जहानाबाद संवैधानिक कर्तव्य मजबूत लोकतंत्र की नींव: डॉ. एस. के. सुनील

जहानाबाद संस्कार भारती जिला शाखा, जहानाबाद द्वारा 76वें संविधान दिवस के अवसर पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों, अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के जिला अध्यक्ष एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. एस. के. सुनील ने की। कार्यक्रम का आयोजन शहर के एक सभागार में किया गया, जिसमें बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, समाजसेवियों तथा युवाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. सुनील ने कहा कि “संवैधानिक कर्तव्य ही मजबूत लोकतंत्र की असली नींव हैं। जब तक नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग नहीं होते, तब तक अधिकारों का सही अर्थ स्थापित नहीं होता। संविधान हमारा स्वाभिमान है और इसकी रक्षा करना हम सभी भारतवासियों का परम दायित्व है।” उन्होंने युवाओं से संविधान के मूल्यों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया।
इस अवसर पर संविधान निर्माताओं — बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद सहित सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करते हुए उनके योगदान को याद किया गया। स्वतंत्रता संग्राम के नायकों सरदार वल्लभभाई पटेल, बिरसा मुंडा एवं महात्मा गांधी के संघर्ष और त्याग पर भी प्रकाश डाला गया।
मुख्य वक्ता डॉ. मानसी सिंह ने कहा कि “हमारे संविधान ने हमें समानता, स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति का अधिकार दिया है। संविधान निर्माताओं द्वारा देखे गए भारत के सपने को साकार करना आज की पीढ़ी की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। हमें कृतज्ञता की भावना के साथ राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।”
कार्यक्रम का संचालन जिले के वरिष्ठ साहित्यकार संतोष श्रीवास्तव ने कुशलतापूर्वक किया। संगोष्ठी की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ से हुई, जिसमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों को दोहराया गया। इससे उपस्थित लोगों में एक नई चेतना का संचार हुआ।
इस अवसर पर संस्कार भारती के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की सक्रिय भूमिका रही। इनमें प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष अमित कुणाल, मंत्री बीरेंद्र सिंह राणा, प्रचार विभाग संयोजक बरुण कुमार, लोक कला संयोजक सावित्री सुमन, कला विभाग संयोजक अमित कुमार, गौतम परासर, निशांत कुमार के साथ-साथ रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव राज किशोर शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार सत्येंद्र कुमार पाठक तथा रक्त वीरांगना ममता प्रिया शामिल रहीं। इसके अलावा शहर के अनेक साहित्य प्रेमी, समाजसेवी एवं पत्रकार भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
अंत में सभी उपस्थित लोगों ने संविधान और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने तथा अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने का सामूहिक संकल्प लिया। कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ।
3 min ago
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0