झारखंड के भ्रष्ट ,तानाशाह एवं लापरवाह पदाधिकारी राज्य को कानून से नहीं मनमर्जी चला रहे....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य के प्रोन्नत पदाधिकारियों की पोस्टिंग नहीं किए जाने पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है।

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श्री मरांडी ने कहा कि यह बहुत अफ़सोस की बात है कि झारखंड के कुछ लापरवाह एवं तानाशाह अफ़सर राज्य को क़ानून के मुताबिक नहीं, बल्कि अपनी मनमर्जी से चला रहे हैं। ऐसा लगता है मानों सारे नियम क़ानून और सुविधाएं उनके फायदे और निजी लाभ के लिये बनाये गये हों।

कहा कि हमें बताया गया है कि पुलिस विभाग में जिन अधिकारियों का डीएसपी में प्रोमोशन हुआ है, उनकी पोस्टिंग चार-पॉंच महीने से भी ज़्यादा समय तक लंबित रखी जाती है। कई मामलों में तो पोस्टिंग उनके रिटायरमेंट के सिर्फ दो-चार दिन पहले की जाती है। इस वजह से ऐसे प्रोमोशन पाये लोगों को जो वास्तविक लाभ मिलना चाहिए, वो नहीं मिल पाता।

कहा कि छोटे कर्मचारियों की स्थिति तो इससे भी बदतर है। उनके प्रोमोशन की फाइलें वर्षों तक विभागों की जटिल प्रक्रियाओं में फँसी रहती हैं। कई बार कर्मचारी न्यायालय से आदेश लेकर आते हैं, फिर भी उन्हें लाभ नहीं दिया जाता। इसके विपरीत, आईएएस/आईपीएस अधिकारी अपने प्रोमोशन और उसके लाभ को समय पर प्राप्त करने के लिए महीनों पहले ही सारी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर लेते हैं।

कहा कि राज्य के कई कर्मचारी मिलते हैं, तो इस मुद्दे को लेकर अपनी पीड़ा से अवगत कराते हैं । इस वजह से उनमें भारी असंतोष है।

उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग किया कि समय पर प्रोमोशन और लाभ की व्यवस्था में आईएएस/आईपीएस और राज्य कर्मियों के लिये छोटे-बड़े के दोहरे मापदंड एवं भेदभाव की प्रवृत्ति पर रोक लगे।

कहा कि यह व्यवस्था सबके लिए समान और निष्पक्ष होनी चाहिए।

नया श्रम कानून से कामगारों को मिलेगा अधिक लाभ : राजेश दूबे

मीरजापुर। मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) अध्यक्ष राजेश दुबे एडवोकेट ने उ0प्र0 सरकार एवं भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए इस नये कानून पर श्रमिकों को बधाई दी।

जिले के मुहकुचवां स्थित कैम्प कार्यालय पर हुई चर्चा के दौरान अध्यक्ष राजेश ने नये श्रम कानून को बेहतर बताया और कहा कि पूर्व मे कुल अलग -अलग 29 प्रकार के श्रम कानून से अलग-अलग बातें सामने निकल कर आई थी। यह कानून आजादी से पूर्व सन् 1930 से सन् 1950 के बीच लाएं गए थे इसी बीच 2019 और 2020 में लाए गए कानून सुधार कानून को 21 नवंबर 2025 को केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया जो श्रमिक हित में बेहतर साबित होंगे। पूर्व के 29 कानूनों की जगह अब केवल चार श्रम कानून पूरे भारत के समस्त प्रदेशों में लागू हो गई है, जिससे तकरीबन 40 करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा। यह कानून - कोड आंन वेजेज 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड 2019, कोड आंन सोशल सिक्योरिटी 2020, ऑक्यूपेशनल सेफ्टी,हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 के नाम से जाना जायेगा जैसा कि सरकार ने कहा है। नए कानून लागू होने से न्यूनतम एवं समय पर वेतन जैसा कि पहले देर से मिलती थी लेकिन अब कामगारों को 01 से 07 तारीख के बीच में प्रत्येक माह मिलेगी और न मिलने पर इसे अपराध माना जाएगा। ग्रेच्युटी के नियम जो पूर्व में 5 साल काम करने पर लागू होते थे अब वह 1 वर्ष में लागू होंगे। हर कामगार को नियुक्ति पत्र मिलेगी। श्रमिक को ओवरटाइम का दुगना भुगतान मिलेगा। 40 साल से अधिक श्रमिकों का मुफ्त स्वास्थ्य चेकअप होगा इस प्रकार के अनेक फायदे इस नए कानून के आ जाने से श्रमिक वर्ग को मिलेगा। यूनियन के अध्यक्ष राजेश दुबे ने कहा सभी क्षेत्रों में श्रमिक कल्याण को मजबूत करने के उद्देश्य से यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में जाना जायेगा, भारत के लंबे समय से प्रतिक्षित श्रम सुधार लागू हो गए हैं, सभी चार नए श्रम कोड आधिकारिक तौर पर अधिसूचित और 21 नवंबर, 2025 से लागू हो गए हैं।

महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है। सूचनाओं के अनुसार 18 हजार तक की आय वाले पत्रकारों को भी लाभ मिलेगा।डिलीवरी और मोबिलिटी कर्मचारियों को भी बड़ी राहत होगी। घर और कार्यस्थल के बीच यात्रा के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को अब रोजगार से संबंधित माना जाएगा, जिससे कर्मचारी दुर्घटना मुआवजे के पात्र बनेंगे। लाभों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने आधार से जुड़े एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर शुरू किया है, जिससे राज्यों में कल्याणकारी योजनाओं तक आसान और पोर्टेबल पहुंच संभव हो सकेगी।

ये संहिताए सभी प्रकार के लैंगिक भेदभाव पर रोक लगाती हैं और समान कार्य के लिए समान वेतन सुनिश्चित करती हैं। महिलाएं अब रात्रि प्रहार में काम कर सकती हैं और सभी प्रकार के उद्योगों में काम कर सकती हैं, जिनमें खनन और भारी मशीनरी जैसे पहले प्रतिबंधित क्षेत्र भी शामिल हैं, बशर्ते उनकी सहमति और अनिवार्य सुरक्षा व्यवस्था हो। 26 सप्ताह के सवेतन अवकाश, शिशुगृह सुविधाओं तक पहुंच और घर से काम करने के लचीले विकल्पों के साथ मातृत्व लाभों को और मजबूत किया गया है। महिला कर्मचारियों को 3,500 रुपये का चिकित्सा बोनस भी मिलेगा। इसके अतिरिक्त, महिला श्रमिकों के लिए परिवार की परिभाषा का विस्तार करके इसमें सास-ससुर को भी शामिल किया गया है, जिससे सामाजिक सुरक्षा प्रावधानों के तहत आश्रितों का दायरा बढ़़ गया है। उन्होंने नए श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन का स्वागत करते हुए कहा है कि ये सुधार लंबे समय से लंबित सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करेंगे, श्रमिक अधिकारों को सुव्यवस्थित करेंगे और उन लाखों लोगों तक कवरेज का विस्तार करेंगे जो पहले औपचारिक दायरे से बाहर थे।

