दो बाइकों की आमने–सामने भिड़ंत में युवक की मौत, परिवार में छाया मातम

मीडिया दर्शन औरंगाबाद बड़ेम थाना क्षेत्र के नवीनगर–बारुण मुख्य पथ पर स्थित उरदाना मोड़ के पास बुधवार की दोपहर हुए सड़क हादसे में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना निजी विद्यालय के समीप हुई, जहाँ दो बाइकों की आमने–सामने जोरदार टक्कर में उरदाना गांव निवासी 45 वर्षीय मनोज यादव पुत्र देवन यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद गश्ती दल दरोगा राहुल कुमार मौके पर पहुँचा और गंभीर अवस्था में पड़े मनोज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बारूण , भेजवाया। डॉक्टरों ने बचाने की भरसक कोशिश की, परंतु उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना में शामिल दूसरी बाइक एक स्थानीय निजी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को छोड़ने और लाने के क्रम में वहां पहुँची थी। बताया जाता है कि विद्यालय में छुट्टी होने के बाद बाइक चालक अपने बच्चों को लेकर वापस लौट रहा था। इसी दौरान मोड़ के पास तेज रफ्तार में आ रही दोनों मोटरसाइकिलें आमने–सामने भिड़ गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मनोज सड़क पर गिरते ही बेहोश हो गए। उनका सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। दूसरी बाइक के चालक के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के बाद वह मौके से गायब हो गया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। मौके पर अफरा–तफरी का माहौल बन गया।

गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की। कई लोगों ने बताया कि उरदाना मोड़ के पास सड़क संकरी होने और वाहनों के तेज रफ्तार से आने–जाने के कारण हादसे अक्सर होते रहते हैं। स्थानीय लोगों ने यहाँ स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक संकेतक लगाने की अपील की है।

थानाध्यक्ष अमरजीत चौधरी ने बताया कि पुलिस ने मामले की त्वरित जांच शुरू कर दी है। दुर्घटनाग्रस्त दोनों बाइकों को जप्त कर थाना लाया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक मनोज यादव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों में घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है। परिवार के सदस्य बार–बार बेसुध हो रहे हैं। मनोज यादव परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे, जिससे उनके असामयिक निधन से घर की आर्थिक स्थिति पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं।

थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि हादसे में शामिल दूसरी बाइक तथा उसके चालक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। पुलिस विद्यालय प्रशासन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से उसकी खोज में जुटी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही चालक की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और रफ्तार पर नियंत्रण रखें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। गांव के लोग घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतक के परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुँच रहे हैं। सड़क सुरक्षा और जागरूकता को लेकर भी ग्रामीणों में चर्चा तेज हो गई है।

जानसठ: कड़ी सुरक्षा के बीच SBI में 'नाटकीय' ठगी, बैंककर्मी को लगाया 50,000 का चूना!

रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ,। कस्बे के व्यस्त हाईवे पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में उस समय बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए, जब एक शातिर ठग ने बैंक के कर्मचारियों को बड़े ही नाटकीय ढंग से 50,000 रुपये का चूना लगा दिया। यह घटना तब हुई जब बैंक में सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। मामला कई दिन पुराना बताया जा रहा है, जिस पर बैंक कर्मचारियों ने अब कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

कैसे दिया गया ठगी को अंजाम?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक व्यक्ति भारतीय स्टेट बैंक की जानसठ शाखा में आया। उसने पहले 50,000 रुपये राशि बैंक में जमा करने के लिए एक फॉर्म भरा और इसे नकदी के साथ एक महिला बैंक कर्मचारी को दे दिया। बैंक कर्मचारी ने उस फॉर्म में कुछ कमी या गलती पाई, जिसके कारण उसने व्यक्ति को फॉर्म सही करके लाने को कहा।

वह व्यक्ति दोबारा फॉर्म भरकर लाया, लेकिन इस बार उसने अचानक अपना बयान बदल दिया। उसने कहा, "गलत भरा गया, मुझे तो असल में एक लाख रुपये जमा करने थे। इसके बाद वह तीसरी बार जमा फॉर्म भरकर लाया। हालांकि, जमा करने का नाटक करने के तुरंत बाद, उसने फिर से अपना इरादा बदला और जमा न करने की बात कहते हुए बैंक कर्मचारी से पैसे वापस करने की मांग की।

ठग के इस लगातार बदलते हुए नाटकीय रवैये के कारण बैंक कर्मचारी भ्रमित हो गई। कर्मचारी ने यह मान लिया कि व्यक्ति ने पहले ही 1,00,000 रुपये जमा करने के लिए दिए थे (जबकि उसने शुरू में सिर्फ 50,000 रुपये जमा करने के लिए दिए थे)। इसी भ्रम में, बैंक कर्मचारी ने उस व्यक्ति को पूरे 1,00,000 रुपये वापस कर दिए। इस ठगी का पता भी चल पाया इसकी जानकारी जब हुए जब कैस का मिलन किया गया।

