स्वामी श्रद्धानंद के 99वें बलिदान दिवस पर आर्य समाज की भव्य शोभायात्रा, 5 हजार से अधिक लोग शामिल
स्वामी श्रद्धानंद के 99वें बलिदान दिवस के अवसर पर दिल्ली में आर्य समाज द्वारा भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर नया बाज़ार से रामलीला मैदान तक एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान स्वामी श्रद्धानंद के समाज सुधार और राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान को याद किया गया।
दिल्ली में स्वामी श्रद्धानंद के 99वें बलिदान दिवस के अवसर पर आर्य समाज द्वारा भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। यह शोभायात्रा नया बाज़ार स्थित बलिदान भवन से शुरू होकर रामलीला मैदान तक पहुंची।
इस शोभायात्रा में 5,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जिनमें आर्य समाज के कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन और आम नागरिक शामिल रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता जे. के. खट्टर ने की। इस दौरान वक्ताओं ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन, उनके बलिदान और समाज सुधार के कार्यों को याद किया।
सभा को संबोधित करते हुए दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महासचिव विनय आर्य ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद केवल एक राष्ट्रवादी या शिक्षाविद ही नहीं थे, बल्कि वे अग्रिम पंक्ति के समाज सुधारक थे।
उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद ने समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए सम्मान, सुरक्षा और आत्मविश्वास के वास्तविक स्थान निर्मित किए, और उनका जीवन आज भी समाज के लिए प्रेरणा है।
स्वामी श्रद्धानंद के 99वें बलिदान दिवस पर भव्य शोभायात्रानया बाज़ार से रामलीला मैदान तक निकली शोभायात्रा
5 हजार से अधिक लोग हुए शामिलस्वामी श्रद्धानंद अग्रिम पंक्ति के समाज सुधारक — विनय आर्य
आर्य समाज का कहना है कि स्वामी श्रद्धानंद के विचारों और मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए ऐसे कार्यक्रम आगे भी जारी रहेंगे।

स्वामी श्रद्धानंद के 99वें बलिदान दिवस के अवसर पर दिल्ली में आर्य समाज द्वारा भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर नया बाज़ार से रामलीला मैदान तक एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान स्वामी श्रद्धानंद के समाज सुधार और राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान को याद किया गया।

जहानाबाद स्थानीय उत्तरी गांधी मैदान स्थित महर्षि विद्या पीठ में 25 दिसंबर से एक दिन पूर्व तुलसी पूजन दिवस श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने तुलसी माता की विधिवत पूजा-अर्चना की और तुलसी पूजन के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं औषधीय महत्व की जानकारी प्राप्त की।
तुलसी के दर्शन, स्पर्श और पूजन से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। वहीं विद्यालय की प्राचार्या सोनाली शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद में तुलसी को अनेक रोगों की औषधि माना गया है। नियमित तुलसी पूजन से स्वास्थ्य के साथ-साथ आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त होता है। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने तुलसी माता की परिक्रमा की और पूजन की विधि को समझा। इस अवसर पर निदेशक साकेत रौशन, प्राचार्या सोनाली शर्मा, शिक्षिकाएं श्रुति केशरी, ब्यूटी कुमारी, प्रिया कुमारी, सिमरन कुमारी, ब्यूटी गुप्ता, शिक्षक हिमांशु राज, आदित्य कुमार सहित विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

