अनियंत्रित स्कॉर्पियो ने आधा दर्जन वाहनों को रौंदा, अस्पताल के पिलर से टकराकर पलटी

*थार गाड़ी को ओवरटेक करते हुए अनियंत्रित हुई स्कॉर्पियो,दो घायल

गोंडा।जिले के छपिया थाना क्षेत्र के मसकनवां बाजार में बीती रात लगभग 10 बजे एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो (up 32 pn 7912) अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े चार मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और एक मारूति अल्टो कार(up 43 Az 9670) को रौंदते हुए अवध मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के पिलर से जा टकराई।टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कार्पियो पलट गयी और अस्पताल के अगले हिस्से की दीवार व छत में दरारें आ गयी।यह हादसा मसकनवां से बभनान रोड पर एक थार कार को ओवरटेक करने के प्रयास में हुआ।तेज धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आये और घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त वाहनों को देखकर हैरान रह गए।स्कार्पियो में सवार खजुरी गांव निवासी नीलू सिंह व चालक गंभीर रूप से घायल हो गए।मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें किसी तरह वाहन से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।इस दौरान हादसे की चपेट में आए एक अन्य युवक का पैर टूट गया जिसे मसकनवां चौकी के पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छपिया पहुंचाया।घटना की सूचना मिलने पर मसकनवां चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।उन्होंने क्षतिग्रस्त स्कार्पियो को जेसीबी की मदद से थाने भिजवाया।देर रात हुई इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस से रात के समय बभनान रोड पर तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण लगाने की मांग की है।

धनबाद के केंदुआडीह में गैस रिसाव से हड़कंप: 2 महिलाओं की मौत, 24 से अधिक लोग बीमार

इलाका भूमिगत आग के कारण डेंजर जोन घोषित; DC आदित्य रंजन ने जांच के लिए कमेटी गठित की


झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत केंदुआडीह इलाके से गैस रिसाव का गंभीर मामला सामने आया है। बुधवार दोपहर को हुई इस घटना में अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि 24 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। बीमार लोगों को उल्टी, चक्कर और बेचैनी की शिकायत के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया है।

घटना का विवरण

समय और स्थान: बुधवार दोपहर, केंदुआडीह इलाका।

घटना: स्थानीय लोगों के मुताबिक, एकाएक तेज दुर्गंध के साथ गैस फैली और रिसाव के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

मृतक: गैस रिसाव के कारण जिन दो महिलाओं की मौत हुई है, उनकी पहचान ललिता देवी और प्रियंका देवी के रूप में हुई है। हालांकि, मौत की सही वजह (गैस रिसाव या कुछ और) पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।

डेंजर जोन: केंदुआडीह का यह इलाका भूमिगत कोयले में लगी आग के कारण पहले से ही डेंजर जोन घोषित है।

प्रशासनिक कार्रवाई और आक्रोश

दो महिलाओं की मौत की खबर के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला, जो सड़कों तक पहुँच गया। लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

जांच कमेटी: डिप्टी कमिश्नर आदित्य रंजन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एक जांच कमेटी का गठन किया है।

राहत निर्देश: इसके साथ ही, डीसी ने बीसीसीएल (BCCL) मैनेजमेंट को प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए तुरंत राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

खतरे में लोगों की जिंदगी

धनबाद का अग्निप्रभावित और भू-धंसान वाला यह क्षेत्र हमेशा खतरे के साये में रहता है। कब कहाँ जमीन धंस जाए या गोफ बन जाए, यह कोई नहीं जानता, जिससे यहाँ रहने वाले हजारों लोगों की जिंदगी हर पल दांव पर लगी रहती है।

पिछला हादसा: इससे पहले, सितंबर महीने में बाघमारा के कतरास में बीसीसीएल खदान क्षेत्र में जमीन धंसने से एक सर्विस वैन 300 फीट से ज्यादा गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।

अगस्त की घटना: अगस्त के महीने में केंदुआ के गोधर एरिया में भी एक महिला अपने घर के बाहर खड़ी थी, जब उनके पैर के नीचे की जमीन धंस गई थी। हालांकि, कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

इंडिगो की देशभर में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, एयरलाइन ने सरकार से मांगी 10 फरवरी तक की मोहलत

#indigodisruptionflightscancelledairline_apologises

भारत की प्रीमियम एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेशनल दिक्कतें जारी हैं। गुरुवार को एयरलाइन ने फ्लाइट्स कैंसिल करने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें अब तक रद्द हो चुकी हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी भी हुई है। लगातार तीसरे दिन एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द की हैं, जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक 4 नवंबर को पूरे देश में इंडिगो की 550 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। इनमें से करीब 191 तो दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद रूट की थीं। इतने बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई।

यात्रियों की बढ़ी मुश्किल

इंडिगो की फ्लाइट में देरी और रद होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। लोग घंटों तक एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने के बाद यात्री टर्मिनल पर ही अपना सामान रखकर सही जानकारी मिलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। कुछ ऐसा ही हाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी दिखा, जहां गुरुवार को हालात बेहद खराब रहे। इस वजह से 37 उड़ानें रद्द हुईं, कई यात्री रातभर फंसे रहे, कोई उचित सूचना या व्यवस्था नहीं की गई। इस दौरान कुछ यात्री गुस्से में एयरलाइन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, 'इंडिगो बंद करो… इंडिगो मुर्दाबाद' कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, 12 घंटे से अधिक इंतजार कराया गया, होटल या व्यवस्था नहीं दी गई, हर घंटे कहा गया- 'क्रू आने वाला है।'