इस तरह, शातिर ठग ने बैंक को दिए केवल 50,000 रुपये के बदले 1,00,000 रुपये लेकर बैंक से रफूचक्कर हो गया, जिससे बैंक को सीधे-सीधे 50,000 रुपये का नुकसान हुआ।जानसठ में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में निजी सुरक्षा गार्ड की तैनाती के बावजूद दिन दहाड़े इस तरह की ठगी होने से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह घटना बताती है कि ठगों ने अब बैंकों में भी कर्मचारियों के ध्यान भटकाने की नई रणनीति अपना ली है। बैंक कर्मचारी ने अब इस पूरे मामले की लिखित शिकायत जानसठ कोतवाली में दर्ज करा दी है। पुलिस ने मामला संज्ञान में लेते हुए सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू कर दी है।जानसठ कोतवाली प्रभारी से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि बैंक से शिकायत प्राप्त हो गई है, और आरोपी की पहचान तथा गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते'के तहत प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर मिले नाबालिग बालक को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी ने किया परिजनो को सुपुर्द

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’के माध्यम से रेलवे परिसरों एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारो बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते हैं या सहायता की आवश्यकता में होते हैं।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।दिनांक 02 दिसम्बर 2025 को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी के सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार एवं उनकी टीम गश्त पर थी. इस दौरान प्रयागराज छिवकी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 01 पर एक नाबालिग लड़का संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया।रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी द्वारा पूछने पर उसने अपना नाम अनूप पटेल निवासी सेहरा थाना कौंधियारा जिला प्रयागराज बताया। उसने बताया कि वह माता-पिता से नाराज़ होकर घर से निकलकर सूरत जाने के इरादे से स्टेशन पहुंचा था।

मामले की सूचना तुरन्त चाइल्डलाइन प्रयागराज और बच्चे के परिजन को दी गई। बाद में उसके बड़े भाई मंजीत पटेल के स्टेशन पहुँचने पर आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी करते हुए बच्चे को सकुशल उनको सुपुर्द कर दिया गया।रेल प्रशासन आमजन एवं यात्रियों से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असुरक्षित या भटकता हुआ पाए जाने पर तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दें। आपकी एक सूचना किसी बच्चे को सुरक्षित घर पहुंचाने में मददगार साबित हो सकती है।

घर में आग का तांडव पूरा घर आग की चपेट में एक की मौत.मां बेटी झुलसे

संजय द्विवेदी, प्रयागराज। राजापुर के गंगा नगर मे बड़ा हादसा हो गया यहां गली नम्बर 12 मे ज़ब लोग गहरी नीद मे सो रहे थे तब घर मे आग लग गई लोग ज़ब तक उठते तब तक आग पूरे घर मे फैल चुकी थी बिस्तर मे आग लगने क़ो वजह से एक शख्स ऋतिक झूलस गया जिससे उसकी मौत हो गई जबकि ऋतिक क़ी पत्नी और बेटी भी आग से झूलस गई दोनो का अस्पताल मे इलाज चल रहा है बताया जा रहा है की घर मे आग सुबह 4 बजे के आसपास से लगी थी घर मे बैटरी वाली स्कूटी क़ो चार्ज पर लगाया गया था उसी मे शार्ट सर्किट से चिंगारी निकली जो कपड़े पर गिरी और कुछ ही देर मे आग पूरे घर मे फ़ैल गई।

आग क़ी लपटे देख कर लोगो मे भगदड़ मच गई लोग आग बुझा पाते उससे पहले ऋतिक गम्भीर रूप से जल चुका था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई कैन्ट थाने के प्रभारी सुनील कुमार नें बताया क़ी सूचना पर फायर ब्रिगेड क़ो बुलाया गया था।पुलिस की टीम आग लगने के कारणो क़ी जांच कर रही है।

दिव्यांग और कुष्ठ से प्रभावित लोगो ने भाग लिया.विकलांगता प्रबन्धन योगदान की जानकारी दी गई

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में आज 3 दिसम्बर 2025 अन्तर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस के अवसर पर हिल प्रोजेक्ट और द लेप्रोसी सामुदायिक अस्पताल नैनी के सहयोग से एक कार्यक्रम का आयोजन करछना ब्लॉक के ग्राम सभा लिग़दहिया में किया गया। इस कार्यक्रम में जसरा और करछना ब्लॉक से लगभग 80 से अधिक दिव्यांग और कुष्ठ से प्रभावित लोगों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सोनाइ ग्राम प्रधान एडवोकेट दिनेश श्रीवास्तव और सलाहकार के तौर पर राहुल त्रिपाठी डाक्टर पुष्पांजलि साहू और हील प्रोजेक्ट के प्रोग्राम मैनेजर जेम्स जॉर्ज मौजूद थे।कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को अन्तर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस का महत्व और इसका इतिहास दिव्यांगता अधिकार विकलांगता प्रबंधन और भेदभाव रहित समाज बनाने में इनके योगदान की जानकारी तथा जरूरत पड़ने पर पैरवी करना और इसके तरीकों के बारे में जानकारियां दी गई।

