ओल्ड एज होम में समाजसेवी सह भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने जरूरतमंदों के लिए आवश्यक सामाग्री किया भेंट, कहा कि समाज के वरिष्ठ नागरिक हमारे मार्गद

हजारीबाग - समाजसेवी सह भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने हजारीबाग के दीपुगढ़ा स्थित ओल्ड एज होम में पहुंचकर वहां निवास कर रहे वरीष्ठ नागरिकों के बीच ठंड से राहत देने वाली आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया। उन्होंने वरीष्ठ नागरिकों से आत्मीयता पूर्वक मुलाकात की। उनका हालचाल जाना और स्नेहपूर्वक गर्म कपड़े, कंबल व अन्य जरूरी वस्तुएं भेंट की। 

इस अवसर पर भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने कहा कि समाज के वरिष्ठ नागरिक हमारे मार्गदर्शक हैं। उनकी सेवा व देखभाल करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। शेफाली गुप्ता ने सभी से आग्रह किया कि जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आएं ताकि इस ठंड के मौसम में कोई भी असहाय व्यक्ति ठिठुरने को मजबूर न हो।

ओल्ड एज होम के वरीष्ठ नागरिकों ने उनके इस मानवीय प्रयास के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि शेफाली गुप्ता जैसी संवेदनशील समाजसेवी के आने से उन्हें परिवार जैसा स्नेह और सम्मान महसूस होता है।

बैल के सींग की मार झेलने को तैयार रहे हेमंत सरकार.....आदित्य साहू

मुख्यमंत्री की नजरों में जो बैल है वह लाखों जनता के द्वारा चुना हुआ जन प्रतिनिधि है।

आदिवासी समाज का अगुआ है

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने आज मुख्यमंत्री के बैल वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

श्री साहू ने कहा कि बैल गांव,गरीब,किसान की पहचान है। करोड़ों लोगों के पेट भरने में सहयोगी है। लेकिन बहुत ऐसे लोग होते हैं जो बैल से काम लेने के बाद उसके महत्व को भूल जाते हैं। मालिक होने का अहंकार सिर चढ़कर बोलने लगता है।

श्री साहू ने कहा कि गांव,गरीब ,किसान जनता केलिए बैल ही उपयोगी है इसलिए आज जनता उसी बैल के साथ खड़ी है।

कहा कि लेकिन आज बैल गुस्से में है, आक्रोशित है और जनता उसी के साथ खड़ी है। 

कहा कि मुख्यमंत्री जी जिसको बैल बोलकर अपमानित करते हैं वह राज्य का पूर्व मुख्यमंत्री है, आदिवासी समाज का अगुआ है,लाखों जनता का लंबे समय से जन प्रतिनिधि है।

श्री साहू ने कहा कि बैल के अपमान का बदला जनता लेने को तैयार है।हेमंत सरकार को बैल के सिंग की मार झेलने को तैयार रहना चाहिए।

कहा कि जनता लूट और झूठ से ऊब चुकी है। आम आदमी परेशान है। स्वास्थ्य ,शिक्षा, जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। बालू, पत्थर,खान खनिज को लूट मची है। युवा शक्ति हताश और निराश है।महिलाएं भयभीत हैं।

कहा कि राज्य की बेटियां अब विद्यालयों में भी असुरक्षित हो गई हैं।

कहा ऐसे हालत से राज्य को उबारने केलिए जनता कमर कस चुकी है।

पशुधन मंत्री ने 18 नवनिर्मित वृहद गोसंरक्षण केन्द्रों का किया लोकार्पण
* प्रत्येक केन्द्र में 400 गोवंश को संरक्षित करने की क्षमता

* गौसंरक्षण केंद्रों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए

* गो आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने हेतु बहुआयामी प्रयोग किये जा रहे : धर्मपाल सिंह


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज पशुपालन निदेशालय में आयोजित एक कार्यक्रम में निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु प्रदेश के 13 जनपदों के 18 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों का वर्चुवल लोकार्पण किया। इसके तहत आजमगढ़ एवं उन्नाव में 03-03, मिर्जापुर में 02, महराजगंज, ललितपुर, अमेठी, बहराइच, देवरिया, पीलीभीत, अयोध्या, कौशाम्बी, चित्रकूट एवं सीतापुर में 01-01 वृहद गोसंरक्षण केन्द्रों का शत-प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इन 18 गो संरक्षण केन्द्रों की कुल निर्माण लागत रुपए 28 करोड़ 82 लाख है। प्रत्येक केंद्र में लगभग 400 गोवंश को संरक्षित किया जा सकता है। श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री जी के दिशा-निर्देशन में गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोआश्रय स्थलों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और गोवंश के भरण-पोषण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
इस अवसर पर धर्मपाल सिंह ने सम्बंधित जनपदों के क्षेत्रीय विधायकों, ग्रामप्रधानों, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी तथा केयरटेकरों से भी गोवंश के रखरखाव और सहयोग पर बात की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गो संरक्षण कार्यों में स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए और गौसंरक्षण केंद्रों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। निराश्रित गोवंश हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। गोशालाओं में गाय भूखी न रहे, चारा, भूसा, प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के समस्त मण्डलीय जनपदों में 18 मॉडल गौशालाएं बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। पशुपालन विभाग द्वारा गो आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने हेतु बहुआयामी प्रयोग किये जा रहे हैं। गाय के गोबर से गो दीप, धूपबत्ती, गोलॉग, गोबर के गमले, वर्मी कम्पोस्ट तथा सी0बी0जी0 उत्पादन इकाईयोें की स्थापना की जा रही है। इन इकाईयों के संचालन में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा महत्वपूर्ण योगदान किया जा रहा है। गोवंश संरक्षण कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन एवं आर्थिक उन्नति के अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 576 वृहद गो संरक्षण केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की गई है जिसके सापेक्ष 421 केंद्रों का निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा 403 केन्द्र क्रियाशील किए जा चुके है। प्रत्येक वृहद गोसंरक्षण केन्द्र की गोवंश धारण क्षमता 400 गोवंश तथा इकाई निर्माण लागत 160.12 लाख है। निराश्रित गोवंश संरक्षण के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा अभूतपूर्व तथा उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। संरक्षित गोवंशो के भरण-पोषण हेतु शत-प्रतिशत अनुदान राशि का भुगतान डीबीटी द्वारा सितम्बर, 2025 तक किया जा चुका है। गो-संरक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन एवं आर्थिक उन्नति के अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
वर्तमान में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में 6554 अस्थायी गो आश्रय स्थल, 403 वृहद गो संरक्षण केन्द्र, 284 कांजी हाऊस एवं शहरी क्षेत्र में 307 कान्हा गो आश्रय स्थल सहित कुल 7548 गो आश्रय स्थलों में 1235782 निराश्रित गोवंश संरक्षित है। मुख्यमंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत 114865 इच्छुक लाभार्थियों को 180925 निराश्रित गोवंश सुपुर्द किये गये हैं।
कार्यक्रम में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने अधिकारियों से कहा कि गोसंरक्षण केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाए और अधिकारी नियमित रूप से गौशालाओं का निरीक्षण करें। गोसंरक्षण केन्द्रों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए और गोवंश संरक्षण कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाए।
कार्यक्रम में विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, निदेशक प्रशासन एवं विकास डा. योगेन्द्र सिंह पंवार, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डा. मेमपाल सिंह, अपर निदेशक डा. संगीता तिवारी, योजनाधिकारी डा. पीके सिंह, संयुक्त निदेशक मुख्यालय सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
गोंडा : रेलवे ओवरब्रिज से 20 फिट नीचे गिरा मिक्सिंग प्लांट, लगभग एक दर्जन दुकानें छतिग्रस्त

