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*भदोही में अब नहीं बनेगी डिजिटल लाइब्रेरी*

एक साल में शिक्षा विभाग को नहीं मिली जमीन, निरस्त

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में करीब 12 करोड़ की लागत से बनने वाली डिजिटल लाइब्रेरी के लिए शिक्षा विभाग को जमीन नहीं मिल सकी है। इससे उक्त परियोजना का प्रस्ताव निरस्त हो गया है। इससे विद्यार्थियों संग आम लोगों को झटका लगा है। जिले में 193 माध्यमिक एवं इंटर कॉलेज संग 25 से अधिक महाविद्यालय संचालित हैं।

काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ई- डिजिटल लाइब्रेरी है, लेकिन इसका लाभ सिर्फ कॉलेज के छात्र-छात्राओं को मिल पाता है। शासन के निर्देश पर साल 2024 में डिजिटल लाइब्रेरी बनाने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग को जमीन तलाश की जिम्मेदारी दी गई। उस दौरान विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज और डीआईओएस कार्यालय के समीप जमीन चिह्नित की गई, लेकिन वह नापजोख में कम पाई गई। इसके बाद पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज सागररायपुर और गिर्दबड़गांव में भी जमीन देखी गई, लेकिन वह भी जरूरत के हिसाब से नहीं मिली। जमीन न मिलने के कारण उक्त परियोजना पर अब काम नहीं होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि शासन के निर्देश पर जमीन की तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिल सकी। इससे करीब 12 करोड़ की लागत से बनने वाली डिजिटल लाइब्रेरी अब नहीं बन सकेगी। अगर भविष्य में शासन स्तर से दुबारा इसके लिए निर्देश मिलेगा तो दोबारा जमीन की तलाश की जाएगी।

*मौसम की मार से इमरजेंसी और हीटवेव वार्ड के बेड फुल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मौसम के असर के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या बड़ी है। जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड के साथ-साथ हीट वेड वार्ड मरीजों से पटा है। अस्पताल में अधिकतर मरीज डिहाइड्रेशन के पहुंच रहे हैं।

जिला अस्पताल में इन दिनों 800 से 900 की ओपीडी हो रही है। वहीं, इमरजेंसी में 70 से 80 मरीज आ रहे हैं। शरीर में पानी की कमी के कारण लोगों में डिहाइड्रेशन हो रहा है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि गर्मी के दिनों में शरीर में किसी भी हाल में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए। आप कहीं भी रहें। लगातार पानी पीते रहें। वहीं, गर्मियों में बाहर का खाने से बचें। बताया कि अस्पताल में इन दिनों डिहाइड्रेशन और उल्टी-दस्त के मरीज अधिक आ रहे हैं। इसलिए सावधानी बरतें। ओपीडी में 865 मरीजों को देखा गया। वहीं इमरजेंसी में करीब 71 मरीज पहुंचे।

*जिला बदर बदमाश से पुलिस की मुठभेड़, हिस्ट्रीशीटर अरूण सोनकर घायल, अवैध तमंचा बरामद*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। औराई कोतवाली के उगापुर के पास देर रात हुए पुलिस मुठभेड़ में जिला बदर व थाने का हिस्ट्रीशीटर अरुण कुमार सोनकर उर्फ जहरीले सोनकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की ओर से हुए जवाबी फायरिंग में हिस्ट्रीशीटर के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा है। बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी।

इसी बीच उगापुर स्थित इंद्रमणि तिवारी के लॉन के पास एक युवक की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर पड़ी। पुलिस द्वारा रोके जाने पर आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में उसके दाहिने पैर में गोली लगी।गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त के कब्जे से एक देशी तमंचा, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस (315 बोर) बरामद किया गया। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी अरुण सोनकर, जो कि औराई थाना क्षेत्र के कंसापुर हुसैनी का निवासी है, वर्तमान में जिला बदर था और चोरी-छिपे जिले में रह रहा था। उसके खिलाफ विभिन्न आपराधिक मामलों में करीब डेढ़ दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के उच्चाधिकारी और फील्ड यूनिट मौके पर पहुंची और कानूनी कार्रवाई प्रारंभ की गई। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि पुलिस की ओर से हुए जवाबी फायरिंग में अभियुक्त के पैर में गोली लगी है। उसके खिलाफ आगे की विधिक प्रक्रिया जारी है।

*नेफ्रोलाॅजिस्ट के पर्चे पर ही होगी डायलिसिस*

सौ शैय्या अस्पताल में डायलिसिस यूनिट, निःशुल्क मिलेगा लाभ

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। बदलती जीवन शैली के बीच किडनी मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। जिले का इकलौता डायलिसिस युनिट मुख्यालय मार्ग सरपतहां स्थित सौ शय्या अस्पताल परिसर में है। नेफ्रोलॉजिस्ट के पर्च पर ही मरीजों का नि:शुल्क डायलिसिस किया जाता है। इसलिए पर्चा बनवाकर ही मरीज यहां आएं। वर्तमान में 94 मरीजों की डायलिसिस चल रही है।सामान्यतया बहुत से मरीज किसी भी डॉक्टर का पर्चा लेकर आते हैं और डायलिसिस कराने की जिद पर अड़ जाते हैं। लेकिन उन्हें नहीं मालूम है कि बिना नेफ्रोलाॅलिस्ट के पर्चे पर डायलिसिस नहीं की जाती है।

विशेषज्ञ डॉक्टर ही बताते हैं कि डायलिसिस की आवश्यकता है की नहीं। बताया कि नेफ्रोलॉजिस्ट का पर्चा लेकर आने के बाद मरीज को यूनिट से सीबीसी, एएफटी, एलएफटी, हेपेटाइटिस वन, हेपेटाइटिस बी, एचआईवी आदि की जांच कराई जाती है। इसके बाद मरीज का रजिस्ट्रेशन करके नि:शुल्क डायलिसिस किए जाते हैं।टेक्निशियन विनय सरोज ने बताया कि एक डायलेजर से पांच बार डायलिसिस किया जाता है। यहां कुल 13 बेड़ पर अभी 94 मरीजों का डायलिसिस चल रहा है। बताया कि डायलिसिस के लिए फेसटूला, जुगलर, परमा कैथ समेत फिमिरल पाइप से डायलिसिस होता है।

यह मरीज के शरीर में आवश्यकता के अनुसार लगाई जाती है। यह जिले का इकलौता सरकारी डायलिसिस यूनिट है जबकि दो निजी अस्पतालों में डायलिसिस किया जाता है।

*छह महीने से फायर हाइड्रेंट सिस्टम का काम ठप*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में छह महीने से फायर हाईड्रेंट सिस्टम का कार्य ठप पड़ा है। 1.20 करोड़ की लागत से बनने वाले फायर हाइड्रेंट सिस्टम को पूरा कराने के लिए दो माह पहले ही कार्यदायी संस्था को पूरी धनराशि जारी कर दी गई है। इसके बाद भी अब तक काम पूरा नहीं हो सका है।

अस्पताल प्रशासन ने कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी कर हर हाल में 30 जून तक इसे पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। जिला अस्पताल में हर दिन 800 से 900 की ओपीडी होने के साथ-साथ इमरजेंसी में भी 60 से 70 मरीज पहुंचते हैं।

मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीते साल करीब 1.20 करोड़ की लागत से फायर हाइड्रेंट सिस्टम का कार्य शुरू कराया गया। कार्यदायी संस्था ने अस्पताल में पाइप बिछाए, लेकिन उसके बाद अचानक काम ठप हो गया।

छह माह पहले से ठप कार्य को लेकर बताया जा रहा है कि बजट न मिलने के कारण कार्यदायी संस्था ने काम बंद कर दिया, लेकिन दो माह पहले अस्पताल प्रशासन की ओर से पूरी धनराशि जारी कर दी गई।

इसके बाद भी अब तक काम शुरू नहीं किया जा सका है। इन दिनों भीषण गर्मी का असर बना हुआ है। अगलगी की घटनाएं भी बढ़ी हैं।

ऐसी स्थिति में अगर अस्पताल परिसर में कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी।

कार्यदायी संस्था अब तक ओपीडी भवन, इमरजेंसी, लैब, एक्स-रे कक्ष, लैब, लेबर कक्ष, एनआरसी समेत विभिन्न स्थानों पर पाइप बिछाई है।

अभी फायर ब्रिगेड सिस्टम के होने है यह कार्य

जिला अस्पताल परिसर में पाइप तो बिछा दी गई है, लेकिन अब भी परियोजना को पूरा करने के लिए एक लाख लीटर क्षमता के पानी टैंक का निर्माण कराया जाना बाकी है। इसके अलावा पाइप में सेंसर,कनेक्शन,स्वीच बोर्ड और अग्निशमन के उपकरणों के काम होने बाकी है।‌ यह पूरी प्रणाली आगजनी की घटना को तत्काल रोकने के लिए है। फायर सिस्टम लगने के बाद कहीं से धुआं उठते ही सेंसर आवाज करने लगेगा। इसके बाद आग बुझाने वाले कर्मचारी अलर्ट हो जाएंगे। वहीं फायर सिस्टम का बटन चालू करते ही पाइप से पानी गिरने लगेगा। जिससे आसानी से आग पर काबू पाया जा सकेगा।

फायर हाइड्रेंट सिस्टम कार्य महीनों से बंद पड़ा है। कार्यदायी संस्था को बजट शासन से मिल चुका है। कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी किया गया है। हर हाल में 30 जून तक पूरा कराए जाने का आदेश दिया गया है।

डॉ अजय तिवारी सीएमएस जिला अस्पताल

*महाविद्यालय के गोल्ड मेडल प्राप्त छात्रों को किया गया सम्मानित*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मंगलवार को केएनपीजी कॉलेज ज्ञानपुर, भदोही में प्रोफेसर बालकेश्वर के द्वारा उनके पिताजी स्वर्गीय विश्राम प्रजापति के तृतीय स्मृति दिवस के अवसर पर वर्ष 2024 में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी द्वारा स्नातकोत्तर कक्षाओं में महाविद्यालय के गोल्ड मेडल प्राप्त छात्रों को अंग -वस्त्रम् और रुपए पांच हजार की धनराशि प्रत्येक छात्र को देकर महाविद्यालय के प्राचार्य, प्रोफेसर रमेश चंद्र यादव के कर कमलों से सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले छात्रों में सूरज कुमार प्रजापति, एम.ए. चित्रकला,आफ़सा अलीम,एम.एस-सी.,जन्तु विज्ञान और अनूप दूबे,एम.एस-सी.,भौतिक विज्ञान रहे। प्राचार्य ने स्वर्ण पदक विजेता सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। छात्रों ने भी आश्वासन दिया कि भविष्य में आगे भी महाविद्यालय का नाम रोशन करते रहेंगे। इस अवसर पर प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद यादव, प्रोफेसर घनश्याम मिश्रा, प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह यादव , प्रोफेसर रोशन प्रसाद , डॉक्टर अंजू वर्मा , डॉक्टर प्रियंका श्रीवास्तव, डॉक्टर महेंद्र त्रिपाठी, डॉक्टर विपुल कुमार , विश्व रंजन मालवीय, राजकुमार मालवीय , रमाकांत यादव आदि उपस्थित रहें।

शहीद सुलभ उपाध्याय को लेकर सपा की मांग:मुख्यालय पर प्रतिमा स्थापना और जिला अस्पताल का नाम बदलने की मांग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। समाजवादी पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता की। उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए सुलभ उपाध्याय के सम्मान में दो प्रमुख मांगें रखीं।

मिश्रा ने कहा कि सुलभ उपाध्याय ने भदोही जनपद का नाम रोशन किया था। उनकी प्रतिमा पहले हॉस्टल चौराहे पर स्थापित थी। लेकिन वह खंडित कर दी गई। बाद में उनकी प्रतिमा को एक गांव में स्थापित किया गया।सपा नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता शहीद के पराक्रम को कम कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि शहीद की प्रतिमा जिला मुख्यालय पर स्थापित की जाए। साथ ही जिला अस्पताल का नाम शहीद सुलभ उपाध्याय के नाम पर रखा जाए। मिश्रा ने भाजपा द्वारा सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पर डीएनए टिप्पणी और पुतला दहन की भी निंदा की।

*मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चे की आंखों को हो रहा है नुकसान*

