प्रशांत किशोर का गया में बड़ा बयान: "60% जनता बदलाव चाहती है, अब बिहार के पास नया विकल्प"

गया: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार सुबह गया में मीडिया से बात करते हुए बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और सत्ताधारी गठबंधन पर तीखा प्रहार किया।

उन्होंने दावा किया कि बिहार की 60 प्रतिशत से ज्यादा जनता अब बदलाव चाहती है, और जन सुराज आंदोलन के आने से अब जनता के सामने एक नया और सशक्त विकल्प मौजूद है।

डिप्टी सीएम सिन्हा पर तीखा हमला

प्रशांत किशोर ने उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के हालिया बयान को उद्धृत करते हुए उन पर हमला किया।

"डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अपनी ही सरकार के 'चाल, चरित्र और चेहरे' पर मुहर लगा दी है। अगर डिप्टी सीएम खुद कह रहे हैं कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है, तो यह साबित करता है कि राज्य में कानून का राज नहीं, बल्कि जिसकी लाठी उसकी भैंस का राज चल रहा है।"

उन्होंने सवाल उठाया कि जब सत्ता में बैठे लोग ही असुरक्षा की बात करें, तो आम जनता किस पर भरोसा करे।

सम्राट चौधरी और एनडीए पर तंज

किशोर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर भी तंज कसते हुए उन्हें पहले अपनी जीत सुनिश्चित करने की सलाह दी। उन्होंने पूछा, "अपनी चिंता कीजिए, अगर आपको भरोसा है कि जनता आपके साथ है तो फिर इतने बड़े-बड़े मुख्यमंत्रियों को बिहार बुलाने की क्या जरूरत है?"

बदलाव की राजनीति पर जोर

प्रशांत किशोर ने जोर देकर कहा कि बिहार में पिछले तीन दशकों से जनता वही चेहरे, वही वादे और वही नतीजे देख रही है।

"जनता अब जाग चुकी है। इस बार लोग जाति या पार्टी देखकर नहीं, बल्कि विकास और सुशासन के लिए वोट देंगे।"

जन सुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर लगातार बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। उनका यह बयान मौजूदा सरकार पर सीधा हमला माना जा रहा है और यह संकेत देता है कि वे बिहार की राजनीति में एक नए समीकरण की शुरुआत करना चाहते हैं।


मण्डल स्तरीय माटीकला पुरस्कार से सम्मानित हुए मूुर्तिकार व शिल्पकार।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उ0प्र0 माटीकला बोर्ड-प्रयागराज के तत्वाधान में मण्डल स्तरीय माटीकला पुरस्कार योजना के तहत मण्डल स्तरीय माटीकला पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय आर्शीवाद गेस्ट हाउस जगराम चौराहा कटरा-प्रयागराज में दिनांक- 06.11.2025 को किया गया। पुरस्कार कार्यक्रम में प्रयागराज मण्डल के जनपदो प्रयागराज प्रतापगढ़ फतेहपुर व कौशाम्बी से प्रजापति समाज से जुड़े अनेकों मूर्तिकारो/शिल्पकारो द्वारा अपनी-अपनी स्वरचित कला कृतियों के साथ प्रतिभाग किया गया।जिनमें उत्कृष्टता के आधार पर प्रथम द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के रूप में निर्णायक मण्डल रवीन्द्र नाथ कुशवाहा सदस्य राज ललित कला अकादमी तलत महमूद कला अध्यापक सौमिक नन्दी असिसटेन्ट प्रोफसर इलाहाबाद विश्वविधालय साधना गोस्वामी कला अध्यापिका बेथनी कान्वेंन्ट स्कूल नैनी प्रयागराज द्वारा चयन किया गया।जिसमें प्रथम पुरस्कार जंगबहादुर प्रजापति प्रयागराज द्वितीय पुरस्कार स्वेता प्रजापति प्रयागराज तृतीय पुरस्कार धर्मेद्र कुमार प्रजापति प्रतापगढ़ को प्रदान किया गया।जिसमें क्रमशःप्रथम द्वितीय व तृतीय को पुरस्कार स्वरूप क्रमशः 15000/-12000/-10000/- की धनराशि चेक के माध्यम से तथा प्रमाण-पत्र/स्मृति-चिन्ह्/अंग-वस्त्र प्रदान किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरू प्रसाद मौर्य विधायक फाफामऊ द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।मौर्य द्वारा उ0प्र0 सरकार द्वारा प्रजापति समाज के लोगो के जीवन स्तर के उत्थान हेतु उ0 प्र0 माटीकला बोर्ड के गठन पर सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि माटीकला की योजनाओ का लाभ प्रजापति समाज के लोगों द्वारा अधिक से अधिक लिया जाये।जिससे उनके द्वारा माटीकला व्यवसाय के अन्तर्गत अन्य तरह-तरह के उत्पाद जैसे माटी का कुकर कढ़ाही तवा तथा अन्य सजावटी सामान आदि बनाकर बाजार में अच्छे दाम पर बिक्री कर अपने जीवन स्तर को ऊचा उठा सके।इस अवसर पर जिला/परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी प्रयागराज द्वारा माटीकला बोर्ड की योजनाओ पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित सभी माटीकला समाज के लोगो से योजनाओ का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया।इस अवसर पर सुनील कुमार ओम प्रकाश मौर्य नन्द लाल पटेल महेन्द्र कुशवाहा विश्राम अमित कुमार राम लाल दिनेश दूबे आशीष यादव अनुज उपाध्याय राजेश पाण्डे़य आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन राकेश मोहन गुप्ता ज्येष्ठ लेखा परीक्षक परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग कार्यालय प्रयागराज द्वारा किया गया।इस मौके पर जवाहर लाल परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी मण्डल प्रयागराज मौजूद रहे।

