राष्ट्रपति पुतिन इस साल भारत दौरे पर आएंगे, यूक्रेन युद्ध के बीच पहला दौरा
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रूस-यूक्रेन जंग के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं। पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत दौरा करने का न्योता कबूल कर लिया है। हालांकि, अभी पुतिन के दौरे की तारीख तय नहीं है। पुतिन के भारत दौरे का कार्यक्रम तय किय जा रहा है। यह जानकारी रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने गुरुवार को दी। पुतिन का दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच समझौता कराने में जुटे हैं।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद रूस की अपनी पहली विदेश यात्रा की है। अब हमारी बारी है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय सरकार का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। रूसी विदेश मंत्री ने बयान 'रूस और भारत: एक नए द्विपक्षीय एजेंडे की ओर' समिट के दौरान दिया। इस बैठक का आयोजन रूसी अंतरराष्ट्रीय मामलों की परिषद (आरआईएसी) ने किया था।
2024 में दो बार रूस गए थे मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अक्टूबर 2024 में रूस की यात्रा की थी, जो लगभग पांच वर्षों में उनकी पहली यात्रा थी। व्लादिमीर पुतिन और नरेंद्र मोदी की आखिरी मुलाकात 22 अक्टूबर 2024 को रूस के कजान में हुई थी। यह 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान की मुलाकात थी। इस द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-रूस संबंधों की समीक्षा की और व्यापार, रक्षा, ऊर्जा व लोगों के बीच संपर्क जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की थी। पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और सहयोग की पेशकश की। उसी दौरान पीएम मोदी ने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था।
इससे पहले जुलाई में भी मोदी ने दो दिन का रूस दौरा किया था। तब उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था। वहीं, उन्होंने 2019 में एक आर्थिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक का दौरा किया था।
आखिरी बार 2021 में भारत आए थे पुतिन
फरवरी 2022 में यूक्रेन वॉर शुरू होने पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी। इससे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 06 दिसंबर 2021 में भारत की यात्रा की थी। वह सिर्फ 4 घंटे के लिए भारत आए थे। इस दौरान भारत और रूस के बीच 28 समझौते पर दस्तखत हुए थे। इसमें मिलिट्री और तकनीकी समझौते थे। दोनों देशों ने 2025 तक 30 अरब डॉलर (2 लाख 53 हजार करोड़ रुपए) सालाना ट्रेड का टारगेट रखा था।
Mar 27 2025, 15:59