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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के 63 करोड़ रूपए से अधिक लागत के विकास कार्यों की दी सौगात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले को 63 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने जिला मुख्यालय जशपुर में आयोजित कार्यक्रम में 59.75 करोड़ रुपये के 22 कार्यों का भूमिपूजन और 3.64 करोड़ रुपये के 5 कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें जय स्तंभ चौक के सौंदर्यीकरण, छात्रावासों के निर्माण, सामुदायिक भवन, कम्पोस्ट सेंटर और आरआर सेंटर जैसी जनोपयोगी परियोजनाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री द्वारा भूमिपूजन किए गए कार्यों में नगर पालिका परिषद, पुलिस विभाग, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल और पंचायत एवं ग्रामीण सड़क विकास विभाग से जुड़े 22 महत्वपूर्ण विकास कार्य सम्मिलित हैं। इनमें बीटी रोड, सीसी रोड, नालियों और स्टॉर्म वॉटर ड्रेन, सामुदायिक भवन, सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, स्ट्रीट लाइट विस्तार, तालाब और पार्क उन्नयन, छात्रावास भवन और सड़क निर्माण कार्य प्रमुख हैं।

जय स्तंभ चौक सौन्दर्यीकरण और उन्नयन कार्य का लोकार्पण

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर के जय स्तंभ चौक में 23 लाख 86 हजार की लागत से कराये गए सौन्दर्यीकरण और उन्नयन कार्य का लोकार्पण किया। भारत के स्वतंत्रता दिवस कीे यादगार के रूप में स्थापित जय स्तंभ चौक का उन्नयन कार्य किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जय स्तंभ चौक वर्षों तक आने वाली पीढ़ियों को हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग बलिदान और राष्ट्र भक्ति की प्रेरणा देता रहेगा, राष्ट्रसेवा हेतु सभी को प्रेरित करता रहेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह परियोजनाएं जशपुर जिले के समग्र विकास और नागरिकों की सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि करेंगी। उन्होंने सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।

कार्यक्रम में सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक गोमती साय, जशपुर विधायक रायमुनि भगत सहित अनेक जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी और नागरिक उपस्थित थे।

सराफा दुकान में चोरी करने वाला शातिर चोर गिरोह गिरफ्त में… पूरा परिवार मिलकर करता था चोरी, 26 लाख की ज्वेलरी बरामद

बिलासपुर- सराफा दुकान में खरीदारी के बहाने लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह पर बिलासपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में थाना बिल्हा और एसीसीयू की संयुक्त टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 26 लाख रुपये से अधिक कीमती माल बरामद किया है. इस कार्रवाई में थाना प्रभारी बिल्हा निरीक्षक उमेश कुमार साहू, एसीसीयू निरीक्षक अजहर, और उनकी टीम के बलराम विश्वकर्मा, संतोष मरकाम, सुमन कश्यप, अविनाश कश्यप, बोधू कुम्हार, महिला आरक्षक जिवंती भगत और सुनीता पाटले ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई.

ऐसे हुआ खुलासा

बिल्हा स्थित शिवशंकर ज्वेलर्स के संचालक मनोहर जायसवाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी दुकान से लगातार कीमती आभूषण गायब हो रहे हैं. संदेह के आधार पर जब CCTV फुटेज खंगाले गए, तो पता चला कि कुछ महिलाएं, जो पिछले 2-3 वर्षों से दुकान में खरीदारी के बहाने आती थीं, चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रही थीं.

पुलिस की घेराबंदी में फंसे चोर

मुखबिर की सूचना पर जब यह गिरोह दोबारा चोरी की नीयत से दुकान के पास आया, तो पुलिस ने घेराबंदी कर चारों आरोपियों को धर दबोचा. पूछताछ में उन्होंने चोरी की बात कबूल की.

