बूढ़नपुर गन्ना क्रय केन्द्र पर किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन
आजमगढ़: जिले के बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र स्थित गन्ना क्रय केंद्र बूढ़नपुर-A पर गन्ना लदी ट्रालियाँ खाली न होने से नाराज़ किसानों ने क्रय केंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया।
किसान शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से परेशान हैं, लेकिन गन्ना लोडिंग की व्यवस्था सुधर नहीं रही है। उन्होंने कहा,
"हम लोग इतने परेशान हैं कि या तो यहीं अपना गन्ना पलटकर चले जाएँ, या ठेकेदार आए और हमें बताए कि उनके छह ट्रक, जो यहाँ अलॉट हुए हैं, वह कहाँ हैं—मिल में हैं, रास्ते में हैं या कहीं और? हमें तो ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार कहीं से प्राइवेट गन्ना खरीदकर मिल में न भेज रहे हों। अगर कल तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम मेन हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे।"
वहीं किसान जुगन कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा, कि ठेकेदार के पास फोन करें तो वह फोन नहीं उठ रहा है। कहते हैं दो दिन में व्यवस्था ठीक हो जाएगी, एक दिन में हो जाएगी, लेकिन पाँच दिन से हम लगातार ट्राली–ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, फिर भी कोई सुधार नहीं है।"
किसानों के अनुसार, क्रय केंद्र पर करीब 80–85 ट्रालियाँ खड़ी हैं, लेकिन ठेकेदार प्रतिदिन केवल एक ट्राला की लोडिंग करवा रहा है। जबकि छह गाड़ियों का टेंडर है, रोजाना मुश्किल से दो गाड़ियों की ही लोडिंग हो पा रही है।
इस अव्यवस्था के कारण सभी किसान भाई भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
इस मौके पर नीरज यादव, संतोष सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। गन्ना लदी खड़ी टालियां

गन्ना क्रय केंद्र पर प्रदर्शन करते किसान
जहर खाकर पीड़ित बीएलओ ने किया आत्महत्या का प्रयास, सपा जिला अध्यक्ष ने पूछे हाल-चाल

फर्रुखाबाद। Sir के दबाव से पीड़ित बीएलओ ललित गंगवार ने जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था l पीड़ित बूथ लेवल अधिकारी का समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंचकर उसका हाल-चाल पूछ l कोतवाली कायमगंज के ग्राम अमलैया मुकेरी निवासी अध्यापक ललित गंगवार की ममापुर के प्राथमिक विद्यालय बूथ पर बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई। बीएलओ ललित गंगवार को करीब 2.30 बजे सीएचसी कायमगंज ले जाया गया। डॉ अमरेश कुमार ने उनका उपचार किया। इस दौरान बीएलओ ललित गंगवार ने बताया की तहसील कार्यालय का एक कर्मचारी sir को लेकर दबाव बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। इसीलिए बीती शाम शराब के साथ चूहा मार दवा खाली थी उसका असर न होने पर सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया l जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है l उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण प्रदेश भर में बीएलओ मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर कई बीएलओ द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएँ घट चुकीं है जो बहुत ही खराब हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से कहा कि बीएलओ पर कार्य का दबाव किसी सीमा तक डाला जाए, जिसे वह सहन कर सकें। अत्यधिक दबाव बीएलओ को प्रभावित कर रहा है l उन्होंने कहा कि SIR कार्य की अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना तनाव और भय के अपना कार्य पूर्ण कर सकें। इस मौके पर जिला महासचिव इलियास मंसूरी समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल कठेरिया, यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह, इजहार खान, जिला सचिव निजाम अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के जिला महासचिव जुल्फिकार अब्बास जैदी, सभासद मुदस्सर खान तथा समस्त फ्रंटल प्रभारी रामपाल सिंह यादव सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
गढ़वा के ग्राम जोबरईया में विराट श्री रुद्र महायज्ञ के निमित्त हनुमत ध्वज अधिष्ठापन समारोह -सह- भव्य शोभायात्रा कार्यक्रम संपन्न।

गढ़वा:- गढ़वा जिला मुख्यालय के ग्राम जोबरईया,बण्डा पहाड़ स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर से आज एक भव्य हनुमत ध्वज यात्रा-सह-शोभायात्रा निकाली गई।वहीं विदित हो कि जागृति युवा क्लब जोबरईया, गढ़वा के द्वारा नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च 2026 से 16 मार्च 2026 तक नौ दिवसीय महायज्ञ के आयोजन का संकल्प लिया गया है। जिसको लेकर आज शोभायात्रा मंदिर परिसर के अगल-बगल के विभिन्न क्षेत्रों के गांव मे जोबरईया, सिरहे, नवादा, उचरी,

पिंडरा, केरवा, सुखवाना तथा गढ़वा शहर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हाथों में ध्वज लेकर सनातन धर्म की जय, हर-हर महादेव की जय आदि जय-जयकारों से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। वहीं शोभायात्रा का आयोजन यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज के निर्देशन में एवं जागृति युवा क्लब के सदस्यों के बेहतर तालमेल से संपन्न हुआ।

शोभायात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर ग्राम जोबरईया के विभिन्न देवस्थानों से होते हुए उचरी रेलवे लाइन स्थित शिव मंदिर तक जाकर पुनः उसी रास्ते से मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुआ। इस दौरान रास्ते में कई स्थानों पर शोभायात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प वर्षा की गई। परिसर में आगमन के पश्चात यज्ञाधीश श्री आशीष वैद्य जी महाराज एवं अन्य विद्वान पुरोहितों एवं यजमानों की उपस्थिति में हनुमत ध्वज की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। ध्वज पूजन के दौरान पुरोहित आचार्य दीपक मिश्रा जी,आचार्य रजनीश वैद्य जी,अतुल शास्त्री जी के द्वारा किए गए संगीतमय मंत्रोच्चार से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया।

