आजमगढ़ : सड़क दुर्घटना में घायल शिल्पकार की इलाज के दौरान मौत, बाइक के साथ खड़े युवक को अनियंत्रित पिकअप ने रौदा

  सिद्धेश्वर पाण्डेय
   व्यूरो चीफ आजमगढ़ । जिले के फूलपुर कोतवाली के पलिया बाजार के पास बुधवार को दोपहर बाइक के साथ खड़े शिल्पकार को अनियंत्रित पिकअप ने जोरदार टक्कर मार दी । जिससे शिल्पकार गम्भीर रूप से घायल हो गया । पुलिस और लोगो की मदद से घायल युवक को फूलपुर सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया । इजाज के दौरान शिल्पकार युवक की मौत हो गयी । मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। गुरूवार को अम्बारी पुलिस चौकी की पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । पिकअप पुलिस के कब्जे में है ।      

फूलपुर कोतवाली के कटार गांव निवासी राजेश शिल्पकार 34 वर्ष पुत्र राम बचन पलिया बाजार के पास बाइक के साथ खड़े थे ।उसी समय अनियंत्रित पिकअप ने बाइक सवार को रौद दिया । जिससे बाइक सवार राजेश शिल्पकार गम्भीररुप से घायल हो गया ,और पिकअप के जोरदार टक्कर से बाइक के परखच्चे उड़ गए । पिकअप ड्राइवर पिकअप छोड़कर फरार हो गया । सूचना पहुची पुलिस और लोगो की मदद सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया । इलाज के दौरान देर रात शिल्पकार राजेश की मौत हो गयी । मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया है । पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । कोतवाल सच्चिदानंद का कहना पिकअप को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की जा रही है । तहरीर के अनुसार मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया गया है ।
2026 में अमेठी को मिलेगा 550 बेड वाला आधुनिक मेडिकल कॉलेज
*योगी सरकार की सौगात : 300 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा अमेठी का स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय

*31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का अस्पताल व क्रिटिकल केयर ब्लॉक होंगे हैंडओवर

*एमबीबीएस से लेकर डीएनबी तक, अमेठी मेडिकल कॉलेज बनेगा चिकित्सा शिक्षा का नया केंद्र*

*नए साल में नर्सिंग कॉलेज समेत चिकित्सा सुविधाओं का होगा व्यापक विस्तार*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। अमेठी की तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा इस महाविद्यालय का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वर्तमान में महाविद्यालय से संबद्ध 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित हैं, जबकि 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का नया अस्पताल और 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक हैंडओवर किया जाएगा। इससे कुल बेड की संख्या 550 हो जाएगी, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। साथ ही नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी इसी तिथि तक पूरा होने की उम्मीद है। योगी सरकार की यह पहल अमेठी सहित आसपास के जिलों के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। क्षेत्रवासियों का लंबे समय से चला आ रहा मेडिकल कॉलेज का सपना अब साकार हो रहा है और 2026 तक यह संस्थान पूर्ण रूप से 500 प्लस बेड वाले आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित हो जाएगा। *शैक्षणिक सुविधाओं का तेजी से विस्तार राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। एमबीबीएस कोर्स में 100 सीटें स्वीकृत हैं। पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनमें कुल 230 सीटें हैं। इनमें एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी एवं ट्रॉमा केयर, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन जैसे महत्वपूर्ण कोर्स शामिल हैं। *कई विभागों को मिल सकती है डीएनबी की सीटें आगामी सत्र 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू होने की तैयारी है। पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं। कुछ अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और परिणाम का इंतजार है। *जानिए, अस्पताल में क्या क्या मिल रहीं चिकित्सा सुविधाएं महाविद्यालय से जुड़े अस्पताल में ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित चल रही हैं। मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, डर्मेटोलॉजी समेत कई विभागों में रोजाना 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो रहा हैं।आपातकालीन सेवाएं वर्तमान में 10 बेड पर चल रही हैं, जो नए अस्पताल के शुरू होने पर 30 बेड तक बढ़ जाएंगी। अस्पताल में 7 मेजर और 5 माइनर ऑपरेशन थियेटर, 20 बेड का आईसीयू और एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध है। 24×7 डायग्नोस्टिक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, ब्लड स्टोरेज, फार्मेसी, ईकोकार्डियोग्राफी और ईसीजी भी मरीजों को मिल रही हैं। *नए वर्ष पर चिकित्सा सुविधाओं में होगा विस्तार मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ रीना शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार न सिर्फ योजनाओं को लागू किया जा रहा है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी वृद्धि की जा रही है। कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग कार्य करा रहा है। उम्मीद है कि हम नए वर्ष में नई किरणों के साथ चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार करेंगे। *निर्माण पूरा अब फिनिशिंग का कार्य चल रहा लोक निर्माण विभाग सीडी टू के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया कि मेडिकल कालेज का भवन अब जी प्लस सिक्स हो गया है। अब सिर्फ फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इसके अलावा महाविद्यालय में डायरेक्टर रूम, नर्सिंग, हॉस्टल आदि का भी कार्य चल रहा है, जिसे सिडको करा रहा है। कुल मिलाकर लगभग 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है।
क्रिश्चियन कॉलेज में क्रिसमस कार्यक्रम का किया गया आयोजन
फर्रुखाबाद ।गुरुवार को क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में क्रिसमस का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रैव्ह मनोज कुमार ने प्रार्थना द्वारा कार्यक्रम का आरंभ कराया और बच्चों ने यीशु के जन्म का नाटक प्रस्तुत किया l क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के अध्यापकों द्वारा केरल सिंगिंग प्रस्तुत की गई जिसमें अमित कुमार सिंह प्रधानाचार्य अवधेश प्रभु खोजी अमित दयाल, संजीव प्रकाश अवधेश प्रभु खोजी वह जीवन सनी ने भाग लिया l विद्यालय के कार्यक्रम की शुरुआत जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर की l मुख्य रूप से अतिथियों में प्रबंधक राजेश मसीह प्रधानाचार्य अनिल सिंह प्रधानाचार्य अनिल मिश्रा प्रधानाचार्य डॉक्टर बृजभूषण सिंह प्रधानाचार्य धर्मेंद्र रघुवंशी सिटी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य अस्तर रोज दयाल ब्राइटें अकादमी के प्रबंधक रोजासन विश्वासी रंजीत मैसी आदि लोग मौजूद रहे l जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के नवनीत, जसविंदर सिंह बेसिक शिक्षा कार्यालय के अरविंद कुमार, मुकेश माथुर उपस्थित रहे l प्रधानाचार्य द्वारा सभी का अभिवादन और स्वागत किया गया बैज अलंकार करके और बुके द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया और क्रिसमस की परंपरा को बढ़ाते हुए सभी को क्रिसमस के गिफ्ट बांटे गए क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के सभी अध्यापकों ने सहयोग किया मुख्य रूप से एसएलएमएससी अभय दुबे शैलेंद्र दास मंच संचालक संजीव प्रकाश आदि ने सहयोग किया । समापन की प्रार्थना रैव्ह स्टीफन द्वारा की गई।
कंपकंपाती ठंड में लिपटा औरंगाबाद, घने कोहरे से थमी रफ्तार