बरामद सामग्री


सोने के आभूषण – करीब 23 तोला

चांदी के आभूषण – करीब 1.6 किलो

नकद राशि – ₹4,47,000

कुल जब्ती – ₹26,83,230

प्रयुक्त वाहन – 2 कारें

ये है गिरफ्तार आरोपी

  • संजना साहू उर्फ रेखा तिवारी (36 वर्ष), पति संजू तिवारी
  • सीमा साहू (30 वर्ष), पति गोलू साहू
  • अनिता साहू (25 वर्ष), पति कोमल साहू
  • कोमल साहू (26 वर्ष), पिता सुखराम साहू


"धरोहर" में सजी जनजातीय विरासत – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया प्रथम संस्करण का विमोचन

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया में जशपुर जिले की समृद्ध जनजातीय विरासत को समर्पित "धरोहर" पत्रिका के प्रथम संस्करण का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह पत्रिका न केवल जनजातीय अस्मिता को सहेजने का कार्य कर रही है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विविधता को भी उजागर कर रही है। यह एक प्रेरणादायक प्रयास है, जो आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़े रखेगा। जिला प्रशासन द्वारा प्रकाशित "धरोहर" पत्रिका का उद्देश्य जिले की विविध जनजातियों की पारंपरिक पहचान, संस्कृति, रीति-रिवाज, तीज-त्योहार, परंपरागत वेशभूषा, आभूषणों और पीढ़ियों से चली आ रही सामाजिक विरासत को संजोना और भावी पीढ़ियों तक पहुंचाना है। इस विशेष अवसर पर विभिन्न जनजातीय समाज के प्रमुख एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

अदाणी फाउंडेशन ने रायगढ़ में नव-निर्मित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का किया लोकार्पण, 50 बालिकाएं ले रही अनुभवी कोच से कबड्डी ट्रेनिंग

रायगढ़- जिले के पुसौर ब्लॉक के ग्राम बड़े भंडार में अदाणी फाउंडेशन ने शनिवार को नव-निर्मित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सह कबड्डी प्रशिक्षण शेड का उद्घाटन किया. अदाणी पॉवर लिमिटेड (एपीएल), रायगढ़ के सामाजिक सरोकारों के तहत निर्मित इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के जरिए स्पोर्ट्स प्रशिक्षण को बल मिलेगा.

यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स क्षेत्र की ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को संवारने और बालिकाओं को खेल के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. वहीं, इनकी व्यायाम सम्बन्धि जरूरतों के लिए इस प्रशिक्षण शेड को आधुनिक जिम उपकरणों से लैस किया गया है.

राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच रहीं ग्रामीण बेटियां

अदाणी पॉवर, रायगढ़ ने क्षेत्र की बालिकाओं को कबड्डी प्रतिस्पर्धा के लिए जरूरी प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत अक्टूबर 2022 में की गई थी. वर्ष 2024-25 में इस प्रशिक्षण केंद्र की 8 बालिकाओं का चयन छत्तीसगढ़ राज्य जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता के लिए हुआ. इनमें से कु. सानिया यादव का चयन 34वीं सब जूनियर राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता (गया, बिहार) में हुआ, जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व कर जिले का गौरव बढ़ाया.

वर्तमान में अदाणी पॉवर, रायगढ़ के आसपास के 17 गांवों से 50 बालिकाएं तीन अनुभवी कोच के द्वारा कबड्डी प्रशिक्षण ले रही हैं, जो अब इस कबड्डी शेड में नियमित रूप से आधुनिक उपकरणों के साथ तकनीकी कौशल और मानसिक दृढ़ता का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. इससे उनकी खेल क्षमता में निरंतर निखार आएगा, साथ ही ग्रामीण खेलों के विकास का एक प्रेरणास्रोत भी बनेगा.

ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच देने की दिशा में सराहनीय पहल

स्थानीय ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने अदाणी फाउंडेशन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस कबड्डी शेड को क्षेत्र की बेटियों के लिए खेल और आत्मनिर्भरता का केंद्र बनने वाला है. यह प्रयास निश्चित ही ग्रामीण क्षेत्रों की छुपी हुई प्रतिभाओं को पहचान दिलाने में बड़ी उपलब्धि साबित होगी.

