हस्तिनापुर पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में लापरवाही उजागर, चारा उत्पादन में भारी देरी से पशुधन संकट गहराया

कुलदीप भारद्वाज,हस्तिनापुर। क्षेत्र के पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में चल रही लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, खादर क्षेत्र के खेतों में अभी तक चारा बोया नहीं गया है, जबकि अधिकारियों को पहले ही अवगत कराया गया था कि यहां का चारा बाढ़ के दौरान नष्ट हो जाता है और समय से बोवाई अत्यंत आवश्यक है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते खेतों में चारा उत्पादन शुरू नहीं किया गया।

ऐसा ही मामला हस्तिनापुर टाउन एरिया के सीटीबीपी ब्रीडिंग फार्म में देखने को मिला है। यहां पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र द्वारा समय से चारे की बोवाई नहीं की गई, जबकि फार्म में लगभग तीन सरकारी नलकूप मौजूद हैं जिनसे सिंचाई की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकती थी। क्षेत्र के किसानों ने तो अपनी रवि की फसल—गेहूं, सरसों, जौ एवं बरसीम—समय से बो दी हैं, लेकिन इसके विपरीत प्रक्षेत्र के लगभग 60 प्रतिशत खेत अभी तक खाली पड़े हुए हैं।कई खेतों में तो झाड़ियाँ और कबाड़ उग रहा है, जो फार्म प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र के अंतर्गत रखी गई गाय–भैंसों के लिए भी समय पर चारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे पशुधन की सेहत और उत्पादन क्षमता दोनों पर असर पड़ रहा है। स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि फार्म में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन प्रबंधन की उदासीनता के कारण खेती और पशुपालन दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं।

इस संबंध में जब प्रक्षेत्र के मैनेजर अर्जुन कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन संपर्क से बाहर मिला। वहीं प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रा से भी संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो सका।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग पांच वर्ष पहले इसी प्रक्षेत्र में भूसा, जय तथा दूध का उत्पादन काफी अच्छा था। लेकिन पिछले तीन-चार वर्षों में लगातार उत्पादन में गिरावट आई है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण और सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने के बावजूद फार्म की स्थिति सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

अब सवाल यह है कि जब संसाधन और सुविधाएँ उपलब्ध हैं, तो आखिरकार चारा उत्पादन और सिंचाई कार्य में देरी का जिम्मेदार कौन है? यदि समय रहते चारा नहीं बोया गया तो पशुधन को चारे की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिसका सीधा असर प्रदेश के कृषि–पशुधन विकास पर पड़ना तय है।

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र-छात्राओ ने विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर पांडुलिपियो का अवलोकन किया।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।आज दिनांक 22 नवम्बर दिन शनिवार 2025 को राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय प्रयागराज में विश्व धरोहर सप्ताह(19 से 25 नवम्बर 2025)के अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र/छात्राओ ने शैक्षिक भ्रमण कर भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक व कलात्मक पाण्डुलिपियो का साक्षात दर्शन किया।संयोजक डॉ यशवंत त्रिवेदी के नेतृत्व में आये समस्त शोध छात्र पांडुग्रंथो के प्रति उत्साहित दिखे शोध छात्रो ने सर्वप्रथम मूल पाण्डुलिपियो का अवलोकन किया अवलोकन के समय शोध छात्रो द्वारा पांडुलिपियो की प्राचीनता एवं रखरखाव से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए,तत्पश्चात् छात्र छात्राओं ने पाण्डुलिपि संरक्षण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर पाण्डुलिपि विषयक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके अन्तर्गत उपस्थित छात्रो की जिज्ञासा का समाधान किया गया तथा उन्हें शोध से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी छात्रो ने विशेषतया प्रकाशित एवं अप्रकाशित पाण्डु ग्रंथो के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की। प्राविधिक सहायक हरिश्चन्द्र दुबे व डॉ शाकिरा तलत ने पाण्डुलिपियो के रख-रखाव उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने शोध छात्रों के जिज्ञासानुसार भारत में लिपियो के विकास पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की उन्होंने ब्राह्मी खरोष्ठी सहित उत्तर एवं दक्षिण भारत की लिपियो के बारे में भी बताया।कार्यालय में रखी गयी असित कुमार हलदर की पेंटिंग्स सचित्र राम चरित मानस फारसी भाषा में लिखित रामायण एवं महाभारत ताड़ पत्र की पाण्डुलिपि देखकर इन पांडुलिपियो की उत्पत्ति काल लेखन विधि लेखन शैली आदि पर आधारित प्रश्न शोध छात्रों ने पूछा।मूल पांडुलिपियो के अन्तर्गत ऋग्वेद यजुर्वेद सामवेद विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण भगवदगीता चरक संहिता हरिवंश पुराण कुमार संभवम सम्पूर्ण महाभारत रामचरित मानस मुग़ल कालीन फरमान तोगरा, अल कुरान नल दमन आईने अकबरी रामायण मसीही आदि ग्रंथों का अवलोकन कर अचंभित रहे।कार्यक्रम के अंत में आए हुए के प्रतिभागियो को कार्यालय द्वारा मुद्रित कैटलॉग का वितरण किया गया।सभी के प्रति आभार व्यक्त गुलाम सरवर पाण्डुलिपि अधिकारी ने किया।इस अवसर पर रोशन लाल अजय कुमार मो0शफीक अभिषेक कुमार आनन्द कुमार आदि की उपस्थिति रह।

