अमेरिकी संसद में छाई मोदी-पुतिन की सेल्फी वाली फोटो, डेमोक्रेट सांसद बोलीं- ये तस्वीर हजार शब्दों के बराबर

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हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार में एक सेल्फी ली थी। दोनों नेताओं की सेल्फी वाली फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस तस्वीर ने अमेरिकी संसद के हॉल के अंदर भी नई बहस छेड़ दी है। अब इस फोटो को दिखाकर अमेरिकी कांग्रेस के अंदर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घेरा जा रहा हैष

मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो से ट्रंप को घेरा

अमेरिकी संसद में एक कांग्रेसी सांसद ने ही मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो लहराई है। अमेरिकी संसद में कांग्रेस वुमन सिडनी कामलेवगर डोव ने मोदी-पुतिन की सेल्फी वाला पोस्टर दिखाकर डोनाल्ड ट्रंप को कोसा। उन्होंने इस फोटो के जरिए अमेरिका की विदेश नीति की खूब आलोचना की है। सिडनी कामलेगर डोव ने इस तस्वीर को दिखाकर अमेरिका को चेताया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन भारत को मॉस्को के करीब धकेल रहा है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि नई दिल्ली नहीं, अमेरिका ही भारत-यूएस पार्टनरशिप को कमजोर कर रहा है।

ट्रंप पर अमेरिका-भारत के रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का आरोप

सांसद सिडनी कामलेगर-डोव ने कहा कि जिस तरह से पुतिन का स्वागत हुआ और पीएम मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी दिखी, वो दिखाता है कि ट्रंप ने किस तरह का नुकसान अमेरिका-भारत के रिश्ते को पहुंचा दिया है।

ट्रंप-पुतिन की सेल्फी ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सबूत-डोव

डोव ने अपने बयान में कहा, नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की साथ में आई तस्वीरें हमें बहुत कुछ दिखा रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप को समझना चाहिए कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं। ट्रंप-पुतिन की सेल्फी और गले मिलते हुए तस्वीरें ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सीधा सबूत हैं।

भारत पर टैरिफ गलत

विपक्षी पार्टी की नेता डोव ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ लगाना बेवजह लगता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बिजनेस डील के लिए पुतिन के सलाहकारों के साथ मिलकर यूक्रेन को बेच रहे हैं।

सांसद प्रमिला जयापल ने भी जताई चिंता

इस दौरान सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों के कारण भारत-अमेरिका आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में लगे टैरिफ कारोबार और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सांसद जयापल की यह टिप्पणी ट्रंप के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत से चावल के आयात पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुंचाते हुए सस्ते चावल निर्यात कर रहा है। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी कृषि उत्पादकों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद पैकेज की घोषणा भी की।

दो करोड़ से होगा ढेमवाघाट पर बनेगा पीपे का पुल,64.96 लाख रुपये की पहली किस्त जारी

बाढ़ में बह गया था पुल का एक हिस्सा

गोंडा।जिले के नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत ढेमवाघाट पुल पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।इससे नवाबगंज, गोंडा व अयोध्या के लाखों लोगों को आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी।इस पुल के निर्माण में 2 करोड़ 16 लाख रूपए की लागत आएगी।कैसरगंज से भाजपा सांसद करण भूषण सिंह व तरबगंज से भाजपा विधायक प्रेम नारायण पांडेय के प्रयासों से यह परियोजना स्वीकृत हुई है।शासन ने पुल निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपा है।पुल निर्माण के लिए प्रथम किस्त के रूप में 64.96 लाख रूपए शासन द्वारा आवंटित किया गया है।जिसमें अनुदान संख्या 57 से 51.18 लाख रुपए और अनुदान संख्या 83 से 13.78 लाख रुपए शामिल है।वर्ष 2021 में आई भीषण बाढ़ के कारण ढेमवाघाट पुल का एक हिस्सा घाघरा नदी में बह गया था।इसके बाद गोंडा और अयोध्या के बीच आवागमन बाधित था,जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।पुल टूटने के बाद बीते चार सालों से जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करने को मजबूर थे।इस दौरान कई वाहन फंसे,जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से निकाला गया।हाल ही में आई बाढ़ में एक बुल्डोजर भी फंस गया था,जिसे क्रैन से बाहर निकाला गया।इस बड़ी सौगात के लिए सांसद करण भूषण सिंह और विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थाई पुल निर्माण की मांग की जा रही थी,फिलहाल अस्थाई पीपे पुल का निर्माण किया जाएगा।बाढ़ इतनी भीषण थी कि कैसरगंज के पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह के घर तक पानी पहुंच था ऐसे में बृजभूषण शरण सिंह को ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से आना जाना पड़ रहा था और उसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने पहली बार तंज भी कसा था।पुल के निर्माण को लेकर के वर्ष 2022 में बृजभूषण शरण सिंह ने मौके पर पहुंचकर के प्रेस वार्ता कर मांग की थी और कई बार उनके सांसद बेटे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।जिसका नतीजा है कि ढेमवाघाट पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।कैसरगंज सांसद करण भूषण सिंह व विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने बताया कि जल्द ही पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो जायेगा।23 अगस्त को ही लोक निर्माण विभाग देवीपाटन मंडल के मुख्य अभियंता अखिलेश कुमार दिवाकर द्वारा इसको लेकर स्वीकृत प्रदान करने के लिए शासन को पत्र भी भेजा गया था।