,औरंगाबाद। जिले में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बुधवार की सुबह औरंगाबाद घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। हालात यह रहे कि कई इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई। कोहरे के चलते सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। हाईवे से लेकर शहर की मुख्य सड़कों और ग्रामीण इलाकों तक वाहन रेंगते नजर आए। कई जगहों पर चालकों ने एहतियातन अपने वाहन रोक दिए, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई।

सुबह के समय दफ्तर, स्कूल और अन्य जरूरी कार्यों के लिए निकलने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को सामने का रास्ता साफ दिखाई नहीं दे रहा था, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रही। कोहरे के साथ चल रही ठंडी हवाओं ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया।

मौसम विभाग के अनुसार जिले का न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 20 से 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। हालांकि तापमान सामान्य सर्दी के दायरे में है, लेकिन घना कोहरा और सर्द हवाएं ठंड का असर कहीं अधिक महसूस करा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मौसम में अब तक का सबसे घना कोहरा आज देखने को मिला।

बढ़ती ठंड और कोहरे का असर आम जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। सुबह-सुबह काम पर निकलने वाले मजदूर, छात्र और कर्मचारी ठंड से बचाव करते नजर आए। चौक-चौराहों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के आसपास लोग अलाव जलाकर हाथ सेंकते दिखे। हालांकि अब तक प्रशासन की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे जरूरतमंद लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

कृषि विज्ञान केंद्र सीरिस के मौसम वैज्ञानिक अनूप चौबे ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक कुहासा छाए रहने की संभावना है। सुबह और देर रात को कोहरे की तीव्रता अधिक रह सकती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अनावश्यक रूप से सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और गर्म कपड़ों का प्रयोग करें।

मौसम वैज्ञानिक ने पशुपालकों को भी सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि पशुओं को खुले में न बांधें और ठंड से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखें। घने कोहरे और बढ़ती ठंड को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से अलाव, रैन बसेरों और अन्य ठंड से बचाव के इंतजाम जल्द करने की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

सीएम हेमंत सोरेन से मिली "मुर्गा ट्रॉफी" की टीम; झारखंड में फिल्म निर्माण पर हुई चर्चा

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय बॉलीवुड फिल्म "मुर्गा ट्रॉफी" की टीम ने शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात के दौरान राज्य में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने और स्थानीय संसाधनों के उपयोग पर विस्तृत चर्चा हुई।

मुलाकात के मुख्य बिंदु

फिल्म निर्माण की संभावनाएं: फिल्म के डायरेक्टर श्री शशि वर्मा ने मुख्यमंत्री के साथ झारखंड में फिल्म निर्माण की असीम संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा और फिल्म शूटिंग के लिए उपलब्ध तकनीकी संसाधनों के बेहतर उपयोग पर जोर दिया।

झारखंड बनेगा हब: मुख्यमंत्री ने टीम को आश्वस्त किया कि झारखंड को फिल्म निर्माण के एक नए केंद्र (Film Hub) के रूप में विकसित करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।

क्या है फिल्म "मुर्गा ट्रॉफी"?

"मुर्गा ट्रॉफी" एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्म है जो विशेष रूप से झारखंड (छोटानागपुर) की पृष्ठभूमि पर आधारित है:

विषय: यह फिल्म बच्चों के सपनों, उनके संघर्ष और स्थानीय परंपराओं को बड़े पर्दे पर उकेरेगी।

कलाकार: इस फिल्म में लोकप्रिय अभिनेता दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' एक कोच की भूमिका में नजर आएंगे।

खासियत: इसे एक 'इंटरनेशनल फिल्म' के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है, जिसकी शूटिंग रांची के आसपास के ग्रामीण इलाकों में की जा रही है।

मुलाकात में शामिल टीम के सदस्य

नाम भूमिका

श्री शशि वर्मा डायरेक्टर (पंचायत फेम 'मास्टरजी')

श्री सुजीत उपाध्याय फिल्म प्रोड्यूसर

श्री चंदन आनंद फिल्म प्रोड्यूसर

सुश्री विजया लक्ष्मी फिल्म प्रोड्यूसर

श्री जयराम महतो को-प्रोड्यूसर

यह फिल्म न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करेगी, बल्कि झारखंड की अस्मिता और गौरवशाली गाथा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य भी करेगी।

ब्रेक फेल होने से मार्बल लदा ट्रक आगे चल रहे हाइवा में टकराया,चालक गंभीर रूप से घायल

सूचना पर पहुंची पुलिस ने गैस कटर मशीन की मदद से ट्रक केबिन में फंसे घायल चालक को निकलवाया बाहर ड्रमंडगंज,

