भारत-पाकिस्तान युद्ध पर अमेरिका के बाद चीन का बड़ा दावा, कहा-हमने संघर्ष रुकवाया

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब चीन ने दावा है कि भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम में उसने अहम भूमिका निभाई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को बीजिंग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हालात और चीन के विदेश संबंधों पर एक संगोष्ठी में कहा कि इस साल चीन ने कई संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में मध्यस्थता की है। हालांकि, भारत ने चीन के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को दावा किया कि इस साल भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उन गरमागरम मुद्दों में शामिल था, जिनमें चीन ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। विदेश मंत्रालय ने 13 मई को प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि समझौते की तारीख, समय और शब्दावली दोनों देशों के डीजीएमओ ने 10 मई 2025 को फोन पर हुई बातचीत के दौरान तय की, जो 15:35 बजे शुरू हुई थी।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का सबसे अस्थिर दौर- वांग

बीजिंग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हालात और चीन के विदेश संबंधों पर संगोष्ठी में वांग ने कहा, इस साल, द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से किसी भी समय की तुलना में स्थानीय युद्ध और सीमा पार संघर्ष अधिक बार भड़के। भू-राजनीतिक उथल-पुथल लगातार फैलती जा रही है। उन्होंने कहा, स्थायी शांति स्थापित करने के लिए, हमने एक वस्तुनिष्ठ और तर्कसंगत रुख अपनाया है, और लक्षणों और मूल कारणों दोनों को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित किया है।

इन तनावों की मध्यस्थता का दावा

चीनी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि 'टकराव वाले मुद्दों को सुलझाने के लिए इसी चीनी नजरिए को अपनाते हुए हमने उत्तरी म्यांमार, ईरान के परमाणु मुद्दे, पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव, फिलिस्तीन और इजरायल के बीच मुद्दों और कंबोडिया और थाईलैंड के बीच हालिया संघर्ष में मध्यस्थता की।

भारत ने लगातार मध्यस्थता के दावों को खारिज किया

भारत ने लगातार मध्यस्थता के दावों को खारिज किया है और कहा है कि 88 घंटे तक चला सैन्य टकराव किसी तीसरे पक्ष के दखल के बिना सीधे दोनों देशों के मिलिट्री कम्युनिकेशन के जरिए सुलझाया गया था। 13 मई को एक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय ने बाहरी मध्यस्थता के दावों को खारिज कर दिया था। नई दिल्ली ने बार-बार कहा है कि भारत और पाकिस्तान के मामलों में किसी तीसरे पक्ष के दखल की कोई गुंजाइश नहीं है।

खालिदा जिया के जनाजे में शामिल होने ढाका पहुंचे जयशंकर, बेटे तारिक रहमान से की मुलाकात

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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के जनाजे में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। जयशंकर आज भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बांग्लादेश पहुंचे हैं। खालिदा जिया का अंतिम संस्कार बुधवार को जोहर की नमाज के बाद मानिक मियां एवेन्यू में होगा।

खालिदा जिया को संसद परिसर स्थित जिया उद्यान में उनके पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास दफनाया जाएगा। इसमें देश के कई बड़े राजनीतिक नेता, पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग शामिल होंगे। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर उनके जनाजे में शामिल होने के लिए ढाका पहुंच चुके हैं।

विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री एस.जयशंकर भारत सरकार और भारतीय जनता की ओर से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके लिए वे 31 दिसंबर यानी आज ढाका का दौरा करेंगे।

बांग्लादेश में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक

खालिदा जिया का निधन मंगलवार सुबह 80 साल की उम्र में हुआ था। वह पिछले करीब 20 दिनों से वेंटिलेटर पर थीं और अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके निधन पर बांग्लादेश सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे देश में सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।

कौन थीं खालिदा जिया

खालिदा जिया बांग्लादेश की एक प्रभावशाली और लंबे समय तक राजनीति को दिशा देने वाली नेता थीं। वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख रहीं और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का इतिहास रचा। उन्होंने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया- पहली बार 1991 से 1996 तक, दूसरा कार्यकाल फरवरी 1996 के बाद कुछ सप्ताह तक चला और फिर 2001 से 2006 तक। वह पूर्व राष्ट्रपति जनरल जियाउर रहमान की पत्नी थीं और उनके निधन के बाद सक्रिय राजनीति में आईं। उनके राजनीतिक जीवन में सत्ता संघर्ष, विरोध प्रदर्शनों और कई विवादों ने अहम भूमिका निभाई। बाद के वर्षों में उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और उन्हें सजा भी हुई। जीवन के अंतिम दौर में वह कई गंभीर बीमारियों से जूझती रहीं। कुल मिलाकर, वह बांग्लादेश की राजनीति की सबसे प्रभावशाली, मजबूत और साथ ही विवादों में घिरी रहने वाली नेताओं में से एक थीं।

आज स्विगी, जोमैटो पर नहीं होगी डिलिवरी, गिग वर्कर्स की हड़ताल से 10 मिनट डिलीवरी पर असर

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आज साल के आखिरी दिन है। आज यानी 31 दिसंबर को लोग पुराने साल को विदा देने और नए साल के स्वागत में जोरदार जश्न मनाते हैं। हालांकि, इस दौरान ऑनलाइन खाना मंगाने या ग्रोसरी ऑर्डर करने वालों को परेशानी हो सकती है। देशभर के गिग वर्कर्स यानी, डिलीवरी पर्सन्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसमें करीब 1 लाख वर्कर शामिल हो सकते हैं।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे गिग वर्कर्स

इंडियन फेडरेशन ऑफ एप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर (IFAT) के राष्ट्रीय महासचिव शेख सलाउद्दीन ने कहा कि आज देशभर में गिग वर्कर्स सभी एप आधारित प्लेटफार्म को ऑफ रखेंगे और प्रमुख जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।

