पुलिया पर रेलिंग ना होने के कारण बाइक खड्ड में गिरी युवक की मौत परिजनों में मचा कोहराम

अमृतपुर फर्रुखाबाद । पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर के अंतर्गत ग्राम काकर कठा निवासी प्रमोद कुमार कुशवाहा (45) पुत्र हरीराम कुशवाहा अपनी बाइक संख्या यूपी 27 बी यस 6371 को लेकर फर्रुखाबाद के थाना अमृतपुर के ग्राम भावन निवासी गिरीश चंद्र के घर अपनी( बुआ) के यहां गया था देर रात लगभग 12:00 बजे अपनी बाइक से अपने घर वापस जा रहा था राजपुर गुडेरा संपर्क मार्ग स्थित अमैयापुर पुलिया पर रेलिंग ना होने के कारण वह बाइक समेत नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई सुबह 6:50 पर भावन निवासी अनूप कुमार पुत्र जयद्रथ फर्रुखाबाद परीक्षा देने के लिए जा रहा था उसने प्रमोद को बाइक समेत नीचे पड़ा देखा सूचना मृतक के भाई को दी गई सूचना पर पहुंचे भाई ने डायल 112 पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मोनू शाक्या हलका इंचार्ज रवी सोलंकी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे ।

मृतक के परिजन बहन माया पत्नी सुजजा पुत्री सावित्री करिश्मा अन्नया पुत्र अंकित दुर्गेश का रो रो कर बुरा हाल था उप निरीक्षक रवी सोलंकी ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया थाना प्रभारी मोनू शाक्या ने बताया कि तहरीर नहीं मिली डॉक्टरी रिपोट आने पर कार्यवाही की जाएगी बताते चलें कि इस पुलिया पर रेलिंग लगवाने का आश्वासन पूर्व अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति द्वारा वर्ष 2023 में ही दिया गया था 2025 में आई बाढ़ में फिरसे उप जिला अधिकारी अमृतपुर संजय कुमार सिंह द्वारा आश्वासन दिया गया था फिर भी पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा रेलिंग लगाने का कार्य नहीं किया गया एक युवक की जान चली गई क्या पीडब्ल्यूडी विभाग रेलिंग लगवाएगा या फिर सिर्फ अधिकारियों का आश्वासन जनता के लिए सफेद हाथी साबित होगा यह आने वाला समय ही बताएगा

अनियंत्रित कार पलटी,सिपाही घायल,शादी से लौटते समय हुआ हादसा

गोंडा।जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में मध्य रात्रि लगभग 1 बजे एक अनियंत्रित स्विफ्ट डिजायर कार पलटने से पीआरवी में तैनात सिपाही अजय यादव व कार चालक राजीव विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये।यह घटना टिकरी जंगल के ऊंट घाट पुल के पास हुआ जिसके बाद दोनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर ले जाया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही अजय यादव बालपुर चौकी क्षेत्र में मोटरसाइकिल डायल 112 पर तैनात है।वह अपने साथी राजीव विश्वकर्मा(बमडेरा गांव निवासी), अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी के साथ कोल्हमपुर में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था।शादी से लौटते समय वे नवाबगंज मनकापुर सम्पर्क मार्ग से होते हुए बालपुर जा रहे थे।मध्य रात्रि लगभग 1 बजे ऊंट घाट पुल के पास अचानक मोड़ पर तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गयी।सड़क किनारे पलटी कार देखकर वहां से गुजर रहे लोगों ने तत्काल इसकी सूचना डायल 112 को दी।मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।इस हादसे में घायल सिपाही अजय यादव के पैर में गंभीर चोटें आई हैं,जबकि चालक राजीव विश्वकर्मा के सिर में चोट लगी है।कार में सवार अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी को मामूली चोटें आई हैं,लेकिन वे बाल बाल बच गये।वजीरगंज पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।तरबगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी उमेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात डायल 112 को गाड़ी पलटने की सूचना मिली थी।पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंच कर घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया,जहाँ उनका इलाज जारी है।उन्होंने पुष्टि की कि ये लोग शादी समारोह से लौट रहे थे और नवाबगंज मनकापुर मार्ग पर उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गयी।

उप्र : ऊर्जा मंत्री ने लगातार छठवें वर्ष विद्युत दरों में बढ़ोतरी न होने पर प्रदेशवासियों को दी बधाई

*सभी कंज्यूमर कैटेगरी का टैरिफ यथावत, किसी भी वर्ग पर अतिरिक्त भार नहीं* *गरीब किसान मजदूर व्यापारी और मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत* *जनता का हित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता एके शर्मा* लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए बिजली दरों में किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी न किए जाने पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश सरकार की जन–केन्द्रित नीतियों और उपभोक्ता हितों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार लगातार ऐसे निर्णय ले रही है, जो जनता की आर्थिक क्षमता को सुदृढ़ बनाते हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले कई वर्षों में सरकार ने विद्युत क्षेत्र में बड़े सुधार किए हैं, जिसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश ने एक उपलब्धि हासिल करते हुए लगातार छठे वर्ष भी बिजली दरों में कोई वृद्धि न करने की परंपरा कायम रखी है। यह उपलब्धि प्रदेश को देश का पहला ऐसा राज्य बनाती है, जिसने इतनी लंबी अवधि तक अपने उपभोक्ताओं को स्थिर और किफायती बिजली दरों का लाभ प्रदान किया है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के करोड़ों बिजली उपभोक्ताओं को सीधा लाभ होगा। उन्होंने बताया कि बिजली दरों को स्थिर रखने के पीछे सरकार का उद्देश्य जनता को अनावश्यक आर्थिक बोझ से बचाना है, ताकि आम नागरिकों की जेब पर अतिरिक्त भार न पड़े। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने घोषणा की है कि घरेलू, व्यावसायिक, औद्योगिक, कृषि एवं ग्रामीण उपभोक्ताओं सहित सभी श्रेणियों (कंज्यूमर कैटेगरी) के लिए बिजली के टैरिफ लगातार छठवें वर्ष भी यथावत रखे गए हैं। इसका अर्थ है कि किसी भी वर्ग के बिजली उपभोक्ता पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा।इस निर्णय से न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि व्यापारियों, उद्योगों और किसानों को भी लाभ होगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और रोजगार को भी मजबूती मिलेगी। बिजली दरों में स्थिरता उद्योगों को अपनी लागत नियंत्रित करने में मदद करती है, जिससे प्रदेश में निवेश का माहौल भी बेहतर होता है। वर्तमान समय में जब देश के कई राज्यों में बिजली दरें बढ़ाई जा रही हैं, ऐसे समय में उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय आम जनता के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। बिजली बिल में बढ़ोतरी न होने से गरीब परिवारों का घरेलू बजट सुरक्षित रहेगा, किसानों के लिए सिंचाई लागत नहीं बढ़ेगी और मजदूरों तथा रोजमर्रा कमाई करने वाले परिवारों को भी आर्थिक स्थिरता मिलेगी। छोटे व्यापारियों, दुकानदारों और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह निर्णय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। बढ़ती जीवन-यापन लागत के बीच बिजली दरों को स्थिर रखना प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाता है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि दरों में स्थिरता बनाए रखने के साथ-साथ सरकार निरंतर विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए दिन–रात कार्य कर रही है। प्रदेश भर में विद्युत अवसंरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) को आधुनिक बनाने, पुराने तारों व ट्रांसफॉर्मरों को बदलने, भूमिगत केबलिंग जैसे कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक उपभोक्ताओं को निर्बाध, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने कई नई परियोजनाओं को भी स्वीकृति दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति में निरंतर सुधार हो रहा है और शहरी क्षेत्रों में ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है। मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जनता के हित में लिए गए इस महत्वपूर्ण निर्णय से स्पष्ट है कि सरकार उपभोक्ता सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग की पूरी टीम उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने और पारदर्शी तरीके से कार्य करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।उन्होंने यह भी कहा कि आगामी वर्षों में भी सरकार ऐसे निर्णय लेती रहेगी जो आम जनता के हित में हों। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बिजली आपूर्ति और सेवाओं की गुणवत्ता में और सुधार लाएं, ताकि प्रदेश की जनता को विश्वस्तरीय सेवाओं का अनुभव मिल सके।
जमशेदपुर में ग्राहक बनकर पहुंची वन विभाग की टीम, प्रतिबंधित सफेद मूंगा के साथ चार तस्करों को दबोचा

