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गलत वरासत करने पर महिला लेखपाल निलंबित

खजनी गोरखपुर।तहसील में कार्यरत बहुरीपार क्षेत्र में तैनात महिला लेखपाल खुश्बू शर्मा को वरसात में घोर गड़बड़ी लापरवाही करने के आरोप में गुरुवार को देर शाम एसडीएम राजेश प्रताप सिंह ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।एसडीएम राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि लेखपाल खुश्बू शर्मा द्वारा बहुरीपार क्षेत्र में  विभिन्न मामलों में लापरवाही उदासीनता बरतने की शिकायतें निरंतर मिल रही थीं।  

उन्होंने बताया कि  गलत वारासत करने की भी शिकायतें मिलीं जांच में गड़बड़ी करने का आरोप सही पाया गया।

जिसके बाद कार्य में लापरवाही के आरोप में लेखपाल खुश्बू शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिसकी रिपोर्ट जिले पर भेज दी गई है।

खजनी तहसीलदार नरेंद्र कुमार का स्थानांतरण

खजनी गोरखपुर।जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश के आदेशानुसार खजनी के तहसीलदार नरेन्द्र कुमार का स्थानांतरण हो गया है, उनके स्थान पर ध्रुवेश कुमार सिंह को खजनी का नया तहसीलदार नियुक्त किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों क्षेत्र के गड़ैना गांव के निवासी रामबचन बेलदार के मकान हाईकोर्ट का आदेश बताते हुए जेसीबी से गिराने और क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान, भाजपा के निवर्तमान मंडल अध्यक्ष, एसडीएम खजनी की बात न मानने पर कार्रवाई की गई।

सीआरसी गोरखपुर में वैश्विक सुगम्यता दिवस का आयोजन तथा प्रधानमंत्री दक्षता कार्यक्रम के अंतर्गत असिस्टेंट ड्रेस मेकर यूनिट का उद्घाटन

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर में वैश्विक सुगम्यता दिवस का आयोजन किया गया तथा इस अवसर पर प्रधानमंत्री दक्षता कार्यक्रम के अंतर्गत असिस्टेंट ड्रेस मेकर यूनिट का उद्घाटन भी हुआ। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के जीसी सदस्य डॉ वाई सिंह उपस्थित रहे। डॉ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सीआरसी गोरखपुर का भवन पूर्ण रूप से सुगम्य है तथा सीआरसी गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस क्रम में कहीं से भी अगर सीआरसी को किसी सहयोग की जरूरत पड़ेगी तो मैं और मेरी टीम हमेशा इसके लिए तैयार है।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरित की गई। इसके अलावा डॉ सिंह ने प्रधानमंत्री दक्षता कार्यक्रम के अंतर्गत असिस्टेंट ड्रेस मेकर यूनिट का भी उद्घाटन किया। जिसमें 10 मानसिक मंद बच्चों को असिस्टेंट ड्रेस मेकर का प्रशिक्षण दिया जाएगा।इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि यह कार्यक्रम दिव्यांगजनों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक प्रयास है। इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक मंजेश कुमार एवं संध्या सिंह आदि उपस्थित रही।

कस्बे में नाली निर्माण में व्यापारियों का अवरोध

खजनी गोरखपुर।कस्बे में जल निकासी के लिए नाली निर्माण की मांग वर्षों से की जा रही थी, इस बीच पीडब्ल्यूडी द्वारा कस्बे में मुख्य सड़क के दोनों किनारों से अतिक्रमण हटाने के लिए स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को नोटिस भेजने के बाद बीते मार्च महीने से ब्लॉक मुख्यालय की ओर से सड़क के पूर्वी छोर से नाली निर्माण का कार्य शुरू हो गया। इस बीच कस्बे के व्यापारियों ने अपनी निजी भूमि के हिस्से को पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग द्वारा कब्जा हटाने की जबरन कार्यवाही का आरोप लगाते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। साथ ही पूर्वांचल व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष दीनानाथ मोदनवाल ने जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश को पत्र सौंपकर लेखपाल राजीव रंजन शर्मा द्वारा गलत पैमाईश (नापी) का आरोप लगाते हुए भू माफियाओं के साथ मिलकर विवाद बढ़ाने और स्थानीय होने का लाभ लेने की शिकायत करते हुए लेखपाल के स्थानांतरण की मांग की, मामले में डीएम के द्वारा उप जिलाधिकारी खजनी राजेश प्रताप सिंह को कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया।

