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झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 मार्च से फिर से शुरू ,विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में


झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 मार्च से फिर से शुरू होगा और 27 मार्च तक चलेगा। होली की छुट्टी के बाद अब सत्र के दौरान सदन में गरमागरमी देखने को मिल सकती है।

विपक्ष, खासकर भारतीय जनता पार्टी (BJP), घोड़थम्भा में दो समुदायों के बीच हुई झड़प को लेकर सरकार पर हमला बोलने की तैयारी में है।

BJP ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। सोमवार को उन्होंने घटना स्थल का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और पूरी जानकारी ली।

माना जा रहा है कि BJP इस मुद्दे को विधानसभा में जोरशोर से उठाएगी और राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करेगी।

बजट सत्र की अब तक की कार्यवाही

गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से जारी है। 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया गया था। अब जब सत्र दोबारा शुरू होगा, तो राजनीतिक गहमागहमी तेज होने के पूरे आसार हैं।

आईआईटी आईएसएम धनबाद ने एलॉय स्ट्रक्चर निर्माण के क्षेत्र में की बड़ी सफलता हासिल

धातु निर्माण में अधिक कुशल और टिकाऊ के लिए अत्याधुनिक ट्विन-वायर एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग सेटअप विकसित किया*

झा.डेस्क

धनबाद-आईआईटी आईएसएम धनबाद ने एलॉय (धातु) स्ट्रक्चर निर्माण के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अत्याधुनिक ट्विन-वायर एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (एएम) सेटअप विकसित किया है. संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने इस प्रणाली में इन-सिटू एलॉयिंग की क्षमता भी शामिल है, इससे धातु निर्माण अधिक कुशल और टिकाऊ हो सकेगा. यह थ्रीडी प्रिंटिंग पर आधारित तकनीक है. इस तकनीक को डिजाइंड एलॉय स्ट्रक्चर बनाने बेहद क्रांतिकारी पहल माना जा रहा है. इस तकनीक को उद्योगों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है.

क्या है एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग और इसका महत्व?

एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (एएम) तकनीक ने पारंपरिक निर्माण प्रक्रियाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाया है. यह तकनीक जटिल धातु संरचनाओं को तेज और कुशल तरीके से तैयार करने में सक्षम है. वायर आर्क एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (डब्ल्यूएएएम), बेहद सटिकता के साथ और काफी कम लागत में धातु का स्ट्रक्चर तैयार कर सकता है. इस कारण यह उद्योगों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. आईआईटी आईएसएम में विकसित तकनीक इसी की का एक उन्नत रूप है.

आईआईटी आईएसएम के नाम नवीनतम उपलब्धि

आईआईटी आईएसएम धनबाद ने यास्कावा छह-अक्षीय औद्योगिक रोबोट के साथ एक ट्विन-वायर एएम सेटअप को सफलतापूर्वक स्थापित किया है. यह प्रणाली इन-सिटू एलॉयिंग को सक्षम बनाती है. इससे निर्माण प्रक्रिया के दौरान ही सामग्री की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है. इस उन्नत प्रणाली के प्रमुख घटकों में मैनिपुलेटर सटीक गति और 8जमाने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है. इसमें लगा कंट्रोलर रोबोटिक की गतिविधियों और वेल्डिंग प्रक्रिया को समन्वित करता है. प्रोग्रामिंग टीच धातु को जमाने में सटीकता प्रदान करता है. इसमें लगा गैस टंगस्टन आर्क वेल्डिंग पावर सोर्स, बेहतर नियंत्रण और उच्च गुणवत्ता वाले धातु को जमाने का काम करता है. वहीं इस में लगा वायर फीड सिस्टम, एलॉयिंग तत्वों को जोड़कर सामग्री के गुणों को बढ़ाने में मदद करता है और मोटोमैन रोबोट एक सॉफ़्टवेयर प्रणाली है. इससे उच्च शुद्धता के साथ धातु निर्माण संभव हो पाता है.