चर्चा के दौरान अध्यक्ष ने श्रमिकों के प्रति यूनियन की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी माकू यूनियन की तरफ से चुनार क्षेत्र के उन तिनों दिवंगत श्रमिकों, अजय कुमार (21) पप्पू कुमार (25) गोविंद मौर्य (22) को अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं जिनकी राजस्थान प्रदेश में कार्य के दौरान सीमेंट फैक्ट्री के बॉयलर फटने से मौत हो गई।

तेज़ रफ़्तार स्विफ्ट डिज़ायर ने मारी टक्कर, युवक गंभीर रूप से घायल, चालक पर केस दर्ज

परसपुर, गोण्डा। थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार का कहर एक बार फिर देखने को मिला है। ग्राम कटैला मजरा पूरेनिहाल के निवासी सत्यदेव सिंह की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात वाहन और चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

पीड़ित द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, घटना 18 नवंबर की शाम करीब 7 बजे की है। सत्यदेव सिंह अपने भाई शिवपाल सिंह के साथ खेत की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह धर्मनगर-डेहरास मार्ग पर मंगुरा रोड तिराहे के पास लघुशंका के लिए रुके, तभी तेज गति से आ रही एक स्विफ्ट डिज़ायर कार ने उनके भाई को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि शिवपाल सिंह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक परसपुर ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

आजमगढ़। रोटरी क्लब के स्वास्थ्य शिविर का 97 मरीजों ने उठाया लाभ

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़।स्वास्थ्य शिविर का आयोजन रविवार को हर्रा की चुंगी स्थित नेत्र मंदिर के प्रांगण में रोटरी क्लब अध्यक्ष श्रेय अग्रवाल की पूरी टीम के सहयोग से मेदांता ने निःशुल्क चिकित्सा कैंप का आयोजन किया। कैंप में मेदांता हॉस्पिटल से आए सामान्य रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हिमांशु शेखर पाण्डेय ने आए हुए मरीजों को निःशुल्क परामर्श दिया। इस कैंप में अस्थमा, न्यूट्रिशन डिजीज और शुगर, बीपी के मरीज ज्यादातर देखने को मिले। जिसमें मेदांता की टीम रजत पाण्डेय, ऋषभ पाण्डेय, निशा सिस्टर, सुदामा के द्वारा मरीजों की शुगर, ईसीजी, बीएमडी, हार्ट रेट और Spo2 की जांचे बिल्कुल मुफ्त की गई।

रोटरी क्लब अध्यक्ष श्रेय ने बताया कि इस कैंप में कुल 97 मरीजों का निःशुल्क परामर्श दिया गया। कैंप में शुगर और बीपी के ऐसे छिपे हुए मरीज देखने को मिले जिन्हें खुद को अपनी बीमारी का पहले से पता नहीं था। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रखने के लिए हमारा रोटरी क्लब समय समय पर ऐसे आयोजन करता रहता है। ताकि भविष्य में आपको किसी गंभीर बीमारी का सामना न करना पड़ जाए। इस दौरान रोटरी क्लब के सभी सदस्याओं ने बढ़चढ़ कर अपना योगदान दिया।

अनियंत्रित कार पलटी,सिपाही घायल,शादी से लौटते समय हुआ हादसा

गोंडा।जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में मध्य रात्रि लगभग 1 बजे एक अनियंत्रित स्विफ्ट डिजायर कार पलटने से पीआरवी में तैनात सिपाही अजय यादव व कार चालक राजीव विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये।यह घटना टिकरी जंगल के ऊंट घाट पुल के पास हुआ जिसके बाद दोनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर ले जाया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही अजय यादव बालपुर चौकी क्षेत्र में मोटरसाइकिल डायल 112 पर तैनात है।वह अपने साथी राजीव विश्वकर्मा(बमडेरा गांव निवासी), अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी के साथ कोल्हमपुर में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था।शादी से लौटते समय वे नवाबगंज मनकापुर सम्पर्क मार्ग से होते हुए बालपुर जा रहे थे।मध्य रात्रि लगभग 1 बजे ऊंट घाट पुल के पास अचानक मोड़ पर तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गयी।सड़क किनारे पलटी कार देखकर वहां से गुजर रहे लोगों ने तत्काल इसकी सूचना डायल 112 को दी।मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।इस हादसे में घायल सिपाही अजय यादव के पैर में गंभीर चोटें आई हैं,जबकि चालक राजीव विश्वकर्मा के सिर में चोट लगी है।कार में सवार अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी को मामूली चोटें आई हैं,लेकिन वे बाल बाल बच गये।वजीरगंज पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।तरबगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी उमेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात डायल 112 को गाड़ी पलटने की सूचना मिली थी।पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंच कर घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया,जहाँ उनका इलाज जारी है।उन्होंने पुष्टि की कि ये लोग शादी समारोह से लौट रहे थे और नवाबगंज मनकापुर मार्ग पर उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गयी।

पूर्व फौजी पर हमला करने वाले 5 आरोपी एक हफ्ते बाद भी फरार

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना अंतर्गत कोयली जंगल गांव में 16 नवंबर को पूर्व फौजी आनंद यादव और उनके दो भाइयों पर पंचायत के दौरान धारदार हथियार से हमला किया गया था।इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए आनंद यादव का लखनऊ के एक निजी अस्पताल में वेंटीलेटर पर इलाज चल रहा है।उनके भाई किशनलाल और दशरथ लाल यादव को एक हफ्ते के इलाज के बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया है।घटना के सात दिन बाद भी पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हालांकि,अतुल सिंह उर्फ विक्की सिंह, आलोक सिंह,अंकुश सिंह, विजय तिवारी और राजेश शर्मा सहित पांच आरोपी घटना के सात दिन बाद भी फरार हैं।पुलिस टीमें लगातार इनकी तलाश में जुटी हुई हैं।आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से पूर्व फौजी आनंद यादव के परिजनों में अत्यधिक नाराजगी है और दुबारा हमले का डर सता रहा है।परिजन बार बार पुलिस से मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं,लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है।घर की महिलाओं को भी डर सता रहा है साथ ही साथ घर के बच्चे भी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं कि कहीं उनके साथ भी इसी तरह की घटना न हो जाए।

घायल पूर्व फौजी आनंद यादव के भाई अशर्फी लाल यादव,जो सेना में कार्यरत हैं ने पुलिस अधीक्षक गोंडा व महानिरीक्षक देवीपाटन मंडल से भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन कर रहे हैं और पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही है।जिससे पुलिसकर्मियों की मिलीभगत का संदेह पैदा होता है।वहीं देहात कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हैं और प्रयास जारी है।

गयाजी में आकाश इंस्टीट्यूट का सम्मान समारोह: IOQM में 63% का प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट, ANTHE 2025 में 21 विद्यार्थियों ने हासिल की 100% स्कॉल

