संजय सरावगी बने बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, दरभंगा सदर से लगातार 5 बार हैं विधायक

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बिहार बीजेपी में बड़ा बदलाव हुआ है। उत्तर प्रदेश के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बिहार संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए संजय सरावगी को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।

मिथिलांचल में पार्टी का चर्चित और पुराना चेहरा

निवर्तमान अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के स्थान पर सरावगी की ताजपोशी को पार्टी की सोची-समझी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। संजय सरावगी का संबंध राज्य के मिथिलांचल क्षेत्र (दरभंगा) से है, जिसे बीजेपी ने आने वाले समय में अपने मुख्य फोकस में रखा है। संजय सरावगी दरभंगा शहर के विधायक हैं और इस क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। ये इलाका पारंपरिक रूप से अन्य दलों का मजबूत गढ़ रहा है, जिसे भेदने के लिए बीजेपी ने एक मजबूत चेहरा आगे किया है। पार्टी का मानना है कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में मिथिलांचल की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत सुनिश्चित की जा सकती है, जिसका असर आगामी चुनावों में जरूर दिखेगा।

2005 में पहली बार दरभंगा सीट से विधायक चुने गए

संजय सरावगी छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में भी रहे, जो कि बीजेपी का विद्यार्थी संगठन है। संजय ने साल 1995 में बीजेपी की सदस्यता ली। 2003 में उन्होंने दरभंगा नगर निगम से वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। संजय साल 2005 में पहली बार दरभंगा सीट से विधायक चुने गए।

लगातार पांचवीं बार बने विधायक

2005 के बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 में भी विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की। 2025 के विधानसभा चुनाव में संजय ने उमेश सहनी को बड़े अंतर से हराया।

दिलीप जायसवाल की जगह पार्टी की कमान

बता दें कि बीजेपी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का फॉर्मूला चलता है। इसके तहत वर्तमान में उद्योग मंत्री बने दिलीप कुमार जायसवाल को प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा है। अब बीजेपी ने दिलीप जायसवाल की जगह संजय सरावगी को बिहार बीजेपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।

सीएम योगी ने ‘जनता दर्शन’ में सुनी फरियादियों की समस्याएं, अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने नियमित ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम के तहत प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से उनके प्रार्थना पत्र स्वयं प्राप्त किए और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर शिकायत का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।

सिपाही ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्या रखी

जनता दर्शन के दौरान एक पीएसी के सिपाही ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्या रखी। मुख्यमंत्री ने उसका प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारी को सौंपते हुए मामले के उचित व शीघ्र निस्तारण का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों से जुड़े कर्मियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए।

धान खरीद में लापरवाही पर सख्त रुख

शाहजहांपुर से आए एक किसान ने धान खरीद केंद्रों पर हो रही लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री से की। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार अन्नदाता किसानों की समृद्धि के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसानों को किसी भी स्तर पर परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वे क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि धान लेकर आने वाले किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

प्रयागराज के मामलों पर भी संज्ञान

जनता दर्शन में प्रयागराज से भी कई फरियादी अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने संबंधित मामलों में प्रयागराज के जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शिकायतों का गहन परीक्षण कर शीघ्र समाधान कराया जाए, ताकि आमजन का सरकार पर विश्वास और मजबूत हो।

“हर जरूरतमंद की सेवा सरकार का लक्ष्य”

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर जरूरतमंद की सेवा ही सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले दिन से ही जनता की सेवा, सुरक्षा और सम्मान के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। बीते साढ़े आठ वर्षों से जनता की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में आए लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी हर समस्या का उचित और प्रभावी निस्तारण कराया जाएगा और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बच्चों से मिले मुख्यमंत्री, दिया आशीर्वाद

जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभिभावकों के साथ आए बच्चों से भी आत्मीय मुलाकात की। उन्होंने बच्चों से उनके नाम पूछे, उन्हें चॉकलेट दी और मन लगाकर पढ़ाई करने की सीख दी। मुख्यमंत्री ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया।
Mirzapur: बिना विवाह के फर्जी खाते में दिलाये गये हितलाभ योजना का लाभ
भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद भी कार्रवाई से कतरा रहे हैं अधिकारी

श्रम विभाग मीरजापुर के भ्रष्टाचार की फाईलों पर कब हटेगी धूल की परतें



मीरजापुर। श्रम विभाग मीरजापुर में व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला ज़ोर पकड़ा जा रहा है। सोमवार को श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में किए गए लाखों के भ्रष्टाचार घोटाले में संलिप्त अधिकारियों कर्मचारियों एवं बिचौलियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना मीरजापुर के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार ने जिलाधिकारी पंकज कुमार गंगवार को पत्रक सौंपा है। जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि श्रम विभाग मीरजापुर कार्यालय से कुछ असंगठित गिरोह, बिचौलिए द्वारा अपने निजी लाभ के लिए दुरभिसंधि कर निर्माण श्रमिको, मजदूरों एवं सीधे-साधे लोगों को लुभावना प्रस्ताव देकर अपने जाल में फसातें हैं। फंसाने के बाद उनके बैंक खाते, आधार कार्ड व व्यक्तिगत दस्तावेज लेकर उनका दुरूपयोग करते हुए जान बूझकर कूटरचित दस्तावेज जैसे, बिना शिशु के जन्मे, सरकारी अस्पताल का जन्म प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर नकल तथा बिना प्रसव के ही सरकारी अस्पताल का प्रसव प्रमाण पत्र सहित आंगनबाड़ी कार्य कत्रियों का फर्जी सत्यापन एवं प्रमाण पत्र तैयार कर कराकर निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित, श्रम विभाग की योजनाएं मसलन, मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना तथा पुत्री विवाह अनुदान योजना में लाभ दिलाया गया है, जो बिना श्रम विभाग के जांचकर्ता, सत्यापन अधिकारी से सांठ-गांठ किए संभव प्रतीत नहीं होता।

उदाहरण के तौर पर बताया गया है कि कार्यालय उप श्रमायुक्त, उप्र, मिर्जापुर क्षेत्र, पिपरी सोनभद्र पंकज सिंह राणा की रिपोर्ट  कार्यालय आदेश पत्र संख्या 992-98 एमआर. पिप भ.नि., (जांच) - 2024 01 मई 2024 संलग्न है, रिपोर्ट के अनुसार 12 आवेदनों की जांच में सभी 12 फर्जी पाये गये जिसमें कूट रचित कागजाज के आधार पर 11 के खाते में फर्जी लाभ लिये दिये गये थे। जांचकर्ता अधिकारी, उप श्रमायुक्त राणा ने भी अपने जांच, आदेश में उक्त लाभार्थियों तथा कूट रचित दस्तावेज तैयार करने वाले अज्ञात के विरूद्ध तत्कालिन भादवि की धारा-120 बी, 192, 197, 420, 464, 467, 468 तथा 471 तथा अन्य सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराये जाने का आदेश तत्कालिन सहायक श्रमायुक्त मीरजापुर सुविज्ञ सिंह को दिया था, जो शायद इसलिए नहीं कराया गया कि विभाग के लोग बुरी तरह फंस सकतें हैं।हालांकि इस प्रकरण में आदेश उपरान्त श्रम विभाग मीरजापुर द्वारा 10 खातेदारों के नाम से रूपए. 05'14,416- की वसूली की कार्यवाही की गयी है।

इस प्रकरण में गोपालपुर के ग्राम प्रधान व जांच अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी का भी जिक्र किया गया है। जांच रिपोर्ट में यह अपने आप में स्पष्ट है कि गोपालपुर, विंध्याचल प्रकरण में लाभ गलत तरीके से लिए गये थे जिसमें जांच अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने अपने पद का दुरूपयोग किया है।