अनुसंधान और औद्योगिक प्रभाव

यह प्रोजेक्ट भारत सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड द्वारा वित्त पोषित है. इसके शोध निष्कर्षों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त जर्नल्स में प्रकाशित किया गया है और इस नवीन डिजाइन को पेटेंट स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया गया है. आईआईटी आईएसएम का यह सेटअप विमानन, ऑटोमोबाइल और भारी मशीनरी मरम्मत जैसे क्षेत्रों में बहु-सामग्री घटकों के निर्माण के लिए बेहद उपयोगी तकनीक साबित होगा. इसकी मदद से उद्योगों में महंगे और महत्वपूर्ण उपकरणों की मरम्मत और निर्माण की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आयेगा.

इस तकनीक को आम छात्र देख सकते हैं

आईआईटी आईएसएम का एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग लैब स्कूली व कॉलेज के छात्रों, उद्यमियों और उद्योग पेशेवरों के लिए खुला रखा गया है. संस्थान इच्छुक आगंतुकों को एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (एएम) सेटअप का प्रत्यक्ष अनुभव लेने का अवसर प्रदान कर रहा है. इस पहल का उद्देश्य झारखंड के युवाओं और उद्यमियों में तकनीकी जागरूकता बढ़ाना और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना है.

झारखंड में 19 मार्च से 21 मार्च तक मौसम में दिखेगा बदलाव कहीं-कहीं ओलावृष्टि तो कहीं गरज के साथ होगी वज्रपात


झारखण्ड डेस्क

झारखंड में सोमवार को मौसम 

का मिजाज बदला-बदला सा रहा. पलामू समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई, जबकि कई जिलों में आकाश में बादल छाए रहे. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. मौसम का मिजाज फिर बदलेगा. 19 मार्च से 21 मार्च तक मौसम में बदलाव दिखेगा. कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है. गरज के साथ वज्रपात की भी आशंका जाहिर की गयी है. मौसम विभाग ने इस बाबत चेतावनी जारी की है.

फिर बदलेगा मौसम का मिजाज

19 मार्च को राज्य के उत्तर पश्चिमी, दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं-कहीं पर गरज के साथ वज्रपात की आशंका है. 20 मार्च को उत्तरी, दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि, गरज के साथ तेज हवाओं के झोंके चल सकते हैं. वज्रपात की भी आशंका है. 21 मार्च को उत्तरी, दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि, गरज के साथ तेज हवाओं के झोंके चल सकते हैं. वज्रपात भी हो सकता है. मौसम विभाग ने इस बाबत येलो अलर्ट जारी किया है और सुरक्षित रहने की अपील की है.

झारखंड में पिछले 24 घंटे में कैसा रहा मौसम?

पिछले 24 घंटे में कहीं-कहीं गरज और आंधी के साथ हल्के दर्जे की बारिश हुई, जबकि कहीं-कहीं हीट वेव के साथ सीवियर हीट वेव की भी स्थिति देखी गयी. सबसे अधिक उच्चतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस जमशेदपुर में, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस गुमला में दर्ज किया गया.

झारखंड में सिर्फ 2 दिन में सड़क हादसे में हुई 23 लोगों की मौत


झारखंड में सिर्फ 2 दिन में सड़क हादसे में 23 लोगों की मौत हो गयी. राजधानी रांची में 3 लोगों की मौत हुई और 65 लोग घायल हो गये. धनबाद जिले में 7 लोगों की मौत हुई और 70 लोग घायल हुए.

 कोल्हान प्रमंडल में 9 लोगों की सड़क हादसे में जान चली गयी और 10 लोग घायल हो गये. पलामू और गढ़वा जिले में 3-3 लोगों की मृत्यु हुई और 12 लोग घायल हुए. ये आंकड़े होली के दौरान की हैं. हादसे में मरने वालों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान संजीत कुमार सिंह भी शामिल हैं. चतरा में 1 बच्ची की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी.