गयाजी: परीक्षा-तैयारी सेवाएँ प्रदान करने वाली प्रमुख संस्था आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने गयाजी में आयोजित एक विशेष समारोह में इंडियन ओलंपियाड क्वालिफायर इन मैथमेटिक्स (IOQM) 2025 और आकाश नेशनल टैलेंट हंट एग्जाम (ANTHE) 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।

यह सम्मान समारोह गयाजी सेंटर की असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों को दर्शाता है, जहाँ छात्रों ने देश की दो सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल की है।

IOQM में गयाजी का उत्कृष्ट प्रदर्शन

गयाजी सेंटर ने IOQM 2025 में प्रभावशाली परिणाम दर्ज किए हैं:

योग्यता दर: कुल 49 प्रतिभागियों में से 31 विद्यार्थियों ने रीजनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड (RMO) के लिए पात्रता प्राप्त की, जो 63.27 प्रतिशत की प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट है।

कक्षा-वार सफलता: कक्षा 10 सर्वाधिक सफल रही, जहाँ से 14 विद्यार्थियों ने क्वालिफाई किया। वहीं कक्षा 11 ने सर्वाधिक क्वालिफिकेशन प्रतिशत (72.73%) दर्ज किया।

सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम: जेईई मेन एवं एडवांस्ड के लिए संचालित 'टीवाई फेज-1 फर्स्ट स्टेप इंटीग्रेटेड क्लासरूम कोर्स' सबसे सफल कार्यक्रम रहा, जिससे कुल 5 विद्यार्थियों ने RMO के लिए क्वालिफाई किया।

ANTHE में 100% स्कॉलरशिप

ANTHE सेगमेंट में भी गयाजी के विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज की हैं:

रिकॉर्ड स्कॉलरशिप: सभी 21 शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों ने 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के लिए पात्रता हासिल की।

परफेक्ट स्कोर: इनमें से एक विद्यार्थी ने परीक्षा में दुर्लभ 100 प्रतिशत परफेक्ट स्कोर प्राप्त कर विशेष उपलब्धि दर्ज की।

राष्ट्रीय रैंक: विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 21 रही।

आकाश के मार्गदर्शन पर छात्रों का विश्वास

इस अवसर पर एईएसएल के रीजनल डायरेक्टर अजय बहादुर सिंह ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा, "उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि हमारे समर्पित शिक्षकों तथा अभिभावकों के सहयोगात्मक प्रयासों का भी सच्चा प्रतिबिंब है।"

समारोह में शीर्ष स्कोर करने वाले विद्यार्थियों ने साझा किया कि आकाश के सुव्यवस्थित मार्गदर्शन, त्वरित शंका समाधान और परीक्षा-केंद्रित वातावरण ने उनकी तैयारी में आत्मविश्वास जगाया। ANTHE छात्रों को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति और 2.5 करोड़ तक के नकद पुरस्कार प्राप्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है।

हस्तिनापुर पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में लापरवाही उजागर, चारा उत्पादन में भारी देरी से पशुधन संकट गहराया

कुलदीप भारद्वाज,हस्तिनापुर। क्षेत्र के पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में चल रही लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, खादर क्षेत्र के खेतों में अभी तक चारा बोया नहीं गया है, जबकि अधिकारियों को पहले ही अवगत कराया गया था कि यहां का चारा बाढ़ के दौरान नष्ट हो जाता है और समय से बोवाई अत्यंत आवश्यक है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते खेतों में चारा उत्पादन शुरू नहीं किया गया।

ऐसा ही मामला हस्तिनापुर टाउन एरिया के सीटीबीपी ब्रीडिंग फार्म में देखने को मिला है। यहां पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र द्वारा समय से चारे की बोवाई नहीं की गई, जबकि फार्म में लगभग तीन सरकारी नलकूप मौजूद हैं जिनसे सिंचाई की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकती थी। क्षेत्र के किसानों ने तो अपनी रवि की फसल—गेहूं, सरसों, जौ एवं बरसीम—समय से बो दी हैं, लेकिन इसके विपरीत प्रक्षेत्र के लगभग 60 प्रतिशत खेत अभी तक खाली पड़े हुए हैं।कई खेतों में तो झाड़ियाँ और कबाड़ उग रहा है, जो फार्म प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र के अंतर्गत रखी गई गाय–भैंसों के लिए भी समय पर चारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे पशुधन की सेहत और उत्पादन क्षमता दोनों पर असर पड़ रहा है। स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि फार्म में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन प्रबंधन की उदासीनता के कारण खेती और पशुपालन दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं।

इस संबंध में जब प्रक्षेत्र के मैनेजर अर्जुन कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन संपर्क से बाहर मिला। वहीं प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रा से भी संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो सका।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग पांच वर्ष पहले इसी प्रक्षेत्र में भूसा, जय तथा दूध का उत्पादन काफी अच्छा था। लेकिन पिछले तीन-चार वर्षों में लगातार उत्पादन में गिरावट आई है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण और सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने के बावजूद फार्म की स्थिति सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

अब सवाल यह है कि जब संसाधन और सुविधाएँ उपलब्ध हैं, तो आखिरकार चारा उत्पादन और सिंचाई कार्य में देरी का जिम्मेदार कौन है? यदि समय रहते चारा नहीं बोया गया तो पशुधन को चारे की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिसका सीधा असर प्रदेश के कृषि–पशुधन विकास पर पड़ना तय है।

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र-छात्राओ ने विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर पांडुलिपियो का अवलोकन किया।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।आज दिनांक 22 नवम्बर दिन शनिवार 2025 को राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय प्रयागराज में विश्व धरोहर सप्ताह(19 से 25 नवम्बर 2025)के अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र/छात्राओ ने शैक्षिक भ्रमण कर भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक व कलात्मक पाण्डुलिपियो का साक्षात दर्शन किया।संयोजक डॉ यशवंत त्रिवेदी के नेतृत्व में आये समस्त शोध छात्र पांडुग्रंथो के प्रति उत्साहित दिखे शोध छात्रो ने सर्वप्रथम मूल पाण्डुलिपियो का अवलोकन किया अवलोकन के समय शोध छात्रो द्वारा पांडुलिपियो की प्राचीनता एवं रखरखाव से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए,तत्पश्चात् छात्र छात्राओं ने पाण्डुलिपि संरक्षण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर पाण्डुलिपि विषयक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके अन्तर्गत उपस्थित छात्रो की जिज्ञासा का समाधान किया गया तथा उन्हें शोध से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी छात्रो ने विशेषतया प्रकाशित एवं अप्रकाशित पाण्डु ग्रंथो के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की। प्राविधिक सहायक हरिश्चन्द्र दुबे व डॉ शाकिरा तलत ने पाण्डुलिपियो के रख-रखाव उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने शोध छात्रों के जिज्ञासानुसार भारत में लिपियो के विकास पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की उन्होंने ब्राह्मी खरोष्ठी सहित उत्तर एवं दक्षिण भारत की लिपियो के बारे में भी बताया।कार्यालय में रखी गयी असित कुमार हलदर की पेंटिंग्स सचित्र राम चरित मानस फारसी भाषा में लिखित रामायण एवं महाभारत ताड़ पत्र की पाण्डुलिपि देखकर इन पांडुलिपियो की उत्पत्ति काल लेखन विधि लेखन शैली आदि पर आधारित प्रश्न शोध छात्रों ने पूछा।मूल पांडुलिपियो के अन्तर्गत ऋग्वेद यजुर्वेद सामवेद विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण भगवदगीता चरक संहिता हरिवंश पुराण कुमार संभवम सम्पूर्ण महाभारत रामचरित मानस मुग़ल कालीन फरमान तोगरा, अल कुरान नल दमन आईने अकबरी रामायण मसीही आदि ग्रंथों का अवलोकन कर अचंभित रहे।कार्यक्रम के अंत में आए हुए के प्रतिभागियो को कार्यालय द्वारा मुद्रित कैटलॉग का वितरण किया गया।सभी के प्रति आभार व्यक्त गुलाम सरवर पाण्डुलिपि अधिकारी ने किया।इस अवसर पर रोशन लाल अजय कुमार मो0शफीक अभिषेक कुमार आनन्द कुमार आदि की उपस्थिति रह।

