अधिक सजग और अधिक करुणामय इंसान बनने का संकल्प, 2026
–डॉ मंजू लोढ़ा, वरिष्ठ साहित्यकार

हर साल की तरह 2025 भी आया और चला गया, पर यह साल केवल कैलेंडर का बदलना नहीं था।
यह अनुभवों का ऐसा अध्याय रहा,
जिसे पलटते समय
मन अपने-आप ठहर जाता है।
यह वर्ष हमें यह सिखा गया कि
जीवन केवल उपलब्धियों का उत्सव नहीं,
बल्कि विपरीत परिस्थितियों में
इंसान बने रहने की परीक्षा भी है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में
पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया
आतंकी हमला
केवल निर्दोष जानें ही नहीं ले गया,
बल्कि पूरे देश को
गहरे शोक और आक्रोश में डुबो गया। लंदन जाने वाली
अंतरराष्ट्रीय उड़ान का
तकनीकी खराबी के कारण
दुर्घटनाग्रस्त होना
वैश्विक स्तर पर
विमान सुरक्षा पर
गंभीर प्रश्न छोड़ गया। दिल्ली और उत्तर भारत में
आतंकी घटनाओं ने सार्वजनिक स्थानों पर असुरक्षा की भावना को
और गहरा किया।
प्रकृति भी इस वर्ष
कुछ कम कठोर नहीं रही।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड , महाराष्ट्र और असम में
भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन ने
कई परिवारों से
उनके घर, आजीविका
और सहारे छीन लिए। मुंबई और नवी मुंबई में
भीषण आग की घटनाएँ
और भांडुप की
BEST बस दुर्घटना ने महानगर की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी को
अचानक थाम लिया।
दूर मध्य-पूर्व और यूक्रेन में
जारी युद्धों की तपिश
महँगाई, अस्थिरता
और मानव संकट बनकर
पूरी दुनिया ने महसूस की।
सच यही है—
2025 ने हमें
कड़वे घूँट पिलाए।
पर इसी कठिन समय में
हमने अपनी सामूहिक शक्ति भी देखी।
आतंकी घटनाओं के बाद
देश की निर्णायक प्रतिक्रिया
और ऑपरेशन सिंदूर जैसे
सख़्त कदमों ने
यह स्पष्ट कर दिया कि
भारत अब केवल सहने वाला देश नहीं—
वह अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को लेकर
पूरी तरह सजग और सक्षम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व
इस वर्ष
एक दृढ़, जुझारू और आत्मविश्वासी
वैश्विक व्यक्तित्व के रूप में
और उभरकर सामने आया।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
भारत की आवाज़
सिर्फ़ सुनी ही नहीं गई,
उसका सम्मान भी किया गया।
देशवासियों के मन में यह भरोसा गहरा हुआ कि
सशक्त नेतृत्व के कारण
हम अपेक्षाकृत
निश्चिंत होकर
अपना जीवन जी पा रहे हैं।
दुख और संकट के बीच
देश–विदेश से
संवेदना, सहायता
और प्रार्थनाओं की
एकजुटता भी हमने देखी।
NDRF, SDRF,
फायर ब्रिगेड,
मेडिकल टीमें और स्वयंसेवक—
थके हुए शरीर,
पर अडिग संकल्प के साथ
कई जानें बचाने में सफल रहे।
आपदा प्रबंधन की क्षमता
पहले से अधिक
मजबूत दिखाई दी।
खेलों के क्षेत्र में
भारत ने
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कीं।
विशेषकर महिला खिलाड़ियों की
सफलताओं ने
देश को
नया गर्व दिया।
इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर
मेट्रो परियोजनाएँ,
एक्सप्रेसवे,
रेलवे आधुनिकीकरण
और वंदे भारत ट्रेनों ने
यात्रा को
अधिक सुरक्षित
और सुविधाजनक बनाया। ISRO के सफल अंतरिक्ष मिशनों ने
यह भरोसा दिया कि भारत की उड़ान
अब केवल धरती तक सीमित नहीं—
वह अंतरिक्ष तक पहुँच चुकी है।
डिजिटल इंडिया के अंतर्गत
UPI, AI, फिनटेक
और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम ने
भारत को
तकनीक का उपभोक्ता नहीं,
बल्कि नवाचार का केंद्र बनाया।
महिला सशक्तिकरण,
शिक्षा,
डिजिटल कृषि,
स्वास्थ्य शिविर,
योग और मानसिक स्वास्थ्य पर
बढ़ता ज़ोर—
ये सभी संकेत थे कि विकास की समझ
अब अधिक मानवीय हो रही है।
युवाओं की सामाजिक भागीदारी
और स्वयंसेवी कार्यों में
उनकी सक्रियता ने
भविष्य के प्रति
आशा को
और मजबूत किया।
2025 ने हमें
रुलाया भी,
और संभलना भी सिखाया।
इस साल ने यह भी समझाया कि
जीवन को
सिर्फ़ जीया नहीं जाता—
कभी-कभी
उसे सीपीआर भी देनी पड़ती है।
जब साँसें थमती हैं,
तो यादों को बटोरना पड़ता है।
जब हौसला टूटता है,
तो अनुभव
धड़कन बनते हैं।
हर साल
कितनी सीपियाँ छोड़ जाता है—
कुछ से हम मोती निकाल लेते हैं,
कुछ बस
रेत में चमकती रह जाती हैं।
पर वे व्यर्थ नहीं जातीं—
वे हमें याद दिलाती हैं कि हमने
पूरी शिद्दत से
जिया था।
जीवन अनमोल है।
कठिनाइयों के बीच
मिला हुआ यह अवसर
हर पल खर्च करने के लिए नहीं—
हर पल महसूस करने के लिए है।
जो बीत गया,
वह अनुभव बन गया। जो मिला,
वह कृतज्ञता बन गया। हमने यह खोया,
और हमने यह पाया। शायद
यही 2025 की
सबसे बड़ी सीख है। अलविदा 2025।
स्वागत 2026—
और अधिक सजग,
और अधिक करुणामय
इंसान बनने के संकल्प के साथ।                          ईश्वर से यही प्रार्थना है। प्रधानमंत्री मोदी जी दीर्घायु हो और उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित सशक्त और शांतिपूर्ण मार्ग पर आगे बढ़ता रहे, ताकि नागरिक निश्चिंत होकर सुख की नींद सो सके।
माघ मेला-2026:के दृष्टिगत में उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मण्डल ने सभागार में संयुक्त ब्रीफिंग सभा का आयोजन

