आख़िर क्या करके मानेगा यह धुरंधर समाजसेवी व एंटरप्रेन्योर एम.के. भाटिया
आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर/चंडीगढ़। समाजसेवा, उद्योग और टीम बिल्डिंग के अनोखे तरीकों के लिए पहचाने जाने वाले धुरंधर समाजसेवी व एंटरप्रेन्योर एम.के. भाटिया एक बार फिर चर्चा में हैं। गत दिवस एम.के. भाटिया अपनी करीब 100युवाओं की टीम के साथ फिल्म ‘धुरंधर’ देखने सिनेमा हॉल पहुँचे। यह महज़ एक फिल्म देखना नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक गहरा और प्रेरणादायक संदेश छिपा था।

दरअसल, एम.के. भाटिया ने इस माध्यम से अपनी टीम को यह मोटिवेशनल संदेश देने का प्रयास किया कि जीवन के हर कार्य, हर फील्ड और हर क्षेत्र में धुरंधर बनकर आगे बढ़ना ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने युवाओं को समझाया कि चुनौतियों से घबराने के बजाय उन्हें अवसर में बदलना चाहिए और अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करनी चाहिए।

टीम के सदस्यों के अनुसार, फिल्म के बाद हुई बातचीत में भाटिया ने कहा कि आज का युवा अगर लक्ष्य के प्रति स्पष्ट, मेहनती और सकारात्मक सोच वाला हो, तो कोई भी मुकाम दूर नहीं। उन्होंने टीमवर्क, अनुशासन और निरंतर सीखने पर विशेष ज़ोर दिया।

एम.के. भाटिया का यह कदम न केवल उनकी टीम के लिए प्रेरणास्रोत बना, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वह पारंपरिक तरीकों से हटकर युवाओं को मोटिवेट करने में विश्वास रखते हैं। यही वजह है कि लोग आज यह कहने पर मजबूर हैं—आख़िर यह धुरंधर समाजसेवी व एंटरप्रेन्योर एम.के. भाटिया करके ही मानेगा।
लखनऊ में आज होगा बड़ा ऐलान, पंकज चौधरी बनेंगे यूपी भाजपा अध्यक्ष
लखनऊ । उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठनात्मक सियासत में आज एक बड़ा अध्याय जुड़ने जा रहा है। महीनों से चल रहे मंथन, रणनीतिक बैठकों और बंद कमरों की चर्चाओं के बाद आखिरकार पार्टी ने अपने अगले प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगा दी है। औपचारिक घोषणा भले ही दोपहर में हो, लेकिन तस्वीर अब पूरी तरह साफ है— पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे।

पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और खास बात यह रही कि पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया। ऐसे में उनका निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। आज दोपहर 1 बजे राजधानी लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान इसका औपचारिक ऐलान किया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।

नामांकन के दिन दिखा शक्ति प्रदर्शन, संगठन एकजुट

शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पंकज चौधरी ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मंच पर मौजूद रहे। पंकज चौधरी के प्रस्तावकों की सूची भी अपने आप में सियासी संदेश दे गई—सीएम योगी, दोनों उपमुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, स्वतंत्र देव सिंह, दारा सिंह चौहान, एके शर्मा, असीम अरुण समेत कई बड़े चेहरे उनके समर्थन में खड़े दिखे।

एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक हुआ भव्य स्वागत

लखनऊ पहुंचते ही पंकज चौधरी का एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक जोरदार स्वागत हुआ। खासतौर पर उनके गृह क्षेत्र महाराजगंज से पहुंचे कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। साफ संकेत था कि संगठन में उनके नाम पर व्यापक सहमति बन चुकी है।

क्यों पंकज चौधरी? इसके पीछे छुपी है बड़ी सियासी रणनीति

भाजपा ने पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सिर्फ एक संगठनात्मक नियुक्ति नहीं की है, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव की बुनियाद रखने का काम किया है। पूर्वांचल के कद्दावर नेता, सात बार के सांसद और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री रहे पंकज चौधरी को संगठन की कमान सौंपने के पीछे कई अहम सियासी कारण माने जा रहे हैं।

सबसे बड़ा कारण है— कुर्मी वोट बैंक

यादवों के बाद प्रदेश में कुर्मी समाज को पिछड़ों में सबसे प्रभावशाली माना जाता है और लंबे समय तक यह भाजपा का मजबूत आधार रहा है। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने इस वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाई, जिसका असर भाजपा के सीट आंकड़ों पर साफ दिखा। 2019 में 62 सीटें जीतने वाली भाजपा 2024 में 36 सीटों पर सिमट गई।

कुर्मी समाज को साधने की आखिरी कड़ी?

लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के आंतरिक विश्लेषण में सामने आया कि मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और कौशांबी जैसे कुर्मी बहुल इलाकों में एनडीए का प्रदर्शन कमजोर रहा। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट पर भी जीत का अंतर कम हुआ।पार्टी नेतृत्व इस बात को लेकर आश्वस्त हुआ कि कुर्मी समाज के बीच भरोसा बहाल करने के लिए मूल काडर से निकले, जमीन से जुड़े और प्रभावी चेहरे की जरूरत है।

9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके पंकज चौधरी

यही वजह है कि शीर्ष नेतृत्व की नजर पंकज चौधरी पर जाकर ठहरी। पार्टी के भीतर उन्हें इस समय सबसे वरिष्ठ और स्वीकार्य कुर्मी नेता के तौर पर देखा जा रहा है। 9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके पंकज चौधरी ने 7 बार जीत हासिल की है—वह भी ऐसे समय में जब पार्टी सत्ता में नहीं थी। यही उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक पूंजी मानी जा रही है।