पटना में आफ्टरमार्केट एक्सपो की मेजबानी करेगा* परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे उद्घाटन 30 से अधिक अग्रणी भारतीय ऑटो कंपोनेंट निर्माता भाग



ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए), जो भारत के ऑटो कंपोनेंट उद्योग का शीर्ष निकाय है, ने आज एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो के दूसरे संस्करण की घोषणा की, जिसका आयोजन 24-25 नवंबर 2025 को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर, गांधी मैदान रोड, पटना में किया जाएगा। यह कार्यक्रम देश भर की 30 से अधिक अग्रणी आफ्टरमार्केट कंपनियों को एक साथ लाएगा। इसका उद्घाटन राज्य के परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे। बिहार को एक महत्त्वपूर्ण आफ्टरमार्केट हब के रूप में उभरता हुआ बताते हुए, रामाशंकर पांडेय, मेंटर, आफ्टरमार्केट समिति, एसीएमए ने कहा, इस आफ्टरमार्केट एक्सपो के माध्यम से, एसीएमए भारत की ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ पटना लेकर आना चाहता है। बिहार अपनी आर्थिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है, और ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट उस प्रगति में एक सार्थक भूमिका निभाता है। एसीएमए बिहार में एक अधिक संगठित, तकनीक-तैयार आफ्टरमार्केट का समर्थन करना चाहता है-जो सड़क सुरक्षा में सुधार करे, ग्राहक विश्वास बनाए और छोटे व बड़े सभी व्यवसायों के लिए बेहतर आय के अवसर उत्पन्न करे, चाहे वे छोटे वर्कशॉप हों या बड़े वितरक। 2024 में आयोजित प्रथम संस्करण की अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद, इस वर्ष का एक्सपो स्पेयर पार्ट्स, कंपोनेंट्स, डायग्नोस्टिक टूल्स, गैराज उपकरण और वाहन देखभाल उत्पादों की व्यापक श्रृंखला प्रदर्शित करेगा, जो दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी। बिहार के विस्तृत होते सड़क नेटवर्क और बढ़ती वाहन संख्या से कुशल वाहन सर्विसिंग और विश्वसनीय स्पेयर पार्ट्स की मांग में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है। एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो इस विकसित होते बाज़ार का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसके माध्यम से- ऽ उच्च गुणवत्ता वाले और असली रिप्लेसमेंट पार्ट्स तक पहुंच सक्षम करना आधुनिक डायग्नोस्टिक्स और गैराज तकनीकों को पेश करना ऽ राष्ट्रीय व क्षेत्रीय हितधारकों के बीच व्यावसायिक संपर्क को सुगम बनाना वाहन मरम्मत एवं सर्विसिंग समुदाय में कौशल विकास और क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करना वाहन मालिकों को सुरक्षित और विश्वसनीय रखरखाव प्रथाओं पर जानकारी प्रदान करना एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो, पटना की मुख्य विशेषताएं: प्रदर्शनी में निम्नलिखित उत्पादों का विविध पोर्टफोलियो शामिल होगाः इंजन, सस्पेंशन, ब्रेकिंग और ड्राइवट्रेन कंपोनेंट्स फिल्टर्स, ल्यूब्रिकेंट्स, बैटरियां, लाइटिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम पहिए और एक्सेसरीज़ ईवी सर्विसिंग टूल्स एवं कंपोनेंट्स डायग्नोस्टिक और गैराज सपोर्ट तकनीकें वाहन देखभाल, सर्विस कंज्यूमेबल्स और वर्कशॉप समाधान एआरबी बेयरिंग्स, बैन्को प्रोडक्ट्स, ब्रेक्स इंडिया, गैब्रियल, हिंदुस्तान कॉम्पोज़िट्स, जे.के. फेनर, केके लाइटिंग, लुकास इंडियन सर्विस, ल्यूमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजीज, मकास, मान एंड हंसल, मिंडा कॉर्पारेशन, निओलाइट जेडकेडब्ल्यु लाइटिंग, पैराकोट प्रोडक्ट्स, राने आफ्टरमार्केट डिवीजन, एसएमआईसी ऑटोपार्ट्स, स्टीलबर्ड इंटरनेशनल, सुगन केबल्स, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, ज़ुनैक्स एनर्जी प्रोडक्ट्स सहित कई अन्य उद्योग नेता अपने नवाचार प्रदर्शित करेंगे, जो व्यापारिक आगंतुकों के लिए एक समृद्ध अनुभव का वादा करते हैं। एक्सपो में 1,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों के आने की संभावना है, जिनमें वितरक, मैकेनिक, फ्लीट ऑपरेटर, पार्ट्स रिटेलर्स, वर्कशॉप मालिक, ट्रांसपोर्टर और बिहार व आसपास के क्षेत्रों से संस्थागत खरीदार शामिल होंगे। बिहार और झारखंड में ऑटो कंपोनेंट्स आफ्टरमार्केट राष्ट्रीय बाजार के लगभग 5 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। यह क्षेत्र लगभग 155 ऑटोमोबाइल डीलरों, 1,000 ऑटो कंपोनेंट रिटेलरों और अनेक मरम्मत वर्कशॉपों/गैराजों का घर है, जो मुख्य रूप से पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, रांची, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद जैसे शहरी केंद्रों में स्थित हैं। इसके अतिरिक्त, कई वर्कशॉप हाईवे के किनारे भी संचालित होती हैं, जो ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्रों की सेवा करती हैं।
झारखंड के भ्रष्ट ,तानाशाह एवं लापरवाह पदाधिकारी राज्य को कानून से नहीं मनमर्जी चला रहे....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य के प्रोन्नत पदाधिकारियों की पोस्टिंग नहीं किए जाने पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है।