गुरूवार को पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर अमरेंद्र कुमार सिंह ने खजनी थाने में कानूनगो देव नारायण मिश्रा और लेखपाल राजीव रंजन शर्मा से मिल कर सड़क के किनारे नाली निर्माण कार्य में हो रहे अनावश्यक विलंब और स्थानीय स्तर पर पेश हो रहे अवरोध विरोध पर मामले में लिखित रिपोर्ट देने की मांग की जिस पर कानूनगो देव नारायण मिश्रा ने नायब तहसीलदार को जानकारी देते हुए उनके निर्देश पर लेखपाल को नक्शे के अनुसार सड़क की वास्तविक स्थिति की लिखित रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।इस संदर्भ में एसडीएम राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि कुछ व्यापारियों ने उनसे मिल कर शिकायत की थी उन्होंने कहा कि दूसरे लेखपाल को कानूनगो और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में नक्शे के अनुसार मुख्य सड़क की वास्तविक स्थिति की पैमाईश का आदेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विवाद खत्म करने के लिए पारदर्शी तरीके से सड़क का सीमांकन करा दिया जाएगा।

एसोसिएशन ऑफ मैसानिक लेडिज ने अनाथ तथा मंदबुद्धि बच्चों के आश्रय स्थल मानिक मन्दित आश्रय गृह सह प्रशिक्षण केंद्र को दान दिया वॉसिंग मसीन

गोरखपुर। मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है इस भावना से Association of Masonic ladies अपने सेवा के कार्यक्रम आयोजित करती है इसी क्रम में अनाथ तथा मंदबुद्धि बच्चों के आश्रय स्थल मानिक मन्दित आश्रय गृह सह प्रशिक्षण केंद्र में उनकी आवश्यकता के अनुरूप Washing Machine उपलब्ध करायी गयी है जिससे यहां रहने वाले बच्चों को साफ़ धुले हुए कपड़े पहनने का अवसर मिले और वोह स्वच्छ और स्वास्थ्य वर्धक जीवन जी सके ।

इस अवसर पर उपस्थित उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी का विशेष रूप से स्वागत किया गया जिन्होंने इस आवश्यकता से संस्था को अवगत कराया चारु चौधरी ने संस्था के सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए आज के इस सेवा कार्य के लिए संस्था को साधुवाद किया इस अवसर पर मंद बुद्धि संस्था के निदेशक रवि कांत जी को मैसानिक लेडिज की अध्यक्षा अनिता श्रीवास्तव और चारु चौधरी ने Washing machine उपलब्ध कराया जिसके लिए उन्होंने संस्था के प्रति आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर संस्था की सचिव श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष आरती श्रीवास्तव पूर्व अध्यक्ष पूर्वी नारायण पांडे रंजना सिन्हा नीलम उषा कुमार विशाखा गुप्ता रेणु सहाय रीना नीतिका निधि गुप्ता पूनम प्रसाद Dr. रश्मि शालिनी प्रमिला दास अंजुम आरा खान शानू. सुनीता साबिहा सब्जपोश साधना अग्रवाल आदि सदस्य उपस्थित थे।

