ट्रंप ने बदले सुर, बोले-कुशल विदेशी लोगों का अमेरिका आना जरूरी

#donaldtrumpdefendsh1bvisaussaudiinvestmentforum

Image 2Image 3Image 4Image 5

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आव्रजन (इमिग्रेशन) पर सख्त रुख के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, अब उनके सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कहा कि हाई-स्किल्ड विदेशी कामगार अमेरिका की टेक इंडस्ट्री के लिए जरूरी हैं। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका की टेक कंपनियों को विदेशी कुशल कर्मचारियों की जरूरत है। उनके बिना अमेरिकी लोगों को कंप्यूटर चिप्स और दूसरी तकनीकी चीजें बनाना सीखना मुश्किल होगा।

अमेरिका में आयोजित यूएस-सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि हाल ही में उनके "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" (MAGA) समर्थकों द्वारा कुछ कुशल प्रवासियों को देश में आने की अनुमति देने के उनके बयान की आलोचना की गई है। ट्रंप ने व्यावसायिक अधिकारियों के एक समूह से कहा कि अमेरिका को ऐसे प्रवासियों की जरूरत है जो उच्च तकनीक वाली फैक्टरियों में घरेलू कामगारों को प्रशिक्षित कर सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा करना उनके मूल राजनीतिक विश्वासों के साथ असंगत नहीं है।

विरोधियों को ट्रंप का जवाब

ट्रंप ने कहा, मुझे अपने रूढ़िवादी दोस्त पसंद हैं। मुझे MAGA पसंद है, लेकिन यही MAGA है। ट्रंप ने यूएस-सऊदी निवेश फोरम को संबोधित करते हुए कहा, वे लोग हमारे लोगों को कंप्यूटर चिप बनाना सिखाएंगे, और कुछ ही समय में हमारे लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। और वे लोग घर जा सकेंगे। इस टिप्पणी पर कमरे में तालियां बजीं।

ट्रंप ने जताई H-1B वीज़ा की जरूरत

पिछले हफ्ते, ट्रंप ने इसी मुद्दे पर फॉक्स न्यूज की होस्ट लॉरा इंग्राहम से बहस की। इंग्राहम ने ट्रंप के साथ एक साक्षात्कार में सुझाव दिया कि आप देश में लाखों विदेशी कर्मचारियों की बाढ़ नहीं ला सकते, जिस पर राष्ट्रपति ने जवाब दिया कि आपको प्रतिभाओं को भी लाना होगा। ट्रंप ने कहा था कि H-1B वीज़ा की जरूरत इसलिए है क्योंकि अमेरिका में हर तरह की तकनीकी प्रतिभा मौजूद नहीं है। H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को छह साल तक विदेशी कुशल कर्मचारियों को काम पर रखने की अनुमति देता है।

H-1B वीजा को लेकर है विवाद

दक्षिणपंथी अमेरिकी लंबे समय से H-1B वीजा को अमेरिकी कामगारों के खिलाफ मानता रहा है। उनका आरोप है कि इस कार्यक्रम के जरिए अमेरिकी कंपनियां विदेशों से सस्ता कामगार लाकर अमेरिकी इंजीनियरों और प्रोग्रामर्स को रिप्लेस कर देती हैं। कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में अमेरिकियों की छंटनी और फिर उन्हें H-1B कर्मचारियों को ट्रेन देने के लिए कहे जाने ने इस गुस्से को और बढ़ाया। ट्रंप ने अपने पिछले चुनाव अभियानों के दौरान कई बार H-1B पर सवाल उठाए थे। लेकिन सितंबर 2025 में उन्होंने एक नया आदेश साइन किया जिसमें अमेरिका के बाहर से दायर होने वाले हर नए H-1B आवेदन पर एक बार का 100,000 डॉलर शुल्क लगाने की घोषणा की गई।

मऊ की घोसी सीट से सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन

मऊ (उत्तर प्रदेश) । उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक सुधाकर सिंह का आज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनकी तबीयत पिछले कुछ समय से गंभीर थी। लीवर और किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। 

सुधाकर सिंह उस उपचुनाव में जीतकर विधायक बने थे, जब उन्होंने 2023 में भाजपा के दारा सिंह चौहान को हराया था। उनके निधन पर सपा में गहरा शोक है।

नीतीश कुमार का आज लेंगे सीएम पथ की शपथ, 10वीं बार बनेंगे मुख्यमंत्री

#cmnitishkumaroathceremon

बिहार की राजनीति के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एनडीए की प्रचंड जीत के बाद, पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह का गवाह बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है।इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शिरकत करेंगे। उनके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस कार्यक्रम में शरीक होंगे।

बीजेपी शासित प्रदेशों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को न्योता

बिहार की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी शासित प्रदेशों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के शामिल होने का भी कार्यक्रम है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा भी शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य हस्तियों में पद्मभूषण, पद्मश्री से नवाजी गईं शख्सियत, वैज्ञानिक और साहित्यकार के भी शामिल होने की बात सामने आई है।

नीतीश कुमार के अलावा 20 मंत्री ले सकते हैं शपथ

नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में 15 से 16 मंत्री ले सकते हैं शपथ, 8-8 जदयू और बीजेपी के, 2 चिराग के और 1-1 HAM और RLM के मंत्री ले सकते हैं शपथ। बीजेपी-जदयू के ज्यादातर पुराने मंत्रियों के ही शपथ की तैयारी। RLM से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता (सासाराम विधायक) ले सकती हैं शपथ

पटना के गांधी में भव्य शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन

पटना के गांधी मैदान में आज नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसे लेकर गांधी मैदान में व्यापक तैयारी की गई है। समारोह में आम से लेकर खास लोगों के जुटने की संभावना को देखते हुए तैयारी की गई है। एक दिन पहले नीतीश कुमार ने गांधी मैदान पहुंचकर नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी का जायजा लिया था। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंच पर अतिथियों के बैठने की व्यवस्था और अन्य उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली थी।

विशेष ट्रैफिक प्लान लागू

20 नवंबर को गांधी मैदान में होने वाले नई सरकार के शपथ-ग्रहण समारोह के मद्देनज़र पटना जिला प्रशासन ने व्यापक यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था की घोषणा की है। प्रशासन ने कहा है कि कार्यक्रम के दौरान जन-सुविधा, सुरक्षा और लोकहित सुनिश्चित करने के लिए शहर में विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। जिला प्रशासन ने सभी लोगों से अपील की है कि वे निर्धारित ट्रैफिक प्लान का पालन करें, ताकि कार्यक्रम के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो।

रामगढ़ जिले में दिशा की बैठक हुआ संपन्न, विकास योजनाओं का हुआ रिव्यू

रामगढ़ ज़िला समाहरणालय सभागार में बुधवार को जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। समिति के अध्यक्ष एवं सांसद मनीष जायसवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में ज़िले में चल रहे विभिन्न विभागों की जनहितकारी और विकास योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों की प्रगति पर चर्चा के साथ ही क्षेत्र की ज्वलंत और गंभीर समस्याओं पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ।

