स्कूल के पास लटके जर्जर बिजली तार बना रहे हादसे को न्योता, अधिकारियों ने नहीं लिया सुधार की दिशा में कदम
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! नगरा बलिया उरैनी मार्ग पर जेडी पब्लिक स्कूल के पास से गुजर रहे 11 हजार केवीए के जर्जर बिजली के तार क्षेत्र में खतरनाक स्थिति पैदा कर रहे हैं। ये तार नीचे तक लंबित और लटके हुए हैं, जो दुर्घटना को न्योता देने वाली संभावित स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन कई स्कूलों की बसें बच्चों को लाने-ले जाने के काम में लगती हैं, जिससे इन जर्जर तारों की वजह से बच्चों और राहगीरों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।स्थानीय लोगों और स्कूल प्रशासन ने कई बार शिकायत के बावजूद बिजली निगम के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। निगम के अधिकारी कई मौकों पर निरीक्षण भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। तारों की खराब स्थिति को अस्थायी तौर पर बांस के डंडों से बांधकर सीधा किया गया है, जो न तो सुरक्षा प्रदान कर सकता है और न ही लंबे समय तक टिकाऊ समाधान है।इस गंभीर समस्या को देखते हुए लल्लन प्रसाद पांडेय ने अधिशासी अभियंता व अवर अभियंता नगरा को एक पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पत्र में आग्रह किया गया है कि विद्युत तारों और खंभों को विद्यालय के समीप से हटाकर किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए, ताकि बच्चों और इलाके के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।विद्युत तारों की इस जर्जर स्थिति को बिना उचित मरम्मत और सुरक्षा उपाय किए放置 करने से किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग की ओर से शीघ्र एवं प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, जिससे इस मार्ग पर आने-जाने वाले सभी बच्चों और आम जनता का जीवन सुरक्षित रह सके।
कोहिरा डायमंड की भव्य प्रदर्शनी का शुभारम्भ प्रयागराज में।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।वैभव नवीनता और उत्कृष्टता के प्रतीक कोहिरा डायमंड द्वारा आयोजित विशिष्ट प्रयोगशाला में निर्मित हीरे के आभूषणों का संग्रह की दो दिवसीय भव्य प्रदर्शनी का शुभारंभ आज होटल रामा कॉन्टिनेंटल सिविल लाइंस प्रयागराज के लोटस सभागार में हुआ।इस अवसर का उद्घाटन पूनम गुलाटी राखी खरबंदा एवं ज्योति खरबंदा के करकमलों द्वारा किया गया।उनके द्वारा दीप प्रज्वलन कर प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया जिसके साथ ही पूरे वातावरण में सौंदर्य और उत्साह का समावेश हो गया।

गुरु प्रसाद हीरालाल ज्वैलर्स के निदेशक शशांक जैन ने इस अवसर पर प्रयोगशाला में निर्मित हीरों की विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रयोगशाला में निर्मित हीरे पूरी तरह वास्तविक होते है जिनकी संरचना चमक और मजबूती प्राकृतिक हीरों के समान होती है।इन्हे अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया जाता है जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ किफायती भी है।इस कारण अधिक लोग असली हीरों की सुंदरता और आकर्षण का आनंद ले सकते है।उन्होंने आगे बताया कि कोहिरा डायमंड का मुख्य प्रदर्शनी केंद्र लखनऊ में स्थित है और ग्राहकों की अत्यधिक मांग को देखते हुए प्रयागराज में यह विशेष दो दिवसीय प्रदर्शनी आयोजित की गई है।

इस प्रदर्शनी में आधुनिक तकनीक उत्कृष्ट कारीगरी और नवीनतम आभूषण डिज़ाइनो का भव्य संगम देखने को मिल रहा है जिसमें हीरे के आकर्षक आभूषणों की विविध श्रेणियाँ प्रदर्शित की गई है।प्रदर्शनी में शहर के प्रमुख आभूषण प्रेमी व्यापारी तथा गणमान्य अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।सभी ने प्रदर्शित आभूषणों की कलात्मकता और उत्कृष्ट गुणवत्ता की सराहना की।प्रदर्शनी प्रतिदिन प्रातः11बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।

छात्र पर अज्ञात लोगो ने चाकू से किया हमला छात्र गम्भीर रूप से घायल।

सीएचसी अस्पताल कोरांव ने छात्र का प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल स्वरूपरानी के लिए रेफर।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत थाना कोराव क्षेत्र में सोमवार दोपहर छात्र पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।छात्र स्कूल ने विद्यालय से अपने घर जा रहा था।रास्ते में बाइक सवार दो युवकों ने उसे जबरदस्ती रोक लिया।छात्र के रुकते ही आरोपियो ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया छात्र गम्भीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए।मौके पर जुटे राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी और छात्र को इलाज के सीएचसी कोरांव भेजवाया गया जहां पर अस्पताल के डॉक्टरो ने प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।स्थानीय पुलिस ने जांच में जुटी हुई है।प्राप्त जानकारी अनुसार कोरांव थाना क्षेत्र के भलुहा गांव निवासी संस्कार शुक्ल पुत्र विनय शुक्ल उम्र लगभग 17वर्ष ने स्थानीय गोपाल विद्यालय इण्टर कॉलेज कोरांव में कक्षा10वी का छात्र है।रोज की तरह सोमवार सुबह को भी वह विद्यालय गया था स्कूल से लौटते वक्त रास्ते में छात्र को रोककर अज्ञात लोगो ने हमला किया।छात्र के गले और कंधे पर गम्भीर चोटे आई वह चीखते हुए सड़क किनारे लहूलुहान होकर गिर पड़ा दोनो हमलावरो ने हमले के बाद मौके से भाग निकले।रहगीरो ने खून से लथपथ छात्र को देखा तो सन्न रह गए।घटना की जानकारी जैसे ही परिजनो को मिली तो घर के परिजन अस्पताल पहुंच गए और बेटे की हालत देख कर पिता ने विलखते रहे और माता बेसुध हो गई।सुचना पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक कोरांव राकेश कुमार वर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ जांच में जुट गए है वही जानकारी मिलते ही एसीपी मेजा संत प्रसाद उपाध्याय मौके पर पहुंच कर परिजनो को हमलावरो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।इस घटना से गांव क्षेत्र में दहशत का माहौल।