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।माघ मेला–2026 के सफल.सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित आयोजन को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मण्डल के मण्डल सभागार में संयुक्त ब्रीफिंग सभा का आयोजन किया गया।बैठक का उद्देश्य मेला अवधि के दौरान रेलवे सुरक्षा व्यवस्था यात्री सुविधाओ भीड़ प्रबन्धन तथा विभिन्न विभागो के बीच समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करना रहा।संयुक्त ब्रीफिंग सभा में अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) प्रकाश डी.मण्डल रेल प्रबन्धक (DRM)प्रयागराज रजनीश अग्रवाल वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबन्धक (Sr.DCM)हरिमोहन महानिरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल (IG/RPF)प्रदीप कुमार गुप्ता पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रयागराज प्रशान्त वर्मा वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त (Sr.DSC/RPF) विजय प्रकाश पंडित एवं सहायक सुरक्षा आयुक्त(ASC/RPF) सुदीप कुमार घोष सहित रेलवे GRP एवं RPF के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक में माघ मेला–2026 के दौरान रेलवे स्टेशनो एवं प्लेटफॉर्मो पर यात्रियो के आवागमन हेतु एकल मार्ग (वन-वे सिस्टम) व्यवस्था स्टेशन परिसर एवं बाहरी क्षेत्रो में पर्याप्त होल्डिंग एरिया की स्थापना भीड़ के दबाव के अनुसार चरणबद्ध प्लेटफॉर्म प्रवेशन प्रभावी बैरिकेडिंग अतिरिक्त सीसीटीवी निगरानी तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से निरंतर यात्री जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयो पर विस्तृत चर्चा की गई।इसके अतिरिक्त भीड़ नियंत्रण हेतु संवेदनशील समयावधि एवं स्थलो की पहचान महिला बालक एवं दिव्यांग यात्रियो की विशेष सुरक्षा व्यवस्था अपराध रोकथाम एवं असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी तथा आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए संयुक्त कार्ययोजना तैयार करने पर सहमति बनी।अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे)प्रकाश डी.ने निर्देशित किया कि मेला अवधि के दौरान रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म ट्रेनो एवं आसपास के क्षेत्रों में निरन्तर निगरानी सघन पैदल एवं मोबाइल पेट्रोलिंग संवेदनशील बिन्दुओ पर अतिरिक्त बल की तैनाती तथा GRP.RPF एवं रेलवे प्रशासन के बीच सतत समन्वय सुनिश्चित किया जाए।उन्होने स्पष्ट किया कि यात्रियो की सुरक्षा एवं सुगम आवागमन सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।संयुक्त ब्रीफिंग सभा के माध्यम से माघ मेला–2026 के दौरान रेलवे सुरक्षा यात्री सुविधा एवं भीड़ प्रबन्धन को लेकर समन्वित प्रभावी एवं व्यावहारिक रणनीति तैयार की गई जिससे श्रद्धालुओ एवं यात्रियों को सुरक्षित सुव्यवस्थित एवं निर्बाध रेल यात्रा उपलब्ध कराई जा सकेगी।

हौसलों की उड़ान: ट्रिपल आईटी (IIIT) रांची की सबसे कम उम्र की आदिवासी पीएचडी स्कॉलर सविता कच्छप को सीएम ने किया सम्मानित

रांची | 30 दिसंबर 2025: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में ट्रिपल आईटी (IIIT), रांची में चयनित आदिवासी छात्रा सुश्री सविता कच्छप से मुलाकात की। सविता ने मात्र 24 वर्ष की उम्र में पीएचडी (Ph.D.) के लिए चयनित होकर आदिवासी समुदाय में सबसे कम उम्र की शोधार्थी होने का गौरव हासिल किया है।

2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की

मुख्यमंत्री ने सविता की इस असाधारण उपलब्धि पर उन्हें हार्दिक बधाई दी और उनकी उच्च शिक्षा एवं शोध कार्यों में सहायता के लिए राज्य सरकार की ओर से 2 लाख रुपये का चेक उनके परिजनों को सौंपा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार सविता के शोध कार्यों में भविष्य में भी हरसंभव मदद करेगी।

सविता की उपलब्धियां: तकनीकी क्षेत्र में पहली ट्राइबल रिसर्च स्कॉलर

मुलाकात के दौरान सविता ने मुख्यमंत्री को अपनी उपलब्धियों से अवगत कराया:

सबसे कम उम्र की शोधार्थी: 24 वर्ष की उम्र में पीएचडी (इलेक्ट्रिक कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) हेतु चयन।

तकनीकी गौरव: वे तकनीकी क्षेत्र में पहली 'ट्राइबल रिसर्च स्कॉलर' भी हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान: उन्होंने प्रतिष्ठित IEEE में अंतरराष्ट्रीय 'नॉवेल्टी रिसर्च वर्क' भी प्रेजेंट किया है।

साधारण पृष्ठभूमि, असाधारण लक्ष्य

रांची के डूंगरी टोली (अरगोड़ा) की रहने वाली सविता वर्तमान में मधुकम स्थित अपनी नानी के घर रहकर पढ़ाई कर रही हैं। उनकी इस सफलता ने साबित कर दिया है कि सीमित संसाधनों के बावजूद अगर लक्ष्य बड़ा हो, तो सफलता कदम चूमती है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, "सविता जैसे युवा राज्य की असली शक्ति हैं। जनजातीय समुदाय की बेटियों का तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ना झारखंड के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।"

डीएम के जांच आदेश पर भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी

दो बार भुगतान फिर भी नहीं बना कुएं का जगत

गांव में विकास कार्यों के नाम पर स्वयंभू प्रधान का कारनामा

जिलाधिकारी से जांच कराकर की गई थी कार्रवाई कि मांग


मीरजापुर। जिले के हलिया विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मनिगढा में विकास कार्यों के नाम पर हुए वित्तीय घोटाले का मामला जोर पकड़ा जा रहा है, तो वहीं घोटाले की फाईलों को दबाएं बैठे ब्लाक स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी जिलाधिकारी के आदेश को भी ठेंगा दिखाते हुए आएं हैं। बता दें कि मनिगढ़ा गांव में विकास कार्यों के नाम पर हुए भारी घोटाले और बिना धरातल पर कार्य कराएं ही कागजों में सरकारी धन खर्च दिखाकर हज़म कर लिया गया है।

इस बात का खुलासा होने पर तथा जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार से इस संबंध में तीन सौ पन्नों का शिकायती पत्र सौंप कर जांच कर कार्रवाई की मांग की गई थी, जिसपर जिलाधिकारी ने 28 अक्टूबर 2025 को उक्त शिकायत के आधार पर आदेश संख्या 3394/7/शिकायत जांच/2025-26 द्वारा जांच समिति गठित की गई थी।

दुर्भाग्यवश, जांच समिति गठन के दो महीने से अधिक समय बीत जाने के उपरांत भी न तो कोई जांच अधिकारी मौके पर स्थलीय जांच करने पहुंचा है और न ही शिकायतकर्ता को जांच तिथि की सूचना प्रदान की गई। इस बीच प्रधान, सचिव एवं बीडीओ हलिया द्वारा जांच को प्रभावित करने हेतु कृत्रिम फोटोग्राफ तैयार कर लीपापोती की जा रही है, जिससे मूल अनियमितताएं छुपाई जा रही हैं। ग्रामीणों ने मांग किया है कि गठित जांच समिति को तत्काल प्रभाव से स्थल निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया जाए,जांच के समय शिकायतकर्ता को पूर्व सूचना अनिवार्य रूप से प्रदान की जाए तथा जांच विलंब के कारण साक्ष्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना के मद्देनज़र दोषियों के विरुद्ध विधिक, अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही साथ संपूर्ण जांच प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाए, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।

यह है पूरा मामला.........
दरअसल, यह पूरा मामला जिले के हलिया विकास खंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव में हुए उस भारी विकास कार्यों से जुड़ा हुआ है जो धरातल पर हुआ ही नहीं है। जहां सरकार की विकास परक योजनाओं को पलीता लगाते हुए बिना कार्य कराएं ही भुगतान करा लिया गया है। इस मामले में गांव निवासी अब्दुल समद ने बीते महीने जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार को तीन सौ पेज का शिकायती पत्र सौंपकर गांव में लाखों रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। मनिगढ़ा गांव निवासी अब्दुल समद ने जिलाधिकारी को सौंपे गए पत्रक में आरोप लगाया कि उसके घर के सामने स्थित पुराने कुएं के जगत के निर्माण के नाम पर दो बार में एक लाख से ऊपर का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन निर्माण नहीं कराया गया।

