कांग्रेस की 'झूठ का पुलिंदा' और 'विकास विरोधी' मानसिकता हुई बेनकाब: डॉ. के.के. वर्मा

धरसींवा- रायपुर ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के नव-नियुक्त अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे द्वारा विधायक अनुज शर्मा पर लगाए गए आरोपों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष डॉ. के.के. वर्मा ने कांग्रेस के बयान को “घोर राजनीतिक हताशा और विकास विरोधी मानसिकता” की उपज बताया।

डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिन 400 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को ‘झूठा’ बता रही है, वे न केवल सरकारी अभिलेखों में दर्ज हैं, बल्कि धरातल पर भी स्पष्ट दिखाई देते हैं। इनमें सड़कों का उन्नयन, पुल-पुलिया निर्माण, विद्युतीकरण और कई शासकीय भवनों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पर सवाल उठाना धरसींवा की जनता द्वारा देखे जा रहे विकास को नकारने जैसा है।

कांग्रेस के ‘कलाकार’ वाले तंज पर जवाब

विधायक अनुज शर्मा के ‘कलाकार’ होने को लेकर कांग्रेस के तंज पर भाजपा ने पलटवार किया। डॉ. वर्मा ने कहा कि शर्मा न केवल एक स्थापित कलाकार हैं बल्कि जनता की सेवा को भी समर्पण के साथ निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक लगातार क्षेत्र में रहकर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता केवल एसी कमरों में बैठकर बयान जारी करने तक सीमित हैं।

उन्होंने कहा कि अनुज शर्मा ने अपने सांस्कृतिक योगदान से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है और यही संघर्षशील व्यक्तित्व उन्हें एक कर्मठ जनप्रतिनिधि बनाता है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनके पूर्व विधायक ने अपने कार्यकाल में कौन-सा उल्लेखनीय काम किया था।

सीएसआर फंड पर उठाए सवालों का जवाब

विधायक द्वारा सीएसआर फंड का श्रेय लेने के कांग्रेस के आरोप पर डॉ. वर्मा ने कहा कि यह आरोप हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि सीएसआर राशि का उपयोग तभी संभव होता है जब जनप्रतिनिधि उद्योगों से संवाद कर सही दिशा में कार्य सुनिश्चित करें। कांग्रेस शासन में यह फंड कहाँ उपयोग हुआ, यह भी कांग्रेस को बताना चाहिए। वर्तमान में सीएसआर राशि का उपयोग जनता की मूलभूत सुविधाएँ बढ़ाने में किया जा रहा है।

विधायक निधि और विकास कार्यों पर सफाई

विधायक निधि पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि निधि का उपयोग सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइट तथा आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण में पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। सभी विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।

प्रदूषण नियंत्रण और प्रशासनिक कार्रवाई

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले कई उद्योगों पर पर्यावरण नियमों के उल्लंघन को लेकर भारी जुर्माना लगाया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई से बचती रही।

अंत में डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का बयान धरसींवा की जनता को गुमराह करने का एक प्रयास मात्र है। जनता विकास की राजनीति को अपना चुकी है और विधायक अनुज शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। कांग्रेस को बेबुनियाद आरोपों की जगह एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

JSSC CGL नियुक्ति पर रोक हटने के बाद CM सोरेन ने कहा: "नेक इरादों का मिला परिणाम"

मुख्यमंत्री आवास पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न, CM हेमंत सोरेन ने कहा- "निष्पक्ष जांच और ईमानदार प्रयासों का हुआ सम्मान"

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) के परिणाम जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने के आदेश के बाद आज सैकड़ों अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे। इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री का संबोधन और जीत की बधाई

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जश्न मनाते अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मिली यह सफलता और विजयी होना आप सभी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

नेक इरादों का परिणाम: मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर इरादें नेक हों तो हर चीजें बेहतर होती है। इसी का परिणाम है कि जेएसएससी की संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सारी अड़चनें अब दूर हो चुकी है।"

विलंब पर खेद: उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में विलंब हुआ, नहीं तो राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर ही वे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की खुशियां मनाते।

राज्य की खुशहाली: उन्होंने अपनी सरकार का दृष्टिकोण दोहराते हुए कहा कि "जब युवा खुश होंगे तभी यह राज्य खुशहाल होगा।"

निष्पक्ष जांच और विरोधियों पर हमला

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई, जिसके कारण दोषियों पर कठोर कार्रवाई हुई।

जांच पर जोर: उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कराई। जिन्होंने इस प्रतियोगिता परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को दागदार बनाने की साजिश रची, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हुई।"

विरोधी तत्वों पर आरोप: मुख्यमंत्री ने विरोधी तत्वों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर प्रतियोगिता परीक्षाओं को बाधित करने की साजिश रचते रहते हैं।

न्याय की पुष्टि: उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने निष्पक्ष जांच, तथा अभ्यर्थियों के ईमानदार प्रयास और भावनाओं को सम्मान देते हुए उन्हें न्याय दिया है।

जेपीएससी परीक्षाओं का तुलनात्मक रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता साबित करने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का उदाहरण दिया।

परीक्षाओं की संख्या: मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी द्वारा पिछले 18 वर्षों में सिविल सेवा की जितनी परीक्षाएं ली गई, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में ही ली है।

बेदाग रिकॉर्ड: उन्होंने दावा किया कि पिछली परीक्षाओं को लेकर धांधली के मामले सामने आए थे, लेकिन उनकी सरकार में ली गई तमाम परीक्षाएं बेदाग रही हैं।

अभ्यर्थियों ने जताया आभार

इस अवसर पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों और सरकार द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने से ही उन्हें न्याय मिला है।

पांच वर्षों में देश के एक हजार शहरी केंद्रों का हाेगा डिजिटल मानचित्रण: मनोज जोशी

