भागवत कथा के पांचवें दिन आचार्य रामकरण सहल ने सुनाई प्रभु की बाल लीलाएं भक्तगण कथा श्रवण कर भावविभोर हो उठे और भक्ति रस में सराबोर हो गए
श्रीमद भागवत सप्ताह यज्ञ के पंचम दिवस पर व्यासपीठ से कथावाचक आचार्य श्री रामकरण सहल जी महाराज ने भक्तजनों को प्रभु श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का दिव्य प्रसंग सुनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ यजमान अनुप जोशी एवं उनकी धर्मपत्नी नीलम जोशी द्वारा पूजा-अर्चना कर किया गया। कथा प्रसंग के दौरान आचार्य रामकरण सहल ने बताया कि प्रभु ने पूतना वध कर अधर्म और अपवित्र कर्मों का नाश करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम सूर्यवंश में और श्रीकृष्ण चंद्रवंश में अवतरित हुए। सूर्य बुद्धि का कारक है, जबकि चंद्र मन का कारक। जब तक बुद्धि शुद्ध नहीं होती और मन मर्यादित नहीं होता, तब तक प्रभु का प्राकट्य संभव नहीं है। कान्हा के माखन चोरी लीला का उल्लेख करते हुए उन्होंने समझाया कि यह जीवन में अपने अधिकार की प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास करने का संदेश देती है। गोचारण लीला के संदर्भ में आचार्य रामकरण सहल ने कहा कि गौ सेवा से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं है क्योंकि गौ माता के रोम-रोम में देवताओं का वास है। अंत में गोवर्धन लीला का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि ‘गो’ का अर्थ इंद्रियां और ‘वर्धन’ का अर्थ नियंत्रण है। प्रभु ने गोवर्धन लीला कर यह सिखाया कि मन और इंद्रियों को वश में रखना ही सच्चा साधन है। मुख्य अतिथि बरही विधायक मनोज यादव,पूर्व सिमरिया विधायक किशुन दास, अशोक शर्मा, केदार यादव, उपस्थित हुए। भागवत कथा श्रवण करने वाले श्रद्धालु भक्त , लक्ष्मण यादव, द्वारिका राणा, आनन्द मोदी, श्यामसुंदर सिंघानिया,पवन चौधरी, राजेन्द्र यादव,विनय राणा,महेश दारुका, अरविन्द चौधरी,शुशील जोशी,पवन जोशी,महेंद्र जोशी, विजय जोशी,श्रीअंश जोशी, मनोज जोशी,, चन्द्रशेखर जोशी,ईशान जोशी,संजय शर्मा,नरेन्द्र पाल, राकेश शर्मा, अरुण मोदी, संजय बनर्जी,दीनानाथ पाण्डेय, सिद्धी प्रसाद, अजय वर्मा, मनोज चन्द्रवंशी,शशि भूषण प्रसाद, सुनील सिन्हा, राजीव कालरा, कुमार पूजारा,पुष्पा जोशी,संगीता शर्मा,मंजु जोशी, सुनीता जोशी,ललीता शर्मा, सुजाता जोशी, आदि सैकड़ो श्रृद्धालु भक्त शामिल हुए।
Sep 05 2025, 18:39