मोक्ष नगरी गया जी में शहर की सड़कें जाम से बेहाल, जाम की समस्या नासूर बनी, जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान

गया: मोक्ष नगरी गया जी में जाम की समस्या नासूर बनी हुई है। जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान हैं। रोजाना सड़कों पर लगने वाले जाम आम राहगीरों के साथ तीर्थ यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी है।

सोमवार को शहर की सड़कें जाम से बेहाल रहीं। सुबह से लेकर देर शाम तक केदारनाथ मोड़, गोल पत्थर, कोर्ट रोड, चौक टावर और रमना रोड पर गाड़ियों की रफ्तार रेंगती रही। ऑफिस टाइम हो या स्कूल ड्यूटी, हर जगह वाहनों की लंबी कतारों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। कई जगह तो हालात ऐसे बने कि लोग वाहन छोड़ पैदल निकलना बेहतर समझने लगे।

केदारनाथ मोड़ पर अचानक बढ़े वाहनों के दबाव और सड़क किनारे अवैध पार्किंग ने जाम को और विकराल कर दिया। गोल पत्थर से कोर्ट रोड तक दोपहिया चारपहिया वाहनों की लंबी लाइनें लगी रहीं। चौक टावर क्षेत्र में दुकानों के सामने बेतरतीब खड़े वाहनों ने स्थिति बिगाड़ दी। रमना रोड पर तो घंटों तक ट्रैफिक पुलिस जूझती रही, फिर भी जाम खुलने का नाम नहीं ले रहा था। भीषण जाम के कारण स्कूल बसें और एंबुलेंस भी फंसती जिससे अभिभावक और मरीज परिजन परेशान दिखे। तेज धूप में खड़े राहगीर हलकान हो गए। कई दुकानदारों ने बताया कि जाम की वजह से ग्राहकों का आना-जाना प्रभावित हुआ,

जिससे व्यवसाय पर भी असर पड़ा। लोगों का कहना है कि अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और सड़कों की कम चौड़ाई के कारण शहर रोजाना जाम की चपेट में रहता है। हालांकि पुलिस ने कई जगहों पर मोर्चा संभाला, लेकिन वाहनों का दबाव इतना ज्यादा था कि स्थिति सामान्य करने में देर लगी। व्यवसायियों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है, ताकि शहर का ट्रैफिक सिस्टम ठप न हो जाए।

हेमंत सरकार के पास आत्मनिर्भर झारखंड बनाने कोई विजन नहीं....अरुण सिंह

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भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवम सांसद अरुण सिंह ने आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता कर हेमंत सरकार और इंडी गठबंधन और जमकर निशाना साधा। श्री सिंह आज झारखंड प्रदेश में आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान की समीक्षा बैठक में शामिल होने झारखंड आए थे।

श्री सिंह ने कहा कि आत्म निर्भर भारत संकल्प अभियान 2047 में विकसित भारत बनाने का संकल्प अभियान है। जो आज तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार विकसित झारखंड केलिए 2050 का लक्ष्य बता रही है लेकिन आज झारखंड को जिस रास्ते पर हेमंत सरकार ले कर जा रही वह झारखंड को विकास से कोसों दूर करने वाला है।

कहा कि पिछले 6 वर्षों में हेमंत सरकार ने विकास का कोई नया विजन नहीं दिया।यहां केवल लूट और भ्रष्टाचार का तांडव है। स्कूल में शिक्षक नहीं,हॉस्पिटल में दवाई नहीं, ।बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाए जा रहे।डीएमएफटी फंड की लूट हो रही। बोकारो में घोटाले उजागर हुए। जनता के विकास पर फंड खर्च नहीं हो रहे। हेमंत सरकार सड़क गड्ढे भी नहीं भर पा रही है।

उन्होंने कहा कि जो विकास,बुनियादी सुविधाएं दिख रही है वह सब मोदी सरकार की देन है।

कहा कि यूपीए शासन में भारत की बुनियादी सुविधाओं का बजट 2.50 लाख करोड़ था और आज मोदी सरकार में यह साढ़े बारह लाख करोड़ हो गया। झारखंड में भारत माला प्रोजेक्ट केलिए 35हजार करोड़ का बजट आवंटित है।

बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत,पर कहा कि यह जीत मोदी के गारंटी और नीतीश के सुशासन की जीत है ।

श्री सिंह ने कहा कि इंडी गठबंधन मुद्दों की राजनीति नहीं कर रहा।विकास की राजनीति नहीं कर रहा।इसलिए जनता नकार रही।

कहा कि राहुल गांधी फ्रस्ट्रेटेड नेता हैं जो विदेशों में जाकर भारत को, गाली देते हैं।

कहा कि जनता उन्हें और कांग्रेस को बार बार नकार रही है।

उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो को अपमानित किए जाने से इंडी गठबंधन की खटपट बढ़ेगी।इसका असर दूर तक जाएगा। कांग्रेस पार्टी भले झारखंड में सत्ता सुख भोग रही लेकिन बिहार में इसने झामुमो को कोई मदद नहीं की।

घाटशिला उपचुनाव* परिणाम पर श्री सिंह ने कहा कि झामुमो की जीत अपने परफॉर्मेंस की जीत नहीं बल्कि सहानुभूति और सत्ता के दुरूपयोग की जीत है।

प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम और मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक उपस्थित रहे।