कार्यक्रम में लगभग 25 लोगो का दिव्यांगता जांच की गई और इसके प्रबंधन के लिए लेप्रोसी अस्पताल नैनी बुलाया गया। इन सभी जानकारी के बाद कार्यक्रम के आखिरी चरण में दिव्यांगता सम्बन्धी उपकरण का निःशुल्क वितरण किया गया।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

आरोग्यम अस्पताल की ओर से निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन 5 दिसंबर को

हजारीबाग -जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में से एक आरोग्यम अस्पताल द्वारा आगामी 5 दिसंबर, शुक्रवार को निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्यम अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले इस शिविर में हृदय संबंधी सभी महत्वपूर्ण जांचें ईसीजी,ब्लड शुगर,बीपी एवं एवं पल्स की जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा शिविर में हृदय से संबंधित रोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक निर्धारित है। शिविर का संचालन अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सिन्हा और डॉ. रवि रंजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिससे मरीजों को सटीक जांच और उचित परामर्श प्राप्त हो सके। अस्पताल का उद्देश्य है कि हजारीबाग क्षेत्र के लोग समय रहते अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच कर सकें और संभावित जोखिमों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि हृदय रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में समय पर जांच और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने 40 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों सहित सभी लोगों से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की। अस्पताल के प्रशासक जय सिंह ने बताया कि आरोग्यम अस्पताल लगातार जनहित से जुड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। निःशुल्क हृदय जांच शिविर का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना और हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना है। अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे स्वयं शिविर में शामिल हों और अपने परिजनों, पड़ोसियों व परिचितों को भी इस निःशुल्क जांच शिविर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करें, ताकि हजारीबाग जिले में स्वस्थ हृदय और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महीने भर में तीसरी बार धमकी स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम, जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान।

मीरजापुर।ड्रमंडगंज क्षेत्र में बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने की भनक लगते ही ड्रमंडगंज बाजार और रतेह चौराहा, गड़बड़ा पुल स्थित दर्जनों मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर ताला लटका कर संचालक फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के क्षेत्र में आने की भनक लगते ही मेडिकल स्टोर व क्लीनिक तथा पैथोलॉजी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल तथा पैथोलॉजी संचालित है लेकिन टीम वहां छापेमारी न कर मेडिकल स्टोरों की जांच कर रही है।टीम जांच के नाम पर दुकानदारों से सुनसान जगहों पर बुलाकर धन उगाही कर रही है। जबकि क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक और अस्पतालों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं जहां सांठगांठ होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम कोई छापामारी नही करती है।

क्षेत्रीय लोगों ने जांच टीम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मामले की जांच हेतु जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाया है। बीते सोमवार को भी स्वास्थ विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और बगैर कार्यवाही के बैरंग लौट गई थी। ज्ञात हो कि एक माह में तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में छापेमारी की है और कोई कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है। इस संबंध में डिप्टी सीएमओ अवधेश सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और सबसे मजे की बात यह है कि तब सीएमओ मिर्जापुर के सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया गया उनका भी फोन नहीं रिसीव हो सका।

2030 तक 1.06 लाख करोड़ होगा भारत का जियोस्पेशियल मार्केट: अमिताभ कांत

अमरेश द्विवेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयाेजित तीन-दिवसीय (2-4 दिसंबर) जियोस्मार्ट वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 की शुरुआत हुई, जिसमें भारत के भू-स्थानिक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए तीव्र और परिवर्तनकारी बदलावों को रेखांकित किया गया। उद्घाटन वक्तव्य में कहा गया कि भारत की यह यात्रा “तेज़ गति से विकसित हुई है और इसने देश के विकास, संसाधन प्रबंधन और नीति-निर्माण के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित किया है।

कार्यक्रम के पहले दिन (एलएंडटी, एचसीएल, इंडिगो, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स), पूर्व जी20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का ₹50,000 करोड़ का भू-स्थानिक बाजार 2030 तक दोगुना होकर ₹1.06 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जबकि भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2033 तक 44 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े भारत की महत्वाकांक्षाओं को और ऊंचा स्थापित करने का संकेत हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2021 में भारी विरोध के बावजूद भू-स्थानिक सेक्टर को खोला। आज संभावनाएँ अपार हैं, लेकिन नवाचार की गति भारत के 30-ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। भू-स्थानिक तकनीकें आधारभूत हैं—बिना इनके ‘विकसित भारत’ संभव नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बंद या प्रतिबंधित डेटा नवाचार को धीमा करता है, और भारत को वैश्विक नेताओं—यूके, सिंगापुर और नॉर्डिक देशों—की तरह आगे बढ़ने के लिए ओपन, इंटरऑपरेबल और मशीन-रीडेबल डेटा अपनाना होगा।