झारखंड में इन दिनों प्रतिबंधित चीजों की कालाबाजारी जोरों पर है. ऐसा ही एक मामला जमशेदपुर शहर से भी सामने आया है, जहां वन विभाग की टीम ने प्रतिबंधित सफेद समुद्री कोरल (मूंगा) के साथ चार तस्करों को पकड़ा है. इस मूंगा की कीमत 10 से 15 लाख रुपए के बीच बताई जा रही है. वहीं इनका वजन करीब 3 किलो है. गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. गिरफ्तार तस्करों में से तीन लोग रांची के रहने वाले हैं, जबकि एक पश्चिम सिंहभूम का है.

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दीपक कुमार महतो, प्रमोद कैवता और अभय कुमार रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. वहीं, चौथा तस्कर हरिचरण गोप पश्चिम सिंहभूम के गम्हरिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है. जानकारी के अनुसार, जमशेदपुर के एक होटल में प्रतिबंधित सफेद समुद्री कोरल (मूंगा) की डील होनी थी. गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम और वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के सदस्यों की एक टीम होटल में खरीददार बनकर पहुंची.

सफेद मूंगा के साथ चार तस्कर अरेस्ट

टीम को देखते ही तस्करों ने एक बैग से निकला मूंगा उनके सामने रख दिया. इसके बाद वन विभाग ने मूंगा को जब्त करते चारों तस्करों को दबोच लिया. जानकारों की मानें तो व्यापार और कारोबार में उन्नति के साथ-साथ घर में सुख-समृद्धि और गुड लक के लिए समुद्री कोरल को लोग अपने घरों में रखते हैं. इसके अलावा, सफेद समुद्री कोरल का उपयोग महंगे आभूषण बनाने में भी किया जाता है. समुद्री कोरल से खूबसूरत गहने जैसे हार, अंगूठी, कंगन आदि बनाए जाते हैं.

वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ शुरू की कार्रवाई

इसी के चलते सफेद समुद्री कोरल की मार्किट में बहुत ज्यादा डिमांड रहती है. सरकार ने इसकी खरीद-बिक्री पर रोक लगा रखी है. बावजूद इसके मोटा पैसा कमाने के लिए तस्कर इसका व्यापार करते हैं. जमशेदपुर के होटल से पकड़े गए तस्करों के खिलाफ वन विभाग ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है.

पूर्व फौजी पर हमला करने वाले 5 आरोपी एक हफ्ते बाद भी फरार

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना अंतर्गत कोयली जंगल गांव में 16 नवंबर को पूर्व फौजी आनंद यादव और उनके दो भाइयों पर पंचायत के दौरान धारदार हथियार से हमला किया गया था।इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए आनंद यादव का लखनऊ के एक निजी अस्पताल में वेंटीलेटर पर इलाज चल रहा है।उनके भाई किशनलाल और दशरथ लाल यादव को एक हफ्ते के इलाज के बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया है।घटना के सात दिन बाद भी पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हालांकि,अतुल सिंह उर्फ विक्की सिंह, आलोक सिंह,अंकुश सिंह, विजय तिवारी और राजेश शर्मा सहित पांच आरोपी घटना के सात दिन बाद भी फरार हैं।पुलिस टीमें लगातार इनकी तलाश में जुटी हुई हैं।आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से पूर्व फौजी आनंद यादव के परिजनों में अत्यधिक नाराजगी है और दुबारा हमले का डर सता रहा है।परिजन बार बार पुलिस से मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं,लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है।घर की महिलाओं को भी डर सता रहा है साथ ही साथ घर के बच्चे भी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं कि कहीं उनके साथ भी इसी तरह की घटना न हो जाए।

घायल पूर्व फौजी आनंद यादव के भाई अशर्फी लाल यादव,जो सेना में कार्यरत हैं ने पुलिस अधीक्षक गोंडा व महानिरीक्षक देवीपाटन मंडल से भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन कर रहे हैं और पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही है।जिससे पुलिसकर्मियों की मिलीभगत का संदेह पैदा होता है।वहीं देहात कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हैं और प्रयास जारी है।

अवैध वसूली कांड: जरवा थाने के दो सिपाही सेवा से बर्खास्त, विशेष अदालत से हुई थी सजा

बलरामपुर, उत्तर प्रदेश। नेपाल सीमा से सटे जरवा थाने में दो वर्ष पूर्व सामने आए बहुचर्चित अवैध वसूली प्रकरण में पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सिपाहियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। विभागीय जांच में दोषी पाए गए आरक्षी ध्रुप चंद्र और राजू यादव के खिलाफ पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने शनिवार देर रात यह आदेश जारी किया।

