भाजपा के आरोप हताशा की उपज, झारखंड की प्रगति को पचा नहीं पा रही भाजपा – विनोद पांडेय

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों को झारखंड की बदली हुई ज़मीनी हकीकत और हेमंत सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से उपजी घबराहट बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने डेढ़ दशक के शासन के दौरान झारखंड को जिस बदहाल स्थिति में छोड़कर गई, वही आज उनके आरोपों की असल वजह है। दूसरी तरफ माननीय हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड विकास से समृद्धि की राह पर चल पड़ा है।

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महासचिव पांडेय ने कहा कि भाजपा नेताओं को हेमंत सरकार की उपलब्धियाँ दिख ही नहीं सकतीं, क्योंकि उनकी राजनीति आदिवासी, मूलवासी, गरीब विरोधी है। भाजपा की नीति झूठ और भ्रम फैलाने पर टिकी है।

“अरुण सिंह जी बताएं, क्या भाजपा के डेढ़ दशक के शासन में आदिवासी–मूलवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जमीन–जंगल–जल पर अधिकार मिला? क्या पूरे राज्य में अधूरे पुल, रुकी सड़कें और बंद फैक्टरियाँ झूठ थीं? हेमंत सरकार ने 5 साल में जितना काम किया है, उतना भाजपा डेढ़ दशक में नहीं कर पाई न ही कभी कर पाएगी।

महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि

1. भ्रष्टाचार का आरोप भाजपा को शोभा नहीं देता

“जिस पार्टी ने पूरे देश में भ्रष्टाचार का नया इकोसिस्टम खड़ा किया—ईडीराज और नोटबंदी से लेकर सरकारी उपक्रमों की बिक्री तक—वह झारखंड पर आरोप लगाने से पहले आईने में खुद को देखे। हेमंत सरकार ने पारदर्शिता बढ़ाई, निरीक्षण मजबूत किया।

2. शिक्षा–स्वास्थ्य पर भाजपा का ज्ञान हास्यास्पद

“शिक्षक बहाली, स्कूलों का नवीनीकरण, 400 से ज्यादा उच्च विद्यालयों का उन्नयन, जिलों में सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सुविधाएँ—ये सब हेमंत सरकार की उपलब्धियाँ हैं। भाजपा नेता एक आदिवासी नेता की उपलब्धियों को स्वीकार ही नहीं कर सकते, ये उनके DNA में ही नहीं है।

3. केंद्र का सहयोग अधिकार है, उपकार नहीं

महासचिव पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार का बजट बताना उपकार नहीं है।

“झारखंड भी कर देता है, खनिज देता है, ऊर्जा देता है। यह केंद्र की जिम्मेदारी है, दया नहीं। अपने काम को ‘मोदी की देन’ बताना संघी मानसिकता है, लोकतांत्रिक नहीं।” कोयला रॉयल्टी 1.36 लाख करोड़ के बारे में भाजपा नेता क्यूं नहीं कुछ बोल पाते ? क्यूं 1932 खातियान, सरना धर्म कोड और पिछड़ों के आरक्षण पर भाजपा को सांप सूंघ गया है।

4. घाटशिला उपचुनाव पर भाजपा का बयान हार की कुंठा

“घाटशिला की जनता ने झामुमो को चुना क्योंकि उन्होंने विकास देखा, भरोसा किया। भाजपा अपनी करारी हार को सहानुभूति बताकर जनता का अपमान कर रही है।”

महासचिव पांडेय ने कहा भाजपा झूठ बोलते–बोलते थक गई है, लेकिन झारखंड की जनता हेमंत सरकार पर भरोसा करती है। अरुण सिंह जैसे नेताओं का बयान सिर्फ उनकी बौखलाहट का प्रमाण है।

*थाना को0 देहात पुलिस द्वारा बलवा एवं जानलेवा हमला करने के आरोपी अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार-*

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर श्री आनन्द कुमार राय के नेतृत्व में थाना को0 देहात पुलिस द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0स0-521/2025, धारा-191(2), 191(3), 190, 115(2), 118(1), 117(2), 109(1), 110, 352, 351(3) बीएनएस से सम्बन्धित आरोपी अभियुक्त- भगवान शंकर सिंह उर्फ उत्तम सिंह पुत्र स्व0 गौरी शंकर नि0 शीतल सिंह पुरवा कोयली जंगल थाना कोतवाली देहात, जनपद गोण्डा को नेवारी नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

दिनांक 16.11.2025 को वादी मंजू देवी द्वारा थाना को0 देहात में लिखित तहरीर दी गयी कि लाला बगिया पुल पर पुरानी रंजिश की पंचायत हो रही थी जहां उसके पति आनन्द यादव तथा पटीदार किशनलाल यादव व दशरथ यादव पर विपक्षीगणों द्वारा असलहे से फायर कर तथा भाला/धारदार हथियार/लोहे की रॉड से जान से मारने की नीयत से हमला किया गया गया । हमले में आनन्द यादव के सिर, हाथ, पैर में गंभीर चोटें, तथा किशनलाल व दशरथ को भी गंभीर धारदार चोटें आईं है। मौके पर आए ग्रामीणों द्वारा घायलों को जिला अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ से आनन्द यादव को गंभीर अवस्था में लखनऊ रेफर कर दिया गया । वादिनी की लिखित तहरीर के आधार पर थाना को0 देहात में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया । आज दिनांक 18.11.2025 को थाना को0 देहात पुलिस द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी अभियुक्त भगवान शंकर सिंह उर्फ उत्तम सिंह पुत्र स्व0 गौरी शंकर नि0 शीतल सिंह पुरवा कोयली जंगल थाना कोतवाली देहात, जनपद गोण्डा को नेवारी नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना को0 देहात पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय रवाना किया गया।

थाना कोडिया पुलिस द्वारा 02 हत्याभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार-

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज श्री राजेश सिंह के नेतृत्व में थाना कौड़िया पुलिस द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0-99/2025 धारा 103(1),352,351(3) बीएनएस से सम्बन्धित 02 हत्याभियुक्त 1. कमल बहादुर सिंह पुत्र अम्बिका सिंह व 2. भरत सिंह पुत्र अम्बिका सिंह निवासीगण ग्राम जेठपुरवा थाना कौडिया जनपद गोण्डा को बिछुड़ी नहर के पास से गिरफ्तार किया गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

