पाकिस्तान में बैठे हैं पहलगाम हमले के हैंडलर”, फारूक अब्दुल्ला ने अटैक में स्थानीय लोगों की संलिप्तता पर कही बड़ी बात
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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले को दर्दनाक बताया साथ ही पाकिस्तान पर कड़े एक्शन की मांग की। पहलगाम आतंकी हमले के बाद फारूक अब्दुल्ला ने स्थानीय लोगों की संलिप्तता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ऐसा हो सकता है ऐसी घटनाएं स्थानीय समर्थन के बिना भी हो सकती हैं।
पाकिस्तान में बैठे हैं हैंडलर
न्यूज़ 18 से बातचीत में पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात पर उन्होंने कहा, पहलगाम की घटना में कोई भी हो सकता है, जब तक हम उनको पकड़ेंगे नहीं तब तक हम यह नहीं कह सकते हैंडलर कौन है। मैं कह सकता हूं कि इस हमले के पीछे वही होंगे, ये आज की बात नहीं है बल्कि उरी, पुलवामा, पठानकोट, पुंछ और मुंबई में अटैक किसने किया था? ये बात सभी लोग जानते हैं। हैंडलर तो वहीं (पाकिस्तान) बैठे हैं।
हम अमन से रह रहे ये उन्हें पसंद नहीं आया- फारूक अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, उनको (पाकिस्तान) लगा कि हम अमन से रह रहे हैं और यहां हजारों पर्यटक घूम रहे हैं। उनको यह पसंद नहीं आया और वह चाहते हैं कि जब हम 1947 में उनके साथ नहीं बने हैं तो वह जितना हमें बर्बाद कर सकेंगे, वो ऐसा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों की संलिप्तता पर कही बड़ी बात
पहलगाम आतंकी हमले में स्थानीय लोगों की संभावित संलिप्तता पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, मुझे नहीं लगता कि ऐसा हो सकता है ऐसी घटनाएं स्थानीय समर्थन के बिना भी हो सकती हैं। वे यहां कैसे और किस तरह से आए? मैंने पहले भी यही कहा था, जब मौलाना अजहर को रिहा किया गया था, तो मैंने इसके खिलाफ चेतावनी दी थी। मैंने कहा था, उसे रिहा मत करो; वह रास्तों को जानता है और उन्हें मैप भी कर चुका है। कौन जानता है, हो सकता है कि इसमें उसका हाथ भी हो, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी, वे उसे सीमा पार ले गए।
आतंकवाद की फैक्ट्री खत्म करनी होगी- फारूक अब्दुल्ला
अब पाकिस्तान के साथ क्या करना चाहिए? इस सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, मैं प्रधानमंत्री के हर फैसले के साथ हूं। वो जो फैसला करेंगे, हम उनके साथ हैं। वो जो सोचेंगे बेहतर है। हम चाहते हैं आतंकवाद बिल्कुल खत्म हो। अब जड़ से इसे उखाड़ा जाए। जो इसके पीछे जिम्मेवार हैं, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। फारूक अब्दुल्ला ने कहा, आतंकवाद की फैक्ट्री खत्म करनी होगी। जब भी आक्रमण हुआ है, उनकी (पाकिस्तान) तरफ से हुआ है। हमने शुरू नहीं किया। उसने शुरू किया। फिर हमने कार्रवाई की। हम इंसानियत के पक्षधर हैं। ये महात्मा गांधी का देश है।
पाक से बातचीत की सलाह पर अफसोस
पाकिस्तान से बातचीत के सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं अफसोस करता हूं कि मैं इसकी बात करता था। खुद अफसोस करता हूं। जिस चीज को कहता था, आज उससे हार गया। उन्होंने (पाक) मुझे हरा दिया। वो मानते ही नहीं थे। वो टेबल पर आना ही नहीं चाहते हैं। क्या कश्मीर उनके साथ जा सकता है। कभी नहीं। जिनको पाकिस्तान जाना था, वो काफी पहले जा चुके हैं।
May 02 2025, 19:03