प्रयागराज जंक्शन पर ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत दो नाबालिग बच्चो को किया गया चाइल्डलाइन के सुपुर्द।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के माध्यम से रेलवे परिसरो एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारो बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते है या सहायता की आवश्यकता में होते है।ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।दिनांक 16.11.2025 को रेलवे सुरक्षा बल की महिला कांस्टेबल निशा को दो नाबालिग बच्चे प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 7/8 पर घूमते हुए मिले। महिला कांस्टेबल निशा द्वारा पूछने पर बच्चों ने बताया की वह घर से नाराज होकर भाग कर आए है।नाबालिक बच्चो ने अपना नाम रफीक शेख पुत्र हसन शेख उम्र-12 वर्ष निवासी कलकत्ता एवं इस्माइल शेख पुत्र मंसूर शेख उम्र 8 वर्ष निवासी कलकत्ता पश्चिम बंगाल बताया।दोनो बच्चो को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट पर लाकर महिला कांस्टेबल निशा की निगरानी में रखा गया।चाइल्ड हेल्पलाइन प्रयागराज के कर्मचारियो के पहुँचने पर रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा दोनो बच्चो को उनके सुपुर्द कर दिया गया।रेलवे प्रशासन यात्रियो एवं आमजन से अपील करता है कि किसी भी आपात स्थिति या बाल संरक्षण से सम्बंधित सूचना मिलने पर तत्काल रेलवे हेल्पलाइन नम्बर 139 पर सम्पर्क करे।

चाणक्य रक्षा संवाद-2025 : राष्ट्रीय विकास और सुरक्षा के बीच संबंधों पर हुई चर्चा

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दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। नई दिल्ली स्थित मानेकशॉ सेंटर के अशाेका हाॅल में साेमवार काे चाणक्य रक्षा संवाद-2025 (सीडीडी-2025) का तीसरा संस्करण पूर्वावलोकन तीन सत्राें में आयाेजित हुआ। आगामी 27-28 नवंबर 2025 को होने वाला यह संवाद "सुधार से परिवर्तन : सशक्त, सुरक्षित और विकसित भारत" विषय पर आधारित होगा। पहले सत्र में थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने राष्ट्रीय विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा, दूसरे सत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर का संबोधन तथा तीसरे व आखिरी सत्र में रक्षा में आत्मनिर्भरता- सशक्त भारत की कुंजी पर पैनल चर्चा हुई।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषणों के साथ हुई, जिसके बाद सीडीडी-2025 का टीजर जारी किया गया। इस दाैरान थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने बातचीत के दौरान राष्ट्रीय विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि विकसित भारत की आकांक्षाओं के लिए निरंतर स्थिरता और सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता है। इससे पहले 2023 में सीएलएडब्ल्यूएस का विषय स्थाई शांति और सुरक्षा, 2024 में देश निर्माण तथा 2025 में रिफार्म टू ट्रांसफार्म यानी परिवर्तन के लिए सुधार के रूप में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने रक्षा मंत्रालय द्वारा 2025 को 'सुधारों का वर्ष' घोषित करने का स्मरण किया और इस बात पर जाेर दिया कि सुरक्षा और विकास को साथ-साथ आगे बढ़ना होगा।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा उन्होंने कहा कि राज्य प्रायोजित आतंकवाद नहीं चलेगा। जो कम में रोड़ा बनेगा उनको सही जवाब दिया जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय संकल्प दोहराया और ज़ोर देकर कहा कि "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते" और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने वालों के लिए जवाबदेही जरूरी है। इस ऑपरेशन ने राष्ट्रीय हितों की रक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को मज़बूत करने के प्रति भारत के दृढ़ दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया। भारत अब सशक्त है और अब उसे कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकता है।

जम्मू कश्मीर के सवाल पर कहा कि वहां से पलायन कर चुके कश्मीरी लोग अब वापसी कर रहे हैं और देश का हर नागरिक वहां जाना चाहता हैं । पिछले साल अमरनाथ यात्रा में 4 लाख लोग गए थे वहीं इस बार 4.1 लाख रही।

सियाचिन के मुद्दे पर उन्हाेंने कहा कि पिछले एक साल में भारत और चीन के संबंधों में काफी सकरात्मक बदलाव आया है। दोनों देश के लोगों की विभिन्न मंचों पर हुई बातचीत हुई है। बावजूद इसके रक्षा कूटनीति पर अभी भारत काे बहुत कुछ करना है। आने वाले समय में देश को स्मार्ट पावर बनाना है। पहले के वक्त में दाेनाें देशाें की सैन्य कोर कमांडरों के स्तर पर बातचीत हाेती थी लेकिन अब ग्राउंड लेवल पर बात की जा रही है। इससे दोनों तरफ के संबंधाें में लचीलापन आया है। इसके अलावा पड़ाेसी देश म्यांमार में अशांति के मसले पर कहा कि पड़ोस में अस्थिरता हाेने से अपने देश पर भी प्रभाव पड़ता है। वहां से पलायन कर भारत आए 43000 शरणार्थी आज भी यहां निवास कर रहे हैं।

दूसरे सत्र में पूर्व इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक विशेष संबोधन दिया। उन्होंने तकनीकी क्षमता और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच रणनीतिक संबंध पर जाेर दिया और भारत की दीर्घकालिक आत्मनिर्भरता को मजबूत करने में विश्वसनीय, स्वदेशी डिजिटल और उभरती-प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी प्रणालियों के महत्व पर प्रकाश डाला।

आखिरी सत्र में रक्षा में आत्मनिर्भरता-सशक्त भारत की कुंजी पर चर्चा हुई। पैनल में डीआरडीओ की डायरेक्टर जनरल (उत्पादन समन्वय और सेवा संपर्क) डाॅ. चंद्रिका काैशिक, अडानी डिफेंस के सीईओ आशीष राजवंशी, साइरन एआई सॉल्यूशंस के संस्थापक प्राे. मनन सूरी माैजूद थे। इसकी अध्यक्षता सेना उप प्रमुख (क्षमता विकास एवं पोषण) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने की।