उद्योग को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में भारत का एक ऐसा वास्तविक शहर विकसित करें जो लाइव भू-स्थानिक और AI ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले—कोई पायलट नहीं, कोई डेमो नहीं। एक वास्तविक शहर, वास्तविक सुधारों के साथ। ऐसा शहर वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है। पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने स्वामित्व कार्यक्रम की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कैसे सरल भू-स्थानिक उपकरणों ने ग्रामीण भारत में आर्थिक सशक्तिकरण को गति दी है।

उन्होंने बताया कि 3.5 लाख से अधिक गाँवों का सर्वेक्षण पूरा किया जा चुका है, 3 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं और सत्यापित भू-स्थानिक मैप्स ने करोड़ों नागरिकों को विवाद समाधान, ऋण सुविधा और संपत्ति अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि यह केवल मैपिंग नहीं है—यह ग्रामीण भारत की आर्थिक और सामाजिक कहानी को नए सिरे से लिख रहा है।” भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने भारत के लैंड स्टैक (Land Stack) की अवधारणा काे प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय बेस मैप, सत्यापित प्लॉट सीमाएँ और एकीकृत भू-खंड डेटा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सटीक भूमि मानचित्र पारदर्शी शासन, प्रभावी योजना और नागरिक विश्वास की रीढ़ हैं।

भू-स्थानिक डेटा प्रमोशन एवं डेवलपमेंट समिति के अध्यक्ष श्रीकांत सत्री ने हाल ही में विमानन क्षेत्र में जीपीएस व्यवधान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता जोखिमपूर्ण है। भू-स्थानिक केवल तकनीक नहीं है यह भारत की आर्थिक शक्ति और तकनीकी संप्रभुता की नींव है। उन्होंने ऑपरेशन द्रोणगिरि की सफलता साझा की, जिसमें बहु-एजेंसी समन्वय और भू-स्थानिक-स्पेस इंटेलिजेंस ने किसानों को वास्तविक लाभ प्रदान किए। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने भू-स्थानिक डेटा के राष्ट्रीय सांख्यिकी ढाँचे से एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे योजना, निगरानी और सेवा वितरण में सटीकता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। एसरी इंडिया (Esri India) के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे देश में जीआईएस का उपयोग तेजी से बढ़ा है और आज एसरी इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 800 से अधिक प्रामाणिक डेटासेट उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक तकनीक अब राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक साधन है—और भारत इसे नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। डिजिटल एवं आईटी, जीएमआर ग्रुप के समूह अध्यक्ष डॉ. राहुल शांडिल्य ने वेक्सेल (Vexcel) के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्पैटियल डेटा बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन एरियल डेटा से भू-खंड मैपिंग, अधोसंरचना निगरानी, शहरी लचीलापन, पर्यावरणीय अंतर्दृष्टियां सभी में क्रांतिकारी सुधार होंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अतिरिक्त सर्वेयर जनरल एसके सिन्हा ने वन नेशन-वन मैप की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि विकेंद्रीकृत डेटा स्वामित्व और केन्द्रीय एकीकरण मिलकर एक सशक्त भू-स्थानिक ढाँचा तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैप अब स्थिर दस्तावेज नहीं—वे गतिशील परिसंपत्तियाँ हैं जो सटीक शासन और राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करती हैं।

इस साल, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 के लॉन्च के साथ अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं, जो भारत के जियोस्पेशियल और स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास को आगे बढ़ा रहा है, जो अब विजन, इनोवेशन और लीडरशिप के एक बड़े मेल में बदल रहा है। यह एडिशन एक आम इंडस्ट्री एक्सपो की सीमाओं को पार करके एक नेशनल मूवमेंट बन गया है। तीन बदलाव आने वाले दिनों में, यह इवेंट स्टेकहोल्डर्स के एक असाधारण क्रॉस-सेक्शन को इकट्ठा करेगा जिनमें केंद्रीय मंत्रालयों, रक्षा एजेंसियों और स्मार्ट सिटी अथॉरिटीज से लेकर ग्लोबल टेक्नोलॉजी फर्मों, घरेलू स्टार्टअप्स और एकेडमिक संस्थानों तक सभी भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के अगले युग की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। बड़े एग्जिबिशन स्पेस, बेमिसाल नेटवर्किंग मौकों और नए भारत के लक्ष्यों को दिखाने वाले जबरदस्त शोकेस के साथ, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 नए मापक, संप्रभुता और भविष्य की तैयारी का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।