वादी तेज बहादुर सिंह पुत्र अर्जुन सिंह नि0 पश्चिम पुरवा मौजा जेठपुरवा थाना कौड़िया जनपद गोण्डा द्वारा थाना कौड़िया में लिखित तहरीर दी गयी जिसमें बताया गया कि दिनांक 19.05.2025 को सुबह उनका पुत्र बब्लू उर्फ श्याम अपने मुर्गी फार्म हाउस पर सो रहा था। तभी गांव के कमल बहादुर सिंह, भरत सिंह, अन्नू सिंह उर्फ राजेश सिंह (पुत्रगण अम्बिका सिंह) एवं राहुल सिंह (पुत्र अन्नू सिंह) एकराय होकर वहां आए और पुरानी रंजिश के चलते उसे गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी तथा उसके हाथ-पैर और नाक दबाकर जबरन मुंह में जहर पिला दिया और फरार हो गए। उनका बेटा बबलू किसी तरह घर आया और घटना की जानकारी दी। जिसके बाद तत्काल उसे जिला अस्पताल गोण्डा ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना कौड़िया में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। आज दिनांक 18.11.2025 को थाना कौडिया पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त 1. कमल बहादुर सिंह पुत्र अम्बिका सिंह व 2. भरत सिंह पुत्र अम्बिका सिंह निवासीगण ग्राम जेठपुरवा थाना कौडिया जनपद गोण्डा को बिछुड़ी नहर के पास से गिरफ्तार किया गया। थाना कौड़िया पुलिस द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए माननीय न्यायालय भेजा गया।

जोकहरा मार्ग पर युवक पर जानलेवा हमला, घायल की हालत गंभीर






आजमगढ़। थाना रौनापार क्षेत्र के जोकहरा गांव में शनिवार की शाम एक युवक पर घात लगाए बैठे विपक्षियों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, किरण कुमार राय निवासी जोकहरा के भाई प्रवीण कुमार राय 14 नवंबर की शाम लगभग 7 बजे बाजार से घर लौट रहे थे। रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे सोनू राय, दुड्डू राय व बिरेन्द्र राय सहित अन्य लोगों ने उन्हें रोक लिया और लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। आरोप है कि हमलावरों ने प्रवीण राय की हत्या करने की नीयत से मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़े। फिर भी आरोपियों का हमला यहीं नहीं रुका। पीड़ित के अनुसार, आरोपित उन्हें घसीटकर अपने घर की ओर ले गए और वहां भी मारपीट जारी रखी। शोर सुनकर ग्रामीण और प्रवीण का भाई किरण कुमार राय पहुंचे और किसी तरह घायल को छुड़ाकर घर लाए।पीड़ित का आरोप है कि घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, लेकिन आरोपित प्रभावशाली होने के कारण पुलिस मौके पर आने के बावजूद न तो मेडिकल कराई और न ही रिपोर्ट दर्ज की। इससे पीड़ित का स्थानीय पुलिस पर से विश्वास उठ गया है।किरण कुमार राय ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को प्रार्थनापत्र देकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों में घटना को लेकर रोष व्याप्त है।
डबल डेकर बस पलटी, तीन सवारियों की मौत, 25 घायल
लखनऊ । कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के आनंद विहार, दिल्ली से बिहार जा रही एक डबल डेकर बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में पांच साल के मासूम समेत तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 25 अन्य लोग घायल हैं। घायलों में 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बस में कुल 45 यात्री सवार थे। घटना के बाद बस चालक और परिचालक फरार हो गए।

बस डिवाइडर पर चढ़ गई और पलट गई

यात्रियों के अनुसार, बस दिल्ली से बिहार के सिवान जा रही थी। हादसा किलोमीटर संख्या 216 के पास हुआ। बताया गया कि चालक को अचानक झपकी आ गई, जिससे बस डिवाइडर पर चढ़ गई और पलट गई। घटना के दौरान बस के परखच्चे उड़ गए और टूटे हुए कांच सैकड़ों मीटर तक बिखर गए। बस की रफ्तार अधिक होने के कारण यह लगभग 40-50 फीट तक घिसकती चली गई।पुलिस और राहगीरों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया और सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद HALT अस्पताल रेफर किया गया।

चालक व परिचालक की तलाश जारी

सड़क हादसे में अनुराग (5 वर्ष), पुत्र अजय, बिहार, नसीम आलम (20 वर्ष), बिहार, शशि कुमार (26 वर्ष), पश्चिम बंगाल की मौत हो गई। जबकि अनुराग की मां को गंभीर चोटें आई हैं, उनका इलाज जारी है।सहायक पुलिस आयुक्त मंजय सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है और घायलों का इलाज किया जा रहा है। पुलिस घटना की जांच कर रही है और चालक व परिचालक की तलाश जारी है।
लखनऊ पर आतंक का खतरा: महिला आतंकी डॉ. शाहीन शाहिद की मास्टरमाइंडिंग का पर्दाफाश, यूपी के कई शहरों पर था हमला निशाना


लखनऊ । आगामी छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने का प्रयास हुआ, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने इसे नाकाम कर दिया। राजधानी लखनऊ के खंदारी बाजार निवासी डॉ. शाहीन शाहिद और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी सहित पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि डॉ. शाहीन इस गिरोह की मास्टरमाइंड थीं और उनका लक्ष्य सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि यूपी के कई प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को निशाना बनाना था।

दिल्ली धमाके के बाद यूपी को भी बनाया था निशाना

सूत्रों के मुताबिक, लाल किला मैट्रो स्टेशन में हुए बम धमाके के बाद यह गिरोह लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना बना रहा था। डॉ. शाहीन और उसके सहयोगी देश विरोधी एजेंडों के तहत सक्रिय थे और उनका मकसद सामाजिक भय फैलाना और आतंक को बढ़ावा देना था।

जांच में यह भी पता चला कि डॉ. शाहीन ने सऊदी अरब में करीब चार साल तक एक प्रमुख अस्पताल में काम किया। इसी दौरान उनका संपर्क कश्मीरी मूल के डॉक्टरों और संभावित आतंकियों से हुआ। लौटने के बाद वह फरीदाबाद और लखनऊ में सक्रिय रही।

