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चंदा देवी हॉस्पिटल में स्वतंत्रता सेनानी पं. बंशराज तिवारी की 100वीं जयंती पर लगाया निशुल्क स्वास्थ्य शिविर, मरीजों ने लिया लाभ

बलौदाबाजार-भाटापारा- जिले के प्रसिद्ध चंदा देवी हॉस्पिटल द्वारा इस सेवा संस्थान के संस्थापक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं विधायक स्वामी पंडित बंशराज तिवारी की 100वीं जयंती के अवसर पर एक दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया. स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ तिवारी परिवार के वरिष्ठ सदस्य अशोक तिवारी व चंदा देवी तिवारी हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. प्रमोद तिवारी सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने अपने पूज्य बाबूजी स्व. बंशराज तिवारी एवं माता स्व. चंदा देवी तिवारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पूजा-अर्चना करके किया.

वहीं इलाज कराने आए मरीजों ने कहा कि निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन बहुत अच्छा है. जो लोग पैसों के अभाव में इलाज नहीं करा सकते थे, उनके लिए यह बेहतर सुविधा है.

चंदा देवी हॉस्पिटल के सीनियर डायरेक्टर डॉ. प्रमोद तिवारी ने बताया कि मेरे पूज्य बाबूजी, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ-साथ क्षेत्र के विधायक भी थे, उनका सपना था कि क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भटकना न पड़े. इसी उद्देश्य को लेकर उन्होंने मेरी माँ चंदा देवी के नाम पर हॉस्पिटल की स्थापना करवाई. उस समय क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी थी. ऐसे समय में हमने चिकित्सा सेवा की नींव रखी. सन 2006 में बाबूजी के स्वर्गारोहण पश्चात, उनके जन्मदिन के अवसर पर हम उनके सपनों को साकार करने के लिए एक दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करते हैं.

साथ ही ऑपरेशन योग्य मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन एवं दवाइयां भी दी जाती हैं. यह क्रम निरंतर जारी रहेगा. मेरा पुत्र लेप्रोस्कोपिक सर्जन है और मेरी बहू स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, इसलिए अब हम लोगों को और भी बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर पा रहे हैं.

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गीतिका शंकर तिवारी ने बताया कि विगत 19 वर्षों से हमारा परिवार लोगों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए प्रयासरत है. हम जिले में लगातार अत्याधुनिक चिकित्सा मशीनों को लाकर विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की दिशा में अग्रसर हैं, और क्षेत्रवासियों को कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रहे हैं. आज हमने निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया है, जिसमें परीक्षण उपरांत ऑपरेशन योग्य मरीजों का ऑपरेशन भी निशुल्क किया जाएगा.

चंदा देवी हॉस्पिटल के युवा डायरेक्टर डॉ. नितिन तिवारी ने बताया कि बाबूजी की मंशा के अनुरूप हम क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधा प्रदान कर रहे हैं. पिछले 19 वर्षों से मेरा पूरा परिवार निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाकर इलाज एवं ऑपरेशन कर रहा है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा.

मधुमक्खियों का आतंक : 28 मनरेगा मजदूरों पर किया हमला, इलाज जारी

बालोद- जिले में फिर से मधुमक्खियों का आतंक देखने को मिला है। ग्राम पंचायत ठेमाबुजुर्ग के आश्रित ग्राम गंगोलीडीही में मनरेगा के तहत भूमिसुधार का काम कर रहे मजदूरों पर मधुमक्खी के झुंड ने हमला कर दिया। घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हमले में 28 लोग घायल हो गए, जिनमें महिलाएं और पुरुष शामिल। घटना में अपने परिजनों के साथ मौके पर पहुंची एक बच्ची भी मधुमक्खियों के हमले का शिकार हुई है।

जानकरी के अनुसार, रोजगार गारंटी योजना के तहत झनक साय मंडावी के घर में मंगलवार को भूमिसुधार का कार्य चल रहा था। महिलाएं और पुरुष दोनों मजदूरी का काम कर रहे रहे। इसी दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने बड़ी संख्या में पुरुष के साथ महिलाओं पर हमला किया। हमले में 28 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए डौंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। फिलहाल सभी घायलों का इलाज जारी है। 

