06 सिंतबर से 21 सितंबर 2025 तक आयोजित होगा पितृपक्ष, तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने की समीक्षा
गया जी: इस वर्ष पितृपक्ष मेला 06 सिंतबर से प्रारंभ होकर 21 सितंबर 2025 तक आयोजित रखेगा। इस वर्ष पिछले वर्ष के अपेक्षा और अधिक तीर्थयात्रियों की आने की पूरी संभावना है। पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के उद्देश्य से किये जा रहे तैयारियों का समीक्षा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कोषांगवार किया।
डीएम ने हर कोषांग की तैयारी एवं क्या क्या काम किया जाना है, उसकी क्या प्रगति है, से संबंधित साप्ताहिक समीक्षा कोषांग वार की जा रही है। उन्होंने सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अभी से ही अपने कोषांग में अधीनस्थ पदाधिकारी, अभियंता एवं संबंधित नामित स्वमं सेवी सम्मानित व्यक्तियों के साथ स्थल निरीक्षण करते हुए, जो भी कमियां पायी जाती है उसे युद्धस्तर में ठीक करवाये, ताकि मेला अवधि में पितृपक्ष मेला की खूबसूरती में और चार चांद लग जाये।
आज मुख्य रूप से मेल क्षेत्र के आवासन कोषांग, जलापूर्ति एवं स्वच्छता कोषांग के कार्यो पर किये गए तैयारी संबंधित साप्ताहिक समीक्षा की गई। आवासन कोषांग की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कहा कि अब तक 50 आवासन स्थल जिसमे 26 यात्री आवासन स्थल एवं 24 पुलिस आवासन स्थल चिन्हित किये गए हैं, जो पिछले वर्ष भी आवासन स्थल में सम्मिलित थे। इसके अलावा 10 अन्य आवासन स्थल पिछले सप्ताह चिन्हित हुए हैं जिनमे 5 सरकारी भवन एवं 05 निजी संस्था के भवन हैं। डीएम ने कहा कि जिस आवासन स्थल में जो कमी है, उसको ठीक करवाये। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि आवासन स्थल की रंगाई पोताई का कार्य करवाना प्रारम्भ करें। जिस आवासन स्थल में बिजली कनेक्शन की आवश्यकता है, वहां बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवाया जाए। आवासन स्थलो कि पूरी निगरानी के लिये जोन बनाते हुए प्रभारी नामित करे। डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि आवासन स्थल के सेफ्टी टैंको की सफ़ाई कार्य तेजी से करवाये। अब तक 20 आवासन स्थल के सेफ्टी टैंक को साफ करवाये भी जा चुके हैं।
ज़िलाधिकारी ने बताया कि इस बार भी गांधी मैदान में 2500 क्षमता वाले टेंटी सिटी का निर्माण करवाने के लिये पर्यटन विभाग बिहार सरकार को पत्र भेजी गई है। पर्यटन विभाग से समन्वय रख कर प्रस्तावित टेंट सिटी में रहने वालों के लिये पेयजल एवं टॉयलेट की कोई कमी नही रहे, इसे लेकर प्रॉपर व्यवस्था पूरा रखे. निगमा मोनास्ट्री बोधगया में 2 हजार की संख्या में आवासन की पूरी व्यवस्था के लिये पर्यपत रूम एलोकेट की व्यवस्था की जांच कर ले।
पेयजल एवं स्वच्छता कोषांग के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थल पर अभी से ही घूम घूम कर पितृपक्ष मेला में किए जाने वाली व्यवस्थाओं का आकलन कर लें। उन्होंने कहा कि आवासन स्थलों पर पहले से स्थापित टॉयलेट तथा पेयजल की व्यवस्था जो स्थापित है उसे मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही कितनी संख्या में अस्थाई टॉयलेट एवं स्नानागार बनाने की आवश्यकता है इसका आकलन कर लें। सभी टॉयलेट एवं स्नानागार एवं चेंजिंग रूम बनने वाले पूरी गुणवत्तापूर्ण प्रीफेब्रिक होनी चाहिए। शहर में विभिन्न स्थानों पर बने पयाउ को पूरी तरह चालू करवाये। नगर आयुक्त ने बताया कि इस बार सभी पियाऊ को एक थीम में पेंटिंग भी करवाई जा रही है। वेदी