कुआं और कुएं का जगत आज भी जस-तस हालात में पड़ा हुआ है। यही नहीं गांव के अन्य विकास कार्य मसलन, तालाब, कुआं, सड़क, मस्जिद इत्यादि के नाम पर भी कागजों पर तो काम करवा दिए गए हैं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। आरोप है कि ग्राम प्रधान का पूरा लेखा-जोखा, लेन-देन कोई और करता है। महिला प्रधान को यह भी पता नहीं है कि उसके गांव के विकास कार्य पर कितनी धनराशि खर्च की गई है और कहां-कहां खर्च किया गया है। गांव के विकास कार्य के नाम पर लाखों रुपये गबन करने की आशंका जताते हुए कहा गया है कि बिना कार्य कराए ही कागज पर कार्य पूर्ण दिखाकर रुपये निकाल लिए गए हैं।

डीएम ने जांच कराके कारवाई का आश्वासन दिया था। डीएम ने इस संबंध में डीपीआरओ को निर्देशित किया था और टीम गठित कर मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट सौंपी जाए के निर्देश भी दिए थे, लेकिन डीएम के टीम गठित करने के डेढ़ माह गुजरने के बाद भी मौके पर न तो जांच टीम के अधिकारी पहुंचे हैं और ना ही कोई कार्रवाई शुरू की गई है।

*मामले में लीपापोती की जताई आशंका*

ग्रामीणों सहित शिकायतकर्ता ने आशंका जताई है कि जिलाधिकारी से हुई शिकायत और जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच टीम गठित करने के बाद गांव के प्राथमिक विद्यालय में सहित कुछ अन्य स्थानों की कृत्रिम फोटोग्राफ तैयार कर लीपापोती की जा रही है, ताकि मूल अनियमितताएं छुपाई जा सकें और जांच को प्रभावित किया जा सके।


*मनरेगा घोटाले की जांच में रहा है हलिया*

गौरतलब हो कि वर्ष 2007-2010 में राज्य के कई जिलों में हुए मनरेगा योजना अन्तर्गत घोटाले में मीरजापुर का हलिया विकास खंड क्षेत्र भी शामिल रहा है यहां के 54 लोगों जिनमें कई अधिकारी कर्मचारी और ग्राम प्रधान इस भ्रष्टाचार घोटाले की जांच में घिरे थे, मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामला सीबीआई के हवाले होने पर कई बार सीबीआई की टीम भी हलिया धमक चुकी है। बावजूद गांवों के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार थमा नहीं है।
शक्तिनगर में दबंगों का तांडव: पहले युवक को लाठी-डंडों से पीटा, फिर भागते समय बाइक सवार को बोलेरो से रौंदा

विकास कुमार

शक्तिनगर (सोनभद्र)। औद्योगिक क्षेत्र शक्तिनगर की बीना कॉलोनी सोमवार की दोपहर रणक्षेत्र में तब्दील हो गई। बेखौफ दबंगों ने न केवल एक युवक को घर के सामने घेरकर बेरहमी से पीटा, बल्कि भागने की हड़बड़ी में एक अन्य राहगीर को अपनी गाड़ी से जोरदार टक्कर मार दी। इस दोहरे तांडव से पूरी कॉलोनी में दहशत का माहौल व्याप्त है।

घर के बाहर घेरकर किया जानलेवा हमला मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार (29 दिसंबर 2025) दोपहर करीब 2 बजे कृष्णशीला क्षेत्र के निवासी प्रणय शर्मा अपने घर के पास थे। आरोप है कि तभी इलाके के रसूखदार दबंग राजकुमार शर्मा, प्रकाश नारायण और गोलू दुबे ने उन्हें घेर लिया। बिना किसी उकसावे के आरोपियों ने गालियां देते हुए लाठी-डंडों से प्रणय पर हमला बोल दिया। इस हमले में प्रणय के शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं और वे लहूलुहान हो गए।

फरार होते समय बाइक सवार को मारी टक्कर
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपनी बोलेरो (MP17 ZQ 3299) में सवार होकर जान से मारने की धमकी देते हुए भागने लगे। भागने की आपाधापी में उन्होंने सड़क पर जा रहे कॉलोनी निवासी नवीन कुमार सिंह की मोटरसाइकिल (DL 35 R 2720) को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि नवीन बाइक समेत काफी दूर तक घिसटते चले गए, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। उनकी मोटरसाइकिल भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।

अस्पताल में भर्ती, पुलिस से न्याय की गुहार
हादसे के बाद घायल नवीन कुमार सिंह को आनन-फानन में नेहरू अस्पताल, जयंत ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और इलाज जारी है। वहीं, पीड़ित प्रणय शर्मा ने हिम्मत दिखाते हुए थाना शक्तिनगर में नामजद तहरीर दी है।इस घटना के बाद से बीना कॉलोनी के निवासियों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यदि इन दबंगों पर तत्काल कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो आम आदमी का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा। फिलहाल, शक्तिनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
आजमगढ़: सड़क दुघर्टना में मृत शिक्षक को शिक्षकों ने दी श्रद्धांजलि
आजमगढ़। बी आर सी कार्यालय अहरौला पर मंगलवार को शिक्षा क्षेत्र के शिक्षकों ने दो मिनट का मौन रखकर सड़क दुघर्टना में मृत शिक्षक साथी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
तहबरपुुुुर थाने के खलिया सेमरी गांव निवासी वीरेंद्र यादव की सोफीपुर बसही मार्ग पर सड़क दुघर्टना में दर्दनाक मौत हो गयी। वे अहरौला शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय डेवहटा में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। साथी के सामयिक निधन से दुःखी शिक्षकों ने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अभिमन्यु यादव और खंड शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में शोक सभा कर 2 मिनट का मौन रखकर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया। जिलाध्यक्ष अभिमन्यु यादव ने कहा कि हमने सड़क दुर्घटना में एक शिक्षक साथी को खो दिया है। यह एक अपूर्णनीय छति है। इसकी भरपाई असम्भव है। हम परिवार के साथ खड़े हैं।संगठन के तरफ से जो भी सहयोग हो सकता है उसे किया जायेगा।
इस मौके पर प्राथमिक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सूबेदार यादव, सूरज लाल यादव, देवेंद्र यादव, राम नारायण गुप्ता, अरविंद कुमार सिंह, पवन कुमार चौबे रविकांत पांडेय, महादेव, राजू यादव, कृष्ण कुमार शुक्ला, स्वामीनाथ, राधेश्याम, सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।
भीषण शीतलहर में गौ माता की सुरक्षा हेतु कान्हा गौशाला में निरंतर अलाव की व्यवस्था।
बलरामपुर।आदर्श नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित कान्हा गौशाला,ग्राम सेवक रामपुरवा में इन दिनों पड़ रही अत्यंत भीषण शीतलहर के दृष्टिगत गौ माता की सुरक्षा,संरक्षण एवं राहत को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देशन में गौशाला परिसर में लगातार अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है,ताकि कड़ाके की ठंड से गौवंश को सुरक्षित रखा जा सके।

अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शीतलहर के दौरान गौ माता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसी क्रम में नगर पालिका के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा नियमित रूप से गौशाला का निरीक्षण कर अलाव,स्वच्छता,चारे एवं पानी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ठंड से बचाव के लिए अलाव को निर्धारित स्थानों पर जलाया जा रहा है,जिससे गौवंश को गर्म और सुरक्षित वातावरण मिल सके।

नगर पालिका प्रशासन का मानना है कि कड़ाके की ठंड में गौ माता की सेवा,सुरक्षा एवं स्नेहपूर्ण वातावरण प्रदान करना हमारा नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है। इसी भावना के साथ परिषद द्वारा यह प्रयास लगातार जारी है कि किसी भी गौवंश को ठंड से क्षति न पहुंचे।

स्थानीय लोगों ने भी नगर पालिका परिषद की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि शीतलहर जैसे कठिन समय में गौ माता के लिए की जा रही यह व्यवस्था संवेदनशील एवं सराहनीय कदम है। नगर पालिका परिषद ने आश्वस्त किया है कि जब तक शीतलहर का प्रकोप रहेगा,तब तक कान्हा गौशाला में गौवंश की सुरक्षा हेतु सभी आवश्यक इंतजाम निरंतर जारी रहेंगे।
पवित्र यात्रा पर रवाना हुए गुलज़ार मियाँ