मजदूर दिवस पर भी हुई था मधुमक्खियों का अटैक  

बता दें कि इससे पहले 1 मई यानी मजदूर दिवस के दिन भी जिले में काम कर रहे मधुमक्खियों के हमले की घटना सामने आई थी। सेमरडीही ग्राम पंचायत में आज नाली निर्माण कर रहे मजदूरों पर मधुमख्खियों ने हमला कर दिया. इस हमले में 20 लोग घायल हुए थे। 

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े की अफसरों को चेतावनी, कहा – सरकार की योजनाएं जनता तक नहीं पहुंची तो जिम्मेदार अधिकारी अपना बोरिया बिस्तर बांध लें…

सूरजपुर-  छत्तीसगढ़ में साय सरकार लोगों की समस्याएं दूर करने सुशासन तिहार मना रही. सीएम साय स्वयं लोगों के बीच जाकर योजनाओं का फीडबैक ले रहे. इसी बीच महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने अधिकारियों को साफ चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं जनता तक नहीं पहुंची तो जिम्मेदार अफसर अपना बोरिया बिस्तर बांध लें.

दरअसल मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े गांव चलो अभियान के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में पहुंच रही हैं. मंत्री राजवाड़े ने कहा, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लोगों के प्रति संवेदनशील हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिए अधिकारी-कर्मचारी काम करें. लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला तो अधिकारी अपना बोरिया बिस्तर बांधकर तैयार रहे.

फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए 15 लोग, शादी समारोह में करमत्ता भाजी खाने से बिगड़ी तबियत

अभनपुर-  शादी समारोह में खाना खाने के बाद 15 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए हैं. आनन-फानन में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह मामला ग्राम परसदा का है.

मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह ग्राम परसदा में एक शादी समारोह में गांव के लोगों और परिजनों ने भोजन किया था. इसके कुछ देर बाद ही कुछ लोगों को उल्टी और दस्त होने लगा. बताया जा रहा है कि बीमार पड़े सभी लोगों ने करमत्ता भाजी की सब्जी खाई थी, जिसके बाद सभी की तबियत बिगड़ी है.

नवापारा सीएचसी प्रभारी डॉ. तेजेंद्र साहू ने बताया कि फूड पॉइजनिंग के कारण करीब 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी की हालत में सुधार आ गया है. सभी को ठीक होने के बाद घर भेज दिया जाएगा.

‘पंजीयन विभाग में 10 क्रांतिकारी सुधारों का हो प्रभावी क्रियान्वयन’, मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सभी कलेक्टरों को दिए निर्देश

रायपुर- छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को संपत्ति रजिस्ट्री में किए गए 10 क्रांतिकारी सुधारों का जिला स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ये सुधार आम जनता के हित में किए गए हैं और इनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाना आवश्यक है ताकि उनका लाभ उठाया जा सके।

मुख्य सचिव जैन ने बताया कि पंजीयन विभाग द्वारा शुरू किए गए इन सुधारों का मुख्य उद्देश्य संपत्ति पंजीयन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सरल, डिजिटल और नागरिक केंद्रित बनाना है। इन सुधारों के माध्यम से आम नागरिकों को पंजीयन की सुविधाएं और अधिक आसान और सुलभ तरीके से मिल सकेंगी।

पंजीयन विभाग में हुए 10 क्रांतिकारी सुधार

  • आधार आधारित प्रमाणीकरण: फर्जी रजिस्ट्री को रोकने के लिए आधार सत्यापन की व्यवस्था।
  • ऑनलाइन भार मुक्त प्रमाण पत्र: डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त करने की सुविधा।
  • व्हाट्सएप सूचना सेवा: रजिस्ट्री की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी व्हाट्सएप के माध्यम से।
  • घर बैठे रजिस्ट्री और नामांतरण: नागरिक अब घर बैठे रजिस्ट्री करवा सकेंगे और नामांतरण की प्रक्रिया भी आसान होगी।
  • ऑनलाइन रजिस्ट्री खोज और डाउनलोड: नागरिक अब ऑनलाइन रजिस्ट्री की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
  • कैशलेस भुगतान: स्टांप और पंजीयन शुल्क का ऑनलाइन और कैशलेस भुगतान।
  • डीजी लॉकर सेवाएं: रजिस्ट्री दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के लिए डिजिटल लॉकर की सुविधा।
  • स्वतः दस्तावेज निर्माण: रजिस्ट्री दस्तावेजों का स्वतः निर्माण।
  • घर बैठे स्टांप और दस्तावेज निर्माण: नागरिक अब घर बैठे स्टांप और अन्य दस्तावेज बना सकेंगे।
  • रजिस्ट्री के साथ स्वतः नामांतरण: रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया स्वतः पूरी हो जाएगी।

