केटीयू एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) के विद्यार्थियों ने किया वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण

रायपुर- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने मंगलवार को इंडस्ट्री विजिट कार्यक्रम के अंतर्गत वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को अस्पताल प्रबंधन के व्यावहारिक स्वरूप से अवगत कराना था।

भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने अस्पताल की कार्यप्रणाली, प्रशासनिक संरचना एवं प्रबंधन व्यवस्था का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। छात्रों को ओपीडी, जनरल वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, सेंट्रल फार्मेसी सहित विभिन्न विभागों के संचालन की जानकारी दी गई। साथ ही ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन ट्रेनिंग, फाइनेंस एवं मार्केटिंग मैनेजमेंट जैसे विषयों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के फैकल्टी डॉ. देवेन्द्र कुमार कश्यप ने बताया कि एक सफल हॉस्पिटल मैनेजर बनने के लिए वित्त एवं सूचना प्रणाली की समझ, उत्कृष्ट नेतृत्व कौशल, संचार एवं संगठन क्षमता, मिलनसार व्यक्तित्व और त्वरित निर्णय लेने की योग्यता आवश्यक होती है। ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के ज्ञान एवं कौशल को निखारने में सहायक सिद्ध होते हैं।

प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष मंडावी ने कहा कि उद्योग केंद्रित यह पाठ्यक्रम स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के प्रबंधन को दक्षता के साथ एकीकृत करता है। इससे विद्यार्थी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं, कॉर्पोरेट एवं सरकारी अस्पतालों तथा परामर्श परियोजनाओं का प्रभावी प्रबंधन सीखते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।

वी. वाय. हॉस्पिटल के कोर्डिनेटर सतीश शर्मा ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि केटीयू के विद्यार्थियों का इंडस्ट्री विजिट में शामिल होना सराहनीय पहल है। शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव का यह संतुलन भविष्य के स्वास्थ्य प्रशासकों को और अधिक दक्ष बनाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

इस अवसर पर वी. वाय. हॉस्पिटल के ऑपरेशन हेड डॉ. विजय सेन, हॉस्पिटल कोर्डिनेटर सतीश शर्मा, विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ. देव सिंह पाटिल एवं एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश: जिलाधिकारी

गया: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में 14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के द्वारा दिनांक 06/10/2025 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गया जिला के सभी विधान सभा क्षेत्रों में दिनांक 11/11/2025 को सम्पन्न मतदान की मतगणना दिनांक 14/11/2025 को गया जिला के 2 मतगणना केंद्र गया कॉलेज, गया एवं बाजार समिति, चंदौती में किया जाएगा। उसी के अलोक में मतगणना केंद्रों में विधि व्यवस्था संधारण एवं भीड़ नियंत्रण हेतु दंडाधिकारियों-पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

गया कॉलेज, गया में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 225 - गुरुआ

2. 230 - गया टाउन

3. 231 - टिकारी

4. 232 - बेलागंज

5. 234 - वजीरगंज

बाजार समिति चंदौती में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 226 - शेरघाटी

2. 227 - इमामगंज

3. 228 - बाराचट्टी

4. 229 - बोधगया

5. 233 - अतरी

उक्त अंकित मतगणना केंद्रों में सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी एवं संबंधित कर्मी अपने-अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

विधि व्यवस्था संधारण हेतु निम्न आदेश निर्गत

1. मतगणना केंद्रों से 500 मीटर की परिधि तक पाँच या पाँच से अधिक व्यक्ति एक साथ जमा नहीं रहेंगे।

2. किसी भी तरह अस्त्र-शस्त्र, हथियार, लाठी, भाला, गड़ांसा, चाकू, छूरी, बरछी, तीर-धनुष, कुल्हाड़ी, विस्फोटक पदार्थ/अग्नेयास्त्र लेकर सार्वजनिक स्थान पर विचरण नहीं करेंगे।

3. मतगणना केन्द्र से 500 मीटर की परिधि तक विजय जुलुस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा।

4. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों तथा आदर्श आचार संहिता का पूर्णरूपेण अनुपालन करेंगे।

सभी निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन के दिशा निर्देश के आलोक में मतगणना के पश्चात पोल्ड ईवीएम को सुरक्षित रखना सुनिश्चित करेंगे।

निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना परिसर में बिना पास के कोई भी वाहन, व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इस नियम का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू पहुंचे कटकमसांडी प्रखंड के झारदाग ग्राम

छठ पूजा के समय तालाब में डूबकर मरी बच्चियों के परिजनों से की मुलाकात।

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हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड अंतर्गत शाहपुर पंचायत के ग्राम झरदाग में बीते

छठ पर्व के दूसरे दिन तालाब में डूबने से एक ही परिवार की चार मासूम बच्चियों की असमय मृत्यु के पश्चात आज पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की।

ईश्वर से प्रार्थना है कि चारों दिवंगत बच्चियों की आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

साथ ही शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

इसी क्रम में झरदाग गांव के ही निवासी श्री गणेश भुइयाँ, जो किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, उनके निधन के पश्चात उनके परिजनों से भी मुलाकात कर सांत्वना प्रकट की।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।

इस अवसर पर माननीय सांसद श्री मनीष जायसवाल जी, माननीय विधायक श्री प्रदीप प्रसाद जी, माननीय विधायक श्री उज्जवल दास जी, हजारीबाग जिला अध्यक्ष श्री विवेकानंद जी, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री अशोक यादव जी, श्री टून्नू गोप जी, श्री टोनी जैन जी, श्री के. पी. ओझा by जी सहित अनेक सम्मानित कार्यकर्तागण एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रक्तदान कर 'जीवनदान महाअभियान' का किया शुभारंभ; 12 से 28 नवंबर तक 'रक्तदान शिविर महाअभियान' चलेगा

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रांची: झारखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में आयोजित मेगा रक्तदान शिविर में स्वयं रक्तदान कर राज्यव्यापी स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान का विधिवत शुभारंभ किया। यह अभियान पूरे राज्य में 12 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रक्तदान को महादान बताते हुए राज्यवासियों से अपील की:

"आपका दिया रक्त जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के काम आ सकता है... राज्यवासियों से स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।"

राज्य बनेगा 'जीवनदान का केंद्र'

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की 25वीं वर्षगांठ एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने को तैयार है, और इस अभियान के जरिए पूरा राज्य जीवनदान का केंद्र बनेगा।

उद्देश्य: स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में रक्त की कमी को पूरा करना और हर जरूरतमंद तक सुरक्षित रक्त पहुंचाना है।

संकल्प: मुख्यमंत्री ने कहा, "अस्पताल में रक्त की कमी से किसी की जिंदगी की सांसे थमे नहीं, इसे सुनिश्चित करना हम सभी का परम उत्तरदायित्व है। ऐसे में हम सभी मिलकर झारखंड को जीवनदायिनी राज्य बनाने का संकल्प लें।"

इस महाअभियान के शुभारंभ के मौके पर मंत्री श्री राधा कृष्ण किशोर, मंत्री श्री इरफान अंसारी, मंत्री श्री हफीजुल हसन, मंत्री श्री योगेंद्र प्रसाद महतो, मंत्री श्री सुदिव्य कुमार, मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह समेत कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

 ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ /मुजफ्फरनगर । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का किया निरीक्षण

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । – जानसठ क्षेत्र में कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का विस्तृत निरीक्षण किया। यह निरीक्षण केवल औपचारिक नहीं था, बल्कि उन्होंने थाने के प्रत्येक महत्वपूर्ण खंड और प्रशासनिक रिकॉर्ड्स के रखरखाव की बारीकियों को बड़ी ही सूक्ष्मता से जांचा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर थाना प्रभारी राजीव शर्मा के साथ पूरा स्टाफ मौजूद रहा।