गौरतलब है कि 4 सितंबर 2023 को दर्ज इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों पर एक युवक से अवैध वसूली का आरोप सिद्ध हुआ था। प्रकरण की सुनवाई करते हुए गोरखपुर स्थित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत ने 21 जनवरी 2025 को दोनों आरक्षियों को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी।

विशेष अदालत के निर्णय और विभागीय परीक्षण पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी (दंड एवं अपील) नियमावली के तहत दोनों को पुलिस सेवा से निष्कासित कर दिया गया।

एसपी विकास कुमार ने कहा कि पुलिस सेवा में भ्रष्टाचार अत्यंत गंभीर अपराध है। जनता का विश्वास तोड़ने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए विभाग में कोई स्थान नहीं है।

आजमगढ़ मदरसा शिक्षक की अनियमितताओं पर यूपी सरकार ने चार अफसरों को किया निलंबित

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा प्रणाली से जुड़े एक गंभीर प्रकरण पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कई अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। आज़मगढ़ के एक मदरसे में कार्यरत रहे शिक्षक शमशुल हुदा खान के मामले में शासन ने अनियमित भुगतान, फर्जी सेवा लाभ और विदेश यात्रा से जुड़े गंभीर अनियमितताओं का संज्ञान लेते हुए उच्च स्तर पर जांच कराई थी। जांच में लापरवाही और मिलीभगत सामने आने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने कड़े अनुशासनात्मक कदम उठाए हैं। प्रकरण के अनुसार, मदरसा दारूल उलूम अहिले सुन्नत मदरसा अशरफिया मिस्बाहुल उलूम (आज़मगढ़) में तैनात शमशुल हुदा खान ने वर्ष 2013 में ब्रिटेन की नागरिकता ग्रहण कर ली थी। इसके बावजूद स्थानीय प्रबंधक, प्रधानाचार्य और संबंधित विभागीय अधिकारियों की उदासीनता या संलिप्तता के चलते वह 2017 तक शिक्षक के रूप में वेतन और अन्य सुविधाएं प्राप्त करता रहा। इस अवधि में उसने न केवल नियमित वेतन लिया, बल्कि अनियमित चिकित्सा अवकाश, जीपीएफ, वीआरएस और पेंशन संबंधी लाभ भी हासिल कर लिए।जांच में यह भी सामने आया कि सेवा अवधि के दौरान शमशुल हुदा ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और श्रीलंका की यात्राएं कीं, साथ ही खाड़ी देशों से होते हुए 2–3 बार पाकिस्तान भी गया। इन गतिविधियों और उसकी विदेशी नागरिकता का विवरण न तो समय पर विभाग को बताया गया और न ही संबंधित अधिकारियों द्वारा इसकी पुष्टि की गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद शासन ने संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडेय, तथा तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी साहित्य निकष सिंह, लालमन और प्रभात कुमार को निलंबित कर दिया है। इनमें से तीनों अधिकारी वर्तमान में गाज़ियाबाद, बरेली और अमेठी जिले में डीएमओ के पद पर तैनात थे। निलंबन अवधि में शेषनाथ पांडेय को झांसी मंडल आयुक्त कार्यालय से संबद्ध किया गया है, जबकि अन्य तीन अधिकारियों को अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय, लखनऊ से अटैच किया गया है।सरकार ने पहले ही शमशुल हुदा पर 16.59 लाख रुपये की रिकवरी के आदेश जारी कर दिए थे। शासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गया कॉलेज में बढ़ती अव्यवस्था पर ABVP का प्रहार, प्राचार्य का पुतला दहन, छात्र हितों की उपेक्षा पर फूटा आक्रोश, आंदोलन को मिलेगी और तीव्रता

गया: गया कॉलेज गया में लगातार बढ़ती अव्यवस्था, फैली प्रशासनिक लापरवाही, और छात्रों की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आज जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। कॉलेज के सामने सैकड़ों छात्रों और कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य का पुतला दहन कर प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी कि अब उदासीनता और घमंड की नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज परिसर कई बार छात्र विरोधी प्रशासन होश में आओ, ABVP जिंदाबाद, और भ्रष्टाचार बंद करो के नारों से गूंज उठा। गया कॉलेज के मंत्री चंदन शर्मा ने कहा मगध विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी ही अराजकता को जन्म दे रही है. कॉलेज में व्याप्त अराजकता का मुख्य कारण प्राचार्य की उदासीनता और निष्क्रिय रवैया है। कक्षाएँ समय पर नहीं चलतीं, छात्रों की शिकायतें अनसुनी कर दी जाती हैं, और समस्याओं के समाधान के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिलता है। जब छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हो और प्राचार्य चुप हों, तब हमें सड़क पर उतरना ही पड़ता है। अगर छात्र अपनी मांगों को लेकर प्राचार्य के पास जाते हैं तो प्राचार्य तुम ताम करते हैं जो लोकतंत्र के लिए हानिकारक है. उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है और किसी भी स्तर पर सुधार की कोशिश नहीं दिख रही।

महानगर मंत्री आदित्य मिश्रा ने उठाए गंभीर सवाल यह कॉलेज है या उपेक्षा का केंद्र? गया कॉलेज आज उपेक्षा का केंद्र बन चुका है। पीने के पानी की कमी इस कदर है कि छात्रों को बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ता है।

शौचालयों की स्थिति बेहद खराब है, सफाई का नाम तक नहीं है। कई विषयों की कक्षाएँ नियमित नहीं चलतीं जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लैब पूरी तरह जर्जर पड़ी हैं, उपकरण नहीं हैं, किताबें उपलब्ध नहीं हैं। बॉयज़ हॉस्टल की हालत दयनीय है न सुरक्षा है न स्वच्छता। वहीं छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन बिल्कुल चुप है, जो अत्यंत शर्मनाक है। ऐसी लचर व्यवस्था में शिक्षा का माहौल कैसे बनेगा?

