सांसद निधि बंद हो या विधायक जितनी मिले-विनय कुशवाहा।
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संजय द्विवेदी प्रयागराज।जनहित में क्षेत्र के विकास कार्यो के लिए मिलने वाली सांसद निधि ऊट के मुंह में जीरा समान हैं इसलिए इसे बंद कर दे या विधायक निधि जितनी फंड केन्द्र सरकार को देनी चाहिए।उक्त बाते प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने कहीं उन्होने कहा कि लगभग 3.5 लाख वोटर का प्रतिनिधित्व करने वाले विधान सभा के सदस्यो को 5 करोड़ विधायक निधि 3 करोड़ त्वरित निधि और 1.5 करोड़ पूर्वाचल निधि में कुल मिला कर लगभग 9-10 करोड़ साल एक विधान सभा है।सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि उसी सापेक्ष में लगभग 18 लाख वोटर का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद को निधि के तौर पर सिर्फ 5 करोड़ साल 5 विधान सभा मिलता है उसमें से 18% जीएसटी कटने के बाद हर विधान सभा में लगभग 80 लाख पड़ता है जो लगभग 2 किलोमीटर सड़क का फंड है ऐसे में पथरीले जमुनापार में पेयजल के लिए हैण्डपम्प सोलर लाइट हाई मास्ट और अन्य विकास योजनाओ में धन का अभाव प्रभावित करता है जो इतनी बड़ी संख्या में आशांवित लोगो के भावना पर अघात पड़ता है।सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने केंद्र सरकार से अपील किया है कि जनभावनाओ को ध्यान देते हुए सांसद निधि को कम से कम विधायक निधि के बराबर किया जाय या सांसद निधि को खत्म कर देना चाहिए।सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि सांसद उज्जवल रमण सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए निधि नही दृढ़ इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है जब भी मौका मिला क्षेत्र के विकास में अहम योगदान कुंवर रेवती रमण सिंह व मैंने किया जिसमें तीन बिजली उत्पादन कारखाना दो पर उत्पादन चालू और उसके अगल बगल कई सिमेन्ट फैक्ट्री व सरस्वती हाईटेक सिटी स्टेट यूनिवर्सिटी लाये जो जमुनापार को विकास की लाइन पर खड़ा किया इसी तरह लोहगरा रिफाइनरी व एक बड़ा अस्पताल लाने का काम होगा जिससे रोजगार व चिकित्सा पर आगे बढेगे।


सुलतानपुर,रील बनाने वाली पीढ़ी अपने रोल के बारे में नहीं सोच रही है यह दुर्भाग्यपूर्ण है।सभ्यता तलवार बनाना सिखा सकती है लेकिन तलवार चलाना किस पर है यह संस्कृति सिखाती है। इतिहास हमें यह सिखाता है कि हमसे पहले भी मनुष्य थे हमारे बाद भी मनुष्य रहेंगे। बीच की कड़ी में मनुष्यता कायम रख सकें यह हमारा काम है। यह बातें के एन आई पी एस एस के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर राधेश्याम सिंह ने कहीं।
वह राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पुस्तकालय कक्ष में महाविद्यालय व उत्तर प्रदेश अभिलेखागार एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में भारत की सांस्कृतिक धरोहर और अभिलेख संरक्षण की चुनौतियां विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए भाजपा नेता पूर्व समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ एम पी सिंह ने कहा प्राचीन धरोहर स्थलों को आकर्षक बनाने की जरूरत है। धरोहर स्थलों को पर्यटन से जोड़ने पर इन्हें सहेजने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह कम्पनियों के सीएसआर फंड को सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण से जोड़ दें। विशिष्ट वक्ता राजा राम मोहन गर्ल्स पीजी कालेज अयोध्या की प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रज्ञा मिश्र ने कहा जब साहित्य और पुरातत्व एक ही बात करते हैं तब वह इतिहास बनता है। पुरातत्व से प्रमाणित हुये बिना किसी भी साहित्य को इतिहास नहीं कहा जा सकता।
संत तुलसीदास पीजी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सतीश सिंह ने कहा कि धरोहरों के संरक्षण में जनसहभागिता को जोड़ना होगा। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अजय कुमार ने कहा कि पत्थर की प्राचीन मूर्तियों पर सिंदूर का प्रयोग करके हमने उन्हें नष्ट कर दिया। उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार एवं संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक विजय श्रीवास्तव ने कहा कि प्राचीन काल से लेकर आज तक के अभिलेखों का संरक्षण करना हमारा काम है। पीवी कालेज प्रतापगढ़ के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर बृजभान सिंह ने कहा कि ऋग्वेद में लिखा है कि जो कुछ हो रहा है केवल यज्ञ हो रहा है यज्ञ के सिवा कुछ नहीं है। लेकिन हमने इसके गूढ़ रहस्य को समझा ही नहीं । संत तुलसीदास पीजी कालेज के प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जीतेन्द्र तिवारी ने कहा कि हमें जागरुक होकर अपने आसपास के पुरातात्विक वस्तुओं और सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने के लिए काम करना चाहिए। दिन भर चली संगोष्ठी के विभिन्न तकनीकी सत्रों में विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए। समापन सत्र का संचालन हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर इन्द्रमणि कुमार ने किया। स्वागत आयोजन सचिव डॉ प्रभात कुमार श्रीवास्तव व आभार ज्ञापन सह संयोजक प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर गनपत सहाय पीजी कालेज के समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शक्ति सिंह , आयोजन सचिव विनय कुमार विश्वकर्मा , समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह व असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि समेत अनेक प्रमुख लोग उपस्थित रहे।