अदाणी समूह, अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से रायगढ़ जिले के पुसौर और तमनार प्रखण्ड में सीएसआर की विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर रहा है, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, आजीविका उन्नयन और ढांचागत विकास इत्यादि जैसे कार्यक्रम शामिल हैं. वहीं अंचल के खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करने तीरंदाजी प्रतियोगिता के लिए भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहा है.

शेड के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि एपीएल समूह के संचालन और रखरखाव सलाहकार जयदेब नंदा थे. इस अवसर पर ग्राम सरपंच ओम प्रकाश गुप्ता, उपसरपंच प्रतिनिधि घनश्याम यादव और पंचानंद गुप्ता मौजूद थे. वहीं, एपीएल रायगढ़ के चीफ बिजनेस ऑफिसर सुधाकर टंडन, एचआर हेड घनश्याम दास गर्ग, सुरक्षा प्रमुख नटवरसिंह, संयंत्र संचार प्रमुख धनंजय सिंह, सिविल हेड धर्मेंद्र सिंह, अदाणी फाउंडेशन के समस्त कर्मचारी तथा महिला कबड्डी की टीम उपस्थित थी.

इस अवसर मुख्य अतिथि जयदेब नंदा ने खुशी जाहीर करते हुए कहा कि “एपीएल, रायगढ़ द्वारा कबड्डी जैसे प्राचीन खेल के प्रोत्साहन की पहल काफी प्रसंसनीय है. इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए उपस्थित सुविधाएं निश्चित ही इन सभी को न सिर्फ राष्ट्रीय अपितु अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने में उपयोगी साबित होगी. मैं आज इस मंच से इन सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं और बधाई देता हूं.

छत्तीसगढ़ के विकास के लिए खरसिया - परमलकसा रेल परियोजना एक ऐतिहासिक कदम- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-   केंद्रीय कैबिनेट की ओर से मंजूर खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा रेल प्रोजेक्ट के बारे में रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को रेल भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ की रेल कनेक्टिविटी को बदलने वाला है । इस प्रोजेक्ट पर 8741 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इससे पूरे छत्तीसगढ़ को एक छोर से दूसरे छोर तक कवरेज मिलेगा । रेल मंत्री ने कहा कि खरसिया-परमलकसा 5वीं-6वीं रेल लाइन छत्तीसगढ़ में रेल नेटवर्क की नई धमनी की तरह है। यह ओडिशा की सीमा से महाराष्ट्र की सीमा तक रेल नेटवर्क की सुविधा प्रदान करेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि यह भारत के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में से एक है । इससे छत्तीसगढ़ के रायगढ़, जांजगीर चाँपा, बिलासपुर, बलौदा बाजार, दुर्ग और राजनांदगांव जैसे जिले जुड़ेंगे । इसके तहत 21 स्टेशन बनेंगे, 48 बड़े ब्रिज और साथ ही 349 माइनर ब्रिज, 14 फ्लाईओवर और 184 अंडर पास का निर्माण होगा । स्थानीय स्तर पर निवासियों को दिक्कत ना हो इसके लिए 5 रेल फ्लाईओवर भी निर्मित किए जाएंगे ।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में 278 किलोमीटर रूट में 615 किलोमीटर लंबी पटरियां बिछाई जाएंगी। इस रूट के निर्माण के बाद 8 से ज्यादा मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जाएगा । इस रेल नेटवर्क के निर्माण से करीब 22 करोड़ लीटर डीजल बचेगा और रेलवे को लगभग 2500 करोड़ रुपये के डीजल की बचत होगी । रेल मंत्री ने कहा कि भगवान राम के वनवास के दौरान माता शबरी के प्रसंग से जुड़े लक्ष्मी नारायण मंदिर का भी इस रेल नेटवर्क से संपर्क स्थापित होगा। बलौदा बाजार और खरसिया जैसे सीमेंट उत्पादन के बड़े इंडस्ट्रियल हब भी इस नेटवर्क से जुड़ेंगे ।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए रेलवे अब बायपास पद्धति को अपना रही है । इसके तहत मालगाड़ी को शहर के बाहर से निकालने पर जोर दिया जा रहा है । वहीं यात्री गाड़ियों को शहर के अंदर एंट्री दी जाएगी । इस रेल लाइन के निर्माण के दौरान भी इस पर फोकस रहेगा । साथ ही छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत कोसा सिल्क के उत्पादन वाले इलाके भी रेल लाइन के जरिए जुड़ेंगे । इसके चलते 2 करोड़ मानव दिवस रोजगार उत्पन्न होगा ।

रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का रेलवे बजट अब 22 गुना बढ़कर लगभग 6900 करोड़ से ज्यादा हो गया है । साथ ही 2014 के बाद छत्तीसगढ़ में रेलवे के काम में अभूतपूर्व तेजी आई है । इसके तहत 1,125 किमी नए ट्रैक बने हैं, जोकि दुबई के पूरे रेलवे नेटवर्क से ज्यादा है ।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रेलवे का कुल निवेश 47 हजार करोड़ से अधिक है । इसके तहत 32 स्टेशनों का पुनर्निर्माण हो रहा है, और इन्हें पूरी तरह नया बनाया जा रहा है । इनमें से कई स्टेशनों के विकास का कार्य इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा।

राज्य के महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट्स की जानकारी देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि दल्लीराजहरा से रावघाट नई लाइन पूरी होने वाली है। अब इसके आगे रावघाट से जगदलपुर रेल लाइन के डीपीआर बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है। वैसे ही गेवरा-पेन्ड्रा रोड नई लाइन पर भी तेजी से काम चल रहा है। साथ ही राजनांदगांव से नागपुर तीसरी लाइन, झारसुगड़ा से बिलासपुर चौथी लाइन, रायपुर-केन्द्री-धमतरी से अभनपुर-राजिम लाइन का गेज कन्वर्जन करके ब्रॉड गेज बनाया जा रहा है । राजनांदगांव से डोंगरगढ़ चौथी लाइन, जगदलपुर से कोरापुट की डबलिंग, धरमजयगढ़ से कोरबा नई लाइन, अनूपपुर से अंबिकापुर के दोहरीकरण के लिए पर्याप्त फंड दिए गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों ने जिन उम्मीदों के साथ डबल इंजन की सरकार बनाई है, उसे पूरा करने का काम भारतीय रेल कर रही है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार आई है, छत्तीसगढ़ में रेलवे से जुड़ा हजारों करोड़ का काम हो रहा है। नई परियोजना से छत्तीसगढ़ के अनेक जिले जुड़ते हैं, यह राज्य के लिए सौभाग्य की बात है । स्टेशनों के विकास के लिए सरकार ने करोड़ों का फंड दिया है, इससे रेलवे और छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदलेगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को धन्यवाद देते हुए कहा कि खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा रेल परियोजना जैसी महत्त्वपूर्ण सौगात से छत्तीसगढ़ के विकास को एक नई गति मिलेगी। यह रेल परियोजना जांजगीर-चांपा, सक्ती, बलौदा बाजार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जैसे प्रमुख जिलों को जोड़ेगी। इससे इन जिलों के नए अवसर मिलेंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा। बलौदाबाजार और जांजगीर अब उद्योगों के लिए नया हब बनकर उभरेंगे। यह क्षेत्र लाइमस्टोन (चूना पत्थर) से समृद्ध है। रेल संपर्क बेहतर होने से यहां सीमेंट उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि नया रायपुर तक सीधी रेल लाइन से राजधानी का संपर्क मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों से और बेहतर होगा। परियोजना से माल परिवहन तेज होगा, जिससे उद्योगों की लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी। इससे कृषि उत्पादों, खनिजों और निर्माण सामग्री के ट्रांसपोर्ट को भी बल मिलेगा। इससे नया रायपुर के विकास को नई दिशा और रफ्तार मिलेगी।