आज गया कॉलेज के प्राचार्य पर लगे भ्रष्टाचार का जाँच हुआ था लेकिन रिपोट अभी तक नहीं आया ये भी गंभीर विषय हैं क्यों रिपोर्ट नहीं आया ये कौन बतायेंगे. कार्यकर्ताओं ने कहा कि गया कॉलेज अब धैर्य की सीमा पार कर चुका है। छात्रों को मूलभूत सुविधाएँ तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं, जिससे हजारों विद्यार्थियों का भविष्य प्रभावित हो रहा है. अगर जल्द समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आंदोलन जिले से लेकर

विश्वविद्यालय स्तर तक तेज किया जाएगा। इस दौरान गया महानगर मंत्री आदित्य मिश्रा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विनायक कुमार, खेल प्रमुख रितिक कुमार, राहुल कुमार, अंकित कुमार, मोनू कुमार, सोनू कुमार, सागर कुमार, अनुराग कुमार, नीरज कुमार, राहुल कुमार, अनुज कुमार, चंदन कुमार, अलोक कुमार, सूर्य कुमार, कमाल कुमार, रिशु गुप्ता सिन्हा और अन्य लोग मौजूद रहे.

गयाजी में आकाश इंस्टीट्यूट का सम्मान समारोह: IOQM में 63% का प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट, ANTHE 2025 में 21 विद्यार्थियों ने हासिल की 100% स्कॉल

गयाजी: परीक्षा-तैयारी सेवाएँ प्रदान करने वाली प्रमुख संस्था आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने गयाजी में आयोजित एक विशेष समारोह में इंडियन ओलंपियाड क्वालिफायर इन मैथमेटिक्स (IOQM) 2025 और आकाश नेशनल टैलेंट हंट एग्जाम (ANTHE) 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।

यह सम्मान समारोह गयाजी सेंटर की असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों को दर्शाता है, जहाँ छात्रों ने देश की दो सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल की है।

IOQM में गयाजी का उत्कृष्ट प्रदर्शन

गयाजी सेंटर ने IOQM 2025 में प्रभावशाली परिणाम दर्ज किए हैं:

योग्यता दर: कुल 49 प्रतिभागियों में से 31 विद्यार्थियों ने रीजनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड (RMO) के लिए पात्रता प्राप्त की, जो 63.27 प्रतिशत की प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट है।

कक्षा-वार सफलता: कक्षा 10 सर्वाधिक सफल रही, जहाँ से 14 विद्यार्थियों ने क्वालिफाई किया। वहीं कक्षा 11 ने सर्वाधिक क्वालिफिकेशन प्रतिशत (72.73%) दर्ज किया।

सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम: जेईई मेन एवं एडवांस्ड के लिए संचालित 'टीवाई फेज-1 फर्स्ट स्टेप इंटीग्रेटेड क्लासरूम कोर्स' सबसे सफल कार्यक्रम रहा, जिससे कुल 5 विद्यार्थियों ने RMO के लिए क्वालिफाई किया।

ANTHE में 100% स्कॉलरशिप

ANTHE सेगमेंट में भी गयाजी के विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज की हैं:

रिकॉर्ड स्कॉलरशिप: सभी 21 शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों ने 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के लिए पात्रता हासिल की।

परफेक्ट स्कोर: इनमें से एक विद्यार्थी ने परीक्षा में दुर्लभ 100 प्रतिशत परफेक्ट स्कोर प्राप्त कर विशेष उपलब्धि दर्ज की।

राष्ट्रीय रैंक: विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 21 रही।

आकाश के मार्गदर्शन पर छात्रों का विश्वास

इस अवसर पर एईएसएल के रीजनल डायरेक्टर अजय बहादुर सिंह ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा, "उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि हमारे समर्पित शिक्षकों तथा अभिभावकों के सहयोगात्मक प्रयासों का भी सच्चा प्रतिबिंब है।"

समारोह में शीर्ष स्कोर करने वाले विद्यार्थियों ने साझा किया कि आकाश के सुव्यवस्थित मार्गदर्शन, त्वरित शंका समाधान और परीक्षा-केंद्रित वातावरण ने उनकी तैयारी में आत्मविश्वास जगाया। ANTHE छात्रों को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति और 2.5 करोड़ तक के नकद पुरस्कार प्राप्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है।

दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव के चलते जनेश्वर मिश्र पार्क के आसपास आज कई मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन

लखनऊ। राजधानी में दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव कार्यक्रम के मद्देनज़र यातायात पुलिस ने जनेश्वर मिश्र पार्क और आसपास के क्षेत्रों में विशेष यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है। कार्यक्रम सुबह से शुरू होगा, जिसके चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और प्रतिभागियों के पहुंचने की संभावना है। इस भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रखने हेतु कई मार्गों पर आवागमन प्रतिबंधित किया गया है और वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। जनेश्वर मिश्र पार्क की ओर जाने वाले वाहनों का आवागमन बंद यातायात पुलिस के अनुसार, दयाल पैराडाइज़ चौराहा से जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर-2 की ओर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इस दिशा से आने वाला सामान्य यातायात सीएमएस विशालखंड तिराहा, अंबेडकर उद्यान चौराहा या ग्वारी चौराहा के जरिए आगे बढ़ सकेगा।इसी प्रकार, जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर-4 से गेट नंबर-5/6 की तरफ जाने वाले वाहनों पर भी रोक रहेगी। इस मार्ग के लिए वैकल्पिक रास्ता नीरज चौक चौराहा और अंबेडकर उद्यान चौराहा को बनाया गया है। पिपराघाट गोल चक्कर तिराहा से जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर-6/5 की ओर जाने वाला यातायात भी प्रतिबंधित रहेगा। वहां से वाहन जी-20 तिराहा, शहीद पथ या दिलकुशा की ओर होकर उसी दिशा में जा सकेंगे।इसके अतिरिक्त, ताज अंडरपास से जनेश्वर मिश्र पार्क की ओर जाने वाले वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। इस दिशा से आने वाले वाहन अंबेडकर उद्यान चौराहा, सामाजिक प्रतीक स्थल चौराहा, 1090 चौराहा या समतामूलक चौराहा का उपयोग कर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। केवल इन वाहनों को रहेगी छूट ट्रैफिक पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि डायवर्जन के दौरान आम जनता की किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय आवश्यकता या आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए एम्बुलेंस, फायर सर्विस, शव वाहन और स्कूली वाहनों को प्रतिबंधित मार्गों पर भी जाने की अनुमति दी जाएगी। आवश्यक होने पर इन वाहनों को मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस अथवा स्थानीय पुलिस की सहायता से मार्ग दिया जाएगा।लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के सुचारु संचालन और जनता की सुविधा के लिए यातायात पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और सहयोग बनाए रखें। किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 पर संपर्क किया जा सकता है।
पुलिया पर रेलिंग ना होने के कारण बाइक खड्ड में गिरी युवक की मौत परिजनों में मचा कोहराम

