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5 hours ago

आज है विश्व थैलेसीमिया दिवस, क्या हैं इस बीमारी के लक्षण और बचाव


नई दिल्ली : अगर शादी से पहले कुंडली मिलान के साथ और गर्भावस्था की पहली तिमाही में थैलेसीमिया की जांच करा लें, तो इस बीमारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। यानी सतर्कता से हम उस रक्त विकार को रोक सकते हैं, जिसके मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इनकी संख्या करोड़ों में है। 

भारत में थैलेसीमिया का पहला मामला 1938 में सामने आया था। 1994 में पहली बार थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन ने आठ मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया था। इस साल विश्व थैलेसीमिया दिवस की थीम है, जागरूक रहें। साझा करें। देखभाल : थैलेसीमिया केयर गैप को पाटने के लिए शिक्षा को मजबूत बनाना। 

कुंडली मिलान के साथ जांच क्यों

विशेषज्ञों के अनुसार, थैलेसीमिया बीमारी की कुंडली मिलान के साथ जांच इसलिए जरूरी होती है, क्योंकि माता और पिता के जरिये यह बीमारी बच्चों में पहुंचती है। उत्तर पूर्वी राज्यों में यह आम है और यहां के कुछ क्षेत्रों में बीमारी की वाहक आवृत्ति 50 फीसदी तक है। पंजाब में करीब दो फीसदी आबादी में यह मौजूद है। हालांकि, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में इसकी आवृत्ति कम है। दक्षिणी, मध्य और पश्चिमी राज्यों की आदिवासी आबादी में यह बीमारी 48 फीसदी तक पहुंच गई है।

सिर्फ यही इलाज

थैलेसीमिया का इलाज ब्लड ट्रांसफ्यूजन, केलेशन थेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट का विकल्प है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट महंगा है। इसके लिए डोनर का एचएलए मिलना भी जरूरी है। इसलिए अधिकांश मरीज ब्लड ट्रांसफ्यूजन पर जीवित हैं। - डॉ. तूलिका सेठ, एम्स

आयरन का नियंत्रण बेहद जरूरी

थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चे के शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ने लगती है। आयरन बढ़ने से लिवर, हृदय पर दुष्प्रभाव होने लगता है। हालांकि, आयरन की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए कुछ दवाएं दी जाती हैं। - डॉ. नितिन गुप्ता, सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली 

ब्लड ट्रांसफ्यूजन के भी कई दुष्प्रभाव

मेजर थैलेसीमिया जन्म के साथ ही शुरू हो जाता है, जिससे बार-बार रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। कई बार इन रोगियों में हैपेटाइटिस या फिर एचआईवी भी मिलता है। यह ब्लड ट्रांसफ्यूजन की वजह से भी हो सकता है। - डॉ. वंशश्री, निदेशक, ब्लड बैंक, इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी

50 साल जिंदा रहने के लिए एक करोड़ रुपये का खर्चा

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की रिपोर्ट में थैलेसीमिया रोगी पर कितना खर्च हो सकता है, इसका आकलन बताया गया है। यह आकलन 10 वर्ष पहले तक का है। यानी वर्तमान में यह कई गुना बढ़ा है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, अगर एक थैलेसीमिया मेजर ग्रस्त बच्चा 30 किलो वजन का है तो उसे ब्लड ट्रांसफ्यूजन और आयरन के लिए सालाना दो लाख रुपये खर्च करने होते हैं। यानी 50 वर्ष तक यह जीवित रहता है तो इस पर एक करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। 

विशेषज्ञों के अनुसार, पौष्टिक भोजन और व्यायाम के जरिये इसे कुछ हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। साथ ही, नवजात और गर्भवती मां का नियमित टीकाकरण भी कारगर साबित हो सकता है।

आनुवांशिक विकार

थैलेसीमिया एक स्थायी रक्त विकार यानी क्रोनिक ब्लड डिसऑर्डर है। यह एक आनुवांशिक विकार है, जिसके कारण एक रोगी के लाल रक्त कण यानी आरबीसी में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता है। इसके कारण एनीमिया हो जाता है और रोगियों को जीवित रहने के लिए हर दो से तीन सप्ताह बाद रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। बीमारी के तीन चरण-

1- माइनर- हीमोग्लोबिन जीन गर्भधारण के दौरान विरासत में मिलता है। इसमें एक जीन मां और दूसरा पिता से मिलता है। एक जीन में थैलेसीमिया के लक्षण वाले लोगों को वाहक के रूप में जाना जाता है या उन्हें थैलेसीमिया माइनर ग्रस्त कहा जाता है। इसमें व्यक्ति को केवल हल्का एनीमिया होता है।

2- इंटर मीडिया- ये ऐसे मरीज हैं, जिनमें हल्के से गंभीर लक्षण तक मिलते हैं।

3- मेजर- यह थैलेसीमिया का सबसे गंभीर रूप है। ऐसा तब होता है, जब एक बच्चे को माता-पिता प्रत्येक से दो उत्परिवर्तित जीन मिलते हैं। थैलेसीमिया मेजर से ग्रस्त बच्चे में जीवन के पहले वर्ष के दौरान गंभीर एनीमिया के लक्षण विकसित होते हैं। जीवित रहने के लिए उन्हें अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण यानी बोन मैरो ट्रांसप्लांट या नियमित रूप से रक्त चढ़ाए जाने की आवश्यकता होती है.

NANDANDUMRI

6 hours ago


 
 
  पीरटांड़ में युवा आजसू प्रखंड के पंचायत प्रभारियों की बैठक संपन्न,
  


डुमरी : डुमरी अनुमंडल के पीरटांड़ प्रखंड में बुधवार को युवा आजसू प्रखंड के पंचायत प्रभारियों की आवश्यक बैठक केशव पाठक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।जिसमें सभी सत्रह पंचायत प्रभारी उपस्थित हुए।सभी को उनके दायित्वों का बोध कराया गया।साथ ही सभी पंचायत प्रभारियों को जिम्मेवारी दी गई कि एक सप्ताह के अंदर सभी राज्स्व ग्राम में ग्राम प्रभारी का गठन कर प्रत्येक ग्राम से 10-10 युवा को जोडकर सूचिबद्ध करना है।इसके पश्चात् विधानसभा स्तरीय युवाओं का एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसे पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो सम्मेलन को संबोधित करेंगे।बैठक में सभी पंचायत प्रभारियों के अतिरिक्त युवा राज्य संयोजक अमित कुमार प्रखंड प्रभारी छक्कन महतो, प्रखंड अध्यक्ष मेराज आलम, सचिव प्रकाश पंडित संगठन सचिव तिलकचंद महतो छात्र अध्यक्ष अनिकेत तिवारी युवा नेता पीयुष कुमार, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष अजय सिंह आदि उपस्थित थे।
इस दौरान एनडीए प्रत्याशी चन्द्र प्रकाश चौधरी को पीरटांड़ प्रखंड में विगत लोकसभा चुनाव में प्राप्त मतों को बढ़ाकर मतदान अपने पक्ष में करवाने का संकल्प लिया गया।कहा कि साथ ही झारखंड में अबकी बार 14 में से 14 सीट पर फतह हासिल करने का संकल्प पूरा किया जा सके।

Chhattisgarh

6 hours ago

व्यावसायिक परीक्षा मण्डल की विभिन्न प्रवेश एवं पात्रता परीक्षाओं की तिथियों में संशोधन

रायपुर- छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विभिन्न प्रवेश एवं पात्रता परिक्षाओं की परीक्षा तिथियों में संशोधन किया गया है।