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां और आखिरी दिन है. प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू की गई. जहां विपक्ष के द्वारा कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाया गया. वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर आज झारखंड में लघु खनिजों के प्रबंधन और भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक का वित्त लेखा परीक्षा तथा विनियोग लेखा से संबंधित लेखा परीक्षा प्रतिवेदन सभा पटल पर रखेंगे. वहीं, कल के सत्र के दौरान झारखंड पर्यटन विकास और निबंधन संशोधन विधेयक 2025 पारित किया गया.

रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि राज्य के 25000 पीडीएस दुकानदारों को लंबे समय से कमीशन का भुगतान नहीं हुआ है. इस पर मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि यह केंद्र सरकार का मामला है. पोर्टल को समझने में विलंब की वजह से राशि का भुगतान नहीं हो पाया. इस दिशा में काम चल रहा है. बहुत जल्द कमीशन दे दिया जाएगा.

सुरेश बैठा ने कहा कि बिजली के स्मार्ट मीटर से गरीबों को अनियमित बिल आ रहा है. बिल में असीमित बढ़ोतरी होती है. इस पर मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि कहीं भी गड़बड़ी है, तो उसकी जानकारी दें कार्रवाई होगी.

बरकट्ठा विधायक अमित यादव ने कहा कि तिलैया नहर योजना से जुड़ा डीपीआर बनाने का फैसला 2014-15 में हुआ था, लेकिन अब तक डीपीआर तैयार नहीं हुआ है.

प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने छात्रवृत्ति का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति नहीं मिलने के कारण बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस पर जो भी मुद्दे हैं, राज्य सरकार पर इस पर जांच कराए. इसके अलावा बाबूलाल मरांडी ने कहा कि धान खरीद में गड़बड़ी का मामला लगातार सामने आया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

मध्य प्रदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो ट्रैक्टर ट्राली से टकराई, तीन की मौत

लखनऊ । उत्तर प्रदेश अयोध्या जिले में थाना पूराकलंदर के कल्याण भदरसा गांव के पास प्रयागराज हाईवे पर अयोध्या दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो गाड़ी ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। तीन श्रद्धालुओं की मौत हाे गयी और 11 श्रद्धालु घायल हो गए हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।घटना गुरुवार की भोर में लगभग 5 बजे के आसपास की है। सूचना मिलने पर मौके पर थाना पूराकलंदर की पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया और दोनों वाहनों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।



मध्य प्रदेश से आ रहे थे अयोध्या



बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज निवासी चित्रसेन पटेल (50) परिवार के 10 लोगों के साथ रामलला का दर्शन करने अयोध्या आ रहे थे। वह लोग बोलेरो से बुधवार को निकले थे। गुरुवार की भोर में लगभग पांच बजे सभी कल्याण भदरसा के पास पहुंचे तो चालक को अचानक नींद लगी और वह अनियंत्रित होकर सामने से आ रही ट्रैक्टर ट्राला में भिड़ गया। हादसे में बोलेरो सवार चित्रसेन की बेटी अंकिता पटेल (25), महेंद्र मणि पटेल की पत्नी मीराबाई (25) व चालक राम यश मिश्रा (50) की मौके पर ही मौत हो गई।



पुलिस ने दोनों वाहनों को लिया कब्जे में



हादसे में जबकि, चित्रसेन उनकी पत्नी चंद्रकला (45), बेटा तनुज पटेल (20) व दीपक कुमार पटेल (35), सरोज मणि पटेल की पत्नी कुसुम (35) और बेटा आशीष पटेल (23), हरिकेश का पांच साल का बेटा शिवांश पटेल व पत्नी शशि पटेल (30) गंभीर रूप से घायल हो गए।मौके पर आई पूराकलंदर पुलिस ने घायलों को तीन एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज चल रहा है। प्रभारी निरीक्षक मनोज शर्मा ने बताया कि शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घायलों का इलाज चल रहा है। दोनों वाहनों को कब्जे में लिया गया है।



सीएम योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त



सभी श्रद्धालु मध्य प्रदेश के रीवा से अयोध्या रामलला का दर्शन करने आ रहे थे। हादसे की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जनपद अयोध्या में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया है और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है। साथ ही मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

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देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