एनआईए और एटीएस ने शुरू की गहन पड़ताल

जांच एजेंसियों ने लालबाग और मड़ियांव स्थित आवासों से बरामद दस्तावेजों, लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड ड्राइव की गहन फोरेंसिक पड़ताल शुरू कर दी है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क कर डिजिटल उपकरणों की जांच की रिपोर्ट मंगवाई है। इसके अलावा एटीएस सहारनपुर और कानपुर में उनके वाहनों और सहयोगियों की जानकारी जुटा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, डॉ. परवेज की गाड़ियों की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाएगा कि क्या उनके जरिए अमोनियम नाइट्रेट, फर्टिलाइजर या अन्य विस्फोटक सामग्री कहीं भेजी गई थी। एनआईए की टीम अयोध्या का भी रुख करेगी, क्योंकि डॉ. परवेज ने अयोध्या में इंटर्नशिप की थी और वहां उसके संपर्कों की पड़ताल आवश्यक मानी जा रही है।

महिला आतंकी का नेटवर्क देशभर में फैला

एटीएस और पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉ. शाहीन और उसके भाई के संपर्क में लखनऊ और यूपी के आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध हैं। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह गिरोह जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी तक सक्रिय था और उनका नेटवर्क कई शहरों और संस्थाओं तक फैला हुआ था। एनआईए और एटीएस इस नेटवर्क को पूरी तरह उजागर करने और देश के भीतर इसके संपर्कों को तोड़ने में जुटी हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने बड़े हादसों को रोका

विशेषज्ञों का कहना है कि महिला आतंकी के सक्रिय होने से यूपी में बड़े आतंकी हमलों की गंभीर आशंका थी। लेकिन समय पर गिरफ्तारी और गहन जांच ने बड़े हादसों को टाल दिया। बरामद दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्यों से अब तक यह पता चला है कि गिरोह का दायरा दिल्ली, लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी तक फैला हुआ था।

जांच का अगला चरण

बता दें कि डॉक्टर शाहीन बम धमाके की मास्टरमाइंड बताई जा रही है जबकि डॉ परवेज उसका सबसे भरोसेमंद मददगार बताया जा रहा है। इनके साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हैं इसके बारे में जांच एजेंसियां, एटीएस और पुलिस इनकी कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।एनआईए और एटीएस की नजर अब गिरोह के पूरा नेटवर्क खंगालने, इसके सहयोगियों की पहचान करने और विदेशों से जुड़े कनेक्शन उजागर करने पर केंद्रित है। फोरेंसिक जांच, दस्तावेजों की पड़ताल और संदिग्धों से पूछताछ के बाद ही गिरोह की पूरी साजिश उजागर हो पाएगी।
*भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता*
सुल्तानपुर,एकदिवसीय महिला अस्मिता बालिका अंडर 14 एवं 16 खेल जो आल इंडिया (AFI) , भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता करने का अवसर प्राप्त हुआ, इस महिला अस्मिता एथलेटिक्स का आयु वर्ग 14 वर्ष एवं 16 वर्षीय बालिका प्रतिभा करेगी जो की सुल्तानपुर पंत स्टेडियम में 21 नवंबर को सुबह 10:00 बजे प्रारंभ होगी। प्रतियोगिता को अंतिम रूप देने के लिए आज ADM बाबू राम जी जिला एथलेटिक्स संघ के जनरल सेक्टरी स अंतर्राष्ट्रीय धावक श्री बाबा दिन चौधरी,एथलेटिक्स एसोसिएशन अध्यक्ष श्री राम लखन यादव , जिला कीड़ा अधिकारी राजेश सोनकर, राजेश कन्नौजिया,कबड्डी संघ के सचिव महेश यादव संजय तिवारी,हरगोविंद सिंह, ओमप्रकाश पाल, हाफिज जी,आदि लोगों ने जाकर स्टेडियम ग्राउंड का निरीक्षण किया। जिससे कि दिनांक 21 को होने वाली प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना करना पड़े इस आयोजन के लिए जिला ओलंपिक संघ के सचिव पंकज दुबे ने एथलेटिक संघ को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया कि जनपद में यह कार्यक्रम संभव करने के लिए।
आतंकी डॉक्टर उमर नबी का धमाके से पहले का वीडियो आया सामने, सुसाइड बॉम्बिंग को बताया शहादत

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दिल्ली ब्लास्ट के आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो सुसाइड बॉम्बिंग की वकालत करता नजर आ रहा है। वीडियो में डॉ. उमर-उन-नबी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सुसाइड बॉम्बिंग को लोग गलत समझते हैं। इंग्लिश में बोलते हुए वह दावा कर रहा है कि जिसे सुसाइड बॉम्बिंग कहा जाता है, वह असल में 'शहादत का ऑपरेशन' है।

पूरे वीडियो में वह बेहतरीन अंग्रेजी में बात करता दिख रहा है।वीडियो में उमर अकेला नजर आ रहा है और उसने एक कमरे में बैठकर यह वीडियो रिकॉर्ड किया है। वह सुसाइड हमले को इस्लामिक सिद्धांतों से जायज ठहराने की कोशिश करते हुए कहता है। उसका कहना है कि सुसाइड बॉम्बिंग को ठीक से समझा नहीं गया है

आत्मघाती हमले को इस्लाम में बताया जायज

वीडियो में उमर मोहम्मद ने कहा कि जिसे आत्मघाती बम विस्फोट कहा जाता है, वह अवधारणा बहुत ही गलतफहमी में से एक है। यह एक शहादत अभियान है... जिसे इस्लाम में जाना जाता है।" वह आगे स्वीकार करता है कि इस अवधारणा के खिलाफ कई तर्क दिए गए हैं, और इसमें विरोधाभास भी है। उमर के अनुसार, "शहादत" अभियान वह होता है जिसमें व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मौत किसी खास जगह और समय पर होगी तो वह एक खतरनाक मानसिक अवस्था में पहुंच जाता है। वह मानने लगता है कि मौत ही उसका अंतिम लक्ष्य है।

वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया

जांचकर्ताओं का दावा है कि उमर ने यह वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया था। 10 नवंबर का धमाका लाल किले के पास एक व्यस्त सड़क पर हुआ था। इसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। यह मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इसमें 9–10 लोग शामिल थे, जिनमें से 5–6 डॉक्टर थे। ये लोग अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे और अपनी मेडिकल पहचान का इस्तेमाल करके विस्फोटक बनाने वाले रसायन और सामग्री जुटाते थे।

सोच-समझकर बनाई गई थी दिल्ली विस्फोट की योजना

यह वीडियो इस बात की भी पुष्टि करता है कि दिल्ली कार विस्फोट की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी। यह इस अटकल को खारिज करता है कि विस्फोटकों को ले जाते समय यह अनजाने में हुआ होगा। दरअसल आतंकी डॉक्टर उमर ने 10 नवंबर को सफेद हुंडई i20 कार में विस्फोटक भरकर उसे लाल किले के पास भीड़ में उड़ा दिया। घटना में 15 मौत हुई है, जिसमें उमर के भी चीथड़े उड़ गए।

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले फरीदाबाद मॉड्यूल का खुलासा

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले अल-फलाह विश्वविद्यालय से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन सईद समेत 7 लोग गिरफ्तार हुए थे। आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करने के साथ पुलिस ने 2,900 किलो विस्फोटक और हथियार बरामद किया। उमर ने आतंकी खुलासे के एक दिन बाद जल्दबाजी में 10 नवंबर को लाल किले के पास आत्मधाती हमला किया था।

UP में डबल ट्रैप ऑपरेशन: दो पुलिसकर्मी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषित जीरो टॉलरेंस नीति और डीजीपी राजीव कृष्ण के सख्त निर्देशों का असर एक बार फिर जमीन पर साफ दिखाई दिया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उत्तर प्रदेश ने सोमवार को लखनऊ और कानपुर में दो अलग-अलग स्थानों पर डबल ट्रैप ऑपरेशन चलाकर रिश्वतखोरी में लिप्त दो पुलिसकर्मियों को पकड़कर बड़ा खुलासा किया है।

कानपुर में 6 हजार की रिश्वत लेते आरक्षी गिरफ्तार

पहली कार्रवाई कानपुर देहात में हुई, जहां शिकायतकर्ता सौरभ पाल ने बताया कि उसका होटल बिना बाधा संचालित करने के लिए एक आरक्षी लगातार अवैध धनराशि की मांग कर रहा था।शिकायत की पुष्टि के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन Kanpur Unit ने निरीक्षक जगदीश यादव के नेतृत्व में जाल बिछाया। सिकंदरा चौराहा, हाईवे ओवरब्रिज के पास चाय की दुकान के नज़दीक से आरक्षी गौरव कुमार को 6,000 रुपये रिश्वत लेते ही रंगेहाथ पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपित को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया और आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

हरदोई में उपनिरीक्षक 70 हजार लेते पकड़ा गया

दूसरी बड़ी कार्रवाई लखनऊ इकाई ने हरदोई में अंजाम दी। शिकायतकर्ता रजीम खान ने बताया था कि एक मामले की विवेचना में धारा न बढ़ाने के एवज में उपनिरीक्षक द्वारा 70 हजार रुपये की मांग की जा रही थी।
निरीक्षक निखिल श्रीवास्तव की टीम ने थाना माधोगंज परिसर में संचालित हॉस्टल के पास ट्रैप लगाया और उपनिरीक्षक (ना०पु०) आकाश कोशवाल को 70,000 रुपये लेते ही मौके पर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को तत्क्षण अभिरक्षा में लेकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया।

भ्रष्टाचार पर प्रहार, संदेश साफ, किसी को बख्शा नहीं जाएगा

एक ही दिन में दो पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी ने यह साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की इन कार्रवाइयों ने जनविश्वास बढ़ाया है और यह संदेश दिया है कि चाहे कोई भी हो, रिश्वत लेने वालों पर सीधी कार्रवाई होगी।संगठन ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत निडर होकर करें, और शासन की जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूत बनाने में सहयोग दें।
मोक्ष नगरी गया जी में शहर की सड़कें जाम से बेहाल, जाम की समस्या नासूर बनी, जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान

गया: मोक्ष नगरी गया जी में जाम की समस्या नासूर बनी हुई है। जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान हैं। रोजाना सड़कों पर लगने वाले जाम आम राहगीरों के साथ तीर्थ यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी है।

सोमवार को शहर की सड़कें जाम से बेहाल रहीं। सुबह से लेकर देर शाम तक केदारनाथ मोड़, गोल पत्थर, कोर्ट रोड, चौक टावर और रमना रोड पर गाड़ियों की रफ्तार रेंगती रही। ऑफिस टाइम हो या स्कूल ड्यूटी, हर जगह वाहनों की लंबी कतारों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। कई जगह तो हालात ऐसे बने कि लोग वाहन छोड़ पैदल निकलना बेहतर समझने लगे।

केदारनाथ मोड़ पर अचानक बढ़े वाहनों के दबाव और सड़क किनारे अवैध पार्किंग ने जाम को और विकराल कर दिया। गोल पत्थर से कोर्ट रोड तक दोपहिया चारपहिया वाहनों की लंबी लाइनें लगी रहीं। चौक टावर क्षेत्र में दुकानों के सामने बेतरतीब खड़े वाहनों ने स्थिति बिगाड़ दी। रमना रोड पर तो घंटों तक ट्रैफिक पुलिस जूझती रही, फिर भी जाम खुलने का नाम नहीं ले रहा था। भीषण जाम के कारण स्कूल बसें और एंबुलेंस भी फंसती जिससे अभिभावक और मरीज परिजन परेशान दिखे। तेज धूप में खड़े राहगीर हलकान हो गए। कई दुकानदारों ने बताया कि जाम की वजह से ग्राहकों का आना-जाना प्रभावित हुआ,

जिससे व्यवसाय पर भी असर पड़ा। लोगों का कहना है कि अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और सड़कों की कम चौड़ाई के कारण शहर रोजाना जाम की चपेट में रहता है। हालांकि पुलिस ने कई जगहों पर मोर्चा संभाला, लेकिन वाहनों का दबाव इतना ज्यादा था कि स्थिति सामान्य करने में देर लगी। व्यवसायियों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है, ताकि शहर का ट्रैफिक सिस्टम ठप न हो जाए।

