डॉ. शाहीन के संपर्क में था कश्मीरी डॉ. आरिफ, ATS ने उठाया… कानपुर में कार्डियोलॉजी में कर रहा था MD की पढ़ाई

दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में कानपुर का एक और कनेक्शन सामने आया है. डॉ. शाहीन से लगातार संपर्क में रहने वाले डॉ. आरिफ को एटीएस ने बुधवार देर रात पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ लगातार डॉ. शाहीन से बात कर रहा था. कानपुर मेडिकल कॉलेज के बाद अब कार्डियोलॉजी विभाग भी एटीएस के रडार पर है.

दिल्ली में हुए आतंकी हमले की साजिश से जुड़े मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को फरीदाबाद से एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद कोई साधारण चिकित्सक नहीं, बल्कि कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) की पूर्व प्रोफेसर और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की महिला विंग की कथित प्रमुख हैं. जांच में खुलासा हुआ कि वह भारत में महिला आतंक ब्रिगेड गठित करने की फिराक में थी.

सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन ने 2006 में जीएसवीएम के फार्माकोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यभार संभाला था. यूपीपीएससी (UPPSC) से चयनित होने के बाद वह 2013 तक प्रोफेसर रहीं. 2009 में छह महीने के लिए उनका कन्नौज मेडिकल कॉलेज में तबादला हुआ, लेकिन 2010 में वे फिर से कानपुर लौट आईं.

कॉलेज रिकॉर्ड के मुताबिक, 2013 में वह अचानक बिना सूचना दिए अनुपस्थित हो गईं. प्रशासन ने कई नोटिस भेजे और सहकर्मियों ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. अंततः 2021 में शासन ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया.

सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन से संपर्क में रहने वाले डॉ. आरिफ मोहम्मद को एटीएस ने बुधवार रात को हिरासत में लिया है. डॉ. आरिफ कार्डियोलॉजी में एमडी की पढ़ाई कर रहा था. जानकारी के मुताबिक, उसने नीट 2024 के माध्यम से दाखिला लिया था. सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ लगातार डॉ. शाहीन से संपर्क में था और उनसे एसएमएस के ज़रिए बातचीत करता था.

डॉ. आरिफ मूल रूप से कश्मीर का निवासी है और कानपुर में एक कमरा किराए पर लेकर रह रहा था. जानकारी के अनुसार, कुल सात छात्र ऐसे हैं जो कश्मीर से हैं और कार्डियोलॉजी विभाग में पढ़ाई कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ ने बुधवार को भी आपातकालीन (इमरजेंसी) ड्यूटी की थी.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एटीएस ने डॉ. आरिफ को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. कार्डियोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. राकेश वर्मा ने बताया कि डॉ. आरिफ मात्र तीन महीने पहले ही विभाग में शामिल हुआ था और वह कार्डिएक मेडिसिन विभाग में पढ़ाई कर रहा था. उन्होंने एटीएस द्वारा डॉ. आरिफ को ले जाने की पुष्टि की है.

जैश-ए-मोहम्मद नेटवर्क से जुड़ाव की जांच में डॉक्टर परवेज और शाहीन पर घिरा शिकंजा
लखनऊ । दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आए फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल की जांच अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुकी है। राजधानी लखनऊ के आईआईएम रोड स्थित मुत्तकीपुर इलाके में रहने वाले डॉक्टर भाई-बहन  डॉ. परवेज अंसारी और डॉ. शाहीन  अब जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। दोनों से अलग-अलग पूछताछ के बाद अब आमना-सामना कराकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस पूछताछ से आतंकी नेटवर्क के भीतर छिपे कई रहस्य उजागर हो सकते हैं।

भाई-बहन आमने-सामने, एजेंसियों की नजरें हर हावभाव पर

जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त जांच में अब तक यह साफ हो चुका है कि डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल की गतिविधियां संदिग्ध हैं। वहीं, डॉ. शाहीन का भाई डॉ. परवेज कई बार इन दोनों के संपर्क में पाया गया है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद एजेंसियों ने अब निर्णय लिया है कि तीनों संदिग्धों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी, ताकि जवाबों में विरोधाभास या समानता की सटीक जांच की जा सके।

डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का करता था उपयोग

सूत्रों के अनुसार, डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का उपयोग करता था और बहुत सीमित लोगों से ही संपर्क रखता था। उसके घर के बाहर बुधवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। तकवा कॉलोनी के निवासी घरों में दुबके रहे। स्थानीय लोगों में चर्चा थी कि डॉ. परवेज का नाम आतंक कनेक्शन में सामने आना चौंकाने वाला है, क्योंकि वह वर्षों से किसी सामाजिक गतिविधि में शामिल नहीं होता था।

मुहल्ले में किसी से बात चीत नहीं करता था परवेज

पड़ोसियों ने बताया कि परवेज पहले कैसरबाग के खंदारी बाजार क्षेत्र में रहता था, जहां वह अक्सर क्रिकेट खेलता था। धीरे-धीरे उसने लोगों से संपर्क तोड़ लिया और सोशल मीडिया पर भी लगभग निष्क्रिय हो गया। उसके व्हाट्सएप डीपी पर केवल सीनरी की फोटो लगी थी, और बातचीत में वह केवल चिकित्सकीय सलाह देने तक सीमित रहता था।तकवा कॉलोनी के एक बुजुर्ग ने कहा, वह किसी से बहुत बात नहीं करता था। नमाज पढ़ने आता तो बस सलाम-दुआ कर चला जाता। कुछ समय पहले मस्जिद में मोबाइल पर कुरान पढ़ने को लेकर उसका विवाद भी हुआ था, जिसके बाद वह कुछ दिनों तक मस्जिद आना बंद कर दिया।

घर से बरामद कार की फोरेंसिक जांच शुरू

बुधवार को एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुत्तकीपुर स्थित परवेज के घर की तलाशी ली। घर के बाहर खड़ी एक कार को जब्त कर मड़ियांव थाने भेजा गया। सूत्रों के अनुसार, कार की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसका इस्तेमाल किसी संदिग्ध गतिविधि या रासायनिक पदार्थों के परिवहन में हुआ था। जांच एजेंसियां इस बात की भी पुष्टि करना चाहती हैं कि वाहन किसी दूसरे स्थान पर संदिग्धों के संपर्क में तो नहीं गया।

कट्टरपंथ की राह या चिकित्सक का भ्रम?

