/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png StreetBuzz बलूचिस्तान में 24 घंटे में दूसरी बार पाक सेना पर हमला, कई जवान घायल veer
बलूचिस्तान में 24 घंटे में दूसरी बार पाक सेना पर हमला, कई जवान घायल

बलूचिस्तान में 24 घंटे में दूसरी बार पाकिस्तानी सेना पर हमला हुआ है. इस हमले में कई जवान घायल हो गए हैं जबकि कइयों के मारे जाने की भी खबर है. पाक सेना पर यह हमला केच जिले में हुआ है. हमलावरों ने पाक सेना के काफिले पर बम से हमला कर दिया.

बलूच सेना ने कल यानी शुक्रवार को पाकिस्तान के बंधक बनाए गए सभी 214 जवानों को मार डाला था. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना को कैदियों की अदला-बदली के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. मगर पाक सेना और शहबाज सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. उनकी जिद की वजह से 214 सेनिकों की मौत हुई है.

पाक सेना का ऑपरेशन खत्म होने का दावा

पाक सेना ने कल बयान जारी कर कहा था कि बलूचिस्तान ट्रेन हमले में मारे गए 26 बंधकों में से 18 सुरक्षाकर्मी थे. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि सेना के अभियान की शुरुआत से पहले उग्रवादियों ने 26 बंधकों को मार डाला था. 18 सुरक्षाकर्मी के अलावा तीन अन्य सरकारी अधिकारी और पांच नागरिक शामिल थे.

BLA ने जाफर एक्सप्रेस को किया था हाईजैक

पाक सेना ने ये भी दावा किया कि सुरक्षाबलों ने 33 लड़ाकों को मार गिराया, जबकि 300 से अधिक यात्रियों को बचा लिया. पाक सेना के प्रवक्ता ने कहा कि कुल 354 बंधकों को बचाया गया, जिनमें 37 घायल यात्री शामिल हैं. बीएलए ने मंगलवार को बलूचिस्तान के बोलन इलाके में 400 से अधिक यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया था और यात्रियों को बंधक बना लिया था.

बलूच सेना ने घात लगाकर किया ट्रेन पर हमला

हर दिन की तरह 11 मार्च को भी जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी. ट्रेन में 400 से ज्यादा यात्री सवार थे. बलोन की पहाड़ी में जब ट्रेन एक टनल से गुजर रही थी, उसी वक्त घात लगाए बैठे बलूच सेना के लड़ाकों ने उसपर हमला कर दिया. इसमें 58 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 21 यात्री भी शामिल थे.

बिहार में तेज प्रताप यादव की कुर्ता फाड़ होली, सीएम आवास के सामने लगाया नारा

बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर सियासत भी तेज हो गई है. चुनाव से पहले रंगों का त्योहार होली भी सभी को अपने भीतर समेट गया है. एक दिन पहले ही पूरे देश में होली का त्योहार धूम-धूम से मनाया गया. ऐसे में भला बिहार इससे कैसे अछूता रहने वाला है. नेताओं से लेकर आम लोग पूरे मौज-मस्ती के साथ रंगों के इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हुए नजर आए. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के मुखिया लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव भी शामिल रहे. होली के दिन तेज प्रताप यादव ने कुछ ऐसा कर दिया जिसकी वजह से वो एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं.

तेज प्रताप यादव पूर्व मंत्री होने के साथ-साथ मौजूदा समय में विधानसभा का सदस्य भी हैं. शुक्रवार को उन्होंने पटना स्थित अपने आवास पर कुर्ता फाड़ होली खेली गई. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ तेजप्रताप यादव ने कुर्ता फाड़ होली में कई के कपड़े भी फाड़ दिए. यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन इसके बाद उन्होंने जो किया उसकी चर्चा अब पूरे बिहार हो रही है.

