देवघर- राम कथा आयोजित समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह का श्रद्धांजलि सभा आयोजित।
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देवघर: 20 नवंबर 2025 को संगीतमय राम कथा आयोजन समिति देवघर की ओर से आज चित्रकूट धाम देवघर में राम कथा आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह का श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया सारे समिति के लोगों ने उनके तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उनके आत्मा की शांति के लिए कामना किया वह राम कथा आयोजन समिति के एक स्तंभ थे इस कार्यक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष आरपीएम पुरी, कपिल देव सिंह, पंकज सिंह भदोरिया, रीता चौरसिया, ओम प्रकाश मिश्रा, इंदिरानंद सिंह, जोगेंद्र नारायण सिंह, भुनेश्वर सिंह, ग्रीस प्रसाद सिंह, जेपी मिश्रा, एन एन सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, करजानंद सिंह, गणेश पंडित, जयप्रकाश सिंह, के के मालवीय, राजेंद्र प्रसाद, ललन शर्मा, आदि दर्जनों लोगों ने श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया और उनके तस्वीर पर फूल माला चढ़कर श्रद्धांजलि दिया
बाबा विश्वनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल मार्टीनगंज में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का हुआ सत्रारम्भ
सत्येन्द्र यादव
मार्टिनगंज आजमगढ़
   बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बनगांव मार्टिनगंज के प्रांगण में  बी ए एम एस के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन का सत्रारंभ  भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री यशवंत सिंह, संस्थापक प्रबंधक फौजदार सिंह द्वारा सर्वप्रथम सरस्वती जी के चित्र पर एवं श्री श्री 1008 दुर्वासा महामंडलेश्वर के चित्र पर पुष्प अर्पण एवं  दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, तत्पश्चात कार्यक्रम में आये हुए समस्त अतिथियों एवं ब्राह्मण पुरोहितों को माल्यार्पण कर स्मृतिचिन्ह एवं अंगवस्त्रम से अस्पताल के डायरेक्टर संजय सिंह एवं सौरभ सिंह नितिन द्वारा सम्मानित किया गया। | इस अवसर पर डॉ0 श्रुति सिंह ने नवागत छात्र छात्राओं का परिचय कराया और बताया कि दवाइयां एक विषय नहीं है यह करिश्मा होती हैं हम पढ़ाई इसलिए करते हैं कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक मेडिकल की सेवा प्रदान की जा सके। आप तनाव न लें, डॉक्टर के साथ-साथ एक अच्छा इंसान बने और जो डॉक्टरों का यूनिफॉर्म आपके ऊपर होता है वह यूनिफॉर्म नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी होती है। उस विश्वास को बनाए रखने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज में इस बार बी ए एम एस की पढ़ाई करने के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा कर्नाटक प्रदेश के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों  से बच्चे दाखिला लिए हैं। हमें विश्वास है की आयुष चिकित्सा पद्धति को अच्छी तरह से समझेंगे और उन्हें  अपने जीवन में आत्मसात भी करेंगे। इस अवसर पर संस्थापक फौजदार सिंह ने कहा कि आज भी स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में आयुर्वेद को मान्यता मिल रही है जिसका वैश्वीकरण हो रहा है। आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। आयुर्वेद का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अनेक पद्धतियों से सरल तरीके से विभिन्न रोगों का इलाज आयुर्वेद में उपलब्ध है जहां आज प्राणायाम, योगाभ्यास, अनुलोम विलोम से अनेक रोगों से छुटकारा मिल रहा है वही आयुर्वेदिक दवाइयां भी चमत्कारिक रूप से लोगों के ऊपर असरदार कार्य कर रही हैं। इस दौरान पिछले सत्र में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को  प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार दे कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री जसवंत सिंह, कृष्णा मुरारी विश्वकर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद राय, नगर पंचायत प्रतिनिधि सौरभ सिंह बिनू ,संस्थापक फौजदार सिंह, संजय सिंह, सौरभ सिंह नितिन, वेदपाल सिंह, ऋषिकांत राय, प्रेम प्रकाश यादव, प्रभु नारायण प्रेमी, प्रोफेसर पी सी चौधरी, विनोद सिंह , पूर्व प्राचार्य डॉ लालजी त्रिपाठी, डॉ  नागेश्वर सिंह, यशवंत सिंह आक्सी लोग उपस्थित रहे।
*नगर निगम गोरखपुर को जल संरक्षण के लिए मिला राष्ट्रीय सम्मान*

गोरखपुर नगर निगम ने जल संरक्षण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए पूरे देश में शहर का मान बढ़ाया है। जल संचय जन भागीदारी अभियान (JSJB 1.0) के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्यों के लिए नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय पुरस्कार तथा उत्तर प्रदेश स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2025’ समारोह में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने यह सम्मान गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल को प्रदान किया। गोरखपुर के लिए यह क्षण गौरव और प्रेरणा से भरा हुआ रहा।

पुरस्कार प्राप्त कर गोरखपुर लौटने पर नगर निगम सदन हाल में महापौर और नगर आयुक्त का पार्षदों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। पार्षदगण ने माला, स्मृति चिन्ह और पुष्पगुच्छ भेंटकर दोनों का अभिनंदन किया। इस सम्मान में गोरखपुर के जन-सहयोग और टीमवर्क की भावना झलकती है।

महापौर बोले—यह पुरस्कार गोरखपुर के हर नागरिक का सम्मान

महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि यह उपलब्धि गोरखपुर की जनता, नगर निगम के पार्षदों और पूरी टीम के निरंतर प्रयास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि “महामहिम राष्ट्रपति द्वारा दिया गया यह सम्मान गोरखपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि है। पहली बार नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा बड़ा सम्मान मिला है। हम आगे और बेहतर कार्य करेंगे ताकि गोरखपुर पहले या दूसरे स्थान तक पहुँच सके।

महापौर ने यह भी कहा कि गोरखपुर की जनता ने जल संरक्षण को जिस तरह जन आंदोलन का रूप दिया है, वह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणादायक है।

नगर आयुक्त ने कहा—तीन महीनों में मिला तीसरा राष्ट्रीय सम्मान, अब जिम्मेदारी और बढ़ गई

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि जल संचय जन भागीदारी अभियान के तहत गोरखपुर को तीसरा राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर पहला स्थान प्राप्त होना पूरे शहर के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि “यह सफलता महापौर जी की दूरदर्शिता, पार्षदों के सहयोग, देवतुल्य जनता के प्रयास और माननीय मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से संभव हुई है।”

उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीनों में नगर निगम को यह तीसरा राष्ट्रीय सम्मान मिला है, जो गोरखपुर मॉडल की मजबूती को दर्शाता है। नगर आयुक्त ने कहा कि अब जिम्मेदारी और बढ़ गई है और जल संरक्षण के कार्यों को और व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा।

गोरखपुर मॉडल—देश में बना उदाहरण

गोरखपुर के जल संरक्षण कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष सराहना मिली है। इनमें प्रमुख है

वर्षा जल संचयन संरचनाओं का व्यापक विस्तार तालाबों और कुओं की सफाई और पुनर्जीवन नदियों और नालों के पुनर्जीवन के प्रयास तकिया घाट पर स्थापित नेचुरल वॉटर फिल्ट्रेशन सिस्टम तकिया घाट स्थित प्राकृतिक जल शोधन केंद्र बिना रसायन के नदी के प्रदूषित जल को शुद्ध करने का अनोखा मॉडल है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। यह गोरखपुर की नवाचारी सोच का उत्कृष्ट उदाहरण है।