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने परवेज को फरीदाबाद ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि परवेज कट्टर विचारधारा से प्रभावित था। हालांकि अब तक किसी आतंकी गतिविधि में सीधे तौर पर उसकी संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। एजेंसियां अब उसके मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट और हार्ड डिस्क को खंगाल रही हैं, जिनसे उसकी ऑनलाइन गतिविधियों और संपर्कों का नेटवर्क सामने आ सके।

शादी के बहाने बनी आतंकी साजिश की डोर

जांच में यह भी सामने आया है कि परवेज हाल ही में सहारनपुर में तैनात डॉ. आदिल अहमद की शादी में शामिल हुआ था। इस शादी में मौजूद डॉ. बिलाल और डॉ. असलम जैदी के नाम भी संदिग्ध सूची में आए हैं। शादी में शामिल अन्य मेहमानों की भी क्रॉस-वेरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है।सूत्रों का कहना है कि यह वही शादी थी, जिसने फरीदाबाद के डॉक्टर मॉड्यूल से जुड़ी कई कड़ियों को जोड़ने का रास्ता दिखाया।

कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी

एटीएस और आईबी की टीमें अब फरीदाबाद, लखनऊ, और सहारनपुर के बीच हर कनेक्शन को खंगाल रही हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सूत्रों का कहना है कि जांच आगे बढ़ने पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क से कुछ लिंक सामने आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। तकवा कॉलोनी के लोग अब भी सदमे में हैं। एक बुजुर्ग निवासी ने कहा, यहां बाहरी लोग आकर घर बनाते हैं, फिर उनके ऐसे कामों से गांव की बदनामी होती है। हम तो सिर्फ यही चाहते हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए।


डॉ शाहीन से मेरे परिवार का कोई वास्ता नहीं, जांच में करेंगे सहयोग: भाई शोएब

दिल्ली विस्फोट मामले में फरीदाबाद से पकड़ी गई महिला डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ.परवेज का नाम आने पर उनके परिजन सदमे में हैं। डॉ शाहीन के भाई शोएब ने दावा किया है कि उसका और उसके परिवार का शाहीन से कोई वास्ता नहीं है। वे एजेंसियों की जांच में पूरा सहयोग करेंगे। परवेज के घर में तलाशी के दौरान जांच अधिकारियों के हाथ कुछ चीजें लगी हैं, जिससे उसके विदेशों से संपर्क होने का बड़ा खुलासा एटीएस और जांच एजेंसियां कर सकती है। दरअसल एटीएस की गिरफ्त में आई डॉ. शाहीन के पिता सईद अंसारी से पूछताछ के बाद अब जांच एजेंसियों ने उसके भाई शोएब से भी कई घंटों पूछताछ की थी। घर में तलाशी और परिवार का मोबाइल चेक किया गया।

शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी।

आतंकी गतिविधियों में संलिप्त डॉ. शाहीन का परिवार लखनऊ में रहता है। उसके घर पर यूपी एटीएस, जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्ष जांच एजेंसी लगातार डेरा डाले हुए है। पिता से पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी कोई कई अहम जानकारी मिली थी। वहीं, उसके भाई शोएब के घर पर भी यूपी एटीएस ने छापा मारा था। शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी। सामान्य तरीके से परिवार और मुझसे पूछताछ की, जो भी जानकारी उनके पास थी, वो सब बता दिया है। वे और उनका परिवार जांच एजेंसियों का सहयोग कर रहे हैं और करेंगे। दिल्ली विस्फोट में जो भी शामिल हैं, वे अपराधी हैं, लेकिन उनकी बहन और भाई का नाम आने पर उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि वो लोग ऐसा कर सकते हैं।

विदेश में रहने का दबाव बनाती थी शाहीन : पूर्व पति जफर हयात

आतंकी गतिविधियों में संलिप्ता के आरोप में गिरफ्तार शाहीन के पहले पति डॉ. जफर हयात कानपुर के एक सरकारी अस्पताल में तैनात हैं। जफर हयात ने बताया कि वह शादी के कुछ साल बाद से विदेश में बसने की जिद्द करती थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया था कि हमारा परिवार और सारे रिश्तेदार यहीं हैं। उन्होंने बताया कि आपसी मनमुटाव के चलते हमारा तलाक हो चुका है। दोनों बच्चे उनके पास ही रहते हैं। उन्हें कोई जानकारी नहीं थी कि शाहीन आतंकी संगठनों के सम्पर्क में है। कभी वो अपने बच्चों से भी बात नहीं करती थी। डॉ. शाहीन के भाई परवेज की तलाश में मंगलवार को एटीएस ने आईआईएम रोड के मुतक्कीपुर गांव की तकवा कालोनी में उसके घर पर छापा मारा था।

डॉ. परवेज को लेकर हो सकता है बड़ा खुलासा

छह साल पहले ही उसने यह मकान बनवाया था। घर पर कोई नहीं मिला, लेकिन छानबीन के दौरान जांच टीम को इलेक्ट्रानिक उपकरण और कई अहम दस्तावेज मिले हैं। परवेज आतंकी गतिविधियों में शामिल व विदेशों में बैठे लोगों के संपर्क में था या नहीं यह जल्द ही खुलासा हो सकेगा। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि डॉ. शाहीन और परवेज के परिवार से पूछताछ के दौरान कुछ जानकारियां हासिल हुई हैं। परवेज के घर पर छापेमारी के दौरान मिले कुछ चीजों के बारे में उससे जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे वो मीडिया से साझा किया जाएगा।
केटीयू एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) के विद्यार्थियों ने किया वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण

रायपुर- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने मंगलवार को इंडस्ट्री विजिट कार्यक्रम के अंतर्गत वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को अस्पताल प्रबंधन के व्यावहारिक स्वरूप से अवगत कराना था।

भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने अस्पताल की कार्यप्रणाली, प्रशासनिक संरचना एवं प्रबंधन व्यवस्था का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। छात्रों को ओपीडी, जनरल वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, सेंट्रल फार्मेसी सहित विभिन्न विभागों के संचालन की जानकारी दी गई। साथ ही ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन ट्रेनिंग, फाइनेंस एवं मार्केटिंग मैनेजमेंट जैसे विषयों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के फैकल्टी डॉ. देवेन्द्र कुमार कश्यप ने बताया कि एक सफल हॉस्पिटल मैनेजर बनने के लिए वित्त एवं सूचना प्रणाली की समझ, उत्कृष्ट नेतृत्व कौशल, संचार एवं संगठन क्षमता, मिलनसार व्यक्तित्व और त्वरित निर्णय लेने की योग्यता आवश्यक होती है। ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के ज्ञान एवं कौशल को निखारने में सहायक सिद्ध होते हैं।

