डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

अमेरिकी संसद में छाई मोदी-पुतिन की सेल्फी वाली फोटो, डेमोक्रेट सांसद बोलीं- ये तस्वीर हजार शब्दों के बराबर

#uscongresswomansydneykamlagerdovecriticizedonaldtrumpforeign_policy

हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार में एक सेल्फी ली थी। दोनों नेताओं की सेल्फी वाली फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस तस्वीर ने अमेरिकी संसद के हॉल के अंदर भी नई बहस छेड़ दी है। अब इस फोटो को दिखाकर अमेरिकी कांग्रेस के अंदर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घेरा जा रहा हैष

मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो से ट्रंप को घेरा

अमेरिकी संसद में एक कांग्रेसी सांसद ने ही मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो लहराई है। अमेरिकी संसद में कांग्रेस वुमन सिडनी कामलेवगर डोव ने मोदी-पुतिन की सेल्फी वाला पोस्टर दिखाकर डोनाल्ड ट्रंप को कोसा। उन्होंने इस फोटो के जरिए अमेरिका की विदेश नीति की खूब आलोचना की है। सिडनी कामलेगर डोव ने इस तस्वीर को दिखाकर अमेरिका को चेताया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन भारत को मॉस्को के करीब धकेल रहा है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि नई दिल्ली नहीं, अमेरिका ही भारत-यूएस पार्टनरशिप को कमजोर कर रहा है।

ट्रंप पर अमेरिका-भारत के रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का आरोप

सांसद सिडनी कामलेगर-डोव ने कहा कि जिस तरह से पुतिन का स्वागत हुआ और पीएम मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी दिखी, वो दिखाता है कि ट्रंप ने किस तरह का नुकसान अमेरिका-भारत के रिश्ते को पहुंचा दिया है।

ट्रंप-पुतिन की सेल्फी ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सबूत-डोव

डोव ने अपने बयान में कहा, नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की साथ में आई तस्वीरें हमें बहुत कुछ दिखा रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप को समझना चाहिए कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं। ट्रंप-पुतिन की सेल्फी और गले मिलते हुए तस्वीरें ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सीधा सबूत हैं।

भारत पर टैरिफ गलत

विपक्षी पार्टी की नेता डोव ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ लगाना बेवजह लगता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बिजनेस डील के लिए पुतिन के सलाहकारों के साथ मिलकर यूक्रेन को बेच रहे हैं।

सांसद प्रमिला जयापल ने भी जताई चिंता

इस दौरान सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों के कारण भारत-अमेरिका आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में लगे टैरिफ कारोबार और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सांसद जयापल की यह टिप्पणी ट्रंप के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत से चावल के आयात पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुंचाते हुए सस्ते चावल निर्यात कर रहा है। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी कृषि उत्पादकों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद पैकेज की घोषणा भी की।

UN में तालिबान के समर्थन में खुलकर आया भारत, पाकिस्तान को जमकर धोया

#indiadenouncespakistanattackonafghanistanatunsecurity_council

भारत ने अफगानिस्तान में किए गए हवाई हमलों की पाकिस्तान द्वारा कड़ी निंदा की है और इन हमलों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के दौरान बिना नाम लिए पाकिस्तान पर सीधा हमला बोला। साथ ही इस बार खुलकर तालिबान सरकार के समर्थन में बोला।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने सुरक्षा परिषद में पाकिस्तानी हमलों में अफगान नागरिकों की मौत का मुद्दा उठाया और इसे अफगान संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन कहा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत अफगानिस्तान के लोगों और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि भारत ने लगातार लाखों जरूरतमंत अफगानों को मानवीय सहायता प्रदान की है और अभी भी कर रहा है।