* इटियाथोक बाजार से आ रहा था मिक्सर टैंकर

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत देर रात लगभग 1 बजे बड़गांव रेलवे ओवरब्रिज पर इटियाथोक से गोंडा आ रहा मिक्सर टैंकर बेकाबू होकर रेलवे ब्रिज की रेलिंग तोड़ते हुए लगभग 20 फिट नीचे गिर गया। देर रात हुए हादसे में टैंकर चालक को गंभीर चोटें आई हैं। घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों व नगर कोतवाली पुलिस द्वारा तत्काल चालक को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है वहीं टैंकर में मौजूद ड्राइवर का साथी इस बड़े हादसे के बावजूद पूरी तरह से सुरक्षित है और उसके शरीर पर किसी प्रकार की खरोंच तक नहीं आई है।

टैंकर के लगभग 20 फिट नीचे गिरने से रेलवे ओवरब्रिज के नीचे स्थित लगभग एक दर्जन अस्थाई दुकानें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं तथा दुकानों का सामान भी पूरी तरह से बरबाद हो गया है।

गौरतलब हो कि मध्य रात्रि लगभग 1 बजे हादसा होने के समय दुकानें बंद थी अन्यथा की दृष्टि में किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है जिसमें कई जानें जा सकती थीं। घटना के बाद सुबह से ही लोग मौके पर पहुँच कर वीडियो बना रहे हैं। बताते चलें कि घटना के बाद बड़गांव रेलवे ओवरब्रिज की रेलिंग इतनी क्षतिग्रस्त हो गई है कि देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना बड़ा है। ब्रिज का कुछ हिस्सा अभी भी लटका हुआ है जो कभी भी गिर सकता है। वहीं गोंडा पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील किया है कि टैंकर गिरने वाले स्थान पर न जाएं तथा सावधानी बरतें। वहीं नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि मध्य रात्रि लगभग 1 बजे यह हादसा हुआ है।टैंकर गोंडा में कहीं छत ढलाई का काम करने के लिए जा रहा था कि ओवरब्रिज पर अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए नीचे गिर गया। उन्होंने बताया कि चालक को इलाज के लिए जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है जबकि उसका साथी पूरी तरह से सुरक्षित है।

आजमगढ़: सरायमीर पुलिस ने 5 वारंटी को गिरफ्तार कर किया चालान
आजमगढ़ । सरायमीर पुलिस ने एक 5 वारांटी को गिरफ्तार कर चालान कर दिया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ डॉ० अनिल कुमार द्वारा चलाए जा रहे वारंटियों के विरुद्ध गिरफ्तारी अभियान के क्रम में, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री चिराग जैन के कुशल निर्देशन, क्षेत्राधिकारी फूलपुर किरन पाल सिंह के पर्यवेक्षण तथा थाना सरायमीर प्रभारी निरीक्षक निहार नन्दन कुमार के नेतृत्व में आज दिनांक 10 नवम्बर 2025 को थाना सरायमीर पुलिस टीम द्वारा कुल 05 वारंटियों को गिरफ्तार किया गया।विवेक कुमार पुत्र श्रीराम सा0गढवा थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 23 वर्ष ,संजय कुमार पुत्र मगंरु राम सा0 गढवा थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 34 वर्ष, पवन कुमार पुत्र राधेकिशुन सा0 गढवा थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 24 वर्ष, दगंल कुमार पुत्र गुलाब सा0 पुनापोखर थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 32 वर्ष ,मो0 इबराहिम पुत्र असफाक अहमद सा0 हसनपुर थाना सरायमीर आजमगढ जनपद आमजमगढ उम्र करीब 22 वर्ष है।
देवरिया में पुलिस मुठभेड़: असलहा तस्कर पप्पू सिंह गिरफ्तार, पैर में लगी गोली