नगरा-घोसी रोड पर नाबदान का पानी सड़क पर बहने से लोगों की मुश्किलें बढ़ीं
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! नगर पंचायत नगरा के वार्ड नंबर 3 में नगरा-घोसी रोड पर नाली निर्माण न होने के कारण नाबदान का गंदा पानी सड़क पर सीधे गिर रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जल निकासी की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं होने से यहां हमेशा दुर्गंध फैलती रहती है, जिससे राहगीर नाक दबाकर ही सड़क से गुजरते हैं।क्षेत्र के निवासियों ने बताया कि इससे न केवल सड़क गंदी होती है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी बढ़ रही हैं। नाबदान का पानी सड़कों पर जमा होकर गंदगी और संक्रमण का कारण बन रहा है। इसे लेकर नगर पंचायत की ओर से नाली निर्माण के लिए टेंडर तो हो चुका है, लेकिन उसके बाद काम में कोई तेजी नहीं आई है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि न तो जनप्रतिनिधि इस समस्या पर ध्यान दे रहे हैं और न ही नगर पंचायत के अधिकारी कोई ठोस कदम उठा रहे हैं। बार-बार मांग करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से जल्द नाली निर्माण कराकर सड़क के आसपास साफ-सफाई एवं जलनिकासी की उचित व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि नवी नाबदान का पानी सड़क पर न गिरे और लोगों को होने वाली असुविधा खत्म हो सके।जब इस संबंध में नगर पंचायत अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही नाली का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द यह समस्या दूर कर दी जाएगी।
*सड़क के शिलापट पर जातिसूचक शब्द, बहुजन अधिकार सेना ने हटाने की मांग की, कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी*
सुल्तानपुर,बहुजन अधिकार सेना के प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर राव 'एडवोकेट' ने एक संपर्क मार्ग के शिलापट पर जातिसूचक शब्द अंकित होने की शिकायत की है। यह मार्ग जयसिंहपुर विकासखंड के माधवपुर छतीना में राज्य सड़क निधि (5054) योजना के तहत बनाया गया था, जिसका शिलान्यास 6 जुलाई 2021 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था। शिकायत में कहा गया है कि शिलापट पर ग्राम के नाम के साथ अंकित यह जातिसूचक शब्द भारतीय संविधान के समानता के सिद्धांतों के विरुद्ध है। यह सामाजिक समता और शांति को प्रभावित करता है। यह नाम न तो राजस्व अभिलेखों में दर्ज है और न ही किसी सरकारी सूची में इसे मान्यता प्राप्त है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्य जातिगत द्वेष भावना से प्रेरित है, जिसे असंवैधानिक और निंदनीय बताया गया है। इस विषय पर पहले भी विभिन्न संगठनों द्वारा संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण आम जनता में गहरा रोष व्याप्त है। बहुजन अधिकार सेना ने मांग की है कि शिलापट से जातिसूचक शब्द तुरंत हटाया जाए। साथ ही, यह शब्द किसने और किसकी अनुमति से अंकित कराया, इसकी तत्काल और पारदर्शी जांच कराई जाए। संगठन ने दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की भी मांग की है। चेतावनी दी गई है कि यदि सात दिनों के भीतर संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो लखनऊ विधानसभा के सामने उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
*सड़क हादसे में रायबरेली-अयोध्या हाईवे पर मजदूर की मौत,ट्रेलर बैरिकेडिंग तोड़ टैंकर से टकराया,चालक समेत तीन घायल*
सुल्तानपुर में आज रायबरेली-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ। हलियापुर थाना क्षेत्र के पूरे झुरहू मजरा हलियापुर में हुए इस हादसे में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि टैंकर चालक समेत तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को अयोध्या के कुमारगंज स्थित पिठला अस्पताल ले जाया गया है। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा डिवाइडर का निर्माण कराया जा रहा है। जहां जगह छूटी है, वहां HIP कंपनी द्वारा डिवाइडर पर पेड़ लगाने का काम चल रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब तीन बजे जब मजदूर काम कर रहे थे, तभी जगदीशपुर की ओर से अयोध्या जा रहा गिट्टी लदा एक तेज रफ्तार ट्रेलर आया। ट्रेलर ने डिवाइडर पर लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और पास खड़े पानी के टैंकर से जा टकराया। टक्कर इतनी भीषण थी कि टैंकर घूमकर उस तरफ चला गया, जहां मजदूर काम कर रहे थे। इस दुर्घटना में अयोध्या के इनायत नगर थाना क्षेत्र के कुचेरा निवासी 45 वर्षीय मजदूर राम अचल की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में दो अन्य मजदूर, अयोध्या के इनायत नगर थाना क्षेत्र के कुचेरा निवासी 30 वर्षीय सूरज और कुमारगंज थाना क्षेत्र के रोहता मली का पुरवा निवासी 35 वर्षीय मंगली घायल हुए। ट्रेलर चालक, संतकबीर नगर के धनकटा थाना क्षेत्र के अजाव निवासी 30 वर्षीय विकास यादव भी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद गाड़ी से बाहर निकाला। सूचना मिलने पर हलियापुर के एसओ तरुण पटेल अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को पिठला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतक मजदूर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
UPASI चुनाव में प्रयागराज के डॉ.संतोष सिंह की शानदार जीत.बने कार्यकारिणी सदस्य

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया UPASI के हाल ही में सम्पन्न Executive Committee Election 2025 में प्रयागराज के प्रसिद्ध शल्य चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए Executive Committee Member पद पर भारी मतों से जीत दर्ज की राज्यभर में कुल 926 सर्जनों ने इस ऐतिहासिक ई-वोटिंग चुनाव में भाग लिया।डॉ. सिंह को 509 मत प्राप्त हुए जो उन्हें शीर्ष विजेताओं में स्थान दिलाते है।यह पहली बार था जब राज्य के सर्जनों के लिए इस स्तर का चुनाव ऑनलाइन प्रणाली से सम्पन्न हुआ।

इस चुनाव में प्रयागराज गोरखपुर लखनऊ आगरा कानपुर और अन्य शहरों के वरिष्ठ सर्जनों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की डॉ.संतोष सिंह वर्तमान में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज के सर्जरी विभाग में सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्यरत है। वे अपने उत्कृष्ट सर्जिकल कौशल शिक्षण क्षमता और मरीजों के प्रति समर्पण के लिए चिकित्सा जगत में विशिष्ट पहचान रखते है।साथ ही वे इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त सचिव हैं तथा पूर्व में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA)उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके है।

इन पदों पर रहते हुए उन्होंने चिकित्सकों के अधिकारों और प्रशिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए।अपनी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ.सिंह ने कहा–“यह सफलता मेरे सभी वरिष्ठ सर्जनों के आशीर्वाद सहकर्मियों के विश्वास और विशेष रूप से आदरणीय प्रो. (डॉ.)प्रबल नियोगी सर के प्रेरणादायक मार्गदर्शन का परिणाम है।उन्होंने सदैव हमें सिखाया है कि सर्जरी केवल तकनीक नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का माध्यम है।डॉ.सिंह ने कहा कि इस नई जिम्मेदारी के माध्यम से वे चिकित्सा सेवा को ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत रहेगे। उन्होंने कहा–मेरा लक्ष्य है कि आधुनिक सर्जिकल सुविधाएँ सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित न रहें। हर मरीज चाहे वह किसी भी आर्थिक वर्ग से हो उसे सम्मानपूर्वक और समय पर इलाज मिले—यही मेरा मिशन है।उन्होंने आगे बताया कि आने वाले समय में स्वास्थ्य शिविरो सर्जिकल जागरूकता अभियानों और युवा डॉक्टरो के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला प्रारंभ की जाएगी जिससे प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं का स्तर और ऊँचा उठ सके।

डॉ.सिंह ने कहा कि UPASI जैसे प्रतिष्ठित संगठन का उद्देश्य केवल तकनीकी प्रशिक्षण देना नही है बल्कि सर्जनों के बीच संवाद सहयोग और ज्ञान-साझाकरण को भी बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि नई तकनीकों जैसे लैप्रोस्कोपिक लेज़र और रोबोटिक सर्जरी को राज्य के हर हिस्से तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।साथ ही समाज के गरीब और जरूरतमंद वर्ग को निःशुल्क सर्जरी व परामर्श सुविधा प्रदान करना भी हमारी प्राथमिकता रहेगी।डॉ.सिंह ने सभी सीनियर डॉक्टरो सहकर्मियो विद्यार्थियों और शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा– यह जीत प्रयागराज के सर्जनो और जनता के विश्वास की जीत है।मैं आप सभी का दिल से धन्यवाद करता हूँ और यह भरोसा दिलाता हूँ कि सर्जरी के क्षेत्र में नई ऊर्जा संवेदना और निष्ठा के साथ कार्य करता रहूँगा।

कन्नौज में पुलिस के खौफ से डरकर नदी में कूदने वाले किशोर का अभी तक नहीं मिला शव

पंकज श्रीवास्तव/विवेक कुमार,कन्नौज। में पुलिस के खौफ से डरकर नदी में कूदने वाले किशोर का अभी तक शव नहीं मिला है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे मंत्री असीम अरुण के साथ डीआईजी कानपुर हरीश चंदर ने भी किशोर के परिजनों से मुलाकात की और परिजनों को दोषियों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस दौरान मंत्री असीम अरुण ने परिवार को सरकारी लाभ के तहत तत्काल पीड़ित परिवार को 5 बीघा कृषि पट्टा, सरकारी आवास, वृद्धावस्था पेंशन और बाल्य सेवा योजना का लाभ देने की बात कही। इसके साथ ही सीएम राहत कोष से भी आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने निलंबित पुलिस कर्मियों को जांच के बाद पुलिस सेवा से हटाये जाने की बात भी कही।