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित देवहट गांव में गुरुवार भोर में साढ़े चार बजे के करीब मार्बल लादकर मीरजापुर की ओर जा रहे ट्रक का अचानक ब्रेक फेल हो गया। अनियंत्रित ट्रक आगे चल रहे हाइवा में पीछे से टकरा गया। जिससे ट्रक का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।ट्रक चालक ट्रक के केबिन में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं खलासी को हल्की फुल्की चोटें आई हैं। घटना के बाद आगे चल रहा हाइवा मौके से भाग निकला।राजस्थान के अलवर से मार्बल लादकर मीरजापुर की ओर जा रहा ट्रक जैसे ही ड्रमंडगंज घाटी के छोटका मोड़ घुमान के आगे देवहट गांव में पहुंचा तो अचानक ट्रक का ब्रेक फेल हो गया। ट्रक आगे चल रहे हाइवा में पीछे से जा टकराया।ट्रक में सवार 28 वर्षीय चालक जुनैद निवासी चोखरी थाना गोविंदगढ़ जिला अलवर राजस्थान ट्रक के केबिन में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं 30 वर्षीय खलासी इरफान निवासी ककरौली जिला अलवर राजस्थान को हल्की फुल्की चोटें आई हैं। सूचना पर पहुंचे उपनिरीक्षक शिवाकांत पांडेय व सुभाष यादव ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गैस कटर मशीन से ट्रक का केबिन कटवाकर केबिन में फंसे चालक को बाहर निकलवाया। मौके पर पहुंचे एंबुलेंस सेवा 108 के चालक दिलीप यादव व ईएमटी आशीष यादव ने तत्परता दिखाते हुए घायल चालक को सीएचसी लालगंज पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने चालक के पैर में गंभीर चोट को देखते हुए मंडलीय चिकित्सालय रेफर कर दिया। उपनिरीक्षक शिवाकांत पांडेय ने बताया कि राजस्थान से मार्बल लादकर मीरजापुर की ओर जा रहे ट्रक का ड्रमंडगंज घाटी के नीचे देवहट गांव अचानक ब्रेक फेल हो गया। ट्रक आगे चल रहे हाइवा में पीछे से टकरा गया।हादसे में ट्रक चालक केबिन में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। केबिन में फंसे ट्रक चालक को बाहर निकलवाकर उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया गया है।खलासी को मामूली चोटें आई हैं हालत सामान्य है।

नहीं रहे मूर्तियों को गढ़ने वाले जादूगर पद्मश्री राम सुतार
लखनऊ /नोएडा। विश्व प्रसिद्ध मूर्ति कार पद्मश्री राम सुतार वनजी का बुधवार देर रात को निधन हो गया। उनके निधन से कला और संस्कृति जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गई है। उन्होंने सेक्टर 19 स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। अभी हाल ही में महाराष्ट्र सरकार द्वारा उन्हें महाराष्ट्र भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था। उन्हें सम्मानित करने के लिए मुख्यमंत्री समेत पूरी महाराष्ट्र गवर्नमेंट नोएडा स्थित उनके घर पहुंची थी। उन्हें देश-विदेश में कई अवार्ड मिले हैं। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध 182 मीटर ऊँची स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाकर एक इतिहास रच दिया था। उनके निधन की सूचना पर देश-विदेश के नेता, मूर्तिकार, कलाकार, सामाजिक लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं। उनका अंतिम संस्कार आज नोएडा के सेक्टर 94 स्थित अंतिम निवास पर किया जाएगा। आज सुबह से ही उनके घर पर लोगों का ताता लगना शुरू हो गया है। जिला प्रशासन और पुलिस ने भी उनके अंतिम संस्कार में होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया है। सोशल मीडिया पर भी लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं। राम सुतार के बेटे अनिल सुतार ने बताया कि वह कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। पद्म भूषण से सम्मानित 100 वर्षीय उनके पिता ने नोएडा में अपने घर पर ही आखिरी सांस ली। उनके निधन से कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। रामसुतार का जन्म 19 फ़रवरी 1925 को महाराष्ट्र में धूलिया जिले के गोन्दुर गाँव में एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता वनजी हंसराज जाति व कर्म से सुतार थे। 1952 में उनका विवाह श्रीमती प्रमिला के साथ हुआ जिनसे उनको 1957 में एकमात्र पुत्र अनिल रामसुतार पैदा हुए। अनिल वैसे तो पेशे से वास्तुकार है परन्तु अब वह भी नोएडा स्थित अपने पिता के स्टूडियो व कार्यशाला की देखरेख का कार्य करता है। उन्होने अपने गुरु रामकृष्ण जोशी से प्रेरणा लेकर मुम्बई स्थित जे०जे०स्कूल ऑफ आर्ट में दाखिला लिया और 1953 में इसी स्कूल से मॉडेलिंग में सर्वोच्च अंक अर्जित करते हुए मेयो गोल्ड मेडल हासिल किया। मॉडेलर के रूप में औरंगाबाद के आर्कियोलोजी विभाग में रहते हुए 1954 से 1958 तक उन्होने अजन्ता व एलोरा की प्राचीन गुफाओं में मूर्तियों के पुनर्स्थापन (रेस्टोरेशन) का कार्य किया। 1958-59 में वह सूचना व प्रसारण मन्त्रालय भारत सरकार के दृश्य श्रव्य विभाग में तकनीकी सहायक भी रहे। 1959 में उन्होने स्वेच्छा से सरकारी नौकरी छोड़ दी और पेशेवर मूर्तिकार बन गये। उसके बाद अपने परिवार के साथ वह नोएडा में निवास करने लगे। राम सुतार ने महज एक मूर्तिकार के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्र के गौरव को जीवंत करने वाले कलाकार के रूप में अपनी पहचान बनाई। सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी हो या महात्मा गांधी की ध्यानमग्न मुद्रा वाली प्रतिमाएं , उनके हाथों से निकली हर रचना देश की स्मृतियों में अमर हो गई। 1925 में महाराष्ट्र के एक साधारण परिवार में जन्मे सुतार ने छेनी-हथौड़ी से सपनों को तराशा और भारत को विश्व स्तर पर गौरवान्वित किया। वैसे तो आपने बहुत सी मूर्तियाँ बनायीं किन्तु उनमें से कुछ उल्लेखनीय योगदान इस प्रकार हैं। 45 फुट ऊँची चम्बल देवी की मूर्ति गंगासागर बाँध मध्य प्रदेश, 21 फुट ऊँची महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति अमृतसर,18 फुट ऊँची सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति संसद भवन नई दिल्ली,17 फुट ऊँची मोहनदास कर्मचन्द गान्धी की मूर्ति गान्धीनगर गुजरात,9 फुट ऊँची भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति जम्मू, भारत के राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की आवक्ष प्रतिमा, अयोध्या में बने राम मंदिर में स्थापित मूर्ति का निर्माण। भारत के प्रथम गृहमंत्री स्वर्गीय लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सर्वाधिक ऊंची मूर्ति:182 मीटर अर्थात 597 फीट (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर मैं स्थित कृष्ण -अर्जुन रथ आदि शामिल है।
घने कोहरे में आगरा-जयपुर हाईवे पर भीषण टक्कर, छह वाहन भिड़े, कई घायल
लखनऊ /आगरा। आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार देर रात घने कोहरे के कारण एक भीषण सड़क हादसा हो गया। रात करीब 12 बजे से 1 बजे के बीच किरावली कस्बे के अभुआपुरा बिजली घर के सामने कोहरे में दृश्यता बेहद कम होने के चलते छह वाहन आपस में टकरा गए। हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कोहरे की वजह से वाहन चालकों को सामने चल रहे वाहनों का अंदाजा नहीं लग सका, जिससे दो ट्रक, दो स्लीपर बसें और दो कारें एक के बाद एक टकरा गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सभी वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के तुरंत बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलते ही किरावली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस टीम ने क्षतिग्रस्त वाहनों में फंसे घायलों को बाहर निकालकर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भिजवाया।पुलिस के अनुसार, हादसे में एक स्लीपर बस चालक के पैर कट जाने की सूचना है, जिसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए रेफर किया गया है। अन्य घायलों का भी उपचार जारी है। हादसे के कारण हाईवे पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क किनारे हटवाया और अन्य वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए संकेतक लगवाए। कई घंटों की मशक्कत के बाद यातायात को सामान्य कराया जा सका। थाना प्रभारी नीरज कुमार ने वाहन चालकों से अपील की है कि घने कोहरे और खराब मौसम के दौरान वाहन धीमी गति से चलाएं और आपसी दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि यदि दृश्यता बेहद कम हो जाए तो वाहन को सुरक्षित स्थान पर रोक दें और अनावश्यक रूप से हाईवे पर यात्रा करने से बचें।पुलिस का कहना है कि कोहरे के चलते सड़क हादसों की आशंका बढ़ जाती है, ऐसे में थोड़ी सी सावधानी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।
आदित्यपुर में भीषण सड़क हादसा: अनियंत्रित ट्रेलर ने तीन को रौंदा, शिक्षक और चाचा-भतीजे की मौत