अमृतपुर फर्रुखाबाद । पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर के अंतर्गत ग्राम काकर कठा निवासी प्रमोद कुमार कुशवाहा (45) पुत्र हरीराम कुशवाहा अपनी बाइक संख्या यूपी 27 बी यस 6371 को लेकर फर्रुखाबाद के थाना अमृतपुर के ग्राम भावन निवासी गिरीश चंद्र के घर अपनी( बुआ) के यहां गया था देर रात लगभग 12:00 बजे अपनी बाइक से अपने घर वापस जा रहा था राजपुर गुडेरा संपर्क मार्ग स्थित अमैयापुर पुलिया पर रेलिंग ना होने के कारण वह बाइक समेत नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई सुबह 6:50 पर भावन निवासी अनूप कुमार पुत्र जयद्रथ फर्रुखाबाद परीक्षा देने के लिए जा रहा था उसने प्रमोद को बाइक समेत नीचे पड़ा देखा सूचना मृतक के भाई को दी गई सूचना पर पहुंचे भाई ने डायल 112 पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मोनू शाक्या हलका इंचार्ज रवी सोलंकी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे ।

मृतक के परिजन बहन माया पत्नी सुजजा पुत्री सावित्री करिश्मा अन्नया पुत्र अंकित दुर्गेश का रो रो कर बुरा हाल था उप निरीक्षक रवी सोलंकी ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया थाना प्रभारी मोनू शाक्या ने बताया कि तहरीर नहीं मिली डॉक्टरी रिपोट आने पर कार्यवाही की जाएगी बताते चलें कि इस पुलिया पर रेलिंग लगवाने का आश्वासन पूर्व अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति द्वारा वर्ष 2023 में ही दिया गया था 2025 में आई बाढ़ में फिरसे उप जिला अधिकारी अमृतपुर संजय कुमार सिंह द्वारा आश्वासन दिया गया था फिर भी पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा रेलिंग लगाने का कार्य नहीं किया गया एक युवक की जान चली गई क्या पीडब्ल्यूडी विभाग रेलिंग लगवाएगा या फिर सिर्फ अधिकारियों का आश्वासन जनता के लिए सफेद हाथी साबित होगा यह आने वाला समय ही बताएगा

अनियंत्रित कार पलटी,सिपाही घायल,शादी से लौटते समय हुआ हादसा

गोंडा।जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में मध्य रात्रि लगभग 1 बजे एक अनियंत्रित स्विफ्ट डिजायर कार पलटने से पीआरवी में तैनात सिपाही अजय यादव व कार चालक राजीव विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये।यह घटना टिकरी जंगल के ऊंट घाट पुल के पास हुआ जिसके बाद दोनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर ले जाया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही अजय यादव बालपुर चौकी क्षेत्र में मोटरसाइकिल डायल 112 पर तैनात है।वह अपने साथी राजीव विश्वकर्मा(बमडेरा गांव निवासी), अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी के साथ कोल्हमपुर में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था।शादी से लौटते समय वे नवाबगंज मनकापुर सम्पर्क मार्ग से होते हुए बालपुर जा रहे थे।मध्य रात्रि लगभग 1 बजे ऊंट घाट पुल के पास अचानक मोड़ पर तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गयी।सड़क किनारे पलटी कार देखकर वहां से गुजर रहे लोगों ने तत्काल इसकी सूचना डायल 112 को दी।मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।इस हादसे में घायल सिपाही अजय यादव के पैर में गंभीर चोटें आई हैं,जबकि चालक राजीव विश्वकर्मा के सिर में चोट लगी है।कार में सवार अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी को मामूली चोटें आई हैं,लेकिन वे बाल बाल बच गये।वजीरगंज पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।तरबगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी उमेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात डायल 112 को गाड़ी पलटने की सूचना मिली थी।पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंच कर घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया,जहाँ उनका इलाज जारी है।उन्होंने पुष्टि की कि ये लोग शादी समारोह से लौट रहे थे और नवाबगंज मनकापुर मार्ग पर उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गयी।

उप्र : ऊर्जा मंत्री ने लगातार छठवें वर्ष विद्युत दरों में बढ़ोतरी न होने पर प्रदेशवासियों को दी बधाई

*सभी कंज्यूमर कैटेगरी का टैरिफ यथावत, किसी भी वर्ग पर अतिरिक्त भार नहीं* *गरीब किसान मजदूर व्यापारी और मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत* *जनता का हित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता एके शर्मा* लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए बिजली दरों में किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी न किए जाने पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश सरकार की जन–केन्द्रित नीतियों और उपभोक्ता हितों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार लगातार ऐसे निर्णय ले रही है, जो जनता की आर्थिक क्षमता को सुदृढ़ बनाते हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले कई वर्षों में सरकार ने विद्युत क्षेत्र में बड़े सुधार किए हैं, जिसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश ने एक उपलब्धि हासिल करते हुए लगातार छठे वर्ष भी बिजली दरों में कोई वृद्धि न करने की परंपरा कायम रखी है। यह उपलब्धि प्रदेश को देश का पहला ऐसा राज्य बनाती है, जिसने इतनी लंबी अवधि तक अपने उपभोक्ताओं को स्थिर और किफायती बिजली दरों का लाभ प्रदान किया है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के करोड़ों बिजली उपभोक्ताओं को सीधा लाभ होगा। उन्होंने बताया कि बिजली दरों को स्थिर रखने के पीछे सरकार का उद्देश्य जनता को अनावश्यक आर्थिक बोझ से बचाना है, ताकि आम नागरिकों की जेब पर अतिरिक्त भार न पड़े। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने घोषणा की है कि घरेलू, व्यावसायिक, औद्योगिक, कृषि एवं ग्रामीण उपभोक्ताओं सहित सभी श्रेणियों (कंज्यूमर कैटेगरी) के लिए बिजली के टैरिफ लगातार छठवें वर्ष भी यथावत रखे गए हैं। इसका अर्थ है कि किसी भी वर्ग के बिजली उपभोक्ता पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा।इस निर्णय से न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि व्यापारियों, उद्योगों और किसानों को भी लाभ होगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और रोजगार को भी मजबूती मिलेगी। बिजली दरों में स्थिरता उद्योगों को अपनी लागत नियंत्रित करने में मदद करती है, जिससे प्रदेश में निवेश का माहौल भी बेहतर होता है। वर्तमान समय में जब देश के कई राज्यों में बिजली दरें बढ़ाई जा रही हैं, ऐसे समय में उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय आम जनता के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। बिजली बिल में बढ़ोतरी न होने से गरीब परिवारों का घरेलू बजट सुरक्षित रहेगा, किसानों के लिए सिंचाई लागत नहीं बढ़ेगी और मजदूरों तथा रोजमर्रा कमाई करने वाले परिवारों को भी आर्थिक स्थिरता मिलेगी। छोटे व्यापारियों, दुकानदारों और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह निर्णय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। बढ़ती जीवन-यापन लागत के बीच बिजली दरों को स्थिर रखना प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाता है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि दरों में स्थिरता बनाए रखने के साथ-साथ सरकार निरंतर विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए दिन–रात कार्य कर रही है। प्रदेश भर में विद्युत अवसंरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) को आधुनिक बनाने, पुराने तारों व ट्रांसफॉर्मरों को बदलने, भूमिगत केबलिंग जैसे कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक उपभोक्ताओं को निर्बाध, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने कई नई परियोजनाओं को भी स्वीकृति दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति में निरंतर सुधार हो रहा है और शहरी क्षेत्रों में ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है। मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जनता के हित में लिए गए इस महत्वपूर्ण निर्णय से स्पष्ट है कि सरकार उपभोक्ता सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग की पूरी टीम उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने और पारदर्शी तरीके से कार्य करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।उन्होंने यह भी कहा कि आगामी वर्षों में भी सरकार ऐसे निर्णय लेती रहेगी जो आम जनता के हित में हों। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बिजली आपूर्ति और सेवाओं की गुणवत्ता में और सुधार लाएं, ताकि प्रदेश की जनता को विश्वस्तरीय सेवाओं का अनुभव मिल सके।
जमशेदपुर में ग्राहक बनकर पहुंची वन विभाग की टीम, प्रतिबंधित सफेद मूंगा के साथ चार तस्करों को दबोचा