2027 का रोडमैप और संगठन को नया संदेश

पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने कार्यकर्ताओं को भी साफ संदेश दिया है कि पार्टी अपने मूल काडर और समर्पित नेताओं की कद्र करना जानती है। संगठनात्मक अनुभव, चुनावी विश्वसनीयता और सामाजिक संतुलन—तीनों को साधने की कोशिश इस फैसले में साफ झलकती है। अब सबकी नजर इस पर है कि पंकज चौधरी संगठन को किस तरह मजबूत करते हैं और 2027 के रण में भाजपा को किस रणनीति के साथ उतारते हैं। इतना तय है कि उत्तर प्रदेश की सियासत में यह नियुक्ति आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक समीकरणों को जन्म देने वाली है।
सड़क हादसे में देवर भाभी की मौत,भाई के घर जा रहे थे दोनों तेज रफ्तार वाहन ने पीछे से बाइक में मारी टक्कर

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत देर शाम अंबेडकर चौराहे पर एक सड़क हादसे में देवर भाभी की मौत हो गयी।प्राप्त जानकारी के अनुसार विनोद तिवारी (22) व लक्ष्मी तिवारी (28) मोटरसाइकिल से जा रहे थे कि तभी पीछे से एक ट्रक ने अंबेडकर चौराहे पर उन्हें टक्कर मार दिया।स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को तत्काल जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कालेज पहुंचाया गया जहाँ इलाज के दौरान दोनों की मृत्यु हो गयी।मृतका लक्ष्मी तिवारी (28) मोतीगंज थाना क्षेत्र के वीरपुर निवासी शिव शंकर तिवारी की पत्नी थीं।वह अपने देवर विनोद तिवारी (22) के साथ जिला मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज करवाने आई थीं और इलाज के बाद लक्ष्मी ने अपने देवर विनोद से अपने भाई राजमन तिवारी के घर कलन्दरपुर गांव चलने के लिए कहा उसके बाद दोनों अंबेडकर चौराहे पर पहुंचे ही थे जो कि अस्पताल से लगभग 500 मीटर दूर है कि तभी जिला मुख्यालय से जेल रोड होते हुए तरबगंज जा रहे एक कानपुर के नंबर के ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दिया।जिसके बाद डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।नगर कोतवाली पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।पुलिस ने ट्रक को भी कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दिया है।इस मामले में नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।उन्होंने बताया कि दोनों लोगों की मौत हो गयी है और दोनों के शव को मार्च्यूरी में रखा गया है तथा परिजनों को सूचना दी गई है।मृतक महिला लक्ष्मी तिवारी के पति शिव शंकर तिवारी मुंबई में रहकर मेहनत मजदूरी का काम करते हैं और उनकी पत्नी यहाँ घर पर रह रही थी।

आजमगढ़:-पुलिस मुठभेड़ में शेरा सिंह गिरफ्तार, अंगद यादव अंधेरे का फायदा उठाकर हुआ फरार

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में शेरा सिंह यादव उर्फ शेरू यादव  गिरफ्तार कर लिया गया। उसका साथी अंगद यादव अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से अवैध तमंचा, कारतूस और खोखा बरामद किया है। घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ रात्रि गश्त के दौरान ग्राम पश्चिम पट्टी महलिया के पास हुई। थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वांछित शेरा सिंह यादव अपने साथी अंगद यादव के साथ मोटरसाइकिल से गहजी पश्चिम पट्टी होते हुए दुर्वासा की ओर जा रहा है। सूचना पर पुलिस ने महलिया के पास घेराबंदी कर ली। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षार्थ पुलिस की जवाबी फायरिंग में शेरा सिंह यादव के दाहिने पैर में गोली लगी और वह गिरफ्तार हो गया।गिरफ्तार आरोपी शेरा सिंह यादव उर्फ शेरू यादव पुत्र दाताराम यादव उर्फ मिट्ठू यादव, निवासी कोर्राघाटमपुर थाना अहरौला के खिलाफ लूट, रंगदारी, धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। मामला 1 नवंबर 2025 का है, जिसमें उसने बीरेन्द्र कुमार प्रजापति से कनपटी पर तमंचा लगाकर 2 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और विरोध करने पर सिर पर वार किया था। इस पर मुकदमा संख्या 398/2025 दर्ज हुआ था। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि मुकदमा दर्ज होने के कारण वह छिपा था और पकड़े जाने के डर से पुलिस पर फायरिंग की। उसके खिलाफ नया मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फरार साथी अंगद यादव पुत्र जयप्रकाश यादव  की तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है।
देवघर-एयरपोर्ट पर फॉग सीजन की तैयारियों के तहत टेबल-टॉप मीटिंग एवं मॉक ड्रिल आयोजित।
देवघर: एयरपोर्ट पर आगामी फॉग सीजन की तैयारियों के तहत आज एक टेबल-टॉप मीटिंग तथा उसके पश्चात एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। विमानन क्षेत्र में सामान्यतः 10 दिसंबर से 10 फरवरी के बीच फॉग का प्रभाव देखने को मिलता है, जिसके कारण उड़ानों में देरी, रद्दीकरण एवं डायवर्जन की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि देवघर एयरपोर्ट पर फॉग के कारण उड़ानों के रद्द होने की संभावना अपेक्षाकृत कम रहती है, परंतु उत्तर भारत के कई फॉग-प्रभावित हवाई अड्डों के कारण उड़ानों का डायवर्जन हो सकता है। ऐसे समय में यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, जैसा कि हाल ही में उड़ानों की देरी एवं रद्दीकरण की स्थिति के दौरान देखा गया। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एएआई एवं देवघर एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा पूर्व-तैयारी के तहत यह बैठक एवं मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि किसी भी संभावित स्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। इस अभ्यास में एयरलाइंस, एएआई के विभिन्न विभाग, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियां, फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाता, एपीएसयू, एटीसी तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) सहित सभी प्रमुख हितधारकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। मौसम विभाग को नियमित एवं समयबद्ध मौसम अपडेट उपलब्ध कराने की सलाह दी गई, वहीं एयरलाइंस को यात्रियों को अग्रिम एवं वास्तविक समय में जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए, ताकि यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो। झारखंड पुलिस द्वारा संचालित एपीएसयू को स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर विशेष रूप से सिटी साइड में ट्रैफिक एवं भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। एयरपोर्ट पर कार्यरत फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाताओं को पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने तथा किसी भी स्थिति में मूल्य वृद्धि न करने के सख्त निर्देश दिए गए। एयरपोर्ट निदेशक ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर यह सुनिश्चित किया जाएगा। कि उड़ानों में व्यवधान की स्थिति में शहर के होटल एवं टैक्सी सेवाएं यात्रियों से अनुचित या अत्यधिक शुल्क न वसूलें, जिससे यात्रियों के हितों की रक्षा की जा सके। यह अभ्यास फॉग सीजन के दौरान यात्री सुरक्षा, सुविधा एवं सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के प्रति देवघर एयरपोर्ट की प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित करता है।
जनता दरबार में 18 मामलों पर हुई सुनवाई, डीएम ने त्वरित कार्रवाई के दिए निर्देश