इस भव्य शोभायात्रा में स्थानीय श्रद्धालुओं के अतिरिक्त श्री रुद्र महायज्ञ के प्रधान संयोजक श्री राकेश पाल जी के साथ-साथ गढ़देवी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री विनोद जायसवाल,प्रवीण जायसवाल,आद्याशंकर पांडेय,सरदार रणजीत सिंह,सुखबीर पाल,गौरीशंकर पाल,आशीष अग्रवाल,दिलीप कमलापुरी, प्रेमरंजन सिंह,विजय हलवाई, तथा क्लब के संरक्षक श्री अनुज प्रसाद आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।ध्वज पूजन में यजमान के रूप में जागृति युवा क्लब के अध्यक्ष श्री जितेंद्र कुमार पाल, क्लब के कोषाध्यक्ष श्री विवेकानंद पाल, वरीय सदस्य भूदेव पाल के अतिरिक्त श्री रणविजय पाल एवं श्री रमेश अग्रवाल सपत्नीक उपस्थित रहे।

वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं हेतु भव्य भंडारा का आयोजन भी किया गया।

जिसमे शोभायात्रा के दौरान जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त दंडाधिकारी श्री विनोद गुप्ता सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए युवा समाजसेवी एवं जागृति युवा क्लब के संरक्षक श्री राकेश पाल जी ने क्लब के सभी सदस्यों को इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए बधाई दी एवं भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि अनुशासन और समर्पण के साथ इस महायज्ञ को बेहतर ढंग से संपन्न किया जाएगा। हमें विश्वास है कि यज्ञ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए हम एक बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।

वहीं श्री रुद्र महायज्ञ के यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि इस महायज्ञ को एक आदर्श यज्ञ के रूप में स्थापित करने के लिए सभी लोग तन मन धन से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से चलाया अभियान

*सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं- एआरटीओ प्रशासन

गोण्डा। सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से एआरटीओ (प्रशासन) आर.सी. भारतीय द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य रूप से गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों एवं एआईटीपी बसों में रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न लगाए जाने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए संचालित किया गया। रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप वाहन की दृश्यता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेषकर रात के समय, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।अभियान के दौरान एआरटीओ प्रशासन ने विभिन्न मार्गों पर वाहनों की चेकिंग की और उन वाहनों को रोका जिनमें नियमानुसार रिफ्लेक्टिव टेप नहीं लगाए गए थे। उन्होंने चालकों और मालिकों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे वाहन जो रिफ्लेक्टिव टेप लगाए बिना सड़कों पर चलते पाए गए, उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एआरटीओ आर.सी. भारतीय ने वाहन चालकों को यह भी समझाया कि रिफ्लेक्टिव टेप लगाना सिर्फ नियम का पालन भर नहीं, बल्कि उनकी और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। कई सड़क दुर्घटनाएं रात के समय वाहनों की कम दृश्यता के कारण होती हैं, जिसे इस टेप के माध्यम से काफी हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से गन्ना परिवहन करने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ भारी व लंबे होने के कारण दुर्घटनाओं की दृष्टि से अधिक संवेदनशील होती हैं, इसलिए इन पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाना अनिवार्य है।अभियान के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने चालकों को जागरूक भी किया और उन्हें नियमों का पालन करने का आग्रह किया। विभाग द्वारा यह भी कहा गया कि भविष्य में ऐसे वाहनों पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी और नियम उल्लंघन की स्थिति में जुर्माना एवं अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। अभियान के दौरान पांच ट्रैक्टर में रिफ्लेक्टर भी लगाया गया तथा एक बस के विरुद्ध कार्रवाई की गई।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना, दुर्घटनाओं में कमी लाना तथा लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। परिवहन विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित और जिम्मेदार यातायात व्यवस्था बनाने में सहयोग दें।

एसीबी जांच में राज्य में उजागर शराब घोटाला पहुंचा 136 करोड़ रुपए के पार।

खुद को बचाने केलिए नए अधिकारी को बलि देने की तैयारी में हेमंत सरकार.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हुए शराब घोटाले पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि अब एक बार फिर से किसी सरकारी अधिकारी की बलि देकर ख़ुद को बचाने की योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बना रहे हैं।लेकिन जिस तरह इनके घोटालों की संख्या बढ़ रही है, सरकारी अधिकारियों की गिनती इनके सामने कम पड़ जाएगी।

कहा कि शराब घोटाले में पहले 38 करोड़, फिर 70 करोड़ और अब 136 करोड़ का नुकसान सामने आया है।

कहा कि जाँच की आँच से बचने के लिए हेमंत सोरेन जी ने शराब घोटाले में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश की, लेकिन एक गलती कर बैठे, अवैध कमाई की जल्दबाजी में अखबार में टेंडर जारी करने से पहले ही निर्धारित कंपनी को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया।

कहा कि नियम के अनुसार शराब आपूर्ति करने वाली कंपनी को शराब आपूर्ति करने से पहले JSBCL के साथ एग्रीमेंट करना था, लेकिन बिना किसी एग्रीमेंट के कंपनी को शराब आपूर्ति का काम दे दिया गया था।

कहा कि ACB की जांच के अनुसार शराब घोटाले में इस कंपनी ने सरकार को 136 करोड़ का नुकसान पहुंचाया।सारे नियम-कानून को ताक पर रखकर इस कंपनी को बिना एग्रीमेंट और टेंडर के काम देना किसके कहने पर हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।

कहा कि इतने बड़े घोटालेबाज़ तो पूरे राज्य में केवल एक ही हैं, वे कहते हैं कि करोड़ों की कमाई के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो क्या हर्ज है!