झारखंड में इन दिनों प्रतिबंधित चीजों की कालाबाजारी जोरों पर है. ऐसा ही एक मामला जमशेदपुर शहर से भी सामने आया है, जहां वन विभाग की टीम ने प्रतिबंधित सफेद समुद्री कोरल (मूंगा) के साथ चार तस्करों को पकड़ा है. इस मूंगा की कीमत 10 से 15 लाख रुपए के बीच बताई जा रही है. वहीं इनका वजन करीब 3 किलो है. गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. गिरफ्तार तस्करों में से तीन लोग रांची के रहने वाले हैं, जबकि एक पश्चिम सिंहभूम का है.

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दीपक कुमार महतो, प्रमोद कैवता और अभय कुमार रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. वहीं, चौथा तस्कर हरिचरण गोप पश्चिम सिंहभूम के गम्हरिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है. जानकारी के अनुसार, जमशेदपुर के एक होटल में प्रतिबंधित सफेद समुद्री कोरल (मूंगा) की डील होनी थी. गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम और वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के सदस्यों की एक टीम होटल में खरीददार बनकर पहुंची.

सफेद मूंगा के साथ चार तस्कर अरेस्ट

टीम को देखते ही तस्करों ने एक बैग से निकला मूंगा उनके सामने रख दिया. इसके बाद वन विभाग ने मूंगा को जब्त करते चारों तस्करों को दबोच लिया. जानकारों की मानें तो व्यापार और कारोबार में उन्नति के साथ-साथ घर में सुख-समृद्धि और गुड लक के लिए समुद्री कोरल को लोग अपने घरों में रखते हैं. इसके अलावा, सफेद समुद्री कोरल का उपयोग महंगे आभूषण बनाने में भी किया जाता है. समुद्री कोरल से खूबसूरत गहने जैसे हार, अंगूठी, कंगन आदि बनाए जाते हैं.

वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ शुरू की कार्रवाई

इसी के चलते सफेद समुद्री कोरल की मार्किट में बहुत ज्यादा डिमांड रहती है. सरकार ने इसकी खरीद-बिक्री पर रोक लगा रखी है. बावजूद इसके मोटा पैसा कमाने के लिए तस्कर इसका व्यापार करते हैं. जमशेदपुर के होटल से पकड़े गए तस्करों के खिलाफ वन विभाग ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है.

पूर्व फौजी पर हमला करने वाले 5 आरोपी एक हफ्ते बाद भी फरार

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना अंतर्गत कोयली जंगल गांव में 16 नवंबर को पूर्व फौजी आनंद यादव और उनके दो भाइयों पर पंचायत के दौरान धारदार हथियार से हमला किया गया था।इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए आनंद यादव का लखनऊ के एक निजी अस्पताल में वेंटीलेटर पर इलाज चल रहा है।उनके भाई किशनलाल और दशरथ लाल यादव को एक हफ्ते के इलाज के बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया है।घटना के सात दिन बाद भी पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हालांकि,अतुल सिंह उर्फ विक्की सिंह, आलोक सिंह,अंकुश सिंह, विजय तिवारी और राजेश शर्मा सहित पांच आरोपी घटना के सात दिन बाद भी फरार हैं।पुलिस टीमें लगातार इनकी तलाश में जुटी हुई हैं।आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से पूर्व फौजी आनंद यादव के परिजनों में अत्यधिक नाराजगी है और दुबारा हमले का डर सता रहा है।परिजन बार बार पुलिस से मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं,लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है।घर की महिलाओं को भी डर सता रहा है साथ ही साथ घर के बच्चे भी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं कि कहीं उनके साथ भी इसी तरह की घटना न हो जाए।

घायल पूर्व फौजी आनंद यादव के भाई अशर्फी लाल यादव,जो सेना में कार्यरत हैं ने पुलिस अधीक्षक गोंडा व महानिरीक्षक देवीपाटन मंडल से भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन कर रहे हैं और पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही है।जिससे पुलिसकर्मियों की मिलीभगत का संदेह पैदा होता है।वहीं देहात कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हैं और प्रयास जारी है।

अवैध वसूली कांड: जरवा थाने के दो सिपाही सेवा से बर्खास्त, विशेष अदालत से हुई थी सजा

बलरामपुर, उत्तर प्रदेश। नेपाल सीमा से सटे जरवा थाने में दो वर्ष पूर्व सामने आए बहुचर्चित अवैध वसूली प्रकरण में पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सिपाहियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। विभागीय जांच में दोषी पाए गए आरक्षी ध्रुप चंद्र और राजू यादव के खिलाफ पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने शनिवार देर रात यह आदेश जारी किया।