2 करोड़ की प्रोत्साहन राशि से होंगे नए कार्य

राष्ट्रीय जल पुरस्कार के साथ मिली 2 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग नगर निगम द्वारा निम्न कार्यों में किया जायेगा

नए जल संरक्षण मॉडल तैयार करना अधिक तालाबों का पुनर्जीवन वर्षा जल संचयन संरचनाओं का विस्तार नागरिकों को स्वच्छ जल उपलब्धता में सुधार नगर निगम का लक्ष्य है कि गोरखपुर को देश के अग्रणी जल-संरक्षण मॉडल के रूप में स्थापित किया जाए।

गोरखपुर का बढ़ा मान—निवासियों ने कहा, यह ऐतिहासिक अवसर

गोरखपुर के निवासियों ने कहा कि इतिहास में पहली बार नगर निगम को राष्ट्रपति से ऐसा बड़ा राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ है। यह शहर के लिए बेहद गर्व का क्षण है। नागरिकों ने महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की टीम को हार्दिक बधाई दी और कहा कि नगर निगम ने वास्तव में गोरखपुर का मान बढ़ाने का काम किया है।

यह उपलब्धि सिद्ध करती है कि गोरखपुर अब सिर्फ सांस्कृतिक और शिक्षा का केंद्र ही नहीं, बल्कि पर्यावरण और जल संरक्षण में भी देश का अग्रणी शहर बनकर उभर रहा है। गोरखपुर के नेतृत्व और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों ने यह संभव किया है।

भारत सरकार द्वारा गुजरात मे आयोजित होने वाले एकता यात्रा में गोरखपुर से अखिलदेव त्रिपाठी चयनित

-राष्ट्रीय एकता यात्रा में गोरखपुर से अखिलदेव त्रिपाठी का हुआ चयन

गोरखपुर। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा गुजरात में आयोजित होने वाले एकता यात्रा में सम्पूर्ण भारतवर्ष से चयनित युवा प्रतिनिधियों में गोरखपुर से भाजयुमो क्षेत्रीय महामन्त्री अखिलदेव त्रिपाठी को चयनित किया गया है इससे भाजयुमो गोरखपुर से जुड़े युवाओं में उत्साह है। इस सुखद सूचना पर रानीडीहा स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर भाजपा गोरखपुर के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने अखिलदेव त्रिपाठी को पटका पहनाकर आगामी यात्रा हेतु आशीर्वाद एवं शुभकामना प्रदान किया।

इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ल व जगदीश चौरसिया, जिला महामन्त्री राजाराम कन्नौजिया, भाजयुमो जिलाध्यक्ष नीरज दुबे दुर्गेश, भाजपा जिला महामंत्री ब्रह्मानंद शुक्ल, अमित चन्द पाण्डेय, कृष्णपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, रामप्रवेश तिवारी आदि उपस्थित थे।

आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम का पहला दिन, कल

झारखंड सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम “आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार” के सुचारु संचालन हेतु हजारीबाग जिला प्रशासन ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। कल 21 नवंबर से इस विशेष शिविर का शुभारंभ किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 21 नवंबर 2025 से 15 दिसंबर 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों एवं नगर निकायों के चिन्हित वार्डों में आयोजित किया जाएगा, ताकि नागरिकों को सरकारी सेवाएँ और प्रमाण-पत्र एक ही स्थान पर सरल, पारदर्शी और त्वरित रूप से उपलब्ध हो सकें।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनहित को प्राथमिकता देना है, जिसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के नागरिक शिविरों के माध्यम से आय, जाति, आवासीय सहित विभिन्न प्रमाण-पत्र ऑन द स्पॉट प्राप्त कर सकेंगे। शिविरों में हेल्प डेस्क की भी व्यवस्था होगी, जहाँ कर्मी योजनाओं, सेवाओं, शिकायत निवारण एवं आवेदन प्रक्रियाओं से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराएँगे।

शिविरों में जाति, आवासीय एवं आय प्रमाण-पत्र, अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, LAMPS–PACS सदस्यता, सर्वजन पेंशन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, हरा राशन कार्ड, बिरसा सिंचाई कूप योजना, गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, अबुआ आवास योजना सहित सभी प्रमुख कल्याणकारी सेवाओं के लिए आवेदन लिए जाएंगे।

साथ ही सैचुरेशन मोड में संचालित योजनाओं हेतु छूटे हुए योग्य लाभुकों से आवेदन भी प्राप्त किए जाएंगे। शिविरों में आयुष्मान कार्ड वितरण, CFR/ICR वन पट्टा आवेदन, दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, आंदोलनकारी चिन्हितीकरण प्रमाण-पत्र, तथा विभिन्न पेंशन योजनाओं के लिए भी आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।

21 नवंबर को इन प्रखंड-पंचायतों एवं नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में लगेंगे शिविर


दिनांक 21.11.2025 : ईचाक–बोंगा, बरकट्ठा–बरकट्ठा दक्षिणी, बरही–बरही पूर्वी, बड़कागांव–बड़कागांव पश्चिमी, केरेडारी–केरेडारी, कटकमसाण्डी–पेलावल उत्तरी, कटकमदाग–खपरियावां, विष्णुगढ़–भेलवारा, सदर हजारीबाग–ओरिया, डाड़ी–डाड़ी, दारू–रामदेवखरिका, चौपारण–ताजपुर, चौपारण–चौपारण, चुरचू–आंगो, चलकुशा–खरगु, टाटीझरिया–टाटीझरिया, वार्ड 1, 3, 4–वार्ड विकास केन्द्र नूरा।

उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) ने जिले के सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि 21 नवंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएँ। जिला प्रशासन नागरिकों को दरवाजे पर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है तथा प्रत्येक प्रखंड और पंचायत में शिविरों के सुचारु संचालन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

21 नवंबर से 15 दिसंबर — हजारीबाग की सभी पंचायतों, बिरहोर टोला और शहरी क्षेत्र के चिन्हित वार्डों में लगेंगे MEGA शिविर!


शिविर में उपलब्ध प्रमुख सेवाएँ

  • जाति / आवासीय / आय प्रमाण-पत्र
  • अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना
  • किसान क्रेडिट कार्ड
  • LAMPS–PACS सदस्यता
  • सर्वजन पेंशन योजना
  • सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना
  • मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना
  • बिरसा हरित ग्राम योजना
  • हरा राशन कार्ड
  • बिरसा सिंचाई कूप योजना
  • गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
  • मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना
  • मुख्यमंत्री पशुधन योजना
  • अबुआ आवास योजना
  • राजस्व अभिलेख, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, आधार–राशन कार्ड, बिजली बिल आदि का समाधान


झारखंड में ₹75 करोड़ का 'आधार स्कैम': भाजपा का आरोप- हेमंत सरकार में स्कूली बच्चों से दो साल तक होती रही अवैध वसूली; MKS एंटरप्राइज़ पर ब्लैकलिस


रांची: झारखंड भाजपा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग पर गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसे ₹75 करोड़ का "आधार स्कैम" बताया है।

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प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने सीधे हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा:

"झारखंड में चौतरफा लूट खसोट मचा हुआ है। यह सरकार स्कूली बच्चों को भी लूट रही है।"

JEPC और एजेंसी पर ₹75 करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप

अजय साह ने आरोप लगाया कि पिछले दो वर्षों में शिक्षा विभाग और MKS एंटरप्राइज़ के गठजोड़ के चलते स्कूली बच्चों के आधार कार्ड निर्माण और बायोमेट्रिक अपडेट से जुड़ा लगभग ₹75 करोड़ का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।

उन्होंने बताया कि मार्च 2023 में JEPC (जो शिक्षा विभाग के अधीन है) द्वारा एजेंसी चयन हेतु टेंडर जारी किया गया था। टेंडर और वर्क ऑर्डर की मूल प्रति के अनुसार, छात्रों से कोई फीस नहीं ली जानी थी; प्रति छात्र ₹50 का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा JEPC के माध्यम से एजेंसी को होना था।

कैसे हुआ ₹75 करोड़ का घोटाला?