आपको बताते चलें कि रविवार को गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत देवीपुर्वा गांव में पुलिस के डर से 17 वर्षीय धर्मवीर पाल ने काली नदी में कूदकर जान दे दी , हालांकि अभी तक शव बरामद नहीं हो सका है। 24 घंटे बाद भी नदी में डूबे किशोर की तलाश जारी है इस दौरान मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने पहुंचकर पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन देते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की बात कही। मीडिया से बात करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि कल कन्नौज में तेरारागी गांव में एक गंभीर घटना हुई जिसमें कि हमारे 17 वर्षीय युवक की मृत्यु हुई। जो पूछताछ के आधार पर जानकारी आ रही है, एक दबिश पुलिस ने यहां पर दी, चूंकि जिसकी मृत्यु हुई है उसके बड़े भाई के ऊपर आरोप है।

अपहरण का जो लम्बे समय से प्रकरण चल रहा है। पुलिस का यद्यपि दबिश देने का है लेकिन यहां पर जो पुलिस ने दबिश दी है उससे यह 17 वर्षीय बालक डर गया और काली नदी में जाकर कूद गया और ऐसा लग रहा है कि वह डूब गया। बचाव दल लगातार काम कर रहा है। हम आशा करते है कि बच्चा जीवित हो अगर जीवित नही है तो उसका शव मिलना चाहिए।

उन्होंने आगे बताया कि जिन पुलिस कर्मियों ने ऐसी लापरवाही वाली दबिश दी, उनके खिलाफ हम लोग कार्यवाही कर रहे है। निलंबन किया गया है, साथ-साथ गंभीर दंड भी उनको दिया जाएगा। लेकिन यह भी जरूरी है कि घर परिवार को ताकत दी जाए। परिवार को एक 5 बीघा का कृषि पट्टा दे रहे है, साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत एक आवास दे रहे है जो वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दोनों बच्चे है उनको वजीफा बाल्य सेवा योजना अन्तर्गत ऐसे लगभग 7 से 8 हजार रुपए मासिक महंगाई भत्ता भी हम लोग कर रहे है, पर यह सब उतना महत्वपूर्ण नही है, ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हम इस समय बच्चे के शव को तलाश करें, ताकि परिवार की संतुष्टि हो और जिन पुलिसकर्मियों ने ऐसी गलती की है उनको कठोर दण्ड दिया जाए। जिससे कि दोबारा कोई पुलिसकर्मी ऐसी लापरवाही न करे।

मंत्री असीम अरुण ने कहा कि जैसा स्थानीय लोगों ने बताया कि उस दबिश के दौरान जब बालक पानी में गिर गया बहने लगा ऐसे में जो दो पुलिसकर्मी आए थे तो उनको अगर लापरवाह न होते तो उनको बच्चे को बचाने का प्रयास करना चाहिए था, तत्काल बताना चाहिए था, रिपोर्ट करनी चाहिए थी, मदद मांगनी थी परन्तु उन्होंने ऐसा न करके यहां से खुद वह भाग गए। इसकी वजह से जो बचाव कार्य तुरंत हो सकता था वह नही हुआ। दोनों प्रकार की लापरवाही है पुलिस दबिश देती तो ध्यान रखती है, न तो अभियुक्त या किसी और को चोट लगे और न पुलिस को भी चोट लगे, पर यहां पर स्पष्ट दिखता है कि जो दबिश दी गई वह बहुत ही लापरवाही वाली थी और 17 साल का बच्चा जो स्वयं वांछित नही था। इस प्रकरण में पानी में डूबा है।

मंत्री ने मदद के साथ दिया कड़ी कार्यवाही का आश्वासन

मंत्री असीम अरुण ने कहा कि आर्थिक मदद के लिए हमने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अभी तुरंत भेज दिया है, मुझे आशा है कि शाम तक घोषणा हो जाएगी, लेकिन उसके अतिरिक्त 5 बीघा कृषि का पट्टा, आवास मुख्यमंत्री योजना के तहत आवास हम देंगे। साथ-साथ लगभग हम 7 हजार रूपया मासिक पेंशन की व्यवस्था बच्चों के लिए और जो पुलिस कर्मी है उनको निलंबित भी किया है और जांच करके यूपी सेवा से भी हटाया जाएगा।

उत्तर प्रदेश बना वित्तीय अनुशासन का मॉडल राज्य

*पूंजीगत व्यय, निवेश में यूपी शीर्ष पर - CAG रिपोर्ट*

*CM के मार्गदर्शन में राज्य की वित्तीय सेहत मजबूत*

*UP ने निवेश और पूंजीगत खर्च में रचा नया इतिहास*

लखनऊ। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा प्रकाशित राज्य के वित्त लेखे 2022-2023 के अनुसार, उत्तर प्रदेश वित्तीय अनुशासन और निवेश के मामले में देश के सभी 28 राज्यों में अग्रणी रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 1,03,237 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय किया, जो देश में सबसे अधिक है। यह राशि राज्य की शुद्ध लोक ऋण प्राप्तियों का 210.68% है, जो यह दर्शाता है कि सरकार ने लिया गया ऋण केवल विकास और पूंजी निर्माण के कार्यों पर खर्च किया है। यह एक आदर्श वित्तीय स्थिति मानी जाती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने न केवल राजस्व व्यय पर नियंत्रण रखा, बल्कि निवेश और पूंजीगत खर्च में नया इतिहास रचा है। वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और विकास उन्मुख व्यय ने यूपी को देश का “फाइनेंशियल रोल मॉडल स्टेट” बना दिया है।
सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजस्व प्राप्तियां उसके राजस्व व्यय से अधिक रही हैं, अर्थात राज्य राजस्व बचत की स्थिति में है। राज्य का स्वयं का राजस्व (कर एवं करेतर) राजस्व प्राप्तियों का 45% रहा, जबकि हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे औद्योगिक राज्यों में यह 70-80% के बीच रहा। प्रदेश ने कुल व्यय का 9.39% निवेश पर खर्च किया, जो महाराष्ट्र (3.81%), गुजरात (3.64%) और बिहार (1.65%) से कहीं अधिक है। इसके साथ ही, 2013-14 से 2022-23 में केंद्रीय करों में सर्वाधिक राशि उत्तर प्रदेश को ही प्राप्त हुई है।
उत्तर प्रदेश ने प्रतिबद्ध व्यय (वेतन, पेंशन और ब्याज भुगतान) पर कुल राजस्व व्यय का 42.57% खर्च किया, जो हरियाणा (55.27%) और तमिलनाडु (50.97%) से कम है। प्रदेश ने अपने कुल व्यय का 12.43% वेतन पर खर्च किया, जबकि 16 राज्यों ने 20% से अधिक खर्च किया। वहीं, पेंशन पर व्यय कुल व्यय का 12.15% रहा, जो कई राज्यों (जैसे हिमाचल प्रदेश 15%+) से कम है। इसी तरह, ब्याज भुगतान कुल व्यय का 8.90% रहा, जबकि 10 राज्यों ने इस मद में 10% से अधिक खर्च किया। सब्सिडी पर व्यय मात्र 4.40% रहा, जबकि पंजाब ने अपने व्यय का 17% सब्सिडी पर व्यय किया।
राज्य ने वृहद निर्माण कार्यों पर कुल व्यय का 11.89% खर्च किया, जो इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सहायता अनुदान (सामान्य एवं वेतन) पर 22.85% व्यय किया, जो अन्य बड़े राज्यों जैसे महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से कम है। इसी तरह, सहायता अनुदान (पूंजी सृजन) पर 2.27% व्यय किया, जबकि असम, झारखंड और त्रिपुरा में यह 5% से अधिक रहा।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में उत्तर प्रदेश ने एफ.आर.बी.एम. एक्ट के सभी मानकों का पालन किया। राज्य की कुल देयता जीएसडीपी का 29.32% रही, जबकि कुल प्रत्याभूतियां मात्र 7.56% रहीं। यह सरकार के वित्तीय अनुशासन और स्थिरता का प्रमाण है।
सिनेमा है राष्ट्र निर्माण की आत्मा, बाज़ार और मीडिया में फैली झूठी स्क्रिप्ट से बचेः गौतम अदाणी