*बिना विवाह के बांट दिया हितलाभ योजना*

उक्त अधिकारी ने अपने स्थलीय जांच में फर्जी आवेदन गीता देवी पत्नी भजन निषाद में जानबुझकर रेनु गुप्ता को भजन निषाद की पुत्री माना और निजी लाभ देखते हुए अपने स्थलीय जांच रिपोर्ट में सत्यापन कर कन्या विवाह सहायता योजना का हितलाम बैंक खाते में भेजने की संस्तुती की, जबकि वास्तव में आवेदक को रेनु नाम की कोई पुत्री है ही नहीं तथा जांच के समय भजन निषाद की सबसे बड़ी पुत्री की आयु लगभग 14 वर्ष थी अर्थात बिना विवाह के फर्जी खाते में हितलाभ दिलाये गये। मज़े कि बात है कि सत्यापन कर्ता, जांच अधिकारी कौशलेन्द्र कुमार सिंह ने ज्यादातर मामले की स्थलीय जांच की है बावजूद इसके लाभ देने की संस्तुति की।

गौरतलब हो कि इस संबंध में श्रम विभाग की सचिव, बोर्ड श्रीमती पूजा यादव उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड, लखनऊ ने 10 सितंबर 2025 को मीरजापुर में कार्यरत विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मिलीभगत कर कूटरचित दस्तावेज के माध्यम से लाभ लिए जाने सम्बन्धी शिकायती प्रकरणों की जांच के सम्बन्ध में व अन्य में अपर, उप श्रमायुक्त वाराणसी क्षेत्र, धर्मेन्द्र कुमार सिंह के 05 जून 2025 के जांच रिपोर्ट का जिक्र करते हुए मामले में 9 सदस्यीय टीम गठित की थी।

उक्त जांच रिपोर्ट के अनुसार 105 आवेदनों की जांच की गयी थी जिसमें, 90 आवेदन फर्जी पाये गये, कि रिपोर्ट श्रम आयुक्त उप्र कार्यालय कानपुर को तथा वहीं से यूपीबीओसी बोर्ड को प्रस्तुत की गयी। इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया है कि 90 आवेदको के खाते में फर्जी तरीके से हितलाभ की धनराशि भेजे गये हैं।

*फर्जी दस्तावेज लगाकर लिया गया लाभ*

विश्वसनीय जानकारी मिली है कि कुछ को छोड़कर अनेक आवेदनों में बिचौलियों की मदद से कूटरचित दस्तावेज, जिसमें सरकारी अस्पताल का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, फर्जी परिवार रजिस्टर नकल, फर्जी प्रसव प्रमाण पत्र सहित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा जारी की जाने वाली सत्यापन एवं प्रमाण पत्र आदि भी फर्जी लगाकर मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना का लाभ बैंक खाते में लिया, दिलाया गया है, जो एक संगीन अपराध है। इस प्रकार कूटरचित दस्तावेत के चलते निर्माण श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा संचालित करोड़ो रूपये के बोर्ड के बजट जो श्रमिकों के खुन पसीने के कमाई की है को मिर्जापुर श्रम विभाग द्वारा बंदरबॉट कर दिया गया है जो पात्र निर्माण श्रमिकों के साथ घोर अन्याय है।

  राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना मीरजापुर के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि श्रम विभाग में कूटरचित सरकारी दस्तावेज का दुरूपयोग कर सरकारी योजना में धनलाभ लेने व दिलाने वाले जैसे गंभीर मामले को देखते हुए सर्व प्रथम प्राथमिकी दर्ज कर मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराकर ज्ञात-अज्ञात अधिकारी, कर्मचारी एवं बिचौलिए व दोषी आवेदको के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध व वैद्यानिक कार्यवाही करने का आदेश देने की महति कृपा करें।
देश के प्रति सरदार पटेल की सेवाएं व योगदान बना चिरस्मरणीय अध्याय : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आधुनिक भारत के शिल्पकार और भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व, कृतित्व और राष्ट्र निर्माण में दिए गए अतुलनीय योगदान को स्मरण किया।
सीएम योगी ने सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरदार पटेल का यशस्वी नेतृत्व देश को और लंबे समय तक मिल सकता था, लेकिन 15 दिसंबर 1950 को उनका नश्वर शरीर जवाब दे गया। यह देश का दुर्भाग्य रहा, लेकिन उनकी स्मृतियां, सेवाएं और योगदान आज भी राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत हैं। भारत उन्हें आधुनिक भारत के शिल्पी के रूप में सदैव स्मरण करता रहेगा।
किसान परिवार से राष्ट्रनिर्माता बनने तक का सफर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के करमसद गांव में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। कठिन परिश्रम के बल पर उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका उद्देश्य केवल आजीविका अर्जित करना या विदेशी हुकूमत की नौकरी करना नहीं था, बल्कि अपनी प्रतिभा और ऊर्जा को भारत माता की सेवा में समर्पित करना था।
कई बार जेल की यातनाएं सहीं
उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और कई बार जेल की यातनाएं सहीं, लेकिन कभी भी आंदोलन से विचलित नहीं हुए। आजादी के समय उन्होंने भारत के विभाजन का पुरजोर विरोध किया और राष्ट्रीय एकता के लिए दृढ़ संकल्प के साथ खड़े रहे।
567 रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की ऐतिहासिक उपलब्धि
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के बाद भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती 567 रियासतों को एक सूत्र में पिरोना थी। अंग्रेजों द्वारा लागू की गई ‘टू नेशन थ्योरी’ के तहत देसी रियासतों को यह विकल्प दिया गया था कि वे भारत, पाकिस्तान या स्वतंत्र अस्तित्व चुन सकती हैं। अधिकांश रियासतें भारत में शामिल हो गईं, लेकिन जूनागढ़ का नवाब और हैदराबाद का निजाम भारत गणराज्य में शामिल होने को तैयार नहीं थे।

हैदराबाद को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाया

सरदार पटेल की अद्भुत सूझबूझ और निर्णायक नेतृत्व के कारण रक्तहीन क्रांति के माध्यम से जूनागढ़ और हैदराबाद को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाया गया। परिणामस्वरूप नवाब और निजाम को देश छोड़कर भागना पड़ा। यह भारत की एकता और अखंडता की दिशा में ऐतिहासिक कदम था।
कश्मीर मुद्दे पर भी रखा दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर आजादी के समय असमंजस की स्थिति बनी रही। उन्होंने कहा कि उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू के हाथों में कश्मीर का विषय था, जिसके कारण यह क्षेत्र लंबे समय तक विवादों में उलझा रहा और देश को उग्रवाद व अलगाववाद का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी है, जिन्होंने लौहपुरुष सरदार पटेल और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार करते हुए धारा 370 समाप्त कर ‘एक देश, एक विधान, एक निशान’ के संकल्प को मजबूत किया और कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया।
प्रशासनिक ढांचे और सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार में योगदान
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार, देश के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने और भारतीय प्रशासनिक सेवा को वर्तमान स्वरूप देने में अहम भूमिका निभाई। राष्ट्रहित में लिए गए उनके निर्णय आज भी शासन-प्रशासन के लिए मार्गदर्शक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लौहपुरुष सरदार पटेल का जीवन हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है और देश सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा।
कई वरिष्ठ नेता रहे उपस्थित
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, अवनीश सिंह, पवन सिंह चौहान, लालजी प्रसाद निर्मल, विधायक ओपी श्रीवास्तव, आशीष सिंह ‘आशु’, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, सरदार पटेल स्मृति समारोह समिति की अध्यक्ष राजेश्वरी देवी पटेल, महासचिव शशांक वर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
स्व.गीता यादव की याद में वर्सोवा में स्मृति खेल महोत्सव का भव्य आयोजन


