अग्निकांड की घटनाओं से बचाव हेतु जारी की गयी एडवाइजरी
मीरजापुर । जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देश के क्रम में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में ग्रीष्म ऋतु प्रारम्भ हो गयी है। इस ऋतु में ग्रामीण आंचल/शहरी क्षेत्र में अग्निकाण्ड की घटनायें होती रहती हैं। इसलिए अग्निकांड कि घटनाओं को न्यून किये जाने तथा अग्निकाण्ड की घटनाओं से बचाव हेतु निम्न बातों का ध्यान रखेंः-
1- फसल कटान के बाद अवशेष को खेतों में नहीं जलाये।
2- तेज हवाओं के समय चूल्हे/भट्ठी पर भोजन न पकायें।
3- जलती हुई माचिस की तीली या अधजली बीड़ी और सिगरेट को इधर-उधर न फेंके।
4- खाना बनाते समय ढीले-ढाले और पालिस्टर के कपड़े न पहनें।
5- बच्चों की पहुंच से माचिस, स्टोव, पटाखें, एसिड आदि दूर रखें।
6- आग पकड़ने वाली खाद्य सामग्री और पैकेट बंद सामान को सिलेंडर और चुल्हे से दूर रखें।
7- बिजली के उपकरणों जैसे पंखा, ए0सी0, कूलर, फ्रीज, हीटर, इंडक्शन को चेक करते रहें तथा बीच-बीच में उनकों बंद कर दें व अपने घरों में बिजली उपकरणों से सुरक्षा हेतु एम0सी0बी0 लगवायें।
8- सार्वजनिक स्थानों, ट्रेनों और बसों में ज्वलनशील पदार्थ न ले जाएं।
9- कार्यालय परिसर में यदि आग की घटना हो जाये तो निकटम उपलब्ध निकास मार्गोंध्सीढ़ियों का उपयोग करें तथा बाहर जाते समय यह सुनिश्चित कर लें कि कोई व्यक्ति छूट न जाये।
10- यदि कपड़ों में आग लग जाये तो स्टाॅप, ड्राप एण्ड रोल करें।
11- किसी भी इमारत से बाहर निकलने के दो रास्ते जानिए स
12- कभी भी आग के सामने खड़े न हों, हमेश धुऐं के नीचे रहने की कोशिश करें।
13- अग्निकांड में फंसे जाने के दौरान अपना मुँह गीले कपड़े से ढक्कर रखने की कोशिश करें।
14- किसी भी कारण से जलती हुई इमारत में दोबारा न जायें।
15- सीढ़ियों और गलियारों को अव्यवस्थित न करें क्योंकि वह आपके भागने के रास्ते हैं।
16- क्षेत्र में आग लगी की घटना होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचित करें।
17- पैट्रोलियम पदार्थों (पेट्रोल/डीजल/कैरोसीन) से लगी आग को बुझाने के लिए हमेशा बालू, फायर एक्सटिंग्विशर का प्रयोग करें।
18- स्वास्थय विभाग, पुलिस विभाग, राजस्व एवं आपदा विभाग, मीरजापुर फायर कंट्रोल रूम/फायर सर्विस से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अधिकारियों के दूरभाष नम्बरों या टोल फ्री नम्बर-102/108, 112, 1077, 9454418632/101 को जानें तथा किसी भी प्रकार की घटनाओं पर सहायता हेतु सम्पर्क करें।
Apr 08 2025, 19:51