जहर खाकर पीड़ित बीएलओ ने किया आत्महत्या का प्रयास, सपा जिला अध्यक्ष ने पूछे हाल-चाल

फर्रुखाबाद। Sir के दबाव से पीड़ित बीएलओ ललित गंगवार ने जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था l पीड़ित बूथ लेवल अधिकारी का समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंचकर उसका हाल-चाल पूछ l कोतवाली कायमगंज के ग्राम अमलैया मुकेरी निवासी अध्यापक ललित गंगवार की ममापुर के प्राथमिक विद्यालय बूथ पर बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई। बीएलओ ललित गंगवार को करीब 2.30 बजे सीएचसी कायमगंज ले जाया गया। डॉ अमरेश कुमार ने उनका उपचार किया। इस दौरान बीएलओ ललित गंगवार ने बताया की तहसील कार्यालय का एक कर्मचारी sir को लेकर दबाव बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। इसीलिए बीती शाम शराब के साथ चूहा मार दवा खाली थी उसका असर न होने पर सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया l जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है l उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण प्रदेश भर में बीएलओ मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर कई बीएलओ द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएँ घट चुकीं है जो बहुत ही खराब हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से कहा कि बीएलओ पर कार्य का दबाव किसी सीमा तक डाला जाए, जिसे वह सहन कर सकें। अत्यधिक दबाव बीएलओ को प्रभावित कर रहा है l उन्होंने कहा कि SIR कार्य की अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना तनाव और भय के अपना कार्य पूर्ण कर सकें। इस मौके पर जिला महासचिव इलियास मंसूरी समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल कठेरिया, यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह, इजहार खान, जिला सचिव निजाम अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के जिला महासचिव जुल्फिकार अब्बास जैदी, सभासद मुदस्सर खान तथा समस्त फ्रंटल प्रभारी रामपाल सिंह यादव सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
एसीबी जांच में राज्य में उजागर शराब घोटाला पहुंचा 136 करोड़ रुपए के पार।

खुद को बचाने केलिए नए अधिकारी को बलि देने की तैयारी में हेमंत सरकार.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हुए शराब घोटाले पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि अब एक बार फिर से किसी सरकारी अधिकारी की बलि देकर ख़ुद को बचाने की योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बना रहे हैं।लेकिन जिस तरह इनके घोटालों की संख्या बढ़ रही है, सरकारी अधिकारियों की गिनती इनके सामने कम पड़ जाएगी।

कहा कि शराब घोटाले में पहले 38 करोड़, फिर 70 करोड़ और अब 136 करोड़ का नुकसान सामने आया है।

कहा कि जाँच की आँच से बचने के लिए हेमंत सोरेन जी ने शराब घोटाले में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश की, लेकिन एक गलती कर बैठे, अवैध कमाई की जल्दबाजी में अखबार में टेंडर जारी करने से पहले ही निर्धारित कंपनी को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया।

कहा कि नियम के अनुसार शराब आपूर्ति करने वाली कंपनी को शराब आपूर्ति करने से पहले JSBCL के साथ एग्रीमेंट करना था, लेकिन बिना किसी एग्रीमेंट के कंपनी को शराब आपूर्ति का काम दे दिया गया था।

कहा कि ACB की जांच के अनुसार शराब घोटाले में इस कंपनी ने सरकार को 136 करोड़ का नुकसान पहुंचाया।सारे नियम-कानून को ताक पर रखकर इस कंपनी को बिना एग्रीमेंट और टेंडर के काम देना किसके कहने पर हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।

कहा कि इतने बड़े घोटालेबाज़ तो पूरे राज्य में केवल एक ही हैं, वे कहते हैं कि करोड़ों की कमाई के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो क्या हर्ज है!

“जितना और जहाँ हो सके लूट लो”, यही इस सरकार का मंत्र है।

कहा कि ACB का शिकंजा असल गुनाहगारों तक पहुँचे या नहीं, केंद्र की एजेंसियों द्वारा इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित की जाएगी।