आदित्यपुर (सरायकेला-खरसावां): टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर बुधवार रात एक अनियंत्रित ट्रेलर ने भारी तबाही मचाई। टूल रूम के समीप हुई इस दिल दहला देने वाली घटना में तीन लोगों की जान चली गई।

कैसे हुआ हादसा?

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एक तेज रफ्तार ट्रेलर (NL 02 Q 7066) ने पहले एक स्कूटी को पीछे से टक्कर मारी। टक्कर मारने के बाद चालक चलती गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। बिना चालक के ट्रेलर अनियंत्रित होकर सड़क की दूसरी तरफ चला गया और सामने से आ रही एक बुलेट को अपनी चपेट में ले लिया।

मृतकों की पहचान

इस हादसे ने दो परिवारों को कभी न भरने वाला जख्म दिया है:

नवीन पाल और अभिषेक पाल (चाचा-भतीजे): ये दोनों बुलेट (JH 05 BV 1386) पर सवार थे। वे बिष्टुपुर पार्वती घाट से एक परिजन की अंत्येष्टि में शामिल होकर घर लौट रहे थे। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

राकेश राय (शिक्षक): स्कूटी (JH 05 DH 5095) सवार राकेश राय गदड़ा मध्य विद्यालय में शिक्षक थे। उनकी मौत इलाज के दौरान टीएमएच (TMH) अस्पताल में हुई।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही आदित्यपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

वाहन जब्त: पुलिस ने दुर्घटनाकारी ट्रेलर को जब्त कर लिया है।

छापेमारी: थाना प्रभारी विनोद तिर्की ने बताया कि फरार चालक की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।

जांच: पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है कि दुर्घटना के समय ट्रेलर की रफ्तार कितनी थी और चालक ने चलती गाड़ी क्यों छोड़ी।

हादसे के बाद टाटा-कांड्रा मार्ग पर काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगाने की मांग की है।

घने कोहरे और सर्द हवाओं ने राजधानी को जकड़ा, तापमान में तेज गिरावट, स्कूलों का बदला समय
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में बुधवार को इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे घना कोहरा देखने को मिला। सुबह के समय दृश्यता इतनी कम रही कि सूरज के दर्शन तक नहीं हो सके। दिन चढ़ने के बावजूद कोहरे की चादर छाई रही, जिससे धूप की तपिश भी बेअसर नजर आई। ठंडी पछुआ हवाओं के कारण लोगों को पूरे दिन कड़ाके की ठंड और गलन का सामना करना पड़ा। आज दोपहर हल्की धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस पिछले 48 घंटों में राजधानी के अधिकतम तापमान में करीब 7.6 डिग्री सेल्सियस की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को भी हालात कुछ ऐसे ही बने रहे। सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहा, हालांकि दोपहर के समय हल्की धूप निकलने से लोगों को कुछ देर के लिए राहत मिली। दिन में भी अलाव और हीटर का सहारा बुधवार को सर्द हवाओं का असर इतना तेज रहा कि लोगों को दिन के समय भी अलाव, हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करना पड़ा। शाम ढलते ही ठंड और बढ़ गई और रात के समय ठिठुरन और अधिक महसूस की गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को भी ठंडी हवाओं का प्रकोप बना रहेगा। 20 दिसंबर तक बने रह सकते हैं ऐसे हालात आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, पश्चिमी और मध्य भारत के ऊपर बने प्रति-चक्रवातीय सिस्टम और ऊपरी वायुमंडलीय प्रभावों के कारण लखनऊ में घना कोहरा छाया हुआ है। उन्होंने बताया कि 20 दिसंबर तक कोहरे और सर्द हवाओं का असर जारी रहने की संभावना है। तापमान सामान्य से काफी नीचे बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 6 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने के संकेत मिल रहे हैं। हवा की गुणवत्ता को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा घने कोहरे और ठंड के बीच सोशल मीडिया पर राजधानी की हवा को लेकर भी चर्चाएं तेज रहीं। कई पोस्ट में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के 400 के आसपास पहुंचने के दावे किए गए, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार को लखनऊ का औसत AQI 174 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि शहर में कहीं भी 400 AQI दर्ज नहीं हुआ। ठंड के चलते बदला स्कूलों का समय ठंड और कोहरे के बढ़ते असर को देखते हुए जिला प्रशासन ने राजधानी के स्कूलों के समय में बदलाव किया है। जिलाधिकारी विशाख जी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, लखनऊ में अब कक्षा 1 से 12 तक सभी विद्यालयों में पढ़ाई सुबह 9 बजे से शुरू होगी। यह आदेश बेसिक शिक्षा, यूपी बोर्ड, सीबीएसई और अन्य सभी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों पर लागू होगा। सुबह 9 बजे से पहले कक्षाएं संचालित करने वाले विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
आजमगढ़ : सड़क दुर्घटना में घायल शिल्पकार की इलाज के दौरान मौत, बाइक के साथ खड़े युवक को अनियंत्रित पिकअप ने रौदा