मुंबई। नगरसेविका के रूप में स्वर्गीय गीता यादव द्वारा वर्सोवा स्थित अपने वार्ड में किए गए विकास कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा। यूथ कांग्रेस,वर्सोवा विधानसभा के पूर्व तालुकाध्यक्ष संतोष वी यादव द्वारा उनकी मां स्वर्गीय गीता यादव की याद में वर्सोवा वेलफेयर शाला मैदान में आयोजित स्मृति खेल महोत्सव, फ्री डॉक्यूमेंट शिविर, मुफ्त चिकित्सा शिविर  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष सांसद वर्षा गायकवाड़ ने उपरोक्त बातें कही। उन्होंने संतोष वी यादव की सराहना करते हुए कहा कि अपनी मां की याद में फ्री डॉक्यूमेंट शिविर, चिकित्सा शिविर तथा खेल महोत्सव का भव्य आयोजन करना सराहनीय और प्रेरणादायक कार्य है।

कार्यक्रम में उपस्थित महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री विधायक असलम शेख ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से आम लोगों को अनेक लाभ होते हैं तथा युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता है। पूर्व विधायक अशोक भाऊ जाधव तथा उत्तर पश्चिम जिला कांग्रेस की अध्यक्ष भावना शर्मा जैन ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए स्वर्गीय गीता यादव के कार्यों को याद किया। यूथ कांग्रेस के पूर्व मुंबई अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि स्वर्गीय गीता यादव द्वारा किए गए जनहित कार्यों को जनता हमेशा याद करती रहेगी।

संतोष वी यादव द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुफ्त चिकित्सा सहायता के साथ फ्री आयुष्मान कार्ड का पंजीकरण, फ्री वरिष्ठ नागरिक कार्ड का पंजीकरण, फ्री नई वोटर आईडी का करेक्शन तथा पंजीकरण, फ्री पैन कार्ड तथा क्रिकेट, वॉलीबॉल फुटबॉल, टेनिस, बॉल, कैरम, बॉक्स क्रिकेट, स्केटिंग जैसे अनेक खेलों का आयोजन किया गया। सभी विजेता और विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया। अंत में संतोष वी यादव ने समस्त लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे जनता के प्रति समर्पित अपनी मां की याद में इस तरह के लोकहित कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को और युवाओं को उसका लाभ मिल सके।
अब सवर्ण समाज संगठित हो गया है जिसका जीता जागता उदाहरण भोपाल आंदोलन है :कविता तिवारी

लखनऊ । राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत की राष्ट्रीय प्रचारक कविता तिवारी ने समाचार पत्र से बातचीत में I AS संतोष वर्मा के विषय में बात करते हुए कहा कि वह दिन लद गए कोई भी ब्राह्मण समाज के खिलाफ़ अभद्र टिप्पणी करके निकल जाता था आज ब्राह्मण समाज जाग चुका है सवर्ण समाज के साथ मिलकर अपनी लड़ाई लड़ने में सक्षम है अब ब्राह्मण संगठित हो चुका है जिसका जीता जागता हुआ उदाहरण भोपाल आंदोलन है
मध्यप्रदेश सरकार संतोष के लिए जिस प्रकार लीपापोती कर रही है उसका जवाब सरकार को देना ही होगा।
ब्राह्मण समाज इस लीपापोती वाले कार्रवाई से सन्तुष्ट होने वाला नहीं है भोपाल आंदोलन के दौरान ब्राह्मण समाज हो या सवर्ण समाज दोनों मध्यप्रदेश सरकार से असंतुष्ट हो गए हैं क्योंकि लोग शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे थे मगर मध्यप्रदेश सरकार ने धूर्तता दिखाते हुए लाठीचार्ज, वाटरकैनन का इस्तेमाल एवं सामाजिक संगठन के लोगों गिरफ्तार भी किया है जो कि सरासर अनुचित है 
मध्यप्रदेश सरकार की जवाब देना ही होगा। सरकार को संतोष वर्मा को जब जेल नहीं भेजा जाएगा तब चुप बैठने वाला नहीं है। अभी तो अपनी बातें शांतिपूर्वक कहीं गई है किंतु अगर सरकार ने सकारात्मक कदम नहीं उठाए तो ब्राह्मण समाज, सवर्ण समाज उग्र प्रदर्शन को मजबूर हो जाएगा।
ब्राह्मण समाज को अब पहले जैसा शांत समझने की भूल कतई न करें।
सरकार को भलीभांति विदित होना चाहिए कि ब्राह्मण समाज वह समाज है जिसने हमेशा समाज का नेतृत्व करते हुए सरकार को भी दिशा प्रदान किया है सरकार किसी कि भी सदैव ब्राह्मण समाज ने दिशा प्रदान की है इसलिए ब्राह्मण की को समझे सरकार और जिस तरह अन्य समाज के हित में कार्य कर रही है वैसे ही ब्राह्मण समाज के भी कार्य करे इसी में भलाई है अन्यथा परिणाम भुगतने के तैयार।
कांग्रेस की रैली में लगा ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ का नारा, बीजेपी ने सोनिया गांधी से की माफी की मांग

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रविवार को दिल्ली में कांग्रेस की रैली में पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए गए। 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'वोट चोर, गद्दी छोड़' रैली आयोजित हुई। इस रैली में कांग्रेस की एक महिला नेता ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी' नारा लगाया। नारेबाजी की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ गया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया।

किसी भी प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी भाषा लोकतंत्र में अस्वीकार्य-नड्डा

पीएम मोदी के कथित अपमान को लेकर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। राज्यसभा में सदन के नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि रैली में मोदी के खिलाफ नारे लगाना पार्टी की सोच और राजनीतिक संस्कृति को दर्शाता है। नड्डा ने कहा कि किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी भाषा लोकतंत्र में अस्वीकार्य है और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।

पार्टी नेतृत्व से माफी की मांग

लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित अपमान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि साल 2014 में एक भाजपा सांसद ने विरोधियों के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया था। इस पर सख्त एतराज जताते हुए प्रधानमंत्री ने भाजपा नेता को माफी मांगने के लिए कहा और भाजपा नेता ने माफी मांगी। रिजिजू ने कांग्रेस पार्टी की रैली में पीएम मोदी के कथित अपमान का जिक्र करते हुए कहा, 'कल कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री मोदी के लिए कब्र खोदे जाने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि पूरा पार्टी नेतृत्व कार्यक्रम में मौजूद था। उसी दौरान पीएम मोदी की कब्र खोदे जाने जैसे नारे लगाए गए। इससे अधिक शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना इस देश के लिए नहीं हो सकती। कांग्रेस पार्टी ने राजनीति का स्तर गिरा दिया है। पार्टी नेतृत्व को इस घटना के लिए माफी मांगनी चाहिए।

बृजभूषण को मिला पासपोर्ट का डेढ़ करोड़ वाला घोड़ा,पंजाब से आए दो युवकों ने दिया बर्थडे गिफ्ट

