारा कुल 06 वादो का निस्तारण किया गया।राहुल सिंह अपर न्यायाधीश ई0 सी0 एक्ट के द्वारा विधुत के 602 मामलो का निस्तारण किया गया।मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट त्रिशा मिश्रा के द्वारा 5857 वाद विनय कुमार जायसवाल रेलवे मजिस्ट्रेट के द्वारा 2180 वाद अपर मुख्य नायक मजिस्ट्रेट:2 अरुण कुमार यादव द्वारा 1057 वाद निस्तारित किए गए। राजस्व न्यायालयो के द्वारा कुल 127064 वादो का निस्तारण किया गया बैक के प्री-लिटिगेशन के 1776 मामले निस्तारित किये गये। रविकान्त-द्वितीय नोडल अधिकारी/एडीजे लोक अदालत के निर्देशन में समस्त विभागो से समन्वय स्थापित कर लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।यह जानकारी दिनेश कुमार गौतम सचिव/एडीजे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा दी गयी।

मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर एआरपी के 65 पदों की लिखित परीक्षा, 43 अभ्यर्थी सफल माइक्रो टीचिंग के लिए क्वालीफाई
संजीव सिंह बलिया। मुख्य विकास अधिकारी बलिया के निर्देश के क्रम में 08 दिसंबर 2025 को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बलिया में एआरपी के रिक्त 65 पदों पर चयन के लिए लिखित परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा में पंजीकृत 68 अभ्यर्थियों के सापेक्ष 50 परीक्षार्थियों ने भाग लिया। परीक्षा के बाद नामित समिति ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर 20% मूल्यांकन का वैधता परीक्षण (VALIDATION) किया और परीक्षाफल तैयार किया।बीएसए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि लिखित परीक्षा में कुल 43 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 07 अभ्यर्थी अनुत्तीर्ण रहे। मुख्य विकास अधिकारी के अनुमोदन पर सफल अभ्यर्थी 15 दिसंबर 2025 को विकास भवन बलिया पर प्रातः 10 बजे माइक्रो टीचिंग में भाग लेंगे। माइक्रो टीचिंग में सफल अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए पात्र होंगे।
14 दिसंबर 2025 की रात्रि को दिखाई देंगे टूटते हुए तारे / उल्का वृष्टि

अलविदा होते हुए वर्ष 2025 में अंतरिक्ष प्रेमियों को मिलेगा एक और शानदार खगोलीय घटना देखने का मौका


गोरखपुर।खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि पृथ्वी  अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है और पृथ्वी अपने अक्ष पर सतत  घूमते हुए सूर्य का चक्कर भी लगाती है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने के  कारण ही हमें दिन और रात का अनुभव होता है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने को घूर्णन ( रोटेशन) कहा जाता है, और पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने को परिभ्रमण ( रिवोल्यूशन) कहा जाता है, पृथ्वी को सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में लगने वाले समय को हम बर्ष कहते हैं, जब पृथ्वी अपने वार्षिक परिभ्रमणीय यात्रा के दौरान सूर्य का चक्कर लगाते हुए  किसी धूमकेतु द्वारा जोकि लंबी दीर्घब्रत्ताकर कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं उनसे निकले हुए छोटे एवं बड़े कण उनकी कक्षाओं में चक्कर लगाते रहते हैं उनके द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उसी दौरान छोटे, बड़े आकार के ये टुकड़े जो कि कंकड़ पत्थर, जलवाष्प, गैसों ,धूल कणों आदि के बने हुए होते हैं ।

ये अंतरिक्षीय मलबे के टुकड़े जब पृथ्वी के वायुमंडल में अचानक से दाखिल होने पर गुरूत्वाकर्षण बल और वायुमंडलीय घर्षण के कारण क्षण भर के लिए चमक लिए जल उठते हैं और रात्रि के आकाश में चमकते हुए दिखाई देते हैं और फिर कुछ समय में ही गायब हो जाते हैं , उसे ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्का और सामान्य भाषा में टूटता हुआ तारा ( शूटिंग स्टार) कहा जाता है जिनकी गति लगभग 70 किलोमीटर प्रति सेकंड से भी अधिक हो सकती है, इसी वजह से अधिकांश उल्काएं 130 से 180 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही जलकर राख हो जाती हैं।

यही आकाश में टूटते हुए तारों का आभास कराते हैं, जिन्हें ही आम बोलचाल की भाषा में टूटते हुए तारे भी कहा जाता है, जबकि बास्तब में ये टूटते हुए तारे नहीं होते हैं, इन्हें ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्काएं कहा जाता है, जो कि वैसे तो छिटपुट तौर से तो वर्षभर होता रहता है लेकिन ये कुछ  ख़ास महीनों में ज्यादा नज़र आती हैं, जैसे दिसम्बर में होने वाली मिथुन (जैमिनिड्स ) उल्का वृष्टि उनमें से एक महत्वपूर्ण उल्का बर्षा होती है।