,औरंगाबाद, समाहरणालय, औरंगाबाद में आज जिला पदाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में जनता दरबार आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याओं को सीधे जिला प्रशासन के समक्ष रखा। जनता दरबार का उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं का त्वरित निवारण सुनिश्चित करना और प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ाना है।

आज के जनता दरबार में कुल 18 परिवादियों ने अपने आवेदन प्रस्तुत किए। इन आवेदनों में मुख्य रूप से बिजली बिल सुधार, भूमि विवाद, आपदा सहायता राशि का भुगतान, विद्यालयों में लगे निष्क्रिय ट्रांसफार्मर हटवाना, भूमि मुआवजा, परिमार्जन, अतिक्रमण तथा अन्य जनसुविधाओं से संबंधित विषय शामिल थे। जनता दरबार में सुभाष रंजन सिन्हा एवं अन्य ने मदनपुर बाईपास के लिए अवार्ड पारित होने के बावजूद मुआवजे की राशि न मिलने की समस्या प्रस्तुत की। वहीं, श्री विजय कुमार सिंह ने भूमि अधिग्रहण की गई जमीन पर अतिक्रमण और रात्रि में पेड़ काटे जाने की शिकायत की।

श्री अमरेश कुमार सिंह एवं अन्य ने देव सूर्यकुण्ड तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु आवेदन दिया। विद्युत सेवाओं से जुड़ी समस्याओं पर श्री अनिल कुमार ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई कि ग्राम बेला में उनका विद्युत कनेक्शन रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा, श्री अरविन्द कुमार सिंह ने परिमार्जन कर खेसरा चढ़ाने संबंधी आवेदन प्रस्तुत किया। श्रीमती उषा देवी ने आपदा सहायता राशि का भुगतान न होने की समस्या उठाई।

जनता दरबार में श्री महेश चौहान ने अंचल अधिकारी एवं राजस्व कर्मचारियों द्वारा अवैध रूप से डिमांड खोले जाने की शिकायत की। वहीं, श्रीमती कृष्णामनी देवी ने दाखिल–खारिज अस्वीकृत होने संबंधी आवेदन प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त श्री सुधीर कुमार ने आवासीय दर पर मुआवजा भुगतान संबंधी समस्या उठाई। अन्य परिवादी भी विभिन्न जनसुविधाओं से जुड़ी शिकायतें लेकर पहुंचे।

डीएम श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने सभी आवेदनों को गंभीरतापूर्वक सुना और संबंधित विभागों को त्वरित, निष्पक्ष और समयबद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जनता दरबार में प्रस्तुत सभी प्रकरणों की नियमित रूप से प्रगति की समीक्षा की जाएगी और निर्धारित समय सीमा के भीतर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।

जनता दरबार का यह आयोजन प्रशासन और नागरिकों के बीच सीधे संवाद का माध्यम साबित हुआ। उपस्थित नागरिकों ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे समस्याओं के शीघ्र निवारण में मदद मिलेगी। जिला प्रशासन ने भी इस कार्यक्रम को निरंतर जारी रखने का आश्वासन दिया।

इस प्रकार, आज का जनता दरबार नागरिकों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने में प्रशासन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

गया में जिला परिषद की एक सामान्य महत्वपूर्ण बैठक आयोजित: बेलागंज विधायक मनोरमा देवी की उपस्थिति रही, अनुपस्थित रहे अधिकारियों पर कार्रवाई की मां

गया। गया जिला परिषद सभागार में जिला परिषद की एक सामान्य महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले के विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जिले के सभी जिला परिषद सदस्य उपस्थित रहे। इस सामान्य महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त एवं बेलागंज विधायक मनोरमा देवी की उपस्थिति रही, जिससे बैठक की गरिमा और बढ़ गई।

सामान्य बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी के नेतृत्व में हुई। इस दौरान उप विकास आयुक्त ने जिला परिषद सदस्यों की समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुना तथा उनके समाधान का आश्वासन दिया। बैठक का उद्देश्य विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करना और विकास योजनाओं को धरातल पर बेहतर ढंग से लागू करना रहा।

जिला परिषद उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष के निर्देश पर सभी विभागों की समीक्षा बैठक की जा रही है। उन्होंने चिंता जताई कि कई विभागों के अधिकारी बैठक में अनुपस्थित रहे, जो बेहद गंभीर मामला है। उपाध्यक्ष ने मांग की कि ऐसे अधिकारियों से स्पष्टीकरण लिया जाए और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि जिला परिषद सदस्य सुदूरवर्ती और ग्रामीण इलाकों से आते हैं, लेकिन वहां की समस्याओं का समाधान समय पर नहीं हो पा रहा है। सड़क, नाली, पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं फाइलों में ही सीमित रह जाती हैं।

इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ता है, जिससे जनप्रतिनिधियों को जनता के बीच शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने भी अधिकारियों की लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि जब तक सभी विभागों के पदाधिकारी जिम्मेदारी के साथ बैठक में उपस्थित नहीं रहेंगे और कार्यों की नियमित समीक्षा नहीं होगी, तब तक विकास योजनाओं को पूरी तरह से धरातल पर उतारना संभव नहीं है।