गौरतलब है कि 4 सितंबर 2023 को दर्ज इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों पर एक युवक से अवैध वसूली का आरोप सिद्ध हुआ था। प्रकरण की सुनवाई करते हुए गोरखपुर स्थित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत ने 21 जनवरी 2025 को दोनों आरक्षियों को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी।

विशेष अदालत के निर्णय और विभागीय परीक्षण पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी (दंड एवं अपील) नियमावली के तहत दोनों को पुलिस सेवा से निष्कासित कर दिया गया।

एसपी विकास कुमार ने कहा कि पुलिस सेवा में भ्रष्टाचार अत्यंत गंभीर अपराध है। जनता का विश्वास तोड़ने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए विभाग में कोई स्थान नहीं है।

आजमगढ़ मदरसा शिक्षक की अनियमितताओं पर यूपी सरकार ने चार अफसरों को किया निलंबित

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा प्रणाली से जुड़े एक गंभीर प्रकरण पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कई अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। आज़मगढ़ के एक मदरसे में कार्यरत रहे शिक्षक शमशुल हुदा खान के मामले में शासन ने अनियमित भुगतान, फर्जी सेवा लाभ और विदेश यात्रा से जुड़े गंभीर अनियमितताओं का संज्ञान लेते हुए उच्च स्तर पर जांच कराई थी। जांच में लापरवाही और मिलीभगत सामने आने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने कड़े अनुशासनात्मक कदम उठाए हैं। प्रकरण के अनुसार, मदरसा दारूल उलूम अहिले सुन्नत मदरसा अशरफिया मिस्बाहुल उलूम (आज़मगढ़) में तैनात शमशुल हुदा खान ने वर्ष 2013 में ब्रिटेन की नागरिकता ग्रहण कर ली थी। इसके बावजूद स्थानीय प्रबंधक, प्रधानाचार्य और संबंधित विभागीय अधिकारियों की उदासीनता या संलिप्तता के चलते वह 2017 तक शिक्षक के रूप में वेतन और अन्य सुविधाएं प्राप्त करता रहा। इस अवधि में उसने न केवल नियमित वेतन लिया, बल्कि अनियमित चिकित्सा अवकाश, जीपीएफ, वीआरएस और पेंशन संबंधी लाभ भी हासिल कर लिए।जांच में यह भी सामने आया कि सेवा अवधि के दौरान शमशुल हुदा ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और श्रीलंका की यात्राएं कीं, साथ ही खाड़ी देशों से होते हुए 2–3 बार पाकिस्तान भी गया। इन गतिविधियों और उसकी विदेशी नागरिकता का विवरण न तो समय पर विभाग को बताया गया और न ही संबंधित अधिकारियों द्वारा इसकी पुष्टि की गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद शासन ने संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडेय, तथा तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी साहित्य निकष सिंह, लालमन और प्रभात कुमार को निलंबित कर दिया है। इनमें से तीनों अधिकारी वर्तमान में गाज़ियाबाद, बरेली और अमेठी जिले में डीएमओ के पद पर तैनात थे। निलंबन अवधि में शेषनाथ पांडेय को झांसी मंडल आयुक्त कार्यालय से संबद्ध किया गया है, जबकि अन्य तीन अधिकारियों को अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय, लखनऊ से अटैच किया गया है।सरकार ने पहले ही शमशुल हुदा पर 16.59 लाख रुपये की रिकवरी के आदेश जारी कर दिए थे। शासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गया कॉलेज में बढ़ती अव्यवस्था पर ABVP का प्रहार, प्राचार्य का पुतला दहन, छात्र हितों की उपेक्षा पर फूटा आक्रोश, आंदोलन को मिलेगी और तीव्रता

गया: गया कॉलेज गया में लगातार बढ़ती अव्यवस्था, फैली प्रशासनिक लापरवाही, और छात्रों की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आज जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। कॉलेज के सामने सैकड़ों छात्रों और कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य का पुतला दहन कर प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी कि अब उदासीनता और घमंड की नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज परिसर कई बार छात्र विरोधी प्रशासन होश में आओ, ABVP जिंदाबाद, और भ्रष्टाचार बंद करो के नारों से गूंज उठा। गया कॉलेज के मंत्री चंदन शर्मा ने कहा मगध विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी ही अराजकता को जन्म दे रही है. कॉलेज में व्याप्त अराजकता का मुख्य कारण प्राचार्य की उदासीनता और निष्क्रिय रवैया है। कक्षाएँ समय पर नहीं चलतीं, छात्रों की शिकायतें अनसुनी कर दी जाती हैं, और समस्याओं के समाधान के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिलता है। जब छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हो और प्राचार्य चुप हों, तब हमें सड़क पर उतरना ही पड़ता है। अगर छात्र अपनी मांगों को लेकर प्राचार्य के पास जाते हैं तो प्राचार्य तुम ताम करते हैं जो लोकतंत्र के लिए हानिकारक है. उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है और किसी भी स्तर पर सुधार की कोशिश नहीं दिख रही।

महानगर मंत्री आदित्य मिश्रा ने उठाए गंभीर सवाल यह कॉलेज है या उपेक्षा का केंद्र? गया कॉलेज आज उपेक्षा का केंद्र बन चुका है। पीने के पानी की कमी इस कदर है कि छात्रों को बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ता है।

शौचालयों की स्थिति बेहद खराब है, सफाई का नाम तक नहीं है। कई विषयों की कक्षाएँ नियमित नहीं चलतीं जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लैब पूरी तरह जर्जर पड़ी हैं, उपकरण नहीं हैं, किताबें उपलब्ध नहीं हैं। बॉयज़ हॉस्टल की हालत दयनीय है न सुरक्षा है न स्वच्छता। वहीं छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन बिल्कुल चुप है, जो अत्यंत शर्मनाक है। ऐसी लचर व्यवस्था में शिक्षा का माहौल कैसे बनेगा?