दो बाइकों की आमने–सामने भिड़ंत में युवक की मौत, परिवार में छाया मातम

मीडिया दर्शन औरंगाबाद बड़ेम थाना क्षेत्र के नवीनगर–बारुण मुख्य पथ पर स्थित उरदाना मोड़ के पास बुधवार की दोपहर हुए सड़क हादसे में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना निजी विद्यालय के समीप हुई, जहाँ दो बाइकों की आमने–सामने जोरदार टक्कर में उरदाना गांव निवासी 45 वर्षीय मनोज यादव पुत्र देवन यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद गश्ती दल दरोगा राहुल कुमार मौके पर पहुँचा और गंभीर अवस्था में पड़े मनोज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बारूण , भेजवाया। डॉक्टरों ने बचाने की भरसक कोशिश की, परंतु उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना में शामिल दूसरी बाइक एक स्थानीय निजी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को छोड़ने और लाने के क्रम में वहां पहुँची थी। बताया जाता है कि विद्यालय में छुट्टी होने के बाद बाइक चालक अपने बच्चों को लेकर वापस लौट रहा था। इसी दौरान मोड़ के पास तेज रफ्तार में आ रही दोनों मोटरसाइकिलें आमने–सामने भिड़ गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मनोज सड़क पर गिरते ही बेहोश हो गए। उनका सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। दूसरी बाइक के चालक के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के बाद वह मौके से गायब हो गया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। मौके पर अफरा–तफरी का माहौल बन गया।

गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की। कई लोगों ने बताया कि उरदाना मोड़ के पास सड़क संकरी होने और वाहनों के तेज रफ्तार से आने–जाने के कारण हादसे अक्सर होते रहते हैं। स्थानीय लोगों ने यहाँ स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक संकेतक लगाने की अपील की है।

थानाध्यक्ष अमरजीत चौधरी ने बताया कि पुलिस ने मामले की त्वरित जांच शुरू कर दी है। दुर्घटनाग्रस्त दोनों बाइकों को जप्त कर थाना लाया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक मनोज यादव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों में घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है। परिवार के सदस्य बार–बार बेसुध हो रहे हैं। मनोज यादव परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे, जिससे उनके असामयिक निधन से घर की आर्थिक स्थिति पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं।

थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि हादसे में शामिल दूसरी बाइक तथा उसके चालक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। पुलिस विद्यालय प्रशासन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से उसकी खोज में जुटी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही चालक की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और रफ्तार पर नियंत्रण रखें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। गांव के लोग घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतक के परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुँच रहे हैं। सड़क सुरक्षा और जागरूकता को लेकर भी ग्रामीणों में चर्चा तेज हो गई है।

जानसठ: कड़ी सुरक्षा के बीच SBI में 'नाटकीय' ठगी, बैंककर्मी को लगाया 50,000 का चूना!

रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ,। कस्बे के व्यस्त हाईवे पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में उस समय बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए, जब एक शातिर ठग ने बैंक के कर्मचारियों को बड़े ही नाटकीय ढंग से 50,000 रुपये का चूना लगा दिया। यह घटना तब हुई जब बैंक में सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। मामला कई दिन पुराना बताया जा रहा है, जिस पर बैंक कर्मचारियों ने अब कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

कैसे दिया गया ठगी को अंजाम?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक व्यक्ति भारतीय स्टेट बैंक की जानसठ शाखा में आया। उसने पहले 50,000 रुपये राशि बैंक में जमा करने के लिए एक फॉर्म भरा और इसे नकदी के साथ एक महिला बैंक कर्मचारी को दे दिया। बैंक कर्मचारी ने उस फॉर्म में कुछ कमी या गलती पाई, जिसके कारण उसने व्यक्ति को फॉर्म सही करके लाने को कहा।

वह व्यक्ति दोबारा फॉर्म भरकर लाया, लेकिन इस बार उसने अचानक अपना बयान बदल दिया। उसने कहा, "गलत भरा गया, मुझे तो असल में एक लाख रुपये जमा करने थे। इसके बाद वह तीसरी बार जमा फॉर्म भरकर लाया। हालांकि, जमा करने का नाटक करने के तुरंत बाद, उसने फिर से अपना इरादा बदला और जमा न करने की बात कहते हुए बैंक कर्मचारी से पैसे वापस करने की मांग की।

ठग के इस लगातार बदलते हुए नाटकीय रवैये के कारण बैंक कर्मचारी भ्रमित हो गई। कर्मचारी ने यह मान लिया कि व्यक्ति ने पहले ही 1,00,000 रुपये जमा करने के लिए दिए थे (जबकि उसने शुरू में सिर्फ 50,000 रुपये जमा करने के लिए दिए थे)। इसी भ्रम में, बैंक कर्मचारी ने उस व्यक्ति को पूरे 1,00,000 रुपये वापस कर दिए। इस ठगी का पता भी चल पाया इसकी जानकारी जब हुए जब कैस का मिलन किया गया।