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी इस बार किसी बिजनेस इंस्टिट्यूट या समिट में नहीं बल्कि सिनेमा के स्टूडेंट्स के बीच थे। गौतम अदाणी ने मशहूर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर सुभाष घई द्वारा स्थापित व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में सिनेमा के स्टूडेंट्स को संबोधन किया। उन्होंने सिनेमा के छात्रों और उद्योग जगत की हस्तियों को बताया कि सिनेमा राष्ट्र निर्माण की आत्मा है और साथ ही चेताया भी कि कहानियां - चाहे वे कला, मीडिया या बाजार में हों - भाग्य को तय करने की शक्ति रखती हैं। सिनेमा की सॉफ्ट पावर पर जोर अदाणी ने "जीना यहाँ, मरना यहाँ: राष्ट्र निर्माण की सिनेमाई आत्मा" शीर्षक से अपने मुख्य भाषण में कहा, कि सिनेमा एक चलायमान कविता और रंगों का तालमेल है। उन्होंने फिल्मों को समाज की सामूहिक चेतना, संस्कृतियों के बीच सेतु बनाने वाले उपकरण तथा सरकारों और नीतियों से भी अधिक समय तक टिकने वाली सॉफ्ट पावर का शक्तिशाली रूप बताया। मुंबई के फिल्म सिटी में 20 एकड़ के परिसर में फिल्म निर्माता सुभाष घई ने व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल को 2006 में स्थापित किया। व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल भारत के प्रमुख फिल्म, संचार और रचनात्मक कला संस्थानों में से एक है। यह फिल्म निर्माण, अभिनय, एनीमेशन, फैशन, संगीत और मीडिया प्रबंधन में पाठ्यक्रम प्रदान करता है, और इसे लगातार दुनिया के शीर्ष फिल्म स्कूलों में स्थान दिया गया है। गौतम अदाणी ने दी गुरुदत्त और राजकपूर को श्रद्धांजलि फिल्म जगत के दिग्गज गुरुदत्त और राज कपूर की शताब्दी पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, गौतम अदाणी ने कहा कि उनका काम सिनेमा की परिवर्तनकारी शक्ति का उदाहरण है। उन्होंने कहा, "राज कपूर की 'अनाड़ी' के गीत सिर्फ़ कला नहीं, बल्कि दर्शन को समेटे हुए हैं। उन्होंने दुनिया को सही मायने में भारत के दर्शन कराए।" गौतम अदाणी ने कहा कि कैसे सोवियत संघ में राज कपूर की लोकप्रियता ने ऐसे समय में राष्ट्रों के बीच संबंधों को मज़बूत किया जब राजनीतिक गठबंधन कमज़ोर थे। भाषण के दौरान पूरा हाल तब तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया जब गौतम अदाणी ने सनेमा को अपनी ज़िंदगी की कहानी से जोड़ते हुए याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे सिनेमा ने उनके निजी सफ़र को आकार दिया। उन्होंने कहा, "मैं 16 साल की उम्र में खाली जेबों के साथ मुंबई आया था, लेकिन मेरे सामने सपनों का आसमान था। 30 साल की उम्र तक, मैंने भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक घराना खड़ा कर लिया था, 32 साल की उम्र तक मैंने इसे सार्वजनिक कर दिया था, और 34 साल की उम्र तक मैं बंदरगाहों और बिजली के क्षेत्र में था। जिन नायकों को देखकर मैं बड़ा हुआ, उन्हें असल ज़िंदगी में भी जिया जा सकता है।" अदाणी समूह के अध्यक्ष ने अपनी भाषण का दायरा सिनेमा से आगे बढ़ाते हुए चेतावनी दी कि आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, कहानियां न सिर्फ संस्कृति को बल्कि अर्थव्यवस्थाओं और बाज़ारों को भी आकार देती हैं। मिसाल के तौर पर उन्होंने अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की जनवरी 2023 की रिपोर्ट का ज़िक्र भी किया। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की कंपनियों के मूल्य में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि - "यह रिपोर्ट एक झूठी पटकथा थी जिसे दुनिया भर में फैलाया गया। कुछ ही दिनों में, 100 अरब डॉलर से ज़्यादा का बाज़ार मूल्य नष्ट हो गया—इसलिए नहीं कि तथ्य बदल गए थे, बल्कि इसलिए कि धारणा से छेड़छाड़ की गई थी," उन्होंने का कि चुप्पी दूसरों को आपकी नियति लिखने का मौका देती है। सच को ज़ोर से बताया जाना चाहिए—प्रचार के तौर पर नहीं, बल्कि एक सच्चाई के तौर पर। अदाणी ने कहा कि हिंडनबर्ग प्रकरण सिर्फ़ एक कंपनी का मामला नहीं था, बल्कि एक केस स्टडी है कि कैसे गलत सूचना और मनगढ़ंत कहानियां बाज़ारों और अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर कर सकती हैं। उन्होंने पूछा, "जैसे सिनेमा राष्ट्रों की कहानियां कहता है, वैसे ही बाज़ार भी कहानियों से संचालित होते हैं। सवाल यह है कि इन्हें किस उद्देश्य से और कौन लिखता है?" अदाणी ने दी सिनेमा के भविष्य की झांकी गौतम अदाणी ने अपने भाषण में सिनेमा के भविष्य की चर्चा भी की। उन्होंने भविष्यवाणी की कि एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) फिल्म निर्माण में उसी तरह क्रांति लाएगी जैसे यह स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव ला रही है। उन्होंने कहा, "आने वाले दशक में, निर्माण की लागत 80% तक कम हो सकती है।"
"कल्पना कीजिए कि एक ही दिन में वैश्विक रिलीज़ हों, एआई-संचालित गीत-संगीत मिनटों में विभिन्न भाषाओं में रचा जाए, गतिशील पटकथाएं जो वास्तविक समय में बदलती रहें, ऐसी फ़िल्में जहां हर दर्शक अपना संस्करण देखे, और डिजिटल कलाकार जो पीढ़ियों से आगे तक जीवित रहें।" उन्होंने एआई स्टूडियो की भी कल्पना की, जहां मनुष्य और मशीनें सहयोग करते हैं और सिनेमा स्वयं बिजनेस बन जाता है। मतलब जो भी आप स्क्रीन पर देख रहे हैं वह हर वस्तु तुरंत खरीद के लिए उपलब्ध हो सकती है। अदाणी ने व्हिसलिंग वुड्स में पढ़ने वाले छात्रों से अपील की कि दुनिया के सामने भारतीय कहानियों को विदेशी नज़रिए से ना पेश करें। स्लमडॉग मिलियनेयर फिल्म का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कैसे गरीबी को तमाशे की तरह पेश किया गया है। उन्होंने कहा, "अब कभी भी किसी भारतीय महात्मा की कहानी किसी विदेशी की नज़र से नहीं लिखी जानी चाहिए। भारत को उसकी आवाज़, उसके गीत, उसकी कहानियां वापस दे दीजिए।" व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में आयोजित कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गज, शिक्षाविद और जानीमानी हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें फिल्म निर्माता सुभाष घई, फैकेल्टी मेंबर और भारत के मनोरंजन और मीडिया जगत की प्रमुख हस्तियां शामिल थीं, जिन्होंने छात्रों के साथ मिलकर गौतम अदाणी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
स्कूल के पास लटके जर्जर बिजली तार बना रहे हादसे को न्योता, अधिकारियों ने नहीं लिया सुधार की दिशा में कदम
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! नगरा बलिया उरैनी मार्ग पर जेडी पब्लिक स्कूल के पास से गुजर रहे 11 हजार केवीए के जर्जर बिजली के तार क्षेत्र में खतरनाक स्थिति पैदा कर रहे हैं। ये तार नीचे तक लंबित और लटके हुए हैं, जो दुर्घटना को न्योता देने वाली संभावित स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन कई स्कूलों की बसें बच्चों को लाने-ले जाने के काम में लगती हैं, जिससे इन जर्जर तारों की वजह से बच्चों और राहगीरों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।स्थानीय लोगों और स्कूल प्रशासन ने कई बार शिकायत के बावजूद बिजली निगम के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। निगम के अधिकारी कई मौकों पर निरीक्षण भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। तारों की खराब स्थिति को अस्थायी तौर पर बांस के डंडों से बांधकर सीधा किया गया है, जो न तो सुरक्षा प्रदान कर सकता है और न ही लंबे समय तक टिकाऊ समाधान है।इस गंभीर समस्या को देखते हुए लल्लन प्रसाद पांडेय ने अधिशासी अभियंता व अवर अभियंता नगरा को एक पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पत्र में आग्रह किया गया है कि विद्युत तारों और खंभों को विद्यालय के समीप से हटाकर किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए, ताकि बच्चों और इलाके के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।विद्युत तारों की इस जर्जर स्थिति को बिना उचित मरम्मत और सुरक्षा उपाय किए放置 करने से किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग की ओर से शीघ्र एवं प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, जिससे इस मार्ग पर आने-जाने वाले सभी बच्चों और आम जनता का जीवन सुरक्षित रह सके।
कोहिरा डायमंड की भव्य प्रदर्शनी का शुभारम्भ प्रयागराज में।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।वैभव नवीनता और उत्कृष्टता के प्रतीक कोहिरा डायमंड द्वारा आयोजित विशिष्ट प्रयोगशाला में निर्मित हीरे के आभूषणों का संग्रह की दो दिवसीय भव्य प्रदर्शनी का शुभारंभ आज होटल रामा कॉन्टिनेंटल सिविल लाइंस प्रयागराज के लोटस सभागार में हुआ।इस अवसर का उद्घाटन पूनम गुलाटी राखी खरबंदा एवं ज्योति खरबंदा के करकमलों द्वारा किया गया।उनके द्वारा दीप प्रज्वलन कर प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया जिसके साथ ही पूरे वातावरण में सौंदर्य और उत्साह का समावेश हो गया।