अजय साह ने डिजिटल लेन-देन के दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया कि JEPC के संरक्षण में MKS एंटरप्राइज़ ने दो माध्यमों से गैरकानूनी वसूली की:

छात्रों से अवैध वसूली: 250 ब्लॉक रिसोर्स सेंटर्स (BRCs) में प्रतिदिन औसतन ₹2,000 की उगाही होती रही, जिससे छात्रों से गैरकानूनी रूप से लगभग ₹36 करोड़ वसूले गए।

केंद्र सरकार से वसूली: आधार एनरोलमेंट के नाम पर केंद्र सरकार से भी लगभग इतनी ही राशि ली गई।

सुपरवाइजर्स से वसूली: एजेंसी ने लगभग 500 "आधार सुपरवाइज़र" से ‘सिक्योरिटी मनी’ के नाम पर करीब ₹2.5 करोड़ की अतिरिक्त वसूली की।

इन सभी आंकड़ों को जोड़कर घोटाले की कुल राशि लगभग ₹75 करोड़ तक पहुँचती है।

सुपरवाइजर्स का शोषण और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप

भाजपा ने आरोप लगाया कि JEPC और एजेंसी की मिलीभगत सिर्फ अवैध वसूली तक सीमित नहीं थी। सुपरवाइजर्स से नौकरी देने के नाम पर ₹50-50 हजार रुपये वसूले गए, और जब उन्होंने बकाया सैलरी मांगी तो उन पर उल्टा लाखों रुपये का जुर्माना थोपा गया।

अजय साह ने दावा किया कि MKS एंटरप्राइज़ बिहार और बंगाल में भी फर्जी आधार कार्ड बनाने की गतिविधियों में शामिल है, और यह मामला करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है।

भाजपा की मांग: भाजपा ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच, JEPC की भूमिका की स्वतंत्र जाँच और MKS एंटरप्राइज़ को तत्काल ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है।

IITF 2025 में झारखंड की धूम: देश के 70% तसर सिल्क का उत्पादन कर बना 'तसर राजधानी', पवेलियन में महिलाएं दे रहीं लाइव डेमो

नई दिल्ली: भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 में झारखंड पवेलियन इस वर्ष तसर सिल्क के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय पहचान के कारण विशेष रूप से सुर्खियों में है। झारखंड देश के कुल तसर उत्पादन का 70 प्रतिशत योगदान अकेले देता है, जिससे यह 'देश की तसर राजधानी' के रूप में स्थापित हो गया है।

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तसर से तरक्की का सफर

झारखंड का तसर उद्योग आज कच्चे रेशम के उत्पादन को बढ़ाने, संपूर्ण तसर इकोसिस्टम का निर्माण करने और स्थानीय आजीविका को सुदृढ़ करने के विज़न के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उत्पादन में वृद्धि: 2001 में जहाँ 90 मीट्रिक टन कच्चे रेशम का उत्पादन होता था, वह बढ़कर 2024-25 में 1,363 मीट्रिक टन तक पहुँच गया है।

बुनियादी ढाँचा: राज्य में आज 100 कोकून संरक्षण केंद्र और 40 पूर्ण-सुविधायुक्त परियोजना केंद्र संचालित हो रहे हैं।

महिलाओं के नेतृत्व में सशक्तिकरण

इस अभूतपूर्व सफलता के केंद्र में झारखंड की महिलाएँ हैं, जिनकी तसर उत्पादन के 50-60 प्रतिशत कार्यों में सक्रिय भागीदारी है। कोकून प्रसंस्करण से लेकर यार्न उत्पादन (जो पूरी तरह महिला कर्मियों द्वारा किया जाता है) तक, महिलाएं इस अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।

उद्योग विभाग और रेशम निदेशालय, झारक्राफ्ट, और JSLPS के सहयोग से, महिलाओं को प्रशिक्षण, रोजगार और बाजार तक पहुँच उपलब्ध कराई जा रही है। कॉमन फ़ैसिलिटी सेंटर (CFC) में 30-60 महिलाएँ एक साथ उत्पादन और कौशल विकास से जुड़कर स्वरोजगार की दिशा में बढ़ रही हैं।

पैवेलियन में लाइव डेमो आकर्षण का केंद्र

पवेलियन का मुख्य आकर्षण वह लाइव डेमो है, जहाँ प्रशिक्षित महिला कारीगर तसर कोकून से रेशम धागा निकालने की पारंपरिक प्रक्रिया (कोकून उबालने से लेकर धागा तैयार करने तक) का प्रत्यक्ष प्रदर्शन कर रही हैं। इसके साथ ही, "तम्सुम" उसी धागे से करघे पर कपड़ा बुनने की कला प्रस्तुत करती हैं।

यह अनोखा प्रदर्शन न केवल तसर उद्योग की समृद्ध विरासत, बल्कि ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा स्थापित स्थायी आजीविका के मजबूत आधार को भी उजागर करता है।

झारखंड पुलिस अकादमी में सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटना प्रबंधन पर विशेष व्याख्यान आयोजित

हजारीबाग- झारखंड पुलिस अकादमी में सड़क दुर्घटना एवं उसके प्रभावी प्रबंधन पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें एच.ज़ेड.बी. आरोग्यम अस्पताल के कंसल्टेंट क्रेनियोमैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ अमित कुमार को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। व्याख्यान के दौरान डॉक्टर अमित कुमार ने सड़क दुर्घटनाओं के कारणों, उनकी रोकथाम के उपायों, प्रारम्भिक उपचार तथा दुर्घटना प्रबंधन की संपूर्ण प्रक्रिया पर विस्तृत और व्यावहारिक जानकारी साझा की। उन्होंने तेज गति, यातायात नियमों की अनदेखी, नशीले पदार्थों के सेवन के बाद वाहन संचालन और मोबाइल फोन के उपयोग को सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि का प्रमुख कारण बताया। सुरक्षित ड्राइविंग, हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य उपयोग तथा सड़क पर सतर्कता को उन्होंने दुर्घटनाओं को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय बताया। डॉक्टर अमित कुमार ने दुर्घटना के तुरंत बाद उठाए जाने वाले कदमों पर विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए स्वर्णिम घड़ी (गोल्डन ऑवर) के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद प्रारम्भिक एक घंटे में दी गई सही और समय पर सहायता किसी भी घायल व्यक्ति की जान बचाने में अत्यंत निर्णायक होती है। उन्होंने घायल की श्वास और नाड़ी की जाँच, उसे सुरक्षित स्थिति में रखने तथा निकटतम अस्पताल से तुरंत संपर्क करने जैसे कदमों को अत्यंत आवश्यक बताया। प्रशिक्षणरत अधिकारियों ने इस व्याख्यान को बेहद उपयोगी बताया और डॉक्टर से अनेक विषयों पर मार्गदर्शन प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में झारखंड पुलिस अकादमी ने डॉक्टर अमित कुमार के ज्ञानवर्धक और सार्थक योगदान के लिए उने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर आरोग्यम अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर रजत चक्रवर्ती ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल जागरूकता का विषय नहीं, बल्कि जीवन रक्षा का संकल्प है। उन्होंने बताया कि अस्पताल उपचार देने के साथ-साथ समाज को दुर्घटनाओं से बचाने और लोगों को प्रशिक्षित करने की दिशा में भी निरंतर प्रतिबद्ध है। श्री चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस अकादमी जैसे संस्थानों में इस प्रकार के व्याख्यान अस्पताल के सामाजिक दायित्व का प्रतीक हैं और आगे भी अस्पताल ऐसी जनहितकारी गतिविधियों को बढ़ावा देता रहेगा।