केन्द्रीय आवासन एवं शहरी राज्यमंत्री तोखन साहू ने छत्तीसगढ़ राज्य के लिए मंजूर किए गए इस परियोजना के लिए खुशी जाहिर करते हुए समस्त छत्तीसगढ़ के निवासियों की तरफ से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्र सरकार का धन्यवाद किया।

नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता, 31 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 8 इनामी माओवादी भी अब आम जिंदगी की राह पर

दंतेवाड़ा/नारायणपुर- छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित इलाकों में चलाए जा रहे ‘लोन वर्राटू’ और ‘माड़ बचाओ’ जैसे अभियानों का बड़ा असर देखने को मिल रहा है. सोमवार को दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले में कुल 31 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण करने वालों में कुल 8 इनामी नक्सली शामिल हैं, जिन पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था.


दंतेवाड़ा में 26 नक्सलियों ने किया सरेंडर

दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर 26 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया. इनमें 3 इनामी नक्सली भी शामिल हैं जिन पर कुल 4.5 लाख रुपये का इनाम था. आत्मसमर्पित नक्सलियों में 1 आमदई एरिया जनमिलिशिया कमाण्डर, 1 गमपुर आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, 20 बेचापाल आरपीसी मिलिशिया, सीएनएम एवं डीएकेएमएस सदस्य, 3 केशकुतुल आरपीसी मिलिशिया एवं डीएकेएसएस सदस्य, 1 गुड़से आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य के पद पर सक्रिय थे. आत्मसमर्पित माओवादी राजेश कश्यप आमदई एरिया जनमिलिशिया कमांडर के पद पर सक्रिय था जिसपर छ.ग शासन द्वारा 3 लाख रूपये इनाम है.


नारायणपुर में 5 महिला माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

इधर, नारायणपुर जिले में 5 महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. सभी पर था 1-1 लाख का इनाम घोषित था. ये सभी नेलनार, कुतुल और परलकोट एरिया कमेटी से जुड़ी हुई थीं. बनता दें कि 2025 में अब तक 87 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. इस आत्मसमर्पण के पीछे ‘माड़ बचाओ’ अभियान और विकास कार्यों का असर दिख रहा है.

राज्य को 'विकास के फास्ट ट्रैक' पर लाने का प्रयास: बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को एक ऐतिहासिक सौगात दी है। 8741 करोड़ रुपये की लागत वाली खरसिया-नवा रायपुर-परमलकसा रेल परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी मिली है। यह परियोजना राज्य के लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगी।

इस परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, रायपुर डीआरएम समेत रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। जिसमे परियोजना और रेलवे से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुर लोकसभा क्षेत्र में रेलवे परियोजना को प्राथमिकता मिलना उनके लिए गर्व का विषय है। उन्होंने लोकसभा में भी इस विषय को प्रभावी ढंग से उठाया था और माननीय प्रधानमंत्री व रेल मंत्री से मिलकर इस पर विस्तृत चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना केवल एक रेल लाइन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के विकास की नया ट्रैक है।

यह परियोजना बलौदाबाजार जैसे उन क्षेत्रों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ेगी, जो अब तक इससे वंचित थे। इससे युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। कोयला, सीमेंट और लौह अयस्क जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उत्पादन और परिवहन को भी नई गति मिलेगी।

खरसिया-नवा रायपुर-परमलकसा 5वीं एवं 6वीं रेल लाइन के रूप में स्वीकृत इस परियोजना से छत्तीसगढ़ के औद्योगिक नक्शे में ऐतिहासिक बदलाव की संभावनाएं बनेंगी।