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन अधिकारियों की वजह से जिला परिषद की छवि धूमिल हो रही है, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। बैठक में मौजूद बेलागंज विधायक मनोरमा देवी ने भी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। अंत में बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी बैठकों में सभी विभागों के अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी और विकास कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी, ताकि जिले का समुचित विकास हो सके।

रणक्षेत्र कोलकाता का युवा भारती स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
डेस्क: लियोनेल मेसी, रोड्रिगो डी पॉल, लुइस सुआरेज़ शनिवार सुबह कोलकाता पहुंचे। कोलकाता के खेल प्रेमियों का जोश साफ दिख रहा था। लेकिन मेसी को एक मिनट के लिए भी न देख पाने के बाद युवा भारती स्पोर्ट्स एरिना लगभग बैटलफील्ड में बदल गया। मेसी को लाने की मुख्य पहल सतुद्रु दत्ता ने की थी। लेकिन बहुत ज़्यादा मिसमैनेजमेंट के कारण युवा भारती पूरी तरह से थक गया था। और इसी मिसमैनेजमेंट के कारण सतुद्रु को गिरफ्तार कर लिया गया। लियोनेल मेसी को शहर छोड़ते ही गिरफ्तार कर लिया गया। सतुद्रु एयरपोर्ट पर मेसी को छोड़ने गए थे। उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य पुलिस के DG राजीव कुमार ने भी भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि दर्शकों को उनके टिकट के पैसे वापस किए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर दुख जताया। ममता बनर्जी ने अपने X हैंडल पर लिखा, "साल्ट लेक स्टेडियम में बहुत ज़्यादा गड़बड़ी देखी गई है। मैं बहुत सदमे में हूँ और हैरान हूँ। मैं भी हज़ारों खेल प्रेमियों और सपोर्टर्स के साथ अपने प्यारे फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने की उम्मीद में स्टेडियम के लिए निकली थी। मैं इस बुरी घटना के लिए लियोनेल मेसी समेत सभी खेल प्रेमियों और उनके फैंस से दिल से माफी मांगती हूँ।" राज्य सरकार ने इस घटना में कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज असीम रॉय की अगुवाई में एक जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में राज्य के चीफ सेक्रेटरी और होम सेक्रेटरी शामिल हैं। ोटो कर्टसी: गौतम घोष और संजय हाजरा।
ट्रक की टक्कर से ट्रैक्टर चालक घायल

मीरापुर। शुक्रवार की देर रात्रि पानीपत खटीमा राजमार्ग स्थित गांव मुझेड़ा के समीप ट्रक की टक्कर से ट्रैक्टर चालक घायल हो गया।

शुक्रवार की देर रात्रि जनपद शामली के थाना झिंझाना के गांव टपराना निवासी अरशद पुत्र शमशाद अपने ट्रैक्टर से टिकोला शुगर मिल में जा रहा था। ट्रैक्टर चालक जैसे ही पानीपत खटीमा राजमार्ग स्थित गांव मुझेड़ा के समीप पहुंचा तो पीछे से आ रहे एक ट्रक ने ट्रैक्टर में टक्कर मार दी जिस कारण ट्रैक्टर बीच में से टूट गया और ट्रैक्टर चालक घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को जानसठ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है। समाचार लिखे जाने तक मामले में कोई तहरीर नहीं आई थी(विपिन राठौर मीरापुर मुज़फ्फरनगर )
कांग्रेस के पूर्व मंत्री का चौंकाने वाला बयान, कहा-पार्टी अपनी जमीन खो दी, पीएम को लेकर कह दी बड़ी बात

#pmdoeseverythingwrongisincorrectsaysexcongressleaderashwani_kumar

पू्र्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने चौंकाने वाला बयान दिया है। अश्विनी कुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कांग्रेस के बिना देश में एक असरदार विपक्ष की कल्पना नहीं की जा सकती है। लेकिन पार्टी ने देश में कहीं न कहीं अपनी जमीन खो दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी के फिर से खड़ा करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही अश्विनी कुमार ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कोई भी प्रधानमंत्री सबकुछ गलत ही करता है

कांग्रेस को खुद को मजबूत करना एक राष्ट्रीय दायित्व- अश्विनी कुमार

कांग्रेस सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने शुक्रवार को अपनी किताब 'Guardians of the Republic' के विमोचन के दौरान कुमार स्वीकार किया कि कांग्रेस पार्टी के बिना कोई मज़बूत विपक्ष नहीं हो सकता है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब पार्टी कहीं न कहीं अपनी पकड़ खो चुकी है।कुमार ने आगे कहा, कांग्रेस के लिए खुद को मजबूत करना अब एक राष्ट्रीय दायित्व बन गया है।

प्रधानमंत्री सब गलत नहीं कर रहे- अश्विनी कुमार

पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा, आपको छोटे विचारों की नहीं बल्कि आत्मा की विशालता और दिल की उदारता की जरूरत है। यह नेतृत्व का गुण पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और जवाहरलाल नेहरू में था। कुमार ने कहा, वो यह नहीं मानते हैं कि किसी भी प्रधानमंत्री के किए गए सभी कार्य गलत ही होते हैं। पूर्व मंत्री ने आगे कहा, यह धारणा कि यह सरकार सब कुछ गलत कर रही है या ये प्रधानमंत्री सब गलत कर रहे है, यह सही नहीं है।

कांग्रेस को दे दी नसीहत

कुमार ने कहा कि अगर ईवीएम गलत है तो आप घोषणा कर दें कि हम ईवीएम पर चुनाव नहीं लड़ेंगे या जहां सरकार बनी है वहां से इस्तीफा दें तब कांग्रेस का नरेटिव मज़बूत होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कई संवैधानिक मुद्दे तो हैं लेकिन कांग्रेस उसको अच्छे तरीके से नहीं उठा पा रही है। कुमार ने कहा कि बिहार के नतीजे बता रहे हैं कि कांग्रेस ने ठीक से मुद्दे नहीं उठाए या तो ये सारे मुद्दे उठाने के लिए वक्त नहीं ठीक था। उन्होंने कहा या आप वो संदेश नहीं जनता को दे पाए।