भाजपा के आरोप हताशा की उपज, झारखंड की प्रगति को पचा नहीं पा रही भाजपा – विनोद पांडेय

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों को झारखंड की बदली हुई ज़मीनी हकीकत और हेमंत सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से उपजी घबराहट बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने डेढ़ दशक के शासन के दौरान झारखंड को जिस बदहाल स्थिति में छोड़कर गई, वही आज उनके आरोपों की असल वजह है। दूसरी तरफ माननीय हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड विकास से समृद्धि की राह पर चल पड़ा है।

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महासचिव पांडेय ने कहा कि भाजपा नेताओं को हेमंत सरकार की उपलब्धियाँ दिख ही नहीं सकतीं, क्योंकि उनकी राजनीति आदिवासी, मूलवासी, गरीब विरोधी है। भाजपा की नीति झूठ और भ्रम फैलाने पर टिकी है।

“अरुण सिंह जी बताएं, क्या भाजपा के डेढ़ दशक के शासन में आदिवासी–मूलवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जमीन–जंगल–जल पर अधिकार मिला? क्या पूरे राज्य में अधूरे पुल, रुकी सड़कें और बंद फैक्टरियाँ झूठ थीं? हेमंत सरकार ने 5 साल में जितना काम किया है, उतना भाजपा डेढ़ दशक में नहीं कर पाई न ही कभी कर पाएगी।

महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि

1. भ्रष्टाचार का आरोप भाजपा को शोभा नहीं देता

“जिस पार्टी ने पूरे देश में भ्रष्टाचार का नया इकोसिस्टम खड़ा किया—ईडीराज और नोटबंदी से लेकर सरकारी उपक्रमों की बिक्री तक—वह झारखंड पर आरोप लगाने से पहले आईने में खुद को देखे। हेमंत सरकार ने पारदर्शिता बढ़ाई, निरीक्षण मजबूत किया।

2. शिक्षा–स्वास्थ्य पर भाजपा का ज्ञान हास्यास्पद

“शिक्षक बहाली, स्कूलों का नवीनीकरण, 400 से ज्यादा उच्च विद्यालयों का उन्नयन, जिलों में सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सुविधाएँ—ये सब हेमंत सरकार की उपलब्धियाँ हैं। भाजपा नेता एक आदिवासी नेता की उपलब्धियों को स्वीकार ही नहीं कर सकते, ये उनके DNA में ही नहीं है।

3. केंद्र का सहयोग अधिकार है, उपकार नहीं

महासचिव पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार का बजट बताना उपकार नहीं है।

“झारखंड भी कर देता है, खनिज देता है, ऊर्जा देता है। यह केंद्र की जिम्मेदारी है, दया नहीं। अपने काम को ‘मोदी की देन’ बताना संघी मानसिकता है, लोकतांत्रिक नहीं।” कोयला रॉयल्टी 1.36 लाख करोड़ के बारे में भाजपा नेता क्यूं नहीं कुछ बोल पाते ? क्यूं 1932 खातियान, सरना धर्म कोड और पिछड़ों के आरक्षण पर भाजपा को सांप सूंघ गया है।

4. घाटशिला उपचुनाव पर भाजपा का बयान हार की कुंठा

“घाटशिला की जनता ने झामुमो को चुना क्योंकि उन्होंने विकास देखा, भरोसा किया। भाजपा अपनी करारी हार को सहानुभूति बताकर जनता का अपमान कर रही है।”

महासचिव पांडेय ने कहा भाजपा झूठ बोलते–बोलते थक गई है, लेकिन झारखंड की जनता हेमंत सरकार पर भरोसा करती है। अरुण सिंह जैसे नेताओं का बयान सिर्फ उनकी बौखलाहट का प्रमाण है।

*थाना को0 देहात पुलिस द्वारा बलवा एवं जानलेवा हमला करने के आरोपी अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार-*

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर श्री आनन्द कुमार राय के नेतृत्व में थाना को0 देहात पुलिस द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0स0-521/2025, धारा-191(2), 191(3), 190, 115(2), 118(1), 117(2), 109(1), 110, 352, 351(3) बीएनएस से सम्बन्धित आरोपी अभियुक्त- भगवान शंकर सिंह उर्फ उत्तम सिंह पुत्र स्व0 गौरी शंकर नि0 शीतल सिंह पुरवा कोयली जंगल थाना कोतवाली देहात, जनपद गोण्डा को नेवारी नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

दिनांक 16.11.2025 को वादी मंजू देवी द्वारा थाना को0 देहात में लिखित तहरीर दी गयी कि लाला बगिया पुल पर पुरानी रंजिश की पंचायत हो रही थी जहां उसके पति आनन्द यादव तथा पटीदार किशनलाल यादव व दशरथ यादव पर विपक्षीगणों द्वारा असलहे से फायर कर तथा भाला/धारदार हथियार/लोहे की रॉड से जान से मारने की नीयत से हमला किया गया गया । हमले में आनन्द यादव के सिर, हाथ, पैर में गंभीर चोटें, तथा किशनलाल व दशरथ को भी गंभीर धारदार चोटें आईं है। मौके पर आए ग्रामीणों द्वारा घायलों को जिला अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ से आनन्द यादव को गंभीर अवस्था में लखनऊ रेफर कर दिया गया । वादिनी की लिखित तहरीर के आधार पर थाना को0 देहात में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया । आज दिनांक 18.11.2025 को थाना को0 देहात पुलिस द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी अभियुक्त भगवान शंकर सिंह उर्फ उत्तम सिंह पुत्र स्व0 गौरी शंकर नि0 शीतल सिंह पुरवा कोयली जंगल थाना कोतवाली देहात, जनपद गोण्डा को नेवारी नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना को0 देहात पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय रवाना किया गया।

थाना कोडिया पुलिस द्वारा 02 हत्याभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार-

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज श्री राजेश सिंह के नेतृत्व में थाना कौड़िया पुलिस द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0-99/2025 धारा 103(1),352,351(3) बीएनएस से सम्बन्धित 02 हत्याभियुक्त 1. कमल बहादुर सिंह पुत्र अम्बिका सिंह व 2. भरत सिंह पुत्र अम्बिका सिंह निवासीगण ग्राम जेठपुरवा थाना कौडिया जनपद गोण्डा को बिछुड़ी नहर के पास से गिरफ्तार किया गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