भारत-अफगानिस्तान साझेदारी का जिक्र

संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दूत ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ भारत की विकास साझेदारी 3 अरब डॉलर से अधिक है, जो अफगान लोगों के लिए नई दिल्ली के अटूट समर्थन को दिखाती है। उन्होंने आगे 17 अक्टूबर 2025 को पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान के हवाई हमले का जिक्र किया और कहा कि 'दुखद रूप से निर्दोष महिलाओं, बच्चों और तीन होनहार युवा क्रिकेटरों- कबीर आगा, सिबगतुल्लाह और हारून- की जान चली गई, जो अफगान संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का गंभीर उल्लंघन है।

व्यापार और पारगमन आतंकवाद पर चिंता

भारत ने पाकिस्तान द्वारा 'व्यापार और पारगमन आतंकवाद' की प्रथा पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की, जिसमें अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण पहुंच मार्गों को बंद करना शामिल है। एक भू-आबद्ध देश होने के नाते, अफगानिस्तान आवश्यक आपूर्ति के लिए सीमा पार आवागमन पर बहुत अधिक निर्भर है। भारत ने कहा कि इस तरह के प्रतिबंध विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के मानदंडों का उल्लंघन करते हैं और पुनर्निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे एक कमजोर राष्ट्र के खिलाफ "खुली धमकियां और युद्ध के कृत्य" के समान हैं।

आतंकी संगठनों के खिलाफ एकजुटता की अपील

भारत ने कहा कि हम अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता का भी मजबूती से समर्थन करते हैं। भारत ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर काम करना चाहिए ताकि ISIL, अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके प्रॉक्सी जैसे आतंकी संगठनों को सीमा पार आतंक फैलाने से रोका जा सके।

दो करोड़ से होगा ढेमवाघाट पर बनेगा पीपे का पुल,64.96 लाख रुपये की पहली किस्त जारी

बाढ़ में बह गया था पुल का एक हिस्सा

गोंडा।जिले के नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत ढेमवाघाट पुल पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।इससे नवाबगंज, गोंडा व अयोध्या के लाखों लोगों को आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी।इस पुल के निर्माण में 2 करोड़ 16 लाख रूपए की लागत आएगी।कैसरगंज से भाजपा सांसद करण भूषण सिंह व तरबगंज से भाजपा विधायक प्रेम नारायण पांडेय के प्रयासों से यह परियोजना स्वीकृत हुई है।शासन ने पुल निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपा है।पुल निर्माण के लिए प्रथम किस्त के रूप में 64.96 लाख रूपए शासन द्वारा आवंटित किया गया है।जिसमें अनुदान संख्या 57 से 51.18 लाख रुपए और अनुदान संख्या 83 से 13.78 लाख रुपए शामिल है।वर्ष 2021 में आई भीषण बाढ़ के कारण ढेमवाघाट पुल का एक हिस्सा घाघरा नदी में बह गया था।इसके बाद गोंडा और अयोध्या के बीच आवागमन बाधित था,जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।पुल टूटने के बाद बीते चार सालों से जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करने को मजबूर थे।इस दौरान कई वाहन फंसे,जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से निकाला गया।हाल ही में आई बाढ़ में एक बुल्डोजर भी फंस गया था,जिसे क्रैन से बाहर निकाला गया।इस बड़ी सौगात के लिए सांसद करण भूषण सिंह और विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थाई पुल निर्माण की मांग की जा रही थी,फिलहाल अस्थाई पीपे पुल का निर्माण किया जाएगा।बाढ़ इतनी भीषण थी कि कैसरगंज के पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह के घर तक पानी पहुंच था ऐसे में बृजभूषण शरण सिंह को ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से आना जाना पड़ रहा था और उसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने पहली बार तंज भी कसा था।पुल के निर्माण को लेकर के वर्ष 2022 में बृजभूषण शरण सिंह ने मौके पर पहुंचकर के प्रेस वार्ता कर मांग की थी और कई बार उनके सांसद बेटे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।जिसका नतीजा है कि ढेमवाघाट पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।कैसरगंज सांसद करण भूषण सिंह व विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने बताया कि जल्द ही पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो जायेगा।23 अगस्त को ही लोक निर्माण विभाग देवीपाटन मंडल के मुख्य अभियंता अखिलेश कुमार दिवाकर द्वारा इसको लेकर स्वीकृत प्रदान करने के लिए शासन को पत्र भी भेजा गया था।

बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ ‘बादाम’ गिरफ्तार
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थ की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए 50 हजार रुपए की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ बादाम को ठाकुरगंज के फरीदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नसरीन कई महीनों से फरार चल रही थी और ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाले नेटवर्क की सरगना बताई जा रही है।इससे पहले इसी गिरोह से जुड़े एक तस्कर को बहराइच से पकड़ा गया था। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की।

गिरफ्तार महिला तस्कर का गैंग और नेटवर्क

उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के अनुसार नसरीन बानो उर्फ बादाम, लखनऊ के खदरा (मदयेगंज थाना) क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह सालों से ब्राउन शुगर के इस काले धंधे में लिप्त है।नसरीन ने खुलासा किया कि उसका एक संगठित गिरोह है जो मणिपुर से कच्चा माल मंगवाकर उससे ब्राउन शुगर तैयार करता था और फिर उसे बहराइच सहित विभिन्न जिलों में सप्लाई करवाया जाता था।
17 अक्टूबर 2025 को इसी गिरोह के एक सदस्य को बहराइच के कोतवाली देहात क्षेत्र से पकड़ा गया था। वहीं गैंग लीडर नसरीन फरार हो गई थी, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित किया था।

महिलाओं के भरोसे मादक पदार्थ की तस्करी

नसरीन ने स्वीकार किया कि मादक पदार्थ के इस गोरखधंधे में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए सप्लाई चैन की जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल दी है।
पहले नसरीन बड़े तस्करों के इशारे पर काम करती थी, लेकिन कुछ समय बाद वह पूरे गैंग की लीडर बन गई और नेटवर्क संचालित करने लगी।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

अमिताभ बच्चन ने की डॉ अनील मुरारका के समाज कल्याण के सेवा कार्य की सराहना
मुंबई। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ अनील काशी मुरारका के समाज कल्याण की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उन्हें समाज का हीरो बताया तथा लोगों को उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की अपील की , आदित्य बिड़ला ग्रुप ने , A Force for Good Heros मंच बनाया है, जिसमें वे देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवियों को आमंत्रित करते हैं। डॉ मुरारका के प्रेरणादायक समाज कल्याण कार्यों को देखते हुए उन्होंने कि बी सी के मंच पर आमंत्रित किया। अमिताभ बच्चन ने न सिर्फ उनके समाज कल्याण कार्यों की सराहना की, अपितु इसे समाज के लिए प्रेरणादायक पहल बताया। अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डॉक्टर मुरारका ने कहा कि उन्हें यह प्रेरणा अपनी मां मीना देवी से मिली। मां द्वारा दिए गए टिफिन को लेकर करीब तेहर साल पहले जब वह अपने कार्यालय जा रहे थे, तो रास्ते में सिग्नल के पास उन्होंने उदास खड़ी एक महिला और उसके बच्चे को देखा। उन्हें लगा कि टिफिन की आवश्यकता उनसे कहीं ज्यादा उन लोगों को है। उन्होंने अपना टिफिन उनके हवाले कर दिया। शाम को घर लौटने पर जब उन्होंने अपनी मां को घटना की जानकारी दी तो उनकी मां ने दूसरे दिन से उनके टिफिन के अलावा 10/ 12 टिफिन और देने लगी। यहीं से शुरू हुई उनकी जरूरतमंदों के प्रति समर्पण की कहानी। आज वे करीब 4000 जरूरतमंद लोगों तक निशुल्क टिफिन पहुंचाने का प्रतिदिन काम कर रहे हैं। डॉ मुरारका के अनुसार मां का प्यार केवल स्नेह नहीं, बल्कि दूसरों के लिए सेवा का मार्गदर्शन भी है। उनकी बातें सुनकर महानायक भी कुछ क्षण के लिए भावुक दिखाई दिए। उसके बाद उन्होंने तालियां बजानी शुरू की, जो दर्शक दीर्घा में देर तक बजती रही।
डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