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल से प्राप्त जानकारी के अनुसार अन्य केन्द्र स्तरीय परीक्षाओं की तिथि घोषित होने के परिणाम स्वरूप पी.ए.टी/पी.व्ही.पी.टी., बीएससी (कृषि), बीएससी (उद्यानिकी), पशुपालन में डिप्लोमा और मत्स्यिकी विज्ञान में डिप्लोमा, प्री.बी.ए.बी.एड. और प्री बी.एससी बी.एड. की परीक्षाएं अब 09 जून 2024 को होगी। पूर्व में इन परीक्षाओं के लिए 16 जून की तिथि निर्धारित की गई थी।

इसी प्रकार बी.एससी नर्सिंग-2024, पोस्ट बेसिक नर्सिंग-2024 एवं एम.एस.सी. नर्सिंग-2024 की परीक्षा 14 जुलाई 2024 को आयोजित की जाएगी। पूर्व में इन परीक्षाओं के लिए 07 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई थी।

अन्य प्रवेश परीक्षा का अद्यतन कार्यक्रम इस प्रकार निर्धारित किया गया है। पी.ई.टी-2024, प्री.एम.सी.ए.-2024 एवं पी.पी.एच.टी.-2024 की परीक्षा 13 जून 2024 को होगी। पी.पी.टी. 2024, टीईटी-2024 पात्रता परीक्षा 23 जून 2024 को और प्री.बी.एड.-2024 और प्री.डी.एल.एड.-2024 की परीक्षा 30 जून को होगी।

Patna

8 hours ago

नेता प्रतिपक्ष का बड़ा बयान ; पीएम एयर शो करें या रोड शो करे तेजस्वी करेगा जॉब शो

पटना : 12 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में रोड शो करेंगे। इस रोड शो को लेकर भाजपा की ओर से पूरी तैयारी की गई है। इधर पीएम मोदी के इस रोड शो को लेकर बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तीखा तंज कसा है। 

उन्होंने कहा है कि पीएम एयर शो करें या रोड शो करे तेजस्वी जॉब शो करेगा। तेजस्वी ने भोजपुरी भाषा मे बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जनता रगड़ने लगी है। अभी तो रगड़ाई ढंग से हुई भी नहीं है। अभी 3 फेज भइले बा 4 फेज बाकी बा

वहीं बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े के द्वारा ये बयान देने की पाकिस्तान अल्ला से गुजारिश कर रहा है मोदी की सरकार नही आये बल्कि राहुल गांधी की सरकार आये। इसपर तेजस्वी ने कहा कोई भी बीजेपी के नेता मुद्दे की बात नही बोल रहे है।

बीजेपी के नेताओं और मोदी जी के मुंह से मुद्दे की बात सुनना असम्भव है जैसे रेगिस्तान मे मछली मारना,आसमान मे पेड़ लगाना और सूर्य भगवान का पश्चिम से उगना। देश मे कितना नौकरी दिए। देश की अर्थव्यवस्था कमजोर् होती जा रही है। गरीब गरीब होता जा रहा है और अमीर अमीर होता जा रहा है। ये शिक्षा और रोजगार पर नही बोलते है। सिर्फ हिन्दु मुस्लिम की बात करते है।

तेजस्वी ने कहा बिहार देश को दिशा दिखाता है और इस इस बार बीजेपी का हालत टाइट है। हमने पहले ही कहा है बिहार चौंकाने वाला रिजल्ट देगाय़ ऐसा चौक जाएंगे की उनकी सरकार नहीं बनेगी।

पटना से मनीष प्रसाद

India

8 hours ago

कौन हैं कांग्रेस के सैम पित्रोदा, जिनके “नस्लीय टिप्पणी” वाले बयान पर मचा है बवाल

#whoissam_pitroda

सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सैम पित्रोदा अपने बाबाक बयानों को लेकर जाने जाते हैं। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पित्रोदा ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसपर बहस छिड़ गई है। उन्होंने भारतीयों की विविधता का जिक्र करते हुए टिप्पणी की। अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा कि 'हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों जैसे और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। लोकसभा चुनावों की बीच उनके इस बयान से सियासी पारा और हाई हो गया है।

चुनावी माहौल में विरासत कर के बाद सैम पित्रोदा के ताजा बयान से सियासत और गरमा गई है। अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा कि 'हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों जैसे और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं।' पित्रोदा ने कहा कि भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के लोग 75 वर्षों तक एक सुखद वातावरण में रहे हैं, कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं।

एक तरफ पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। तो वहीं, कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है। बता दें कि अपनी पार्टी को उलझन में डालने का सैम पित्रोदा का पुराना रिकॉर्ड है और अपने विवादित बयानों की वजह से वह हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। सैम पित्रोदा की पहचान सिर्फ इतनी नहीं है कि वो कांग्रेस के नेता है। उनकी शख्सियत एक राजनीतिज्ञ, रणनीतिकार, सलाहकार, उद्योगपति और तकनीकी विशेषज्ञ की रही है। तकनीकी के क्षेत्र में उन्होंने कई आविष्कार किए हैं। उनकी प्रारंभिक पहचान बतौर आविष्कारक की रही है।  

भारत में सूचना क्रांति के अग्रदूत

पित्रोदा ने 1974 में उन्होंने वेस्कॉम स्विचिंग कंपनी में योगदान किया और फिर अगले ही साल 1975 में इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार करके अपनी क्षमता का परिचय दिया। अगले चार साल के भीतर उन्होंने 580 DSS स्विच बनाई और उसे 1978 में उसे लॉन्च कर दिया। इससे बाद सैम पित्रोदा ने बतौर इंजीनियर टेलीकम्यूनिकेशन के क्षेत्र में जितने भी आविष्कार किए उन सभी को पेटेंट कराना शुरू कर दिया। आज की तारीख में सैम पित्रोदा के नाम करीब 100 पेटेंट हैं। मोबाइल से आर्थिक लेन-देन की टेक्नोलॉजी का पेटेंट भी सैम पित्रोदा के पास ही है। सैम पित्रोदा को भारतीय सूचना क्रांति का अग्रदूत माना जाता है। 80 के दशक में भारत की दूरसंचार और प्रौद्योगिकी क्रांति की नींव रखने का श्रेय पित्रोदा को ही दिया जाता है। कांग्रेस सरकार के बुलावे पर साल 1984 में वो भारत वापस आए और दूरसंचार नीति को दिशा देने का काम किया।सैम पित्रोदा भारत के दूरसंचार आयोग के संस्थापक और पहले अध्यक्ष भी रहे हैं।

गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते हैं पित्रोदा

सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। सैम पित्रोदा का जन्म 17 नवंबर 1942 को ओडिशा के टीटलागढ़ में हुआ था। सैम पित्रोदा मूलत: गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके परिवार के बारे में कहा जाता है कि वो गांधीवादी विचारधारा से प्रभावित रहा है. सैम पित्रोदा ने बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से भौतिकी शास्त्र में एमए किया था। सैम पित्रोदा सन् 1964 में ही अमेरिका चले गए थे। शिकागो में उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री हासिल की। दो साल पढ़ाई करने के बाद सन् 1966 में वो शिकागो में ही नौकरी करने लगे। हालांकि सैम पित्रोदा ने अमेरिका में स्थायी तौर पर रहना कुबूल नहीं किया। सैम पित्रोदा सन् 1981 में भारत लौट आए। उनका मिशन भारत में टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम को मॉडर्न बनाना और उसे आगे बढ़ाना था। उनकी मुलाकात तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से हुई। इंदिरा गांधी से विचार-विमर्श करने और सहमति मिलने के बाद सैम पित्रोदा सन् 1984 से स्थायी रूप से भारत रहने आ गए और दोबारा भारतीय नागरिकता हासिल कर ली। भारत में उन्होंने टेलीकॉम फील्ड में कई अनुसंधान और विकास कार्यों को बढ़ावा दिया।