अनियंत्रित टैक्टर ट्राली के चपेट में आने से फल विक्रेता एक की मौत.एक गम्भीर घायल।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत करछना थाना क्षेत्र के भडेवरा बाजार सब्जी मंडी में गुरुवार शाम साढ़े सात बजे के आस पास सड़क हादसा हुआ।ओवर लोड टैक्टर ट्राली ने डम्फर से बचने के प्रयास में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बिजली पोल से जा टकराई।हादसे में एक की मौत.एक गम्भीर रूप से घायल हो गया।घटना की सूचना पुलिस को दी गई।पुलिस ने ग्रामीणो की मदद से दोनो घायलो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करछना लेकर गये जहां पर डॉक्टरो ने एक को मृत्यु घोषित कर दिया और एक की गम्भीर हालत देखकर प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।प्राप्त जानकारी अनुसार गुरुवार को भडेवरा में बाजार लगता है दुकानदारो ने सड़क के किनारे अपनी दुकान को सजाए हुए थे।खरीदारो की काफी भीड़ जुटी थी।टैक्टर ट्राली के पलटने से उसी के चपेट में आने से मडवा गांव निवासी बृजेश सोनकर उर्फ सरदार उम्र लगभग 27 वर्ष पुत्र राकेश सोनकर की मौत हो गई।वह छः भाइयो में सबसे बड़ा भाई था‌।काफी समय से भडेवरा बाजार में फल की दुकान लगाकर परिवार का भरण पोषण करता था।पत्नी करिश्मा सोनकर समेत परिजनो ने हादसे के बाद बेहाल हो गए।करिश्मा का डेढ़ वर्ष का बेटा है।सुचना पाकर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक करछना अनूप सरोज ने अग्रिम कार्रवाई में जुट गए।परिजनो का रो रो कर बुरा हाल है।वही स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए जनपद प्रयागराज भेज दिया।

समाजवादी मजदूर सभा के पदाधिकारियो ने एसडीएम कोरांव संदीप तिवारी को सौपा ज्ञापन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनापार के कोरांव तहसील क्षेत्र में असमय हुई भारी बारिश व मोथा तूफान की वजह से किसानो की खेतो में कटी फसले वह खड़ी धान की फसले बर्बाद हो गई है।लेकिन अभी तक तहसील प्रशासन की ओर से सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा हेतु कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके विरोध में समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय सचिव सफात अली शाह व प्रदेश सचिव राधेश्याम यादव के नेतृत्व में मजदूर सभा के पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को तहसील मुख्यालय कोरांव पर पहुंचकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार व जिलाधिकारी प्रयागराज को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी कोरांव संदीप तिवारी को सौपा गया ज्ञापन के माध्यम से समाजवादी मजदूर सभा के पदाधिकारियो ने मांग किया है कि असमय बरसात से बर्बाद हुई धान की फसलों का आकलन कराते हुए किसानो को मुआवजा से आच्छादित कराया जाए।साथ ही यह भी मांग की गई है कि साधन सहकारी समितियो पर अध्यक्ष की व्यापक पैमाने पर मनमानी की जा रही है।जिस पर अंकुश लगाए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि अगर एक हफ्ते के अन्दर मांगो पर कार्रवाई नहीं की गई तो समाजवादी पार्टी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।प्रमुख रूप से समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/पूर्व जिला पंचायत सदस्य ललन सिंह पटेल विनय सोनकर राजेश पाण्डेय शिवदानी पाल ओमप्रकाश कुशवाहा यादवेन्द्र अहिर समेत कई अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।

मुख्य विकास अधिकारी ने जीरो पावर्टी अभियान के प्रगति की समीक्षा की

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह की अध्यक्षता में गुरूवार को संगम सभागार में जीरो पावर्टी(शून्य गरीबी) अभियान के प्रगति के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने जीरो पावर्टी अभियान के तहत जनपद में चिन्हित 30,679 निर्धनतम परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं के लाभ से आच्छादित किए जाने के निर्देश सभी सम्बंधित अधिकारियों को दिए है।उन्होने विभागवार विस्तृत समीक्षा करते हुए असंतृप्त परिवारों को जल्द से जल्द संतृप्त किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।

मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजना से अभी तक वंचित रहे12,532 परिवारों को आवास योजना से लाभान्वित किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।उन्होंने आवास योजना के तहत लम्बित 26 आवेदनों का सत्यापन टीम लगाकर यथाशीघ्र कराये जाने के निर्देश दिए है।उन्होंने चिन्हित निर्धनतम परिवारों के राशन कार्ड बनाये जाने के कार्य की समीक्षा करते हुए योजना से वंचित 321 परिवारो का राशन कार्ड बनाये जाने की जानकारी लिए जाने पर बताया गया कि 321 परिवारो में से 260 पात्र व्यक्तियो का राशन कार्ड बना दिया गया है परन्तु पोर्टल पर अपडेट नहीं हुआ है और मात्र 61का ही अवशेष है जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए शेष परिवारो के राशन कार्ड बनाये जाने के निर्देश दिए है।

मुख्य विकास अधिकारी ने उप निदेशक कृषि को प्रधानमंत्री सम्मान निधि के लाभ से वंचित पात्र परिवारों को लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होने चिन्हित निर्धनतम परिवारों को दिव्यांगजन पेंशन विधवा पेंशन एवं वृद्धावस्था पेंशन योजना से आच्छादित कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने पीएम/सीएम जन आरोग्य योजना की समीक्षा करते हुए सत्यापन हेतु लम्बित आवेदनों को एक सप्ताह में निस्तारित कराये जाने के निर्देश दिए है।उन्होने श्रम विभाग के अधिकारियो को कैम्प लगाकर ऐसे परिवारों के श्रम कार्ड बनाये जाने हेतु निर्देशित किया है।मुख्य विकास अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से ऐसे परिवारो के बच्चे जो स्कूल नहीं जाते है उनको चिन्हित कर शिक्षण हेतु स्कूल भेजे जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने उज्ज्वला योजना के तहत शत-प्रतिशत परिवारो का गैस कनेक्शन कराये जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।उन्होंने उज्ज्वला योजना हर घर नल से जल योजना बेसिक शिक्षा विभाग (आउट ऑफ स्कूल चिल्डेन्स 6 टू 14 ईयर्स) शौचालय सहायता योजना एसएचजी पंजीकरण और कौशल विकास मिशन के अवशेष सभी सत्यापन कार्यो को 15 दिन में पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार का‘‘जीरो पावर्टी अभियान’’ समावेशी विकास को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता एवं एक गरीबी उन्मूलन पहल है जिसे उत्तर प्रदेश को गरीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के साथ 02 अक्टूबर 2024 को प्रारम्भ किया गया था।इस अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत के सबसे गरीब परिवारो की पहचान एवं उनपर ध्यान केन्द्रित करते हुए उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओ में प्राथमिकता देते हुए आवास शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार एवं अन्य योजनाओ के माध्यम से इनकी स्थिति में सुधार करना और आत्मनिर्भर बनाना है।इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी जी0पी0 कुशवाहा जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संतोष कुमार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डीसी मनरेगा जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित अन्य सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बृहदारण्यक उपनिषद् कथा में आत्मज्ञान की महिमा का किया वर्णन