नामकुम के खरसीदाग में दुर्घटना में बाइक सवार की मौत

नामकुम में कार के धक्के से एक बाइक सवार की मौत हो गयी और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना खरसीदाग क्षेत्र में होली के दिन संत पॉल सोसाइटी के पास हुई. दुर्घटना में घायल 3 लोगों को राज अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में समरजीत मुंडा ने दम तोड़ दिया. गंभीर रूप से घायल नीलेश कच्छप और मनीष का राज अस्पताल में इलाज चल रहा है.

जमशेदपुर की डोली सिंह की बुंडू में मौत

बुंडू में जमशेदपुर की डोली सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. रातू थाना क्षेत्र के रिंग रोड पर फोकस रेस्टोरेंट के पास रातू के गोविंदनगर निवासी अर्जुन मालाकार की मौत हो गयी. उसका पुत्र मनीष कुमार घायल हो गया.

अनगड़ा और तोरपा में 2 की मौत

अनगड़ा के विकास-रामपुर खंड के हेसल में रविवार को एक तेज रफ्तार एसयूवी के धक्के से बाइक सवार ओवरब्रिज से गिर गया. उसे गंभीर हालत में रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. खूंटी के तोरपा में मॉर्निंग वॉक के लिए निकले पंजाब नेशनल बैंक के रिटायर्ड कर्मचारी जीवन होरो (65) की ट्रेलर की चपेट में आने से मौत हो गयी.

कांटाटोली फ्लाईओवर पर कार पलटी, 3 घायल

राजधानी रांची के कांटाटोली फ्लाइओवर पर रामगढ़ की तरफ जा रही कार पलट गयी. कार में सवार 3 युवक गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी को राम प्यारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायलों में एक का पैर टूट गया. कार रामगढ़ के रहने वाले नीतेश राणा के नाम पर पंजीकृत है.

झारखंड: चाईबासा में झुलस कर चार मासूम बच्चों की मौत,गांव में पसरा मातम

झारखंड: चाईबासा के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र का गीतिलिपि गांव आज लोगों की चीत्कार से दहल उठा। यहां एक घर में अचानक आग लग गयी। जब तक कोई कुछ कर पाता, तब तक आग भयंकर रूप धारन कर लिया था। लपटें आसमान छूने लगी। पूरा इलाका धुआं-धुआं हो गया। 

मिली जानकारी के अनुसार इस धधकती आग में झुलस कर चार मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गयी। बच्चे घर के पास रखे पुआल में खेल रहे थे। यह अगलगी की घटना आज यानी सोमवार को दिन के करीब 11 बजे हुई। आग लगने की फैली खबर के बाद इलाके में तहलका मच गया। 

पुलिस स्पॉट पर पहुंच चुकी है। वहीं, खबर लिखे जाने तक दमकल की गाड़ियां नहीं पहुंच पाई थी। आसपास से जुटे लोग और पुलिस आग बुझाने और बच्चों की बॉडी को बाहर निकालने की कोशिश में जुटे हुए थे। आग कैसे लगी, इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है।

रांची पुलिस ने चेकिंग के दौरान पिस्तौल और गोली के साथ युवक को दबोचा,उस पर बीआईटी की छात्रा की भी है हत्या का आरोप


रांची: बीआईटी मेसरा की छात्रा की हत्या के आरोपी प्रिंस उर्फ पियूष तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बरियातू थाना की पुलिस ने उसे पकड़ा है. पुलिस ने उसके पास से देसी कट्टा, गोली और बाइक जब्त की है. बरियातू पुलिस स्टेशन के थानेदार इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने सोमवार को बताया कि रविवार की रात एएसआई राम किशुन उरांव अपनी टीम के साथ कुसुम विहार रोड में वाहन चेकिंग अभियान चला रहे थे. उन्होंने बाइक से जा रहे एक व्यक्ति को रुकने के लिए कहा. युवक रुकने की बजाय भागने लगा. पुलिस ने खदेड़कर उसे पकड़ा.