हम तो पागल हो जाएंगे यार - बृजभूषण

गोंडा।भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपनी बेबाक शैली के साथ साथ अपने खास शौक के लिए भी जाने जाते हैं।राजनीति के अखाड़े के अलावा उन्हें गायों और घोड़ों के पालने का भी गहरा शौक है।जिले के विश्नोहरपुर स्थित उनके आवास के ठीक सामने बना विशाल अस्तबल और गौशाला इस बात का प्रमाण है।अब उनके अस्तबल की शोभा बढ़ाने के लिए पंजाब से एक नया और बेहद खास मेहमान आया है।दरअसल बृजभूषण शरण सिंह के जन्मदिन और नववर्ष के आगमन से ठीक पहले उन्हें एक शानदार तोहफा मिला है।पंजाब से आए शुभचिंतकों तेजवीर बराड़,गुरुप्रीत और दीपक ने उन्हें एक उच्च नस्ल का घोड़ा भेंट किया है।इस घोड़े की खासियत और कीमत जानकर खुद पूर्व सांसद भी हैरान रह गये।बृजभूषण शरण सिंह ने खुद सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर इस नये घोड़े की जानकारी दी है।वीडियो में उन्होंने बताया कि यह घोड़ा महज 2 साल का है,यानी कि अभी बच्चा है परन्तु इसकी उपलब्धियां बड़ी हैं।यह घोड़ा न केवल देश बल्कि विदेशों में होने वाली प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा ले चुका है।सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस घोड़े का बाकायदा पासपोर्ट भी बना हुआ है,जो इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने और प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति देता है।बताया गया कि यह घोड़ा ऐक प्रतियोगिता में 17 लाख रूपये की इनामी राशि भी जीत चुका है।जब पूर्व सांसद ने उपहार देने वालोंं से इसकी बाजारी कीमत पूछा तो जवाब मिला कि डेढ़ करोड़ रूपए।यह सुनकर बृजभूषण शरण सिंह अपनी हंसी नहीं रोक पाये और मजाकिया लहजे में बोले कि यार,हम तो पागल हो जाएंगे।उनकी यह प्रतिक्रिया और खुशी वीडियो में साफ देखी जा सकती है।बृजभूषण शरण सिंह पुराने समय से ही अच्छी नस्ल के घोड़े पालने के शौकीन रहे हैं।उनके अस्तबल में पहले से ही कई बेहतरीन घोड़े मौजूद हैं और अब इस हाईप्रोफाइल घोड़े के शामिल होने से उनके संग्रह में एक और नायाब नगीना जुड़ गया है।उन्होंने विधिवत रूप से इस घोड़े को अपने अस्तबल के कर्मचारियों को सौंप दिया है और इसकी विशेष देखभाल,खानपान और सेवा करने के निर्देश दिये हैं।पंजाब से आए इस तोहफे की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है।

9 दिवसीय रामकथा प्रारम्भ,पहुंचे खाद्य मंत्री सतीश शर्मा

3 घंटे खड़े होकर कथा सुनाते रहे स्वामी प्रणव पुरी

गोंडा।जिला मुख्यालय स्थित शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज के मैदान में श्री महाकाल भक्त परिवार गोंडा द्वारा 9 दिवसीय संगीतमयी श्री राम कथा का आयोजन किया गया है।कथा के पहले दिन देर रात प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद मंत्री सतीश शर्मा व करनैलगंज से भाजपा विधायक अजय सिंह ने प्रथम दिवस व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर कथा का शुभारंभ किया।यह कथा 22 दिसंबर तक चलेगी,जिसके समापन पर 22 दिसंबर को रात 8 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।इस श्री रामकथा का वाचन महामृत्युंजय पीठाधीश्वर उज्जैन, मध्यप्रदेश के स्वामी प्रणव पुरी जी महाराज कर रहे हैं।वे तीन घंटे तक खड़े होकर हनुमंत शैली में कथा सुना रहे हैं।कथा के दौरान स्वामी प्रणव पुरी जी समाज को जागरूक करने का भी कार्य कर रहे हैं।कथा के पहले दिन हजारों की संख्या में आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए स्वामी प्रणव पुरी जी ने कहा कि पहले महिलाएं घर में अपने बच्चों के नाम या जी कहकर बुलाती थीं परन्तु आज के समय में पत्नियां पतियों को नाम लेकर बुला रही हैं,जिससे उनके सम्मान में कमी आई है।उन्होंने सनातन धर्म के व्यापक प्रचार प्रसार पर जोर देते हुए सभी सनातनियों से एकजुट होने का आह्वान किया।स्वामी जी ने गोंडा को ऐतिहासिक धरती बताते हुए कहा कि इसे राजा दशरथ की गायों का गो अड्डा भी कहा जाता था, जहाँ उनकी गायें चरने के लिए आती थीं और तब इसका नाम गोनर्द था।उन्होंने पुरुषों को भी संदेश दिया कि उन्हें भी ऐसी कथाओं में जाना चाहिए,क्योंकि वहां से समाज के बारे में कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।दरअसल इस कथा के अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी जन्मेजय सिंह व संरक्षक पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता निर्विकार सिंह भदौरिया हैं।इसके साथ ही साथ राजेन्द्र कुमार

श्रीवास्तव,संयोजक अन्वेषण श्रीवास्तव,संगठन मंत्री पदुम नाथ तिवारी,उपाध्यक्ष आनन्द कुमार व पूजा,व्यवस्थापक अजय कुमार श्रीवास्तव हैं।कार्यक्रम का संचालन अरविन्द पाण्डेय व आशुतोष जी महाराज द्वारा किया जा रहा है।

फैमिली मैन’ की आड़ में एमडीएमए तस्करी! फिल्मी सपनों से नशे के नेटवर्क तक, मुंबई से दबोचा गया तस्कर

लखनऊ। नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) यूनिट आगरा ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एमडीएमए तस्करी में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात यह है कि आरोपी फिल्मों और वेब सीरीज में सहायक सलाहकार के रूप में काम करने की आड़ में नशे का कारोबार चला रहा था।

करीब एक वर्ष से फरार चल रहा था

एएनटीएफ अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी की पहचान मानसिंह पुत्र बाबूलाल, निवासी राजौरी गार्डन, दिल्ली के रूप में हुई है। मानसिंह एमडीएमए (एक्स्टेसी) जैसे खतरनाक सिंथेटिक ड्रग की तस्करी के मामले में वांछित था और करीब एक वर्ष से फरार चल रहा था।

मुंबई में छिपकर बना रहा था फिल्मी पहचान

एएनटीएफ यूनिट आगरा को सूचना मिली थी कि फरार तस्कर मानसिंह मुंबई के मालवानी क्षेत्र स्थित मरीना इनक्लेव बिल्डिंग में रह रहा है। वह वहां लोकप्रिय वेब सीरीज ‘फैमिली मैन’ सहित अन्य फिल्मों और वेब सीरीज में सहायक सलाहकार के रूप में काम कर रहा था, ताकि अपनी असली पहचान छिपा सके।सूचना के आधार पर एएनटीएफ यूनिट आगरा के उपनिरीक्षक विनोद कुमार के नेतृत्व में एक टीम मुंबई रवाना हुई और स्थानीय स्तर पर गोपनीय निगरानी के बाद आरोपी को दबोच लिया गया।

फिल्मी सपनों से अपराध की दुनिया तक का सफर

पूछताछ में आरोपी मानसिंह ने बताया कि वह वर्ष 2008 में दिल्ली से मुंबई आया था और फिल्मी दुनिया में करियर बनाने का सपना देख रहा था। शुरुआती दौर में उसने कुछ प्रोजेक्ट्स में काम भी किया, लेकिन इसी दौरान उसकी मुलाकात ऐसे लोगों से हुई जिन्होंने उसे नशे की दुनिया में धकेल दिया। धीरे-धीरे वह फिल्मी दुनिया को छोड़कर एमडीएमए की तस्करी में शामिल हो गया और एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया।

गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी

एएनटीएफ अधिकारियों के मुताबिक मानसिंह से पूछताछ के आधार पर उसके संपर्कों और ड्रग नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि वह एमडीएमए की सप्लाई किन राज्यों में करता था और इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।एएनटीएफ यूनिट आगरा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है।
संजय सरावगी बने बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, दरभंगा सदर से लगातार 5 बार हैं विधायक