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श्री मरांडी ने कहा कि यह बहुत अफ़सोस की बात है कि झारखंड के कुछ लापरवाह एवं तानाशाह अफ़सर राज्य को क़ानून के मुताबिक नहीं, बल्कि अपनी मनमर्जी से चला रहे हैं। ऐसा लगता है मानों सारे नियम क़ानून और सुविधाएं उनके फायदे और निजी लाभ के लिये बनाये गये हों।

कहा कि हमें बताया गया है कि पुलिस विभाग में जिन अधिकारियों का डीएसपी में प्रोमोशन हुआ है, उनकी पोस्टिंग चार-पॉंच महीने से भी ज़्यादा समय तक लंबित रखी जाती है। कई मामलों में तो पोस्टिंग उनके रिटायरमेंट के सिर्फ दो-चार दिन पहले की जाती है। इस वजह से ऐसे प्रोमोशन पाये लोगों को जो वास्तविक लाभ मिलना चाहिए, वो नहीं मिल पाता।

कहा कि छोटे कर्मचारियों की स्थिति तो इससे भी बदतर है। उनके प्रोमोशन की फाइलें वर्षों तक विभागों की जटिल प्रक्रियाओं में फँसी रहती हैं। कई बार कर्मचारी न्यायालय से आदेश लेकर आते हैं, फिर भी उन्हें लाभ नहीं दिया जाता। इसके विपरीत, आईएएस/आईपीएस अधिकारी अपने प्रोमोशन और उसके लाभ को समय पर प्राप्त करने के लिए महीनों पहले ही सारी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर लेते हैं।

कहा कि राज्य के कई कर्मचारी मिलते हैं, तो इस मुद्दे को लेकर अपनी पीड़ा से अवगत कराते हैं । इस वजह से उनमें भारी असंतोष है।

उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग किया कि समय पर प्रोमोशन और लाभ की व्यवस्था में आईएएस/आईपीएस और राज्य कर्मियों के लिये छोटे-बड़े के दोहरे मापदंड एवं भेदभाव की प्रवृत्ति पर रोक लगे।

कहा कि यह व्यवस्था सबके लिए समान और निष्पक्ष होनी चाहिए।

नया श्रम कानून से कामगारों को मिलेगा अधिक लाभ : राजेश दूबे

मीरजापुर। मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) अध्यक्ष राजेश दुबे एडवोकेट ने उ0प्र0 सरकार एवं भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए इस नये कानून पर श्रमिकों को बधाई दी।

जिले के मुहकुचवां स्थित कैम्प कार्यालय पर हुई चर्चा के दौरान अध्यक्ष राजेश ने नये श्रम कानून को बेहतर बताया और कहा कि पूर्व मे कुल अलग -अलग 29 प्रकार के श्रम कानून से अलग-अलग बातें सामने निकल कर आई थी। यह कानून आजादी से पूर्व सन् 1930 से सन् 1950 के बीच लाएं गए थे इसी बीच 2019 और 2020 में लाए गए कानून सुधार कानून को 21 नवंबर 2025 को केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया जो श्रमिक हित में बेहतर साबित होंगे। पूर्व के 29 कानूनों की जगह अब केवल चार श्रम कानून पूरे भारत के समस्त प्रदेशों में लागू हो गई है, जिससे तकरीबन 40 करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा। यह कानून - कोड आंन वेजेज 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड 2019, कोड आंन सोशल सिक्योरिटी 2020, ऑक्यूपेशनल सेफ्टी,हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 के नाम से जाना जायेगा जैसा कि सरकार ने कहा है। नए कानून लागू होने से न्यूनतम एवं समय पर वेतन जैसा कि पहले देर से मिलती थी लेकिन अब कामगारों को 01 से 07 तारीख के बीच में प्रत्येक माह मिलेगी और न मिलने पर इसे अपराध माना जाएगा। ग्रेच्युटी के नियम जो पूर्व में 5 साल काम करने पर लागू होते थे अब वह 1 वर्ष में लागू होंगे। हर कामगार को नियुक्ति पत्र मिलेगी। श्रमिक को ओवरटाइम का दुगना भुगतान मिलेगा। 40 साल से अधिक श्रमिकों का मुफ्त स्वास्थ्य चेकअप होगा इस प्रकार के अनेक फायदे इस नए कानून के आ जाने से श्रमिक वर्ग को मिलेगा। यूनियन के अध्यक्ष राजेश दुबे ने कहा सभी क्षेत्रों में श्रमिक कल्याण को मजबूत करने के उद्देश्य से यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में जाना जायेगा, भारत के लंबे समय से प्रतिक्षित श्रम सुधार लागू हो गए हैं, सभी चार नए श्रम कोड आधिकारिक तौर पर अधिसूचित और 21 नवंबर, 2025 से लागू हो गए हैं।

महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है। सूचनाओं के अनुसार 18 हजार तक की आय वाले पत्रकारों को भी लाभ मिलेगा।डिलीवरी और मोबिलिटी कर्मचारियों को भी बड़ी राहत होगी। घर और कार्यस्थल के बीच यात्रा के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को अब रोजगार से संबंधित माना जाएगा, जिससे कर्मचारी दुर्घटना मुआवजे के पात्र बनेंगे। लाभों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने आधार से जुड़े एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर शुरू किया है, जिससे राज्यों में कल्याणकारी योजनाओं तक आसान और पोर्टेबल पहुंच संभव हो सकेगी।

ये संहिताए सभी प्रकार के लैंगिक भेदभाव पर रोक लगाती हैं और समान कार्य के लिए समान वेतन सुनिश्चित करती हैं। महिलाएं अब रात्रि प्रहार में काम कर सकती हैं और सभी प्रकार के उद्योगों में काम कर सकती हैं, जिनमें खनन और भारी मशीनरी जैसे पहले प्रतिबंधित क्षेत्र भी शामिल हैं, बशर्ते उनकी सहमति और अनिवार्य सुरक्षा व्यवस्था हो। 26 सप्ताह के सवेतन अवकाश, शिशुगृह सुविधाओं तक पहुंच और घर से काम करने के लचीले विकल्पों के साथ मातृत्व लाभों को और मजबूत किया गया है। महिला कर्मचारियों को 3,500 रुपये का चिकित्सा बोनस भी मिलेगा। इसके अतिरिक्त, महिला श्रमिकों के लिए परिवार की परिभाषा का विस्तार करके इसमें सास-ससुर को भी शामिल किया गया है, जिससे सामाजिक सुरक्षा प्रावधानों के तहत आश्रितों का दायरा बढ़़ गया है। उन्होंने नए श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन का स्वागत करते हुए कहा है कि ये सुधार लंबे समय से लंबित सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करेंगे, श्रमिक अधिकारों को सुव्यवस्थित करेंगे और उन लाखों लोगों तक कवरेज का विस्तार करेंगे जो पहले औपचारिक दायरे से बाहर थे।