पटना में आफ्टरमार्केट एक्सपो की मेजबानी करेगा* परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे उद्घाटन 30 से अधिक अग्रणी भारतीय ऑटो कंपोनेंट निर्माता भाग



ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए), जो भारत के ऑटो कंपोनेंट उद्योग का शीर्ष निकाय है, ने आज एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो के दूसरे संस्करण की घोषणा की, जिसका आयोजन 24-25 नवंबर 2025 को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर, गांधी मैदान रोड, पटना में किया जाएगा। यह कार्यक्रम देश भर की 30 से अधिक अग्रणी आफ्टरमार्केट कंपनियों को एक साथ लाएगा। इसका उद्घाटन राज्य के परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे। बिहार को एक महत्त्वपूर्ण आफ्टरमार्केट हब के रूप में उभरता हुआ बताते हुए, रामाशंकर पांडेय, मेंटर, आफ्टरमार्केट समिति, एसीएमए ने कहा, इस आफ्टरमार्केट एक्सपो के माध्यम से, एसीएमए भारत की ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ पटना लेकर आना चाहता है। बिहार अपनी आर्थिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है, और ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट उस प्रगति में एक सार्थक भूमिका निभाता है। एसीएमए बिहार में एक अधिक संगठित, तकनीक-तैयार आफ्टरमार्केट का समर्थन करना चाहता है-जो सड़क सुरक्षा में सुधार करे, ग्राहक विश्वास बनाए और छोटे व बड़े सभी व्यवसायों के लिए बेहतर आय के अवसर उत्पन्न करे, चाहे वे छोटे वर्कशॉप हों या बड़े वितरक। 2024 में आयोजित प्रथम संस्करण की अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद, इस वर्ष का एक्सपो स्पेयर पार्ट्स, कंपोनेंट्स, डायग्नोस्टिक टूल्स, गैराज उपकरण और वाहन देखभाल उत्पादों की व्यापक श्रृंखला प्रदर्शित करेगा, जो दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी। बिहार के विस्तृत होते सड़क नेटवर्क और बढ़ती वाहन संख्या से कुशल वाहन सर्विसिंग और विश्वसनीय स्पेयर पार्ट्स की मांग में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है। एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो इस विकसित होते बाज़ार का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसके माध्यम से- ऽ उच्च गुणवत्ता वाले और असली रिप्लेसमेंट पार्ट्स तक पहुंच सक्षम करना आधुनिक डायग्नोस्टिक्स और गैराज तकनीकों को पेश करना ऽ राष्ट्रीय व क्षेत्रीय हितधारकों के बीच व्यावसायिक संपर्क को सुगम बनाना वाहन मरम्मत एवं सर्विसिंग समुदाय में कौशल विकास और क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करना वाहन मालिकों को सुरक्षित और विश्वसनीय रखरखाव प्रथाओं पर जानकारी प्रदान करना एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो, पटना की मुख्य विशेषताएं: प्रदर्शनी में निम्नलिखित उत्पादों का विविध पोर्टफोलियो शामिल होगाः इंजन, सस्पेंशन, ब्रेकिंग और ड्राइवट्रेन कंपोनेंट्स फिल्टर्स, ल्यूब्रिकेंट्स, बैटरियां, लाइटिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम पहिए और एक्सेसरीज़ ईवी सर्विसिंग टूल्स एवं कंपोनेंट्स डायग्नोस्टिक और गैराज सपोर्ट तकनीकें वाहन देखभाल, सर्विस कंज्यूमेबल्स और वर्कशॉप समाधान एआरबी बेयरिंग्स, बैन्को प्रोडक्ट्स, ब्रेक्स इंडिया, गैब्रियल, हिंदुस्तान कॉम्पोज़िट्स, जे.के. फेनर, केके लाइटिंग, लुकास इंडियन सर्विस, ल्यूमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजीज, मकास, मान एंड हंसल, मिंडा कॉर्पारेशन, निओलाइट जेडकेडब्ल्यु लाइटिंग, पैराकोट प्रोडक्ट्स, राने आफ्टरमार्केट डिवीजन, एसएमआईसी ऑटोपार्ट्स, स्टीलबर्ड इंटरनेशनल, सुगन केबल्स, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, ज़ुनैक्स एनर्जी प्रोडक्ट्स सहित कई अन्य उद्योग नेता अपने नवाचार प्रदर्शित करेंगे, जो व्यापारिक आगंतुकों के लिए एक समृद्ध अनुभव का वादा करते हैं। एक्सपो में 1,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों के आने की संभावना है, जिनमें वितरक, मैकेनिक, फ्लीट ऑपरेटर, पार्ट्स रिटेलर्स, वर्कशॉप मालिक, ट्रांसपोर्टर और बिहार व आसपास के क्षेत्रों से संस्थागत खरीदार शामिल होंगे। बिहार और झारखंड में ऑटो कंपोनेंट्स आफ्टरमार्केट राष्ट्रीय बाजार के लगभग 5 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। यह क्षेत्र लगभग 155 ऑटोमोबाइल डीलरों, 1,000 ऑटो कंपोनेंट रिटेलरों और अनेक मरम्मत वर्कशॉपों/गैराजों का घर है, जो मुख्य रूप से पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, रांची, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद जैसे शहरी केंद्रों में स्थित हैं। इसके अतिरिक्त, कई वर्कशॉप हाईवे के किनारे भी संचालित होती हैं, जो ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्रों की सेवा करती हैं।
जिला अस्पताल में गंदगी देख आयोग सदस्य ने जताई नाराजगी, दिए साफ सफाई के निर्देश