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 के तीसरे दिन शहरी भूमि आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। सत्रों में यह स्पष्ट हुआ कि भारत एकीकृत, सटीक और हाई-प्रिसीजन डिजिटल मैपिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां वास्तविक समय में उपलब्ध भू-स्थानिक परतें शासन, अवसंरचना निर्माण और देश की व्यापक डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि भारत आने वाले महीनों में 157 शहरों में हाई-प्रिसीजन सर्वे पूरे करने की दिशा में है और अगले पांच वर्षों में 1,000 शहरी केंद्रों का व्यापक डिजिटल मानचित्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य इस अभियान में शामिल हैं। बड़े राज्यों में 10 पायलट शहर और छोटे राज्यों में 1–2 शहर तय किए गए हैं, लेकिन लक्ष्य एक है। पूरे देश के शहरी भू-अभिलेखों को सटीक और अद्यतन बनाना। श्री जोशी ने जमीन पर मौजूद व्यावहारिक चुनौतियों की भी ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि कई शहरों में, जिनमें दरभंगा और दिल्ली के नजदीक अलवर शामिल हैं, निजी सर्वेयर अब भी टेप से माप करने जैसे पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि संपत्ति लेन-देन के लिए पूरी तरह लैटीट्यूड–लॉन्गिट्यूड आधारित डिजिटल स्केच अपनाए जाएँ। राजस्व विभागों को हाथ से बने रफ खाके छोड़कर जीआईएस-लिंक्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम अपनाने होंगे। नागरिक हमसे तेज़ चल रहे हैं, सरकार को भी उसकी गति पकड़नी होगी। उन्होंने उद्योग जगत से सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। “सरकारी अधिकारियों को जीआईएस की सीमित जानकारी है, हम सीख रहे हैं। निजी क्षेत्र को मार्गदर्शन में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। भारत में मजबूत जीआईएस बाज़ार तभी बनेगा जब दोनों क्षेत्र साथ मिलकर काम करेंगे।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक भूमि मैपिंग अर्थव्यवस्था के लिए कितनी अहम है। “भारत की आर्थिक भावना का बड़ा आधार भूमि और संपत्ति मूल्य हैं। कोई व्यक्ति 50 लाख की संपत्ति खरीदकर आज उसे 4 करोड़ मानता है और उसी भावना से खर्च करता है। लेकिन हमारा दस्तावेजी सिस्टम इसकी गति से नहीं चल पा रहा। राजस्व विभागों की जिम्मेदारी है कि नागरिकों को स्पष्ट, सटीक और पारदर्शी अभिलेख उपलब्ध कराएं। भूमि अभिलेख विभाग के संयुक्त सचिव कुणाल सत्यार्थी ने तकनीकी प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि भारत के जटिल शहरी स्वरूप को पारंपरिक सर्वे से आगे की तकनीक की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार 57 शहरों में एक बड़े पायलट की शुरुआत कर रही है, जिसमें पंजीयन दस्तावेज, नगर निकाय टैक्स रिकॉर्ड और अन्य भू-अभिलेखों को एकीकृत कर “प्रोकार्ड” नामक एकमात्र प्रामाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो अपार्टमेंट स्तर तक स्वामित्व दर्शाएगा।

उन्होंने बताया, “भारत पहली बार ड्रोन, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 सेंटीमीटर सटीकता वाली एरियल इमेज तैयार कर रहा है। पहले एक भूखंड का सर्वे पूरे दिन ले लेता था। 2014 में कॉर्स (CORS) प्रणाली लागू होने के बाद वही काम 10 मिनट में हो जाता है और सर्वेयर अब रोजाना 200 संपत्तियाँ माप सकते हैं।” सत्यार्थी ने केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में एरियल मैपिंग की चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नत ऑब्लिक कैमरों, फाइव-लेंस इमेजिंग और घने वृक्षों के भीतर तक स्कैन करने में सक्षम LiDAR सेंसर का उपयोग कर रही है। “यह संयोजन 20–30 राज्यों में परीक्षण में है ताकि सबसे कठिन भू-भाग में भी सटीक नक्शे तैयार किए जा सकें।” जियोस्पेशल वर्ल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है जहाँ उच्च-गुणवत्ता, वास्तविक समय और एकीकृत डिजिटल मानचित्र राष्ट्रीय नियोजन के लिए अनिवार्य बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम एक डिजिटल युग में हैं जहाँ लोकेशन स्वयं एक आर्थिक संपत्ति है। खाना मंगाने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, आपकी लाइव लोकेशन मूल्य पैदा करती है। भारत अलग-अलग विभागों के अलग-अलग नक्शों के युग में नहीं रह सकता। वन नेशन, वन मैप अब नारा नहीं, आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में शहरों, कृषि और अवसंरचना में भारी बदलाव आए हैं, इसलिए एक अद्यतन और एकीकृत डिजिटल आधार अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब चुनौती मैपिंग नहीं बल्कि डाटा को सामंजस्यपूर्ण बनाना है। “हर विभाग को एक ही संदर्भ फ्रेम पर काम करना होगा। ड्रोन सर्वे से लेकर क्लाउड आधारित AI सिस्टम तक, सभी को साझा भू-स्थानिक परतों पर काम करना होगा तभी हम मजबूत राष्ट्रीय जियोस्पैशल इकोसिस्टम तैयार कर पाएंगे।” सत्र में भूमि संसाधन विभाग के निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे, जो नक्ष कार्यक्रम के कई महत्वपूर्ण हिस्सों की निगरानी करते हैं और केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सत्र का समापन इस एकमत आह्वान के साथ हुआ कि नक्ष कार्यक्रम की रफ्तार बढ़ाई जाए, मल्टी-लेयर क्षमता वाले आधुनिक जीआईएस (GIS) सॉफ्टवेयर विकसित किए जाएं और देशभर में 30 सेंटीमीटर सटीकता वाले सैटेलाइट बेस मैप सुनिश्चित किए जाएं, जब तक कि पूर्ण रिसर्वे पूरे न हो जाएं। इन चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत के भू-सुधार सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं हैं बल्कि नागरिक सुविधाओं, व्यापार अनुकूलता, विवादों में कमी, संपत्ति बाज़ार की मजबूती और आने वाले दशक में खरबों रुपये की आर्थिक क्षमता को खोलने की दिशा में निर्णायक कदम हैं।

बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
मां पाटेश्वरी स्कूल के बच्चों द्वारा रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया गया।

बलरामपुर 4 दिसंबर तुलसीपुर मां पाटेश्वरी स्कूल द्वारा 7 दिवसीय कार्यक्रम के क्रम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ भारत माता की जय एक रहेंगे नेक रहेंगे तथा राष्ट्रीय गीत के बीच आदि शक्ति मां पाटेश्वरी स्कूल देवीपाटन भवनियापुर की तरफ से 1000रो बच्चों तथा अध्यापकों द्वारा एक विशाल रैली निकाली गई

जो स्कूल प्रांगण से होते हुए हरैया तिराहा लाल चौराहा पुरानी बाजार नई बाजार चौक से निकलकर बलरामपुर चौराहा होते हुए तहसील रोड के माध्यम से बच्चों द्वारा भारत माता की जय सहित राष्ट्रीय गीत गाते हुए विद्यालय की तरफ बच्चों का रैली वाला काफिला पहुंचा , बीच-बीच में लोगों द्वारा बच्चों को पानी फ्रूटी बिस्कुट आदि दिया गया।

स्कूली बच्चों के सुरक्षा के लिए आगे आगे थाना अध्यक्ष तुलसीपुर की गाड़ी चल रही थी बीच-बीच में महिला सिपाही पुरुष सिपाही बच्चों को सुरक्षा दे रहे थे

राहुल गांधी की ब्रिटिश नागरिकता पर नया विवाद: स्पेशल कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने की मांग स्वीकार की
* रायबरेली कोर्ट ने याचिका स्वीकार की, कांग्रेस नेता पर देश के खिलाफ संवेदनशील जानकारी लीक करने का आरोप

लखनऊ/रायबरेली। रायबरेली की स्पेशल एमपी–एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने वाली याचिका स्वीकार कर ली है। याचिका दायर करने वाले एस विग्नेश शिशिर का दावा है कि राहुल गांधी के पास ब्रिटेन और भारत दोनों की नागरिकता है। यानी वे द्वै नागरिक हैं। इसके अतिरिक्त याचिका में कहा गया है कि उन पर कई फर्जी पासपोर्ट रखने, विदेशी नागरिक होने के नाते संसद में बैठने और शत्रु देश को भारत की गोपनीय सूचनाएं प्रदान करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

अगली सुनवाई 5 दिसंबर को होगी, जब पुलिस अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी। इस दिशा में आगे की कार्यवाई- चाहे FIR दर्ज करना हो या समन जारी करना- अदालत की समीक्षा और दोनों पक्षों की दलीलों पर निर्भर करेगी।
इंडिगो की 150 के करीब उड़ानें रद्द, देशभर के एयरपोर्ट पर हजारों यात्री परेशान, डीजीसीए ने मांग जवाब

#indigoflightscancelscrewwoesairportcheckinissue

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों बड़े परिचालन संकट से जूझ रही है। एयरलाइन कंपनी इंडिगो में क्रू की कमी के कारण देशभर में एयरलाइन के ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु सहित कई बड़े एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं। दो दिनों में 150 से अधिक फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं, जबकि सैकड़ों उड़ानें देर से उड़ीं।जिससे लाखों यात्रियों को भारी परेशानी हुई। हालात ये रहे कि डीजीसीए ने इंडिगो के शीर्ष अधिकारियों को तलब कर जवाब मांग लिया है।

क्रू की कमी से जूझ रही देश की सबसे बड़ी एयरलाइन

बता दें कि इंडिगो में क्रू की कमी है। इस पर डीजीसीए के नए नियमों को लागू करना इंडिगो के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। 1 नवंबर से लागू हुए नियमों के तहत एयरलाइंस को पायलटों, फ्लाइट अटेंडेंट्स को थकान से बचाना होगा ताकि उड़ानों की सुरक्षा प्रभावित न हो। नियमों के तहत सभी एयरलाइंस के क्रू सदस्य एक दिन में आठ घंटे से ज्यादा, हफ्ते में 35 घंटे से ज्यादा और महीने में 125 घंटे से ज्यादा और साल में एक हजार घंटे से ज्यादा उड़ान नहीं भर सकेंगे। साथ ही क्रू सदस्यों को आराम देना भी जरूरी कर दिया गया है। पायलट रात के समय दो से ज्यादा लैंडिंग नहीं करेंगे और क्रू सदस्य दो लगातार रात्रि ड्यूटी के बाद फिर से नाइट शिफ्ट नहीं करेंगे।

धड़ाधड़ कैंसल हो रही फ्लाइट्स

क्रू की कमी से जूझ रही इंडिगो का परिचालन व्यवस्था चरमरा गया है।कंपनी को पिछले दो दिनों में सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। आज भी इंडिगो के ऑपरेशंस पर बड़ा असर दिख रहा है। दिल्ली से लेकर हैदराबाद और मुंबई एयरपोर्ट पर यात्री परेशान हैं। एयरलाइन की लगभग 8 फीसदी उड़ानें रद्द होने की संभावना जताई गई है। सुबह से कई फ्लाइट्स धड़ाधड़ कैंसल हो रही हैं।

बेंगलुरु में 100 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल, यात्री परेशान

बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो एयरलाइंस में स्टाफ की कमी के कारण 100 से अधिक उड़ानें ग्राउंड कर दी गईं, जिससे कोलकाता, गोवा, दिल्ली, हैदराबाद और पुणे जाने वाले यात्रियों पर असर पड़ा है। कई यात्री बीती रात से घंटों इंतज़ार कर रहे हैं और लंबे विलंब से नाराज होकर हवाई अड्डे पर विरोध भी जताया। बढ़ती नाराज़गी के बावजूद स्थिति अब तक पूरी तरह नहीं संभली है, और यात्रियों का आरोप है कि अधिकारी उड़ानों की स्थिति पूछने पर टाल-मटोल भरे जवाब दे रहे हैं।