गुरु प्रसाद हीरालाल ज्वैलर्स के निदेशक शशांक जैन ने इस अवसर पर प्रयोगशाला में निर्मित हीरों की विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रयोगशाला में निर्मित हीरे पूरी तरह वास्तविक होते है जिनकी संरचना चमक और मजबूती प्राकृतिक हीरों के समान होती है।इन्हे अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया जाता है जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ किफायती भी है।इस कारण अधिक लोग असली हीरों की सुंदरता और आकर्षण का आनंद ले सकते है।उन्होंने आगे बताया कि कोहिरा डायमंड का मुख्य प्रदर्शनी केंद्र लखनऊ में स्थित है और ग्राहकों की अत्यधिक मांग को देखते हुए प्रयागराज में यह विशेष दो दिवसीय प्रदर्शनी आयोजित की गई है।

इस प्रदर्शनी में आधुनिक तकनीक उत्कृष्ट कारीगरी और नवीनतम आभूषण डिज़ाइनो का भव्य संगम देखने को मिल रहा है जिसमें हीरे के आकर्षक आभूषणों की विविध श्रेणियाँ प्रदर्शित की गई है।प्रदर्शनी में शहर के प्रमुख आभूषण प्रेमी व्यापारी तथा गणमान्य अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।सभी ने प्रदर्शित आभूषणों की कलात्मकता और उत्कृष्ट गुणवत्ता की सराहना की।प्रदर्शनी प्रतिदिन प्रातः11बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।

छात्र पर अज्ञात लोगो ने चाकू से किया हमला छात्र गम्भीर रूप से घायल।

सीएचसी अस्पताल कोरांव ने छात्र का प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल स्वरूपरानी के लिए रेफर।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत थाना कोराव क्षेत्र में सोमवार दोपहर छात्र पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।छात्र स्कूल ने विद्यालय से अपने घर जा रहा था।रास्ते में बाइक सवार दो युवकों ने उसे जबरदस्ती रोक लिया।छात्र के रुकते ही आरोपियो ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया छात्र गम्भीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए।मौके पर जुटे राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी और छात्र को इलाज के सीएचसी कोरांव भेजवाया गया जहां पर अस्पताल के डॉक्टरो ने प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।स्थानीय पुलिस ने जांच में जुटी हुई है।प्राप्त जानकारी अनुसार कोरांव थाना क्षेत्र के भलुहा गांव निवासी संस्कार शुक्ल पुत्र विनय शुक्ल उम्र लगभग 17वर्ष ने स्थानीय गोपाल विद्यालय इण्टर कॉलेज कोरांव में कक्षा10वी का छात्र है।रोज की तरह सोमवार सुबह को भी वह विद्यालय गया था स्कूल से लौटते वक्त रास्ते में छात्र को रोककर अज्ञात लोगो ने हमला किया।छात्र के गले और कंधे पर गम्भीर चोटे आई वह चीखते हुए सड़क किनारे लहूलुहान होकर गिर पड़ा दोनो हमलावरो ने हमले के बाद मौके से भाग निकले।रहगीरो ने खून से लथपथ छात्र को देखा तो सन्न रह गए।घटना की जानकारी जैसे ही परिजनो को मिली तो घर के परिजन अस्पताल पहुंच गए और बेटे की हालत देख कर पिता ने विलखते रहे और माता बेसुध हो गई।सुचना पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक कोरांव राकेश कुमार वर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ जांच में जुट गए है वही जानकारी मिलते ही एसीपी मेजा संत प्रसाद उपाध्याय मौके पर पहुंच कर परिजनो को हमलावरो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।इस घटना से गांव क्षेत्र में दहशत का माहौल।