अगले दो-तीन दिन और बनी रहेगी समस्या

एयरलाइन ने इस पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में इंडिगो ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आई हैं। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं। हम इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।एयरलाइन ने कहा है कि ठंड के मौसम में जब धुंध और भीड़ रहती है, तब क्रू की कमी की समस्या और गंभीर हो गई। इंडिगो ने कहा है शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिशें अगले दो-तीन और जारी रह सकती हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो पिछले कुछ दिनों से ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है। बता दें कि पिछले महीने नवंबर में एयरलाइन की 1,232 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और कई फ्लाइट्स में बहुत ज्यादा देरी हुई। परफॉर्मेंस में गिरावट के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जांच शुरू करने का फैसला किया। इसने एयरलाइन से ऑपरेशन में भारी गिरावट के पीछे के कारण बताने को कहा। सिविल एविएशन बॉडी ने एयरलाइन से नवंबर महीने में तेजी से फ्लाइट कैंसिल होने और देरी होने के पीछे सही कारण बताने को कहा।

औरंगाबाद में पुल निर्माण को लेकर बवाल: घटिया मटेरियल के आरोप पर ग्रामीणों का हंगामा, खनन विभाग ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

औरंगाबाद बिहार से धीरेन्द्र पाण्डेय 

औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड स्थित मोहन बिगहा गांव के समीप बन रहे पुल को लेकर गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के तहत बटाने नदी पर करीब 16 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस पुल पर ग्रामीणों ने घटिया मटेरियल के इस्तेमाल का गंभीर आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण एजेंसी की ओर से नदी से अवैध तरीके से मिट्टी युक्त बालू निकालकर उसे निर्माण में उपयोग करने की तैयारी है, जिससे पुल की मजबूती पर असर पड़ेगा और भविष्य में जान-माल का खतरा बढ़ सकता है। यह पुल तैयार होने पर कुटुंबा और बारुण प्रखंड के दर्जनों गांवों को सीधा लाभ देगा। लंबे समय से आवाजाही की समस्या झेल रहे हजारों लोगों को प्रखंड मुख्यालय व बाजारों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। निर्माण कार्य कुमार एंड राय कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया है।

ग्रामीणों ने जताई सुरक्षा को लेकर चिंता

ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा नदी से निकाली गई खराब क्वालिटी की बालू को बेस कैंप पर जमा किया जा रहा है और उसी का उपयोग पुल के बेस निर्माण में किया जाएगा। उनका कहना है कि प्रदेश के कई हिस्सों में घटिया निर्माण सामग्री के कारण पुल टूटने की घटनाएं सामने आती रही हैं। ऐसे में वे अपने क्षेत्र में घटिया काम नहीं होने देंगे। 

खनन विभाग की टीम ने दिया निर्देश

शिकायत मिलने पर खनन विभाग व रिसियप पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने निर्माण एजेंसी को नदी से अवैध बालू उठाव तुरंत बंद करने का निर्देश दिया और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। थाना अध्यक्ष संजीत राम ने बताया कि औपचारिक शिकायत मिलने पर FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

छठ घाट को भी खतरा

रिसियप पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पुटू यादव ने बताया कि जिस स्थान से बालू निकाला जा रहा है, उसके पास ही छठ पूजा के दौरान अस्थायी घाट बनाया जाता है। आसपास के कई गांवों के लोग यहां आकर सूर्य देव की उपासना करते हैं। ऐसे में अवैध खनन से घाट की संरचना व श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर संकट मंडरा सकता है। ग्रामीण विक्की कुमार सहित अन्य लोगों ने निर्माण में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही खनन विभाग से कड़ी कार्रवाई की अपील की है।

पुल बनने से होगा दो विधानसभा क्षेत्रों का जुड़ाव

पुल निर्माण के बाद कुटुंबा और नबीनगर विधानसभा क्षेत्र का सीधा संपर्क स्थापित होगा। वर्तमान में नदी के उस पार रहने वाले लोगों को 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर रिसियप या अंबा बाजार जाना पड़ता है। पुल के बन जाने से आवाजाही बेहद सुगम हो जाएगी।

ठेकेदार ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

वहीं, मौके पर मौजूद संवेदक अनुज कुमार सिंह ने सभी आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि पुल का वास्तविक निर्माण कार्य अभी शुरू ही नहीं हुआ है और फिलहाल केवल डायवर्सन बनाया जा रहा है। नदी की खुदाई में निकली बालू को चास में स्टॉक किया गया है, जिसका इस्तेमाल अभी नहीं किया जा रहा। उन्होंने दावा किया कि कुछ ग्रामीणों ने काम की मांग की थी, और मना करने पर उन्होंने साजिशन हंगामा खड़ा कर दिया।

ग्रामीणों और निर्माण एजेंसी के बीच यह विवाद अब खनन विभाग की जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष तक पहुंच सकेगा, लेकिन फिलहाल पुल निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवालों ने प्रशासन को सतर्क जरूर कर दिया है।

असम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य का भाजपाइयो ने किया भव्य स्वागत।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।असम के राज्यपाल का भाजपाइयो ने किया स्वागत अभिनन्दन कई कार्यक्रमो में शिरकत करने गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे असम के महामहिम राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य का भाजपा कार्यकर्ताओ ने स्वागत अभिनंदन किया।महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चन्द्रशेखर आजाद सर्किट हाउस में राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य को पुष्प गुच्छ देकर व अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान राज्यपाल ने कार्यकर्ताओ से उनका कुशल क्षेम पूछा।राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य बमरौली एयरपोर्ट से शाम 3 बजे सर्किट हाउस पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं व लोगो से मुलाकात व अल्प विश्राम के बाद वे मिर्जापुर के लिए रवाना हो गए। राज्यपाल शुक्रवार को प्रयागराज शहर में आयोजित होने वाले कुछ कार्यक्रमों शिरकत करेंगे।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वीके सिंह डॉ शैलेष पांडेय अरुण पटेल आनन्द दुबे आशीष केसरवानी रवि केसरवानी प्रवक्ता पवन श्रीवास्तव सह मीडिया प्रभारी विवेक मिश्रा नीरज दीक्षित शुभम सिंह विजय पटेल विश्वास श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।

उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने एस आई आर पर एक बड़ा बयान

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भारत निर्वाचन आयोग की ओर से कराए जा रहे एस आई थी आर को लेकर बड़ा बयान दिया है।उन्होने कहा है कि मतदाता सूची शुद्धिकरण के इस कार्यक्रम में कोई मतदाता न छूटे इसके लिए देश और प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी काम कर रही है।उन्होने कहा है कि इसको लेकर पार्टी ने सीएम और दोनो डिप्टी सीएम को 25-25 जिलो की जो जिम्मेदारीत सौपी हतंसी के तहत प्रयागराज से वह इसकी शुरुआत कर रहे है।ममता बनर्जी द्वारा एस आई आर तत्काल बंद करने की मांग पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पलटवार किया है।उन्होंने कहा कि मैं सभी बीएलओ भाई बहनों से यही कहूंगा कि न वह ममता बनर्जी न ही राहुल गांधी और न ही अखिलेश यादव के चक्कर में पड़े।उन्होने कहा कि न ही एस आई आर का विरोध करने वालो के चक्कर में पड़े। ‌बीएलओ अपने कर्तव्य का ईमानदारी से जिम्मेदारी के साथ पालन करे।उन्होने कहा कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नही होता है।लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदाता सूची के शुद्धिकरण का अभियान चल रहा है।डिप्टी सीएम ने कहा है कि जो स्वर्गीय मतदाता है,उनका नाम मतदाता सूची से हटना चाहिए।उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोगो ने मतदाता सूची में कुछ घुसपैठिए का नाम डाल दिया है।उनका नाम भी हटना चाहिए।किसी मतदाता का नाम एक से अधिक स्थानो पर है वह भी एक स्थान पर होना चाहिए। युवा मतदाताओ का भी नाम मतदाता सूची में जुड़ना चाहिए। डिप्टी सीएम ने कहा है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया यह पहले भी होती रही है।डिप्टी सीएम ने कहा है कि चूंकि भाजपा लगातार चुनाव जीत रही है और बिहार में भी ऐतिहासिक विजय फिर से हुई है।इससे विपक्षी बौखला गए है और गलत बयान बाजी कर रहे हैं। लेकिन जनता पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

रिम्स कैंपस में अवैध निर्माण पर BJP का तीखा हमला: 'सरकार संरक्षित व्यवस्थित लूट जारी'


भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और सरकार को घेरा; आशंका जताई- 'रिम्स-2 की जमीन भी इसी मॉडल पर हड़पने की तैयारी'

रांची स्थित रिम्स अस्पताल परिसर में चल रहे अवैध निर्माण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य सरकार और सरकारी तंत्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि राजधानी रांची में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर ज़मीन की व्यवस्थित और संगठित लूट जारी है।

'माफिया-सरकारी तंत्र' के गठजोड़ का आरोप

अजय साह ने रिम्स परिसर में चार साल तक खुलेआम निजी अपार्टमेंट का निर्माण होने पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं:

संरक्षण का आरोप: "सामान्यतः ज़मीन माफिया दो–तीन दिनों में अवैध कब्ज़ा कर भाग खड़े होते हैं, लेकिन रिम्स परिसर में तो चार वर्षों तक खुलेआम एक निजी अपार्टमेंट का निर्माण होता रहा... यह तभी संभव है जब माफियाओं को सरकार और उसके प्रभावी तंत्र का संरक्षण प्राप्त हो।"

संलिप्तता: उन्होंने इस पूरे प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ रांची नगर निगम के शीर्ष अधिकारियों को समान रूप से संलिप्त बताया।

नगर निगम पर निशाना: साह ने कहा कि जहाँ आम लोगों के साधारण मकानों के नक्शे वर्षों तक पास नहीं होते, वहाँ चार साल तक अवैध अपार्टमेंट का निर्माण बिना अधिकारियों की शह के चलना असंभव है।

पूर्व डीसी और बरियातू जमीन का मुद्दा

भाजपा प्रवक्ता ने बरियातू की जमीन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जिस जमीन पर सेना का दावा था, उसे हथियाने वाले पूर्व डीसी (जो मास्टरमाइंड बताए जाते हैं) को सरकार ने दोबारा सत्ता तंत्र में शामिल कर लिया है। अब उसी क्षेत्र में सरकारी अस्पताल की जमीन पर कब्जा कर निजी अपार्टमेंट खड़ा कर दिया गया है।

रांची नगर निगम 'भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली'

अजय साह ने रांची नगर निगम पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया:

भ्रष्टाचार का तंत्र: उन्होंने कहा कि रांची नगर निगम पूरे राज्य के भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली बन गया है। दूसरे जिलों में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अधिकारियों को यहाँ पदोन्नत कर भेजा जाता है, ताकि वे राजधानी में "बड़े पैमाने पर खेल" कर सकें।

चुनाव न कराने का कारण: उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम में जारी इसी भ्रष्टाचार के तंत्र के कारण पिछले पाँच वर्षों से राज्य में नगर निगम चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं।

रिम्स-2 पर 'हड़पने' की आशंका

अजय साह ने सवाल उठाया कि जब वर्तमान रिम्स की जमीन बिल्डरों के हवाले कर दी गई है, तो क्या इसी "रिम्स मॉडल" को लागू करने के लिए सरकार भारी जनविरोध के बावजूद रिम्स-2 के लिए निवासियों की जमीन अधिग्रहित करने पर तुली हुई है? उन्होंने आशंका जताई कि रिम्स-2 की जमीन भी भूमाफियाओं के लिए नया खजाना बनाने की तैयारी है।