दिल्ली एयरपोर्ट से कैंसिल हुईं इंडिगो की 30 फ्लाइट्स कैंसल्ड

इंडिगो की फ्लाइट कैंसिलेशन का व्‍यापक असर दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट पर भी दिख रहा है। सुबह दस बजे तक आईजीआई एयरपोर्ट से कैंसिल होने वाली फ्लाइट्स की संख्‍या करीब 30 हो गई है। कैंसिल हुई फ्लाइट्स में नागपुर, कोचीन कोलकाता, पुणे, मुंबई, वडोदरा, पटना और भोपाल एयरपोर्ट को जाने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन पर बड़ा अपडेट आया है. डीजीसीए यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने आज 4 दिसंबर को दोपहर में इंडिगो अधिकारियों को बैठक के लिए तलब किया है। डीजीसीए ने एयरलाइन से हाल में हुई अभूतपूर्व अव्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण मांगा है।

इंडिगो ने कहा- 5 दिसंबर तक हालात सामान्य होंगे

वहीं, एयरलाइन ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि छोटी-मोटी तकनीकी खराबी, सर्दियों के कारण शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एविएशन सिस्टम में स्लो नेटवर्क और क्रू मेंबर्स के शिफ्ट चार्ट से जुड़े नए नियमों (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) के पालन के कारण हमारे ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। इसका पहले से अनुमान लगाना संभव नहीं था। कंपनी ने कहा कि अगले 48 घंटों में परिचालन स्थिर हो जाएगा।

अवैध कब्जे से परेशान पीड़िता ने आत्मदाह की दी चेतावनी
आजमगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के नाऊपुर गांव निवासिनी सुमन पत्नी अरविंद ने उपजिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा है और सुनवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़िता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के मुताबिक उसके बगल में गाटा संख्या 180 रकबा 0.0260 हेक्टेयर स्थित है जो बलिहारी मौर्य समेत अन्य लोगों की है। इसी से सटी हुई उसकी आबादी की भूमि है जिस पर बलिहारी समेत अन्य लोगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। विरोध करने पर विपक्ष द्वारा मारपीट की जा रही है। ऐसे में पीड़िता पूरी तरह से परेशान है और वह चाहती है कि इसकी पैमाइश कराकर उसकी जमीन उसे दिया जाए और विपक्षियों की जमीन विपक्षियों को दिया जाए। पीड़िता ने मांग किया है कि यदि उसकी जल्द से जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वह तहसील परिसर में ही आत्मदाह करेगी। इस संबंध में उसने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया है और न्याय की गुहार लगाई है।
Strengthen Your Bones Naturally with Homeopathy in Hyderabad

Osteoporosis is a chronic condition where bones slowly lose their strength, becoming thin, brittle, and prone to fractures. Many people experience persistent back pain, weak posture, stiffness, height loss, and difficulty performing daily tasks as the condition progresses. Since osteoporosis affects long-term mobility and overall comfort, more individuals are turning toward homeopathy in Hyderabad, a gentle and holistic healing system known for its safe and personalized care.

Osteoporosis often develops silently, showing symptoms only when significant bone loss has already occurred. Common signs include frequent fractures, continuous backache, weakened muscles, difficulty walking, and a forward-bending posture. The major reasons behind this condition include aging, hormonal imbalance, nutritional deficiencies, lack of physical activity, hereditary tendencies, and prolonged use of certain medications. Understanding these causes helps individuals seek timely treatment and stronger long-term bone support.

Homeopathy in Hyderabad offers a natural and holistic approach to managing osteoporosis. Instead of focusing only on pain or fractures, homeopathy works on improving internal balance and overall well-being. Treatment plans are customized according to each person’s emotional state, lifestyle pattern, physical structure, and health history. This personalized method supports better bone strength, improved mobility, reduced discomfort, and steady recovery without side effects. It is especially beneficial for elderly individuals seeking safe and sustained healing.

Spiritual Homeopathy provides professional and compassionate care for osteoporosis through a detailed, individualized approach. The clinic emphasizes natural healing, long-term improvement, and complete wellness, making it a trusted destination for those seeking reliable homeopathy in Hyderabad. With a focus on patient comfort and holistic support, Spiritual Homeopathy helps individuals regain confidence and improve their quality of life.

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कांग्रेस की 'झूठ का पुलिंदा' और 'विकास विरोधी' मानसिकता हुई बेनकाब: डॉ. के.के. वर्मा

धरसींवा- रायपुर ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के नव-नियुक्त अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे द्वारा विधायक अनुज शर्मा पर लगाए गए आरोपों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष डॉ. के.के. वर्मा ने कांग्रेस के बयान को “घोर राजनीतिक हताशा और विकास विरोधी मानसिकता” की उपज बताया।

डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिन 400 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को ‘झूठा’ बता रही है, वे न केवल सरकारी अभिलेखों में दर्ज हैं, बल्कि धरातल पर भी स्पष्ट दिखाई देते हैं। इनमें सड़कों का उन्नयन, पुल-पुलिया निर्माण, विद्युतीकरण और कई शासकीय भवनों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पर सवाल उठाना धरसींवा की जनता द्वारा देखे जा रहे विकास को नकारने जैसा है।

कांग्रेस के ‘कलाकार’ वाले तंज पर जवाब

विधायक अनुज शर्मा के ‘कलाकार’ होने को लेकर कांग्रेस के तंज पर भाजपा ने पलटवार किया। डॉ. वर्मा ने कहा कि शर्मा न केवल एक स्थापित कलाकार हैं बल्कि जनता की सेवा को भी समर्पण के साथ निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक लगातार क्षेत्र में रहकर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता केवल एसी कमरों में बैठकर बयान जारी करने तक सीमित हैं।