गोंडा(करनैलगंज)। हज़रत कफील उल्लाह शाह बड़े बाबा जी रहमतुल्लाह अलैह के पौत्र व मौलाना मोहम्मद असदुल बक़ा बक़ाई छन्नू मियाँ के पुत्र तनवीरुल बक़ा उर्फ गुलज़ार मियाँ उमरा की पवित्र यात्रा के लिए अपने आवास शाही तकिया से रवाना हुए हैं जो कि नजफ़ शरीफ,कर्बला शरीफ,बगदाद शरीफ होते हुए उमरह के लिये पहुंचेगे। कस्बे व उनके परिवार के सदस्यों सहित सिलसिले के तमाम लोगों ने उनके आवास से उन्हें उमरा की पवित्र यात्रा पर विदा किया।

इस दौरान गंगा जमुनी तहजीब की भी मिशाल देखने को मिली। लोगों ने माल्यर्पण कर उन्हें यात्रा के लिये रवाना किया। इस मौके पर अनवारुल हक़ शाह पप्पू मियाँ,लल्लू मियाँ,गुड्डू मियाँ,शानू मियाँ,डाक्टर मोहम्मद सलमान कफ़ीली,मोलवी समसुद्दीन,अहमद कलीम उर्फ कुच्चू, मोइनुद्दीन,बॉबी रजा सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
जिला महिला चिकित्सालय में आज “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम के द्वितीय चरण का सीडीओ ने किया भव्य शुभारम्भ

*"विटामिन ए" बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व-मुख्य विकास अधिकारी*


*गोण्डा ,।जनपद गोण्डा के जिला महिला चिकित्सालय में आज “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम के द्वितीय चरण का भव्य शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी गोण्डा श्रीमती अंकिता जैन द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं तथा बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस अभियान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कुल लक्षित जनसंख्या-40,69,122, कुल 9 माह से 5 वर्ष तक लक्षित बच्चों की संख्या- 475931, कुल प्रतिदिन कार्य करने वाली टीमों की संख्या-529, कुल सुपरवाइजर की संख्या-304, कुल दिनों की संख्या-9, दिवस प्रत्येक बुधवार, शनिवार नियमित टीकाकरण के साथ सहयोगी विभाग स्वास्थ्य, बाल विकास तथा शिक्षा विभाग आदि।

मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन ने अपने संबोधन में कहा कि "विटामिन ए" बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी कमी से बच्चों में आंखों से संबंधित रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी तथा अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद के समस्त लक्षित आयु वर्ग के बच्चों को समय से विटामिन ए की खुराक उपलब्ध कराकर उन्हें कुपोषण एवं गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखना है। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यक्रम को पूरी गंभीरता, पारदर्शिता एवं समन्वय के साथ संचालित किया जाए ताकि कोई भी बच्चा लाभ से वंचित न रह जाए।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संत लाल पटेल ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि द्वितीय चरण के अंतर्गत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं चयनित स्थलों पर टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के आपसी समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा।

कार्यक्रम में समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ), महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) सहित सभी संबंधित अधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के दौरान जागरूकता संदेश भी दिए गए, जिसमें अभिभावकों से अपील की गई कि वे अपने बच्चों को निर्धारित तिथियों पर विटामिन ए की खुराक अवश्य दिलवाएं और किसी भी प्रकार की भ्रांति से बचें। अंत में अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
आगामी नव वर्ष में पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा पर समीक्षा गोष्ठी की गई

शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में Zero Fatality District (ZFD) अभियान सहित विभिन्न प्राथमिक बिंदुओं पर बनाई गई विशेष कार्ययोजना-

गोण्डा। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में जनपद पुलिस द्वारा विभिन्न प्रमुख बिंदुओं पर विशेष एवं सतत कार्यवाही की जाएगी ।
ZFD अभियान के अंतर्गत जनपद में "सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु शून्य" करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक गोण्डा  विनीत जायसवाल द्वारा देर रात्रि थाना कोतवाली नगर अंतर्गत चौकी गुरुनानक पर जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई । समीक्षा बैठक में लंबित अभियोगों की विवेचना, जाँच प्रार्थना-पत्रों की स्थिति की गहन समीक्षा की गई तथा नववर्ष के दृष्टिगत जनपद में कानून-व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाए रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए ।
बैठक में नववर्ष के अवसर पर जनपद में शांति, सुरक्षा एवं सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई। इस योजना के अंतर्गत Zero Fatality District (ZFD) अभियान को विशेष प्राथमिकता दी गई, जिसका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को शून्य करना है। इसके तहत-
• जनपद में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर PWD/NHAI से समन्वय द्वारा सुधारात्मक कार्य
• ओवरस्पीड, ड्रंक एंड ड्राइव, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के विरुद्ध सख्त प्रवर्तन,
• गोल्डन ऑवर में पुलिस व एम्बुलेंस की त्वरित रिस्पॉन्स व्यवस्था,
• स्कूलों, कॉलेजों एवं आमजन के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान,
• थाना क्षेत्रवार दुर्घटना आंकड़ों की नियमित समीक्षा,
• CCTV/ANPR कैमरों एवं ई-चालान प्रणाली का प्रभावी उपयोग तथा सभी संबंधित विभागों के साथ संयुक्त कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है ।
इसके अतिरिक्त जनपद में बरामद की गई नाबालिग लड़कियों के मामलों में संवेदनशील एवं विधिसम्मत कार्यवाही करते हुए काउंसलिंग, परिजनों से समन्वय एवं पुनर्वास की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस कार्यवाही में अभियान चलाकर दिनांक 01.01.2025 से अब तक कुल 421 नाबालिग अपह्रताओं को सकुशल बरामद कर विधिपूर्वक उनके परिजनों को सुपुर्द किया गया । महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मिशन शक्ति व एंटी रोमियो स्क्वाड द्वारा सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण एवं सतत पेट्रोलिंग की जाएगी। मिशन शक्ति अभियान को प्रभावी बनाने हेतु समय समय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। जनपद के सभी प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, पार्कों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, शिक्षण संस्थानों एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस टीमों द्वारा निरंतर गश्त, सघन चेकिंग एवं निगरानी की जा रही है। महिलाओं एवं बालिकाओं को असहज करने वाले तत्वों के विरुद्ध तत्काल एवं गुणवत्तापूर्ण कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। जनपद में कुल 18 मिशन शक्ति केन्द्र संचालित हैं, जिनमें SOP के अनुरूप कार्यवाही करते हुए महिला संबंधी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इन केन्द्रों पर नियुक्त 130 अधिकारी/कर्मचारी नववर्ष के दौरान विशेष रूप से सक्रिय रहते हुए जागरूकता, काउंसलिंग एवं सहायता कार्य कर रहे हैं। प्रत्येक रविवार को बहू-बेटी सम्मेलन आयोजित कर महिलाओं को अपनी समस्याएं खुलकर साझा करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है ।
एडीजी स्तर से चिन्हित जनपद के "टॉप-5 अपराधों" पर विशेष अभियान चलाकर अपराधियों के विरुद्ध कठोर एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी । साथ ही न्यायालय से जमानत पर रिहा अभियुक्तों के जमानतदारों का सत्यापन गंभीरता से कराया जाएगा, जिससे फर्जी जमानत एवं विधिक प्रक्रिया के दुरुपयोग को रोका जा सके।
जनपद गोण्डा पुलिस समन्वित प्रवर्तन, त्वरित रिस्पॉन्स एवं जनजागरूकता के माध्यम से Zero Fatality District अभियान सहित कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही ।
अधिक सजग और अधिक करुणामय इंसान बनने का संकल्प, 2026
–डॉ मंजू लोढ़ा, वरिष्ठ साहित्यकार