इस तरह, शातिर ठग ने बैंक को दिए केवल 50,000 रुपये के बदले 1,00,000 रुपये लेकर बैंक से रफूचक्कर हो गया, जिससे बैंक को सीधे-सीधे 50,000 रुपये का नुकसान हुआ।जानसठ में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में निजी सुरक्षा गार्ड की तैनाती के बावजूद दिन दहाड़े इस तरह की ठगी होने से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह घटना बताती है कि ठगों ने अब बैंकों में भी कर्मचारियों के ध्यान भटकाने की नई रणनीति अपना ली है। बैंक कर्मचारी ने अब इस पूरे मामले की लिखित शिकायत जानसठ कोतवाली में दर्ज करा दी है। पुलिस ने मामला संज्ञान में लेते हुए सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू कर दी है।जानसठ कोतवाली प्रभारी से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि बैंक से शिकायत प्राप्त हो गई है, और आरोपी की पहचान तथा गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते'के तहत प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर मिले नाबालिग बालक को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी ने किया परिजनो को सुपुर्द

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’के माध्यम से रेलवे परिसरों एवं ट्रेनो में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है।यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारो बच्चो के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते हैं या सहायता की आवश्यकता में होते हैं।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है जिसके माध्यम से बाल श्रम तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है।दिनांक 02 दिसम्बर 2025 को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी के सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार एवं उनकी टीम गश्त पर थी. इस दौरान प्रयागराज छिवकी स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 01 पर एक नाबालिग लड़का संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया।रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज छिवकी द्वारा पूछने पर उसने अपना नाम अनूप पटेल निवासी सेहरा थाना कौंधियारा जिला प्रयागराज बताया। उसने बताया कि वह माता-पिता से नाराज़ होकर घर से निकलकर सूरत जाने के इरादे से स्टेशन पहुंचा था।

मामले की सूचना तुरन्त चाइल्डलाइन प्रयागराज और बच्चे के परिजन को दी गई। बाद में उसके बड़े भाई मंजीत पटेल के स्टेशन पहुँचने पर आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी करते हुए बच्चे को सकुशल उनको सुपुर्द कर दिया गया।रेल प्रशासन आमजन एवं यात्रियों से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असुरक्षित या भटकता हुआ पाए जाने पर तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दें। आपकी एक सूचना किसी बच्चे को सुरक्षित घर पहुंचाने में मददगार साबित हो सकती है।

घर में आग का तांडव पूरा घर आग की चपेट में एक की मौत.मां बेटी झुलसे

संजय द्विवेदी, प्रयागराज। राजापुर के गंगा नगर मे बड़ा हादसा हो गया यहां गली नम्बर 12 मे ज़ब लोग गहरी नीद मे सो रहे थे तब घर मे आग लग गई लोग ज़ब तक उठते तब तक आग पूरे घर मे फैल चुकी थी बिस्तर मे आग लगने क़ो वजह से एक शख्स ऋतिक झूलस गया जिससे उसकी मौत हो गई जबकि ऋतिक क़ी पत्नी और बेटी भी आग से झूलस गई दोनो का अस्पताल मे इलाज चल रहा है बताया जा रहा है की घर मे आग सुबह 4 बजे के आसपास से लगी थी घर मे बैटरी वाली स्कूटी क़ो चार्ज पर लगाया गया था उसी मे शार्ट सर्किट से चिंगारी निकली जो कपड़े पर गिरी और कुछ ही देर मे आग पूरे घर मे फ़ैल गई।

आग क़ी लपटे देख कर लोगो मे भगदड़ मच गई लोग आग बुझा पाते उससे पहले ऋतिक गम्भीर रूप से जल चुका था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई कैन्ट थाने के प्रभारी सुनील कुमार नें बताया क़ी सूचना पर फायर ब्रिगेड क़ो बुलाया गया था।पुलिस की टीम आग लगने के कारणो क़ी जांच कर रही है।

दिव्यांग और कुष्ठ से प्रभावित लोगो ने भाग लिया.विकलांगता प्रबन्धन योगदान की जानकारी दी गई

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में आज 3 दिसम्बर 2025 अन्तर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस के अवसर पर हिल प्रोजेक्ट और द लेप्रोसी सामुदायिक अस्पताल नैनी के सहयोग से एक कार्यक्रम का आयोजन करछना ब्लॉक के ग्राम सभा लिग़दहिया में किया गया। इस कार्यक्रम में जसरा और करछना ब्लॉक से लगभग 80 से अधिक दिव्यांग और कुष्ठ से प्रभावित लोगों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सोनाइ ग्राम प्रधान एडवोकेट दिनेश श्रीवास्तव और सलाहकार के तौर पर राहुल त्रिपाठी डाक्टर पुष्पांजलि साहू और हील प्रोजेक्ट के प्रोग्राम मैनेजर जेम्स जॉर्ज मौजूद थे।कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को अन्तर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस का महत्व और इसका इतिहास दिव्यांगता अधिकार विकलांगता प्रबंधन और भेदभाव रहित समाज बनाने में इनके योगदान की जानकारी तथा जरूरत पड़ने पर पैरवी करना और इसके तरीकों के बारे में जानकारियां दी गई।