महापौर ने शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक.दिए निर्देश
संजय द्विवेदी प्रयागराज।उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी महापौर द्वारा नगर निगम द्वारा वर्तमान समय में शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक आहुत की गयी।बैठक में साई तेजा नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव अपर नगर आयुक्त डा0महेश कुमार नगर स्वास्थ्य अधिकारी समस्त जोनल अधिकारी राम सक्सेना अवर अभियन्ता व जोनल सीनेटरी निरीक्षक उपस्थित रहे।महापौर द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुये समस्त अधिकारियों को शहर की सफाई व्यवस्था की वर्तमान व्यवस्था से अवगत कराया गया कि शहर के सभी डिवाईडरो के दोनों तरफ, रोड के किनारे स्थित पेड़ तथा सभी ओवर ब्रिज के नीचे तथा स्टेशन से जाने वाले मार्गो पर गन्दगी व्याप्त है।महापौर द्वारा निर्देश दिये गये कि उक्त सभी स्थानो की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाय इसमे किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय।इसके अतिरिक्त रोड के किनारे स्थित पेड़ो व शहर में स्थापित मूर्तियो की सफाई प्रतिदिन व अल्टरनेट डे पर कराना सुनिश्चित किया जाय तथा माल्यापर्ण की व्यवस्था की जाय।स्प्रिंकल मशीनो के संचालन का रूट चार्ट मेरे कार्यालय को भी उपलब्ध कराया जाय।आगामी दिनों में माघ मेला 2025 जनवरी में प्रारम्भ होगा इसको दृश्टिगत रखते हुए मेला मार्ग स्टेशन व हवाई अड्डा जाने व आने मार्ग को समुचित तरह से साफ रखा जाय।गंगा यमुना के किनारे के घाटो को स्वच्छ रखा जाय तथा अस्थाई चेंजिग रूम व शौचालय की व्यवस्था रखी जाय।
*समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है- डॉ भारती सिंह*
मानवाधिकार दिवस पर समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषयक संगोष्ठी सुलतानपुर,रा.प्र.पी.जी.कॉलेज के बी.एड. विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर “समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित एवं जागरूकता-परक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने की। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है। हर बच्चे के भीतर सीखने की क्षमता होती है, बस शिक्षक को उसे पहचानने और अवसर देने की आवश्यकता होती है। असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता को कम नहीं करती; बाधा केवल समाज की सोच और शिक्षण वातावरण में होती है। शिक्षक यदि सहयोगी दृष्टिकोण अपनाएँ, तो कक्षा हर बच्चे के लिए सहज बन सकती है। डॉ. संतोष अंश ने कहा कि समावेशी शिक्षा से ही हम ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ किसी भी बच्चे को उसकी कमी के आधार पर अलग-थलग न किया जाए। शिक्षक ही वह सेतु हैं जो दिव्यांग विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ते हैं।समावेशी शिक्षा केवल कक्षा का विषय नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है । दिव्यांग शिक्षार्थियों की राष्ट्र उन्नयन में महती भूमिका है, उसे समावेशी शिक्षा का अधिकार सुलभ कराना शिक्षक और का दायित्व है। उसके अनुकूल विद्यालय का वातावरण होना चाहिये। डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए बहु-संवेदी शिक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है। शिक्षकों को लचीली पद्धतियों को अपनाना चाहिए ताकि हर विद्यार्थी समान रूप से सीख सके। बी.एड. द्वितीय वर्ष की आर्चिता सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर बच्चे को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण मिले। एक सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी की कमजोरी नहीं, उसकी क्षमता को पहचानता है। अनुभवी सिंह ने कहा कि दिव्यांग शिक्षार्थियों को केवल सहानुभूति की नहीं, अवसर और उपयुक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है। विद्यालयों में रैम्प, ब्रेल पुस्तकों, श्रवण-सहायक उपकरणों जैसी सुविधाएँ अनिवार्य होनी चाहिए।हिमांशु सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा भविष्य का मॉडल है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अन्य बच्चों की तरह अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। बी एड़ प्रथम वर्ष के अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाए। दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षक का संवेदनशील होना सबसे बड़ी आवश्यकता है।आभा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को ऐसा शिक्षण वातावरण देना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित और स्वीकार किया हुआ महसूस करे। खुशी सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को स्वयं को साबित करने का मौका तभी मिलता है जब शिक्षक उनके अंदर छिपी क्षमता को पहचानकर उचित मार्गदर्शन देते हैं। श्रद्धा यादव ने कहा कि समावेशी शिक्षा विविधता को स्वीकार करने की कला है। शिक्षक यदि छात्रों में समानता और सहयोग की भावना विकसित करें तो कक्षा अपने आप समावेशी बन जाती है। श्वेता मौर्या ने कहा कि मानवाधिकार दिवस की भावना तभी साकार होगी जब किसी भी दिव्यांग विद्यार्थी को शिक्षा से वंचित न होने दिया जाए।शिखा मौर्या ने कहा कि हम विद्यार्थियों को भी यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए कि कक्षा में किसी भी दिव्यांग साथी के साथ भेदभाव न करें। बल्कि उसे सहयोग और सम्मान दें। संगोष्ठी का सफल संचालन बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभवी सिंह ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने सभी वक्ताओं, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समावेशी शिक्षा, मानवाधिकारों और दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना रहा।
Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।

अमेरिकी संसद में छाई मोदी-पुतिन की सेल्फी वाली फोटो, डेमोक्रेट सांसद बोलीं- ये तस्वीर हजार शब्दों के बराबर

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हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार में एक सेल्फी ली थी। दोनों नेताओं की सेल्फी वाली फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस तस्वीर ने अमेरिकी संसद के हॉल के अंदर भी नई बहस छेड़ दी है। अब इस फोटो को दिखाकर अमेरिकी कांग्रेस के अंदर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घेरा जा रहा हैष

मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो से ट्रंप को घेरा

अमेरिकी संसद में एक कांग्रेसी सांसद ने ही मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो लहराई है। अमेरिकी संसद में कांग्रेस वुमन सिडनी कामलेवगर डोव ने मोदी-पुतिन की सेल्फी वाला पोस्टर दिखाकर डोनाल्ड ट्रंप को कोसा। उन्होंने इस फोटो के जरिए अमेरिका की विदेश नीति की खूब आलोचना की है। सिडनी कामलेगर डोव ने इस तस्वीर को दिखाकर अमेरिका को चेताया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन भारत को मॉस्को के करीब धकेल रहा है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि नई दिल्ली नहीं, अमेरिका ही भारत-यूएस पार्टनरशिप को कमजोर कर रहा है।

ट्रंप पर अमेरिका-भारत के रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का आरोप

सांसद सिडनी कामलेगर-डोव ने कहा कि जिस तरह से पुतिन का स्वागत हुआ और पीएम मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी दिखी, वो दिखाता है कि ट्रंप ने किस तरह का नुकसान अमेरिका-भारत के रिश्ते को पहुंचा दिया है।

ट्रंप-पुतिन की सेल्फी ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सबूत-डोव

डोव ने अपने बयान में कहा, नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की साथ में आई तस्वीरें हमें बहुत कुछ दिखा रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप को समझना चाहिए कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं। ट्रंप-पुतिन की सेल्फी और गले मिलते हुए तस्वीरें ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सीधा सबूत हैं।

भारत पर टैरिफ गलत

विपक्षी पार्टी की नेता डोव ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ लगाना बेवजह लगता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बिजनेस डील के लिए पुतिन के सलाहकारों के साथ मिलकर यूक्रेन को बेच रहे हैं।

सांसद प्रमिला जयापल ने भी जताई चिंता

इस दौरान सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों के कारण भारत-अमेरिका आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में लगे टैरिफ कारोबार और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सांसद जयापल की यह टिप्पणी ट्रंप के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत से चावल के आयात पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुंचाते हुए सस्ते चावल निर्यात कर रहा है। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी कृषि उत्पादकों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद पैकेज की घोषणा भी की।

दो करोड़ से होगा ढेमवाघाट पर बनेगा पीपे का पुल,64.96 लाख रुपये की पहली किस्त जारी

बाढ़ में बह गया था पुल का एक हिस्सा

गोंडा।जिले के नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत ढेमवाघाट पुल पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।इससे नवाबगंज, गोंडा व अयोध्या के लाखों लोगों को आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी।इस पुल के निर्माण में 2 करोड़ 16 लाख रूपए की लागत आएगी।कैसरगंज से भाजपा सांसद करण भूषण सिंह व तरबगंज से भाजपा विधायक प्रेम नारायण पांडेय के प्रयासों से यह परियोजना स्वीकृत हुई है।शासन ने पुल निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपा है।पुल निर्माण के लिए प्रथम किस्त के रूप में 64.96 लाख रूपए शासन द्वारा आवंटित किया गया है।जिसमें अनुदान संख्या 57 से 51.18 लाख रुपए और अनुदान संख्या 83 से 13.78 लाख रुपए शामिल है।वर्ष 2021 में आई भीषण बाढ़ के कारण ढेमवाघाट पुल का एक हिस्सा घाघरा नदी में बह गया था।इसके बाद गोंडा और अयोध्या के बीच आवागमन बाधित था,जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।पुल टूटने के बाद बीते चार सालों से जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करने को मजबूर थे।इस दौरान कई वाहन फंसे,जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से निकाला गया।हाल ही में आई बाढ़ में एक बुल्डोजर भी फंस गया था,जिसे क्रैन से बाहर निकाला गया।इस बड़ी सौगात के लिए सांसद करण भूषण सिंह और विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थाई पुल निर्माण की मांग की जा रही थी,फिलहाल अस्थाई पीपे पुल का निर्माण किया जाएगा।बाढ़ इतनी भीषण थी कि कैसरगंज के पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह के घर तक पानी पहुंच था ऐसे में बृजभूषण शरण सिंह को ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से आना जाना पड़ रहा था और उसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने पहली बार तंज भी कसा था।पुल के निर्माण को लेकर के वर्ष 2022 में बृजभूषण शरण सिंह ने मौके पर पहुंचकर के प्रेस वार्ता कर मांग की थी और कई बार उनके सांसद बेटे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।जिसका नतीजा है कि ढेमवाघाट पर अस्थाई पीपे के पुल का निर्माण होने जा रहा है।कैसरगंज सांसद करण भूषण सिंह व विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने बताया कि जल्द ही पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो जायेगा।23 अगस्त को ही लोक निर्माण विभाग देवीपाटन मंडल के मुख्य अभियंता अखिलेश कुमार दिवाकर द्वारा इसको लेकर स्वीकृत प्रदान करने के लिए शासन को पत्र भी भेजा गया था।