वादी तेज बहादुर सिंह पुत्र अर्जुन सिंह नि0 पश्चिम पुरवा मौजा जेठपुरवा थाना कौड़िया जनपद गोण्डा द्वारा थाना कौड़िया में लिखित तहरीर दी गयी जिसमें बताया गया कि दिनांक 19.05.2025 को सुबह उनका पुत्र बब्लू उर्फ श्याम अपने मुर्गी फार्म हाउस पर सो रहा था। तभी गांव के कमल बहादुर सिंह, भरत सिंह, अन्नू सिंह उर्फ राजेश सिंह (पुत्रगण अम्बिका सिंह) एवं राहुल सिंह (पुत्र अन्नू सिंह) एकराय होकर वहां आए और पुरानी रंजिश के चलते उसे गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी तथा उसके हाथ-पैर और नाक दबाकर जबरन मुंह में जहर पिला दिया और फरार हो गए। उनका बेटा बबलू किसी तरह घर आया और घटना की जानकारी दी। जिसके बाद तत्काल उसे जिला अस्पताल गोण्डा ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना कौड़िया में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। आज दिनांक 18.11.2025 को थाना कौडिया पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त 1. कमल बहादुर सिंह पुत्र अम्बिका सिंह व 2. भरत सिंह पुत्र अम्बिका सिंह निवासीगण ग्राम जेठपुरवा थाना कौडिया जनपद गोण्डा को बिछुड़ी नहर के पास से गिरफ्तार किया गया। थाना कौड़िया पुलिस द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए माननीय न्यायालय भेजा गया।

जोकहरा मार्ग पर युवक पर जानलेवा हमला, घायल की हालत गंभीर






आजमगढ़। थाना रौनापार क्षेत्र के जोकहरा गांव में शनिवार की शाम एक युवक पर घात लगाए बैठे विपक्षियों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, किरण कुमार राय निवासी जोकहरा के भाई प्रवीण कुमार राय 14 नवंबर की शाम लगभग 7 बजे बाजार से घर लौट रहे थे। रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे सोनू राय, दुड्डू राय व बिरेन्द्र राय सहित अन्य लोगों ने उन्हें रोक लिया और लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। आरोप है कि हमलावरों ने प्रवीण राय की हत्या करने की नीयत से मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़े। फिर भी आरोपियों का हमला यहीं नहीं रुका। पीड़ित के अनुसार, आरोपित उन्हें घसीटकर अपने घर की ओर ले गए और वहां भी मारपीट जारी रखी। शोर सुनकर ग्रामीण और प्रवीण का भाई किरण कुमार राय पहुंचे और किसी तरह घायल को छुड़ाकर घर लाए।पीड़ित का आरोप है कि घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, लेकिन आरोपित प्रभावशाली होने के कारण पुलिस मौके पर आने के बावजूद न तो मेडिकल कराई और न ही रिपोर्ट दर्ज की। इससे पीड़ित का स्थानीय पुलिस पर से विश्वास उठ गया है।किरण कुमार राय ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को प्रार्थनापत्र देकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों में घटना को लेकर रोष व्याप्त है।
डबल डेकर बस पलटी, तीन सवारियों की मौत, 25 घायल
लखनऊ । कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के आनंद विहार, दिल्ली से बिहार जा रही एक डबल डेकर बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में पांच साल के मासूम समेत तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 25 अन्य लोग घायल हैं। घायलों में 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बस में कुल 45 यात्री सवार थे। घटना के बाद बस चालक और परिचालक फरार हो गए।

बस डिवाइडर पर चढ़ गई और पलट गई

यात्रियों के अनुसार, बस दिल्ली से बिहार के सिवान जा रही थी। हादसा किलोमीटर संख्या 216 के पास हुआ। बताया गया कि चालक को अचानक झपकी आ गई, जिससे बस डिवाइडर पर चढ़ गई और पलट गई। घटना के दौरान बस के परखच्चे उड़ गए और टूटे हुए कांच सैकड़ों मीटर तक बिखर गए। बस की रफ्तार अधिक होने के कारण यह लगभग 40-50 फीट तक घिसकती चली गई।पुलिस और राहगीरों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया और सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद HALT अस्पताल रेफर किया गया।

चालक व परिचालक की तलाश जारी

सड़क हादसे में अनुराग (5 वर्ष), पुत्र अजय, बिहार, नसीम आलम (20 वर्ष), बिहार, शशि कुमार (26 वर्ष), पश्चिम बंगाल की मौत हो गई। जबकि अनुराग की मां को गंभीर चोटें आई हैं, उनका इलाज जारी है।सहायक पुलिस आयुक्त मंजय सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है और घायलों का इलाज किया जा रहा है। पुलिस घटना की जांच कर रही है और चालक व परिचालक की तलाश जारी है।
लखनऊ पर आतंक का खतरा: महिला आतंकी डॉ. शाहीन शाहिद की मास्टरमाइंडिंग का पर्दाफाश, यूपी के कई शहरों पर था हमला निशाना


लखनऊ । आगामी छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने का प्रयास हुआ, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने इसे नाकाम कर दिया। राजधानी लखनऊ के खंदारी बाजार निवासी डॉ. शाहीन शाहिद और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी सहित पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि डॉ. शाहीन इस गिरोह की मास्टरमाइंड थीं और उनका लक्ष्य सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि यूपी के कई प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को निशाना बनाना था।

दिल्ली धमाके के बाद यूपी को भी बनाया था निशाना

सूत्रों के मुताबिक, लाल किला मैट्रो स्टेशन में हुए बम धमाके के बाद यह गिरोह लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना बना रहा था। डॉ. शाहीन और उसके सहयोगी देश विरोधी एजेंडों के तहत सक्रिय थे और उनका मकसद सामाजिक भय फैलाना और आतंक को बढ़ावा देना था।

जांच में यह भी पता चला कि डॉ. शाहीन ने सऊदी अरब में करीब चार साल तक एक प्रमुख अस्पताल में काम किया। इसी दौरान उनका संपर्क कश्मीरी मूल के डॉक्टरों और संभावित आतंकियों से हुआ। लौटने के बाद वह फरीदाबाद और लखनऊ में सक्रिय रही।