फर्रुखाबाद l गिरजाघरों को रंग बिरंगी लाइट से सजाया गया जो देखते ही बन रहा था l बुधवार रात को रोशनी से सभी गिरजाघर जगमगा रहे थे। पेड़-पौधों व भवनों पर भी सतरंगी विद्युत झालरें रोशनी बिखेर रही थीं। पूजा-प्रार्थनाओं से वातावरण भक्ति व आस्था से ओतप्रोत था। रात 12 बजे प्रेम, क्षमा, शांति व सेवा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु का जन्मोत्सवधूमधाम से मनाया गया। कैरल गूंजे, पटाखे-फुलझड़ियां जलाए गए, केक काटे गए l गिरजाघर हैप्पी बर्थ डे टू यू यीशु स्वर गूंज उठा, साथ ही श्रद्धालुओं ने एक स्वर में ‘मेरा प्रभु जन्मा, प्यारा प्रभु जन्मा’ गीत गाया।
फर्रुखाबाद l तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति की बैठक राजेपुर ब्लॉक के ग्राम इमादपुर सोमवंशी मैं हुई जिसमें की बहुत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने आकर गंगा जी के किनारो पर तटबंध बनवाने के लिए पूरी ताकत से हर प्रकार से साथ देने का वादा किया बैठक में आए हुए लोगों ने एक स्वर में घोषणा की बहुत जल्द पूरे क्षेत्र के समस्त बाजारों को बंद कराया जाएगा क्योंकि हम लोग लगातार आवाज उठाते आ रहे हैं पर अभी तक शासन प्रशासन के कानों पर जू नहीं रेंगी है बैठक को संबोधित करते हुए तटबंध जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने कहा कि तटबंध पूरे क्षेत्र के लिए जीवन रेखा साबित होगा बड़ा दुर्भाग्य का विषय है जिस क्षेत्र की लाखों जनता परेशान रहती हो वहां के जनप्रतिनिधि चैन की बंसी बजाकर सोते हैं जल्दी ही तटबंध के समर्थन में पूरे क्षेत्र के समस्त बाजारों को बंद कराया जाएगा लाखों लोगों के दुख दर्द को ऐसा सहन नहीं किया जाएगा क्योंकि पूरा क्षेत्र बाढ़ से इतना प्रभावित होता है कि उसकी भरपाई संभव नहीं होती और तब तक दोबारा से बाढ़ आ जाती है और फिर बाढ़ में पूरा क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित होता है , समाजसेवी पूर्व प्रबंधक स्वर्ण सिंह ने कहा गंगा पार क्षेत्र के साथ में यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जो सौतेला व्यवहार किया है उसके कारण यह क्षेत्र बहुत पीछे गया है कभी-कभी तो लोग जिले को कई टुकड़ों में बांटकर अन्य जिलों में जोड़ने की बात इसी वजह से हो रही है क्योंकि हमारे यहां के नेता बिल्कुल नकारा है राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे उर्फ अंगद ने कहा की हमने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में लोगों की समस्याओं को देखा है उनकी उदास और सूनी आंखें बिना कुछ कहे ही बहुत कुछ कह देती थी हर वर्ष बाढ़ से मिटाना और फिर बसना उन लोगों की नियति में शामिल हो गया इससे बचने के लिए सिर्फ और सिर्फ तटबंध ही सहारा है और जब तक तटबंध नहीं बनेगा तब तक क्षेत्र के लोगों की पीड़ा कम नहीं होगी प्रसिद्ध राम कथा के प्रवक्ता आचार्य अमरीश जी महाराज ने कहा तटबंध बनने से