राजीव गांधी के रह चुके हैं सलाहकार

राजीव गांधी की वजह से ही सैम पित्रोदा की राजनीति में एंट्री हुई थी। सैम पित्रोदा को राजीव गांधी का करीबी माना जाता है।पित्रोदा सन् 1987 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सलाहकार बने और टेलीकम्यूनिकेशन, वाटर, लिट्रेसी, टीकाकरण, डेयरी और तिलहन के क्षेत्र में तकनीकी मिशन की शुरुआत की। सैम पित्रोदा ने राजीव गांधी के साथ करीब एक दशक तक काम किया।समय के साथ कांग्रेस पार्टी में उनका दबदबा बढ़ता गया और अब वो राहुल गांधी के भी करीबी माने जाते हैं। साल 2017 में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सैम पित्रोदा को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

Arfa

8 hours ago

तेजस्वी ने साबित किया विजन हो तो हर काम आसान
दरभंगा में बुधवार को राजद के एमएलसी कारी शोएब पहुंचे। जहां प्रेसवार्ता कर एनडीए पर जमकर हमला किया। अपने 17 महीने की सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जब तेजस्वी यादव ने 10 लाख रोजगार देने की बात की थी तो नीतीश कुमार ने कहा था कि कहां से देगा, यह चीज नहीं हो सकता है।

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के हाथों एक दिन में डेढ़ लाख नियुक्ति पत्र देकर साबित कर दिया कि अगर आपके पास विजन हो तो हर काम आसानी से किया जा सकता है। जो वादा किया है वो 10 साल में भी पूरा नहीं होगा

कारी शोएब ने कहा कि बिहार की जनता को तेजस्वी यादव पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा है कि 15 अगस्त को एक करोड़ लोगों को नौकरी मिलेगी। हर महिलाओं को एक लाख रुपया मिलेंगे। गैस सिलेंडर का मूल्य 500 रुपया होगा। किसानों को अधिकार मिलेगा। केंद्र सरकार ने जो अग्निवीर योजना लाई है। जिससे हमारे जवान परेशान हैं। उसको खत्म किया जाएगा।

दूसरी और केंद्र सरकार ने जो वादा किया था एक भी वादा 10 सालों में उन लोगों ने पूरा नहीं किया। वही उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का नेतृत्व बिहार ही नहीं, पूरे देश ने देखा है। वादा पूरा किया है। भारत में एक ऐसा राज्य बिहार है, जिसके एक विभाग एक दिन में डेढ़ लाख युवकों को रोजगार देने का काम किया है

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

mirzapur

8 hours ago

संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी ने फांसी के फंदे पर झूल कर दी जान, परिजनों में मचा हड़कंप

लालगंज, मीरजापुर। थाना क्षेत्र के लहंगपुर पुलिस चौकी अंतर्गत किरहा गांव निवासी सत्यनारायण मोदनवाल की 17 वर्षीय पुत्री मोनिता मोदनवाल ने बुधवार को दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर लिया। जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार लहंगपुर पुलिस चौकी अंतर्गत किरहा गांव निवासी कक्षा 11 की छात्रा मोनिका मोदनवाल पुत्री सतनारायण मोदनवाल दोपहर के समय परिवार के लोग जब सोए हुए थे उसी समय उसने पक्का मकान के दूसरे कमरे में साड़ी से फंदे में लटक कर आत्महत्या कर लिया। चर्चा है कि मां बेटी में कहां सुनी हुई थी जिसे नाराज होकर बेटी दूसरे कमरे में फंदे से लटक गई। इस संबंध में लहंगपुर चौकी प्रभारी विजय कुमार राय ने बताया कि कक्षा 11 की छात्रा मोनिका मोदनवाल विक्षिप्तावस्था में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

India

8 hours ago

अमेरिका ने इजराइल को दिया बड़ा झटका, राफा अभियान के बाद सैन्य सहायता रोकी

#us_admits_to_withholding_weapons_shipment_to_israel

अमेरिका की चेतावनी के बाद भी इजराइल ने मंगलवार को राफा पर आक्रमण कर दिया है। इजराइल ने इस एक्शन के बाद अपने खास दोस्त अमेरिका से दुश्मनी मोल ली है। अमेरिका ने इजराइल को दी जाने वाली सैन्य मदद रोक दी है।बताया जा रहा है कि गाजा के दक्षिणी इलाके में स्थित शहर राफा पर इजरायल के हमले को देखते हुए बाइडन प्रशासन ने यह फैसला लिया है। बाइडन प्रशासन चाहता है कि इजरायल राफा में पूर्ण अभियान चलाने से बचे जहां लाखों की तादाद में फलस्‍तीनी लोग शरण लिए हुए हैं। इससे पहले जब इजरायल ने अभियान शुरू किया तब गाजा के लोग मिस्र से लगे राफा बॉर्डर पर पहुंच गए थे। इस बॉर्डर पर इजरायल ने कब्‍जा कर लिया है और लगातार हमले कर रहा है।

अल अरेबिया मीडिया आउटलेट से बात करते हुए एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि राफा में अमेरिकी चिंताओं पर ध्यान न देने के बाद इज़राइल को किया जाने वाला हथियारों का निर्यात रोक दिया गया है। बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि हम इजरायल को दिए जाने वाले हथियारों की सतर्कतापूर्वक समीक्षा कर रहे हैं, इसमें भी खासकर जिनका राफा में इस्‍तेमाल किया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि इस समीक्षा की वजह से ही हमने पिछले सप्‍ताह इजरायल को दिए जाने वाले 1000 किलो के बम की आपूर्ति को रोक दिया है। हम इन बेहद शक्तिशाली बमों के इस्‍तेमाल पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। इसके इस्‍तेमाल का शहरी इलाकों में भयानक असर पड़ता है। हमने अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है कि आने वाले समय में कैसे हथियारों की श‍िपमेंट को लेकर आगे बढ़ना है।'

अमेरिकी सूत्रों का कहना है कि इन बमों के शिपमेंट को कम से कम दो सप्‍ताह के लिए टाल दिया गया है। इसमें बोइंग कंपनी का बनाया हुआ जॉइंट डायरेक्‍ट अटैक बम और स्‍माल डायामीटर बम भी शामिल है। अमेरिका ने इन बमों की आपूर्ति को ऐसे समय पर टाली है जब बाइडन सार्वजनिक रूप से इजरायल पर दबाव डाल रहे हैं कि वह राफा पर अभियान को बंद करे।व्हाइट हाउस की ओर से आपत्ति दर्ज कराए जाने के बावजूद इजराइली सरकार रफह पर आक्रमण की तैयारी करती रही है। इसी के बाद अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने इजराइल को भविष्य में सैन्य सहायता भेजने की समीक्षा शुरू कर दी थी।

हाल के हफ्तों में इजराइल की राफा पर आक्रमण की धमकी के बाद से ही अमेरिका ने सार्वजनिक और निजी तौर पर इस तरह के ऑपरेशन का विरोध किया है। अमेरिका शुरुआत से कहता आया है कि राफा में किसी भी ऑपरेशन से पहले आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक खास प्लान की जरूरत है। बताया जा रहा है कि करीब 17 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी राफा में हैं, इनमें से करीब 14 लाख वो लोग हैं जो उत्तरी गाजा से जान बचाने के लिए राफा आए हैं।

बता दें कि आतंकी संगठन हमास की ओर से पिछले साल सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया गया था। इसके जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी पर आक्रमण शुरू कर दिया था।हमास से जंग के बीच अमेरिका ने इजराइल को भारी मात्रा में सैन्य सहायता मुहैया कराई है। लेकिन अब गोला बारूद की खेप को रोकने से इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के बीच बढ़ता गतिरोध और खुलकर सामने आया गया है।

