दिल्ली धमाके में जान गंवाने वालो को श्रद्धांजलि:आचार्य हरिकृष्ण शुक्ला गुरु द्वारा कैण्डल जलाकर शांतिपाठ—पूरा देश शोक में डूबा।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।दिल्ली में हुए हालिया बम धमाके में कई निर्दोष नागरिको की मृत्यु की दुखद सूचना के बाद देशभर में शोक की लहर है।प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस घटना में जान गंवाने वाले परिवारो पर असहनीय पीड़ा आ पड़ी है और समाज के विभिन्न वर्गो द्वारा दिवंगत आत्माओ के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही है।इसी क्रम में प्रयागराज के सुभाष चौराहा सिविल लाइंस में आज शाम 6:00 बजे दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया यह श्रद्धांजलि आचार्य हरिकृष्ण शुक्ला(गुरु) प्रयागराज के द्वारा आयोजित की गयी जिसमे कैंडल जलाकर मृतको के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।गुरु ने कहा कि यह क्षति अपूरणीय है और इस कठिन समय में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने सभी नागरिको से अपील की कि शांति और एकता बनाए रखे तथा मृतको की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना करे।समाज के विभिन्न संगठनो सामाजिक कार्यकर्ताओ और स्थानीय नागरिकों से इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए कार्यक्रम का मूल उद्देश्य—राष्ट्रीय एकता सामूहिक संवेदना और शांति का सन्देश देना है।

घूरा डालने को लेकर हुये खूनी संघर्ष मे पुत्री के बाद पिता की दर्दनाक मौत

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के दिलावलपुर गांव में एक सप्ताह पहले घूरा डालने को लेकर हुए खूनी संघर्ष ने अब पूरे परिवार को तबाह कर दिया। पहले 14 वर्षीय मासूम पुत्री चंद्रप्रभा की मौके पर ही मौत हो गई थी, तो आज इलाज के दौरान उसके पिता रामसागर (45) ने भी दम तोड़ दिया। इस घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

घटना पिछले मंगलवार सुबह की है। ग्रामीणों के अनुसार, रामसागर के परिवार और पड़ोसी ताराचंद के गुट के बीच घूरा डालने को लेकर पुरानी रंजिश भड़क उठी। ताराचंद, रामदयाल, जोगेंद्र, सतेंद्र, हेमवती और मुनेन्द्र ने अचानक भाला, कांटा, लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। हमले में चंदरपरभा के पेट मे भाला लगने से मौके पर ही दम तोड़ बैठी। वहीं, रामसागर, उनके भाई अंकित, चाचा कल्लू, धर्मेंद्र और हरिहर गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हे सीएचसी पर भर्ती कराया गया हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था।

पुलिस ने एक नाबालिक सहित सात आरोपियों के विरुद्ध केस दर्जकर चार को जेल भेज चुकी है जबकि नाबालिक मुनेन्द्र को बाल सुधार ग्रह भेजा। जब कि जोगेंद्र व सतेंद्र फरार चल रहे हैँ रामसागर की हालत गंभीर होने पर लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर मे इलाज चल रहा था एक सप्ताह तक जिंदगी-मौत की जंग लड़ने के बाद आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। शव को पोस्टमार्टम के बाद गावं लाया गया जहां रामसागर के अंतिम संस्कार में अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह, सीओ नागेंद्र चौबे, महोली कोतवाल जेबी पांडे, पिसावां थाना प्रभारी डीपी मिश्रा सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और ग्रामीण शामिल हुए। गांव वालों ने मृतक परिवार को न्याय की मांग की और शांति की अपील की।

अब प्रदेश में संपत्ति मूल्यांकन होगा और आसान, एकीकृत दर सूची प्रारूप लागू
प्रदेश में दर सूचियों का मानकीकरण पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम : रवींद्र जायसवाल

स्टांप एवं पंजीयन विभाग ने दर सूची का सरलीकरण किया, नागरिक बिना सहायता स्वयं कर सकेंगे मूल्यांकन


लखनऊ। प्रदेश के स्टांप तथा पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रचलित दर सूचियों में सुधार, सरलीकरण और मानकीकरण के क्रम में एकीकृत दर सूची प्रारूप तैयार किया गया है। इस नई व्यवस्था से अब सम्पूर्ण प्रदेश में एकरूप, सरल और बोधगम्य दर सूची प्रारूप लागू होगा, जिससे आम नागरिक बिना किसी तकनीकी सहायता के अपनी संपत्ति के मूल्यांकन एवं स्टाम्प शुल्क के आगणन में सक्षम हो सकेंगे।
मंत्री जायसवाल ने विधानसभा कक्ष संख्या-80 में मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि अब प्रदेश के सभी उपनिबन्धक कार्यालयों में भिन्न-भिन्न प्रारूपों की जगह एक समान दर सूची लागू की जाएगी। इस नई दर सूची में नगरीय, अर्द्धनगरीय और ग्रामीण तीन शीर्षकों के अंतर्गत सम्पूर्ण क्षेत्राधिकार को 15 श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिससे वर्ष 2013 से प्रभावी जटिल दर सूची की विसंगतियों का समाधान किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि दर सूची के सरलीकरण में कृषक, अकृषक और वाणिज्यिक भूखण्डों के लिए पृथक-पृथक श्रेणियां बनाई गई हैं, ताकि मूल्यांकन अधिक यथार्थ और पारदर्शी हो सके। सड़क से संलग्न एवं सड़क से दूर स्थित भूखण्डों के मूल्यांकन हेतु स्पष्ट व्यवस्था की गई है, जिससे अनावश्यक अदालती मुकदमों और आपसी विवादों की संभावनाएं समाप्त होंगी।
मंत्री जायसवाल ने कहा कि मूल्यांकन प्रणाली में कृषि फार्म, अर्द्ध-वाणिज्यिक, आवासीय वाणिज्यिक, मिश्रित सम्पत्ति, एकल वाणिज्यिक अधिष्ठान, होटल, अस्पताल, पेट्रोल पंप, सिनेमाहॉल, कोचिंग सेन्टर आदि के लिए पृथक दरें निर्धारित की गई हैं। साथ ही, निर्माण की आयु के आधार पर 20 से 50 प्रतिशत तक मूल्यह्रास की सरल व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि वृक्षों के मूल्यांकन के लिए भी पूरे प्रदेश में एक समान मानक लागू किया गया है, जिससे वृक्षों की आयु के अनुसार मूल्यांकन होगा। साथ ही, एक ही आराजी नम्बर में कृषक व अकृषक भूमि होने की स्थिति में मूल्य निर्धारण हेतु वैज्ञानिक व तर्कसंगत प्रणाली लागू की गई है, जिससे वास्तविक मूल्य निर्धारण सुनिश्चित होगा और अनावश्यक स्टाम्प विवादों में कमी आएगी।
मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि यह एकीकृत दर सूची न केवल प्रदेश में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करेगी, बल्कि आम नागरिकों के लिए संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को अधिक सहज एवं जनोन्मुख बनाएगी। इस अवसर पर महानिरीक्षक निबंधन नेहा शर्मा भी उपस्थित रही।
एसीपी कुंजलता ने मां मसूरिया धाम मेले का किया निरीक्षण. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिए सख्त निर्देश।