M N पांडेय,देवरिया। रविवार आधी रात देवरिया में पुलिस और असलहा तस्कर के बीच मुठभेड़ हो गई। सदर कोतवाली क्षेत्र के सकरापार के पास हुई इस मुठभेड़ में कुख्यात असलहा तस्कर पप्पू सिंह उर्फ विवेक सिंह पुलिस की गोली से घायल हो गया। उसके पैर में गोली लगने के बाद पुलिस ने उसे पकड़कर महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पूरी जानकारी ली और घायल बदमाश से पूछताछ की।

जानकारी के अनुसार, सदर कोतवाली पुलिस रात में गश्त पर थी। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि एक असलहा तस्कर बाइक से सकरापार इलाके में पहुंचने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और घेराबंदी कर दी। जैसे ही बाइक सवार पुलिस के नजदीक पहुंचा, उसने बिना देर किए पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लग गई और वह मौके पर ही गिर पड़ा।

पुलिस ने तत्काल घायल बदमाश को पकड़ लिया और इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया। पूछताछ में उसकी पहचान विवेक सिंह उर्फ पप्पू सिंह निवासी पतलापुर थाना खुखुन्दू के रूप में हुई।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पप्पू सिंह कुख्यात असलहा तस्कर है और उसके खिलाफ 15 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उस पर अवैध हथियारों की तस्करी, हत्या की कोशिश और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर आरोप हैं।

घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और बताया कि घायल बदमाश से बरामद असलहा और कारतूस जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस उसकी आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी जानकारियाँ खंगाल रही है और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

फरीदाबाद से गिरफ्तार “आतंकी” डॉक्टर मामले में नया खुलासा, महिला चिकित्सक से जुड़े तार

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दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के मामले में जांच एजेंसियों को एक और अहम सुराग मिला है। पुलिस ने एक महिला डॉक्टर की कार से एक असॉल्ट राइफल, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह कार डॉक्टर मुजम्मिल शकील के सहयोगी के नाम पर है, जो फरीदाबाद के एक अस्पताल में कार्यरत हैं।

जांच में पता चला कि आतंकी मुजम्मिल जिस कार को चलाता था, वह कार इस लेडी डॉक्टर की है। बताया जा रहा है कि गाड़ी का नंबर सामने आने के बाद लेडी डॉक्टर खुद जम्मू पुलिस के पास गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस लेडी डॉक्टर से पूछताछ कर रही है।

कार से AK-47 राइफल बरामद

यह कार मारुति सुजुकी स्विफ्ट है, जिसका नंबर फरीदाबाद के कोड HR 51 से शुरू होता है। पुलिस ने डॉक्टर शकील से पूछताछ के बाद इस कार की तलाशी ली थी। कार से पुलिस ने एक AK-47 राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। यह वाहन महिला डॉक्टर से जुड़ा हुआ पाया गया। इसी पूछताछ के दौरान शकील ने पुलिस को एक किराए के कमरे की जानकारी दी, जहां से 360 किलो विस्फोटक सामग्री, 20 टाइमर और अन्य संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गईं।

अल-फलाह संस्थान में है कार्यरत

डॉक्टर शकील पिछले तीन वर्षों से फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में वरिष्ठ डॉक्टर के रूप में कार्यरत थे। वह संस्थान के परिसर में रहते थे, लेकिन इसके अलावा उन्होंने ढोज इलाके में एक कमरा किराए पर भी लिया हुआ था। करीब दस दिन पहले पुलिस को उनकी संदिग्ध गतिविधियों की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने महिला डॉक्टर की कार और किराए के कमरे की जानकारी दी।

सहारनपुर के डॉ. आदिल की गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे

इस पूरे मामले की शुरुआत सहारनपुर के डॉ. आदिल की गिरफ्तारी से हुई थी। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि 2021–22 से डॉक्टरों का यह नेटवर्क कथित रूप से रैडिकलाइजेशन और आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था। पुलिस हैंडलर्स के रूप में हाशिम और बाद में श्रीनगर स्थित डॉ. ओमर के नाम सामने आए हैं। पुलिस यह पता लगा रही है कि महिला डॉक्टर ने हथियार और विस्फोटक सामग्री की लॉजिस्टिक सपोर्ट दी या नहीं। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वाहन उसके नाम या नियंत्रण में था या नहीं। उसके कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन इस नेटवर्क से जुड़े हैं या नहीं इसका भी पता लगाया जा रहा है।

आज की 5 प्रमुख सुर्खियां


  1. फिलीपींस में तूफान 'फंग-वोंग' का कहर: सुपर टाइफून फंग-वोंग ने उत्तरी फिलीपींस में भारी तबाही मचाई है। तूफान आने से पहले 10 लाख से अधिक निवासियों को निकाला गया था। अब तक कम से कम दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
  2. अमेरिकी सरकार का शटडाउन खत्म होने के करीब: अमेरिकी सीनेट ने 40 से अधिक दिनों से चल रहे लंबे सरकारी शटडाउन को समाप्त करने की दिशा में पहला कदम उठाया है और संघीय फंडिंग बिल को आगे बढ़ाया है।
  3. दिल्ली के पास भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कथित तौर पर दिल्ली के पास एक अस्पताल से भारी मात्रा में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने की सामग्री, जिसमें 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट शामिल है, बरामद की है और इस सिलसिले में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है।
  4. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता संकट जारी: दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बड़ी चिंता बनी हुई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। इंडिया गेट पर स्वच्छ हवा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं।
  5. बिहार में घर गिरने से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत: बिहार के सारण जिले में एक पुराने मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के पांच सदस्यों, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं, की दुखद मृत्यु हो गई है।


भारत को दहलाने की साजिश नाकाम, फरीदाबाद में डॉक्टर के कमरे से 360kg विस्फोटक मिला

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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार किया। उसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया गया, तो पुलिस भौंचक्‍की रह गई।