पूरे क्षेत्र में खुशहाली आएगी लोगो की परेशानी कम होगी , खेतों में फसले लहराएंगी बस हम सबको मिलकर इस जनहित की लड़ाई को जितना है वरिष्ठ अधिवक्ता और समाजसेवी लक्ष्मण सिंह ने कहा कि जब तक नेताओं के पीछे घूमोगे तब तक कुछ हासिल होने वाला नहीं है तटबंध बनवाने के लिए हम सबको पूरी ताकत लगानी होगी सड़कों पर उतरकर संघर्ष करना पड़ेगा बिना कुछ किया हासिल नहीं होने वाला है हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव प्रताप सिंह उर्फ टिल्लू ने कहा कि बाढ़ का हर वर्ष आना और उससे सारे क्षेत्र में तबाही होना नियति बन गई है गंगा पार क्षेत्र की इससे बचने के लिए तटबंध बनना बहुत आवश्यक है क्षेत्र की जनता एकजुट हो रही है यह एकजुटता अवश्य रंग लाएगी रूक्मांगल सिंह यादव ने कहा पूरा क्षेत्र एक साथ है और चाहे कुछ भी हो जाए तटबंध जब तक नहीं बनेगा हम लोग चैन से नहीं बैठेंगे कप्तान सिंह कुशवाहा ने कहा हमारे विधायक को जनता के दुख दर्द को देखकर जल्द से जल्द तटबंध बनवाना चाहिए और नहीं तो जनता से फिर किसी भी प्रकार की मदद की उम्मीद ना रखें सुभाष अग्रवाल ने इस आंदोलन को हर संभव मदद देने की घोषणा की समाज सेवी नारायण अग्रवाल ने कहा कि हमरा गंगा पार से बहुत पुराना नाता है और बाढ़ के कारण प्रतिवर्ष क्षेत्र को जो दिक्कत होती है वह उससे बचाव सिर्फ तटबंध है बैठक का संचालन प्रशांत पाठक ने किया बैठक में प्रमुख रूप से अखिलेश तिवारी पूर्व प्रधान योगेंद्र प्रसाद त्रिवेदी प्रधान खुटिया, अनूप प्रधान बदनपुर, राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष विष्णु मिश्रा शिक्षक नेता श्यामेंद्र दुबे उर्फ नीरज , पूर्व प्रधान अवधेश सिंह सोमवंशी, सोनू सिंह हरिहरपुर, अनिल बाजपेई, अवनीश सोमवंशी सबलपुर सत्येंद्र सोमवंशी शीशपाल सिंह यादव वीरेंद्र सिंह यादव उमाशंकर मिश्रा शिवकुमार चौहान,प्रदीप शुक्ला उदित मिश्रा नीरज दुबे, प्रशांत पाठक श्याम बाबू शुक्ला, बाबू सिंह राजीव वर्मा सहित बहुत बड़ी संख्या में तटबंध के समर्थन में लोग उपस्थित रहे l
25 वाहनों के चालान ,ड्रिंक एंड ड्राइव में एक का चालान
संजय द्विवेदी प्रयागराज।रेलवे परिसर में अवैध गतिविधियो पर रोक लगाने हेतु चलाए जा रहे ऑपरेशन सतर्क के अन्तर्गत रेल सुरक्षा बल जी आर पी छिवकी एवं सी आई बी प्रयागराज की संयुक्त टीम ने प्रयागराज छिवकी रेलवे स्टेशन पर एक व्यक्ति को अवैध अंग्रेजी शराब के साथ गिरफ्तार किया है।स्टेशन पर नियमित चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म संख्या–2पर दिल्ली दिशा की ओर बेंच पर बैठे एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में पाया गया।तलाशी लेने पर उसके पास मौजूद पिट्ठू बैग से बड़ी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब बरामद हुई।गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान लाल बाबू कुमार पुत्र शत्रुधन शाह उम्र 26 वर्ष निवासी बांकीपुर थाना फतुवा जिला पटना(बिहार)के रूप में हुई है।अभियुक्त के पास से 8PM ब्रांड की 750 एमएल की 04 बोतल 8PM ब्रांड की180 एमएल की 20 बोतल एमस्टल बीयर 500 एमएल की 10 बोतल बरामद की गई जिसकी कुल अनुमानित कीमत ₹7,580/-है।गिरफ्तार आरोपी को बरामद शराब सहित आवश्यक विधिक कार्रवाई हेतु जीआरपी छिवकी को सुपुर्द कर दिया गया है।