निष्पक्ष जांच की मांग

भाजपा ने आरोप लगाया कि जहां नगर निगम आम नागरिकों के साधारण मकानों पर बुलडोजर चलाने में तत्पर रहता है, वहीं इस अवैध निर्माण पर वर्षों तक केवल "नोटिस-नोटिस" का खेल खेलता रहा। भाजपा ने यह भी दावा किया कि इस अवैध निर्माण में कांग्रेस के एक विधायक का नाम भी सामने आ रहा है, जिसके कारण पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई अनिवार्य है।

कार व बाइक की भिड़ंत में दो घायल

मीरापुर। दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा के समीप कार व बाइक की भिड़ंत में ग्राम सिकरेड़ा निवासी बाइक सवार दो घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है बृहस्पतिवार की सुबह दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा निवासी सूबे सिंह व अमन बाइक द्वारा किसी कार्य से मीरापुर जा रहे थे।

बाइक सवार जैसे ही ग्राम से कुछ दूरी पर पहुंचे तो मीरापुर की और से आ रही एक कार व बाइक में आमने सामने से भिड़ंत हो गई। दोनों वाहनों की भिड़ंत में बाइक सवार दोनो लोग घायल हो गए जबकि कार चालक अपनी कार मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों व पुलिस ने दोनों घायलों को जानसठ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस का कहना है कि मामले में अभी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने पर आगे की करवाई की जाएगी

प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण अति आवश्यक-उज्जवल रमण सिंह

सांसद प्रयागराज उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय मन्त्री नितिन गडकरी से की मुलाकात

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।प्रयागराज से मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH35)के चौड़ीकरण की मांग को लेकर प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से नई दिल्ली में मुलाकात की।उक्त जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि केन्द्रीय मन्त्री गडकरी को इस सम्बन्ध में एक विस्तृत पत्र भी सौपा जिसमें उन्होंने परियोजना जो अस्वीकार कर दिया गया है उसको पुनःस्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।उन्होने कहा कि प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 50 किमी प्रयागराज व 30 किमी मिर्जापुर के हिस्से के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले शासन को भेजा गया था।

लेकिन समाचार पत्रो के माध्यम से मिली जानकारी व अधिकारियो से वार्ता पर मालूम चला कि इस प्रस्ताव को स्वीकृति नही मिल पाई है डी पी आर कैसिल कर दिया गया उसकी वजह अधिकारियों ने बताया कि नई ग्रीनफील्ड योजना।जिसके बाद उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि वे इस परियोजना को पुनर्विचार करते हुए पुनःस्वीकृति प्रदान करे।क्योकि धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को जोड़ने वाला मार्ग है प्रयागराज में कुम्भ जैसे बड़े आयोजनो के साथ- साथ यह मार्ग विन्ध्याचल में स्थित विन्ध्यवासिनी धाम को जोड़ता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्रयागराज और मिर्ज़ापुर के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को देखते हुए पर्यटन और सामान्य यातायात दोनो के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।इसका चौड़ीकरण होने से यात्रियो को बड़ी सुविधा मिलेगी।प्रतिनिधि ने बताया कि सांसद उज्जवल रमण सिंह के अनुरोध को स्वीकार करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेने के लिए अधिकारियो को निर्देशित किया कि ग्रीन फील्ड परियोजना जब बनेगी तक देखा जायेगा अभी इस महत्वपूर्ण मार्ग के चौड़ीकरण पर काम हो।सांसद ने मंत्री का आभार व्यक्त किया।

सुप्रीम कोर्ट ने BLO की मौत पर जताई चिंता, कहा-काम का बोझ कम करें, दिए कई बड़े निर्देश

#supremecourtactionforblosuicidesir

विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी एसआईआर के दौरान के बीएलओ की हुई मौतों पर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता जताई है। इन स्थितियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अब राज्य सरकारों के लिए निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा है कि बीएलओ के काम के घंटे कम करने के लिए राज्य सरकारें अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती करे। हालांकि सर्वोच्च अदालत ने संबंधित मौतों और कथित आत्महत्याओं के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराने से इनकार कर दिया है।

राज्य सरकारों को कर्मचारी बढ़ाने का निर्देश

सीजेआई सूर्यकांत की अगुवाई वाली बेंच ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि चुनाव से संबंधित कार्यों के लिए पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करना पूरी तरह राज्य सरकारों जिम्मेदारी है। न्यायालय ने बीएलओ की मौत और आत्महत्याओं को स्वीकार करे हुए कहा कि चुनावी रोल और संबंधित कार्यों के लिए तैनाती एक कानूनी प्रक्रिया है, और राज्यों को मौजूदा कर्मचारियों पर बोझ कम करने के लिए पर्याप्त जनशक्ति प्रदान करनी चाहिए।

बीमार या असमर्थ कर्मचारियों के बदले वैकल्पिक तैनाती का निर्देश

चीफ जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व वाली बेंच ने यह भी आदेश दिया कि जिन लोगों ने चुनाव आयोग की ओर से जारी एसआईआर प्रक्रिया में ड्यूटी से छूट के लिए सही और स्पष्ट वजहें दी हों, उनके अनुरोधों पर राज्य सरकार और सक्षम प्राधिकारी विचार करें और मामलों के आधार पर उन लोगों की जगह दूसरे कर्मियों की तैनाती की जाए। सीजेआई ने कहा, राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि अगर जरूरत है तो वह इस काम के लिए जरूरी कार्यबल मुहैया कराए।

टीवीके ने दायर की है याचिका

बता दें कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर प्रक्रिया को अभिनेता से नेता बने विजय की पार्टी- तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की ओर से चुनौती दी गई है। तमिलनाडु के राजनीतिक दल टीवीके की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ के समक्ष दलील दी गई कि अब तक देश के अलग अलग राज्यों में 35–40 बीएलओ की मृत्यु काम के अत्यधिक दबाव के कारण हुई है। इसलिए हमने मुआवज़ा देने की मांग की है।