“जितना और जहाँ हो सके लूट लो”, यही इस सरकार का मंत्र है।

कहा कि ACB का शिकंजा असल गुनाहगारों तक पहुँचे या नहीं, केंद्र की एजेंसियों द्वारा इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित की जाएगी।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड के कृषि एवं वनोपज क्षेत्र को सुदृढ़ करने हेतु दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रांची, 10 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में सिद्धो–कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान कृषि एवं वनोपज क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को फसलों के उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

प्रमुख घोषणाएँ और निर्देश

1. किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile App): मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित करने का निर्देश दिया।

उद्देश्य: किसान अपनी फसलों, कृषि सामग्रियों, विपणन स्थिति और बाजार संबंधी जानकारी को सीधे डिजिटल माध्यम से साझा कर सकेंगे।

लाभ: बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता मिलेगी और बाजार की वास्तविक स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त होगी।

स्थानीय कृषि पोर्टल (Local Portal): कृषि विभाग का एक लोकल पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया गया, जिससे उपभोक्ता सीधे किसानों से जुड़कर कृषि उत्पादों की खरीद कर सकें। यह पहल बिचौलियों की भूमिका को घटाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

2. प्रशिक्षण और तकनीकी सुदृढ़ीकरण

'किसान पाठशाला' को बढ़ावा: किसानों को ज्ञान और तकनीक के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए “किसान पाठशाला” जैसी पहलों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो आधारित प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, संरक्षण तकनीकों और नवाचारों से जोड़ने के लिए वीडियो आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, ताकि वे मूल्य संवर्धन की तकनीकों को अपना सकें।

3. वनोपज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण

विशिष्ट वनोपज पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने लाह, इमली, कोदो, कुटकी, चिरौंजी, महुआ, करंज, रेशम और तसर जैसे झारखंड के विशिष्ट वनोपजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सुदृढ़ करने पर बल दिया।

वैश्विक पहचान: झारखंड सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस और निर्णायक पहल करेगी।

समन्वित प्रयास: कृषि एवं वनोपज आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करने का निर्देश दिया गया।

4. जल संरक्षण एवं स्वामित्व

चेक डैमों की देखरेख: मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत पर विशेष बल दिया।

सामुदायिक जिम्मेदारी: इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसानों के समूहों या जलसहिया समितियों को सौंपने का सुझाव दिया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री का वक्तव्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा, "खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए किसानों की समृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता ही झारखंड के किसानों की सशक्तता की कुंजी है।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025–26 एवं 2026–27 के लिए विभिन्न योजनाओं, बजट एवं कार्ययोजनाओं पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया।

रेल यात्रा के दौरान ज्वलनशील पदार्थ लेकर यात्रा ना करे।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय रेल आपके सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए प्रतिबद्ध है।हालांकि हाल ही में चलती यात्री ट्रेनो के डिब्बों में कूड़ेदानों या गलियारो में रखे कूड़े में धुआं उठने और आग लगने की कुछ अप्रिय घटनाएं सामने आई है।ये घटनाएं मुख्य रूप से यात्रियो द्वारा लापरवाही से जलता हुआ सिगरेट/बीड़ी का टुकड़ा माचिस की तीली या ज्वलनशील सामग्री कूड़ेदान में फेंकने के कारण होती है।यह एक अत्यन्त गम्भीर विषय है जो न केवल रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है बल्कि सह-यात्रियो के जीवन को भी खतरे में डाल सकता है।इस सन्दर्भ में सभी रेल यात्रियो से विनम्र निवेदन है कि वे अपनी और सह-यात्रियो की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित निर्देशो का कड़ाई से पालन करें:-1.धूम्रपान सख्त मना है:ट्रेन के भीतर शौचालय और कूड़ेदान के आसपास धूम्रपान(सिगरेट/बीड़ी)करना सख्त वर्जित है।यह न केवल कानूनी अपराध है बल्कि आग लगने का सबसे बड़ा कारण भी है।2.ज्वलनशील सामग्री से बचें:ट्रेन में पटाखे स्टोव मिट्टी का तेल(केरोसिन)गैस सिलेंडर या अन्य ज्वलनशील/विस्फोटक पदार्थ ले जाना दंडनीय अपराध है और बेहद खतरनाक है।3.कूड़ा सावधानी से डालें:कभी भी जलता हुआ सिगरेट/बीड़ी या माचिस की तीली कूड़ेदान में न फेके।सुनिश्चित करें कि कूड़ेदान में डालने से पहले सभी चीजें पूरी तरह से बुझी हुई हो।4.सतर्क रहें और सूचित करें:यदि आप किसी भी सह-यात्री को ट्रेन के अंदर धूम्रपान करते हुए ज्वलनशील सामग्री ले जाते हुए या लापरवाही से जलती हुई वस्तु फेंकते हुए देखते है तो तुरंत ट्रेन स्टाफ (टीटीई गार्ड या पेंट्री स्टाफ)रेल सुरक्षा बल (RPF)या पुलिस को सूचित करे।5.ज्ञात हो कि रेल प्रशासन द्वारा इस तरह की गतिविधियो पर विशेष निगरानी की जा रही है।इस तरह के कृत्य में शामिल होने पर कड़ी दण्डात्मक कार्यवाई भी की जाएगी।किसी भी अप्रिय घटना की सूचना के लिए तत्काल सम्पर्क करे-• अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन:139 थोड़ी सी सावधानी एक बड़ी दुर्घटना को रोक सकती है।भारतीय रेल आपकी संपत्ति है इसे सुरक्षित रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
ट्रांसफार्मर से तेल चोरी करने वाले गैंग का एक आरोपी गिरफ्तार अन्य आरोपी फरार


फर्रुखाबाद।कोतवाली मोहम्मदाबाद, एसओजी/सर्विलांस पुलिस टीम द्वारा ट्रांसफार्मरों से तेल व अन्य सामान चोरी किए जाने वाले चोरों के साथ मुठभेड हुई l  एक अभियुक्त को तमंचा 315 बोर कारतूस सहित गिरफ्तार किया गया l अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में कोतवाली मोहम्मदाबाद एवं थाना नवाबगंज क्षेत्रान्तर्गत चोरी की घटनाओं की सूचना पर कोतवाली मोहम्मदाबाद एवं एसओजी टीम द्वारा एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियुक्त के कब्जे 01 तमंचा 315 बोर व 01 जिंदा कारतूस 315 बोर व 03 अदद खोखा कारतूस 315 बोर बरामदगी कर एवं पुलिस टीम पर फायर करने के सबंध में कोतवाली मोहम्मदाबाद पर सनी सिंह पुत्र सुखविदान निवासी बासमई थाना नवाबगंज सहित 04 लोगों के खिलाफ पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।