अमेरिकी संसद में छाई मोदी-पुतिन की सेल्फी वाली फोटो, डेमोक्रेट सांसद बोलीं- ये तस्वीर हजार शब्दों के बराबर

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हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार में एक सेल्फी ली थी। दोनों नेताओं की सेल्फी वाली फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस तस्वीर ने अमेरिकी संसद के हॉल के अंदर भी नई बहस छेड़ दी है। अब इस फोटो को दिखाकर अमेरिकी कांग्रेस के अंदर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घेरा जा रहा हैष

मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो से ट्रंप को घेरा

अमेरिकी संसद में एक कांग्रेसी सांसद ने ही मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो लहराई है। अमेरिकी संसद में कांग्रेस वुमन सिडनी कामलेवगर डोव ने मोदी-पुतिन की सेल्फी वाला पोस्टर दिखाकर डोनाल्ड ट्रंप को कोसा। उन्होंने इस फोटो के जरिए अमेरिका की विदेश नीति की खूब आलोचना की है। सिडनी कामलेगर डोव ने इस तस्वीर को दिखाकर अमेरिका को चेताया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन भारत को मॉस्को के करीब धकेल रहा है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि नई दिल्ली नहीं, अमेरिका ही भारत-यूएस पार्टनरशिप को कमजोर कर रहा है।

ट्रंप पर अमेरिका-भारत के रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का आरोप

सांसद सिडनी कामलेगर-डोव ने कहा कि जिस तरह से पुतिन का स्वागत हुआ और पीएम मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी दिखी, वो दिखाता है कि ट्रंप ने किस तरह का नुकसान अमेरिका-भारत के रिश्ते को पहुंचा दिया है।

ट्रंप-पुतिन की सेल्फी ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सबूत-डोव

डोव ने अपने बयान में कहा, नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की साथ में आई तस्वीरें हमें बहुत कुछ दिखा रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप को समझना चाहिए कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं। ट्रंप-पुतिन की सेल्फी और गले मिलते हुए तस्वीरें ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सीधा सबूत हैं।

भारत पर टैरिफ गलत

विपक्षी पार्टी की नेता डोव ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ लगाना बेवजह लगता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बिजनेस डील के लिए पुतिन के सलाहकारों के साथ मिलकर यूक्रेन को बेच रहे हैं।

सांसद प्रमिला जयापल ने भी जताई चिंता

इस दौरान सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों के कारण भारत-अमेरिका आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में लगे टैरिफ कारोबार और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सांसद जयापल की यह टिप्पणी ट्रंप के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत से चावल के आयात पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुंचाते हुए सस्ते चावल निर्यात कर रहा है। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी कृषि उत्पादकों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद पैकेज की घोषणा भी की।

UN में तालिबान के समर्थन में खुलकर आया भारत, पाकिस्तान को जमकर धोया

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भारत ने अफगानिस्तान में किए गए हवाई हमलों की पाकिस्तान द्वारा कड़ी निंदा की है और इन हमलों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के दौरान बिना नाम लिए पाकिस्तान पर सीधा हमला बोला। साथ ही इस बार खुलकर तालिबान सरकार के समर्थन में बोला।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने सुरक्षा परिषद में पाकिस्तानी हमलों में अफगान नागरिकों की मौत का मुद्दा उठाया और इसे अफगान संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन कहा है। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत अफगानिस्तान के लोगों और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि भारत ने लगातार लाखों जरूरतमंत अफगानों को मानवीय सहायता प्रदान की है और अभी भी कर रहा है।

भारत-अफगानिस्तान साझेदारी का जिक्र

संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दूत ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ भारत की विकास साझेदारी 3 अरब डॉलर से अधिक है, जो अफगान लोगों के लिए नई दिल्ली के अटूट समर्थन को दिखाती है। उन्होंने आगे 17 अक्टूबर 2025 को पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान के हवाई हमले का जिक्र किया और कहा कि 'दुखद रूप से निर्दोष महिलाओं, बच्चों और तीन होनहार युवा क्रिकेटरों- कबीर आगा, सिबगतुल्लाह और हारून- की जान चली गई, जो अफगान संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का गंभीर उल्लंघन है।