बैठक के दौरान सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर लोकसभा क्षेत्र में रेलवे सुविधाओं के विस्तार और यात्री सेवाओं में सुधार का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने रायपुर से विभिन्न गंतव्यों के लिए संचालित ट्रेनों की संख्या में वृद्धि की मांग की, साथ ही रायपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों को 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत विकसित करने का आग्रह किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सरोना सहित क्षेत्र के अन्य रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों के अतिरिक्त ठहराव की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि यात्रियों को अधिक सुविधा मिल सके।

इसके अतिरिक्त गोंदिया-बल्हारशाह दोहरीकरण परियोजना को भी मंजूरी दी गई है, जिससे छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बीच यातायात की सुगमता और औद्योगिक सहयोग में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।

श्री अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ की आवश्यकता और क्षमता को पहचानते हुए राज्य को 'विकास के फास्ट ट्रैक' पर लाने का कार्य किया है। यह परियोजना छत्तीसगढ़ के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगी और राज्य को आत्मनिर्भर भारत के सपने के और करीब ले जाएगी।

होलीक्रॉस कॉलेज में धर्म परिवर्तन का खेल! छात्रा पर बनाया दबाव, प्राचार्य के खिलाफ FIR दर्ज

जशपुर- शिक्षा के मंदिर में भी अब धर्मांतरण ने पैर पसार लिया है. छत्तीसगढ़ के एक कॉलेज में हिन्दू छात्रा पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाए जाने का मामला सामने आया है. बात नहीं मानने पर छात्रा को हॉस्टल से निकालने का आरोप है. कॉलेज डीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. 

पूरा मामला जशपुर के हॉलीक्रॉस नर्सिंग कॉलेज कुनकुरी का है. यहां एक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ने आरोप लगाया है कि प्राचार्य विंसी जोसेफ ने उसपर जबरन धर्मांतरण करने और नन बनने का दबाव बनाया. साथ ही बात नहीं मानने पर हॉस्टल से निकाले जाने की धमकी दिए जाने का भी आरोप लगाया है.

कुनकुरी थाने में शिकायत के बाद प्राचार्य विंसी जोसेफ के खिलाफ छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

रेप के बाद हत्या : बच्ची का सगा चाचा ही निकला हत्यारा, सदमे के कारण हुई नाबालिग की मौत, पुलिस ने किया खुलासा

दुर्ग- कन्या भोज के लिए निकली 6 साल की मासूम के साथ रेप हुआ था। पुलिस ने मौत की गुत्थी सुलझा ली है। बच्ची के साथ रेप की इस घिनौनी वारदात को किसी और ने नहीं, बल्कि उसी के सगे चाचा ने ही अंजाम दिया था। गहरे सदमें की वजह से बच्ची की मौत हो गयी। पुलिस इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा कर रही है। आरोपी का नाम सोमेश यादव है, जो बच्ची का सगा चाचा है। वो पेंटर का काम करता है।

दरअसल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हुई रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना हुई थी। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। महज 6 साल की एक मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ने न केवल मानवता को शर्मसार किया, बल्कि पूरे सभ्य समाज पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नवरात्रि जैसे पावन पर्व के दौरान, जब कन्याओं को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है, उसी दिन एक मासूम बच्ची हैवानों की दरिंदगी का शिकार बन गई।

रुला देगा मां का रुदन

इस दिल दहला देने वाली घटना का सबसे मार्मिक दृश्य उस मां का रुदन है, जो अपनी बेटी के शव को गोद में लिए न्याय की गुहार लगा रही है। रामनवमी के दिन बच्ची कन्या पूजन के लिए घर से निकली थी, लेकिन वह कभी घर लौट नहीं सकी। बच्ची के शरीर पर सिगरेट से जलाने के निशान भी मिले हैं, जिससे घटना की बर्बरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। यह दरिंदगी इतनी वीभत्स थी कि जिसने भी सुना, उसकी रूह कांप उठी।

