झुग्गी-झोपड़ीवासियों के वेरिफिकेशन से मचा हड़कंप

*फुटपाथ दुकानदारों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन, प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति*

गोरखपुर। शहर के विभिन्न इलाकों—जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का मामला एक बार फिर चर्चा में है। वर्षों से इन स्थानों पर रह रहे इन लोगों के बारे में न तो यह स्पष्ट है कि वे किस जनपद, किस प्रदेश अथवा किस देश के निवासी हैं और न ही अब तक उनका समुचित सत्यापन किया गया है। शासन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा वेरिफिकेशन अभियान शुरू होते ही इन झुग्गी-झोपड़ीवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में आज सैकड़ों महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी (डे अफसर) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वे लोग माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, कैंपस रोड के पास प्रत्येक मंगलवार को अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी का इंतजाम करते थे, लेकिन अब पुलिस द्वारा उन्हें वहां से हटाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि उन्हें किस कारण से हटाया जा रहा है, जिससे उनमें भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डीएम कार्यालय में मौजूद ड्यूटी अफसर ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन शहर में अवैध रूप से रह रहे लोगों का सत्यापन कर रहा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति जिस जनपद, प्रदेश या स्थान का निवासी है, उसका वैध साक्ष्य पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद वे नियमानुसार अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी चला सकते हैं और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने और रेलवे स्टेशन के आसपास वर्षों से बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे समय तक रहने के बावजूद अब तक उनका विधिवत सत्यापन नहीं कराया गया। अब जब शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है और पहचान व पते की जांच शुरू की गई है, तो स्वाभाविक रूप से इन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जांच के दौरान कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जिनमें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर फर्जी तरीके से अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा लिए हैं। डीएम कार्यालय पहुंचे कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके पास राशन कार्ड है और वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। किसी ने खुद को गुजरात का निवासी बताया, तो किसी ने मेरठ अथवा अन्य जनपदों का रहने वाला होने की बात कही। अलग-अलग बयानों से प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि आखिर इन लोगों ने राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र किस आधार पर और किन प्रक्रियाओं के तहत बनवाए। इसके लिए संबंधित विभागों से रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों की गहन जांच कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि किसी को भी बिना कारण परेशान करने का उद्देश्य नहीं है, लेकिन शहर की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है कि शहर में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट हो। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र लोगों को नियमों के तहत जीवनयापन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक जांच के नतीजों पर सबकी नजर टिकी है।
काकोरी ट्रेन एक्शन नायकों की स्मृति में ‘शहादत से शहादत तक’ तीन दिवसीय आयोजन
गोरखपुर: महुआ डाबर संग्रहालय, बस्ती द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से लेकर ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक ‘शहादत से शहादत तक’ शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। मुख्य अतिथि अरुण कुमार कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की तथा चर्चा सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य एवं पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए आमजन से ऐसे आयोजनों से जुड़ने की अपील की। चर्चा सत्र में डॉ. पवन कुमार, ऋषि विश्वकर्मा, हरगोविंद प्रवाह, मारुतिनंदन चतुर्वेदी, सुरेंद्र कुमार, संजू चौधरी, सलमान, विकास निषाद, ध्वज चतुर्वेदी, आकाश विश्वकर्मा, दीपक शर्मा, इमरान खान, अरसद, असलम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को यह आयोजन काकोरी के नायक ठाकुर रोशन सिंह एवं चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज महान क्रांतिवीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ और उनके साथियों के विचारों, योजनाओं और बलिदान को सही संदर्भ में स्मरण करना अत्यंत आवश्यक है। काकोरी एक्शन और भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी की नींव कितने अनमोल बलिदानों पर टिकी है। चर्चा सत्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान एवं महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल की वंशावली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्वालियर रियासत अंतर्गत तोमरधार के बरबाई गांव के निवासी रामप्रसाद बिस्मिल के परदादा ठाकुर अमान सिंह तोमर राजपूत थे। उनके दादा ठाकुर नारायण लाल सिंह एवं दादी विचित्रा देवी थीं। पिता ठाकुर मुरलीधर सिंह और चाचा ठाकुर कल्याणमल सिंह थे, जबकि माता का नाम मूलमति देवी था। रामप्रसाद बिस्मिल के पिता मुरलीधर सिंह का विवाह पिनाहट के समीप छदामीपुरा में हुआ था। बिस्मिल जी का ननिहाल पिनाहट के पास जोधपुरा गांव में परिहार ठाकुरों के यहां था। उनके बड़े भाई का जन्म 1896 में हुआ था, जिनका दुर्भाग्यवश निधन हो गया। बिस्मिल जी दो भाइयों और चार बहनों में से थे। मुरलीधर सिंह के दूसरे पुत्र के रूप में रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उनके ननिहाल में हुआ। कुछ वर्ष बाद वे शाहजहांपुर आ गए। बिस्मिल जी के भाई का नाम रमेश सिंह उर्फ सुशीलचंद्र था। बहनों में शास्त्री देवी, ब्रह्मा देवी और भगवती देवी थीं। शास्त्री देवी का विवाह मैनपुरी के कोसमा क्षेत्र में जादौन ठाकुर परिवार में हुआ था। उनके पति का निधन 1989 में हुआ। शास्त्री देवी के पुत्र हरिश्चंद्र सिंह जादौन का विवाह मैनपुरी के छिरोड़ गांव में हुआ। दूसरी बहन ब्रह्मा देवी का विवाह मैनपुरी जिले के कुचेला गांव में हुआ था। करीब ग्यारह वर्षों तक स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जवानी समर्पित करने वाले क्रांतियोद्धा रामप्रसाद बिस्मिल की धमनियों में चंबल के बांकपन का ज्वार सदा प्रवाहित रहा। आनंद प्रकाश, रुद्रराम, परमहंस, मास्टर, महाशय और महंत उनके छद्म नाम थे। उनके व्यक्तित्व में क्रांतिकारी सेनानायक, लेखक, अनुवादक, शायर, वक्ता और रणनीतिकार जैसे अनेक आयाम समाहित थे। अमर योद्धा बिस्मिल क्रांति की वह ज्वाला थे, जिसने अनगिनत मशालों को प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी में महुआ डाबर संग्रहालय में संरक्षित अनेक दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें सप्लीमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस की जजमेंट फाइल, चीफ कोर्ट ऑफ अवध का निर्णय पत्र, प्रिवी काउंसिल लंदन की अपील फाइल, मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छात्र रजिस्टर, फैजाबाद एवं गोंडा कारागार के बंदी विवरण, काकोरी ट्रेन एक्शन से प्राप्त धनराशि का रिकॉर्ड, गिरफ्तारी विवरण, क्रांतिकारियों की हस्तलिखित डायरियां, काकोरी केस की चार्जशीट, खुफिया अधीक्षक की डायरी, मैनपुरी षड्यंत्र केस में जब्त बिस्मिल की उत्तरपुस्तिका, वायसराय को भेजी गई अपीलें, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की मूल प्रति, अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल, लाहिड़ी, रोशन सिंह एवं दामोदर स्वरूप के पत्र, विभिन्न अखबारों की ऐतिहासिक रिपोर्टिंग, निशानदेही की तस्वीरें, फांसी के बाद पिता के साथ बिस्मिल का दुर्लभ छायाचित्र, काकोरी क्रांतिकारियों का सामूहिक जेल फोटो, बैरक की तस्वीरें तथा मैनपुरी षड्यंत्र केस की फाइलें शामिल हैं। महुआ डाबर संग्रहालय, जनपद बस्ती में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संग्रहालय है, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महुआ डाबर गांव की भूमिका को समर्पित है। वर्ष 1999 में स्थापित इस संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी 200 से अधिक छवियां, लगभग 100 अभिलेखीय कलाकृतियां, सिक्के, पांडुलिपियां एवं ऐतिहासिक दस्तावेज संरक्षित हैं। वर्ष 2010 में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुए उत्खनन में यहां से राख, जली हुई लकड़ियां, मिट्टी के बर्तन और औज़ार प्राप्त हुए, जिससे इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व की पुष्टि होती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के अंतर्गत महुआ डाबर को स्वतंत्रता संग्राम सर्किट में शामिल किया गया है तथा यहां के क्रांतियोद्धाओं को प्रशासन द्वारा शस्त्र सलामी भी दी जाती है। हजारों बलिदानों की साक्षी यह क्रांति भूमि आज ‘आजादी के महातीर्थ’ के रूप में विख्यात है।
पूसी तेरस के अवसर पर कुशगढ़ शिव मन्दिर प्रांगण में मेलार्थियो की भारी भीड़।