प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष मंडावी ने कहा कि उद्योग केंद्रित यह पाठ्यक्रम स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के प्रबंधन को दक्षता के साथ एकीकृत करता है। इससे विद्यार्थी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं, कॉर्पोरेट एवं सरकारी अस्पतालों तथा परामर्श परियोजनाओं का प्रभावी प्रबंधन सीखते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।

वी. वाय. हॉस्पिटल के कोर्डिनेटर सतीश शर्मा ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि केटीयू के विद्यार्थियों का इंडस्ट्री विजिट में शामिल होना सराहनीय पहल है। शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव का यह संतुलन भविष्य के स्वास्थ्य प्रशासकों को और अधिक दक्ष बनाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

इस अवसर पर वी. वाय. हॉस्पिटल के ऑपरेशन हेड डॉ. विजय सेन, हॉस्पिटल कोर्डिनेटर सतीश शर्मा, विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ. देव सिंह पाटिल एवं एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश: जिलाधिकारी

गया: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में 14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के द्वारा दिनांक 06/10/2025 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गया जिला के सभी विधान सभा क्षेत्रों में दिनांक 11/11/2025 को सम्पन्न मतदान की मतगणना दिनांक 14/11/2025 को गया जिला के 2 मतगणना केंद्र गया कॉलेज, गया एवं बाजार समिति, चंदौती में किया जाएगा। उसी के अलोक में मतगणना केंद्रों में विधि व्यवस्था संधारण एवं भीड़ नियंत्रण हेतु दंडाधिकारियों-पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

गया कॉलेज, गया में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 225 - गुरुआ

2. 230 - गया टाउन

3. 231 - टिकारी

4. 232 - बेलागंज

5. 234 - वजीरगंज

बाजार समिति चंदौती में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 226 - शेरघाटी

2. 227 - इमामगंज

3. 228 - बाराचट्टी

4. 229 - बोधगया

5. 233 - अतरी

उक्त अंकित मतगणना केंद्रों में सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी एवं संबंधित कर्मी अपने-अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

विधि व्यवस्था संधारण हेतु निम्न आदेश निर्गत

1. मतगणना केंद्रों से 500 मीटर की परिधि तक पाँच या पाँच से अधिक व्यक्ति एक साथ जमा नहीं रहेंगे।

2. किसी भी तरह अस्त्र-शस्त्र, हथियार, लाठी, भाला, गड़ांसा, चाकू, छूरी, बरछी, तीर-धनुष, कुल्हाड़ी, विस्फोटक पदार्थ/अग्नेयास्त्र लेकर सार्वजनिक स्थान पर विचरण नहीं करेंगे।

3. मतगणना केन्द्र से 500 मीटर की परिधि तक विजय जुलुस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा।

4. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों तथा आदर्श आचार संहिता का पूर्णरूपेण अनुपालन करेंगे।

सभी निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन के दिशा निर्देश के आलोक में मतगणना के पश्चात पोल्ड ईवीएम को सुरक्षित रखना सुनिश्चित करेंगे।

निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना परिसर में बिना पास के कोई भी वाहन, व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इस नियम का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू पहुंचे कटकमसांडी प्रखंड के झारदाग ग्राम

छठ पूजा के समय तालाब में डूबकर मरी बच्चियों के परिजनों से की मुलाकात।

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हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड अंतर्गत शाहपुर पंचायत के ग्राम झरदाग में बीते

छठ पर्व के दूसरे दिन तालाब में डूबने से एक ही परिवार की चार मासूम बच्चियों की असमय मृत्यु के पश्चात आज पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की।

ईश्वर से प्रार्थना है कि चारों दिवंगत बच्चियों की आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

साथ ही शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

इसी क्रम में झरदाग गांव के ही निवासी श्री गणेश भुइयाँ, जो किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, उनके निधन के पश्चात उनके परिजनों से भी मुलाकात कर सांत्वना प्रकट की।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।

इस अवसर पर माननीय सांसद श्री मनीष जायसवाल जी, माननीय विधायक श्री प्रदीप प्रसाद जी, माननीय विधायक श्री उज्जवल दास जी, हजारीबाग जिला अध्यक्ष श्री विवेकानंद जी, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री अशोक यादव जी, श्री टून्नू गोप जी, श्री टोनी जैन जी, श्री के. पी. ओझा by जी सहित अनेक सम्मानित कार्यकर्तागण एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रक्तदान कर 'जीवनदान महाअभियान' का किया शुभारंभ; 12 से 28 नवंबर तक 'रक्तदान शिविर महाअभियान' चलेगा

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रांची: झारखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में आयोजित मेगा रक्तदान शिविर में स्वयं रक्तदान कर राज्यव्यापी स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान का विधिवत शुभारंभ किया। यह अभियान पूरे राज्य में 12 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रक्तदान को महादान बताते हुए राज्यवासियों से अपील की:

"आपका दिया रक्त जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के काम आ सकता है... राज्यवासियों से स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।"

राज्य बनेगा 'जीवनदान का केंद्र'

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की 25वीं वर्षगांठ एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने को तैयार है, और इस अभियान के जरिए पूरा राज्य जीवनदान का केंद्र बनेगा।

उद्देश्य: स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में रक्त की कमी को पूरा करना और हर जरूरतमंद तक सुरक्षित रक्त पहुंचाना है।

संकल्प: मुख्यमंत्री ने कहा, "अस्पताल में रक्त की कमी से किसी की जिंदगी की सांसे थमे नहीं, इसे सुनिश्चित करना हम सभी का परम उत्तरदायित्व है। ऐसे में हम सभी मिलकर झारखंड को जीवनदायिनी राज्य बनाने का संकल्प लें।"

इस महाअभियान के शुभारंभ के मौके पर मंत्री श्री राधा कृष्ण किशोर, मंत्री श्री इरफान अंसारी, मंत्री श्री हफीजुल हसन, मंत्री श्री योगेंद्र प्रसाद महतो, मंत्री श्री सुदिव्य कुमार, मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह समेत कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

 ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ /मुजफ्फरनगर । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का किया निरीक्षण