आख़िर क्या करके मानेगा यह धुरंधर समाजसेवी व एंटरप्रेन्योर एम.के. भाटिया
आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर/चंडीगढ़। समाजसेवा, उद्योग और टीम बिल्डिंग के अनोखे तरीकों के लिए पहचाने जाने वाले धुरंधर समाजसेवी व एंटरप्रेन्योर एम.के. भाटिया एक बार फिर चर्चा में हैं। गत दिवस एम.के. भाटिया अपनी करीब 100युवाओं की टीम के साथ फिल्म ‘धुरंधर’ देखने सिनेमा हॉल पहुँचे। यह महज़ एक फिल्म देखना नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक गहरा और प्रेरणादायक संदेश छिपा था।

दरअसल, एम.के. भाटिया ने इस माध्यम से अपनी टीम को यह मोटिवेशनल संदेश देने का प्रयास किया कि जीवन के हर कार्य, हर फील्ड और हर क्षेत्र में धुरंधर बनकर आगे बढ़ना ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने युवाओं को समझाया कि चुनौतियों से घबराने के बजाय उन्हें अवसर में बदलना चाहिए और अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करनी चाहिए।

टीम के सदस्यों के अनुसार, फिल्म के बाद हुई बातचीत में भाटिया ने कहा कि आज का युवा अगर लक्ष्य के प्रति स्पष्ट, मेहनती और सकारात्मक सोच वाला हो, तो कोई भी मुकाम दूर नहीं। उन्होंने टीमवर्क, अनुशासन और निरंतर सीखने पर विशेष ज़ोर दिया।

एम.के. भाटिया का यह कदम न केवल उनकी टीम के लिए प्रेरणास्रोत बना, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वह पारंपरिक तरीकों से हटकर युवाओं को मोटिवेट करने में विश्वास रखते हैं। यही वजह है कि लोग आज यह कहने पर मजबूर हैं—आख़िर यह धुरंधर समाजसेवी व एंटरप्रेन्योर एम.के. भाटिया करके ही मानेगा।
लखनऊ में आज होगा बड़ा ऐलान, पंकज चौधरी बनेंगे यूपी भाजपा अध्यक्ष
लखनऊ । उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठनात्मक सियासत में आज एक बड़ा अध्याय जुड़ने जा रहा है। महीनों से चल रहे मंथन, रणनीतिक बैठकों और बंद कमरों की चर्चाओं के बाद आखिरकार पार्टी ने अपने अगले प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगा दी है। औपचारिक घोषणा भले ही दोपहर में हो, लेकिन तस्वीर अब पूरी तरह साफ है— पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे।

पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और खास बात यह रही कि पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया। ऐसे में उनका निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। आज दोपहर 1 बजे राजधानी लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान इसका औपचारिक ऐलान किया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।

नामांकन के दिन दिखा शक्ति प्रदर्शन, संगठन एकजुट

शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पंकज चौधरी ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मंच पर मौजूद रहे। पंकज चौधरी के प्रस्तावकों की सूची भी अपने आप में सियासी संदेश दे गई—सीएम योगी, दोनों उपमुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, स्वतंत्र देव सिंह, दारा सिंह चौहान, एके शर्मा, असीम अरुण समेत कई बड़े चेहरे उनके समर्थन में खड़े दिखे।

एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक हुआ भव्य स्वागत

लखनऊ पहुंचते ही पंकज चौधरी का एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक जोरदार स्वागत हुआ। खासतौर पर उनके गृह क्षेत्र महाराजगंज से पहुंचे कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। साफ संकेत था कि संगठन में उनके नाम पर व्यापक सहमति बन चुकी है।

क्यों पंकज चौधरी? इसके पीछे छुपी है बड़ी सियासी रणनीति

भाजपा ने पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सिर्फ एक संगठनात्मक नियुक्ति नहीं की है, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव की बुनियाद रखने का काम किया है। पूर्वांचल के कद्दावर नेता, सात बार के सांसद और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री रहे पंकज चौधरी को संगठन की कमान सौंपने के पीछे कई अहम सियासी कारण माने जा रहे हैं।

सबसे बड़ा कारण है— कुर्मी वोट बैंक

यादवों के बाद प्रदेश में कुर्मी समाज को पिछड़ों में सबसे प्रभावशाली माना जाता है और लंबे समय तक यह भाजपा का मजबूत आधार रहा है। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने इस वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाई, जिसका असर भाजपा के सीट आंकड़ों पर साफ दिखा। 2019 में 62 सीटें जीतने वाली भाजपा 2024 में 36 सीटों पर सिमट गई।

कुर्मी समाज को साधने की आखिरी कड़ी?

लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के आंतरिक विश्लेषण में सामने आया कि मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और कौशांबी जैसे कुर्मी बहुल इलाकों में एनडीए का प्रदर्शन कमजोर रहा। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट पर भी जीत का अंतर कम हुआ।पार्टी नेतृत्व इस बात को लेकर आश्वस्त हुआ कि कुर्मी समाज के बीच भरोसा बहाल करने के लिए मूल काडर से निकले, जमीन से जुड़े और प्रभावी चेहरे की जरूरत है।

9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके पंकज चौधरी

यही वजह है कि शीर्ष नेतृत्व की नजर पंकज चौधरी पर जाकर ठहरी। पार्टी के भीतर उन्हें इस समय सबसे वरिष्ठ और स्वीकार्य कुर्मी नेता के तौर पर देखा जा रहा है। 9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके पंकज चौधरी ने 7 बार जीत हासिल की है—वह भी ऐसे समय में जब पार्टी सत्ता में नहीं थी। यही उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक पूंजी मानी जा रही है।