सीएम आवास के सामने जाकर लगाया नारा

दरअसल, अपने आवास पर कुर्ता फाड़ होली खेलने के बाद तेज प्रताप यादव स्कूटी पर सवार होकर बाहर निकले. रास्ते में ही मुख्यमंत्री का आवास भी पड़ता है. तेजप्रताप जैसे ही सीएम हाउस के सामने पहुंचे उन्होंने बाहर से ही वो पलटू चाचा, वो पलटू चाचा कहकर चिल्लाने लगे. उन्होंने सीएम हाउस के गेट के सामने पलटू चाचा ‘कहां हैं पलटू चाचा…’ बोलने लगे. हालांकि, इसके बाद तेजप्रताप यादव अपने आवास चले गए.

कभी लालू यादव भी खेलते थे कुर्ता फाड़ होली

अब होली के दिन तेजप्रताप यादव के इस अंदाज की जमकर चर्चा हो रही है. तेजप्रताप यादव का अंदाज काफी हद तक पिता लालू यादव से मिलता जुलता है. वो जब बोलते हैं तो लगता है कि लालू यादव बोल रहे हैं. अब उन्होंने कुर्ता फाड़ होली खेली तो कहा जा रहा है कि लालू यादव भी कभी कुर्ता फाड़ होली खेला करते थे. हालांकि, अब सेहत साथ नहीं दे रहा है तो इससे दूर हैं.

रिवाज को हमने जीवित रखने का काम किया है, बोले तेजप्रताप

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अपने आवास पर होली खेलते समय तेज प्रताप यादव ने कहा कि हमारी होली पहले से ही प्रचलित रही है. इससे पहले लालू यादव जी कुर्ता फाड़ होली खेलते थे. अब इसी रिवाज को हमने जीवित रखने का काम किया है. उन्होंने कहा कि लोग असली और नकली होली की बात करते हैं, लेकिन मैं बता दूं कि होली होली होती इसमें असली नकली का कोई सवाल ही नहीं है.

कर्नाटक: बेटों ने माता-पिता को घर से निकाला, अब सड़क पर रहने को मजबूर

कर्नाटक के विजयपुरा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. विजयपुरा में एक बुजुर्ग दम्पति सड़क पर रहने को मजबूर हो गया है. शहर के अलकुंते नगर के दंपति वीरभद्र और बागम्मा हडपाड़ा ने अपनी बच्चों के लिए माइक्रो फाइनेंस से 5 लाख रुपये का लोन लिया था, लेकिन अब उन्हीं बच्चों ने अपने माता-पिता को सड़कों पर छोड़ दिया है, जिसकी वजह से दंपत्ति को सड़क पर रहना पड़ रहा है.

दंपति के बेटे बसवराज ने अपने घर पर हेयर कटिंग सैलून खोलने के लिए शहर के 5 लाख रुपये का लोन अपने पिता के नाम पर लिया था. हालांकि कुछ दिनों बाद ही वह लोन की किस्त चुकाए बिना ही अपने माता-पिता को छोड़कर चला गया. ऐसे में बुजुर्ग दंपति अपने पास मौजूद 3 लाख रुपये से हर महीने 14,000 रुपये देकर लोन की किस्त चुका रहे थे. हालांकि जालसाजों ने उनके साथ धोखा किया और पिछले एक साल से किस्त ही नहीं जमा की.

दंपत्ति के मकान पर कर लिया कब्जा

किस्त नहीं जमा होने की वजह से फाइनेंसरों ने अदालती कार्रवाई के जरिए बुजुर्ग दंपत्ति के मकान पर कब्जा कर लिया है और उन्हें घर से निकाल दिया. बुजुर्ग दंपति अपने पड़ोसियों से दिए गए खाना खाकर सड़कों पर अपना दिन बिता रहे हैं. दंपत्ति पिछले तीन दिनों से अपने घर के सामने सड़क पर रह रहे हैं. दोनों बच्चे अपने माता-पिता से मिलने भी नहीं आए हैं. बुजुर्ग दम्पति इस बात से बहुत दुखी हैं कि उनके घर पर घेराबंदी की गई है और उनके बच्चे मदद के लिए नहीं आ रहे हैं. दंपत्ति को आसपास के लोग उन्हें नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराकर मदद कर रहे हैं.

बुजुर्ग दंपत्ति को निकाल दिया बाहर

12 मार्च को पुलिस सुरक्षा में वकीलों के साथ पहुंचे स्मॉल फाइनेंस बैंक के लोगों ने बुजुर्ग दंपत्ति को बाहर निकाल दिया और दरवाजा बंद कर घर की घेराबंदी कर दी. मकान पर कब्जा करने वाले लोगों ने लघु वित्त बैंक के कर्मचारी के घर की दीवार पर एक नोटिस चिपका दिया है.

चिपका दिया नोटिस

जेएसएफबी ने आदेश संख्या सी/आर संख्या 102/24 के तहत इस बंधक संपत्ति का भौतिक कब्जा प्राप्त कर लिया है और इस संपत्ति का स्वामित्व उसके पास है. अतिक्रमण करने वालों और इस संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्तियों पर मुकदमा चलाया जाएगा. उन्होंने एक नोटिस चिपका दिया है जिसमें कहा गया है कि इसे हटाना गैरकानूनी है.

मध्य प्रदेश में होली की अनोखी परंपरा: आग के जलते अंगारों पर चलते हैं लोग

होली का त्योहार मान्यताओं और परंपराओं का समागम है. देश के अलग-अलग हिस्सों में होली हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है.कहीं फूलों से होली खेली जाती है, तो कहीं पर लोग एक दूसरे पर लट्ठ बरसातें हुए होली खेलते हैं, लेकिन आपने कभी आग के जलते अंगारों पर चलकर होली खेले जाने के बारे में सुना है. मध्य प्रदेश के रायसेन की सिलवानी तहसील के दो गांवों और वेगामगंज के एक गांव में होली के दिन अंगारों पर चलने की परंपरा है.

इन गांवों के लोगों का मानना है कि इस परंपरा से गांव के लोग आपदा और बीमारियों से दूर रहते हैं. सिलवानी और बेगमगंज में आस्था और श्रद्धा के चलते ग्रामीण धधकते हुए अंगारों के बीच से नंगे पैर चलते हैं. ग्रामीणों की आस्था का आलम यह है कि नाबालिग बच्चों से लेकर महिलाएं, उम्रदराज बुजुर्ग तक अंगारों पर नंगे पैर चलते हैं, लेकिन जलते हुए होलिका दहन के अंगारों पर चलने के बावजूद किसी भी ग्रामीण के पैर नहीं जलते.

सैकड़ों सालों से चल रही परंपरा

होलिका दहन के बाद रात में सिलवानी तहसील से महज 14 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत हथौड़ा के गांव महगवा और महज 4 किमी दूर बसे ग्राम पंचायत डुंगरिया कला में चंदपुरा गांव है. चंद्रपुरा के लोग पिछले 15 सालों से दहकते अंगारों पर चलते हैं. महगवा गांव में ग्रामीण करीब 500 सालों से आग पर चलते आ रहे हैं. महगवा में 300 से ज्यादा मकान हैं. इनमें रहने वाले लोगों की आबादी लगभग एक हजार है. यहां हर साल होलिका दहन के बाद रात में ही सभी ग्रामीण धधकते हुए अंगारों के बीच से नंगे पैर गुजरते आ रहे हैं.

देखने के लिए जुटती है भारी भीड़

वहीं बेगमगंज के गांव सेमरा में भी 150 सालों से लोग धधकते अंगारों से निकलते हैं. बच्चे और महिलाएं जलते हुए अंगारों पर ऐसे चलते हैं. जैसे फूलों पर चल रहे हो. वह बिना किसी हिचक एक-एक कर अंगारों पर चलते हैं. महगवा गांव के चौराहे पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद ग्रामीणों के सहयोग से होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन को देखने के लिए आसपास के कई गावों के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होते हैं.

बच्चे, बूढ़े, जवान और महिलाएं भी

इसी तरह चंद्रपुरा गांव में भी लगभग 15 सालों से यह आयोजन हो रहा है. इस साल आसपास के कई जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और प्रसाद चढ़ाया. साथ ही दहकते अंगारों पर बूढ़े बच्चे, और जवान और महिलाएं भी चलीं. गांव वालों के मन में प्राकृतिक आपदाओं से मुक्त रहने का विश्वास रहता है. होलिका दहन के धधकते हुए अंगारों पर नंगे पैर चलने का सिलसिला करीब सेकड़ों सालों से चल रहा है.

अमृतसर में मंदिर पर हमला, बाइक पर आए दो लोगों ने फेंका ग्रेनेड

अमृतसर के ठाकुरद्वारा मंदिर पर बाइक सवार दो युवकों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया. अब इस हमले का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. जानकारी मुताबिक देर रात 12:35 के करीब यह हमला हुआ. जिस मंदिर पर यह हमला हुआ है, वह अमृतसर के खंडवाला इलाके में ठाकुरद्वारा मंदिर है. हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया.

मंदिर पर जब यह हमला हुआ तब मंदिर के पंडित भी अंदर सोए हुए थे लेकिन गनीमत यह रही की मंदिर के पंडित बाल बाल बच गए. सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. सीसीटीवी वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है की मोटरसाइकिल पर दो नौजवान आते हैं, जिनके हाथ में एक झंडा भी है, जो कि कुछ सेकंड मंदिर के बाहर खड़े होते हैं और कोई चीज मंदिर की तरफ फेंकते हैं.

जैसे ही वह वहां से भागते हैं इसके तुरंत बाद मंदिर पर एक बड़ा ब्लास्ट होता है. जिस मंदिर पर यह हमला हुआ है, वह अमृतसर के खंडवाला इलाके में ठाकुरद्वारा मंदिर है.

अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हमला, 5 घायल

अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं पर हमला किया गया है. एक अज्ञात व्यक्ति ने पांच लोगों पर रॉड से हमला कर दिया, जिससे सभी घायल हो गए. पुलिस ने आरोपी हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है. आरोपी की पहचान हरियाणा निवासी जुल्फान के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके साथी को भी गिरफ्तार किया है.

पंजाब पुलिस के मुताबिक, घायलों में दो लोग मंदिर के सेवादार और तीन श्रद्धालु हैं. घायलों में बठिंडा के एक सिख युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका अमृतसर के श्री गुरु रामदास आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में इलाज चल रहा है.

महाराष्ट्र के लातूर में बांग्लादेशियों का फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट, 9 के खिलाफ केस दर्ज

महाराष्ट्र में एक बार फिर अवैध बांग्लादेशी लोगों के फर्जी प्रमाण पत्र बना कर रहने का मामला सामने आया है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के लातूर में बांग्लादेशी जन्म प्रमाणपत्र घोटाला सामने आया है. 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके पहले मालेगांव, अमरावती, जालना, संभाजीनगर में भी बांग्लादेशी जन्म प्रमाणपत्र को लेकर मामले दर्ज हो चुके हैं.

लातूर में 13 मार्च को FIR नंबर 89 के तहत मामला दर्ज किया गया है. यह मामला भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और जालसाजी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं. सभी आरोपी बांग्लादेश के नागरिक है और अवैध रूप से महाराष्ट्र में रह रहे थे. इन लोगों ने फेक दस्तावेज के आधार पर अपना जन्म प्रमाण पत्र पाने की अर्जी भी दी थी.

आरोपियों के नाम:

मदार युसुफ पठान

अनीरूनीसा मोहम्मद

फैमुन्बी अय्युब मणियार

शाहिदा शौकत कुरेशी

फरहीन तौसीफ कुरेशी

हुसैन गफूर शेख

नाजेरा अब्दुल खुदुस

रुखसार मोसीन कुरेशी

मुस्तफा महेबूब

क्या है आरोप?

आरोप है कि इन सभी ने फर्जी आधार कार्ड, नकली दस्तावेज और झूठे शपथ पत्रों का इस्तेमाल करके भारत में जन्म प्रमाणपत्र हासिल किया. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने इस घोटाले को उजागर करते हुए सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर जानकारी सामने रखी है.

किरीट सोमैया ने उठाया मामला

इससे पहले भी बीजेपी नेता किरीट सोमैया महाराष्ट्र में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. उन्होंने 22 जनवरी को सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर अवैध तरीके से रह रहे लोगों का एक आंकड़ा भी जारी किया था. अपने पोस्ट में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के अकोला जिले में 15,845 बांगलादेशी, रोहिंग्या को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र देने का घोटाला हुआ है. साथ ही उन्होंने इसकी जांच की भी मांग की थी.