अनियंत्रित स्कॉर्पियो ने आधा दर्जन वाहनों को रौंदा, अस्पताल के पिलर से टकराकर पलटी

*थार गाड़ी को ओवरटेक करते हुए अनियंत्रित हुई स्कॉर्पियो,दो घायल

गोंडा।जिले के छपिया थाना क्षेत्र के मसकनवां बाजार में बीती रात लगभग 10 बजे एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो (up 32 pn 7912) अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े चार मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और एक मारूति अल्टो कार(up 43 Az 9670) को रौंदते हुए अवध मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के पिलर से जा टकराई।टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कार्पियो पलट गयी और अस्पताल के अगले हिस्से की दीवार व छत में दरारें आ गयी।यह हादसा मसकनवां से बभनान रोड पर एक थार कार को ओवरटेक करने के प्रयास में हुआ।तेज धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आये और घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त वाहनों को देखकर हैरान रह गए।स्कार्पियो में सवार खजुरी गांव निवासी नीलू सिंह व चालक गंभीर रूप से घायल हो गए।मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें किसी तरह वाहन से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।इस दौरान हादसे की चपेट में आए एक अन्य युवक का पैर टूट गया जिसे मसकनवां चौकी के पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छपिया पहुंचाया।घटना की सूचना मिलने पर मसकनवां चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।उन्होंने क्षतिग्रस्त स्कार्पियो को जेसीबी की मदद से थाने भिजवाया।देर रात हुई इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस से रात के समय बभनान रोड पर तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण लगाने की मांग की है।

धनबाद के केंदुआडीह में गैस रिसाव से हड़कंप: 2 महिलाओं की मौत, 24 से अधिक लोग बीमार

इलाका भूमिगत आग के कारण डेंजर जोन घोषित; DC आदित्य रंजन ने जांच के लिए कमेटी गठित की


झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत केंदुआडीह इलाके से गैस रिसाव का गंभीर मामला सामने आया है। बुधवार दोपहर को हुई इस घटना में अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि 24 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। बीमार लोगों को उल्टी, चक्कर और बेचैनी की शिकायत के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया है।

घटना का विवरण

समय और स्थान: बुधवार दोपहर, केंदुआडीह इलाका।

घटना: स्थानीय लोगों के मुताबिक, एकाएक तेज दुर्गंध के साथ गैस फैली और रिसाव के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

मृतक: गैस रिसाव के कारण जिन दो महिलाओं की मौत हुई है, उनकी पहचान ललिता देवी और प्रियंका देवी के रूप में हुई है। हालांकि, मौत की सही वजह (गैस रिसाव या कुछ और) पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।

डेंजर जोन: केंदुआडीह का यह इलाका भूमिगत कोयले में लगी आग के कारण पहले से ही डेंजर जोन घोषित है।

प्रशासनिक कार्रवाई और आक्रोश

दो महिलाओं की मौत की खबर के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला, जो सड़कों तक पहुँच गया। लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

जांच कमेटी: डिप्टी कमिश्नर आदित्य रंजन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एक जांच कमेटी का गठन किया है।

राहत निर्देश: इसके साथ ही, डीसी ने बीसीसीएल (BCCL) मैनेजमेंट को प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए तुरंत राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

खतरे में लोगों की जिंदगी

धनबाद का अग्निप्रभावित और भू-धंसान वाला यह क्षेत्र हमेशा खतरे के साये में रहता है। कब कहाँ जमीन धंस जाए या गोफ बन जाए, यह कोई नहीं जानता, जिससे यहाँ रहने वाले हजारों लोगों की जिंदगी हर पल दांव पर लगी रहती है।

पिछला हादसा: इससे पहले, सितंबर महीने में बाघमारा के कतरास में बीसीसीएल खदान क्षेत्र में जमीन धंसने से एक सर्विस वैन 300 फीट से ज्यादा गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।

अगस्त की घटना: अगस्त के महीने में केंदुआ के गोधर एरिया में भी एक महिला अपने घर के बाहर खड़ी थी, जब उनके पैर के नीचे की जमीन धंस गई थी। हालांकि, कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

इंडिगो की देशभर में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, एयरलाइन ने सरकार से मांगी 10 फरवरी तक की मोहलत

#indigodisruptionflightscancelledairline_apologises

भारत की प्रीमियम एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेशनल दिक्कतें जारी हैं। गुरुवार को एयरलाइन ने फ्लाइट्स कैंसिल करने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें अब तक रद्द हो चुकी हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी भी हुई है। लगातार तीसरे दिन एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द की हैं, जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक 4 नवंबर को पूरे देश में इंडिगो की 550 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। इनमें से करीब 191 तो दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद रूट की थीं। इतने बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई।

यात्रियों की बढ़ी मुश्किल

इंडिगो की फ्लाइट में देरी और रद होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। लोग घंटों तक एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने के बाद यात्री टर्मिनल पर ही अपना सामान रखकर सही जानकारी मिलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। कुछ ऐसा ही हाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी दिखा, जहां गुरुवार को हालात बेहद खराब रहे। इस वजह से 37 उड़ानें रद्द हुईं, कई यात्री रातभर फंसे रहे, कोई उचित सूचना या व्यवस्था नहीं की गई। इस दौरान कुछ यात्री गुस्से में एयरलाइन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, 'इंडिगो बंद करो… इंडिगो मुर्दाबाद' कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, 12 घंटे से अधिक इंतजार कराया गया, होटल या व्यवस्था नहीं दी गई, हर घंटे कहा गया- 'क्रू आने वाला है।'