उसके पास से देसी कट्टा और गोली बरामद

पुलिस ने जब उससे पूछताछ की, तो उसने अपना नाम पियूष तिवारी उर्फ प्रिंस बताया. पुलिस ने उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से देसी कट्टा और गोली मिले. इसके बाद पुलिस ने पियूष को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बाइक हथियार और गोली जब्त कर ली. पियूष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

बीआईडी मेसरा की छात्रा पल्लवी की है उसपर हत्या का आरोप

पुलिस की गिरफ्त में आये पियूष तिवारी पर वर्ष 2022 में बीआईटी मेसरा की छात्रा पल्लवी की हत्या का आरोप है. पल्लवी का मर्डर टाटी सिल्वे थाना क्षेत्र में हुआ था. आरा गेट डेयरी फार्म स्थित रेलवे ट्रैक पर पल्लवी का शव मिला था.

एक युवक पर गोली चलवाने का भी है उस पर आरोप

इतना ही नहीं, रिटायर्ड डीएसपी बीरेंद्र सिंह के बेटे मनीष पर भी गोली चलवाने का पियूष तिवारी पर आरोप है. रिटायर्ड डीएसपी के बेटे पर दिसंबर 2021 में गोली चली थी. पियूष उर्फ प्रिंस के खिलाफ रांची के बरियातू थाना में हत्या की कोशिश और टाटीसिल्वे थाना में मर्डर का केस दर्ज है.वह पिछले कुछ महीने पहले ही जमानत पर छूटा था.

दुखद : झरिया का सोनापट्टी, जो कभी सोने की मंडी के लिए था प्रसिद्ध ,अब ग्राहकों की कमी और रोजगार के संकट का कर रहा है सामना

धनबाद : धनबाद कोयलांचल के झरिया की सोनापट्टी का नाम जिले में ही नहीं जिले के बाहर भी मशहूर है। कभी सोने की इस मंडी में खरीदारों का जमावड़ा लगा रहता था। झरिया के साथ-साथ धनबाद जिले के दूसरे इलाकों में भी ग्राहक यहां खरीदारी के लिए आते थे। 

कभी कोलकाता से लेकर बनारस तक के बीच में सोना का कारोबार व सोनामंडी के लिए झरिया का सोनापट्टी मशहूर रहा है। सोना पट्टी को झरिया राजा ने बसाया था। यहां पर करीब 80 से 90 ज्वेलरी की दुकानें हैं। पहले यहां पर करीब 400 से भी अधिक कारीगर सोना-चांदी का गहना बनाने में व्यस्त रहते थे। वर्तमान में काम नहीं मिलने से अब उनकी संख्या घटकर 60 से 70 तक पहुंच गई है। सोनापट्टी की रोनक भी थोड़ी कम हो गई है।

झरिया सोनापट्टी में कुछ साल पहले तक भारी चहल-पहल रहती थी। सुबह से रात तक यहां खरीदारों का आना-जाना लगा रहता था। धनबाद के साथ-साथ दूसरे जिलों के ग्राहक भी यहां खरीदारी के लिए आते थे। हर तरह की डिजाइन आभूषण यहां मिलते थे।

 हर वर्ग की जरूरतों के अनुसार यहां आभूषण बनाए जाते थे। रेडीमेड आभूषणों के साथ-साथ पंसद की डिजाइन के ऑर्डर पर भी आभूषणों का निर्माण किया जाता था। यहां पर पश्चिम बंगाल, भागलपुर, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के कारीगर गहने बनाने का कार्य करते है। प्रत्येक दुकान से जुड़े करीब 10 से 12 कारीगर होते थे। लेकिन अब उनका पलायन हो चुका है।

 जो बचे हैं वह भी पलायन के कगार पर है। क्योंकि उन्हें काम नहीं मिल पा रहा है। उनका रोजगार, कला सब कुछ चौपट हो रहा है। सरकार ध्यान नहीं दे रही है। कई कारीगर कर्ज से लदे हुए हैं। हमारी मांग है कि सरकार हमारी कला को संरक्षण दे। हमारे लिए विशेष इंतजाम किए जाए। उक्त बातें झरिया सोनापट्टी के कारीगरों ने बोले हिन्दुस्तान की टीम से कही।

