बस्ती: सड़क हादसे में चार की मौत, 10 घायल,राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर एक ट्रक और बस में हुई भिड़ंत ,बस में करीब 60 लोग सवार थे


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के जनपद बस्ती में कोतवाली क्षेत्र राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर सोमवार देर रात को एक ट्रक और बस की टक्कर हो गई। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हैं।घटना की सूचना पाकर पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) संजीव त्यागी, जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन और एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। डीआईजी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में हरदिया के पास सोमवार रात 11 बजे हुआ हैं। दरअसल, सोमवार को संतकबीर नगर से एक प्राइवेट बस यात्रियों को लेकर अजमेर शरीफ के उर्स में शामिल होने जा रही थी। बस में करीब 60 लोग सवार थे।बस जैसे ही हरदिया के पास पहुंची, सामने से आ रहे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई। हादसे के बाद दोनों वाहनों का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर चिपक गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस फोर्स ने तुरन्त रेस्क्यू शुरू किया। घायलों को बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा। हादसे में चार लोगों की मौत हुई हैं। इनकी पहचान बस्ती निवासी अब्दुल्ला (60), मुख्तार अली (75), बस चालक संदीप पांडेय (32) और ट्रक चालक शिवराज सिंह के रूप में हुई है। 10 लोग घायल हुए हैं।जिलाधिकारी ने बताया कि घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए अस्पताल प्रशासन को आदेश दिए। शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घटना के संबंध में पुलिस जांच कर रही हैं। प्रशासन ने परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसा, सात बसों और तीन कारों में लगी आग, छह यात्रियों की मौत और 25 झुलसे

मथुरा/लखनऊ । दिल्ली–आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के ऐसा मंज़र देखने को मिला, जिसने हर किसी को दहला दिया। घने कोहरे की चादर में अचानक चीख-पुकार गूंजी, तेज धमाकों के साथ आग की लपटें उठीं और कुछ ही पलों में एक्सप्रेस-वे चलती बसों का श्मशान बन गया। सात बसें और तीन कारें आपस में टकराईं और देखते ही देखते सभी वाहन आग की भट्टी में तब्दील हो गए। 40 से अधिक यात्री झुलसकर अस्पतालों में भर्ती हादसा इतना भीषण था कि कई यात्री बसों से निकल भी नहीं पाए। आग की लपटों में घिरे यात्रियों की चीखें दूर तक सुनाई देती रहीं। अब तक 6 लोगों की दर्दनाक मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 40 से अधिक यात्री झुलसकर अस्पतालों में भर्ती हैं। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पहले एक वाहन टकराया, फिर पलभर में एक के बाद एक कई बसें चपेट में आती चली गईं। कोहरे के कारण दृश्यता शून्य थी। टक्कर के बाद तेज धमाका हुआ और बसों में आग भड़क उठी। अधिकतर बसें यात्रियों से खचाखच भरी थीं। कई दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं एक यात्री ने बताया, “मैं गहरी नींद में था, अचानक जोरदार धमाका हुआ। आंख खुलते ही चारों तरफ आग थी, लोग जलते हुए बाहर भाग रहे थे, चीखें गूंज रही थीं।सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। कई दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। डीएम और एसएसपी श्लोक कुमार खुद मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य की कमान संभाली। झुलसे यात्रियों को आनन-फानन में जिला अस्पताल भेजा गया। मुख्यमंत्री योगी ने हादसे को लिया संज्ञान एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि घने कोहरे के कारण यह भीषण हादसा हुआ। राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। एहतियातन एक्सप्रेस-वे के प्रभावित हिस्से में यातायात अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।मुख्यमंत्री ने हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के सख्त निर्देश दिए हैं।फिलहाल यमुना एक्सप्रेस-वे पर सन्नाटा पसरा है, लेकिन जली हुई बसें और बिखरा मलबा उस खौफनाक रात की गवाही दे रहा है, जब चंद सेकेंड में सफर मौत के सफर में बदल गया।
बीएलओ व शिक्षामित्र की मौत, 9 दिन इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज टूटी सांस *काम के दबाव को लेकर उठे गंभीर सवाल


गोंडा।जिले के रुपईडीह विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा बनगाई के बूथ संख्या 336 पर तैनात बीएलओ और शिक्षामित्र नानबच्चा की लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी में इलाज के दौरान मौत हो गयी।वे पिछले 9 दिनों से वेंटिलेटर पर थे।देर रात उनके निधन की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग और गांव में शोक की लहर दौड़ गयी।परिजनों के अनुसार छ: दिसंबर को सुबह नानबच्चा की तबियत अचानक बिगड़ गयी थी जिसके बाद उन्हें तत्काल गोंडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ जांच में ब्रेन हैमरेज की पुष्टि हुई।हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी रिफर कर दिया था।वहाँ उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।जहाँ 9 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद दम तोड़ दिया।नानबच्चा की हालत खराब होने के दिन ही उनकी बेटी ने खंड विकास शिक्षा अधिकारी रुपईडीह रियाज अहमद पर गंभीर आरोप लगाया था।बेटी का कहना था कि 5 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी ने उनके पिता को बीआरसी रुपईडीह बुलाकर डांटा और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया था।उन्होंने बताया कि उनके पिता बनगाई में शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत थे और साथ ही बीएलओ की जिम्मेदारी भी निभा रहे थे।बेटी के अनुसार उनके पिता पर काम का अत्यधिक दबाव था।वे पहले से ही ब्लड प्रेशर के मरीज थे परन्तु जिम्मेदारियों और डर के कारण नियमित दवा भी नहीं ले पा रहे थे,उन्हें आशंका थी कि दवा खाने से नींद आ जाएगी और काम प्रभावित होगा। 5 दिसंबर को बीईओ द्वारा डांटे जाने के बाद वे मानसिक रूप से अत्यधिक परेशान हो गए थे और पूरी रात सो नहीं पाये।उसके अगले दिन 6 दिसंबर को सुबह ही बेहोश होकर गिर पड़े।नानबच्चा के इलाज के लिए शिक्षकों ने मानवीय पहल करते हुए लगभग 5 लाख रुपए का चंदा एकत्रित किया जिसे आनलाइन माध्यम से तथा प्रत्यक्ष रूप से मृतक की पत्नी के खाते में भेजी गई।शिक्षक संघर्ष समिति ने इस पूरे मामले की जांच की मांग भी किया था,परन्तु अभी तक जिला प्रशासन या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से कोई जांच कमेटी गठित नहीं की गई है।मौत की पुष्टि के बाद परिजन किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी से शव लेकर गोंडा के लिए रवाना हो गए हैं।आज गांव में पूरे सम्मान के साथ नानबच्चा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।नानबच्चा की मौत से गांव व विभाग में शोक का माहौल है।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्रा ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक शिक्षक को हम नहीं बचा पाए।उन्होंने आरोप लगाया कि इलाज के दौरान जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली और शिक्षकों ने आपस में चंदा जुटाकर इलाज कराया।उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच,दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई,पीड़ित परिवार को नौकरी और आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है।गौरतलब हो कि 6 दिसंबर को जब नानबच्चा की तबियत बिगड़ी थी तब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बीईओ पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था।उन्होंने कहा था कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा किसी प्रकार का दबाव व डांट नहीं दिया गया था।बीएसए के अनुसार नानबच्चा पारिवारिक कारणों से परेशान थे और ब्लड प्रेशर का मरीज होने के कारण ही उनकी तबियत बिगड़ी।अब शिक्षक की मौत के बाद एक बार फिर काम के दबाव,विभागीय जिम्मेदारियों और अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, 7 बसों और 2 कारों में टक्कर के बाद लगी आग, छह की मौत

#yamunaexpresswayaccidentvehiclescollided4dead

मथुरा में दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह करीब 4:30 बजे कोहरे की वजह से 7 बसें और 3 छोटी गाड़ियां आपस में भिड़ गईं। आगरा से नोएडा की ओर जा रही लेन पर तेज रफ्तार में चल रहे कई वाहन आपस में टकरा गए। टक्कर के बाद सात बसों और दो–तीन कारों में भीषण आग लग गई। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

मथुरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 11 वाहन आपस में टकराए। 5 बसों सहित 7 वाहनों में भीषण आग लग गई। जिला प्रशाशन ने हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। हादसे में 25 लोगों के घायल होने के बात सामने आई है। गंभीर घायलों को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज और अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोहरा के कारण आपस में टकराई गाड़ियां

यमुना एक्सप्रेसवे पर यह दर्दनाक हादसा बलदेव थाना क्षेत्र के गांव खड़ेहरा के पास माइल स्टोन संख्या 125 पर हुआ। बताया गया कि हादसे के वक्त इलाके में घना कोहरा छाया हुआ था और दृश्यता लगभग शून्य थी। आगे चल रहे वाहनों को न देख पाने के कारण पीछे से आ रहे वाहन एक-दूसरे से टकराते चले गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुछ ही क्षणों में वाहनों में आग भड़क उठी।

मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख की मदद

प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा हादसे पर संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।

हेमंत सरकार मानवीय संवेदनाओं से दूर, मुख्यमंत्री को जिम्मेदारियों का बोध नहीं.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सुविधा के अभाव में गुमला की गर्भवती आदिवासी बेटी और उसके बच्चे की गई जान पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया।

श्री मरांडी ने कहा कि 19 साल की उम्र में गर्भवती सुकरी कुमारी और उसके बच्चे की जान चली गई। कारण - इलाज में देरी, सड़क के अभाव में बेहद गंभीर अवस्था में भी उसे बहंगी में लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा।

कहा कि यह गुमला के झलकापाट गांव की घटना है। ऐसी ही अनेकों घटनाएँ हर रोज़ झारखंड में कहीं न कहीं घटती हैं, अधिकतर आदिवासी बहुल क्षेत्रों में। हमारी बेटियाँ, बहनें किस दर्द से गुजरती होंगी, यह तो सोच पाना भी कठिन है!