  सिद्धेश्वर पाण्डेय
   व्यूरो चीफ आजमगढ़ । जिले के फूलपुर कोतवाली के पलिया बाजार के पास बुधवार को दोपहर बाइक के साथ खड़े शिल्पकार को अनियंत्रित पिकअप ने जोरदार टक्कर मार दी । जिससे शिल्पकार गम्भीर रूप से घायल हो गया । पुलिस और लोगो की मदद से घायल युवक को फूलपुर सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया । इजाज के दौरान शिल्पकार युवक की मौत हो गयी । मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। गुरूवार को अम्बारी पुलिस चौकी की पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । पिकअप पुलिस के कब्जे में है ।      

फूलपुर कोतवाली के कटार गांव निवासी राजेश शिल्पकार 34 वर्ष पुत्र राम बचन पलिया बाजार के पास बाइक के साथ खड़े थे ।उसी समय अनियंत्रित पिकअप ने बाइक सवार को रौद दिया । जिससे बाइक सवार राजेश शिल्पकार गम्भीररुप से घायल हो गया ,और पिकअप के जोरदार टक्कर से बाइक के परखच्चे उड़ गए । पिकअप ड्राइवर पिकअप छोड़कर फरार हो गया । सूचना पहुची पुलिस और लोगो की मदद सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया । इलाज के दौरान देर रात शिल्पकार राजेश की मौत हो गयी । मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया है । पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । कोतवाल सच्चिदानंद का कहना पिकअप को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की जा रही है । तहरीर के अनुसार मुकदमा दर्ज कर लिया गया है । शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया गया है ।
2026 में अमेठी को मिलेगा 550 बेड वाला आधुनिक मेडिकल कॉलेज
*योगी सरकार की सौगात : 300 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा अमेठी का स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय

*31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का अस्पताल व क्रिटिकल केयर ब्लॉक होंगे हैंडओवर

*एमबीबीएस से लेकर डीएनबी तक, अमेठी मेडिकल कॉलेज बनेगा चिकित्सा शिक्षा का नया केंद्र*

*नए साल में नर्सिंग कॉलेज समेत चिकित्सा सुविधाओं का होगा व्यापक विस्तार*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। अमेठी की तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा इस महाविद्यालय का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वर्तमान में महाविद्यालय से संबद्ध 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित हैं, जबकि 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का नया अस्पताल और 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक हैंडओवर किया जाएगा। इससे कुल बेड की संख्या 550 हो जाएगी, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। साथ ही नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी इसी तिथि तक पूरा होने की उम्मीद है। योगी सरकार की यह पहल अमेठी सहित आसपास के जिलों के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। क्षेत्रवासियों का लंबे समय से चला आ रहा मेडिकल कॉलेज का सपना अब साकार हो रहा है और 2026 तक यह संस्थान पूर्ण रूप से 500 प्लस बेड वाले आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित हो जाएगा। *शैक्षणिक सुविधाओं का तेजी से विस्तार राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। एमबीबीएस कोर्स में 100 सीटें स्वीकृत हैं। पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनमें कुल 230 सीटें हैं। इनमें एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी एवं ट्रॉमा केयर, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन जैसे महत्वपूर्ण कोर्स शामिल हैं। *कई विभागों को मिल सकती है डीएनबी की सीटें आगामी सत्र 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू होने की तैयारी है। पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं। कुछ अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और परिणाम का इंतजार है। *जानिए, अस्पताल में क्या क्या मिल रहीं चिकित्सा सुविधाएं महाविद्यालय से जुड़े अस्पताल में ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित चल रही हैं। मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, डर्मेटोलॉजी समेत कई विभागों में रोजाना 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो रहा हैं।आपातकालीन सेवाएं वर्तमान में 10 बेड पर चल रही हैं, जो नए अस्पताल के शुरू होने पर 30 बेड तक बढ़ जाएंगी। अस्पताल में 7 मेजर और 5 माइनर ऑपरेशन थियेटर, 20 बेड का आईसीयू और एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध है। 24×7 डायग्नोस्टिक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, ब्लड स्टोरेज, फार्मेसी, ईकोकार्डियोग्राफी और ईसीजी भी मरीजों को मिल रही हैं। *नए वर्ष पर चिकित्सा सुविधाओं में होगा विस्तार मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ रीना शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार न सिर्फ योजनाओं को लागू किया जा रहा है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी वृद्धि की जा रही है। कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग कार्य करा रहा है। उम्मीद है कि हम नए वर्ष में नई किरणों के साथ चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार करेंगे। *निर्माण पूरा अब फिनिशिंग का कार्य चल रहा लोक निर्माण विभाग सीडी टू के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया कि मेडिकल कालेज का भवन अब जी प्लस सिक्स हो गया है। अब सिर्फ फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इसके अलावा महाविद्यालय में डायरेक्टर रूम, नर्सिंग, हॉस्टल आदि का भी कार्य चल रहा है, जिसे सिडको करा रहा है। कुल मिलाकर लगभग 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है।
क्रिश्चियन कॉलेज में क्रिसमस कार्यक्रम का किया गया आयोजन
फर्रुखाबाद ।गुरुवार को क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में क्रिसमस का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रैव्ह मनोज कुमार ने प्रार्थना द्वारा कार्यक्रम का आरंभ कराया और बच्चों ने यीशु के जन्म का नाटक प्रस्तुत किया l क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के अध्यापकों द्वारा केरल सिंगिंग प्रस्तुत की गई जिसमें अमित कुमार सिंह प्रधानाचार्य अवधेश प्रभु खोजी अमित दयाल, संजीव प्रकाश अवधेश प्रभु खोजी वह जीवन सनी ने भाग लिया l विद्यालय के कार्यक्रम की शुरुआत जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर की l मुख्य रूप से अतिथियों में प्रबंधक राजेश मसीह प्रधानाचार्य अनिल सिंह प्रधानाचार्य अनिल मिश्रा प्रधानाचार्य डॉक्टर बृजभूषण सिंह प्रधानाचार्य धर्मेंद्र रघुवंशी सिटी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य अस्तर रोज दयाल ब्राइटें अकादमी के प्रबंधक रोजासन विश्वासी रंजीत मैसी आदि लोग मौजूद रहे l जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के नवनीत, जसविंदर सिंह बेसिक शिक्षा कार्यालय के अरविंद कुमार, मुकेश माथुर उपस्थित रहे l प्रधानाचार्य द्वारा सभी का अभिवादन और स्वागत किया गया बैज अलंकार करके और बुके द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया और क्रिसमस की परंपरा को बढ़ाते हुए सभी को क्रिसमस के गिफ्ट बांटे गए क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के सभी अध्यापकों ने सहयोग किया मुख्य रूप से एसएलएमएससी अभय दुबे शैलेंद्र दास मंच संचालक संजीव प्रकाश आदि ने सहयोग किया । समापन की प्रार्थना रैव्ह स्टीफन द्वारा की गई।
कंपकंपाती ठंड में लिपटा औरंगाबाद, घने कोहरे से थमी रफ्तार