2027 का रोडमैप और संगठन को नया संदेश

पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने कार्यकर्ताओं को भी साफ संदेश दिया है कि पार्टी अपने मूल काडर और समर्पित नेताओं की कद्र करना जानती है। संगठनात्मक अनुभव, चुनावी विश्वसनीयता और सामाजिक संतुलन—तीनों को साधने की कोशिश इस फैसले में साफ झलकती है। अब सबकी नजर इस पर है कि पंकज चौधरी संगठन को किस तरह मजबूत करते हैं और 2027 के रण में भाजपा को किस रणनीति के साथ उतारते हैं। इतना तय है कि उत्तर प्रदेश की सियासत में यह नियुक्ति आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक समीकरणों को जन्म देने वाली है।
सड़क हादसे में देवर भाभी की मौत,भाई के घर जा रहे थे दोनों तेज रफ्तार वाहन ने पीछे से बाइक में मारी टक्कर

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत देर शाम अंबेडकर चौराहे पर एक सड़क हादसे में देवर भाभी की मौत हो गयी।प्राप्त जानकारी के अनुसार विनोद तिवारी (22) व लक्ष्मी तिवारी (28) मोटरसाइकिल से जा रहे थे कि तभी पीछे से एक ट्रक ने अंबेडकर चौराहे पर उन्हें टक्कर मार दिया।स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को तत्काल जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कालेज पहुंचाया गया जहाँ इलाज के दौरान दोनों की मृत्यु हो गयी।मृतका लक्ष्मी तिवारी (28) मोतीगंज थाना क्षेत्र के वीरपुर निवासी शिव शंकर तिवारी की पत्नी थीं।वह अपने देवर विनोद तिवारी (22) के साथ जिला मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज करवाने आई थीं और इलाज के बाद लक्ष्मी ने अपने देवर विनोद से अपने भाई राजमन तिवारी के घर कलन्दरपुर गांव चलने के लिए कहा उसके बाद दोनों अंबेडकर चौराहे पर पहुंचे ही थे जो कि अस्पताल से लगभग 500 मीटर दूर है कि तभी जिला मुख्यालय से जेल रोड होते हुए तरबगंज जा रहे एक कानपुर के नंबर के ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दिया।जिसके बाद डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।नगर कोतवाली पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।पुलिस ने ट्रक को भी कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दिया है।इस मामले में नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।उन्होंने बताया कि दोनों लोगों की मौत हो गयी है और दोनों के शव को मार्च्यूरी में रखा गया है तथा परिजनों को सूचना दी गई है।मृतक महिला लक्ष्मी तिवारी के पति शिव शंकर तिवारी मुंबई में रहकर मेहनत मजदूरी का काम करते हैं और उनकी पत्नी यहाँ घर पर रह रही थी।

आजमगढ़:-पुलिस मुठभेड़ में शेरा सिंह गिरफ्तार, अंगद यादव अंधेरे का फायदा उठाकर हुआ फरार

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में शेरा सिंह यादव उर्फ शेरू यादव  गिरफ्तार कर लिया गया। उसका साथी अंगद यादव अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से अवैध तमंचा, कारतूस और खोखा बरामद किया है। घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ रात्रि गश्त के दौरान ग्राम पश्चिम पट्टी महलिया के पास हुई। थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वांछित शेरा सिंह यादव अपने साथी अंगद यादव के साथ मोटरसाइकिल से गहजी पश्चिम पट्टी होते हुए दुर्वासा की ओर जा रहा है। सूचना पर पुलिस ने महलिया के पास घेराबंदी कर ली। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षार्थ पुलिस की जवाबी फायरिंग में शेरा सिंह यादव के दाहिने पैर में गोली लगी और वह गिरफ्तार हो गया।गिरफ्तार आरोपी शेरा सिंह यादव उर्फ शेरू यादव पुत्र दाताराम यादव उर्फ मिट्ठू यादव, निवासी कोर्राघाटमपुर थाना अहरौला के खिलाफ लूट, रंगदारी, धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। मामला 1 नवंबर 2025 का है, जिसमें उसने बीरेन्द्र कुमार प्रजापति से कनपटी पर तमंचा लगाकर 2 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और विरोध करने पर सिर पर वार किया था। इस पर मुकदमा संख्या 398/2025 दर्ज हुआ था। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि मुकदमा दर्ज होने के कारण वह छिपा था और पकड़े जाने के डर से पुलिस पर फायरिंग की। उसके खिलाफ नया मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फरार साथी अंगद यादव पुत्र जयप्रकाश यादव  की तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है।
देवघर-एयरपोर्ट पर फॉग सीजन की तैयारियों के तहत टेबल-टॉप मीटिंग एवं मॉक ड्रिल आयोजित।
देवघर: एयरपोर्ट पर आगामी फॉग सीजन की तैयारियों के तहत आज एक टेबल-टॉप मीटिंग तथा उसके पश्चात एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। विमानन क्षेत्र में सामान्यतः 10 दिसंबर से 10 फरवरी के बीच फॉग का प्रभाव देखने को मिलता है, जिसके कारण उड़ानों में देरी, रद्दीकरण एवं डायवर्जन की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि देवघर एयरपोर्ट पर फॉग के कारण उड़ानों के रद्द होने की संभावना अपेक्षाकृत कम रहती है, परंतु उत्तर भारत के कई फॉग-प्रभावित हवाई अड्डों के कारण उड़ानों का डायवर्जन हो सकता है। ऐसे समय में यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, जैसा कि हाल ही में उड़ानों की देरी एवं रद्दीकरण की स्थिति के दौरान देखा गया। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एएआई एवं देवघर एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा पूर्व-तैयारी के तहत यह बैठक एवं मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि किसी भी संभावित स्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। इस अभ्यास में एयरलाइंस, एएआई के विभिन्न विभाग, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियां, फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाता, एपीएसयू, एटीसी तथा भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) सहित सभी प्रमुख हितधारकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। मौसम विभाग को नियमित एवं समयबद्ध मौसम अपडेट उपलब्ध कराने की सलाह दी गई, वहीं एयरलाइंस को यात्रियों को अग्रिम एवं वास्तविक समय में जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए, ताकि यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो। झारखंड पुलिस द्वारा संचालित एपीएसयू को स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर विशेष रूप से सिटी साइड में ट्रैफिक एवं भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। एयरपोर्ट पर कार्यरत फूड एंड बेवरेज सेवा प्रदाताओं को पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने तथा किसी भी स्थिति में मूल्य वृद्धि न करने के सख्त निर्देश दिए गए। एयरपोर्ट निदेशक ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर यह सुनिश्चित किया जाएगा। कि उड़ानों में व्यवधान की स्थिति में शहर के होटल एवं टैक्सी सेवाएं यात्रियों से अनुचित या अत्यधिक शुल्क न वसूलें, जिससे यात्रियों के हितों की रक्षा की जा सके। यह अभ्यास फॉग सीजन के दौरान यात्री सुरक्षा, सुविधा एवं सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के प्रति देवघर एयरपोर्ट की प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित करता है।
जनता दरबार में 18 मामलों पर हुई सुनवाई, डीएम ने त्वरित कार्रवाई के दिए निर्देश