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।चिन्मय मिशन प्रयागराज के तत्वावधान में गुरुवार, 6 नवम्बर को बृहदारण्यक उपनिषद् की कथा का आयोजन किया गया।पूज्य स्वामी अभेदानंद(आचार्य चिन्मय मिशन दक्षिण अफ्रीका) ने चिन्मय मिशन प्रयाग स्थित सत्संग सभागार में श्रद्धालुओ विद्यार्थियों और साधको को जीवनोपयोगी वेदान्त संदेशों से प्रेरित किया। बड़ी संख्या में उपस्थित लोगो ने उपनिषदों के गूढ़ रहस्यों को आत्मसात किया।

स्वामी अभेदानंद ने कहा कि शास्त्रों का उद्देश्य जीवन को प्रवृत्ति से निवृत्ति की ओर ले जाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जैसे विद्यार्थी अध्ययन इसलिए करते हैं ताकि एक दिन ऐसा ज्ञान प्राप्त हो कि फिर पढ़ने की आवश्यकता न रहे, वैसे ही जीवन की प्रवृत्तियाँ अंततः निवृत्ति की ओर अग्रसर होने के लिए ही हैं।जो व्यक्ति अपने कर्तव्यो को पूर्ण निष्ठा से पूरा करता है,वही मानसिक शांति प्राप्त करता है।

कर्तव्य की सिद्धि ही मन को निश्चिंत कर आत्मचिंतन की दिशा में अग्रसर करती है।उन्होंने कहा कि शास्त्र हमे केवल कर्म के लिए प्रेरित नहीं करते बल्कि कर्म के माध्यम से सभी कर्तव्यों से मुक्ति का मार्ग दिखाते हैं।जप पूजा ध्यान ये सब भी अंततः हमें निर्गुण निराकार ब्रह्म में प्रतिष्ठित करने की साधन मात्र हैं।यही आत्मा है यही ब्रह्म है और यही उपनिषदों का परम उद्देश्य है।स्वामी ने याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी संवाद का उदाहरण देते हुए कहा कि जो आत्मा को जान लेता है,वही अमरत्व को प्राप्त कर लेता है।उन्होंने कहा कि“आत्मनः तु कामाय सर्वं प्रियम् भवति अर्थात् सभी प्रेम का मूल कारण आत्मा ही है।

जब तक हम बाह्य विषयो में सुख खोजते रहेंगे तब तक असली आनंद से दूर रहेंगे।सच्चा प्रेम वही है जो आत्मा से उत्पन्न होता है,क्योंकि आत्मा ही आनंदस्वरूप है।उन्होंने आगे कहा कि जीवन में बाधक तत्व वासना अहंकार और स्वभावगत दोष ही आत्मानुभूति के मार्ग में अवरोधक हैं।अतःमनुष्य को अपने कर्तव्यो के प्रति सजग रहकर उचित प्रवृत्ति अपनानी चाहिए ताकि निवृत्ति का मार्ग प्रशस्त हो सके।उपनिषद् ज्ञान प्रवृत्ति से उपराम होकर आत्मा में निष्ठ साधक के लिए ही सार्थक है।

कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालुओ ने स्वामी के आशीर्वचन ग्रहण कर जीवन में वेदान्तिक आदर्शो को अपनाने का संकल्प लिया।पूरा सभागार"चिन्मय जय जय"के उद्घोष से गूंज उठा।

हेमंत सरकार 'अबुआ सरकार नहीं, ठगुवा सरकार है': बाबूलाल मरांडी का तीखा प्रहार; स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त, घुसपैठ और भ्रष्टाचार चरम पर होने का

बाबूलाल मरांडी ने घाटशिला में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि हेमंत सरकार ने छह वर्षों में झारखंड को एक कदम आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि 25 वर्ष पीछे धकेल दिया है।

श्री मरांडी ने हेमंत सरकार को "ठगुवा सरकार" करार दिया और कहा कि यह केवल नाम की "अबुआ सरकार" है, जिसने आदिवासियों, युवाओं और झारखंड को ठगा है।

स्वास्थ्य, सुरक्षा और आदिवासी विरोधी होने का आरोप

श्री मरांडी ने चाईबासा सदर अस्पताल की घटना को लेकर सरकार की संवेदनहीनता पर सवाल उठाए, जहाँ थैलीसीमिया पीड़ित पाँच आदिवासी बच्चों को कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया गया था।

स्वास्थ्य व्यवस्था: उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में "इलाज के नाम पर मौत परोसी जा रही है", और सरकार ने केवल कुछ लोगों को निलंबित कर मामले को दबाने की कोशिश की है।

हत्या और भूमि लूट: मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार की शुरुआत ही आदिवासियों की हत्या से हुई (2020 में सात आदिवासियों की हत्या), और सरकार के संरक्षण में माफिया और घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन लूट रहे हैं।

महिला असुरक्षा: उन्होंने कहा कि महिला असुरक्षा चरम पर है, जबकि पेसा कानून लागू न करके सरकार आदिवासियों के अधिकारों का गला घोंट रही है।

लूट, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था

श्री मरांडी ने राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि:

झारखंड में ब्लॉक और थाना स्तर पर केवल वसूली हो रही है।

जनता के हितों की जगह सरकार लूट और भ्रष्टाचार में व्यस्त है, और विकास के सारे कार्य ठप हैं।

अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी हैं।

घुसपैठ पर गंभीर आरोप: "डेमोग्राफी बदलने की साजिश"

बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए राज्य की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदलने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि सरकार फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर ग्रामीण इलाकों में वोट बैंक तैयार कर रही है।

उन्होंने साक्ष्य के तौर पर घाटशिला जैसे आरक्षित क्षेत्र का उदाहरण दिया, जहाँ मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर पाँच वर्षों में 29.4 प्रतिशत रही है, जबकि सामान्य वर्ग की केवल 3 प्रतिशत।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार घुसपैठियों को राशन कार्ड, आधार कार्ड और योजनाओं का लाभ दिला रही है, जो "झारखंड की अस्मिता और सम्मान पर हमला है।"

श्री मरांडी ने जनता से अपील की कि वे वोट से चोट देकर इस सरकार को सबक सिखाएं और भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को विजयी बनाकर झारखंड को भ्रष्टाचार और माफियाओं से मुक्त कराएं।

सदर अस्पताल के शौचालय में मिला नवजात शिशु का शव, सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस

अस्पताल परिसर में मचा हड़कंप, सफाईकर्मी की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम

औरंगाबाद। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में गुरुवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। अस्पताल के महिला वार्ड से सटे शौचालय में एक नवजात शिशु का शव बरामद हुआ। इस अमानवीय कृत्य की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। 

जानकारी के अनुसार, सुबह नियमित सफाई के दौरान महिला सफाईकर्मी शौचालय की सफाई करने पहुंची। उसने देखा कि लैट्रिन सीट में पानी भरा हुआ है और नल खुला हुआ है। जब उसने पानी निकालने का प्रयास किया तो सीट के अंदर कुछ अटका नजर आया। ध्यान से देखने पर नवजात शिशु का सिर दिखाई दिया। यह दृश्य देखकर सफाईकर्मी चीख पड़ी। उसकी आवाज सुनते ही अस्पताल कर्मचारी, मरीजों के परिजन और अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना तत्काल अस्पताल प्रशासन को दी गई।

इसके बाद नगर थाना पुलिस और प्रभारी डीएसपी आशुतोष कुमार सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने शौचालय का निरीक्षण किया और मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालने का निर्देश दिया। अधिकारियों का कहना है कि फुटेज से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि नवजात को कब और किसने शौचालय में फेंका। फिलहाल पुलिस ने नवजात के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अस्पताल प्रशासन ने घटना पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया है।

सिविल सर्जन लालसा सिन्हा ने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अस्पताल परिसर के सभी प्रवेश द्वारों और वार्डों में सुरक्षा बढ़ाने और निगरानी के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की जा रही है। इस घटना ने न केवल अस्पताल प्रशासन को, बल्कि पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।

स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि आखिर अस्पताल परिसर जैसे सुरक्षित स्थान पर इस तरह की घटना कैसे हो सकती है। लोग जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, पुलिस टीम लगातार सीसीटीवी फुटेज की जांच में जुटी हुई है ताकि जल्द से जल्द इस अमानवीय कृत्य के पीछे छिपे चेहरों को बेनकाब किया जा सके।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

आबकारी राजस्व लक्ष्य को प्राप्त न करने पर अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: नितिन अग्रवाल
*प्रदेश में 63 हजार करोड़ आबकारी राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश*

लखनऊ। प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में आबकारी विभाग को 63 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य प्राप्त करना है, जिसे हर हाल में हासिल किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्धारित मासिक राजस्व लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जाए। जिन जनपदों का प्रदर्शन अक्टूबर माह में कमजोर रहा है या लगातार अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने बताया कि अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक विभाग ने 32,500 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 30,657.54 करोड़ रुपये की प्राप्ति की है, जो 94.33 प्रतिशत है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में प्राप्त 26,330.87 करोड़ रुपये की तुलना में 4,326.67 करोड़ रुपये अधिक है। इस प्रकार विभाग ने गतवर्ष की तुलना में 116.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। आबकारी मंत्री ने अधिकारियों को आगामी महीनों में राजस्व वृद्धि के हर संभव प्रयास करने तथा वर्षांत तक 63 हजार करोड़ रुपये के लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रदेश के सीमावर्ती और असेवित क्षेत्रों में नई शराब दुकानों की संभावनाओं का सर्वे कर 15 दिन में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया। मंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक किसी भी जनहानि जैसी अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहकर प्रवर्तन कार्य संचालित करने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। साथ ही अन्य राज्यों की शराब की अवैध बिक्री पर पूर्ण रोक लगाने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने को कहा गया। कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण नियंत्रण हेतु ठोस कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विभागीय अधिकारियों, निरीक्षकों एवं फील्ड स्टाफ के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, ताकि उन्हें कानूनों, नीतियों और नवाचारों की जानकारी अद्यतन रूप में मिलती रहे। शराब माफिया एवं अवैध गिरोहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाकर उनके समूल उन्मूलन का भी संकल्प दोहराया गया।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती वीना कुमारी, आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह, विशेष सचिव अभिषेक आनंद, अपर आयुक्त (प्रशासन) नवनीत सेहारा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जनपदीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
सारनाथ: मूलगंध कुटी विहार की वर्षगांठ पर निकली भगवान बुद्ध की शोभायात्रा, हजारों अनुयाई हुए शामिल

*सारनाथ के प्रति बढ़ती वैश्विक रुचि दर्शाती है उत्तर प्रदेश आज भी बौद्ध पर्यटन का प्रमुख केंद्र : जयवीर सिंह*
लखनऊ। सारनाथ स्थित मूलगंध कुटी विहार की 94वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को दर्शनार्थ रखा गया। देश-विदेश से पहुंचे हजारों बौद्ध श्रद्धालुओं ने तथागत के पवित्र अस्थि अवशेषों के दर्शन किए। कल 5 नवंबर, 2025 कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों सहित थाईलैंड, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और लाओस से आए बौद्ध श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि सारनाथ में हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष दर्शन के लिए रखे जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु एवं तीर्थयात्री सम्मिलित होते हैं। इस वर्ष तीन दिवसीय (03 से 05 नवंबर) आयोजन में पिछले वर्ष से करीब दोगुना श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले देशों के अलावा कोलकाता, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, लद्दाख और हिमालयी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सारनाथ पहुंचे। यह आयोजन महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया, सारनाथ केंद्र और वियतनामी बौद्ध संघ के सहयोग से आयोजित किया गया।

  पर्यटन मंत्री ने बताया कि सारनाथ में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। विशेष शोभा यात्रा और पूजा-अर्चना के बीच देश-विदेश से आए 22,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध के पावन अस्थि अवशेषों के दिव्य दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की। विदेशी श्रद्धालुओं में श्रीलंका और वियतनाम से सबसे अधिक आगंतुकों ने सहभाग किया। उन्होंने बताया, कि सारनाथ वही पुण्य भूमि है जहां भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश धर्मचक्र प्रवर्तन दिया था।

जयवीर सिंह ने बताया कि भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेष के भारत वापसी ने बौद्ध श्रद्धालुओं में नई आस्था और उत्साह का संचार किया है। सारनाथ में महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रधान भिक्षु भंते सुमिथानंद थेरो ने इसे अत्यंत हर्ष और आध्यात्मिक गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों से 127 साल बाद यह संभव हुआ। इस ऐतिहासिक वापसी के स्वागत में इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु सारनाथ पहुंचे और पवित्र अवशेषों के दर्शन कर स्वयं को धन्य पाया।
प्रशांत किशोर का गया में बड़ा बयान: "60% जनता बदलाव चाहती है, अब बिहार के पास नया विकल्प"