डीआरडीओ और डीजीए, फ्रांस ने डिफेंस सहयोग बढ़ाने के लिए टेक्निकल एग्रीमेंट पर किए हस्‍ताक्षर

अमरेश द्विवेदी

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नई दिल्ली । डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ आर्मामेंट्स (डीजीए), फ्रांस के बीच डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट में सहयोग बढ़ाने के लिए एक टेक्निकल एग्रीमेंट पर साइन किए गए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस आर एण्‍ड डी के सेक्रेटरी और डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ. समीर वी कामत और नेशनल आर्मामेंट्स डायरेक्टर, डीजीए फ्रांस लेफ्टिनेंट जनरल गेल डियाज डी तुएस्टा ने गुरुवार को नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन में इस एग्रीमेंट पर हस्‍ताक्षर किए। 

इस स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का मकसद भविष्य की डिफेंस चुनौतियों के लिए नए सॉल्यूशन डेवलप करने के लिए दोनों देशों/एंटिटी की मिली-जुली एक्सपर्टीज और रिसोर्स का फायदा उठाना है। यह डिफेंस आर एण्‍ड डी में स्किल और नॉलेज बढ़ाने के लिए जॉइंट रिसर्च और ट्रेनिंग प्रोग्राम, टेस्टिंग एक्टिविटी, जानकारी के एक्सचेंज, वर्कशॉप, सेमिनार वगैरह के ऑर्गनाइजेशन के लिए एक फॉर्मल फ्रेमवर्क देता है। 

एग्रीमेंट के तहत, दोनों देशों को इक्विपमेंट, नो-हाउ और टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर मिलेगा। इस एग्रीमेंट में बताए गए सहयोग के मुख्य एरिया में एरोनॉटिकल प्लेटफॉर्म, बिना ड्राइवर वाली गाड़ियां, डिफेंस एप्लीकेशन के लिए एडवांस्ड मटीरियल, साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस, नेविगेशन, एडवांस्ड प्रोपल्शन, एडवांस्ड सेंसर, क्वांटम टेक्नोलॉजी, अंडरवाटर टेक्नोलॉजी और आपसी फायदे के दूसरे एरिया शामिल हैं।

दोनों पक्षों ने भरोसा जताया कि यह सहयोग नेशनल सिक्योरिटी और ग्लोबल डिफेंस टेक्नोलॉजी में तरक्की में काफी मदद करेगा।

फोटो --बैठक करते हुए जिलाधिकारी मीरजापुर

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड विकास कार्यो से सम्बन्धित बैठक कर की समीक्षा 

एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की भी समीक्षा कर ली जानकारी

55 मदो, योजनाओ मे जनपद को ए श्रेणी प्राप्त, बी, सी व डी0 श्रेणी वाले अधिकारी अगले माह प्रगति मे सुधार लाते हुए ए श्रेणी लाना करें अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही -जिलाधिकारी

मीरजापुर। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित, एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ की समीक्षा, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित समीक्षा के दौरान 55 मदो, योजनाओं में जनपद को ए श्रेणी प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी बी व सी, डी श्रेणी वाले अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि अगले माह योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए ए श्रेणी लाना सुनिश्चित करे अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट, विकास भवन व सभी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालयों में हेल्पडेस्क दो दिवसों में स्थापित करते हुए सूचना उपलब्ध कराए। अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा छात्र वृत्ति व निशुल्क प्रतिपूर्ति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते कहा कि आवेदन के सापेक्ष अग्रसारित आवेदनों की शत प्रतिशत कराते हुए स्वीकृति हेतु भेजे। सैम व मैम बच्चों की समीक्षा मे जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि जनपद को कुपोषण से मुक्त कराना हम सभी का दायित्व है एवं सभी लोग अपनी सहभागिता से जनपद को कुपोषण मुक्त कराने मे अपना योगदान दे। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सैम व मैम बच्चों केन्द्रवार सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा प्रायः यह देखा की कि अपनी बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर चले जाते है जिससे शासन द्वारा मांगी जाने वाली सूचना का प्रेषण समय से नही पाता है अतएव सभी अधिकारी मुख्यालय से पूर्व अनुमति अवश्य ले जिस अधिकारी के द्वारा बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ेगा उस पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। जिन मदो, योजनाओं में ए श्रेणी प्राप्त है यथा- पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ए, सोलर स्ट्रीट लाइट बीकेएस ग्राम उन्नति योजना ए, एकीकृत बागवानी विकास मिशन ए, पर ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरिगेशन ए, खराब ट्रांसफार्मर की शिकायतें ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे ग्रामीण ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे शहरी ए, विद्युत बिल में सुधार हेतु आवेदन ए, कृषि रक्षा रसायन डीबीटी ए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ए, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ए, पीएम कुसुम ए, बीज डीबीटी ए, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मनरेगा ए, भवन निर्माण ए, सड़क निर्माण ए, एंबुलेंस 108 ए, एंबुलेंस 102 ए, बायोमेडिकल उपकरण रखरखाव कार्यक्रम ए, मोबाइल मेडिकल यूनिट ए, दुग्ध मूल्य भुगतान की स्थिति ए, सहकारी दुग्ध समितियां ए, दिव्यांग पेंशन ए, दिव्यांग पेंशन आधार सीडिंग ए, जल जीवन मिशन हर घर जल ए, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण ए, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 ए, सामाजिक वनीकरण ए, आपरेश कायाकल्य ए, पीएम पोषण विद्यालय निरीक्षण ए, अंडा उत्पादन ए, निराश्रित गोवंश का संरक्षण ए, पशु टीकाकरण ए, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान ए, संरक्षित निराश्रित गोवंश की सुपुर्दगी की ए, शादी अनुदान योजना ए, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मत्स्य उत्पादन ए, निराश्रित महिला पेंशन का आधार सीडिंग ए, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन ए, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ए, प्रोजेक्ट अलंकार ए, सड़को का अनुरक्षण ए, कन्या विवाह सहायता योजना ए, मातृत्व शिशु एवं बालिका मद्द योजना ए, ओडीओपी वित्त पोषण योजना ए, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ए, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना ए, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना ए, वृद्धावस्था पेंशन का आधार सीडिंग ए, जिला सहकारी बैंक अल्पकालीन ऋण वितरण एवं वसूली ए श्रेणी प्राप्त हुआ हैं। एक करोड़ से अधिक लगात वाली समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए यदि निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता खराब पाई जाती है तो सम्बन्धित के ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन परियोजना मे धनराशि है उन्हें समय से पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर की कार्यवाही करें तथा जिन परियोजनाओं में बजट का अभाव है उनमे अपने मुख्यालय को पत्राचार कर बजट अवमुक्त कराए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाएं जिनके निर्माण मे विलम्ब हो रहा है उनमें शासन को पत्राचार करते हुए समय सीमा बढ़वाया जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि जो योजना पूर्ण होने वाली है या पूर्ण चुकी है अभी हैण्डओवर नहीं हुआ है उन सभी योजनाओं में विद्युत कनेक्शन है अथवा नहीं या झटपट पोर्टल पर आवेदन किया गया है कि नहीं की सूचना जिला अर्थ संख्या अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराए। तत्पश्चात पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