थाना प्रभारी अनुभव सिंह के नेतृत्व में मुस्तैद पुलिस. श्रद्धालुओ की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात भारी फोर्स।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर के बारा तहसील के अन्तर्गत थाना लालापुर क्षेत्र के ग्राम अमिलिया तरहार स्थित मां मसूरिया धाम में चल रहे विशाल वार्षिक मेले का सोमवार को एसीपी बारा कुंजलता ने औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उनके साथ थाना प्रभारी अनुभव सिंह समेत पुलिस बल मुस्तैद रहे एसीपी कुंजलता ने मेले के मुख्य द्वार भीड़-भाड़ वाले इलाको पार्किग जोन प्रसाद वितरण स्थल और अस्थाई पुलिस चौकी का गहन निरीक्षण किया।उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धालुओ की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।उन्होने ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण को लेकर पुलिसकर्मियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

थाना प्रभारी अनुभव सिंह ने बताया कि मेले में हजारो श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ रही है।इसे देखते हुए पुलिस की कई टीमे तैनात की गई है जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है।मेले के विभिन्न हिस्सो में लगातार गश्त की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा।श्रद्धालु दूर-दूर से माता मसूरिया धाम में दर्शन के लिए पहुंच रहे है।वही प्रशासन द्वारा साफ-सफाई पेयजल व्यवस्था रौशनी और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए है।

एसीपी कुंजलता ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि मेले की अवधि तक क्षेत्र में पुलिस की सक्रिय गश्त बनी रहे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए।उन्होंने यह भी कहा कि मेले में आने वाले हर श्रद्धालु को सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।मेले में सुरक्षा व्यवस्था के साथ श्रद्धालुओं में भी उत्साह का माहौल देखने को मिला।माता के जयकारो से पूरा धाम गुंजायमान रहा।भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत प्रयागराज जंक्शन पर मिली एक नाबालिग बच्ची को रेलवे सुरक्षा बल ने सुरक्षित रूप से चाइल्डलाइन को किया सुपुर्द।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के माध्यम से रेलवे परिसरो एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चो को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नही बल्कि उन हजारों बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते है या सहायता की आवश्यकता में होते है।ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चो पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।हेल्पलाइन प्रयागराज से सूचना प्राप्त हुई कि गाड़ी संख्या 04451(हावड़ा-नई दिल्ली)स्पेशल गाड़ी में एक नाबालिग बच्ची अपने घर से नाराज़ होकर यात्रा कर रही है।

सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के सहायक उपनिरीक्षक कमलेश प्रसाद मिश्रा एवं मेरी सहेली टीम की महिला कांस्टेबल प्रियंका देवी द्वारा ट्रेन को अटेंड किया गया।ट्रेन के प्लेटफार्म नम्बर 10 पर आगमन पर बच्ची को सुरक्षित पाया गया और उसे रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज लाया गया।पूछताछ के दौरान बच्ची ने अपना नाम उम्र लगभग 12 वर्ष निवासी-थाना चोलापुर जिला वाराणसी (उत्तर प्रदेश)बताया। उसने बताया कि वह घर से नाराज़ होकर आई है। फिलहाल बच्ची को महिला कांस्टेबल प्रियंका देवी की निगरानी में सुरक्षित रखा गया और चाइल्डलाइन प्रयागराज को सूचना दी गई।सूचना पर चाइल्डलाइन प्रयागराज से केस वर्कर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज पहुँचे।आवश्यक सत्यापन एवं दस्तावेजी औपचारिकताओ के उपरांत विधिवत चाइल्डलाइन प्रयागराज को अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया।रेलवे प्रशासन यात्रियो एवं आमजन से अपील करता है कि किसी भी आपात स्थिति या बाल संरक्षण से सम्बंधित सूचना मिलने पर तत्काल रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करे।

जनपद बलरामपुर से बड़ी खबर — आयुष्मान आरोग्य मंदिर में गरीबों और मजदूरों के हक पर वसूली का खेल!