 

फर्रुखाबाद।जनसुनवाई/समीक्षा बैठक उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग लखनऊ सदस्य सुनीता सैनी के आगमन पर विकास भवन सभागार में महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया,जिसमें लगभग 70 महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया, जनसुनवाई में 10 महिलाओं द्वारा अपने-अपने समस्याओं का प्रार्थना पत्रों के माध्यम से सदस्य के समक्ष प्रस्तुत किया गया ,जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों को सदस्य द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं, सदस्या द्वारा राजेपुर कस्तुरबा गांधी विद्यालय का निरीक्षण किया एवं आंगनबाड़ी केन्द्र सी0एम0ओ0 ऑफिस का निरीक्षण किया एवं राम मनोहर लोहियाअस्पताल का निरीक्षण किया और वहां पर साफ सफाई का निर्देश दिऐ व जिला जेल का निरीक्षण किया गया l 

इस दौरान कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी,जिला कार्यक्रम अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, सीओ सिटी, महिला थाना अध्यक्ष, कार्यक्रम अधिकारी , आबकारी अधिकारी, परियोजना निदेशक,चाइल्ड हेल्पलाइन व एचई डब्ल्यू के कार्मिक, जेंडर स्पेशलिस्ट व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे ।

युवा उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग सक्रिय
* एससीएसपी योजना के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को स्वावलंबन व रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से संचालित विपणन विकास सहायता (एससीएसपी) योजना के अंतर्गत आज विकास खण्ड बक्शी का तालाब स्थित महर्षि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय, आईआईएम रोड, सीतापुर बाईपास, भिटौली चुंगी लखनऊ में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप उद्योग आयुक्त मनोज कुमार चौरसिया उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक ऑफ इंडिया लखनऊ के जिला अग्रणी प्रबन्धक मनीष पाठक द्वारा की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार गिरीश, प्रशासनिक अधिकारी राजेश कुमार सिंह, प्रवक्ता सपन अस्थाना तथा जिला खादी ग्रामोद्योग कार्यालय से कताई पर्यवेक्षक सतीश चन्द्र गुप्ता एवं कनिष्ठ सहायक हेमन्त कुमार सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं विशेषकर ऋण सुविधा, प्रशिक्षण प्रावधान एवं उद्यम स्थापना की प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। युवाओं को योजना का लाभ उठाकर अपना उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही योजनाओं से संबंधित पम्पलेट व स्टेशनरी सामग्री भी वितरित की गई।
लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की मां की तहरीर पर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार पटेल के विरुद्ध शुक्रवार की देर रात छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की मां ने शुक्रवार शाम को थाने में तहरीर देकर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन पर जांच के नाम पर बेटी के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी।दी गई तहरीर में युवती की मां ने आरोप लगाया था कि बीते गुरुवार को 18 वर्षीया बेटी पिता के साथ जांच रिपोर्ट दिखाने और दवा इलाज के लिए नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज गई थी। एलटी ने पिता को चाय लाने के लिए अस्पताल से बाहर भेज दिया। उसी दौरान एलटी जांच के नाम पर बेटी के साथ छेड़खानी करने लगा। पिता के साथ घर पहुंची पुत्री ने एलटी द्वारा की छेड़खानी के बारे में बताया। युवती की मां की तहरीर पर पुलिस लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार पटेल के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि युवती की मां की तहरीर पर न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज के लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 195 नेत्र रोगियों की जांच की गई। शनिवार को आंख अस्पताल सीतापुर के सौजन्य से एक निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन ग्राम रमना फॉर्म में द मिलेनियम एकेडमी में किया गया। जिसमें पंजीकृत 195 नेत्र रोगियों की जांच आंख अस्पताल सीतापुर की डॉक्टर अंजली व उनकी टीम के द्वारा की गयी व नेत्र रोगियों को उचित परामर्श दिया गया जांच के दौरान 75 नेत्र रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के योग्य पाया गया जिन्हें निःशुल्क ऑपरेशन के लिए आंख अस्पताल ले जाया गया।

 इस मौक़े पर पालिया से आए समाजसेवी सरदार बहादुर सिंह ने  मरीजों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश भी दिया। शिविर में प्रधानाचार्य राजीव नयन श्रीवास्तव, प्रबंधक तरन जीत सिंह, अमित मिश्रा तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा व विद्यालय के बच्चों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए मरीजों की सेवा व व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई। प्रबंधक तरनजीत सिंह ने भविष्य में भी इसी प्रकार के सामाजिक और स्वास्थ्य सेवा संबंधी अभियान जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।