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां और आखिरी दिन है. प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू की गई. जहां विपक्ष के द्वारा कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाया गया. वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर आज झारखंड में लघु खनिजों के प्रबंधन और भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक का वित्त लेखा परीक्षा तथा विनियोग लेखा से संबंधित लेखा परीक्षा प्रतिवेदन सभा पटल पर रखेंगे. वहीं, कल के सत्र के दौरान झारखंड पर्यटन विकास और निबंधन संशोधन विधेयक 2025 पारित किया गया.

रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि राज्य के 25000 पीडीएस दुकानदारों को लंबे समय से कमीशन का भुगतान नहीं हुआ है. इस पर मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि यह केंद्र सरकार का मामला है. पोर्टल को समझने में विलंब की वजह से राशि का भुगतान नहीं हो पाया. इस दिशा में काम चल रहा है. बहुत जल्द कमीशन दे दिया जाएगा.

सुरेश बैठा ने कहा कि बिजली के स्मार्ट मीटर से गरीबों को अनियमित बिल आ रहा है. बिल में असीमित बढ़ोतरी होती है. इस पर मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि कहीं भी गड़बड़ी है, तो उसकी जानकारी दें कार्रवाई होगी.

बरकट्ठा विधायक अमित यादव ने कहा कि तिलैया नहर योजना से जुड़ा डीपीआर बनाने का फैसला 2014-15 में हुआ था, लेकिन अब तक डीपीआर तैयार नहीं हुआ है.

प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने छात्रवृत्ति का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति नहीं मिलने के कारण बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस पर जो भी मुद्दे हैं, राज्य सरकार पर इस पर जांच कराए. इसके अलावा बाबूलाल मरांडी ने कहा कि धान खरीद में गड़बड़ी का मामला लगातार सामने आया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

मध्य प्रदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो ट्रैक्टर ट्राली से टकराई, तीन की मौत

लखनऊ । उत्तर प्रदेश अयोध्या जिले में थाना पूराकलंदर के कल्याण भदरसा गांव के पास प्रयागराज हाईवे पर अयोध्या दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो गाड़ी ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। तीन श्रद्धालुओं की मौत हाे गयी और 11 श्रद्धालु घायल हो गए हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।घटना गुरुवार की भोर में लगभग 5 बजे के आसपास की है। सूचना मिलने पर मौके पर थाना पूराकलंदर की पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया और दोनों वाहनों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।



मध्य प्रदेश से आ रहे थे अयोध्या



बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज निवासी चित्रसेन पटेल (50) परिवार के 10 लोगों के साथ रामलला का दर्शन करने अयोध्या आ रहे थे। वह लोग बोलेरो से बुधवार को निकले थे। गुरुवार की भोर में लगभग पांच बजे सभी कल्याण भदरसा के पास पहुंचे तो चालक को अचानक नींद लगी और वह अनियंत्रित होकर सामने से आ रही ट्रैक्टर ट्राला में भिड़ गया। हादसे में बोलेरो सवार चित्रसेन की बेटी अंकिता पटेल (25), महेंद्र मणि पटेल की पत्नी मीराबाई (25) व चालक राम यश मिश्रा (50) की मौके पर ही मौत हो गई।



पुलिस ने दोनों वाहनों को लिया कब्जे में



हादसे में जबकि, चित्रसेन उनकी पत्नी चंद्रकला (45), बेटा तनुज पटेल (20) व दीपक कुमार पटेल (35), सरोज मणि पटेल की पत्नी कुसुम (35) और बेटा आशीष पटेल (23), हरिकेश का पांच साल का बेटा शिवांश पटेल व पत्नी शशि पटेल (30) गंभीर रूप से घायल हो गए।मौके पर आई पूराकलंदर पुलिस ने घायलों को तीन एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज चल रहा है। प्रभारी निरीक्षक मनोज शर्मा ने बताया कि शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घायलों का इलाज चल रहा है। दोनों वाहनों को कब्जे में लिया गया है।



सीएम योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त



सभी श्रद्धालु मध्य प्रदेश के रीवा से अयोध्या रामलला का दर्शन करने आ रहे थे। हादसे की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जनपद अयोध्या में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया है और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है। साथ ही मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

जहर खाकर पीड़ित बीएलओ ने किया आत्महत्या का प्रयास, सपा जिला अध्यक्ष ने पूछे हाल-चाल