कारीगरों ने कहा कि झरिया सोना पट्टी में हथौड़ी की आवाज से लोग बात नहीं कर पाते थे। लेकिन आज हथौड़ी की आवाज बहुत कम सुनाई पड़ती है। पहले गहना बनाने के लिए नंबर लगता था। अब ग्राहक का इंतजार हो रहा है। सप्ताह में एक या दो काम मिल गया तो उससे गुजारा करना पड़ रहा है। अगर यह स्थिति रही तो स्वर्ण शिल्पकार इतिहास के पन्नों में चले जाएंगे। आने वाली पीढ़ी अब इस धंधे में शामिल नहीं होना चाह रही है। कारीगरों ने बताया कि पहले यहां पर खरीदारी करने के लिए आसनसोल, वर्दवान, पुरुलिया, रानीगंज, धनबाद जिला के हर कोने, बोकारो, चंदनकियारी, रामगढ़, रांची, गया, भभुआ आदि जगहों से ग्राहक आते थे। लेकिन यह सब अब पुरानी कहानी बन कर रह गई है।

सरकार की नीतियों पर भी कारीगरों ने खुलकर बोला। कहा कि शेयर मार्केट की तरह सोना-चांदी का दर निर्धारित होने के कारण लोगों का झुकाव रेडीमेड गहनों की ओर अधिक हो गया है। 

भले ही गुणवत्ता पर सवाल है। इसके अलावा मॉल और कारपोरेट कंपनियां हावी होती जा रही है। जिसके कारण उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है। बैंक से लोन नहीं मिल रहा है। रेडीमेड गहनों को लोग पसंद करते हैं। वह हल्का होता है लेकिन उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है।

कुछ कारीगरों ने बताया कि हॉलमार्क का प्रचलन होने के बाद यहां के बने हुए गहने को धनबाद लेकर कारीगर जाते हैं। लेकिन हॉलमार्क लगाने से पहले ही कार्रवाई हो जाने का डर भी सताता रहता है।

 इस डर से कोई गहना लेकर हॉलमार्क लगवाने जाने से परहेज करता है। लेकिन, रोजी-रोटी का सवाल है तो फिर करना ही पड़ता है। कारीगरों ने बताया कि यहां पर अधिकतर कारीगर दूसरे राज्यों के हैं। आधार कार्ड भी उनके दूसरे राज्यों का बना हुआ है। कारीगर ही तैयार जेवरात लेकर आते-जाते हैं। चेकिंग में पकड़े जाने पर कई स्तर पर पूछताछ होती है। कई बार तो जेवरात भी जब्त कर लिए जाते हैं। प्रशासन गहने के कागजात की मांग को लेकर परेशान करते है।जबकि ग्राहकों के दिए हुए गहने बनाकर हॉलमार्क लगाने के लिए जाते हैं।

कारीगरों ने कहा कि उन्हें विश्वकर्मा योजना का भी लाभ नहीं मिलता


 विश्वकर्मा योजना का भी लाभ नहीं मिलता है। बैंक से लोन नहीं मिलता है ताकि अपनी पूंजी खड़ा कर सके। बताया कि अब तो हर गली मोहल्ले में दुकान हो गई हैं। झरिया में पहले धनबाद झरिया पाथरडीह ट्रेन चलती थी। स्वर्णरेखा एक्सप्रेस यहां से होकर गुजरती थी। बाहर के ग्राहक ट्रेन से आते थे और खरीदारी करते थे। लेकिन ट्रेन सेवा बंद हो गई। आसपास की कई बस्तियां विस्थापित हो गई। आग और भू-धंसान के कारण भी लोग पलायन कर रहे हैं। यहां का अन्य समानों का थेाक कारोबार दूसरे जगह शिफ्ट हो गया। कोयला मंडी बर्बाद हो गई है। जिसका प्रभाव पड़ रहा है।