सांसद मनीष जायसवाल ने बतौर समिति अध्यक्ष योजनाओं के क्रियान्वयन का आकलन किया और भविष्य में जनहित में विकास कार्यों को धरातल पर सुदृढ़ करने की दिशा में उचित दिशा-निर्देश जारी किए।

बैठक में मनरेगा, अंत्योदय योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम कौशल योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण एवं शहरी), स्वच्छ भारत मिशन, नेशनल रूरल ड्रिंकिंग वॉटर प्रोग्राम, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, उज्ज्वला योजना, पीएम कौशल विकास योजना, नेशनल हेल्थ मिशन, सर्व शिक्षा अभियान, इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमें

ट स्कीम (आईसीडीएस ) समेत रेलवे, हाईवे, वाटर वेज, माइंस से संबंधित आधारभूत संरचना निर्माण और प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा हुई।

इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों के माननीय विधायकों और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने जनहित में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जिन पर संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने विकास कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरी चिंता और नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि बैठक में ज़िले के विभिन्न विभागों के कार्यों के पैरामीटर की समीक्षा की गई, और यह पाया गया कि पेयजलापूर्ति, कोयला चोरी रोकने और सड़कों के निर्माण की प्रगति पर पिछली दिशा की बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप कोई प्रगति नहीं हुई है ।

 विभिन्न विभागों द्वारा पेश किए गए आंकड़े भ्रमजाल वाले थे, जो ज़मीनी हकीकत को सही तरीके से चित्रित नहीं कर रहे थे।

सांसद जायसवाल ने रामगढ़ ज़िला प्रशासन को गंभीर होने और जनहित में विकास योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर ससमय सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने विभागीय उदासीनता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह वर्तमान राज्य सरकार की कार्यशैली का एक चेतावनी भरा उदाहरण है, जहां अधिकारी निर्देश के बावजूद सिर्फ आंकड़ों के भ्रमजाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कतई बर्दाश्त योग्य नहीं है।

सांसद मनीष जायसवाल ने ज़िले के विकास के लिए पेयजलापूर्ति संबंधित विभाग को अगली बैठक से पहले ज़िले की हरेक योजना का विशेष सर्वे कर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करने, ग्रामीण खराब सड़कों पर तत्काल कार्य शुरू करने की दिशा में सकारात्मक पहल की जाने, रामगढ़ ज़िले में व्यापक स्तर पर चल रहे कोयला चोरी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने, ज़िले में एम्बुलेंस की सुविधा को सहज बनाए जाने, सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट हॉस्पिटल में भी नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ावा दिए जाने, ज़िले के शत-प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों का भवन निर्माण पूरा किए जाने, पेंडिंग पड़े वृद्धा, विधवा, विकलांग और मईया योजना के पेंशनधारियों को तत्काल लाभ दिलाए जाने, प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य को तेज़ी से प्रगति करने, भुरकुंडा के सेंट्रल स्कूल को सुविधा संपन्न बनाने और हाइवे पर चुटूपालू घाटी तथा मांडू में स्ट्रीट लाइट को सुदृढ़ करने का महत्वपूर्ण निर्देश दिया। 

सांसद मनीष जायसवाल ने दोहराया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य यही रहा कि सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो सके।

बैठक में रामगढ़ विधायक ममता देवी, बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी, मांडू विधायक निर्मल महतो उर्फ़ तिवारी महतो, ज़िला परिषद अध्यक्ष सुधा देवी, रामगढ़ के उपायुक्त सह समिति के सचिव फैज़ अक अहमद मुमताज़, उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, रामगढ़ जिला सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल सहित ज़िले के विभिन्न प्रखंडों के प्रमुखगण, तथा रामगढ़, दुलमी, चितरपुर, गोला, मांडू और पतरातु प्रखंड के चयनित मुखिया सह समिति सदस्यगण विशेष रूप से उपस्थित रहे।

*घरेलू सिलेंडरों पर विभाग की ‘चयनात्मक’ कार्रवाई पर उठ रहे सवाल*, *हलवाई कि दुकानों पर क्यों नहीं जाँच*:

मेरठ। शहर में घरेलू गैस सिलेंडरों के अवैध उपयोग पर विभाग की कार्रवाई अब सवालों के घेरे में है। कुछ चुनिंदा स्थानों पर छापेमारी के बाद ऐसा लग रहा है कि विभाग की सक्रियता एक-दो मामलों तक ही सीमित रह गई है, जबकि पूरे शहर में इस खतरे का दायरा कहीं बड़ा है।

हरिया लस्सी पर कार्रवाई, लेकिन बाकी शहर क्यों सुरक्षित?

बीते दिनों लालकुर्ती स्थित हरिया लस्सी पर घरेलु सिलेंडरों के गलत उपयोग को लेकर विभाग ने कार्रवाई करते हुए सिलेंडर जब्त किए। लेकिन इसके बाद विभाग की गतिविधियां अचानक सुस्त पड़ती दिखाई दे रही हैं। सवाल यह उठ रहा है कि एक दुकान पर कार्रवाई कर देना क्या पूरे शहर को सुरक्षित कर देता है? सेंट्रल मार्किट और गुरुद्वारा रोड पर घरेलू सिलेंडरों का खुलेआम इस्तेमाल :

शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्किट और गुरुद्वारा रोड पर अधिकांश फास्ट फूड के ठेले, चाट-स्टॉल और हलवाई की दुकानों में खुलेआम घरेलू सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। ये सिलेंडर सिर्फ घरेलू उपयोग के लिए अधिकृत हैं, ऐसे में बाजारों में चल रहा यह प्रयोग न सिर्फ अवैध है बल्कि कभी भी बड़ा हादसा कराने की क्षमता रखता है। साथ हीं सूरजकुंड पार्क के पास लगने वाले ठेलों पर विभाग की नजर क्यों नहीं? ये भी एक सवाल है! सूरजकुंड पार्क के पास शाम होते ही दर्जनों ठेले सजते हैं, जहां खानपान का कारोबार घरेलू सिलेंडरों पर ही चलता है। यहां भी स्थिति कम खतरनाक नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभागीय अधिकारी कई बार इस रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन कार्रवाई शून्य है।

क्या विभाग शिकायत का इंतजार करता है?

सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विभाग स्वयं सघन जांच करेगा या फिर सिर्फ शिकायत आने पर ही एक्टिव होगा? यदि शिकायत-आधारित कार्रवाई ही होनी है, तो शहर में फैल रहे इस गैस-खतरे को रोकना असंभव हो जाएगा।

लोगों का कहना है कि विभाग को चाहिए कि—

सभी बाजारों में सघन अभियान चलाए,

अवैध सिलेंडर उपयोग करने वालों को चेतावनी के साथ नोटिस जारी करे,

और बार-बार दोहराने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

घरेलू सिलेंडरों का व्यावसायिक उपयोग सिर्फ अवैध नहीं, बल्कि लोगों की जान से खिलवाड़ है। विभाग को चाहिए कि एक-दो जगह की औपचारिक कार्रवाई के बजाय पूरे शहर में समान रूप से जांच अभियान चलाए, ताकि किसी बड़े हादसे को होने से रोका जा सके।

अंबा स्टील फैक्ट्री के बाहर केटर चालक कफिल पर जानलेवा हमला, सिर फटा—

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर। मन्सूरपुर थाना क्षेत्र के जड़ौदा अहे के पास स्थित अंबा स्टील फैक्ट्री के बाहर मंगलवार शाम केटर चालक पर हुए हमले से हड़कंप मच गया। फैक्ट्री में माल भरने आए केटर चालक कफिल पुत्र हमीद निवासी ग्राम सुजडू (थाना खालापार) को तीन युवकों ने लाठी-डंडों और लोहे की शैठ से बुरी तरह पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

जानकारी के अनुसार कफिल अपनी केटर UP13CT1352 लेकर फैक्ट्री पर माल भरने पहुंचा था। इसी दौरान गोबिस पुत्र मीरहसन निवासी ग्राम सधावली, थाना मन्सूरपुर, अपनी गाड़ी लेकर वहां आया और कथित रूप से उसने अपनी गाड़ी कफिल की केटर में टकरा दी। टक्कर से केटर को भारी नुकसान हुआ। कफिल द्वारा गोबिस से भरपाई की मांग करने पर विवाद बढ़ गया।

आरोप है कि मौके पर मौजूद मोनिस ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए अपने साथियों को बुला लिया। कुछ ही देर में मोनिस, गोबिस और उनका तीसरा साथी लाठी, उन्ना और लोहे की शैठ लेकर कफिल पर टूट पड़े। हमले के दौरान लोहे की शैठ कफिल के सिर पर लगने से वह जमीन पर गिर पड़ा। गंभीर चोट के बावजूद आरोपी धमकाते हुए मौके से फरार हो गए।

घटना के बाद वहां मौजूद लोग, मिलान सुपरवाइजर राहुल (डॉ. मुनाजर फुरकान के) तथा साथी पहलवान ने घायल कफिल को अस्पताल पहुंचाया। परिजनों व साथियों ने बताया कि हमलावर पहले भी दबंगई कर चुके हैं और जान से मारने की धमकियां देते रहते हैं।

घायल कफिल की ओर से मन्सूरपुर थाने में तहरीर देकर तीनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गड्ढो का पानी पीने को मजबूर. बुनियादी सुविधाओ के अभाव से ग्रामीण परेशान।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा क्षेत्र सिलौधी और सिरहीर गांव के पहाड़ी इलाको में जीवन आज भी संघर्ष का पर्याय बना हुआ है।यहां के ग्रामीणों को सबसे बड़ी समस्या साफ पेयजल की है। आधुनिक दौर में जब सरकारे हर घर नल जल योजना, पाइपलाइन टैंक और शुद्ध पानी उपलब्ध कराने का दावा करती है वही मेजा की पहाड़ियों पर रहने वाले हजारों लोग आज भी गड्ढों और प्राकृतिक जलस्रोतो में जमा हुए पानी से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर है।यह तस्वीर विकास के सरकारी दावों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि वर्षों पहले जब कोई व्यवस्था नहीं थी तब लोग गड्ढो पोखरो और तालाबो का ही सहारा लेते थे लेकिन समय बदलने के बावजूद आज भी हालात जस के तस बने हुए है।बरसात का पानी पहाड़ी चट्टानो के बीच बने गड्ढों में भर जाता है और वही धीरे-धीरे महीनो तक जमा रहता है। इसी गंदे और प्रदूषित पानी का उपयोग ग्रामीण पीने नहाने और जानवरों को पिलाने तक के लिए करते है।साफ पानी की सुविधा न होने से ग्रामीण न चाहते हुए भी इसी पर निर्भर रहने को मजबूर है।गांव के निवासी रामचरन बताते है सरकार कहती है कि हर घर नल से पानी मिलेगा लेकिन हमारी पहाड़ियो पर न कोई पाइपलाइन बिछी और न ही कोई टंकी बनी।हम आज भी गड्ढों का पानी पीते है।बीमार हों तो अस्पताल भी दूर है।वही शारदा देवी कहती है “बरसात में पानी भर जाता है वही पी लेते हैं। सूखे के दिनों में पानी के लिए मीलो चलना पड़ता है। कई बार बच्चे पेट दर्द, उल्टी-दस्त से बीमार पड़ जाते है।ग्रामीणो का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में विकास कार्यों को हमेशा पीछे कर दिया जाता है। न पेयजल की योजना लागू होती है न सड़के बन पाती हैं। कई बार स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियो को शिकायत की गई, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। लोगों में नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि क्षेत्र के बारे में योजनाएं तो बनती हैं, लेकिन क्रियान्वयन शून्य रहता है।ग्राम प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ता भी मानते है कि यदि पहाड़ी इलाके में जल्द ही स्थायी पेयजल व्यवस्था नही की गई तो आने वाले दिनों में गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है।उन्होंने मांग की है कि यहां हैंडपंप ट्यूबवेल टंकी और पाइपलाइन की व्यवस्था की जाए, ताकि ग्रामीणों को गंदा पानी पीने से मुक्ति मिल सके।मेजा क्षेत्र की यह तस्वीर बताती है कि विकास के दावे और वास्तविकता में कितना बड़ा अंतर है।आज भी कई गांव बुनियादी सुविधाओ से वंचित है और ग्रामीण अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रकृति के भरोसे ही जीने को मजबूर हैं।

सोनभद्र खनन हादसा: 7 शव बरामद, दर्जन भर फंसे! मजदूर नेता मंगल तिवारी ने सीएम योगी से की भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों जांच की मांग

सोनभद्र। उत्तर प्रदेश: सोनभद्र जिले के बिल्ली-मारकुण्डी घाटी में बीते शनिवार को हुए भयंकर खनन हादसे ने प्रदेश में श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हृदय विदारक दुर्घटना में बचाव दल द्वारा अब तक 7 मजदूर मृतकों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि अभी भी लगभग एक दर्जन मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए, मजदूर नेता एवं वरिष्ठ पत्रकार मंगल तिवारी ने इस मामले में गहन जांच की मांग उठाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने खदानों में होने वाले श्रमिकों की मौत की गहराई से जांच कराने तथा खनन कारोबारियों से लगाए संबंधित विभाग एवं संलिप्त लोगों की संपत्तियों की जांच की मांग की है।

सीएम योगी को पत्र में मुख्य मांगें

मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू यूनियन) के महामंत्री मंगल तिवारी ने मुख्यमंत्री से निवेदन भरे शब्दों में कहा है कि यदि उनके प्रत्यक्ष नियंत्रण वाले मंत्रालय में भी कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार तथा अपने पद एवं दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही बरती जा रही है, तो अन्य मंत्रालयों की स्थिति का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।