फर्रुखाबाद। Sir के दबाव से पीड़ित बीएलओ ललित गंगवार ने जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था l पीड़ित बूथ लेवल अधिकारी का समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंचकर उसका हाल-चाल पूछ l कोतवाली कायमगंज के ग्राम अमलैया मुकेरी निवासी अध्यापक ललित गंगवार की ममापुर के प्राथमिक विद्यालय बूथ पर बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई। बीएलओ ललित गंगवार को करीब 2.30 बजे सीएचसी कायमगंज ले जाया गया। डॉ अमरेश कुमार ने उनका उपचार किया। इस दौरान बीएलओ ललित गंगवार ने बताया की तहसील कार्यालय का एक कर्मचारी sir को लेकर दबाव बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। इसीलिए बीती शाम शराब के साथ चूहा मार दवा खाली थी उसका असर न होने पर सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया l जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है l उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण प्रदेश भर में बीएलओ मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर कई बीएलओ द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएँ घट चुकीं है जो बहुत ही खराब हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से कहा कि बीएलओ पर कार्य का दबाव किसी सीमा तक डाला जाए, जिसे वह सहन कर सकें। अत्यधिक दबाव बीएलओ को प्रभावित कर रहा है l उन्होंने कहा कि SIR कार्य की अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना तनाव और भय के अपना कार्य पूर्ण कर सकें। इस मौके पर जिला महासचिव इलियास मंसूरी समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल कठेरिया, यूथ ब्रिगेड के जिला अध्यक्ष मुलायम सिंह, इजहार खान, जिला सचिव निजाम अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के जिला महासचिव जुल्फिकार अब्बास जैदी, सभासद मुदस्सर खान तथा समस्त फ्रंटल प्रभारी रामपाल सिंह यादव सहित अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
एसीबी जांच में राज्य में उजागर शराब घोटाला पहुंचा 136 करोड़ रुपए के पार।

खुद को बचाने केलिए नए अधिकारी को बलि देने की तैयारी में हेमंत सरकार.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हुए शराब घोटाले पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि अब एक बार फिर से किसी सरकारी अधिकारी की बलि देकर ख़ुद को बचाने की योजना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बना रहे हैं।लेकिन जिस तरह इनके घोटालों की संख्या बढ़ रही है, सरकारी अधिकारियों की गिनती इनके सामने कम पड़ जाएगी।

कहा कि शराब घोटाले में पहले 38 करोड़, फिर 70 करोड़ और अब 136 करोड़ का नुकसान सामने आया है।

कहा कि जाँच की आँच से बचने के लिए हेमंत सोरेन जी ने शराब घोटाले में बहुत सावधानी बरतने की कोशिश की, लेकिन एक गलती कर बैठे, अवैध कमाई की जल्दबाजी में अखबार में टेंडर जारी करने से पहले ही निर्धारित कंपनी को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया।

कहा कि नियम के अनुसार शराब आपूर्ति करने वाली कंपनी को शराब आपूर्ति करने से पहले JSBCL के साथ एग्रीमेंट करना था, लेकिन बिना किसी एग्रीमेंट के कंपनी को शराब आपूर्ति का काम दे दिया गया था।

कहा कि ACB की जांच के अनुसार शराब घोटाले में इस कंपनी ने सरकार को 136 करोड़ का नुकसान पहुंचाया।सारे नियम-कानून को ताक पर रखकर इस कंपनी को बिना एग्रीमेंट और टेंडर के काम देना किसके कहने पर हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है।

कहा कि इतने बड़े घोटालेबाज़ तो पूरे राज्य में केवल एक ही हैं, वे कहते हैं कि करोड़ों की कमाई के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो क्या हर्ज है!

“जितना और जहाँ हो सके लूट लो”, यही इस सरकार का मंत्र है।

कहा कि ACB का शिकंजा असल गुनाहगारों तक पहुँचे या नहीं, केंद्र की एजेंसियों द्वारा इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित की जाएगी।