एनआईए और एटीएस ने शुरू की गहन पड़ताल

जांच एजेंसियों ने लालबाग और मड़ियांव स्थित आवासों से बरामद दस्तावेजों, लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड ड्राइव की गहन फोरेंसिक पड़ताल शुरू कर दी है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क कर डिजिटल उपकरणों की जांच की रिपोर्ट मंगवाई है। इसके अलावा एटीएस सहारनपुर और कानपुर में उनके वाहनों और सहयोगियों की जानकारी जुटा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, डॉ. परवेज की गाड़ियों की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाएगा कि क्या उनके जरिए अमोनियम नाइट्रेट, फर्टिलाइजर या अन्य विस्फोटक सामग्री कहीं भेजी गई थी। एनआईए की टीम अयोध्या का भी रुख करेगी, क्योंकि डॉ. परवेज ने अयोध्या में इंटर्नशिप की थी और वहां उसके संपर्कों की पड़ताल आवश्यक मानी जा रही है।

महिला आतंकी का नेटवर्क देशभर में फैला

एटीएस और पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉ. शाहीन और उसके भाई के संपर्क में लखनऊ और यूपी के आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध हैं। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह गिरोह जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी तक सक्रिय था और उनका नेटवर्क कई शहरों और संस्थाओं तक फैला हुआ था। एनआईए और एटीएस इस नेटवर्क को पूरी तरह उजागर करने और देश के भीतर इसके संपर्कों को तोड़ने में जुटी हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने बड़े हादसों को रोका

विशेषज्ञों का कहना है कि महिला आतंकी के सक्रिय होने से यूपी में बड़े आतंकी हमलों की गंभीर आशंका थी। लेकिन समय पर गिरफ्तारी और गहन जांच ने बड़े हादसों को टाल दिया। बरामद दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्यों से अब तक यह पता चला है कि गिरोह का दायरा दिल्ली, लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी तक फैला हुआ था।

जांच का अगला चरण

बता दें कि डॉक्टर शाहीन बम धमाके की मास्टरमाइंड बताई जा रही है जबकि डॉ परवेज उसका सबसे भरोसेमंद मददगार बताया जा रहा है। इनके साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हैं इसके बारे में जांच एजेंसियां, एटीएस और पुलिस इनकी कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।एनआईए और एटीएस की नजर अब गिरोह के पूरा नेटवर्क खंगालने, इसके सहयोगियों की पहचान करने और विदेशों से जुड़े कनेक्शन उजागर करने पर केंद्रित है। फोरेंसिक जांच, दस्तावेजों की पड़ताल और संदिग्धों से पूछताछ के बाद ही गिरोह की पूरी साजिश उजागर हो पाएगी।
*भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता*
सुल्तानपुर,एकदिवसीय महिला अस्मिता बालिका अंडर 14 एवं 16 खेल जो आल इंडिया (AFI) , भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता करने का अवसर प्राप्त हुआ, इस महिला अस्मिता एथलेटिक्स का आयु वर्ग 14 वर्ष एवं 16 वर्षीय बालिका प्रतिभा करेगी जो की सुल्तानपुर पंत स्टेडियम में 21 नवंबर को सुबह 10:00 बजे प्रारंभ होगी। प्रतियोगिता को अंतिम रूप देने के लिए आज ADM बाबू राम जी जिला एथलेटिक्स संघ के जनरल सेक्टरी स अंतर्राष्ट्रीय धावक श्री बाबा दिन चौधरी,एथलेटिक्स एसोसिएशन अध्यक्ष श्री राम लखन यादव , जिला कीड़ा अधिकारी राजेश सोनकर, राजेश कन्नौजिया,कबड्डी संघ के सचिव महेश यादव संजय तिवारी,हरगोविंद सिंह, ओमप्रकाश पाल, हाफिज जी,आदि लोगों ने जाकर स्टेडियम ग्राउंड का निरीक्षण किया। जिससे कि दिनांक 21 को होने वाली प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना करना पड़े इस आयोजन के लिए जिला ओलंपिक संघ के सचिव पंकज दुबे ने एथलेटिक संघ को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया कि जनपद में यह कार्यक्रम संभव करने के लिए।
आतंकी डॉक्टर उमर नबी का धमाके से पहले का वीडियो आया सामने, सुसाइड बॉम्बिंग को बताया शहादत

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दिल्ली ब्लास्ट के आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो सुसाइड बॉम्बिंग की वकालत करता नजर आ रहा है। वीडियो में डॉ. उमर-उन-नबी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सुसाइड बॉम्बिंग को लोग गलत समझते हैं। इंग्लिश में बोलते हुए वह दावा कर रहा है कि जिसे सुसाइड बॉम्बिंग कहा जाता है, वह असल में 'शहादत का ऑपरेशन' है।

पूरे वीडियो में वह बेहतरीन अंग्रेजी में बात करता दिख रहा है।वीडियो में उमर अकेला नजर आ रहा है और उसने एक कमरे में बैठकर यह वीडियो रिकॉर्ड किया है। वह सुसाइड हमले को इस्लामिक सिद्धांतों से जायज ठहराने की कोशिश करते हुए कहता है। उसका कहना है कि सुसाइड बॉम्बिंग को ठीक से समझा नहीं गया है

आत्मघाती हमले को इस्लाम में बताया जायज

वीडियो में उमर मोहम्मद ने कहा कि जिसे आत्मघाती बम विस्फोट कहा जाता है, वह अवधारणा बहुत ही गलतफहमी में से एक है। यह एक शहादत अभियान है... जिसे इस्लाम में जाना जाता है।" वह आगे स्वीकार करता है कि इस अवधारणा के खिलाफ कई तर्क दिए गए हैं, और इसमें विरोधाभास भी है। उमर के अनुसार, "शहादत" अभियान वह होता है जिसमें व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मौत किसी खास जगह और समय पर होगी तो वह एक खतरनाक मानसिक अवस्था में पहुंच जाता है। वह मानने लगता है कि मौत ही उसका अंतिम लक्ष्य है।

वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया

जांचकर्ताओं का दावा है कि उमर ने यह वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया था। 10 नवंबर का धमाका लाल किले के पास एक व्यस्त सड़क पर हुआ था। इसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। यह मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इसमें 9–10 लोग शामिल थे, जिनमें से 5–6 डॉक्टर थे। ये लोग अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे और अपनी मेडिकल पहचान का इस्तेमाल करके विस्फोटक बनाने वाले रसायन और सामग्री जुटाते थे।

सोच-समझकर बनाई गई थी दिल्ली विस्फोट की योजना

यह वीडियो इस बात की भी पुष्टि करता है कि दिल्ली कार विस्फोट की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी। यह इस अटकल को खारिज करता है कि विस्फोटकों को ले जाते समय यह अनजाने में हुआ होगा। दरअसल आतंकी डॉक्टर उमर ने 10 नवंबर को सफेद हुंडई i20 कार में विस्फोटक भरकर उसे लाल किले के पास भीड़ में उड़ा दिया। घटना में 15 मौत हुई है, जिसमें उमर के भी चीथड़े उड़ गए।

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले फरीदाबाद मॉड्यूल का खुलासा

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले अल-फलाह विश्वविद्यालय से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन सईद समेत 7 लोग गिरफ्तार हुए थे। आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करने के साथ पुलिस ने 2,900 किलो विस्फोटक और हथियार बरामद किया। उमर ने आतंकी खुलासे के एक दिन बाद जल्दबाजी में 10 नवंबर को लाल किले के पास आत्मधाती हमला किया था।

UP में डबल ट्रैप ऑपरेशन: दो पुलिसकर्मी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषित जीरो टॉलरेंस नीति और डीजीपी राजीव कृष्ण के सख्त निर्देशों का असर एक बार फिर जमीन पर साफ दिखाई दिया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उत्तर प्रदेश ने सोमवार को लखनऊ और कानपुर में दो अलग-अलग स्थानों पर डबल ट्रैप ऑपरेशन चलाकर रिश्वतखोरी में लिप्त दो पुलिसकर्मियों को पकड़कर बड़ा खुलासा किया है।

कानपुर में 6 हजार की रिश्वत लेते आरक्षी गिरफ्तार

पहली कार्रवाई कानपुर देहात में हुई, जहां शिकायतकर्ता सौरभ पाल ने बताया कि उसका होटल बिना बाधा संचालित करने के लिए एक आरक्षी लगातार अवैध धनराशि की मांग कर रहा था।शिकायत की पुष्टि के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन Kanpur Unit ने निरीक्षक जगदीश यादव के नेतृत्व में जाल बिछाया। सिकंदरा चौराहा, हाईवे ओवरब्रिज के पास चाय की दुकान के नज़दीक से आरक्षी गौरव कुमार को 6,000 रुपये रिश्वत लेते ही रंगेहाथ पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपित को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया और आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

हरदोई में उपनिरीक्षक 70 हजार लेते पकड़ा गया

दूसरी बड़ी कार्रवाई लखनऊ इकाई ने हरदोई में अंजाम दी। शिकायतकर्ता रजीम खान ने बताया था कि एक मामले की विवेचना में धारा न बढ़ाने के एवज में उपनिरीक्षक द्वारा 70 हजार रुपये की मांग की जा रही थी।
निरीक्षक निखिल श्रीवास्तव की टीम ने थाना माधोगंज परिसर में संचालित हॉस्टल के पास ट्रैप लगाया और उपनिरीक्षक (ना०पु०) आकाश कोशवाल को 70,000 रुपये लेते ही मौके पर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को तत्क्षण अभिरक्षा में लेकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया।

भ्रष्टाचार पर प्रहार, संदेश साफ, किसी को बख्शा नहीं जाएगा

एक ही दिन में दो पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी ने यह साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की इन कार्रवाइयों ने जनविश्वास बढ़ाया है और यह संदेश दिया है कि चाहे कोई भी हो, रिश्वत लेने वालों पर सीधी कार्रवाई होगी।संगठन ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत निडर होकर करें, और शासन की जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूत बनाने में सहयोग दें।
मोक्ष नगरी गया जी में शहर की सड़कें जाम से बेहाल, जाम की समस्या नासूर बनी, जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान

गया: मोक्ष नगरी गया जी में जाम की समस्या नासूर बनी हुई है। जाम की समस्या से शहरवासी हर दिन परेशान हैं। रोजाना सड़कों पर लगने वाले जाम आम राहगीरों के साथ तीर्थ यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी है।

सोमवार को शहर की सड़कें जाम से बेहाल रहीं। सुबह से लेकर देर शाम तक केदारनाथ मोड़, गोल पत्थर, कोर्ट रोड, चौक टावर और रमना रोड पर गाड़ियों की रफ्तार रेंगती रही। ऑफिस टाइम हो या स्कूल ड्यूटी, हर जगह वाहनों की लंबी कतारों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। कई जगह तो हालात ऐसे बने कि लोग वाहन छोड़ पैदल निकलना बेहतर समझने लगे।

केदारनाथ मोड़ पर अचानक बढ़े वाहनों के दबाव और सड़क किनारे अवैध पार्किंग ने जाम को और विकराल कर दिया। गोल पत्थर से कोर्ट रोड तक दोपहिया चारपहिया वाहनों की लंबी लाइनें लगी रहीं। चौक टावर क्षेत्र में दुकानों के सामने बेतरतीब खड़े वाहनों ने स्थिति बिगाड़ दी। रमना रोड पर तो घंटों तक ट्रैफिक पुलिस जूझती रही, फिर भी जाम खुलने का नाम नहीं ले रहा था। भीषण जाम के कारण स्कूल बसें और एंबुलेंस भी फंसती जिससे अभिभावक और मरीज परिजन परेशान दिखे। तेज धूप में खड़े राहगीर हलकान हो गए। कई दुकानदारों ने बताया कि जाम की वजह से ग्राहकों का आना-जाना प्रभावित हुआ,

जिससे व्यवसाय पर भी असर पड़ा। लोगों का कहना है कि अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और सड़कों की कम चौड़ाई के कारण शहर रोजाना जाम की चपेट में रहता है। हालांकि पुलिस ने कई जगहों पर मोर्चा संभाला, लेकिन वाहनों का दबाव इतना ज्यादा था कि स्थिति सामान्य करने में देर लगी। व्यवसायियों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है, ताकि शहर का ट्रैफिक सिस्टम ठप न हो जाए।