दिव्यांगजन स्वास्थ्य देख-रेख पर संवेदीकरण कार्यक्रम सम्पन्न, तकनीक आधारित सेवाओं पर दिया बल
लखनऊ। राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय के सभागार में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 की धारा-25 के अंतर्गत स्वास्थ्य देख-रेख/सर्टिफिकेशन विषयक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूतपूर्व आई.ए.एस. एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़, तकनीक-आधारित एवं सुलभ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम समाज में अधिकार-आधारित न्याय सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसे पारदर्शी एवं नागरिक-अनुकूल बनाया जाना आवश्यक है। विषय-विशेषज्ञ राहुल बजाज (अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय), आयुष्मिता सामल, प्रवीण प्रकाश अम्बष्ठ (उप मुख्य आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार) एवं डॉ. पी.के. श्रीवास्तव (बलरामपुर अस्पताल) द्वारा दिव्यांगता मूल्यांकन के अद्यतन मानक, स्वास्थ्य संबंधी प्रावधान, मानसिक विकास पहलू एवं आवश्यक संवेदनशीलता पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए, जिससे प्रतिभागी अधिकारियों को महत्वपूर्ण तकनीकी ज्ञान प्राप्त हुआ। अंतिम सत्र में राज्य आयुक्त प्रो. हिमांशु शेखर झा ने दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड निर्गमन प्रक्रियाओं को सरल, समयबद्ध एवं ई-गवर्नेन्स आधारित बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। कार्यक्रम में एस. गोविन्दराज (आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार), डॉ. संदीपा श्रीवास्तव (निदेशक, चिकित्सा उपचार), डॉ. अमित कुमार राय (उपायुक्त दिव्यांगजन, उप्र), शशांक सिंह (सहायक आयुक्त/जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, लखनऊ) सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेशभर के अपर निदेशक (चिकित्सा) एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
हॉस्टल में फंदे से लटका मिला छात्र का शव, मचा हड़कंप

लखनऊ । मोहान रोड स्थित स्पर्श राजकीय दृष्टि बाधित इंटर कॉलेज के छात्रावास में शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कक्षा 10 में पढ़ने वाला एक छात्र कमरे के अंदर फंदे पर लटका पाया गया। छात्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना ने संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र सीतापुर जनपद का रहने वाला सूत्रों के अनुसार मृत छात्र की पहचान नितेश कुमार (19 वर्ष), निवासी सीतापुर के रूप में हुई है। नितेश वर्ष 2020–21 से दिव्यांग कल्याण एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय में पढ़ाई कर रहा था और हॉस्टल के कमरा नंबर 2 में रहता था। जानकारी के अनुसार सुबह कर्मचारियों ने कमरे में प्रवेश किया तो नितेश को पंखे से दुपट्टे के सहारे लटका देखा। छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई स्थिति को देखते हुए उसे उतारकर तुरंत रानी लक्ष्मीबाई राजकीय संयुक्त अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत की पुष्टि हुई।अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पारा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। अचानक हुई इस घटना से छात्र समेत कर्मचारी भी सदमे में अभी तक परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है और न ही नितेश की मौत के कारण स्पष्ट हो सके हैं।नितेश अपने साथी शुभम के साथ हॉस्टल में रहता था। सहपाठियों ने उसे शांत स्वभाव का और पढ़ाई में अच्छा बताया। अचानक हुई इस घटना से छात्र समेत कर्मचारी भी सदमे में हैं। घटना ने हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए दूसरी ओर, नितेश के माता-पिता ओमप्रकाश और गुड्डी बेटे की मौत की खबर सुनकर बदहवास हो गए।घटना ने हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दृष्टिबाधित छात्र ने फंदा कैसे बनाया, उसे किसने नहीं देखा और यह सब कब हुआ इन सभी सवालों के जवाब पुलिस भी खोजने में जुटी है। शुरुआती जांच जारी है और पुलिस हर बिंदु पर गंभीरता से पड़ताल कर रही है।
अमेठी में सड़क हादसा : बरात से लौट रहे बुलेट सवार तीन दोस्तों की मौत

अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी कोतवाली क्षेत्र में थौरा गांव के पास देर रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। बरात से घर लौट रहे तीन युवकों की बुलेट मोटरसाइकिल को सामने से आ रहे तेज रफ्तार डीसीएम ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे तीनों की मौत हो गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और गांव में मातम पसर गया।

जानकारी के अनुसार महाराजपुर निवासी शेरा लाल कोरी के घर से पीपरपुर थाना क्षेत्र के हारीपुर गांव में बरात गई थी। इसी समारोह में शामिल होने महाराजपुर के ही उत्कर्ष सिंह (32), बजरंग सिंह (25) और अंशु सिंह (29) गए हुए थे। देर रात तीनों युवक एक ही बुलेट मोटरसाइकिल से वापस घर लौट रहे थे। थौरा गांव के पास पहुंचे ही थे कि सामने से तेज रफ्तार में आ रही डीसीएम ट्रक ने उनकी बाइक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और सवार सड़क पर दूर तक छिटक गए।

हादसे में उत्कर्ष सिंह और बजरंग सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। तीसरा युवक अंशु सिंह गंभीर रूप से घायल था, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे बचा नहीं पाए और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। मृतकों में से एक की मां बेटे का शव देखकर बेहोश हो गई, जिसे लोगों ने संभाला।

सूचना मिलते ही अमेठी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची और तीनों शवों को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने दुर्घटना में शामिल डीसीएम वाहन को जब्त कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस दर्दनाक हादसे से इलाके में शोक का माहौल है और परिवारजन बदहवास हालत में हैं।