महापौर ने शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक.दिए निर्देश
संजय द्विवेदी प्रयागराज।उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी महापौर द्वारा नगर निगम द्वारा वर्तमान समय में शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक आहुत की गयी।बैठक में साई तेजा नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव अपर नगर आयुक्त डा0महेश कुमार नगर स्वास्थ्य अधिकारी समस्त जोनल अधिकारी राम सक्सेना अवर अभियन्ता व जोनल सीनेटरी निरीक्षक उपस्थित रहे।महापौर द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुये समस्त अधिकारियों को शहर की सफाई व्यवस्था की वर्तमान व्यवस्था से अवगत कराया गया कि शहर के सभी डिवाईडरो के दोनों तरफ, रोड के किनारे स्थित पेड़ तथा सभी ओवर ब्रिज के नीचे तथा स्टेशन से जाने वाले मार्गो पर गन्दगी व्याप्त है।महापौर द्वारा निर्देश दिये गये कि उक्त सभी स्थानो की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाय इसमे किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय।इसके अतिरिक्त रोड के किनारे स्थित पेड़ो व शहर में स्थापित मूर्तियो की सफाई प्रतिदिन व अल्टरनेट डे पर कराना सुनिश्चित किया जाय तथा माल्यापर्ण की व्यवस्था की जाय।स्प्रिंकल मशीनो के संचालन का रूट चार्ट मेरे कार्यालय को भी उपलब्ध कराया जाय।आगामी दिनों में माघ मेला 2025 जनवरी में प्रारम्भ होगा इसको दृश्टिगत रखते हुए मेला मार्ग स्टेशन व हवाई अड्डा जाने व आने मार्ग को समुचित तरह से साफ रखा जाय।गंगा यमुना के किनारे के घाटो को स्वच्छ रखा जाय तथा अस्थाई चेंजिग रूम व शौचालय की व्यवस्था रखी जाय।
*समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है- डॉ भारती सिंह*
मानवाधिकार दिवस पर समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषयक संगोष्ठी सुलतानपुर,रा.प्र.पी.जी.कॉलेज के बी.एड. विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर “समावेशी शिक्षा : दिव्यांग शिक्षार्थियों के अधिकार और शिक्षक की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित एवं जागरूकता-परक संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने की। उन्होंने कहा कि समावेशी शिक्षा मानवाधिकारों की सच्ची अभिव्यक्ति है। हर बच्चे के भीतर सीखने की क्षमता होती है, बस शिक्षक को उसे पहचानने और अवसर देने की आवश्यकता होती है। असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता को कम नहीं करती; बाधा केवल समाज की सोच और शिक्षण वातावरण में होती है। शिक्षक यदि सहयोगी दृष्टिकोण अपनाएँ, तो कक्षा हर बच्चे के लिए सहज बन सकती है। डॉ. संतोष अंश ने कहा कि समावेशी शिक्षा से ही हम ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ किसी भी बच्चे को उसकी कमी के आधार पर अलग-थलग न किया जाए। शिक्षक ही वह सेतु हैं जो दिव्यांग विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ते हैं।समावेशी शिक्षा केवल कक्षा का विषय नहीं, बल्कि मानवता का दायित्व है । दिव्यांग शिक्षार्थियों की राष्ट्र उन्नयन में महती भूमिका है, उसे समावेशी शिक्षा का अधिकार सुलभ कराना शिक्षक और का दायित्व है। उसके अनुकूल विद्यालय का वातावरण होना चाहिये। डॉ. सीमा सिंह ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए बहु-संवेदी शिक्षण अत्यधिक प्रभावी होता है। शिक्षकों को लचीली पद्धतियों को अपनाना चाहिए ताकि हर विद्यार्थी समान रूप से सीख सके। बी.एड. द्वितीय वर्ष की आर्चिता सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर बच्चे को सम्मान और सुरक्षा का वातावरण मिले। एक सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी की कमजोरी नहीं, उसकी क्षमता को पहचानता है। अनुभवी सिंह ने कहा कि दिव्यांग शिक्षार्थियों को केवल सहानुभूति की नहीं, अवसर और उपयुक्त संसाधनों की आवश्यकता होती है। विद्यालयों में रैम्प, ब्रेल पुस्तकों, श्रवण-सहायक उपकरणों जैसी सुविधाएँ अनिवार्य होनी चाहिए।हिमांशु सिंह ने कहा कि समावेशी शिक्षा भविष्य का मॉडल है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अन्य बच्चों की तरह अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। बी एड़ प्रथम वर्ष के अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाए। दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षक का संवेदनशील होना सबसे बड़ी आवश्यकता है।आभा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को ऐसा शिक्षण वातावरण देना होगा जहाँ हर बच्चा सुरक्षित और स्वीकार किया हुआ महसूस करे। खुशी सिंह ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को स्वयं को साबित करने का मौका तभी मिलता है जब शिक्षक उनके अंदर छिपी क्षमता को पहचानकर उचित मार्गदर्शन देते हैं। श्रद्धा यादव ने कहा कि समावेशी शिक्षा विविधता को स्वीकार करने की कला है। शिक्षक यदि छात्रों में समानता और सहयोग की भावना विकसित करें तो कक्षा अपने आप समावेशी बन जाती है। श्वेता मौर्या ने कहा कि मानवाधिकार दिवस की भावना तभी साकार होगी जब किसी भी दिव्यांग विद्यार्थी को शिक्षा से वंचित न होने दिया जाए।शिखा मौर्या ने कहा कि हम विद्यार्थियों को भी यह जिम्मेदारी समझनी चाहिए कि कक्षा में किसी भी दिव्यांग साथी के साथ भेदभाव न करें। बल्कि उसे सहयोग और सम्मान दें। संगोष्ठी का सफल संचालन बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभवी सिंह ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. भारती सिंह ने सभी वक्ताओं, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संगोष्ठी में बी.एड. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समावेशी शिक्षा, मानवाधिकारों और दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना रहा।
Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।