उन्होंने कहा कि अनुज शर्मा ने अपने सांस्कृतिक योगदान से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है और यही संघर्षशील व्यक्तित्व उन्हें एक कर्मठ जनप्रतिनिधि बनाता है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनके पूर्व विधायक ने अपने कार्यकाल में कौन-सा उल्लेखनीय काम किया था।

सीएसआर फंड पर उठाए सवालों का जवाब

विधायक द्वारा सीएसआर फंड का श्रेय लेने के कांग्रेस के आरोप पर डॉ. वर्मा ने कहा कि यह आरोप हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि सीएसआर राशि का उपयोग तभी संभव होता है जब जनप्रतिनिधि उद्योगों से संवाद कर सही दिशा में कार्य सुनिश्चित करें। कांग्रेस शासन में यह फंड कहाँ उपयोग हुआ, यह भी कांग्रेस को बताना चाहिए। वर्तमान में सीएसआर राशि का उपयोग जनता की मूलभूत सुविधाएँ बढ़ाने में किया जा रहा है।

विधायक निधि और विकास कार्यों पर सफाई

विधायक निधि पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि निधि का उपयोग सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइट तथा आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण में पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। सभी विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।

प्रदूषण नियंत्रण और प्रशासनिक कार्रवाई

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले कई उद्योगों पर पर्यावरण नियमों के उल्लंघन को लेकर भारी जुर्माना लगाया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई से बचती रही।

अंत में डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का बयान धरसींवा की जनता को गुमराह करने का एक प्रयास मात्र है। जनता विकास की राजनीति को अपना चुकी है और विधायक अनुज शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। कांग्रेस को बेबुनियाद आरोपों की जगह एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

JSSC CGL नियुक्ति पर रोक हटने के बाद CM सोरेन ने कहा: "नेक इरादों का मिला परिणाम"

मुख्यमंत्री आवास पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मनाया जश्न, CM हेमंत सोरेन ने कहा- "निष्पक्ष जांच और ईमानदार प्रयासों का हुआ सम्मान"

झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा (CGL) के परिणाम जारी करने और नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने के आदेश के बाद आज सैकड़ों अभ्यर्थी ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय परिसर पहुँचे। इन अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री का संबोधन और जीत की बधाई

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जश्न मनाते अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे संघर्ष के बाद मिली यह सफलता और विजयी होना आप सभी के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

नेक इरादों का परिणाम: मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर इरादें नेक हों तो हर चीजें बेहतर होती है। इसी का परिणाम है कि जेएसएससी की संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सारी अड़चनें अब दूर हो चुकी है।"

विलंब पर खेद: उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में विलंब हुआ, नहीं तो राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर ही वे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की खुशियां मनाते।

राज्य की खुशहाली: उन्होंने अपनी सरकार का दृष्टिकोण दोहराते हुए कहा कि "जब युवा खुश होंगे तभी यह राज्य खुशहाल होगा।"

निष्पक्ष जांच और विरोधियों पर हमला

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई, जिसके कारण दोषियों पर कठोर कार्रवाई हुई।

जांच पर जोर: उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने पूरी निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कराई। जिन्होंने इस प्रतियोगिता परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को दागदार बनाने की साजिश रची, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हुई।"

विरोधी तत्वों पर आरोप: मुख्यमंत्री ने विरोधी तत्वों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर प्रतियोगिता परीक्षाओं को बाधित करने की साजिश रचते रहते हैं।

न्याय की पुष्टि: उन्होंने कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय ने निष्पक्ष जांच, तथा अभ्यर्थियों के ईमानदार प्रयास और भावनाओं को सम्मान देते हुए उन्हें न्याय दिया है।

जेपीएससी परीक्षाओं का तुलनात्मक रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता साबित करने के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) का उदाहरण दिया।

परीक्षाओं की संख्या: मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी द्वारा पिछले 18 वर्षों में सिविल सेवा की जितनी परीक्षाएं ली गई, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में ही ली है।

बेदाग रिकॉर्ड: उन्होंने दावा किया कि पिछली परीक्षाओं को लेकर धांधली के मामले सामने आए थे, लेकिन उनकी सरकार में ली गई तमाम परीक्षाएं बेदाग रही हैं।

अभ्यर्थियों ने जताया आभार

इस अवसर पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों और सरकार द्वारा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने से ही उन्हें न्याय मिला है।

पांच वर्षों में देश के एक हजार शहरी केंद्रों का हाेगा डिजिटल मानचित्रण: मनोज जोशी