देवघर- राम कथा आयोजित समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह का श्रद्धांजलि सभा आयोजित।
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देवघर: 20 नवंबर 2025 को संगीतमय राम कथा आयोजन समिति देवघर की ओर से आज चित्रकूट धाम देवघर में राम कथा आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह का श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया सारे समिति के लोगों ने उनके तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उनके आत्मा की शांति के लिए कामना किया वह राम कथा आयोजन समिति के एक स्तंभ थे इस कार्यक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष आरपीएम पुरी, कपिल देव सिंह, पंकज सिंह भदोरिया, रीता चौरसिया, ओम प्रकाश मिश्रा, इंदिरानंद सिंह, जोगेंद्र नारायण सिंह, भुनेश्वर सिंह, ग्रीस प्रसाद सिंह, जेपी मिश्रा, एन एन सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, करजानंद सिंह, गणेश पंडित, जयप्रकाश सिंह, के के मालवीय, राजेंद्र प्रसाद, ललन शर्मा, आदि दर्जनों लोगों ने श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया और उनके तस्वीर पर फूल माला चढ़कर श्रद्धांजलि दिया
बाबा विश्वनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल मार्टीनगंज में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का हुआ सत्रारम्भ
सत्येन्द्र यादव
मार्टिनगंज आजमगढ़
   बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बनगांव मार्टिनगंज के प्रांगण में  बी ए एम एस के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन का सत्रारंभ  भव्य रूप से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री यशवंत सिंह, संस्थापक प्रबंधक फौजदार सिंह द्वारा सर्वप्रथम सरस्वती जी के चित्र पर एवं श्री श्री 1008 दुर्वासा महामंडलेश्वर के चित्र पर पुष्प अर्पण एवं  दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, तत्पश्चात कार्यक्रम में आये हुए समस्त अतिथियों एवं ब्राह्मण पुरोहितों को माल्यार्पण कर स्मृतिचिन्ह एवं अंगवस्त्रम से अस्पताल के डायरेक्टर संजय सिंह एवं सौरभ सिंह नितिन द्वारा सम्मानित किया गया। | इस अवसर पर डॉ0 श्रुति सिंह ने नवागत छात्र छात्राओं का परिचय कराया और बताया कि दवाइयां एक विषय नहीं है यह करिश्मा होती हैं हम पढ़ाई इसलिए करते हैं कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक मेडिकल की सेवा प्रदान की जा सके। आप तनाव न लें, डॉक्टर के साथ-साथ एक अच्छा इंसान बने और जो डॉक्टरों का यूनिफॉर्म आपके ऊपर होता है वह यूनिफॉर्म नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी होती है। उस विश्वास को बनाए रखने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। बाबा विश्वनाथ आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज में इस बार बी ए एम एस की पढ़ाई करने के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा कर्नाटक प्रदेश के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों  से बच्चे दाखिला लिए हैं। हमें विश्वास है की आयुष चिकित्सा पद्धति को अच्छी तरह से समझेंगे और उन्हें  अपने जीवन में आत्मसात भी करेंगे। इस अवसर पर संस्थापक फौजदार सिंह ने कहा कि आज भी स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में आयुर्वेद को मान्यता मिल रही है जिसका वैश्वीकरण हो रहा है। आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। आयुर्वेद का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अनेक पद्धतियों से सरल तरीके से विभिन्न रोगों का इलाज आयुर्वेद में उपलब्ध है जहां आज प्राणायाम, योगाभ्यास, अनुलोम विलोम से अनेक रोगों से छुटकारा मिल रहा है वही आयुर्वेदिक दवाइयां भी चमत्कारिक रूप से लोगों के ऊपर असरदार कार्य कर रही हैं। इस दौरान पिछले सत्र में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को  प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार दे कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री जसवंत सिंह, कृष्णा मुरारी विश्वकर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद राय, नगर पंचायत प्रतिनिधि सौरभ सिंह बिनू ,संस्थापक फौजदार सिंह, संजय सिंह, सौरभ सिंह नितिन, वेदपाल सिंह, ऋषिकांत राय, प्रेम प्रकाश यादव, प्रभु नारायण प्रेमी, प्रोफेसर पी सी चौधरी, विनोद सिंह , पूर्व प्राचार्य डॉ लालजी त्रिपाठी, डॉ  नागेश्वर सिंह, यशवंत सिंह आक्सी लोग उपस्थित रहे।
*नगर निगम गोरखपुर को जल संरक्षण के लिए मिला राष्ट्रीय सम्मान*

गोरखपुर नगर निगम ने जल संरक्षण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए पूरे देश में शहर का मान बढ़ाया है। जल संचय जन भागीदारी अभियान (JSJB 1.0) के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्यों के लिए नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय पुरस्कार तथा उत्तर प्रदेश स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2025’ समारोह में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने यह सम्मान गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल को प्रदान किया। गोरखपुर के लिए यह क्षण गौरव और प्रेरणा से भरा हुआ रहा।

पुरस्कार प्राप्त कर गोरखपुर लौटने पर नगर निगम सदन हाल में महापौर और नगर आयुक्त का पार्षदों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। पार्षदगण ने माला, स्मृति चिन्ह और पुष्पगुच्छ भेंटकर दोनों का अभिनंदन किया। इस सम्मान में गोरखपुर के जन-सहयोग और टीमवर्क की भावना झलकती है।

महापौर बोले—यह पुरस्कार गोरखपुर के हर नागरिक का सम्मान

महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि यह उपलब्धि गोरखपुर की जनता, नगर निगम के पार्षदों और पूरी टीम के निरंतर प्रयास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि “महामहिम राष्ट्रपति द्वारा दिया गया यह सम्मान गोरखपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि है। पहली बार नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा बड़ा सम्मान मिला है। हम आगे और बेहतर कार्य करेंगे ताकि गोरखपुर पहले या दूसरे स्थान तक पहुँच सके।

महापौर ने यह भी कहा कि गोरखपुर की जनता ने जल संरक्षण को जिस तरह जन आंदोलन का रूप दिया है, वह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणादायक है।

नगर आयुक्त ने कहा—तीन महीनों में मिला तीसरा राष्ट्रीय सम्मान, अब जिम्मेदारी और बढ़ गई

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि जल संचय जन भागीदारी अभियान के तहत गोरखपुर को तीसरा राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर पहला स्थान प्राप्त होना पूरे शहर के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि “यह सफलता महापौर जी की दूरदर्शिता, पार्षदों के सहयोग, देवतुल्य जनता के प्रयास और माननीय मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से संभव हुई है।”

उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीनों में नगर निगम को यह तीसरा राष्ट्रीय सम्मान मिला है, जो गोरखपुर मॉडल की मजबूती को दर्शाता है। नगर आयुक्त ने कहा कि अब जिम्मेदारी और बढ़ गई है और जल संरक्षण के कार्यों को और व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा।

गोरखपुर मॉडल—देश में बना उदाहरण

गोरखपुर के जल संरक्षण कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष सराहना मिली है। इनमें प्रमुख है

वर्षा जल संचयन संरचनाओं का व्यापक विस्तार तालाबों और कुओं की सफाई और पुनर्जीवन नदियों और नालों के पुनर्जीवन के प्रयास तकिया घाट पर स्थापित नेचुरल वॉटर फिल्ट्रेशन सिस्टम तकिया घाट स्थित प्राकृतिक जल शोधन केंद्र बिना रसायन के नदी के प्रदूषित जल को शुद्ध करने का अनोखा मॉडल है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। यह गोरखपुर की नवाचारी सोच का उत्कृष्ट उदाहरण है।