हस्तिनापुर पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में लापरवाही उजागर, चारा उत्पादन में भारी देरी से पशुधन संकट गहराया

कुलदीप भारद्वाज,हस्तिनापुर। क्षेत्र के पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में चल रही लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, खादर क्षेत्र के खेतों में अभी तक चारा बोया नहीं गया है, जबकि अधिकारियों को पहले ही अवगत कराया गया था कि यहां का चारा बाढ़ के दौरान नष्ट हो जाता है और समय से बोवाई अत्यंत आवश्यक है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते खेतों में चारा उत्पादन शुरू नहीं किया गया।

ऐसा ही मामला हस्तिनापुर टाउन एरिया के सीटीबीपी ब्रीडिंग फार्म में देखने को मिला है। यहां पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र द्वारा समय से चारे की बोवाई नहीं की गई, जबकि फार्म में लगभग तीन सरकारी नलकूप मौजूद हैं जिनसे सिंचाई की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकती थी। क्षेत्र के किसानों ने तो अपनी रवि की फसल—गेहूं, सरसों, जौ एवं बरसीम—समय से बो दी हैं, लेकिन इसके विपरीत प्रक्षेत्र के लगभग 60 प्रतिशत खेत अभी तक खाली पड़े हुए हैं।कई खेतों में तो झाड़ियाँ और कबाड़ उग रहा है, जो फार्म प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र के अंतर्गत रखी गई गाय–भैंसों के लिए भी समय पर चारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे पशुधन की सेहत और उत्पादन क्षमता दोनों पर असर पड़ रहा है। स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि फार्म में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन प्रबंधन की उदासीनता के कारण खेती और पशुपालन दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं।

इस संबंध में जब प्रक्षेत्र के मैनेजर अर्जुन कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन संपर्क से बाहर मिला। वहीं प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रा से भी संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो सका।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग पांच वर्ष पहले इसी प्रक्षेत्र में भूसा, जय तथा दूध का उत्पादन काफी अच्छा था। लेकिन पिछले तीन-चार वर्षों में लगातार उत्पादन में गिरावट आई है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण और सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने के बावजूद फार्म की स्थिति सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

अब सवाल यह है कि जब संसाधन और सुविधाएँ उपलब्ध हैं, तो आखिरकार चारा उत्पादन और सिंचाई कार्य में देरी का जिम्मेदार कौन है? यदि समय रहते चारा नहीं बोया गया तो पशुधन को चारे की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिसका सीधा असर प्रदेश के कृषि–पशुधन विकास पर पड़ना तय है।

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र-छात्राओ ने विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर पांडुलिपियो का अवलोकन किया।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।आज दिनांक 22 नवम्बर दिन शनिवार 2025 को राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय प्रयागराज में विश्व धरोहर सप्ताह(19 से 25 नवम्बर 2025)के अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र/छात्राओ ने शैक्षिक भ्रमण कर भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक व कलात्मक पाण्डुलिपियो का साक्षात दर्शन किया।संयोजक डॉ यशवंत त्रिवेदी के नेतृत्व में आये समस्त शोध छात्र पांडुग्रंथो के प्रति उत्साहित दिखे शोध छात्रो ने सर्वप्रथम मूल पाण्डुलिपियो का अवलोकन किया अवलोकन के समय शोध छात्रो द्वारा पांडुलिपियो की प्राचीनता एवं रखरखाव से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए,तत्पश्चात् छात्र छात्राओं ने पाण्डुलिपि संरक्षण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर पाण्डुलिपि विषयक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके अन्तर्गत उपस्थित छात्रो की जिज्ञासा का समाधान किया गया तथा उन्हें शोध से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी छात्रो ने विशेषतया प्रकाशित एवं अप्रकाशित पाण्डु ग्रंथो के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की। प्राविधिक सहायक हरिश्चन्द्र दुबे व डॉ शाकिरा तलत ने पाण्डुलिपियो के रख-रखाव उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने शोध छात्रों के जिज्ञासानुसार भारत में लिपियो के विकास पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की उन्होंने ब्राह्मी खरोष्ठी सहित उत्तर एवं दक्षिण भारत की लिपियो के बारे में भी बताया।कार्यालय में रखी गयी असित कुमार हलदर की पेंटिंग्स सचित्र राम चरित मानस फारसी भाषा में लिखित रामायण एवं महाभारत ताड़ पत्र की पाण्डुलिपि देखकर इन पांडुलिपियो की उत्पत्ति काल लेखन विधि लेखन शैली आदि पर आधारित प्रश्न शोध छात्रों ने पूछा।मूल पांडुलिपियो के अन्तर्गत ऋग्वेद यजुर्वेद सामवेद विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण भगवदगीता चरक संहिता हरिवंश पुराण कुमार संभवम सम्पूर्ण महाभारत रामचरित मानस मुग़ल कालीन फरमान तोगरा, अल कुरान नल दमन आईने अकबरी रामायण मसीही आदि ग्रंथों का अवलोकन कर अचंभित रहे।कार्यक्रम के अंत में आए हुए के प्रतिभागियो को कार्यालय द्वारा मुद्रित कैटलॉग का वितरण किया गया।सभी के प्रति आभार व्यक्त गुलाम सरवर पाण्डुलिपि अधिकारी ने किया।इस अवसर पर रोशन लाल अजय कुमार मो0शफीक अभिषेक कुमार आनन्द कुमार आदि की उपस्थिति रह।