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बिहार बीजेपी में बड़ा बदलाव हुआ है। उत्तर प्रदेश के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बिहार संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए संजय सरावगी को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।

मिथिलांचल में पार्टी का चर्चित और पुराना चेहरा

निवर्तमान अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के स्थान पर सरावगी की ताजपोशी को पार्टी की सोची-समझी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। संजय सरावगी का संबंध राज्य के मिथिलांचल क्षेत्र (दरभंगा) से है, जिसे बीजेपी ने आने वाले समय में अपने मुख्य फोकस में रखा है। संजय सरावगी दरभंगा शहर के विधायक हैं और इस क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। ये इलाका पारंपरिक रूप से अन्य दलों का मजबूत गढ़ रहा है, जिसे भेदने के लिए बीजेपी ने एक मजबूत चेहरा आगे किया है। पार्टी का मानना है कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में मिथिलांचल की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत सुनिश्चित की जा सकती है, जिसका असर आगामी चुनावों में जरूर दिखेगा।

2005 में पहली बार दरभंगा सीट से विधायक चुने गए

संजय सरावगी छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में भी रहे, जो कि बीजेपी का विद्यार्थी संगठन है। संजय ने साल 1995 में बीजेपी की सदस्यता ली। 2003 में उन्होंने दरभंगा नगर निगम से वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। संजय साल 2005 में पहली बार दरभंगा सीट से विधायक चुने गए।

लगातार पांचवीं बार बने विधायक

2005 के बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 में भी विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की। 2025 के विधानसभा चुनाव में संजय ने उमेश सहनी को बड़े अंतर से हराया।

दिलीप जायसवाल की जगह पार्टी की कमान

बता दें कि बीजेपी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का फॉर्मूला चलता है। इसके तहत वर्तमान में उद्योग मंत्री बने दिलीप कुमार जायसवाल को प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा है। अब बीजेपी ने दिलीप जायसवाल की जगह संजय सरावगी को बिहार बीजेपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।

सीएम योगी ने ‘जनता दर्शन’ में सुनी फरियादियों की समस्याएं, अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने नियमित ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम के तहत प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से उनके प्रार्थना पत्र स्वयं प्राप्त किए और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर शिकायत का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।

सिपाही ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्या रखी

जनता दर्शन के दौरान एक पीएसी के सिपाही ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्या रखी। मुख्यमंत्री ने उसका प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारी को सौंपते हुए मामले के उचित व शीघ्र निस्तारण का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों से जुड़े कर्मियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए।

धान खरीद में लापरवाही पर सख्त रुख

शाहजहांपुर से आए एक किसान ने धान खरीद केंद्रों पर हो रही लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री से की। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार अन्नदाता किसानों की समृद्धि के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसानों को किसी भी स्तर पर परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वे क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि धान लेकर आने वाले किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

प्रयागराज के मामलों पर भी संज्ञान

जनता दर्शन में प्रयागराज से भी कई फरियादी अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने संबंधित मामलों में प्रयागराज के जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शिकायतों का गहन परीक्षण कर शीघ्र समाधान कराया जाए, ताकि आमजन का सरकार पर विश्वास और मजबूत हो।

“हर जरूरतमंद की सेवा सरकार का लक्ष्य”

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर जरूरतमंद की सेवा ही सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले दिन से ही जनता की सेवा, सुरक्षा और सम्मान के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। बीते साढ़े आठ वर्षों से जनता की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में आए लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी हर समस्या का उचित और प्रभावी निस्तारण कराया जाएगा और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बच्चों से मिले मुख्यमंत्री, दिया आशीर्वाद

जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभिभावकों के साथ आए बच्चों से भी आत्मीय मुलाकात की। उन्होंने बच्चों से उनके नाम पूछे, उन्हें चॉकलेट दी और मन लगाकर पढ़ाई करने की सीख दी। मुख्यमंत्री ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया।
Mirzapur: बिना विवाह के फर्जी खाते में दिलाये गये हितलाभ योजना का लाभ
भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद भी कार्रवाई से कतरा रहे हैं अधिकारी

श्रम विभाग मीरजापुर के भ्रष्टाचार की फाईलों पर कब हटेगी धूल की परतें



मीरजापुर। श्रम विभाग मीरजापुर में व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला ज़ोर पकड़ा जा रहा है। सोमवार को श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में किए गए लाखों के भ्रष्टाचार घोटाले में संलिप्त अधिकारियों कर्मचारियों एवं बिचौलियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना मीरजापुर के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार ने जिलाधिकारी पंकज कुमार गंगवार को पत्रक सौंपा है। जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि श्रम विभाग मीरजापुर कार्यालय से कुछ असंगठित गिरोह, बिचौलिए द्वारा अपने निजी लाभ के लिए दुरभिसंधि कर निर्माण श्रमिको, मजदूरों एवं सीधे-साधे लोगों को लुभावना प्रस्ताव देकर अपने जाल में फसातें हैं। फंसाने के बाद उनके बैंक खाते, आधार कार्ड व व्यक्तिगत दस्तावेज लेकर उनका दुरूपयोग करते हुए जान बूझकर कूटरचित दस्तावेज जैसे, बिना शिशु के जन्मे, सरकारी अस्पताल का जन्म प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर नकल तथा बिना प्रसव के ही सरकारी अस्पताल का प्रसव प्रमाण पत्र सहित आंगनबाड़ी कार्य कत्रियों का फर्जी सत्यापन एवं प्रमाण पत्र तैयार कर कराकर निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित, श्रम विभाग की योजनाएं मसलन, मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना तथा पुत्री विवाह अनुदान योजना में लाभ दिलाया गया है, जो बिना श्रम विभाग के जांचकर्ता, सत्यापन अधिकारी से सांठ-गांठ किए संभव प्रतीत नहीं होता।

उदाहरण के तौर पर बताया गया है कि कार्यालय उप श्रमायुक्त, उप्र, मिर्जापुर क्षेत्र, पिपरी सोनभद्र पंकज सिंह राणा की रिपोर्ट  कार्यालय आदेश पत्र संख्या 992-98 एमआर. पिप भ.नि., (जांच) - 2024 01 मई 2024 संलग्न है, रिपोर्ट के अनुसार 12 आवेदनों की जांच में सभी 12 फर्जी पाये गये जिसमें कूट रचित कागजाज के आधार पर 11 के खाते में फर्जी लाभ लिये दिये गये थे। जांचकर्ता अधिकारी, उप श्रमायुक्त राणा ने भी अपने जांच, आदेश में उक्त लाभार्थियों तथा कूट रचित दस्तावेज तैयार करने वाले अज्ञात के विरूद्ध तत्कालिन भादवि की धारा-120 बी, 192, 197, 420, 464, 467, 468 तथा 471 तथा अन्य सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराये जाने का आदेश तत्कालिन सहायक श्रमायुक्त मीरजापुर सुविज्ञ सिंह को दिया था, जो शायद इसलिए नहीं कराया गया कि विभाग के लोग बुरी तरह फंस सकतें हैं।हालांकि इस प्रकरण में आदेश उपरान्त श्रम विभाग मीरजापुर द्वारा 10 खातेदारों के नाम से रूपए. 05'14,416- की वसूली की कार्यवाही की गयी है।

इस प्रकरण में गोपालपुर के ग्राम प्रधान व जांच अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी का भी जिक्र किया गया है। जांच रिपोर्ट में यह अपने आप में स्पष्ट है कि गोपालपुर, विंध्याचल प्रकरण में लाभ गलत तरीके से लिए गये थे जिसमें जांच अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने अपने पद का दुरूपयोग किया है।