घायल अभियुक्त सनी सिंह पुत्र सुखविदान निवासी बासमई थाना नवाबगंज ने पुलिस को बताया कि  विगत काफी समय से कोतवाली मोहम्मदाबाद व नवाबगंज क्षेत्र में चोरों द्वारा बिजली के ट्रांसफार्मर से तेल व ट्रांसफार्मरों का अन्य सामान चोरी किए जाने की घटनाएं कारित की जा रही थी।

इसी संबंध में  कोतवाली मोहम्मदाबाद व एसओजी घटना का विवरण- विगत काफी समय से कोतवाली मोहम्मदाबाद व नवाबगंज क्षेत्र में चोरों द्वारा बिजली के ट्रांसफार्मर से तेल व ट्रांसफार्मरों का अन्य सामान चोरी किए जाने की घटनाएं मंजूर की हैं । इस संबंध में बुधवार को कोतवाली मोहम्मदाबाद व एसओजी पुलिस टीम द्वारा रात्रि गस्त/चैकिंग के दौरान मुखविर ने सूचना दी की कुछ लोग खेतों में लगे ट्रांसफार्मर से चोरी कर रहे हैं।

टीम द्वारा मौके पर पहुंच कर टॉर्च की रोशनी में देखने का प्रयास किया तो नीचे खड़े लोगों ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिए इस पर पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा के लिए फायर किया गया तो नीचे खड़े सभी लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे l  ट्रांसफार्मर पर ऊपर चढ़े व्यक्ति ने खुद को घिरा हुआ देख तमंचे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया l पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा के लिए फायर किया जिससे अभियुक्त घायल होकर गिर गया l पुलिस टीम द्वारा उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया l सनी सिंह पुत्र सुखविदान निवासी बासमई थाना नवाबगंज में चार लोगों के खिलाफ  पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।

पूछताछ में अभियुक्त सनी ने  बताया कि साथियों का एक गैंग है l गैंग के रूप में कार्य करते हैं और किसानों के खेतों पर लगे ट्रान्सफार्मरों से तेल, तांबा आदि चुरा लेते हैं जिसे  इधर उधर बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं l अभियुक्त सनी का आपराधिक इतिहास  रहा है l
*समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है- डॉ भारती सिंह*
मानवाधिकार दिवस पर समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषयक संगोष्ठी सुलतानपुर,रा.प्र.पी.जी.कॉलेज के बी.एड. विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर “समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित एवं जागरूकता-परक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने की। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है। हर बच्चे के भीतर सीखने की क्षमता होती है, बस शिक्षक को उसे पहचानने और अवसर देने की आवश्यकता होती है। असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता को कम नहीं करती; बाधा केवल समाज की सोच और शिक्षण वातावरण में होती है। शिक्षक यदि सहयोगी दृष्टिकोण अपनाएँ, तो कक्षा हर बच्चे के लिए सहज बन सकती है। डॉ. संतोष अंश ने कहा कि समावेशी शिक्षा से ही हम ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ किसी भी बच्चे को उसकी कमी के आधार पर अलग-थलग न किया जाए। शिक्षक ही वह सेतु हैं जो दिव्यांग विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ते हैं।समावेशी शिक्षा केवल कक्षा का विषय नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है । दिव्यांग शिक्षार्थियों की राष्ट्र उन्नयन में महती भूमिका है, उसे समावेशी शिक्षा का अधिकार सुलभ कराना शिक्षक और का दायित्व है। उसके अनुकूल विद्यालय का वातावरण होना चाहिये। डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए बहु-संवेदी शिक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है। शिक्षकों को लचीली पद्धतियों को अपनाना चाहिए ताकि हर विद्यार्थी समान रूप से सीख सके। बी.एड. द्वितीय वर्ष की आर्चिता सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर बच्चे को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण मिले। एक सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी की कमजोरी नहीं, उसकी क्षमता को पहचानता है। अनुभवी सिंह ने कहा कि दिव्यांग शिक्षार्थियों को केवल सहानुभूति की नहीं, अवसर और उपयुक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है। विद्यालयों में रैम्प, ब्रेल पुस्तकों, श्रवण-सहायक उपकरणों जैसी सुविधाएँ अनिवार्य होनी चाहिए।हिमांशु सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा भविष्य का मॉडल है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अन्य बच्चों की तरह अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। बी एड़ प्रथम वर्ष के अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाए। दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षक का संवेदनशील होना सबसे बड़ी आवश्यकता है।आभा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को ऐसा शिक्षण वातावरण देना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित और स्वीकार किया हुआ महसूस करे। खुशी सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को स्वयं को साबित करने का मौका तभी मिलता है जब शिक्षक उनके अंदर छिपी क्षमता को पहचानकर उचित मार्गदर्शन देते हैं। श्रद्धा यादव ने कहा कि समावेशी शिक्षा विविधता को स्वीकार करने की कला है। शिक्षक यदि छात्रों में समानता और सहयोग की भावना विकसित करें तो कक्षा अपने आप समावेशी बन जाती है। श्वेता मौर्या ने कहा कि मानवाधिकार दिवस की भावना तभी साकार होगी जब किसी भी दिव्यांग विद्यार्थी को शिक्षा से वंचित न होने दिया जाए।शिखा मौर्या ने कहा कि हम विद्यार्थियों को भी यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए कि कक्षा में किसी भी दिव्यांग साथी के साथ भेदभाव न करें। बल्कि उसे सहयोग और सम्मान दें। संगोष्ठी का सफल संचालन बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभवी सिंह ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने सभी वक्ताओं, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समावेशी शिक्षा, मानवाधिकारों और दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना रहा।
Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।