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 के तीसरे दिन शहरी भूमि आधुनिकीकरण पर राष्ट्रीय नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। सत्रों में यह स्पष्ट हुआ कि भारत एकीकृत, सटीक और हाई-प्रिसीजन डिजिटल मैपिंग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहां वास्तविक समय में उपलब्ध भू-स्थानिक परतें शासन, अवसंरचना निर्माण और देश की व्यापक डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए अनिवार्य हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि भारत आने वाले महीनों में 157 शहरों में हाई-प्रिसीजन सर्वे पूरे करने की दिशा में है और अगले पांच वर्षों में 1,000 शहरी केंद्रों का व्यापक डिजिटल मानचित्रण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य इस अभियान में शामिल हैं। बड़े राज्यों में 10 पायलट शहर और छोटे राज्यों में 1–2 शहर तय किए गए हैं, लेकिन लक्ष्य एक है। पूरे देश के शहरी भू-अभिलेखों को सटीक और अद्यतन बनाना। श्री जोशी ने जमीन पर मौजूद व्यावहारिक चुनौतियों की भी ओर इशारा किया। उन्होंने बताया कि कई शहरों में, जिनमें दरभंगा और दिल्ली के नजदीक अलवर शामिल हैं, निजी सर्वेयर अब भी टेप से माप करने जैसे पुराने तरीकों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि संपत्ति लेन-देन के लिए पूरी तरह लैटीट्यूड–लॉन्गिट्यूड आधारित डिजिटल स्केच अपनाए जाएँ। राजस्व विभागों को हाथ से बने रफ खाके छोड़कर जीआईएस-लिंक्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम अपनाने होंगे। नागरिक हमसे तेज़ चल रहे हैं, सरकार को भी उसकी गति पकड़नी होगी। उन्होंने उद्योग जगत से सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। “सरकारी अधिकारियों को जीआईएस की सीमित जानकारी है, हम सीख रहे हैं। निजी क्षेत्र को मार्गदर्शन में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। भारत में मजबूत जीआईएस बाज़ार तभी बनेगा जब दोनों क्षेत्र साथ मिलकर काम करेंगे।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक भूमि मैपिंग अर्थव्यवस्था के लिए कितनी अहम है। “भारत की आर्थिक भावना का बड़ा आधार भूमि और संपत्ति मूल्य हैं। कोई व्यक्ति 50 लाख की संपत्ति खरीदकर आज उसे 4 करोड़ मानता है और उसी भावना से खर्च करता है। लेकिन हमारा दस्तावेजी सिस्टम इसकी गति से नहीं चल पा रहा। राजस्व विभागों की जिम्मेदारी है कि नागरिकों को स्पष्ट, सटीक और पारदर्शी अभिलेख उपलब्ध कराएं। भूमि अभिलेख विभाग के संयुक्त सचिव कुणाल सत्यार्थी ने तकनीकी प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि भारत के जटिल शहरी स्वरूप को पारंपरिक सर्वे से आगे की तकनीक की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सरकार 57 शहरों में एक बड़े पायलट की शुरुआत कर रही है, जिसमें पंजीयन दस्तावेज, नगर निकाय टैक्स रिकॉर्ड और अन्य भू-अभिलेखों को एकीकृत कर “प्रोकार्ड” नामक एकमात्र प्रामाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जो अपार्टमेंट स्तर तक स्वामित्व दर्शाएगा।

उन्होंने बताया, “भारत पहली बार ड्रोन, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 सेंटीमीटर सटीकता वाली एरियल इमेज तैयार कर रहा है। पहले एक भूखंड का सर्वे पूरे दिन ले लेता था। 2014 में कॉर्स (CORS) प्रणाली लागू होने के बाद वही काम 10 मिनट में हो जाता है और सर्वेयर अब रोजाना 200 संपत्तियाँ माप सकते हैं।” सत्यार्थी ने केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में एरियल मैपिंग की चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्नत ऑब्लिक कैमरों, फाइव-लेंस इमेजिंग और घने वृक्षों के भीतर तक स्कैन करने में सक्षम LiDAR सेंसर का उपयोग कर रही है। “यह संयोजन 20–30 राज्यों में परीक्षण में है ताकि सबसे कठिन भू-भाग में भी सटीक नक्शे तैयार किए जा सकें।” जियोस्पेशल वर्ल्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है जहाँ उच्च-गुणवत्ता, वास्तविक समय और एकीकृत डिजिटल मानचित्र राष्ट्रीय नियोजन के लिए अनिवार्य बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हम एक डिजिटल युग में हैं जहाँ लोकेशन स्वयं एक आर्थिक संपत्ति है। खाना मंगाने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, आपकी लाइव लोकेशन मूल्य पैदा करती है। भारत अलग-अलग विभागों के अलग-अलग नक्शों के युग में नहीं रह सकता। वन नेशन, वन मैप अब नारा नहीं, आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में शहरों, कृषि और अवसंरचना में भारी बदलाव आए हैं, इसलिए एक अद्यतन और एकीकृत डिजिटल आधार अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब चुनौती मैपिंग नहीं बल्कि डाटा को सामंजस्यपूर्ण बनाना है। “हर विभाग को एक ही संदर्भ फ्रेम पर काम करना होगा। ड्रोन सर्वे से लेकर क्लाउड आधारित AI सिस्टम तक, सभी को साझा भू-स्थानिक परतों पर काम करना होगा तभी हम मजबूत राष्ट्रीय जियोस्पैशल इकोसिस्टम तैयार कर पाएंगे।” सत्र में भूमि संसाधन विभाग के निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे, जो नक्ष कार्यक्रम के कई महत्वपूर्ण हिस्सों की निगरानी करते हैं और केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सत्र का समापन इस एकमत आह्वान के साथ हुआ कि नक्ष कार्यक्रम की रफ्तार बढ़ाई जाए, मल्टी-लेयर क्षमता वाले आधुनिक जीआईएस (GIS) सॉफ्टवेयर विकसित किए जाएं और देशभर में 30 सेंटीमीटर सटीकता वाले सैटेलाइट बेस मैप सुनिश्चित किए जाएं, जब तक कि पूर्ण रिसर्वे पूरे न हो जाएं। इन चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया कि भारत के भू-सुधार सिर्फ तकनीकी उन्नयन नहीं हैं बल्कि नागरिक सुविधाओं, व्यापार अनुकूलता, विवादों में कमी, संपत्ति बाज़ार की मजबूती और आने वाले दशक में खरबों रुपये की आर्थिक क्षमता को खोलने की दिशा में निर्णायक कदम हैं।

बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार शातिर चोर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में क्राइम/सर्विलांस टीम पूर्वी जोन और थाना इन्दिरानगर पुलिस को संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बंद घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी का भारी माल, कैमरा, हेडफोन, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पीली धातु के सिक्के, विदेशी करेंसी और कुल 4,250 रुपये नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी नागरिक के घर में चोरी का था मामला 13 अक्टूबर को यमन निवासी अब्दुलअज़ीज़ अहमद मोहम्मद, जो लखनऊ के इन्दिरानगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं, ने अपने घर का ताला तोड़कर की गई चोरी की तहरीर दी थी। आरोपियों ने घर से लैपटॉप, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज, अन्य कीमती सामान उड़ा लिया था। यह मामला थाना इन्दिरानगर में मुकदमा दर्ज किया गया।साथ ही थाना गाजीपुर में भी डिग्री इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के ऑफिस से दो लैपटॉप और मोबाइल चोरी करने का मामला दर्ज था, जिसे भी इस गिरोह ने कबूल किया है। CCTV फुटेज और मुखबिर की सूचना से पुलिस को मिली सफलता पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों से पूछताछ की और मुखबिर की सूचना पर गुरुवार देर शाम माही मेडिकल सर्विस लेन के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शातिर चोरी की वारदात के लिए पहले रेकी करते थे और फिर रात में ताला तोड़कर घर में घुसते थे। गिरोह के तीन सदस्य ऑटो चलाते हैं, जिससे इन्हें रात में मूवमेंट में आसानी रहती थी। गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पेशा विकास निगम (24 वर्ष) — निवासी गोण्डा, ऑटो चालक नीरज वर्मा (21 वर्ष) — निवासी सीतापुर, ऑटो चालक मोहित अवस्थी उर्फ कालिया (30 वर्ष) — निवासी इटौंजा, ऑटो चालक संजय कश्यप (24 वर्ष) — निवासी सीतापुर, हाल निवासी गाजीपुर, लखनऊ पुलिस ने जो माल बरामद किया कैमरा — CANON कंपनी, हेडफोन — BOAT कंपनी, नेकबैंड — OnePlus, 2 लैपटॉप — HP कंपनी, मोबाइल — Vivo, विदेशी मुद्रा नोट व सिक्का, तीन पिट्ठू बैग, परफ्यूम की चार शीशियां, पीली धातु का सिक्का, बेल्ट, टी-शर्ट, टॉवल,4,250 नकद अन्य चोरी का सामान बरामद किया है। पुलिस की निगरानी में बढ़ा विश्वास इन्दिरानगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच इस गिरोह की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
मां पाटेश्वरी स्कूल के बच्चों द्वारा रैली निकाल कर लोगों को जागरूक किया गया।

बलरामपुर 4 दिसंबर तुलसीपुर मां पाटेश्वरी स्कूल द्वारा 7 दिवसीय कार्यक्रम के क्रम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ भारत माता की जय एक रहेंगे नेक रहेंगे तथा राष्ट्रीय गीत के बीच आदि शक्ति मां पाटेश्वरी स्कूल देवीपाटन भवनियापुर की तरफ से 1000रो बच्चों तथा अध्यापकों द्वारा एक विशाल रैली निकाली गई

जो स्कूल प्रांगण से होते हुए हरैया तिराहा लाल चौराहा पुरानी बाजार नई बाजार चौक से निकलकर बलरामपुर चौराहा होते हुए तहसील रोड के माध्यम से बच्चों द्वारा भारत माता की जय सहित राष्ट्रीय गीत गाते हुए विद्यालय की तरफ बच्चों का रैली वाला काफिला पहुंचा , बीच-बीच में लोगों द्वारा बच्चों को पानी फ्रूटी बिस्कुट आदि दिया गया।

स्कूली बच्चों के सुरक्षा के लिए आगे आगे थाना अध्यक्ष तुलसीपुर की गाड़ी चल रही थी बीच-बीच में महिला सिपाही पुरुष सिपाही बच्चों को सुरक्षा दे रहे थे

राहुल गांधी की ब्रिटिश नागरिकता पर नया विवाद: स्पेशल कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने की मांग स्वीकार की
* रायबरेली कोर्ट ने याचिका स्वीकार की, कांग्रेस नेता पर देश के खिलाफ संवेदनशील जानकारी लीक करने का आरोप

लखनऊ/रायबरेली। रायबरेली की स्पेशल एमपी–एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करने वाली याचिका स्वीकार कर ली है। याचिका दायर करने वाले एस विग्नेश शिशिर का दावा है कि राहुल गांधी के पास ब्रिटेन और भारत दोनों की नागरिकता है। यानी वे द्वै नागरिक हैं। इसके अतिरिक्त याचिका में कहा गया है कि उन पर कई फर्जी पासपोर्ट रखने, विदेशी नागरिक होने के नाते संसद में बैठने और शत्रु देश को भारत की गोपनीय सूचनाएं प्रदान करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

अगली सुनवाई 5 दिसंबर को होगी, जब पुलिस अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी। इस दिशा में आगे की कार्यवाई- चाहे FIR दर्ज करना हो या समन जारी करना- अदालत की समीक्षा और दोनों पक्षों की दलीलों पर निर्भर करेगी।
इंडिगो की 150 के करीब उड़ानें रद्द, देशभर के एयरपोर्ट पर हजारों यात्री परेशान, डीजीसीए ने मांग जवाब

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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों बड़े परिचालन संकट से जूझ रही है। एयरलाइन कंपनी इंडिगो में क्रू की कमी के कारण देशभर में एयरलाइन के ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु सहित कई बड़े एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं। दो दिनों में 150 से अधिक फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं, जबकि सैकड़ों उड़ानें देर से उड़ीं।जिससे लाखों यात्रियों को भारी परेशानी हुई। हालात ये रहे कि डीजीसीए ने इंडिगो के शीर्ष अधिकारियों को तलब कर जवाब मांग लिया है।

क्रू की कमी से जूझ रही देश की सबसे बड़ी एयरलाइन

बता दें कि इंडिगो में क्रू की कमी है। इस पर डीजीसीए के नए नियमों को लागू करना इंडिगो के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। 1 नवंबर से लागू हुए नियमों के तहत एयरलाइंस को पायलटों, फ्लाइट अटेंडेंट्स को थकान से बचाना होगा ताकि उड़ानों की सुरक्षा प्रभावित न हो। नियमों के तहत सभी एयरलाइंस के क्रू सदस्य एक दिन में आठ घंटे से ज्यादा, हफ्ते में 35 घंटे से ज्यादा और महीने में 125 घंटे से ज्यादा और साल में एक हजार घंटे से ज्यादा उड़ान नहीं भर सकेंगे। साथ ही क्रू सदस्यों को आराम देना भी जरूरी कर दिया गया है। पायलट रात के समय दो से ज्यादा लैंडिंग नहीं करेंगे और क्रू सदस्य दो लगातार रात्रि ड्यूटी के बाद फिर से नाइट शिफ्ट नहीं करेंगे।