बुधवार को डीएसपी यतेंद्र नागर ने निरीक्षण की शुरुआत असलाह खाने से की। उन्होंने वहां रखे सरकारी हथियारों (राइफल, पिस्टल, कारतूस आदि) की संख्या, उनकी साफ-सफाई और उनके सुरक्षित रखने के मानकों की गहन जांच की। डीएसपी ने निर्देश दिए कि सुरक्षा की दृष्टि से असलाह खाने की निगरानी 24 घंटे की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हथियार हमेशा ऑपरेशनल स्थिति में रहें। उन्होंने संबंधित मुंशी से स्टॉक रजिस्टर का मिलान किया और किसी भी तरह की विसंगति न पाए जाने पर संतोष व्यक्त किया।

इसके पश्चात डीएसपी नागर ने रिकॉर्ड रूम का रुख किया। उन्होंने देखा कि आपराधिक मामलों से संबंधित फाइलों का रखरखाव किस प्रकार किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से लंबित वारंटों, पुराने मुकदमों और महत्वपूर्ण अपराधियों की हिस्ट्री शीट की फाइलों की इंडेक्सिंग और वर्गीकरण को परखा। उन्होंने इंस्पेक्टर राजीव शर्मा को निर्देश दिया कि रिकॉर्ड्स के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए ताकि किसी भी जानकारी को खोजने में न्यूनतम समय लगे। उन्होंने फाइलों को धूल और नमी से बचाने के लिए उचित व्यवस्था रखने के सख्त निर्देश दिए। डीएसपी नागर ने पुलिसकर्मियों के लिए संचालित मैस (भोजनालय) का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, सामग्री की ताजगी और रसोई की साफ-सफाई के मानकों को बड़ी ही बारीकी से जांचा। उन्होंने स्टाफ से सीधे बात करके भोजन की व्यवस्थाओं पर उनकी राय जानी। डीएसपी ने कहा कि पुलिसकर्मी सबसे कठिन ड्यूटी करते हैं, इसलिए उनके भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने मेस प्रभारी को निर्देश दिए कि मेन्यू में पौष्टिक आहार को शामिल किया जाए ताकि पुलिसकर्मी शारीरिक रूप से फिट रहें।

डीएसपी यतेंद्र नागर ने सख्त निर्देश दिए: "हर विभाग की जिम्मेदारी है कि वह अपनी ड्यूटी को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। चाहे वह सरकारी असलाह की सुरक्षा हो, रिकॉर्ड्स का सही रखरखाव, या स्टाफ के लिए उत्तम मैस की व्यवस्था; इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के अंत में, डीएसपी ने पूरे स्टाफ को निर्देश दिया कि वे जनता के साथ शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार करें और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी मुस्तैदी और ईमानदारी के साथ कार्य करें। इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने डीएसपी नागर को आश्वस्त किया कि दिए गए सभी निर्देशों का तुरंत पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन हुआ समाप्त

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।

रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई संपन्न

गोण्डा।12 नवम्बर,2025 कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गोण्डा श्प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में रेड क्रॉस सोसायटी की गतिविधियों को और अधिक सशक्त बनाना तथा सदस्यता विस्तार पर चर्चा करना रहा।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी एक मानवता-सेवी संस्था है, जो आपदा, दुर्घटना या आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक लोगों को सोसायटी से जोड़ने का कार्य करें, ताकि समाज सेवा की भावना को और व्यापक रूप दिया जा सके। जिलाधिकारी ने सदस्यता अभियान को गति देने तथा विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में रेड क्रॉस की गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।

बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा डॉ. अनिल तिवारी, सीएमएस जिला अस्पताल गोण्डा को सर्वसम्मति से रेड क्रॉस सोसायटी, गोण्डा का सचिव नामित किया गया। जिलाधिकारी ने नव-नामित सचिव को बधाई देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसायटी जिले में और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करेगी तथा जनसेवा के नए आयाम स्थापित करेगी।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, सोसायटी के उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व अन्य प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के समस्त पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