आयोजित पैनल चर्चा में डीआरडीओ, रक्षा उद्योग और शिक्षा जगत के विशेषज्ञ एक साथ आए। विचार-विमर्श रणनीतिक स्वायत्तता के मार्ग के रूप में आत्मनिर्भरता पर केंद्रित रहा, जिसमें स्वदेशी डिज़ाइन, विकास और नवाचार पर ज़ोर, दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों को मजबूती के साथ ही डीआरडीओ, निजी क्षेत्र और शिक्षा जगत के बीच पारिस्थितिकी तंत्र एकीकरण, खरीद प्रक्रियाओं में सुधार और प्रतिस्पर्धी एवं निर्यात-सक्षम क्लस्टरों के निर्माण में एमएसएमई और रक्षा औद्योगिक गलियारों की भूमिका पर चर्चा की गई। इसके साथ ही भविष्य की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं, कम बाहरी निर्भरताओं और भारत के गहन-तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र के त्वरित विकास की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।

दो दशक से प्रधान की लापरवाही से छह माह से कटिन्ना मानपुर के संपर्क मार्ग में भरा है पानी, ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर किया प्रदर्शन, उप जिला


फर्रुखाबाद । सदर तहसील क्षेत्र के विकासखंड मोहम्मदाबाद की ग्राम पंचायत कटिन्ना मानपुर में 20 साल से एक ही ग्राम प्रधान की प्रधानी रहने से गांव में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है बल्कि गांव के मुख्य संपर्क मार्ग पर पिछले 6 माह से पानी भरा हुआ है।

 स्कूल जाने वाले बच्चों साथ ही वाहनों के निकलने में काफी असुविधा हो रही है प्रधान से कहने के बावजूद भी अभी तक संपर्क मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया है इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि यदि सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ तो आने वाले आगामी चुनाव में सत्ता दल के लोगों को इसका परिणाम भुगतना होगा।

एन सी सी से बच्चों में एकता की भावना जागृत होती और अनुशासित रहते

फर्रुखाबाद। एनसीसी से बच्चों के अंदर अनुशासित रहने और एकता की भावना जागृत होती है जीजीआईसी की उर्दू अध्यापक गुलशन जहां ने बताया कि एनसीसी का डिप्लोमा है इसलिए एनसीसी का नेतृत्व करने का मौका मिला है और बच्चों को अनुशासित रहने और उन्हें देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए प्रेरित किया जाएगा उन्होंने कहा कि जिस विषय की अध्यापक हूं उसे बच्चों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।

मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” में 11 महिलाओं ने रखीं शिकायतें — अधिकारियों ने दिया त्वरित समाधान का आश्वासन

गोण्डा।17 नवम्बर 2025 महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से देवीपाटन मंडल में “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” कार्यक्रम के तहत सोमवार को महिला जनसुनवाई आयोजित की गई। मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील के निर्देशन में मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित इस जनसुनवाई में मंडल के विभिन्न ब्लॉकों और ग्रामीण अंचलों से पहुंची कुल 11 महिलाओं ने अपनी शिकायतें खुलकर अधिकारियों के सामने रखीं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर आयुक्त (न्यायिक) मीनू राणा और उपायुक्त (खाद्य) विजय प्रभा ने संयुक्त रूप से की। दोनों महिला अधिकारियों ने प्रत्येक प्रकरण को ध्यानपूर्वक सुना और शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया।

जनसुनवाई का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि महिला अधिकारियों ने प्रत्येक शिकायत सुनने के तुरंत बाद संबंधित अधिकारी को फोन कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि “प्रत्येक प्रकरण का निस्तारण निर्धारित समय सीमा में पूर्ण गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। कोई भी महिला न्याय पाने के लिए भटके नहीं।” अधिकारियों ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं पर प्राथमिकता से कार्रवाई की जाएगी और प्रशासन हर समय उनकी सुरक्षा और सहयोग के लिए तत्पर है।

इस दौरान शिल्पी कश्यप ने बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम के कुछ व्यक्तियों ने सुबह उसके घर में घुसकर लूटपाट की, अवैध असलहा लहराते हुए कण्डे का ढेर उठा ले गए और उसे घसीटा। शोर मचाने पर लोग इकट्ठा होने लगे तो हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। महिला ने स्थानीय चौकी पर आरोपियों के पक्ष में बयान लेने का आरोप लगाते हुए अपनी सुरक्षा और प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की।

नवाबगंज क्षेत्र की प्रार्थिनी प्रीति पाण्डेय ने अपने घर की खाली जमीन पर अवैध कब्जे, धमकी और पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि पड़ोसी अवैध रूप से दीवार खड़ी कर रहे हैं और कई बार धमकी दे चुके हैं। 112 पर कई बार कॉल करने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने मंडलायुक्त से अवैध निर्माण हटवाने एवं सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की।

अधिकारियों ने बताया कि “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” के माध्यम से मंडल की कोई भी महिला अपनी समस्या लेकर सीधे प्रशासन से संपर्क कर सकती है। जनसुनवाई में भूमि विवाद और कब्जे से जुड़ी शिकायतें सर्वाधिक रही। कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महिलाओं को त्वरित, सुरक्षित और सरल तरीके से न्याय मिले तथा वे बिना भय के अपनी बात प्रशासन तक पहुंचा सकें।

सीएम हेमंत सोरेन के नाम का दुरुपयोग: कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को फर्जी कॉल, रांची के गोंदा थाना में FIR दर्ज

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम का दुरुपयोग कर एक व्यक्ति के द्वारा कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और उनकी पत्नी को परेशान करने का मामला सामने आया है. शनिवार की देर रात इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव के द्वारा रांची के गोंदा थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.

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क्या है पूरा मामला

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के नाम का दुरुपयोग कर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और उनकी पत्नी को फोन कर परेशान करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री आवास में कार्यरत मुख्यमंत्री के प्राइवेट असिस्टेंट जय प्रसाद ने गोंदा थाना में एफआईआर दर्ज करायी है. एफआईआर में बताया गया है कि एक व्यक्ति ने खुद को झारखंड का मुख्यमंत्री बताकर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री को फोन किया और अनावश्यक रूप से उन्हें परेशान किया.

