आईआईटी आईएसएम धनबाद ने एलॉय स्ट्रक्चर निर्माण के क्षेत्र में की बड़ी सफलता हासिल
धातु निर्माण में अधिक कुशल और टिकाऊ के लिए अत्याधुनिक ट्विन-वायर एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग सेटअप विकसित किया*
झा.डेस्क
धनबाद-आईआईटी आईएसएम धनबाद ने एलॉय (धातु) स्ट्रक्चर निर्माण के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अत्याधुनिक ट्विन-वायर एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (एएम) सेटअप विकसित किया है. संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने इस प्रणाली में इन-सिटू एलॉयिंग की क्षमता भी शामिल है, इससे धातु निर्माण अधिक कुशल और टिकाऊ हो सकेगा. यह थ्रीडी प्रिंटिंग पर आधारित तकनीक है. इस तकनीक को डिजाइंड एलॉय स्ट्रक्चर बनाने बेहद क्रांतिकारी पहल माना जा रहा है. इस तकनीक को उद्योगों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है.
क्या है एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग और इसका महत्व?
एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (एएम) तकनीक ने पारंपरिक निर्माण प्रक्रियाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाया है. यह तकनीक जटिल धातु संरचनाओं को तेज और कुशल तरीके से तैयार करने में सक्षम है. वायर आर्क एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (डब्ल्यूएएएम), बेहद सटिकता के साथ और काफी कम लागत में धातु का स्ट्रक्चर तैयार कर सकता है. इस कारण यह उद्योगों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. आईआईटी आईएसएम में विकसित तकनीक इसी की का एक उन्नत रूप है.
आईआईटी आईएसएम के नाम नवीनतम उपलब्धि
आईआईटी आईएसएम धनबाद ने यास्कावा छह-अक्षीय औद्योगिक रोबोट के साथ एक ट्विन-वायर एएम सेटअप को सफलतापूर्वक स्थापित किया है. यह प्रणाली इन-सिटू एलॉयिंग को सक्षम बनाती है. इससे निर्माण प्रक्रिया के दौरान ही सामग्री की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है. इस उन्नत प्रणाली के प्रमुख घटकों में मैनिपुलेटर सटीक गति और 8जमाने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है. इसमें लगा कंट्रोलर रोबोटिक की गतिविधियों और वेल्डिंग प्रक्रिया को समन्वित करता है. प्रोग्रामिंग टीच धातु को जमाने में सटीकता प्रदान करता है. इसमें लगा गैस टंगस्टन आर्क वेल्डिंग पावर सोर्स, बेहतर नियंत्रण और उच्च गुणवत्ता वाले धातु को जमाने का काम करता है. वहीं इस में लगा वायर फीड सिस्टम, एलॉयिंग तत्वों को जोड़कर सामग्री के गुणों को बढ़ाने में मदद करता है और मोटोमैन रोबोट एक सॉफ़्टवेयर प्रणाली है. इससे उच्च शुद्धता के साथ धातु निर्माण संभव हो पाता है.
अनुसंधान और औद्योगिक प्रभाव
यह प्रोजेक्ट भारत सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड द्वारा वित्त पोषित है. इसके शोध निष्कर्षों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त जर्नल्स में प्रकाशित किया गया है और इस नवीन डिजाइन को पेटेंट स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया गया है. आईआईटी आईएसएम का यह सेटअप विमानन, ऑटोमोबाइल और भारी मशीनरी मरम्मत जैसे क्षेत्रों में बहु-सामग्री घटकों के निर्माण के लिए बेहद उपयोगी तकनीक साबित होगा. इसकी मदद से उद्योगों में महंगे और महत्वपूर्ण उपकरणों की मरम्मत और निर्माण की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आयेगा.
इस तकनीक को आम छात्र देख सकते हैं
आईआईटी आईएसएम का एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग लैब स्कूली व कॉलेज के छात्रों, उद्यमियों और उद्योग पेशेवरों के लिए खुला रखा गया है. संस्थान इच्छुक आगंतुकों को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (एएम) सेटअप का प्रत्यक्ष अनुभव लेने का अवसर प्रदान कर रहा है. इस पहल का उद्देश्य झारखंड के युवाओं और उद्यमियों में तकनीकी जागरूकता बढ़ाना और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना है.
Mar 18 2025, 13:15