हर साल की तरह 2025 भी आया और चला गया, पर यह साल केवल कैलेंडर का बदलना नहीं था।
यह अनुभवों का ऐसा अध्याय रहा,
जिसे पलटते समय
मन अपने-आप ठहर जाता है।
यह वर्ष हमें यह सिखा गया कि
जीवन केवल उपलब्धियों का उत्सव नहीं,
बल्कि विपरीत परिस्थितियों में
इंसान बने रहने की परीक्षा भी है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में
पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया
आतंकी हमला
केवल निर्दोष जानें ही नहीं ले गया,
बल्कि पूरे देश को
गहरे शोक और आक्रोश में डुबो गया। लंदन जाने वाली
अंतरराष्ट्रीय उड़ान का
तकनीकी खराबी के कारण
दुर्घटनाग्रस्त होना
वैश्विक स्तर पर
विमान सुरक्षा पर
गंभीर प्रश्न छोड़ गया। दिल्ली और उत्तर भारत में
आतंकी घटनाओं ने सार्वजनिक स्थानों पर असुरक्षा की भावना को
और गहरा किया।
प्रकृति भी इस वर्ष
कुछ कम कठोर नहीं रही।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड , महाराष्ट्र और असम में
भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन ने
कई परिवारों से
उनके घर, आजीविका
और सहारे छीन लिए। मुंबई और नवी मुंबई में
भीषण आग की घटनाएँ
और भांडुप की
BEST बस दुर्घटना ने महानगर की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी को
अचानक थाम लिया।
दूर मध्य-पूर्व और यूक्रेन में
जारी युद्धों की तपिश
महँगाई, अस्थिरता
और मानव संकट बनकर
पूरी दुनिया ने महसूस की।
सच यही है—
2025 ने हमें
कड़वे घूँट पिलाए।
पर इसी कठिन समय में
हमने अपनी सामूहिक शक्ति भी देखी।
आतंकी घटनाओं के बाद
देश की निर्णायक प्रतिक्रिया
और ऑपरेशन सिंदूर जैसे
सख़्त कदमों ने
यह स्पष्ट कर दिया कि
भारत अब केवल सहने वाला देश नहीं—
वह अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को लेकर
पूरी तरह सजग और सक्षम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व
इस वर्ष
एक दृढ़, जुझारू और आत्मविश्वासी
वैश्विक व्यक्तित्व के रूप में
और उभरकर सामने आया।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
भारत की आवाज़
सिर्फ़ सुनी ही नहीं गई,
उसका सम्मान भी किया गया।
देशवासियों के मन में यह भरोसा गहरा हुआ कि
सशक्त नेतृत्व के कारण
हम अपेक्षाकृत
निश्चिंत होकर
अपना जीवन जी पा रहे हैं।
दुख और संकट के बीच
देश–विदेश से
संवेदना, सहायता
और प्रार्थनाओं की
एकजुटता भी हमने देखी।
NDRF, SDRF,
फायर ब्रिगेड,
मेडिकल टीमें और स्वयंसेवक—
थके हुए शरीर,
पर अडिग संकल्प के साथ
कई जानें बचाने में सफल रहे।
आपदा प्रबंधन की क्षमता
पहले से अधिक
मजबूत दिखाई दी।
खेलों के क्षेत्र में
भारत ने
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कीं।
विशेषकर महिला खिलाड़ियों की
सफलताओं ने
देश को
नया गर्व दिया।
इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर
मेट्रो परियोजनाएँ,
एक्सप्रेसवे,
रेलवे आधुनिकीकरण
और वंदे भारत ट्रेनों ने
यात्रा को
अधिक सुरक्षित
और सुविधाजनक बनाया। ISRO के सफल अंतरिक्ष मिशनों ने
यह भरोसा दिया कि भारत की उड़ान
अब केवल धरती तक सीमित नहीं—
वह अंतरिक्ष तक पहुँच चुकी है।
डिजिटल इंडिया के अंतर्गत
UPI, AI, फिनटेक
और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम ने
भारत को
तकनीक का उपभोक्ता नहीं,
बल्कि नवाचार का केंद्र बनाया।
महिला सशक्तिकरण,
शिक्षा,
डिजिटल कृषि,
स्वास्थ्य शिविर,
योग और मानसिक स्वास्थ्य पर
बढ़ता ज़ोर—
ये सभी संकेत थे कि विकास की समझ
अब अधिक मानवीय हो रही है।
युवाओं की सामाजिक भागीदारी
और स्वयंसेवी कार्यों में
उनकी सक्रियता ने
भविष्य के प्रति
आशा को
और मजबूत किया।
2025 ने हमें
रुलाया भी,
और संभलना भी सिखाया।
इस साल ने यह भी समझाया कि
जीवन को
सिर्फ़ जीया नहीं जाता—
कभी-कभी
उसे सीपीआर भी देनी पड़ती है।
जब साँसें थमती हैं,
तो यादों को बटोरना पड़ता है।
जब हौसला टूटता है,
तो अनुभव
धड़कन बनते हैं।
हर साल
कितनी सीपियाँ छोड़ जाता है—
कुछ से हम मोती निकाल लेते हैं,
कुछ बस
रेत में चमकती रह जाती हैं।
पर वे व्यर्थ नहीं जातीं—
वे हमें याद दिलाती हैं कि हमने
पूरी शिद्दत से
जिया था।
जीवन अनमोल है।
कठिनाइयों के बीच
मिला हुआ यह अवसर
हर पल खर्च करने के लिए नहीं—
हर पल महसूस करने के लिए है।
जो बीत गया,
वह अनुभव बन गया। जो मिला,
वह कृतज्ञता बन गया। हमने यह खोया,
और हमने यह पाया। शायद
यही 2025 की
सबसे बड़ी सीख है। अलविदा 2025।
स्वागत 2026—
और अधिक सजग,
और अधिक करुणामय
इंसान बनने के संकल्प के साथ।                          ईश्वर से यही प्रार्थना है। प्रधानमंत्री मोदी जी दीर्घायु हो और उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित सशक्त और शांतिपूर्ण मार्ग पर आगे बढ़ता रहे, ताकि नागरिक निश्चिंत होकर सुख की नींद सो सके।
माघ मेला-2026:के दृष्टिगत में उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मण्डल ने सभागार में संयुक्त ब्रीफिंग सभा का आयोजन