जनपद बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मजगवा कलां स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर लापरवाही और मनमानी का मामला सामने आया है। यहां तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) प्रियंका यादव के अधीन चल रहे इस अस्पताल में ग्रामीणों को न तो नियमित चिकित्सा सेवा मिल रही है और न ही सरकार की योजनाओं का सही लाभ।

ग्रामीणों — गुरु प्रसाद, उनकी पत्नी, शिवचरण लाल, अकबर अली और अंकित भारती ने बताया कि अस्पताल केवल एक घंटे के लिए खुलता है, बाकी पूरे दिन ताले में बंद रहता है। इस एक घंटे के दौरान भी मरीजों से जबरन वसूली की जा रही है — जबकि सरकार की मंशा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत ग्रामीणों, मजदूरों और गरीबों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा मिले।

गांव के लोगों का कहना है कि जब कोई बीमार होता है तो अस्पताल पहुंचने पर गेट बंद मिलता है। ग्रामीणों को मजबूरन निजी क्लिनिकों और दवा दुकानों का सहारा लेना पड़ता है, जिससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

संवाददाता ने जब इस संबंध में डॉक्टर विजय कुमार (अधीक्षक) से संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन काट दिया गया, और बाद में उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इससे यह स्पष्ट होता है कि अस्पताल प्रशासन लापरवाही पर पर्दा डालने में लगा है।

गांव के बुजुर्गों और महिलाओं ने भी बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन तो तैयार है, लेकिन डॉक्टरों और स्टाफ की उपस्थिति केवल कागजों पर दिखाई जाती है। आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को मुफ्त दवाएं देने के बजाय उनसे पैसे लेकर पर्ची और दवा दी जा रही है।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल जांच की मांग की है। अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई, तो यह गरीबों और मजदूरों के अधिकारों के साथ खुली न्याय की अवहेलना होगी।

> “गरीबों के इलाज का मंदिर अब वसूली का अड्डा बन चुका है। सरकार की योजनाएं फाइलों में चमक रही हैं, लेकिन ज़मीन पर दम तोड़ रही हैं।”

सिद्ध पीठ शनि धाम मार्ग की सड़क पुनःक्षतिग्रस्त.मन्दिर प्रतिनिधि मण्डल ने जनसुनवाई के दौरान अपर नगर आयुक्त से मुलाकात

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।नगर के प्राचीन सिद्ध पीठ श्रीशनि धाम अतरसुइया मार्ग की सड़क निर्माण हुए मात्र तीन या चार माह ही बीते सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।इसी सिलसिले में मंदिर समिति के पदाधिकारियो ने जनसुनवाई के मध्य अपर नगर आयुक्त से मुलाकात करके समस्याओ के बारे में जानकारी दिया गया तथा ठेकेदार के विरुद्ध उचित कार्यवाही का आश्वासन अपर नगर आयुक्त के द्वारा दिया गया।

पीठाधीश्वर पराग महाराज ने अपर नगर आयुक्त को जानकारी देते हुए बताया की आपके विभाग के जिओ के अनुसार लगभग 8 इंच भरतकूप गिट्टी से सड़क बनाई जाने का प्रावधान था परन्तु ठेकेदार ने लापरवाही बरतते हुए मात्र 4 इंच काली वाली लोकल गिट्टी डालकर सड़क बनाकर अपने कार्य की इतिश्री कर दी अर्थात सड़क बनाने में इस्तेमाल सामग्री भी नियमानुसार इस्तेमाल नही कराया गया।शनि धाम के मुख्य मार्ग पर भारी वाहनो का आवागमन लगा रहता है जिस कारण सड़क तीन महीना भी नही चल पाई।मन्दिर के वार्षिक उत्सव तथा प्रत्येक शनिवार को भारी संख्या में भक्तो का आगमन होता है जिससे अनेक भक्त गाड़ी से असंतुलित होकर गिरकर चोटिल हो जाते है।

लाल किला ब्लास्ट: 4 कातिल डॉक्टर, 3 वक्त रहते धराए, चौथे ने जान देकर मचाया कत्लेआम

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देश राजधानी दिल्ली सोमवार शाम को दहल उठी। लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। में लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में नया खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आईईडी बम धमाका था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कार ब्लास्ट एक फिदायीन हमला था। आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को कार उड़ा लिया।

उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल की एक कड़ी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लाल किले के पास हुए विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया है। हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और डॉक्टर था। पेशे से डॉक्टर उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था।

डॉ उमर ने दिया धमाके को अंजाम

इस धमाके के पीछे एक नहीं चार-चार डॉक्टरों की हैवानियत सामने आ रही है। इनमें से तीन डॉक्टर पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके थे और जो चौथा डॉक्टर फरार बताया जा रहा था, आशंका है कि उसी ने गिरफ्तारी से पहले फिदायीन हमले को अंजाम दे दिया। सीसीटीवी फुटेज में धमाके में इस्तेमाल जिस i20 कार के ड्राइवर को फिदायीन हमले का संदिग्ध माना जा रहा है, वह कथित रूप से डॉक्टर मोहम्मद उमर है, जो गिरफ्तारी के डर से फरार बताया जा रहा था। डॉ उमर फरीदाबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज में तैनात था।

पार्किंग में 3 घंटे खड़ी रही कार

सूत्रों के अनुसार धमाके में इस्तेमाल i20 कार वही चला रहा था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया। शाम 6:48 बजे पार्किंग से निकली। इसके महज चार मिनट बाद ही 6:52 बजे सुभाष मार्ग लाल बत्ती पर कार में ब्लास्ट हुआ। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध गाड़ी के पार्क होने के बाद कार से बाहर नहीं निकला। अनुमान है कि संदिग्ध किसी का इंतजार कर रहा था, पार्किंग में किसी से निर्देश मिलने की प्रतिक्षा कर रहा था।

