सांस्कृतिक चेतना और एकता का संदेश देगी 17 नवंबर की आदिवासी महारैली
आदिवासी जन आक्रोश महारैली विरोध का स्वर नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की गरिमा, पहचान और अधिकारों की रक्षा का प्रतीक होगी- विक्की कुमार धान
हजारीबाग- 17 नवंबर, सोमवार को हजारीबाग के प्रसिद्ध सरहुल मैदान में आदिवासी समाज की चेतना और संघर्ष का प्रतीक बनकर आदिवासी जन आक्रोश महारैली आयोजित होने जा रही है। यह रैली विशेष रूप से कुड़मी (महतों) समाज के अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग के विरोध में आयोजित की जा रही है।आदिवासी अस्मिता और एकता को बचाने के लिए यह रैली आदिवासी समाज के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोगों को आकर्षित करेगी। आदिवासी जन आक्रोश महारैली के सचिव सह मीडिया प्रभारी विक्की कुमार धान ने बताया कि यह रैली केवल विरोध का स्वर नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की गरिमा, पहचान और अधिकारों की रक्षा का प्रतीक होगी। उन्होंने आगे कहा कि हमारा उद्देश्य समाज में एकता और अस्मिता बनाए रखना है। हम चाहते हैं कि हमारी आवाज़ न सिर्फ़ सुनी जाए, बल्कि हमारी वास्तविक समस्या और मांगें सही मायनों में समझी जाएँ। जबकि सार्वजनिक मंच पर आदिवासी समाज के नेता, बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता अपने विचार साझा करेंगे। रैली में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, आदिवासी परंपराओं का प्रदर्शन और सभा में विचार-विमर्श का आयोजन भी किया जाएगा। विक्की कुमार धान ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यह रैली शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की जाएगी और सभी उपस्थित लोग आदिवासी संस्कृति और मूल्य की रक्षा करते हुए हिस्सा लें।













परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।



लखनऊ । दिल्ली ब्लास्ट के एक सनसनीखेज मामले में लखनऊ की डॉ. शाहीन ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। सिर्फ एक गायब डॉक्टर का मामला नहीं, बल्कि 10 साल से पाक समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क में सक्रिय शाहीन अब अंतरराष्ट्रीय संपर्क और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के गहरे रहस्यों के केंद्र में हैं।



हजारीबाग- ए.डी. ग्रोवर मेमोरियल लाइब्रेरी में शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा और महात्मा नारायणदास ग्रोवर की जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा शामिल हुए। उनकी उपस्थिति से समारोह में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार हुआ। समारोह में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अशोक कुमार तथा तरंग ग्रुप के संचालक अमित कुमार भी मौजूद रहे, जिनकी सहभागिता ने कार्यक्रम की महत्ता को और बढ़ा दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण से हुई, जहां उपस्थित सभी लोगों ने दोनों महापुरुषों के योगदान को नमन किया।
51 min ago
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