बूढ़नपुर गन्ना क्रय केन्द्र पर किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन
आजमगढ़: जिले के बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र स्थित गन्ना क्रय केंद्र बूढ़नपुर-A पर गन्ना लदी ट्रालियाँ खाली न होने से नाराज़ किसानों ने क्रय केंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया।
किसान शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से परेशान हैं, लेकिन गन्ना लोडिंग की व्यवस्था सुधर नहीं रही है। उन्होंने कहा,
"हम लोग इतने परेशान हैं कि या तो यहीं अपना गन्ना पलटकर चले जाएँ, या ठेकेदार आए और हमें बताए कि उनके छह ट्रक, जो यहाँ अलॉट हुए हैं, वह कहाँ हैं—मिल में हैं, रास्ते में हैं या कहीं और? हमें तो ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार कहीं से प्राइवेट गन्ना खरीदकर मिल में न भेज रहे हों। अगर कल तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम मेन हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे।"
वहीं किसान जुगन कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा, कि ठेकेदार के पास फोन करें तो वह फोन नहीं उठ रहा है। कहते हैं दो दिन में व्यवस्था ठीक हो जाएगी, एक दिन में हो जाएगी, लेकिन पाँच दिन से हम लगातार ट्राली–ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, फिर भी कोई सुधार नहीं है।"
किसानों के अनुसार, क्रय केंद्र पर करीब 80–85 ट्रालियाँ खड़ी हैं, लेकिन ठेकेदार प्रतिदिन केवल एक ट्राला की लोडिंग करवा रहा है। जबकि छह गाड़ियों का टेंडर है, रोजाना मुश्किल से दो गाड़ियों की ही लोडिंग हो पा रही है।
इस अव्यवस्था के कारण सभी किसान भाई भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
इस मौके पर नीरज यादव, संतोष सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। गन्ना लदी खड़ी टालियां

गन्ना क्रय केंद्र पर प्रदर्शन करते किसान
जहर खाकर पीड़ित बीएलओ ने किया आत्महत्या का प्रयास, सपा जिला अध्यक्ष ने पूछे हाल-चाल

फर्रुखाबाद। Sir के दबाव से पीड़ित बीएलओ ललित गंगवार ने जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था l पीड़ित बूथ लेवल अधिकारी का समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंचकर उसका हाल-चाल पूछ l कोतवाली कायमगंज के ग्राम अमलैया मुकेरी निवासी अध्यापक ललित गंगवार की ममापुर के प्राथमिक विद्यालय बूथ पर बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई। बीएलओ ललित गंगवार को करीब 2.30 बजे सीएचसी कायमगंज ले जाया गया। डॉ अमरेश कुमार ने उनका उपचार किया। इस दौरान बीएलओ ललित गंगवार ने बताया की तहसील कार्यालय का एक कर्मचारी sir को लेकर दबाव बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। इसीलिए बीती शाम शराब के साथ चूहा मार दवा खाली थी उसका असर न होने पर सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया l जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है l उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण प्रदेश भर में बीएलओ मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर कई बीएलओ द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएँ घट चुकीं है जो बहुत ही खराब हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से कहा कि बीएलओ पर कार्य का दबाव किसी सीमा तक डाला जाए, जिसे वह सहन कर सकें। अत्यधिक दबाव बीएलओ को प्रभावित कर रहा है l उन्होंने कहा कि SIR कार्य की अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना तनाव और भय के अपना कार्य पूर्ण कर सकें। इस मौके पर जिला महासचिव इलियास मंसूरी समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल कठेरिया, यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह, इजहार खान, जिला सचिव निजाम अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के जिला महासचिव जुल्फिकार अब्बास जैदी, सभासद मुदस्सर खान तथा समस्त फ्रंटल प्रभारी रामपाल सिंह यादव सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
गढ़वा के ग्राम जोबरईया में विराट श्री रुद्र महायज्ञ के निमित्त हनुमत ध्वज अधिष्ठापन समारोह -सह- भव्य शोभायात्रा कार्यक्रम संपन्न।

गढ़वा:- गढ़वा जिला मुख्यालय के ग्राम जोबरईया,बण्डा पहाड़ स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर से आज एक भव्य हनुमत ध्वज यात्रा-सह-शोभायात्रा निकाली गई।वहीं विदित हो कि जागृति युवा क्लब जोबरईया, गढ़वा के द्वारा नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में 08 मार्च 2026 से 16 मार्च 2026 तक नौ दिवसीय महायज्ञ के आयोजन का संकल्प लिया गया है। जिसको लेकर आज शोभायात्रा मंदिर परिसर के अगल-बगल के विभिन्न क्षेत्रों के गांव मे जोबरईया, सिरहे, नवादा, उचरी,

पिंडरा, केरवा, सुखवाना तथा गढ़वा शहर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हाथों में ध्वज लेकर सनातन धर्म की जय, हर-हर महादेव की जय आदि जय-जयकारों से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। वहीं शोभायात्रा का आयोजन यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज के निर्देशन में एवं जागृति युवा क्लब के सदस्यों के बेहतर तालमेल से संपन्न हुआ।

शोभायात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर ग्राम जोबरईया के विभिन्न देवस्थानों से होते हुए उचरी रेलवे लाइन स्थित शिव मंदिर तक जाकर पुनः उसी रास्ते से मंदिर परिसर में आकर संपन्न हुआ। इस दौरान रास्ते में कई स्थानों पर शोभायात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प वर्षा की गई। परिसर में आगमन के पश्चात यज्ञाधीश श्री आशीष वैद्य जी महाराज एवं अन्य विद्वान पुरोहितों एवं यजमानों की उपस्थिति में हनुमत ध्वज की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। ध्वज पूजन के दौरान पुरोहित आचार्य दीपक मिश्रा जी,आचार्य रजनीश वैद्य जी,अतुल शास्त्री जी के द्वारा किए गए संगीतमय मंत्रोच्चार से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया।