*बिना विवाह के बांट दिया हितलाभ योजना*

उक्त अधिकारी ने अपने स्थलीय जांच में फर्जी आवेदन गीता देवी पत्नी भजन निषाद में जानबुझकर रेनु गुप्ता को भजन निषाद की पुत्री माना और निजी लाभ देखते हुए अपने स्थलीय जांच रिपोर्ट में सत्यापन कर कन्या विवाह सहायता योजना का हितलाम बैंक खाते में भेजने की संस्तुती की, जबकि वास्तव में आवेदक को रेनु नाम की कोई पुत्री है ही नहीं तथा जांच के समय भजन निषाद की सबसे बड़ी पुत्री की आयु लगभग 14 वर्ष थी अर्थात बिना विवाह के फर्जी खाते में हितलाभ दिलाये गये। मज़े कि बात है कि सत्यापन कर्ता, जांच अधिकारी कौशलेन्द्र कुमार सिंह ने ज्यादातर मामले की स्थलीय जांच की है बावजूद इसके लाभ देने की संस्तुति की।

गौरतलब हो कि इस संबंध में श्रम विभाग की सचिव, बोर्ड श्रीमती पूजा यादव उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड, लखनऊ ने 10 सितंबर 2025 को मीरजापुर में कार्यरत विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मिलीभगत कर कूटरचित दस्तावेज के माध्यम से लाभ लिए जाने सम्बन्धी शिकायती प्रकरणों की जांच के सम्बन्ध में व अन्य में अपर, उप श्रमायुक्त वाराणसी क्षेत्र, धर्मेन्द्र कुमार सिंह के 05 जून 2025 के जांच रिपोर्ट का जिक्र करते हुए मामले में 9 सदस्यीय टीम गठित की थी।

उक्त जांच रिपोर्ट के अनुसार 105 आवेदनों की जांच की गयी थी जिसमें, 90 आवेदन फर्जी पाये गये, कि रिपोर्ट श्रम आयुक्त उप्र कार्यालय कानपुर को तथा वहीं से यूपीबीओसी बोर्ड को प्रस्तुत की गयी। इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया है कि 90 आवेदको के खाते में फर्जी तरीके से हितलाभ की धनराशि भेजे गये हैं।

*फर्जी दस्तावेज लगाकर लिया गया लाभ*

विश्वसनीय जानकारी मिली है कि कुछ को छोड़कर अनेक आवेदनों में बिचौलियों की मदद से कूटरचित दस्तावेज, जिसमें सरकारी अस्पताल का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, फर्जी परिवार रजिस्टर नकल, फर्जी प्रसव प्रमाण पत्र सहित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा जारी की जाने वाली सत्यापन एवं प्रमाण पत्र आदि भी फर्जी लगाकर मातृत्व शिशु एवं बालिका मदद योजना का लाभ बैंक खाते में लिया, दिलाया गया है, जो एक संगीन अपराध है। इस प्रकार कूटरचित दस्तावेत के चलते निर्माण श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा संचालित करोड़ो रूपये के बोर्ड के बजट जो श्रमिकों के खुन पसीने के कमाई की है को मिर्जापुर श्रम विभाग द्वारा बंदरबॉट कर दिया गया है जो पात्र निर्माण श्रमिकों के साथ घोर अन्याय है।

  राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना मीरजापुर के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि श्रम विभाग में कूटरचित सरकारी दस्तावेज का दुरूपयोग कर सरकारी योजना में धनलाभ लेने व दिलाने वाले जैसे गंभीर मामले को देखते हुए सर्व प्रथम प्राथमिकी दर्ज कर मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराकर ज्ञात-अज्ञात अधिकारी, कर्मचारी एवं बिचौलिए व दोषी आवेदको के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध व वैद्यानिक कार्यवाही करने का आदेश देने की महति कृपा करें।
देश के प्रति सरदार पटेल की सेवाएं व योगदान बना चिरस्मरणीय अध्याय : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आधुनिक भारत के शिल्पकार और भारत रत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व, कृतित्व और राष्ट्र निर्माण में दिए गए अतुलनीय योगदान को स्मरण किया।
सीएम योगी ने सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरदार पटेल का यशस्वी नेतृत्व देश को और लंबे समय तक मिल सकता था, लेकिन 15 दिसंबर 1950 को उनका नश्वर शरीर जवाब दे गया। यह देश का दुर्भाग्य रहा, लेकिन उनकी स्मृतियां, सेवाएं और योगदान आज भी राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत हैं। भारत उन्हें आधुनिक भारत के शिल्पी के रूप में सदैव स्मरण करता रहेगा।
किसान परिवार से राष्ट्रनिर्माता बनने तक का सफर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के करमसद गांव में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। कठिन परिश्रम के बल पर उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका उद्देश्य केवल आजीविका अर्जित करना या विदेशी हुकूमत की नौकरी करना नहीं था, बल्कि अपनी प्रतिभा और ऊर्जा को भारत माता की सेवा में समर्पित करना था।
कई बार जेल की यातनाएं सहीं
उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और कई बार जेल की यातनाएं सहीं, लेकिन कभी भी आंदोलन से विचलित नहीं हुए। आजादी के समय उन्होंने भारत के विभाजन का पुरजोर विरोध किया और राष्ट्रीय एकता के लिए दृढ़ संकल्प के साथ खड़े रहे।
567 रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की ऐतिहासिक उपलब्धि
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के बाद भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती 567 रियासतों को एक सूत्र में पिरोना थी। अंग्रेजों द्वारा लागू की गई ‘टू नेशन थ्योरी’ के तहत देसी रियासतों को यह विकल्प दिया गया था कि वे भारत, पाकिस्तान या स्वतंत्र अस्तित्व चुन सकती हैं। अधिकांश रियासतें भारत में शामिल हो गईं, लेकिन जूनागढ़ का नवाब और हैदराबाद का निजाम भारत गणराज्य में शामिल होने को तैयार नहीं थे।

हैदराबाद को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाया

सरदार पटेल की अद्भुत सूझबूझ और निर्णायक नेतृत्व के कारण रक्तहीन क्रांति के माध्यम से जूनागढ़ और हैदराबाद को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाया गया। परिणामस्वरूप नवाब और निजाम को देश छोड़कर भागना पड़ा। यह भारत की एकता और अखंडता की दिशा में ऐतिहासिक कदम था।
कश्मीर मुद्दे पर भी रखा दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर आजादी के समय असमंजस की स्थिति बनी रही। उन्होंने कहा कि उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू के हाथों में कश्मीर का विषय था, जिसके कारण यह क्षेत्र लंबे समय तक विवादों में उलझा रहा और देश को उग्रवाद व अलगाववाद का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी है, जिन्होंने लौहपुरुष सरदार पटेल और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार करते हुए धारा 370 समाप्त कर ‘एक देश, एक विधान, एक निशान’ के संकल्प को मजबूत किया और कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया।
प्रशासनिक ढांचे और सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार में योगदान
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार, देश के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने और भारतीय प्रशासनिक सेवा को वर्तमान स्वरूप देने में अहम भूमिका निभाई। राष्ट्रहित में लिए गए उनके निर्णय आज भी शासन-प्रशासन के लिए मार्गदर्शक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लौहपुरुष सरदार पटेल का जीवन हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है और देश सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा।
कई वरिष्ठ नेता रहे उपस्थित
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, अवनीश सिंह, पवन सिंह चौहान, लालजी प्रसाद निर्मल, विधायक ओपी श्रीवास्तव, आशीष सिंह ‘आशु’, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, सरदार पटेल स्मृति समारोह समिति की अध्यक्ष राजेश्वरी देवी पटेल, महासचिव शशांक वर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
स्व.गीता यादव की याद में वर्सोवा में स्मृति खेल महोत्सव का भव्य आयोजन