,औरंगाबाद। जिले में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बुधवार की सुबह औरंगाबाद घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। हालात यह रहे कि कई इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई। कोहरे के चलते सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। हाईवे से लेकर शहर की मुख्य सड़कों और ग्रामीण इलाकों तक वाहन रेंगते नजर आए। कई जगहों पर चालकों ने एहतियातन अपने वाहन रोक दिए, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई।

सुबह के समय दफ्तर, स्कूल और अन्य जरूरी कार्यों के लिए निकलने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को सामने का रास्ता साफ दिखाई नहीं दे रहा था, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रही। कोहरे के साथ चल रही ठंडी हवाओं ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया।

मौसम विभाग के अनुसार जिले का न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 20 से 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। हालांकि तापमान सामान्य सर्दी के दायरे में है, लेकिन घना कोहरा और सर्द हवाएं ठंड का असर कहीं अधिक महसूस करा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मौसम में अब तक का सबसे घना कोहरा आज देखने को मिला।

बढ़ती ठंड और कोहरे का असर आम जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। सुबह-सुबह काम पर निकलने वाले मजदूर, छात्र और कर्मचारी ठंड से बचाव करते नजर आए। चौक-चौराहों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के आसपास लोग अलाव जलाकर हाथ सेंकते दिखे। हालांकि अब तक प्रशासन की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे जरूरतमंद लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

कृषि विज्ञान केंद्र सीरिस के मौसम वैज्ञानिक अनूप चौबे ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक कुहासा छाए रहने की संभावना है। सुबह और देर रात को कोहरे की तीव्रता अधिक रह सकती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अनावश्यक रूप से सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और गर्म कपड़ों का प्रयोग करें।

मौसम वैज्ञानिक ने पशुपालकों को भी सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि पशुओं को खुले में न बांधें और ठंड से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखें। घने कोहरे और बढ़ती ठंड को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से अलाव, रैन बसेरों और अन्य ठंड से बचाव के इंतजाम जल्द करने की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

सीएम हेमंत सोरेन से मिली "मुर्गा ट्रॉफी" की टीम; झारखंड में फिल्म निर्माण पर हुई चर्चा

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय बॉलीवुड फिल्म "मुर्गा ट्रॉफी" की टीम ने शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात के दौरान राज्य में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने और स्थानीय संसाधनों के उपयोग पर विस्तृत चर्चा हुई।

मुलाकात के मुख्य बिंदु

फिल्म निर्माण की संभावनाएं: फिल्म के डायरेक्टर श्री शशि वर्मा ने मुख्यमंत्री के साथ झारखंड में फिल्म निर्माण की असीम संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा और फिल्म शूटिंग के लिए उपलब्ध तकनीकी संसाधनों के बेहतर उपयोग पर जोर दिया।

झारखंड बनेगा हब: मुख्यमंत्री ने टीम को आश्वस्त किया कि झारखंड को फिल्म निर्माण के एक नए केंद्र (Film Hub) के रूप में विकसित करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।

क्या है फिल्म "मुर्गा ट्रॉफी"?

"मुर्गा ट्रॉफी" एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्म है जो विशेष रूप से झारखंड (छोटानागपुर) की पृष्ठभूमि पर आधारित है:

विषय: यह फिल्म बच्चों के सपनों, उनके संघर्ष और स्थानीय परंपराओं को बड़े पर्दे पर उकेरेगी।

कलाकार: इस फिल्म में लोकप्रिय अभिनेता दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' एक कोच की भूमिका में नजर आएंगे।

खासियत: इसे एक 'इंटरनेशनल फिल्म' के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है, जिसकी शूटिंग रांची के आसपास के ग्रामीण इलाकों में की जा रही है।

मुलाकात में शामिल टीम के सदस्य

नाम भूमिका

श्री शशि वर्मा डायरेक्टर (पंचायत फेम 'मास्टरजी')

श्री सुजीत उपाध्याय फिल्म प्रोड्यूसर

श्री चंदन आनंद फिल्म प्रोड्यूसर

सुश्री विजया लक्ष्मी फिल्म प्रोड्यूसर

श्री जयराम महतो को-प्रोड्यूसर

यह फिल्म न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करेगी, बल्कि झारखंड की अस्मिता और गौरवशाली गाथा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य भी करेगी।

ब्रेक फेल होने से मार्बल लदा ट्रक आगे चल रहे हाइवा में टकराया,चालक गंभीर रूप से घायल

सूचना पर पहुंची पुलिस ने गैस कटर मशीन की मदद से ट्रक केबिन में फंसे घायल चालक को निकलवाया बाहर ड्रमंडगंज,