आरोपियों की गिरफ्तारी और प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना दुर्ग जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को हिरासत में लिया था। हालांकि पूछताछ में उसका सगा चाचा ही हैवान निकला। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इस घटना को दुर्भाग्यजनक बताया और भरोसा दिलाया कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। वहीं कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने भी आश्वासन दिया कि त्वरित और कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

राजनीति भी हुई सक्रिय

इस दर्दनाक घटना के बाद प्रदेश की राजनीति भी सक्रिय हो गई है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मामले में सरकार की जवाबदेही पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यदि बच्चियों की सुरक्षा नवरात्र जैसे पवित्र दिनों में भी नहीं हो पा रही है, तो यह बेहद चिंताजनक है।

समाज के सामने खड़े हुए गंभीर सवाल

इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है। एक मासूम, जो देवी के रूप में पूजी जाती है, उसे भी दरिंदों की नजर से नहीं बचाया जा सका। उस बच्ची ने इस समाज से जाते-जाते कई सवाल छोड़े हैं—क्या उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह एक बच्ची थी? यह घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि अब समय आ गया है जब हमें सिर्फ कानून पर नहीं, बल्कि अपने सोच और व्यवस्था पर भी मंथन करना होगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सिकलसेल और थैलेसीमिया जागरूकता एवं एचएलए मैचिंग शिविर का किया शुभारंभ

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जिला अस्पताल, जशपुर में सिकलसेल, थैलेसीमिया परामर्श जागरूकता एवं एचएलए मैचिंग शिविर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने सिकलसेल और थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात कर उनके उपचार संबंधी जानकारी प्राप्त की। इस विशेष शिविर में न केवल जशपुर जिले, बल्कि पड़ोसी जिले बलरामपुर, सरगुजा, सूरजपुर एवं झारखंड के गुमला जिले से भी सिकलसेल और थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे एवं उनके परिजन शामिल हुए।

बेंगलुरु से पहुंचे विशेषज्ञ चिकित्सक, निःशुल्क हुआ एचएलए डीएनए टेस्ट

शिविर में बेंगलुरु के नारायणा हॉस्पिटल से आए बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ. सुनील भट्ट द्वारा 12 वर्ष तक के बच्चों का एचएलए डीएनए टेस्ट और परामर्श निःशुल्क किया गया। यह परीक्षण बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त डोनर की पहचान हेतु आवश्यक होता है।

संपूर्ण इलाज सहित विदेश में होने वाला महंगा टेस्ट भी अब निःशुल्क

शिविर में कास फाउंडेशन की काजल सुरेश सचदेव ने बच्चों एवं परिजनों को सिकलसेल और थैलेसीमिया के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इन बीमारियों से पीड़ित बच्चों के लिए न केवल आवश्यक दवाइयों एवं जांच की सुविधाएं निःशुल्क दी जा रही हैं, बल्कि जर्मनी में होने वाला अत्यंत महंगा एचएलए डीएनए टेस्ट और देश के प्रमुख अस्पतालों में बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी जटिल प्रक्रिया भी पूर्णतः निःशुल्क कराई जा रही है।

राष्ट्रीय सिकलसेल एवं एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत जशपुर जिले में 0-15 आयु वर्ग के 209 सिकलसेल एवं थैलेसीमिया मरीजों की पहचान की गई है। इनमें से 110 बच्चों का एचएलए डीएनए टेस्ट कर ट्रांसप्लांट के लिए चयनित किया गया, जिनमें से अब तक 8 बच्चों का सफलतापूर्वक निःशुल्क बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो चुका है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सिकलसेल एवं एनीमिया उन्मूलन मिशन के अंतर्गत जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ, संगवारी संस्था एवं कास फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से जिले में सिकलसेल के उन्मूलन की दिशा में प्रभावी कार्य किया जा रहा है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, नगर पालिका उपाध्यक्ष यशप्रताप सिंह जूदेव, भरत सिंह, संभागीय कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।