पटना में आफ्टरमार्केट एक्सपो की मेजबानी करेगा* परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे उद्घाटन 30 से अधिक अग्रणी भारतीय ऑटो कंपोनेंट निर्माता भाग



ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए), जो भारत के ऑटो कंपोनेंट उद्योग का शीर्ष निकाय है, ने आज एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो के दूसरे संस्करण की घोषणा की, जिसका आयोजन 24-25 नवंबर 2025 को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर, गांधी मैदान रोड, पटना में किया जाएगा। यह कार्यक्रम देश भर की 30 से अधिक अग्रणी आफ्टरमार्केट कंपनियों को एक साथ लाएगा। इसका उद्घाटन राज्य के परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे। बिहार को एक महत्त्वपूर्ण आफ्टरमार्केट हब के रूप में उभरता हुआ बताते हुए, रामाशंकर पांडेय, मेंटर, आफ्टरमार्केट समिति, एसीएमए ने कहा, इस आफ्टरमार्केट एक्सपो के माध्यम से, एसीएमए भारत की ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ पटना लेकर आना चाहता है। बिहार अपनी आर्थिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है, और ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट उस प्रगति में एक सार्थक भूमिका निभाता है। एसीएमए बिहार में एक अधिक संगठित, तकनीक-तैयार आफ्टरमार्केट का समर्थन करना चाहता है-जो सड़क सुरक्षा में सुधार करे, ग्राहक विश्वास बनाए और छोटे व बड़े सभी व्यवसायों के लिए बेहतर आय के अवसर उत्पन्न करे, चाहे वे छोटे वर्कशॉप हों या बड़े वितरक। 2024 में आयोजित प्रथम संस्करण की अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद, इस वर्ष का एक्सपो स्पेयर पार्ट्स, कंपोनेंट्स, डायग्नोस्टिक टूल्स, गैराज उपकरण और वाहन देखभाल उत्पादों की व्यापक श्रृंखला प्रदर्शित करेगा, जो दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी। बिहार के विस्तृत होते सड़क नेटवर्क और बढ़ती वाहन संख्या से कुशल वाहन सर्विसिंग और विश्वसनीय स्पेयर पार्ट्स की मांग में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है। एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो इस विकसित होते बाज़ार का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसके माध्यम से- ऽ उच्च गुणवत्ता वाले और असली रिप्लेसमेंट पार्ट्स तक पहुंच सक्षम करना आधुनिक डायग्नोस्टिक्स और गैराज तकनीकों को पेश करना ऽ राष्ट्रीय व क्षेत्रीय हितधारकों के बीच व्यावसायिक संपर्क को सुगम बनाना वाहन मरम्मत एवं सर्विसिंग समुदाय में कौशल विकास और क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करना वाहन मालिकों को सुरक्षित और विश्वसनीय रखरखाव प्रथाओं पर जानकारी प्रदान करना एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो, पटना की मुख्य विशेषताएं: प्रदर्शनी में निम्नलिखित उत्पादों का विविध पोर्टफोलियो शामिल होगाः इंजन, सस्पेंशन, ब्रेकिंग और ड्राइवट्रेन कंपोनेंट्स फिल्टर्स, ल्यूब्रिकेंट्स, बैटरियां, लाइटिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम पहिए और एक्सेसरीज़ ईवी सर्विसिंग टूल्स एवं कंपोनेंट्स डायग्नोस्टिक और गैराज सपोर्ट तकनीकें वाहन देखभाल, सर्विस कंज्यूमेबल्स और वर्कशॉप समाधान एआरबी बेयरिंग्स, बैन्को प्रोडक्ट्स, ब्रेक्स इंडिया, गैब्रियल, हिंदुस्तान कॉम्पोज़िट्स, जे.के. फेनर, केके लाइटिंग, लुकास इंडियन सर्विस, ल्यूमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजीज, मकास, मान एंड हंसल, मिंडा कॉर्पारेशन, निओलाइट जेडकेडब्ल्यु लाइटिंग, पैराकोट प्रोडक्ट्स, राने आफ्टरमार्केट डिवीजन, एसएमआईसी ऑटोपार्ट्स, स्टीलबर्ड इंटरनेशनल, सुगन केबल्स, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, ज़ुनैक्स एनर्जी प्रोडक्ट्स सहित कई अन्य उद्योग नेता अपने नवाचार प्रदर्शित करेंगे, जो व्यापारिक आगंतुकों के लिए एक समृद्ध अनुभव का वादा करते हैं। एक्सपो में 1,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों के आने की संभावना है, जिनमें वितरक, मैकेनिक, फ्लीट ऑपरेटर, पार्ट्स रिटेलर्स, वर्कशॉप मालिक, ट्रांसपोर्टर और बिहार व आसपास के क्षेत्रों से संस्थागत खरीदार शामिल होंगे। बिहार और झारखंड में ऑटो कंपोनेंट्स आफ्टरमार्केट राष्ट्रीय बाजार के लगभग 5 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। यह क्षेत्र लगभग 155 ऑटोमोबाइल डीलरों, 1,000 ऑटो कंपोनेंट रिटेलरों और अनेक मरम्मत वर्कशॉपों/गैराजों का घर है, जो मुख्य रूप से पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, रांची, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद जैसे शहरी केंद्रों में स्थित हैं। इसके अतिरिक्त, कई वर्कशॉप हाईवे के किनारे भी संचालित होती हैं, जो ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्रों की सेवा करती हैं।
जिला अस्पताल में गंदगी देख आयोग सदस्य ने जताई नाराजगी, दिए साफ सफाई के निर्देश