Azamgarh

10 hours ago

बीडीओ के उत्पीड़न से तंग आकर ग्राम पंचायत सचिवों ने किया कार्य बहिष्कार

संतोष कुमार मिश्र बूढ़नपुर आजमगढ़ । जनपद के विकास खंड कोयलसा के ग्राम पंचायत सचिवों, रोजगार सेवकों और मनरेगा कर्मियों ने खंड विकास अधिकारी पर उत्पीड़न करने व धन उगाही करने का आरोप लगाते हुए सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर इस मामले में उचित कार्यवाही की मांग की।

मुख्य विकास अधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में ग्राम पंचायत सचिवों का आरोप है कि खंड विकास अधिकारी द्वारा जांच के नाम पर अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है और निलंबित करने की धमकी दी जाती है। इसके साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है।

ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष दुर्गा राय ने बताया कि खंड विकास अधिकारी द्वारा स्थलीय सत्यापन के दौरान सचिव सभाराम वर्मा के अशिष्ट शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया जो निंदनीय है। विकास खंड के सभी कर्मचारियों का खंड विकास अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। धन उगाही के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसलिए सभी कर्मचारियों सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। संगठन द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अध्यक्ष आशीष सिंह, धनंजय यादव, देवेंद्र तिवारी, अभिषेक मिश्रा, आलोक यादव, गौरव सिंह, आलोक कुमार, केशव यादव, पंकज कुमार, सभाराम वर्मा, राजेश वर्मा, अजय यादव, प्रदीप कुमार सिंह, संदीप यादव तमाम लोग मौजूद रहे।

bablusah

10 hours ago

देवघर- गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी का जनसंपर्क पर अभियान हुआ तेज।
ेवघर: इंडिया महागठबंधन के गोड्डा लोकसभा प्रत्याशी विधायक प्रदीप यादव तथा झारखंड सरकार के कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख ने संयुक्त रूप से चलाया चुनावी जनसंपर्क अभियान। बुधवार को सारवां तथा सोनारायठाढ़ी प्रखंड के दर्जनों गांवों में जनसंपर्क चलाकर आम जनों से इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगा। जनसंपर्क के दौरान सारवां प्रखंड के बैजूकुरा,चोवा,मड़वा,ऊपर बहियारी, नोखीला, नयाभदियारा,डहुआ, तेलियाडीह,डकार ,बंदाजोरी तथा देवपहड़ी तथा सोनारायठाढ़ी प्रखंड के मगदीहा, खिजुरिया,भोड़ा जमुआ,बिंझा,बाराटांड़,महापुरहड़भंगा,दोंदिया, बैंहगा,कुसमाहा आदि दर्जनों गांव का संघन दौरा कर किया गया। जनसंपर्क के दौरान हर जगह भारी संख्या में लोग उपस्थित होकर इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। जनसंपर्क के दौरान प्रदीप यादव के लिए जनसमर्थन मांगते हुए कहा कि आज इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए हमारे घटक दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस के साथ अन्य पार्टियों के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत से लग जाना है। इस बार हम सबों की जीत तय है। पंद्रह साल पूर्व जब गोड्डा के सांसद कांग्रेस पार्टी के फुरकान अंसारी हुआ करते थे,सभी को याद होगा की हर छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर लोग अपने सांसद के पास पहुंचते थे, सांसद भी हम सबों के बीच आते रहते थे और हमारी समस्याओं का निधन भी होता था। लेकिन वर्तमान सांसद को क्षेत्र की जनता से कोई सरोकार नहीं है और न ही क्षेत्र के लोग उनको सामने में कभी अच्छी तरह से देखा तक है। वोट में प्रचार करने नहीं जाने के उनके अहं भरी बातों ने यहां के सम्मानित जनता एवं मतदाताओं का घोर अपमान किया है। इसका भी करारी जवाब इसबार जनता दे देगी। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस चुनाव में पूरे देश का माहौल धीरे-धीरे बदल गया है। मैं तीस वर्षों से चुनाव लड़ रहे हैं। आज तक मुझे ऐसा वातावरण देखने को नहीं मिला था,जो इस बार का है। ऐसा माहौल पुरे देश में है। केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को जाति-पांति,हिंदू मुसलमान के नाम पर आपसी विभेद पैदा कर लोगों को बांटने का काम किया है। इस सरकार ने मजदूरों,किसानों और नौजवानों की जरुरतों को नहीं समझा। इन हालतों को देखकर करीब चार हजार किलोमीटर पैदल चलकर हमारे नेता राहुल गांधी ने देश की हर व्यक्ति की जरूरत की सही नब्ज पकड़ा है और इतना कंक्रीट तथा ठोस घोषणा पत्र बनाई है। जिसमें पांच न्याय के तहत पच्चीस गारंटी दी है। ये मोदी की गारंटी नहीं राहुल गांधी की गारंटी है जो सरकार बनते ही पुरे होंगें। तीस लाख सरकारी नौकरी की बहाली के लिए कैलेंडर तक जारी कर दिया। हर महिला के खाते में हर वर्ष ₹100000 रुपए दिए जाऐंगें। किसानों, छोटे छोटे व्यवसायियों,शिक्षा ऋण भी माफ करेंगें। जो माफी नरेंद्र मोदी चंद उद्योगपति के लिए किया है,वो माफी आमलोगों के लिए हमारी सरकार करेगी। 15 वर्षों से गोड्डा में राज कर रहे स्थानीय सांसद कभी आम लोगों के पास नहीं आया और न ही उनकी जरूरतों आवश्यकताओं को समझा। जनता की हाल को देखने भी कभी नहीं पहुंचा। आज वे दर दर सपरिवार वोट मांगने को जा रहे हैं। आम जनता उनसे सवाल पूछ रही है, जिसका जवाब उनके पास नहीं है। हर जगह उनका विरोध हो रहा है। आमलोगों में काफी आक्रोश है। आखिर उनका यहां की जनता से सरोकार ही क्या है? जो खुद भागलपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने गोड्डा की जनता को ठगने का काम किया है। मैं आपके घर का बेटा हूॅं,आपका भाई बंधु हूॅं। मुझे आपने सांसद बनाया तो मैं आपका एक सच्चा सेवक बन कर रहूंगा और 24 घंटा आपके लिए काम करूंगा। आपके कृषि मंत्री हमारे छोटे भाई भरत समान हैं। हमारी अच्छी पारिवारिक संबंध है। बावजूद जनता के मुद्दों को लेकर में विधानसभा में इसे भी लड़ता हूॅं। आज मैं जहां जाता हूॅं ,सबसे पहले एक बात आती है कि क्षेत्र के बहुत से गरीब,मजदूर, किसान का पैसा सहारा इंडिया में फंसा है। केन्द्र सरकार ने वापसी करने की बात कही थी, लेकिन नहीं हुई। आखिर होगी क्यों,ये तो कारपोरेट घरानों के लिए काम करने वाली सरकार है। मैं सांसद बनते ही सबसे पहले सहारा इंडिया का पैसा दिलाने का काम करेंगें। झारखंडियों के लिए काम करने वाले गरीबों के हितैषी बैकसूर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जबरन जेल में डालकर रखा है। जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो उदय प्रकाश,सारवां कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष उपेन्द्र प्रसाद राय, झामुमो के सतेन्द्र हाजरा, कांग्रेस प्रवक्ता दिनेश कुमार मंडल,राजीव कुमार,भूतनाथ यादव,नैयाज अहमद,शदीक अंसारी, देवकांत राउत,राहुल सिंह, अमित पांडेय, अनिल राउत, नरेश यादव, मुकेश यादव, राजेश कुमार, रियासत अली, कुमार मणी टुडू, हरेंद्र यादव, प्रणव सिंह, दिवाकर पासवान, बिमल यादव, रवि कांत पत्रलेख,प्रेम राउत,श्री कांत यादव,सुनिता देवी , दीपक झा, मुबारक अंसारी, आदि मौजूद थे।