गुप्‍त सूचना के आधार पर जब हरियाणा के फरीदाबाद में एक डॉक्‍टर के घर पर छापा मारकर 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, एके-47 राइफल और बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किया है। इस डॉक्‍टर की पहचार अनंतनाग के काजीगुंड निवासी डॉ. आदिल अहमद राथर के तौर पर की गई है। डॉ. आदिल की निशानदेही पर ही फरीदाबाद में छापा मारकर बड़ी मात्रा में विस्‍फोटक बरामद किया गया है।जम्‍मू-कश्‍मीर ने हरियाणा और उत्‍तर पुलिस के साथ‍ मिलकर सीक्रेट तरीके से छापेमारी की।

जैश ए मोहम्मद के पोस्टर्स लगाने के मामले में एक्शन

बीते दिनों श्रीनगर में कई इलाकों पर जैश ए मोहम्मद के पोस्टर्स मिले। श्रीनगर पुलिस ने शहर के कई हिस्सों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार वाले पोस्टर मिलने के बाद एक मामला दर्ज किया था। पुलिस ने इस पोस्टर्स लगाने वालों की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो इसमें एक शख्स नजर आया। पुलिस ने उस शख्स की तलाश करनी शुरू की तो पता चला कि यह डॉक्टर आदिल है।

कमरे में मिला मौत का सामना

पुलिस ने डॉ. आदिल के बारे में जानकारी खंगाली तो पता चला कि वो सहारनपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी कर रहा है। पुलिस ने यहां की पुलिस से संपर्क किया और अंबाला रोड स्थित निजी अस्पताल पर छापा मारकर डॉ. आदिल अहमद को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान कमरे से 14 बैग, 2 ऑटोमैटिक पिस्टल, 84 कारतूस, पांच लीटर केमिकल और एके-47 बरामद की गई है। धौज इलाके में हुई इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है।

यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था आरोपी डॉक्टर

फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के घर से अमोनियम नाइट्रेट मिला है। मौके से असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल भी बरामत हुई है। अभी ऑपरेशन जारी है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये एक बड़ा मॉड्यूल है। आरडीएक्स नहीं मिला। छापामारी के दौरान करीब 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला है। आरोपी डॉक्टर यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस उपायुक्त अपराध मुकेश कुमार भी मौजूद रहे।

अब तक दो डॉक्‍टर गिरफ्तार

इस पूरे टेरर नेटवर्क में अभी तक दो डॉक्‍टर को गिरफ्तार किया जा चुका है। डॉक्‍टर आदिल के साथ ही डॉक्‍टर मुजामिल शकील को पकड़ा गया है। डॉ. शकील मूल रूप से कोइल पुलवामा का रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर आदिल ने करीब तीन माह पहले फरीदाबाद में कमरा किराये पर लिया था। डॉक्टर ने कमरे के मालिक को बताया था कि इस कमरे में सिर्फ उसका सामान रहेगा। इस दौरान किसी को इस बात का शक नहीं हुआ कि यह डॉक्‍टर लोगों का इलाज करने के बजाय मौत का सामान इकट्ठा कर रहा है।

उत्तर प्रदेश में समाज कल्याण विभाग में बड़ी कार्रवाई, 4 अधिकारियों को बर्खास्त


लखनऊ । उत्तर प्रदेश शासन ने समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 4 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा तीन सेवानिवृत्त अधिकारियों की पेंशन में कटौती का निर्णय लिया गया है। यह कार्रवाई पिछले डेढ़ दशक से लंबित रहे मामलों की जांच के बाद की गई है।

सीम अरुण की निगरानी में इन मामलों की जांच की गई

समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण की निगरानी में इन मामलों की जांच की गई। कार्रवाई मुख्य रूप से श्रावस्ती, मथुरा, शाहजहांपुर और औरैया जिलों में हुए छात्रवृत्ति और पेंशन घोटालों पर की गई है। विभाग ने सभी मामलों में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं।श्रावस्ती में तैनात मीना श्रीवास्तव पर मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना, शादी-बिमारी योजना और छात्रवृत्ति शुल्क प्रतिपूर्ति में खाता संख्या और डाटा में हेरफेर करने का आरोप है। इसके चलते उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।

छात्र-छात्राओं के धनराशि का किया गबन

मथुरा में तैनात करुणेश त्रिपाठी ने निजी प्राइवेट आईटीआई संस्थानों को अनियमित छात्रवृत्ति भुगतान किया। इसमें 11 मान्यताविहीन संस्थानों को 2.53 करोड़ रुपये दिए गए। उनके द्वारा दो वर्ष से 51 वर्ष तक की आयु के छात्रों को पाठ्यक्रम में दाखिला दिलाकर धनराशि का दुरुपयोग किया गया। विभाग उनसे 19.25 करोड़ रुपये वसूल करेगा।हापुड़ में तैनात संजय कुमार ब्यास को भी सेवा से बर्खास्त कर 3.23 करोड़ रुपये की वसूली का आदेश दिया गया। उन्होंने छात्रवृत्ति अभिलेखों में कूट-रचना कर छात्र-छात्राओं के धनराशि का गबन किया।

बर्खास्त कर 2.52 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी

शाहजहांपुर में तैनात राजेश कुमार को भी बर्खास्त कर 2.52 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना में लाभार्थियों के बैंक खाते बदलकर अपात्रों को लाभ पहुंचाया।औरैया में तैनात सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीभगवान पर 251 लाभार्थियों के खाते बदलकर पेंशन गबन करने का दोष पाया गया। उनसे 20 लाख रुपये वसूले जाएंगे और उनकी पेंशन में 10 प्रतिशत स्थाई कटौती की जाएगी।

योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही

मथुरा में तैनात तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद शंकर तिवारी और उमा शंकर शर्मा को भी छात्रवृत्ति घोटाले में दोषी पाया गया। दोनों की पेंशन में 50 प्रतिशत स्थाई कटौती के साथ क्रमशः 1.96 करोड़ और 88,94,040 रुपये वसूली के आदेश दिए गए हैं।राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी और जो मामले अभी दबे हुए हैं, उनमें भी शीघ्र एफआईआर दर्ज की जाएगी।
ओल्ड एज होम में समाजसेवी सह भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने जरूरतमंदों के लिए आवश्यक सामाग्री किया भेंट, कहा कि समाज के वरिष्ठ नागरिक हमारे मार्गद