 

फर्रुखाबाद।जनसुनवाई/समीक्षा बैठक उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग लखनऊ सदस्य सुनीता सैनी के आगमन पर विकास भवन सभागार में महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया,जिसमें लगभग 70 महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया, जनसुनवाई में 10 महिलाओं द्वारा अपने-अपने समस्याओं का प्रार्थना पत्रों के माध्यम से सदस्य के समक्ष प्रस्तुत किया गया ,जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों को सदस्य द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं, सदस्या द्वारा राजेपुर कस्तुरबा गांधी विद्यालय का निरीक्षण किया एवं आंगनबाड़ी केन्द्र सी0एम0ओ0 ऑफिस का निरीक्षण किया एवं राम मनोहर लोहियाअस्पताल का निरीक्षण किया और वहां पर साफ सफाई का निर्देश दिऐ व जिला जेल का निरीक्षण किया गया l 

इस दौरान कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी,जिला कार्यक्रम अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, सीओ सिटी, महिला थाना अध्यक्ष, कार्यक्रम अधिकारी , आबकारी अधिकारी, परियोजना निदेशक,चाइल्ड हेल्पलाइन व एचई डब्ल्यू के कार्मिक, जेंडर स्पेशलिस्ट व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे ।

युवा उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग सक्रिय
* एससीएसपी योजना के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को स्वावलंबन व रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से संचालित विपणन विकास सहायता (एससीएसपी) योजना के अंतर्गत आज विकास खण्ड बक्शी का तालाब स्थित महर्षि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय, आईआईएम रोड, सीतापुर बाईपास, भिटौली चुंगी लखनऊ में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप उद्योग आयुक्त मनोज कुमार चौरसिया उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक ऑफ इंडिया लखनऊ के जिला अग्रणी प्रबन्धक मनीष पाठक द्वारा की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार गिरीश, प्रशासनिक अधिकारी राजेश कुमार सिंह, प्रवक्ता सपन अस्थाना तथा जिला खादी ग्रामोद्योग कार्यालय से कताई पर्यवेक्षक सतीश चन्द्र गुप्ता एवं कनिष्ठ सहायक हेमन्त कुमार सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं विशेषकर ऋण सुविधा, प्रशिक्षण प्रावधान एवं उद्यम स्थापना की प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। युवाओं को योजना का लाभ उठाकर अपना उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही योजनाओं से संबंधित पम्पलेट व स्टेशनरी सामग्री भी वितरित की गई।
लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की मां की तहरीर पर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार पटेल के विरुद्ध शुक्रवार की देर रात छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की मां ने शुक्रवार शाम को थाने में तहरीर देकर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन पर जांच के नाम पर बेटी के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी।दी गई तहरीर में युवती की मां ने आरोप लगाया था कि बीते गुरुवार को 18 वर्षीया बेटी पिता के साथ जांच रिपोर्ट दिखाने और दवा इलाज के लिए नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज गई थी। एलटी ने पिता को चाय लाने के लिए अस्पताल से बाहर भेज दिया। उसी दौरान एलटी जांच के नाम पर बेटी के साथ छेड़खानी करने लगा। पिता के साथ घर पहुंची पुत्री ने एलटी द्वारा की छेड़खानी के बारे में बताया। युवती की मां की तहरीर पर पुलिस लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार पटेल के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि युवती की मां की तहरीर पर न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज के लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 195 नेत्र रोगियों की जांच की गई। शनिवार को आंख अस्पताल सीतापुर के सौजन्य से एक निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन ग्राम रमना फॉर्म में द मिलेनियम एकेडमी में किया गया। जिसमें पंजीकृत 195 नेत्र रोगियों की जांच आंख अस्पताल सीतापुर की डॉक्टर अंजली व उनकी टीम के द्वारा की गयी व नेत्र रोगियों को उचित परामर्श दिया गया जांच के दौरान 75 नेत्र रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के योग्य पाया गया जिन्हें निःशुल्क ऑपरेशन के लिए आंख अस्पताल ले जाया गया।

 इस मौक़े पर पालिया से आए समाजसेवी सरदार बहादुर सिंह ने  मरीजों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश भी दिया। शिविर में प्रधानाचार्य राजीव नयन श्रीवास्तव, प्रबंधक तरन जीत सिंह, अमित मिश्रा तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा व विद्यालय के बच्चों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए मरीजों की सेवा व व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई। प्रबंधक तरनजीत सिंह ने भविष्य में भी इसी प्रकार के सामाजिक और स्वास्थ्य सेवा संबंधी अभियान जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।