रेल प्रशासन आम जनता से अपील करता है कि रेलवे स्टेशन एवं ट्रेनो में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेलवे पुलिस को दें जिससे यात्रियो की सुरक्षा एवं रेलवे परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अब वह जमाना चला गया जब लोग एक दूसरों को जमीन दान कर दिया करते थे अब कलयुग का जमाना है कोई देने की बात ण करें अब तो लोग खुद दूसरों की जमीनों पर अपनी निगाहें गढ़ाये बैठें है। जमीन देखकर बड़े बड़ों की नियत डोल जाती है,यदि जमीन बेशकीमती हो तो, क्या बात?भूमाफिया कुछ भी करने से गुरेज नहीं करते।जमीन हथियाने के चक्कर में ऐसे लोग हर ऐक हथकंडा अपनाने से नहीं चूकते,कुछ ऐसा ही मामला सुल्तानपुर में देखने को मिल रहा है,जहां कुछ फर्जी कागजात के जरिए विपक्षी दबंग भूमाफियों को लेकर जबरन दूसरे के हिस्से को कब्जाने का प्रयास कर रहे हैं। आरोप है कि स्थगन आदेश के बाद भी पीड़ितों का कागजात नहीं देखा गया और वे परेशान होकर इधर उधर लोग भटकने को मजबूर हैं।
दरअसल ये मामला है नगर कोतवाली थानाक्षेत्र घरहां खुर्द का। जहां पर 1961 में गाटा संख्या 387 और 388 पर गोविंद अग्रवाल, माताशरण केसरवानी, विश्वाभर दयाल ने मिलकर गणेश आयरन फाउंड्री नाम से कोल्हू मशीन ढलाई का कारखाना खोला,जमीन कम पड़ी तो अगल बगल के गाटा संख्या 395,396 और 397 की जमीन भी खरीद ली गई।
1974 में घाटे के चलते कारखाना बंद कर दिया गया और इन तीनों पांचों गाटों की जमीन को कोर्ट के जरिए 1984 में तीन हिस्सों में बांट दिया गया। इसी के बाद आपसी सहमति से इसमें बने मकान का हिस्सा माताशरण को दिया गया। जिस पर अब उन्हीं के वारिस रमेश केसरवानी काबिज दाखिल हैं,जिसका फैसला 1984 में अपर सिविल जज द्वारा कर दिया गया।
इसी में अब केसरवानी एग्रो फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रमेश केसरवानी और उनका परिवार इसमें कारोबार करते चले आ रहे हैं। 1984 में बंटवारे के बाद अब गोविंद प्रसाद अग्रवाल के उत्तराधिकारियों की नियत डोल गई और वे भूमाफियाओं को लेकर जबरन माताशरण के हिस्से पर जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। बीते रविवार को इसी जमीन पर गोविंद अग्रवाल के उत्तराधिकारी हिमांशु अग्रवाल कुछ दबंगों और भूमाफियाओं को लेकर मौके पर पहुंचे और उनके गेट पर जबरन अपने नाम लिखवा कर कब्जा कर लिया।
यह तो साफ जाहिर हो रहा है जो लिखा हुआ है कि यह दर्शाने और दिखाने के लिए किया गया है यह आप स्वयं देख रहे है,पीड़ित माताशरण के उत्तराधिकारियों की माने तो इसके पहले भी कुछ फर्जी वसीयत के जरिए इसमें दाखिल हुए,न्यायालय में मुकदमा दर्ज हुआ तो पुनः उन लोगों का नाम कट गया,आरोप है कि पुनः दस्तावेजों के सहारे उन विपक्षियों का नाम जुड़ा, लेकिन फिर कट गया।
इसी के विपक्षियों ने एग्रीमेंट के जरिए रमेश केसरवानी की जमीन में दाखिल होने का प्रयास करते चले आ रहे हैं। ऐसा ही रविवार को साजिश रची भी गयी और रमेश केसरवानी के हिस्से में दाखिल हो गए। कागजात होने के बावजूद रमेश केसरवानी और इनके परिवार वालों की सुनवाई नहीं हो रही है लिहाजा वे अधिकारियों के दरवाजों पर चक्कर लगाने को मजबूर हैं आज और न्याय की आस में भटक रहे हैं। बाइट- रितेश केशरवानी पीड़ित
2 hours and 34 min ago
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