2 करोड़ की प्रोत्साहन राशि से होंगे नए कार्य

राष्ट्रीय जल पुरस्कार के साथ मिली 2 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग नगर निगम द्वारा निम्न कार्यों में किया जायेगा

नए जल संरक्षण मॉडल तैयार करना अधिक तालाबों का पुनर्जीवन वर्षा जल संचयन संरचनाओं का विस्तार नागरिकों को स्वच्छ जल उपलब्धता में सुधार नगर निगम का लक्ष्य है कि गोरखपुर को देश के अग्रणी जल-संरक्षण मॉडल के रूप में स्थापित किया जाए।

गोरखपुर का बढ़ा मान—निवासियों ने कहा, यह ऐतिहासिक अवसर

गोरखपुर के निवासियों ने कहा कि इतिहास में पहली बार नगर निगम को राष्ट्रपति से ऐसा बड़ा राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ है। यह शहर के लिए बेहद गर्व का क्षण है। नागरिकों ने महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की टीम को हार्दिक बधाई दी और कहा कि नगर निगम ने वास्तव में गोरखपुर का मान बढ़ाने का काम किया है।

यह उपलब्धि सिद्ध करती है कि गोरखपुर अब सिर्फ सांस्कृतिक और शिक्षा का केंद्र ही नहीं, बल्कि पर्यावरण और जल संरक्षण में भी देश का अग्रणी शहर बनकर उभर रहा है। गोरखपुर के नेतृत्व और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों ने यह संभव किया है।

भारत सरकार द्वारा गुजरात मे आयोजित होने वाले एकता यात्रा में गोरखपुर से अखिलदेव त्रिपाठी चयनित

-राष्ट्रीय एकता यात्रा में गोरखपुर से अखिलदेव त्रिपाठी का हुआ चयन

गोरखपुर। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा गुजरात में आयोजित होने वाले एकता यात्रा में सम्पूर्ण भारतवर्ष से चयनित युवा प्रतिनिधियों में गोरखपुर से भाजयुमो क्षेत्रीय महामन्त्री अखिलदेव त्रिपाठी को चयनित किया गया है इससे भाजयुमो गोरखपुर से जुड़े युवाओं में उत्साह है। इस सुखद सूचना पर रानीडीहा स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर भाजपा गोरखपुर के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने अखिलदेव त्रिपाठी को पटका पहनाकर आगामी यात्रा हेतु आशीर्वाद एवं शुभकामना प्रदान किया।

इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ल व जगदीश चौरसिया, जिला महामन्त्री राजाराम कन्नौजिया, भाजयुमो जिलाध्यक्ष नीरज दुबे दुर्गेश, भाजपा जिला महामंत्री ब्रह्मानंद शुक्ल, अमित चन्द पाण्डेय, कृष्णपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, रामप्रवेश तिवारी आदि उपस्थित थे।

आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम का पहला दिन, कल

झारखंड सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम “आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार” के सुचारु संचालन हेतु हजारीबाग जिला प्रशासन ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। कल 21 नवंबर से इस विशेष शिविर का शुभारंभ किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 21 नवंबर 2025 से 15 दिसंबर 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों एवं नगर निकायों के चिन्हित वार्डों में आयोजित किया जाएगा, ताकि नागरिकों को सरकारी सेवाएँ और प्रमाण-पत्र एक ही स्थान पर सरल, पारदर्शी और त्वरित रूप से उपलब्ध हो सकें।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनहित को प्राथमिकता देना है, जिसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के नागरिक शिविरों के माध्यम से आय, जाति, आवासीय सहित विभिन्न प्रमाण-पत्र ऑन द स्पॉट प्राप्त कर सकेंगे। शिविरों में हेल्प डेस्क की भी व्यवस्था होगी, जहाँ कर्मी योजनाओं, सेवाओं, शिकायत निवारण एवं आवेदन प्रक्रियाओं से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराएँगे।

शिविरों में जाति, आवासीय एवं आय प्रमाण-पत्र, अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, LAMPS–PACS सदस्यता, सर्वजन पेंशन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, हरा राशन कार्ड, बिरसा सिंचाई कूप योजना, गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, अबुआ आवास योजना सहित सभी प्रमुख कल्याणकारी सेवाओं के लिए आवेदन लिए जाएंगे।

साथ ही सैचुरेशन मोड में संचालित योजनाओं हेतु छूटे हुए योग्य लाभुकों से आवेदन भी प्राप्त किए जाएंगे। शिविरों में आयुष्मान कार्ड वितरण, CFR/ICR वन पट्टा आवेदन, दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, आंदोलनकारी चिन्हितीकरण प्रमाण-पत्र, तथा विभिन्न पेंशन योजनाओं के लिए भी आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।

21 नवंबर को इन प्रखंड-पंचायतों एवं नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में लगेंगे शिविर


दिनांक 21.11.2025 : ईचाक–बोंगा, बरकट्ठा–बरकट्ठा दक्षिणी, बरही–बरही पूर्वी, बड़कागांव–बड़कागांव पश्चिमी, केरेडारी–केरेडारी, कटकमसाण्डी–पेलावल उत्तरी, कटकमदाग–खपरियावां, विष्णुगढ़–भेलवारा, सदर हजारीबाग–ओरिया, डाड़ी–डाड़ी, दारू–रामदेवखरिका, चौपारण–ताजपुर, चौपारण–चौपारण, चुरचू–आंगो, चलकुशा–खरगु, टाटीझरिया–टाटीझरिया, वार्ड 1, 3, 4–वार्ड विकास केन्द्र नूरा।

उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) ने जिले के सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि 21 नवंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएँ। जिला प्रशासन नागरिकों को दरवाजे पर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है तथा प्रत्येक प्रखंड और पंचायत में शिविरों के सुचारु संचालन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

21 नवंबर से 15 दिसंबर — हजारीबाग की सभी पंचायतों, बिरहोर टोला और शहरी क्षेत्र के चिन्हित वार्डों में लगेंगे MEGA शिविर!


शिविर में उपलब्ध प्रमुख सेवाएँ

  • जाति / आवासीय / आय प्रमाण-पत्र
  • अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना
  • किसान क्रेडिट कार्ड
  • LAMPS–PACS सदस्यता
  • सर्वजन पेंशन योजना
  • सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना
  • मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना
  • बिरसा हरित ग्राम योजना
  • हरा राशन कार्ड
  • बिरसा सिंचाई कूप योजना
  • गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
  • मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना
  • मुख्यमंत्री पशुधन योजना
  • अबुआ आवास योजना
  • राजस्व अभिलेख, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, आधार–राशन कार्ड, बिजली बिल आदि का समाधान


झारखंड में ₹75 करोड़ का 'आधार स्कैम': भाजपा का आरोप- हेमंत सरकार में स्कूली बच्चों से दो साल तक होती रही अवैध वसूली; MKS एंटरप्राइज़ पर ब्लैकलिस


रांची: झारखंड भाजपा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग पर गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसे ₹75 करोड़ का "आधार स्कैम" बताया है।

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प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने सीधे हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा:

"झारखंड में चौतरफा लूट खसोट मचा हुआ है। यह सरकार स्कूली बच्चों को भी लूट रही है।"

JEPC और एजेंसी पर ₹75 करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप

अजय साह ने आरोप लगाया कि पिछले दो वर्षों में शिक्षा विभाग और MKS एंटरप्राइज़ के गठजोड़ के चलते स्कूली बच्चों के आधार कार्ड निर्माण और बायोमेट्रिक अपडेट से जुड़ा लगभग ₹75 करोड़ का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।

उन्होंने बताया कि मार्च 2023 में JEPC (जो शिक्षा विभाग के अधीन है) द्वारा एजेंसी चयन हेतु टेंडर जारी किया गया था। टेंडर और वर्क ऑर्डर की मूल प्रति के अनुसार, छात्रों से कोई फीस नहीं ली जानी थी; प्रति छात्र ₹50 का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा JEPC के माध्यम से एजेंसी को होना था।

कैसे हुआ ₹75 करोड़ का घोटाला?