सुलतानपुर शहर में एक सड़क का नाम बदलने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नगरपालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल के इस कदम पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनूप संडा ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण बताया।
दरअसल,रविवार को लाला मकदूम (गन्दा नाला रोड) राम मार्ग का नाम बदलकर 'श्री गुरु नानक देव मार्ग' (जीएनडी रोड) कर दिया गया। इस फैसले के बाद भाजपा के अपने ही वैश्य समाज के वोट बैंक ने भी नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ आवाज उठाई है।
मीडिया से बात करते हुए सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने कहा,"यह भाजपा की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण है,जो लोगों का इस्तेमाल करके उन्हें छोड़ देती है। मेरा मानना है कि किसी को सम्मान देने के लिए किसी का अपमान करना आवश्यक नहीं होता।" पूर्व विधायक एवं सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने नगर पालिका को एक जिम्मेदार प्रशासनिक संस्था बताते हुए कहा, "2011 में जिस नगर पालिका परिषद ने एक विभूति के नाम पर मार्ग के पत्थर का नवीकरण कराया था,वही नगर पालिका 14 साल बाद उसी पत्थर के आगे दूसरा बोर्ड लगाती है। मेरी दृष्टि में यह एक अक्षम्य अपराध है।" उन्होंने आगे कहा कि स्वर्गीय गुरु नानक देव जी एक महान संत थे और देश के सामाजिक जीवन में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता।
श्री संडा के अनुसार,किसी वैश्य समाज के व्यक्ति के नाम को हटाकर दूसरे मार्ग का नवीकरण करना गुरु नानक देव जी का अपमान है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह गुरु नानक देव जी का 'स्थापन' नहीं है। सपा प्रवक्ता ने अध्यक्ष नगर पालिका परिषद के इस कदम की कड़ी निंदा की और मांग की कि नगर पालिका परिषद को इस संबंध में पूरी सफाई जारी करनी चाहिए और बताना चाहिए कि यह फैसला किन परिस्थितियों में लिया गया।
सुलतानपुर में पांच दिवसीय रोवर्स रेंजर्स प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया। क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संजय सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण जीवन जीने की कला और अनुशासन सिखाता है। उन्होंने जोर दिया कि रचनात्मक विकास के लिए हर विद्यार्थी को ऐसा प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए। एडवोकेट संजय सिंह राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित इस शिविर के समापन समारोह को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर महाविद्यालय में चल रहा था।
समारोह के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्रबंधक एडवोकेट बालचंद्र सिंह ने कहा कि महाविद्यालय समाज को प्रतिभाशाली विद्यार्थी देने के लिए रचनात्मक कार्यों से जोड़ता रहता है। उन्होंने कुंभ मेला और रेल आपदा जैसी घटनाओं में राणा प्रताप महाविद्यालय के रोवर्स रेंजर्स की भूमिका की सराहना की। प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर हमें मूल्यों से जोड़ते हैं,जिससे जीवन मूल्य आधारित और शिक्षित बनता है। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह रवि ने किया। रेंजर्स प्रभारी डॉ. वीना सिंह ने स्वागत भाषण दिया।
जबकि रोवर्स प्रभारी डॉ.प्रदीप कुमार सिंह ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रोवर्स रेंजर्स के प्रशिक्षार्थियों ने प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया। इनमें टेंट लगाना,पिरामिड बनाना,आकस्मिक चिकित्सा और एकांकी शामिल थे। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मानस श्रीवास्तव को 'वेस्ट रोवर' और दिव्यांशी मिश्र को 'वेस्ट रेंजर' का पुरस्कार दिया गया।
खेल प्रतियोगिताओं में माधुरी ने प्रथम और मुस्कान ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली में अंजलि प्रथम और शगुन द्वितीय रहीं। लेखन प्रतियोगिता में मधु प्रथम,अमित कुमार द्वितीय और सायमीन तृतीय स्थान पर रहीं। टेंट निर्माण में परोपकारी टोली की लीडर शुभांगी ने प्रथम,कमल टोली की अलंकृता ने द्वितीय और कोयल टोली की श्वेता यादव ने तृतीय पुरस्कार जीता। प्रशिक्षकों महेंद्र कुमार वर्मा, सुमित कुमार शर्मा और कविता वर्मा को महाविद्यालय के प्रबंधक और प्राचार्य ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में उप प्राचार्य प्रोफेसर निशा सिंह,आइक्यूएसी निदेशक प्रोफेसर इंद्रमणि कुमार, कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र प्रताप सिंह सहित भी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी भगत यादव का चुनावी प्रचार जोरों पर है। भगत यादव, जो पहले राजद से जुड़े थे, ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया और उन्हें जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है। उनके प्रचार अभियान में युवाओं और महिलाओं एवं वृद्धजनों का खासा उत्साह देखा जा रहा है ।
2 hours and 51 min ago
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