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।माघ मेला–2026 के सफल.सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित आयोजन को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मण्डल के मण्डल सभागार में संयुक्त ब्रीफिंग सभा का आयोजन किया गया।बैठक का उद्देश्य मेला अवधि के दौरान रेलवे सुरक्षा व्यवस्था यात्री सुविधाओ भीड़ प्रबन्धन तथा विभिन्न विभागो के बीच समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करना रहा।संयुक्त ब्रीफिंग सभा में अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) प्रकाश डी.मण्डल रेल प्रबन्धक (DRM)प्रयागराज रजनीश अग्रवाल वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबन्धक (Sr.DCM)हरिमोहन महानिरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल (IG/RPF)प्रदीप कुमार गुप्ता पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रयागराज प्रशान्त वर्मा वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त (Sr.DSC/RPF) विजय प्रकाश पंडित एवं सहायक सुरक्षा आयुक्त(ASC/RPF) सुदीप कुमार घोष सहित रेलवे GRP एवं RPF के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक में माघ मेला–2026 के दौरान रेलवे स्टेशनो एवं प्लेटफॉर्मो पर यात्रियो के आवागमन हेतु एकल मार्ग (वन-वे सिस्टम) व्यवस्था स्टेशन परिसर एवं बाहरी क्षेत्रो में पर्याप्त होल्डिंग एरिया की स्थापना भीड़ के दबाव के अनुसार चरणबद्ध प्लेटफॉर्म प्रवेशन प्रभावी बैरिकेडिंग अतिरिक्त सीसीटीवी निगरानी तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से निरंतर यात्री जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयो पर विस्तृत चर्चा की गई।इसके अतिरिक्त भीड़ नियंत्रण हेतु संवेदनशील समयावधि एवं स्थलो की पहचान महिला बालक एवं दिव्यांग यात्रियो की विशेष सुरक्षा व्यवस्था अपराध रोकथाम एवं असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी तथा आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए संयुक्त कार्ययोजना तैयार करने पर सहमति बनी।अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे)प्रकाश डी.ने निर्देशित किया कि मेला अवधि के दौरान रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म ट्रेनो एवं आसपास के क्षेत्रों में निरन्तर निगरानी सघन पैदल एवं मोबाइल पेट्रोलिंग संवेदनशील बिन्दुओ पर अतिरिक्त बल की तैनाती तथा GRP.RPF एवं रेलवे प्रशासन के बीच सतत समन्वय सुनिश्चित किया जाए।उन्होने स्पष्ट किया कि यात्रियो की सुरक्षा एवं सुगम आवागमन सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।संयुक्त ब्रीफिंग सभा के माध्यम से माघ मेला–2026 के दौरान रेलवे सुरक्षा यात्री सुविधा एवं भीड़ प्रबन्धन को लेकर समन्वित प्रभावी एवं व्यावहारिक रणनीति तैयार की गई जिससे श्रद्धालुओ एवं यात्रियों को सुरक्षित सुव्यवस्थित एवं निर्बाध रेल यात्रा उपलब्ध कराई जा सकेगी।

हौसलों की उड़ान: ट्रिपल आईटी (IIIT) रांची की सबसे कम उम्र की आदिवासी पीएचडी स्कॉलर सविता कच्छप को सीएम ने किया सम्मानित

रांची | 30 दिसंबर 2025: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में ट्रिपल आईटी (IIIT), रांची में चयनित आदिवासी छात्रा सुश्री सविता कच्छप से मुलाकात की। सविता ने मात्र 24 वर्ष की उम्र में पीएचडी (Ph.D.) के लिए चयनित होकर आदिवासी समुदाय में सबसे कम उम्र की शोधार्थी होने का गौरव हासिल किया है।

2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की

मुख्यमंत्री ने सविता की इस असाधारण उपलब्धि पर उन्हें हार्दिक बधाई दी और उनकी उच्च शिक्षा एवं शोध कार्यों में सहायता के लिए राज्य सरकार की ओर से 2 लाख रुपये का चेक उनके परिजनों को सौंपा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार सविता के शोध कार्यों में भविष्य में भी हरसंभव मदद करेगी।

सविता की उपलब्धियां: तकनीकी क्षेत्र में पहली ट्राइबल रिसर्च स्कॉलर

मुलाकात के दौरान सविता ने मुख्यमंत्री को अपनी उपलब्धियों से अवगत कराया:

सबसे कम उम्र की शोधार्थी: 24 वर्ष की उम्र में पीएचडी (इलेक्ट्रिक कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) हेतु चयन।

तकनीकी गौरव: वे तकनीकी क्षेत्र में पहली 'ट्राइबल रिसर्च स्कॉलर' भी हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान: उन्होंने प्रतिष्ठित IEEE में अंतरराष्ट्रीय 'नॉवेल्टी रिसर्च वर्क' भी प्रेजेंट किया है।

साधारण पृष्ठभूमि, असाधारण लक्ष्य

रांची के डूंगरी टोली (अरगोड़ा) की रहने वाली सविता वर्तमान में मधुकम स्थित अपनी नानी के घर रहकर पढ़ाई कर रही हैं। उनकी इस सफलता ने साबित कर दिया है कि सीमित संसाधनों के बावजूद अगर लक्ष्य बड़ा हो, तो सफलता कदम चूमती है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, "सविता जैसे युवा राज्य की असली शक्ति हैं। जनजातीय समुदाय की बेटियों का तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ना झारखंड के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।"

डीएम के जांच आदेश पर भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी

दो बार भुगतान फिर भी नहीं बना कुएं का जगत

गांव में विकास कार्यों के नाम पर स्वयंभू प्रधान का कारनामा

जिलाधिकारी से जांच कराकर की गई थी कार्रवाई कि मांग


मीरजापुर। जिले के हलिया विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मनिगढा में विकास कार्यों के नाम पर हुए वित्तीय घोटाले का मामला जोर पकड़ा जा रहा है, तो वहीं घोटाले की फाईलों को दबाएं बैठे ब्लाक स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी जिलाधिकारी के आदेश को भी ठेंगा दिखाते हुए आएं हैं। बता दें कि मनिगढ़ा गांव में विकास कार्यों के नाम पर हुए भारी घोटाले और बिना धरातल पर कार्य कराएं ही कागजों में सरकारी धन खर्च दिखाकर हज़म कर लिया गया है।

इस बात का खुलासा होने पर तथा जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार से इस संबंध में तीन सौ पन्नों का शिकायती पत्र सौंप कर जांच कर कार्रवाई की मांग की गई थी, जिसपर जिलाधिकारी ने 28 अक्टूबर 2025 को उक्त शिकायत के आधार पर आदेश संख्या 3394/7/शिकायत जांच/2025-26 द्वारा जांच समिति गठित की गई थी।

दुर्भाग्यवश, जांच समिति गठन के दो महीने से अधिक समय बीत जाने के उपरांत भी न तो कोई जांच अधिकारी मौके पर स्थलीय जांच करने पहुंचा है और न ही शिकायतकर्ता को जांच तिथि की सूचना प्रदान की गई। इस बीच प्रधान, सचिव एवं बीडीओ हलिया द्वारा जांच को प्रभावित करने हेतु कृत्रिम फोटोग्राफ तैयार कर लीपापोती की जा रही है, जिससे मूल अनियमितताएं छुपाई जा रही हैं। ग्रामीणों ने मांग किया है कि गठित जांच समिति को तत्काल प्रभाव से स्थल निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया जाए,जांच के समय शिकायतकर्ता को पूर्व सूचना अनिवार्य रूप से प्रदान की जाए तथा जांच विलंब के कारण साक्ष्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना के मद्देनज़र दोषियों के विरुद्ध विधिक, अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही साथ संपूर्ण जांच प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाए, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।

यह है पूरा मामला.........
दरअसल, यह पूरा मामला जिले के हलिया विकास खंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव में हुए उस भारी विकास कार्यों से जुड़ा हुआ है जो धरातल पर हुआ ही नहीं है। जहां सरकार की विकास परक योजनाओं को पलीता लगाते हुए बिना कार्य कराएं ही भुगतान करा लिया गया है। इस मामले में गांव निवासी अब्दुल समद ने बीते महीने जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार को तीन सौ पेज का शिकायती पत्र सौंपकर गांव में लाखों रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। मनिगढ़ा गांव निवासी अब्दुल समद ने जिलाधिकारी को सौंपे गए पत्रक में आरोप लगाया कि उसके घर के सामने स्थित पुराने कुएं के जगत के निर्माण के नाम पर दो बार में एक लाख से ऊपर का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन निर्माण नहीं कराया गया।