सुझाव


1.कारीगरों के लिए झारखंड सरकार पेंशन योजना लाये। बीमारी में पैसे के अभाव में इलाज नहीं हो पाता है। कारीगरों को आयुष्मान कार्ड जारी किया जाए।

2.कारीगरों को आसानी से ऋण मिले। मुद्रा लोन उपलब्ध कराये। कारीगरों तक श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए।

3.सोना चांदी का भाव पहले की तरह निर्धारित हो, स्थानीय व्यापार को सरकार प्राथमिकता दें। छोटे कारिगरों को भी सरकार की ओर से अवसर देने की जरूरत

4.सरकार विश्वकर्मा योजना के तहत सभी को प्रशिक्षण और लोन की व्यवस्था करें, पुलिस प्रशासन कारीगरों को पकड़ने से पहले सच्चाई को जाने और तब कार्रवाई करें

5.सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिलना चाहिए, कारीगरों के प्रशिक्षण तथा लोन देने की व्यवस्था करने की जरूरत है।

शिकायतें


1.न शेयर मार्केट की तरह सोना चांदी के भाव रोज-रोज बढ़ रहे हैं जिससे खरीदार नहीं पहुंच रहे हैं। बीते एक साल में सोने के दाम में भारी वृद्धि होने से मुश्किल हो रही।

2.कारीगरों के पास पूंजी का अभाव है। जो थोड़ी बहुत पूंजी रहती भी है वह कारोबरी के पास फंस जाती है। बैंक कारीगरों को लोन नहीं देते हैं।

3.रेडीमेड जेवर और जीएसटी ने बहुत प्रभावित किया है। बाहरी माल की आवक से कारीगरों का काम घट रहा है। ब्रांडेड स्टोर्स ने परेशानी बढ़ा दी है।

4.झरिया में विस्थापन के कारण सोनापट्टी में ग्राहक कम पहुंच रहे हैं। एनएफ। अधिकतर लोग बाहर से ही खरीदारी करने के लिए चले जाते है। यहां से भी कई लोग बाहर चले गए।

5.विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना समेत किसी अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। कारीगर और उनका परिवार आयुष्मान कार्ड की सुविधा से वंचित हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में पारम्परिक ढंग से मनाया बाहा पर्व

रामगढ़: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। यहां उन्होंने अपने परिवार के साथ बाहा पर्व मनाया। इस दौरान उन्होंने पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचे और हेलीपैड से सीधे अपने घर गए। वहां उन्होंने पारंपरिक वस्त्र धारण किए और ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच पैदल करीब एक किलोमीटर चलकर सरना स्थल पहुंचे। वहां उन्होंने संथाली परंपरा के अनुसार पूजा की।

बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन संथाल समाज के मांझी हड़ाम हैं, इसलिए वे हर साल बाहा पूजा में शामिल होते हैं। इस मौके पर उन्होंने अपने कुल देवता की भी पूजा की। बाहा पर्व चैत्र माह की शुरुआत से पहले मनाया जाता है, जिसमें गांव के लोग जाहेरथान)पर पूजा करते हैं।

इस पूजा में आम और महुआ के फूलों का विशेष महत्व होता है। इस खास मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उनकी मां रूपी सोरेन, पत्नी एवं गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन, भाभी पूर्व विधायक सीता सोरेन समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। सभी ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा में भाग लिया।

मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। डीसी चंदन कुमार, एसपी अजय कुमार, एसडीओ सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी उनके पैतृक आवास पर मौजूद रहे।

पूरे नेमरा गांव और उनके गुजरने वाले मार्गों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। बाहा पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी को शुभकामनाएं दीं।

राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में बढ़ता जा रही है गर्मी का असर, हीटवेव के चलते येलो अलर्ट जारी


रांची : झारखंड की राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में गर्मी का असर बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों से राज्य में कड़ी धूप और तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है। खासकर दोपहर में तेज धूप के कारण लोग घर से बाहर निकलने में कतरा रहे हैं। मौसम विभाग ने आज भी राज्य के पांच जिलों में हीटवेव के चलते येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को गर्मी से बचने के लिए सावधान रहने की आवश्यकता है।

हीटवेव अलर्ट वाले जिले

रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने के कारण मौसम में गर्मी का ज्यादा असर देखा जा रहा है। इसी कारण से राज्य में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है और फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के आसार कम हैं। रविवार को भी राज्य के 5 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम, धनबाद और बोकारो शामिल हैं। इन जिलों में खासतौर पर दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है। अगर बाहर जाना जरूरी हो तो खुद को पूरी तरह से ढंक कर और हाइड्रेटेड होकर ही बाहर निकलें।

तापमान की स्थिति

आज झारखंड के पश्चिमी और पूर्वी सिंहभूम जिलों में तापमान 42 डिग्री तक जा सकता है, जो राज्य का सबसे अधिक तापमान होगा। इसके अलावा, चाईबासा में पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि खूंटी में न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस था, जो राज्य में सबसे कम रहा।

आने वाले दिनों का अनुमान

देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, और साहिबगंज में अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रहने की संभावना है।

कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, और पलामू में अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास हो सकता है।

बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला में अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।

पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा में अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक जा सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री के आसपास रहेगा।

आउटसोर्सिंग कंपनी की हैवी ब्लास्टिंग से एक व्यक्ति की मौत, लोगों ने बीसीसीएल कार्यालय के सामने शव रखकर किया प्रदर्शन

धनबाद : बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा की गई हैवी ब्लास्टिंग की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं कई घरों में दरारें आ गई. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन कर रहे लोग मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने और आउटसोर्सिंग के मनमाने रवैये के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे.

स्थानीय लोगों ने बीसीसीएल पीबी एरिया महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया. घटना की जानकारी मिलने के बाद डुमरी विधायक जयराम महतो भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के आंदोलन का समर्थन किया.

घटना के बारे में मृत लालू बाउरी के बेटे अजय बाउरी ने बताया कि उनके पिता दिहाड़ी मजदूर का काम करते हैं. गुरुवार को बीसीसीएल पीबी एरिया 7 के गोपालीचक में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा हैवी ब्लास्टिंग की गई. ब्लास्टिंग इतनी तेज थी कि कॉलोनी में भूकंप की तरह कंपन हुआ. 

ब्लास्टिंग के बाद पत्थर उड़कर घरों पर गिरने लगे. उनके पिता कॉलोनी में ट्रैक्टर में ईंट लोड कर रहे थे.

अजय बाउरी ने बताया कि ईंट लोड करने के बाद उनके पिता ट्रैक्टर पर चालक के बगल में बैठ गए. इस दौरान ब्लास्टिंग से उड़े पत्थरों ने ट्रैक्टर के ऊपर लगे रेक्सीन को क्षतिग्रस्त कर दिया और उनके सिर पर गिर गया. जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां से उन्हें बोकारो बीजीएच रेफर कर दिया गया. शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

डुमरी विधायक जयराम महतो ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर उड़कर लालू बाउरी के सिर पर लगा और उनकी मौत हो गई. होली के दिन पूरा परिवार शव के साथ धरने पर बैठा है. एक तरफ लोग होली की खुशियों में डूबे हैं. वहीं दूसरी तरफ एक परिवार शोक में डूबा हुआ प्रदर्शन कर रहा है. देश के अधिकारियों की संवेदनशीलता धीरे-धीरे खत्म हो रही है. जो जान चली गई है उसे वापस तो नहीं लाया जा सकता लेकिन नियमानुसार जो करना चाहिए था वो किया जाना चाहिए था.

वार्ता के संबंध में विधायक ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन लोगों की जान की कीमत सब्जी की तरह लगा रहा है, एक लाख रुपए मुआवजा किसी भी तरह से न्यायोचित नहीं है.

वहीं बीसीसीएल प्रबंधक एलएल वर्णवाल ने कहा कि मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने के लिए वार्ता की गई थी. लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उनकी ओर से कई मांगें रखी गई थी.