,औरंगाबाद, समाहरणालय, औरंगाबाद में आज जिला पदाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में जनता दरबार आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याओं को सीधे जिला प्रशासन के समक्ष रखा। जनता दरबार का उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं का त्वरित निवारण सुनिश्चित करना और प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ाना है।

आज के जनता दरबार में कुल 18 परिवादियों ने अपने आवेदन प्रस्तुत किए। इन आवेदनों में मुख्य रूप से बिजली बिल सुधार, भूमि विवाद, आपदा सहायता राशि का भुगतान, विद्यालयों में लगे निष्क्रिय ट्रांसफार्मर हटवाना, भूमि मुआवजा, परिमार्जन, अतिक्रमण तथा अन्य जनसुविधाओं से संबंधित विषय शामिल थे। जनता दरबार में सुभाष रंजन सिन्हा एवं अन्य ने मदनपुर बाईपास के लिए अवार्ड पारित होने के बावजूद मुआवजे की राशि न मिलने की समस्या प्रस्तुत की। वहीं, श्री विजय कुमार सिंह ने भूमि अधिग्रहण की गई जमीन पर अतिक्रमण और रात्रि में पेड़ काटे जाने की शिकायत की।

श्री अमरेश कुमार सिंह एवं अन्य ने देव सूर्यकुण्ड तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु आवेदन दिया। विद्युत सेवाओं से जुड़ी समस्याओं पर श्री अनिल कुमार ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई कि ग्राम बेला में उनका विद्युत कनेक्शन रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा, श्री अरविन्द कुमार सिंह ने परिमार्जन कर खेसरा चढ़ाने संबंधी आवेदन प्रस्तुत किया। श्रीमती उषा देवी ने आपदा सहायता राशि का भुगतान न होने की समस्या उठाई।

जनता दरबार में श्री महेश चौहान ने अंचल अधिकारी एवं राजस्व कर्मचारियों द्वारा अवैध रूप से डिमांड खोले जाने की शिकायत की। वहीं, श्रीमती कृष्णामनी देवी ने दाखिल–खारिज अस्वीकृत होने संबंधी आवेदन प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त श्री सुधीर कुमार ने आवासीय दर पर मुआवजा भुगतान संबंधी समस्या उठाई। अन्य परिवादी भी विभिन्न जनसुविधाओं से जुड़ी शिकायतें लेकर पहुंचे।

डीएम श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने सभी आवेदनों को गंभीरतापूर्वक सुना और संबंधित विभागों को त्वरित, निष्पक्ष और समयबद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जनता दरबार में प्रस्तुत सभी प्रकरणों की नियमित रूप से प्रगति की समीक्षा की जाएगी और निर्धारित समय सीमा के भीतर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।

जनता दरबार का यह आयोजन प्रशासन और नागरिकों के बीच सीधे संवाद का माध्यम साबित हुआ। उपस्थित नागरिकों ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे समस्याओं के शीघ्र निवारण में मदद मिलेगी। जिला प्रशासन ने भी इस कार्यक्रम को निरंतर जारी रखने का आश्वासन दिया।

इस प्रकार, आज का जनता दरबार नागरिकों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने में प्रशासन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

गया में जिला परिषद की एक सामान्य महत्वपूर्ण बैठक आयोजित: बेलागंज विधायक मनोरमा देवी की उपस्थिति रही, अनुपस्थित रहे अधिकारियों पर कार्रवाई की मां

गया। गया जिला परिषद सभागार में जिला परिषद की एक सामान्य महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले के विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जिले के सभी जिला परिषद सदस्य उपस्थित रहे। इस सामान्य महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त एवं बेलागंज विधायक मनोरमा देवी की उपस्थिति रही, जिससे बैठक की गरिमा और बढ़ गई।

सामान्य बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी के नेतृत्व में हुई। इस दौरान उप विकास आयुक्त ने जिला परिषद सदस्यों की समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुना तथा उनके समाधान का आश्वासन दिया। बैठक का उद्देश्य विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करना और विकास योजनाओं को धरातल पर बेहतर ढंग से लागू करना रहा।

जिला परिषद उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष के निर्देश पर सभी विभागों की समीक्षा बैठक की जा रही है। उन्होंने चिंता जताई कि कई विभागों के अधिकारी बैठक में अनुपस्थित रहे, जो बेहद गंभीर मामला है। उपाध्यक्ष ने मांग की कि ऐसे अधिकारियों से स्पष्टीकरण लिया जाए और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि जिला परिषद सदस्य सुदूरवर्ती और ग्रामीण इलाकों से आते हैं, लेकिन वहां की समस्याओं का समाधान समय पर नहीं हो पा रहा है। सड़क, नाली, पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं फाइलों में ही सीमित रह जाती हैं।

इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ता है, जिससे जनप्रतिनिधियों को जनता के बीच शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने भी अधिकारियों की लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि जब तक सभी विभागों के पदाधिकारी जिम्मेदारी के साथ बैठक में उपस्थित नहीं रहेंगे और कार्यों की नियमित समीक्षा नहीं होगी, तब तक विकास योजनाओं को पूरी तरह से धरातल पर उतारना संभव नहीं है।