सरकार को हस्ताक्षेप की मांग

शेख सलाउद्दीन ने बताया कि 25 दिसंबर को ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियों को हड़ताल करके चेतावनी दी गई थी, लेकिन गिग वर्कर्स से कोई बातचीत नहीं की गई और न ही कोई सुरक्षा और काम करने के घंटे निर्धारित किए गए हैं। इसीलिए आज 31 दिसंबर को फिर से हड़ताल जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियां इन सब मांगों पर ख़ामोश हैं। गिग वर्कर्स की मांग को लेकर सरकार को तुरंत हस्ताक्षेप करना चाहिए।

देश की इकोनॉमी ग्रोथ पर पड़ सकता है असर

यूनियन का आरोप है कि जोमैटो-स्विगी जैसी कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं और उन्हें बेसिक कानूनी अधिकार नहीं मिल रहे। गिग एंड प्लेटफॉर्म सर्विसेज वर्कर्स यूनियन ने केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर तुरंत दखल देने की मांग की है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो इसका असर देश की इकोनॉमी की ग्रोथ पर भी पड़ेगा।

लोहरदगा में गजराज का आतंक, 1 युवक को कुचल कर मार डाला|

Ranchi | 06-09-2024 : लोहरदगा जिले में हाथियों के झुंड ने एक युवक को सूंड से उठाकर पटका और फिर कुचलकर मार डाला. युवक की मौत के बाद से गांव में मातम पसर गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. युवक तीन दिन पहले उतर प्रदेश के शामली से ससुराल आया था. शनिवार (7 सितंबर) को पत्नी और बच्चों को लेकर उत्तर प्रदेश जाने वाला था.

युवक की मौत के बाद गांव में पसरा मातम

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया. घटना गुरुवार देर रात की है. युवक की मौत के बाद से ग्रामीणों मे वन विभाग के प्रति भारी आक्रोश है. कुड़ू प्रखंड में 4 माह में यह दूसरा मामला है, जब हाथियों के झुंड ने इंसान को मार डाला.

जीएम सांसदों के साथ आज करेंगे बैठक,राज्य में रेलवे के विकास पर होगी चर्चा |

Ranchi | 03-09-2024: पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद के देउस्कर मंगलवार को लोकसभा सदस्यों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे. बैठक में हावड़ा और सियालदह मंडल के संसदीय क्षेत्रों के लोकसभा सदस्य उपस्थित रहेंगे. इसमें दोनों मंडल के अधिकार क्षेत्र में पड़नेवाले क्षेत्रों ने सांसदों को पूर्व रेलवे द्वारा आमंत्रित किया गया है.

बैठक में लोकसभा सांसद रहेंगे मौजूद

बैठक में लोकसभा सांसदों में जगन्नाथ सरकार, मिताली बाग, नलिन सोरेन, असित कुमार पाल, शताब्दी राय, डॉ शर्मिला सरकार, रचना बनर्जी, हावड़ा के सांसद प्रसून बनर्जी, बापी हाल्दार, खलीलुर रहमान, सौगत राय, अबू ताहिर खान, यूसुफ पठान, महुआ मोइत्रा, सौमित्र खां और पार्थ भौमिक के साथ राज्यसभा सांसदों में नागेंद्र रे, शमिक भट्टाचार्य, मो नदीमुल हक, समीरुल इस्लाम, डोला सेन, सुष्मिता देव और जवाहर सरकार उपस्थित रह सकते हैं.

उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति: गाइडलाइन कैबिनेट में जल्द पेश
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी करने की अनुमति देने की तैयारी में है। नए दिशा-निर्देशों के लागू होने के बाद आयुष अस्पतालों में सामान्य सर्जरी जैसे टांके लगाना, बवासीर/फिशर का इलाज, फोड़ा-फुंसी की सर्जरी, छोटे सिस्ट या ट्यूमर निकालना, स्किन प्रत्यारोपण, मोतियाबिंद की सर्जरी और दांत में रूट कैनाल जैसी प्रक्रियाएं की जा सकेंगी।

इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार

आयुष विभाग ने बताया कि इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद यह सुविधा प्रदेश के सभी सरकारी और निजी आयुर्वेदिक संस्थानों में उपलब्ध होगी। इस कदम से मरीजों को अपने घर के नजदीक ही उपचार मिलने में मदद मिलेगी और एलोपैथिक अस्पतालों में मामूली सर्जरी के लिए होने वाली भीड़ कम होगी।

परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी

प्रदेश के बीएचयू, राजकीय और निजी आयुर्वेद कॉलेजों में शल्य तंत्र (सामान्य सर्जरी) और शल्यक (नाक, कान, गला, आंख और दंत चिकित्सा) में परास्नातक की पढ़ाई होती है। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (CCIM) ने 2016 और 2020 में संशोधन कर परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी है। हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस फैसले का विरोध कर रहा है।नए दिशा-निर्देश में छह माह का विशेष प्रशिक्षण भी शामिल होगा। इसके तहत आयुर्वेदिक डॉक्टरों को एलोपैथिक अस्पतालों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे आपात स्थिति का प्रबंधन और सर्जरी में बरती जाने वाली सावधानियों से परिचित हो सकें।

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया है, जिससे वहां के आयुर्वेदिक डॉक्टर स्वतंत्र रूप से सर्जरी कर रहे हैं।प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने बताया, "नए नियमावली के लागू होने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी और आयुर्वेद अस्पतालों का स्तर भी उन्नत होगा। सभी तरह के संसाधन और उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।"इस पहल से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि आयुर्वेदिक शिक्षा और चिकित्सकों की विशेषज्ञता को भी बढ़ावा मिलेगा।
साल 2025 में कर्मठता, संवेदनशीलता और विकास की मिसाल बने हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल

 प्रस्तुति:- रंजन चौधरी 

सांसद मीडिया प्रतिनिधि, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र।

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने साल 2025 में संसद के गलियारों से लेकर क्षेत्र के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक अपनी सक्रियता, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प से एक अलग पहचान स्थापित की है। बिहार बॉर्डर से सटे चौपारण के चोरदाहा से लेकर पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रामगढ़ स्थित बरलंगा, चतरा जिले के पिपरवार से कोडरमा जिले के चंदवारा तक फैले लोकसभा क्षेत्र में उनका कार्यकाल “बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय” के आदर्शों का जीवंत उदाहरण रहा।

साल की शुरुआत में ही मांडू विधानसभा क्षेत्र के चरही अंतर्गत ग्राम सरवाहा में पांच युवकों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद सांसद मनीष जायसवाल ने अस्पताल पहुंचकर शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया और पोस्टमार्टम के दौरान उनके साथ खड़े रहे। गोला में तीन स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटना के बाद उन्होंने त्वरित पहल करते हुए प्रशासन से समन्वय कर चरही के यूपी मोड़ और रामगढ़ के चुटूपालू घाटी जैसे ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य, स्ट्रीट लाइट सुदृढ़ीकरण और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए।

विकास के मोर्चे पर उनकी दृष्टि शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही। रजरप्पा प्रोजेक्ट के विस्थापितों के साथ खड़े रहते हुए उन्होंने रामगढ़ सदर अस्पताल में बहुप्रतीक्षित डायलिसिस यूनिट की शुरुआत करवाई। मांडू के सोनडीहा और चैनपुर में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का शिलान्यास कर चुनावी वादों को धरातल पर उतारा, जो क्षेत्र के आधारभूत विकास में मील का पत्थर साबित हुआ।

संसद में सांसद मनीष जायसवाल की सक्रियता उल्लेखनीय रही। उन्होंने लगभग 118 जनहित के प्रश्न उठाकर हजारीबाग सहित पूरे झारखंड के मुद्दों को राष्ट्रीय पटल पर रखा। डीएमएफटी मद से सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं के माध्यम से सड़क, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों को गति मिली। डीएमएफटी और दिशा बैठकों में उनकी सक्रिय भूमिका ने जिले की विकास योजनाओं को नई दिशा दी।

विस्थापितों की आवाज बनते हुए उन्होंने बड़कागांव, केरेडारी कोल ब्लॉक तथा कोनार और तिलैया डैम से प्रभावित परिवारों के मुद्दों को संसद में मजबूती से उठाया और कोनार सिंचाई परियोजना के लंबित कार्य शीघ्र पूर्ण करने की मांग की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्थाओं के खिलाफ उन्होंने सड़क पर उतरकर जनहित में आवाज बुलंद की। साथ ही सीएसआर मद से स्वास्थ्य शिविर, पोषण किट, खेल सामग्री, कंबल वितरण, सामुदायिक भवन, लाइब्रेरी, सांस्कृतिक भवन और कंप्यूटर लैब जैसे अनेक कार्य सुनिश्चित किए।

सामाजिक सरोकारों में ‘सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान’ और ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव’ प्रमुख उपलब्धियां रहीं। तीर्थ दर्शन अभियान के तहत बुजुर्गों को उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थों का निःशुल्क दर्शन कराया गया, वहीं सामूहिक विवाह उत्सव के अंतर्गत 101 निर्धन परिवारों की बेटियों का विवाह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। खेल और संस्कृति के क्षेत्र में ‘सांसद खेल महोत्सव’ के तहत नमो फुटबॉल टूर्नामेंट में 22 मंडलों की 484 टीमों के 20,260 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। संजय सिंह स्टेडियम में बीसीसीआई अधिकारियों के दौरे के बाद बिहार कूच ट्रॉफी की सफल मेजबानी भी हुई।

हजारीबाग की ऐतिहासिक रामनवमी पर पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र वितरण अभियान, कनहरी हिल में बायोडायवर्सिटी पार्क, बड़कागांव में डिग्री कॉलेज की नींव, बिजली कटौती के खिलाफ महाधरना, धार्मिक आयोजनों में जनभावनाओं के समर्थन और चुनावी जिम्मेदारियों का कुशल निर्वहन उनके संघर्षशील व्यक्तित्व को दर्शाता है।

व्यक्तिगत स्तर पर वे गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में सहयोग, श्राद्ध अवसर पर जरूरतमंदों को किट वितरण और जनसामान्य के सुख-दुख में सहभागी बने रहे। निजी जीवन के कठिन क्षणों के बावजूद उन्होंने जनसेवा के पथ से विचलित हुए बिना वर्ष के अंत में मीडिया के माध्यम से अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रखा।

साल 2026 के लिए भी उन्होंने सेवा के नए संकल्प के साथ रामगढ़ में 08 फरवरी 2026 को ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव-2026’ के तहत 101 अत्यंत निर्धन बेटियों के सामूहिक विवाह आयोजन की घोषणा की है। यह पहल केवल घर बसाने की नहीं, बल्कि परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने का संबल देने का प्रयास है। सांसद मनीष जायसवाल का यह सेवाधर्मी दृष्टिकोण हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के लिए सामाजिक और विकासात्मक प्रगति की नई किरण बनकर उभरा है।

पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम का मिजाज, यूपी में ठंड-कुहासे से राहत के संकेत, तराई इलाकों में बारिश की संभावना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच मौसम में बदलाव के संकेत मिलने लगे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला अब थमने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, जिससे शीत दिवस और भीषण ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।
तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी चार दिनों के दौरान प्रदेश में दिन के तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस और रात के तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं पहली जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा। सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी यूपी के करीब 17 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।
घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया
हालांकि राहत से पहले सावधानी जरूरी है। बुधवार के लिए प्रदेश के 37 जिलों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 17 जिलों में दिन के तापमान में असामान्य गिरावट को देखते हुए शीत दिवस की चेतावनी भी दी गई है। बीते मंगलवार को कानपुर में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडी रात रही।घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद और सहारनपुर में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जबकि हमीरपुर में दृश्यता महज 20 मीटर और अमेठी, अलीगढ़, झांसी तथा फतेहपुर जैसे जिलों में 50 मीटर के आसपास दर्ज की गई।
अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बुधवार के बाद कोहरे की तीव्रता में कमी आएगी और दिन चढ़ने के साथ हल्की धूप निकलने लगेगी। इससे शीत दिवस जैसी परिस्थितियों से धीरे-धीरे राहत मिलने की संभावना है। अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत हैं।राजधानी लखनऊ में भीषण ठंड के बीच अब राहत की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। सुबह और शाम को कोहरा बना रहेगा, लेकिन दोपहर में धूप निकलने से ठंड का असर कुछ कम होगा।
दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी
मंगलवार को लखनऊ में सुबह के समय दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी। दिन के समय ठंडी पछुआ हवाएं चलती रहीं, हालांकि दोपहर में धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। राजधानी में अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान गिरकर 7.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी सुबह-शाम सतर्कता बरतने की सलाह दी है, खासकर वाहन चालकों को कोहरे के दौरान विशेष सावधानी रखने को कहा गया है।
उत्तर भारत में ठंड का “टॉर्चर”, नए साल का मजा किरकिरा, 5 राज्यों में बारिश का अलर्ट

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नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे लोगों का मजा मौसम विभाग चेतावनी से किरकिरा हो गया है। देश में नए साल का आगमन होने वाला है लेकिन मौसम विभाग ने एक बुरी खबर दी है। दरअसल, नए साल के एक दिन पहले से ही देश के उत्तरी और दक्षिणी भागों में मौसम बिगड़ने वाला है। इस दौरान बारिश के बाद कई राज्यों में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी।

और बढ़ने वाला है सर्दी का सितम

उत्तर, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत समेत देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीत लहर ने अपना डेरा जमा लिया है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अगले कुछ दिनों तक राहत के कोई आसार नहीं हैं, बल्कि सर्दी का सितम और बढ़ने वाला है।

कोहरे को लेकर अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने 31 दिसंबर और एक जनवरी के लिए मौसम का जो पूर्वानुमान जताया है उसके हिसाब से ये दोनों दिन कड़ाके की ठंड और घना कोहरा पड़ेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में 5 जनवरी 2026 तक घने कोहरे की चादर लिपटी रहेगी। दिल्ली वालों के लिए भी 31 दिसंबर तक घने कोहरे का अलर्ट है। इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भी 3-4 जनवरी तक कोहरे का जबरदस्त प्रकोप देखने को मिलेगा।

उत्तर भारत के 5 राज्यों में बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर की शाम से उत्तर भारत के 5 राज्यों में मौसम बिगड़ने वाला है। दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, कश्मीर और हरियाणा के लिए बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन राज्यों में बारिश के बाद तापमान में भी 3 से 4 डिग्री की कमी आ सकती है, जिससे ठंड बढ़ जाएगी। लोगों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है।

आजमगढ़:- पुलिस व बदमाश के बीच हुई मुठभेड़ में चोरी के मामले में वांछित 10 हजार रुपये के इनामिया अभियुक्त को घायल अवस्था में किया गया गिरफ्तार

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। सरायमीर थाना क्षेत्र के नरदह पुलिया के पास बुधवार को भोर में हुई पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ में 10 हजार रुपये का इनामिया बदमाश घायल हो गया है। गिरफ्तार बदमाश लालमन यादव अपने साथी अवनीश तिवारी के साथ सरायमीर थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर से बैटरी चोरी किया था। 
  थाना प्रभारी  निहार नन्दन कुमार पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में भ्रमणशील थे। इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि चोरी की घटना में वांछित 10 हजार रुपये का इनामिया अभियुक्त लालमन यादव पुत्र श्यामलाल यादव नन्दांव बाजार की ओर से सरायमीर की तरफ आ रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल पुलिस टीम  के साथ नरदह पुलिया के पास घेराबंदी की गई। कुछ समय पश्चात नन्दांव की ओर से एक संदिग्ध व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया, जिसे पुलिस बल द्वारा टॉर्च की रोशनी में रुकने का इशारा किया गया। पुलिस को देखकर अभियुक्त द्वारा भागने का प्रयास किया गया, किन्तु अभियुक्त द्वारा स्वयं को घिरता हुआ देख पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर किया गया। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी फायरिंग में अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लग गई। लालमन यादव पुत्र श्यामलाल यादव, निवासी  भक्तिन का पूरा सरैया, थाना गोसाईंगंज, जनपद अयोध्या को उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया गया है। उसके पास से  एक  तमंचा 315 बोर,  एक  जिन्दा कारतूस 315 बोर, एक  खोखा कारतूस 315 बोर, एक  मिस कारतूस 315 बोर और 540 रुपये नगद बरामद हुआ है।  गिरफ्तार अभियुक्त लालमन यादव द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह अपने साथी अवनीश तिवारी पुत्र हरिनारायण तिवारी निवासी ग्राम दौलताबाद, थाना जहानगंज के साथ मिलकर मार्च माह 2025 में थाना सरायमीर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम रसूलपुर में लगे एक मोबाइल टावर से बैटरियों की चोरी किया था। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ सरायमीर और अयोध्या में मुकदमा दर्ज हुआ है। इस संबंध में सीओ फूलपुर किरन पाल सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 4:15 बजे मुखबिर की सूचना पर घेराबन्दी की गई। बदमाश द्वारा पुलिस पर फायर किया गया। आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में उसके दाहिने पैर में गोली लगी है। विधिक कार्रवाई की जा रही है। 
भारत-पाकिस्तान युद्ध पर अमेरिका के बाद चीन का बड़ा दावा, कहा-हमने संघर्ष रुकवाया