चर्चा के दौरान अध्यक्ष ने श्रमिकों के प्रति यूनियन की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी माकू यूनियन की तरफ से चुनार क्षेत्र के उन तिनों दिवंगत श्रमिकों, अजय कुमार (21) पप्पू कुमार (25) गोविंद मौर्य (22) को अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं जिनकी राजस्थान प्रदेश में कार्य के दौरान सीमेंट फैक्ट्री के बॉयलर फटने से मौत हो गई।

तेज़ रफ़्तार स्विफ्ट डिज़ायर ने मारी टक्कर, युवक गंभीर रूप से घायल, चालक पर केस दर्ज

परसपुर, गोण्डा। थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार का कहर एक बार फिर देखने को मिला है। ग्राम कटैला मजरा पूरेनिहाल के निवासी सत्यदेव सिंह की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात वाहन और चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

पीड़ित द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, घटना 18 नवंबर की शाम करीब 7 बजे की है। सत्यदेव सिंह अपने भाई शिवपाल सिंह के साथ खेत की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह धर्मनगर-डेहरास मार्ग पर मंगुरा रोड तिराहे के पास लघुशंका के लिए रुके, तभी तेज गति से आ रही एक स्विफ्ट डिज़ायर कार ने उनके भाई को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि शिवपाल सिंह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक परसपुर ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

आजमगढ़। रोटरी क्लब के स्वास्थ्य शिविर का 97 मरीजों ने उठाया लाभ

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़।स्वास्थ्य शिविर का आयोजन रविवार को हर्रा की चुंगी स्थित नेत्र मंदिर के प्रांगण में रोटरी क्लब अध्यक्ष श्रेय अग्रवाल की पूरी टीम के सहयोग से मेदांता ने निःशुल्क चिकित्सा कैंप का आयोजन किया। कैंप में मेदांता हॉस्पिटल से आए सामान्य रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हिमांशु शेखर पाण्डेय ने आए हुए मरीजों को निःशुल्क परामर्श दिया। इस कैंप में अस्थमा, न्यूट्रिशन डिजीज और शुगर, बीपी के मरीज ज्यादातर देखने को मिले। जिसमें मेदांता की टीम रजत पाण्डेय, ऋषभ पाण्डेय, निशा सिस्टर, सुदामा के द्वारा मरीजों की शुगर, ईसीजी, बीएमडी, हार्ट रेट और Spo2 की जांचे बिल्कुल मुफ्त की गई।

रोटरी क्लब अध्यक्ष श्रेय ने बताया कि इस कैंप में कुल 97 मरीजों का निःशुल्क परामर्श दिया गया। कैंप में शुगर और बीपी के ऐसे छिपे हुए मरीज देखने को मिले जिन्हें खुद को अपनी बीमारी का पहले से पता नहीं था। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रखने के लिए हमारा रोटरी क्लब समय समय पर ऐसे आयोजन करता रहता है। ताकि भविष्य में आपको किसी गंभीर बीमारी का सामना न करना पड़ जाए। इस दौरान रोटरी क्लब के सभी सदस्याओं ने बढ़चढ़ कर अपना योगदान दिया।

अनियंत्रित कार पलटी,सिपाही घायल,शादी से लौटते समय हुआ हादसा

गोंडा।जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में मध्य रात्रि लगभग 1 बजे एक अनियंत्रित स्विफ्ट डिजायर कार पलटने से पीआरवी में तैनात सिपाही अजय यादव व कार चालक राजीव विश्वकर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये।यह घटना टिकरी जंगल के ऊंट घाट पुल के पास हुआ जिसके बाद दोनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर ले जाया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही अजय यादव बालपुर चौकी क्षेत्र में मोटरसाइकिल डायल 112 पर तैनात है।वह अपने साथी राजीव विश्वकर्मा(बमडेरा गांव निवासी), अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी के साथ कोल्हमपुर में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था।शादी से लौटते समय वे नवाबगंज मनकापुर सम्पर्क मार्ग से होते हुए बालपुर जा रहे थे।मध्य रात्रि लगभग 1 बजे ऊंट घाट पुल के पास अचानक मोड़ पर तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गयी।सड़क किनारे पलटी कार देखकर वहां से गुजर रहे लोगों ने तत्काल इसकी सूचना डायल 112 को दी।मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।इस हादसे में घायल सिपाही अजय यादव के पैर में गंभीर चोटें आई हैं,जबकि चालक राजीव विश्वकर्मा के सिर में चोट लगी है।कार में सवार अभिषेक दूबे व एक अन्य साथी को मामूली चोटें आई हैं,लेकिन वे बाल बाल बच गये।वजीरगंज पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।तरबगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी उमेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात डायल 112 को गाड़ी पलटने की सूचना मिली थी।पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंच कर घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया,जहाँ उनका इलाज जारी है।उन्होंने पुष्टि की कि ये लोग शादी समारोह से लौट रहे थे और नवाबगंज मनकापुर मार्ग पर उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गयी।

पूर्व फौजी पर हमला करने वाले 5 आरोपी एक हफ्ते बाद भी फरार

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना अंतर्गत कोयली जंगल गांव में 16 नवंबर को पूर्व फौजी आनंद यादव और उनके दो भाइयों पर पंचायत के दौरान धारदार हथियार से हमला किया गया था।इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए आनंद यादव का लखनऊ के एक निजी अस्पताल में वेंटीलेटर पर इलाज चल रहा है।उनके भाई किशनलाल और दशरथ लाल यादव को एक हफ्ते के इलाज के बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया है।घटना के सात दिन बाद भी पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हालांकि,अतुल सिंह उर्फ विक्की सिंह, आलोक सिंह,अंकुश सिंह, विजय तिवारी और राजेश शर्मा सहित पांच आरोपी घटना के सात दिन बाद भी फरार हैं।पुलिस टीमें लगातार इनकी तलाश में जुटी हुई हैं।आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से पूर्व फौजी आनंद यादव के परिजनों में अत्यधिक नाराजगी है और दुबारा हमले का डर सता रहा है।परिजन बार बार पुलिस से मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं,लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है।घर की महिलाओं को भी डर सता रहा है साथ ही साथ घर के बच्चे भी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं कि कहीं उनके साथ भी इसी तरह की घटना न हो जाए।

घायल पूर्व फौजी आनंद यादव के भाई अशर्फी लाल यादव,जो सेना में कार्यरत हैं ने पुलिस अधीक्षक गोंडा व महानिरीक्षक देवीपाटन मंडल से भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन कर रहे हैं और पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही है।जिससे पुलिसकर्मियों की मिलीभगत का संदेह पैदा होता है।वहीं देहात कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हैं और प्रयास जारी है।

गयाजी में आकाश इंस्टीट्यूट का सम्मान समारोह: IOQM में 63% का प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट, ANTHE 2025 में 21 विद्यार्थियों ने हासिल की 100% स्कॉल