नगरा-घोसी रोड पर नाबदान का पानी सड़क पर बहने से लोगों की मुश्किलें बढ़ीं
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! नगर पंचायत नगरा के वार्ड नंबर 3 में नगरा-घोसी रोड पर नाली निर्माण न होने के कारण नाबदान का गंदा पानी सड़क पर सीधे गिर रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जल निकासी की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं होने से यहां हमेशा दुर्गंध फैलती रहती है, जिससे राहगीर नाक दबाकर ही सड़क से गुजरते हैं।क्षेत्र के निवासियों ने बताया कि इससे न केवल सड़क गंदी होती है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी बढ़ रही हैं। नाबदान का पानी सड़कों पर जमा होकर गंदगी और संक्रमण का कारण बन रहा है। इसे लेकर नगर पंचायत की ओर से नाली निर्माण के लिए टेंडर तो हो चुका है, लेकिन उसके बाद काम में कोई तेजी नहीं आई है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि न तो जनप्रतिनिधि इस समस्या पर ध्यान दे रहे हैं और न ही नगर पंचायत के अधिकारी कोई ठोस कदम उठा रहे हैं। बार-बार मांग करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से जल्द नाली निर्माण कराकर सड़क के आसपास साफ-सफाई एवं जलनिकासी की उचित व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि नवी नाबदान का पानी सड़क पर न गिरे और लोगों को होने वाली असुविधा खत्म हो सके।जब इस संबंध में नगर पंचायत अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही नाली का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द यह समस्या दूर कर दी जाएगी।
*सड़क के शिलापट पर जातिसूचक शब्द, बहुजन अधिकार सेना ने हटाने की मांग की, कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी*
सुल्तानपुर,बहुजन अधिकार सेना के प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर राव 'एडवोकेट' ने एक संपर्क मार्ग के शिलापट पर जातिसूचक शब्द अंकित होने की शिकायत की है। यह मार्ग जयसिंहपुर विकासखंड के माधवपुर छतीना में राज्य सड़क निधि (5054) योजना के तहत बनाया गया था, जिसका शिलान्यास 6 जुलाई 2021 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था। शिकायत में कहा गया है कि शिलापट पर ग्राम के नाम के साथ अंकित यह जातिसूचक शब्द भारतीय संविधान के समानता के सिद्धांतों के विरुद्ध है। यह सामाजिक समता और शांति को प्रभावित करता है। यह नाम न तो राजस्व अभिलेखों में दर्ज है और न ही किसी सरकारी सूची में इसे मान्यता प्राप्त है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्य जातिगत द्वेष भावना से प्रेरित है, जिसे असंवैधानिक और निंदनीय बताया गया है। इस विषय पर पहले भी विभिन्न संगठनों द्वारा संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण आम जनता में गहरा रोष व्याप्त है। बहुजन अधिकार सेना ने मांग की है कि शिलापट से जातिसूचक शब्द तुरंत हटाया जाए। साथ ही, यह शब्द किसने और किसकी अनुमति से अंकित कराया, इसकी तत्काल और पारदर्शी जांच कराई जाए। संगठन ने दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की भी मांग की है। चेतावनी दी गई है कि यदि सात दिनों के भीतर संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो लखनऊ विधानसभा के सामने उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
*सड़क हादसे में रायबरेली-अयोध्या हाईवे पर मजदूर की मौत,ट्रेलर बैरिकेडिंग तोड़ टैंकर से टकराया,चालक समेत तीन घायल*
सुल्तानपुर में आज रायबरेली-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ। हलियापुर थाना क्षेत्र के पूरे झुरहू मजरा हलियापुर में हुए इस हादसे में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि टैंकर चालक समेत तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को अयोध्या के कुमारगंज स्थित पिठला अस्पताल ले जाया गया है। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा डिवाइडर का निर्माण कराया जा रहा है। जहां जगह छूटी है, वहां HIP कंपनी द्वारा डिवाइडर पर पेड़ लगाने का काम चल रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब तीन बजे जब मजदूर काम कर रहे थे, तभी जगदीशपुर की ओर से अयोध्या जा रहा गिट्टी लदा एक तेज रफ्तार ट्रेलर आया। ट्रेलर ने डिवाइडर पर लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और पास खड़े पानी के टैंकर से जा टकराया। टक्कर इतनी भीषण थी कि टैंकर घूमकर उस तरफ चला गया, जहां मजदूर काम कर रहे थे। इस दुर्घटना में अयोध्या के इनायत नगर थाना क्षेत्र के कुचेरा निवासी 45 वर्षीय मजदूर राम अचल की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में दो अन्य मजदूर, अयोध्या के इनायत नगर थाना क्षेत्र के कुचेरा निवासी 30 वर्षीय सूरज और कुमारगंज थाना क्षेत्र के रोहता मली का पुरवा निवासी 35 वर्षीय मंगली घायल हुए। ट्रेलर चालक, संतकबीर नगर के धनकटा थाना क्षेत्र के अजाव निवासी 30 वर्षीय विकास यादव भी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद गाड़ी से बाहर निकाला। सूचना मिलने पर हलियापुर के एसओ तरुण पटेल अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को पिठला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतक मजदूर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
UPASI चुनाव में प्रयागराज के डॉ.संतोष सिंह की शानदार जीत.बने कार्यकारिणी सदस्य

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया UPASI के हाल ही में सम्पन्न Executive Committee Election 2025 में प्रयागराज के प्रसिद्ध शल्य चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए Executive Committee Member पद पर भारी मतों से जीत दर्ज की राज्यभर में कुल 926 सर्जनों ने इस ऐतिहासिक ई-वोटिंग चुनाव में भाग लिया।डॉ. सिंह को 509 मत प्राप्त हुए जो उन्हें शीर्ष विजेताओं में स्थान दिलाते है।यह पहली बार था जब राज्य के सर्जनों के लिए इस स्तर का चुनाव ऑनलाइन प्रणाली से सम्पन्न हुआ।

इस चुनाव में प्रयागराज गोरखपुर लखनऊ आगरा कानपुर और अन्य शहरों के वरिष्ठ सर्जनों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की डॉ.संतोष सिंह वर्तमान में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज के सर्जरी विभाग में सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्यरत है। वे अपने उत्कृष्ट सर्जिकल कौशल शिक्षण क्षमता और मरीजों के प्रति समर्पण के लिए चिकित्सा जगत में विशिष्ट पहचान रखते है।साथ ही वे इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त सचिव हैं तथा पूर्व में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA)उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके है।

इन पदों पर रहते हुए उन्होंने चिकित्सकों के अधिकारों और प्रशिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए।अपनी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ.सिंह ने कहा–“यह सफलता मेरे सभी वरिष्ठ सर्जनों के आशीर्वाद सहकर्मियों के विश्वास और विशेष रूप से आदरणीय प्रो. (डॉ.)प्रबल नियोगी सर के प्रेरणादायक मार्गदर्शन का परिणाम है।उन्होंने सदैव हमें सिखाया है कि सर्जरी केवल तकनीक नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का माध्यम है।डॉ.सिंह ने कहा कि इस नई जिम्मेदारी के माध्यम से वे चिकित्सा सेवा को ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत रहेगे। उन्होंने कहा–मेरा लक्ष्य है कि आधुनिक सर्जिकल सुविधाएँ सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित न रहें। हर मरीज चाहे वह किसी भी आर्थिक वर्ग से हो उसे सम्मानपूर्वक और समय पर इलाज मिले—यही मेरा मिशन है।उन्होंने आगे बताया कि आने वाले समय में स्वास्थ्य शिविरो सर्जिकल जागरूकता अभियानों और युवा डॉक्टरो के प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला प्रारंभ की जाएगी जिससे प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं का स्तर और ऊँचा उठ सके।

डॉ.सिंह ने कहा कि UPASI जैसे प्रतिष्ठित संगठन का उद्देश्य केवल तकनीकी प्रशिक्षण देना नही है बल्कि सर्जनों के बीच संवाद सहयोग और ज्ञान-साझाकरण को भी बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि नई तकनीकों जैसे लैप्रोस्कोपिक लेज़र और रोबोटिक सर्जरी को राज्य के हर हिस्से तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।साथ ही समाज के गरीब और जरूरतमंद वर्ग को निःशुल्क सर्जरी व परामर्श सुविधा प्रदान करना भी हमारी प्राथमिकता रहेगी।डॉ.सिंह ने सभी सीनियर डॉक्टरो सहकर्मियो विद्यार्थियों और शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा– यह जीत प्रयागराज के सर्जनो और जनता के विश्वास की जीत है।मैं आप सभी का दिल से धन्यवाद करता हूँ और यह भरोसा दिलाता हूँ कि सर्जरी के क्षेत्र में नई ऊर्जा संवेदना और निष्ठा के साथ कार्य करता रहूँगा।

कन्नौज में पुलिस के खौफ से डरकर नदी में कूदने वाले किशोर का अभी तक नहीं मिला शव

पंकज श्रीवास्तव/विवेक कुमार,कन्नौज। में पुलिस के खौफ से डरकर नदी में कूदने वाले किशोर का अभी तक शव नहीं मिला है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे मंत्री असीम अरुण के साथ डीआईजी कानपुर हरीश चंदर ने भी किशोर के परिजनों से मुलाकात की और परिजनों को दोषियों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस दौरान मंत्री असीम अरुण ने परिवार को सरकारी लाभ के तहत तत्काल पीड़ित परिवार को 5 बीघा कृषि पट्टा, सरकारी आवास, वृद्धावस्था पेंशन और बाल्य सेवा योजना का लाभ देने की बात कही। इसके साथ ही सीएम राहत कोष से भी आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने निलंबित पुलिस कर्मियों को जांच के बाद पुलिस सेवा से हटाये जाने की बात भी कही।

