बिजली विभाग के कारनामे से उड़ा उपभोक्ता का होश, जानिए पूरा मामला
डेस्क : बिहार मे बिजली विभाग के कारनामे ने एक उपभोक्ता का होश उड़ा दिया है. विभाग की एक बड़ी लापरवाही से पूरा परिवार न केवल हैरान परेशान है बल्कि तमाम प्रयासों के बावजूद अबतक समस्या जस की तस बनी हुई है. मामला औरंगाबाद जिले के दाउदनगर की है.
![]()
दाउदनगर के मनार पंचायत के ममरेजपुर गांव में ललन प्रसाद वर्माका तीन कमरे का एक घर है. इसका इस्तेमाल अमुमन बैठका के रुप में किया जाता है. तीन बल्ब और एक पंखा लगा है. रात भर एक लाइट जलता है.मगर 17 अप्रैल को विभाग के मीटर रीडर ने घर के बाहर लगे मीटर को देखा और 3 करोड़ 7 लाख 77 हजार 431 रुपए का बिल थमा दिया. बिजली का इतना बिल देखकर उपभोक्ता के होश उड़ गए.
उपभोक्ता दीपक ने बताया कि जब उनके पिता ने इसका विरोध किया तो बिल को सही करके दुबारा भेजे जाने की बात कही. लेकिन अब तक कोई संशोधित बिल नहीं भेजा गया है. न ही किसी प्रकार की पावती या स्पष्टीकरण दिया गया है. समस्या जस की तस बनी हुई है.
उन्होंने बताया कि उनका तीन कमरे का घर है और बिजली विभाग को हमेशा बिल का भुगतान किया जाता रहा है, तो फिर इतना बिल कैसे आया. कही न कही झोल है.
वही इस बाबत स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां पहले भी हुई हैं. मीडर रीडर अक्सर समझौते के नाम पर लोगों से पैसे वसूलते हैं. लोगों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
वहीं संबंध में पूछे जाने पर बिजली विभाग कनीय अभियंता ने बताया कि हो सकता है कि तकनीकी त्रुटि के कारण ऐसा हुआ हो. बिजली बिल में सुधार कर दिया जायेगा.
Apr 20 2025, 17:49