दिल्ली का फरीदाबाद कनेक्शन

सिर्फ एक शख्स यानी डॉक्टर उमर मोहम्मद पर लाल किले के पास तबाही मचाने का अंदेशा ही। हालांकि इससे कहीं ज्यादा बड़ी घटना हल गई। दरअसल, इसी हमले की तीन कड़ियां पहले ही दबोच ली गईं थीं। दिल्ली ब्लास्ट की कड़ी फरीदाबाद में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ी है। 10 नवंबर की सुबह ही इस मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसमें में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, डिटोनेटर, टाइमर, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स शामिल थे। इस मॉड्यूल में ज्यादातर कश्मीर के डॉक्टर शामिल थे, जो फरीदाबाद और एनसीआर में किराए के मकानों में विस्फोटक जमा कर रहे थे।

इन तीन को पहले ही दबोचा गया

मुजम्मिल शकील: यह पुलवामा का रहने वाला है। वह अल-फलाह अस्पताल (फरीदाबाद) में काम करता था। उसने धौज और फतेहपुर टागा गांवों में दो मकान किराए पर लेकर वहां विस्फोटक रखे थे। पुलिस ने उसे 10 नवंबर की सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक उसने उमर को विस्फोटक और उपकरण उपलब्ध कराए थे। इस एंगल पर जांच जारी है। माना जा रहा है कि यह मोड्यूल दिल्ली और दूसरे शहरों में कई धमाके करने की योजना बना रहा था।

डॉ. अदील अहमद राथर: आदिल अहमद अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग में काम कर चुका है। उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार पोस्टर लगाए थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने में शामिल था। इसके पास से हथियार और सामग्री मिली जो अस्पताल के लॉकर में छिपाई गई थी।

डॉ. शाहीन शाहिद: फरीदाबाद में रहने वाली डॉक्टर है। इसने अपनी कार में हथियार छिपाने में मदद की थी। जांच में पता चला कि वह भी इसी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा थी।

पति धर्मेंद्र की निधन की खबर फैली तो भड़क उठीं हेमा मालिनी, बोलीं- माफी के लायक नहीं

दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलते ही पूरा परिवार नाराज नजर आ रहा है. धर्मेंद्र जिंदा हैं और रिकवर कर रहे हैं…ऐसा सुररस्टार के परिवार का कहना है. पिता की निधन की खबर देखते ही बेटी ईशा देओल ने पोस्ट करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की बताया कि उनके पिता जिंदा हैं और ठीक हो रहे हैं. वहीं अब पत्नी हेमा मालिनी भी अपना गुस्सा जाहिर करती हुई नजर आ रही हैं.

हेमा मालिनी ने अपने ऑफिशियल पोस्ट में लिखा, जो हो रहा है वो अक्षम्य है! ऐसे व्यक्ति के बारे में झूठी खबर कैसे फैला सकते हैं जो इलाज का असर दिखा रहा है और ठीक हो रहा है? यह बेहद अपमानजनक और गैरज़िम्मेदाराना है. कृपया परिवार और उनकी निजता की ज़रूरत का पूरा सम्मान करें

धर्मेंद्र को देखने पहुंचे थे सितारे

बीती शाम हेमा मालिनी अपने धर्मेंद्र से मिलने के लिए अस्पताल भी पहुंची थीं. वहीं परिवार के लोग सनी देओल, बॉबी देओल और बच्चे सुपरस्टार से मिलने जा चुके हैं. सलमान खान को भी बीती शाम अस्पताल के बाहर देखा गया. वहीं शाहरुख खान भी अपने बेटे के साथ धर्मेंद्र की हेल्थ अपडेट लेने पहुंचे थे.

बेटी ईशा ने किया सबसे पहले खबरों का खंडन

जैसे ही सोशल मीडिया पर दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलने लगी, तो बेटी ईशा ने सबसे पहले इनका खंडन किया. एक्ट्रेस अपना पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “सोशल मीडिया को गलत खबरें फैलाने की ज्यादा ही जल्दी है. मेरे पिता ठीक हैं और रिकवर कर रहे हैं. हम सभी से गुजारिश करते हैं कि हमारे परिवार को प्राइवेसी दें. सभी की दुआओं के लिए शुक्रिया.”

लाल किला धमाका के तार पुलवामा से जुड़े, दिल्ली से कश्मीर तक कई हिरासत में

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दिल्ली में लाल किले के पास खड़ी एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे आसपास मौजूद कई गाड़ियों में आग लग गई और कई की खिड़कियों के शीशे टूट गए। दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इस घटना में 20 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दिल्ली के होटलों में रातभर चली छापेमारी

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद दरियागंज से लेकर पहाड़गंज तक दिल्ली पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस की टीम ने सभी होटलों के रजिस्टर चेक कर तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने शक होने पर 4 लोगों को हिरासत में भी लिया। चारों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

फरीदाबाद में रात भर चला कॉम्बिंग ऑपरेशन

उधर, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के सामने आने बाद लगातार पुलिस एक्शन में है। फरीदाबाद के धौज थाना क्षेत्र में रात भर कांबिंग सर्च ऑपरेशन चला है। लाल किला धमाके के तार भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

फरीदाबाद मॉड्यूल के दूसरे एक्टिव ग्रुप पर शक

जांच एजेंसियों को शक है कि सोमवार को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। उसी मॉड्यूल के एक से ज्यादा ग्रुप एक्टिव हैं। एक ग्रुप की जानकारी दूसरे ग्रुप के लोगों को नहीं होती है। एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का खुलासा किया, दूसरे मॉड्यूल ने ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा।

विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल

घटना का सघन जांच जारी है। सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर जांच में जुटी हैं। अभी तक की जांच में यही बता चला है कि इस विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल हुआ था। इस कार का नंबर हरियाणा का है और यह गाड़ी मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। हालांकि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हुई थी।

कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही

पुलिस ने कार के मालिक मोहम्मद सलमान को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। देवेंद्र ने उसे अंबाला में किसी तीसरे को बेच दिया। वहां से कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान बलिदान हुए थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही थी।