आज गया कॉलेज के प्राचार्य पर लगे भ्रष्टाचार का जाँच हुआ था लेकिन रिपोट अभी तक नहीं आया ये भी गंभीर विषय हैं क्यों रिपोर्ट नहीं आया ये कौन बतायेंगे. कार्यकर्ताओं ने कहा कि गया कॉलेज अब धैर्य की सीमा पार कर चुका है। छात्रों को मूलभूत सुविधाएँ तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं, जिससे हजारों विद्यार्थियों का भविष्य प्रभावित हो रहा है. अगर जल्द समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आंदोलन जिले से लेकर

विश्वविद्यालय स्तर तक तेज किया जाएगा। इस दौरान गया महानगर मंत्री आदित्य मिश्रा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विनायक कुमार, खेल प्रमुख रितिक कुमार, राहुल कुमार, अंकित कुमार, मोनू कुमार, सोनू कुमार, सागर कुमार, अनुराग कुमार, नीरज कुमार, राहुल कुमार, अनुज कुमार, चंदन कुमार, अलोक कुमार, सूर्य कुमार, कमाल कुमार, रिशु गुप्ता सिन्हा और अन्य लोग मौजूद रहे.

गयाजी में आकाश इंस्टीट्यूट का सम्मान समारोह: IOQM में 63% का प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट, ANTHE 2025 में 21 विद्यार्थियों ने हासिल की 100% स्कॉल

गयाजी: परीक्षा-तैयारी सेवाएँ प्रदान करने वाली प्रमुख संस्था आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने गयाजी में आयोजित एक विशेष समारोह में इंडियन ओलंपियाड क्वालिफायर इन मैथमेटिक्स (IOQM) 2025 और आकाश नेशनल टैलेंट हंट एग्जाम (ANTHE) 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।

यह सम्मान समारोह गयाजी सेंटर की असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों को दर्शाता है, जहाँ छात्रों ने देश की दो सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल की है।

IOQM में गयाजी का उत्कृष्ट प्रदर्शन

गयाजी सेंटर ने IOQM 2025 में प्रभावशाली परिणाम दर्ज किए हैं:

योग्यता दर: कुल 49 प्रतिभागियों में से 31 विद्यार्थियों ने रीजनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड (RMO) के लिए पात्रता प्राप्त की, जो 63.27 प्रतिशत की प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट है।

कक्षा-वार सफलता: कक्षा 10 सर्वाधिक सफल रही, जहाँ से 14 विद्यार्थियों ने क्वालिफाई किया। वहीं कक्षा 11 ने सर्वाधिक क्वालिफिकेशन प्रतिशत (72.73%) दर्ज किया।

सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम: जेईई मेन एवं एडवांस्ड के लिए संचालित 'टीवाई फेज-1 फर्स्ट स्टेप इंटीग्रेटेड क्लासरूम कोर्स' सबसे सफल कार्यक्रम रहा, जिससे कुल 5 विद्यार्थियों ने RMO के लिए क्वालिफाई किया।

ANTHE में 100% स्कॉलरशिप

ANTHE सेगमेंट में भी गयाजी के विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज की हैं:

रिकॉर्ड स्कॉलरशिप: सभी 21 शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों ने 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के लिए पात्रता हासिल की।

परफेक्ट स्कोर: इनमें से एक विद्यार्थी ने परीक्षा में दुर्लभ 100 प्रतिशत परफेक्ट स्कोर प्राप्त कर विशेष उपलब्धि दर्ज की।

राष्ट्रीय रैंक: विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 21 रही।

आकाश के मार्गदर्शन पर छात्रों का विश्वास

इस अवसर पर एईएसएल के रीजनल डायरेक्टर अजय बहादुर सिंह ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा, "उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि हमारे समर्पित शिक्षकों तथा अभिभावकों के सहयोगात्मक प्रयासों का भी सच्चा प्रतिबिंब है।"

समारोह में शीर्ष स्कोर करने वाले विद्यार्थियों ने साझा किया कि आकाश के सुव्यवस्थित मार्गदर्शन, त्वरित शंका समाधान और परीक्षा-केंद्रित वातावरण ने उनकी तैयारी में आत्मविश्वास जगाया। ANTHE छात्रों को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति और 2.5 करोड़ तक के नकद पुरस्कार प्राप्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है।

दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव के चलते जनेश्वर मिश्र पार्क के आसपास आज कई मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन

लखनऊ। राजधानी में दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव कार्यक्रम के मद्देनज़र यातायात पुलिस ने जनेश्वर मिश्र पार्क और आसपास के क्षेत्रों में विशेष यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है। कार्यक्रम सुबह से शुरू होगा, जिसके चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और प्रतिभागियों के पहुंचने की संभावना है। इस भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रखने हेतु कई मार्गों पर आवागमन प्रतिबंधित किया गया है और वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। जनेश्वर मिश्र पार्क की ओर जाने वाले वाहनों का आवागमन बंद यातायात पुलिस के अनुसार, दयाल पैराडाइज़ चौराहा से जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर-2 की ओर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इस दिशा से आने वाला सामान्य यातायात सीएमएस विशालखंड तिराहा, अंबेडकर उद्यान चौराहा या ग्वारी चौराहा के जरिए आगे बढ़ सकेगा।इसी प्रकार, जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर-4 से गेट नंबर-5/6 की तरफ जाने वाले वाहनों पर भी रोक रहेगी। इस मार्ग के लिए वैकल्पिक रास्ता नीरज चौक चौराहा और अंबेडकर उद्यान चौराहा को बनाया गया है। पिपराघाट गोल चक्कर तिराहा से जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर-6/5 की ओर जाने वाला यातायात भी प्रतिबंधित रहेगा। वहां से वाहन जी-20 तिराहा, शहीद पथ या दिलकुशा की ओर होकर उसी दिशा में जा सकेंगे।इसके अतिरिक्त, ताज अंडरपास से जनेश्वर मिश्र पार्क की ओर जाने वाले वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। इस दिशा से आने वाले वाहन अंबेडकर उद्यान चौराहा, सामाजिक प्रतीक स्थल चौराहा, 1090 चौराहा या समतामूलक चौराहा का उपयोग कर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। केवल इन वाहनों को रहेगी छूट ट्रैफिक पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि डायवर्जन के दौरान आम जनता की किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय आवश्यकता या आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए एम्बुलेंस, फायर सर्विस, शव वाहन और स्कूली वाहनों को प्रतिबंधित मार्गों पर भी जाने की अनुमति दी जाएगी। आवश्यक होने पर इन वाहनों को मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस अथवा स्थानीय पुलिस की सहायता से मार्ग दिया जाएगा।लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के सुचारु संचालन और जनता की सुविधा के लिए यातायात पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और सहयोग बनाए रखें। किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 पर संपर्क किया जा सकता है।