अगले दो-तीन दिन और बनी रहेगी समस्या

एयरलाइन ने इस पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में इंडिगो ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आई हैं। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं। हम इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।एयरलाइन ने कहा है कि ठंड के मौसम में जब धुंध और भीड़ रहती है, तब क्रू की कमी की समस्या और गंभीर हो गई। इंडिगो ने कहा है शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिशें अगले दो-तीन और जारी रह सकती हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो पिछले कुछ दिनों से ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है। बता दें कि पिछले महीने नवंबर में एयरलाइन की 1,232 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और कई फ्लाइट्स में बहुत ज्यादा देरी हुई। परफॉर्मेंस में गिरावट के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जांच शुरू करने का फैसला किया। इसने एयरलाइन से ऑपरेशन में भारी गिरावट के पीछे के कारण बताने को कहा। सिविल एविएशन बॉडी ने एयरलाइन से नवंबर महीने में तेजी से फ्लाइट कैंसिल होने और देरी होने के पीछे सही कारण बताने को कहा।

औरंगाबाद में पुल निर्माण को लेकर बवाल: घटिया मटेरियल के आरोप पर ग्रामीणों का हंगामा, खनन विभाग ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

औरंगाबाद बिहार से धीरेन्द्र पाण्डेय 

औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड स्थित मोहन बिगहा गांव के समीप बन रहे पुल को लेकर गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के तहत बटाने नदी पर करीब 16 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस पुल पर ग्रामीणों ने घटिया मटेरियल के इस्तेमाल का गंभीर आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण एजेंसी की ओर से नदी से अवैध तरीके से मिट्टी युक्त बालू निकालकर उसे निर्माण में उपयोग करने की तैयारी है, जिससे पुल की मजबूती पर असर पड़ेगा और भविष्य में जान-माल का खतरा बढ़ सकता है। यह पुल तैयार होने पर कुटुंबा और बारुण प्रखंड के दर्जनों गांवों को सीधा लाभ देगा। लंबे समय से आवाजाही की समस्या झेल रहे हजारों लोगों को प्रखंड मुख्यालय व बाजारों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। निर्माण कार्य कुमार एंड राय कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया है।

ग्रामीणों ने जताई सुरक्षा को लेकर चिंता

ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा नदी से निकाली गई खराब क्वालिटी की बालू को बेस कैंप पर जमा किया जा रहा है और उसी का उपयोग पुल के बेस निर्माण में किया जाएगा। उनका कहना है कि प्रदेश के कई हिस्सों में घटिया निर्माण सामग्री के कारण पुल टूटने की घटनाएं सामने आती रही हैं। ऐसे में वे अपने क्षेत्र में घटिया काम नहीं होने देंगे। 

खनन विभाग की टीम ने दिया निर्देश

शिकायत मिलने पर खनन विभाग व रिसियप पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने निर्माण एजेंसी को नदी से अवैध बालू उठाव तुरंत बंद करने का निर्देश दिया और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। थाना अध्यक्ष संजीत राम ने बताया कि औपचारिक शिकायत मिलने पर FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

छठ घाट को भी खतरा

रिसियप पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पुटू यादव ने बताया कि जिस स्थान से बालू निकाला जा रहा है, उसके पास ही छठ पूजा के दौरान अस्थायी घाट बनाया जाता है। आसपास के कई गांवों के लोग यहां आकर सूर्य देव की उपासना करते हैं। ऐसे में अवैध खनन से घाट की संरचना व श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर संकट मंडरा सकता है। ग्रामीण विक्की कुमार सहित अन्य लोगों ने निर्माण में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही खनन विभाग से कड़ी कार्रवाई की अपील की है।

पुल बनने से होगा दो विधानसभा क्षेत्रों का जुड़ाव

पुल निर्माण के बाद कुटुंबा और नबीनगर विधानसभा क्षेत्र का सीधा संपर्क स्थापित होगा। वर्तमान में नदी के उस पार रहने वाले लोगों को 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर रिसियप या अंबा बाजार जाना पड़ता है। पुल के बन जाने से आवाजाही बेहद सुगम हो जाएगी।

ठेकेदार ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

वहीं, मौके पर मौजूद संवेदक अनुज कुमार सिंह ने सभी आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि पुल का वास्तविक निर्माण कार्य अभी शुरू ही नहीं हुआ है और फिलहाल केवल डायवर्सन बनाया जा रहा है। नदी की खुदाई में निकली बालू को चास में स्टॉक किया गया है, जिसका इस्तेमाल अभी नहीं किया जा रहा। उन्होंने दावा किया कि कुछ ग्रामीणों ने काम की मांग की थी, और मना करने पर उन्होंने साजिशन हंगामा खड़ा कर दिया।

ग्रामीणों और निर्माण एजेंसी के बीच यह विवाद अब खनन विभाग की जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष तक पहुंच सकेगा, लेकिन फिलहाल पुल निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवालों ने प्रशासन को सतर्क जरूर कर दिया है।

असम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य का भाजपाइयो ने किया भव्य स्वागत।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।असम के राज्यपाल का भाजपाइयो ने किया स्वागत अभिनन्दन कई कार्यक्रमो में शिरकत करने गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे असम के महामहिम राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य का भाजपा कार्यकर्ताओ ने स्वागत अभिनंदन किया।महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चन्द्रशेखर आजाद सर्किट हाउस में राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य को पुष्प गुच्छ देकर व अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान राज्यपाल ने कार्यकर्ताओ से उनका कुशल क्षेम पूछा।राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य बमरौली एयरपोर्ट से शाम 3 बजे सर्किट हाउस पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं व लोगो से मुलाकात व अल्प विश्राम के बाद वे मिर्जापुर के लिए रवाना हो गए। राज्यपाल शुक्रवार को प्रयागराज शहर में आयोजित होने वाले कुछ कार्यक्रमों शिरकत करेंगे।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वीके सिंह डॉ शैलेष पांडेय अरुण पटेल आनन्द दुबे आशीष केसरवानी रवि केसरवानी प्रवक्ता पवन श्रीवास्तव सह मीडिया प्रभारी विवेक मिश्रा नीरज दीक्षित शुभम सिंह विजय पटेल विश्वास श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।

उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने एस आई आर पर एक बड़ा बयान

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भारत निर्वाचन आयोग की ओर से कराए जा रहे एस आई थी आर को लेकर बड़ा बयान दिया है।उन्होने कहा है कि मतदाता सूची शुद्धिकरण के इस कार्यक्रम में कोई मतदाता न छूटे इसके लिए देश और प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी काम कर रही है।उन्होने कहा है कि इसको लेकर पार्टी ने सीएम और दोनो डिप्टी सीएम को 25-25 जिलो की जो जिम्मेदारीत सौपी हतंसी के तहत प्रयागराज से वह इसकी शुरुआत कर रहे है।ममता बनर्जी द्वारा एस आई आर तत्काल बंद करने की मांग पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पलटवार किया है।उन्होंने कहा कि मैं सभी बीएलओ भाई बहनों से यही कहूंगा कि न वह ममता बनर्जी न ही राहुल गांधी और न ही अखिलेश यादव के चक्कर में पड़े।उन्होने कहा कि न ही एस आई आर का विरोध करने वालो के चक्कर में पड़े। ‌बीएलओ अपने कर्तव्य का ईमानदारी से जिम्मेदारी के साथ पालन करे।उन्होने कहा कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नही होता है।लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदाता सूची के शुद्धिकरण का अभियान चल रहा है।डिप्टी सीएम ने कहा है कि जो स्वर्गीय मतदाता है,उनका नाम मतदाता सूची से हटना चाहिए।उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोगो ने मतदाता सूची में कुछ घुसपैठिए का नाम डाल दिया है।उनका नाम भी हटना चाहिए।किसी मतदाता का नाम एक से अधिक स्थानो पर है वह भी एक स्थान पर होना चाहिए। युवा मतदाताओ का भी नाम मतदाता सूची में जुड़ना चाहिए। डिप्टी सीएम ने कहा है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया यह पहले भी होती रही है।डिप्टी सीएम ने कहा है कि चूंकि भाजपा लगातार चुनाव जीत रही है और बिहार में भी ऐतिहासिक विजय फिर से हुई है।इससे विपक्षी बौखला गए है और गलत बयान बाजी कर रहे हैं। लेकिन जनता पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

रिम्स कैंपस में अवैध निर्माण पर BJP का तीखा हमला: 'सरकार संरक्षित व्यवस्थित लूट जारी'


भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और सरकार को घेरा; आशंका जताई- 'रिम्स-2 की जमीन भी इसी मॉडल पर हड़पने की तैयारी'

रांची स्थित रिम्स अस्पताल परिसर में चल रहे अवैध निर्माण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य सरकार और सरकारी तंत्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि राजधानी रांची में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर ज़मीन की व्यवस्थित और संगठित लूट जारी है।

'माफिया-सरकारी तंत्र' के गठजोड़ का आरोप

अजय साह ने रिम्स परिसर में चार साल तक खुलेआम निजी अपार्टमेंट का निर्माण होने पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं:

संरक्षण का आरोप: "सामान्यतः ज़मीन माफिया दो–तीन दिनों में अवैध कब्ज़ा कर भाग खड़े होते हैं, लेकिन रिम्स परिसर में तो चार वर्षों तक खुलेआम एक निजी अपार्टमेंट का निर्माण होता रहा... यह तभी संभव है जब माफियाओं को सरकार और उसके प्रभावी तंत्र का संरक्षण प्राप्त हो।"

संलिप्तता: उन्होंने इस पूरे प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ रांची नगर निगम के शीर्ष अधिकारियों को समान रूप से संलिप्त बताया।

नगर निगम पर निशाना: साह ने कहा कि जहाँ आम लोगों के साधारण मकानों के नक्शे वर्षों तक पास नहीं होते, वहाँ चार साल तक अवैध अपार्टमेंट का निर्माण बिना अधिकारियों की शह के चलना असंभव है।

पूर्व डीसी और बरियातू जमीन का मुद्दा

भाजपा प्रवक्ता ने बरियातू की जमीन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जिस जमीन पर सेना का दावा था, उसे हथियाने वाले पूर्व डीसी (जो मास्टरमाइंड बताए जाते हैं) को सरकार ने दोबारा सत्ता तंत्र में शामिल कर लिया है। अब उसी क्षेत्र में सरकारी अस्पताल की जमीन पर कब्जा कर निजी अपार्टमेंट खड़ा कर दिया गया है।

रांची नगर निगम 'भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली'

अजय साह ने रांची नगर निगम पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया:

भ्रष्टाचार का तंत्र: उन्होंने कहा कि रांची नगर निगम पूरे राज्य के भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली बन गया है। दूसरे जिलों में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अधिकारियों को यहाँ पदोन्नत कर भेजा जाता है, ताकि वे राजधानी में "बड़े पैमाने पर खेल" कर सकें।

चुनाव न कराने का कारण: उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम में जारी इसी भ्रष्टाचार के तंत्र के कारण पिछले पाँच वर्षों से राज्य में नगर निगम चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं।

रिम्स-2 पर 'हड़पने' की आशंका

अजय साह ने सवाल उठाया कि जब वर्तमान रिम्स की जमीन बिल्डरों के हवाले कर दी गई है, तो क्या इसी "रिम्स मॉडल" को लागू करने के लिए सरकार भारी जनविरोध के बावजूद रिम्स-2 के लिए निवासियों की जमीन अधिग्रहित करने पर तुली हुई है? उन्होंने आशंका जताई कि रिम्स-2 की जमीन भी भूमाफियाओं के लिए नया खजाना बनाने की तैयारी है।

