फर्जी डिग्री–मार्कशीट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़,तीन गिरफ्तार
![]()
लखनऊ। राजधानी में पुलिस उपायुक्त पूर्वी की क्राइम, सर्विलांस और गोमतीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े और सनसनीखेज फर्जी शैक्षिक दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री बनाकर भोले-भाले छात्रों से लाखों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 923 फर्जी मार्कशीट व प्रमाणपत्र, 15 फर्जी मुहरें, 65 मार्कशीट प्रिंटिंग पेपर, एक कार, 6 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चेकबुक और करीब 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
लंबे समय से चला रहे थे फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने का रैकेट
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी जोन की क्राइम व सर्विलांस टीम तथा गोमतीनगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी की संयुक्त टीम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए अयोध्या जिले के थाना पूरा कलंदर क्षेत्र के पलिया निवासी सत्येन्द्र द्विवेदी, उन्नाव के घाटमपुर निवासी अखिलेश कुमार और लखीमपुर-खीरी के ईशानगर निवासी सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी बेहद शातिर हैं और लंबे समय से अंतरराज्यीय स्तर पर फर्जी डिग्री–मार्कशीट का रैकेट चला रहे थे।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों के नामी-गिरामी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते थे। गिरोह भोले-भाले छात्रों को बिना पढ़ाई और मेहनत के डिग्री दिलाने का लालच देता था और इंजीनियरिंग, बीटेक, बीसीए, एमसीए, एमएससी, बीए समेत अन्य कोर्स की फर्जी डिग्री उपलब्ध कराता था। इसके लिए वे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के नाम का दुरुपयोग करते थे।
इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके
डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, आरोपी एक फर्जी मार्कशीट या डिग्री के बदले छात्रों से 25 हजार रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। कई छात्र तब ठगी का शिकार होने का एहसास करते थे, जब वे निजी कंपनियों या सरकारी विभागों में नौकरी के लिए आवेदन करते थे और दस्तावेज सत्यापन के दौरान उनकी डिग्री फर्जी पाई जाती थी। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके हैं।
दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं और फर्जी डिग्री तैयार करने का नेटवर्क किन-किन राज्यों तक फैला हुआ है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, जिससे कई और नाम सामने आने की उम्मीद है।इस बड़ी सफलता पर डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने पुलिस टीम को शाबाशी दी।
इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप
इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर गोमतीनगर ब्रजेश तिवारी, उपनिरीक्षक प्रेम कुमार, मोहम्मद जसीम रज़ा, कमलेश कुमार यादव, अरविंद कुमार, हेड कांस्टेबल बब्बन यादव, कांस्टेबल अंकुर चौधरी, आकाश यादव सहित पूर्वी जोन की क्राइम सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक अमरनाथ चौरसिया, हेड कांस्टेबल संदीप पाण्डेय, अमित सिंह, कांस्टेबल तरनजीत सिंह, शिवानंद खरवार, अजय यादव और प्रदीप कुमार शामिल रहे। पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।


लखनऊ। राजधानी में पुलिस उपायुक्त पूर्वी की क्राइम, सर्विलांस और गोमतीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े और सनसनीखेज फर्जी शैक्षिक दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री बनाकर भोले-भाले छात्रों से लाखों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 923 फर्जी मार्कशीट व प्रमाणपत्र, 15 फर्जी मुहरें, 65 मार्कशीट प्रिंटिंग पेपर, एक कार, 6 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चेकबुक और करीब 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

लखनऊ । सहारनपुर के गंगोह में एसटीएफ ने 1 लाख के इनामी वांटेड अपराधी सिराज को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। सिराज सुल्तानपुर जिले के चर्चित हत्याकांड में फरार चल रहा था और लंबे समय से पुलिस को उसकी तलाश थी। मुठभेड़ के दौरान सिराज ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग की, जिसके जवाब में की गई कार्रवाई में वह मारा गया।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस की आपात सेवा यूपी-112 आम नागरिकों को आपात परिस्थितियों में तुरंत पुलिस सहायता उपलब्ध कराने के लिए विशेष जन-जागरूकता अभियान शुरू कर रही है। “जन-जागरूकता की बात, जन-जन के साथ” थीम पर आधारित यह अभियान 20 दिसंबर से 27 दिसंबर 2025 तक गोरखपुर जोन और आसपास के जनपदों में संचालित होगा। हर जनपद में यह अभियान दो-दो दिनों तक चलेगा यह अभियान गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर में आयोजित किया जाएगा। हर जनपद में यह अभियान दो-दो दिनों तक चलेगा।अभियान का उद्देश्य आम जनता को यूपी-112 की आपात सेवाओं, महिलाओं के लिए नाइट एस्कॉर्ट सेवा और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘सवेरा योजना’ जैसी सुविधाओं की जानकारी देना है। साथ ही, कोहरे में सुरक्षित वाहन संचालन, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन, धीमी गति से वाहन चलाना और आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करना जैसे विषयों पर भी जागरूक किया जाएगा। हर टीम में 14 सदस्य शामिल होंगे तीन विशेष प्रचार टीमों का गठन किया गया है, जिनमें हर टीम में 14 सदस्य शामिल होंगे। टीमों में 2 पुलिस अधिकारी और 12 प्रचार-प्रसार दल के सदस्य होंगे। ये टीमें स्कूल-कॉलेज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख चौराहों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाकर नुक्कड़ नाटकों, एलईडी वैन, जागरूकता वीडियो और संवाद के माध्यम से लोगों को सूचित करेंगी। अभियान की शुरूआत आज इन जनपदों से होगी अभियान की शुरुआत 20 दिसंबर से गोरखपुर, बहराइच और बस्ती जनपदों में होगी। लोगों को बताया जाएगा कि आपात स्थिति में 112 पर कॉल कैसे करें, महिलाओं के लिए नाइट एस्कॉर्ट सेवा का उपयोग कैसे करें और वरिष्ठ नागरिक सवेरा योजना के तहत किस प्रकार मदद ले सकते हैं।
9 hours ago
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1.7k