*भारत-नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने के पुरजोर प्रयास में विश्व हिन्दू महासंघ*

खजनी गोरखपुर।।
भारत और नेपाल दोनों देशों की साझी सनातन संस्कृति है। विश्व हिन्दू महासंघ दोनों देशों को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए पुरजोर कोशिश में लगा हुआ है। दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी साझी संस्कृति एवं सभ्यता के साथ ही रोटी- बेटी का संबंध है। महासंघ से जुड़े नेपाल के हिंदूवादी संगठनों का विश्व हिन्दू महासंघ समर्थन करता है। साथ ही पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करता है।
उक्त बातें तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत दुघरा निवासी विश्व हिंदू महासंघ दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह ने कार्यकर्ताओं समर्थकों के साथ बैठक के दौरान कहीं। श्री सिंह ने कहा कि, नेपाल में चल रहे सत्ता संघर्ष में हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू महासंघ की अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अस्मिता भंडारी (काठमांडू) के साथ खड़ा है। महासंघ के वरिष्ठ नेता भिखारी प्रजापति ने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की निर्मम हत्या और कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। प्रजापति ने कहा कि,योगी जी के चित्र से नेपाल और कार्य चरित्र से भारत हिंदू राष्ट्र बन कर रहेगा। बैठक में नेपाल से पहुंचे अंतर्राष्ट्रीय सदस्य दीपक श्रेष्ठ ने कहा कि भारत और नेपाल की संस्कृति एक है दोनों के बीच पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते हैं। हमारा संगठन भारत और नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए कटिबद्ध है।
रीमा श्रेष्ठ ने कहा कि नेपाल का राजघराना आज भी गोरक्षपीठ को ही अपना आध्यात्मिक गुरु मानता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. जयहिंद मौर्या तथा संचालन संपूर्णानंद सिंह ने की।
इस अवसर पर कैलाश सिंह,यतीन्द्र सिंह, बबलू सिंह, धीरेन्द्र सिंह,जितेंद्र कुमार यादव, के.आर. पांडेय, ओमप्रकाश यादव, राजेश्वरी विश्वकर्मा, सपना, श्रवण कुमार जायसवाल, रामलखन गुप्ता आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
Apr 22 2025, 18:54