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब चीन ने दावा है कि भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम में उसने अहम भूमिका निभाई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को बीजिंग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हालात और चीन के विदेश संबंधों पर एक संगोष्ठी में कहा कि इस साल चीन ने कई संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में मध्यस्थता की है। हालांकि, भारत ने चीन के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को दावा किया कि इस साल भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उन गरमागरम मुद्दों में शामिल था, जिनमें चीन ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। विदेश मंत्रालय ने 13 मई को प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि समझौते की तारीख, समय और शब्दावली दोनों देशों के डीजीएमओ ने 10 मई 2025 को फोन पर हुई बातचीत के दौरान तय की, जो 15:35 बजे शुरू हुई थी।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का सबसे अस्थिर दौर- वांग

बीजिंग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हालात और चीन के विदेश संबंधों पर संगोष्ठी में वांग ने कहा, इस साल, द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से किसी भी समय की तुलना में स्थानीय युद्ध और सीमा पार संघर्ष अधिक बार भड़के। भू-राजनीतिक उथल-पुथल लगातार फैलती जा रही है। उन्होंने कहा, स्थायी शांति स्थापित करने के लिए, हमने एक वस्तुनिष्ठ और तर्कसंगत रुख अपनाया है, और लक्षणों और मूल कारणों दोनों को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित किया है।

इन तनावों की मध्यस्थता का दावा

चीनी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि 'टकराव वाले मुद्दों को सुलझाने के लिए इसी चीनी नजरिए को अपनाते हुए हमने उत्तरी म्यांमार, ईरान के परमाणु मुद्दे, पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव, फिलिस्तीन और इजरायल के बीच मुद्दों और कंबोडिया और थाईलैंड के बीच हालिया संघर्ष में मध्यस्थता की।

भारत ने लगातार मध्यस्थता के दावों को खारिज किया

भारत ने लगातार मध्यस्थता के दावों को खारिज किया है और कहा है कि 88 घंटे तक चला सैन्य टकराव किसी तीसरे पक्ष के दखल के बिना सीधे दोनों देशों के मिलिट्री कम्युनिकेशन के जरिए सुलझाया गया था। 13 मई को एक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय ने बाहरी मध्यस्थता के दावों को खारिज कर दिया था। नई दिल्ली ने बार-बार कहा है कि भारत और पाकिस्तान के मामलों में किसी तीसरे पक्ष के दखल की कोई गुंजाइश नहीं है।

खालिदा जिया के जनाजे में शामिल होने ढाका पहुंचे जयशंकर, बेटे तारिक रहमान से की मुलाकात

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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के जनाजे में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। जयशंकर आज भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बांग्लादेश पहुंचे हैं। खालिदा जिया का अंतिम संस्कार बुधवार को जोहर की नमाज के बाद मानिक मियां एवेन्यू में होगा।

खालिदा जिया को संसद परिसर स्थित जिया उद्यान में उनके पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास दफनाया जाएगा। इसमें देश के कई बड़े राजनीतिक नेता, पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग शामिल होंगे। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर उनके जनाजे में शामिल होने के लिए ढाका पहुंच चुके हैं।

विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री एस.जयशंकर भारत सरकार और भारतीय जनता की ओर से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इसके लिए वे 31 दिसंबर यानी आज ढाका का दौरा करेंगे।

बांग्लादेश में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक

खालिदा जिया का निधन मंगलवार सुबह 80 साल की उम्र में हुआ था। वह पिछले करीब 20 दिनों से वेंटिलेटर पर थीं और अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके निधन पर बांग्लादेश सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे देश में सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।

कौन थीं खालिदा जिया

खालिदा जिया बांग्लादेश की एक प्रभावशाली और लंबे समय तक राजनीति को दिशा देने वाली नेता थीं। वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख रहीं और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का इतिहास रचा। उन्होंने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया- पहली बार 1991 से 1996 तक, दूसरा कार्यकाल फरवरी 1996 के बाद कुछ सप्ताह तक चला और फिर 2001 से 2006 तक। वह पूर्व राष्ट्रपति जनरल जियाउर रहमान की पत्नी थीं और उनके निधन के बाद सक्रिय राजनीति में आईं। उनके राजनीतिक जीवन में सत्ता संघर्ष, विरोध प्रदर्शनों और कई विवादों ने अहम भूमिका निभाई। बाद के वर्षों में उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और उन्हें सजा भी हुई। जीवन के अंतिम दौर में वह कई गंभीर बीमारियों से जूझती रहीं। कुल मिलाकर, वह बांग्लादेश की राजनीति की सबसे प्रभावशाली, मजबूत और साथ ही विवादों में घिरी रहने वाली नेताओं में से एक थीं।

आज स्विगी, जोमैटो पर नहीं होगी डिलिवरी, गिग वर्कर्स की हड़ताल से 10 मिनट डिलीवरी पर असर

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आज साल के आखिरी दिन है। आज यानी 31 दिसंबर को लोग पुराने साल को विदा देने और नए साल के स्वागत में जोरदार जश्न मनाते हैं। हालांकि, इस दौरान ऑनलाइन खाना मंगाने या ग्रोसरी ऑर्डर करने वालों को परेशानी हो सकती है। देशभर के गिग वर्कर्स यानी, डिलीवरी पर्सन्स ने हड़ताल का ऐलान किया है। इसमें करीब 1 लाख वर्कर शामिल हो सकते हैं।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे गिग वर्कर्स

इंडियन फेडरेशन ऑफ एप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर (IFAT) के राष्ट्रीय महासचिव शेख सलाउद्दीन ने कहा कि आज देशभर में गिग वर्कर्स सभी एप आधारित प्लेटफार्म को ऑफ रखेंगे और प्रमुख जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे।

सरकार को हस्ताक्षेप की मांग

शेख सलाउद्दीन ने बताया कि 25 दिसंबर को ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियों को हड़ताल करके चेतावनी दी गई थी, लेकिन गिग वर्कर्स से कोई बातचीत नहीं की गई और न ही कोई सुरक्षा और काम करने के घंटे निर्धारित किए गए हैं। इसीलिए आज 31 दिसंबर को फिर से हड़ताल जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म कंपनियां इन सब मांगों पर ख़ामोश हैं। गिग वर्कर्स की मांग को लेकर सरकार को तुरंत हस्ताक्षेप करना चाहिए।