गयाजी: परीक्षा-तैयारी सेवाएँ प्रदान करने वाली प्रमुख संस्था आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने गयाजी में आयोजित एक विशेष समारोह में इंडियन ओलंपियाड क्वालिफायर इन मैथमेटिक्स (IOQM) 2025 और आकाश नेशनल टैलेंट हंट एग्जाम (ANTHE) 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।

यह सम्मान समारोह गयाजी सेंटर की असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों को दर्शाता है, जहाँ छात्रों ने देश की दो सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल की है।

IOQM में गयाजी का उत्कृष्ट प्रदर्शन

गयाजी सेंटर ने IOQM 2025 में प्रभावशाली परिणाम दर्ज किए हैं:

योग्यता दर: कुल 49 प्रतिभागियों में से 31 विद्यार्थियों ने रीजनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड (RMO) के लिए पात्रता प्राप्त की, जो 63.27 प्रतिशत की प्रभावशाली क्वालिफिकेशन रेट है।

कक्षा-वार सफलता: कक्षा 10 सर्वाधिक सफल रही, जहाँ से 14 विद्यार्थियों ने क्वालिफाई किया। वहीं कक्षा 11 ने सर्वाधिक क्वालिफिकेशन प्रतिशत (72.73%) दर्ज किया।

सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम: जेईई मेन एवं एडवांस्ड के लिए संचालित 'टीवाई फेज-1 फर्स्ट स्टेप इंटीग्रेटेड क्लासरूम कोर्स' सबसे सफल कार्यक्रम रहा, जिससे कुल 5 विद्यार्थियों ने RMO के लिए क्वालिफाई किया।

ANTHE में 100% स्कॉलरशिप

ANTHE सेगमेंट में भी गयाजी के विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज की हैं:

रिकॉर्ड स्कॉलरशिप: सभी 21 शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों ने 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के लिए पात्रता हासिल की।

परफेक्ट स्कोर: इनमें से एक विद्यार्थी ने परीक्षा में दुर्लभ 100 प्रतिशत परफेक्ट स्कोर प्राप्त कर विशेष उपलब्धि दर्ज की।

राष्ट्रीय रैंक: विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 21 रही।

आकाश के मार्गदर्शन पर छात्रों का विश्वास

इस अवसर पर एईएसएल के रीजनल डायरेक्टर अजय बहादुर सिंह ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा, "उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि हमारे समर्पित शिक्षकों तथा अभिभावकों के सहयोगात्मक प्रयासों का भी सच्चा प्रतिबिंब है।"

समारोह में शीर्ष स्कोर करने वाले विद्यार्थियों ने साझा किया कि आकाश के सुव्यवस्थित मार्गदर्शन, त्वरित शंका समाधान और परीक्षा-केंद्रित वातावरण ने उनकी तैयारी में आत्मविश्वास जगाया। ANTHE छात्रों को 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति और 2.5 करोड़ तक के नकद पुरस्कार प्राप्त करने का अवसर प्रदान कर रहा है।

हस्तिनापुर पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में लापरवाही उजागर, चारा उत्पादन में भारी देरी से पशुधन संकट गहराया

कुलदीप भारद्वाज,हस्तिनापुर। क्षेत्र के पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र में चल रही लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, खादर क्षेत्र के खेतों में अभी तक चारा बोया नहीं गया है, जबकि अधिकारियों को पहले ही अवगत कराया गया था कि यहां का चारा बाढ़ के दौरान नष्ट हो जाता है और समय से बोवाई अत्यंत आवश्यक है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते खेतों में चारा उत्पादन शुरू नहीं किया गया।

ऐसा ही मामला हस्तिनापुर टाउन एरिया के सीटीबीपी ब्रीडिंग फार्म में देखने को मिला है। यहां पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र द्वारा समय से चारे की बोवाई नहीं की गई, जबकि फार्म में लगभग तीन सरकारी नलकूप मौजूद हैं जिनसे सिंचाई की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकती थी। क्षेत्र के किसानों ने तो अपनी रवि की फसल—गेहूं, सरसों, जौ एवं बरसीम—समय से बो दी हैं, लेकिन इसके विपरीत प्रक्षेत्र के लगभग 60 प्रतिशत खेत अभी तक खाली पड़े हुए हैं।कई खेतों में तो झाड़ियाँ और कबाड़ उग रहा है, जो फार्म प्रबंधन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र के अंतर्गत रखी गई गाय–भैंसों के लिए भी समय पर चारा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे पशुधन की सेहत और उत्पादन क्षमता दोनों पर असर पड़ रहा है। स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि फार्म में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन प्रबंधन की उदासीनता के कारण खेती और पशुपालन दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं।

इस संबंध में जब प्रक्षेत्र के मैनेजर अर्जुन कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन संपर्क से बाहर मिला। वहीं प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रा से भी संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो सका।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग पांच वर्ष पहले इसी प्रक्षेत्र में भूसा, जय तथा दूध का उत्पादन काफी अच्छा था। लेकिन पिछले तीन-चार वर्षों में लगातार उत्पादन में गिरावट आई है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से आधुनिक उपकरण और सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने के बावजूद फार्म की स्थिति सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

अब सवाल यह है कि जब संसाधन और सुविधाएँ उपलब्ध हैं, तो आखिरकार चारा उत्पादन और सिंचाई कार्य में देरी का जिम्मेदार कौन है? यदि समय रहते चारा नहीं बोया गया तो पशुधन को चारे की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिसका सीधा असर प्रदेश के कृषि–पशुधन विकास पर पड़ना तय है।

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र-छात्राओ ने विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर पांडुलिपियो का अवलोकन किया।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।आज दिनांक 22 नवम्बर दिन शनिवार 2025 को राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय प्रयागराज में विश्व धरोहर सप्ताह(19 से 25 नवम्बर 2025)के अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर प्रयागराज के शोध छात्र/छात्राओ ने शैक्षिक भ्रमण कर भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक व कलात्मक पाण्डुलिपियो का साक्षात दर्शन किया।संयोजक डॉ यशवंत त्रिवेदी के नेतृत्व में आये समस्त शोध छात्र पांडुग्रंथो के प्रति उत्साहित दिखे शोध छात्रो ने सर्वप्रथम मूल पाण्डुलिपियो का अवलोकन किया अवलोकन के समय शोध छात्रो द्वारा पांडुलिपियो की प्राचीनता एवं रखरखाव से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए,तत्पश्चात् छात्र छात्राओं ने पाण्डुलिपि संरक्षण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर पाण्डुलिपि विषयक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके अन्तर्गत उपस्थित छात्रो की जिज्ञासा का समाधान किया गया तथा उन्हें शोध से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी छात्रो ने विशेषतया प्रकाशित एवं अप्रकाशित पाण्डु ग्रंथो के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की। प्राविधिक सहायक हरिश्चन्द्र दुबे व डॉ शाकिरा तलत ने पाण्डुलिपियो के रख-रखाव उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने शोध छात्रों के जिज्ञासानुसार भारत में लिपियो के विकास पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की उन्होंने ब्राह्मी खरोष्ठी सहित उत्तर एवं दक्षिण भारत की लिपियो के बारे में भी बताया।कार्यालय में रखी गयी असित कुमार हलदर की पेंटिंग्स सचित्र राम चरित मानस फारसी भाषा में लिखित रामायण एवं महाभारत ताड़ पत्र की पाण्डुलिपि देखकर इन पांडुलिपियो की उत्पत्ति काल लेखन विधि लेखन शैली आदि पर आधारित प्रश्न शोध छात्रों ने पूछा।मूल पांडुलिपियो के अन्तर्गत ऋग्वेद यजुर्वेद सामवेद विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण भगवदगीता चरक संहिता हरिवंश पुराण कुमार संभवम सम्पूर्ण महाभारत रामचरित मानस मुग़ल कालीन फरमान तोगरा, अल कुरान नल दमन आईने अकबरी रामायण मसीही आदि ग्रंथों का अवलोकन कर अचंभित रहे।कार्यक्रम के अंत में आए हुए के प्रतिभागियो को कार्यालय द्वारा मुद्रित कैटलॉग का वितरण किया गया।सभी के प्रति आभार व्यक्त गुलाम सरवर पाण्डुलिपि अधिकारी ने किया।इस अवसर पर रोशन लाल अजय कुमार मो0शफीक अभिषेक कुमार आनन्द कुमार आदि की उपस्थिति रह।