मेडिकल साथी हाॅस्टिपल कुशगढ डॉ.रज्जन तिवारी के ओर से आधुनिक उपकरणो से नि: शुल्क स्वास्थ्य शिविर में परीक्षण कर विशेष सलाह दी।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विधान सभा करछना में पूसी तेरस के दो दिवसीय मेले के पहले दिन बुधवार को कुशगढ धाम में मेलार्थियों की खूब भीड़ रही । जिसमें युवा समेत बच्चो के अलावा भारी तादाद में महिलाएं शामिल रही।जिससे मेले में खूब चहल-पहल रही।लोगो ने मेले का भरपूर आनंद उठाया।मेले में सर्कस झूला व सिनेमा का सभी ने भरपूर लुफ्त उठाया।लोगों ने मेले में मिष्ठान सहित अन्य सामग्रियों की जमकर खरीदारी भी की।बच्चो ने खेल-खिलौने खरीदे।महिलाओ की ओर से घरेलू सामानो की खरीद की गई।वही श्रद्धालु भक्त लोगों की ओर से भगवान भोले का जलाभिषेक किया गया।शिव मंदिर सहित मेले की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबन्द रही।मेडिकल साथी अस्पताल कुशगढ़ के डॉ रज्जन प्रसाद की ओर से आधुनिक उपकरणो से निःशुल्क में स्वास्थ्य परीक्षण करके उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रहन-सहन और खान-पान पर विशेष सलाह भी दी गई।मेला के संयोजक व व्यवस्थापक रहे संबंधित निदौरी ग्राम प्रधान पंकज पाण्डेय एवं मां सेवा संस्थान रोकड़ी के अध्यक्ष विनायक पंडित की ओर से मेले के प्रथम दिन की सकुशल संपन्नता व सफलता के प्रति सभी के प्रति आभार जताया गया।गौरतलब है कि मेले में जहां मनचलों से लड़कियां परेशान दिखी। वहीं मेले में चोर उचक्को की चांदी रही।कई लोगों के जेबो से पर्श भी गायब हो गए।लोगो ने बताया कि पुलिस की निगरानी केवल सड़क तक ही सीमित रही।जिससे मेले में चोर उचक्के सक्रिय रहे।
तीन दिवसीय निःशुल्क बाल योग संस्कारशाला का भव्य समापन
मीरजापुर। पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वाधान में नगर के कजरहवा पोखरा स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में चल रहे तीन दिवसीय निउशुल्क बाल योग संस्कारशाला के समापन अवसर पर राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने बच्चों को प्राणायाम और का विशेष का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। योग गुरु ने बच्चों को भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए कहा इसका अभ्यास करने से मनुष्य के समस्त कफ रोग, सांस रोक, दमा रोग, अस्थमा रोग जैसी समस्याओं का समाधान होता है और साथ ही उनका अतः करण पवित्र होता है। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को कपालभारती, अनुलोम विलोम उज्जाई भ्रामरी एवं उद्दगीत आदि प्राणायाम के साथ विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराते हुए उनके लाभ के बारे जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य महिला केंद्रीय प्रभारी संगीता व्यास ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन दिनों में जो भी योग प्राणायाम आसन और ध्यान का अभ्यास आप सभी को कराया गया आप उसे सभी से अपनी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन को पूर्ण रूप से स्वस्थ एवं निरोग बनाएं क्योंकि योग ही स्वस्थ जीवन का उपाय है दूसरा कोई नहीं। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रबंधक रतन जॉनसन ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहां कि योग ही जीवन का एक आधार है , जो कि मानव को मानवीय गुणों से परिचित कराते हुए उन्हें मनुजता का बोध करा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने योग गुरुओं को अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी युवा भारत प्रवीण मौर्या ने अपने कुशल संचालन में कार्यक्रम को भव्य तरीके से सम्पन्न कराया। योग संस्कारशाला कार्यक्रम में किरण पांडे, प्रीति श्रीवास्तव, मुकेश मिश्रा, ममता यादव, डिंपल पाल, प्रीति गुप्ता, प्रिया श्रीवास्तव, सर्वजीत यादव, शबाना अख्तर के साथ साथ बच्चों में प्रतीक्षा, शिवम, दीपांशु, भावना, शालिनी, संस्कृति संस्कार काव्या विधि, प्रियल, शिवांशी, वैष्णवी, राजलक्ष्मी, अदिति, शिवानी, वेद, आर्यन, रितिका संग आदि बच्चों ने समापन सत्र में हिस्सा लिया।
Sambhal पश्चिम यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर वकीलों का जोरदार प्रदर्शन, आजाद समाज पार्टी ने भी दिया समर्थन
संभल।पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बेंच स्थापना की मांग को लेकर बुधवार को सम्भल में अधिवक्ताओं का आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया। केंद्रीय संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर जिले के सभी अधिवक्ता संगठनों ने न्यायालय एवं कार्यालयों का पूर्ण बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन और जुलूस निकाला। अधिवक्ताओं ने चार दशक से लंबित मांग को लेकर एक स्वर में सरकार से तत्काल निर्णय लेने की अपील की। प्रदर्शन में जिला बार एसोसिएशन सम्भल, तहसील बार एसोसिएशन, डिस्ट्रिक्ट सीनियर बार, टैक्स बार एसोसिएशन तथा आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारी और सदस्य शामिल रहे। अधिवक्ताओं ने अपने-अपने चेंबर बंद रखे और न्यायिक कार्य से विरत रहकर प्लेकार्ड के साथ विरोध दर्ज कराया। जुलूस शंकर चौराहा पर एकत्रित होकर पुरानी तहसील रोड से होते हुए टंडन तिराहा, घंटाघर, मियां मीरन शाह रोड, अस्पताल चौराहा, रोडवेज बस अड्डा और चंदौसी चौराहा होते हुए नई तहसील कार्यालय सम्भल पहुंचा। मार्ग में अधिवक्ताओं ने नारेबाजी कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के लिए हाईकोर्ट बेंच की आवश्यकता को रेखांकित किया। वक्ताओं ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की दूरी के कारण वादकारियों और अधिवक्ताओं को भारी आर्थिक व समयगत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिससे न्याय की पहुंच प्रभावित होती है। नई तहसील कार्यालय पर पहुंचकर अधिवक्ताओं ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सम्भल को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश देश का घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां मुकदमों की संख्या अधिक होने के बावजूद आज तक हाईकोर्ट की बेंच स्थापित नहीं हो सकी है। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए।
गंगा पुत्र ने गाँव समाज के समक्ष सेवा की मिसाल क़ायम की- संजय सिंह
सुलतानपुर,क्षत्रिय शिक्षा समिति जिसके अंतर्गत राणा प्रताप पी जी कॉलेज, राणा प्रताप विधि महाविद्यालय, महात्मा गाँधी स्मारक इंटरमीडिएट कॉलेज और धनञ्जय सिंह मेमोरियल जूनियर हाई स्कूल संचालित है। क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सजंज सिंह एडवोकेट के चाचा कमलेश सिंह उर्फ़ कमलेश दादा जो गंगा पुत्र की उपाधि से विभूषित थे,परलोकवासी हो गये। जो मूलतः महमूदपुर कटका में जन्में और पले बढ़े।ततपश्चात उन्होंने प्रयागराज को अपनी कर्मभूमि बनाया। चेतना और समाजसेवा की सशक्त सतंभ रहे गंगा पुत्र व दादा नाम से लोकप्रिय पूर्व सभासद कमलेश दादा के निधन से प्रयाग शहर शोकाकुल है। मृदुलता,सरलता, ईमानदारी और जनहित के कल्याण लिए समर्पित और अडिग संघर्ष की प्रतिमूर्ति रहे, कमलेश दादा तीन बार निर्दलीय पार्षद चुने गए और हमेशा जनता की आवाज़ को सबसे ऊँचे मंचों तक पहुँचाकर वास्तविक जनप्रतिनिधि की मिसाल बनें। जीवनभर सेवा को ही साधना मानने वाले कमलेश दादा ने जीवित रहते नेत्रदान किया था। उनके निधन की सूचना मिलते ही मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय, प्रयागराज की विशेषज्ञ टीम पहुँची और अत्यंत कुशलता पूर्वक उनका नेत्र निकालकर आगे की प्रक्रिया पूरी की। कमलेश दादा ने देहदान का संकल्प भी लिया था, परंतु आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण देहदान की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी। कमलेश दादा ने समाज सेवा की सर्वोपरि रखा और विवाह नहीं किया था। परिवार का दायित्व और अंतिम संस्कार अंतिम समय में उनकी सेवा व देखभाल उनकी भांजी स्वाती (ममता) कर रही थीं। घाट पर आयोजित भावुक शोक सभा का संचालन वरिष्ठ सभासद शिवसेवक सिंह ने किया। दादा के संघर्ष, उनके बेबाक स्वभाव और बिना स्वार्थ वाली राजनीति की चर्चा करते हुए पूरे वातावरण को करुण और श्रद्धामय बना दिया। जिसमे शहर की राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक, न्यायिक धारा एक साथ मड़ पड़ी। महापौर गणेश केशरवानी ने कहा कि कमलेश दादा संगम के अस्तित्व पर संकट की समस्या मेरे सामने लेकर आये थे जिसके लिए जल मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को अग्रिम कार्यवाही के लिए वार्ता करके पत्र दिया हूँ । पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि हमने अपना एक कर्मयोगी खो दिया जो मेरे लिये ही नहीं प्रयागराज के लिए भी अपूर्णीय क्षति है। क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा हमनें अपना प्रत्यक्ष प्रेरणापुंज खो दिया। उन्होनें गाँव समाज के समक्ष सेवा की मिसाल क़ायम की। गंगापुत्र हमें सेवा हेतु हरपाल प्रेरित करते रहेगें। कमलेश दादा के स्मृति में शोक सभा का आयोजन किया गया और शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया। सुलतानपुर से परिवार के सदस्य प्रयाग पहुँचे। अंतिम संस्कार के अवसर पर सैकड़ों समाजसेवी, व्यापारी, अधिवक्ता व नगरवासी उपस्थित रहे।
पटना में मुखिया प्रत्याशी पूजा कुमारी के द्वारा गरीबों में बांटा गया कंबल
कड़ाके की ठंड को देखते हुए बुधवार को पिताम्बरपुर पंचायत के सोनारू गांव में मानवीय पहल के तहत कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मुखिया प्रत्याशी पूजा कुमारी के सौजन्य से समाजसेवी पिंटू कुमार उर्फ गौतम कुमार द्वारा संपन्न हुआ, जिसमें असहाय, गरीब एवं बुजुर्ग लोगों को कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर पिंटू कुमार ने बताया कि ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गांव के जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित कर घर-घर जाकर कंबल पहुंचाया गया, ताकि कोई भी असहाय व्यक्ति ठंड से परेशान न हो। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की सेवा करना उनका निरंतर प्रयास है और आगे भी इस तरह के जनकल्याणकारी कार्य जारी रहेंगे। कंबल वितरण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भागीदारी रही। मौके पर पूर्व पार्षद केशर प्रसाद, प्रमोद चंद्रवंशी, निक्की कुमार, मोहित कुमार, अभिषेक कुमार, कुंदन कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सनम बैंड ने हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम शो में दिल छू लेने वाले प्रदर्शन से जयपुर को मंत्रमुग्ध किया

* ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट द्वारा प्रोड्यूस और प्रमोट किए गए  हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम ने जयपुर में पेश की संगीत और दोस्ती की एक और अविस्मरणीय रात

*जयपुर ,*दिसंबर 2025*:* ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट द्वारा प्रोड्यूस और प्रमोट किए गए हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम, ने 13 दिसंबर 2025 को जयपुर में प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया। पूरे भारत में जबरदस्त सफलता के बाद, इस शो ने भारत के सबसे चहेते पॉप-रॉक बैंड्स में शामिल सनम बैंड के जादू को जयपुर तक पहुंचाया। इस दौरान जयपुर ने दिल को छू लेने वाली धुनों, ऊर्जा से ओतप्रोत प्रदर्शन और दोस्ती की यादगार शाम का आनंद लिया।

इस अनोखी शाम ने दोस्ती की भावना और संगीत की ताकत को पूरी तरह से साकार किया। कार्यक्रम के दौरान बने जीवंत माहौल में जहां यार (दोस्त) साथ आए, अपने पसंदीदा गानों पर साथ-साथ गुनगुनाए और अविस्मरणीय यादें बनाईं।

टूर के जयपुर चरण में प्रशसंको की जबरदस्त भीड़ उमड़ी, जिसमें वे ‘गुलाबी आँखें’, ‘लग जा गले’, ‘पहला नशा’, ‘सनम मेन्नू’, ‘ये रातें ये मौसम’, ‘इश्क बुलावां’ जैसे सनम बैंड के चार्ट-टॉपिंग हिट्स के साथ कई अन्य गानों पर झूमते और साथ गाते नजर आए। बैंड ने मेलोडी और इमोशन के अपने सिग्नेचर फ्यूजन के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसने सदाबहार आकर्षण को कंटेम्पररी पॉप-रॉक साउंड के मिलाकर पीढ़ियों को सहजता से जोड़ा। यह अनूठी शाम संगीत, पुरानी यादों और यारी-दोस्ती के पलों से भरी थी, जिससे आगे एक अविस्मरणीय संगीतमय यात्रा का मंच तैयार हो गया।

टूर के बारे में बात करते हुए, सनम द बैंड ने कहा, “जयपुर में यारी जैम के लिए प्रदर्शन करना वास्तव में अविस्मरणीय था। भीड़ से मिली एनर्जी और दोस्तों के बीच बने कनेक्शन हमें याद दिलाते हैं कि हम जो करते हैं वह हमें इतना पसंद क्यों है। यारी जैम लोगों को जोड़ने वाले संगीत का प्रतीक है और आज रात का शो इसी भावना का उत्सव था।”

डायजो इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और पोर्टफोलियो हेड, मार्केटिंग, वरुण कूरीच ने अपने उत्साह को साझा करते हुए कहा, “संगीत और दोस्ती हमेशा से हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा के केंद्र में रहे हैं, और ये जुनून भारत के सबसे बड़े ब्रांडेड संगीत आईपी — यारी जैम —  के माध्यम से जीवंत हो उठता है। पिछले साल, हम पाँच शहरों में 50,000 से अधिक कंज्यूमर्स को एक साथ लाए थे। इस साल, हम यारी जैम को 15 शहरों में ले जा रहे हैं, जिसमें कलाकारों की एक अविश्वसनीय श्रृंखला शामिल है जो आज की पीढ़ी की आवाज और भावना को दर्शाते हैं, और हम असली यारी के जश्न को जारी रखते हुए 1,00,000 से अधिक कंज्यूमर्स के साथ जुड़ने की उम्मीद करते हैं।”
ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट के फाउंडर और सीईओ, शोवन शाह ने कहा, “जयपुर में सनम बैंड का प्रदर्शन वास्तव में खास था। इस शहर में हमेशा से लाइव म्यूज़िक के लिए एक अनोखा जोश रहा है और यहां के दर्शक ऐसे प्रोग्राम के साथ पूरे जुनून से जुड़ते हैं। हजारों लोगों को एक साथ गाते हुए देखना इस बात की याद दिलाता है कि ट्राइबवाइब में हम जो करते हैं वह क्यों करते हैं। सनम बैंड को परफॉर्म करते हुए और दर्शकों को इतनी गहराई से जुड़ते और गीत गाते हुए देखना किसी जादू से कम नहीं था। इस टूर में हमारा लक्ष्य हर शहर में ठीक इसी तरह के इमोशन और एनर्जी को बनाए रखना है। हमारे लिए वह पल अहम हैं तो संगीत के फीके पड़ जाने के लंबे समय बाद भी लोगों के ज़ेहन में रहते हैं।”

हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम के सभी शो के टिकट, भारत के लीडिंग एंटरटेनमेंट डेस्टिनेशन, बुकमायशो पर एक्सक्लूसिव लाइव है।
हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम की यह म्यूजिकल जर्नी पूरे भारत में जारी रहेगी। हमारे साथ जुड़े रहें अगल नंबर आपके शहर को हो सकता है!
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डियाजियो इंडिया के बारे में:
डियाज़ियो इंडिया देश की प्रमुख बेवरेज एल्कोहल कंपनी है और यह ग्लोबल लीडर डियाज़ियो पी.एल.सी. की सहायक कंपनी है। कंपनी जॉनी वॉकर, ब्लैक डॉग, ब्लैक ऐंड व्हाइट, वैट 69, एंटिक्विटी, सिग्नेचर, द सिंगलटन, रॉयल चैलेंज, मैकडॉवेल्स नंबर 1, स्मिरनॉफ, केटल वन, टैन्करे, कैप्टन मॉर्गन और भारत की आर्टिसनल सिंगल माल्ट व्हिस्की गोडावन जैसे प्रीमियम ब्रांडों का निर्माण, बिक्री और वितरण करती है। इसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। कंपनी में 3,000 से अधिक कर्मचारी, पूरे भारत में 35 विनिर्माण इकाइयाँ, एक सशक्त वितरण तंत्र और एक अत्याधुनिक तकनीकी केंद्र है। भारत में यह यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यू.एस.एल.) के रूप में स्थापित हुई थी और एनएसई तथा बीएसई दोनों पर सूचीबद्ध है। अधिक जानकारी के लिए www.diageoindia.com पर विजिट करें
जानकारी, पहल और सर्वोतम तरीको को शेयर करने के लिए डियाजियो के ग्लोबल रिस्पॉन्सिबल ड्रिंकिंग रिसोर्स http://www.DRINKiQ.com पर विजिट करें।


ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बारे में:
बुक माई शो की कंपनी ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड भारत का लीडिंग यूथ व कॉलेज एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म है, जो जेन ज़ी के लाइव इवेंट्स के अनुभव को नया स्वरूप दे रहा है। 2019 में स्थापना के बाद से ट्राइबवाइब ने अपने राष्ट्रीय कैंपस एम्बेसडर कार्यक्रम के माध्यम से कॉलेज फेस्टिवल की दुनिया को बदल दिया है। यह 75 से अधिक शहरों के 750 से ज्यादा कॉलेजों के साथ मिलकर संगीत, हास्य और सांस्कृतिक विधाओं में देश के प्रमुख कलाकारों के अविस्मरणीय प्रदर्शन प्रस्तुत करता रहा है। समय के साथ यह एक मल्टी-वर्टिकल मंच के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें मल्टी-सिटी आर्टिस्ट टूर्स, ब्रांडेड आइ.पी., कैंपस एक्टिवेशन और इसका प्रमुख जेन ज़ी फेस्टिवल ‘वाइबिन’ शामिल है।

150 से अधिक कलाकारों के रोस्टर और 2,500 से ज्यादा आयोजन (जिनमें 1,500 से अधिक कॉलेज इवेंट शामिल हैं) के सफल निष्पादन के साथ, ट्राइबवाइब आर्टिस्ट और ब्रांड्स को भारत के वाइब्रेंट स्टूडेंट कम्युनिटी से सीधे कनेक्ट करते हुए हर साल 1.5 मिलियन से अधिक विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष रूप से इससे जोड़ता है। इसके प्रमुख प्रोजेक्ट्स में वीर दास का ‘माइंडफूल’ टूर, प्रतीक कुहाड़ का 10-सिटी रन, ज़ाकिर खान का 60-सिटी कॉमेटी टूर, तथा आदित्य गढ़वी और नवरात्रि विथ फाल्गुनी पाठक जैसी क्षेत्रीय प्रस्तुतियाँ शामिल हैं।
भारत की लाइव एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री जैसे-जैसे महानगरों से आगे बढ़कर टियर 2 और टियर 3 शहरों तक फैल रही है वैसे ही ट्राइबवाइब इन बाजारों में उच्च गुणवत्ता वाले स्थानीय अनुभव विकसित कर रहा है और दर्शकों को उत्कृष्ट लाइव परफॉर्मेंस से जोड़ रहा है। बुक माई शो की क्षमता और विशेषज्ञता के साथ, ट्राइबवाइब देश में यूथ कल्चर, ग्रीनफील्ड मार्केट और मॉर्डन टूरिंग फॉर्मेट को बढ़ावा देते हुए एंटरटेनमेंट की अगली लहर को आगे बढ़ा रहा है।
करोड़ों का लोन और कम ब्याज का लालच, फिर धोखाधड़ी का खेल… रांची पुलिस ने ओडिशा से पकड़े रियल लाइफ ‘बंटी-बबली’

झारखंड की राजधानी रांची में लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पति-पत्नी लोगों को कम ब्याज, कम प्रोसेसिंग टाइम में करोड़ों का लोन दिलाने का झांसा देकर लाखों का चूना लगाते थे. दोनों पति-पत्नी बड़े व्यापारियों को झांसे में लेकर शिकार बनाते थे. कम ब्याज में लोग के लिए बड़ी रकम दिलाने का वादा करके लाखों रुपए ऐंठते थे.

रांची के कांके थाना क्षेत्र के एक कारोबारी से लगभग 70 लाख रुपए की ठगी की गई थी. अंतर्राज्यीय ठगी गिरोह से जुड़े शिवाजी पाटिल और उनकी पत्नी एंजेला कुजूर को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. दोनों बंटी-बबली की स्टाइल में लोगों से ठगी करते थे.

कारोबारियों को बनाते थे शिकार

दरअसल, दोनों पति- पत्नी की जोड़ी रांची के ही कांके थाना क्षेत्र के रहने वाले एक कारोबारी को कम ब्याज दर पर करोड़ों रुपए का लोन दिलवाने का झांसा दिया. एंजेला कुजूर और उसके पति शिवाजी पाटिल उर्फ अमित महतो ने पहले अलग-अलग क्लीयरेंस प्रोसीजर के नाम पर लगभग 70 लाख रुपए की ठगी कर लिया. ठगी के शिकार पीड़ित कारोबारी ने रांची के कांके थाना में दोनों पति-पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

पति-पत्नी ने मिलकर ऐंठे 70 लाख

पीड़ित ने बताया कि एंजेला कुजूर और उनके पति शिवाजी पाटिल ने कम ब्याज पर लोन दिलाने की बात कही थी. इसके एवज में अलग-अलग प्रक्रिया के नाम पर लगभग 70 लाख रुपए ऐंठ लिए थे. जब उन्हें लोन नहीं मिला तब उनके नाम पर एक जमीन को फर्जी तरीके से एग्रीमेंट कर दिया गया. जांच के दौरान पाया गया कि वह जमीन भी, उस शातिर दंपती की नहीं है.

ओडिशा में कारोबारी से की थी ठगी

कांके थाना में ठगी मामले को लेकर दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उड़ीसा में वांटेड दंपति एंजेला कुजूर (पत्नी) और उनके पति शिवाजी पाटिल को गिरफ्तार कर लिया. शातिर दंपति से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. दोनों दंपति ने बताया कि वो इससे पहले ओडिशा में भी एक कारोबारी को कम ब्याज दर पर करोड़ों रुपए का लोन दिलाने के नाम पर लगभग 40 लाख रुपए का चूना लगा चुके है.

कोहरे ने दी दस्तक, जनजीवन हुआ प्रभावित

बहसूमा/मेरठ। क्षेत्र में घना कोहरा दस्तक दे चुका है। स्थिति यह रही कि दिन के 11:00 बजे तक भी सामने कुछ साफ दिखाई नहीं दिया। अचानक बढ़े कोहरे के कारण आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित नजर आया। सड़कों पर चल रहे वाहनों की रफ्तार पर लगाम लग गई, वहीं लोगों को दैनिक कार्यों में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरे का असर पशु-पक्षियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। ठंड और दृश्यता कम होने के कारण पक्षी दाना खोजने के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को भी अपने पशुओं की देखभाल में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है। घने कोहरे के चलते सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। दृश्यता कम होने से वाहन चालक धीमी गति से वाहन चलाने को मजबूर हैं। कई स्थानों पर वाहनों की लंबी कतारें भी देखने को मिलीं। स्थिति को देखते हुए थाना प्रभारी प्रतिभा सिंह ने वाहन चालकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी से अपील की है कि कोहरे के दौरान कम स्पीड में वाहन चलाएं, हेडलाइट व फॉग लाइट का प्रयोग करें तथा सुरक्षित दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही बड़ा हादसा बन सकती है, इसलिए सभी लोग सावधानी बरतें। प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि अत्यंत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। घने कोहरे के चलते क्षेत्र में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
झुग्गी-झोपड़ीवासियों के वेरिफिकेशन से मचा हड़कंप

*फुटपाथ दुकानदारों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन, प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति*