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित देवहट गांव में गुरुवार भोर में साढ़े चार बजे के करीब मार्बल लादकर मीरजापुर की ओर जा रहे ट्रक का अचानक ब्रेक फेल हो गया। अनियंत्रित ट्रक आगे चल रहे हाइवा में पीछे से टकरा गया। जिससे ट्रक का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।ट्रक चालक ट्रक के केबिन में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं खलासी को हल्की फुल्की चोटें आई हैं। घटना के बाद आगे चल रहा हाइवा मौके से भाग निकला।राजस्थान के अलवर से मार्बल लादकर मीरजापुर की ओर जा रहा ट्रक जैसे ही ड्रमंडगंज घाटी के छोटका मोड़ घुमान के आगे देवहट गांव में पहुंचा तो अचानक ट्रक का ब्रेक फेल हो गया। ट्रक आगे चल रहे हाइवा में पीछे से जा टकराया।ट्रक में सवार 28 वर्षीय चालक जुनैद निवासी चोखरी थाना गोविंदगढ़ जिला अलवर राजस्थान ट्रक के केबिन में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं 30 वर्षीय खलासी इरफान निवासी ककरौली जिला अलवर राजस्थान को हल्की फुल्की चोटें आई हैं। सूचना पर पहुंचे उपनिरीक्षक शिवाकांत पांडेय व सुभाष यादव ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गैस कटर मशीन से ट्रक का केबिन कटवाकर केबिन में फंसे चालक को बाहर निकलवाया। मौके पर पहुंचे एंबुलेंस सेवा 108 के चालक दिलीप यादव व ईएमटी आशीष यादव ने तत्परता दिखाते हुए घायल चालक को सीएचसी लालगंज पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने चालक के पैर में गंभीर चोट को देखते हुए मंडलीय चिकित्सालय रेफर कर दिया। उपनिरीक्षक शिवाकांत पांडेय ने बताया कि राजस्थान से मार्बल लादकर मीरजापुर की ओर जा रहे ट्रक का ड्रमंडगंज घाटी के नीचे देवहट गांव अचानक ब्रेक फेल हो गया। ट्रक आगे चल रहे हाइवा में पीछे से टकरा गया।हादसे में ट्रक चालक केबिन में फंसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। केबिन में फंसे ट्रक चालक को बाहर निकलवाकर उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया गया है।खलासी को मामूली चोटें आई हैं हालत सामान्य है।

नहीं रहे मूर्तियों को गढ़ने वाले जादूगर पद्मश्री राम सुतार
लखनऊ /नोएडा। विश्व प्रसिद्ध मूर्ति कार पद्मश्री राम सुतार वनजी का बुधवार देर रात को निधन हो गया। उनके निधन से कला और संस्कृति जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गई है। उन्होंने सेक्टर 19 स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। अभी हाल ही में महाराष्ट्र सरकार द्वारा उन्हें महाराष्ट्र भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था। उन्हें सम्मानित करने के लिए मुख्यमंत्री समेत पूरी महाराष्ट्र गवर्नमेंट नोएडा स्थित उनके घर पहुंची थी। उन्हें देश-विदेश में कई अवार्ड मिले हैं। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध 182 मीटर ऊँची स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाकर एक इतिहास रच दिया था। उनके निधन की सूचना पर देश-विदेश के नेता, मूर्तिकार, कलाकार, सामाजिक लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं। उनका अंतिम संस्कार आज नोएडा के सेक्टर 94 स्थित अंतिम निवास पर किया जाएगा। आज सुबह से ही उनके घर पर लोगों का ताता लगना शुरू हो गया है। जिला प्रशासन और पुलिस ने भी उनके अंतिम संस्कार में होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया है। सोशल मीडिया पर भी लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं। राम सुतार के बेटे अनिल सुतार ने बताया कि वह कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। पद्म भूषण से सम्मानित 100 वर्षीय उनके पिता ने नोएडा में अपने घर पर ही आखिरी सांस ली। उनके निधन से कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। रामसुतार का जन्म 19 फ़रवरी 1925 को महाराष्ट्र में धूलिया जिले के गोन्दुर गाँव में एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता वनजी हंसराज जाति व कर्म से सुतार थे। 1952 में उनका विवाह श्रीमती प्रमिला के साथ हुआ जिनसे उनको 1957 में एकमात्र पुत्र अनिल रामसुतार पैदा हुए। अनिल वैसे तो पेशे से वास्तुकार है परन्तु अब वह भी नोएडा स्थित अपने पिता के स्टूडियो व कार्यशाला की देखरेख का कार्य करता है। उन्होने अपने गुरु रामकृष्ण जोशी से प्रेरणा लेकर मुम्बई स्थित जे०जे०स्कूल ऑफ आर्ट में दाखिला लिया और 1953 में इसी स्कूल से मॉडेलिंग में सर्वोच्च अंक अर्जित करते हुए मेयो गोल्ड मेडल हासिल किया। मॉडेलर के रूप में औरंगाबाद के आर्कियोलोजी विभाग में रहते हुए 1954 से 1958 तक उन्होने अजन्ता व एलोरा की प्राचीन गुफाओं में मूर्तियों के पुनर्स्थापन (रेस्टोरेशन) का कार्य किया। 1958-59 में वह सूचना व प्रसारण मन्त्रालय भारत सरकार के दृश्य श्रव्य विभाग में तकनीकी सहायक भी रहे। 1959 में उन्होने स्वेच्छा से सरकारी नौकरी छोड़ दी और पेशेवर मूर्तिकार बन गये। उसके बाद अपने परिवार के साथ वह नोएडा में निवास करने लगे। राम सुतार ने महज एक मूर्तिकार के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्र के गौरव को जीवंत करने वाले कलाकार के रूप में अपनी पहचान बनाई। सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी हो या महात्मा गांधी की ध्यानमग्न मुद्रा वाली प्रतिमाएं , उनके हाथों से निकली हर रचना देश की स्मृतियों में अमर हो गई। 1925 में महाराष्ट्र के एक साधारण परिवार में जन्मे सुतार ने छेनी-हथौड़ी से सपनों को तराशा और भारत को विश्व स्तर पर गौरवान्वित किया। वैसे तो आपने बहुत सी मूर्तियाँ बनायीं किन्तु उनमें से कुछ उल्लेखनीय योगदान इस प्रकार हैं। 45 फुट ऊँची चम्बल देवी की मूर्ति गंगासागर बाँध मध्य प्रदेश, 21 फुट ऊँची महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति अमृतसर,18 फुट ऊँची सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति संसद भवन नई दिल्ली,17 फुट ऊँची मोहनदास कर्मचन्द गान्धी की मूर्ति गान्धीनगर गुजरात,9 फुट ऊँची भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति जम्मू, भारत के राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा की आवक्ष प्रतिमा, अयोध्या में बने राम मंदिर में स्थापित मूर्ति का निर्माण। भारत के प्रथम गृहमंत्री स्वर्गीय लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सर्वाधिक ऊंची मूर्ति:182 मीटर अर्थात 597 फीट (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर मैं स्थित कृष्ण -अर्जुन रथ आदि शामिल है।
घने कोहरे में आगरा-जयपुर हाईवे पर भीषण टक्कर, छह वाहन भिड़े, कई घायल
लखनऊ /आगरा। आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार देर रात घने कोहरे के कारण एक भीषण सड़क हादसा हो गया। रात करीब 12 बजे से 1 बजे के बीच किरावली कस्बे के अभुआपुरा बिजली घर के सामने कोहरे में दृश्यता बेहद कम होने के चलते छह वाहन आपस में टकरा गए। हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कोहरे की वजह से वाहन चालकों को सामने चल रहे वाहनों का अंदाजा नहीं लग सका, जिससे दो ट्रक, दो स्लीपर बसें और दो कारें एक के बाद एक टकरा गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सभी वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के तुरंत बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलते ही किरावली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस टीम ने क्षतिग्रस्त वाहनों में फंसे घायलों को बाहर निकालकर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भिजवाया।पुलिस के अनुसार, हादसे में एक स्लीपर बस चालक के पैर कट जाने की सूचना है, जिसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए रेफर किया गया है। अन्य घायलों का भी उपचार जारी है। हादसे के कारण हाईवे पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क किनारे हटवाया और अन्य वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए संकेतक लगवाए। कई घंटों की मशक्कत के बाद यातायात को सामान्य कराया जा सका। थाना प्रभारी नीरज कुमार ने वाहन चालकों से अपील की है कि घने कोहरे और खराब मौसम के दौरान वाहन धीमी गति से चलाएं और आपसी दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि यदि दृश्यता बेहद कम हो जाए तो वाहन को सुरक्षित स्थान पर रोक दें और अनावश्यक रूप से हाईवे पर यात्रा करने से बचें।पुलिस का कहना है कि कोहरे के चलते सड़क हादसों की आशंका बढ़ जाती है, ऐसे में थोड़ी सी सावधानी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।
आदित्यपुर में भीषण सड़क हादसा: अनियंत्रित ट्रेलर ने तीन को रौंदा, शिक्षक और चाचा-भतीजे की मौत