कार्यक्रम में लगभग 25 लोगो का दिव्यांगता जांच की गई और इसके प्रबंधन के लिए लेप्रोसी अस्पताल नैनी बुलाया गया। इन सभी जानकारी के बाद कार्यक्रम के आखिरी चरण में दिव्यांगता सम्बन्धी उपकरण का निःशुल्क वितरण किया गया।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

आरोग्यम अस्पताल की ओर से निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन 5 दिसंबर को

हजारीबाग -जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में से एक आरोग्यम अस्पताल द्वारा आगामी 5 दिसंबर, शुक्रवार को निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्यम अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले इस शिविर में हृदय संबंधी सभी महत्वपूर्ण जांचें ईसीजी,ब्लड शुगर,बीपी एवं एवं पल्स की जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा शिविर में हृदय से संबंधित रोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक निर्धारित है। शिविर का संचालन अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सिन्हा और डॉ. रवि रंजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिससे मरीजों को सटीक जांच और उचित परामर्श प्राप्त हो सके। अस्पताल का उद्देश्य है कि हजारीबाग क्षेत्र के लोग समय रहते अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच कर सकें और संभावित जोखिमों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि हृदय रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में समय पर जांच और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने 40 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों सहित सभी लोगों से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की। अस्पताल के प्रशासक जय सिंह ने बताया कि आरोग्यम अस्पताल लगातार जनहित से जुड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। निःशुल्क हृदय जांच शिविर का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना और हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना है। अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे स्वयं शिविर में शामिल हों और अपने परिजनों, पड़ोसियों व परिचितों को भी इस निःशुल्क जांच शिविर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करें, ताकि हजारीबाग जिले में स्वस्थ हृदय और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महीने भर में तीसरी बार धमकी स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम, जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान।

मीरजापुर।ड्रमंडगंज क्षेत्र में बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने की भनक लगते ही ड्रमंडगंज बाजार और रतेह चौराहा, गड़बड़ा पुल स्थित दर्जनों मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर ताला लटका कर संचालक फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के क्षेत्र में आने की भनक लगते ही मेडिकल स्टोर व क्लीनिक तथा पैथोलॉजी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल तथा पैथोलॉजी संचालित है लेकिन टीम वहां छापेमारी न कर मेडिकल स्टोरों की जांच कर रही है।टीम जांच के नाम पर दुकानदारों से सुनसान जगहों पर बुलाकर धन उगाही कर रही है। जबकि क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक और अस्पतालों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं जहां सांठगांठ होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम कोई छापामारी नही करती है।

क्षेत्रीय लोगों ने जांच टीम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मामले की जांच हेतु जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाया है। बीते सोमवार को भी स्वास्थ विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और बगैर कार्यवाही के बैरंग लौट गई थी। ज्ञात हो कि एक माह में तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में छापेमारी की है और कोई कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है। इस संबंध में डिप्टी सीएमओ अवधेश सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और सबसे मजे की बात यह है कि तब सीएमओ मिर्जापुर के सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया गया उनका भी फोन नहीं रिसीव हो सका।

2030 तक 1.06 लाख करोड़ होगा भारत का जियोस्पेशियल मार्केट: अमिताभ कांत

अमरेश द्विवेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयाेजित तीन-दिवसीय (2-4 दिसंबर) जियोस्मार्ट वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 की शुरुआत हुई, जिसमें भारत के भू-स्थानिक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए तीव्र और परिवर्तनकारी बदलावों को रेखांकित किया गया। उद्घाटन वक्तव्य में कहा गया कि भारत की यह यात्रा “तेज़ गति से विकसित हुई है और इसने देश के विकास, संसाधन प्रबंधन और नीति-निर्माण के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित किया है।

कार्यक्रम के पहले दिन (एलएंडटी, एचसीएल, इंडिगो, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स), पूर्व जी20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का ₹50,000 करोड़ का भू-स्थानिक बाजार 2030 तक दोगुना होकर ₹1.06 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जबकि भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2033 तक 44 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े भारत की महत्वाकांक्षाओं को और ऊंचा स्थापित करने का संकेत हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2021 में भारी विरोध के बावजूद भू-स्थानिक सेक्टर को खोला। आज संभावनाएँ अपार हैं, लेकिन नवाचार की गति भारत के 30-ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। भू-स्थानिक तकनीकें आधारभूत हैं—बिना इनके ‘विकसित भारत’ संभव नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बंद या प्रतिबंधित डेटा नवाचार को धीमा करता है, और भारत को वैश्विक नेताओं—यूके, सिंगापुर और नॉर्डिक देशों—की तरह आगे बढ़ने के लिए ओपन, इंटरऑपरेबल और मशीन-रीडेबल डेटा अपनाना होगा।