कार्यशाला आयोजित कर लोगों को किया जाए जागरूक – मुख्य सचिव

मुख्य सचिव ने कलेक्टरों से अपील की है कि वे इन सुधारों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर कार्यशाला आयोजित करें और सतत निगरानी रखें। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि जन सामान्य को इन सेवाओं के बारे में जानकारी देने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। मुख्य सचिव ने कहा है कि कलेक्टरों की भागीदारी से यह पहल जमीनी स्तर पर सफल होंगी और छत्तीसगढ़ सुशासन की एक सशक्त मॉडल के रूप में अधिक सुदृढ़ होगा।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 3 मई को पंजीयन विभाग की 10 क्रांतिकारी सुधारों का शुभारंभ किया था।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्व. मोहन कुंभकार को दी श्रद्धांजलि

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज पाटन(दुर्ग ) के नजदीक स्थित ग्राम सोनपुर में आयोजित स्व. मोहन कुंभकार की श्रद्धांजलि सभा में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने स्व.श्री मोहन कुंभकार के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने शोकसंतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. मोहन कुंभकार ने सामाजिक जीवन में सराहनीय कार्य किए। उनका जाना हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि परमपिता परमेश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।

दलदली के जंगलों में गूंजा विकास का स्वर: मुख्यमंत्री श्री साय के दौरे से वनांचल में पेयजल, आवास और जनकल्याण योजनाओं की पहुँची सौगात

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज प्रदेशव्यापी सुशासन तिहार के अंतर्गत कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड के सुदूर और दुर्गम पहाड़ियों पर बसे ग्राम दलदली पहुँचे। आदिवासी और विशेष पिछड़ी जनजाति समूह बैगा बहुल्य इस अंतिम सीमावर्ती गांव में मुख्यमंत्री श्री साय के आगमन की खबर फैलते ही दलदली सहित समीपस्थ ग्रामों के ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ महतारी एवं माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर समाधान शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने समाधान शिविर में बड़ी सादगी और आत्मीयता के साथ ग्रामीणों से मुलाकात की और ऐतिहासिक घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि दलदली सहित पूरे वनांचल क्षेत्र में पीने के पानी की बड़ी समस्या का अब स्थायी समाधान होगा। स्थानीय कनई नदी से पेयजल लाकर हर घर तक पहुँचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेयजल संकट दूर करने के लिए सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि कबीरधाम जिले में छीरपानी जलाशय से कुसुमघटा जल प्रदाय योजना के तहत 123 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिससे 66 ग्रामों में जलापूर्ति होगी। वहीं रामपुर-ठाठापुर-दशरंगपुर- सूतियापाठ जल प्रदाय योजना के लिए 78 करोड़ 45 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिससे 54 ग्रामों को राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के तहत हमारी सरकार ने हर वादा पूरा किया है। मैंने मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले कैबिनेट की बैठक में राज्य के 18 लाख परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास की स्वीकृति दी। किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी का निर्णय लिया। मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए राज्य के किसानों को दो वर्ष का बकाया बोनस भी दिया गया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक महिलाओं को सीधा लाभ पहुँचाया गया। तेंदूपत्ता संग्रहकों के मानक बोरे की दर बढ़ाकर 5500 रुपये की गई। श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना शुरू की गई और 22 हजार हितग्राहियों को लाभ मिला। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना को पुनः प्रारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही महतारी वंदन योजना के तहत वंचित पात्र हितग्राहियों के लिए फार्म भराने का काम करेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के फेस-2 के तहत सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि इस सर्वे को बहुत गंभीरता से लें और अपना नाम अवश्य शामिल कराएं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सभी पात्र व्यक्तियों को पक्का आवास दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री जनमन योजना, महतारी वंदन योजना, मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना और मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक भी लिया।