तहसील की कार्यप्रणाली से अधिवक्ताओं में रोष

खजनी गोरखपुर।शासन कई बार वादकारियों को त्वरित न्याय तथा जनसमस्याओं का निस्तारण तेजी से करने के निर्देशों का अनुपालन खजनी तहसील में नहीं हो रहा है, राजस्व कर्मियो द्वारा खतौनी की सामान्य गलती को ठीक कराने के लिए लोगों को परेशान किया जा रहा है और आर्थिक क्षति भी हो रही है। लोग सालों तक भागदौड़ कर रहे हैं। इतना ही नहीं अविवादित दाखिल खारिज भी महीनों तक नहीं हो पा रहे हैं, लोगों को अनायास कागजी खानापूर्ति के नाम पर कई बार तहसील का चक्कर लगाते हुए अर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। जिसे लेकर अधिवक्ता संघ खजनी ने पूर्व में पत्रक सौंपा था किन्तु कोई कार्यवाही नहीं होने से तहसील बार की आमसभा की आवश्यक बैठक करके अधिवक्ताओं ने एक सप्ताह तक न्यायिक कार्य बंद रखने का निर्णय लिया था, साथ ही एक सप्ताह में समाधान न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी।

शासन की जनसमस्याओं एवं वादकारियों को त्वरित न्याय दिलाने के निर्देश के बाद भी स्थानीय स्तर पर की जा रही लापरवाही व उदासीनता बनी हुई है। दानपत्र और पंजीकृत वसीयतनामा के तमाम दाखिल खारिज कई महीनों से लम्बित हैं। साथ ही वर्ग मीटर के बैनामा भी माह जनवरी से मई तक का न तो आनलाईन दाखिल खारिज के लिए भेजा गया है और न ही मैनुअल आवेदन लिया जा रहा है। जिससे जनवरी से अब तक 1260 बैनामों में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है और बैनामा लेकर लोग दाखिल खारिज के लिए परेशान हैं। धारा 24 के पत्थर नस्ब की कार्यवाही शासन के कड़े निर्देश के बाद भी बड़ी संख्या में प्रारम्भिक सीमांकन का कार्य लम्बित है। लगभग चार सौ पत्रावलियों में प्रारम्भिक पैमाईश के बाद राजस्व निरीक्षक का फिल्डबुक व रिपोर्ट आकर तहसील मे धूल फाँक रही हैं। पत्रावलियों में अबतक न तो लगाई गई और न ही निस्तारण हुआ।

खतौनी में राजस्वकर्मियो की गलती के कारण हुई त्रुटि को ठीक कराने में भी वादकारियों को कड़ी मशक्कत झेलनी पड़ रही है। तहसील में 30 से अधिक पत्रावलियों में उप जिलाधिकारी के न्यायालय में रिपोर्ट आकर पड़ी हुई है, उनमें आदेश नहीं हो पा रहा है। लगभग 545 पत्रावलियों में अधिनस्थों द्वारा अपनी रिपोर्ट नहीं देने से 6 माह से अधिक दिनों से लम्बित हैं। न्यायालय में दाखिल होने वाले मुकदमों को तत्काल पंजीकृत न करके आदेश के समय पंजीकृत होने के कारण शासन स्तर पर लम्बित मुकदमों की संख्या कम रहती है। जबकि वास्तविकता कुछ और होती है। इन समस्याओं के समाधान हेतु अधिवक्ता संघ खजनी ने एसडीएम से लगायत उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया तथा एक सप्ताह का समय भी दिया था।

किंतु समस्या का निदान करने के बजाय एसडीएम ने अधिवक्ता संघ को कार्यवाही करने सम्बन्धित पत्र देकर अपनी ओर से पल्ला झाड़ लिया। जिससे समस्या यथावत बनी हुई है जिसे लेकर अधिवक्ता संघ की आमसभा की बैठक में अधिवक्ताओं ने रोष जताया तथा एक सप्ताह तक सभी न्यायालयों में न्यायिक कार्य बंद करने तथा एक सप्ताह में समाधान न होने पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

आम सभा की बैठक में बार के अध्यक्ष के.के. सिंह, मन्त्री राजनाथ दूबे, उपाध्यक्ष राजदेव प्रियदर्शी, बिजेंद्र यादव, रामप्रीत यादव, कृष्णानन्द शुक्ल, मारकण्डेय त्रिपाठी, राणाप्रताप सिंह, शशिशेखर सिंह, विनोद कुमार पाण्डेय, सन्तोष सिंह, मदनमोहन, रामप्रवेश, शिवकुमार सहित अन्य अधिवक्ताओं ने रोष जताया।

17 मई को बेलघाट में रोडवेज के संविदा बस चालकों की खुली भर्ती

खजनी गोरखपुर।प्रदेश शासन के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (यूपी रोडवेज) द्वारा युवा बस चालकों को संविदा आधारित चालक पद पर भर्ती के लिए राप्ती नगर डीपो द्वारा चालकों की सीधी भर्ती के लिए 17 मई 2025 को बेलघाट कस्बे में हनुमान मंदिर पर अनुबंध के आधार पर संविदा बस चालकों की खुली भर्ती परीक्षा कराई जाएगी। चालक पद के लिए सभी अभ्यर्थियों की न्यूनतम ऊंचाई 5 फिट 3 इंच शैक्षिक योग्यता न्यूनतम कक्षा 8 पास भारी वाहन चलाने का कम से कम दो वर्ष पुराना लाइसेंस तथा न्यूनतम आयु 23 वर्ष 6 माह होनी चाहिए। इच्छुक अभ्यर्थी अपना आधार कार्ड कक्षा 8 पास का शैक्षिक प्रमाणपत्र, लाइसेंस और 3 पासपोर्ट साइज फोटो के साथ उपस्थित हो कर टेस्ट दे सकते हैं।

बेलघाट कस्बे में 17 मई को सबेरे 10 बजे से अपराह्न 2 बजे तक भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रथम टेस्ट में चयनित अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग में भेज कर दूसरा टेस्ट कराने के बाद निगम में चाला पद पर अनुबंधित करते हुए बसों का संचालन कराया जाएगा। चयनित चालकों को 2.07₹ प्रति किलोमीटर की दर से पारिश्रमिक, आकर्षक बोनस पारिवारिक पास भी दिया जाएगा।

उक्त जानकारी रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अशोक कुमार सिंह तथा वरिष्ठ लिपिक रमेश सिंह के द्वारा दी गई है।

चालकों की भर्ती से संबंधित अन्य जानकारियां 9451805544, 82995 34617 और 8726005164 मोबाइल नंबरों पर भी प्राप्त की जा सकती हैं।

सांसद रवि किशन के पीआरओ पवन दुबे को पूर्वोत्तर रेलवे की क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति में हुए नामित

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर मंडल की क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (Zonal Railway Users' Consultative Committee - ZRUCC) में पवन दुबे को सदस्य के रूप में नामित किया गया है। पवन दुबे की इस नियुक्ति पर रेलवे से जुड़े लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी है और रेलवे यात्रियों के हित में सक्रिय भूमिका निभाने की अपेक्षा जताई है।

रेल और यात्रियों के हित में करेंगे प्रभावी कार्य

अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए पवन दुबे ने कहा,

यह मेरे लिए सिर्फ एक दायित्व नहीं, बल्कि जनसेवा का अवसर है। रेल यात्री जिन कठिनाइयों से गुजरते हैं, उन्हें मैं भलीभांति समझता हूं। मैं रेल यात्रियों के हित में लगातार सुझाव देता रहूंगा और जो भी आवश्यक परिवर्तन होंगे, उसके लिए सकारात्मक प्रयास करूंगा।

उन्होंने आगे कहा,

रेल हित और यात्री हित में जो भी मुद्दे होंगे, मैं उन्हें मजबूती से उठाता रहूंगा। यह जिम्मेदारी मेरे लिए सेवा का माध्यम है और मैं पूरी ईमानदारी से इसे निभाऊंगा।

पवन दुबे ने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री परमपूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे हमेशा इन सभी वरिष्ठ नेताओं के पग चिन्हों पर चलकर जनता के हित मे सामजिक कार्य करते रहेगे