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । – जानसठ क्षेत्र में कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का विस्तृत निरीक्षण किया। यह निरीक्षण केवल औपचारिक नहीं था, बल्कि उन्होंने थाने के प्रत्येक महत्वपूर्ण खंड और प्रशासनिक रिकॉर्ड्स के रखरखाव की बारीकियों को बड़ी ही सूक्ष्मता से जांचा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर थाना प्रभारी राजीव शर्मा के साथ पूरा स्टाफ मौजूद रहा।

बुधवार को डीएसपी यतेंद्र नागर ने निरीक्षण की शुरुआत असलाह खाने से की। उन्होंने वहां रखे सरकारी हथियारों (राइफल, पिस्टल, कारतूस आदि) की संख्या, उनकी साफ-सफाई और उनके सुरक्षित रखने के मानकों की गहन जांच की। डीएसपी ने निर्देश दिए कि सुरक्षा की दृष्टि से असलाह खाने की निगरानी 24 घंटे की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हथियार हमेशा ऑपरेशनल स्थिति में रहें। उन्होंने संबंधित मुंशी से स्टॉक रजिस्टर का मिलान किया और किसी भी तरह की विसंगति न पाए जाने पर संतोष व्यक्त किया।

इसके पश्चात डीएसपी नागर ने रिकॉर्ड रूम का रुख किया। उन्होंने देखा कि आपराधिक मामलों से संबंधित फाइलों का रखरखाव किस प्रकार किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से लंबित वारंटों, पुराने मुकदमों और महत्वपूर्ण अपराधियों की हिस्ट्री शीट की फाइलों की इंडेक्सिंग और वर्गीकरण को परखा। उन्होंने इंस्पेक्टर राजीव शर्मा को निर्देश दिया कि रिकॉर्ड्स के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए ताकि किसी भी जानकारी को खोजने में न्यूनतम समय लगे। उन्होंने फाइलों को धूल और नमी से बचाने के लिए उचित व्यवस्था रखने के सख्त निर्देश दिए। डीएसपी नागर ने पुलिसकर्मियों के लिए संचालित मैस (भोजनालय) का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, सामग्री की ताजगी और रसोई की साफ-सफाई के मानकों को बड़ी ही बारीकी से जांचा। उन्होंने स्टाफ से सीधे बात करके भोजन की व्यवस्थाओं पर उनकी राय जानी। डीएसपी ने कहा कि पुलिसकर्मी सबसे कठिन ड्यूटी करते हैं, इसलिए उनके भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने मेस प्रभारी को निर्देश दिए कि मेन्यू में पौष्टिक आहार को शामिल किया जाए ताकि पुलिसकर्मी शारीरिक रूप से फिट रहें।

डीएसपी यतेंद्र नागर ने सख्त निर्देश दिए: "हर विभाग की जिम्मेदारी है कि वह अपनी ड्यूटी को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। चाहे वह सरकारी असलाह की सुरक्षा हो, रिकॉर्ड्स का सही रखरखाव, या स्टाफ के लिए उत्तम मैस की व्यवस्था; इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के अंत में, डीएसपी ने पूरे स्टाफ को निर्देश दिया कि वे जनता के साथ शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार करें और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी मुस्तैदी और ईमानदारी के साथ कार्य करें। इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने डीएसपी नागर को आश्वस्त किया कि दिए गए सभी निर्देशों का तुरंत पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन हुआ समाप्त

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।

रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई संपन्न

गोण्डा।12 नवम्बर,2025 कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गोण्डा श्प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में रेड क्रॉस सोसायटी की गतिविधियों को और अधिक सशक्त बनाना तथा सदस्यता विस्तार पर चर्चा करना रहा।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी एक मानवता-सेवी संस्था है, जो आपदा, दुर्घटना या आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक लोगों को सोसायटी से जोड़ने का कार्य करें, ताकि समाज सेवा की भावना को और व्यापक रूप दिया जा सके। जिलाधिकारी ने सदस्यता अभियान को गति देने तथा विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में रेड क्रॉस की गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।

बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा डॉ. अनिल तिवारी, सीएमएस जिला अस्पताल गोण्डा को सर्वसम्मति से रेड क्रॉस सोसायटी, गोण्डा का सचिव नामित किया गया। जिलाधिकारी ने नव-नामित सचिव को बधाई देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसायटी जिले में और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करेगी तथा जनसेवा के नए आयाम स्थापित करेगी।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, सोसायटी के उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व अन्य प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के समस्त पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

डॉ. शाहीन के संपर्क में था कश्मीरी डॉ. आरिफ, ATS ने उठाया… कानपुर में कार्डियोलॉजी में कर रहा था MD की पढ़ाई

दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में कानपुर का एक और कनेक्शन सामने आया है. डॉ. शाहीन से लगातार संपर्क में रहने वाले डॉ. आरिफ को एटीएस ने बुधवार देर रात पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ लगातार डॉ. शाहीन से बात कर रहा था. कानपुर मेडिकल कॉलेज के बाद अब कार्डियोलॉजी विभाग भी एटीएस के रडार पर है.

दिल्ली में हुए आतंकी हमले की साजिश से जुड़े मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को फरीदाबाद से एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद कोई साधारण चिकित्सक नहीं, बल्कि कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) की पूर्व प्रोफेसर और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की महिला विंग की कथित प्रमुख हैं. जांच में खुलासा हुआ कि वह भारत में महिला आतंक ब्रिगेड गठित करने की फिराक में थी.

सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन ने 2006 में जीएसवीएम के फार्माकोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यभार संभाला था. यूपीपीएससी (UPPSC) से चयनित होने के बाद वह 2013 तक प्रोफेसर रहीं. 2009 में छह महीने के लिए उनका कन्नौज मेडिकल कॉलेज में तबादला हुआ, लेकिन 2010 में वे फिर से कानपुर लौट आईं.

कॉलेज रिकॉर्ड के मुताबिक, 2013 में वह अचानक बिना सूचना दिए अनुपस्थित हो गईं. प्रशासन ने कई नोटिस भेजे और सहकर्मियों ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. अंततः 2021 में शासन ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया.

सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन से संपर्क में रहने वाले डॉ. आरिफ मोहम्मद को एटीएस ने बुधवार रात को हिरासत में लिया है. डॉ. आरिफ कार्डियोलॉजी में एमडी की पढ़ाई कर रहा था. जानकारी के मुताबिक, उसने नीट 2024 के माध्यम से दाखिला लिया था. सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ लगातार डॉ. शाहीन से संपर्क में था और उनसे एसएमएस के ज़रिए बातचीत करता था.