स्थल, घाट, तालाब इत्यादि के समीप बंद चापाकलों को चालू करवाये। डीएम ने phed को निर्देश दिए हैं कि पानी की क्वालिटी की जांच करवाएं। कही कोई दूषित/ खरा पानी नही रहे। डीएम ने कार्यपालक अभियंता बुडको को निर्देश दिया है कि ब्रह्मयोनि पहाड़ पर बने ओवर हेड टैंक जिससे निगम क्षेत्र के लोगो के लिये जलापूर्ति मिलती है, सभी ओवर हेड टैंक की पूरी तरह सफाई की व्यवस्था करवाये, ताकि कही कोई दूषित पानी नही मिले। उन्होंने उप नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थल पर पानी निकासी हेतु एक सेपरेट टीम नामित रखें ताकि किसी भी आवासन स्थल में जलजमाव की स्थिति रहने पर उसे तुरंत साफ करवाया जा सके।
सभी पार्किंग स्थल पर पर्याप्त टॉयलेट एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करावे. जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता phed को निर्देश दिया है कि रामशिला, प्रेतशिला, गोदावरी तालाबों को विशेष रूप से पानी सफाई व्यवस्था रखें। बताया गया कि देवघाट पर कुल 52 शौचालय नगर निगम के हैं सभी को मरामती किया जा रहा है, देवघाट पर चेंजिंग रूम एवं झरना की मरामाती पीएचडी विभाग द्वारा की जा रही है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सीता कुंड में भी टॉयलेट, पेयजल, चेंजिंग रूम इत्यादि की व्यवस्था का आकलन कर लें। बताया गया कि सीता पथ पर एवं नव निर्मित विष्णुपथ पर इस बार स्थायी सामुदायिक टॉयलेट/ चेंजिंग रूम का निर्माण करवाया जा रहा है साथ ही पेयजल की भी व्यवस्था करवायी जा रही है. उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिया है कि सूर्यकुंड तालाब, वैतरणी तालाब एवं ब्रह्मशत तालाब के पानी को सफाई की व्यवस्था रखें। उन्होंने निर्देश दिया है कि जितने भी सरोवर हैं जहां पिंडदान इत्यादि का कार्य होते हैं उन सभी तालाबों में लगे काई को साफ करवाए ताकि कहीं फिसलने की कोई घटना नहीं हो सके. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि संवाद सदन समिति के अधीनस्थ जितने भी ठहराव स्थल हैं एवं उनके अधीन जो भी स्वामित्व है उन सभी का निरीक्षण करेंगे एवं उन स्थलों में पेयजल टॉयलेट एवं सफाई की व्यवस्था का आकलन करते हुए व्यवस्था सुनिश्चित करवाये। जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देश दिया है कि पितृपक्ष मेला के दौरान अचानक भारी बरसात नहीं हो इस दृष्टिकोण से भी पूरी तैयारी रखनी होगी। कहीं जल जमाव की स्थिति होने पर तुरंत पानी निकासी की व्यवस्था रखनी होगी। इसके लिए अभी से ही पूरी तैयारी एवं आकलन कर लें। डीएम ने कहा कि शहर की मुख्य सड़को एवं सहायक सड़कों की साफ सफाई लगातार करवाते रहें। मुख्य सड़कों से कचड़ा का उठाव रात्रि के समय करवाते रहे। अंत में जिलाधिकारी ने नगर निगम, phed एवं बुडको के पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि आपस में कोऑर्डिनेशन करते हुए आगामी पितृपक्ष मेल को पूरी तरह सफल बनाएं। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी वेदी स्थल, सभी पार्किंग स्थल, सभी ठहराव स्थल एवं मेला क्षेत्र आदि में जो भी कमियां है उसे अगस्त लास्ट तक कमियां को दूर करते हुए मेला का एक बेहतर स्वरूप दें। बैठक में उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता विभागीय, ज़िला पर्यटन पदाधिकारी, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, स्वमं सेवी सामाजिक व्यक्ति सहित कोषांग के वरीय एव नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे।
Jul 23 2025, 16:41