गोरखपुर। शहर के विभिन्न इलाकों—जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर अवैध तरीके से झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे लोगों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का मामला एक बार फिर चर्चा में है। वर्षों से इन स्थानों पर रह रहे इन लोगों के बारे में न तो यह स्पष्ट है कि वे किस जनपद, किस प्रदेश अथवा किस देश के निवासी हैं और न ही अब तक उनका समुचित सत्यापन किया गया है। शासन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा वेरिफिकेशन अभियान शुरू होते ही इन झुग्गी-झोपड़ीवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसी क्रम में आज सैकड़ों महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी (डे अफसर) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि वे लोग माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय, कैंपस रोड के पास प्रत्येक मंगलवार को अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी का इंतजाम करते थे, लेकिन अब पुलिस द्वारा उन्हें वहां से हटाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि उन्हें किस कारण से हटाया जा रहा है, जिससे उनमें भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डीएम कार्यालय में मौजूद ड्यूटी अफसर ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन शहर में अवैध रूप से रह रहे लोगों का सत्यापन कर रहा है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी व्यक्ति जिस जनपद, प्रदेश या स्थान का निवासी है, उसका वैध साक्ष्य पुलिस विभाग को उपलब्ध कराए। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद वे नियमानुसार अपनी दुकान लगाकर रोजी-रोटी चला सकते हैं और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जटाशंकर गुरुद्वारे के सामने और रेलवे स्टेशन के आसपास वर्षों से बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे समय तक रहने के बावजूद अब तक उनका विधिवत सत्यापन नहीं कराया गया। अब जब शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ है और पहचान व पते की जांच शुरू की गई है, तो स्वाभाविक रूप से इन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जांच के दौरान कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जिनमें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर फर्जी तरीके से अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा लिए हैं। डीएम कार्यालय पहुंचे कुछ लोगों ने दावा किया कि उनके पास राशन कार्ड है और वोटर लिस्ट में भी उनका नाम दर्ज है। किसी ने खुद को गुजरात का निवासी बताया, तो किसी ने मेरठ अथवा अन्य जनपदों का रहने वाला होने की बात कही। अलग-अलग बयानों से प्रशासन के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि आखिर इन लोगों ने राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र किस आधार पर और किन प्रक्रियाओं के तहत बनवाए। इसके लिए संबंधित विभागों से रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों की गहन जांच कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़ा सामने आता है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि किसी को भी बिना कारण परेशान करने का उद्देश्य नहीं है, लेकिन शहर की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है कि शहर में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और पृष्ठभूमि स्पष्ट हो। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पात्र लोगों को नियमों के तहत जीवनयापन करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक जांच के नतीजों पर सबकी नजर टिकी है।
काकोरी ट्रेन एक्शन नायकों की स्मृति में ‘शहादत से शहादत तक’ तीन दिवसीय आयोजन
गोरखपुर: महुआ डाबर संग्रहालय, बस्ती द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से लेकर ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक ‘शहादत से शहादत तक’ शीर्षक से तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इसके पश्चात दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। मुख्य अतिथि अरुण कुमार कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की तथा चर्चा सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य एवं पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए आमजन से ऐसे आयोजनों से जुड़ने की अपील की। चर्चा सत्र में डॉ. पवन कुमार, ऋषि विश्वकर्मा, हरगोविंद प्रवाह, मारुतिनंदन चतुर्वेदी, सुरेंद्र कुमार, संजू चौधरी, सलमान, विकास निषाद, ध्वज चतुर्वेदी, आकाश विश्वकर्मा, दीपक शर्मा, इमरान खान, अरसद, असलम सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को यह आयोजन काकोरी के नायक ठाकुर रोशन सिंह एवं चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज महान क्रांतिवीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ और उनके साथियों के विचारों, योजनाओं और बलिदान को सही संदर्भ में स्मरण करना अत्यंत आवश्यक है। काकोरी एक्शन और भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी की नींव कितने अनमोल बलिदानों पर टिकी है। चर्चा सत्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान एवं महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल की वंशावली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्वालियर रियासत अंतर्गत तोमरधार के बरबाई गांव के निवासी रामप्रसाद बिस्मिल के परदादा ठाकुर अमान सिंह तोमर राजपूत थे। उनके दादा ठाकुर नारायण लाल सिंह एवं दादी विचित्रा देवी थीं। पिता ठाकुर मुरलीधर सिंह और चाचा ठाकुर कल्याणमल सिंह थे, जबकि माता का नाम मूलमति देवी था। रामप्रसाद बिस्मिल के पिता मुरलीधर सिंह का विवाह पिनाहट के समीप छदामीपुरा में हुआ था। बिस्मिल जी का ननिहाल पिनाहट के पास जोधपुरा गांव में परिहार ठाकुरों के यहां था। उनके बड़े भाई का जन्म 1896 में हुआ था, जिनका दुर्भाग्यवश निधन हो गया। बिस्मिल जी दो भाइयों और चार बहनों में से थे। मुरलीधर सिंह के दूसरे पुत्र के रूप में रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उनके ननिहाल में हुआ। कुछ वर्ष बाद वे शाहजहांपुर आ गए। बिस्मिल जी के भाई का नाम रमेश सिंह उर्फ सुशीलचंद्र था। बहनों में शास्त्री देवी, ब्रह्मा देवी और भगवती देवी थीं। शास्त्री देवी का विवाह मैनपुरी के कोसमा क्षेत्र में जादौन ठाकुर परिवार में हुआ था। उनके पति का निधन 1989 में हुआ। शास्त्री देवी के पुत्र हरिश्चंद्र सिंह जादौन का विवाह मैनपुरी के छिरोड़ गांव में हुआ। दूसरी बहन ब्रह्मा देवी का विवाह मैनपुरी जिले के कुचेला गांव में हुआ था। करीब ग्यारह वर्षों तक स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी जवानी समर्पित करने वाले क्रांतियोद्धा रामप्रसाद बिस्मिल की धमनियों में चंबल के बांकपन का ज्वार सदा प्रवाहित रहा। आनंद प्रकाश, रुद्रराम, परमहंस, मास्टर, महाशय और महंत उनके छद्म नाम थे। उनके व्यक्तित्व में क्रांतिकारी सेनानायक, लेखक, अनुवादक, शायर, वक्ता और रणनीतिकार जैसे अनेक आयाम समाहित थे। अमर योद्धा बिस्मिल क्रांति की वह ज्वाला थे, जिसने अनगिनत मशालों को प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी में महुआ डाबर संग्रहालय में संरक्षित अनेक दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें सप्लीमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस की जजमेंट फाइल, चीफ कोर्ट ऑफ अवध का निर्णय पत्र, प्रिवी काउंसिल लंदन की अपील फाइल, मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छात्र रजिस्टर, फैजाबाद एवं गोंडा कारागार के बंदी विवरण, काकोरी ट्रेन एक्शन से प्राप्त धनराशि का रिकॉर्ड, गिरफ्तारी विवरण, क्रांतिकारियों की हस्तलिखित डायरियां, काकोरी केस की चार्जशीट, खुफिया अधीक्षक की डायरी, मैनपुरी षड्यंत्र केस में जब्त बिस्मिल की उत्तरपुस्तिका, वायसराय को भेजी गई अपीलें, ‘सरफरोशी की तमन्ना’ की मूल प्रति, अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल, लाहिड़ी, रोशन सिंह एवं दामोदर स्वरूप के पत्र, विभिन्न अखबारों की ऐतिहासिक रिपोर्टिंग, निशानदेही की तस्वीरें, फांसी के बाद पिता के साथ बिस्मिल का दुर्लभ छायाचित्र, काकोरी क्रांतिकारियों का सामूहिक जेल फोटो, बैरक की तस्वीरें तथा मैनपुरी षड्यंत्र केस की फाइलें शामिल हैं। महुआ डाबर संग्रहालय, जनपद बस्ती में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक संग्रहालय है, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महुआ डाबर गांव की भूमिका को समर्पित है। वर्ष 1999 में स्थापित इस संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी 200 से अधिक छवियां, लगभग 100 अभिलेखीय कलाकृतियां, सिक्के, पांडुलिपियां एवं ऐतिहासिक दस्तावेज संरक्षित हैं। वर्ष 2010 में लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल कुमार के नेतृत्व में हुए उत्खनन में यहां से राख, जली हुई लकड़ियां, मिट्टी के बर्तन और औज़ार प्राप्त हुए, जिससे इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व की पुष्टि होती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के अंतर्गत महुआ डाबर को स्वतंत्रता संग्राम सर्किट में शामिल किया गया है तथा यहां के क्रांतियोद्धाओं को प्रशासन द्वारा शस्त्र सलामी भी दी जाती है। हजारों बलिदानों की साक्षी यह क्रांति भूमि आज ‘आजादी के महातीर्थ’ के रूप में विख्यात है।
पूसी तेरस के अवसर पर कुशगढ़ शिव मन्दिर प्रांगण में मेलार्थियो की भारी भीड़।