आपको बताते चलें कि रविवार को गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत देवीपुर्वा गांव में पुलिस के डर से 17 वर्षीय धर्मवीर पाल ने काली नदी में कूदकर जान दे दी , हालांकि अभी तक शव बरामद नहीं हो सका है। 24 घंटे बाद भी नदी में डूबे किशोर की तलाश जारी है इस दौरान मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने पहुंचकर पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन देते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की बात कही। मीडिया से बात करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि कल कन्नौज में तेरारागी गांव में एक गंभीर घटना हुई जिसमें कि हमारे 17 वर्षीय युवक की मृत्यु हुई। जो पूछताछ के आधार पर जानकारी आ रही है, एक दबिश पुलिस ने यहां पर दी, चूंकि जिसकी मृत्यु हुई है उसके बड़े भाई के ऊपर आरोप है।

अपहरण का जो लम्बे समय से प्रकरण चल रहा है। पुलिस का यद्यपि दबिश देने का है लेकिन यहां पर जो पुलिस ने दबिश दी है उससे यह 17 वर्षीय बालक डर गया और काली नदी में जाकर कूद गया और ऐसा लग रहा है कि वह डूब गया। बचाव दल लगातार काम कर रहा है। हम आशा करते है कि बच्चा जीवित हो अगर जीवित नही है तो उसका शव मिलना चाहिए।

उन्होंने आगे बताया कि जिन पुलिस कर्मियों ने ऐसी लापरवाही वाली दबिश दी, उनके खिलाफ हम लोग कार्यवाही कर रहे है। निलंबन किया गया है, साथ-साथ गंभीर दंड भी उनको दिया जाएगा। लेकिन यह भी जरूरी है कि घर परिवार को ताकत दी जाए। परिवार को एक 5 बीघा का कृषि पट्टा दे रहे है, साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत एक आवास दे रहे है जो वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दोनों बच्चे है उनको वजीफा बाल्य सेवा योजना अन्तर्गत ऐसे लगभग 7 से 8 हजार रुपए मासिक महंगाई भत्ता भी हम लोग कर रहे है, पर यह सब उतना महत्वपूर्ण नही है, ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हम इस समय बच्चे के शव को तलाश करें, ताकि परिवार की संतुष्टि हो और जिन पुलिसकर्मियों ने ऐसी गलती की है उनको कठोर दण्ड दिया जाए। जिससे कि दोबारा कोई पुलिसकर्मी ऐसी लापरवाही न करे।

मंत्री असीम अरुण ने कहा कि जैसा स्थानीय लोगों ने बताया कि उस दबिश के दौरान जब बालक पानी में गिर गया बहने लगा ऐसे में जो दो पुलिसकर्मी आए थे तो उनको अगर लापरवाह न होते तो उनको बच्चे को बचाने का प्रयास करना चाहिए था, तत्काल बताना चाहिए था, रिपोर्ट करनी चाहिए थी, मदद मांगनी थी परन्तु उन्होंने ऐसा न करके यहां से खुद वह भाग गए। इसकी वजह से जो बचाव कार्य तुरंत हो सकता था वह नही हुआ। दोनों प्रकार की लापरवाही है पुलिस दबिश देती तो ध्यान रखती है, न तो अभियुक्त या किसी और को चोट लगे और न पुलिस को भी चोट लगे, पर यहां पर स्पष्ट दिखता है कि जो दबिश दी गई वह बहुत ही लापरवाही वाली थी और 17 साल का बच्चा जो स्वयं वांछित नही था। इस प्रकरण में पानी में डूबा है।

मंत्री ने मदद के साथ दिया कड़ी कार्यवाही का आश्वासन

मंत्री असीम अरुण ने कहा कि आर्थिक मदद के लिए हमने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अभी तुरंत भेज दिया है, मुझे आशा है कि शाम तक घोषणा हो जाएगी, लेकिन उसके अतिरिक्त 5 बीघा कृषि का पट्टा, आवास मुख्यमंत्री योजना के तहत आवास हम देंगे। साथ-साथ लगभग हम 7 हजार रूपया मासिक पेंशन की व्यवस्था बच्चों के लिए और जो पुलिस कर्मी है उनको निलंबित भी किया है और जांच करके यूपी सेवा से भी हटाया जाएगा।

उत्तर प्रदेश बना वित्तीय अनुशासन का मॉडल राज्य

*पूंजीगत व्यय, निवेश में यूपी शीर्ष पर - CAG रिपोर्ट*

*CM के मार्गदर्शन में राज्य की वित्तीय सेहत मजबूत*

*UP ने निवेश और पूंजीगत खर्च में रचा नया इतिहास*

लखनऊ। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा प्रकाशित राज्य के वित्त लेखे 2022-2023 के अनुसार, उत्तर प्रदेश वित्तीय अनुशासन और निवेश के मामले में देश के सभी 28 राज्यों में अग्रणी रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 1,03,237 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय किया, जो देश में सबसे अधिक है। यह राशि राज्य की शुद्ध लोक ऋण प्राप्तियों का 210.68% है, जो यह दर्शाता है कि सरकार ने लिया गया ऋण केवल विकास और पूंजी निर्माण के कार्यों पर खर्च किया है। यह एक आदर्श वित्तीय स्थिति मानी जाती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने न केवल राजस्व व्यय पर नियंत्रण रखा, बल्कि निवेश और पूंजीगत खर्च में नया इतिहास रचा है। वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और विकास उन्मुख व्यय ने यूपी को देश का “फाइनेंशियल रोल मॉडल स्टेट” बना दिया है।
सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजस्व प्राप्तियां उसके राजस्व व्यय से अधिक रही हैं, अर्थात राज्य राजस्व बचत की स्थिति में है। राज्य का स्वयं का राजस्व (कर एवं करेतर) राजस्व प्राप्तियों का 45% रहा, जबकि हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे औद्योगिक राज्यों में यह 70-80% के बीच रहा। प्रदेश ने कुल व्यय का 9.39% निवेश पर खर्च किया, जो महाराष्ट्र (3.81%), गुजरात (3.64%) और बिहार (1.65%) से कहीं अधिक है। इसके साथ ही, 2013-14 से 2022-23 में केंद्रीय करों में सर्वाधिक राशि उत्तर प्रदेश को ही प्राप्त हुई है।
उत्तर प्रदेश ने प्रतिबद्ध व्यय (वेतन, पेंशन और ब्याज भुगतान) पर कुल राजस्व व्यय का 42.57% खर्च किया, जो हरियाणा (55.27%) और तमिलनाडु (50.97%) से कम है। प्रदेश ने अपने कुल व्यय का 12.43% वेतन पर खर्च किया, जबकि 16 राज्यों ने 20% से अधिक खर्च किया। वहीं, पेंशन पर व्यय कुल व्यय का 12.15% रहा, जो कई राज्यों (जैसे हिमाचल प्रदेश 15%+) से कम है। इसी तरह, ब्याज भुगतान कुल व्यय का 8.90% रहा, जबकि 10 राज्यों ने इस मद में 10% से अधिक खर्च किया। सब्सिडी पर व्यय मात्र 4.40% रहा, जबकि पंजाब ने अपने व्यय का 17% सब्सिडी पर व्यय किया।
राज्य ने वृहद निर्माण कार्यों पर कुल व्यय का 11.89% खर्च किया, जो इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सहायता अनुदान (सामान्य एवं वेतन) पर 22.85% व्यय किया, जो अन्य बड़े राज्यों जैसे महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से कम है। इसी तरह, सहायता अनुदान (पूंजी सृजन) पर 2.27% व्यय किया, जबकि असम, झारखंड और त्रिपुरा में यह 5% से अधिक रहा।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में उत्तर प्रदेश ने एफ.आर.बी.एम. एक्ट के सभी मानकों का पालन किया। राज्य की कुल देयता जीएसडीपी का 29.32% रही, जबकि कुल प्रत्याभूतियां मात्र 7.56% रहीं। यह सरकार के वित्तीय अनुशासन और स्थिरता का प्रमाण है।
सिनेमा है राष्ट्र निर्माण की आत्मा, बाज़ार और मीडिया में फैली झूठी स्क्रिप्ट से बचेः गौतम अदाणी