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन अधिकारियों की वजह से जिला परिषद की छवि धूमिल हो रही है, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। बैठक में मौजूद बेलागंज विधायक मनोरमा देवी ने भी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। अंत में बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी बैठकों में सभी विभागों के अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी और विकास कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी, ताकि जिले का समुचित विकास हो सके।

रणक्षेत्र कोलकाता का युवा भारती स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
डेस्क: लियोनेल मेसी, रोड्रिगो डी पॉल, लुइस सुआरेज़ शनिवार सुबह कोलकाता पहुंचे। कोलकाता के खेल प्रेमियों का जोश साफ दिख रहा था। लेकिन मेसी को एक मिनट के लिए भी न देख पाने के बाद युवा भारती स्पोर्ट्स एरिना लगभग बैटलफील्ड में बदल गया। मेसी को लाने की मुख्य पहल सतुद्रु दत्ता ने की थी। लेकिन बहुत ज़्यादा मिसमैनेजमेंट के कारण युवा भारती पूरी तरह से थक गया था। और इसी मिसमैनेजमेंट के कारण सतुद्रु को गिरफ्तार कर लिया गया। लियोनेल मेसी को शहर छोड़ते ही गिरफ्तार कर लिया गया। सतुद्रु एयरपोर्ट पर मेसी को छोड़ने गए थे। उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य पुलिस के DG राजीव कुमार ने भी भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि दर्शकों को उनके टिकट के पैसे वापस किए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर दुख जताया। ममता बनर्जी ने अपने X हैंडल पर लिखा, "साल्ट लेक स्टेडियम में बहुत ज़्यादा गड़बड़ी देखी गई है। मैं बहुत सदमे में हूँ और हैरान हूँ। मैं भी हज़ारों खेल प्रेमियों और सपोर्टर्स के साथ अपने प्यारे फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने की उम्मीद में स्टेडियम के लिए निकली थी। मैं इस बुरी घटना के लिए लियोनेल मेसी समेत सभी खेल प्रेमियों और उनके फैंस से दिल से माफी मांगती हूँ।" राज्य सरकार ने इस घटना में कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज असीम रॉय की अगुवाई में एक जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में राज्य के चीफ सेक्रेटरी और होम सेक्रेटरी शामिल हैं। ोटो कर्टसी: गौतम घोष और संजय हाजरा।
ट्रक की टक्कर से ट्रैक्टर चालक घायल

मीरापुर। शुक्रवार की देर रात्रि पानीपत खटीमा राजमार्ग स्थित गांव मुझेड़ा के समीप ट्रक की टक्कर से ट्रैक्टर चालक घायल हो गया।

शुक्रवार की देर रात्रि जनपद शामली के थाना झिंझाना के गांव टपराना निवासी अरशद पुत्र शमशाद अपने ट्रैक्टर से टिकोला शुगर मिल में जा रहा था। ट्रैक्टर चालक जैसे ही पानीपत खटीमा राजमार्ग स्थित गांव मुझेड़ा के समीप पहुंचा तो पीछे से आ रहे एक ट्रक ने ट्रैक्टर में टक्कर मार दी जिस कारण ट्रैक्टर बीच में से टूट गया और ट्रैक्टर चालक घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को जानसठ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है। समाचार लिखे जाने तक मामले में कोई तहरीर नहीं आई थी(विपिन राठौर मीरापुर मुज़फ्फरनगर )
कांग्रेस के पूर्व मंत्री का चौंकाने वाला बयान, कहा-पार्टी अपनी जमीन खो दी, पीएम को लेकर कह दी बड़ी बात

#pmdoeseverythingwrongisincorrectsaysexcongressleaderashwani_kumar

पू्र्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने चौंकाने वाला बयान दिया है। अश्विनी कुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कांग्रेस के बिना देश में एक असरदार विपक्ष की कल्पना नहीं की जा सकती है। लेकिन पार्टी ने देश में कहीं न कहीं अपनी जमीन खो दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी के फिर से खड़ा करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही अश्विनी कुमार ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कोई भी प्रधानमंत्री सबकुछ गलत ही करता है

कांग्रेस को खुद को मजबूत करना एक राष्ट्रीय दायित्व- अश्विनी कुमार

कांग्रेस सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने शुक्रवार को अपनी किताब 'Guardians of the Republic' के विमोचन के दौरान कुमार स्वीकार किया कि कांग्रेस पार्टी के बिना कोई मज़बूत विपक्ष नहीं हो सकता है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब पार्टी कहीं न कहीं अपनी पकड़ खो चुकी है।कुमार ने आगे कहा, कांग्रेस के लिए खुद को मजबूत करना अब एक राष्ट्रीय दायित्व बन गया है।

प्रधानमंत्री सब गलत नहीं कर रहे- अश्विनी कुमार

पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा, आपको छोटे विचारों की नहीं बल्कि आत्मा की विशालता और दिल की उदारता की जरूरत है। यह नेतृत्व का गुण पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और जवाहरलाल नेहरू में था। कुमार ने कहा, वो यह नहीं मानते हैं कि किसी भी प्रधानमंत्री के किए गए सभी कार्य गलत ही होते हैं। पूर्व मंत्री ने आगे कहा, यह धारणा कि यह सरकार सब कुछ गलत कर रही है या ये प्रधानमंत्री सब गलत कर रहे है, यह सही नहीं है।

कांग्रेस को दे दी नसीहत

कुमार ने कहा कि अगर ईवीएम गलत है तो आप घोषणा कर दें कि हम ईवीएम पर चुनाव नहीं लड़ेंगे या जहां सरकार बनी है वहां से इस्तीफा दें तब कांग्रेस का नरेटिव मज़बूत होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कई संवैधानिक मुद्दे तो हैं लेकिन कांग्रेस उसको अच्छे तरीके से नहीं उठा पा रही है। कुमार ने कहा कि बिहार के नतीजे बता रहे हैं कि कांग्रेस ने ठीक से मुद्दे नहीं उठाए या तो ये सारे मुद्दे उठाने के लिए वक्त नहीं ठीक था। उन्होंने कहा या आप वो संदेश नहीं जनता को दे पाए।