डॉ. आरिफ मूल रूप से कश्मीर का निवासी है और कानपुर में एक कमरा किराए पर लेकर रह रहा था. जानकारी के अनुसार, कुल सात छात्र ऐसे हैं जो कश्मीर से हैं और कार्डियोलॉजी विभाग में पढ़ाई कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, डॉ. आरिफ ने बुधवार को भी आपातकालीन (इमरजेंसी) ड्यूटी की थी.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एटीएस ने डॉ. आरिफ को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. कार्डियोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. राकेश वर्मा ने बताया कि डॉ. आरिफ मात्र तीन महीने पहले ही विभाग में शामिल हुआ था और वह कार्डिएक मेडिसिन विभाग में पढ़ाई कर रहा था. उन्होंने एटीएस द्वारा डॉ. आरिफ को ले जाने की पुष्टि की है.

जैश-ए-मोहम्मद नेटवर्क से जुड़ाव की जांच में डॉक्टर परवेज और शाहीन पर घिरा शिकंजा
लखनऊ । दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आए फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल की जांच अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुकी है। राजधानी लखनऊ के आईआईएम रोड स्थित मुत्तकीपुर इलाके में रहने वाले डॉक्टर भाई-बहन  डॉ. परवेज अंसारी और डॉ. शाहीन  अब जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। दोनों से अलग-अलग पूछताछ के बाद अब आमना-सामना कराकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस पूछताछ से आतंकी नेटवर्क के भीतर छिपे कई रहस्य उजागर हो सकते हैं।

भाई-बहन आमने-सामने, एजेंसियों की नजरें हर हावभाव पर

जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त जांच में अब तक यह साफ हो चुका है कि डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल की गतिविधियां संदिग्ध हैं। वहीं, डॉ. शाहीन का भाई डॉ. परवेज कई बार इन दोनों के संपर्क में पाया गया है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद एजेंसियों ने अब निर्णय लिया है कि तीनों संदिग्धों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी, ताकि जवाबों में विरोधाभास या समानता की सटीक जांच की जा सके।

डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का करता था उपयोग

सूत्रों के अनुसार, डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का उपयोग करता था और बहुत सीमित लोगों से ही संपर्क रखता था। उसके घर के बाहर बुधवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। तकवा कॉलोनी के निवासी घरों में दुबके रहे। स्थानीय लोगों में चर्चा थी कि डॉ. परवेज का नाम आतंक कनेक्शन में सामने आना चौंकाने वाला है, क्योंकि वह वर्षों से किसी सामाजिक गतिविधि में शामिल नहीं होता था।

मुहल्ले में किसी से बात चीत नहीं करता था परवेज

पड़ोसियों ने बताया कि परवेज पहले कैसरबाग के खंदारी बाजार क्षेत्र में रहता था, जहां वह अक्सर क्रिकेट खेलता था। धीरे-धीरे उसने लोगों से संपर्क तोड़ लिया और सोशल मीडिया पर भी लगभग निष्क्रिय हो गया। उसके व्हाट्सएप डीपी पर केवल सीनरी की फोटो लगी थी, और बातचीत में वह केवल चिकित्सकीय सलाह देने तक सीमित रहता था।तकवा कॉलोनी के एक बुजुर्ग ने कहा, वह किसी से बहुत बात नहीं करता था। नमाज पढ़ने आता तो बस सलाम-दुआ कर चला जाता। कुछ समय पहले मस्जिद में मोबाइल पर कुरान पढ़ने को लेकर उसका विवाद भी हुआ था, जिसके बाद वह कुछ दिनों तक मस्जिद आना बंद कर दिया।

घर से बरामद कार की फोरेंसिक जांच शुरू

बुधवार को एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुत्तकीपुर स्थित परवेज के घर की तलाशी ली। घर के बाहर खड़ी एक कार को जब्त कर मड़ियांव थाने भेजा गया। सूत्रों के अनुसार, कार की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसका इस्तेमाल किसी संदिग्ध गतिविधि या रासायनिक पदार्थों के परिवहन में हुआ था। जांच एजेंसियां इस बात की भी पुष्टि करना चाहती हैं कि वाहन किसी दूसरे स्थान पर संदिग्धों के संपर्क में तो नहीं गया।

कट्टरपंथ की राह या चिकित्सक का भ्रम?

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने परवेज को फरीदाबाद ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि परवेज कट्टर विचारधारा से प्रभावित था। हालांकि अब तक किसी आतंकी गतिविधि में सीधे तौर पर उसकी संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। एजेंसियां अब उसके मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट और हार्ड डिस्क को खंगाल रही हैं, जिनसे उसकी ऑनलाइन गतिविधियों और संपर्कों का नेटवर्क सामने आ सके।

शादी के बहाने बनी आतंकी साजिश की डोर

जांच में यह भी सामने आया है कि परवेज हाल ही में सहारनपुर में तैनात डॉ. आदिल अहमद की शादी में शामिल हुआ था। इस शादी में मौजूद डॉ. बिलाल और डॉ. असलम जैदी के नाम भी संदिग्ध सूची में आए हैं। शादी में शामिल अन्य मेहमानों की भी क्रॉस-वेरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है।सूत्रों का कहना है कि यह वही शादी थी, जिसने फरीदाबाद के डॉक्टर मॉड्यूल से जुड़ी कई कड़ियों को जोड़ने का रास्ता दिखाया।

कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी

एटीएस और आईबी की टीमें अब फरीदाबाद, लखनऊ, और सहारनपुर के बीच हर कनेक्शन को खंगाल रही हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सूत्रों का कहना है कि जांच आगे बढ़ने पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क से कुछ लिंक सामने आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। तकवा कॉलोनी के लोग अब भी सदमे में हैं। एक बुजुर्ग निवासी ने कहा, यहां बाहरी लोग आकर घर बनाते हैं, फिर उनके ऐसे कामों से गांव की बदनामी होती है। हम तो सिर्फ यही चाहते हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए।