अजय साह ने डिजिटल लेन-देन के दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया कि JEPC के संरक्षण में MKS एंटरप्राइज़ ने दो माध्यमों से गैरकानूनी वसूली की:

छात्रों से अवैध वसूली: 250 ब्लॉक रिसोर्स सेंटर्स (BRCs) में प्रतिदिन औसतन ₹2,000 की उगाही होती रही, जिससे छात्रों से गैरकानूनी रूप से लगभग ₹36 करोड़ वसूले गए।

केंद्र सरकार से वसूली: आधार एनरोलमेंट के नाम पर केंद्र सरकार से भी लगभग इतनी ही राशि ली गई।

सुपरवाइजर्स से वसूली: एजेंसी ने लगभग 500 "आधार सुपरवाइज़र" से ‘सिक्योरिटी मनी’ के नाम पर करीब ₹2.5 करोड़ की अतिरिक्त वसूली की।

इन सभी आंकड़ों को जोड़कर घोटाले की कुल राशि लगभग ₹75 करोड़ तक पहुँचती है।

सुपरवाइजर्स का शोषण और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप

भाजपा ने आरोप लगाया कि JEPC और एजेंसी की मिलीभगत सिर्फ अवैध वसूली तक सीमित नहीं थी। सुपरवाइजर्स से नौकरी देने के नाम पर ₹50-50 हजार रुपये वसूले गए, और जब उन्होंने बकाया सैलरी मांगी तो उन पर उल्टा लाखों रुपये का जुर्माना थोपा गया।

अजय साह ने दावा किया कि MKS एंटरप्राइज़ बिहार और बंगाल में भी फर्जी आधार कार्ड बनाने की गतिविधियों में शामिल है, और यह मामला करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है।

भाजपा की मांग: भाजपा ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच, JEPC की भूमिका की स्वतंत्र जाँच और MKS एंटरप्राइज़ को तत्काल ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है।

IITF 2025 में झारखंड की धूम: देश के 70% तसर सिल्क का उत्पादन कर बना 'तसर राजधानी', पवेलियन में महिलाएं दे रहीं लाइव डेमो

नई दिल्ली: भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 में झारखंड पवेलियन इस वर्ष तसर सिल्क के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय पहचान के कारण विशेष रूप से सुर्खियों में है। झारखंड देश के कुल तसर उत्पादन का 70 प्रतिशत योगदान अकेले देता है, जिससे यह 'देश की तसर राजधानी' के रूप में स्थापित हो गया है।

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तसर से तरक्की का सफर

झारखंड का तसर उद्योग आज कच्चे रेशम के उत्पादन को बढ़ाने, संपूर्ण तसर इकोसिस्टम का निर्माण करने और स्थानीय आजीविका को सुदृढ़ करने के विज़न के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उत्पादन में वृद्धि: 2001 में जहाँ 90 मीट्रिक टन कच्चे रेशम का उत्पादन होता था, वह बढ़कर 2024-25 में 1,363 मीट्रिक टन तक पहुँच गया है।

बुनियादी ढाँचा: राज्य में आज 100 कोकून संरक्षण केंद्र और 40 पूर्ण-सुविधायुक्त परियोजना केंद्र संचालित हो रहे हैं।

महिलाओं के नेतृत्व में सशक्तिकरण

इस अभूतपूर्व सफलता के केंद्र में झारखंड की महिलाएँ हैं, जिनकी तसर उत्पादन के 50-60 प्रतिशत कार्यों में सक्रिय भागीदारी है। कोकून प्रसंस्करण से लेकर यार्न उत्पादन (जो पूरी तरह महिला कर्मियों द्वारा किया जाता है) तक, महिलाएं इस अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।

उद्योग विभाग और रेशम निदेशालय, झारक्राफ्ट, और JSLPS के सहयोग से, महिलाओं को प्रशिक्षण, रोजगार और बाजार तक पहुँच उपलब्ध कराई जा रही है। कॉमन फ़ैसिलिटी सेंटर (CFC) में 30-60 महिलाएँ एक साथ उत्पादन और कौशल विकास से जुड़कर स्वरोजगार की दिशा में बढ़ रही हैं।

पैवेलियन में लाइव डेमो आकर्षण का केंद्र

पवेलियन का मुख्य आकर्षण वह लाइव डेमो है, जहाँ प्रशिक्षित महिला कारीगर तसर कोकून से रेशम धागा निकालने की पारंपरिक प्रक्रिया (कोकून उबालने से लेकर धागा तैयार करने तक) का प्रत्यक्ष प्रदर्शन कर रही हैं। इसके साथ ही, "तम्सुम" उसी धागे से करघे पर कपड़ा बुनने की कला प्रस्तुत करती हैं।

यह अनोखा प्रदर्शन न केवल तसर उद्योग की समृद्ध विरासत, बल्कि ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा स्थापित स्थायी आजीविका के मजबूत आधार को भी उजागर करता है।

झारखंड पुलिस अकादमी में सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटना प्रबंधन पर विशेष व्याख्यान आयोजित

हजारीबाग- झारखंड पुलिस अकादमी में सड़क दुर्घटना एवं उसके प्रभावी प्रबंधन पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें एच.ज़ेड.बी. आरोग्यम अस्पताल के कंसल्टेंट क्रेनियोमैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ अमित कुमार को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। व्याख्यान के दौरान डॉक्टर अमित कुमार ने सड़क दुर्घटनाओं के कारणों, उनकी रोकथाम के उपायों, प्रारम्भिक उपचार तथा दुर्घटना प्रबंधन की संपूर्ण प्रक्रिया पर विस्तृत और व्यावहारिक जानकारी साझा की। उन्होंने तेज गति, यातायात नियमों की अनदेखी, नशीले पदार्थों के सेवन के बाद वाहन संचालन और मोबाइल फोन के उपयोग को सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि का प्रमुख कारण बताया। सुरक्षित ड्राइविंग, हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य उपयोग तथा सड़क पर सतर्कता को उन्होंने दुर्घटनाओं को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय बताया। डॉक्टर अमित कुमार ने दुर्घटना के तुरंत बाद उठाए जाने वाले कदमों पर विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए स्वर्णिम घड़ी (गोल्डन ऑवर) के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद प्रारम्भिक एक घंटे में दी गई सही और समय पर सहायता किसी भी घायल व्यक्ति की जान बचाने में अत्यंत निर्णायक होती है। उन्होंने घायल की श्वास और नाड़ी की जाँच, उसे सुरक्षित स्थिति में रखने तथा निकटतम अस्पताल से तुरंत संपर्क करने जैसे कदमों को अत्यंत आवश्यक बताया। प्रशिक्षणरत अधिकारियों ने इस व्याख्यान को बेहद उपयोगी बताया और डॉक्टर से अनेक विषयों पर मार्गदर्शन प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में झारखंड पुलिस अकादमी ने डॉक्टर अमित कुमार के ज्ञानवर्धक और सार्थक योगदान के लिए उने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर आरोग्यम अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर रजत चक्रवर्ती ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल जागरूकता का विषय नहीं, बल्कि जीवन रक्षा का संकल्प है। उन्होंने बताया कि अस्पताल उपचार देने के साथ-साथ समाज को दुर्घटनाओं से बचाने और लोगों को प्रशिक्षित करने की दिशा में भी निरंतर प्रतिबद्ध है। श्री चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस अकादमी जैसे संस्थानों में इस प्रकार के व्याख्यान अस्पताल के सामाजिक दायित्व का प्रतीक हैं और आगे भी अस्पताल ऐसी जनहितकारी गतिविधियों को बढ़ावा देता रहेगा।

