बिहार में बड़ा खुलासा: PK ने दिलीप जायसवाल पर लगाए गंभीर आरोप, MGM कॉलेज पर अवैध कब्जे और हत्या की साजिश का दावा;
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राजद-भाजपा को घेरा* पटना, बिहार: जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) और किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM) के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार ने आज पटना में एक सनसनीखेज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर अल्पसंख्यक सिख कॉलेज (MGM) को गैरकानूनी और अवैध तरीकों से हड़पने का गंभीर आरोप लगाया गया. PK ने इस पूरे मामले में भाजपा, जदयू और राजद पर भी निशाना साधा, सवाल उठाया कि नेताओं और अफसरों को फायदा पहुंचाने के कारण कोई दिलीप जायसवाल के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहा. दिलीप जायसवाल पर अवैध कब्जे और हत्या की साजिश के आरोप प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में कानून की रक्षा करने वाले खुद ही कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने इसे किसी व्यक्ति या संस्था का नहीं, बल्कि "जब व्यक्तिगत लाभ की बात आती है तो भाजपा, जदयू, राजद सभी हाथ मिला लेते हैं" का उदाहरण बताया. PK ने खुलासा किया कि दिलीप जायसवाल ने पिछले 25 वर्षों से माता गुजरी कॉलेज पर तमाम हथकंडे अपनाकर कब्जा कर रखा है, जबकि एक समय में वह वहां क्लर्क हुआ करते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जायसवाल ने कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के बेटे करतार सिंह के जरिए पहले परिवार के दूसरे ट्रस्टी गुरुदयाल सिंह को ट्रस्ट से बाहर करवाया, और फिर खुद करतार सिंह पर दबाव बनाकर उन्हें किशनगंज छोड़ने पर मजबूर कर दिया. सबसे गंभीर आरोप लगाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि दिलीप जायसवाल पर कॉलेज से जुड़े राजेश शाह की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. PK ने यह भी दावा किया कि जिस पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच की और दिलीप जायसवाल को क्लीन चिट दी, उनकी पत्नी ने उसी माता गुजरी कॉलेज से MBBS की डिग्री हासिल की है, जिस पर दिलीप जायसवाल ने कथित रूप से कब्जा किया है. जन सुराज की मांग: निष्पक्ष जांच, इस्तीफा और न्याय जन सुराज की मुख्य मांगें हैं कि: कॉलेज के असली मालिक सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को उनका हक मिले. राजेश शाह की हत्या की दोबारा निष्पक्ष जांच हो. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री मोदी को भी इस पूरे मामले पर जवाब देने की चुनौती दी. उन्होंने कहा, "एक तरफ भाजपा के नेता आचरण और चरित्र की बात करते हैं और दूसरी तरफ उनके प्रदेश अध्यक्ष ने अल्पसंख्यक कॉलेज पर कब्जा कर रखा है." राजद पर भी प्रशांत किशोर का हमला: "मुंह बोला भाई" और मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन प्रशांत किशोर ने इस पूरे मामले में बिहार की दूसरी पार्टियों, खासकर राजद, को भी दिलीप जायसवाल जितना ही दोषी ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि दिलीप जायसवाल ने राजद के कार्यकाल में इस कॉलेज पर कब्जा किया है, और राजद ने पिछले 25 सालों में कभी इस मुद्दे को नहीं उठाया क्योंकि दिलीप जायसवाल राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई हैं. PK ने यह भी दावा किया कि लालू जी के साले के परिवार के कई सदस्यों ने दिलीप जायसवाल के कब्जे वाले कॉलेज से MBBS की डिग्री हासिल की है. इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि जब से मेडिकल कॉलेज जायसवाल साहब के कब्जे में आया है, तब से कई नेताओं और अफसरों के परिवार के सदस्यों को मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन देकर MBBS की डिग्री दिलवाई गई है, यही वजह है कि कोई इनके खिलाफ नहीं बोल रहा है. कानूनी लड़ाई और फर्जीवाड़े के नए आरोप प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि जन सुराज इस पूरे मामले की लड़ाई सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ेगा. उन्होंने आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ दिलीप जायसवाल द्वारा अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज पर कब्जे की जानकारी दी है. PK ने बहुत जल्द यह भी बताने की बात कही कि कैसे यह मेडिकल कॉलेज आयुष्मान कार्ड के जरिए फर्जी मरीजों के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये जुटा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज के मालिकाना हक से लेकर इसकी कार्यशैली तक हर चीज में बड़े पैमाने पर अनियमितता है. अधिवक्ता वाई बी गिरी का खुलासा: ट्रस्ट एक्ट का उल्लंघन और हत्या में 'साजिश' वरिष्ठ अधिवक्ता वाई बी गिरी ने पूरे मामले के कानूनी पहलू पर बोलते हुए कहा कि दिलीप जायसवाल ट्रस्ट एक्ट और रजिस्ट्रेशन एक्ट का उल्लंघन कर MGM कॉलेज के डायरेक्टर बने हैं. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट में दो तिहाई (2/3) हिस्सा सिख समुदाय का होना चाहिए, लेकिन इसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई है. उन्होंने राजेश शाह हत्याकांड पर भी बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि राजेश शाह की बहन ने कोर्ट में बयान दिया है कि उसके भाई की मौत के लिए दिलीप जायसवाल जिम्मेदार है, फिर भी पुलिस ने उसे क्लीन चिट दे दी. गिरी ने इसे एक बड़ी साजिश की ओर इशारा बताया और कहा कि जन सुराज इस लड़ाई में सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार के साथ पूरी तरह से खड़ा है. मोलेश्वर सिंह के परिवार की न्याय की गुहार: "हमारी जान को खतरा है, CBI-ED जांच हो" सरदार मोलेश्वर सिंह के पुत्र गुरुदयाल सिंह और पुत्री अमृत कौर ने दिलीप जायसवाल की पूरी साजिश पर बोलते हुए कहा कि जायसवाल ने पहले उनके पिता और फिर उन्हें धोखे से ट्रस्ट से बाहर करवा दिया. उन्होंने बताया कि वे पिछले कई सालों से यह लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन किसी ने उनका साथ नहीं दिया. उन्होंने प्रशांत किशोर को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस पूरे मामले को उठाया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वह इस लड़ाई में उनके साथ हैं. गुरुदयाल सिंह और अमृत कौर ने मांग की कि इस मामले की CBI और ED से जांच होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि दिलीप जायसवाल जिस तरह से ट्रस्ट चला रहे हैं, उसमें कई अनियमितताएं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरी लड़ाई में उनकी जान को भी खतरा है, लेकिन वे यह लड़ाई लड़ेंगे और उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा. प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व विधायक किशोर कुमार, विधान पार्षद अफाक अहमद, पूर्व उप सेना प्रमुख एस.के. सिंह, महासचिव सुभाष सिंह कुशवाहा, पूर्व आईपीएस आर.के. मिश्रा भी मौजूद थे.
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