दिव्यांगजन स्वास्थ्य देख-रेख पर संवेदीकरण कार्यक्रम सम्पन्न, तकनीक आधारित सेवाओं पर दिया बल
लखनऊ। राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय के सभागार में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 की धारा-25 के अंतर्गत स्वास्थ्य देख-रेख/सर्टिफिकेशन विषयक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूतपूर्व आई.ए.एस. एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़, तकनीक-आधारित एवं सुलभ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम समाज में अधिकार-आधारित न्याय सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसे पारदर्शी एवं नागरिक-अनुकूल बनाया जाना आवश्यक है। विषय-विशेषज्ञ राहुल बजाज (अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय), आयुष्मिता सामल, प्रवीण प्रकाश अम्बष्ठ (उप मुख्य आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार) एवं डॉ. पी.के. श्रीवास्तव (बलरामपुर अस्पताल) द्वारा दिव्यांगता मूल्यांकन के अद्यतन मानक, स्वास्थ्य संबंधी प्रावधान, मानसिक विकास पहलू एवं आवश्यक संवेदनशीलता पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए, जिससे प्रतिभागी अधिकारियों को महत्वपूर्ण तकनीकी ज्ञान प्राप्त हुआ। अंतिम सत्र में राज्य आयुक्त प्रो. हिमांशु शेखर झा ने दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड निर्गमन प्रक्रियाओं को सरल, समयबद्ध एवं ई-गवर्नेन्स आधारित बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। कार्यक्रम में एस. गोविन्दराज (आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार), डॉ. संदीपा श्रीवास्तव (निदेशक, चिकित्सा उपचार), डॉ. अमित कुमार राय (उपायुक्त दिव्यांगजन, उप्र), शशांक सिंह (सहायक आयुक्त/जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, लखनऊ) सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेशभर के अपर निदेशक (चिकित्सा) एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
हॉस्टल में फंदे से लटका मिला छात्र का शव, मचा हड़कंप

लखनऊ । मोहान रोड स्थित स्पर्श राजकीय दृष्टि बाधित इंटर कॉलेज के छात्रावास में शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कक्षा 10 में पढ़ने वाला एक छात्र कमरे के अंदर फंदे पर लटका पाया गया। छात्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना ने संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र सीतापुर जनपद का रहने वाला सूत्रों के अनुसार मृत छात्र की पहचान नितेश कुमार (19 वर्ष), निवासी सीतापुर के रूप में हुई है। नितेश वर्ष 2020–21 से दिव्यांग कल्याण एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय में पढ़ाई कर रहा था और हॉस्टल के कमरा नंबर 2 में रहता था। जानकारी के अनुसार सुबह कर्मचारियों ने कमरे में प्रवेश किया तो नितेश को पंखे से दुपट्टे के सहारे लटका देखा। छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई स्थिति को देखते हुए उसे उतारकर तुरंत रानी लक्ष्मीबाई राजकीय संयुक्त अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत की पुष्टि हुई।अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पारा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। अचानक हुई इस घटना से छात्र समेत कर्मचारी भी सदमे में अभी तक परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है और न ही नितेश की मौत के कारण स्पष्ट हो सके हैं।नितेश अपने साथी शुभम के साथ हॉस्टल में रहता था। सहपाठियों ने उसे शांत स्वभाव का और पढ़ाई में अच्छा बताया। अचानक हुई इस घटना से छात्र समेत कर्मचारी भी सदमे में हैं। घटना ने हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए दूसरी ओर, नितेश के माता-पिता ओमप्रकाश और गुड्डी बेटे की मौत की खबर सुनकर बदहवास हो गए।घटना ने हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दृष्टिबाधित छात्र ने फंदा कैसे बनाया, उसे किसने नहीं देखा और यह सब कब हुआ इन सभी सवालों के जवाब पुलिस भी खोजने में जुटी है। शुरुआती जांच जारी है और पुलिस हर बिंदु पर गंभीरता से पड़ताल कर रही है।
अमेठी में सड़क हादसा : बरात से लौट रहे बुलेट सवार तीन दोस्तों की मौत

अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी कोतवाली क्षेत्र में थौरा गांव के पास देर रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। बरात से घर लौट रहे तीन युवकों की बुलेट मोटरसाइकिल को सामने से आ रहे तेज रफ्तार डीसीएम ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे तीनों की मौत हो गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और गांव में मातम पसर गया।

जानकारी के अनुसार महाराजपुर निवासी शेरा लाल कोरी के घर से पीपरपुर थाना क्षेत्र के हारीपुर गांव में बरात गई थी। इसी समारोह में शामिल होने महाराजपुर के ही उत्कर्ष सिंह (32), बजरंग सिंह (25) और अंशु सिंह (29) गए हुए थे। देर रात तीनों युवक एक ही बुलेट मोटरसाइकिल से वापस घर लौट रहे थे। थौरा गांव के पास पहुंचे ही थे कि सामने से तेज रफ्तार में आ रही डीसीएम ट्रक ने उनकी बाइक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और सवार सड़क पर दूर तक छिटक गए।

हादसे में उत्कर्ष सिंह और बजरंग सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। तीसरा युवक अंशु सिंह गंभीर रूप से घायल था, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे बचा नहीं पाए और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। मृतकों में से एक की मां बेटे का शव देखकर बेहोश हो गई, जिसे लोगों ने संभाला।

सूचना मिलते ही अमेठी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची और तीनों शवों को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने दुर्घटना में शामिल डीसीएम वाहन को जब्त कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस दर्दनाक हादसे से इलाके में शोक का माहौल है और परिवारजन बदहवास हालत में हैं।