हजारीबाग - समाजसेवी सह भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने हजारीबाग के दीपुगढ़ा स्थित ओल्ड एज होम में पहुंचकर वहां निवास कर रहे वरीष्ठ नागरिकों के बीच ठंड से राहत देने वाली आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया। उन्होंने वरीष्ठ नागरिकों से आत्मीयता पूर्वक मुलाकात की। उनका हालचाल जाना और स्नेहपूर्वक गर्म कपड़े, कंबल व अन्य जरूरी वस्तुएं भेंट की। 

इस अवसर पर भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने कहा कि समाज के वरिष्ठ नागरिक हमारे मार्गदर्शक हैं। उनकी सेवा व देखभाल करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। शेफाली गुप्ता ने सभी से आग्रह किया कि जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आएं ताकि इस ठंड के मौसम में कोई भी असहाय व्यक्ति ठिठुरने को मजबूर न हो।

ओल्ड एज होम के वरीष्ठ नागरिकों ने उनके इस मानवीय प्रयास के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि शेफाली गुप्ता जैसी संवेदनशील समाजसेवी के आने से उन्हें परिवार जैसा स्नेह और सम्मान महसूस होता है।

बैल के सींग की मार झेलने को तैयार रहे हेमंत सरकार.....आदित्य साहू

मुख्यमंत्री की नजरों में जो बैल है वह लाखों जनता के द्वारा चुना हुआ जन प्रतिनिधि है।

आदिवासी समाज का अगुआ है

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने आज मुख्यमंत्री के बैल वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

श्री साहू ने कहा कि बैल गांव,गरीब,किसान की पहचान है। करोड़ों लोगों के पेट भरने में सहयोगी है। लेकिन बहुत ऐसे लोग होते हैं जो बैल से काम लेने के बाद उसके महत्व को भूल जाते हैं। मालिक होने का अहंकार सिर चढ़कर बोलने लगता है।

श्री साहू ने कहा कि गांव,गरीब ,किसान जनता केलिए बैल ही उपयोगी है इसलिए आज जनता उसी बैल के साथ खड़ी है।

कहा कि लेकिन आज बैल गुस्से में है, आक्रोशित है और जनता उसी के साथ खड़ी है। 

कहा कि मुख्यमंत्री जी जिसको बैल बोलकर अपमानित करते हैं वह राज्य का पूर्व मुख्यमंत्री है, आदिवासी समाज का अगुआ है,लाखों जनता का लंबे समय से जन प्रतिनिधि है।

श्री साहू ने कहा कि बैल के अपमान का बदला जनता लेने को तैयार है।हेमंत सरकार को बैल के सिंग की मार झेलने को तैयार रहना चाहिए।

कहा कि जनता लूट और झूठ से ऊब चुकी है। आम आदमी परेशान है। स्वास्थ्य ,शिक्षा, जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। बालू, पत्थर,खान खनिज को लूट मची है। युवा शक्ति हताश और निराश है।महिलाएं भयभीत हैं।

कहा कि राज्य की बेटियां अब विद्यालयों में भी असुरक्षित हो गई हैं।

कहा ऐसे हालत से राज्य को उबारने केलिए जनता कमर कस चुकी है।

पशुधन मंत्री ने 18 नवनिर्मित वृहद गोसंरक्षण केन्द्रों का किया लोकार्पण
* प्रत्येक केन्द्र में 400 गोवंश को संरक्षित करने की क्षमता

* गौसंरक्षण केंद्रों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए

* गो आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने हेतु बहुआयामी प्रयोग किये जा रहे : धर्मपाल सिंह


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज पशुपालन निदेशालय में आयोजित एक कार्यक्रम में निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु प्रदेश के 13 जनपदों के 18 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों का वर्चुवल लोकार्पण किया। इसके तहत आजमगढ़ एवं उन्नाव में 03-03, मिर्जापुर में 02, महराजगंज, ललितपुर, अमेठी, बहराइच, देवरिया, पीलीभीत, अयोध्या, कौशाम्बी, चित्रकूट एवं सीतापुर में 01-01 वृहद गोसंरक्षण केन्द्रों का शत-प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इन 18 गो संरक्षण केन्द्रों की कुल निर्माण लागत रुपए 28 करोड़ 82 लाख है। प्रत्येक केंद्र में लगभग 400 गोवंश को संरक्षित किया जा सकता है। श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री जी के दिशा-निर्देशन में गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोआश्रय स्थलों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और गोवंश के भरण-पोषण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
इस अवसर पर धर्मपाल सिंह ने सम्बंधित जनपदों के क्षेत्रीय विधायकों, ग्रामप्रधानों, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी तथा केयरटेकरों से भी गोवंश के रखरखाव और सहयोग पर बात की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गो संरक्षण कार्यों में स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए और गौसंरक्षण केंद्रों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। निराश्रित गोवंश हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। गोशालाओं में गाय भूखी न रहे, चारा, भूसा, प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के समस्त मण्डलीय जनपदों में 18 मॉडल गौशालाएं बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। पशुपालन विभाग द्वारा गो आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने हेतु बहुआयामी प्रयोग किये जा रहे हैं। गाय के गोबर से गो दीप, धूपबत्ती, गोलॉग, गोबर के गमले, वर्मी कम्पोस्ट तथा सी0बी0जी0 उत्पादन इकाईयोें की स्थापना की जा रही है। इन इकाईयों के संचालन में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा महत्वपूर्ण योगदान किया जा रहा है। गोवंश संरक्षण कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन एवं आर्थिक उन्नति के अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 576 वृहद गो संरक्षण केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की गई है जिसके सापेक्ष 421 केंद्रों का निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा 403 केन्द्र क्रियाशील किए जा चुके है। प्रत्येक वृहद गोसंरक्षण केन्द्र की गोवंश धारण क्षमता 400 गोवंश तथा इकाई निर्माण लागत 160.12 लाख है। निराश्रित गोवंश संरक्षण के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा अभूतपूर्व तथा उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। संरक्षित गोवंशो के भरण-पोषण हेतु शत-प्रतिशत अनुदान राशि का भुगतान डीबीटी द्वारा सितम्बर, 2025 तक किया जा चुका है। गो-संरक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन एवं आर्थिक उन्नति के अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
वर्तमान में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में 6554 अस्थायी गो आश्रय स्थल, 403 वृहद गो संरक्षण केन्द्र, 284 कांजी हाऊस एवं शहरी क्षेत्र में 307 कान्हा गो आश्रय स्थल सहित कुल 7548 गो आश्रय स्थलों में 1235782 निराश्रित गोवंश संरक्षित है। मुख्यमंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत 114865 इच्छुक लाभार्थियों को 180925 निराश्रित गोवंश सुपुर्द किये गये हैं।
कार्यक्रम में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने अधिकारियों से कहा कि गोसंरक्षण केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाए और अधिकारी नियमित रूप से गौशालाओं का निरीक्षण करें। गोसंरक्षण केन्द्रों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए और गोवंश संरक्षण कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाए।
कार्यक्रम में विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, निदेशक प्रशासन एवं विकास डा. योगेन्द्र सिंह पंवार, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डा. मेमपाल सिंह, अपर निदेशक डा. संगीता तिवारी, योजनाधिकारी डा. पीके सिंह, संयुक्त निदेशक मुख्यालय सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
गोंडा : रेलवे ओवरब्रिज से 20 फिट नीचे गिरा मिक्सिंग प्लांट, लगभग एक दर्जन दुकानें छतिग्रस्त