मुंबई। नगरसेविका के रूप में स्वर्गीय गीता यादव द्वारा वर्सोवा स्थित अपने वार्ड में किए गए विकास कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा। यूथ कांग्रेस,वर्सोवा विधानसभा के पूर्व तालुकाध्यक्ष संतोष वी यादव द्वारा उनकी मां स्वर्गीय गीता यादव की याद में वर्सोवा वेलफेयर शाला मैदान में आयोजित स्मृति खेल महोत्सव, फ्री डॉक्यूमेंट शिविर, मुफ्त चिकित्सा शिविर  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष सांसद वर्षा गायकवाड़ ने उपरोक्त बातें कही। उन्होंने संतोष वी यादव की सराहना करते हुए कहा कि अपनी मां की याद में फ्री डॉक्यूमेंट शिविर, चिकित्सा शिविर तथा खेल महोत्सव का भव्य आयोजन करना सराहनीय और प्रेरणादायक कार्य है।

कार्यक्रम में उपस्थित महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री विधायक असलम शेख ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से आम लोगों को अनेक लाभ होते हैं तथा युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता है। पूर्व विधायक अशोक भाऊ जाधव तथा उत्तर पश्चिम जिला कांग्रेस की अध्यक्ष भावना शर्मा जैन ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए स्वर्गीय गीता यादव के कार्यों को याद किया। यूथ कांग्रेस के पूर्व मुंबई अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि स्वर्गीय गीता यादव द्वारा किए गए जनहित कार्यों को जनता हमेशा याद करती रहेगी।

संतोष वी यादव द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुफ्त चिकित्सा सहायता के साथ फ्री आयुष्मान कार्ड का पंजीकरण, फ्री वरिष्ठ नागरिक कार्ड का पंजीकरण, फ्री नई वोटर आईडी का करेक्शन तथा पंजीकरण, फ्री पैन कार्ड तथा क्रिकेट, वॉलीबॉल फुटबॉल, टेनिस, बॉल, कैरम, बॉक्स क्रिकेट, स्केटिंग जैसे अनेक खेलों का आयोजन किया गया। सभी विजेता और विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया। अंत में संतोष वी यादव ने समस्त लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे जनता के प्रति समर्पित अपनी मां की याद में इस तरह के लोकहित कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को और युवाओं को उसका लाभ मिल सके।
अब सवर्ण समाज संगठित हो गया है जिसका जीता जागता उदाहरण भोपाल आंदोलन है :कविता तिवारी

लखनऊ । राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत की राष्ट्रीय प्रचारक कविता तिवारी ने समाचार पत्र से बातचीत में I AS संतोष वर्मा के विषय में बात करते हुए कहा कि वह दिन लद गए कोई भी ब्राह्मण समाज के खिलाफ़ अभद्र टिप्पणी करके निकल जाता था आज ब्राह्मण समाज जाग चुका है सवर्ण समाज के साथ मिलकर अपनी लड़ाई लड़ने में सक्षम है अब ब्राह्मण संगठित हो चुका है जिसका जीता जागता हुआ उदाहरण भोपाल आंदोलन है
मध्यप्रदेश सरकार संतोष के लिए जिस प्रकार लीपापोती कर रही है उसका जवाब सरकार को देना ही होगा।
ब्राह्मण समाज इस लीपापोती वाले कार्रवाई से सन्तुष्ट होने वाला नहीं है भोपाल आंदोलन के दौरान ब्राह्मण समाज हो या सवर्ण समाज दोनों मध्यप्रदेश सरकार से असंतुष्ट हो गए हैं क्योंकि लोग शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे थे मगर मध्यप्रदेश सरकार ने धूर्तता दिखाते हुए लाठीचार्ज, वाटरकैनन का इस्तेमाल एवं सामाजिक संगठन के लोगों गिरफ्तार भी किया है जो कि सरासर अनुचित है 
मध्यप्रदेश सरकार की जवाब देना ही होगा। सरकार को संतोष वर्मा को जब जेल नहीं भेजा जाएगा तब चुप बैठने वाला नहीं है। अभी तो अपनी बातें शांतिपूर्वक कहीं गई है किंतु अगर सरकार ने सकारात्मक कदम नहीं उठाए तो ब्राह्मण समाज, सवर्ण समाज उग्र प्रदर्शन को मजबूर हो जाएगा।
ब्राह्मण समाज को अब पहले जैसा शांत समझने की भूल कतई न करें।
सरकार को भलीभांति विदित होना चाहिए कि ब्राह्मण समाज वह समाज है जिसने हमेशा समाज का नेतृत्व करते हुए सरकार को भी दिशा प्रदान किया है सरकार किसी कि भी सदैव ब्राह्मण समाज ने दिशा प्रदान की है इसलिए ब्राह्मण की को समझे सरकार और जिस तरह अन्य समाज के हित में कार्य कर रही है वैसे ही ब्राह्मण समाज के भी कार्य करे इसी में भलाई है अन्यथा परिणाम भुगतने के तैयार।
कांग्रेस की रैली में लगा ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ का नारा, बीजेपी ने सोनिया गांधी से की माफी की मांग

#hugeuproarinparliamentoversloganmodiyourgravewillbe_dug

रविवार को दिल्ली में कांग्रेस की रैली में पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए गए। 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'वोट चोर, गद्दी छोड़' रैली आयोजित हुई। इस रैली में कांग्रेस की एक महिला नेता ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी' नारा लगाया। नारेबाजी की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ गया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया।

किसी भी प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी भाषा लोकतंत्र में अस्वीकार्य-नड्डा

पीएम मोदी के कथित अपमान को लेकर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। राज्यसभा में सदन के नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि रैली में मोदी के खिलाफ नारे लगाना पार्टी की सोच और राजनीतिक संस्कृति को दर्शाता है। नड्डा ने कहा कि किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी भाषा लोकतंत्र में अस्वीकार्य है और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।

पार्टी नेतृत्व से माफी की मांग

लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित अपमान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि साल 2014 में एक भाजपा सांसद ने विरोधियों के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया था। इस पर सख्त एतराज जताते हुए प्रधानमंत्री ने भाजपा नेता को माफी मांगने के लिए कहा और भाजपा नेता ने माफी मांगी। रिजिजू ने कांग्रेस पार्टी की रैली में पीएम मोदी के कथित अपमान का जिक्र करते हुए कहा, 'कल कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री मोदी के लिए कब्र खोदे जाने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि पूरा पार्टी नेतृत्व कार्यक्रम में मौजूद था। उसी दौरान पीएम मोदी की कब्र खोदे जाने जैसे नारे लगाए गए। इससे अधिक शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना इस देश के लिए नहीं हो सकती। कांग्रेस पार्टी ने राजनीति का स्तर गिरा दिया है। पार्टी नेतृत्व को इस घटना के लिए माफी मांगनी चाहिए।

बृजभूषण को मिला पासपोर्ट का डेढ़ करोड़ वाला घोड़ा,पंजाब से आए दो युवकों ने दिया बर्थडे गिफ्ट