दिल्ली धमाके में जान गंवाने वालो को श्रद्धांजलि:आचार्य हरिकृष्ण शुक्ला गुरु द्वारा कैण्डल जलाकर शांतिपाठ—पूरा देश शोक में डूबा।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।दिल्ली में हुए हालिया बम धमाके में कई निर्दोष नागरिको की मृत्यु की दुखद सूचना के बाद देशभर में शोक की लहर है।प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस घटना में जान गंवाने वाले परिवारो पर असहनीय पीड़ा आ पड़ी है और समाज के विभिन्न वर्गो द्वारा दिवंगत आत्माओ के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही है।इसी क्रम में प्रयागराज के सुभाष चौराहा सिविल लाइंस में आज शाम 6:00 बजे दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया यह श्रद्धांजलि आचार्य हरिकृष्ण शुक्ला(गुरु) प्रयागराज के द्वारा आयोजित की गयी जिसमे कैंडल जलाकर मृतको के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।गुरु ने कहा कि यह क्षति अपूरणीय है और इस कठिन समय में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने सभी नागरिको से अपील की कि शांति और एकता बनाए रखे तथा मृतको की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना करे।समाज के विभिन्न संगठनो सामाजिक कार्यकर्ताओ और स्थानीय नागरिकों से इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए कार्यक्रम का मूल उद्देश्य—राष्ट्रीय एकता सामूहिक संवेदना और शांति का सन्देश देना है।

घूरा डालने को लेकर हुये खूनी संघर्ष मे पुत्री के बाद पिता की दर्दनाक मौत

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के दिलावलपुर गांव में एक सप्ताह पहले घूरा डालने को लेकर हुए खूनी संघर्ष ने अब पूरे परिवार को तबाह कर दिया। पहले 14 वर्षीय मासूम पुत्री चंद्रप्रभा की मौके पर ही मौत हो गई थी, तो आज इलाज के दौरान उसके पिता रामसागर (45) ने भी दम तोड़ दिया। इस घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

घटना पिछले मंगलवार सुबह की है। ग्रामीणों के अनुसार, रामसागर के परिवार और पड़ोसी ताराचंद के गुट के बीच घूरा डालने को लेकर पुरानी रंजिश भड़क उठी। ताराचंद, रामदयाल, जोगेंद्र, सतेंद्र, हेमवती और मुनेन्द्र ने अचानक भाला, कांटा, लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। हमले में चंदरपरभा के पेट मे भाला लगने से मौके पर ही दम तोड़ बैठी। वहीं, रामसागर, उनके भाई अंकित, चाचा कल्लू, धर्मेंद्र और हरिहर गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हे सीएचसी पर भर्ती कराया गया हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था।

पुलिस ने एक नाबालिक सहित सात आरोपियों के विरुद्ध केस दर्जकर चार को जेल भेज चुकी है जबकि नाबालिक मुनेन्द्र को बाल सुधार ग्रह भेजा। जब कि जोगेंद्र व सतेंद्र फरार चल रहे हैँ रामसागर की हालत गंभीर होने पर लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर मे इलाज चल रहा था एक सप्ताह तक जिंदगी-मौत की जंग लड़ने के बाद आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। शव को पोस्टमार्टम के बाद गावं लाया गया जहां रामसागर के अंतिम संस्कार में अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह, सीओ नागेंद्र चौबे, महोली कोतवाल जेबी पांडे, पिसावां थाना प्रभारी डीपी मिश्रा सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और ग्रामीण शामिल हुए। गांव वालों ने मृतक परिवार को न्याय की मांग की और शांति की अपील की।

अब प्रदेश में संपत्ति मूल्यांकन होगा और आसान, एकीकृत दर सूची प्रारूप लागू
प्रदेश में दर सूचियों का मानकीकरण पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम : रवींद्र जायसवाल

स्टांप एवं पंजीयन विभाग ने दर सूची का सरलीकरण किया, नागरिक बिना सहायता स्वयं कर सकेंगे मूल्यांकन


लखनऊ। प्रदेश के स्टांप तथा पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रचलित दर सूचियों में सुधार, सरलीकरण और मानकीकरण के क्रम में एकीकृत दर सूची प्रारूप तैयार किया गया है। इस नई व्यवस्था से अब सम्पूर्ण प्रदेश में एकरूप, सरल और बोधगम्य दर सूची प्रारूप लागू होगा, जिससे आम नागरिक बिना किसी तकनीकी सहायता के अपनी संपत्ति के मूल्यांकन एवं स्टाम्प शुल्क के आगणन में सक्षम हो सकेंगे।
मंत्री जायसवाल ने विधानसभा कक्ष संख्या-80 में मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि अब प्रदेश के सभी उपनिबन्धक कार्यालयों में भिन्न-भिन्न प्रारूपों की जगह एक समान दर सूची लागू की जाएगी। इस नई दर सूची में नगरीय, अर्द्धनगरीय और ग्रामीण तीन शीर्षकों के अंतर्गत सम्पूर्ण क्षेत्राधिकार को 15 श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिससे वर्ष 2013 से प्रभावी जटिल दर सूची की विसंगतियों का समाधान किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि दर सूची के सरलीकरण में कृषक, अकृषक और वाणिज्यिक भूखण्डों के लिए पृथक-पृथक श्रेणियां बनाई गई हैं, ताकि मूल्यांकन अधिक यथार्थ और पारदर्शी हो सके। सड़क से संलग्न एवं सड़क से दूर स्थित भूखण्डों के मूल्यांकन हेतु स्पष्ट व्यवस्था की गई है, जिससे अनावश्यक अदालती मुकदमों और आपसी विवादों की संभावनाएं समाप्त होंगी।
मंत्री जायसवाल ने कहा कि मूल्यांकन प्रणाली में कृषि फार्म, अर्द्ध-वाणिज्यिक, आवासीय वाणिज्यिक, मिश्रित सम्पत्ति, एकल वाणिज्यिक अधिष्ठान, होटल, अस्पताल, पेट्रोल पंप, सिनेमाहॉल, कोचिंग सेन्टर आदि के लिए पृथक दरें निर्धारित की गई हैं। साथ ही, निर्माण की आयु के आधार पर 20 से 50 प्रतिशत तक मूल्यह्रास की सरल व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि वृक्षों के मूल्यांकन के लिए भी पूरे प्रदेश में एक समान मानक लागू किया गया है, जिससे वृक्षों की आयु के अनुसार मूल्यांकन होगा। साथ ही, एक ही आराजी नम्बर में कृषक व अकृषक भूमि होने की स्थिति में मूल्य निर्धारण हेतु वैज्ञानिक व तर्कसंगत प्रणाली लागू की गई है, जिससे वास्तविक मूल्य निर्धारण सुनिश्चित होगा और अनावश्यक स्टाम्प विवादों में कमी आएगी।
मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि यह एकीकृत दर सूची न केवल प्रदेश में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करेगी, बल्कि आम नागरिकों के लिए संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को अधिक सहज एवं जनोन्मुख बनाएगी। इस अवसर पर महानिरीक्षक निबंधन नेहा शर्मा भी उपस्थित रही।
एसीपी कुंजलता ने मां मसूरिया धाम मेले का किया निरीक्षण. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिए सख्त निर्देश।

थाना प्रभारी अनुभव सिंह के नेतृत्व में मुस्तैद पुलिस. श्रद्धालुओ की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात भारी फोर्स।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर के बारा तहसील के अन्तर्गत थाना लालापुर क्षेत्र के ग्राम अमिलिया तरहार स्थित मां मसूरिया धाम में चल रहे विशाल वार्षिक मेले का सोमवार को एसीपी बारा कुंजलता ने औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उनके साथ थाना प्रभारी अनुभव सिंह समेत पुलिस बल मुस्तैद रहे एसीपी कुंजलता ने मेले के मुख्य द्वार भीड़-भाड़ वाले इलाको पार्किग जोन प्रसाद वितरण स्थल और अस्थाई पुलिस चौकी का गहन निरीक्षण किया।उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धालुओ की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।उन्होने ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण को लेकर पुलिसकर्मियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

थाना प्रभारी अनुभव सिंह ने बताया कि मेले में हजारो श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ रही है।इसे देखते हुए पुलिस की कई टीमे तैनात की गई है जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है।मेले के विभिन्न हिस्सो में लगातार गश्त की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा।श्रद्धालु दूर-दूर से माता मसूरिया धाम में दर्शन के लिए पहुंच रहे है।वही प्रशासन द्वारा साफ-सफाई पेयजल व्यवस्था रौशनी और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए है।

एसीपी कुंजलता ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि मेले की अवधि तक क्षेत्र में पुलिस की सक्रिय गश्त बनी रहे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए।उन्होंने यह भी कहा कि मेले में आने वाले हर श्रद्धालु को सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।मेले में सुरक्षा व्यवस्था के साथ श्रद्धालुओं में भी उत्साह का माहौल देखने को मिला।माता के जयकारो से पूरा धाम गुंजायमान रहा।भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत प्रयागराज जंक्शन पर मिली एक नाबालिग बच्ची को रेलवे सुरक्षा बल ने सुरक्षित रूप से चाइल्डलाइन को किया सुपुर्द।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के माध्यम से रेलवे परिसरो एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चो को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नही बल्कि उन हजारों बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते है या सहायता की आवश्यकता में होते है।ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चो पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।हेल्पलाइन प्रयागराज से सूचना प्राप्त हुई कि गाड़ी संख्या 04451(हावड़ा-नई दिल्ली)स्पेशल गाड़ी में एक नाबालिग बच्ची अपने घर से नाराज़ होकर यात्रा कर रही है।

सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के सहायक उपनिरीक्षक कमलेश प्रसाद मिश्रा एवं मेरी सहेली टीम की महिला कांस्टेबल प्रियंका देवी द्वारा ट्रेन को अटेंड किया गया।ट्रेन के प्लेटफार्म नम्बर 10 पर आगमन पर बच्ची को सुरक्षित पाया गया और उसे रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज लाया गया।पूछताछ के दौरान बच्ची ने अपना नाम उम्र लगभग 12 वर्ष निवासी-थाना चोलापुर जिला वाराणसी (उत्तर प्रदेश)बताया। उसने बताया कि वह घर से नाराज़ होकर आई है। फिलहाल बच्ची को महिला कांस्टेबल प्रियंका देवी की निगरानी में सुरक्षित रखा गया और चाइल्डलाइन प्रयागराज को सूचना दी गई।सूचना पर चाइल्डलाइन प्रयागराज से केस वर्कर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज पहुँचे।आवश्यक सत्यापन एवं दस्तावेजी औपचारिकताओ के उपरांत विधिवत चाइल्डलाइन प्रयागराज को अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया।रेलवे प्रशासन यात्रियो एवं आमजन से अपील करता है कि किसी भी आपात स्थिति या बाल संरक्षण से सम्बंधित सूचना मिलने पर तत्काल रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करे।

जनपद बलरामपुर से बड़ी खबर — आयुष्मान आरोग्य मंदिर में गरीबों और मजदूरों के हक पर वसूली का खेल!

जनपद बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मजगवा कलां स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर लापरवाही और मनमानी का मामला सामने आया है। यहां तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) प्रियंका यादव के अधीन चल रहे इस अस्पताल में ग्रामीणों को न तो नियमित चिकित्सा सेवा मिल रही है और न ही सरकार की योजनाओं का सही लाभ।

ग्रामीणों — गुरु प्रसाद, उनकी पत्नी, शिवचरण लाल, अकबर अली और अंकित भारती ने बताया कि अस्पताल केवल एक घंटे के लिए खुलता है, बाकी पूरे दिन ताले में बंद रहता है। इस एक घंटे के दौरान भी मरीजों से जबरन वसूली की जा रही है — जबकि सरकार की मंशा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत ग्रामीणों, मजदूरों और गरीबों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा मिले।

गांव के लोगों का कहना है कि जब कोई बीमार होता है तो अस्पताल पहुंचने पर गेट बंद मिलता है। ग्रामीणों को मजबूरन निजी क्लिनिकों और दवा दुकानों का सहारा लेना पड़ता है, जिससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

संवाददाता ने जब इस संबंध में डॉक्टर विजय कुमार (अधीक्षक) से संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन काट दिया गया, और बाद में उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इससे यह स्पष्ट होता है कि अस्पताल प्रशासन लापरवाही पर पर्दा डालने में लगा है।

गांव के बुजुर्गों और महिलाओं ने भी बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन तो तैयार है, लेकिन डॉक्टरों और स्टाफ की उपस्थिति केवल कागजों पर दिखाई जाती है। आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को मुफ्त दवाएं देने के बजाय उनसे पैसे लेकर पर्ची और दवा दी जा रही है।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल जांच की मांग की है। अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई, तो यह गरीबों और मजदूरों के अधिकारों के साथ खुली न्याय की अवहेलना होगी।

> “गरीबों के इलाज का मंदिर अब वसूली का अड्डा बन चुका है। सरकार की योजनाएं फाइलों में चमक रही हैं, लेकिन ज़मीन पर दम तोड़ रही हैं।”

सिद्ध पीठ शनि धाम मार्ग की सड़क पुनःक्षतिग्रस्त.मन्दिर प्रतिनिधि मण्डल ने जनसुनवाई के दौरान अपर नगर आयुक्त से मुलाकात

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।नगर के प्राचीन सिद्ध पीठ श्रीशनि धाम अतरसुइया मार्ग की सड़क निर्माण हुए मात्र तीन या चार माह ही बीते सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।इसी सिलसिले में मंदिर समिति के पदाधिकारियो ने जनसुनवाई के मध्य अपर नगर आयुक्त से मुलाकात करके समस्याओ के बारे में जानकारी दिया गया तथा ठेकेदार के विरुद्ध उचित कार्यवाही का आश्वासन अपर नगर आयुक्त के द्वारा दिया गया।

पीठाधीश्वर पराग महाराज ने अपर नगर आयुक्त को जानकारी देते हुए बताया की आपके विभाग के जिओ के अनुसार लगभग 8 इंच भरतकूप गिट्टी से सड़क बनाई जाने का प्रावधान था परन्तु ठेकेदार ने लापरवाही बरतते हुए मात्र 4 इंच काली वाली लोकल गिट्टी डालकर सड़क बनाकर अपने कार्य की इतिश्री कर दी अर्थात सड़क बनाने में इस्तेमाल सामग्री भी नियमानुसार इस्तेमाल नही कराया गया।शनि धाम के मुख्य मार्ग पर भारी वाहनो का आवागमन लगा रहता है जिस कारण सड़क तीन महीना भी नही चल पाई।मन्दिर के वार्षिक उत्सव तथा प्रत्येक शनिवार को भारी संख्या में भक्तो का आगमन होता है जिससे अनेक भक्त गाड़ी से असंतुलित होकर गिरकर चोटिल हो जाते है।

लाल किला ब्लास्ट: 4 कातिल डॉक्टर, 3 वक्त रहते धराए, चौथे ने जान देकर मचाया कत्लेआम

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देश राजधानी दिल्ली सोमवार शाम को दहल उठी। लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। में लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में नया खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आईईडी बम धमाका था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कार ब्लास्ट एक फिदायीन हमला था। आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को कार उड़ा लिया।

उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल की एक कड़ी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लाल किले के पास हुए विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया है। हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और डॉक्टर था। पेशे से डॉक्टर उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था।

डॉ उमर ने दिया धमाके को अंजाम

इस धमाके के पीछे एक नहीं चार-चार डॉक्टरों की हैवानियत सामने आ रही है। इनमें से तीन डॉक्टर पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके थे और जो चौथा डॉक्टर फरार बताया जा रहा था, आशंका है कि उसी ने गिरफ्तारी से पहले फिदायीन हमले को अंजाम दे दिया। सीसीटीवी फुटेज में धमाके में इस्तेमाल जिस i20 कार के ड्राइवर को फिदायीन हमले का संदिग्ध माना जा रहा है, वह कथित रूप से डॉक्टर मोहम्मद उमर है, जो गिरफ्तारी के डर से फरार बताया जा रहा था। डॉ उमर फरीदाबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज में तैनात था।

पार्किंग में 3 घंटे खड़ी रही कार

सूत्रों के अनुसार धमाके में इस्तेमाल i20 कार वही चला रहा था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया। शाम 6:48 बजे पार्किंग से निकली। इसके महज चार मिनट बाद ही 6:52 बजे सुभाष मार्ग लाल बत्ती पर कार में ब्लास्ट हुआ। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध गाड़ी के पार्क होने के बाद कार से बाहर नहीं निकला। अनुमान है कि संदिग्ध किसी का इंतजार कर रहा था, पार्किंग में किसी से निर्देश मिलने की प्रतिक्षा कर रहा था।