रेलवे सेवाओं में सुधार को लेकर सक्रिय रहेंगे

पवन दुबे ने कहा वे नियमित रूप से रेलवे की सेवाओं में सुधार और यात्री सुविधाओं को लेकर सक्रिय रहते हैं। टिकटिंग व्यवस्था, स्टेशन की साफ-सफाई, यात्रियों की सुरक्षा, बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए सुविधाएं जैसे कई मुद्दों पर उन्होंने समय-समय पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया है। और आगे भी रेल हित मे व जनता से जुड़ी रेल की समस्याओं का मुद्दा उठाकर उसका निस्तारण कराने का पूरा प्रयास करेगें।

शौचालय निर्माण में गबन ग्रामप्रधान से 386400 वसूली का आदेश

खजनी गोरखपुर।बांसगांव तहसील के उरूवां ब्लॉक के टेंगरी गांव के निवासी अवधेश पाण्डेय पुत्र स्वर्गीय दयाशंकर पाण्डेय द्वारा जिलाधिकारी गोरखपुर से शपथपत्र देकर तत्कालीन ग्राम प्रधान के विरुद्ध निर्मल भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण में धांधली और सरकारी धन के गबन की शिकायत की गई थी। जिसमें विगत वर्ष 2 जुलाई 2016 को 4 सदस्यों की समिति गठित कर जांच का आदेश दिया गया था। समिति द्वारा 25 जुलाई 2016 को जांच के बाद 23 नवंबर 2016 को जांच आख्या में टेंगरी गांव में 200 शौचालयों के लाभार्थियों में 63 शौचालय पूर्ण 77 अपूर्ण तथा 48 का काम शुरू ही नहीं हुआ था। कुछ लाभार्थी जांच के दौरान मौके पर मौजूद नहीं थे उन्हें कई बार नोटिस भेजने के बाद भी स्पष्टीकरण नहीं मिला।

प्रदेश सरकार की जनहित की योजना को लागू करने में गंभीर अनियमितता पाए जाने पर तथा ग्रामप्रधान राजकपूर द्वारा आवंटित शौचालयों का निर्माण नहीं कराए जाने पर सक्षम प्राधिकारी जिला मजिस्ट्रेट गोरखपुर के आदेश संख्या-25 में ग्राम पंचायत टेंगरी से वर्ष 2016-17 में 3 अप्रैल 2017 को कुल गबन की राशि 7 लाख 72 हजार 800 में उनके हिस्से की राशि 3 लाख 86 हजार 400 की आरसी जारी करते हुए एसडीएम बांसगांव को भू राजस्व बकाए की भांति ग्राम प्रधान राजकपूर से वसूली सुनिश्चित करने और डीपीआरओ को 15 दिनों में आख्या प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया था। किंतु ग्रामप्रधान द्वारा मंडलायुक्त गोरखपुर न्यायालय में आदेश के विरुद्ध वाद संख्या 834/2017 तथा कंप्युटरीकृत वाद संख्या सी2017500834 के तहत अपील की गई, जिसे बलहीन पाए जाने पर मंडलायुक्त न्यायालय से 8 अगस्त 2024 को खारिज कर दिया गया।जिसके बाद जिला पंचायत राज अधिकारी निलेश प्रताप सिंह कार्यालय द्वारा पुनः जिला मजिस्ट्रेट के 3 अप्रैल 2017 के आदेश संख्या-25 के अनुसार कार्रवाई का आदेश दिया गया है।

उक्त आदेश की प्रति एसडीएम बांसगांव सहित शिकायतकर्ता अवधेश पाण्डेय, तत्कालीन ग्राम प्रधान टेंगरी राजकपूर मुख्य विकास अधिकारी गोरखपुर एवं जिला मजिस्ट्रेट गोरखपुर को भी भेजी गई है।

गोरखपुर में बर्ड फ्लू की दस्‍तक से हड़कंप, चिडि़याघर में मरी बाघिन शक्ति की रिपोर्ट में पुष्टि, अधिकारियों-कर्मचारियों की हुई जांच