कब दिखाई देंगी उल्काएं _ खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो लगभग रात्रि आठ बजे के बाद से ही यह नज़ारा दिखना शुरू हो जाएगा लेकिन गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 दिसंबर 2025 की मध्य रात्रि से चार बजे भोर तक यह उल्का ब्रष्टि का नज़ारा बेहद ही शानदार नज़र आएगा, दिसंबर माह में होने बाली उल्का ब्रष्टि को जैमिनिड्स ( मिथुन ) उल्का ब्रष्टि कहा जाता है, क्योंकि यह उल्काएं मिथुन (जेमिनी) तारामंडल से आती हुई दिखाई देती हैं, उल्काएं जिस तारामंडल के बिंदु की तरफ़ से आती हुई दिखाई देती हैं उसे खगोल विज्ञान की भाषा में मीटियर रेडिएंट प्वाइंट ( उल्का बिकीर्णक बिंदु) कहा जाता है ।

मगर यह ध्यान में रखना ज़रूरी है कि किसी तारामंडल के एक बिंदु से उल्काओँ के बिकीर्णन का यह नज़ारा सिर्फ़ एक दृष्टि भ्रम है, वास्तव में तारे हमसे बहुत दूर हैं, लेकिन उल्काएं करीब 100 से 120 किलोमीटर ऊपर ही बायुमंडल में पहुंचने पर उद्दीप्त हो जाती हैं, वैसे तो उल्का ब्रष्टि किसी न किसी धूमकेतु से ही संबन्धित होती हैं, लेकिन दिसंबर माह के मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि के सम्बंध में सबसे अनोखी बात यह है कि ये किसी धूमकेतु (Comet) से नहीं, बल्कि एक क्षुद्रग्रह 3200 फेथॉन (Asteroid 3200 Phaethon) से आती हैं। इसे दुनिया की उन गिनी-चुनी उल्का वर्षाओं में शामिल करता है, जिनका स्रोत क्षुद्रग्रह (asteroid ) है, न कि धूमकेतु (comet )से। यह इसको और ख़ास बनाती है।

क्या है खासियत और कितनी उल्काएं दिखेंगी इस बार_खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस बार दिसंबर 14 की रात्रि में गोरखपुर से एक घण्टे में कम से कम लगभग 40–70 उल्काएँ/घंटा भी दिख सकती हैं जबकि इनका दिखना मौसमी घटनाओं पर भी निर्भर करता है,

कब से कब तक होता है यह अनोखा नज़ारा _ इस बर्ष दिसंबर माह में गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 तारीख की रात्रि के दौरान यह उल्का ब्रष्टि अपने चरम सीमा पर होंगी, जिस से इन उल्काओं की ब्रष्टि को और भी अच्छे से देखा जा सकता है,

आकाश में किस तरफ़ से आती हुई दिखाई देंगी उल्काएं _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो आकाश में किसी भी दिशा से आती हुई दिख सकती हैं, लेकिन दिसंबर माह में होने वाली उल्का मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि को देखने के लिए आपको रात्रि के आकाश में उत्तर-पूर्व (North-East) से शुरुआत कर सकते हैं, फिर पूरा आसमान में देखें लेकिन आकाश में उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से आती हुई कुछ ज्यादा दिखाई देंगी , और इनकी दृश्यता भी उच्च कोटि की होगी,

कैसे देखें _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि आप रात्रि के आकाश का अनुसरण करें और इन्हें देखने के लिए बिना किसी ख़ास दूरबीन या बायनोक्यूलर्स या अन्य सहायक उपकरणों के भी यह नज़ारा स्पष्ट दिखाई देगा, इसके लिए किसी भी प्रकार के खास उपकरणों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी,आप सीधे तौर पर अपने घरों से ही किसी भी साफ़ स्वच्छ अंधेरे वाली जगह से सावधानी पूर्वक ही अपनी साधारण आंखों से ही इस नजारे का लुत्फ उठा सकते हैं, शहरी क्षेत्रों में अधिक प्रकाश प्रदूषण होने के कारण कुछ व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले लोगों को यह नज़ारा और भी मनोहारी दृश्य जैसा दिखाई देगा,
नोट _ध्यान रखें यदि अचानक से बादल, आंधी, बरसात , तूफ़ान आदि की स्थिति उत्पन्न होती हैं तो यह खूबसूरत नज़ारा दिखाई देना कठिन भी हो सकता है।
बीएलओ/बीएलए की बैठक सदर तहसील सभागार में, मतदाता सूची की गहन जांच के निर्देश

गोरखपुर। विशेष पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत तहसील सभागार में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) एवं बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसडीएम सदर दीपक गुप्ता ने की। बैठक में नायब तहसीलदार आकांक्षा पासवान सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में एसडीएम सदर दीपक गुप्ता ने बीएलओ एवं बीएलए को निर्देशित किया कि मतदाता सूची का गहन एवं निष्पक्ष सत्यापन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सूची के आधार पर यह जांच की जाए कि कितने मतदाता अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके हैं, कितने मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है तथा कितने मतदाताओं के नाम दो अलग-अलग स्थानों पर दर्ज हैं। ऐसे सभी मामलों की स्थलीय जांच कर समयबद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।