देश की इकोनॉमी ग्रोथ पर पड़ सकता है असर

यूनियन का आरोप है कि जोमैटो-स्विगी जैसी कंपनियां उनका शोषण कर रही हैं और उन्हें बेसिक कानूनी अधिकार नहीं मिल रहे। गिग एंड प्लेटफॉर्म सर्विसेज वर्कर्स यूनियन ने केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर तुरंत दखल देने की मांग की है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो इसका असर देश की इकोनॉमी की ग्रोथ पर भी पड़ेगा।

लोहरदगा में गजराज का आतंक, 1 युवक को कुचल कर मार डाला|

Ranchi | 06-09-2024 : लोहरदगा जिले में हाथियों के झुंड ने एक युवक को सूंड से उठाकर पटका और फिर कुचलकर मार डाला. युवक की मौत के बाद से गांव में मातम पसर गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. युवक तीन दिन पहले उतर प्रदेश के शामली से ससुराल आया था. शनिवार (7 सितंबर) को पत्नी और बच्चों को लेकर उत्तर प्रदेश जाने वाला था.

युवक की मौत के बाद गांव में पसरा मातम

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया. घटना गुरुवार देर रात की है. युवक की मौत के बाद से ग्रामीणों मे वन विभाग के प्रति भारी आक्रोश है. कुड़ू प्रखंड में 4 माह में यह दूसरा मामला है, जब हाथियों के झुंड ने इंसान को मार डाला.

जीएम सांसदों के साथ आज करेंगे बैठक,राज्य में रेलवे के विकास पर होगी चर्चा |

Ranchi | 03-09-2024: पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद के देउस्कर मंगलवार को लोकसभा सदस्यों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे. बैठक में हावड़ा और सियालदह मंडल के संसदीय क्षेत्रों के लोकसभा सदस्य उपस्थित रहेंगे. इसमें दोनों मंडल के अधिकार क्षेत्र में पड़नेवाले क्षेत्रों ने सांसदों को पूर्व रेलवे द्वारा आमंत्रित किया गया है.

बैठक में लोकसभा सांसद रहेंगे मौजूद

बैठक में लोकसभा सांसदों में जगन्नाथ सरकार, मिताली बाग, नलिन सोरेन, असित कुमार पाल, शताब्दी राय, डॉ शर्मिला सरकार, रचना बनर्जी, हावड़ा के सांसद प्रसून बनर्जी, बापी हाल्दार, खलीलुर रहमान, सौगत राय, अबू ताहिर खान, यूसुफ पठान, महुआ मोइत्रा, सौमित्र खां और पार्थ भौमिक के साथ राज्यसभा सांसदों में नागेंद्र रे, शमिक भट्टाचार्य, मो नदीमुल हक, समीरुल इस्लाम, डोला सेन, सुष्मिता देव और जवाहर सरकार उपस्थित रह सकते हैं.

उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति: गाइडलाइन कैबिनेट में जल्द पेश
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी करने की अनुमति देने की तैयारी में है। नए दिशा-निर्देशों के लागू होने के बाद आयुष अस्पतालों में सामान्य सर्जरी जैसे टांके लगाना, बवासीर/फिशर का इलाज, फोड़ा-फुंसी की सर्जरी, छोटे सिस्ट या ट्यूमर निकालना, स्किन प्रत्यारोपण, मोतियाबिंद की सर्जरी और दांत में रूट कैनाल जैसी प्रक्रियाएं की जा सकेंगी।

इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार

आयुष विभाग ने बताया कि इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद यह सुविधा प्रदेश के सभी सरकारी और निजी आयुर्वेदिक संस्थानों में उपलब्ध होगी। इस कदम से मरीजों को अपने घर के नजदीक ही उपचार मिलने में मदद मिलेगी और एलोपैथिक अस्पतालों में मामूली सर्जरी के लिए होने वाली भीड़ कम होगी।

परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी

प्रदेश के बीएचयू, राजकीय और निजी आयुर्वेद कॉलेजों में शल्य तंत्र (सामान्य सर्जरी) और शल्यक (नाक, कान, गला, आंख और दंत चिकित्सा) में परास्नातक की पढ़ाई होती है। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (CCIM) ने 2016 और 2020 में संशोधन कर परास्नातक छात्रों को इन क्षेत्रों में सर्जरी की अनुमति दी है। हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस फैसले का विरोध कर रहा है।नए दिशा-निर्देश में छह माह का विशेष प्रशिक्षण भी शामिल होगा। इसके तहत आयुर्वेदिक डॉक्टरों को एलोपैथिक अस्पतालों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे आपात स्थिति का प्रबंधन और सर्जरी में बरती जाने वाली सावधानियों से परिचित हो सकें।

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया

आंध्र प्रदेश ने इस मॉडल को पहले ही लागू कर दिया है, जिससे वहां के आयुर्वेदिक डॉक्टर स्वतंत्र रूप से सर्जरी कर रहे हैं।प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने बताया, "नए नियमावली के लागू होने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी और आयुर्वेद अस्पतालों का स्तर भी उन्नत होगा। सभी तरह के संसाधन और उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।"इस पहल से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि आयुर्वेदिक शिक्षा और चिकित्सकों की विशेषज्ञता को भी बढ़ावा मिलेगा।
साल 2025 में कर्मठता, संवेदनशीलता और विकास की मिसाल बने हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल

 प्रस्तुति:- रंजन चौधरी 

सांसद मीडिया प्रतिनिधि, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र।

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने साल 2025 में संसद के गलियारों से लेकर क्षेत्र के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक अपनी सक्रियता, संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प से एक अलग पहचान स्थापित की है। बिहार बॉर्डर से सटे चौपारण के चोरदाहा से लेकर पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रामगढ़ स्थित बरलंगा, चतरा जिले के पिपरवार से कोडरमा जिले के चंदवारा तक फैले लोकसभा क्षेत्र में उनका कार्यकाल “बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय” के आदर्शों का जीवंत उदाहरण रहा।

साल की शुरुआत में ही मांडू विधानसभा क्षेत्र के चरही अंतर्गत ग्राम सरवाहा में पांच युवकों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद सांसद मनीष जायसवाल ने अस्पताल पहुंचकर शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया और पोस्टमार्टम के दौरान उनके साथ खड़े रहे। गोला में तीन स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटना के बाद उन्होंने त्वरित पहल करते हुए प्रशासन से समन्वय कर चरही के यूपी मोड़ और रामगढ़ के चुटूपालू घाटी जैसे ब्लैक स्पॉट पर सुधार कार्य, स्ट्रीट लाइट सुदृढ़ीकरण और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए।

विकास के मोर्चे पर उनकी दृष्टि शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रही। रजरप्पा प्रोजेक्ट के विस्थापितों के साथ खड़े रहते हुए उन्होंने रामगढ़ सदर अस्पताल में बहुप्रतीक्षित डायलिसिस यूनिट की शुरुआत करवाई। मांडू के सोनडीहा और चैनपुर में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का शिलान्यास कर चुनावी वादों को धरातल पर उतारा, जो क्षेत्र के आधारभूत विकास में मील का पत्थर साबित हुआ।

संसद में सांसद मनीष जायसवाल की सक्रियता उल्लेखनीय रही। उन्होंने लगभग 118 जनहित के प्रश्न उठाकर हजारीबाग सहित पूरे झारखंड के मुद्दों को राष्ट्रीय पटल पर रखा। डीएमएफटी मद से सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं के माध्यम से सड़क, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों को गति मिली। डीएमएफटी और दिशा बैठकों में उनकी सक्रिय भूमिका ने जिले की विकास योजनाओं को नई दिशा दी।

विस्थापितों की आवाज बनते हुए उन्होंने बड़कागांव, केरेडारी कोल ब्लॉक तथा कोनार और तिलैया डैम से प्रभावित परिवारों के मुद्दों को संसद में मजबूती से उठाया और कोनार सिंचाई परियोजना के लंबित कार्य शीघ्र पूर्ण करने की मांग की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्थाओं के खिलाफ उन्होंने सड़क पर उतरकर जनहित में आवाज बुलंद की। साथ ही सीएसआर मद से स्वास्थ्य शिविर, पोषण किट, खेल सामग्री, कंबल वितरण, सामुदायिक भवन, लाइब्रेरी, सांस्कृतिक भवन और कंप्यूटर लैब जैसे अनेक कार्य सुनिश्चित किए।

सामाजिक सरोकारों में ‘सांसद तीर्थ दर्शन महाअभियान’ और ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव’ प्रमुख उपलब्धियां रहीं। तीर्थ दर्शन अभियान के तहत बुजुर्गों को उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थों का निःशुल्क दर्शन कराया गया, वहीं सामूहिक विवाह उत्सव के अंतर्गत 101 निर्धन परिवारों की बेटियों का विवाह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। खेल और संस्कृति के क्षेत्र में ‘सांसद खेल महोत्सव’ के तहत नमो फुटबॉल टूर्नामेंट में 22 मंडलों की 484 टीमों के 20,260 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। संजय सिंह स्टेडियम में बीसीसीआई अधिकारियों के दौरे के बाद बिहार कूच ट्रॉफी की सफल मेजबानी भी हुई।

हजारीबाग की ऐतिहासिक रामनवमी पर पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र वितरण अभियान, कनहरी हिल में बायोडायवर्सिटी पार्क, बड़कागांव में डिग्री कॉलेज की नींव, बिजली कटौती के खिलाफ महाधरना, धार्मिक आयोजनों में जनभावनाओं के समर्थन और चुनावी जिम्मेदारियों का कुशल निर्वहन उनके संघर्षशील व्यक्तित्व को दर्शाता है।

व्यक्तिगत स्तर पर वे गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में सहयोग, श्राद्ध अवसर पर जरूरतमंदों को किट वितरण और जनसामान्य के सुख-दुख में सहभागी बने रहे। निजी जीवन के कठिन क्षणों के बावजूद उन्होंने जनसेवा के पथ से विचलित हुए बिना वर्ष के अंत में मीडिया के माध्यम से अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रखा।

साल 2026 के लिए भी उन्होंने सेवा के नए संकल्प के साथ रामगढ़ में 08 फरवरी 2026 को ‘सांसद सामूहिक विवाह उत्सव-2026’ के तहत 101 अत्यंत निर्धन बेटियों के सामूहिक विवाह आयोजन की घोषणा की है। यह पहल केवल घर बसाने की नहीं, बल्कि परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने का संबल देने का प्रयास है। सांसद मनीष जायसवाल का यह सेवाधर्मी दृष्टिकोण हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के लिए सामाजिक और विकासात्मक प्रगति की नई किरण बनकर उभरा है।

पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम का मिजाज, यूपी में ठंड-कुहासे से राहत के संकेत, तराई इलाकों में बारिश की संभावना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच मौसम में बदलाव के संकेत मिलने लगे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला अब थमने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, जिससे शीत दिवस और भीषण ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।
तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी चार दिनों के दौरान प्रदेश में दिन के तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस और रात के तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं पहली जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा। सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी यूपी के करीब 17 जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है।
घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया
हालांकि राहत से पहले सावधानी जरूरी है। बुधवार के लिए प्रदेश के 37 जिलों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 17 जिलों में दिन के तापमान में असामान्य गिरावट को देखते हुए शीत दिवस की चेतावनी भी दी गई है। बीते मंगलवार को कानपुर में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडी रात रही।घने कोहरे का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद और सहारनपुर में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जबकि हमीरपुर में दृश्यता महज 20 मीटर और अमेठी, अलीगढ़, झांसी तथा फतेहपुर जैसे जिलों में 50 मीटर के आसपास दर्ज की गई।
अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बुधवार के बाद कोहरे की तीव्रता में कमी आएगी और दिन चढ़ने के साथ हल्की धूप निकलने लगेगी। इससे शीत दिवस जैसी परिस्थितियों से धीरे-धीरे राहत मिलने की संभावना है। अगले चार दिनों तक मौसम में सुधार के संकेत हैं।राजधानी लखनऊ में भीषण ठंड के बीच अब राहत की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से दिन और रात के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। सुबह और शाम को कोहरा बना रहेगा, लेकिन दोपहर में धूप निकलने से ठंड का असर कुछ कम होगा।
दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी
मंगलवार को लखनऊ में सुबह के समय दृश्यता घटकर करीब 150 मीटर तक सिमट गई थी। दिन के समय ठंडी पछुआ हवाएं चलती रहीं, हालांकि दोपहर में धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। राजधानी में अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम रहा, जबकि न्यूनतम तापमान गिरकर 7.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी सुबह-शाम सतर्कता बरतने की सलाह दी है, खासकर वाहन चालकों को कोहरे के दौरान विशेष सावधानी रखने को कहा गया है।
उत्तर भारत में ठंड का “टॉर्चर”, नए साल का मजा किरकिरा, 5 राज्यों में बारिश का अलर्ट

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नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे लोगों का मजा मौसम विभाग चेतावनी से किरकिरा हो गया है। देश में नए साल का आगमन होने वाला है लेकिन मौसम विभाग ने एक बुरी खबर दी है। दरअसल, नए साल के एक दिन पहले से ही देश के उत्तरी और दक्षिणी भागों में मौसम बिगड़ने वाला है। इस दौरान बारिश के बाद कई राज्यों में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी।

और बढ़ने वाला है सर्दी का सितम

उत्तर, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत समेत देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीत लहर ने अपना डेरा जमा लिया है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अगले कुछ दिनों तक राहत के कोई आसार नहीं हैं, बल्कि सर्दी का सितम और बढ़ने वाला है।

कोहरे को लेकर अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने 31 दिसंबर और एक जनवरी के लिए मौसम का जो पूर्वानुमान जताया है उसके हिसाब से ये दोनों दिन कड़ाके की ठंड और घना कोहरा पड़ेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में 5 जनवरी 2026 तक घने कोहरे की चादर लिपटी रहेगी। दिल्ली वालों के लिए भी 31 दिसंबर तक घने कोहरे का अलर्ट है। इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में भी 3-4 जनवरी तक कोहरे का जबरदस्त प्रकोप देखने को मिलेगा।

उत्तर भारत के 5 राज्यों में बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर की शाम से उत्तर भारत के 5 राज्यों में मौसम बिगड़ने वाला है। दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, कश्मीर और हरियाणा के लिए बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन राज्यों में बारिश के बाद तापमान में भी 3 से 4 डिग्री की कमी आ सकती है, जिससे ठंड बढ़ जाएगी। लोगों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है।

आजमगढ़:- पुलिस व बदमाश के बीच हुई मुठभेड़ में चोरी के मामले में वांछित 10 हजार रुपये के इनामिया अभियुक्त को घायल अवस्था में किया गया गिरफ्तार

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। सरायमीर थाना क्षेत्र के नरदह पुलिया के पास बुधवार को भोर में हुई पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ में 10 हजार रुपये का इनामिया बदमाश घायल हो गया है। गिरफ्तार बदमाश लालमन यादव अपने साथी अवनीश तिवारी के साथ सरायमीर थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर से बैटरी चोरी किया था। 
  थाना प्रभारी  निहार नन्दन कुमार पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में भ्रमणशील थे। इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि चोरी की घटना में वांछित 10 हजार रुपये का इनामिया अभियुक्त लालमन यादव पुत्र श्यामलाल यादव नन्दांव बाजार की ओर से सरायमीर की तरफ आ रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल पुलिस टीम  के साथ नरदह पुलिया के पास घेराबंदी की गई। कुछ समय पश्चात नन्दांव की ओर से एक संदिग्ध व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया, जिसे पुलिस बल द्वारा टॉर्च की रोशनी में रुकने का इशारा किया गया। पुलिस को देखकर अभियुक्त द्वारा भागने का प्रयास किया गया, किन्तु अभियुक्त द्वारा स्वयं को घिरता हुआ देख पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर किया गया। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी फायरिंग में अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लग गई। लालमन यादव पुत्र श्यामलाल यादव, निवासी  भक्तिन का पूरा सरैया, थाना गोसाईंगंज, जनपद अयोध्या को उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया गया है। उसके पास से  एक  तमंचा 315 बोर,  एक  जिन्दा कारतूस 315 बोर, एक  खोखा कारतूस 315 बोर, एक  मिस कारतूस 315 बोर और 540 रुपये नगद बरामद हुआ है।  गिरफ्तार अभियुक्त लालमन यादव द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह अपने साथी अवनीश तिवारी पुत्र हरिनारायण तिवारी निवासी ग्राम दौलताबाद, थाना जहानगंज के साथ मिलकर मार्च माह 2025 में थाना सरायमीर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम रसूलपुर में लगे एक मोबाइल टावर से बैटरियों की चोरी किया था। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ सरायमीर और अयोध्या में मुकदमा दर्ज हुआ है। इस संबंध में सीओ फूलपुर किरन पाल सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 4:15 बजे मुखबिर की सूचना पर घेराबन्दी की गई। बदमाश द्वारा पुलिस पर फायर किया गया। आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में उसके दाहिने पैर में गोली लगी है। विधिक कार्रवाई की जा रही है।