मेडिकल साथी हाॅस्टिपल कुशगढ डॉ.रज्जन तिवारी के ओर से आधुनिक उपकरणो से नि: शुल्क स्वास्थ्य शिविर में परीक्षण कर विशेष सलाह दी।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विधान सभा करछना में पूसी तेरस के दो दिवसीय मेले के पहले दिन बुधवार को कुशगढ धाम में मेलार्थियों की खूब भीड़ रही । जिसमें युवा समेत बच्चो के अलावा भारी तादाद में महिलाएं शामिल रही।जिससे मेले में खूब चहल-पहल रही।लोगो ने मेले का भरपूर आनंद उठाया।मेले में सर्कस झूला व सिनेमा का सभी ने भरपूर लुफ्त उठाया।लोगों ने मेले में मिष्ठान सहित अन्य सामग्रियों की जमकर खरीदारी भी की।बच्चो ने खेल-खिलौने खरीदे।महिलाओ की ओर से घरेलू सामानो की खरीद की गई।वही श्रद्धालु भक्त लोगों की ओर से भगवान भोले का जलाभिषेक किया गया।शिव मंदिर सहित मेले की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबन्द रही।मेडिकल साथी अस्पताल कुशगढ़ के डॉ रज्जन प्रसाद की ओर से आधुनिक उपकरणो से निःशुल्क में स्वास्थ्य परीक्षण करके उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रहन-सहन और खान-पान पर विशेष सलाह भी दी गई।मेला के संयोजक व व्यवस्थापक रहे संबंधित निदौरी ग्राम प्रधान पंकज पाण्डेय एवं मां सेवा संस्थान रोकड़ी के अध्यक्ष विनायक पंडित की ओर से मेले के प्रथम दिन की सकुशल संपन्नता व सफलता के प्रति सभी के प्रति आभार जताया गया।गौरतलब है कि मेले में जहां मनचलों से लड़कियां परेशान दिखी। वहीं मेले में चोर उचक्को की चांदी रही।कई लोगों के जेबो से पर्श भी गायब हो गए।लोगो ने बताया कि पुलिस की निगरानी केवल सड़क तक ही सीमित रही।जिससे मेले में चोर उचक्के सक्रिय रहे।
तीन दिवसीय निःशुल्क बाल योग संस्कारशाला का भव्य समापन
मीरजापुर। पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वाधान में नगर के कजरहवा पोखरा स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में चल रहे तीन दिवसीय निउशुल्क बाल योग संस्कारशाला के समापन अवसर पर राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने बच्चों को प्राणायाम और का विशेष का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। योग गुरु ने बच्चों को भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए कहा इसका अभ्यास करने से मनुष्य के समस्त कफ रोग, सांस रोक, दमा रोग, अस्थमा रोग जैसी समस्याओं का समाधान होता है और साथ ही उनका अतः करण पवित्र होता है। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को कपालभारती, अनुलोम विलोम उज्जाई भ्रामरी एवं उद्दगीत आदि प्राणायाम के साथ विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराते हुए उनके लाभ के बारे जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य महिला केंद्रीय प्रभारी संगीता व्यास ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन दिनों में जो भी योग प्राणायाम आसन और ध्यान का अभ्यास आप सभी को कराया गया आप उसे सभी से अपनी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन को पूर्ण रूप से स्वस्थ एवं निरोग बनाएं क्योंकि योग ही स्वस्थ जीवन का उपाय है दूसरा कोई नहीं। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रबंधक रतन जॉनसन ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहां कि योग ही जीवन का एक आधार है , जो कि मानव को मानवीय गुणों से परिचित कराते हुए उन्हें मनुजता का बोध करा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने योग गुरुओं को अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी युवा भारत प्रवीण मौर्या ने अपने कुशल संचालन में कार्यक्रम को भव्य तरीके से सम्पन्न कराया। योग संस्कारशाला कार्यक्रम में किरण पांडे, प्रीति श्रीवास्तव, मुकेश मिश्रा, ममता यादव, डिंपल पाल, प्रीति गुप्ता, प्रिया श्रीवास्तव, सर्वजीत यादव, शबाना अख्तर के साथ साथ बच्चों में प्रतीक्षा, शिवम, दीपांशु, भावना, शालिनी, संस्कृति संस्कार काव्या विधि, प्रियल, शिवांशी, वैष्णवी, राजलक्ष्मी, अदिति, शिवानी, वेद, आर्यन, रितिका संग आदि बच्चों ने समापन सत्र में हिस्सा लिया।
Sambhal पश्चिम यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर वकीलों का जोरदार प्रदर्शन, आजाद समाज पार्टी ने भी दिया समर्थन
संभल।पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बेंच स्थापना की मांग को लेकर बुधवार को सम्भल में अधिवक्ताओं का आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया। केंद्रीय संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर जिले के सभी अधिवक्ता संगठनों ने न्यायालय एवं कार्यालयों का पूर्ण बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन और जुलूस निकाला। अधिवक्ताओं ने चार दशक से लंबित मांग को लेकर एक स्वर में सरकार से तत्काल निर्णय लेने की अपील की। प्रदर्शन में जिला बार एसोसिएशन सम्भल, तहसील बार एसोसिएशन, डिस्ट्रिक्ट सीनियर बार, टैक्स बार एसोसिएशन तथा आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारी और सदस्य शामिल रहे। अधिवक्ताओं ने अपने-अपने चेंबर बंद रखे और न्यायिक कार्य से विरत रहकर प्लेकार्ड के साथ विरोध दर्ज कराया। जुलूस शंकर चौराहा पर एकत्रित होकर पुरानी तहसील रोड से होते हुए टंडन तिराहा, घंटाघर, मियां मीरन शाह रोड, अस्पताल चौराहा, रोडवेज बस अड्डा और चंदौसी चौराहा होते हुए नई तहसील कार्यालय सम्भल पहुंचा। मार्ग में अधिवक्ताओं ने नारेबाजी कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के लिए हाईकोर्ट बेंच की आवश्यकता को रेखांकित किया। वक्ताओं ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की दूरी के कारण वादकारियों और अधिवक्ताओं को भारी आर्थिक व समयगत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिससे न्याय की पहुंच प्रभावित होती है। नई तहसील कार्यालय पर पहुंचकर अधिवक्ताओं ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सम्भल को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश देश का घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां मुकदमों की संख्या अधिक होने के बावजूद आज तक हाईकोर्ट की बेंच स्थापित नहीं हो सकी है। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए।
गंगा पुत्र ने गाँव समाज के समक्ष सेवा की मिसाल क़ायम की- संजय सिंह
सुलतानपुर,क्षत्रिय शिक्षा समिति जिसके अंतर्गत राणा प्रताप पी जी कॉलेज, राणा प्रताप विधि महाविद्यालय, महात्मा गाँधी स्मारक इंटरमीडिएट कॉलेज और धनञ्जय सिंह मेमोरियल जूनियर हाई स्कूल संचालित है। क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सजंज सिंह एडवोकेट के चाचा कमलेश सिंह उर्फ़ कमलेश दादा जो गंगा पुत्र की उपाधि से विभूषित थे,परलोकवासी हो गये। जो मूलतः महमूदपुर कटका में जन्में और पले बढ़े।ततपश्चात उन्होंने प्रयागराज को अपनी कर्मभूमि बनाया। चेतना और समाजसेवा की सशक्त सतंभ रहे गंगा पुत्र व दादा नाम से लोकप्रिय पूर्व सभासद कमलेश दादा के निधन से प्रयाग शहर शोकाकुल है। मृदुलता,सरलता, ईमानदारी और जनहित के कल्याण लिए समर्पित और अडिग संघर्ष की प्रतिमूर्ति रहे, कमलेश दादा तीन बार निर्दलीय पार्षद चुने गए और हमेशा जनता की आवाज़ को सबसे ऊँचे मंचों तक पहुँचाकर वास्तविक जनप्रतिनिधि की मिसाल बनें। जीवनभर सेवा को ही साधना मानने वाले कमलेश दादा ने जीवित रहते नेत्रदान किया था। उनके निधन की सूचना मिलते ही मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय, प्रयागराज की विशेषज्ञ टीम पहुँची और अत्यंत कुशलता पूर्वक उनका नेत्र निकालकर आगे की प्रक्रिया पूरी की। कमलेश दादा ने देहदान का संकल्प भी लिया था, परंतु आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण देहदान की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी। कमलेश दादा ने समाज सेवा की सर्वोपरि रखा और विवाह नहीं किया था। परिवार का दायित्व और अंतिम संस्कार अंतिम समय में उनकी सेवा व देखभाल उनकी भांजी स्वाती (ममता) कर रही थीं। घाट पर आयोजित भावुक शोक सभा का संचालन वरिष्ठ सभासद शिवसेवक सिंह ने किया। दादा के संघर्ष, उनके बेबाक स्वभाव और बिना स्वार्थ वाली राजनीति की चर्चा करते हुए पूरे वातावरण को करुण और श्रद्धामय बना दिया। जिसमे शहर की राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक, न्यायिक धारा एक साथ मड़ पड़ी। महापौर गणेश केशरवानी ने कहा कि कमलेश दादा संगम के अस्तित्व पर संकट की समस्या मेरे सामने लेकर आये थे जिसके लिए जल मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को अग्रिम कार्यवाही के लिए वार्ता करके पत्र दिया हूँ । पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि हमने अपना एक कर्मयोगी खो दिया जो मेरे लिये ही नहीं प्रयागराज के लिए भी अपूर्णीय क्षति है। क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा हमनें अपना प्रत्यक्ष प्रेरणापुंज खो दिया। उन्होनें गाँव समाज के समक्ष सेवा की मिसाल क़ायम की। गंगापुत्र हमें सेवा हेतु हरपाल प्रेरित करते रहेगें। कमलेश दादा के स्मृति में शोक सभा का आयोजन किया गया और शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया। सुलतानपुर से परिवार के सदस्य प्रयाग पहुँचे। अंतिम संस्कार के अवसर पर सैकड़ों समाजसेवी, व्यापारी, अधिवक्ता व नगरवासी उपस्थित रहे।
पटना में मुखिया प्रत्याशी पूजा कुमारी के द्वारा गरीबों में बांटा गया कंबल
कड़ाके की ठंड को देखते हुए बुधवार को पिताम्बरपुर पंचायत के सोनारू गांव में मानवीय पहल के तहत कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मुखिया प्रत्याशी पूजा कुमारी के सौजन्य से समाजसेवी पिंटू कुमार उर्फ गौतम कुमार द्वारा संपन्न हुआ, जिसमें असहाय, गरीब एवं बुजुर्ग लोगों को कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर पिंटू कुमार ने बताया कि ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गांव के जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित कर घर-घर जाकर कंबल पहुंचाया गया, ताकि कोई भी असहाय व्यक्ति ठंड से परेशान न हो। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की सेवा करना उनका निरंतर प्रयास है और आगे भी इस तरह के जनकल्याणकारी कार्य जारी रहेंगे। कंबल वितरण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भागीदारी रही। मौके पर पूर्व पार्षद केशर प्रसाद, प्रमोद चंद्रवंशी, निक्की कुमार, मोहित कुमार, अभिषेक कुमार, कुंदन कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सनम बैंड ने हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम शो में दिल छू लेने वाले प्रदर्शन से जयपुर को मंत्रमुग्ध किया

* ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट द्वारा प्रोड्यूस और प्रमोट किए गए  हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम ने जयपुर में पेश की संगीत और दोस्ती की एक और अविस्मरणीय रात

*जयपुर ,*दिसंबर 2025*:* ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट द्वारा प्रोड्यूस और प्रमोट किए गए हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम, ने 13 दिसंबर 2025 को जयपुर में प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया। पूरे भारत में जबरदस्त सफलता के बाद, इस शो ने भारत के सबसे चहेते पॉप-रॉक बैंड्स में शामिल सनम बैंड के जादू को जयपुर तक पहुंचाया। इस दौरान जयपुर ने दिल को छू लेने वाली धुनों, ऊर्जा से ओतप्रोत प्रदर्शन और दोस्ती की यादगार शाम का आनंद लिया।

इस अनोखी शाम ने दोस्ती की भावना और संगीत की ताकत को पूरी तरह से साकार किया। कार्यक्रम के दौरान बने जीवंत माहौल में जहां यार (दोस्त) साथ आए, अपने पसंदीदा गानों पर साथ-साथ गुनगुनाए और अविस्मरणीय यादें बनाईं।

टूर के जयपुर चरण में प्रशसंको की जबरदस्त भीड़ उमड़ी, जिसमें वे ‘गुलाबी आँखें’, ‘लग जा गले’, ‘पहला नशा’, ‘सनम मेन्नू’, ‘ये रातें ये मौसम’, ‘इश्क बुलावां’ जैसे सनम बैंड के चार्ट-टॉपिंग हिट्स के साथ कई अन्य गानों पर झूमते और साथ गाते नजर आए। बैंड ने मेलोडी और इमोशन के अपने सिग्नेचर फ्यूजन के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसने सदाबहार आकर्षण को कंटेम्पररी पॉप-रॉक साउंड के मिलाकर पीढ़ियों को सहजता से जोड़ा। यह अनूठी शाम संगीत, पुरानी यादों और यारी-दोस्ती के पलों से भरी थी, जिससे आगे एक अविस्मरणीय संगीतमय यात्रा का मंच तैयार हो गया।

टूर के बारे में बात करते हुए, सनम द बैंड ने कहा, “जयपुर में यारी जैम के लिए प्रदर्शन करना वास्तव में अविस्मरणीय था। भीड़ से मिली एनर्जी और दोस्तों के बीच बने कनेक्शन हमें याद दिलाते हैं कि हम जो करते हैं वह हमें इतना पसंद क्यों है। यारी जैम लोगों को जोड़ने वाले संगीत का प्रतीक है और आज रात का शो इसी भावना का उत्सव था।”

डायजो इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और पोर्टफोलियो हेड, मार्केटिंग, वरुण कूरीच ने अपने उत्साह को साझा करते हुए कहा, “संगीत और दोस्ती हमेशा से हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा के केंद्र में रहे हैं, और ये जुनून भारत के सबसे बड़े ब्रांडेड संगीत आईपी — यारी जैम —  के माध्यम से जीवंत हो उठता है। पिछले साल, हम पाँच शहरों में 50,000 से अधिक कंज्यूमर्स को एक साथ लाए थे। इस साल, हम यारी जैम को 15 शहरों में ले जा रहे हैं, जिसमें कलाकारों की एक अविश्वसनीय श्रृंखला शामिल है जो आज की पीढ़ी की आवाज और भावना को दर्शाते हैं, और हम असली यारी के जश्न को जारी रखते हुए 1,00,000 से अधिक कंज्यूमर्स के साथ जुड़ने की उम्मीद करते हैं।”
ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट के फाउंडर और सीईओ, शोवन शाह ने कहा, “जयपुर में सनम बैंड का प्रदर्शन वास्तव में खास था। इस शहर में हमेशा से लाइव म्यूज़िक के लिए एक अनोखा जोश रहा है और यहां के दर्शक ऐसे प्रोग्राम के साथ पूरे जुनून से जुड़ते हैं। हजारों लोगों को एक साथ गाते हुए देखना इस बात की याद दिलाता है कि ट्राइबवाइब में हम जो करते हैं वह क्यों करते हैं। सनम बैंड को परफॉर्म करते हुए और दर्शकों को इतनी गहराई से जुड़ते और गीत गाते हुए देखना किसी जादू से कम नहीं था। इस टूर में हमारा लक्ष्य हर शहर में ठीक इसी तरह के इमोशन और एनर्जी को बनाए रखना है। हमारे लिए वह पल अहम हैं तो संगीत के फीके पड़ जाने के लंबे समय बाद भी लोगों के ज़ेहन में रहते हैं।”

हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम के सभी शो के टिकट, भारत के लीडिंग एंटरटेनमेंट डेस्टिनेशन, बुकमायशो पर एक्सक्लूसिव लाइव है।
हाउस ऑफ मैकडॉवेल्स सोडा यारी जैम की यह म्यूजिकल जर्नी पूरे भारत में जारी रहेगी। हमारे साथ जुड़े रहें अगल नंबर आपके शहर को हो सकता है!
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डियाजियो इंडिया के बारे में:
डियाज़ियो इंडिया देश की प्रमुख बेवरेज एल्कोहल कंपनी है और यह ग्लोबल लीडर डियाज़ियो पी.एल.सी. की सहायक कंपनी है। कंपनी जॉनी वॉकर, ब्लैक डॉग, ब्लैक ऐंड व्हाइट, वैट 69, एंटिक्विटी, सिग्नेचर, द सिंगलटन, रॉयल चैलेंज, मैकडॉवेल्स नंबर 1, स्मिरनॉफ, केटल वन, टैन्करे, कैप्टन मॉर्गन और भारत की आर्टिसनल सिंगल माल्ट व्हिस्की गोडावन जैसे प्रीमियम ब्रांडों का निर्माण, बिक्री और वितरण करती है। इसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। कंपनी में 3,000 से अधिक कर्मचारी, पूरे भारत में 35 विनिर्माण इकाइयाँ, एक सशक्त वितरण तंत्र और एक अत्याधुनिक तकनीकी केंद्र है। भारत में यह यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यू.एस.एल.) के रूप में स्थापित हुई थी और एनएसई तथा बीएसई दोनों पर सूचीबद्ध है। अधिक जानकारी के लिए www.diageoindia.com पर विजिट करें
जानकारी, पहल और सर्वोतम तरीको को शेयर करने के लिए डियाजियो के ग्लोबल रिस्पॉन्सिबल ड्रिंकिंग रिसोर्स http://www.DRINKiQ.com पर विजिट करें।


ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बारे में:
बुक माई शो की कंपनी ट्राइबवाइब एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड भारत का लीडिंग यूथ व कॉलेज एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म है, जो जेन ज़ी के लाइव इवेंट्स के अनुभव को नया स्वरूप दे रहा है। 2019 में स्थापना के बाद से ट्राइबवाइब ने अपने राष्ट्रीय कैंपस एम्बेसडर कार्यक्रम के माध्यम से कॉलेज फेस्टिवल की दुनिया को बदल दिया है। यह 75 से अधिक शहरों के 750 से ज्यादा कॉलेजों के साथ मिलकर संगीत, हास्य और सांस्कृतिक विधाओं में देश के प्रमुख कलाकारों के अविस्मरणीय प्रदर्शन प्रस्तुत करता रहा है। समय के साथ यह एक मल्टी-वर्टिकल मंच के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें मल्टी-सिटी आर्टिस्ट टूर्स, ब्रांडेड आइ.पी., कैंपस एक्टिवेशन और इसका प्रमुख जेन ज़ी फेस्टिवल ‘वाइबिन’ शामिल है।

150 से अधिक कलाकारों के रोस्टर और 2,500 से ज्यादा आयोजन (जिनमें 1,500 से अधिक कॉलेज इवेंट शामिल हैं) के सफल निष्पादन के साथ, ट्राइबवाइब आर्टिस्ट और ब्रांड्स को भारत के वाइब्रेंट स्टूडेंट कम्युनिटी से सीधे कनेक्ट करते हुए हर साल 1.5 मिलियन से अधिक विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष रूप से इससे जोड़ता है। इसके प्रमुख प्रोजेक्ट्स में वीर दास का ‘माइंडफूल’ टूर, प्रतीक कुहाड़ का 10-सिटी रन, ज़ाकिर खान का 60-सिटी कॉमेटी टूर, तथा आदित्य गढ़वी और नवरात्रि विथ फाल्गुनी पाठक जैसी क्षेत्रीय प्रस्तुतियाँ शामिल हैं।
भारत की लाइव एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री जैसे-जैसे महानगरों से आगे बढ़कर टियर 2 और टियर 3 शहरों तक फैल रही है वैसे ही ट्राइबवाइब इन बाजारों में उच्च गुणवत्ता वाले स्थानीय अनुभव विकसित कर रहा है और दर्शकों को उत्कृष्ट लाइव परफॉर्मेंस से जोड़ रहा है। बुक माई शो की क्षमता और विशेषज्ञता के साथ, ट्राइबवाइब देश में यूथ कल्चर, ग्रीनफील्ड मार्केट और मॉर्डन टूरिंग फॉर्मेट को बढ़ावा देते हुए एंटरटेनमेंट की अगली लहर को आगे बढ़ा रहा है।
करोड़ों का लोन और कम ब्याज का लालच, फिर धोखाधड़ी का खेल… रांची पुलिस ने ओडिशा से पकड़े रियल लाइफ ‘बंटी-बबली’

झारखंड की राजधानी रांची में लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पति-पत्नी लोगों को कम ब्याज, कम प्रोसेसिंग टाइम में करोड़ों का लोन दिलाने का झांसा देकर लाखों का चूना लगाते थे. दोनों पति-पत्नी बड़े व्यापारियों को झांसे में लेकर शिकार बनाते थे. कम ब्याज में लोग के लिए बड़ी रकम दिलाने का वादा करके लाखों रुपए ऐंठते थे.

रांची के कांके थाना क्षेत्र के एक कारोबारी से लगभग 70 लाख रुपए की ठगी की गई थी. अंतर्राज्यीय ठगी गिरोह से जुड़े शिवाजी पाटिल और उनकी पत्नी एंजेला कुजूर को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. दोनों बंटी-बबली की स्टाइल में लोगों से ठगी करते थे.

कारोबारियों को बनाते थे शिकार

दरअसल, दोनों पति- पत्नी की जोड़ी रांची के ही कांके थाना क्षेत्र के रहने वाले एक कारोबारी को कम ब्याज दर पर करोड़ों रुपए का लोन दिलवाने का झांसा दिया. एंजेला कुजूर और उसके पति शिवाजी पाटिल उर्फ अमित महतो ने पहले अलग-अलग क्लीयरेंस प्रोसीजर के नाम पर लगभग 70 लाख रुपए की ठगी कर लिया. ठगी के शिकार पीड़ित कारोबारी ने रांची के कांके थाना में दोनों पति-पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

पति-पत्नी ने मिलकर ऐंठे 70 लाख

पीड़ित ने बताया कि एंजेला कुजूर और उनके पति शिवाजी पाटिल ने कम ब्याज पर लोन दिलाने की बात कही थी. इसके एवज में अलग-अलग प्रक्रिया के नाम पर लगभग 70 लाख रुपए ऐंठ लिए थे. जब उन्हें लोन नहीं मिला तब उनके नाम पर एक जमीन को फर्जी तरीके से एग्रीमेंट कर दिया गया. जांच के दौरान पाया गया कि वह जमीन भी, उस शातिर दंपती की नहीं है.

ओडिशा में कारोबारी से की थी ठगी

कांके थाना में ठगी मामले को लेकर दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उड़ीसा में वांटेड दंपति एंजेला कुजूर (पत्नी) और उनके पति शिवाजी पाटिल को गिरफ्तार कर लिया. शातिर दंपति से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. दोनों दंपति ने बताया कि वो इससे पहले ओडिशा में भी एक कारोबारी को कम ब्याज दर पर करोड़ों रुपए का लोन दिलाने के नाम पर लगभग 40 लाख रुपए का चूना लगा चुके है.

कोहरे ने दी दस्तक, जनजीवन हुआ प्रभावित

बहसूमा/मेरठ। क्षेत्र में घना कोहरा दस्तक दे चुका है। स्थिति यह रही कि दिन के 11:00 बजे तक भी सामने कुछ साफ दिखाई नहीं दिया। अचानक बढ़े कोहरे के कारण आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित नजर आया। सड़कों पर चल रहे वाहनों की रफ्तार पर लगाम लग गई, वहीं लोगों को दैनिक कार्यों में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरे का असर पशु-पक्षियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। ठंड और दृश्यता कम होने के कारण पक्षी दाना खोजने के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को भी अपने पशुओं की देखभाल में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है। घने कोहरे के चलते सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। दृश्यता कम होने से वाहन चालक धीमी गति से वाहन चलाने को मजबूर हैं। कई स्थानों पर वाहनों की लंबी कतारें भी देखने को मिलीं। स्थिति को देखते हुए थाना प्रभारी प्रतिभा सिंह ने वाहन चालकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी से अपील की है कि कोहरे के दौरान कम स्पीड में वाहन चलाएं, हेडलाइट व फॉग लाइट का प्रयोग करें तथा सुरक्षित दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही बड़ा हादसा बन सकती है, इसलिए सभी लोग सावधानी बरतें। प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि अत्यंत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। घने कोहरे के चलते क्षेत्र में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।