इस भव्य शोभायात्रा में स्थानीय श्रद्धालुओं के अतिरिक्त श्री रुद्र महायज्ञ के प्रधान संयोजक श्री राकेश पाल जी के साथ-साथ गढ़देवी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री विनोद जायसवाल,प्रवीण जायसवाल,आद्याशंकर पांडेय,सरदार रणजीत सिंह,सुखबीर पाल,गौरीशंकर पाल,आशीष अग्रवाल,दिलीप कमलापुरी, प्रेमरंजन सिंह,विजय हलवाई, तथा क्लब के संरक्षक श्री अनुज प्रसाद आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।ध्वज पूजन में यजमान के रूप में जागृति युवा क्लब के अध्यक्ष श्री जितेंद्र कुमार पाल, क्लब के कोषाध्यक्ष श्री विवेकानंद पाल, वरीय सदस्य भूदेव पाल के अतिरिक्त श्री रणविजय पाल एवं श्री रमेश अग्रवाल सपत्नीक उपस्थित रहे।

वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं हेतु भव्य भंडारा का आयोजन भी किया गया।

जिसमे शोभायात्रा के दौरान जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त दंडाधिकारी श्री विनोद गुप्ता सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए युवा समाजसेवी एवं जागृति युवा क्लब के संरक्षक श्री राकेश पाल जी ने क्लब के सभी सदस्यों को इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए बधाई दी एवं भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि अनुशासन और समर्पण के साथ इस महायज्ञ को बेहतर ढंग से संपन्न किया जाएगा। हमें विश्वास है कि यज्ञ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए हम एक बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।

वहीं श्री रुद्र महायज्ञ के यज्ञाधीश श्री श्री आचार्य आशीष वैद्य जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि इस महायज्ञ को एक आदर्श यज्ञ के रूप में स्थापित करने के लिए सभी लोग तन मन धन से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से चलाया अभियान

*सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं- एआरटीओ प्रशासन

गोण्डा। सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से एआरटीओ (प्रशासन) आर.सी. भारतीय द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य रूप से गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों एवं एआईटीपी बसों में रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न लगाए जाने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए संचालित किया गया। रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप वाहन की दृश्यता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेषकर रात के समय, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।अभियान के दौरान एआरटीओ प्रशासन ने विभिन्न मार्गों पर वाहनों की चेकिंग की और उन वाहनों को रोका जिनमें नियमानुसार रिफ्लेक्टिव टेप नहीं लगाए गए थे। उन्होंने चालकों और मालिकों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे वाहन जो रिफ्लेक्टिव टेप लगाए बिना सड़कों पर चलते पाए गए, उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एआरटीओ आर.सी. भारतीय ने वाहन चालकों को यह भी समझाया कि रिफ्लेक्टिव टेप लगाना सिर्फ नियम का पालन भर नहीं, बल्कि उनकी और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। कई सड़क दुर्घटनाएं रात के समय वाहनों की कम दृश्यता के कारण होती हैं, जिसे इस टेप के माध्यम से काफी हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से गन्ना परिवहन करने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ भारी व लंबे होने के कारण दुर्घटनाओं की दृष्टि से अधिक संवेदनशील होती हैं, इसलिए इन पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाना अनिवार्य है।अभियान के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने चालकों को जागरूक भी किया और उन्हें नियमों का पालन करने का आग्रह किया। विभाग द्वारा यह भी कहा गया कि भविष्य में ऐसे वाहनों पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी और नियम उल्लंघन की स्थिति में जुर्माना एवं अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। अभियान के दौरान पांच ट्रैक्टर में रिफ्लेक्टर भी लगाया गया तथा एक बस के विरुद्ध कार्रवाई की गई।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना, दुर्घटनाओं में कमी लाना तथा लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। परिवहन विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित और जिम्मेदार यातायात व्यवस्था बनाने में सहयोग दें।

एसीबी जांच में राज्य में उजागर शराब घोटाला पहुंचा 136 करोड़ रुपए के पार।

खुद को बचाने केलिए नए अधिकारी को बलि देने की तैयारी में हेमंत सरकार.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हुए शराब घोटाले पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि अब एक बार फिर से किसी सरकारी अधिकारी की बलि देकर ख़ुद को बचाने की योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बना रहे हैं।लेकिन जिस तरह इनके घोटालों की संख्या बढ़ रही है, सरकारी अधिकारियों की गिनती इनके सामने कम पड़ जाएगी।

कहा कि शराब घोटाले में पहले 38 करोड़, फिर 70 करोड़ और अब 136 करोड़ का नुकसान सामने आया है।

कहा कि जाँच की आँच से बचने के लिए हेमंत सोरेन जी ने शराब घोटाले में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश की, लेकिन एक गलती कर बैठे, अवैध कमाई की जल्दबाजी में अखबार में टेंडर जारी करने से पहले ही निर्धारित कंपनी को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया।

कहा कि नियम के अनुसार शराब आपूर्ति करने वाली कंपनी को शराब आपूर्ति करने से पहले JSBCL के साथ एग्रीमेंट करना था, लेकिन बिना किसी एग्रीमेंट के कंपनी को शराब आपूर्ति का काम दे दिया गया था।

कहा कि ACB की जांच के अनुसार शराब घोटाले में इस कंपनी ने सरकार को 136 करोड़ का नुकसान पहुंचाया।सारे नियम-कानून को ताक पर रखकर इस कंपनी को बिना एग्रीमेंट और टेंडर के काम देना किसके कहने पर हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।

कहा कि इतने बड़े घोटालेबाज़ तो पूरे राज्य में केवल एक ही हैं, वे कहते हैं कि करोड़ों की कमाई के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो क्या हर्ज है!