कुआं और कुएं का जगत आज भी जस-तस हालात में पड़ा हुआ है। यही नहीं गांव के अन्य विकास कार्य मसलन, तालाब, कुआं, सड़क, मस्जिद इत्यादि के नाम पर भी कागजों पर तो काम करवा दिए गए हैं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। आरोप है कि ग्राम प्रधान का पूरा लेखा-जोखा, लेन-देन कोई और करता है। महिला प्रधान को यह भी पता नहीं है कि उसके गांव के विकास कार्य पर कितनी धनराशि खर्च की गई है और कहां-कहां खर्च किया गया है। गांव के विकास कार्य के नाम पर लाखों रुपये गबन करने की आशंका जताते हुए कहा गया है कि बिना कार्य कराए ही कागज पर कार्य पूर्ण दिखाकर रुपये निकाल लिए गए हैं।

डीएम ने जांच कराके कारवाई का आश्वासन दिया था। डीएम ने इस संबंध में डीपीआरओ को निर्देशित किया था और टीम गठित कर मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट सौंपी जाए के निर्देश भी दिए थे, लेकिन डीएम के टीम गठित करने के डेढ़ माह गुजरने के बाद भी मौके पर न तो जांच टीम के अधिकारी पहुंचे हैं और ना ही कोई कार्रवाई शुरू की गई है।

*मामले में लीपापोती की जताई आशंका*

ग्रामीणों सहित शिकायतकर्ता ने आशंका जताई है कि जिलाधिकारी से हुई शिकायत और जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच टीम गठित करने के बाद गांव के प्राथमिक विद्यालय में सहित कुछ अन्य स्थानों की कृत्रिम फोटोग्राफ तैयार कर लीपापोती की जा रही है, ताकि मूल अनियमितताएं छुपाई जा सकें और जांच को प्रभावित किया जा सके।


*मनरेगा घोटाले की जांच में रहा है हलिया*

गौरतलब हो कि वर्ष 2007-2010 में राज्य के कई जिलों में हुए मनरेगा योजना अन्तर्गत घोटाले में मीरजापुर का हलिया विकास खंड क्षेत्र भी शामिल रहा है यहां के 54 लोगों जिनमें कई अधिकारी कर्मचारी और ग्राम प्रधान इस भ्रष्टाचार घोटाले की जांच में घिरे थे, मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामला सीबीआई के हवाले होने पर कई बार सीबीआई की टीम भी हलिया धमक चुकी है। बावजूद गांवों के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार थमा नहीं है।
शक्तिनगर में दबंगों का तांडव: पहले युवक को लाठी-डंडों से पीटा, फिर भागते समय बाइक सवार को बोलेरो से रौंदा

विकास कुमार

शक्तिनगर (सोनभद्र)। औद्योगिक क्षेत्र शक्तिनगर की बीना कॉलोनी सोमवार की दोपहर रणक्षेत्र में तब्दील हो गई। बेखौफ दबंगों ने न केवल एक युवक को घर के सामने घेरकर बेरहमी से पीटा, बल्कि भागने की हड़बड़ी में एक अन्य राहगीर को अपनी गाड़ी से जोरदार टक्कर मार दी। इस दोहरे तांडव से पूरी कॉलोनी में दहशत का माहौल व्याप्त है।

घर के बाहर घेरकर किया जानलेवा हमला मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार (29 दिसंबर 2025) दोपहर करीब 2 बजे कृष्णशीला क्षेत्र के निवासी प्रणय शर्मा अपने घर के पास थे। आरोप है कि तभी इलाके के रसूखदार दबंग राजकुमार शर्मा, प्रकाश नारायण और गोलू दुबे ने उन्हें घेर लिया। बिना किसी उकसावे के आरोपियों ने गालियां देते हुए लाठी-डंडों से प्रणय पर हमला बोल दिया। इस हमले में प्रणय के शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं और वे लहूलुहान हो गए।

फरार होते समय बाइक सवार को मारी टक्कर
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपनी बोलेरो (MP17 ZQ 3299) में सवार होकर जान से मारने की धमकी देते हुए भागने लगे। भागने की आपाधापी में उन्होंने सड़क पर जा रहे कॉलोनी निवासी नवीन कुमार सिंह की मोटरसाइकिल (DL 35 R 2720) को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि नवीन बाइक समेत काफी दूर तक घिसटते चले गए, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। उनकी मोटरसाइकिल भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।

अस्पताल में भर्ती, पुलिस से न्याय की गुहार
हादसे के बाद घायल नवीन कुमार सिंह को आनन-फानन में नेहरू अस्पताल, जयंत ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और इलाज जारी है। वहीं, पीड़ित प्रणय शर्मा ने हिम्मत दिखाते हुए थाना शक्तिनगर में नामजद तहरीर दी है।इस घटना के बाद से बीना कॉलोनी के निवासियों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यदि इन दबंगों पर तत्काल कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो आम आदमी का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा। फिलहाल, शक्तिनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
आजमगढ़: सड़क दुघर्टना में मृत शिक्षक को शिक्षकों ने दी श्रद्धांजलि
आजमगढ़। बी आर सी कार्यालय अहरौला पर मंगलवार को शिक्षा क्षेत्र के शिक्षकों ने दो मिनट का मौन रखकर सड़क दुघर्टना में मृत शिक्षक साथी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
तहबरपुुुुर थाने के खलिया सेमरी गांव निवासी वीरेंद्र यादव की सोफीपुर बसही मार्ग पर सड़क दुघर्टना में दर्दनाक मौत हो गयी। वे अहरौला शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय डेवहटा में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। साथी के सामयिक निधन से दुःखी शिक्षकों ने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अभिमन्यु यादव और खंड शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में शोक सभा कर 2 मिनट का मौन रखकर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया। जिलाध्यक्ष अभिमन्यु यादव ने कहा कि हमने सड़क दुर्घटना में एक शिक्षक साथी को खो दिया है। यह एक अपूर्णनीय छति है। इसकी भरपाई असम्भव है। हम परिवार के साथ खड़े हैं।संगठन के तरफ से जो भी सहयोग हो सकता है उसे किया जायेगा।
इस मौके पर प्राथमिक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सूबेदार यादव, सूरज लाल यादव, देवेंद्र यादव, राम नारायण गुप्ता, अरविंद कुमार सिंह, पवन कुमार चौबे रविकांत पांडेय, महादेव, राजू यादव, कृष्ण कुमार शुक्ला, स्वामीनाथ, राधेश्याम, सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।
भीषण शीतलहर में गौ माता की सुरक्षा हेतु कान्हा गौशाला में निरंतर अलाव की व्यवस्था।
बलरामपुर।आदर्श नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित कान्हा गौशाला,ग्राम सेवक रामपुरवा में इन दिनों पड़ रही अत्यंत भीषण शीतलहर के दृष्टिगत गौ माता की सुरक्षा,संरक्षण एवं राहत को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देशन में गौशाला परिसर में लगातार अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है,ताकि कड़ाके की ठंड से गौवंश को सुरक्षित रखा जा सके।

अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शीतलहर के दौरान गौ माता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसी क्रम में नगर पालिका के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा नियमित रूप से गौशाला का निरीक्षण कर अलाव,स्वच्छता,चारे एवं पानी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ठंड से बचाव के लिए अलाव को निर्धारित स्थानों पर जलाया जा रहा है,जिससे गौवंश को गर्म और सुरक्षित वातावरण मिल सके।

नगर पालिका प्रशासन का मानना है कि कड़ाके की ठंड में गौ माता की सेवा,सुरक्षा एवं स्नेहपूर्ण वातावरण प्रदान करना हमारा नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है। इसी भावना के साथ परिषद द्वारा यह प्रयास लगातार जारी है कि किसी भी गौवंश को ठंड से क्षति न पहुंचे।

स्थानीय लोगों ने भी नगर पालिका परिषद की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि शीतलहर जैसे कठिन समय में गौ माता के लिए की जा रही यह व्यवस्था संवेदनशील एवं सराहनीय कदम है। नगर पालिका परिषद ने आश्वस्त किया है कि जब तक शीतलहर का प्रकोप रहेगा,तब तक कान्हा गौशाला में गौवंश की सुरक्षा हेतु सभी आवश्यक इंतजाम निरंतर जारी रहेंगे।
पवित्र यात्रा पर रवाना हुए गुलज़ार मियाँ