दिल्ली का फरीदाबाद कनेक्शन

सिर्फ एक शख्स यानी डॉक्टर उमर मोहम्मद पर लाल किले के पास तबाही मचाने का अंदेशा ही। हालांकि इससे कहीं ज्यादा बड़ी घटना हल गई। दरअसल, इसी हमले की तीन कड़ियां पहले ही दबोच ली गईं थीं। दिल्ली ब्लास्ट की कड़ी फरीदाबाद में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ी है। 10 नवंबर की सुबह ही इस मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसमें में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, डिटोनेटर, टाइमर, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स शामिल थे। इस मॉड्यूल में ज्यादातर कश्मीर के डॉक्टर शामिल थे, जो फरीदाबाद और एनसीआर में किराए के मकानों में विस्फोटक जमा कर रहे थे।

इन तीन को पहले ही दबोचा गया

मुजम्मिल शकील: यह पुलवामा का रहने वाला है। वह अल-फलाह अस्पताल (फरीदाबाद) में काम करता था। उसने धौज और फतेहपुर टागा गांवों में दो मकान किराए पर लेकर वहां विस्फोटक रखे थे। पुलिस ने उसे 10 नवंबर की सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक उसने उमर को विस्फोटक और उपकरण उपलब्ध कराए थे। इस एंगल पर जांच जारी है। माना जा रहा है कि यह मोड्यूल दिल्ली और दूसरे शहरों में कई धमाके करने की योजना बना रहा था।

डॉ. अदील अहमद राथर: आदिल अहमद अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग में काम कर चुका है। उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार पोस्टर लगाए थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने में शामिल था। इसके पास से हथियार और सामग्री मिली जो अस्पताल के लॉकर में छिपाई गई थी।

डॉ. शाहीन शाहिद: फरीदाबाद में रहने वाली डॉक्टर है। इसने अपनी कार में हथियार छिपाने में मदद की थी। जांच में पता चला कि वह भी इसी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा थी।

पति धर्मेंद्र की निधन की खबर फैली तो भड़क उठीं हेमा मालिनी, बोलीं- माफी के लायक नहीं

दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलते ही पूरा परिवार नाराज नजर आ रहा है. धर्मेंद्र जिंदा हैं और रिकवर कर रहे हैं…ऐसा सुररस्टार के परिवार का कहना है. पिता की निधन की खबर देखते ही बेटी ईशा देओल ने पोस्ट करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की बताया कि उनके पिता जिंदा हैं और ठीक हो रहे हैं. वहीं अब पत्नी हेमा मालिनी भी अपना गुस्सा जाहिर करती हुई नजर आ रही हैं.

हेमा मालिनी ने अपने ऑफिशियल पोस्ट में लिखा, जो हो रहा है वो अक्षम्य है! ऐसे व्यक्ति के बारे में झूठी खबर कैसे फैला सकते हैं जो इलाज का असर दिखा रहा है और ठीक हो रहा है? यह बेहद अपमानजनक और गैरज़िम्मेदाराना है. कृपया परिवार और उनकी निजता की ज़रूरत का पूरा सम्मान करें

धर्मेंद्र को देखने पहुंचे थे सितारे

बीती शाम हेमा मालिनी अपने धर्मेंद्र से मिलने के लिए अस्पताल भी पहुंची थीं. वहीं परिवार के लोग सनी देओल, बॉबी देओल और बच्चे सुपरस्टार से मिलने जा चुके हैं. सलमान खान को भी बीती शाम अस्पताल के बाहर देखा गया. वहीं शाहरुख खान भी अपने बेटे के साथ धर्मेंद्र की हेल्थ अपडेट लेने पहुंचे थे.

बेटी ईशा ने किया सबसे पहले खबरों का खंडन

जैसे ही सोशल मीडिया पर दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलने लगी, तो बेटी ईशा ने सबसे पहले इनका खंडन किया. एक्ट्रेस अपना पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “सोशल मीडिया को गलत खबरें फैलाने की ज्यादा ही जल्दी है. मेरे पिता ठीक हैं और रिकवर कर रहे हैं. हम सभी से गुजारिश करते हैं कि हमारे परिवार को प्राइवेसी दें. सभी की दुआओं के लिए शुक्रिया.”

लाल किला धमाका के तार पुलवामा से जुड़े, दिल्ली से कश्मीर तक कई हिरासत में

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दिल्ली में लाल किले के पास खड़ी एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे आसपास मौजूद कई गाड़ियों में आग लग गई और कई की खिड़कियों के शीशे टूट गए। दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इस घटना में 20 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दिल्ली के होटलों में रातभर चली छापेमारी

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद दरियागंज से लेकर पहाड़गंज तक दिल्ली पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस की टीम ने सभी होटलों के रजिस्टर चेक कर तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने शक होने पर 4 लोगों को हिरासत में भी लिया। चारों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

फरीदाबाद में रात भर चला कॉम्बिंग ऑपरेशन

उधर, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के सामने आने बाद लगातार पुलिस एक्शन में है। फरीदाबाद के धौज थाना क्षेत्र में रात भर कांबिंग सर्च ऑपरेशन चला है। लाल किला धमाके के तार भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

फरीदाबाद मॉड्यूल के दूसरे एक्टिव ग्रुप पर शक

जांच एजेंसियों को शक है कि सोमवार को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। उसी मॉड्यूल के एक से ज्यादा ग्रुप एक्टिव हैं। एक ग्रुप की जानकारी दूसरे ग्रुप के लोगों को नहीं होती है। एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का खुलासा किया, दूसरे मॉड्यूल ने ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा।

विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल

घटना का सघन जांच जारी है। सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर जांच में जुटी हैं। अभी तक की जांच में यही बता चला है कि इस विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल हुआ था। इस कार का नंबर हरियाणा का है और यह गाड़ी मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। हालांकि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हुई थी।

कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही

पुलिस ने कार के मालिक मोहम्मद सलमान को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। देवेंद्र ने उसे अंबाला में किसी तीसरे को बेच दिया। वहां से कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान बलिदान हुए थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही थी।