Delhincr

5 hours ago

आज है विश्व थैलेसीमिया दिवस, क्या हैं इस बीमारी के लक्षण और बचाव


नई दिल्ली : अगर शादी से पहले कुंडली मिलान के साथ और गर्भावस्था की पहली तिमाही में थैलेसीमिया की जांच करा लें, तो इस बीमारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। यानी सतर्कता से हम उस रक्त विकार को रोक सकते हैं, जिसके मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इनकी संख्या करोड़ों में है। 

भारत में थैलेसीमिया का पहला मामला 1938 में सामने आया था। 1994 में पहली बार थैलेसीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन ने आठ मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया था। इस साल विश्व थैलेसीमिया दिवस की थीम है, जागरूक रहें। साझा करें। देखभाल : थैलेसीमिया केयर गैप को पाटने के लिए शिक्षा को मजबूत बनाना। 

कुंडली मिलान के साथ जांच क्यों

विशेषज्ञों के अनुसार, थैलेसीमिया बीमारी की कुंडली मिलान के साथ जांच इसलिए जरूरी होती है, क्योंकि माता और पिता के जरिये यह बीमारी बच्चों में पहुंचती है। उत्तर पूर्वी राज्यों में यह आम है और यहां के कुछ क्षेत्रों में बीमारी की वाहक आवृत्ति 50 फीसदी तक है। पंजाब में करीब दो फीसदी आबादी में यह मौजूद है। हालांकि, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में इसकी आवृत्ति कम है। दक्षिणी, मध्य और पश्चिमी राज्यों की आदिवासी आबादी में यह बीमारी 48 फीसदी तक पहुंच गई है।

सिर्फ यही इलाज

थैलेसीमिया का इलाज ब्लड ट्रांसफ्यूजन, केलेशन थेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट का विकल्प है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट महंगा है। इसके लिए डोनर का एचएलए मिलना भी जरूरी है। इसलिए अधिकांश मरीज ब्लड ट्रांसफ्यूजन पर जीवित हैं। - डॉ. तूलिका सेठ, एम्स

आयरन का नियंत्रण बेहद जरूरी

थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चे के शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ने लगती है। आयरन बढ़ने से लिवर, हृदय पर दुष्प्रभाव होने लगता है। हालांकि, आयरन की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए कुछ दवाएं दी जाती हैं। - डॉ. नितिन गुप्ता, सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली 

ब्लड ट्रांसफ्यूजन के भी कई दुष्प्रभाव

मेजर थैलेसीमिया जन्म के साथ ही शुरू हो जाता है, जिससे बार-बार रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। कई बार इन रोगियों में हैपेटाइटिस या फिर एचआईवी भी मिलता है। यह ब्लड ट्रांसफ्यूजन की वजह से भी हो सकता है। - डॉ. वंशश्री, निदेशक, ब्लड बैंक, इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी

50 साल जिंदा रहने के लिए एक करोड़ रुपये का खर्चा

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की रिपोर्ट में थैलेसीमिया रोगी पर कितना खर्च हो सकता है, इसका आकलन बताया गया है। यह आकलन 10 वर्ष पहले तक का है। यानी वर्तमान में यह कई गुना बढ़ा है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, अगर एक थैलेसीमिया मेजर ग्रस्त बच्चा 30 किलो वजन का है तो उसे ब्लड ट्रांसफ्यूजन और आयरन के लिए सालाना दो लाख रुपये खर्च करने होते हैं। यानी 50 वर्ष तक यह जीवित रहता है तो इस पर एक करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। 

विशेषज्ञों के अनुसार, पौष्टिक भोजन और व्यायाम के जरिये इसे कुछ हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। साथ ही, नवजात और गर्भवती मां का नियमित टीकाकरण भी कारगर साबित हो सकता है।

आनुवांशिक विकार

थैलेसीमिया एक स्थायी रक्त विकार यानी क्रोनिक ब्लड डिसऑर्डर है। यह एक आनुवांशिक विकार है, जिसके कारण एक रोगी के लाल रक्त कण यानी आरबीसी में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता है। इसके कारण एनीमिया हो जाता है और रोगियों को जीवित रहने के लिए हर दो से तीन सप्ताह बाद रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। बीमारी के तीन चरण-

1- माइनर- हीमोग्लोबिन जीन गर्भधारण के दौरान विरासत में मिलता है। इसमें एक जीन मां और दूसरा पिता से मिलता है। एक जीन में थैलेसीमिया के लक्षण वाले लोगों को वाहक के रूप में जाना जाता है या उन्हें थैलेसीमिया माइनर ग्रस्त कहा जाता है। इसमें व्यक्ति को केवल हल्का एनीमिया होता है।

2- इंटर मीडिया- ये ऐसे मरीज हैं, जिनमें हल्के से गंभीर लक्षण तक मिलते हैं।

3- मेजर- यह थैलेसीमिया का सबसे गंभीर रूप है। ऐसा तब होता है, जब एक बच्चे को माता-पिता प्रत्येक से दो उत्परिवर्तित जीन मिलते हैं। थैलेसीमिया मेजर से ग्रस्त बच्चे में जीवन के पहले वर्ष के दौरान गंभीर एनीमिया के लक्षण विकसित होते हैं। जीवित रहने के लिए उन्हें अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण यानी बोन मैरो ट्रांसप्लांट या नियमित रूप से रक्त चढ़ाए जाने की आवश्यकता होती है.

NANDANDUMRI

6 hours ago


 
 
  पीरटांड़ में युवा आजसू प्रखंड के पंचायत प्रभारियों की बैठक संपन्न,
  


डुमरी : डुमरी अनुमंडल के पीरटांड़ प्रखंड में बुधवार को युवा आजसू प्रखंड के पंचायत प्रभारियों की आवश्यक बैठक केशव पाठक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।जिसमें सभी सत्रह पंचायत प्रभारी उपस्थित हुए।सभी को उनके दायित्वों का बोध कराया गया।साथ ही सभी पंचायत प्रभारियों को जिम्मेवारी दी गई कि एक सप्ताह के अंदर सभी राज्स्व ग्राम में ग्राम प्रभारी का गठन कर प्रत्येक ग्राम से 10-10 युवा को जोडकर सूचिबद्ध करना है।इसके पश्चात् विधानसभा स्तरीय युवाओं का एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसे पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो सम्मेलन को संबोधित करेंगे।बैठक में सभी पंचायत प्रभारियों के अतिरिक्त युवा राज्य संयोजक अमित कुमार प्रखंड प्रभारी छक्कन महतो, प्रखंड अध्यक्ष मेराज आलम, सचिव प्रकाश पंडित संगठन सचिव तिलकचंद महतो छात्र अध्यक्ष अनिकेत तिवारी युवा नेता पीयुष कुमार, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष अजय सिंह आदि उपस्थित थे।
इस दौरान एनडीए प्रत्याशी चन्द्र प्रकाश चौधरी को पीरटांड़ प्रखंड में विगत लोकसभा चुनाव में प्राप्त मतों को बढ़ाकर मतदान अपने पक्ष में करवाने का संकल्प लिया गया।कहा कि साथ ही झारखंड में अबकी बार 14 में से 14 सीट पर फतह हासिल करने का संकल्प पूरा किया जा सके।

Chhattisgarh

6 hours ago

व्यावसायिक परीक्षा मण्डल की विभिन्न प्रवेश एवं पात्रता परीक्षाओं की तिथियों में संशोधन

रायपुर- छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विभिन्न प्रवेश एवं पात्रता परिक्षाओं की परीक्षा तिथियों में संशोधन किया गया है।