गोंडा(करनैलगंज)। हज़रत कफील उल्लाह शाह बड़े बाबा जी रहमतुल्लाह अलैह के पौत्र व मौलाना मोहम्मद असदुल बक़ा बक़ाई छन्नू मियाँ के पुत्र तनवीरुल बक़ा उर्फ गुलज़ार मियाँ उमरा की पवित्र यात्रा के लिए अपने आवास शाही तकिया से रवाना हुए हैं जो कि नजफ़ शरीफ,कर्बला शरीफ,बगदाद शरीफ होते हुए उमरह के लिये पहुंचेगे। कस्बे व उनके परिवार के सदस्यों सहित सिलसिले के तमाम लोगों ने उनके आवास से उन्हें उमरा की पवित्र यात्रा पर विदा किया।

इस दौरान गंगा जमुनी तहजीब की भी मिशाल देखने को मिली। लोगों ने माल्यर्पण कर उन्हें यात्रा के लिये रवाना किया। इस मौके पर अनवारुल हक़ शाह पप्पू मियाँ,लल्लू मियाँ,गुड्डू मियाँ,शानू मियाँ,डाक्टर मोहम्मद सलमान कफ़ीली,मोलवी समसुद्दीन,अहमद कलीम उर्फ कुच्चू, मोइनुद्दीन,बॉबी रजा सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
जिला महिला चिकित्सालय में आज “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम के द्वितीय चरण का सीडीओ ने किया भव्य शुभारम्भ

*"विटामिन ए" बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व-मुख्य विकास अधिकारी*


*गोण्डा ,।जनपद गोण्डा के जिला महिला चिकित्सालय में आज “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम के द्वितीय चरण का भव्य शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी गोण्डा श्रीमती अंकिता जैन द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं तथा बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस अभियान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कुल लक्षित जनसंख्या-40,69,122, कुल 9 माह से 5 वर्ष तक लक्षित बच्चों की संख्या- 475931, कुल प्रतिदिन कार्य करने वाली टीमों की संख्या-529, कुल सुपरवाइजर की संख्या-304, कुल दिनों की संख्या-9, दिवस प्रत्येक बुधवार, शनिवार नियमित टीकाकरण के साथ सहयोगी विभाग स्वास्थ्य, बाल विकास तथा शिक्षा विभाग आदि।

मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन ने अपने संबोधन में कहा कि "विटामिन ए" बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी कमी से बच्चों में आंखों से संबंधित रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी तथा अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद के समस्त लक्षित आयु वर्ग के बच्चों को समय से विटामिन ए की खुराक उपलब्ध कराकर उन्हें कुपोषण एवं गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखना है। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यक्रम को पूरी गंभीरता, पारदर्शिता एवं समन्वय के साथ संचालित किया जाए ताकि कोई भी बच्चा लाभ से वंचित न रह जाए।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संत लाल पटेल ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि द्वितीय चरण के अंतर्गत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं चयनित स्थलों पर टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के आपसी समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा।

कार्यक्रम में समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ), महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) सहित सभी संबंधित अधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के दौरान जागरूकता संदेश भी दिए गए, जिसमें अभिभावकों से अपील की गई कि वे अपने बच्चों को निर्धारित तिथियों पर विटामिन ए की खुराक अवश्य दिलवाएं और किसी भी प्रकार की भ्रांति से बचें। अंत में अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
आगामी नव वर्ष में पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा पर समीक्षा गोष्ठी की गई

शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में Zero Fatality District (ZFD) अभियान सहित विभिन्न प्राथमिक बिंदुओं पर बनाई गई विशेष कार्ययोजना-

गोण्डा। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में जनपद पुलिस द्वारा विभिन्न प्रमुख बिंदुओं पर विशेष एवं सतत कार्यवाही की जाएगी ।
ZFD अभियान के अंतर्गत जनपद में "सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु शून्य" करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक गोण्डा  विनीत जायसवाल द्वारा देर रात्रि थाना कोतवाली नगर अंतर्गत चौकी गुरुनानक पर जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई । समीक्षा बैठक में लंबित अभियोगों की विवेचना, जाँच प्रार्थना-पत्रों की स्थिति की गहन समीक्षा की गई तथा नववर्ष के दृष्टिगत जनपद में कानून-व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाए रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए ।
बैठक में नववर्ष के अवसर पर जनपद में शांति, सुरक्षा एवं सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई। इस योजना के अंतर्गत Zero Fatality District (ZFD) अभियान को विशेष प्राथमिकता दी गई, जिसका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को शून्य करना है। इसके तहत-
• जनपद में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर PWD/NHAI से समन्वय द्वारा सुधारात्मक कार्य
• ओवरस्पीड, ड्रंक एंड ड्राइव, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के विरुद्ध सख्त प्रवर्तन,
• गोल्डन ऑवर में पुलिस व एम्बुलेंस की त्वरित रिस्पॉन्स व्यवस्था,
• स्कूलों, कॉलेजों एवं आमजन के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान,
• थाना क्षेत्रवार दुर्घटना आंकड़ों की नियमित समीक्षा,
• CCTV/ANPR कैमरों एवं ई-चालान प्रणाली का प्रभावी उपयोग तथा सभी संबंधित विभागों के साथ संयुक्त कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है ।
इसके अतिरिक्त जनपद में बरामद की गई नाबालिग लड़कियों के मामलों में संवेदनशील एवं विधिसम्मत कार्यवाही करते हुए काउंसलिंग, परिजनों से समन्वय एवं पुनर्वास की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस कार्यवाही में अभियान चलाकर दिनांक 01.01.2025 से अब तक कुल 421 नाबालिग अपह्रताओं को सकुशल बरामद कर विधिपूर्वक उनके परिजनों को सुपुर्द किया गया । महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मिशन शक्ति व एंटी रोमियो स्क्वाड द्वारा सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण एवं सतत पेट्रोलिंग की जाएगी। मिशन शक्ति अभियान को प्रभावी बनाने हेतु समय समय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। जनपद के सभी प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, पार्कों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, शिक्षण संस्थानों एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस टीमों द्वारा निरंतर गश्त, सघन चेकिंग एवं निगरानी की जा रही है। महिलाओं एवं बालिकाओं को असहज करने वाले तत्वों के विरुद्ध तत्काल एवं गुणवत्तापूर्ण कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। जनपद में कुल 18 मिशन शक्ति केन्द्र संचालित हैं, जिनमें SOP के अनुरूप कार्यवाही करते हुए महिला संबंधी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इन केन्द्रों पर नियुक्त 130 अधिकारी/कर्मचारी नववर्ष के दौरान विशेष रूप से सक्रिय रहते हुए जागरूकता, काउंसलिंग एवं सहायता कार्य कर रहे हैं। प्रत्येक रविवार को बहू-बेटी सम्मेलन आयोजित कर महिलाओं को अपनी समस्याएं खुलकर साझा करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है ।
एडीजी स्तर से चिन्हित जनपद के "टॉप-5 अपराधों" पर विशेष अभियान चलाकर अपराधियों के विरुद्ध कठोर एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी । साथ ही न्यायालय से जमानत पर रिहा अभियुक्तों के जमानतदारों का सत्यापन गंभीरता से कराया जाएगा, जिससे फर्जी जमानत एवं विधिक प्रक्रिया के दुरुपयोग को रोका जा सके।
जनपद गोण्डा पुलिस समन्वित प्रवर्तन, त्वरित रिस्पॉन्स एवं जनजागरूकता के माध्यम से Zero Fatality District अभियान सहित कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही ।