एसडीएम नेहा मिश्रा ने विद्यालय का किया औचक निरीक्षण,व्यवस्था दुरुस्त करने के सख्त निर्देश

कर्नलगंज। उच्च प्राथमिक विद्यालय परसपुर द्वितीय में मंगलवार को एसडीएम नेहा मिश्रा ने अचानक पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण लंच टाइम के दौरान किया गया,जिसमें उन्होंने विद्यालय की समग्र व्यवस्थाओं जैसे मिड-डे मील, पेयजल, शौचालय, स्वच्छता और शिक्षकों की उपस्थिति का गहन निरीक्षण किया। एसडीएम ने बच्चों के बीच बैठकर उनसे मिड-डे मील की गुणवत्ता, पानी की उपलब्धता, ड्रेस व शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली। बच्चे दाल-चावल खा रहे थे और भोजन की व्यवस्था सामान्य पाई गई। उन्होंने रसोईघर की भी जांच की और स्वच्छता मानकों के पालन पर जोर दिया।

निरीक्षण के दौरान परिसर में हैंडवॉश व्यवस्था अनुपलब्ध मिली, जिस पर एसडीएम ने तत्काल हैंडवॉश पॉइंट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। निर्माणाधीन शौचालय की धीमी गति से असंतुष्ट होकर उन्होंने कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए। विद्यालय परिसर की साफ-सफाई को लेकर भी उन्होंने संबंधित कर्मियों को तुरंत सफाई कराने के निर्देश दिए। एसडीएम ने उपस्थित अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को विद्यालय की निर्धारित ड्रेस में ही भेजें, ताकि अनुशासन और एकरूपता बनी रहे। उन्होंने शिक्षकों को भी समयपालन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की हिदायत दी।

एसडीएम के इस औचक निरीक्षण से विद्यालय प्रशासन में हलचल देखी गई और बच्चों की बुनियादी सुविधाओं को लेकर जिम्मेदार विभागों को तुरंत कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया।

गोंडा में पुलिस–आबकारी की मिलीभगत से पनप रहा अवैध गांजा कारोबार

कटरा बाजार बना नशे का नया अड्डा, वायरल वीडियो से हड़कंप

गोंडा। जनपद में नशे के बढ़ते जाल पर जिम्मेदार विभागों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है। कटरा बाजार क्षेत्र में अवैध गांजे की खुली बिक्री का एक वीडियो पिछले एक सप्ताह से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रही अवैध गतिविधियों को लोग कटरा बाजार का ही बता रहे हैं, और जिम्मेदार पुलिस प्रशासन व आबकारी विभाग द्वारा अभी तक मामले का संज्ञान लेकर कोई कार्रवाई ना किये जाने से लोगों में गहरी नाराजगी है।

स्थानीय लोगों का आरोप—पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत के बिना संभव नहीं अवैध धंधा

लोगों का कहना है कि कटरा बाजार में लंबे समय से गांजे का कारोबार बेखौफ तरीके से चल रहा है। आरोप है कि अवैध कारोबारियों को पुलिस व आबकारी विभाग का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते न तो छापेमारी होती है और न ही किसी तरह की निर्णायक कार्रवाई होती है।

कटरा बाजार में नशे का साम्राज्य—युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा प्रभावित

क्षेत्रवासियों के अनुसार, कटरा बाजार नशे का अड्डा बन चुका है जहाँ कईफीवर स्थानों पर प्रतिदिन खुलेआम गांजा बेचा जाता है। स्थानीय युवाओं पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है और कई परिवार बर्बादी की कगार पर पहुँच रहे हैं। बढ़ते नशे के चलन को लेकर लोगों में गहरी चिंता है। वायरल वीडियो पर जिम्मेदारों की खामोशी सवालों के घेरे में है। एक सप्ताह से सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बावजूद न तो थाना पुलिस ने कोई जांच शुरू की, न ही आबकारी विभाग ने कोई सख्त कदम उठाया है। यही नहीं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय–समय पर जारी निर्देश कागज़ों तक सीमित दिखाई दे रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कटरा बाजार में चल रहे अवैध गांजा कारोबार की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तथा इसमें शामिल अधिकारियों और माफिया तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

पीएमओ का नाम अब सेवा तीर्थ होगा, देशभर के राजभवन का भी नाम बदला

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प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदल गया है। अब पीएमओ को सेवातीर्थ के नाम से जाना जाएगा। इसके साथ ही केंद्रीय सचिवालय के नाम में भी बदलाव किया गया है। सचिवालय का नाम कर्तव्य भवन होगा। इससे एक दिन पहले राजभवनों का नाम बदला गया था। राज्यों में बने राजभवन अब लोकभवन के नाम से जाने जाएंगे।

दशकों से दक्षिण ब्लॉक में संचालित हो रहा पीएमओ अब नए परिसर ‘सेवा तीर्थ’ में शिफ्ट होने की तैयारी में है। नया कार्यालय सेवा तीर्थ-1 में बनाया गया है, जो वायु भवन के पास निर्मित एक आधुनिक और सुरक्षित सरकारी कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है।

सेवा तीर्थ-2 और सेवा तीर्थ-3 में होंगे प्रमुख कार्यालय

‘सेवा तीर्थ’ परिसर में कुल तीन हाई-टेक इमारतें बनाई गई हैं। सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सचिवालय शिफ्ट होगा. सेवा तीर्थ-3 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का कार्यालय स्थापित किया जाएगा। यह स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन ने सेवा तीर्थ-2 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेना प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जो नए परिसर की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही है।

राजभवनों होंगे ‘लोक भवन’

इसी कड़ी में राजभवनों को अब ‘लोक भवन’ नाम दिया जा रहा है। उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु समेत देश के 8 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने औपनिवेशिक काल की पहचान मिटाने के लिए अपने राज भवन का नाम बदलकर लोक भवन कर दिया है। यह बदलाव गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक निर्देश के बाद हुआ है।

इन राज्यों में राज भवन का नाम बदला

पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम, उत्तराखंड, ओडिशा, गुजरात और त्रिपुरा ने अपने राज भवन का नाम बदलकर लोक भवन कर दिया है। वहीं लद्दाख के उपराज्यपाल के निवास-कार्यालय को अब लोक निवास कहा जाएगा। इसे पहले राज निवास कहा जाता था।

क्या है 'संचार साथी' एप जिसपर मचा घमासान ? विपक्ष ने घेरा तो सरकार ने दी सफाई

#whatissanchar_saathi

भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलिकम्युनिकेशन (डीओटी) ने सोमवार को स्मार्टफोन निर्माताओं को निर्देश दिया है कि वे मार्च 2026 से बेचे जाने वाले नए मोबाइल फोन में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल करके रखें। डीओटी ने कहा है कि स्मार्टफोन निर्माता इस बात को सुनिश्चित करें कि ऐप को न तो डीएक्टिवेट किया जाए और न ही इस पर किसी तरह की पाबंदियां लगें। विपक्ष इसे 'निगरानी एप' बताकर विरोध कर रही थी। अब इस पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा और राहत देने वाला बयान आया है।

संचार साथी ऐप की वजह से देश की सियासत में उबाल देखने को मिल रहा है। देश में बेचे जाने वाले हर नए मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल किए जाने के फैसले को केंद्र सरकार जहां इसे राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से ‘बेहद जरूरी’ कदम बता रही है। वहीं विपक्ष इसे सीधे-सीधे नागरिकों की निजी स्वतंत्रता पर हमला और ‘राज्य निगरानी’ की ओर खतरनाक बढ़त करार दे रहा है।

इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इसके जरिए किसी तरह की कोई जासूसी नहीं हो रही है, ना ही किसी तरह की कॉल मॉनिटरिंग है। अगर आप चाहते हैं तब इसको एक्टिवेट कीजिए, नहीं चाहते हैं तो एक्टिवेट नहीं करें। अगर फोन में रखना चाहते हैं तो रखें, नहीं रखना चाहते तो ना रखें। अगर डिलीट करना हो तो ऐप को डिलीट कर सकते हैं, यह मैंडेटरी नहीं है।

सिंधिया ने विपक्ष की आलोचनाओं को किया खारिज

संचार साथी एप को लेकर जारी बहस पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष की आलोचनाओं को सख्ती से खारिज किया। मंत्री ने कहा कि जब विपक्ष के पास ठोस मुद्दे नहीं होते, तो वे जबरदस्ती विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य केवल उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सिंधिया ने बताया कि संचार साथी पोर्टल को अब तक 20 करोड़ से ज्यादा लोग इस्तेमाल कर चुके हैं, जबकि एप के 1.5 करोड़ से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं। उनके मुताबिक, इस प्लेटफॉर्म की मदद से करीब 1.75 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन बंद किए गए हैं। साथ ही, 20 लाख चोरी हुए मोबाइल फोन ट्रेस किए गए और 7.5 लाख से अधिक मोबाइल उनके मालिकों को वापस किए गए हैं।

क्या है संचार साथी ऐप

संचार साथी ऐप साइबर सिक्योरिटी टूल है। यह ऐप 17 जनवरी 2025 में मोबाइल ऐप के रूप में पेश किया गया। यह ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। यह सीधे सरकार की टेलिकॉम सिक्योरिटी प्रणाली से जुड़ा हुआ है। दरअसल, सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर यानी सीईआईआर केंद्रीय डेटाबेस है, जहाँ देश के हर मोबाइल फोन का IMEI नंबर दर्ज रहता है। सरकार का दावा है कि संचार साथी ऐप फोन की सुरक्षा, पहचान की सुरक्षा और डिजिटल ठगी से बचाने का एक आसान और उपयोगी टूल है। सरकार का दावा है कि यह फोन को सुरक्षित रखता है, ग्राहक की पहचान के दुरुपयोग को रोकता है और ज़रूरत पड़ने पर तुरंत सरकारी सहायता उपलब्ध कराता है। यह फोन के IMEI नंबर, मोबाइल नंबर और नेटवर्क से जुड़ी जानकारी की मदद से ग्राहक की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

मोबाइल उपयोगकर्ता आसानी से कर सकते हैं इस्तेमाल*

जब ग्राहक इस ऐप को फोन में खोलते हैं, तो सबसे पहले यह मोबाइल नंबर मांगता है. नंबर डालने के बाद फोन पर एक ओटीपी आता है, जिसे डालकर फोन इस ऐप से जुड़ जाता है। इसके बाद ऐप फोन के IMEI नंबर को पहचान लेता है। ऐप IMEI को दूरसंचार विभाग की केंद्रीय CEIR प्रणाली से मिलाता है और यह जांचता है कि फोन की शिकायत चोरी के मामले में दर्ज तो नहीं है या फिर ये ब्लैकलिस्टेड तो नहीं है। यह ऐप हिंदी और 21 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। ज़ाहिर से इससे इसे देशभर के लगभग सभी मोबाइल उपयोगकर्ता इस्तेमाल कर सकते हैं।

बीएएमएस छात्रा के पिता ने लगाया हत्या का आरोप

गोंडा।जिले के हारीपुर स्थित एससीपीएम कॉलेज बीएएमएस द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा महाविस खानम की मौत हो गई है।छात्रा के पिता जाहीन खान ने इसे हत्या बताते हुए गोंडा पुलिस अधीक्षक को तहरीर दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मेरी बेटी की साजिश के तहत हत्या की गई और उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई।पिता जहिन खान ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनकी बेटी हमेशा खुश रहती थी और उसने कभी कोई शिकायत नहीं की है।जब वे कालेज पहुंचे तो उनकी बेटी अपने कमरे में मृत पायी गई।उन्होंने आशंका जताया कि उसे मारकर लटकाया गया है।

पिता के अनुसार उनकी बेटी की शरीर पर चोट और खरोंच के निशान थे,जो आत्महत्या की संभावना को खारिज करते हैं।जाहिन खान ने पुलिस से पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराने की अपील की ताकि सच्चाई सामने आ सके।जाहिन खान ने कालेज प्रशासन पर भी सवाल उठाए।उन्होंने बताया कि उन्हें कालेज से फोन आया था कि उनकी बेटी की तबियत खराब है।जब उन्होंने वजह पूछा तो कालेज के लोगों ने सुसाइड का मामला होने की बात कही परन्तु कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।कालेज ने उन्हें सिर्फ मौके पर आने और पुलिस की जांच का हवाला दिया।

जाहिन खान ने कहा कि कालेज के अस्पष्ट जवाबों से उन्हें लगा कि उनकी बेटी अब जीवित नहीं है,इसलिए उन्हें पूरी बात नहीं बताई जा रही है।इसके बाद मैं यहां पर पहुंचा और खिड़की से देखा तो उसकी बाडी लटक रही थी।पैर उसका जमीन पर झूल रहा था।कोई अगर सुसाइड करता है तो उसका पैर जमीन पर नहीं झूलता है।सुसाइड की वजह क्या है वह भी बताएं।यदि किसी की वजह से किया है तो उसको सजा दी जाए।पिता ने आगे कहा कि हमारी बच्चे क्लास नहीं गयी थी,तो कालेज की जिम्मेदारी बनती थी किसी को बताना चाहिए था कि बच्चि की तबियत ठीक नहीं है और वह पढ़ने के लिए नहीं जा रही है या कोई और वजह है जिसके कारण वह नहीं जा रही है।मैं यहां आता परन्तु हम लोगों को कुछ नहीं बताया गया।हमारी बेटी यहां से आती जाती थी और मैं भी लाकर यहां छोड़ता था हंसी खुशी बात होती थी।

कालेज प्रशासन द्वारा मरने से पहले हमें कुछ नहीं बताया गया।मैं कह रहा हूँ कि अगर मेरी बेटी बीमार थी तो हमको सूचना दी जाती।मैंने खुद अपने हाथों से अपनी बेटी के बाडी को उतारा है कमरे में कुछ नहीं मिला है और न ही कमरा मुझे दिखाया गया।मुझे लग रहा है मेरी बेटी को मारकर उसको लटका दिया गया है।अगर ऐसा नहीं है और उसने सुसाइड किया है तो उसको सामने लाएं जिसके कारण उसने सुसाइड किया है।उसको सजा दी जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच की जाए।मेरी बिटिया यहां कालेज के हास्टल में रहती थी इसलिए कालेज प्रशासन के खिलाफ लिखित तहरीर दे दिया है।

Mirzapur : भवन निर्माण श्रमिकों की 27 दिसम्बर को होने वाली बड़ी बैठक में उठेंगे बड़े मुद्दे

Santosh Dev Giri

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में श्रमिकों का बड़ा बैठक होने जा रहा है जिसमें श्रमिकों के विभिन्न मुद्दों पर गहनता से चर्चा परिचर्चा के साथ ही उनकी विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। मिर्ज़ापुर नगर के मुॅहकुचवां तिराहे स्थित कॉन्हा श्याम मैरेज लॉन में भवन निर्माण श्रमिकों के सभा की बैठक 27 दिसम्बर 2025 को दिन के 11 बजे से दोपहर के 3 बजे तक आयोजित की गयी है। जिसमें मिर्जापुर (विंध्याचल) मंडल के तीनों जनपद मिर्ज़ापुर, सोनभद्र एवं भदोही के भवन निर्माण श्रमिक एवं अन्य असंगठित क्षेत्र के कामगार वर्कर शमिल होगें।

उक्त जानकारी मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) के उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुए बताया कि 27 दिसम्बर 2025 को मिर्जापुर में आम सभा की बैठक बुलायी गयी है। आम सभा की इस बैठक में सभी प्रकार के निर्माण श्रमिक जिसमें भवन निर्माण कार्य करने वाले राजमिस्त्री, लेबर, गिट्टी, मिट्टी ढोने वाले मजदूर, पेन्टर, बिजली मिस्त्री, पलम्बर, टाईल्स, बढ़ई, लोहार, खिड़की-दरवाजा बेल्डिग वर्कर, पत्थर खनन, पत्थर गढ़ाई, क्रशर प्लांट मजदूर, ईंट-भट्ठा मजदूर, मनरेगा, सहित कुल श्रम विभाग में पंजीकृत होने वाले 40 प्रकार के श्रमिक सहित पीतल बर्तन मजदूर, कालिन बुनकर तथा ऐसे कामगार जिनको ईएसआई एवं पीएफ की सुविधा न मिल रही हो चाहे वह दुकानों-प्रतिष्ठानों या घरों में काम करने वाले मजदूर ही क्यों न हो बैठक में शामिल होकर अपनी-अपनी समस्या को रखते हुए श्रमिक हित में उत्तम विचार रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि, बैठक में ऐसे पात्र श्रमिकों के मुद्दे पर भी चर्चा होगी, जिनके आवेदन पर पात्रता के बावजूद भी बच्चे के जन्म का आर्थिक सहायता लाभ, तथा कन्या विवाह योजना एवं कामगार मृत्यु एवं दिव्यागंता योजना का लाभ नहीं मिल पाया है या अन्य अपने शिकायती प्रार्थना पत्र के साथ सभा में अपनी बात रख सकतें हैं।

इस श्रमिक बैठक में मंडल के तीनों जनपदों से ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों की भारी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए यूनियन से जुड़े हुए साथी विभिन्न इलाकों का भ्रमण और जनसंपर्क कर श्रमिकों को एकजुट कर उन्हें जागरूक करने में जुटे हुए हैं।

महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित हुए समाजसेवी नितिन गुप्ता

पुणे/ मुंबई । युवा महाराष्ट्र तथा अनुर्वी फाउंडेशन द्वारा पुणे स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू सांस्कृतिक भवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम में युवा समाजसेवी तथा भाजपा नेता, भवन निर्माता व ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गुप्ता को उनके जनसेवी कार्यों के लिए 'महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक, कारोबारी क्षेत्र की तमाम दिग्गज हस्तियों के साथ ही अनेक नामचीन फिल्मी कलाकार मौजूद रहे। गौरतलब हो कि नितिन गुप्ता ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के साथ ही भाजपा कामगार मोर्चा के महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा चित्रपट कामगार आघाड़ी के मुंबई प्रभारी के रूप में भाजपा की मजबूती के लिए अथक प्रयास भी कर रहे हैं। आगामी महीनों में होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव में वे वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 68 से प्रबल दावेदार हैं। और चुनाव लड़ने की तैयारियों में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। बता दें कि वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र में वे पिछले तीन दशकों से विविध कार्यक्रम आयोजित करते आ रहे हैं। जरूरतमंद महिलाओं को गृहोपयोगी सामग्री का वितरण, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विविध प्रशिक्षण, आर्थिक सहयोग, केंद्र व राज्य सरकार की महिलाओं के उत्थान के लिए क्रियान्वित सभी योजनाओं का लाभ दिलाने, गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए मदद, गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों व उनके परिजनों की अस्पताल, उपचार संबंधी हरसंभव मदद, कामगारों को उनका हक दिलाने, व्यापारियों, दुकानदारों की समस्याओं के निराकरण, क्षेत्र में बीएमसी द्वारा प्रदत्त सभी मूलभूत सुविधाओं (बिजली, पानी, गटर, साफ-सफाई, आरोग्य, शिक्षा, सड़क जैसी सभी सुविधाएं) उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रहे हैं। उनके इन सभी जनहित के कार्यों को मद्देनजर रखते हुए नितिन गुप्ता को इस गरिमामयी 'महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया है। नितिन गुप्ता को मिले इस सम्मान पर विधान परिषद सदस्य व ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के संरक्षक संजय केनेकर, प्रमुख सलाहकार व भाजपा युवा मोर्चा के मुंबई अध्यक्ष तेजिंदर सिंग तिवाना, सलाहकार महबूब खान, सलाहकार कंचन जी, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार राजदूत संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ अविनाश साकुंडे, राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ अफसर कुरैशी समेत तमाम शुभचिंतकों ने बधाई दी है।

पूर्व सैनिक की बेटी ने किया गाँव का नाम रौशन

सैनिक कॉलोनी के भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी ने रचा इतिहास—ABV-IIITM ग्वालियर की एकमात्र AR (Legal)पद पर निहारिका का चयन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय थल सेना के पूर्व सुबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी निहारिका का हुआ चयन। निहारिका ने एक छोटे गाँव बुधुआं के साधारण परिवार मे पली-बढ़ी निहारिका ने संघर्ष मेहनत और निरंतर प्रयास के दम पर वह उपलब्धि हासिल की है जो कई युवाओ का सपना होती है।उनका चयन देश के प्रतिष्ठित अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान ग्वालियर(ABV-IIITM Gwalior)में असिस्टेंट रजिस्ट्रार (लीगल) पद पर हुआ है। उल्लेखनीय है कि

इस पद के लिए पूरे भारत में केवल एक ही रिक्ति थी!

निहारिका की शिक्षा यात्रा हमेशा उत्कृष्ट रही है।उन्होने Dr. Ram Manohar Lohiya National Law University (RMLNLU), Lucknow से BA LLB (Hons.)वर्ष 2020 में पूरा किया।इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्ष 2021में देश के प्रतिष्ठित Tata Institute of Social Sciences (TISS), Mumbai से LL.M की डिग्री प्राप्त की।उच्च शिक्षा के बाद निहारिका को राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी शैक्षणिक प्रतिभा के लिए सम्मान मिला।उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार (MHRD, GoI) की ओर से Merit Certificate प्रदान किया गया।साथ ही निहारिका गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं, जो उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रमाण है।फरवरी 2022 से निहारिका Delhi Skill and Entrepreneurship University (DSEU),Delhi Government University में Training and Placement Officer (Grade A)के रूप में कार्यरत है।इस भूमिका में उन्होंने विद्यार्थियो के लिए इंडस्ट्री कनेक्ट प्लेसमेंट के अवसर प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग और कौशल विकास कार्यक्रमो में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।प्रशासनिक जिम्मेदारियो और चुनौतियो के बावजूद निहारिका ने अपनी तैयारी और लक्ष्य को कभी नही छोड़ा।उनकी मेहनत ने अंततः उन्हें राष्ट्रीय महत्व के संस्थान ABV-IIITM में Assistant Registrar (Legal) के सम्मानित पद तक पहुँचाया। निहारिका का कहना है“मेरी यह यात्रा आसान नही थी लेकिन मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी।मैं चाहती हूँ कि छोटे शहरों और सीमित संसाधनो से आने वाली लड़कियाँ जाने कि मेहनत और लगातार प्रयास से कोई भी मंज़िल पाई जा सकती है।उनकी उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे बुधुआँ गाँव एवम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।निहारिका की कहानी उन सभी युवाओ के लिए प्रेरणा स्रोत है जो कठिन परिस्थितियो में भी बड़े सपने देखते है।निहारिका बुधुआँ गाँव के स्व० पंडित रामस्वरूप पाण्डेय की परपोती स्व0बबन पाण्डेय उर्फ जनता बाबा की पोती है!इनकी इस उपलब्धि पर उनके दादा ददन पाण्डेय बहुत खुश है।इनके पिता भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार(कारगिल युद्ध विजेता)बी के पाण्डेय(निराला जी)इसे अपने गाँव के लिये सम्मान की बात मानते हैं! निहारिका का कहना है कि वे अपने गाँव के सभी लड़कियो को निशुल्क भाव से उनके उज्जवल भविष्य के लिये सहयोग करती रहेगी ताकि गाँव की और भी लड़कियो को सरकारी या गैर सरकारी विभाग मे अपनी सेवा प्रदान करने का अवसर मिलता रहे निहारिका के छोटे भाई ने भी सेना मे अधिकारी बन कर पहले ही अपने गाँव का नाम रौशन किया है!पद पर चयन के बाद गाँव के बधाई देने मे प्रमुख लोग शामिल रहे.पंडित ददन पाण्डेय आशुतोष तिवारी उर्फ छोटन बाबा राम अवध राम संजय सिंह यादव लोकगायक देवलाल अवधेश साह अजीत कुमार महतो एवम समस्त बुधुआँ गाँववासी इस बात को अपने गाँव के लिए गर्व की बात मानते है।वही लोगो ने निहारिका को शुभकामनाएं एवं बधाई दी।

झारखंड के चर्चित CA नरेश केजरीवाल के ठिकानों पर ED की बड़ी रेड; FEMA के तहत राज्य में पहली बार कार्रवाई

रांची।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (02 दिसंबर 2025) की सुबह झारखंड में एक बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत झारखंड के चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नरेश केजरीवाल के झारखंड से लेकर गुजरात (सूरत) तक के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है।

ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई कुल 15 ठिकानों पर एक साथ की जा रही है, जिनमें रांची, मुंबई, और सूरत जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।

झारखंड में FEMA के तहत ED की पहली रेड

यह छापेमारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह झारखंड में ED द्वारा FEMA के तहत की जाने वाली पहली कार्रवाई है। FEMA का उद्देश्य विदेशी मुद्रा के प्रबंधन को सुविधाजनक बनाना और देश के विकास में योगदान देना है।

एजेंसी की टीमों ने मंगलवार सुबह ही रांची स्थित नरेश केजरीवाल के घर और दफ्तरों पर अचानक छापेमारी शुरू कर दी। रांची में चर्च कॉम्प्लेक्स स्थित उनके कार्यालय सहित उनके कई आवासों पर एक साथ तलाशी ली गई।

विदेशों में अवैध निवेश का संदेह

ईडी सूत्रों के अनुसार, यह जांच आयकर विभाग (Income Tax) द्वारा की गई पिछली छापेमारी के दौरान मिले तथ्यों और जानकारियों के आधार पर शुरू की गई है।

प्रारंभिक जांच के दौरान एजेंसी को केजरीवाल द्वारा विदेशों में धन निवेश किए जाने के कई सबूत मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि जो पैसे विदेश में निवेश किए गए हैं, उनका संबंध असम से है, लेकिन उनमें झारखंड में विभिन्न स्रोतों से कमाई गई 'काली कमाई' भी शामिल है।

क्या है FEMA और ED की कार्रवाई?

जानकारों के अनुसार, FEMA के तहत ईडी की कार्रवाई मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा प्रबंधन से संबंधित नियमों के उल्लंघन की जांच करती है। इसमें निम्न शामिल हैं:

जांच के बिंदु: विदेशी मुद्रा के हवाला लेनदेन, फंड की अनियमितता, निर्यात आय की गैर-प्राप्ति और अन्य संदेहास्पद गतिविधियों की जांच करना।

अधिकार: ईडी को पूछताछ करने, दस्तावेज जब्त करने और संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज करने का अधिकार होता है।

दंड: उल्लंघन की पुष्टि होने पर, ईडी संबंधित व्यक्ति को 'शो कॉज नोटिस' जारी करती है, जिसके बाद आर्थिक दंड, संपत्ति की जब्ती और गिरफ्तारी जैसी दंडात्मक कार्रवाई शामिल हो सकती है।

फिलहाल, छापेमारी जारी है और इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना है।

मछली नहीं बनाने पर मनचलों ने होटल में लगा दी आग, लाखों की संपत्ति जलकर खाक

औरंगाबाद के ब्लॉक मोड़ के पास सनसनीखेज वारदात

औरंगाबाद। नगर थाना क्षेत्र के ब्लॉक मोड़ के समीप स्थित एक होटल को असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की देर रात आग के हवाले कर दिया। घटना लगभग पूर्वाह्न 3 बजे की है, जब इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था। आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते होटल का सारा सामान राख में तब्दील हो गया। वहीं होटल से सटे खटाल में भी आग फैल गई, जिससे मवेशी झुलस गए। घटना में होटल संचालक की पत्नी भी घायल हो गईं और उनके हाथ झुलस गए। होटल संचालक शिवकुमार सिंह, जो ओबरा के मनौरा बाजीतपुर के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इस स्थान पर होटल चला रहे थे। उनके होटल में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की व्यवस्था रहती थी और इसी से उनका परिवार चलता था। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम कुछ युवक होटल पर पहुंचे और मछली बनाने की मांग करने लगे। उस समय गैस सिलेंडर खत्म होने के कारण वे ऑर्डर पूरा नहीं कर सके। इस पर उन युवकों ने न केवल उनसे बहस की, बल्कि धमकी भी दी कि “अब यहां रहना मुश्किल कर देंगे।” धमकी देकर वे वहां से चले गए।शिवकुमार के अनुसार, रात करीब 3 बजे उन्हें अचानक तेज जलने की गंध आई। बाहर निकलकर देखा तो होटल और बगल में बना खटाल धू-धू कर जल रहा था। आसपास पेट्रोल जैसी गंध भी महसूस हो रही थी, जिससे यह आशंका और मजबूत हो गई कि आग जानबूझकर लगाई गई है। स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि प्रयास विफल रहा। घटना की जानकारी नगर थाना को दी गई, जिसके बाद दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। तब तक होटल का लगभग सारा सामान नष्ट हो चुका था। आग में दो फ्रिज, एक बाइक, काउंटर सामग्री, किचन उपकरण तथा खटाल से संबंधित सामान समेत लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। शिवकुमार ने अनुमान लगाया कि उन्हें लगभग 7 से 10 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है।

संचालक ने बताया कि जिन लोगों ने धमकी दी थी, उन्होंने पहले भी विवाद खड़ा किया था। इस घटना के बाद उन्होंने नगर थाना में नामजद आवेदन देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

एसडीएम नेहा मिश्रा ने विद्यालय का किया औचक निरीक्षण,व्यवस्था दुरुस्त करने के सख्त निर्देश

कर्नलगंज। उच्च प्राथमिक विद्यालय परसपुर द्वितीय में मंगलवार को एसडीएम नेहा मिश्रा ने अचानक पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण लंच टाइम के दौरान किया गया,जिसमें उन्होंने विद्यालय की समग्र व्यवस्थाओं जैसे मिड-डे मील, पेयजल, शौचालय, स्वच्छता और शिक्षकों की उपस्थिति का गहन निरीक्षण किया। एसडीएम ने बच्चों के बीच बैठकर उनसे मिड-डे मील की गुणवत्ता, पानी की उपलब्धता, ड्रेस व शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली। बच्चे दाल-चावल खा रहे थे और भोजन की व्यवस्था सामान्य पाई गई। उन्होंने रसोईघर की भी जांच की और स्वच्छता मानकों के पालन पर जोर दिया।

निरीक्षण के दौरान परिसर में हैंडवॉश व्यवस्था अनुपलब्ध मिली, जिस पर एसडीएम ने तत्काल हैंडवॉश पॉइंट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। निर्माणाधीन शौचालय की धीमी गति से असंतुष्ट होकर उन्होंने कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए। विद्यालय परिसर की साफ-सफाई को लेकर भी उन्होंने संबंधित कर्मियों को तुरंत सफाई कराने के निर्देश दिए। एसडीएम ने उपस्थित अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को विद्यालय की निर्धारित ड्रेस में ही भेजें, ताकि अनुशासन और एकरूपता बनी रहे। उन्होंने शिक्षकों को भी समयपालन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की हिदायत दी।

एसडीएम के इस औचक निरीक्षण से विद्यालय प्रशासन में हलचल देखी गई और बच्चों की बुनियादी सुविधाओं को लेकर जिम्मेदार विभागों को तुरंत कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया।

गोंडा में पुलिस–आबकारी की मिलीभगत से पनप रहा अवैध गांजा कारोबार

कटरा बाजार बना नशे का नया अड्डा, वायरल वीडियो से हड़कंप

गोंडा। जनपद में नशे के बढ़ते जाल पर जिम्मेदार विभागों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है। कटरा बाजार क्षेत्र में अवैध गांजे की खुली बिक्री का एक वीडियो पिछले एक सप्ताह से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रही अवैध गतिविधियों को लोग कटरा बाजार का ही बता रहे हैं, और जिम्मेदार पुलिस प्रशासन व आबकारी विभाग द्वारा अभी तक मामले का संज्ञान लेकर कोई कार्रवाई ना किये जाने से लोगों में गहरी नाराजगी है।

स्थानीय लोगों का आरोप—पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत के बिना संभव नहीं अवैध धंधा

लोगों का कहना है कि कटरा बाजार में लंबे समय से गांजे का कारोबार बेखौफ तरीके से चल रहा है। आरोप है कि अवैध कारोबारियों को पुलिस व आबकारी विभाग का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते न तो छापेमारी होती है और न ही किसी तरह की निर्णायक कार्रवाई होती है।

कटरा बाजार में नशे का साम्राज्य—युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा प्रभावित

क्षेत्रवासियों के अनुसार, कटरा बाजार नशे का अड्डा बन चुका है जहाँ कईफीवर स्थानों पर प्रतिदिन खुलेआम गांजा बेचा जाता है। स्थानीय युवाओं पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है और कई परिवार बर्बादी की कगार पर पहुँच रहे हैं। बढ़ते नशे के चलन को लेकर लोगों में गहरी चिंता है। वायरल वीडियो पर जिम्मेदारों की खामोशी सवालों के घेरे में है। एक सप्ताह से सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बावजूद न तो थाना पुलिस ने कोई जांच शुरू की, न ही आबकारी विभाग ने कोई सख्त कदम उठाया है। यही नहीं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय–समय पर जारी निर्देश कागज़ों तक सीमित दिखाई दे रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कटरा बाजार में चल रहे अवैध गांजा कारोबार की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तथा इसमें शामिल अधिकारियों और माफिया तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

पीएमओ का नाम अब सेवा तीर्थ होगा, देशभर के राजभवन का भी नाम बदला

#theprimeministerofficetobecalledsevateerth

प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदल गया है। अब पीएमओ को सेवातीर्थ के नाम से जाना जाएगा। इसके साथ ही केंद्रीय सचिवालय के नाम में भी बदलाव किया गया है। सचिवालय का नाम कर्तव्य भवन होगा। इससे एक दिन पहले राजभवनों का नाम बदला गया था। राज्यों में बने राजभवन अब लोकभवन के नाम से जाने जाएंगे।

दशकों से दक्षिण ब्लॉक में संचालित हो रहा पीएमओ अब नए परिसर ‘सेवा तीर्थ’ में शिफ्ट होने की तैयारी में है। नया कार्यालय सेवा तीर्थ-1 में बनाया गया है, जो वायु भवन के पास निर्मित एक आधुनिक और सुरक्षित सरकारी कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है।

सेवा तीर्थ-2 और सेवा तीर्थ-3 में होंगे प्रमुख कार्यालय

‘सेवा तीर्थ’ परिसर में कुल तीन हाई-टेक इमारतें बनाई गई हैं। सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सचिवालय शिफ्ट होगा. सेवा तीर्थ-3 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का कार्यालय स्थापित किया जाएगा। यह स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन ने सेवा तीर्थ-2 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेना प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जो नए परिसर की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही है।

राजभवनों होंगे ‘लोक भवन’

इसी कड़ी में राजभवनों को अब ‘लोक भवन’ नाम दिया जा रहा है। उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु समेत देश के 8 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने औपनिवेशिक काल की पहचान मिटाने के लिए अपने राज भवन का नाम बदलकर लोक भवन कर दिया है। यह बदलाव गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक निर्देश के बाद हुआ है।

इन राज्यों में राज भवन का नाम बदला

पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम, उत्तराखंड, ओडिशा, गुजरात और त्रिपुरा ने अपने राज भवन का नाम बदलकर लोक भवन कर दिया है। वहीं लद्दाख के उपराज्यपाल के निवास-कार्यालय को अब लोक निवास कहा जाएगा। इसे पहले राज निवास कहा जाता था।

क्या है 'संचार साथी' एप जिसपर मचा घमासान ? विपक्ष ने घेरा तो सरकार ने दी सफाई

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भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलिकम्युनिकेशन (डीओटी) ने सोमवार को स्मार्टफोन निर्माताओं को निर्देश दिया है कि वे मार्च 2026 से बेचे जाने वाले नए मोबाइल फोन में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल करके रखें। डीओटी ने कहा है कि स्मार्टफोन निर्माता इस बात को सुनिश्चित करें कि ऐप को न तो डीएक्टिवेट किया जाए और न ही इस पर किसी तरह की पाबंदियां लगें। विपक्ष इसे 'निगरानी एप' बताकर विरोध कर रही थी। अब इस पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा और राहत देने वाला बयान आया है।

संचार साथी ऐप की वजह से देश की सियासत में उबाल देखने को मिल रहा है। देश में बेचे जाने वाले हर नए मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल किए जाने के फैसले को केंद्र सरकार जहां इसे राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से ‘बेहद जरूरी’ कदम बता रही है। वहीं विपक्ष इसे सीधे-सीधे नागरिकों की निजी स्वतंत्रता पर हमला और ‘राज्य निगरानी’ की ओर खतरनाक बढ़त करार दे रहा है।

इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इसके जरिए किसी तरह की कोई जासूसी नहीं हो रही है, ना ही किसी तरह की कॉल मॉनिटरिंग है। अगर आप चाहते हैं तब इसको एक्टिवेट कीजिए, नहीं चाहते हैं तो एक्टिवेट नहीं करें। अगर फोन में रखना चाहते हैं तो रखें, नहीं रखना चाहते तो ना रखें। अगर डिलीट करना हो तो ऐप को डिलीट कर सकते हैं, यह मैंडेटरी नहीं है।

सिंधिया ने विपक्ष की आलोचनाओं को किया खारिज

संचार साथी एप को लेकर जारी बहस पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष की आलोचनाओं को सख्ती से खारिज किया। मंत्री ने कहा कि जब विपक्ष के पास ठोस मुद्दे नहीं होते, तो वे जबरदस्ती विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य केवल उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सिंधिया ने बताया कि संचार साथी पोर्टल को अब तक 20 करोड़ से ज्यादा लोग इस्तेमाल कर चुके हैं, जबकि एप के 1.5 करोड़ से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं। उनके मुताबिक, इस प्लेटफॉर्म की मदद से करीब 1.75 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन बंद किए गए हैं। साथ ही, 20 लाख चोरी हुए मोबाइल फोन ट्रेस किए गए और 7.5 लाख से अधिक मोबाइल उनके मालिकों को वापस किए गए हैं।

क्या है संचार साथी ऐप

संचार साथी ऐप साइबर सिक्योरिटी टूल है। यह ऐप 17 जनवरी 2025 में मोबाइल ऐप के रूप में पेश किया गया। यह ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। यह सीधे सरकार की टेलिकॉम सिक्योरिटी प्रणाली से जुड़ा हुआ है। दरअसल, सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर यानी सीईआईआर केंद्रीय डेटाबेस है, जहाँ देश के हर मोबाइल फोन का IMEI नंबर दर्ज रहता है। सरकार का दावा है कि संचार साथी ऐप फोन की सुरक्षा, पहचान की सुरक्षा और डिजिटल ठगी से बचाने का एक आसान और उपयोगी टूल है। सरकार का दावा है कि यह फोन को सुरक्षित रखता है, ग्राहक की पहचान के दुरुपयोग को रोकता है और ज़रूरत पड़ने पर तुरंत सरकारी सहायता उपलब्ध कराता है। यह फोन के IMEI नंबर, मोबाइल नंबर और नेटवर्क से जुड़ी जानकारी की मदद से ग्राहक की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

मोबाइल उपयोगकर्ता आसानी से कर सकते हैं इस्तेमाल*

जब ग्राहक इस ऐप को फोन में खोलते हैं, तो सबसे पहले यह मोबाइल नंबर मांगता है. नंबर डालने के बाद फोन पर एक ओटीपी आता है, जिसे डालकर फोन इस ऐप से जुड़ जाता है। इसके बाद ऐप फोन के IMEI नंबर को पहचान लेता है। ऐप IMEI को दूरसंचार विभाग की केंद्रीय CEIR प्रणाली से मिलाता है और यह जांचता है कि फोन की शिकायत चोरी के मामले में दर्ज तो नहीं है या फिर ये ब्लैकलिस्टेड तो नहीं है। यह ऐप हिंदी और 21 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। ज़ाहिर से इससे इसे देशभर के लगभग सभी मोबाइल उपयोगकर्ता इस्तेमाल कर सकते हैं।

बीएएमएस छात्रा के पिता ने लगाया हत्या का आरोप

गोंडा।जिले के हारीपुर स्थित एससीपीएम कॉलेज बीएएमएस द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा महाविस खानम की मौत हो गई है।छात्रा के पिता जाहीन खान ने इसे हत्या बताते हुए गोंडा पुलिस अधीक्षक को तहरीर दिया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मेरी बेटी की साजिश के तहत हत्या की गई और उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई।पिता जहिन खान ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनकी बेटी हमेशा खुश रहती थी और उसने कभी कोई शिकायत नहीं की है।जब वे कालेज पहुंचे तो उनकी बेटी अपने कमरे में मृत पायी गई।उन्होंने आशंका जताया कि उसे मारकर लटकाया गया है।

पिता के अनुसार उनकी बेटी की शरीर पर चोट और खरोंच के निशान थे,जो आत्महत्या की संभावना को खारिज करते हैं।जाहिन खान ने पुलिस से पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराने की अपील की ताकि सच्चाई सामने आ सके।जाहिन खान ने कालेज प्रशासन पर भी सवाल उठाए।उन्होंने बताया कि उन्हें कालेज से फोन आया था कि उनकी बेटी की तबियत खराब है।जब उन्होंने वजह पूछा तो कालेज के लोगों ने सुसाइड का मामला होने की बात कही परन्तु कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।कालेज ने उन्हें सिर्फ मौके पर आने और पुलिस की जांच का हवाला दिया।

जाहिन खान ने कहा कि कालेज के अस्पष्ट जवाबों से उन्हें लगा कि उनकी बेटी अब जीवित नहीं है,इसलिए उन्हें पूरी बात नहीं बताई जा रही है।इसके बाद मैं यहां पर पहुंचा और खिड़की से देखा तो उसकी बाडी लटक रही थी।पैर उसका जमीन पर झूल रहा था।कोई अगर सुसाइड करता है तो उसका पैर जमीन पर नहीं झूलता है।सुसाइड की वजह क्या है वह भी बताएं।यदि किसी की वजह से किया है तो उसको सजा दी जाए।पिता ने आगे कहा कि हमारी बच्चे क्लास नहीं गयी थी,तो कालेज की जिम्मेदारी बनती थी किसी को बताना चाहिए था कि बच्चि की तबियत ठीक नहीं है और वह पढ़ने के लिए नहीं जा रही है या कोई और वजह है जिसके कारण वह नहीं जा रही है।मैं यहां आता परन्तु हम लोगों को कुछ नहीं बताया गया।हमारी बेटी यहां से आती जाती थी और मैं भी लाकर यहां छोड़ता था हंसी खुशी बात होती थी।

कालेज प्रशासन द्वारा मरने से पहले हमें कुछ नहीं बताया गया।मैं कह रहा हूँ कि अगर मेरी बेटी बीमार थी तो हमको सूचना दी जाती।मैंने खुद अपने हाथों से अपनी बेटी के बाडी को उतारा है कमरे में कुछ नहीं मिला है और न ही कमरा मुझे दिखाया गया।मुझे लग रहा है मेरी बेटी को मारकर उसको लटका दिया गया है।अगर ऐसा नहीं है और उसने सुसाइड किया है तो उसको सामने लाएं जिसके कारण उसने सुसाइड किया है।उसको सजा दी जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच की जाए।मेरी बिटिया यहां कालेज के हास्टल में रहती थी इसलिए कालेज प्रशासन के खिलाफ लिखित तहरीर दे दिया है।

Mirzapur : भवन निर्माण श्रमिकों की 27 दिसम्बर को होने वाली बड़ी बैठक में उठेंगे बड़े मुद्दे

Santosh Dev Giri

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में श्रमिकों का बड़ा बैठक होने जा रहा है जिसमें श्रमिकों के विभिन्न मुद्दों पर गहनता से चर्चा परिचर्चा के साथ ही उनकी विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। मिर्ज़ापुर नगर के मुॅहकुचवां तिराहे स्थित कॉन्हा श्याम मैरेज लॉन में भवन निर्माण श्रमिकों के सभा की बैठक 27 दिसम्बर 2025 को दिन के 11 बजे से दोपहर के 3 बजे तक आयोजित की गयी है। जिसमें मिर्जापुर (विंध्याचल) मंडल के तीनों जनपद मिर्ज़ापुर, सोनभद्र एवं भदोही के भवन निर्माण श्रमिक एवं अन्य असंगठित क्षेत्र के कामगार वर्कर शमिल होगें।

उक्त जानकारी मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) के उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुए बताया कि 27 दिसम्बर 2025 को मिर्जापुर में आम सभा की बैठक बुलायी गयी है। आम सभा की इस बैठक में सभी प्रकार के निर्माण श्रमिक जिसमें भवन निर्माण कार्य करने वाले राजमिस्त्री, लेबर, गिट्टी, मिट्टी ढोने वाले मजदूर, पेन्टर, बिजली मिस्त्री, पलम्बर, टाईल्स, बढ़ई, लोहार, खिड़की-दरवाजा बेल्डिग वर्कर, पत्थर खनन, पत्थर गढ़ाई, क्रशर प्लांट मजदूर, ईंट-भट्ठा मजदूर, मनरेगा, सहित कुल श्रम विभाग में पंजीकृत होने वाले 40 प्रकार के श्रमिक सहित पीतल बर्तन मजदूर, कालिन बुनकर तथा ऐसे कामगार जिनको ईएसआई एवं पीएफ की सुविधा न मिल रही हो चाहे वह दुकानों-प्रतिष्ठानों या घरों में काम करने वाले मजदूर ही क्यों न हो बैठक में शामिल होकर अपनी-अपनी समस्या को रखते हुए श्रमिक हित में उत्तम विचार रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि, बैठक में ऐसे पात्र श्रमिकों के मुद्दे पर भी चर्चा होगी, जिनके आवेदन पर पात्रता के बावजूद भी बच्चे के जन्म का आर्थिक सहायता लाभ, तथा कन्या विवाह योजना एवं कामगार मृत्यु एवं दिव्यागंता योजना का लाभ नहीं मिल पाया है या अन्य अपने शिकायती प्रार्थना पत्र के साथ सभा में अपनी बात रख सकतें हैं।

इस श्रमिक बैठक में मंडल के तीनों जनपदों से ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों की भारी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए यूनियन से जुड़े हुए साथी विभिन्न इलाकों का भ्रमण और जनसंपर्क कर श्रमिकों को एकजुट कर उन्हें जागरूक करने में जुटे हुए हैं।

महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित हुए समाजसेवी नितिन गुप्ता

पुणे/ मुंबई । युवा महाराष्ट्र तथा अनुर्वी फाउंडेशन द्वारा पुणे स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू सांस्कृतिक भवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम में युवा समाजसेवी तथा भाजपा नेता, भवन निर्माता व ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गुप्ता को उनके जनसेवी कार्यों के लिए 'महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक, कारोबारी क्षेत्र की तमाम दिग्गज हस्तियों के साथ ही अनेक नामचीन फिल्मी कलाकार मौजूद रहे। गौरतलब हो कि नितिन गुप्ता ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के साथ ही भाजपा कामगार मोर्चा के महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा चित्रपट कामगार आघाड़ी के मुंबई प्रभारी के रूप में भाजपा की मजबूती के लिए अथक प्रयास भी कर रहे हैं। आगामी महीनों में होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव में वे वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 68 से प्रबल दावेदार हैं। और चुनाव लड़ने की तैयारियों में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। बता दें कि वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र में वे पिछले तीन दशकों से विविध कार्यक्रम आयोजित करते आ रहे हैं। जरूरतमंद महिलाओं को गृहोपयोगी सामग्री का वितरण, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विविध प्रशिक्षण, आर्थिक सहयोग, केंद्र व राज्य सरकार की महिलाओं के उत्थान के लिए क्रियान्वित सभी योजनाओं का लाभ दिलाने, गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए मदद, गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों व उनके परिजनों की अस्पताल, उपचार संबंधी हरसंभव मदद, कामगारों को उनका हक दिलाने, व्यापारियों, दुकानदारों की समस्याओं के निराकरण, क्षेत्र में बीएमसी द्वारा प्रदत्त सभी मूलभूत सुविधाओं (बिजली, पानी, गटर, साफ-सफाई, आरोग्य, शिक्षा, सड़क जैसी सभी सुविधाएं) उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रहे हैं। उनके इन सभी जनहित के कार्यों को मद्देनजर रखते हुए नितिन गुप्ता को इस गरिमामयी 'महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया है। नितिन गुप्ता को मिले इस सम्मान पर विधान परिषद सदस्य व ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के संरक्षक संजय केनेकर, प्रमुख सलाहकार व भाजपा युवा मोर्चा के मुंबई अध्यक्ष तेजिंदर सिंग तिवाना, सलाहकार महबूब खान, सलाहकार कंचन जी, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार राजदूत संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ अविनाश साकुंडे, राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ अफसर कुरैशी समेत तमाम शुभचिंतकों ने बधाई दी है।

पूर्व सैनिक की बेटी ने किया गाँव का नाम रौशन

सैनिक कॉलोनी के भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी ने रचा इतिहास—ABV-IIITM ग्वालियर की एकमात्र AR (Legal)पद पर निहारिका का चयन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय थल सेना के पूर्व सुबेदार कारगिल युद्ध विजेता बी के पाण्डेय(निराला जी)की बेटी निहारिका का हुआ चयन। निहारिका ने एक छोटे गाँव बुधुआं के साधारण परिवार मे पली-बढ़ी निहारिका ने संघर्ष मेहनत और निरंतर प्रयास के दम पर वह उपलब्धि हासिल की है जो कई युवाओ का सपना होती है।उनका चयन देश के प्रतिष्ठित अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान ग्वालियर(ABV-IIITM Gwalior)में असिस्टेंट रजिस्ट्रार (लीगल) पद पर हुआ है। उल्लेखनीय है कि

इस पद के लिए पूरे भारत में केवल एक ही रिक्ति थी!

निहारिका की शिक्षा यात्रा हमेशा उत्कृष्ट रही है।उन्होने Dr. Ram Manohar Lohiya National Law University (RMLNLU), Lucknow से BA LLB (Hons.)वर्ष 2020 में पूरा किया।इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्ष 2021में देश के प्रतिष्ठित Tata Institute of Social Sciences (TISS), Mumbai से LL.M की डिग्री प्राप्त की।उच्च शिक्षा के बाद निहारिका को राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी शैक्षणिक प्रतिभा के लिए सम्मान मिला।उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार (MHRD, GoI) की ओर से Merit Certificate प्रदान किया गया।साथ ही निहारिका गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं, जो उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों का प्रमाण है।फरवरी 2022 से निहारिका Delhi Skill and Entrepreneurship University (DSEU),Delhi Government University में Training and Placement Officer (Grade A)के रूप में कार्यरत है।इस भूमिका में उन्होंने विद्यार्थियो के लिए इंडस्ट्री कनेक्ट प्लेसमेंट के अवसर प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग और कौशल विकास कार्यक्रमो में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।प्रशासनिक जिम्मेदारियो और चुनौतियो के बावजूद निहारिका ने अपनी तैयारी और लक्ष्य को कभी नही छोड़ा।उनकी मेहनत ने अंततः उन्हें राष्ट्रीय महत्व के संस्थान ABV-IIITM में Assistant Registrar (Legal) के सम्मानित पद तक पहुँचाया। निहारिका का कहना है“मेरी यह यात्रा आसान नही थी लेकिन मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी।मैं चाहती हूँ कि छोटे शहरों और सीमित संसाधनो से आने वाली लड़कियाँ जाने कि मेहनत और लगातार प्रयास से कोई भी मंज़िल पाई जा सकती है।उनकी उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे बुधुआँ गाँव एवम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।निहारिका की कहानी उन सभी युवाओ के लिए प्रेरणा स्रोत है जो कठिन परिस्थितियो में भी बड़े सपने देखते है।निहारिका बुधुआँ गाँव के स्व० पंडित रामस्वरूप पाण्डेय की परपोती स्व0बबन पाण्डेय उर्फ जनता बाबा की पोती है!इनकी इस उपलब्धि पर उनके दादा ददन पाण्डेय बहुत खुश है।इनके पिता भारतीय थल सेना के पूर्व सूबेदार(कारगिल युद्ध विजेता)बी के पाण्डेय(निराला जी)इसे अपने गाँव के लिये सम्मान की बात मानते हैं! निहारिका का कहना है कि वे अपने गाँव के सभी लड़कियो को निशुल्क भाव से उनके उज्जवल भविष्य के लिये सहयोग करती रहेगी ताकि गाँव की और भी लड़कियो को सरकारी या गैर सरकारी विभाग मे अपनी सेवा प्रदान करने का अवसर मिलता रहे निहारिका के छोटे भाई ने भी सेना मे अधिकारी बन कर पहले ही अपने गाँव का नाम रौशन किया है!पद पर चयन के बाद गाँव के बधाई देने मे प्रमुख लोग शामिल रहे.पंडित ददन पाण्डेय आशुतोष तिवारी उर्फ छोटन बाबा राम अवध राम संजय सिंह यादव लोकगायक देवलाल अवधेश साह अजीत कुमार महतो एवम समस्त बुधुआँ गाँववासी इस बात को अपने गाँव के लिए गर्व की बात मानते है।वही लोगो ने निहारिका को शुभकामनाएं एवं बधाई दी।

झारखंड के चर्चित CA नरेश केजरीवाल के ठिकानों पर ED की बड़ी रेड; FEMA के तहत राज्य में पहली बार कार्रवाई

रांची।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (02 दिसंबर 2025) की सुबह झारखंड में एक बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत झारखंड के चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नरेश केजरीवाल के झारखंड से लेकर गुजरात (सूरत) तक के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है।

ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई कुल 15 ठिकानों पर एक साथ की जा रही है, जिनमें रांची, मुंबई, और सूरत जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।

झारखंड में FEMA के तहत ED की पहली रेड

यह छापेमारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह झारखंड में ED द्वारा FEMA के तहत की जाने वाली पहली कार्रवाई है। FEMA का उद्देश्य विदेशी मुद्रा के प्रबंधन को सुविधाजनक बनाना और देश के विकास में योगदान देना है।

एजेंसी की टीमों ने मंगलवार सुबह ही रांची स्थित नरेश केजरीवाल के घर और दफ्तरों पर अचानक छापेमारी शुरू कर दी। रांची में चर्च कॉम्प्लेक्स स्थित उनके कार्यालय सहित उनके कई आवासों पर एक साथ तलाशी ली गई।

विदेशों में अवैध निवेश का संदेह

ईडी सूत्रों के अनुसार, यह जांच आयकर विभाग (Income Tax) द्वारा की गई पिछली छापेमारी के दौरान मिले तथ्यों और जानकारियों के आधार पर शुरू की गई है।

प्रारंभिक जांच के दौरान एजेंसी को केजरीवाल द्वारा विदेशों में धन निवेश किए जाने के कई सबूत मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि जो पैसे विदेश में निवेश किए गए हैं, उनका संबंध असम से है, लेकिन उनमें झारखंड में विभिन्न स्रोतों से कमाई गई 'काली कमाई' भी शामिल है।

क्या है FEMA और ED की कार्रवाई?

जानकारों के अनुसार, FEMA के तहत ईडी की कार्रवाई मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा प्रबंधन से संबंधित नियमों के उल्लंघन की जांच करती है। इसमें निम्न शामिल हैं:

जांच के बिंदु: विदेशी मुद्रा के हवाला लेनदेन, फंड की अनियमितता, निर्यात आय की गैर-प्राप्ति और अन्य संदेहास्पद गतिविधियों की जांच करना।

अधिकार: ईडी को पूछताछ करने, दस्तावेज जब्त करने और संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज करने का अधिकार होता है।

दंड: उल्लंघन की पुष्टि होने पर, ईडी संबंधित व्यक्ति को 'शो कॉज नोटिस' जारी करती है, जिसके बाद आर्थिक दंड, संपत्ति की जब्ती और गिरफ्तारी जैसी दंडात्मक कार्रवाई शामिल हो सकती है।

फिलहाल, छापेमारी जारी है और इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना है।

मछली नहीं बनाने पर मनचलों ने होटल में लगा दी आग, लाखों की संपत्ति जलकर खाक

औरंगाबाद के ब्लॉक मोड़ के पास सनसनीखेज वारदात

औरंगाबाद। नगर थाना क्षेत्र के ब्लॉक मोड़ के समीप स्थित एक होटल को असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की देर रात आग के हवाले कर दिया। घटना लगभग पूर्वाह्न 3 बजे की है, जब इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था। आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते होटल का सारा सामान राख में तब्दील हो गया। वहीं होटल से सटे खटाल में भी आग फैल गई, जिससे मवेशी झुलस गए। घटना में होटल संचालक की पत्नी भी घायल हो गईं और उनके हाथ झुलस गए। होटल संचालक शिवकुमार सिंह, जो ओबरा के मनौरा बाजीतपुर के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इस स्थान पर होटल चला रहे थे। उनके होटल में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की व्यवस्था रहती थी और इसी से उनका परिवार चलता था। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम कुछ युवक होटल पर पहुंचे और मछली बनाने की मांग करने लगे। उस समय गैस सिलेंडर खत्म होने के कारण वे ऑर्डर पूरा नहीं कर सके। इस पर उन युवकों ने न केवल उनसे बहस की, बल्कि धमकी भी दी कि “अब यहां रहना मुश्किल कर देंगे।” धमकी देकर वे वहां से चले गए।शिवकुमार के अनुसार, रात करीब 3 बजे उन्हें अचानक तेज जलने की गंध आई। बाहर निकलकर देखा तो होटल और बगल में बना खटाल धू-धू कर जल रहा था। आसपास पेट्रोल जैसी गंध भी महसूस हो रही थी, जिससे यह आशंका और मजबूत हो गई कि आग जानबूझकर लगाई गई है। स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि प्रयास विफल रहा। घटना की जानकारी नगर थाना को दी गई, जिसके बाद दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। तब तक होटल का लगभग सारा सामान नष्ट हो चुका था। आग में दो फ्रिज, एक बाइक, काउंटर सामग्री, किचन उपकरण तथा खटाल से संबंधित सामान समेत लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। शिवकुमार ने अनुमान लगाया कि उन्हें लगभग 7 से 10 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है।

संचालक ने बताया कि जिन लोगों ने धमकी दी थी, उन्होंने पहले भी विवाद खड़ा किया था। इस घटना के बाद उन्होंने नगर थाना में नामजद आवेदन देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय