*‘‘तय मानकों के अनुसार हर लाभार्थी तक पहुंचे गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा’’*
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मॉडल सीआई वीएचएसएनडी-यूएचएसएनडी व यूविन पोर्टल के लिए हुआ क्षमता संवर्धन
जिले में करीब दो सौ सत्रों पर शत प्रतिशत सेवाओं का मॉडल तैयार करने की कवायद
गोरखपुर। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा की अध्यक्षता में मॉडल छाया एकीकृत (सीआई) ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) और सीआई शहरी स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) व एएनएम का वर्चुअल माध्यम से शुक्रवार को क्षमता संवर्धन किया गया। साथ ही प्रेरणा श्री सभागार में नगरीय क्षेत्र की एएनएम का यूविन पोर्टल को लेकर क्षमता संवर्धन हुआ। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में सीएमओ ने बताया कि तय मानकों के अनुसार हर लाभार्थी तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना शासन की प्राथमिकता है। इन सेवाओं को शत प्रतिशत सुनिश्चित करने की कोशिश के क्रम में ही करीब दो सौ सत्रों को मॉडल के तौर पर तैयार करना है।
इको इंडिया और यूपीटीएसयू के सहयोग से आयोजित वर्चुअल क्षमता संवर्धन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएमओ डॉ झा ने कहा कि मॉडल सत्रों पर शत फीसदी प्रसवपूर्व जांच, नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन सेवाएं, अति कुपोषित बच्चों का वजन, ई कवच कवरेज, आभा आईडी सृजन, टीबी मुक्त पंचायत, गैर संचारी रोगों की स्क्रिनिंग और लाभार्थी केंद्रित परामर्श दिया जाएगा। यह लक्ष्य सुनिश्चित हो सके, इसी उद्देश्य से क्षमता संवर्धन किया जा रहा है। प्रत्येक ब्लॉक से कम से कम दस और शहरी क्षेत्र के दस सत्रों को मॉडल बनाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में पांच एएनएम के सत्र और पांच आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सत्र को मॉडल बनाने के लिए काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि मॉडल सत्र संबंधित क्षमता संवर्धन में यूपीटीएसयू से डॉ अर्चना और इको इंडिया से डॉ सत्या ने तकनीकी सहयोग किया।
इससे पहले, नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों से जुड़ी एएनएम की क्षमता संवर्धन कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए सीएमओ ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के साथ उनकी ई कवच पर रिपोर्टिंग अवश्य सुनिश्चित की जाए। अपने कार्यों से उदाहरण पेश करते हुए मॉडल तैयार करने की कोशिश करें। डॉ झा ने बताया कि इस दौरान सिटीजन एप को लेकर खास तौर से प्रशिक्षण दिया गया जिसके माध्यम से लाभार्थी खुद अपने लिए टीकाकरण सत्र स्थल का चयन कर सकते हैं। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा ने सभी एएनएम से कहा कि समुदाय तक यह संदेश अवश्य पहुंचाएं कि बारह जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों का पांच साल में सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है। लोगों को टीके की प्रत्येक डोज के साथ यह भी बताएं कि यह टीका उनके पाल्य को किस बीमारी से बचाएगा। साथ ही यह संदेश दें कि किन टीकों के बाद बुखार आना स्वाभाविक है। उन्हें ऐसे टीके लगने के बाद बुखार से बचाव की दवा भी अवश्य दें। इस क्षमतावर्धन सत्र के आयोजन में सहयोगी संस्था यूएनडीपी के प्रतिनिधिगण ने प्रमुख तौर पर सहयोग किया।
सीएमओ ने बताया कि यूविन पोर्टल के सफल संचालन और मॉडल सत्रों को लेकर क्षमता संवर्धन कार्यक्रम के आयोजन में रिजनल कम्युनिटी प्रासेस मैनेजर राजीव रंजन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय और शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम समन्वयक सुरेश सिंह चौहान का विशेष योगदान रहा। वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह और मातृ शिशु स्वास्थ्य परामर्शदाता डॉ सूर्य प्रकाश भी सीएमओ कार्यालय में मौजूद रहे।
Jun 02 2025, 15:35