* इटियाथोक बाजार से आ रहा था मिक्सर टैंकर

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत देर रात लगभग 1 बजे बड़गांव रेलवे ओवरब्रिज पर इटियाथोक से गोंडा आ रहा मिक्सर टैंकर बेकाबू होकर रेलवे ब्रिज की रेलिंग तोड़ते हुए लगभग 20 फिट नीचे गिर गया। देर रात हुए हादसे में टैंकर चालक को गंभीर चोटें आई हैं। घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों व नगर कोतवाली पुलिस द्वारा तत्काल चालक को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है वहीं टैंकर में मौजूद ड्राइवर का साथी इस बड़े हादसे के बावजूद पूरी तरह से सुरक्षित है और उसके शरीर पर किसी प्रकार की खरोंच तक नहीं आई है।

टैंकर के लगभग 20 फिट नीचे गिरने से रेलवे ओवरब्रिज के नीचे स्थित लगभग एक दर्जन अस्थाई दुकानें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं तथा दुकानों का सामान भी पूरी तरह से बरबाद हो गया है।

गौरतलब हो कि मध्य रात्रि लगभग 1 बजे हादसा होने के समय दुकानें बंद थी अन्यथा की दृष्टि में किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है जिसमें कई जानें जा सकती थीं। घटना के बाद सुबह से ही लोग मौके पर पहुँच कर वीडियो बना रहे हैं। बताते चलें कि घटना के बाद बड़गांव रेलवे ओवरब्रिज की रेलिंग इतनी क्षतिग्रस्त हो गई है कि देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना बड़ा है। ब्रिज का कुछ हिस्सा अभी भी लटका हुआ है जो कभी भी गिर सकता है। वहीं गोंडा पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील किया है कि टैंकर गिरने वाले स्थान पर न जाएं तथा सावधानी बरतें। वहीं नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि मध्य रात्रि लगभग 1 बजे यह हादसा हुआ है।टैंकर गोंडा में कहीं छत ढलाई का काम करने के लिए जा रहा था कि ओवरब्रिज पर अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए नीचे गिर गया। उन्होंने बताया कि चालक को इलाज के लिए जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है जबकि उसका साथी पूरी तरह से सुरक्षित है।

आजमगढ़: सरायमीर पुलिस ने 5 वारंटी को गिरफ्तार कर किया चालान
आजमगढ़ । सरायमीर पुलिस ने एक 5 वारांटी को गिरफ्तार कर चालान कर दिया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ डॉ० अनिल कुमार द्वारा चलाए जा रहे वारंटियों के विरुद्ध गिरफ्तारी अभियान के क्रम में, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री चिराग जैन के कुशल निर्देशन, क्षेत्राधिकारी फूलपुर किरन पाल सिंह के पर्यवेक्षण तथा थाना सरायमीर प्रभारी निरीक्षक निहार नन्दन कुमार के नेतृत्व में आज दिनांक 10 नवम्बर 2025 को थाना सरायमीर पुलिस टीम द्वारा कुल 05 वारंटियों को गिरफ्तार किया गया।विवेक कुमार पुत्र श्रीराम सा0गढवा थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 23 वर्ष ,संजय कुमार पुत्र मगंरु राम सा0 गढवा थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 34 वर्ष, पवन कुमार पुत्र राधेकिशुन सा0 गढवा थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 24 वर्ष, दगंल कुमार पुत्र गुलाब सा0 पुनापोखर थाना सरायमीर आजमगढ उम्र करीब 32 वर्ष ,मो0 इबराहिम पुत्र असफाक अहमद सा0 हसनपुर थाना सरायमीर आजमगढ जनपद आमजमगढ उम्र करीब 22 वर्ष है।
देवरिया में पुलिस मुठभेड़: असलहा तस्कर पप्पू सिंह गिरफ्तार, पैर में लगी गोली