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी इस बार किसी बिजनेस इंस्टिट्यूट या समिट में नहीं बल्कि सिनेमा के स्टूडेंट्स के बीच थे। गौतम अदाणी ने मशहूर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर सुभाष घई द्वारा स्थापित व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में सिनेमा के स्टूडेंट्स को संबोधन किया। उन्होंने सिनेमा के छात्रों और उद्योग जगत की हस्तियों को बताया कि सिनेमा राष्ट्र निर्माण की आत्मा है और साथ ही चेताया भी कि कहानियां - चाहे वे कला, मीडिया या बाजार में हों - भाग्य को तय करने की शक्ति रखती हैं। सिनेमा की सॉफ्ट पावर पर जोर अदाणी ने "जीना यहाँ, मरना यहाँ: राष्ट्र निर्माण की सिनेमाई आत्मा" शीर्षक से अपने मुख्य भाषण में कहा, कि सिनेमा एक चलायमान कविता और रंगों का तालमेल है। उन्होंने फिल्मों को समाज की सामूहिक चेतना, संस्कृतियों के बीच सेतु बनाने वाले उपकरण तथा सरकारों और नीतियों से भी अधिक समय तक टिकने वाली सॉफ्ट पावर का शक्तिशाली रूप बताया। मुंबई के फिल्म सिटी में 20 एकड़ के परिसर में फिल्म निर्माता सुभाष घई ने व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल को 2006 में स्थापित किया। व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल भारत के प्रमुख फिल्म, संचार और रचनात्मक कला संस्थानों में से एक है। यह फिल्म निर्माण, अभिनय, एनीमेशन, फैशन, संगीत और मीडिया प्रबंधन में पाठ्यक्रम प्रदान करता है, और इसे लगातार दुनिया के शीर्ष फिल्म स्कूलों में स्थान दिया गया है। गौतम अदाणी ने दी गुरुदत्त और राजकपूर को श्रद्धांजलि फिल्म जगत के दिग्गज गुरुदत्त और राज कपूर की शताब्दी पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, गौतम अदाणी ने कहा कि उनका काम सिनेमा की परिवर्तनकारी शक्ति का उदाहरण है। उन्होंने कहा, "राज कपूर की 'अनाड़ी' के गीत सिर्फ़ कला नहीं, बल्कि दर्शन को समेटे हुए हैं। उन्होंने दुनिया को सही मायने में भारत के दर्शन कराए।" गौतम अदाणी ने कहा कि कैसे सोवियत संघ में राज कपूर की लोकप्रियता ने ऐसे समय में राष्ट्रों के बीच संबंधों को मज़बूत किया जब राजनीतिक गठबंधन कमज़ोर थे। भाषण के दौरान पूरा हाल तब तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया जब गौतम अदाणी ने सनेमा को अपनी ज़िंदगी की कहानी से जोड़ते हुए याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे सिनेमा ने उनके निजी सफ़र को आकार दिया। उन्होंने कहा, "मैं 16 साल की उम्र में खाली जेबों के साथ मुंबई आया था, लेकिन मेरे सामने सपनों का आसमान था। 30 साल की उम्र तक, मैंने भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक घराना खड़ा कर लिया था, 32 साल की उम्र तक मैंने इसे सार्वजनिक कर दिया था, और 34 साल की उम्र तक मैं बंदरगाहों और बिजली के क्षेत्र में था। जिन नायकों को देखकर मैं बड़ा हुआ, उन्हें असल ज़िंदगी में भी जिया जा सकता है।" अदाणी समूह के अध्यक्ष ने अपनी भाषण का दायरा सिनेमा से आगे बढ़ाते हुए चेतावनी दी कि आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, कहानियां न सिर्फ संस्कृति को बल्कि अर्थव्यवस्थाओं और बाज़ारों को भी आकार देती हैं। मिसाल के तौर पर उन्होंने अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की जनवरी 2023 की रिपोर्ट का ज़िक्र भी किया। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की कंपनियों के मूल्य में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि - "यह रिपोर्ट एक झूठी पटकथा थी जिसे दुनिया भर में फैलाया गया। कुछ ही दिनों में, 100 अरब डॉलर से ज़्यादा का बाज़ार मूल्य नष्ट हो गया—इसलिए नहीं कि तथ्य बदल गए थे, बल्कि इसलिए कि धारणा से छेड़छाड़ की गई थी," उन्होंने का कि चुप्पी दूसरों को आपकी नियति लिखने का मौका देती है। सच को ज़ोर से बताया जाना चाहिए—प्रचार के तौर पर नहीं, बल्कि एक सच्चाई के तौर पर। अदाणी ने कहा कि हिंडनबर्ग प्रकरण सिर्फ़ एक कंपनी का मामला नहीं था, बल्कि एक केस स्टडी है कि कैसे गलत सूचना और मनगढ़ंत कहानियां बाज़ारों और अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर कर सकती हैं। उन्होंने पूछा, "जैसे सिनेमा राष्ट्रों की कहानियां कहता है, वैसे ही बाज़ार भी कहानियों से संचालित होते हैं। सवाल यह है कि इन्हें किस उद्देश्य से और कौन लिखता है?" अदाणी ने दी सिनेमा के भविष्य की झांकी गौतम अदाणी ने अपने भाषण में सिनेमा के भविष्य की चर्चा भी की। उन्होंने भविष्यवाणी की कि एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) फिल्म निर्माण में उसी तरह क्रांति लाएगी जैसे यह स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव ला रही है। उन्होंने कहा, "आने वाले दशक में, निर्माण की लागत 80% तक कम हो सकती है।"
"कल्पना कीजिए कि एक ही दिन में वैश्विक रिलीज़ हों, एआई-संचालित गीत-संगीत मिनटों में विभिन्न भाषाओं में रचा जाए, गतिशील पटकथाएं जो वास्तविक समय में बदलती रहें, ऐसी फ़िल्में जहां हर दर्शक अपना संस्करण देखे, और डिजिटल कलाकार जो पीढ़ियों से आगे तक जीवित रहें।" उन्होंने एआई स्टूडियो की भी कल्पना की, जहां मनुष्य और मशीनें सहयोग करते हैं और सिनेमा स्वयं बिजनेस बन जाता है। मतलब जो भी आप स्क्रीन पर देख रहे हैं वह हर वस्तु तुरंत खरीद के लिए उपलब्ध हो सकती है। अदाणी ने व्हिसलिंग वुड्स में पढ़ने वाले छात्रों से अपील की कि दुनिया के सामने भारतीय कहानियों को विदेशी नज़रिए से ना पेश करें। स्लमडॉग मिलियनेयर फिल्म का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कैसे गरीबी को तमाशे की तरह पेश किया गया है। उन्होंने कहा, "अब कभी भी किसी भारतीय महात्मा की कहानी किसी विदेशी की नज़र से नहीं लिखी जानी चाहिए। भारत को उसकी आवाज़, उसके गीत, उसकी कहानियां वापस दे दीजिए।" व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में आयोजित कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गज, शिक्षाविद और जानीमानी हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें फिल्म निर्माता सुभाष घई, फैकेल्टी मेंबर और भारत के मनोरंजन और मीडिया जगत की प्रमुख हस्तियां शामिल थीं, जिन्होंने छात्रों के साथ मिलकर गौतम अदाणी का गर्मजोशी से स्वागत किया।