भूटान से लौटते ही पीएम मोदी सीधे पहुंचे LNJP अस्पताल, लाल किला धमाके के पीड़ितों से की मुलाकात

#pmmodiarrivesdelhifrombhutanmaymeetredfortblast_victims 

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय भूटान दौरा खत्म कर दिल्ली लौट चुके हैं। बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे दिल्ली ब्लास्ट के घायलों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। पीएम मोदी दिल्ली ब्लास्ट में घायलों से मिले। इस दौरान उन्होंने घायलों का हाल जाना। 

सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे

भूटान से लौटते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे और दिल्ली में हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिले। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों ने भी उन्हें स्थिति की जानकारी दी। 

पीएम ने बुलाई हाई-लेवल मीटिंग

पीएम ने अस्‍पताल से लौटते ही हालात की गंभीरता को देखते हुए एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है। जिसमें जांच एजेंसियों और सुरक्षा अधिकारियों को तत्‍काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। पीएम ने साफ कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्‍शा नहीं जाएगा और इस कायराना हमले के पीछे की साजिश का जल्‍द पर्दाफाश होगा।

भूटान से आतंकियों को दिया अल्टीमेटम

इससे पहले, मंगलवार को अपनी भूटान यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि दिल्ली विस्फोट के सभी षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने भूटान में चांगलिमिथांग उत्सव मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सोमवार को दिल्ली में हुए ‘भयावह’ विस्फोट ने सभी को स्तब्ध कर दिया। उन्होंने कहा, मैं विस्फोट से प्रभावित लोगों की पीड़ा समझता हूं। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ा है।

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मास्टरमाइंड है मौलवी इमरान, डॉक्टर्स का किया माइंडवॉश, दिल्ली धमाके से जुड़े तार

#whoismaulviirfanahmedmastermindoffaridabadterrormodulelinkstodelhi_blasts 

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दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम में हुए एक कार विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इस बीच मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। अब तक की जांच से यह पता चला है कि इस विस्फोट का संबंध सोमवार को ही पकड़े गए फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मॉड्यूल का फंडाफोड़ किया है। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि लोगों की जिंदगियां बचाने वाले डॉक्टर्स कैसे जानलेवा हो गए?

लाल किले के पास हुए कार धमाके से कुछ घंटे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टरों के शामिल होने के कारण इसे व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल कहा गया है। दिल्ली बम विस्फोट की जांच में अब यह खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल के पीछे असली दिमाग मौलवी इरफान अहमद का था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की कार्रवाई में इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है।

डॉक्टर्स का माइंडवॉश कर बनाया कट्टरपंथी

जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहने वाला मौलवी इरफान कथित तौर पर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल चला रहा था। यह मेडिकल छात्रों और युवा डॉक्टरों को निशाना बनाता था। सोमवार को नई दिल्ली में हुए कार विस्फोट से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में पकड़े गए नेटवर्क से भी इसका लिंक है। माना जा रहा है कि डॉक्टर्स का माइंडवॉश करके उन्हें कट्टरपंथी बनाने में इसका अहम रोल है।

जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था मौलवी

खुफिया सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान ने फरीदाबाद मॉड्यूल के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाया था। वह पहले श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ़ था और छात्रों से लगातार संपर्क में था। इसके अलावा, वह नौगाम मस्जिद का इमाम भी रह चुका है। सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था और छात्रों को इसके वीडियो दिखाता था वह टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद का प्रचार करता था। 

ऐसे मौलवी तक पहुंची पुलिस

19 अक्टूबर को बनपोरा नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर सामने आने के बाद जांच शुरू हुई, जिनमें पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी दी गई थी। नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पत्थरबाज़ों का इतिहास रखने वाले तीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को मौलवी इरफान अहमद तक पहुंचाया। उनकी सूचना के आधार पर डॉ. अदील अहमद और शोपियां के मौलवी से जुड़े ज़मीर अहंगर को गिरफ़्तार किया गया।