कहा कि ऐसी दुखद स्थिति देखकर भी जिस सरकार को अपनी अकर्मण्यता पर शर्म नहीं आती, उससे क्या अपेक्षा रखी जाए।

कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस घटना पर भी कुछ नहीं बोलेंगे, कुछ नहीं करेंगे।

कहा कि वे आदिवासी हैं, फिर भी हेमंत जी से आदिवासी समाज को उपेक्षा के अलावा और कुछ नहीं मिलने वाला।

कहा क्योंकि उन्हें ज़िम्मेदारी का बोध तो पहले भी नहीं था, परंतु अब तो यह सरकार मानवीय संवेदनाओं से भी रिक्त हो गई है।

कहा ऐसे स्थान जहाँ पहले ऐसी घटनाएँ हो चुकी हैं, जहाँ खाट और बहंगी पर मरीजों को अस्पताल ले जाना पड़ा, उन जगहों को चिन्हित कर आवागमन की सुगम सुविधा की व्यवस्था करनी होगी। हर गर्भवती महिला और बीमार व्यक्ति की इस तरह सरकार की असफलता के कारण हुई मौत, अगर जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों को उनके राजनीतिक उद्देश्य पर सोचने को विवश नहीं करती, तो झारखंड का भविष्य खतरे में है।

लग्जरी गाड़ियों से करते थे व्यापार उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ तक जुड़े थे तार,गांजा,गाड़ियों और नगदी के साथ तीन गिरफ्तार*
सुल्तानपुर,पुलिस को मुखबिर की सूचना पर बड़ी सफलता है मिली। पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में दंपत्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही उनके पास से 33 किलोग्राम से ज्यादा गांजा और उसे बेचकर अर्जित किए गए 3 लाख 25 हज़ार रूपये नगदी भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से ये सभी गांजा लाते थे और पश्चिमी यूपी के कई जिलों में इसकी सप्लाई की जाती थी। दरअसल मुखबिर के जरिए सुल्तानपुर पुलिस को सूचना मिली कुछ गांजा तस्कर लंभुआ क्षेत्र से निकलने वाले हैं। जिस पर पुलिस ने लंभुआ थानाक्षेत्र में शिवगढ़ से श्रीरामपुर मार्ग पर घेराबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी। इसी दरम्यान दो गाड़ियों को रुकवा कर तलाशी ली गई तो दोनों गाड़ियों के गुप्त चैंबर से करीब 33 किलोग्राम से ज्यादा गांजा बरामद हुआ,साथ ही गांजा बेचकर रखे गए करीब सवा तीन लाख रूपये भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के अर्जुनपुर के रहने वाले धर्मेंद्र सरोज, उसकी पत्नी अनीता,साथ ही सरायमकर कोला गांव के रहने वाले अमरदेव चौहान को गिरफ्तार किया है। पुलिस की माने तो ये सभी छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से गांजा लाकर पश्चिमी यूपी के कई जिलों में गांजा सप्लाई करके मोटी रकम कमाते थे। लेकिन पुलिस के हत्थे तीनो चढ़ गए। फिलहाल पुलिस इन तीनों के खिलाफ कार्यवाही कर के जेल भेज दिया है।
एसआरएन अस्पताल प्रयागराज जनहित सुचना
संजय द्विवेदी प्रयागराज।स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय प्रयागराज के डायलिसिस यूनिट में रोगियों को सुरक्षित गुणवत्तापूर्ण एवं संक्रमण-मुक्त उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्टेरलाइजेशन मशीनो की गहन सफाई तकनीकी जांच तथा नियमित मेटेनेंस कार्य किया जाना प्रस्तावित है।

उक्त कार्य के कारण डायलिसिस सेवा 24 घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद रहेगी।डायलिसिस सेवा बंद रहने की अवधि:बुधवार 17 दिसम्बर को प्रातः 8:00 बजे से गुरुवार 18 दिसम्बर को प्रातः 8:00 बजे तकयह निर्णय अस्पताल प्रशासन द्वारा संक्रमण नियंत्रण मानको के सख्त अनुपालन मशीनो की कार्यक्षमता बनाए रखने तथा भविष्य में रोगियो को किसी भी प्रकार की असुविधा या जोखिम से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है।निर्धारित समयावधि पूर्ण होने के पश्चात सभी आवश्यक कार्य पूर्ण कर डायलिसिस सेवा को पुनःपूर्ववत सुरक्षित एवं सुचारु रूप से प्रारम्भ कर दिया जाएगा।अस्पताल प्रशासन इस अस्थायी असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है तथा रोगियो एवं उनके परिजनो से सहयोग धैर्य एवं समझदारी की अपेक्षा करता है।
क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के मण्डल उपाध्यक्ष बनाए जाने पर मुकेश द्विवेदी को दी बधाई
समाज की सेवा ही सर्वोपरी - मुकेश द्विवेदी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में गौहनिया बांदा रोड़ स्थित क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के कार्यालय पर मंडल अध्यक्ष परवेज आलम के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित हुई जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी मुकेश द्विवेदी को सर्वसम्मति से मंडल उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया।टीम के लोगों द्वारा मुकेश द्विवेदी को फुलो की माला पहनाकर स्वागत अभिनन्दन किया और बधाई दी।टीम के मंडल अध्यक्ष परवेज आलम ने बताया कि मुकेश द्विवेदी समाज में अग्रणी भूमिका निभाते आ रहे है। समाज में उनका योगदान किसी से छिपा नहीं है उनके आचरण और व्यवहारिकता को देखते हुए टीम ने उनको मंडल उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया और हमे आशा ही नहीं बल्कि पुर्ण विश्वास है कि आप संगठन के विचारो को समाज में जन जन पहुंचाने का काम करेगे।मुकेश द्विवेदी ने कहा कि हम आभारी हूं क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के परिवार का जिन्होंने हमें इस लायक समझा।आप सभी लोगो को विश्वास दिलाता हूं कि पुरी इमानदारी और निष्ठा पूर्वक संगठन को आगे बढ़ाने तथा समाज के हर तबके तक संगठन के विचारों को पहुंचाने का काम करुंगा।जिला अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी ने आगामी 25 दिसम्बर को होने वाले पत्रकार सम्मान समारोह की जानकारी देते हुए कहा कि क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया इकाई प्रयागराज ने अपने कार्यालय गौहनिया बांदा रोड़ पर पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है जिसमें टीम के साथ साथ पत्रकार बंधुओं का हौसला बढ़ाने का काम किया जाएगा।
उक्त कार्यक्रम में राजेश चतुर्वेदी परवेज ब्रहमलोचन पाण्डेय आलम राजकरणन पटेल राशिद हयात नियामत हुसैन घनश्याम निषाद सुहैल अहमद मोहम्मद असफ अकबरअली मोहम्मदसैफी आबिद अली निहालअहमद मोहम्मद वसीम अतुल यादव डॉक्टर मामून अहमद कल्लन राम मांझी आदि उपस्थित रहे
20 वर्षों में एक भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खुला" - डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का दावा

गया में बोले सम्राट चौधरी: "माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना ही मेरा मुख्य काम है"

गया (शेरघाटी): बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सोमवार को गया जिले के शेरघाटी में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था, कानून-व्यवस्था और माफिया विरोधी अभियान को लेकर सरकार की प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया।

स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय

उपमुख्यमंत्री ने पिछले शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि:

"बीते 20 वर्षों में बिहार में एक भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया।"

हालांकि, उन्होंने वर्तमान सरकार के संकल्प को दोहराया। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अगले तीन वर्षों के भीतर बिहार के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को मेडिकल शिक्षा के लिए बाहर जाने की मजबूरी से भी राहत देगा।

माफिया विरोधी अभियान ही मुख्य काम

सम्राट चौधरी ने कानून-व्यवस्था और माफिया के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनका मुख्य काम माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना है।

"मेरे पास कोई दूसरा काम नहीं है, माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना ही उनका मुख्य काम है।"

सुशासन की स्थापना: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन को मजबूती से स्थापित करना ही उनका उद्देश्य है।

सफाई अभियान: उन्होंने बताया कि राज्य में व्यापक स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत सड़कों से अतिक्रमण हटाकर की गई है और यह अभियान पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी जाति, वर्ग या व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि कानून के दायरे में की जा रही है।

जनता से अपील और 24 घंटे में कार्रवाई का दावा

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने जनता से निडर होकर आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि किसी अपराधी या माफिया ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, तो लोग बेझिझक आवेदन दें। उन्होंने दावा किया कि ऐसे मामलों में 24 घंटे के भीतर प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सरकारी और निजी प्रयासों से बिहार की स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा।

बांसगांव समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व कौड़ीराम पीएचसी पर काम रोको हड़ताल, सभा का हुआ आयोजन

गोरखपुर। राज्य स्तरीय हड़ताल के तहत बांसगांव समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व कौड़ीराम पीएचसी पर काम रोको हड़ताल, सभा आयोजित की गई। राज्य स्तरीय हड़ताल के आह्वान आशा वर्कर यूनियन ने किया। जो 15,16,17,18 तक चलेगा ।आज पहले दिन बांसगांव समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व कौड़ी राम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा एवं आशा संगिनियों द्वारा काम रोको हड़ताल सफलतापूर्वक की गई। हड़ताल के दौरान आशा कर्मियों की ज्वलंत मांगों को लेकर एक सभा का आयोजन भी किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के जिला सचिव राकेश सिंह ने कहा कि आशा आज कि हड़ताल से डरी प्रदेश कि योगी सरकार डर कर प्रदेश भर में हड़ताल पर 6 माह के लिए प्रतिबन्ध  लगाकर मेहनतकश और महिलाओं विरोधी चरित्र को उजागर करता है उन्होंने कहा कि आशा स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं, लेकिन सरकार उनसे स्थायी कर्मचारी जैसा काम लेकर मानदेय के नाम पर शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि आशा कर्मियों को मानदेय नहीं बल्कि नियमित कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा मिलनी चाहिए उन्होंने कहा कि अगर योगी सरकार दमन के द्वारा आशा कर्मियों के आंदोलन को दबाने की कोशिश करती है तो भाकपा-माले आशा वर्कर के साथ खड़ी है।

सभा की अध्यक्षता कौड़ी राम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की अध्यक्ष आशा गुप्ता मालती देवी निरज मिश्रा सबनम योशोधरा तिपाणी  ने की। सभा को संबोधित करते हुए बांसगांव की आशा नेता पुष्पा राय निशा शुक्ल अंजु अनुराधा गीता राय संध्या भारती प्रेम शीला रेनू मिश्रा रिता  ने कहा कि वर्षों से आशा कर्मी अल्प मानदेय, लंबित भुगतान और असुरक्षित कार्य परिस्थितियों में काम करने को मजबूर हैं। सरकार को उनकी सभी मांगों पर तुरंत निर्णय लेना चाहिए। हड़ताल और सभा के माध्यम से मांग की गई कि आशा एवं आशा संगिनियों को नियमित कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, मानदेय में बढ़ोतरी की जाए, लंबित भुगतान तत्काल किया जाए तथा सभी श्रम और सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

हड़ताल में विनीता सरोज पांडे मंजू शर्मा तारासिंह पुष्पा सोना देवी उषा देवी धनराशि वंदना वंदना दुबे अनीता पुष्पा गौड पुष्पा पांडे सुनीता गीता देवी संध्या सिंह आज आशा बहू शामिल थी।
बस्ती: सड़क हादसे में चार की मौत, 10 घायल,राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर एक ट्रक और बस में हुई भिड़ंत ,बस में करीब 60 लोग सवार थे


