1 अरब 38 करोड 26 लाख 49 हजार 932 रूपए की रिकवरी, तीन लाख छह हजार 583 विवादों का शुरुआती चार घंटे में हुआ निपटारा
धनबाद : डालसा के निर्देश पर वर्ष 25 के पहले नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन शनिवार को धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन वीरेंद्र कुमार तिवारी , उपायुक्त सह डालसा के वाईस चेयरमैन माधवी मिश्रा ने किया ।इस मौके पर उन्होंने कहा कि
नेशनल लोक अदालत संविधान के परिकल्पना को पूरी करने के दिशा में एक कदम है ,नवम्बर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह मे किया जा रहा है।हमारा संविधान हर लोगों को सामाजीक , आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है । उपायुक्त धनबाद माधवी मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित के लिये लगाये जाते हैं। बिना प्रशासनिक सहयोग के हम समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सहाय ने कहा कि। लोक अदालत में महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है ।इससे लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है. साथ ही प्रेम और सौहार्द आपस में फिर से बन जाता है। सिटी एसपी अजीत कुमार ने कहा कि लोगों मे प्रेम ,शाति ,समृद्धि और समरसता बनी रहे यही इस लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है! अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राकेश रोशन ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है। जिसमें समय की बचत के साथ-साथ वादकारियों को विभिन्न कानूनी पचड़ों से मुक्ति मिल रही है।
तीन लाख छह हजार 583 विवादों का निपटारा
अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राकेश रोशन ने बताया कि विवादों एवं मुकदमो के निपटारे के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आदेश पर 14 बेंच का गठन किया गया था है जिनके द्वारा विभिन्न तरह के सुलहनीय विवादों का निपटारा किया गया। शुरुआत के चार घंटे में हीं दोपहर दो बजे तक कुल 3 लाख 6 हजार 583 विभिन्न तरह के विवादों का निपटारा कर दिया गया जिसमें 2 लाख 75 हजार 412 प्रिरलेटिगेशन मामले ,जबकी 31हजार 171 विभिन्न तरह के लंबित मुकदमे निष्पादित किए गए.जिसमे
कुल एक अरब 38 करोड़ 26 लाख 49 हजार 932 रुपए की रिकवरी भी की गई। उन्होंने शाम चार बजे तक इस आंकड़े की ओर बढ़ने की उम्मीद जताई. उन्होंने सभी वादकारी, न्यायिक पदाधिकारियों विभाग के अधिकारियों एवं बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं का सहयोग के लिए आभार प्रकट किया ।
मौजूद थे न्यायाधिश
न्यायिक पदाधिकारियों में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय टी, हसन, एस एन मिश्रा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी, रजनीकांतपाठक, कुलदीप,मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, आरती माला ,अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी,
सिविल जज आइ ज़ेड खान ,अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अभिजीत पाण्डेय, रेलवे के न्यायिक दंडाधिकारी मनोज कुमार, ऋषि कुमार ,स्थायी लोक अदालत के चेयरमैन पीयूष कुमार, सर्टिफिकेट आफिसर आरएन ठाकुर, स्टेट बैंक के रिजनल मैनेजर निर्मल कुमार, डिप्टी जीएम विकास रंजन पटनायक बैंक ऑफ़ इण्डिया पवन कुमार भारती डिप्टी जोनल हेड यूको बैंक , कंज्यूमर फोरम की सदस्या शिप्रा डालसा के पैनल अधिवक्ता, लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के टीम, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
Mar 16 2025, 20:04