डॉ शाहीन से मेरे परिवार का कोई वास्ता नहीं, जांच में करेंगे सहयोग: भाई शोएब

दिल्ली विस्फोट मामले में फरीदाबाद से पकड़ी गई महिला डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ.परवेज का नाम आने पर उनके परिजन सदमे में हैं। डॉ शाहीन के भाई शोएब ने दावा किया है कि उसका और उसके परिवार का शाहीन से कोई वास्ता नहीं है। वे एजेंसियों की जांच में पूरा सहयोग करेंगे। परवेज के घर में तलाशी के दौरान जांच अधिकारियों के हाथ कुछ चीजें लगी हैं, जिससे उसके विदेशों से संपर्क होने का बड़ा खुलासा एटीएस और जांच एजेंसियां कर सकती है। दरअसल एटीएस की गिरफ्त में आई डॉ. शाहीन के पिता सईद अंसारी से पूछताछ के बाद अब जांच एजेंसियों ने उसके भाई शोएब से भी कई घंटों पूछताछ की थी। घर में तलाशी और परिवार का मोबाइल चेक किया गया।

शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी।

आतंकी गतिविधियों में संलिप्त डॉ. शाहीन का परिवार लखनऊ में रहता है। उसके घर पर यूपी एटीएस, जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्ष जांच एजेंसी लगातार डेरा डाले हुए है। पिता से पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी कोई कई अहम जानकारी मिली थी। वहीं, उसके भाई शोएब के घर पर भी यूपी एटीएस ने छापा मारा था। शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी। सामान्य तरीके से परिवार और मुझसे पूछताछ की, जो भी जानकारी उनके पास थी, वो सब बता दिया है। वे और उनका परिवार जांच एजेंसियों का सहयोग कर रहे हैं और करेंगे। दिल्ली विस्फोट में जो भी शामिल हैं, वे अपराधी हैं, लेकिन उनकी बहन और भाई का नाम आने पर उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि वो लोग ऐसा कर सकते हैं।

विदेश में रहने का दबाव बनाती थी शाहीन : पूर्व पति जफर हयात

आतंकी गतिविधियों में संलिप्ता के आरोप में गिरफ्तार शाहीन के पहले पति डॉ. जफर हयात कानपुर के एक सरकारी अस्पताल में तैनात हैं। जफर हयात ने बताया कि वह शादी के कुछ साल बाद से विदेश में बसने की जिद्द करती थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया था कि हमारा परिवार और सारे रिश्तेदार यहीं हैं। उन्होंने बताया कि आपसी मनमुटाव के चलते हमारा तलाक हो चुका है। दोनों बच्चे उनके पास ही रहते हैं। उन्हें कोई जानकारी नहीं थी कि शाहीन आतंकी संगठनों के सम्पर्क में है। कभी वो अपने बच्चों से भी बात नहीं करती थी। डॉ. शाहीन के भाई परवेज की तलाश में मंगलवार को एटीएस ने आईआईएम रोड के मुतक्कीपुर गांव की तकवा कालोनी में उसके घर पर छापा मारा था।

डॉ. परवेज को लेकर हो सकता है बड़ा खुलासा

छह साल पहले ही उसने यह मकान बनवाया था। घर पर कोई नहीं मिला, लेकिन छानबीन के दौरान जांच टीम को इलेक्ट्रानिक उपकरण और कई अहम दस्तावेज मिले हैं। परवेज आतंकी गतिविधियों में शामिल व विदेशों में बैठे लोगों के संपर्क में था या नहीं यह जल्द ही खुलासा हो सकेगा। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि डॉ. शाहीन और परवेज के परिवार से पूछताछ के दौरान कुछ जानकारियां हासिल हुई हैं। परवेज के घर पर छापेमारी के दौरान मिले कुछ चीजों के बारे में उससे जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे वो मीडिया से साझा किया जाएगा।
केटीयू एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) के विद्यार्थियों ने किया वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण

रायपुर- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने मंगलवार को इंडस्ट्री विजिट कार्यक्रम के अंतर्गत वी. वाय. हॉस्पिटल का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को अस्पताल प्रबंधन के व्यावहारिक स्वरूप से अवगत कराना था।

भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने अस्पताल की कार्यप्रणाली, प्रशासनिक संरचना एवं प्रबंधन व्यवस्था का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। छात्रों को ओपीडी, जनरल वार्ड, आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, सेंट्रल फार्मेसी सहित विभिन्न विभागों के संचालन की जानकारी दी गई। साथ ही ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन ट्रेनिंग, फाइनेंस एवं मार्केटिंग मैनेजमेंट जैसे विषयों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के फैकल्टी डॉ. देवेन्द्र कुमार कश्यप ने बताया कि एक सफल हॉस्पिटल मैनेजर बनने के लिए वित्त एवं सूचना प्रणाली की समझ, उत्कृष्ट नेतृत्व कौशल, संचार एवं संगठन क्षमता, मिलनसार व्यक्तित्व और त्वरित निर्णय लेने की योग्यता आवश्यक होती है। ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के ज्ञान एवं कौशल को निखारने में सहायक सिद्ध होते हैं।

प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष मंडावी ने कहा कि उद्योग केंद्रित यह पाठ्यक्रम स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के प्रबंधन को दक्षता के साथ एकीकृत करता है। इससे विद्यार्थी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं, कॉर्पोरेट एवं सरकारी अस्पतालों तथा परामर्श परियोजनाओं का प्रभावी प्रबंधन सीखते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।

वी. वाय. हॉस्पिटल के कोर्डिनेटर सतीश शर्मा ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि केटीयू के विद्यार्थियों का इंडस्ट्री विजिट में शामिल होना सराहनीय पहल है। शिक्षा और व्यावहारिक अनुभव का यह संतुलन भविष्य के स्वास्थ्य प्रशासकों को और अधिक दक्ष बनाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

इस अवसर पर वी. वाय. हॉस्पिटल के ऑपरेशन हेड डॉ. विजय सेन, हॉस्पिटल कोर्डिनेटर सतीश शर्मा, विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ. देव सिंह पाटिल एवं एमबीए (हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश: जिलाधिकारी

गया: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में 14 नवंबर 2025 को मतगणना कार्य के सफल आयोजन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के द्वारा दिनांक 06/10/2025 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गया जिला के सभी विधान सभा क्षेत्रों में दिनांक 11/11/2025 को सम्पन्न मतदान की मतगणना दिनांक 14/11/2025 को गया जिला के 2 मतगणना केंद्र गया कॉलेज, गया एवं बाजार समिति, चंदौती में किया जाएगा। उसी के अलोक में मतगणना केंद्रों में विधि व्यवस्था संधारण एवं भीड़ नियंत्रण हेतु दंडाधिकारियों-पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