व्यापार और पारगमन आतंकवाद पर चिंता

भारत ने पाकिस्तान द्वारा 'व्यापार और पारगमन आतंकवाद' की प्रथा पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की, जिसमें अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण पहुंच मार्गों को बंद करना शामिल है। एक भू-आबद्ध देश होने के नाते, अफगानिस्तान आवश्यक आपूर्ति के लिए सीमा पार आवागमन पर बहुत अधिक निर्भर है। भारत ने कहा कि इस तरह के प्रतिबंध विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के मानदंडों का उल्लंघन करते हैं और पुनर्निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे एक कमजोर राष्ट्र के खिलाफ "खुली धमकियां और युद्ध के कृत्य" के समान हैं।

आतंकी संगठनों के खिलाफ एकजुटता की अपील

भारत ने कहा कि हम अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता का भी मजबूती से समर्थन करते हैं। भारत ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर काम करना चाहिए ताकि ISIL, अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके प्रॉक्सी जैसे आतंकी संगठनों को सीमा पार आतंक फैलाने से रोका जा सके।

दो करोड़ से होगा ढेमवाघाट पर बनेगा पीपे का पुल,64.96 लाख रुपये की पहली किस्त जारी

बाढ़ में बह गया था पुल का एक हिस्सा

गोंडा।जिले के नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत ढेमवाघाट पुल पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।इससे नवाबगंज, गोंडा व अयोध्या के लाखों लोगों को आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी।इस पुल के निर्माण में 2 करोड़ 16 लाख रूपए की लागत आएगी।कैसरगंज से भाजपा सांसद करण भूषण सिंह व तरबगंज से भाजपा विधायक प्रेम नारायण पांडेय के प्रयासों से यह परियोजना स्वीकृत हुई है।शासन ने पुल निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपा है।पुल निर्माण के लिए प्रथम किस्त के रूप में 64.96 लाख रूपए शासन द्वारा आवंटित किया गया है।जिसमें अनुदान संख्या 57 से 51.18 लाख रुपए और अनुदान संख्या 83 से 13.78 लाख रुपए शामिल है।वर्ष 2021 में आई भीषण बाढ़ के कारण ढेमवाघाट पुल का एक हिस्सा घाघरा नदी में बह गया था।इसके बाद गोंडा और अयोध्या के बीच आवागमन बाधित था,जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।पुल टूटने के बाद बीते चार सालों से जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करने को मजबूर थे।इस दौरान कई वाहन फंसे,जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से निकाला गया।हाल ही में आई बाढ़ में एक बुल्डोजर भी फंस गया था,जिसे क्रैन से बाहर निकाला गया।इस बड़ी सौगात के लिए सांसद करण भूषण सिंह और विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थाई पुल निर्माण की मांग की जा रही थी,फिलहाल अस्थाई पीपे पुल का निर्माण किया जाएगा।बाढ़ इतनी भीषण थी कि कैसरगंज के पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह के घर तक पानी पहुंच था ऐसे में बृजभूषण शरण सिंह को ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से आना जाना पड़ रहा था और उसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने पहली बार तंज भी कसा था।पुल के निर्माण को लेकर के वर्ष 2022 में बृजभूषण शरण सिंह ने मौके पर पहुंचकर के प्रेस वार्ता कर मांग की थी और कई बार उनके सांसद बेटे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।जिसका नतीजा है कि ढेमवाघाट पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।कैसरगंज सांसद करण भूषण सिंह व विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने बताया कि जल्द ही पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो जायेगा।23 अगस्त को ही लोक निर्माण विभाग देवीपाटन मंडल के मुख्य अभियंता अखिलेश कुमार दिवाकर द्वारा इसको लेकर स्वीकृत प्रदान करने के लिए शासन को पत्र भी भेजा गया था।

बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ ‘बादाम’ गिरफ्तार
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थ की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए 50 हजार रुपए की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ बादाम को ठाकुरगंज के फरीदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नसरीन कई महीनों से फरार चल रही थी और ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाले नेटवर्क की सरगना बताई जा रही है।इससे पहले इसी गिरोह से जुड़े एक तस्कर को बहराइच से पकड़ा गया था। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की।

गिरफ्तार महिला तस्कर का गैंग और नेटवर्क

उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के अनुसार नसरीन बानो उर्फ बादाम, लखनऊ के खदरा (मदयेगंज थाना) क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह सालों से ब्राउन शुगर के इस काले धंधे में लिप्त है।नसरीन ने खुलासा किया कि उसका एक संगठित गिरोह है जो मणिपुर से कच्चा माल मंगवाकर उससे ब्राउन शुगर तैयार करता था और फिर उसे बहराइच सहित विभिन्न जिलों में सप्लाई करवाया जाता था।
17 अक्टूबर 2025 को इसी गिरोह के एक सदस्य को बहराइच के कोतवाली देहात क्षेत्र से पकड़ा गया था। वहीं गैंग लीडर नसरीन फरार हो गई थी, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित किया था।

महिलाओं के भरोसे मादक पदार्थ की तस्करी

नसरीन ने स्वीकार किया कि मादक पदार्थ के इस गोरखधंधे में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए सप्लाई चैन की जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल दी है।
पहले नसरीन बड़े तस्करों के इशारे पर काम करती थी, लेकिन कुछ समय बाद वह पूरे गैंग की लीडर बन गई और नेटवर्क संचालित करने लगी।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

अमिताभ बच्चन ने की डॉ अनील मुरारका के समाज कल्याण के सेवा कार्य की सराहना
मुंबई। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ अनील काशी मुरारका के समाज कल्याण की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उन्हें समाज का हीरो बताया तथा लोगों को उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की अपील की , आदित्य बिड़ला ग्रुप ने , A Force for Good Heros मंच बनाया है, जिसमें वे देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवियों को आमंत्रित करते हैं। डॉ मुरारका के प्रेरणादायक समाज कल्याण कार्यों को देखते हुए उन्होंने कि बी सी के मंच पर आमंत्रित किया। अमिताभ बच्चन ने न सिर्फ उनके समाज कल्याण कार्यों की सराहना की, अपितु इसे समाज के लिए प्रेरणादायक पहल बताया। अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डॉक्टर मुरारका ने कहा कि उन्हें यह प्रेरणा अपनी मां मीना देवी से मिली। मां द्वारा दिए गए टिफिन को लेकर करीब तेहर साल पहले जब वह अपने कार्यालय जा रहे थे, तो रास्ते में सिग्नल के पास उन्होंने उदास खड़ी एक महिला और उसके बच्चे को देखा। उन्हें लगा कि टिफिन की आवश्यकता उनसे कहीं ज्यादा उन लोगों को है। उन्होंने अपना टिफिन उनके हवाले कर दिया। शाम को घर लौटने पर जब उन्होंने अपनी मां को घटना की जानकारी दी तो उनकी मां ने दूसरे दिन से उनके टिफिन के अलावा 10/ 12 टिफिन और देने लगी। यहीं से शुरू हुई उनकी जरूरतमंदों के प्रति समर्पण की कहानी। आज वे करीब 4000 जरूरतमंद लोगों तक निशुल्क टिफिन पहुंचाने का प्रतिदिन काम कर रहे हैं। डॉ मुरारका के अनुसार मां का प्यार केवल स्नेह नहीं, बल्कि दूसरों के लिए सेवा का मार्गदर्शन भी है। उनकी बातें सुनकर महानायक भी कुछ क्षण के लिए भावुक दिखाई दिए। उसके बाद उन्होंने तालियां बजानी शुरू की, जो दर्शक दीर्घा में देर तक बजती रही।