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के जनपद बस्ती में कोतवाली क्षेत्र राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर सोमवार देर रात को एक ट्रक और बस की टक्कर हो गई। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हैं।घटना की सूचना पाकर पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) संजीव त्यागी, जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन और एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। डीआईजी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में हरदिया के पास सोमवार रात 11 बजे हुआ हैं। दरअसल, सोमवार को संतकबीर नगर से एक प्राइवेट बस यात्रियों को लेकर अजमेर शरीफ के उर्स में शामिल होने जा रही थी। बस में करीब 60 लोग सवार थे।बस जैसे ही हरदिया के पास पहुंची, सामने से आ रहे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई। हादसे के बाद दोनों वाहनों का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर चिपक गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस फोर्स ने तुरन्त रेस्क्यू शुरू किया। घायलों को बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा। हादसे में चार लोगों की मौत हुई हैं। इनकी पहचान बस्ती निवासी अब्दुल्ला (60), मुख्तार अली (75), बस चालक संदीप पांडेय (32) और ट्रक चालक शिवराज सिंह के रूप में हुई है। 10 लोग घायल हुए हैं।जिलाधिकारी ने बताया कि घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए अस्पताल प्रशासन को आदेश दिए। शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घटना के संबंध में पुलिस जांच कर रही हैं। प्रशासन ने परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसा, सात बसों और तीन कारों में लगी आग, छह यात्रियों की मौत और 25 झुलसे

मथुरा/लखनऊ । दिल्ली–आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के ऐसा मंज़र देखने को मिला, जिसने हर किसी को दहला दिया। घने कोहरे की चादर में अचानक चीख-पुकार गूंजी, तेज धमाकों के साथ आग की लपटें उठीं और कुछ ही पलों में एक्सप्रेस-वे चलती बसों का श्मशान बन गया। सात बसें और तीन कारें आपस में टकराईं और देखते ही देखते सभी वाहन आग की भट्टी में तब्दील हो गए। 40 से अधिक यात्री झुलसकर अस्पतालों में भर्ती हादसा इतना भीषण था कि कई यात्री बसों से निकल भी नहीं पाए। आग की लपटों में घिरे यात्रियों की चीखें दूर तक सुनाई देती रहीं। अब तक 6 लोगों की दर्दनाक मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 40 से अधिक यात्री झुलसकर अस्पतालों में भर्ती हैं। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पहले एक वाहन टकराया, फिर पलभर में एक के बाद एक कई बसें चपेट में आती चली गईं। कोहरे के कारण दृश्यता शून्य थी। टक्कर के बाद तेज धमाका हुआ और बसों में आग भड़क उठी। अधिकतर बसें यात्रियों से खचाखच भरी थीं। कई दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं एक यात्री ने बताया, “मैं गहरी नींद में था, अचानक जोरदार धमाका हुआ। आंख खुलते ही चारों तरफ आग थी, लोग जलते हुए बाहर भाग रहे थे, चीखें गूंज रही थीं।सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। कई दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। डीएम और एसएसपी श्लोक कुमार खुद मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य की कमान संभाली। झुलसे यात्रियों को आनन-फानन में जिला अस्पताल भेजा गया। मुख्यमंत्री योगी ने हादसे को लिया संज्ञान एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि घने कोहरे के कारण यह भीषण हादसा हुआ। राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। एहतियातन एक्सप्रेस-वे के प्रभावित हिस्से में यातायात अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।मुख्यमंत्री ने हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के सख्त निर्देश दिए हैं।फिलहाल यमुना एक्सप्रेस-वे पर सन्नाटा पसरा है, लेकिन जली हुई बसें और बिखरा मलबा उस खौफनाक रात की गवाही दे रहा है, जब चंद सेकेंड में सफर मौत के सफर में बदल गया।
बीएलओ व शिक्षामित्र की मौत, 9 दिन इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज टूटी सांस *काम के दबाव को लेकर उठे गंभीर सवाल


गोंडा।जिले के रुपईडीह विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा बनगाई के बूथ संख्या 336 पर तैनात बीएलओ और शिक्षामित्र नानबच्चा की लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी में इलाज के दौरान मौत हो गयी।वे पिछले 9 दिनों से वेंटिलेटर पर थे।देर रात उनके निधन की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग और गांव में शोक की लहर दौड़ गयी।परिजनों के अनुसार छ: दिसंबर को सुबह नानबच्चा की तबियत अचानक बिगड़ गयी थी जिसके बाद उन्हें तत्काल गोंडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ जांच में ब्रेन हैमरेज की पुष्टि हुई।हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी रिफर कर दिया था।वहाँ उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।जहाँ 9 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद दम तोड़ दिया।नानबच्चा की हालत खराब होने के दिन ही उनकी बेटी ने खंड विकास शिक्षा अधिकारी रुपईडीह रियाज अहमद पर गंभीर आरोप लगाया था।बेटी का कहना था कि 5 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी ने उनके पिता को बीआरसी रुपईडीह बुलाकर डांटा और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया था।उन्होंने बताया कि उनके पिता बनगाई में शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत थे और साथ ही बीएलओ की जिम्मेदारी भी निभा रहे थे।बेटी के अनुसार उनके पिता पर काम का अत्यधिक दबाव था।वे पहले से ही ब्लड प्रेशर के मरीज थे परन्तु जिम्मेदारियों और डर के कारण नियमित दवा भी नहीं ले पा रहे थे,उन्हें आशंका थी कि दवा खाने से नींद आ जाएगी और काम प्रभावित होगा। 5 दिसंबर को बीईओ द्वारा डांटे जाने के बाद वे मानसिक रूप से अत्यधिक परेशान हो गए थे और पूरी रात सो नहीं पाये।उसके अगले दिन 6 दिसंबर को सुबह ही बेहोश होकर गिर पड़े।नानबच्चा के इलाज के लिए शिक्षकों ने मानवीय पहल करते हुए लगभग 5 लाख रुपए का चंदा एकत्रित किया जिसे आनलाइन माध्यम से तथा प्रत्यक्ष रूप से मृतक की पत्नी के खाते में भेजी गई।शिक्षक संघर्ष समिति ने इस पूरे मामले की जांच की मांग भी किया था,परन्तु अभी तक जिला प्रशासन या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से कोई जांच कमेटी गठित नहीं की गई है।मौत की पुष्टि के बाद परिजन किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी से शव लेकर गोंडा के लिए रवाना हो गए हैं।आज गांव में पूरे सम्मान के साथ नानबच्चा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।नानबच्चा की मौत से गांव व विभाग में शोक का माहौल है।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्रा ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक शिक्षक को हम नहीं बचा पाए।उन्होंने आरोप लगाया कि इलाज के दौरान जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली और शिक्षकों ने आपस में चंदा जुटाकर इलाज कराया।उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच,दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई,पीड़ित परिवार को नौकरी और आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है।गौरतलब हो कि 6 दिसंबर को जब नानबच्चा की तबियत बिगड़ी थी तब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बीईओ पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था।उन्होंने कहा था कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा किसी प्रकार का दबाव व डांट नहीं दिया गया था।बीएसए के अनुसार नानबच्चा पारिवारिक कारणों से परेशान थे और ब्लड प्रेशर का मरीज होने के कारण ही उनकी तबियत बिगड़ी।अब शिक्षक की मौत के बाद एक बार फिर काम के दबाव,विभागीय जिम्मेदारियों और अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, 7 बसों और 2 कारों में टक्कर के बाद लगी आग, छह की मौत

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मथुरा में दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह करीब 4:30 बजे कोहरे की वजह से 7 बसें और 3 छोटी गाड़ियां आपस में भिड़ गईं। आगरा से नोएडा की ओर जा रही लेन पर तेज रफ्तार में चल रहे कई वाहन आपस में टकरा गए। टक्कर के बाद सात बसों और दो–तीन कारों में भीषण आग लग गई। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

मथुरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 11 वाहन आपस में टकराए। 5 बसों सहित 7 वाहनों में भीषण आग लग गई। जिला प्रशाशन ने हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। हादसे में 25 लोगों के घायल होने के बात सामने आई है। गंभीर घायलों को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज और अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोहरा के कारण आपस में टकराई गाड़ियां

यमुना एक्सप्रेसवे पर यह दर्दनाक हादसा बलदेव थाना क्षेत्र के गांव खड़ेहरा के पास माइल स्टोन संख्या 125 पर हुआ। बताया गया कि हादसे के वक्त इलाके में घना कोहरा छाया हुआ था और दृश्यता लगभग शून्य थी। आगे चल रहे वाहनों को न देख पाने के कारण पीछे से आ रहे वाहन एक-दूसरे से टकराते चले गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुछ ही क्षणों में वाहनों में आग भड़क उठी।

मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख की मदद

प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा हादसे पर संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।

हेमंत सरकार मानवीय संवेदनाओं से दूर, मुख्यमंत्री को जिम्मेदारियों का बोध नहीं.....बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सुविधा के अभाव में गुमला की गर्भवती आदिवासी बेटी और उसके बच्चे की गई जान पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया।

श्री मरांडी ने कहा कि 19 साल की उम्र में गर्भवती सुकरी कुमारी और उसके बच्चे की जान चली गई। कारण - इलाज में देरी, सड़क के अभाव में बेहद गंभीर अवस्था में भी उसे बहंगी में लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा।

कहा कि यह गुमला के झलकापाट गांव की घटना है। ऐसी ही अनेकों घटनाएँ हर रोज़ झारखंड में कहीं न कहीं घटती हैं, अधिकतर आदिवासी बहुल क्षेत्रों में। हमारी बेटियाँ, बहनें किस दर्द से गुजरती होंगी, यह तो सोच पाना भी कठिन है!

कहा कि ऐसी दुखद स्थिति देखकर भी जिस सरकार को अपनी अकर्मण्यता पर शर्म नहीं आती, उससे क्या अपेक्षा रखी जाए।

कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस घटना पर भी कुछ नहीं बोलेंगे, कुछ नहीं करेंगे।

कहा कि वे आदिवासी हैं, फिर भी हेमंत जी से आदिवासी समाज को उपेक्षा के अलावा और कुछ नहीं मिलने वाला।

कहा क्योंकि उन्हें ज़िम्मेदारी का बोध तो पहले भी नहीं था, परंतु अब तो यह सरकार मानवीय संवेदनाओं से भी रिक्त हो गई है।

कहा ऐसे स्थान जहाँ पहले ऐसी घटनाएँ हो चुकी हैं, जहाँ खाट और बहंगी पर मरीजों को अस्पताल ले जाना पड़ा, उन जगहों को चिन्हित कर आवागमन की सुगम सुविधा की व्यवस्था करनी होगी। हर गर्भवती महिला और बीमार व्यक्ति की इस तरह सरकार की असफलता के कारण हुई मौत, अगर जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों को उनके राजनीतिक उद्देश्य पर सोचने को विवश नहीं करती, तो झारखंड का भविष्य खतरे में है।

लग्जरी गाड़ियों से करते थे व्यापार उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ तक जुड़े थे तार,गांजा,गाड़ियों और नगदी के साथ तीन गिरफ्तार*
सुल्तानपुर,पुलिस को मुखबिर की सूचना पर बड़ी सफलता है मिली। पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में दंपत्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही उनके पास से 33 किलोग्राम से ज्यादा गांजा और उसे बेचकर अर्जित किए गए 3 लाख 25 हज़ार रूपये नगदी भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से ये सभी गांजा लाते थे और पश्चिमी यूपी के कई जिलों में इसकी सप्लाई की जाती थी। दरअसल मुखबिर के जरिए सुल्तानपुर पुलिस को सूचना मिली कुछ गांजा तस्कर लंभुआ क्षेत्र से निकलने वाले हैं। जिस पर पुलिस ने लंभुआ थानाक्षेत्र में शिवगढ़ से श्रीरामपुर मार्ग पर घेराबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी। इसी दरम्यान दो गाड़ियों को रुकवा कर तलाशी ली गई तो दोनों गाड़ियों के गुप्त चैंबर से करीब 33 किलोग्राम से ज्यादा गांजा बरामद हुआ,साथ ही गांजा बेचकर रखे गए करीब सवा तीन लाख रूपये भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के अर्जुनपुर के रहने वाले धर्मेंद्र सरोज, उसकी पत्नी अनीता,साथ ही सरायमकर कोला गांव के रहने वाले अमरदेव चौहान को गिरफ्तार किया है। पुलिस की माने तो ये सभी छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से गांजा लाकर पश्चिमी यूपी के कई जिलों में गांजा सप्लाई करके मोटी रकम कमाते थे। लेकिन पुलिस के हत्थे तीनो चढ़ गए। फिलहाल पुलिस इन तीनों के खिलाफ कार्यवाही कर के जेल भेज दिया है।
एसआरएन अस्पताल प्रयागराज जनहित सुचना
संजय द्विवेदी प्रयागराज।स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय प्रयागराज के डायलिसिस यूनिट में रोगियों को सुरक्षित गुणवत्तापूर्ण एवं संक्रमण-मुक्त उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्टेरलाइजेशन मशीनो की गहन सफाई तकनीकी जांच तथा नियमित मेटेनेंस कार्य किया जाना प्रस्तावित है।

उक्त कार्य के कारण डायलिसिस सेवा 24 घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद रहेगी।डायलिसिस सेवा बंद रहने की अवधि:बुधवार 17 दिसम्बर को प्रातः 8:00 बजे से गुरुवार 18 दिसम्बर को प्रातः 8:00 बजे तकयह निर्णय अस्पताल प्रशासन द्वारा संक्रमण नियंत्रण मानको के सख्त अनुपालन मशीनो की कार्यक्षमता बनाए रखने तथा भविष्य में रोगियो को किसी भी प्रकार की असुविधा या जोखिम से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है।निर्धारित समयावधि पूर्ण होने के पश्चात सभी आवश्यक कार्य पूर्ण कर डायलिसिस सेवा को पुनःपूर्ववत सुरक्षित एवं सुचारु रूप से प्रारम्भ कर दिया जाएगा।अस्पताल प्रशासन इस अस्थायी असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है तथा रोगियो एवं उनके परिजनो से सहयोग धैर्य एवं समझदारी की अपेक्षा करता है।
क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के मण्डल उपाध्यक्ष बनाए जाने पर मुकेश द्विवेदी को दी बधाई
समाज की सेवा ही सर्वोपरी - मुकेश द्विवेदी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में गौहनिया बांदा रोड़ स्थित क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के कार्यालय पर मंडल अध्यक्ष परवेज आलम के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित हुई जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी मुकेश द्विवेदी को सर्वसम्मति से मंडल उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया।टीम के लोगों द्वारा मुकेश द्विवेदी को फुलो की माला पहनाकर स्वागत अभिनन्दन किया और बधाई दी।टीम के मंडल अध्यक्ष परवेज आलम ने बताया कि मुकेश द्विवेदी समाज में अग्रणी भूमिका निभाते आ रहे है। समाज में उनका योगदान किसी से छिपा नहीं है उनके आचरण और व्यवहारिकता को देखते हुए टीम ने उनको मंडल उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया और हमे आशा ही नहीं बल्कि पुर्ण विश्वास है कि आप संगठन के विचारो को समाज में जन जन पहुंचाने का काम करेगे।मुकेश द्विवेदी ने कहा कि हम आभारी हूं क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया के परिवार का जिन्होंने हमें इस लायक समझा।आप सभी लोगो को विश्वास दिलाता हूं कि पुरी इमानदारी और निष्ठा पूर्वक संगठन को आगे बढ़ाने तथा समाज के हर तबके तक संगठन के विचारों को पहुंचाने का काम करुंगा।जिला अध्यक्ष राजेश चतुर्वेदी ने आगामी 25 दिसम्बर को होने वाले पत्रकार सम्मान समारोह की जानकारी देते हुए कहा कि क्राइम इनफार्मेशन ब्यूरो आफ इंडिया इकाई प्रयागराज ने अपने कार्यालय गौहनिया बांदा रोड़ पर पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है जिसमें टीम के साथ साथ पत्रकार बंधुओं का हौसला बढ़ाने का काम किया जाएगा।
उक्त कार्यक्रम में राजेश चतुर्वेदी परवेज ब्रहमलोचन पाण्डेय आलम राजकरणन पटेल राशिद हयात नियामत हुसैन घनश्याम निषाद सुहैल अहमद मोहम्मद असफ अकबरअली मोहम्मदसैफी आबिद अली निहालअहमद मोहम्मद वसीम अतुल यादव डॉक्टर मामून अहमद कल्लन राम मांझी आदि उपस्थित रहे
20 वर्षों में एक भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खुला" - डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का दावा

गया में बोले सम्राट चौधरी: "माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना ही मेरा मुख्य काम है"

गया (शेरघाटी): बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सोमवार को गया जिले के शेरघाटी में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था, कानून-व्यवस्था और माफिया विरोधी अभियान को लेकर सरकार की प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया।

स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय

उपमुख्यमंत्री ने पिछले शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि:

"बीते 20 वर्षों में बिहार में एक भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया।"

हालांकि, उन्होंने वर्तमान सरकार के संकल्प को दोहराया। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अगले तीन वर्षों के भीतर बिहार के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को मेडिकल शिक्षा के लिए बाहर जाने की मजबूरी से भी राहत देगा।

माफिया विरोधी अभियान ही मुख्य काम

सम्राट चौधरी ने कानून-व्यवस्था और माफिया के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनका मुख्य काम माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना है।

"मेरे पास कोई दूसरा काम नहीं है, माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना ही उनका मुख्य काम है।"

सुशासन की स्थापना: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन को मजबूती से स्थापित करना ही उनका उद्देश्य है।

सफाई अभियान: उन्होंने बताया कि राज्य में व्यापक स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत सड़कों से अतिक्रमण हटाकर की गई है और यह अभियान पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी जाति, वर्ग या व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि कानून के दायरे में की जा रही है।

जनता से अपील और 24 घंटे में कार्रवाई का दावा

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने जनता से निडर होकर आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि किसी अपराधी या माफिया ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, तो लोग बेझिझक आवेदन दें। उन्होंने दावा किया कि ऐसे मामलों में 24 घंटे के भीतर प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सरकारी और निजी प्रयासों से बिहार की स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा।

बांसगांव समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व कौड़ीराम पीएचसी पर काम रोको हड़ताल, सभा का हुआ आयोजन

गोरखपुर। राज्य स्तरीय हड़ताल के तहत बांसगांव समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व कौड़ीराम पीएचसी पर काम रोको हड़ताल, सभा आयोजित की गई। राज्य स्तरीय हड़ताल के आह्वान आशा वर्कर यूनियन ने किया। जो 15,16,17,18 तक चलेगा ।आज पहले दिन बांसगांव समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व कौड़ी राम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा एवं आशा संगिनियों द्वारा काम रोको हड़ताल सफलतापूर्वक की गई। हड़ताल के दौरान आशा कर्मियों की ज्वलंत मांगों को लेकर एक सभा का आयोजन भी किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के जिला सचिव राकेश सिंह ने कहा कि आशा आज कि हड़ताल से डरी प्रदेश कि योगी सरकार डर कर प्रदेश भर में हड़ताल पर 6 माह के लिए प्रतिबन्ध  लगाकर मेहनतकश और महिलाओं विरोधी चरित्र को उजागर करता है उन्होंने कहा कि आशा स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं, लेकिन सरकार उनसे स्थायी कर्मचारी जैसा काम लेकर मानदेय के नाम पर शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि आशा कर्मियों को मानदेय नहीं बल्कि नियमित कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा मिलनी चाहिए उन्होंने कहा कि अगर योगी सरकार दमन के द्वारा आशा कर्मियों के आंदोलन को दबाने की कोशिश करती है तो भाकपा-माले आशा वर्कर के साथ खड़ी है।

सभा की अध्यक्षता कौड़ी राम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की अध्यक्ष आशा गुप्ता मालती देवी निरज मिश्रा सबनम योशोधरा तिपाणी  ने की। सभा को संबोधित करते हुए बांसगांव की आशा नेता पुष्पा राय निशा शुक्ल अंजु अनुराधा गीता राय संध्या भारती प्रेम शीला रेनू मिश्रा रिता  ने कहा कि वर्षों से आशा कर्मी अल्प मानदेय, लंबित भुगतान और असुरक्षित कार्य परिस्थितियों में काम करने को मजबूर हैं। सरकार को उनकी सभी मांगों पर तुरंत निर्णय लेना चाहिए। हड़ताल और सभा के माध्यम से मांग की गई कि आशा एवं आशा संगिनियों को नियमित कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, मानदेय में बढ़ोतरी की जाए, लंबित भुगतान तत्काल किया जाए तथा सभी श्रम और सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

हड़ताल में विनीता सरोज पांडे मंजू शर्मा तारासिंह पुष्पा सोना देवी उषा देवी धनराशि वंदना वंदना दुबे अनीता पुष्पा गौड पुष्पा पांडे सुनीता गीता देवी संध्या सिंह आज आशा बहू शामिल थी।