M N पांडेय,देवरिया। रविवार आधी रात देवरिया में पुलिस और असलहा तस्कर के बीच मुठभेड़ हो गई। सदर कोतवाली क्षेत्र के सकरापार के पास हुई इस मुठभेड़ में कुख्यात असलहा तस्कर पप्पू सिंह उर्फ विवेक सिंह पुलिस की गोली से घायल हो गया। उसके पैर में गोली लगने के बाद पुलिस ने उसे पकड़कर महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पूरी जानकारी ली और घायल बदमाश से पूछताछ की।

जानकारी के अनुसार, सदर कोतवाली पुलिस रात में गश्त पर थी। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि एक असलहा तस्कर बाइक से सकरापार इलाके में पहुंचने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और घेराबंदी कर दी। जैसे ही बाइक सवार पुलिस के नजदीक पहुंचा, उसने बिना देर किए पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लग गई और वह मौके पर ही गिर पड़ा।

पुलिस ने तत्काल घायल बदमाश को पकड़ लिया और इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया। पूछताछ में उसकी पहचान विवेक सिंह उर्फ पप्पू सिंह निवासी पतलापुर थाना खुखुन्दू के रूप में हुई।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पप्पू सिंह कुख्यात असलहा तस्कर है और उसके खिलाफ 15 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उस पर अवैध हथियारों की तस्करी, हत्या की कोशिश और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर आरोप हैं।

घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और बताया कि घायल बदमाश से बरामद असलहा और कारतूस जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस उसकी आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी जानकारियाँ खंगाल रही है और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

फरीदाबाद से गिरफ्तार “आतंकी” डॉक्टर मामले में नया खुलासा, महिला चिकित्सक से जुड़े तार

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दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के मामले में जांच एजेंसियों को एक और अहम सुराग मिला है। पुलिस ने एक महिला डॉक्टर की कार से एक असॉल्ट राइफल, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह कार डॉक्टर मुजम्मिल शकील के सहयोगी के नाम पर है, जो फरीदाबाद के एक अस्पताल में कार्यरत हैं।

जांच में पता चला कि आतंकी मुजम्मिल जिस कार को चलाता था, वह कार इस लेडी डॉक्टर की है। बताया जा रहा है कि गाड़ी का नंबर सामने आने के बाद लेडी डॉक्टर खुद जम्मू पुलिस के पास गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस लेडी डॉक्टर से पूछताछ कर रही है।

कार से AK-47 राइफल बरामद

यह कार मारुति सुजुकी स्विफ्ट है, जिसका नंबर फरीदाबाद के कोड HR 51 से शुरू होता है। पुलिस ने डॉक्टर शकील से पूछताछ के बाद इस कार की तलाशी ली थी। कार से पुलिस ने एक AK-47 राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। यह वाहन महिला डॉक्टर से जुड़ा हुआ पाया गया। इसी पूछताछ के दौरान शकील ने पुलिस को एक किराए के कमरे की जानकारी दी, जहां से 360 किलो विस्फोटक सामग्री, 20 टाइमर और अन्य संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गईं।

अल-फलाह संस्थान में है कार्यरत

डॉक्टर शकील पिछले तीन वर्षों से फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में वरिष्ठ डॉक्टर के रूप में कार्यरत थे। वह संस्थान के परिसर में रहते थे, लेकिन इसके अलावा उन्होंने ढोज इलाके में एक कमरा किराए पर भी लिया हुआ था। करीब दस दिन पहले पुलिस को उनकी संदिग्ध गतिविधियों की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने महिला डॉक्टर की कार और किराए के कमरे की जानकारी दी।

सहारनपुर के डॉ. आदिल की गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे

इस पूरे मामले की शुरुआत सहारनपुर के डॉ. आदिल की गिरफ्तारी से हुई थी। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि 2021–22 से डॉक्टरों का यह नेटवर्क कथित रूप से रैडिकलाइजेशन और आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था। पुलिस हैंडलर्स के रूप में हाशिम और बाद में श्रीनगर स्थित डॉ. ओमर के नाम सामने आए हैं। पुलिस यह पता लगा रही है कि महिला डॉक्टर ने हथियार और विस्फोटक सामग्री की लॉजिस्टिक सपोर्ट दी या नहीं। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वाहन उसके नाम या नियंत्रण में था या नहीं। उसके कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन इस नेटवर्क से जुड़े हैं या नहीं इसका भी पता लगाया जा रहा है।

आज की 5 प्रमुख सुर्खियां


  1. फिलीपींस में तूफान 'फंग-वोंग' का कहर: सुपर टाइफून फंग-वोंग ने उत्तरी फिलीपींस में भारी तबाही मचाई है। तूफान आने से पहले 10 लाख से अधिक निवासियों को निकाला गया था। अब तक कम से कम दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
  2. अमेरिकी सरकार का शटडाउन खत्म होने के करीब: अमेरिकी सीनेट ने 40 से अधिक दिनों से चल रहे लंबे सरकारी शटडाउन को समाप्त करने की दिशा में पहला कदम उठाया है और संघीय फंडिंग बिल को आगे बढ़ाया है।
  3. दिल्ली के पास भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कथित तौर पर दिल्ली के पास एक अस्पताल से भारी मात्रा में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने की सामग्री, जिसमें 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट शामिल है, बरामद की है और इस सिलसिले में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है।
  4. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता संकट जारी: दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बड़ी चिंता बनी हुई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। इंडिया गेट पर स्वच्छ हवा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं।
  5. बिहार में घर गिरने से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत: बिहार के सारण जिले में एक पुराने मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के पांच सदस्यों, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं, की दुखद मृत्यु हो गई है।


भारत को दहलाने की साजिश नाकाम, फरीदाबाद में डॉक्टर के कमरे से 360kg विस्फोटक मिला

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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार किया। उसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया गया, तो पुलिस भौंचक्‍की रह गई।

