मनुष्य का आचरण किस प्रकार का होना चाहिए ए सिखाती है रामचरितमानस:अनुज सिंह
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लक्ष्मण शक्ति लीला मंचन के दिन दर्शकों से खचाखच भरा रहा प्रांगण
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विकास खण्ड कौधियारा क्षेत्र के ग्राम सभा बारी बजहिया बजरंग चौराहा पर विगत कई वर्षों से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की लीला का मंचन होता आ रहा है।आज अंतिम दिवस (लक्ष्मण शक्ति)लीला के दिन बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश प्रभारी भारतीय किसान यूनियन के अनुज सिंह ने बाल रामलीला कमेटी के कलाकारो और मौजूद दर्शकों को सम्बोधित करते हुए भगवान राम जी के जीवन पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि भगवान रामचन्द्र जी के जीवन से हमें धैर्य न्याय और मर्यादा जैसे मूल्यों को अपनाने की सीख मिलती है।उनके जीवन से हमें सत्य, कर्तव्य और आदर्शों का पालन करते हुए जीवन की कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा मिलती है।मर्यादा का पालन:भगवान रामचन्द्र'मर्यादा पुरुषोत्तम' कहलाते है जो दर्शाता है कि हमें हमेशा मर्यादा में रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।धैर्य और संयम:जीवन की कठिन परिस्थितियो में भी धैर्य और संयम बनाए रखना महत्वपूर्ण है। 14 वर्ष के वनवास को उन्होंने इसी से सहन किया।सत्य और न्याय:हमेशा सत्य और न्याय के मार्ग पर चलना चाहिए भले ही उसमें कितनी भी कठिनाई आए।बड़ो का सम्मान:हमें अपने बड़ों का सम्मान करना चाहिए और उनके आदेशो का पालन करना चाहिए जैसा कि उन्होंने अपने पिता के वचन का सम्मान किया।त्याग और समर्पण:भगवान रामचन्द्र ने अपने भाइयों के प्रति प्रेम और समर्पण का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।लक्ष्मण वनवास में उनके साथ गए और भरत ने उनके सम्मान में उनके खड़ाऊ सिंहासन पर रखे।नेतृत्व और कर्तव्यपरायणता: उन्होंने एक आदर्श शासक और पुत्र के रूप में कर्तव्य निभाया। राजनीति में भी उन्होंने प्रजा की भलाई को प्राथमिकता दी।बुराई पर अच्छाई की जीत: उनकी पूरी कहानी सिखाती है कि अंततः बुराई पर अच्छाई की जीत होती है।सादगीपूर्ण जीवन:उन्होंने सादगी से जीवन जीना सिखाया।उक्त मौक़े पर मंडल उपाध्यक्ष संजय यादव वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष शुभम् सिंह जिला मिडिया प्रभारी राजेश चतुर्वेदी अध्यक्ष यमुना नगर प्रवीन पाल बाल रामलीला कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद पटेल डायरेक्टर विपिन कुमार पटेल विमलेश पटेल राजमन पाल उपस्थित रहे।
Oct 10 2025, 18:52