केटीयू एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) के विद्यार्थियों ने किया वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण

रायपुर- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने मंगलवार को इंडस्ट्री विजिट कार्यक्रम के अंतर्गत वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को अस्पताल प्रबंधन के व्यावहारिक स्वरूप से अवगत कराना था।

भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने अस्पताल की कार्यप्रणाली, प्रशासनिक संरचना एवं प्रबंधन व्यवस्था का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। छात्रों को ओपीडी, जनरल वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, सेंट्रल फार्मेसी सहित विभिन्न विभागों के संचालन की जानकारी दी गई। साथ ही ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन ट्रेनिंग, फाइनेंस एवं मार्केटिंग मैनेजमेंट जैसे विषयों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के फैकल्टी डॉ. देवेन्द्र कुमार कश्यप ने बताया कि एक सफल हॉस्पिटल मैनेजर बनने के लिए वित्त एवं सूचना प्रणाली की समझ, उत्कृष्ट नेतृत्व कौशल, संचार एवं संगठन क्षमता, मिलनसार व्यक्तित्व और त्वरित निर्णय लेने की योग्यता आवश्यक होती है। ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के ज्ञान एवं कौशल को निखारने में सहायक सिद्ध होते हैं।

प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष मंडावी ने कहा कि उद्योग केंद्रित यह पाठ्यक्रम स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के प्रबंधन को दक्षता के साथ एकीकृत करता है। इससे विद्यार्थी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं, कॉर्पोरेट एवं सरकारी अस्पतालों तथा परामर्श परियोजनाओं का प्रभावी प्रबंधन सीखते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।

वी. वाय. हॉस्पिटल के कोर्डिनेटर सतीश शर्मा ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि केटीयू के विद्यार्थियों का इंडस्ट्री विजिट में शामिल होना सराहनीय पहल है। शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव का यह संतुलन भविष्य के स्वास्थ्य प्रशासकों को और अधिक दक्ष बनाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

इस अवसर पर वी. वाय. हॉस्पिटल के ऑपरेशन हेड डॉ. विजय सेन, हॉस्पिटल कोर्डिनेटर सतीश शर्मा, विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ. देव सिंह पाटिल एवं एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश: जिलाधिकारी

गया: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में 14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के द्वारा दिनांक 06/10/2025 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गया जिला के सभी विधान सभा क्षेत्रों में दिनांक 11/11/2025 को सम्पन्न मतदान की मतगणना दिनांक 14/11/2025 को गया जिला के 2 मतगणना केंद्र गया कॉलेज, गया एवं बाजार समिति, चंदौती में किया जाएगा। उसी के अलोक में मतगणना केंद्रों में विधि व्यवस्था संधारण एवं भीड़ नियंत्रण हेतु दंडाधिकारियों-पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

गया कॉलेज, गया में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 225 - गुरुआ

2. 230 - गया टाउन

3. 231 - टिकारी

4. 232 - बेलागंज

5. 234 - वजीरगंज

बाजार समिति चंदौती में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 226 - शेरघाटी

2. 227 - इमामगंज

3. 228 - बाराचट्टी

4. 229 - बोधगया

5. 233 - अतरी

उक्त अंकित मतगणना केंद्रों में सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी एवं संबंधित कर्मी अपने-अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

विधि व्यवस्था संधारण हेतु निम्न आदेश निर्गत

1. मतगणना केंद्रों से 500 मीटर की परिधि तक पाँच या पाँच से अधिक व्यक्ति एक साथ जमा नहीं रहेंगे।

2. किसी भी तरह अस्त्र-शस्त्र, हथियार, लाठी, भाला, गड़ांसा, चाकू, छूरी, बरछी, तीर-धनुष, कुल्हाड़ी, विस्फोटक पदार्थ/अग्नेयास्त्र लेकर सार्वजनिक स्थान पर विचरण नहीं करेंगे।

3. मतगणना केन्द्र से 500 मीटर की परिधि तक विजय जुलुस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा।

4. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों तथा आदर्श आचार संहिता का पूर्णरूपेण अनुपालन करेंगे।

सभी निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन के दिशा निर्देश के आलोक में मतगणना के पश्चात पोल्ड ईवीएम को सुरक्षित रखना सुनिश्चित करेंगे।

निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना परिसर में बिना पास के कोई भी वाहन, व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इस नियम का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू पहुंचे कटकमसांडी प्रखंड के झारदाग ग्राम

छठ पूजा के समय तालाब में डूबकर मरी बच्चियों के परिजनों से की मुलाकात।

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हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड अंतर्गत शाहपुर पंचायत के ग्राम झरदाग में बीते

छठ पर्व के दूसरे दिन तालाब में डूबने से एक ही परिवार की चार मासूम बच्चियों की असमय मृत्यु के पश्चात आज पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की।

ईश्वर से प्रार्थना है कि चारों दिवंगत बच्चियों की आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

साथ ही शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

इसी क्रम में झरदाग गांव के ही निवासी श्री गणेश भुइयाँ, जो किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, उनके निधन के पश्चात उनके परिजनों से भी मुलाकात कर सांत्वना प्रकट की।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।

इस अवसर पर माननीय सांसद श्री मनीष जायसवाल जी, माननीय विधायक श्री प्रदीप प्रसाद जी, माननीय विधायक श्री उज्जवल दास जी, हजारीबाग जिला अध्यक्ष श्री विवेकानंद जी, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री अशोक यादव जी, श्री टून्नू गोप जी, श्री टोनी जैन जी, श्री के. पी. ओझा by जी सहित अनेक सम्मानित कार्यकर्तागण एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रक्तदान कर 'जीवनदान महाअभियान' का किया शुभारंभ; 12 से 28 नवंबर तक 'रक्तदान शिविर महाअभियान' चलेगा

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रांची: झारखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में आयोजित मेगा रक्तदान शिविर में स्वयं रक्तदान कर राज्यव्यापी स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान का विधिवत शुभारंभ किया। यह अभियान पूरे राज्य में 12 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रक्तदान को महादान बताते हुए राज्यवासियों से अपील की:

"आपका दिया रक्त जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के काम आ सकता है... राज्यवासियों से स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।"

राज्य बनेगा 'जीवनदान का केंद्र'

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की 25वीं वर्षगांठ एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने को तैयार है, और इस अभियान के जरिए पूरा राज्य जीवनदान का केंद्र बनेगा।

उद्देश्य: स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में रक्त की कमी को पूरा करना और हर जरूरतमंद तक सुरक्षित रक्त पहुंचाना है।

संकल्प: मुख्यमंत्री ने कहा, "अस्पताल में रक्त की कमी से किसी की जिंदगी की सांसे थमे नहीं, इसे सुनिश्चित करना हम सभी का परम उत्तरदायित्व है। ऐसे में हम सभी मिलकर झारखंड को जीवनदायिनी राज्य बनाने का संकल्प लें।"

इस महाअभियान के शुभारंभ के मौके पर मंत्री श्री राधा कृष्ण किशोर, मंत्री श्री इरफान अंसारी, मंत्री श्री हफीजुल हसन, मंत्री श्री योगेंद्र प्रसाद महतो, मंत्री श्री सुदिव्य कुमार, मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह समेत कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

 ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ /मुजफ्फरनगर । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का किया निरीक्षण

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । – जानसठ क्षेत्र में कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का विस्तृत निरीक्षण किया। यह निरीक्षण केवल औपचारिक नहीं था, बल्कि उन्होंने थाने के प्रत्येक महत्वपूर्ण खंड और प्रशासनिक रिकॉर्ड्स के रखरखाव की बारीकियों को बड़ी ही सूक्ष्मता से जांचा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर थाना प्रभारी राजीव शर्मा के साथ पूरा स्टाफ मौजूद रहा।

बुधवार को डीएसपी यतेंद्र नागर ने निरीक्षण की शुरुआत असलाह खाने से की। उन्होंने वहां रखे सरकारी हथियारों (राइफल, पिस्टल, कारतूस आदि) की संख्या, उनकी साफ-सफाई और उनके सुरक्षित रखने के मानकों की गहन जांच की। डीएसपी ने निर्देश दिए कि सुरक्षा की दृष्टि से असलाह खाने की निगरानी 24 घंटे की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हथियार हमेशा ऑपरेशनल स्थिति में रहें। उन्होंने संबंधित मुंशी से स्टॉक रजिस्टर का मिलान किया और किसी भी तरह की विसंगति न पाए जाने पर संतोष व्यक्त किया।

इसके पश्चात डीएसपी नागर ने रिकॉर्ड रूम का रुख किया। उन्होंने देखा कि आपराधिक मामलों से संबंधित फाइलों का रखरखाव किस प्रकार किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से लंबित वारंटों, पुराने मुकदमों और महत्वपूर्ण अपराधियों की हिस्ट्री शीट की फाइलों की इंडेक्सिंग और वर्गीकरण को परखा। उन्होंने इंस्पेक्टर राजीव शर्मा को निर्देश दिया कि रिकॉर्ड्स के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए ताकि किसी भी जानकारी को खोजने में न्यूनतम समय लगे। उन्होंने फाइलों को धूल और नमी से बचाने के लिए उचित व्यवस्था रखने के सख्त निर्देश दिए। डीएसपी नागर ने पुलिसकर्मियों के लिए संचालित मैस (भोजनालय) का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, सामग्री की ताजगी और रसोई की साफ-सफाई के मानकों को बड़ी ही बारीकी से जांचा। उन्होंने स्टाफ से सीधे बात करके भोजन की व्यवस्थाओं पर उनकी राय जानी। डीएसपी ने कहा कि पुलिसकर्मी सबसे कठिन ड्यूटी करते हैं, इसलिए उनके भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने मेस प्रभारी को निर्देश दिए कि मेन्यू में पौष्टिक आहार को शामिल किया जाए ताकि पुलिसकर्मी शारीरिक रूप से फिट रहें।

डीएसपी यतेंद्र नागर ने सख्त निर्देश दिए: "हर विभाग की जिम्मेदारी है कि वह अपनी ड्यूटी को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। चाहे वह सरकारी असलाह की सुरक्षा हो, रिकॉर्ड्स का सही रखरखाव, या स्टाफ के लिए उत्तम मैस की व्यवस्था; इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के अंत में, डीएसपी ने पूरे स्टाफ को निर्देश दिया कि वे जनता के साथ शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार करें और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी मुस्तैदी और ईमानदारी के साथ कार्य करें। इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने डीएसपी नागर को आश्वस्त किया कि दिए गए सभी निर्देशों का तुरंत पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन हुआ समाप्त

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।

रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई संपन्न

गोण्डा।12 नवम्बर,2025 कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गोण्डा श्प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में रेड क्रॉस सोसायटी की गतिविधियों को और अधिक सशक्त बनाना तथा सदस्यता विस्तार पर चर्चा करना रहा।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी एक मानवता-सेवी संस्था है, जो आपदा, दुर्घटना या आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक लोगों को सोसायटी से जोड़ने का कार्य करें, ताकि समाज सेवा की भावना को और व्यापक रूप दिया जा सके। जिलाधिकारी ने सदस्यता अभियान को गति देने तथा विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में रेड क्रॉस की गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।

बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा डॉ. अनिल तिवारी, सीएमएस जिला अस्पताल गोण्डा को सर्वसम्मति से रेड क्रॉस सोसायटी, गोण्डा का सचिव नामित किया गया। जिलाधिकारी ने नव-नामित सचिव को बधाई देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसायटी जिले में और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करेगी तथा जनसेवा के नए आयाम स्थापित करेगी।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, सोसायटी के उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व अन्य प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के समस्त पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

भूटान से लौटते ही पीएम मोदी सीधे पहुंचे LNJP अस्पताल, लाल किला धमाके के पीड़ितों से की मुलाकात

#pmmodiarrivesdelhifrombhutanmaymeetredfortblast_victims 

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय भूटान दौरा खत्म कर दिल्ली लौट चुके हैं। बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे दिल्ली ब्लास्ट के घायलों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। पीएम मोदी दिल्ली ब्लास्ट में घायलों से मिले। इस दौरान उन्होंने घायलों का हाल जाना। 

सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे

भूटान से लौटते ही प्रधानमंत्री मोदी सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे और दिल्ली में हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिले। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों ने भी उन्हें स्थिति की जानकारी दी। 

पीएम ने बुलाई हाई-लेवल मीटिंग

पीएम ने अस्‍पताल से लौटते ही हालात की गंभीरता को देखते हुए एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है। जिसमें जांच एजेंसियों और सुरक्षा अधिकारियों को तत्‍काल रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। पीएम ने साफ कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्‍शा नहीं जाएगा और इस कायराना हमले के पीछे की साजिश का जल्‍द पर्दाफाश होगा।

भूटान से आतंकियों को दिया अल्टीमेटम

इससे पहले, मंगलवार को अपनी भूटान यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि दिल्ली विस्फोट के सभी षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने भूटान में चांगलिमिथांग उत्सव मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सोमवार को दिल्ली में हुए ‘भयावह’ विस्फोट ने सभी को स्तब्ध कर दिया। उन्होंने कहा, मैं विस्फोट से प्रभावित लोगों की पीड़ा समझता हूं। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ा है।

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मास्टरमाइंड है मौलवी इमरान, डॉक्टर्स का किया माइंडवॉश, दिल्ली धमाके से जुड़े तार

#whoismaulviirfanahmedmastermindoffaridabadterrormodulelinkstodelhi_blasts 

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दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम में हुए एक कार विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इस बीच मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। अब तक की जांच से यह पता चला है कि इस विस्फोट का संबंध सोमवार को ही पकड़े गए फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मॉड्यूल का फंडाफोड़ किया है। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि लोगों की जिंदगियां बचाने वाले डॉक्टर्स कैसे जानलेवा हो गए?

लाल किले के पास हुए कार धमाके से कुछ घंटे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टरों के शामिल होने के कारण इसे व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल कहा गया है। दिल्ली बम विस्फोट की जांच में अब यह खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल के पीछे असली दिमाग मौलवी इरफान अहमद का था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की कार्रवाई में इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है।

डॉक्टर्स का माइंडवॉश कर बनाया कट्टरपंथी

जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहने वाला मौलवी इरफान कथित तौर पर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल चला रहा था। यह मेडिकल छात्रों और युवा डॉक्टरों को निशाना बनाता था। सोमवार को नई दिल्ली में हुए कार विस्फोट से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में पकड़े गए नेटवर्क से भी इसका लिंक है। माना जा रहा है कि डॉक्टर्स का माइंडवॉश करके उन्हें कट्टरपंथी बनाने में इसका अहम रोल है।

जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था मौलवी

खुफिया सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान ने फरीदाबाद मॉड्यूल के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाया था। वह पहले श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ़ था और छात्रों से लगातार संपर्क में था। इसके अलावा, वह नौगाम मस्जिद का इमाम भी रह चुका है। सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था और छात्रों को इसके वीडियो दिखाता था वह टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद का प्रचार करता था। 

ऐसे मौलवी तक पहुंची पुलिस

19 अक्टूबर को बनपोरा नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर सामने आने के बाद जांच शुरू हुई, जिनमें पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी दी गई थी। नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पत्थरबाज़ों का इतिहास रखने वाले तीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को मौलवी इरफान अहमद तक पहुंचाया। उनकी सूचना के आधार पर डॉ. अदील अहमद और शोपियां के मौलवी से जुड़े ज़मीर अहंगर को गिरफ़्तार किया गया।