बैठक के दौरान बीएलओ/बीएलए को संबंधित मतदाताओं की सूची उपलब्ध कराई गई। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि विशेष पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी और सूची को पूरी तरह त्रुटिरहित बनाया जाएगा।

इसी क्रम में निर्वाचन कार्यालय द्वारा बीएलए विवरण संकलन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र जारी किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक मतदेय स्थल पर नियुक्त बीएलए की पूरी जानकारी भरकर जमा करना अनिवार्य होगा।

निर्वाचन विभाग के अनुसार प्रपत्र में बीएलए के हस्ताक्षर, नाम/पदनाम, मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल का नाम तथा संबंधित मतदेय स्थल की संख्या व नाम स्पष्ट रूप से अंकित किया जाना आवश्यक है। एक ही मतदेय स्थल पर अधिकृत एजेंटों की सूची अलग-अलग क्रमांक में भरी जाएगी, ताकि सत्यापन प्रक्रिया में किसी प्रकार की त्रुटि न रहे।

प्रपत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि मतदाता सूची से संबंधित कार्यों—जैसे नाम जोड़ना, संशोधन, विलोपन एवं अन्य दावे-आपत्तियों—के लिए अधिकृत एजेंटों की सूची समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराना आवश्यक है। अधिकारियों ने कहा कि अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और पारदर्शी बनाना है, जिसमें बीएलओ और बीएलए की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

एडीजी मेरठ ने जानसठ थाने का किया औचक निरीक्षण
मिशन शक्ति के उत्कृष्ट कार्यों से प्रभावित होकर पुलिस टीम को  पुरस्कार देने की घोषणा


ब्रह्म प्रकाश शर्मा।मुजफ्फरनगर।जानसठ । पुलिस महानिदेशक  मेरठ ज़ोन,  भानु भास्कर, ने शनिवार को अचानक जानसठ पुलिस स्टेशन का औचक निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं और पुलिसिंग की गुणवत्ता का जायज़ा लिया। एडीजी के अचानक आगमन से पुलिस महकमे में हलचल मच गई।

एडीजी भानु भास्कर ने थाने के विभिन्न हिस्सों का बारीकी से निरीक्षण किया, जिसमें महिला हेल्प डेस्क, मालखाना, हवालात, बैरक और कार्यालय के अभिलेख शामिल थे। उन्होंने विशेष रूप से फ़ास्ट ट्रैक मामलों, महिला संबंधी अपराधों और जन शिकायतों के निस्तारण की प्रगति की जाँच की। उन्होंने शिकायतकर्ताओं के प्रति पुलिस कर्मियों के व्यवहार और शिकायतों के त्वरित निस्तारण पर ज़ोर दिया।
अभिलेखों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने जीडी , एफआईआर रजिस्टर और अन्य प्रशासनिक रिकॉर्ड्स को चेक किया, और उन्हें अपडेटेड रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस कर्मियों को जनता से सौहार्दपूर्ण व्यवहार रखने और प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेने की सख्त हिदायत दी।

निरीक्षण के दौरान, एडीजी मेरठ ने उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान 'मिशन शक्ति' के तहत जानसठ थाने में किए गए कार्यों की सराहना की। विशेष रूप से, महिला हेल्प डेस्क द्वारा महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने और जागरूकता कार्यक्रमों के संचालन में पुलिस टीम का प्रदर्शन उत्कृष्ट पाया गया।
टीम के समर्पण और सराहनीय कार्य को देखते हुए, एडीजी भानु भास्कर ने जानसठ पुलिस टीम  को पुरस्कृत करने की घोषणा की, जिससे थाने के कर्मियों का मनोबल ऊँचा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार अन्य थानों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा कि वे महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करें।

इस महत्वपूर्ण औचक निरीक्षण के दौरान, एडीजी मेरठ के साथ पुलिस अधीक्षक नगर  सत्य नारायण प्रजापति भी मौजूद रहे  डीएसपी  यतेंद्र नागर, थाना प्रभारी  राजीव शर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक  रामवीर सिंह, उपनिरीक्षक पंकज शर्मा उप निरीक्षक धर्मवीर कर्दम उपनिरीक्षक दीपक शर्मा और महिला उपनिरीक्षक सुश्री अर्पणा यादव सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। अधिकारियों ने एडीजी को थाने की कार्यप्रणाली और आगामी योजनाओं से अवगत कराया। एडीजी ने उपस्थित सभी अधिकारियों को ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का निर्देश दिया। एडीजी भानु भास्कर  ने इंस्पेक्टर राजीव शर्मा और मिशन शक्ति के कार्यों की प्रशंसा की और संतोष व्यक्त किया है।