“जितना और जहाँ हो सके लूट लो”, यही इस सरकार का मंत्र है।

कहा कि ACB का शिकंजा असल गुनाहगारों तक पहुँचे या नहीं, केंद्र की एजेंसियों द्वारा इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित की जाएगी।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड के कृषि एवं वनोपज क्षेत्र को सुदृढ़ करने हेतु दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रांची, 10 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में सिद्धो–कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान कृषि एवं वनोपज क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को फसलों के उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

प्रमुख घोषणाएँ और निर्देश

1. किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile App): मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित करने का निर्देश दिया।

उद्देश्य: किसान अपनी फसलों, कृषि सामग्रियों, विपणन स्थिति और बाजार संबंधी जानकारी को सीधे डिजिटल माध्यम से साझा कर सकेंगे।

लाभ: बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता मिलेगी और बाजार की वास्तविक स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त होगी।

स्थानीय कृषि पोर्टल (Local Portal): कृषि विभाग का एक लोकल पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया गया, जिससे उपभोक्ता सीधे किसानों से जुड़कर कृषि उत्पादों की खरीद कर सकें। यह पहल बिचौलियों की भूमिका को घटाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

2. प्रशिक्षण और तकनीकी सुदृढ़ीकरण

'किसान पाठशाला' को बढ़ावा: किसानों को ज्ञान और तकनीक के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए “किसान पाठशाला” जैसी पहलों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो आधारित प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, संरक्षण तकनीकों और नवाचारों से जोड़ने के लिए वीडियो आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, ताकि वे मूल्य संवर्धन की तकनीकों को अपना सकें।

3. वनोपज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण

विशिष्ट वनोपज पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने लाह, इमली, कोदो, कुटकी, चिरौंजी, महुआ, करंज, रेशम और तसर जैसे झारखंड के विशिष्ट वनोपजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सुदृढ़ करने पर बल दिया।

वैश्विक पहचान: झारखंड सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस और निर्णायक पहल करेगी।

समन्वित प्रयास: कृषि एवं वनोपज आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करने का निर्देश दिया गया।

4. जल संरक्षण एवं स्वामित्व

चेक डैमों की देखरेख: मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत पर विशेष बल दिया।

सामुदायिक जिम्मेदारी: इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसानों के समूहों या जलसहिया समितियों को सौंपने का सुझाव दिया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री का वक्तव्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा, "खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए किसानों की समृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता ही झारखंड के किसानों की सशक्तता की कुंजी है।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025–26 एवं 2026–27 के लिए विभिन्न योजनाओं, बजट एवं कार्ययोजनाओं पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया।

रेल यात्रा के दौरान ज्वलनशील पदार्थ लेकर यात्रा ना करे।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय रेल आपके सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए प्रतिबद्ध है।हालांकि हाल ही में चलती यात्री ट्रेनो के डिब्बों में कूड़ेदानों या गलियारो में रखे कूड़े में धुआं उठने और आग लगने की कुछ अप्रिय घटनाएं सामने आई है।ये घटनाएं मुख्य रूप से यात्रियो द्वारा लापरवाही से जलता हुआ सिगरेट/बीड़ी का टुकड़ा माचिस की तीली या ज्वलनशील सामग्री कूड़ेदान में फेंकने के कारण होती है।यह एक अत्यन्त गम्भीर विषय है जो न केवल रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है बल्कि सह-यात्रियो के जीवन को भी खतरे में डाल सकता है।इस सन्दर्भ में सभी रेल यात्रियो से विनम्र निवेदन है कि वे अपनी और सह-यात्रियो की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित निर्देशो का कड़ाई से पालन करें:-1.धूम्रपान सख्त मना है:ट्रेन के भीतर शौचालय और कूड़ेदान के आसपास धूम्रपान(सिगरेट/बीड़ी)करना सख्त वर्जित है।यह न केवल कानूनी अपराध है बल्कि आग लगने का सबसे बड़ा कारण भी है।2.ज्वलनशील सामग्री से बचें:ट्रेन में पटाखे स्टोव मिट्टी का तेल(केरोसिन)गैस सिलेंडर या अन्य ज्वलनशील/विस्फोटक पदार्थ ले जाना दंडनीय अपराध है और बेहद खतरनाक है।3.कूड़ा सावधानी से डालें:कभी भी जलता हुआ सिगरेट/बीड़ी या माचिस की तीली कूड़ेदान में न फेके।सुनिश्चित करें कि कूड़ेदान में डालने से पहले सभी चीजें पूरी तरह से बुझी हुई हो।4.सतर्क रहें और सूचित करें:यदि आप किसी भी सह-यात्री को ट्रेन के अंदर धूम्रपान करते हुए ज्वलनशील सामग्री ले जाते हुए या लापरवाही से जलती हुई वस्तु फेंकते हुए देखते है तो तुरंत ट्रेन स्टाफ (टीटीई गार्ड या पेंट्री स्टाफ)रेल सुरक्षा बल (RPF)या पुलिस को सूचित करे।5.ज्ञात हो कि रेल प्रशासन द्वारा इस तरह की गतिविधियो पर विशेष निगरानी की जा रही है।इस तरह के कृत्य में शामिल होने पर कड़ी दण्डात्मक कार्यवाई भी की जाएगी।किसी भी अप्रिय घटना की सूचना के लिए तत्काल सम्पर्क करे-• अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन:139 थोड़ी सी सावधानी एक बड़ी दुर्घटना को रोक सकती है।भारतीय रेल आपकी संपत्ति है इसे सुरक्षित रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
ट्रांसफार्मर से तेल चोरी करने वाले गैंग का एक आरोपी गिरफ्तार अन्य आरोपी फरार


फर्रुखाबाद।कोतवाली मोहम्मदाबाद, एसओजी/सर्विलांस पुलिस टीम द्वारा ट्रांसफार्मरों से तेल व अन्य सामान चोरी किए जाने वाले चोरों के साथ मुठभेड हुई l  एक अभियुक्त को तमंचा 315 बोर कारतूस सहित गिरफ्तार किया गया l अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में कोतवाली मोहम्मदाबाद एवं थाना नवाबगंज क्षेत्रान्तर्गत चोरी की घटनाओं की सूचना पर कोतवाली मोहम्मदाबाद एवं एसओजी टीम द्वारा एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियुक्त के कब्जे 01 तमंचा 315 बोर व 01 जिंदा कारतूस 315 बोर व 03 अदद खोखा कारतूस 315 बोर बरामदगी कर एवं पुलिस टीम पर फायर करने के सबंध में कोतवाली मोहम्मदाबाद पर सनी सिंह पुत्र सुखविदान निवासी बासमई थाना नवाबगंज सहित 04 लोगों के खिलाफ पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।