गया: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार सुबह गया में मीडिया से बात करते हुए बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और सत्ताधारी गठबंधन पर तीखा प्रहार किया।

उन्होंने दावा किया कि बिहार की 60 प्रतिशत से ज्यादा जनता अब बदलाव चाहती है, और जन सुराज आंदोलन के आने से अब जनता के सामने एक नया और सशक्त विकल्प मौजूद है।

डिप्टी सीएम सिन्हा पर तीखा हमला

प्रशांत किशोर ने उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के हालिया बयान को उद्धृत करते हुए उन पर हमला किया।

"डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अपनी ही सरकार के 'चाल, चरित्र और चेहरे' पर मुहर लगा दी है। अगर डिप्टी सीएम खुद कह रहे हैं कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है, तो यह साबित करता है कि राज्य में कानून का राज नहीं, बल्कि जिसकी लाठी उसकी भैंस का राज चल रहा है।"

उन्होंने सवाल उठाया कि जब सत्ता में बैठे लोग ही असुरक्षा की बात करें, तो आम जनता किस पर भरोसा करे।

सम्राट चौधरी और एनडीए पर तंज

किशोर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर भी तंज कसते हुए उन्हें पहले अपनी जीत सुनिश्चित करने की सलाह दी। उन्होंने पूछा, "अपनी चिंता कीजिए, अगर आपको भरोसा है कि जनता आपके साथ है तो फिर इतने बड़े-बड़े मुख्यमंत्रियों को बिहार बुलाने की क्या जरूरत है?"

बदलाव की राजनीति पर जोर

प्रशांत किशोर ने जोर देकर कहा कि बिहार में पिछले तीन दशकों से जनता वही चेहरे, वही वादे और वही नतीजे देख रही है।

"जनता अब जाग चुकी है। इस बार लोग जाति या पार्टी देखकर नहीं, बल्कि विकास और सुशासन के लिए वोट देंगे।"

जन सुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर लगातार बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। उनका यह बयान मौजूदा सरकार पर सीधा हमला माना जा रहा है और यह संकेत देता है कि वे बिहार की राजनीति में एक नए समीकरण की शुरुआत करना चाहते हैं।


मण्डल स्तरीय माटीकला पुरस्कार से सम्मानित हुए मूुर्तिकार व शिल्पकार।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उ0प्र0 माटीकला बोर्ड-प्रयागराज के तत्वाधान में मण्डल स्तरीय माटीकला पुरस्कार योजना के तहत मण्डल स्तरीय माटीकला पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय आर्शीवाद गेस्ट हाउस जगराम चौराहा कटरा-प्रयागराज में दिनांक- 06.11.2025 को किया गया। पुरस्कार कार्यक्रम में प्रयागराज मण्डल के जनपदो प्रयागराज प्रतापगढ़ फतेहपुर व कौशाम्बी से प्रजापति समाज से जुड़े अनेकों मूर्तिकारो/शिल्पकारो द्वारा अपनी-अपनी स्वरचित कला कृतियों के साथ प्रतिभाग किया गया।जिनमें उत्कृष्टता के आधार पर प्रथम द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के रूप में निर्णायक मण्डल रवीन्द्र नाथ कुशवाहा सदस्य राज ललित कला अकादमी तलत महमूद कला अध्यापक सौमिक नन्दी असिसटेन्ट प्रोफसर इलाहाबाद विश्वविधालय साधना गोस्वामी कला अध्यापिका बेथनी कान्वेंन्ट स्कूल नैनी प्रयागराज द्वारा चयन किया गया।जिसमें प्रथम पुरस्कार जंगबहादुर प्रजापति प्रयागराज द्वितीय पुरस्कार स्वेता प्रजापति प्रयागराज तृतीय पुरस्कार धर्मेद्र कुमार प्रजापति प्रतापगढ़ को प्रदान किया गया।जिसमें क्रमशःप्रथम द्वितीय व तृतीय को पुरस्कार स्वरूप क्रमशः 15000/-12000/-10000/- की धनराशि चेक के माध्यम से तथा प्रमाण-पत्र/स्मृति-चिन्ह्/अंग-वस्त्र प्रदान किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरू प्रसाद मौर्य विधायक फाफामऊ द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।मौर्य द्वारा उ0प्र0 सरकार द्वारा प्रजापति समाज के लोगो के जीवन स्तर के उत्थान हेतु उ0 प्र0 माटीकला बोर्ड के गठन पर सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि माटीकला की योजनाओ का लाभ प्रजापति समाज के लोगों द्वारा अधिक से अधिक लिया जाये।जिससे उनके द्वारा माटीकला व्यवसाय के अन्तर्गत अन्य तरह-तरह के उत्पाद जैसे माटी का कुकर कढ़ाही तवा तथा अन्य सजावटी सामान आदि बनाकर बाजार में अच्छे दाम पर बिक्री कर अपने जीवन स्तर को ऊचा उठा सके।इस अवसर पर जिला/परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी प्रयागराज द्वारा माटीकला बोर्ड की योजनाओ पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित सभी माटीकला समाज के लोगो से योजनाओ का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया।इस अवसर पर सुनील कुमार ओम प्रकाश मौर्य नन्द लाल पटेल महेन्द्र कुशवाहा विश्राम अमित कुमार राम लाल दिनेश दूबे आशीष यादव अनुज उपाध्याय राजेश पाण्डे़य आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन राकेश मोहन गुप्ता ज्येष्ठ लेखा परीक्षक परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग कार्यालय प्रयागराज द्वारा किया गया।इस मौके पर जवाहर लाल परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी मण्डल प्रयागराज मौजूद रहे।