गया कॉलेज, गया में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 225 - गुरुआ

2. 230 - गया टाउन

3. 231 - टिकारी

4. 232 - बेलागंज

5. 234 - वजीरगंज

बाजार समिति चंदौती में निम्न विधान सभाओं का मतगणना कार्य होगा

1. 226 - शेरघाटी

2. 227 - इमामगंज

3. 228 - बाराचट्टी

4. 229 - बोधगया

5. 233 - अतरी

उक्त अंकित मतगणना केंद्रों में सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी एवं संबंधित कर्मी अपने-अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

विधि व्यवस्था संधारण हेतु निम्न आदेश निर्गत

1. मतगणना केंद्रों से 500 मीटर की परिधि तक पाँच या पाँच से अधिक व्यक्ति एक साथ जमा नहीं रहेंगे।

2. किसी भी तरह अस्त्र-शस्त्र, हथियार, लाठी, भाला, गड़ांसा, चाकू, छूरी, बरछी, तीर-धनुष, कुल्हाड़ी, विस्फोटक पदार्थ/अग्नेयास्त्र लेकर सार्वजनिक स्थान पर विचरण नहीं करेंगे।

3. मतगणना केन्द्र से 500 मीटर की परिधि तक विजय जुलुस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा।

4. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों तथा आदर्श आचार संहिता का पूर्णरूपेण अनुपालन करेंगे।

सभी निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन के दिशा निर्देश के आलोक में मतगणना के पश्चात पोल्ड ईवीएम को सुरक्षित रखना सुनिश्चित करेंगे।

निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना परिसर में बिना पास के कोई भी वाहन, व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इस नियम का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू पहुंचे कटकमसांडी प्रखंड के झारदाग ग्राम

छठ पूजा के समय तालाब में डूबकर मरी बच्चियों के परिजनों से की मुलाकात।

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हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड अंतर्गत शाहपुर पंचायत के ग्राम झरदाग में बीते

छठ पर्व के दूसरे दिन तालाब में डूबने से एक ही परिवार की चार मासूम बच्चियों की असमय मृत्यु के पश्चात आज पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की।

ईश्वर से प्रार्थना है कि चारों दिवंगत बच्चियों की आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

साथ ही शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

इसी क्रम में झरदाग गांव के ही निवासी श्री गणेश भुइयाँ, जो किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, उनके निधन के पश्चात उनके परिजनों से भी मुलाकात कर सांत्वना प्रकट की।

ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।

इस अवसर पर माननीय सांसद श्री मनीष जायसवाल जी, माननीय विधायक श्री प्रदीप प्रसाद जी, माननीय विधायक श्री उज्जवल दास जी, हजारीबाग जिला अध्यक्ष श्री विवेकानंद जी, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री अशोक यादव जी, श्री टून्नू गोप जी, श्री टोनी जैन जी, श्री के. पी. ओझा by जी सहित अनेक सम्मानित कार्यकर्तागण एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रक्तदान कर 'जीवनदान महाअभियान' का किया शुभारंभ; 12 से 28 नवंबर तक 'रक्तदान शिविर महाअभियान' चलेगा

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रांची: झारखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में आयोजित मेगा रक्तदान शिविर में स्वयं रक्तदान कर राज्यव्यापी स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान का विधिवत शुभारंभ किया। यह अभियान पूरे राज्य में 12 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रक्तदान को महादान बताते हुए राज्यवासियों से अपील की:

"आपका दिया रक्त जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के काम आ सकता है... राज्यवासियों से स्वैच्छिक रक्तदान महाअभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।"

राज्य बनेगा 'जीवनदान का केंद्र'

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की 25वीं वर्षगांठ एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने को तैयार है, और इस अभियान के जरिए पूरा राज्य जीवनदान का केंद्र बनेगा।

उद्देश्य: स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में रक्त की कमी को पूरा करना और हर जरूरतमंद तक सुरक्षित रक्त पहुंचाना है।

संकल्प: मुख्यमंत्री ने कहा, "अस्पताल में रक्त की कमी से किसी की जिंदगी की सांसे थमे नहीं, इसे सुनिश्चित करना हम सभी का परम उत्तरदायित्व है। ऐसे में हम सभी मिलकर झारखंड को जीवनदायिनी राज्य बनाने का संकल्प लें।"

इस महाअभियान के शुभारंभ के मौके पर मंत्री श्री राधा कृष्ण किशोर, मंत्री श्री इरफान अंसारी, मंत्री श्री हफीजुल हसन, मंत्री श्री योगेंद्र प्रसाद महतो, मंत्री श्री सुदिव्य कुमार, मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह समेत कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

 ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ /मुजफ्फरनगर । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का किया निरीक्षण

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । – जानसठ क्षेत्र में कानून व्यवस्था की दक्षता सुनिश्चित करने हेतु, डीएसपी यतेंद्र नागर ने आज अचानक जानसठ थाने का विस्तृत निरीक्षण किया। यह निरीक्षण केवल औपचारिक नहीं था, बल्कि उन्होंने थाने के प्रत्येक महत्वपूर्ण खंड और प्रशासनिक रिकॉर्ड्स के रखरखाव की बारीकियों को बड़ी ही सूक्ष्मता से जांचा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर थाना प्रभारी राजीव शर्मा के साथ पूरा स्टाफ मौजूद रहा।

बुधवार को डीएसपी यतेंद्र नागर ने निरीक्षण की शुरुआत असलाह खाने से की। उन्होंने वहां रखे सरकारी हथियारों (राइफल, पिस्टल, कारतूस आदि) की संख्या, उनकी साफ-सफाई और उनके सुरक्षित रखने के मानकों की गहन जांच की। डीएसपी ने निर्देश दिए कि सुरक्षा की दृष्टि से असलाह खाने की निगरानी 24 घंटे की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हथियार हमेशा ऑपरेशनल स्थिति में रहें। उन्होंने संबंधित मुंशी से स्टॉक रजिस्टर का मिलान किया और किसी भी तरह की विसंगति न पाए जाने पर संतोष व्यक्त किया।