धड़ाधड़ कैंसल हो रही फ्लाइट्स

क्रू की कमी से जूझ रही इंडिगो का परिचालन व्यवस्था चरमरा गया है।कंपनी को पिछले दो दिनों में सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। आज भी इंडिगो के ऑपरेशंस पर बड़ा असर दिख रहा है। दिल्ली से लेकर हैदराबाद और मुंबई एयरपोर्ट पर यात्री परेशान हैं। एयरलाइन की लगभग 8 फीसदी उड़ानें रद्द होने की संभावना जताई गई है। सुबह से कई फ्लाइट्स धड़ाधड़ कैंसल हो रही हैं।

बेंगलुरु में 100 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल, यात्री परेशान

बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो एयरलाइंस में स्टाफ की कमी के कारण 100 से अधिक उड़ानें ग्राउंड कर दी गईं, जिससे कोलकाता, गोवा, दिल्ली, हैदराबाद और पुणे जाने वाले यात्रियों पर असर पड़ा है। कई यात्री बीती रात से घंटों इंतज़ार कर रहे हैं और लंबे विलंब से नाराज होकर हवाई अड्डे पर विरोध भी जताया। बढ़ती नाराज़गी के बावजूद स्थिति अब तक पूरी तरह नहीं संभली है, और यात्रियों का आरोप है कि अधिकारी उड़ानों की स्थिति पूछने पर टाल-मटोल भरे जवाब दे रहे हैं।

दिल्ली एयरपोर्ट से कैंसिल हुईं इंडिगो की 30 फ्लाइट्स कैंसल्ड

इंडिगो की फ्लाइट कैंसिलेशन का व्‍यापक असर दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट पर भी दिख रहा है। सुबह दस बजे तक आईजीआई एयरपोर्ट से कैंसिल होने वाली फ्लाइट्स की संख्‍या करीब 30 हो गई है। कैंसिल हुई फ्लाइट्स में नागपुर, कोचीन कोलकाता, पुणे, मुंबई, वडोदरा, पटना और भोपाल एयरपोर्ट को जाने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन पर बड़ा अपडेट आया है. डीजीसीए यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने आज 4 दिसंबर को दोपहर में इंडिगो अधिकारियों को बैठक के लिए तलब किया है। डीजीसीए ने एयरलाइन से हाल में हुई अभूतपूर्व अव्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण मांगा है।

इंडिगो ने कहा- 5 दिसंबर तक हालात सामान्य होंगे

वहीं, एयरलाइन ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि छोटी-मोटी तकनीकी खराबी, सर्दियों के कारण शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एविएशन सिस्टम में स्लो नेटवर्क और क्रू मेंबर्स के शिफ्ट चार्ट से जुड़े नए नियमों (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) के पालन के कारण हमारे ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। इसका पहले से अनुमान लगाना संभव नहीं था। कंपनी ने कहा कि अगले 48 घंटों में परिचालन स्थिर हो जाएगा।

अवैध कब्जे से परेशान पीड़िता ने आत्मदाह की दी चेतावनी
आजमगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के नाऊपुर गांव निवासिनी सुमन पत्नी अरविंद ने उपजिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा है और सुनवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़िता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के मुताबिक उसके बगल में गाटा संख्या 180 रकबा 0.0260 हेक्टेयर स्थित है जो बलिहारी मौर्य समेत अन्य लोगों की है। इसी से सटी हुई उसकी आबादी की भूमि है जिस पर बलिहारी समेत अन्य लोगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। विरोध करने पर विपक्ष द्वारा मारपीट की जा रही है। ऐसे में पीड़िता पूरी तरह से परेशान है और वह चाहती है कि इसकी पैमाइश कराकर उसकी जमीन उसे दिया जाए और विपक्षियों की जमीन विपक्षियों को दिया जाए। पीड़िता ने मांग किया है कि यदि उसकी जल्द से जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वह तहसील परिसर में ही आत्मदाह करेगी। इस संबंध में उसने एसडीएम को शिकायती पत्र दिया है और न्याय की गुहार लगाई है।
Strengthen Your Bones Naturally with Homeopathy in Hyderabad

Osteoporosis is a chronic condition where bones slowly lose their strength, becoming thin, brittle, and prone to fractures. Many people experience persistent back pain, weak posture, stiffness, height loss, and difficulty performing daily tasks as the condition progresses. Since osteoporosis affects long-term mobility and overall comfort, more individuals are turning toward homeopathy in Hyderabad, a gentle and holistic healing system known for its safe and personalized care.

Osteoporosis often develops silently, showing symptoms only when significant bone loss has already occurred. Common signs include frequent fractures, continuous backache, weakened muscles, difficulty walking, and a forward-bending posture. The major reasons behind this condition include aging, hormonal imbalance, nutritional deficiencies, lack of physical activity, hereditary tendencies, and prolonged use of certain medications. Understanding these causes helps individuals seek timely treatment and stronger long-term bone support.

Homeopathy in Hyderabad offers a natural and holistic approach to managing osteoporosis. Instead of focusing only on pain or fractures, homeopathy works on improving internal balance and overall well-being. Treatment plans are customized according to each person’s emotional state, lifestyle pattern, physical structure, and health history. This personalized method supports better bone strength, improved mobility, reduced discomfort, and steady recovery without side effects. It is especially beneficial for elderly individuals seeking safe and sustained healing.

Spiritual Homeopathy provides professional and compassionate care for osteoporosis through a detailed, individualized approach. The clinic emphasizes natural healing, long-term improvement, and complete wellness, making it a trusted destination for those seeking reliable homeopathy in Hyderabad. With a focus on patient comfort and holistic support, Spiritual Homeopathy helps individuals regain confidence and improve their quality of life.

For dedicated osteoporosis care and expert guidance, call 9069176176 today.