आवेदन में यह भी बताया गया है कि जिस नंबर से डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को कॉल किया गया था, उसी नंबर से राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी फोन कर परेशान कर चुका है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसे मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने और वीवीआईपी को परेशान करने की गंभीर और निंदनीय कार्रवाई बताया है.

शिकायत में कहा गया है कि फोन कॉल की रिकॉर्डिंग पेन ड्राइव में उपलब्ध है, जिसमें यह स्पष्ट सुनाई देता है कि फोन करने वाले आरोपी ने खुद को झारखंड का मुख्यमंत्री बताकर असभ्य और संदिग्ध तरीके से बातचीत कर रहा है.

जांच में जुटी पुलिस

दूसरी तरफ मामला आने के बाद से ही रांची पुलिस पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. रांची पुलिस की साइबर सेल और टेक्निकल सेल दोनों ही मामले की तफ्तीश में जुटी हुई हैं. इस मामले में रांची पुलिस को सीएम का निर्देश भी मिला है कि वह जल्द से जल्द आरोपी की तत्काल पहचान कर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें. पुलिस की टीम फोन लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, सिम कार्ड के आधार पर आरोपी की पहचान कर रही है.

शेख हसीना को सुनाई गई मौत की सजा, मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराया

#formerbangladeshprimeministersheikhhasinasentencedtodeath

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बांग्लादेशी की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को फांसी की सजा सुनाई गई है। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ चल रहे एक मामले पर सोमवार को ढाका स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल-बांग्लादेश) की तरफ से फैसला सुनाया गया। ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराते हुए कहा कि वे अधिकतम सजा की हकदार हैं। इसी के साथ न्यायाधिकरण ने उन्हें मौत की सजा सुनाई। पहले से ही माना जा रहा था कि उन्हें सख्त सजा दी जा सकती है।

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध और हत्या जैसे कुल 5 मामले चल रहे थे, जिस पर तीन सदस्यीय ट्रिब्यूनल ने अपना 453 पन्नों का फैसला सुना दिया है। उन्हें अलग-अलग मामलों में आईटीसी ने दोषी करार दिया है और मौत की सजा सुनाई है। ट्रिब्यूनल को जस्टिस मोहम्मद गुलाम मुर्तजा मजूमदर लीड कर रहे थे। आईसीटी जज के मुताबिक ये मामला काफी बड़ा था, ऐसे में फैसला भी 6 भाग में सुनाया गया है।

शेख हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ फैसला

ट्रिब्यूनल ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के पांच आरोपों पर अपना फैसला सुनाया है। ये आरोप जुलाई-अगस्त 2024 में आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन से जुड़ी अशांति से उत्पन्न हुए हैं। शेख हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ 8747 पन्नों के आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल गये थे, जिनमें पीड़ितों के बयान, जब्त किए सबूत और पीड़ितों की पूरी लिस्ट होने की बात कही गई थी। इसी आधार पर इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल-बांग्लादेश ने शेख हसीना के खिलाफ फैसला सुनाया है।

शेख हसीना ने मानवता के खिलाफ अपराध किए

ट्रिब्यूनल ने कहा है कि हमने मानवाधिकार संगठन और अन्य संगठनों की कई रिपोर्ट्स पर विचार किया है। हमने क्रूरताओं का विवरण भी दिया है। शेख हसीना ने मानवता के खिलाफ अपराध किए। ट्रिब्यूनल ने फैसले में यह भी कहा है कि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मारे गए हैं। ट्रिब्यूनल ने यह भी कहा है कि अवामी लीग के कार्यकर्ता कथित रूप से सड़कों पर उतर आए और पार्टी नेतृत्व की पूरी जानकारी में सुनियोजित हमले किए।

कोर्ट ने कहा-मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ

ट्रिब्यूनल ने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व की ओर से दिए गए सीधे आदेशों की वजह से प्रदर्शनकारियों और अन्य नागरिकों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ। मामले में अभियोजकों ने दोषी के लिए मृत्युदंड की मांग की थी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि हसीना सरकार की ओर से आदेश के बाद 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच ‘विद्रोह’ के दौरान 1,400 लोग मारे गए थे। 11 हजार से अधिक लोग हिरासत में लिए गए या गिरफ्तार किए गए थे।

हसीना ने सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया

बता दें कि कि शेख हसीना इस वक्त भारत में हैं। उन्होंने ट्रिब्यूनल में मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि उन पर लगे सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं और वे ऐसे फैसलों की परवाह नहीं करतीं। आईसीटी के फैसले से पहले अपने समर्थकों को जारी एक ऑडियो संदेश में हसीना ने कहा था कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है। हसीना ने कहा था कि यह इतना भी आसान नहीं है। आवामी लीग जमीन से उठी पार्टी है।

तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आया बाइक सवार, पत्नी की मौत, पति घायल

गोण्डा। जिले के कर्नलगंज क्षेत्र में सोमवार की सुबह एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना उस समय हो गई, जब तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार दंपत्ति को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक सवार महिला डंपर की चपेट में आने के बाद काफी दूर तक घिसटती चली गई। और उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डंपर तेज गति से कर्नलगंज की ओर से जा रहा था, इसी दौरान बाइक को उसने सीधे टक्कर मार दी।

घटना में बाइक सवार पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल दोनों को सड़क से हटाकर एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा, जहां पति का इलाज जारी है वहीं पत्नी की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार घायल दंपत्ति की पहचान श्रावस्ती जनपद के निवासी के रूप में हुई है। पति का नाम महेश कुमार शाहू बताया जा रहा है, जो किसान इंटर कॉलेज भभुआ में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। दुर्घटना के समय वे किसी निजी कार्य से बाइक पर कर्नलगंज की ओर से जा रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि डंपर चालक हादसे के तुरंत बाद वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को दुर्घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर डंपर को कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार आए दिन दुर्घटनाओं को जन्म दे रही है, लेकिन प्रशासन की तरफ से प्रभावी कार्रवाई न होने के कारण हालात जस के तस बने हुए हैं। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि सड़क पर यातायात नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।