अनियंत्रित टैक्टर ट्राली के चपेट में आने से फल विक्रेता एक की मौत.एक गम्भीर घायल।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत करछना थाना क्षेत्र के भडेवरा बाजार सब्जी मंडी में गुरुवार शाम साढ़े सात बजे के आस पास सड़क हादसा हुआ।ओवर लोड टैक्टर ट्राली ने डम्फर से बचने के प्रयास में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बिजली पोल से जा टकराई।हादसे में एक की मौत.एक गम्भीर रूप से घायल हो गया।घटना की सूचना पुलिस को दी गई।पुलिस ने ग्रामीणो की मदद से दोनो घायलो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करछना लेकर गये जहां पर डॉक्टरो ने एक को मृत्यु घोषित कर दिया और एक की गम्भीर हालत देखकर प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।प्राप्त जानकारी अनुसार गुरुवार को भडेवरा में बाजार लगता है दुकानदारो ने सड़क के किनारे अपनी दुकान को सजाए हुए थे।खरीदारो की काफी भीड़ जुटी थी।टैक्टर ट्राली के पलटने से उसी के चपेट में आने से मडवा गांव निवासी बृजेश सोनकर उर्फ सरदार उम्र लगभग 27 वर्ष पुत्र राकेश सोनकर की मौत हो गई।वह छः भाइयो में सबसे बड़ा भाई था‌।काफी समय से भडेवरा बाजार में फल की दुकान लगाकर परिवार का भरण पोषण करता था।पत्नी करिश्मा सोनकर समेत परिजनो ने हादसे के बाद बेहाल हो गए।करिश्मा का डेढ़ वर्ष का बेटा है।सुचना पाकर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक करछना अनूप सरोज ने अग्रिम कार्रवाई में जुट गए।परिजनो का रो रो कर बुरा हाल है।वही स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए जनपद प्रयागराज भेज दिया।

समाजवादी मजदूर सभा के पदाधिकारियो ने एसडीएम कोरांव संदीप तिवारी को सौपा ज्ञापन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनापार के कोरांव तहसील क्षेत्र में असमय हुई भारी बारिश व मोथा तूफान की वजह से किसानो की खेतो में कटी फसले वह खड़ी धान की फसले बर्बाद हो गई है।लेकिन अभी तक तहसील प्रशासन की ओर से सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा हेतु कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके विरोध में समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय सचिव सफात अली शाह व प्रदेश सचिव राधेश्याम यादव के नेतृत्व में मजदूर सभा के पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को तहसील मुख्यालय कोरांव पर पहुंचकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार व जिलाधिकारी प्रयागराज को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी कोरांव संदीप तिवारी को सौपा गया ज्ञापन के माध्यम से समाजवादी मजदूर सभा के पदाधिकारियो ने मांग किया है कि असमय बरसात से बर्बाद हुई धान की फसलों का आकलन कराते हुए किसानो को मुआवजा से आच्छादित कराया जाए।साथ ही यह भी मांग की गई है कि साधन सहकारी समितियो पर अध्यक्ष की व्यापक पैमाने पर मनमानी की जा रही है।जिस पर अंकुश लगाए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि अगर एक हफ्ते के अन्दर मांगो पर कार्रवाई नहीं की गई तो समाजवादी पार्टी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।प्रमुख रूप से समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/पूर्व जिला पंचायत सदस्य ललन सिंह पटेल विनय सोनकर राजेश पाण्डेय शिवदानी पाल ओमप्रकाश कुशवाहा यादवेन्द्र अहिर समेत कई अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।

मुख्य विकास अधिकारी ने जीरो पावर्टी अभियान के प्रगति की समीक्षा की

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह की अध्यक्षता में गुरूवार को संगम सभागार में जीरो पावर्टी(शून्य गरीबी) अभियान के प्रगति के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने जीरो पावर्टी अभियान के तहत जनपद में चिन्हित 30,679 निर्धनतम परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं के लाभ से आच्छादित किए जाने के निर्देश सभी सम्बंधित अधिकारियों को दिए है।उन्होने विभागवार विस्तृत समीक्षा करते हुए असंतृप्त परिवारों को जल्द से जल्द संतृप्त किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।

मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजना से अभी तक वंचित रहे12,532 परिवारों को आवास योजना से लाभान्वित किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।उन्होंने आवास योजना के तहत लम्बित 26 आवेदनों का सत्यापन टीम लगाकर यथाशीघ्र कराये जाने के निर्देश दिए है।उन्होंने चिन्हित निर्धनतम परिवारों के राशन कार्ड बनाये जाने के कार्य की समीक्षा करते हुए योजना से वंचित 321 परिवारो का राशन कार्ड बनाये जाने की जानकारी लिए जाने पर बताया गया कि 321 परिवारो में से 260 पात्र व्यक्तियो का राशन कार्ड बना दिया गया है परन्तु पोर्टल पर अपडेट नहीं हुआ है और मात्र 61का ही अवशेष है जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए शेष परिवारो के राशन कार्ड बनाये जाने के निर्देश दिए है।

मुख्य विकास अधिकारी ने उप निदेशक कृषि को प्रधानमंत्री सम्मान निधि के लाभ से वंचित पात्र परिवारों को लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होने चिन्हित निर्धनतम परिवारों को दिव्यांगजन पेंशन विधवा पेंशन एवं वृद्धावस्था पेंशन योजना से आच्छादित कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने पीएम/सीएम जन आरोग्य योजना की समीक्षा करते हुए सत्यापन हेतु लम्बित आवेदनों को एक सप्ताह में निस्तारित कराये जाने के निर्देश दिए है।उन्होने श्रम विभाग के अधिकारियो को कैम्प लगाकर ऐसे परिवारों के श्रम कार्ड बनाये जाने हेतु निर्देशित किया है।मुख्य विकास अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से ऐसे परिवारो के बच्चे जो स्कूल नहीं जाते है उनको चिन्हित कर शिक्षण हेतु स्कूल भेजे जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने उज्ज्वला योजना के तहत शत-प्रतिशत परिवारो का गैस कनेक्शन कराये जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।उन्होंने उज्ज्वला योजना हर घर नल से जल योजना बेसिक शिक्षा विभाग (आउट ऑफ स्कूल चिल्डेन्स 6 टू 14 ईयर्स) शौचालय सहायता योजना एसएचजी पंजीकरण और कौशल विकास मिशन के अवशेष सभी सत्यापन कार्यो को 15 दिन में पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार का‘‘जीरो पावर्टी अभियान’’ समावेशी विकास को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता एवं एक गरीबी उन्मूलन पहल है जिसे उत्तर प्रदेश को गरीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के साथ 02 अक्टूबर 2024 को प्रारम्भ किया गया था।इस अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत के सबसे गरीब परिवारो की पहचान एवं उनपर ध्यान केन्द्रित करते हुए उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओ में प्राथमिकता देते हुए आवास शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार एवं अन्य योजनाओ के माध्यम से इनकी स्थिति में सुधार करना और आत्मनिर्भर बनाना है।इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी जी0पी0 कुशवाहा जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संतोष कुमार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डीसी मनरेगा जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित अन्य सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बृहदारण्यक उपनिषद् कथा में आत्मज्ञान की महिमा का किया वर्णन

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।चिन्मय मिशन प्रयागराज के तत्वावधान में गुरुवार, 6 नवम्बर को बृहदारण्यक उपनिषद् की कथा का आयोजन किया गया।पूज्य स्वामी अभेदानंद(आचार्य चिन्मय मिशन दक्षिण अफ्रीका) ने चिन्मय मिशन प्रयाग स्थित सत्संग सभागार में श्रद्धालुओ विद्यार्थियों और साधको को जीवनोपयोगी वेदान्त संदेशों से प्रेरित किया। बड़ी संख्या में उपस्थित लोगो ने उपनिषदों के गूढ़ रहस्यों को आत्मसात किया।

स्वामी अभेदानंद ने कहा कि शास्त्रों का उद्देश्य जीवन को प्रवृत्ति से निवृत्ति की ओर ले जाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जैसे विद्यार्थी अध्ययन इसलिए करते हैं ताकि एक दिन ऐसा ज्ञान प्राप्त हो कि फिर पढ़ने की आवश्यकता न रहे, वैसे ही जीवन की प्रवृत्तियाँ अंततः निवृत्ति की ओर अग्रसर होने के लिए ही हैं।जो व्यक्ति अपने कर्तव्यो को पूर्ण निष्ठा से पूरा करता है,वही मानसिक शांति प्राप्त करता है।

कर्तव्य की सिद्धि ही मन को निश्चिंत कर आत्मचिंतन की दिशा में अग्रसर करती है।उन्होंने कहा कि शास्त्र हमे केवल कर्म के लिए प्रेरित नहीं करते बल्कि कर्म के माध्यम से सभी कर्तव्यों से मुक्ति का मार्ग दिखाते हैं।जप पूजा ध्यान ये सब भी अंततः हमें निर्गुण निराकार ब्रह्म में प्रतिष्ठित करने की साधन मात्र हैं।यही आत्मा है यही ब्रह्म है और यही उपनिषदों का परम उद्देश्य है।स्वामी ने याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी संवाद का उदाहरण देते हुए कहा कि जो आत्मा को जान लेता है,वही अमरत्व को प्राप्त कर लेता है।उन्होंने कहा कि“आत्मनः तु कामाय सर्वं प्रियम् भवति अर्थात् सभी प्रेम का मूल कारण आत्मा ही है।

जब तक हम बाह्य विषयो में सुख खोजते रहेंगे तब तक असली आनंद से दूर रहेंगे।सच्चा प्रेम वही है जो आत्मा से उत्पन्न होता है,क्योंकि आत्मा ही आनंदस्वरूप है।उन्होंने आगे कहा कि जीवन में बाधक तत्व वासना अहंकार और स्वभावगत दोष ही आत्मानुभूति के मार्ग में अवरोधक हैं।अतःमनुष्य को अपने कर्तव्यो के प्रति सजग रहकर उचित प्रवृत्ति अपनानी चाहिए ताकि निवृत्ति का मार्ग प्रशस्त हो सके।उपनिषद् ज्ञान प्रवृत्ति से उपराम होकर आत्मा में निष्ठ साधक के लिए ही सार्थक है।

कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालुओ ने स्वामी के आशीर्वचन ग्रहण कर जीवन में वेदान्तिक आदर्शो को अपनाने का संकल्प लिया।पूरा सभागार"चिन्मय जय जय"के उद्घोष से गूंज उठा।

हेमंत सरकार 'अबुआ सरकार नहीं, ठगुवा सरकार है': बाबूलाल मरांडी का तीखा प्रहार; स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त, घुसपैठ और भ्रष्टाचार चरम पर होने का

बाबूलाल मरांडी ने घाटशिला में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि हेमंत सरकार ने छह वर्षों में झारखंड को एक कदम आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि 25 वर्ष पीछे धकेल दिया है।

श्री मरांडी ने हेमंत सरकार को "ठगुवा सरकार" करार दिया और कहा कि यह केवल नाम की "अबुआ सरकार" है, जिसने आदिवासियों, युवाओं और झारखंड को ठगा है।

स्वास्थ्य, सुरक्षा और आदिवासी विरोधी होने का आरोप

श्री मरांडी ने चाईबासा सदर अस्पताल की घटना को लेकर सरकार की संवेदनहीनता पर सवाल उठाए, जहाँ थैलीसीमिया पीड़ित पाँच आदिवासी बच्चों को कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया गया था।

स्वास्थ्य व्यवस्था: उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में "इलाज के नाम पर मौत परोसी जा रही है", और सरकार ने केवल कुछ लोगों को निलंबित कर मामले को दबाने की कोशिश की है।

हत्या और भूमि लूट: मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार की शुरुआत ही आदिवासियों की हत्या से हुई (2020 में सात आदिवासियों की हत्या), और सरकार के संरक्षण में माफिया और घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन लूट रहे हैं।

महिला असुरक्षा: उन्होंने कहा कि महिला असुरक्षा चरम पर है, जबकि पेसा कानून लागू न करके सरकार आदिवासियों के अधिकारों का गला घोंट रही है।

लूट, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था

श्री मरांडी ने राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि:

झारखंड में ब्लॉक और थाना स्तर पर केवल वसूली हो रही है।

जनता के हितों की जगह सरकार लूट और भ्रष्टाचार में व्यस्त है, और विकास के सारे कार्य ठप हैं।

अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी हैं।

घुसपैठ पर गंभीर आरोप: "डेमोग्राफी बदलने की साजिश"

बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए राज्य की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदलने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि सरकार फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर ग्रामीण इलाकों में वोट बैंक तैयार कर रही है।

उन्होंने साक्ष्य के तौर पर घाटशिला जैसे आरक्षित क्षेत्र का उदाहरण दिया, जहाँ मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर पाँच वर्षों में 29.4 प्रतिशत रही है, जबकि सामान्य वर्ग की केवल 3 प्रतिशत।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार घुसपैठियों को राशन कार्ड, आधार कार्ड और योजनाओं का लाभ दिला रही है, जो "झारखंड की अस्मिता और सम्मान पर हमला है।"

श्री मरांडी ने जनता से अपील की कि वे वोट से चोट देकर इस सरकार को सबक सिखाएं और भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को विजयी बनाकर झारखंड को भ्रष्टाचार और माफियाओं से मुक्त कराएं।

सदर अस्पताल के शौचालय में मिला नवजात शिशु का शव, सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस

अस्पताल परिसर में मचा हड़कंप, सफाईकर्मी की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम

औरंगाबाद। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में गुरुवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। अस्पताल के महिला वार्ड से सटे शौचालय में एक नवजात शिशु का शव बरामद हुआ। इस अमानवीय कृत्य की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। 

जानकारी के अनुसार, सुबह नियमित सफाई के दौरान महिला सफाईकर्मी शौचालय की सफाई करने पहुंची। उसने देखा कि लैट्रिन सीट में पानी भरा हुआ है और नल खुला हुआ है। जब उसने पानी निकालने का प्रयास किया तो सीट के अंदर कुछ अटका नजर आया। ध्यान से देखने पर नवजात शिशु का सिर दिखाई दिया। यह दृश्य देखकर सफाईकर्मी चीख पड़ी। उसकी आवाज सुनते ही अस्पताल कर्मचारी, मरीजों के परिजन और अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना तत्काल अस्पताल प्रशासन को दी गई।

इसके बाद नगर थाना पुलिस और प्रभारी डीएसपी आशुतोष कुमार सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने शौचालय का निरीक्षण किया और मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालने का निर्देश दिया। अधिकारियों का कहना है कि फुटेज से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि नवजात को कब और किसने शौचालय में फेंका। फिलहाल पुलिस ने नवजात के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अस्पताल प्रशासन ने घटना पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया है।

सिविल सर्जन लालसा सिन्हा ने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अस्पताल परिसर के सभी प्रवेश द्वारों और वार्डों में सुरक्षा बढ़ाने और निगरानी के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की जा रही है। इस घटना ने न केवल अस्पताल प्रशासन को, बल्कि पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।

स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि आखिर अस्पताल परिसर जैसे सुरक्षित स्थान पर इस तरह की घटना कैसे हो सकती है। लोग जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं, पुलिस टीम लगातार सीसीटीवी फुटेज की जांच में जुटी हुई है ताकि जल्द से जल्द इस अमानवीय कृत्य के पीछे छिपे चेहरों को बेनकाब किया जा सके।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

आबकारी राजस्व लक्ष्य को प्राप्त न करने पर अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: नितिन अग्रवाल
*प्रदेश में 63 हजार करोड़ आबकारी राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश*

लखनऊ। प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में आबकारी विभाग को 63 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य प्राप्त करना है, जिसे हर हाल में हासिल किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्धारित मासिक राजस्व लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जाए। जिन जनपदों का प्रदर्शन अक्टूबर माह में कमजोर रहा है या लगातार अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने बताया कि अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक विभाग ने 32,500 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 30,657.54 करोड़ रुपये की प्राप्ति की है, जो 94.33 प्रतिशत है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में प्राप्त 26,330.87 करोड़ रुपये की तुलना में 4,326.67 करोड़ रुपये अधिक है। इस प्रकार विभाग ने गतवर्ष की तुलना में 116.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। आबकारी मंत्री ने अधिकारियों को आगामी महीनों में राजस्व वृद्धि के हर संभव प्रयास करने तथा वर्षांत तक 63 हजार करोड़ रुपये के लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रदेश के सीमावर्ती और असेवित क्षेत्रों में नई शराब दुकानों की संभावनाओं का सर्वे कर 15 दिन में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया। मंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक किसी भी जनहानि जैसी अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहकर प्रवर्तन कार्य संचालित करने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। साथ ही अन्य राज्यों की शराब की अवैध बिक्री पर पूर्ण रोक लगाने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने को कहा गया। कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण नियंत्रण हेतु ठोस कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विभागीय अधिकारियों, निरीक्षकों एवं फील्ड स्टाफ के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, ताकि उन्हें कानूनों, नीतियों और नवाचारों की जानकारी अद्यतन रूप में मिलती रहे। शराब माफिया एवं अवैध गिरोहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाकर उनके समूल उन्मूलन का भी संकल्प दोहराया गया।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती वीना कुमारी, आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह, विशेष सचिव अभिषेक आनंद, अपर आयुक्त (प्रशासन) नवनीत सेहारा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जनपदीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
सारनाथ: मूलगंध कुटी विहार की वर्षगांठ पर निकली भगवान बुद्ध की शोभायात्रा, हजारों अनुयाई हुए शामिल

*सारनाथ के प्रति बढ़ती वैश्विक रुचि दर्शाती है उत्तर प्रदेश आज भी बौद्ध पर्यटन का प्रमुख केंद्र : जयवीर सिंह*
लखनऊ। सारनाथ स्थित मूलगंध कुटी विहार की 94वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को दर्शनार्थ रखा गया। देश-विदेश से पहुंचे हजारों बौद्ध श्रद्धालुओं ने तथागत के पवित्र अस्थि अवशेषों के दर्शन किए। कल 5 नवंबर, 2025 कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों सहित थाईलैंड, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और लाओस से आए बौद्ध श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि सारनाथ में हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष दर्शन के लिए रखे जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु एवं तीर्थयात्री सम्मिलित होते हैं। इस वर्ष तीन दिवसीय (03 से 05 नवंबर) आयोजन में पिछले वर्ष से करीब दोगुना श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले देशों के अलावा कोलकाता, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, लद्दाख और हिमालयी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सारनाथ पहुंचे। यह आयोजन महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया, सारनाथ केंद्र और वियतनामी बौद्ध संघ के सहयोग से आयोजित किया गया।

  पर्यटन मंत्री ने बताया कि सारनाथ में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। विशेष शोभा यात्रा और पूजा-अर्चना के बीच देश-विदेश से आए 22,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध के पावन अस्थि अवशेषों के दिव्य दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की। विदेशी श्रद्धालुओं में श्रीलंका और वियतनाम से सबसे अधिक आगंतुकों ने सहभाग किया। उन्होंने बताया, कि सारनाथ वही पुण्य भूमि है जहां भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश धर्मचक्र प्रवर्तन दिया था।

जयवीर सिंह ने बताया कि भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेष के भारत वापसी ने बौद्ध श्रद्धालुओं में नई आस्था और उत्साह का संचार किया है। सारनाथ में महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रधान भिक्षु भंते सुमिथानंद थेरो ने इसे अत्यंत हर्ष और आध्यात्मिक गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों से 127 साल बाद यह संभव हुआ। इस ऐतिहासिक वापसी के स्वागत में इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु सारनाथ पहुंचे और पवित्र अवशेषों के दर्शन कर स्वयं को धन्य पाया।