आदित्यपुर (सरायकेला-खरसावां): टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर बुधवार रात एक अनियंत्रित ट्रेलर ने भारी तबाही मचाई। टूल रूम के समीप हुई इस दिल दहला देने वाली घटना में तीन लोगों की जान चली गई।

कैसे हुआ हादसा?

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एक तेज रफ्तार ट्रेलर (NL 02 Q 7066) ने पहले एक स्कूटी को पीछे से टक्कर मारी। टक्कर मारने के बाद चालक चलती गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। बिना चालक के ट्रेलर अनियंत्रित होकर सड़क की दूसरी तरफ चला गया और सामने से आ रही एक बुलेट को अपनी चपेट में ले लिया।

मृतकों की पहचान

इस हादसे ने दो परिवारों को कभी न भरने वाला जख्म दिया है:

नवीन पाल और अभिषेक पाल (चाचा-भतीजे): ये दोनों बुलेट (JH 05 BV 1386) पर सवार थे। वे बिष्टुपुर पार्वती घाट से एक परिजन की अंत्येष्टि में शामिल होकर घर लौट रहे थे। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

राकेश राय (शिक्षक): स्कूटी (JH 05 DH 5095) सवार राकेश राय गदड़ा मध्य विद्यालय में शिक्षक थे। उनकी मौत इलाज के दौरान टीएमएच (TMH) अस्पताल में हुई।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही आदित्यपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

वाहन जब्त: पुलिस ने दुर्घटनाकारी ट्रेलर को जब्त कर लिया है।

छापेमारी: थाना प्रभारी विनोद तिर्की ने बताया कि फरार चालक की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।

जांच: पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है कि दुर्घटना के समय ट्रेलर की रफ्तार कितनी थी और चालक ने चलती गाड़ी क्यों छोड़ी।

हादसे के बाद टाटा-कांड्रा मार्ग पर काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगाने की मांग की है।

घने कोहरे और सर्द हवाओं ने राजधानी को जकड़ा, तापमान में तेज गिरावट, स्कूलों का बदला समय
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में बुधवार को इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे घना कोहरा देखने को मिला। सुबह के समय दृश्यता इतनी कम रही कि सूरज के दर्शन तक नहीं हो सके। दिन चढ़ने के बावजूद कोहरे की चादर छाई रही, जिससे धूप की तपिश भी बेअसर नजर आई। ठंडी पछुआ हवाओं के कारण लोगों को पूरे दिन कड़ाके की ठंड और गलन का सामना करना पड़ा। आज दोपहर हल्की धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस पिछले 48 घंटों में राजधानी के अधिकतम तापमान में करीब 7.6 डिग्री सेल्सियस की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को भी हालात कुछ ऐसे ही बने रहे। सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहा, हालांकि दोपहर के समय हल्की धूप निकलने से लोगों को कुछ देर के लिए राहत मिली। दिन में भी अलाव और हीटर का सहारा बुधवार को सर्द हवाओं का असर इतना तेज रहा कि लोगों को दिन के समय भी अलाव, हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करना पड़ा। शाम ढलते ही ठंड और बढ़ गई और रात के समय ठिठुरन और अधिक महसूस की गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को भी ठंडी हवाओं का प्रकोप बना रहेगा। 20 दिसंबर तक बने रह सकते हैं ऐसे हालात आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, पश्चिमी और मध्य भारत के ऊपर बने प्रति-चक्रवातीय सिस्टम और ऊपरी वायुमंडलीय प्रभावों के कारण लखनऊ में घना कोहरा छाया हुआ है। उन्होंने बताया कि 20 दिसंबर तक कोहरे और सर्द हवाओं का असर जारी रहने की संभावना है। तापमान सामान्य से काफी नीचे बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 6 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने के संकेत मिल रहे हैं। हवा की गुणवत्ता को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा घने कोहरे और ठंड के बीच सोशल मीडिया पर राजधानी की हवा को लेकर भी चर्चाएं तेज रहीं। कई पोस्ट में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के 400 के आसपास पहुंचने के दावे किए गए, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार को लखनऊ का औसत AQI 174 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि शहर में कहीं भी 400 AQI दर्ज नहीं हुआ। ठंड के चलते बदला स्कूलों का समय ठंड और कोहरे के बढ़ते असर को देखते हुए जिला प्रशासन ने राजधानी के स्कूलों के समय में बदलाव किया है। जिलाधिकारी विशाख जी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, लखनऊ में अब कक्षा 1 से 12 तक सभी विद्यालयों में पढ़ाई सुबह 9 बजे से शुरू होगी। यह आदेश बेसिक शिक्षा, यूपी बोर्ड, सीबीएसई और अन्य सभी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों पर लागू होगा। सुबह 9 बजे से पहले कक्षाएं संचालित करने वाले विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।