गयाजी: राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के परिवार को दिया बड़ा तोहफा, मिट्टी के घर को बनवा रहे हैं पक्का मकान
गयाजी: 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के परिवार के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बड़ा तोहफा दिया है। पिछले महीने जून 2025 में गया और राजगीर के एक दिवसीय दौरे के दौरान राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के पैतृक गांव गहलौर में उनके परिवार से मुलाकात की थी। जिस मिट्टी के मकान में बैठकर उन्होंने परिवार से बात की थी, अब राहुल गांधी उस मकान को पक्का मकान बनवा रहे हैं। इस सौगात को सौंपने के लिए खुद राहुल गांधी गया पहुंचेंगे, हालांकि अभी तिथि निर्धारित नहीं हुई है, क्योंकि मकान के निर्माण में कुछ समय लगेगा।
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राहुल गांधी से मिली इस सौगात से दशरथ मांझी के परिवार के लोग बेहद खुश हैं। उनके एकलौते पुत्र भगीरथ मांझी के दामाद मिथुन मांझी ने बताया कि उनके घर कई बड़े नेता और अभिनेता आए, लेकिन किसी ने वह काम नहीं किया जो राहुल गांधी ने उनके लिए किया है।
अचानक मिली सौगात: परिवार को भी नहीं था अंदाजा
मिथुन मांझी ने बताया कि राहुल गांधी की टीम की देखरेख में उनके मकान का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। गहलौर गांव में जब राहुल गांधी ने भगीरथ मांझी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की थी, तब उन्होंने पक्के मकान के निर्माण की बात नहीं कही थी। लेकिन गया से दिल्ली लौटने के 10 दिनों के भीतर राहुल गांधी की टीम दशरथ मांझी के घर पहुंची और सर्वे किया।
भगीरथ मांझी ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि सर्वे के दौरान भी परिवार को यह मालूम नहीं चला कि राहुल गांधी की टीम क्या कर रही है। टीम ने उनसे और उनके परिवार से घर के संबंध में जानकारी ली और पूछा कि उन्हें कितने कमरे और किन-किन सामानों की जरूरत है। भगीरथ मांझी के अनुसार, उन्होंने टीम को अपनी जरूरतें बताईं और अब उसी के अनुसार उनके घर का निर्माण हो रहा है। टीम ने सर्वे के बाद राहुल गांधी को जानकारी दी, जिसके बाद उन्हें बताया गया कि राहुल गांधी उनके घर का निर्माण कराना चाहते हैं और अनुमति मांगी गई। अनुमति मिलने के बाद घर का निर्माण कार्य शुरू हुआ।
एक कट्ठा में बन रहा 4 कमरों का आधुनिक मकान
भगीरथ मांझी के परिवार के लिए एक कट्ठा जमीन पर घर का निर्माण हो रहा है, जिसमें 4 कमरे, एक किचन और एक बड़ा बाथरूम शामिल है। चार कमरों में से पहले से दो कमरों का आधा निर्माण था, जिनकी मरम्मत कर अब पूरा निर्माण किया जा रहा है।
मिथुन मांझी ने बताया कि उनके घर का निर्माण सासाराम के एक ठेकेदार से राहुल गांधी करवा रहे हैं। निर्माण कार्य में लगे कारीगर और मजदूर सासाराम और डेहरी के हैं। घर का निर्माण कार्य छत की ढलाई तक पहुंच चुका है। छत की ढलाई के बाद घर के आगे बाउंड्री भी दी जाएगी और घर में टाइल्स, मार्बल और बेड भी लगाए जाएंगे।
भगीरथ मांझी भावुक होकर कहते हैं, "राहुल गांधी हमारे घर का ऐसा निर्माण करा रहे हैं कि हमने कभी इस तरह के मकान के निर्माण के लिए सोचा भी नहीं था, क्योंकि हम गरीब हैं, ऐसे घर का हम निर्माण कैसे कर पाते? राहुल गांधी ने हमारी गरीबी को देखा और खुद उन्होंने निर्णय किया कि हमारे घर का निर्माण कराएंगे। आज तक कई नेता हमारे घर आए लेकिन किसी ने हमारे घर के निर्माण के लिए नहीं सोचा, राहुल गांधी ही पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने बिना कहे हमारे घर का निर्माण कराया है।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कई बार अपने घर के निर्माण के लिए स्थानीय अधिकारियों से गुहार लगाई थी, लेकिन वह पूरी नहीं हुई।
कारीगर गोविंद कुमार, जो सासाराम के रहने वाले हैं, ने बताया कि उनके ठेकेदार को कांग्रेस के नेता ने काम दिया था। उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी का परिवार वाकई गरीब है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जब राहुल गांधी गृह प्रवेश में आएं तो उन्हें भी मिलने का मौका मिले।
सत्तू पीने आएंगे राहुल और राजनीति में भविष्य की उम्मीद
भगीरथ मांझी ने बताया कि जब राहुल गांधी उनके घर आए थे, तब काफी भीड़ थी। उन्होंने खाने-पीने की व्यवस्था की थी, जिसमें सत्तू और डाभ (नारियल पानी) भी शामिल था। राहुल गांधी ने उस समय गर्मी की वजह से डाभ पीया था, लेकिन उन्होंने कहा है कि जब वे गृह प्रवेश में आएंगे तो सत्तू जरूर पिएंगे।
भागीरथ मांझी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके पिता दशरथ मांझी के लिए कुछ काम किए हैं, लेकिन दशरथ मांझी के परिवार के लिए कुछ खास नहीं किया। उन्होंने कहा, "हमारी गरीबी को राहुल गांधी ने समझा है, वह एक बड़े दूरदर्शी नेता हैं, बिना मांगे ही हमारी मजबूरी को समझ गए।" इस बात को लेकर भी परिवार में उम्मीद है कि राहुल गांधी उनके लिए चुनाव लड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और जब बिना मांगे घर दिए हैं तो फिर वे टिकट भी देंगे।
दशरथ मांझी का परिवार और आवास की जरूरत
दशरथ मांझी, जिन्होंने 30 वर्षों तक कड़ी मेहनत और संघर्ष से अकेले पहाड़ काटकर रास्ता बनाया था, 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अपनी कुर्सी पर बैठाकर सम्मानित किए जाने के बाद सुर्खियों में आए थे। दशरथ मांझी के एक बेटा भगीरथ मांझी और एक बेटी लौंगी देवी थी। बेटी लौंगी देवी का देहांत हो चुका है।
दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ मांझी को सिर्फ एक बेटी अंशु कुमारी है, जबकि लौंगी देवी को तीन बेटे और एक बेटी थी। दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ और बेटी लौंगी देवी का परिवार एक ही जगह पर रहता है। भगीरथ मांझी की बेटी अंशु और दामाद मिथुन मांझी को तीन बेटियां और दो बेटे हैं। 60 वर्षीय भगीरथ मांझी अपनी बेटी और दामाद के साथ रहते हैं। पहले उनका दो कमरों का मिट्टी का घर था, और साल 2020 में परिवार को सरकार की ओर से कॉलोनी भी मिली थी, लेकिन बड़ा परिवार होने के कारण वह भी छोटा पड़ रहा था। ऐसे में राहुल गांधी द्वारा बनवाए जा रहे इस नए घर से परिवार को बड़ी राहत मिलेगी।
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