समाधान शिविर को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी पहली ही कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख नए आवासों की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि इन आवासों के लिए हमने सड़क पर लंबी लड़ाई लड़ी है और आज इस संघर्ष का सुखद परिणाम छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में नजर आने लगा है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने जानकारी दी कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जल्द ही अंबिकापुर प्रवास पर आ रहे हैं और इस अवसर पर प्रदेश को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत और भी बड़ी सौगात मिलेगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द प्रदेश के वे पात्र हितग्राही, जो अब तक योजना से वंचित रह गए थे, उन्हें भी इसका लाभ दिया जाएगा।

इस अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने भी समाधान शिविर को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के वनांचल और आदिवासी अंचलों में विकास की अभूतपूर्व धारा बह रही है, जिससे जनजीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास, महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री जनमन योजना और जलप्रदाय योजनाओं के क्रियान्वयन से कबीरधाम जिले के दूरस्थ गांव भी अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।

दलदली के समाधान शिविर में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, आईजी अभिषेक शांडिल्य, कलेक्टर गोपाल वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष और पत्नी-बेटी के साथ मारपीट, 11 आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग- कुम्हारी सेवा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का अपहरण और मारपीट के मामले में कुम्हारी पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी आरोपियों ने मिलकर राजेन्द्र शर्मा और उनके परिवार के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।

दरअसल कुम्हारी के कपसदा गांव के रहने वाले राजेन्द्र शर्मा अपने परिवार के साथ रायपुर से वापस घर जा रहे थे। अकोला गांव में सड़क पर रखे निर्माणधीन सामग्री से किनारे से कार को निकाल रहे थे, इस दौरान अचानक एक मवेशी कार के सामने आ गया और कार से टक्कर हो गई। इसी बात को लेकर अकोला गांव के दो लड़के आए और राजेन्द्र शर्मा की गाड़ी रोककर ठीक से गाड़ी चलाने नहीं आता कहकर गाली गलौच की।

गांव वालों ने किया था बीच-बचाव

राजेन्द्र शर्मा ने गाड़ी आगे बढ़ाई, लेकिन अकोला गांव के कुछ लड़कों ने पीछा किया और गांव के होटल चौक पर मोटर साइकिल कार के सामने लगाकर राजेन्द्र शर्मा को कार से बाहर निकालकर मारपीट की। वहीं उनकी पत्नी और बेटी के साथ भी मारपीट की। आरोपी यही नहीं रुके, राजेन्द्र को अपने बाइक में बैठाकर अपने साथ अकोला गांव ले जाकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया। गांव वाले बीच बचाव करने के लिए सामने आए।

इन लोगों की हुई गिरफ्तारी

पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी में जुटी थी। पुलिस ने इस मामले में अकोला गांव के कमल साहू, गौतम सेन, विक्की चक्रधारी, परशुराम साहू, बोधन लाल साहू, नारद निषाद, रामगोपाल निषाद, कैलाश साहू, उवेश साहू और राजकुमार नेताम को गिरफ्तार किया है।

झारखंड शराब घोटाले की आंच छत्तीसगढ़ तक, CBI करेगी जांच, साय सरकार ने दी सहमति

रायपुर- झारखंड में शराब नीति में बदलाव कर करोड़ों रुपये के घोटाले को अंजाम देने के मामले की जांच अब CBI करेगी। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसके लिए अधिसूचना जारी करते हुए दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम, 1946 की धारा 6 के तहत CBI को छत्तीसगढ़ में जांच के लिए सहमति दी है। यह मामला रायपुर स्थित आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) द्वारा दर्ज अपराध से जुड़ा है।

साय सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन

छत्तीसगढ़ से फैला घोटाले का नेटवर्क

बता दें कि यह घोटाला झारखंड की आबकारी नीति में बदलाव के जरिए रचा गया था, जिसकी योजना छत्तीसगढ़ में बनी। आरोप है कि रायपुर से डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर शराब की आपूर्ति झारखंड में की गई, जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हुआ। EOW ने पिछले साल इस मामले में FIR दर्ज की थी, लेकिन जब उनके अधिकारी जांच के लिए झारखंड पहुंचे, तो वहां के अधिकारियों ने सहयोग नहीं किया। इसके बाद जांच को केंद्रीय एजेंसी CBI को सौंपने का निर्णय लिया गया।

घोटालेबाजों की बढ़ी मुश्किलें

बता दें कि इस जांच के दायरे में छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के आरोपी पूर्व IAS अफसर अनिल टुटेजा, सलाहकार अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर, झारखंड के आबकारी सचिव विनय कुमार चौबे और संयुक्त आबकारी आयुक्त गजेन्द्र सिंह, सिद्धार्थ सिंघानिया, विधु गुप्ता, निरंजन दास और अन्य की मुसीबतें अब और बढ़ने वाली हैं।

सिंडिकेट और शराब दुकानों में घोटाले का तरीका

गौरतलब है कि झारखंड में FL-10A लाइसेंस मॉडल पर आधारित नई शराब नीति बनाई गई, जो पूरी तरह छत्तीसगढ़ की तर्ज पर थी। इसके तहत पुरानी ठेका प्रणाली को खत्म कर एक चहेती एजेंसी को आपूर्ति का ठेका दिया गया। आरोप है कि सिंडिकेट ने नकली होलोग्राम का उपयोग कर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की।

अब क्या होगा आगे?

CBI की टीम अब FIR की कॉपी के आधार पर झारखंड में नए सिरे से जांच करेगी और जिन लोगों के नाम EOW की चार्जशीट में हैं, उनसे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की संभावना भी जताई जा रही है। इस जांच से झारखंड-छत्तीसगढ़ के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला?

यह घोटाला 2019 से 2022 के बीच राज्य की सरकारी शराब दुकानों से अवैध तरीके से शराब बेचने का था, जिससे सरकार को करोड़ों का नुकसान होने का आरोप है। इस घोटाले में लगभग दो हजार करोड़ रुपये के नुकसान का खुलासा हुआ है। ED की जांच में यह सामने आया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासनकाल में IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी ए.पी. त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के गठजोड़ ने यह घोटाला किया। ED ने इस मामले में 28 दिसंबर 2024 को कवासी लखमा और उनके परिवार के सदस्यों के घरों पर छापे मारे थे और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व डिजिटल डिवाइस जब्त किए थे, जिनमें अपराध से अर्जित आय के सबूत मिले थे।

CG में किसानों से 9.91 करोड़ की धोखाधड़ी, सहकारी बैंक के तात्कालीन शाखा प्रबंधक समेत 8 लोगों के खिलाफ FIR, दो आरोपी गिरफ्तार

सारंगढ़-बिलाईगढ़- जिले के बरमकेला स्थित छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक शाखा में 9.91 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। डीएमआर खातों में संदेहास्पद ट्रांजेक्शन और नकद लेन-देन के जरिए 887 किसानों के खातों को शून्य कर दिया गया। इस मामले में तात्कालिक शाखा प्रबंधक डीआर बाघमारे लेखाधिकारी, लिपिक, कंप्यूटर ऑपरेटर समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दो आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस बाकी लोगों की पतासाजी में जुटी है.

धोखाधड़ी अप्रैल 2024 से नवंबर 2024 के बीच हुई है। शिकायतकर्ता अरविंद शुक्ला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जांच में 9.91 करोड़ रुपए गबन की पुष्टि हुई है। आरोपियों ने मिलीभगत कर बैंक की राशि का दुरुपयोग किया है। इन लोगों ने निजी बैंक आईडी का इस्तेमाल कर किसानों के नाम पर खुले 887 डीआर केस/ऋण खातों से कुल 9,91,20,877.69 रुपए की राशि निकाली, जिसे फर्जी बाउचरों और ट्रांसफर के जरिए स्वयं, परिजनों और अन्य खातों में डाला था।

डीएसपी अविनाश मिश्रा ने बताया, जांच में पाया गया कि उक्त राशि की निकासी बिना उचित दस्तावेजों और वाउचर के की गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह सुनियोजित गबन और धोखाधड़ी का मामला है। इस गंभीर आर्थिक अनियमितता के संबंध में आरोपियों की भूमिका स्पष्ट रूप से संदेह के घेरे में है। समिति ने अपनी रिपोर्ट के माध्यम से इस हेराफेरी में संलिप्त सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की है। फिलहाल बरमकेला पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर दो आरोपी को गिरफ्तार कर बाकी लोगों की पतासाजी कर रही है।