गोरखपुरः यूपी के गोरखपुर में शहीद अशफाक उल्‍ला खां प्राणि उद्यान में 7 मई को मरी बाघिन शक्ति की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया है. इसके कुछ दिन पूर्व 4 मई को मरी बहराइच से लाई गई भेडि़या भैरवी और 8 मई को तेंदुआ मोना की मौत के बाद दोनों बिसरा जांच रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है. बाघिन शक्ति की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद चिडि़याघर प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. चिडि़याघर को एहतियात के तौर पर सात दिन के लिए बंद कर दिया गया है. सैनेटाइजेशन के साथ काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की बर्ड फ्लू जांच की गई है।

गोरखपुर में एक के बाद एक जानवरों की मौत के बाद चिडि़याघर प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी भी सकते में आ गए. भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार 14 मई को आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) की टीम ने चिड़ियाघर पहुंचकर 105 कर्मियों का सैंपल लिया. इसके साथ ही 20 मई तक गोरखपुर चिड़ियाघर को बंद कर दिया है. संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पूरे चिड़ियाघर को सैनिटाइज किया गया है।

गोरखपुर चिडि़याघर में बाघ केसरी की 30 मार्च को मौत हो गई थी. उसे पीलीभीत से गोरखपुर लाया गया था. बीते साल 10 मई को दुधवा रिजर्व के मैलानी रेलवे लाइन के किनारे घायलावस्‍था में मिली मादा शावक को गोरखपुर चिडि़याघर लाया गया था. उस वक्‍त वो 10 माह की थी. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने इसी साल की शुरुआत में चिडि़याघर भ्रमण के दौरान आक्रामकता को देखते हुए उसका नाम ‘शक्ति’ रखा था।

उसके पैर में चोट होने की वजह से वो खड़ी नहीं हो पा रही थी. ठीक होने के बाद उसे रेस्क्यू सेंटर में रखा गया. इसके बाद उसे बाड़े में छोड़ दिया गया. कुछ दिनों बाद अस्वस्थता की वजह से उसे दोबारा रेस्क्यू सेंटर में लाया गया. छह मई को उसने खाना और पीना छोड़ दिया. 7 मई को उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मल्टी आर्गन फेल्योर की बात सामने आई, लेकिन संक्रमण का पता नहीं चला. इस पर विसरा जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजा गया, जहां जांच में मौत की वजह बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. इसके बाद से ही चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया है. इस बीच उसके इलाज और देखभाल में लगे सभी कर्मियों को क्वारंटीन कर दिया गया।

इसके बाद 4 मई को भेडि़या भैरवी की भी मौत हो गई. आदमखोर भेडि़या भैरवी को बहराइच से रेस्‍क्‍यू करने के बाद गोरखपुर चिडि़याघर लाया गया था. पोस्‍टमार्टम में मल्‍टी आर्गन फेल्‍योर की बात सामने आई है. 8 मई को तेंदुआ मोना की मौत हो गई. वो कैंसर से पीडि़त रही है. मंगलवार 13 मई को आरएमआरसी की टीम ने चिड़ियाघर पहुंच कर 105 कर्मियों के सैंपल लिए हैं. इन नमूनों की जांच रिपोर्ट बुधवार को आने की उम्मीद है. चिड़ियाघर में हाल के दिनों में चार जानवरों की मौत से हड़कंप मचा है. वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना भी 9 मई को चिड़ियाघर पहुंचकर हालात का जायजा ले चुके हैं. वहीं बीमार शेर पटौदी को इंफेक्शन फैलने के खतरे को देखते हुए इलाज के लिए कानपुर जू भेजा जा चुका है।

चिड़ियाघर निदेशक विकास यादव ने बताया कि बाघिन शक्ति की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर के 105 कर्मियों और अधिकारियों के सैंपल आरएमआरसी की टीम ने लिए हैं. सभी को क्वारंटीन किया गया है. सभी बड़े वन्य जीवों की जांच भी जल्द होगी।