मोक्ष नगरी गया जी में शहर की सड़कें जाम से बेहाल, जाम की समस्या नासूर बनी, जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान

गया: मोक्ष नगरी गया जी में जाम की समस्या नासूर बनी हुई है। जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान हैं। रोजाना सड़कों पर लगने वाले जाम आम राहगीरों के साथ तीर्थ यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी है।

सोमवार को शहर की सड़कें जाम से बेहाल रहीं। सुबह से लेकर देर शाम तक केदारनाथ मोड़, गोल पत्थर, कोर्ट रोड, चौक टावर और रमना रोड पर गाड़ियों की रफ्तार रेंगती रही। ऑफिस टाइम हो या स्कूल ड्यूटी, हर जगह वाहनों की लंबी कतारों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। कई जगह तो हालात ऐसे बने कि लोग वाहन छोड़ पैदल निकलना बेहतर समझने लगे।

केदारनाथ मोड़ पर अचानक बढ़े वाहनों के दबाव और सड़क किनारे अवैध पार्किंग ने जाम को और विकराल कर दिया। गोल पत्थर से कोर्ट रोड तक दोपहिया चारपहिया वाहनों की लंबी लाइनें लगी रहीं। चौक टावर क्षेत्र में दुकानों के सामने बेतरतीब खड़े वाहनों ने स्थिति बिगाड़ दी। रमना रोड पर तो घंटों तक ट्रैफिक पुलिस जूझती रही, फिर भी जाम खुलने का नाम नहीं ले रहा था। भीषण जाम के कारण स्कूल बसें और एंबुलेंस भी फंसती जिससे अभिभावक और मरीज परिजन परेशान दिखे। तेज धूप में खड़े राहगीर हलकान हो गए। कई दुकानदारों ने बताया कि जाम की वजह से ग्राहकों का आना-जाना प्रभावित हुआ,

जिससे व्यवसाय पर भी असर पड़ा। लोगों का कहना है कि अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और सड़कों की कम चौड़ाई के कारण शहर रोजाना जाम की चपेट में रहता है। हालांकि पुलिस ने कई जगहों पर मोर्चा संभाला, लेकिन वाहनों का दबाव इतना ज्यादा था कि स्थिति सामान्य करने में देर लगी। व्यवसायियों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है, ताकि शहर का ट्रैफिक सिस्टम ठप न हो जाए।

हेमंत सरकार के पास आत्मनिर्भर झारखंड बनाने कोई विजन नहीं....अरुण सिंह

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भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवम सांसद अरुण सिंह ने आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता कर हेमंत सरकार और इंडी गठबंधन और जमकर निशाना साधा। श्री सिंह आज झारखंड प्रदेश में आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान की समीक्षा बैठक में शामिल होने झारखंड आए थे।

श्री सिंह ने कहा कि आत्म निर्भर भारत संकल्प अभियान 2047 में विकसित भारत बनाने का संकल्प अभियान है। जो आज तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार विकसित झारखंड केलिए 2050 का लक्ष्य बता रही है लेकिन आज झारखंड को जिस रास्ते पर हेमंत सरकार ले कर जा रही वह झारखंड को विकास से कोसों दूर करने वाला है।

कहा कि पिछले 6 वर्षों में हेमंत सरकार ने विकास का कोई नया विजन नहीं दिया।यहां केवल लूट और भ्रष्टाचार का तांडव है। स्कूल में शिक्षक नहीं,हॉस्पिटल में दवाई नहीं, ।बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाए जा रहे।डीएमएफटी फंड की लूट हो रही। बोकारो में घोटाले उजागर हुए। जनता के विकास पर फंड खर्च नहीं हो रहे। हेमंत सरकार सड़क गड्ढे भी नहीं भर पा रही है।

उन्होंने कहा कि जो विकास,बुनियादी सुविधाएं दिख रही है वह सब मोदी सरकार की देन है।

कहा कि यूपीए शासन में भारत की बुनियादी सुविधाओं का बजट 2.50 लाख करोड़ था और आज मोदी सरकार में यह साढ़े बारह लाख करोड़ हो गया। झारखंड में भारत माला प्रोजेक्ट केलिए 35हजार करोड़ का बजट आवंटित है।

बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत,पर कहा कि यह जीत मोदी के गारंटी और नीतीश के सुशासन की जीत है ।

श्री सिंह ने कहा कि इंडी गठबंधन मुद्दों की राजनीति नहीं कर रहा।विकास की राजनीति नहीं कर रहा।इसलिए जनता नकार रही।

कहा कि राहुल गांधी फ्रस्ट्रेटेड नेता हैं जो विदेशों में जाकर भारत को, गाली देते हैं।

कहा कि जनता उन्हें और कांग्रेस को बार बार नकार रही है।

उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो को अपमानित किए जाने से इंडी गठबंधन की खटपट बढ़ेगी।इसका असर दूर तक जाएगा। कांग्रेस पार्टी भले झारखंड में सत्ता सुख भोग रही लेकिन बिहार में इसने झामुमो को कोई मदद नहीं की।

घाटशिला उपचुनाव* परिणाम पर श्री सिंह ने कहा कि झामुमो की जीत अपने परफॉर्मेंस की जीत नहीं बल्कि सहानुभूति और सत्ता के दुरूपयोग की जीत है।

प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम और मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक उपस्थित रहे।