उद्योग को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में भारत का एक ऐसा वास्तविक शहर विकसित करें जो लाइव भू-स्थानिक और AI ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले—कोई पायलट नहीं, कोई डेमो नहीं। एक वास्तविक शहर, वास्तविक सुधारों के साथ। ऐसा शहर वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है। पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने स्वामित्व कार्यक्रम की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कैसे सरल भू-स्थानिक उपकरणों ने ग्रामीण भारत में आर्थिक सशक्तिकरण को गति दी है।

उन्होंने बताया कि 3.5 लाख से अधिक गाँवों का सर्वेक्षण पूरा किया जा चुका है, 3 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं और सत्यापित भू-स्थानिक मैप्स ने करोड़ों नागरिकों को विवाद समाधान, ऋण सुविधा और संपत्ति अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि यह केवल मैपिंग नहीं है—यह ग्रामीण भारत की आर्थिक और सामाजिक कहानी को नए सिरे से लिख रहा है।” भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने भारत के लैंड स्टैक (Land Stack) की अवधारणा काे प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय बेस मैप, सत्यापित प्लॉट सीमाएँ और एकीकृत भू-खंड डेटा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सटीक भूमि मानचित्र पारदर्शी शासन, प्रभावी योजना और नागरिक विश्वास की रीढ़ हैं।

भू-स्थानिक डेटा प्रमोशन एवं डेवलपमेंट समिति के अध्यक्ष श्रीकांत सत्री ने हाल ही में विमानन क्षेत्र में जीपीएस व्यवधान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता जोखिमपूर्ण है। भू-स्थानिक केवल तकनीक नहीं है यह भारत की आर्थिक शक्ति और तकनीकी संप्रभुता की नींव है। उन्होंने ऑपरेशन द्रोणगिरि की सफलता साझा की, जिसमें बहु-एजेंसी समन्वय और भू-स्थानिक-स्पेस इंटेलिजेंस ने किसानों को वास्तविक लाभ प्रदान किए। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने भू-स्थानिक डेटा के राष्ट्रीय सांख्यिकी ढाँचे से एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे योजना, निगरानी और सेवा वितरण में सटीकता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। एसरी इंडिया (Esri India) के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे देश में जीआईएस का उपयोग तेजी से बढ़ा है और आज एसरी इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 800 से अधिक प्रामाणिक डेटासेट उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक तकनीक अब राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक साधन है—और भारत इसे नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। डिजिटल एवं आईटी, जीएमआर ग्रुप के समूह अध्यक्ष डॉ. राहुल शांडिल्य ने वेक्सेल (Vexcel) के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्पैटियल डेटा बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन एरियल डेटा से भू-खंड मैपिंग, अधोसंरचना निगरानी, शहरी लचीलापन, पर्यावरणीय अंतर्दृष्टियां सभी में क्रांतिकारी सुधार होंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अतिरिक्त सर्वेयर जनरल एसके सिन्हा ने वन नेशन-वन मैप की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि विकेंद्रीकृत डेटा स्वामित्व और केन्द्रीय एकीकरण मिलकर एक सशक्त भू-स्थानिक ढाँचा तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैप अब स्थिर दस्तावेज नहीं—वे गतिशील परिसंपत्तियाँ हैं जो सटीक शासन और राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करती हैं।

इस साल, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 के लॉन्च के साथ अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं, जो भारत के जियोस्पेशियल और स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास को आगे बढ़ा रहा है, जो अब विजन, इनोवेशन और लीडरशिप के एक बड़े मेल में बदल रहा है। यह एडिशन एक आम इंडस्ट्री एक्सपो की सीमाओं को पार करके एक नेशनल मूवमेंट बन गया है। तीन बदलाव आने वाले दिनों में, यह इवेंट स्टेकहोल्डर्स के एक असाधारण क्रॉस-सेक्शन को इकट्ठा करेगा जिनमें केंद्रीय मंत्रालयों, रक्षा एजेंसियों और स्मार्ट सिटी अथॉरिटीज से लेकर ग्लोबल टेक्नोलॉजी फर्मों, घरेलू स्टार्टअप्स और एकेडमिक संस्थानों तक सभी भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के अगले युग की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। बड़े एग्जिबिशन स्पेस, बेमिसाल नेटवर्किंग मौकों और नए भारत के लक्ष्यों को दिखाने वाले जबरदस्त शोकेस के साथ, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 नए मापक, संप्रभुता और भविष्य की तैयारी का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।