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल से प्राप्त जानकारी के अनुसार अन्य केन्द्र स्तरीय परीक्षाओं की तिथि घोषित होने के परिणाम स्वरूप पी.ए.टी/पी.व्ही.पी.टी., बीएससी (कृषि), बीएससी (उद्यानिकी), पशुपालन में डिप्लोमा और मत्स्यिकी विज्ञान में डिप्लोमा, प्री.बी.ए.बी.एड. और प्री बी.एससी बी.एड. की परीक्षाएं अब 09 जून 2024 को होगी। पूर्व में इन परीक्षाओं के लिए 16 जून की तिथि निर्धारित की गई थी।

इसी प्रकार बी.एससी नर्सिंग-2024, पोस्ट बेसिक नर्सिंग-2024 एवं एम.एस.सी. नर्सिंग-2024 की परीक्षा 14 जुलाई 2024 को आयोजित की जाएगी। पूर्व में इन परीक्षाओं के लिए 07 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई थी।

अन्य प्रवेश परीक्षा का अद्यतन कार्यक्रम इस प्रकार निर्धारित किया गया है। पी.ई.टी-2024, प्री.एम.सी.ए.-2024 एवं पी.पी.एच.टी.-2024 की परीक्षा 13 जून 2024 को होगी। पी.पी.टी. 2024, टीईटी-2024 पात्रता परीक्षा 23 जून 2024 को और प्री.बी.एड.-2024 और प्री.डी.एल.एड.-2024 की परीक्षा 30 जून को होगी।

Patna

8 hours ago

नेता प्रतिपक्ष का बड़ा बयान ; पीएम एयर शो करें या रोड शो करे तेजस्वी करेगा जॉब शो

पटना : 12 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में रोड शो करेंगे। इस रोड शो को लेकर भाजपा की ओर से पूरी तैयारी की गई है। इधर पीएम मोदी के इस रोड शो को लेकर बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तीखा तंज कसा है। 

उन्होंने कहा है कि पीएम एयर शो करें या रोड शो करे तेजस्वी जॉब शो करेगा। तेजस्वी ने भोजपुरी भाषा मे बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जनता रगड़ने लगी है। अभी तो रगड़ाई ढंग से हुई भी नहीं है। अभी 3 फेज भइले बा 4 फेज बाकी बा

वहीं बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े के द्वारा ये बयान देने की पाकिस्तान अल्ला से गुजारिश कर रहा है मोदी की सरकार नही आये बल्कि राहुल गांधी की सरकार आये। इसपर तेजस्वी ने कहा कोई भी बीजेपी के नेता मुद्दे की बात नही बोल रहे है।

बीजेपी के नेताओं और मोदी जी के मुंह से मुद्दे की बात सुनना असम्भव है जैसे रेगिस्तान मे मछली मारना,आसमान मे पेड़ लगाना और सूर्य भगवान का पश्चिम से उगना। देश मे कितना नौकरी दिए। देश की अर्थव्यवस्था कमजोर् होती जा रही है। गरीब गरीब होता जा रहा है और अमीर अमीर होता जा रहा है। ये शिक्षा और रोजगार पर नही बोलते है। सिर्फ हिन्दु मुस्लिम की बात करते है।

तेजस्वी ने कहा बिहार देश को दिशा दिखाता है और इस इस बार बीजेपी का हालत टाइट है। हमने पहले ही कहा है बिहार चौंकाने वाला रिजल्ट देगाय़ ऐसा चौक जाएंगे की उनकी सरकार नहीं बनेगी।

पटना से मनीष प्रसाद

India

8 hours ago

कौन हैं कांग्रेस के सैम पित्रोदा, जिनके “नस्लीय टिप्पणी” वाले बयान पर मचा है बवाल

#whoissam_pitroda

सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सैम पित्रोदा अपने बाबाक बयानों को लेकर जाने जाते हैं। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पित्रोदा ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसपर बहस छिड़ गई है। उन्होंने भारतीयों की विविधता का जिक्र करते हुए टिप्पणी की। अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा कि 'हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों जैसे और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। लोकसभा चुनावों की बीच उनके इस बयान से सियासी पारा और हाई हो गया है।

चुनावी माहौल में विरासत कर के बाद सैम पित्रोदा के ताजा बयान से सियासत और गरमा गई है। अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा कि 'हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों जैसे और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं।' पित्रोदा ने कहा कि भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के लोग 75 वर्षों तक एक सुखद वातावरण में रहे हैं, कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं।

एक तरफ पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। तो वहीं, कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है। बता दें कि अपनी पार्टी को उलझन में डालने का सैम पित्रोदा का पुराना रिकॉर्ड है और अपने विवादित बयानों की वजह से वह हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। सैम पित्रोदा की पहचान सिर्फ इतनी नहीं है कि वो कांग्रेस के नेता है। उनकी शख्सियत एक राजनीतिज्ञ, रणनीतिकार, सलाहकार, उद्योगपति और तकनीकी विशेषज्ञ की रही है। तकनीकी के क्षेत्र में उन्होंने कई आविष्कार किए हैं। उनकी प्रारंभिक पहचान बतौर आविष्कारक की रही है।  

भारत में सूचना क्रांति के अग्रदूत

पित्रोदा ने 1974 में उन्होंने वेस्कॉम स्विचिंग कंपनी में योगदान किया और फिर अगले ही साल 1975 में इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार करके अपनी क्षमता का परिचय दिया। अगले चार साल के भीतर उन्होंने 580 DSS स्विच बनाई और उसे 1978 में उसे लॉन्च कर दिया। इससे बाद सैम पित्रोदा ने बतौर इंजीनियर टेलीकम्यूनिकेशन के क्षेत्र में जितने भी आविष्कार किए उन सभी को पेटेंट कराना शुरू कर दिया। आज की तारीख में सैम पित्रोदा के नाम करीब 100 पेटेंट हैं। मोबाइल से आर्थिक लेन-देन की टेक्नोलॉजी का पेटेंट भी सैम पित्रोदा के पास ही है। सैम पित्रोदा को भारतीय सूचना क्रांति का अग्रदूत माना जाता है। 80 के दशक में भारत की दूरसंचार और प्रौद्योगिकी क्रांति की नींव रखने का श्रेय पित्रोदा को ही दिया जाता है। कांग्रेस सरकार के बुलावे पर साल 1984 में वो भारत वापस आए और दूरसंचार नीति को दिशा देने का काम किया।सैम पित्रोदा भारत के दूरसंचार आयोग के संस्थापक और पहले अध्यक्ष भी रहे हैं।

गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते हैं पित्रोदा

सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। सैम पित्रोदा का जन्म 17 नवंबर 1942 को ओडिशा के टीटलागढ़ में हुआ था। सैम पित्रोदा मूलत: गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके परिवार के बारे में कहा जाता है कि वो गांधीवादी विचारधारा से प्रभावित रहा है. सैम पित्रोदा ने बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से भौतिकी शास्त्र में एमए किया था। सैम पित्रोदा सन् 1964 में ही अमेरिका चले गए थे। शिकागो में उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री हासिल की। दो साल पढ़ाई करने के बाद सन् 1966 में वो शिकागो में ही नौकरी करने लगे। हालांकि सैम पित्रोदा ने अमेरिका में स्थायी तौर पर रहना कुबूल नहीं किया। सैम पित्रोदा सन् 1981 में भारत लौट आए। उनका मिशन भारत में टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम को मॉडर्न बनाना और उसे आगे बढ़ाना था। उनकी मुलाकात तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से हुई। इंदिरा गांधी से विचार-विमर्श करने और सहमति मिलने के बाद सैम पित्रोदा सन् 1984 से स्थायी रूप से भारत रहने आ गए और दोबारा भारतीय नागरिकता हासिल कर ली। भारत में उन्होंने टेलीकॉम फील्ड में कई अनुसंधान और विकास कार्यों को बढ़ावा दिया।

राजीव गांधी के रह चुके हैं सलाहकार

राजीव गांधी की वजह से ही सैम पित्रोदा की राजनीति में एंट्री हुई थी। सैम पित्रोदा को राजीव गांधी का करीबी माना जाता है।पित्रोदा सन् 1987 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सलाहकार बने और टेलीकम्यूनिकेशन, वाटर, लिट्रेसी, टीकाकरण, डेयरी और तिलहन के क्षेत्र में तकनीकी मिशन की शुरुआत की। सैम पित्रोदा ने राजीव गांधी के साथ करीब एक दशक तक काम किया।समय के साथ कांग्रेस पार्टी में उनका दबदबा बढ़ता गया और अब वो राहुल गांधी के भी करीबी माने जाते हैं। साल 2017 में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सैम पित्रोदा को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

Arfa

8 hours ago

तेजस्वी ने साबित किया विजन हो तो हर काम आसान
दरभंगा में बुधवार को राजद के एमएलसी कारी शोएब पहुंचे। जहां प्रेसवार्ता कर एनडीए पर जमकर हमला किया। अपने 17 महीने की सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जब तेजस्वी यादव ने 10 लाख रोजगार देने की बात की थी तो नीतीश कुमार ने कहा था कि कहां से देगा, यह चीज नहीं हो सकता है।

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के हाथों एक दिन में डेढ़ लाख नियुक्ति पत्र देकर साबित कर दिया कि अगर आपके पास विजन हो तो हर काम आसानी से किया जा सकता है। जो वादा किया है वो 10 साल में भी पूरा नहीं होगा

कारी शोएब ने कहा कि बिहार की जनता को तेजस्वी यादव पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा है कि 15 अगस्त को एक करोड़ लोगों को नौकरी मिलेगी। हर महिलाओं को एक लाख रुपया मिलेंगे। गैस सिलेंडर का मूल्य 500 रुपया होगा। किसानों को अधिकार मिलेगा। केंद्र सरकार ने जो अग्निवीर योजना लाई है। जिससे हमारे जवान परेशान हैं। उसको खत्म किया जाएगा।

दूसरी और केंद्र सरकार ने जो वादा किया था एक भी वादा 10 सालों में उन लोगों ने पूरा नहीं किया। वही उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का नेतृत्व बिहार ही नहीं, पूरे देश ने देखा है। वादा पूरा किया है। भारत में एक ऐसा राज्य बिहार है, जिसके एक विभाग एक दिन में डेढ़ लाख युवकों को रोजगार देने का काम किया है

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

mirzapur

8 hours ago

संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी ने फांसी के फंदे पर झूल कर दी जान, परिजनों में मचा हड़कंप

लालगंज, मीरजापुर। थाना क्षेत्र के लहंगपुर पुलिस चौकी अंतर्गत किरहा गांव निवासी सत्यनारायण मोदनवाल की 17 वर्षीय पुत्री मोनिता मोदनवाल ने बुधवार को दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर लिया। जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार लहंगपुर पुलिस चौकी अंतर्गत किरहा गांव निवासी कक्षा 11 की छात्रा मोनिका मोदनवाल पुत्री सतनारायण मोदनवाल दोपहर के समय परिवार के लोग जब सोए हुए थे उसी समय उसने पक्का मकान के दूसरे कमरे में साड़ी से फंदे में लटक कर आत्महत्या कर लिया। चर्चा है कि मां बेटी में कहां सुनी हुई थी जिसे नाराज होकर बेटी दूसरे कमरे में फंदे से लटक गई। इस संबंध में लहंगपुर चौकी प्रभारी विजय कुमार राय ने बताया कि कक्षा 11 की छात्रा मोनिका मोदनवाल विक्षिप्तावस्था में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

India

8 hours ago

अमेरिका ने इजराइल को दिया बड़ा झटका, राफा अभियान के बाद सैन्य सहायता रोकी

#us_admits_to_withholding_weapons_shipment_to_israel

अमेरिका की चेतावनी के बाद भी इजराइल ने मंगलवार को राफा पर आक्रमण कर दिया है। इजराइल ने इस एक्शन के बाद अपने खास दोस्त अमेरिका से दुश्मनी मोल ली है। अमेरिका ने इजराइल को दी जाने वाली सैन्य मदद रोक दी है।बताया जा रहा है कि गाजा के दक्षिणी इलाके में स्थित शहर राफा पर इजरायल के हमले को देखते हुए बाइडन प्रशासन ने यह फैसला लिया है। बाइडन प्रशासन चाहता है कि इजरायल राफा में पूर्ण अभियान चलाने से बचे जहां लाखों की तादाद में फलस्‍तीनी लोग शरण लिए हुए हैं। इससे पहले जब इजरायल ने अभियान शुरू किया तब गाजा के लोग मिस्र से लगे राफा बॉर्डर पर पहुंच गए थे। इस बॉर्डर पर इजरायल ने कब्‍जा कर लिया है और लगातार हमले कर रहा है।

अल अरेबिया मीडिया आउटलेट से बात करते हुए एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि राफा में अमेरिकी चिंताओं पर ध्यान न देने के बाद इज़राइल को किया जाने वाला हथियारों का निर्यात रोक दिया गया है। बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि हम इजरायल को दिए जाने वाले हथियारों की सतर्कतापूर्वक समीक्षा कर रहे हैं, इसमें भी खासकर जिनका राफा में इस्‍तेमाल किया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि इस समीक्षा की वजह से ही हमने पिछले सप्‍ताह इजरायल को दिए जाने वाले 1000 किलो के बम की आपूर्ति को रोक दिया है। हम इन बेहद शक्तिशाली बमों के इस्‍तेमाल पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। इसके इस्‍तेमाल का शहरी इलाकों में भयानक असर पड़ता है। हमने अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है कि आने वाले समय में कैसे हथियारों की श‍िपमेंट को लेकर आगे बढ़ना है।'

अमेरिकी सूत्रों का कहना है कि इन बमों के शिपमेंट को कम से कम दो सप्‍ताह के लिए टाल दिया गया है। इसमें बोइंग कंपनी का बनाया हुआ जॉइंट डायरेक्‍ट अटैक बम और स्‍माल डायामीटर बम भी शामिल है। अमेरिका ने इन बमों की आपूर्ति को ऐसे समय पर टाली है जब बाइडन सार्वजनिक रूप से इजरायल पर दबाव डाल रहे हैं कि वह राफा पर अभियान को बंद करे।व्हाइट हाउस की ओर से आपत्ति दर्ज कराए जाने के बावजूद इजराइली सरकार रफह पर आक्रमण की तैयारी करती रही है। इसी के बाद अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने इजराइल को भविष्य में सैन्य सहायता भेजने की समीक्षा शुरू कर दी थी।

हाल के हफ्तों में इजराइल की राफा पर आक्रमण की धमकी के बाद से ही अमेरिका ने सार्वजनिक और निजी तौर पर इस तरह के ऑपरेशन का विरोध किया है। अमेरिका शुरुआत से कहता आया है कि राफा में किसी भी ऑपरेशन से पहले आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक खास प्लान की जरूरत है। बताया जा रहा है कि करीब 17 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी राफा में हैं, इनमें से करीब 14 लाख वो लोग हैं जो उत्तरी गाजा से जान बचाने के लिए राफा आए हैं।

बता दें कि आतंकी संगठन हमास की ओर से पिछले साल सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया गया था। इसके जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी पर आक्रमण शुरू कर दिया था।हमास से जंग के बीच अमेरिका ने इजराइल को भारी मात्रा में सैन्य सहायता मुहैया कराई है। लेकिन अब गोला बारूद की खेप को रोकने से इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के बीच बढ़ता गतिरोध और खुलकर सामने आया गया है।

Azamgarh

10 hours ago

बीडीओ के उत्पीड़न से तंग आकर ग्राम पंचायत सचिवों ने किया कार्य बहिष्कार

संतोष कुमार मिश्र बूढ़नपुर आजमगढ़ । जनपद के विकास खंड कोयलसा के ग्राम पंचायत सचिवों, रोजगार सेवकों और मनरेगा कर्मियों ने खंड विकास अधिकारी पर उत्पीड़न करने व धन उगाही करने का आरोप लगाते हुए सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर इस मामले में उचित कार्यवाही की मांग की।

मुख्य विकास अधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में ग्राम पंचायत सचिवों का आरोप है कि खंड विकास अधिकारी द्वारा जांच के नाम पर अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है और निलंबित करने की धमकी दी जाती है। इसके साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है।

ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष दुर्गा राय ने बताया कि खंड विकास अधिकारी द्वारा स्थलीय सत्यापन के दौरान सचिव सभाराम वर्मा के अशिष्ट शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया जो निंदनीय है। विकास खंड के सभी कर्मचारियों का खंड विकास अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। धन उगाही के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसलिए सभी कर्मचारियों सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। संगठन द्वारा मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अध्यक्ष आशीष सिंह, धनंजय यादव, देवेंद्र तिवारी, अभिषेक मिश्रा, आलोक यादव, गौरव सिंह, आलोक कुमार, केशव यादव, पंकज कुमार, सभाराम वर्मा, राजेश वर्मा, अजय यादव, प्रदीप कुमार सिंह, संदीप यादव तमाम लोग मौजूद रहे।

bablusah

10 hours ago

देवघर- गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी का जनसंपर्क पर अभियान हुआ तेज।
ेवघर: इंडिया महागठबंधन के गोड्डा लोकसभा प्रत्याशी विधायक प्रदीप यादव तथा झारखंड सरकार के कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख ने संयुक्त रूप से चलाया चुनावी जनसंपर्क अभियान। बुधवार को सारवां तथा सोनारायठाढ़ी प्रखंड के दर्जनों गांवों में जनसंपर्क चलाकर आम जनों से इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगा। जनसंपर्क के दौरान सारवां प्रखंड के बैजूकुरा,चोवा,मड़वा,ऊपर बहियारी, नोखीला, नयाभदियारा,डहुआ, तेलियाडीह,डकार ,बंदाजोरी तथा देवपहड़ी तथा सोनारायठाढ़ी प्रखंड के मगदीहा, खिजुरिया,भोड़ा जमुआ,बिंझा,बाराटांड़,महापुरहड़भंगा,दोंदिया, बैंहगा,कुसमाहा आदि दर्जनों गांव का संघन दौरा कर किया गया। जनसंपर्क के दौरान हर जगह भारी संख्या में लोग उपस्थित होकर इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। जनसंपर्क के दौरान प्रदीप यादव के लिए जनसमर्थन मांगते हुए कहा कि आज इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए हमारे घटक दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस के साथ अन्य पार्टियों के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत से लग जाना है। इस बार हम सबों की जीत तय है। पंद्रह साल पूर्व जब गोड्डा के सांसद कांग्रेस पार्टी के फुरकान अंसारी हुआ करते थे,सभी को याद होगा की हर छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर लोग अपने सांसद के पास पहुंचते थे, सांसद भी हम सबों के बीच आते रहते थे और हमारी समस्याओं का निधन भी होता था। लेकिन वर्तमान सांसद को क्षेत्र की जनता से कोई सरोकार नहीं है और न ही क्षेत्र के लोग उनको सामने में कभी अच्छी तरह से देखा तक है। वोट में प्रचार करने नहीं जाने के उनके अहं भरी बातों ने यहां के सम्मानित जनता एवं मतदाताओं का घोर अपमान किया है। इसका भी करारी जवाब इसबार जनता दे देगी। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि इस चुनाव में पूरे देश का माहौल धीरे-धीरे बदल गया है। मैं तीस वर्षों से चुनाव लड़ रहे हैं। आज तक मुझे ऐसा वातावरण देखने को नहीं मिला था,जो इस बार का है। ऐसा माहौल पुरे देश में है। केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को जाति-पांति,हिंदू मुसलमान के नाम पर आपसी विभेद पैदा कर लोगों को बांटने का काम किया है। इस सरकार ने मजदूरों,किसानों और नौजवानों की जरुरतों को नहीं समझा। इन हालतों को देखकर करीब चार हजार किलोमीटर पैदल चलकर हमारे नेता राहुल गांधी ने देश की हर व्यक्ति की जरूरत की सही नब्ज पकड़ा है और इतना कंक्रीट तथा ठोस घोषणा पत्र बनाई है। जिसमें पांच न्याय के तहत पच्चीस गारंटी दी है। ये मोदी की गारंटी नहीं राहुल गांधी की गारंटी है जो सरकार बनते ही पुरे होंगें। तीस लाख सरकारी नौकरी की बहाली के लिए कैलेंडर तक जारी कर दिया। हर महिला के खाते में हर वर्ष ₹100000 रुपए दिए जाऐंगें। किसानों, छोटे छोटे व्यवसायियों,शिक्षा ऋण भी माफ करेंगें। जो माफी नरेंद्र मोदी चंद उद्योगपति के लिए किया है,वो माफी आमलोगों के लिए हमारी सरकार करेगी। 15 वर्षों से गोड्डा में राज कर रहे स्थानीय सांसद कभी आम लोगों के पास नहीं आया और न ही उनकी जरूरतों आवश्यकताओं को समझा। जनता की हाल को देखने भी कभी नहीं पहुंचा। आज वे दर दर सपरिवार वोट मांगने को जा रहे हैं। आम जनता उनसे सवाल पूछ रही है, जिसका जवाब उनके पास नहीं है। हर जगह उनका विरोध हो रहा है। आमलोगों में काफी आक्रोश है। आखिर उनका यहां की जनता से सरोकार ही क्या है? जो खुद भागलपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने गोड्डा की जनता को ठगने का काम किया है। मैं आपके घर का बेटा हूॅं,आपका भाई बंधु हूॅं। मुझे आपने सांसद बनाया तो मैं आपका एक सच्चा सेवक बन कर रहूंगा और 24 घंटा आपके लिए काम करूंगा। आपके कृषि मंत्री हमारे छोटे भाई भरत समान हैं। हमारी अच्छी पारिवारिक संबंध है। बावजूद जनता के मुद्दों को लेकर में विधानसभा में इसे भी लड़ता हूॅं। आज मैं जहां जाता हूॅं ,सबसे पहले एक बात आती है कि क्षेत्र के बहुत से गरीब,मजदूर, किसान का पैसा सहारा इंडिया में फंसा है। केन्द्र सरकार ने वापसी करने की बात कही थी, लेकिन नहीं हुई। आखिर होगी क्यों,ये तो कारपोरेट घरानों के लिए काम करने वाली सरकार है। मैं सांसद बनते ही सबसे पहले सहारा इंडिया का पैसा दिलाने का काम करेंगें। झारखंडियों के लिए काम करने वाले गरीबों के हितैषी बैकसूर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जबरन जेल में डालकर रखा है। जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो उदय प्रकाश,सारवां कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष उपेन्द्र प्रसाद राय, झामुमो के सतेन्द्र हाजरा, कांग्रेस प्रवक्ता दिनेश कुमार मंडल,राजीव कुमार,भूतनाथ यादव,नैयाज अहमद,शदीक अंसारी, देवकांत राउत,राहुल सिंह, अमित पांडेय, अनिल राउत, नरेश यादव, मुकेश यादव, राजेश कुमार, रियासत अली, कुमार मणी टुडू, हरेंद्र यादव, प्रणव सिंह, दिवाकर पासवान, बिमल यादव, रवि कांत पत्रलेख,प्रेम राउत,श्री कांत यादव,सुनिता देवी , दीपक झा, मुबारक अंसारी, आदि मौजूद थे।