कोविड काल के बाद बच्चों में लगी मोबाइल की लत,प्यार से छुड़वाए अभिभावक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय की ओपीडी में इन दिनों आंख के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसमें बच्चों की संख्या अधिक है। जिन्हें मोबाइल देखने की लत लगी है। अस्पताल में हर दिन 100 के करीब आंख के मरीज पहुंच रहे हैं। जिसमें 15 से 20 बच्चे हैं। चिकित्सकों का कहना है बच्चे मोबाइल ज्यादा देख रहे हैं। इससे इनकी आंखों भी प्रभावित हो रही है। यह मोबाइल एडिक्शन नाम एक बीमारी होती है। जिसे लेकर अभिभावकों को सजग रहना चाहिए। जिसा अस्पताल में रोजाना 800 से 900 की ओपीडी होती है। जिसमें से 100 के करीब आंख के मरीजों की ओपीडी इनदिनों हो रही है। इनमें 15 से 20 बच्चे रहते हैं। जिन्हें जांच पड़ताल कर चिकित्सक दवा देते हैं। अत्यधिक मोबाइल प्रयोग करना चाहिए। जिला अस्पताल में रोजाना 800 से 900 की ओपीडी होती है। जिसमें से 100 के करीब आंख के मरीजों की ओपीडी इनदिनों हो रही है। इनमें 15 से 20 बच्चे रहते हैं। जिन्हें जांच पड़ताल कर चिकित्सक दवा देते हैं। अत्यधिक मोबाइल का प्रयोग करना बच्चों के लिए नुकसानदेह साबित होता सकता है। इससे इनकी आंख प्रभावित होती है। जल्द ही इनमें चश्मा लगने की नौबत आती है। ज्यादा देर तक मोबाइल देखने से आंख से धुंधला दिखता है। जलन होती है, ज्यादा समय तक मोबाइल देखने वाले बच्चे अन्य की अपेक्षा सुस्त रहते हैं, क्योंकि वह हमेशा मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। क‌ई बच्चे मोबाइल में कार्टून देखकर दूध पीते हैं। भोजन करते हैं। वहीं पांच साल से अधिक वाले बच्चे गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं। कोविड काल के बाद से बच्चों में मोबाइल देखने की लत लगी है। नेत्र सर्जन डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि ओपीडी में बच्चे भी आ रहे हैं। जिन्हें जांच पड़ताल कर दवाई दी जाती है। मोबाइल ज्यादा देर तक देखने से आंख में जलन होती है। साथ ही चश्मा का नंबर आता है। यह मोबाइल एडिक्शन नाम एक बीमारी होती है।

*आप कार्यकर्ताओं का पीएम मोदी के खिलाफ प्रदर्शन, अमेरिका के दबाव में युद्धविराम का विरोध*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- भदोही में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दुर्गागंज त्रिमुहानी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पीएम मोदी ने अमेरिका के दबाव में आकर युद्धविराम का फैसला किया है। आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि भारतीय सेना जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस ले सकती थी,तब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के कहने पर युद्धविराम कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 78 साल के इतिहास में पहली बार किसी तीसरे देश ने भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की है।

जिला अध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि अमेरिका ने व्यापार बंद करने की धमकी दी और प्रधानमंत्री ने विदेश सचिव से युद्धविराम की घोषणा करवा दी। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सबसे बड़ा लोकतंत्र है। प्रदर्शन में जिला महासचिव पंकज कुमार एडवोकेट,विनय कुमार बिंद, अरुण कुमार पासवान,राम यादव और राजदार बिंद समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*केएनपीजी कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने की मांग:छात्र नेताओं ने डिप्टी सीएम की चुप्पी पर किया प्रदर्शन, मिर्जापुर में नए विश्वविद्यालय पर जताई ना

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही के ज्ञानपुर में केएनपीजी कॉलेज ज्ञानपुर भदोही को विश्वविद्यालय में बदलने की मांग को लेकर छात्र नेताओं ने प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय बनाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारी शिवम् शुक्ला के नेतृत्व में छात्रों ने केएनपीजी कॉलेज में विरोध प्रदर्शन किया। 15 म‌ई को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के दौर के दौरान छात्र नेताओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपा था।

यह डिप्टी सीएम से समिति की तीसरी मुलाकात थी। समिति 1951 में स्थापित इस महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाने के लिए राज्यपाल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पद दे चुकी है। सरकार ने मंडल में एक विश्वविद्यालय बनाने का निर्देश दिया था।

लेकिन केएनपीजी काॅलेज ज्ञानपुर भदोही की जगह मिर्जापुर में पहाड़ी क्षेत्र में नया विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया। छात्र नेताओं का कहना है कि यह जनपद के लोगों के साथ अन्याय है। समिति ने जनपद वासियों से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर आवाज उठाएं। उनका मानना है कि सामूहिक प्रयास से यह मांग लखनऊ तक पहुंचेगी और केएनपीजी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा मिल सकेगा।