हम तो पागल हो जाएंगे यार - बृजभूषण

गोंडा।भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपनी बेबाक शैली के साथ साथ अपने खास शौक के लिए भी जाने जाते हैं।राजनीति के अखाड़े के अलावा उन्हें गायों और घोड़ों के पालने का भी गहरा शौक है।जिले के विश्नोहरपुर स्थित उनके आवास के ठीक सामने बना विशाल अस्तबल और गौशाला इस बात का प्रमाण है।अब उनके अस्तबल की शोभा बढ़ाने के लिए पंजाब से एक नया और बेहद खास मेहमान आया है।दरअसल बृजभूषण शरण सिंह के जन्मदिन और नववर्ष के आगमन से ठीक पहले उन्हें एक शानदार तोहफा मिला है।पंजाब से आए शुभचिंतकों तेजवीर बराड़,गुरुप्रीत और दीपक ने उन्हें एक उच्च नस्ल का घोड़ा भेंट किया है।इस घोड़े की खासियत और कीमत जानकर खुद पूर्व सांसद भी हैरान रह गये।बृजभूषण शरण सिंह ने खुद सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर इस नये घोड़े की जानकारी दी है।वीडियो में उन्होंने बताया कि यह घोड़ा महज 2 साल का है,यानी कि अभी बच्चा है परन्तु इसकी उपलब्धियां बड़ी हैं।यह घोड़ा न केवल देश बल्कि विदेशों में होने वाली प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा ले चुका है।सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस घोड़े का बाकायदा पासपोर्ट भी बना हुआ है,जो इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने और प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति देता है।बताया गया कि यह घोड़ा ऐक प्रतियोगिता में 17 लाख रूपये की इनामी राशि भी जीत चुका है।जब पूर्व सांसद ने उपहार देने वालोंं से इसकी बाजारी कीमत पूछा तो जवाब मिला कि डेढ़ करोड़ रूपए।यह सुनकर बृजभूषण शरण सिंह अपनी हंसी नहीं रोक पाये और मजाकिया लहजे में बोले कि यार,हम तो पागल हो जाएंगे।उनकी यह प्रतिक्रिया और खुशी वीडियो में साफ देखी जा सकती है।बृजभूषण शरण सिंह पुराने समय से ही अच्छी नस्ल के घोड़े पालने के शौकीन रहे हैं।उनके अस्तबल में पहले से ही कई बेहतरीन घोड़े मौजूद हैं और अब इस हाईप्रोफाइल घोड़े के शामिल होने से उनके संग्रह में एक और नायाब नगीना जुड़ गया है।उन्होंने विधिवत रूप से इस घोड़े को अपने अस्तबल के कर्मचारियों को सौंप दिया है और इसकी विशेष देखभाल,खानपान और सेवा करने के निर्देश दिये हैं।पंजाब से आए इस तोहफे की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है।

9 दिवसीय रामकथा प्रारम्भ,पहुंचे खाद्य मंत्री सतीश शर्मा

3 घंटे खड़े होकर कथा सुनाते रहे स्वामी प्रणव पुरी

गोंडा।जिला मुख्यालय स्थित शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज के मैदान में श्री महाकाल भक्त परिवार गोंडा द्वारा 9 दिवसीय संगीतमयी श्री राम कथा का आयोजन किया गया है।कथा के पहले दिन देर रात प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद मंत्री सतीश शर्मा व करनैलगंज से भाजपा विधायक अजय सिंह ने प्रथम दिवस व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर कथा का शुभारंभ किया।यह कथा 22 दिसंबर तक चलेगी,जिसके समापन पर 22 दिसंबर को रात 8 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।इस श्री रामकथा का वाचन महामृत्युंजय पीठाधीश्वर उज्जैन, मध्यप्रदेश के स्वामी प्रणव पुरी जी महाराज कर रहे हैं।वे तीन घंटे तक खड़े होकर हनुमंत शैली में कथा सुना रहे हैं।कथा के दौरान स्वामी प्रणव पुरी जी समाज को जागरूक करने का भी कार्य कर रहे हैं।कथा के पहले दिन हजारों की संख्या में आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए स्वामी प्रणव पुरी जी ने कहा कि पहले महिलाएं घर में अपने बच्चों के नाम या जी कहकर बुलाती थीं परन्तु आज के समय में पत्नियां पतियों को नाम लेकर बुला रही हैं,जिससे उनके सम्मान में कमी आई है।उन्होंने सनातन धर्म के व्यापक प्रचार प्रसार पर जोर देते हुए सभी सनातनियों से एकजुट होने का आह्वान किया।स्वामी जी ने गोंडा को ऐतिहासिक धरती बताते हुए कहा कि इसे राजा दशरथ की गायों का गो अड्डा भी कहा जाता था, जहाँ उनकी गायें चरने के लिए आती थीं और तब इसका नाम गोनर्द था।उन्होंने पुरुषों को भी संदेश दिया कि उन्हें भी ऐसी कथाओं में जाना चाहिए,क्योंकि वहां से समाज के बारे में कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।दरअसल इस कथा के अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी जन्मेजय सिंह व संरक्षक पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता निर्विकार सिंह भदौरिया हैं।इसके साथ ही साथ राजेन्द्र कुमार

श्रीवास्तव,संयोजक अन्वेषण श्रीवास्तव,संगठन मंत्री पदुम नाथ तिवारी,उपाध्यक्ष आनन्द कुमार व पूजा,व्यवस्थापक अजय कुमार श्रीवास्तव हैं।कार्यक्रम का संचालन अरविन्द पाण्डेय व आशुतोष जी महाराज द्वारा किया जा रहा है।

फैमिली मैन’ की आड़ में एमडीएमए तस्करी! फिल्मी सपनों से नशे के नेटवर्क तक, मुंबई से दबोचा गया तस्कर

लखनऊ। नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) यूनिट आगरा ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एमडीएमए तस्करी में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात यह है कि आरोपी फिल्मों और वेब सीरीज में सहायक सलाहकार के रूप में काम करने की आड़ में नशे का कारोबार चला रहा था।

करीब एक वर्ष से फरार चल रहा था

एएनटीएफ अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी की पहचान मानसिंह पुत्र बाबूलाल, निवासी राजौरी गार्डन, दिल्ली के रूप में हुई है। मानसिंह एमडीएमए (एक्स्टेसी) जैसे खतरनाक सिंथेटिक ड्रग की तस्करी के मामले में वांछित था और करीब एक वर्ष से फरार चल रहा था।

मुंबई में छिपकर बना रहा था फिल्मी पहचान

एएनटीएफ यूनिट आगरा को सूचना मिली थी कि फरार तस्कर मानसिंह मुंबई के मालवानी क्षेत्र स्थित मरीना इनक्लेव बिल्डिंग में रह रहा है। वह वहां लोकप्रिय वेब सीरीज ‘फैमिली मैन’ सहित अन्य फिल्मों और वेब सीरीज में सहायक सलाहकार के रूप में काम कर रहा था, ताकि अपनी असली पहचान छिपा सके।सूचना के आधार पर एएनटीएफ यूनिट आगरा के उपनिरीक्षक विनोद कुमार के नेतृत्व में एक टीम मुंबई रवाना हुई और स्थानीय स्तर पर गोपनीय निगरानी के बाद आरोपी को दबोच लिया गया।

फिल्मी सपनों से अपराध की दुनिया तक का सफर

पूछताछ में आरोपी मानसिंह ने बताया कि वह वर्ष 2008 में दिल्ली से मुंबई आया था और फिल्मी दुनिया में करियर बनाने का सपना देख रहा था। शुरुआती दौर में उसने कुछ प्रोजेक्ट्स में काम भी किया, लेकिन इसी दौरान उसकी मुलाकात ऐसे लोगों से हुई जिन्होंने उसे नशे की दुनिया में धकेल दिया। धीरे-धीरे वह फिल्मी दुनिया को छोड़कर एमडीएमए की तस्करी में शामिल हो गया और एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया।

गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी

एएनटीएफ अधिकारियों के मुताबिक मानसिंह से पूछताछ के आधार पर उसके संपर्कों और ड्रग नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि वह एमडीएमए की सप्लाई किन राज्यों में करता था और इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।एएनटीएफ यूनिट आगरा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है।