घायल अभियुक्त सनी सिंह पुत्र सुखविदान निवासी बासमई थाना नवाबगंज ने पुलिस को बताया कि  विगत काफी समय से कोतवाली मोहम्मदाबाद व नवाबगंज क्षेत्र में चोरों द्वारा बिजली के ट्रांसफार्मर से तेल व ट्रांसफार्मरों का अन्य सामान चोरी किए जाने की घटनाएं कारित की जा रही थी।

इसी संबंध में  कोतवाली मोहम्मदाबाद व एसओजी घटना का विवरण- विगत काफी समय से कोतवाली मोहम्मदाबाद व नवाबगंज क्षेत्र में चोरों द्वारा बिजली के ट्रांसफार्मर से तेल व ट्रांसफार्मरों का अन्य सामान चोरी किए जाने की घटनाएं मंजूर की हैं । इस संबंध में बुधवार को कोतवाली मोहम्मदाबाद व एसओजी पुलिस टीम द्वारा रात्रि गस्त/चैकिंग के दौरान मुखविर ने सूचना दी की कुछ लोग खेतों में लगे ट्रांसफार्मर से चोरी कर रहे हैं।

टीम द्वारा मौके पर पहुंच कर टॉर्च की रोशनी में देखने का प्रयास किया तो नीचे खड़े लोगों ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिए इस पर पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा के लिए फायर किया गया तो नीचे खड़े सभी लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे l  ट्रांसफार्मर पर ऊपर चढ़े व्यक्ति ने खुद को घिरा हुआ देख तमंचे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया l पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा के लिए फायर किया जिससे अभियुक्त घायल होकर गिर गया l पुलिस टीम द्वारा उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया l सनी सिंह पुत्र सुखविदान निवासी बासमई थाना नवाबगंज में चार लोगों के खिलाफ  पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।

पूछताछ में अभियुक्त सनी ने  बताया कि साथियों का एक गैंग है l गैंग के रूप में कार्य करते हैं और किसानों के खेतों पर लगे ट्रान्सफार्मरों से तेल, तांबा आदि चुरा लेते हैं जिसे  इधर उधर बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं l अभियुक्त सनी का आपराधिक इतिहास  रहा है l
*समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है- डॉ भारती सिंह*
मानवाधिकार दिवस पर समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषयक संगोष्ठी सुलतानपुर,रा.प्र.पी.जी.कॉलेज के बी.एड. विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर “समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित एवं जागरूकता-परक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने की। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है। हर बच्चे के भीतर सीखने की क्षमता होती है, बस शिक्षक को उसे पहचानने और अवसर देने की आवश्यकता होती है। असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता को कम नहीं करती; बाधा केवल समाज की सोच और शिक्षण वातावरण में होती है। शिक्षक यदि सहयोगी दृष्टिकोण अपनाएँ, तो कक्षा हर बच्चे के लिए सहज बन सकती है। डॉ. संतोष अंश ने कहा कि समावेशी शिक्षा से ही हम ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ किसी भी बच्चे को उसकी कमी के आधार पर अलग-थलग न किया जाए। शिक्षक ही वह सेतु हैं जो दिव्यांग विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ते हैं।समावेशी शिक्षा केवल कक्षा का विषय नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है । दिव्यांग शिक्षार्थियों की राष्ट्र उन्नयन में महती भूमिका है, उसे समावेशी शिक्षा का अधिकार सुलभ कराना शिक्षक और का दायित्व है। उसके अनुकूल विद्यालय का वातावरण होना चाहिये। डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए बहु-संवेदी शिक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है। शिक्षकों को लचीली पद्धतियों को अपनाना चाहिए ताकि हर विद्यार्थी समान रूप से सीख सके। बी.एड. द्वितीय वर्ष की आर्चिता सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर बच्चे को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण मिले। एक सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी की कमजोरी नहीं, उसकी क्षमता को पहचानता है। अनुभवी सिंह ने कहा कि दिव्यांग शिक्षार्थियों को केवल सहानुभूति की नहीं, अवसर और उपयुक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है। विद्यालयों में रैम्प, ब्रेल पुस्तकों, श्रवण-सहायक उपकरणों जैसी सुविधाएँ अनिवार्य होनी चाहिए।हिमांशु सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा भविष्य का मॉडल है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अन्य बच्चों की तरह अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। बी एड़ प्रथम वर्ष के अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाए। दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षक का संवेदनशील होना सबसे बड़ी आवश्यकता है।आभा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को ऐसा शिक्षण वातावरण देना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित और स्वीकार किया हुआ महसूस करे। खुशी सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को स्वयं को साबित करने का मौका तभी मिलता है जब शिक्षक उनके अंदर छिपी क्षमता को पहचानकर उचित मार्गदर्शन देते हैं। श्रद्धा यादव ने कहा कि समावेशी शिक्षा विविधता को स्वीकार करने की कला है। शिक्षक यदि छात्रों में समानता और सहयोग की भावना विकसित करें तो कक्षा अपने आप समावेशी बन जाती है। श्वेता मौर्या ने कहा कि मानवाधिकार दिवस की भावना तभी साकार होगी जब किसी भी दिव्यांग विद्यार्थी को शिक्षा से वंचित न होने दिया जाए।शिखा मौर्या ने कहा कि हम विद्यार्थियों को भी यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए कि कक्षा में किसी भी दिव्यांग साथी के साथ भेदभाव न करें। बल्कि उसे सहयोग और सम्मान दें। संगोष्ठी का सफल संचालन बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभवी सिंह ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने सभी वक्ताओं, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समावेशी शिक्षा, मानवाधिकारों और दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना रहा।
Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।