इसके पश्चात डीएसपी नागर ने रिकॉर्ड रूम का रुख किया। उन्होंने देखा कि आपराधिक मामलों से संबंधित फाइलों का रखरखाव किस प्रकार किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से लंबित वारंटों, पुराने मुकदमों और महत्वपूर्ण अपराधियों की हिस्ट्री शीट की फाइलों की इंडेक्सिंग और वर्गीकरण को परखा। उन्होंने इंस्पेक्टर राजीव शर्मा को निर्देश दिया कि रिकॉर्ड्स के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए ताकि किसी भी जानकारी को खोजने में न्यूनतम समय लगे। उन्होंने फाइलों को धूल और नमी से बचाने के लिए उचित व्यवस्था रखने के सख्त निर्देश दिए। डीएसपी नागर ने पुलिसकर्मियों के लिए संचालित मैस (भोजनालय) का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, सामग्री की ताजगी और रसोई की साफ-सफाई के मानकों को बड़ी ही बारीकी से जांचा। उन्होंने स्टाफ से सीधे बात करके भोजन की व्यवस्थाओं पर उनकी राय जानी। डीएसपी ने कहा कि पुलिसकर्मी सबसे कठिन ड्यूटी करते हैं, इसलिए उनके भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने मेस प्रभारी को निर्देश दिए कि मेन्यू में पौष्टिक आहार को शामिल किया जाए ताकि पुलिसकर्मी शारीरिक रूप से फिट रहें।

डीएसपी यतेंद्र नागर ने सख्त निर्देश दिए: "हर विभाग की जिम्मेदारी है कि वह अपनी ड्यूटी को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। चाहे वह सरकारी असलाह की सुरक्षा हो, रिकॉर्ड्स का सही रखरखाव, या स्टाफ के लिए उत्तम मैस की व्यवस्था; इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के अंत में, डीएसपी ने पूरे स्टाफ को निर्देश दिया कि वे जनता के साथ शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार करें और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी मुस्तैदी और ईमानदारी के साथ कार्य करें। इंस्पेक्टर राजीव शर्मा ने डीएसपी नागर को आश्वस्त किया कि दिए गए सभी निर्देशों का तुरंत पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन हुआ समाप्त

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर/जानसठ । तहसील जानसठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) तहसील अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा जोरदार धरना-प्रदर्शन तब समाप्त हुआ जब उप-जिलाधिकारी राजकुमार भारती ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए किसानों की सभी लंबित और गंभीर समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया। भाकियू नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि जब तक समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

बुधवार को जानसठ तहसील पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में किसानों का मुख्य मुद्दा अथाई गाँव निवासी अनुसूचित जाति के किसान नीरज कुमार पुत्र सत्यपाल सिंह का था। नीरज कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कृषि भूमि खसरा संख्या 440 और 442 पर स्थित है, जिसके लिए उन्होंने दो वर्ष पूर्व बिजली का ट्यूबवेल कनेक्शन लिया था। किसान नीरज कुमार का आरोप है कि गाँव के कुछ प्रभावशाली किसान उन्हें अपनी कृषि भूमि तक बिजली की लाइन बिछाने से रोक रहे हैं। यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि खसरा संख्या 432, 433 और 445 के बीच स्थित सरकारी चकरोड को इन दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दबा दिया है। इस अवरोध के कारण न केवल नीरज कुमार बल्कि अन्य किसानों को भी खेत तक पहुँचने में भीषण असुविधा हो रही है। धरना प्रदर्शन के दौरान भाकियू (अराजनीतिक) के तहसील अध्यक्ष अंकित जावला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन तुरंत सरकारी रास्ते को कब्जा मुक्त नहीं कराता और किसान नीरज कुमार की बिजली लाइन नहीं बनवाता, तो संगठन का अराजनीतिक प्रदर्शन जारी रहेगा। यूनियन ने इस मामले को दलित किसान के उत्पीड़न और सरकारी संपत्ति पर कब्जे से जोड़ा। वहीं दूसरी ओर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला और वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार ने एसडीएम के समक्ष दो अन्य ज्वलंत मुद्दों को मजबूती से रखते हुए बताया कि गंग नहर ग्राम निरगाजनी में पनचक्की का पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से शुकताल-भोकरहेड़ी मार्ग और बरला हाईवे तक का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। यूनियन ने मांग की कि स्थाई या अस्थाई पुल का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जाए। किसानों ने बताया कि हाजीपुर जहांगीरपुर में चकबंदी के दौरान बनाए गए सरकारी नाले पर भू-माफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया है। जल निकासी न होने के कारण मानसून के समय खेतों में पानी भर जाता है, जिससे करोड़ों रुपयों की फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं, जो सीधा राष्ट्र का नुकसान है। यूनियन ने मांग की कि नालों को तत्काल कब्जा मुक्त कराकर किसानों को राहत दी जाए। सभी बिंदुओं पर किसानों के गुस्से को देखते हुए, एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने मौके पर ही हस्तक्षेप किया और सभी समस्याओं का एक निश्चित समय सीमा के भीतर समाधान करने का आश्वासन दिया। एसडीएम के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा की। इस अवसर पर यूनियन के अन्य नेता सुलेमान, मो. बाबू ,मुकेश कुमार, प्रवीण कुमार नीरज, ऋषिपाल इरशाद आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हालांकि किसानों ने फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि यदि समाधान में विलंब होता है, तो वे एक बार फिर उग्र आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।

रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई संपन्न

गोण्डा।12 नवम्बर,2025 कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गोण्डा श्प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में रेड क्रॉस सोसायटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में रेड क्रॉस सोसायटी की गतिविधियों को और अधिक सशक्त बनाना तथा सदस्यता विस्तार पर चर्चा करना रहा।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि रेड क्रॉस सोसायटी एक मानवता-सेवी संस्था है, जो आपदा, दुर्घटना या आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक लोगों को सोसायटी से जोड़ने का कार्य करें, ताकि समाज सेवा की भावना को और व्यापक रूप दिया जा सके। जिलाधिकारी ने सदस्यता अभियान को गति देने तथा विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में रेड क्रॉस की गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।

बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा डॉ. अनिल तिवारी, सीएमएस जिला अस्पताल गोण्डा को सर्वसम्मति से रेड क्रॉस सोसायटी, गोण्डा का सचिव नामित किया गया। जिलाधिकारी ने नव-नामित सचिव को बधाई देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसायटी जिले में और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करेगी तथा जनसेवा के नए आयाम स्थापित करेगी।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, सोसायटी के उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व अन्य प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के समस्त पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।