डीआरडीओ और डीजीए, फ्रांस ने डिफेंस सहयोग बढ़ाने के लिए टेक्निकल एग्रीमेंट पर किए हस्‍ताक्षर

अमरेश द्विवेदी

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नई दिल्ली । डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ आर्मामेंट्स (डीजीए), फ्रांस के बीच डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट में सहयोग बढ़ाने के लिए एक टेक्निकल एग्रीमेंट पर साइन किए गए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस आर एण्‍ड डी के सेक्रेटरी और डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ. समीर वी कामत और नेशनल आर्मामेंट्स डायरेक्टर, डीजीए फ्रांस लेफ्टिनेंट जनरल गेल डियाज डी तुएस्टा ने गुरुवार को नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन में इस एग्रीमेंट पर हस्‍ताक्षर किए। 

इस स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का मकसद भविष्य की डिफेंस चुनौतियों के लिए नए सॉल्यूशन डेवलप करने के लिए दोनों देशों/एंटिटी की मिली-जुली एक्सपर्टीज और रिसोर्स का फायदा उठाना है। यह डिफेंस आर एण्‍ड डी में स्किल और नॉलेज बढ़ाने के लिए जॉइंट रिसर्च और ट्रेनिंग प्रोग्राम, टेस्टिंग एक्टिविटी, जानकारी के एक्सचेंज, वर्कशॉप, सेमिनार वगैरह के ऑर्गनाइजेशन के लिए एक फॉर्मल फ्रेमवर्क देता है। 

एग्रीमेंट के तहत, दोनों देशों को इक्विपमेंट, नो-हाउ और टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर मिलेगा। इस एग्रीमेंट में बताए गए सहयोग के मुख्य एरिया में एरोनॉटिकल प्लेटफॉर्म, बिना ड्राइवर वाली गाड़ियां, डिफेंस एप्लीकेशन के लिए एडवांस्ड मटीरियल, साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस, नेविगेशन, एडवांस्ड प्रोपल्शन, एडवांस्ड सेंसर, क्वांटम टेक्नोलॉजी, अंडरवाटर टेक्नोलॉजी और आपसी फायदे के दूसरे एरिया शामिल हैं।

दोनों पक्षों ने भरोसा जताया कि यह सहयोग नेशनल सिक्योरिटी और ग्लोबल डिफेंस टेक्नोलॉजी में तरक्की में काफी मदद करेगा।

फोटो --बैठक करते हुए जिलाधिकारी मीरजापुर

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड विकास कार्यो से सम्बन्धित बैठक कर की समीक्षा 

एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की भी समीक्षा कर ली जानकारी

55 मदो, योजनाओ मे जनपद को ए श्रेणी प्राप्त, बी, सी व डी0 श्रेणी वाले अधिकारी अगले माह प्रगति मे सुधार लाते हुए ए श्रेणी लाना करें अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही -जिलाधिकारी

मीरजापुर। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित, एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ की समीक्षा, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित समीक्षा के दौरान 55 मदो, योजनाओं में जनपद को ए श्रेणी प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी बी व सी, डी श्रेणी वाले अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि अगले माह योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए ए श्रेणी लाना सुनिश्चित करे अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट, विकास भवन व सभी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालयों में हेल्पडेस्क दो दिवसों में स्थापित करते हुए सूचना उपलब्ध कराए। अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा छात्र वृत्ति व निशुल्क प्रतिपूर्ति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते कहा कि आवेदन के सापेक्ष अग्रसारित आवेदनों की शत प्रतिशत कराते हुए स्वीकृति हेतु भेजे। सैम व मैम बच्चों की समीक्षा मे जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि जनपद को कुपोषण से मुक्त कराना हम सभी का दायित्व है एवं सभी लोग अपनी सहभागिता से जनपद को कुपोषण मुक्त कराने मे अपना योगदान दे। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सैम व मैम बच्चों केन्द्रवार सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा प्रायः यह देखा की कि अपनी बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर चले जाते है जिससे शासन द्वारा मांगी जाने वाली सूचना का प्रेषण समय से नही पाता है अतएव सभी अधिकारी मुख्यालय से पूर्व अनुमति अवश्य ले जिस अधिकारी के द्वारा बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ेगा उस पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। जिन मदो, योजनाओं में ए श्रेणी प्राप्त है यथा- पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ए, सोलर स्ट्रीट लाइट बीकेएस ग्राम उन्नति योजना ए, एकीकृत बागवानी विकास मिशन ए, पर ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरिगेशन ए, खराब ट्रांसफार्मर की शिकायतें ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे ग्रामीण ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे शहरी ए, विद्युत बिल में सुधार हेतु आवेदन ए, कृषि रक्षा रसायन डीबीटी ए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ए, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ए, पीएम कुसुम ए, बीज डीबीटी ए, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मनरेगा ए, भवन निर्माण ए, सड़क निर्माण ए, एंबुलेंस 108 ए, एंबुलेंस 102 ए, बायोमेडिकल उपकरण रखरखाव कार्यक्रम ए, मोबाइल मेडिकल यूनिट ए, दुग्ध मूल्य भुगतान की स्थिति ए, सहकारी दुग्ध समितियां ए, दिव्यांग पेंशन ए, दिव्यांग पेंशन आधार सीडिंग ए, जल जीवन मिशन हर घर जल ए, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण ए, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 ए, सामाजिक वनीकरण ए, आपरेश कायाकल्य ए, पीएम पोषण विद्यालय निरीक्षण ए, अंडा उत्पादन ए, निराश्रित गोवंश का संरक्षण ए, पशु टीकाकरण ए, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान ए, संरक्षित निराश्रित गोवंश की सुपुर्दगी की ए, शादी अनुदान योजना ए, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मत्स्य उत्पादन ए, निराश्रित महिला पेंशन का आधार सीडिंग ए, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन ए, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ए, प्रोजेक्ट अलंकार ए, सड़को का अनुरक्षण ए, कन्या विवाह सहायता योजना ए, मातृत्व शिशु एवं बालिका मद्द योजना ए, ओडीओपी वित्त पोषण योजना ए, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ए, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना ए, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना ए, वृद्धावस्था पेंशन का आधार सीडिंग ए, जिला सहकारी बैंक अल्पकालीन ऋण वितरण एवं वसूली ए श्रेणी प्राप्त हुआ हैं। एक करोड़ से अधिक लगात वाली समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए यदि निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता खराब पाई जाती है तो सम्बन्धित के ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन परियोजना मे धनराशि है उन्हें समय से पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर की कार्यवाही करें तथा जिन परियोजनाओं में बजट का अभाव है उनमे अपने मुख्यालय को पत्राचार कर बजट अवमुक्त कराए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाएं जिनके निर्माण मे विलम्ब हो रहा है उनमें शासन को पत्राचार करते हुए समय सीमा बढ़वाया जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि जो योजना पूर्ण होने वाली है या पूर्ण चुकी है अभी हैण्डओवर नहीं हुआ है उन सभी योजनाओं में विद्युत कनेक्शन है अथवा नहीं या झटपट पोर्टल पर आवेदन किया गया है कि नहीं की सूचना जिला अर्थ संख्या अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराए। तत्पश्चात पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।