गुप्‍त सूचना के आधार पर जब हरियाणा के फरीदाबाद में एक डॉक्‍टर के घर पर छापा मारकर 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, एके-47 राइफल और बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किया है। इस डॉक्‍टर की पहचार अनंतनाग के काजीगुंड निवासी डॉ. आदिल अहमद राथर के तौर पर की गई है। डॉ. आदिल की निशानदेही पर ही फरीदाबाद में छापा मारकर बड़ी मात्रा में विस्‍फोटक बरामद किया गया है।जम्‍मू-कश्‍मीर ने हरियाणा और उत्‍तर पुलिस के साथ‍ मिलकर सीक्रेट तरीके से छापेमारी की।

जैश ए मोहम्मद के पोस्टर्स लगाने के मामले में एक्शन

बीते दिनों श्रीनगर में कई इलाकों पर जैश ए मोहम्मद के पोस्टर्स मिले। श्रीनगर पुलिस ने शहर के कई हिस्सों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार वाले पोस्टर मिलने के बाद एक मामला दर्ज किया था। पुलिस ने इस पोस्टर्स लगाने वालों की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो इसमें एक शख्स नजर आया। पुलिस ने उस शख्स की तलाश करनी शुरू की तो पता चला कि यह डॉक्टर आदिल है।

कमरे में मिला मौत का सामना

पुलिस ने डॉ. आदिल के बारे में जानकारी खंगाली तो पता चला कि वो सहारनपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी कर रहा है। पुलिस ने यहां की पुलिस से संपर्क किया और अंबाला रोड स्थित निजी अस्पताल पर छापा मारकर डॉ. आदिल अहमद को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान कमरे से 14 बैग, 2 ऑटोमैटिक पिस्टल, 84 कारतूस, पांच लीटर केमिकल और एके-47 बरामद की गई है। धौज इलाके में हुई इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है।

यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था आरोपी डॉक्टर

फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के घर से अमोनियम नाइट्रेट मिला है। मौके से असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल भी बरामत हुई है। अभी ऑपरेशन जारी है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये एक बड़ा मॉड्यूल है। आरडीएक्स नहीं मिला। छापामारी के दौरान करीब 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला है। आरोपी डॉक्टर यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस उपायुक्त अपराध मुकेश कुमार भी मौजूद रहे।

अब तक दो डॉक्‍टर गिरफ्तार

इस पूरे टेरर नेटवर्क में अभी तक दो डॉक्‍टर को गिरफ्तार किया जा चुका है। डॉक्‍टर आदिल के साथ ही डॉक्‍टर मुजामिल शकील को पकड़ा गया है। डॉ. शकील मूल रूप से कोइल पुलवामा का रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर आदिल ने करीब तीन माह पहले फरीदाबाद में कमरा किराये पर लिया था। डॉक्टर ने कमरे के मालिक को बताया था कि इस कमरे में सिर्फ उसका सामान रहेगा। इस दौरान किसी को इस बात का शक नहीं हुआ कि यह डॉक्‍टर लोगों का इलाज करने के बजाय मौत का सामान इकट्ठा कर रहा है।

उत्तर प्रदेश में समाज कल्याण विभाग में बड़ी कार्रवाई, 4 अधिकारियों को बर्खास्त


लखनऊ । उत्तर प्रदेश शासन ने समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 4 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा तीन सेवानिवृत्त अधिकारियों की पेंशन में कटौती का निर्णय लिया गया है। यह कार्रवाई पिछले डेढ़ दशक से लंबित रहे मामलों की जांच के बाद की गई है।

सीम अरुण की निगरानी में इन मामलों की जांच की गई

समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण की निगरानी में इन मामलों की जांच की गई। कार्रवाई मुख्य रूप से श्रावस्ती, मथुरा, शाहजहांपुर और औरैया जिलों में हुए छात्रवृत्ति और पेंशन घोटालों पर की गई है। विभाग ने सभी मामलों में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं।श्रावस्ती में तैनात मीना श्रीवास्तव पर मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना, शादी-बिमारी योजना और छात्रवृत्ति शुल्क प्रतिपूर्ति में खाता संख्या और डाटा में हेरफेर करने का आरोप है। इसके चलते उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।

छात्र-छात्राओं के धनराशि का किया गबन

मथुरा में तैनात करुणेश त्रिपाठी ने निजी प्राइवेट आईटीआई संस्थानों को अनियमित छात्रवृत्ति भुगतान किया। इसमें 11 मान्यताविहीन संस्थानों को 2.53 करोड़ रुपये दिए गए। उनके द्वारा दो वर्ष से 51 वर्ष तक की आयु के छात्रों को पाठ्यक्रम में दाखिला दिलाकर धनराशि का दुरुपयोग किया गया। विभाग उनसे 19.25 करोड़ रुपये वसूल करेगा।हापुड़ में तैनात संजय कुमार ब्यास को भी सेवा से बर्खास्त कर 3.23 करोड़ रुपये की वसूली का आदेश दिया गया। उन्होंने छात्रवृत्ति अभिलेखों में कूट-रचना कर छात्र-छात्राओं के धनराशि का गबन किया।

बर्खास्त कर 2.52 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी

शाहजहांपुर में तैनात राजेश कुमार को भी बर्खास्त कर 2.52 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना में लाभार्थियों के बैंक खाते बदलकर अपात्रों को लाभ पहुंचाया।औरैया में तैनात सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीभगवान पर 251 लाभार्थियों के खाते बदलकर पेंशन गबन करने का दोष पाया गया। उनसे 20 लाख रुपये वसूले जाएंगे और उनकी पेंशन में 10 प्रतिशत स्थाई कटौती की जाएगी।

योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही

मथुरा में तैनात तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद शंकर तिवारी और उमा शंकर शर्मा को भी छात्रवृत्ति घोटाले में दोषी पाया गया। दोनों की पेंशन में 50 प्रतिशत स्थाई कटौती के साथ क्रमशः 1.96 करोड़ और 88,94,040 रुपये वसूली के आदेश दिए गए हैं।राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी और जो मामले अभी दबे हुए हैं, उनमें भी शीघ्र एफआईआर दर्ज की जाएगी।