प्रयागराज जंक्शन पर ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत दो नाबालिग बच्चो को किया गया चाइल्डलाइन के सुपुर्द।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के माध्यम से रेलवे परिसरो एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारो बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते है या सहायता की आवश्यकता में होते है।ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।दिनांक 16.11.2025 को रेलवे सुरक्षा बल की महिला कांस्टेबल निशा को दो नाबालिग बच्चे प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 7/8 पर घूमते हुए मिले। महिला कांस्टेबल निशा द्वारा पूछने पर बच्चों ने बताया की वह घर से नाराज होकर भाग कर आए है।नाबालिक बच्चो ने अपना नाम रफीक शेख पुत्र हसन शेख उम्र-12 वर्ष निवासी कलकत्ता एवं इस्माइल शेख पुत्र मंसूर शेख उम्र 8 वर्ष निवासी कलकत्ता पश्चिम बंगाल बताया।दोनो बच्चो को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट पर लाकर महिला कांस्टेबल निशा की निगरानी में रखा गया।चाइल्ड हेल्पलाइन प्रयागराज के कर्मचारियो के पहुँचने पर रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा दोनो बच्चो को उनके सुपुर्द कर दिया गया।रेलवे प्रशासन यात्रियो एवं आमजन से अपील करता है कि किसी भी आपात स्थिति या बाल संरक्षण से सम्बंधित सूचना मिलने पर तत्काल रेलवे हेल्पलाइन नम्बर 139 पर सम्पर्क करे।

चाणक्य रक्षा संवाद-2025 : राष्ट्रीय विकास और सुरक्षा के बीच संबंधों पर हुई चर्चा

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दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। नई दिल्ली स्थित मानेकशॉ सेंटर के अशाेका हाॅल में साेमवार काे चाणक्य रक्षा संवाद-2025 (सीडीडी-2025) का तीसरा संस्करण पूर्वावलोकन तीन सत्राें में आयाेजित हुआ। आगामी 27-28 नवंबर 2025 को होने वाला यह संवाद "सुधार से परिवर्तन : सशक्त, सुरक्षित और विकसित भारत" विषय पर आधारित होगा। पहले सत्र में थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने राष्ट्रीय विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा, दूसरे सत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर का संबोधन तथा तीसरे व आखिरी सत्र में रक्षा में आत्मनिर्भरता- सशक्त भारत की कुंजी पर पैनल चर्चा हुई।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषणों के साथ हुई, जिसके बाद सीडीडी-2025 का टीजर जारी किया गया। इस दाैरान थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने बातचीत के दौरान राष्ट्रीय विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि विकसित भारत की आकांक्षाओं के लिए निरंतर स्थिरता और सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता है। इससे पहले 2023 में सीएलएडब्ल्यूएस का विषय स्थाई शांति और सुरक्षा, 2024 में देश निर्माण तथा 2025 में रिफार्म टू ट्रांसफार्म यानी परिवर्तन के लिए सुधार के रूप में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने रक्षा मंत्रालय द्वारा 2025 को 'सुधारों का वर्ष' घोषित करने का स्मरण किया और इस बात पर जाेर दिया कि सुरक्षा और विकास को साथ-साथ आगे बढ़ना होगा।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा उन्होंने कहा कि राज्य प्रायोजित आतंकवाद नहीं चलेगा। जो कम में रोड़ा बनेगा उनको सही जवाब दिया जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय संकल्प दोहराया और ज़ोर देकर कहा कि "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते" और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने वालों के लिए जवाबदेही जरूरी है। इस ऑपरेशन ने राष्ट्रीय हितों की रक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को मज़बूत करने के प्रति भारत के दृढ़ दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया। भारत अब सशक्त है और अब उसे कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकता है।

जम्मू कश्मीर के सवाल पर कहा कि वहां से पलायन कर चुके कश्मीरी लोग अब वापसी कर रहे हैं और देश का हर नागरिक वहां जाना चाहता हैं । पिछले साल अमरनाथ यात्रा में 4 लाख लोग गए थे वहीं इस बार 4.1 लाख रही।

सियाचिन के मुद्दे पर उन्हाेंने कहा कि पिछले एक साल में भारत और चीन के संबंधों में काफी सकरात्मक बदलाव आया है। दोनों देश के लोगों की विभिन्न मंचों पर हुई बातचीत हुई है। बावजूद इसके रक्षा कूटनीति पर अभी भारत काे बहुत कुछ करना है। आने वाले समय में देश को स्मार्ट पावर बनाना है। पहले के वक्त में दाेनाें देशाें की सैन्य कोर कमांडरों के स्तर पर बातचीत हाेती थी लेकिन अब ग्राउंड लेवल पर बात की जा रही है। इससे दोनों तरफ के संबंधाें में लचीलापन आया है। इसके अलावा पड़ाेसी देश म्यांमार में अशांति के मसले पर कहा कि पड़ोस में अस्थिरता हाेने से अपने देश पर भी प्रभाव पड़ता है। वहां से पलायन कर भारत आए 43000 शरणार्थी आज भी यहां निवास कर रहे हैं।

दूसरे सत्र में पूर्व इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक विशेष संबोधन दिया। उन्होंने तकनीकी क्षमता और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच रणनीतिक संबंध पर जाेर दिया और भारत की दीर्घकालिक आत्मनिर्भरता को मजबूत करने में विश्वसनीय, स्वदेशी डिजिटल और उभरती-प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी प्रणालियों के महत्व पर प्रकाश डाला।

आखिरी सत्र में रक्षा में आत्मनिर्भरता-सशक्त भारत की कुंजी पर चर्चा हुई। पैनल में डीआरडीओ की डायरेक्टर जनरल (उत्पादन समन्वय और सेवा संपर्क) डाॅ. चंद्रिका काैशिक, अडानी डिफेंस के सीईओ आशीष राजवंशी, साइरन एआई सॉल्यूशंस के संस्थापक प्राे. मनन सूरी माैजूद थे। इसकी अध्यक्षता सेना उप प्रमुख (क्षमता विकास एवं पोषण) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने की।

आयोजित पैनल चर्चा में डीआरडीओ, रक्षा उद्योग और शिक्षा जगत के विशेषज्ञ एक साथ आए। विचार-विमर्श रणनीतिक स्वायत्तता के मार्ग के रूप में आत्मनिर्भरता पर केंद्रित रहा, जिसमें स्वदेशी डिज़ाइन, विकास और नवाचार पर ज़ोर, दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों को मजबूती के साथ ही डीआरडीओ, निजी क्षेत्र और शिक्षा जगत के बीच पारिस्थितिकी तंत्र एकीकरण, खरीद प्रक्रियाओं में सुधार और प्रतिस्पर्धी एवं निर्यात-सक्षम क्लस्टरों के निर्माण में एमएसएमई और रक्षा औद्योगिक गलियारों की भूमिका पर चर्चा की गई। इसके साथ ही भविष्य की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं, कम बाहरी निर्भरताओं और भारत के गहन-तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र के त्वरित विकास की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।

दो दशक से प्रधान की लापरवाही से छह माह से कटिन्ना मानपुर के संपर्क मार्ग में भरा है पानी, ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर किया प्रदर्शन, उप जिला


फर्रुखाबाद । सदर तहसील क्षेत्र के विकासखंड मोहम्मदाबाद की ग्राम पंचायत कटिन्ना मानपुर में 20 साल से एक ही ग्राम प्रधान की प्रधानी रहने से गांव में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है बल्कि गांव के मुख्य संपर्क मार्ग पर पिछले 6 माह से पानी भरा हुआ है।

 स्कूल जाने वाले बच्चों साथ ही वाहनों के निकलने में काफी असुविधा हो रही है प्रधान से कहने के बावजूद भी अभी तक संपर्क मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया है इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि यदि सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ तो आने वाले आगामी चुनाव में सत्ता दल के लोगों को इसका परिणाम भुगतना होगा।

एन सी सी से बच्चों में एकता की भावना जागृत होती और अनुशासित रहते

फर्रुखाबाद। एनसीसी से बच्चों के अंदर अनुशासित रहने और एकता की भावना जागृत होती है जीजीआईसी की उर्दू अध्यापक गुलशन जहां ने बताया कि एनसीसी का डिप्लोमा है इसलिए एनसीसी का नेतृत्व करने का मौका मिला है और बच्चों को अनुशासित रहने और उन्हें देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए प्रेरित किया जाएगा उन्होंने कहा कि जिस विषय की अध्यापक हूं उसे बच्चों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।

मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” में 11 महिलाओं ने रखीं शिकायतें — अधिकारियों ने दिया त्वरित समाधान का आश्वासन

गोण्डा।17 नवम्बर 2025 महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से देवीपाटन मंडल में “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” कार्यक्रम के तहत सोमवार को महिला जनसुनवाई आयोजित की गई। मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील के निर्देशन में मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित इस जनसुनवाई में मंडल के विभिन्न ब्लॉकों और ग्रामीण अंचलों से पहुंची कुल 11 महिलाओं ने अपनी शिकायतें खुलकर अधिकारियों के सामने रखीं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर आयुक्त (न्यायिक) मीनू राणा और उपायुक्त (खाद्य) विजय प्रभा ने संयुक्त रूप से की। दोनों महिला अधिकारियों ने प्रत्येक प्रकरण को ध्यानपूर्वक सुना और शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया।

जनसुनवाई का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि महिला अधिकारियों ने प्रत्येक शिकायत सुनने के तुरंत बाद संबंधित अधिकारी को फोन कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि “प्रत्येक प्रकरण का निस्तारण निर्धारित समय सीमा में पूर्ण गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। कोई भी महिला न्याय पाने के लिए भटके नहीं।” अधिकारियों ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं पर प्राथमिकता से कार्रवाई की जाएगी और प्रशासन हर समय उनकी सुरक्षा और सहयोग के लिए तत्पर है।

इस दौरान शिल्पी कश्यप ने बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम के कुछ व्यक्तियों ने सुबह उसके घर में घुसकर लूटपाट की, अवैध असलहा लहराते हुए कण्डे का ढेर उठा ले गए और उसे घसीटा। शोर मचाने पर लोग इकट्ठा होने लगे तो हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। महिला ने स्थानीय चौकी पर आरोपियों के पक्ष में बयान लेने का आरोप लगाते हुए अपनी सुरक्षा और प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की।

नवाबगंज क्षेत्र की प्रार्थिनी प्रीति पाण्डेय ने अपने घर की खाली जमीन पर अवैध कब्जे, धमकी और पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि पड़ोसी अवैध रूप से दीवार खड़ी कर रहे हैं और कई बार धमकी दे चुके हैं। 112 पर कई बार कॉल करने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने मंडलायुक्त से अवैध निर्माण हटवाने एवं सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की।

अधिकारियों ने बताया कि “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” के माध्यम से मंडल की कोई भी महिला अपनी समस्या लेकर सीधे प्रशासन से संपर्क कर सकती है। जनसुनवाई में भूमि विवाद और कब्जे से जुड़ी शिकायतें सर्वाधिक रही। कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महिलाओं को त्वरित, सुरक्षित और सरल तरीके से न्याय मिले तथा वे बिना भय के अपनी बात प्रशासन तक पहुंचा सकें।

सीएम हेमंत सोरेन के नाम का दुरुपयोग: कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को फर्जी कॉल, रांची के गोंदा थाना में FIR दर्ज

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम का दुरुपयोग कर एक व्यक्ति के द्वारा कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और उनकी पत्नी को परेशान करने का मामला सामने आया है. शनिवार की देर रात इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव के द्वारा रांची के गोंदा थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.

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क्या है पूरा मामला

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के नाम का दुरुपयोग कर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और उनकी पत्नी को फोन कर परेशान करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री आवास में कार्यरत मुख्यमंत्री के प्राइवेट असिस्टेंट जय प्रसाद ने गोंदा थाना में एफआईआर दर्ज करायी है. एफआईआर में बताया गया है कि एक व्यक्ति ने खुद को झारखंड का मुख्यमंत्री बताकर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री को फोन किया और अनावश्यक रूप से उन्हें परेशान किया.

आवेदन में यह भी बताया गया है कि जिस नंबर से डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को कॉल किया गया था, उसी नंबर से राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी फोन कर परेशान कर चुका है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसे मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने और वीवीआईपी को परेशान करने की गंभीर और निंदनीय कार्रवाई बताया है.

शिकायत में कहा गया है कि फोन कॉल की रिकॉर्डिंग पेन ड्राइव में उपलब्ध है, जिसमें यह स्पष्ट सुनाई देता है कि फोन करने वाले आरोपी ने खुद को झारखंड का मुख्यमंत्री बताकर असभ्य और संदिग्ध तरीके से बातचीत कर रहा है.

जांच में जुटी पुलिस

दूसरी तरफ मामला आने के बाद से ही रांची पुलिस पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. रांची पुलिस की साइबर सेल और टेक्निकल सेल दोनों ही मामले की तफ्तीश में जुटी हुई हैं. इस मामले में रांची पुलिस को सीएम का निर्देश भी मिला है कि वह जल्द से जल्द आरोपी की तत्काल पहचान कर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें. पुलिस की टीम फोन लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, सिम कार्ड के आधार पर आरोपी की पहचान कर रही है.

शेख हसीना को सुनाई गई मौत की सजा, मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराया

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बांग्लादेशी की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को फांसी की सजा सुनाई गई है। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ चल रहे एक मामले पर सोमवार को ढाका स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल-बांग्लादेश) की तरफ से फैसला सुनाया गया। ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराते हुए कहा कि वे अधिकतम सजा की हकदार हैं। इसी के साथ न्यायाधिकरण ने उन्हें मौत की सजा सुनाई। पहले से ही माना जा रहा था कि उन्हें सख्त सजा दी जा सकती है।

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध और हत्या जैसे कुल 5 मामले चल रहे थे, जिस पर तीन सदस्यीय ट्रिब्यूनल ने अपना 453 पन्नों का फैसला सुना दिया है। उन्हें अलग-अलग मामलों में आईटीसी ने दोषी करार दिया है और मौत की सजा सुनाई है। ट्रिब्यूनल को जस्टिस मोहम्मद गुलाम मुर्तजा मजूमदर लीड कर रहे थे। आईसीटी जज के मुताबिक ये मामला काफी बड़ा था, ऐसे में फैसला भी 6 भाग में सुनाया गया है।

शेख हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ फैसला

ट्रिब्यूनल ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के पांच आरोपों पर अपना फैसला सुनाया है। ये आरोप जुलाई-अगस्त 2024 में आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन से जुड़ी अशांति से उत्पन्न हुए हैं। शेख हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ 8747 पन्नों के आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल गये थे, जिनमें पीड़ितों के बयान, जब्त किए सबूत और पीड़ितों की पूरी लिस्ट होने की बात कही गई थी। इसी आधार पर इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल-बांग्लादेश ने शेख हसीना के खिलाफ फैसला सुनाया है।

शेख हसीना ने मानवता के खिलाफ अपराध किए

ट्रिब्यूनल ने कहा है कि हमने मानवाधिकार संगठन और अन्य संगठनों की कई रिपोर्ट्स पर विचार किया है। हमने क्रूरताओं का विवरण भी दिया है। शेख हसीना ने मानवता के खिलाफ अपराध किए। ट्रिब्यूनल ने फैसले में यह भी कहा है कि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मारे गए हैं। ट्रिब्यूनल ने यह भी कहा है कि अवामी लीग के कार्यकर्ता कथित रूप से सड़कों पर उतर आए और पार्टी नेतृत्व की पूरी जानकारी में सुनियोजित हमले किए।

कोर्ट ने कहा-मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ

ट्रिब्यूनल ने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व की ओर से दिए गए सीधे आदेशों की वजह से प्रदर्शनकारियों और अन्य नागरिकों के मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हुआ। मामले में अभियोजकों ने दोषी के लिए मृत्युदंड की मांग की थी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि हसीना सरकार की ओर से आदेश के बाद 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच ‘विद्रोह’ के दौरान 1,400 लोग मारे गए थे। 11 हजार से अधिक लोग हिरासत में लिए गए या गिरफ्तार किए गए थे।

हसीना ने सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया

बता दें कि कि शेख हसीना इस वक्त भारत में हैं। उन्होंने ट्रिब्यूनल में मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि उन पर लगे सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं और वे ऐसे फैसलों की परवाह नहीं करतीं। आईसीटी के फैसले से पहले अपने समर्थकों को जारी एक ऑडियो संदेश में हसीना ने कहा था कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है। हसीना ने कहा था कि यह इतना भी आसान नहीं है। आवामी लीग जमीन से उठी पार्टी है।

तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आया बाइक सवार, पत्नी की मौत, पति घायल

गोण्डा। जिले के कर्नलगंज क्षेत्र में सोमवार की सुबह एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना उस समय हो गई, जब तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार दंपत्ति को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक सवार महिला डंपर की चपेट में आने के बाद काफी दूर तक घिसटती चली गई। और उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डंपर तेज गति से कर्नलगंज की ओर से जा रहा था, इसी दौरान बाइक को उसने सीधे टक्कर मार दी।

घटना में बाइक सवार पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल दोनों को सड़क से हटाकर एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा, जहां पति का इलाज जारी है वहीं पत्नी की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार घायल दंपत्ति की पहचान श्रावस्ती जनपद के निवासी के रूप में हुई है। पति का नाम महेश कुमार शाहू बताया जा रहा है, जो किसान इंटर कॉलेज भभुआ में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। दुर्घटना के समय वे किसी निजी कार्य से बाइक पर कर्नलगंज की ओर से जा रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि डंपर चालक हादसे के तुरंत बाद वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को दुर्घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर डंपर को कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार आए दिन दुर्घटनाओं को जन्म दे रही है, लेकिन प्रशासन की तरफ से प्रभावी कार्रवाई न होने के कारण हालात जस के तस बने हुए हैं। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि सड़क पर यातायात नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।