माकू यूनियन ने उत्तर प्रदेश सरकार की शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance) नीति पर पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए निम्नलिखित निष्पक्ष जांचों की मांग की है:

 दोषी अधिकारियों की जांच: खनन विभाग के संबंधित अधिकारी, स्थानीय पुलिस अधिकारी, सहायक निदेशक कारखाना (ADF) तथा श्रम विभाग के संबंधित मॉनिटरिंग अधिकारी (सहायक श्रमायुक्त, उप श्रमायुक्त) की भूमिका एवं दायित्वों की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

 संपत्ति की विस्तृत जांच: दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों एवं लीज धारकों की संपत्ति की विस्तृत जांच की जाए।

 स्वतंत्र एजेंसी से जांच: इस घटना सहित विगत दो वर्षों में खनन क्षेत्र में मजदूरों के साथ हुई दुर्घटनाओं एवं मौतों की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।एनजीटी मानकों पर जांच: मिर्जापुर-सोनभद्र के सभी खनन पट्टों की एनजीटी (NGT) के मानकों के तर्ज पर जांच कराई जाए।

 समान आर्थिक सहायता: सभी दिवंगत श्रमिक आश्रितों को एक समान आर्थिक सहायता मिले।

"यह परिस्थिति शासन-प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न उत्पन्न करती है।"

मंगल तिवारी, मजदूर नेता एवं वरिष्ठ पत्रकार

भविष्य के लिए बड़े आंदोलन की चेतावनी

मंगल तिवारी ने बताया कि माकू यूनियन श्रमिकों के लिए पूर्ण रूप से समर्पित संगठन है, जिसका एकमात्र लक्ष्य श्रमिकों और उनके परिवार का उत्थान, उनको मान सम्मान और अधिकार दिलाना है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यूनियन का उद्देश्य केवल इतना है कि प्रदेश में कार्यरत श्रमिक भाइयों को सुरक्षा का अधिकार मिले तथा इस भीषण घटना में मारे गए श्रमिकों के परिजनों को शीघ्र न्याय मिल सके।

मंगल तिवारी ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द ही सोनभद्र जिले में श्रमिकों के हक अधिकारों को लेकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा, ताकि प्रति वर्ष खदानों में खाक होती मजदूरों की जिंदगी को बचाया जा सके और उन पूँजिपतियों से लेकर सफेदपोशों के कारनामों का भी खुलासा किया जा सके जो इन मजदूरों के कंधों का उपयोग कर अपने लिए सुख-सुविधाएं तो बना लेते हैं लेकिन मजदूरों की जिंदगी जस की तस ही बनी रह जाती है।

Sambhal हसीना बेगम हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के मरीजों के लिए फ्री ऑपरेशन कैंप, आई ओपीडी की भी हुई शुरुआत

हसीना बेगम हॉस्पिटल में बुधवार को नेत्र रोग विभाग की ओर से मोतियाबिंद के मरीजों के लिए लगाया गया, जिसमें आयुष्मान कार्ड धारकों को निःशुल्क ऑपरेशन कैंप का सफल आयोजन किया गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. तनुज ने बताया कि कैंप में एक दर्जन से अधिक मरीजों का आधुनिक तकनीक टॉपिकल एनेस्थीसिया से ऑपरेशन किया गया। यह प्रक्रिया पूरी तरह बिना टांका, बिना इंजेक्शन और बिना पट्टी के की जाती है, जिससे मरीज को किसी प्रकार के दर्द का सामना नहीं करना पड़ता। ऑपरेशन के बाद मरीज अगले ही दिन से टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल और सामान्य कार्य कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क है और हफ्ते में एक बार ऐसे कैंप आयोजित किए जाएंगे। प्राइवेट मरीजों का भी इसी विधि से इलाज उपलब्ध रहेगा।

इसी के साथ आज हसीना बेगम हॉस्पिटल में आई ओपीडी की भी औपचारिक शुरुआत की गई।डॉ. गौरव ने बताया कि पहले ही दिन एक दर्जन से अधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा रहा है। मरीज बिना इंजेक्शन, बिना पट्टी और बिना किसी बड़े चीरे के केवल कुछ मिनटों में ऑपरेशन करा सकेंगे। सभी सर्जरी एडवांस मशीनों और आधुनिक तकनीक के माध्यम से की जा रही हैं। डॉ. गौरव ने बताया कि हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत सभी प्रकार की नेत्र संबंधी सेवाएं उपलब्ध हैं। वहीं, डॉ. कुमार संभव कैंप में आने वाले मरीजों को अटेंड कर रहे हैं।

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आगे भी जनता की सुविधा के लिए नियमित रूप से ऐसे विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को लाभ मिल सके। हसीना बेगम हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत अन्य तरह के मरीज का इलाज भी किया जाता है।

अग्निवीर भर्ती: नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और क्लर्क/SKT लिखित परीक्षा परिणाम घोषित; ARO रांची ने चयनित अभ्यर्थियों को तुरंत दस्तावेज सत्यापन के लिए

रांची: आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची द्वारा अग्निपथ योजना के तहत आयोजित अग्निवीर नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल (SKT) पदों की भर्ती के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के परिणाम आज आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित कर दिए गए हैं।

Image 2Image 3Image 4Image 5

दस्तावेज सत्यापन के लिए तत्काल रिपोर्ट करें

चयनित सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया गया है कि वे बिना देरी किए निर्धारित तिथि एवं समय पर आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची में अपने सभी मूल दस्तावेजों (Original Documents) और उनकी दो सेट स्व-अभिप्रमाणित फोटोकॉपी के साथ उपस्थित हों। यह उपस्थिति दस्तावेज सत्यापन, मेडिकल परीक्षण एवं अन्य औपचारिकताएँ समय पर पूरी करने के लिए अनिवार्य है।

आवश्यक दस्तावेजों की सूची:

ऑनलाइन परीक्षा का एडमिट कार्ड

आधार कार्ड

10वीं एवं 12वीं की अंकतालिका एवं प्रमाण-पत्र

डोमिसाइल (झारखंड राज्य का स्थायी निवास प्रमाण-पत्र)

जाति प्रमाण-पत्र (यदि लागू हो)

चरित्र प्रमाण-पत्र (6 माह से पुराना न हो)

NCC प्रमाण-पत्र और खेल प्रमाण-पत्र (यदि हो तो)

20 पासपोर्ट साइज हालिया रंगीन फोटो (सफेद बैकग्राउंड)

भर्ती रैली के समय जारी सभी दस्तावेज एवं स्लिप

महत्वपूर्ण सूचना

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दस्तावेज सत्यापन में अनुपस्थित रहने पर अभ्यर्थिता स्वतः रद्द मान ली जाएगी। इसके साथ ही यह भी सूचित किया गया है कि अग्निवीर जनरल ड्यूटी (GD) एवं ट्रेड्समैन का लिखित परीक्षा परिणाम बहुत शीघ्र घोषित किया जाएगा।

सभी अभ्यर्थियों को नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर अपडेट देखने की सलाह दी गई है।

ट्रंप ने बदले सुर, बोले-कुशल विदेशी लोगों का अमेरिका आना जरूरी

#donaldtrumpdefendsh1bvisaussaudiinvestmentforum

Image 2Image 3Image 4Image 5

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आव्रजन (इमिग्रेशन) पर सख्त रुख के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, अब उनके सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कहा कि हाई-स्किल्ड विदेशी कामगार अमेरिका की टेक इंडस्ट्री के लिए जरूरी हैं। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका की टेक कंपनियों को विदेशी कुशल कर्मचारियों की जरूरत है। उनके बिना अमेरिकी लोगों को कंप्यूटर चिप्स और दूसरी तकनीकी चीजें बनाना सीखना मुश्किल होगा।

अमेरिका में आयोजित यूएस-सऊदी इन्वेस्टमेंट फोरम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि हाल ही में उनके "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" (MAGA) समर्थकों द्वारा कुछ कुशल प्रवासियों को देश में आने की अनुमति देने के उनके बयान की आलोचना की गई है। ट्रंप ने व्यावसायिक अधिकारियों के एक समूह से कहा कि अमेरिका को ऐसे प्रवासियों की जरूरत है जो उच्च तकनीक वाली फैक्टरियों में घरेलू कामगारों को प्रशिक्षित कर सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा करना उनके मूल राजनीतिक विश्वासों के साथ असंगत नहीं है।

विरोधियों को ट्रंप का जवाब

ट्रंप ने कहा, मुझे अपने रूढ़िवादी दोस्त पसंद हैं। मुझे MAGA पसंद है, लेकिन यही MAGA है। ट्रंप ने यूएस-सऊदी निवेश फोरम को संबोधित करते हुए कहा, वे लोग हमारे लोगों को कंप्यूटर चिप बनाना सिखाएंगे, और कुछ ही समय में हमारे लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। और वे लोग घर जा सकेंगे। इस टिप्पणी पर कमरे में तालियां बजीं।

ट्रंप ने जताई H-1B वीज़ा की जरूरत

पिछले हफ्ते, ट्रंप ने इसी मुद्दे पर फॉक्स न्यूज की होस्ट लॉरा इंग्राहम से बहस की। इंग्राहम ने ट्रंप के साथ एक साक्षात्कार में सुझाव दिया कि आप देश में लाखों विदेशी कर्मचारियों की बाढ़ नहीं ला सकते, जिस पर राष्ट्रपति ने जवाब दिया कि आपको प्रतिभाओं को भी लाना होगा। ट्रंप ने कहा था कि H-1B वीज़ा की जरूरत इसलिए है क्योंकि अमेरिका में हर तरह की तकनीकी प्रतिभा मौजूद नहीं है। H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को छह साल तक विदेशी कुशल कर्मचारियों को काम पर रखने की अनुमति देता है।

H-1B वीजा को लेकर है विवाद

दक्षिणपंथी अमेरिकी लंबे समय से H-1B वीजा को अमेरिकी कामगारों के खिलाफ मानता रहा है। उनका आरोप है कि इस कार्यक्रम के जरिए अमेरिकी कंपनियां विदेशों से सस्ता कामगार लाकर अमेरिकी इंजीनियरों और प्रोग्रामर्स को रिप्लेस कर देती हैं। कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों में अमेरिकियों की छंटनी और फिर उन्हें H-1B कर्मचारियों को ट्रेन देने के लिए कहे जाने ने इस गुस्से को और बढ़ाया। ट्रंप ने अपने पिछले चुनाव अभियानों के दौरान कई बार H-1B पर सवाल उठाए थे। लेकिन सितंबर 2025 में उन्होंने एक नया आदेश साइन किया जिसमें अमेरिका के बाहर से दायर होने वाले हर नए H-1B आवेदन पर एक बार का 100,000 डॉलर शुल्क लगाने की घोषणा की गई।

मऊ की घोसी सीट से सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन

मऊ (उत्तर प्रदेश) । उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक सुधाकर सिंह का आज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनकी तबीयत पिछले कुछ समय से गंभीर थी। लीवर और किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। 

सुधाकर सिंह उस उपचुनाव में जीतकर विधायक बने थे, जब उन्होंने 2023 में भाजपा के दारा सिंह चौहान को हराया था। उनके निधन पर सपा में गहरा शोक है।

नीतीश कुमार का आज लेंगे सीएम पथ की शपथ, 10वीं बार बनेंगे मुख्यमंत्री

#cmnitishkumaroathceremon

बिहार की राजनीति के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एनडीए की प्रचंड जीत के बाद, पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह का गवाह बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है।इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शिरकत करेंगे। उनके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस कार्यक्रम में शरीक होंगे।

बीजेपी शासित प्रदेशों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को न्योता

बिहार की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी शासित प्रदेशों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के शामिल होने का भी कार्यक्रम है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा भी शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य हस्तियों में पद्मभूषण, पद्मश्री से नवाजी गईं शख्सियत, वैज्ञानिक और साहित्यकार के भी शामिल होने की बात सामने आई है।

नीतीश कुमार के अलावा 20 मंत्री ले सकते हैं शपथ

नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में 15 से 16 मंत्री ले सकते हैं शपथ, 8-8 जदयू और बीजेपी के, 2 चिराग के और 1-1 HAM और RLM के मंत्री ले सकते हैं शपथ। बीजेपी-जदयू के ज्यादातर पुराने मंत्रियों के ही शपथ की तैयारी। RLM से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता (सासाराम विधायक) ले सकती हैं शपथ

पटना के गांधी में भव्य शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन

पटना के गांधी मैदान में आज नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसे लेकर गांधी मैदान में व्यापक तैयारी की गई है। समारोह में आम से लेकर खास लोगों के जुटने की संभावना को देखते हुए तैयारी की गई है। एक दिन पहले नीतीश कुमार ने गांधी मैदान पहुंचकर नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी का जायजा लिया था। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंच पर अतिथियों के बैठने की व्यवस्था और अन्य उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली थी।

विशेष ट्रैफिक प्लान लागू

20 नवंबर को गांधी मैदान में होने वाले नई सरकार के शपथ-ग्रहण समारोह के मद्देनज़र पटना जिला प्रशासन ने व्यापक यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था की घोषणा की है। प्रशासन ने कहा है कि कार्यक्रम के दौरान जन-सुविधा, सुरक्षा और लोकहित सुनिश्चित करने के लिए शहर में विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। जिला प्रशासन ने सभी लोगों से अपील की है कि वे निर्धारित ट्रैफिक प्लान का पालन करें, ताकि कार्यक्रम के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो।

रामगढ़ जिले में दिशा की बैठक हुआ संपन्न, विकास योजनाओं का हुआ रिव्यू

रामगढ़ ज़िला समाहरणालय सभागार में बुधवार को जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। समिति के अध्यक्ष एवं सांसद मनीष जायसवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में ज़िले में चल रहे विभिन्न विभागों की जनहितकारी और विकास योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों की प्रगति पर चर्चा के साथ ही क्षेत्र की ज्वलंत और गंभीर समस्याओं पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ।

सांसद मनीष जायसवाल ने बतौर समिति अध्यक्ष योजनाओं के क्रियान्वयन का आकलन किया और भविष्य में जनहित में विकास कार्यों को धरातल पर सुदृढ़ करने की दिशा में उचित दिशा-निर्देश जारी किए।

बैठक में मनरेगा, अंत्योदय योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम कौशल योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण एवं शहरी), स्वच्छ भारत मिशन, नेशनल रूरल ड्रिंकिंग वॉटर प्रोग्राम, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, उज्ज्वला योजना, पीएम कौशल विकास योजना, नेशनल हेल्थ मिशन, सर्व शिक्षा अभियान, इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमें

ट स्कीम (आईसीडीएस ) समेत रेलवे, हाईवे, वाटर वेज, माइंस से संबंधित आधारभूत संरचना निर्माण और प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा हुई।

इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों के माननीय विधायकों और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने जनहित में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जिन पर संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने विकास कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरी चिंता और नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि बैठक में ज़िले के विभिन्न विभागों के कार्यों के पैरामीटर की समीक्षा की गई, और यह पाया गया कि पेयजलापूर्ति, कोयला चोरी रोकने और सड़कों के निर्माण की प्रगति पर पिछली दिशा की बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप कोई प्रगति नहीं हुई है ।

 विभिन्न विभागों द्वारा पेश किए गए आंकड़े भ्रमजाल वाले थे, जो ज़मीनी हकीकत को सही तरीके से चित्रित नहीं कर रहे थे।

सांसद जायसवाल ने रामगढ़ ज़िला प्रशासन को गंभीर होने और जनहित में विकास योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर ससमय सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने विभागीय उदासीनता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह वर्तमान राज्य सरकार की कार्यशैली का एक चेतावनी भरा उदाहरण है, जहां अधिकारी निर्देश के बावजूद सिर्फ आंकड़ों के भ्रमजाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कतई बर्दाश्त योग्य नहीं है।

सांसद मनीष जायसवाल ने ज़िले के विकास के लिए पेयजलापूर्ति संबंधित विभाग को अगली बैठक से पहले ज़िले की हरेक योजना का विशेष सर्वे कर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करने, ग्रामीण खराब सड़कों पर तत्काल कार्य शुरू करने की दिशा में सकारात्मक पहल की जाने, रामगढ़ ज़िले में व्यापक स्तर पर चल रहे कोयला चोरी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने, ज़िले में एम्बुलेंस की सुविधा को सहज बनाए जाने, सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट हॉस्पिटल में भी नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ावा दिए जाने, ज़िले के शत-प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों का भवन निर्माण पूरा किए जाने, पेंडिंग पड़े वृद्धा, विधवा, विकलांग और मईया योजना के पेंशनधारियों को तत्काल लाभ दिलाए जाने, प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य को तेज़ी से प्रगति करने, भुरकुंडा के सेंट्रल स्कूल को सुविधा संपन्न बनाने और हाइवे पर चुटूपालू घाटी तथा मांडू में स्ट्रीट लाइट को सुदृढ़ करने का महत्वपूर्ण निर्देश दिया। 

सांसद मनीष जायसवाल ने दोहराया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य यही रहा कि सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित हो सके।

बैठक में रामगढ़ विधायक ममता देवी, बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी, मांडू विधायक निर्मल महतो उर्फ़ तिवारी महतो, ज़िला परिषद अध्यक्ष सुधा देवी, रामगढ़ के उपायुक्त सह समिति के सचिव फैज़ अक अहमद मुमताज़, उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, रामगढ़ जिला सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल सहित ज़िले के विभिन्न प्रखंडों के प्रमुखगण, तथा रामगढ़, दुलमी, चितरपुर, गोला, मांडू और पतरातु प्रखंड के चयनित मुखिया सह समिति सदस्यगण विशेष रूप से उपस्थित रहे।

*घरेलू सिलेंडरों पर विभाग की ‘चयनात्मक’ कार्रवाई पर उठ रहे सवाल*, *हलवाई कि दुकानों पर क्यों नहीं जाँच*:

मेरठ। शहर में घरेलू गैस सिलेंडरों के अवैध उपयोग पर विभाग की कार्रवाई अब सवालों के घेरे में है। कुछ चुनिंदा स्थानों पर छापेमारी के बाद ऐसा लग रहा है कि विभाग की सक्रियता एक-दो मामलों तक ही सीमित रह गई है, जबकि पूरे शहर में इस खतरे का दायरा कहीं बड़ा है।

हरिया लस्सी पर कार्रवाई, लेकिन बाकी शहर क्यों सुरक्षित?

बीते दिनों लालकुर्ती स्थित हरिया लस्सी पर घरेलु सिलेंडरों के गलत उपयोग को लेकर विभाग ने कार्रवाई करते हुए सिलेंडर जब्त किए। लेकिन इसके बाद विभाग की गतिविधियां अचानक सुस्त पड़ती दिखाई दे रही हैं। सवाल यह उठ रहा है कि एक दुकान पर कार्रवाई कर देना क्या पूरे शहर को सुरक्षित कर देता है? सेंट्रल मार्किट और गुरुद्वारा रोड पर घरेलू सिलेंडरों का खुलेआम इस्तेमाल :

शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्किट और गुरुद्वारा रोड पर अधिकांश फास्ट फूड के ठेले, चाट-स्टॉल और हलवाई की दुकानों में खुलेआम घरेलू सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। ये सिलेंडर सिर्फ घरेलू उपयोग के लिए अधिकृत हैं, ऐसे में बाजारों में चल रहा यह प्रयोग न सिर्फ अवैध है बल्कि कभी भी बड़ा हादसा कराने की क्षमता रखता है। साथ हीं सूरजकुंड पार्क के पास लगने वाले ठेलों पर विभाग की नजर क्यों नहीं? ये भी एक सवाल है! सूरजकुंड पार्क के पास शाम होते ही दर्जनों ठेले सजते हैं, जहां खानपान का कारोबार घरेलू सिलेंडरों पर ही चलता है। यहां भी स्थिति कम खतरनाक नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभागीय अधिकारी कई बार इस रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन कार्रवाई शून्य है।

क्या विभाग शिकायत का इंतजार करता है?

सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विभाग स्वयं सघन जांच करेगा या फिर सिर्फ शिकायत आने पर ही एक्टिव होगा? यदि शिकायत-आधारित कार्रवाई ही होनी है, तो शहर में फैल रहे इस गैस-खतरे को रोकना असंभव हो जाएगा।

लोगों का कहना है कि विभाग को चाहिए कि—

सभी बाजारों में सघन अभियान चलाए,

अवैध सिलेंडर उपयोग करने वालों को चेतावनी के साथ नोटिस जारी करे,

और बार-बार दोहराने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

घरेलू सिलेंडरों का व्यावसायिक उपयोग सिर्फ अवैध नहीं, बल्कि लोगों की जान से खिलवाड़ है। विभाग को चाहिए कि एक-दो जगह की औपचारिक कार्रवाई के बजाय पूरे शहर में समान रूप से जांच अभियान चलाए, ताकि किसी बड़े हादसे को होने से रोका जा सके।

अंबा स्टील फैक्ट्री के बाहर केटर चालक कफिल पर जानलेवा हमला, सिर फटा—

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर। मन्सूरपुर थाना क्षेत्र के जड़ौदा अहे के पास स्थित अंबा स्टील फैक्ट्री के बाहर मंगलवार शाम केटर चालक पर हुए हमले से हड़कंप मच गया। फैक्ट्री में माल भरने आए केटर चालक कफिल पुत्र हमीद निवासी ग्राम सुजडू (थाना खालापार) को तीन युवकों ने लाठी-डंडों और लोहे की शैठ से बुरी तरह पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

जानकारी के अनुसार कफिल अपनी केटर UP13CT1352 लेकर फैक्ट्री पर माल भरने पहुंचा था। इसी दौरान गोबिस पुत्र मीरहसन निवासी ग्राम सधावली, थाना मन्सूरपुर, अपनी गाड़ी लेकर वहां आया और कथित रूप से उसने अपनी गाड़ी कफिल की केटर में टकरा दी। टक्कर से केटर को भारी नुकसान हुआ। कफिल द्वारा गोबिस से भरपाई की मांग करने पर विवाद बढ़ गया।

आरोप है कि मौके पर मौजूद मोनिस ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए अपने साथियों को बुला लिया। कुछ ही देर में मोनिस, गोबिस और उनका तीसरा साथी लाठी, उन्ना और लोहे की शैठ लेकर कफिल पर टूट पड़े। हमले के दौरान लोहे की शैठ कफिल के सिर पर लगने से वह जमीन पर गिर पड़ा। गंभीर चोट के बावजूद आरोपी धमकाते हुए मौके से फरार हो गए।

घटना के बाद वहां मौजूद लोग, मिलान सुपरवाइजर राहुल (डॉ. मुनाजर फुरकान के) तथा साथी पहलवान ने घायल कफिल को अस्पताल पहुंचाया। परिजनों व साथियों ने बताया कि हमलावर पहले भी दबंगई कर चुके हैं और जान से मारने की धमकियां देते रहते हैं।

घायल कफिल की ओर से मन्सूरपुर थाने में तहरीर देकर तीनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गड्ढो का पानी पीने को मजबूर. बुनियादी सुविधाओ के अभाव से ग्रामीण परेशान।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा क्षेत्र सिलौधी और सिरहीर गांव के पहाड़ी इलाको में जीवन आज भी संघर्ष का पर्याय बना हुआ है।यहां के ग्रामीणों को सबसे बड़ी समस्या साफ पेयजल की है। आधुनिक दौर में जब सरकारे हर घर नल जल योजना, पाइपलाइन टैंक और शुद्ध पानी उपलब्ध कराने का दावा करती है वही मेजा की पहाड़ियों पर रहने वाले हजारों लोग आज भी गड्ढों और प्राकृतिक जलस्रोतो में जमा हुए पानी से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर है।यह तस्वीर विकास के सरकारी दावों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि वर्षों पहले जब कोई व्यवस्था नहीं थी तब लोग गड्ढो पोखरो और तालाबो का ही सहारा लेते थे लेकिन समय बदलने के बावजूद आज भी हालात जस के तस बने हुए है।बरसात का पानी पहाड़ी चट्टानो के बीच बने गड्ढों में भर जाता है और वही धीरे-धीरे महीनो तक जमा रहता है। इसी गंदे और प्रदूषित पानी का उपयोग ग्रामीण पीने नहाने और जानवरों को पिलाने तक के लिए करते है।साफ पानी की सुविधा न होने से ग्रामीण न चाहते हुए भी इसी पर निर्भर रहने को मजबूर है।गांव के निवासी रामचरन बताते है सरकार कहती है कि हर घर नल से पानी मिलेगा लेकिन हमारी पहाड़ियो पर न कोई पाइपलाइन बिछी और न ही कोई टंकी बनी।हम आज भी गड्ढों का पानी पीते है।बीमार हों तो अस्पताल भी दूर है।वही शारदा देवी कहती है “बरसात में पानी भर जाता है वही पी लेते हैं। सूखे के दिनों में पानी के लिए मीलो चलना पड़ता है। कई बार बच्चे पेट दर्द, उल्टी-दस्त से बीमार पड़ जाते है।ग्रामीणो का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में विकास कार्यों को हमेशा पीछे कर दिया जाता है। न पेयजल की योजना लागू होती है न सड़के बन पाती हैं। कई बार स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियो को शिकायत की गई, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। लोगों में नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि क्षेत्र के बारे में योजनाएं तो बनती हैं, लेकिन क्रियान्वयन शून्य रहता है।ग्राम प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ता भी मानते है कि यदि पहाड़ी इलाके में जल्द ही स्थायी पेयजल व्यवस्था नही की गई तो आने वाले दिनों में गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है।उन्होंने मांग की है कि यहां हैंडपंप ट्यूबवेल टंकी और पाइपलाइन की व्यवस्था की जाए, ताकि ग्रामीणों को गंदा पानी पीने से मुक्ति मिल सके।मेजा क्षेत्र की यह तस्वीर बताती है कि विकास के दावे और वास्तविकता में कितना बड़ा अंतर है।आज भी कई गांव बुनियादी सुविधाओ से वंचित है और ग्रामीण अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रकृति के भरोसे ही जीने को मजबूर हैं।

सोनभद्र खनन हादसा: 7 शव बरामद, दर्जन भर फंसे! मजदूर नेता मंगल तिवारी ने सीएम योगी से की भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों जांच की मांग

सोनभद्र। उत्तर प्रदेश: सोनभद्र जिले के बिल्ली-मारकुण्डी घाटी में बीते शनिवार को हुए भयंकर खनन हादसे ने प्रदेश में श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हृदय विदारक दुर्घटना में बचाव दल द्वारा अब तक 7 मजदूर मृतकों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि अभी भी लगभग एक दर्जन मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए, मजदूर नेता एवं वरिष्ठ पत्रकार मंगल तिवारी ने इस मामले में गहन जांच की मांग उठाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने खदानों में होने वाले श्रमिकों की मौत की गहराई से जांच कराने तथा खनन कारोबारियों से लगाए संबंधित विभाग एवं संलिप्त लोगों की संपत्तियों की जांच की मांग की है।

सीएम योगी को पत्र में मुख्य मांगें

मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू यूनियन) के महामंत्री मंगल तिवारी ने मुख्यमंत्री से निवेदन भरे शब्दों में कहा है कि यदि उनके प्रत्यक्ष नियंत्रण वाले मंत्रालय में भी कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार तथा अपने पद एवं दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही बरती जा रही है, तो अन्य मंत्रालयों की स्थिति का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।

माकू यूनियन ने उत्तर प्रदेश सरकार की शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance) नीति पर पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए निम्नलिखित निष्पक्ष जांचों की मांग की है:

 दोषी अधिकारियों की जांच: खनन विभाग के संबंधित अधिकारी, स्थानीय पुलिस अधिकारी, सहायक निदेशक कारखाना (ADF) तथा श्रम विभाग के संबंधित मॉनिटरिंग अधिकारी (सहायक श्रमायुक्त, उप श्रमायुक्त) की भूमिका एवं दायित्वों की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

 संपत्ति की विस्तृत जांच: दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों एवं लीज धारकों की संपत्ति की विस्तृत जांच की जाए।

 स्वतंत्र एजेंसी से जांच: इस घटना सहित विगत दो वर्षों में खनन क्षेत्र में मजदूरों के साथ हुई दुर्घटनाओं एवं मौतों की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।एनजीटी मानकों पर जांच: मिर्जापुर-सोनभद्र के सभी खनन पट्टों की एनजीटी (NGT) के मानकों के तर्ज पर जांच कराई जाए।

 समान आर्थिक सहायता: सभी दिवंगत श्रमिक आश्रितों को एक समान आर्थिक सहायता मिले।

"यह परिस्थिति शासन-प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न उत्पन्न करती है।"

मंगल तिवारी, मजदूर नेता एवं वरिष्ठ पत्रकार

भविष्य के लिए बड़े आंदोलन की चेतावनी

मंगल तिवारी ने बताया कि माकू यूनियन श्रमिकों के लिए पूर्ण रूप से समर्पित संगठन है, जिसका एकमात्र लक्ष्य श्रमिकों और उनके परिवार का उत्थान, उनको मान सम्मान और अधिकार दिलाना है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यूनियन का उद्देश्य केवल इतना है कि प्रदेश में कार्यरत श्रमिक भाइयों को सुरक्षा का अधिकार मिले तथा इस भीषण घटना में मारे गए श्रमिकों के परिजनों को शीघ्र न्याय मिल सके।

मंगल तिवारी ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द ही सोनभद्र जिले में श्रमिकों के हक अधिकारों को लेकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा, ताकि प्रति वर्ष खदानों में खाक होती मजदूरों की जिंदगी को बचाया जा सके और उन पूँजिपतियों से लेकर सफेदपोशों के कारनामों का भी खुलासा किया जा सके जो इन मजदूरों के कंधों का उपयोग कर अपने लिए सुख-सुविधाएं तो बना लेते हैं लेकिन मजदूरों की जिंदगी जस की तस ही बनी रह जाती है।

Sambhal हसीना बेगम हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के मरीजों के लिए फ्री ऑपरेशन कैंप, आई ओपीडी की भी हुई शुरुआत

हसीना बेगम हॉस्पिटल में बुधवार को नेत्र रोग विभाग की ओर से मोतियाबिंद के मरीजों के लिए लगाया गया, जिसमें आयुष्मान कार्ड धारकों को निःशुल्क ऑपरेशन कैंप का सफल आयोजन किया गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. तनुज ने बताया कि कैंप में एक दर्जन से अधिक मरीजों का आधुनिक तकनीक टॉपिकल एनेस्थीसिया से ऑपरेशन किया गया। यह प्रक्रिया पूरी तरह बिना टांका, बिना इंजेक्शन और बिना पट्टी के की जाती है, जिससे मरीज को किसी प्रकार के दर्द का सामना नहीं करना पड़ता। ऑपरेशन के बाद मरीज अगले ही दिन से टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल और सामान्य कार्य कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क है और हफ्ते में एक बार ऐसे कैंप आयोजित किए जाएंगे। प्राइवेट मरीजों का भी इसी विधि से इलाज उपलब्ध रहेगा।

इसी के साथ आज हसीना बेगम हॉस्पिटल में आई ओपीडी की भी औपचारिक शुरुआत की गई।डॉ. गौरव ने बताया कि पहले ही दिन एक दर्जन से अधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा रहा है। मरीज बिना इंजेक्शन, बिना पट्टी और बिना किसी बड़े चीरे के केवल कुछ मिनटों में ऑपरेशन करा सकेंगे। सभी सर्जरी एडवांस मशीनों और आधुनिक तकनीक के माध्यम से की जा रही हैं। डॉ. गौरव ने बताया कि हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत सभी प्रकार की नेत्र संबंधी सेवाएं उपलब्ध हैं। वहीं, डॉ. कुमार संभव कैंप में आने वाले मरीजों को अटेंड कर रहे हैं।

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आगे भी जनता की सुविधा के लिए नियमित रूप से ऐसे विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को लाभ मिल सके। हसीना बेगम हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत अन्य तरह के मरीज का इलाज भी किया जाता है।

अग्निवीर भर्ती: नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और क्लर्क/SKT लिखित परीक्षा परिणाम घोषित; ARO रांची ने चयनित अभ्यर्थियों को तुरंत दस्तावेज सत्यापन के लिए

रांची: आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची द्वारा अग्निपथ योजना के तहत आयोजित अग्निवीर नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल (SKT) पदों की भर्ती के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के परिणाम आज आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित कर दिए गए हैं।

Image 2Image 3Image 4Image 5

दस्तावेज सत्यापन के लिए तत्काल रिपोर्ट करें

चयनित सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया गया है कि वे बिना देरी किए निर्धारित तिथि एवं समय पर आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची में अपने सभी मूल दस्तावेजों (Original Documents) और उनकी दो सेट स्व-अभिप्रमाणित फोटोकॉपी के साथ उपस्थित हों। यह उपस्थिति दस्तावेज सत्यापन, मेडिकल परीक्षण एवं अन्य औपचारिकताएँ समय पर पूरी करने के लिए अनिवार्य है।

आवश्यक दस्तावेजों की सूची:

ऑनलाइन परीक्षा का एडमिट कार्ड

आधार कार्ड

10वीं एवं 12वीं की अंकतालिका एवं प्रमाण-पत्र

डोमिसाइल (झारखंड राज्य का स्थायी निवास प्रमाण-पत्र)

जाति प्रमाण-पत्र (यदि लागू हो)

चरित्र प्रमाण-पत्र (6 माह से पुराना न हो)

NCC प्रमाण-पत्र और खेल प्रमाण-पत्र (यदि हो तो)

20 पासपोर्ट साइज हालिया रंगीन फोटो (सफेद बैकग्राउंड)

भर्ती रैली के समय जारी सभी दस्तावेज एवं स्लिप

महत्वपूर्ण सूचना

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दस्तावेज सत्यापन में अनुपस्थित रहने पर अभ्यर्थिता स्वतः रद्द मान ली जाएगी। इसके साथ ही यह भी सूचित किया गया है कि अग्निवीर जनरल ड्यूटी (GD) एवं ट्रेड्समैन का लिखित परीक्षा परिणाम बहुत शीघ्र घोषित किया जाएगा।

सभी अभ्यर्थियों को नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर अपडेट देखने की सलाह दी गई है।