पटना में आफ्टरमार्केट एक्सपो की मेजबानी करेगा* परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे उद्घाटन 30 से अधिक अग्रणी भारतीय ऑटो कंपोनेंट निर्माता भाग



ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए), जो भारत के ऑटो कंपोनेंट उद्योग का शीर्ष निकाय है, ने आज एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो के दूसरे संस्करण की घोषणा की, जिसका आयोजन 24-25 नवंबर 2025 को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर, गांधी मैदान रोड, पटना में किया जाएगा। यह कार्यक्रम देश भर की 30 से अधिक अग्रणी आफ्टरमार्केट कंपनियों को एक साथ लाएगा। इसका उद्घाटन राज्य के परिवहन मंत्री श्री श्रवण कुमार करेंगे। बिहार को एक महत्त्वपूर्ण आफ्टरमार्केट हब के रूप में उभरता हुआ बताते हुए, रामाशंकर पांडेय, मेंटर, आफ्टरमार्केट समिति, एसीएमए ने कहा, इस आफ्टरमार्केट एक्सपो के माध्यम से, एसीएमए भारत की ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ पटना लेकर आना चाहता है। बिहार अपनी आर्थिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है, और ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट उस प्रगति में एक सार्थक भूमिका निभाता है। एसीएमए बिहार में एक अधिक संगठित, तकनीक-तैयार आफ्टरमार्केट का समर्थन करना चाहता है-जो सड़क सुरक्षा में सुधार करे, ग्राहक विश्वास बनाए और छोटे व बड़े सभी व्यवसायों के लिए बेहतर आय के अवसर उत्पन्न करे, चाहे वे छोटे वर्कशॉप हों या बड़े वितरक। 2024 में आयोजित प्रथम संस्करण की अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद, इस वर्ष का एक्सपो स्पेयर पार्ट्स, कंपोनेंट्स, डायग्नोस्टिक टूल्स, गैराज उपकरण और वाहन देखभाल उत्पादों की व्यापक श्रृंखला प्रदर्शित करेगा, जो दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी। बिहार के विस्तृत होते सड़क नेटवर्क और बढ़ती वाहन संख्या से कुशल वाहन सर्विसिंग और विश्वसनीय स्पेयर पार्ट्स की मांग में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है। एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो इस विकसित होते बाज़ार का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसके माध्यम से- ऽ उच्च गुणवत्ता वाले और असली रिप्लेसमेंट पार्ट्स तक पहुंच सक्षम करना आधुनिक डायग्नोस्टिक्स और गैराज तकनीकों को पेश करना ऽ राष्ट्रीय व क्षेत्रीय हितधारकों के बीच व्यावसायिक संपर्क को सुगम बनाना वाहन मरम्मत एवं सर्विसिंग समुदाय में कौशल विकास और क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करना वाहन मालिकों को सुरक्षित और विश्वसनीय रखरखाव प्रथाओं पर जानकारी प्रदान करना एसीएमए आफ्टरमार्केट एक्सपो, पटना की मुख्य विशेषताएं: प्रदर्शनी में निम्नलिखित उत्पादों का विविध पोर्टफोलियो शामिल होगाः इंजन, सस्पेंशन, ब्रेकिंग और ड्राइवट्रेन कंपोनेंट्स फिल्टर्स, ल्यूब्रिकेंट्स, बैटरियां, लाइटिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम पहिए और एक्सेसरीज़ ईवी सर्विसिंग टूल्स एवं कंपोनेंट्स डायग्नोस्टिक और गैराज सपोर्ट तकनीकें वाहन देखभाल, सर्विस कंज्यूमेबल्स और वर्कशॉप समाधान एआरबी बेयरिंग्स, बैन्को प्रोडक्ट्स, ब्रेक्स इंडिया, गैब्रियल, हिंदुस्तान कॉम्पोज़िट्स, जे.के. फेनर, केके लाइटिंग, लुकास इंडियन सर्विस, ल्यूमैक्स ऑटो टेक्नोलॉजीज, मकास, मान एंड हंसल, मिंडा कॉर्पारेशन, निओलाइट जेडकेडब्ल्यु लाइटिंग, पैराकोट प्रोडक्ट्स, राने आफ्टरमार्केट डिवीजन, एसएमआईसी ऑटोपार्ट्स, स्टीलबर्ड इंटरनेशनल, सुगन केबल्स, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, ज़ुनैक्स एनर्जी प्रोडक्ट्स सहित कई अन्य उद्योग नेता अपने नवाचार प्रदर्शित करेंगे, जो व्यापारिक आगंतुकों के लिए एक समृद्ध अनुभव का वादा करते हैं। एक्सपो में 1,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों के आने की संभावना है, जिनमें वितरक, मैकेनिक, फ्लीट ऑपरेटर, पार्ट्स रिटेलर्स, वर्कशॉप मालिक, ट्रांसपोर्टर और बिहार व आसपास के क्षेत्रों से संस्थागत खरीदार शामिल होंगे। बिहार और झारखंड में ऑटो कंपोनेंट्स आफ्टरमार्केट राष्ट्रीय बाजार के लगभग 5 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। यह क्षेत्र लगभग 155 ऑटोमोबाइल डीलरों, 1,000 ऑटो कंपोनेंट रिटेलरों और अनेक मरम्मत वर्कशॉपों/गैराजों का घर है, जो मुख्य रूप से पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, रांची, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद जैसे शहरी केंद्रों में स्थित हैं। इसके अतिरिक्त, कई वर्कशॉप हाईवे के किनारे भी संचालित होती हैं, जो ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्रों की सेवा करती हैं।