निष्पक्ष जांच की मांग

भाजपा ने आरोप लगाया कि जहां नगर निगम आम नागरिकों के साधारण मकानों पर बुलडोजर चलाने में तत्पर रहता है, वहीं इस अवैध निर्माण पर वर्षों तक केवल "नोटिस-नोटिस" का खेल खेलता रहा। भाजपा ने यह भी दावा किया कि इस अवैध निर्माण में कांग्रेस के एक विधायक का नाम भी सामने आ रहा है, जिसके कारण पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई अनिवार्य है।

कार व बाइक की भिड़ंत में दो घायल

मीरापुर। दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा के समीप कार व बाइक की भिड़ंत में ग्राम सिकरेड़ा निवासी बाइक सवार दो घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है बृहस्पतिवार की सुबह दिल्ली पौड़ी राजमार्ग स्थित ग्राम सिकरेडा निवासी सूबे सिंह व अमन बाइक द्वारा किसी कार्य से मीरापुर जा रहे थे।

बाइक सवार जैसे ही ग्राम से कुछ दूरी पर पहुंचे तो मीरापुर की और से आ रही एक कार व बाइक में आमने सामने से भिड़ंत हो गई। दोनों वाहनों की भिड़ंत में बाइक सवार दोनो लोग घायल हो गए जबकि कार चालक अपनी कार मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों व पुलिस ने दोनों घायलों को जानसठ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस का कहना है कि मामले में अभी कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आने पर आगे की करवाई की जाएगी

प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण अति आवश्यक-उज्जवल रमण सिंह

सांसद प्रयागराज उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय मन्त्री नितिन गडकरी से की मुलाकात

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।प्रयागराज से मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH35)के चौड़ीकरण की मांग को लेकर प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से नई दिल्ली में मुलाकात की।उक्त जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि केन्द्रीय मन्त्री गडकरी को इस सम्बन्ध में एक विस्तृत पत्र भी सौपा जिसमें उन्होंने परियोजना जो अस्वीकार कर दिया गया है उसको पुनःस्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।उन्होने कहा कि प्रयागराज-मिर्ज़ापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 50 किमी प्रयागराज व 30 किमी मिर्जापुर के हिस्से के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले शासन को भेजा गया था।

लेकिन समाचार पत्रो के माध्यम से मिली जानकारी व अधिकारियो से वार्ता पर मालूम चला कि इस प्रस्ताव को स्वीकृति नही मिल पाई है डी पी आर कैसिल कर दिया गया उसकी वजह अधिकारियों ने बताया कि नई ग्रीनफील्ड योजना।जिसके बाद उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि वे इस परियोजना को पुनर्विचार करते हुए पुनःस्वीकृति प्रदान करे।क्योकि धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को जोड़ने वाला मार्ग है प्रयागराज में कुम्भ जैसे बड़े आयोजनो के साथ- साथ यह मार्ग विन्ध्याचल में स्थित विन्ध्यवासिनी धाम को जोड़ता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्रयागराज और मिर्ज़ापुर के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को देखते हुए पर्यटन और सामान्य यातायात दोनो के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।इसका चौड़ीकरण होने से यात्रियो को बड़ी सुविधा मिलेगी।प्रतिनिधि ने बताया कि सांसद उज्जवल रमण सिंह के अनुरोध को स्वीकार करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेने के लिए अधिकारियो को निर्देशित किया कि ग्रीन फील्ड परियोजना जब बनेगी तक देखा जायेगा अभी इस महत्वपूर्ण मार्ग के चौड़ीकरण पर काम हो।सांसद ने मंत्री का आभार व्यक्त किया।

सुप्रीम कोर्ट ने BLO की मौत पर जताई चिंता, कहा-काम का बोझ कम करें, दिए कई बड़े निर्देश

#supremecourtactionforblosuicidesir

विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी एसआईआर के दौरान के बीएलओ की हुई मौतों पर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता जताई है। इन स्थितियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अब राज्य सरकारों के लिए निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा है कि बीएलओ के काम के घंटे कम करने के लिए राज्य सरकारें अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती करे। हालांकि सर्वोच्च अदालत ने संबंधित मौतों और कथित आत्महत्याओं के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराने से इनकार कर दिया है।

राज्य सरकारों को कर्मचारी बढ़ाने का निर्देश

सीजेआई सूर्यकांत की अगुवाई वाली बेंच ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि चुनाव से संबंधित कार्यों के लिए पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करना पूरी तरह राज्य सरकारों जिम्मेदारी है। न्यायालय ने बीएलओ की मौत और आत्महत्याओं को स्वीकार करे हुए कहा कि चुनावी रोल और संबंधित कार्यों के लिए तैनाती एक कानूनी प्रक्रिया है, और राज्यों को मौजूदा कर्मचारियों पर बोझ कम करने के लिए पर्याप्त जनशक्ति प्रदान करनी चाहिए।

बीमार या असमर्थ कर्मचारियों के बदले वैकल्पिक तैनाती का निर्देश

चीफ जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व वाली बेंच ने यह भी आदेश दिया कि जिन लोगों ने चुनाव आयोग की ओर से जारी एसआईआर प्रक्रिया में ड्यूटी से छूट के लिए सही और स्पष्ट वजहें दी हों, उनके अनुरोधों पर राज्य सरकार और सक्षम प्राधिकारी विचार करें और मामलों के आधार पर उन लोगों की जगह दूसरे कर्मियों की तैनाती की जाए। सीजेआई ने कहा, राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि अगर जरूरत है तो वह इस काम के लिए जरूरी कार्यबल मुहैया कराए।

टीवीके ने दायर की है याचिका

बता दें कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर प्रक्रिया को अभिनेता से नेता बने विजय की पार्टी- तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की ओर से चुनौती दी गई है। तमिलनाडु के राजनीतिक दल टीवीके की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ के समक्ष दलील दी गई कि अब तक देश के अलग अलग राज्यों में 35–40 बीएलओ की मृत्यु काम के अत्यधिक दबाव के कारण हुई है। इसलिए हमने मुआवज़ा देने की मांग की है।