उन्होंने दावा किया था कि अकोला में 4849, अकोट में 1899, बालापूर में 1468, मुर्तिजापूर में 1070, तेल्हारा में 1262, पातूर में 3978, बार्शिटाकली में 1319, लोगों को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र दिया गया. सोमैया ने कहा था साल 2024 में चुनाव आचार संहिता के दौरान फेक दस्तावेज के सहारे अकोला जिले में इतने लोगों ने फर्जी प्रमाणपत्र हासिल किया है. न सिर्फ बीजेपी नेता सोमैया बल्कि गृह मंत्री अमित शाह भी भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं.

मुरादाबाद में होली के दिन गोलीबारी: पड़ोसी ने दो युवकों पर चलाई गोलियां, एक गंभीर रूप से घायल

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के कटघर थाना इलाके में फूलवती कन्या इंटर कॉलेज के पास होली के दिन विवाद हो गया, जहां एक शख्स ने अपने पड़ोस में रहने वाले दो दोस्तों पर फायरिंग कर दी. इस घटना में घायल हुए एक युवक ने बताया कि आरोपी होली के दिन उनके घर नशे की हालत में गले मिलने के लिए आया था. जब गले मिलने से मना किया तो इस बात से आरोपी नाराज हो गया और उसने फायरिंग शुरू कर दी.

आरोपी का नाम अभिषेक बताया जा रहा है, जो संजय के घर होली के मौके पर गले मिलने के लिए आया था. इस दौरान जब संजय ने मना किया तो पहले दोनों में मामूली कहासुनी हो गई. इसके बाद अभिषेक ने अपने घर से पिस्टल निकाली और संजय पर फायरिंग कर दी. इस दौरान अक्षय अपने घर के बाहर बैठा हुई था, जिसे गोली लग गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया. संजय ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी अभिषेक ने संजय के साथ मारपीट शुरू कर दी.

घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया

इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. होली खेलने के दौरान गोली चलने की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. घायलों का इलाज सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है. पुलिस ने इस मामले में पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कर लिया है. अब मुरादाबाद पुलिस गोली चलाने वाले आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर दबिश दे रही है.

पड़ोसी ने दो युवकों पर चलाई गोलियां

मुरादाबाद जनपद के कटघर थाना इलाके में गोली लगने से घायल हुए अक्षय ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं घर होली खेलने के लिए कलर लेने गया था. इसी बीच एक अभिषेक नाम का लड़का आया. उसने अचानक फायरिंग कर दी, जिससे मेरे पैर में गोली लग गई. उसने कहा कि अचानक मेरे ऊपर फायरिंग क्यों की गई. ये तो नहीं पता, लेकिन आरोपी मेरा पड़ोसी है. मेरे घर से कुछ ही दूरी पर रहता है. गोली सीधे मेरे पैर में लगी थी.

गले मिलने से इनकार करने पर नाराज

वहीं दूसरे घायल संजय कुमार आर्य ने बताया कि एक लड़का मुझे गले मिलने के लिए मेरे घर आया था. जब उसने गले मिलने को कहा तो मैंने गले मिलने से इनकार कर दिया. इसके बाद मेरा पड़ोसी अपने घर में चला गया और फायरिंग करते हुए घर के बाहर आया. फायरिंग के दौरान मेरे दोस्त के पैर में गोली लगी है, जब मेरे दोस्त अक्षय को गोली लगी तो मेरी फायरिंग करने वाले लड़के से लड़ाई हो गई थी.

गोलीबारी का विरोध करने पर झगड़ा

घायल ने आगे कहा कि जब मैंने गोलीबारी का विरोध किया तो उसने पिस्तौल से मेरे सिर में बट मारी. घायल ने अभिषेक पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया. घायल ने बताया कि मैंने अभिषेक से गले मिलने से इनकार कर दिया था. होली के दिन अभिषेक ने बहुत ज्यादा शराब पी हुई थी. वह होली पर गले मिलने आया था, जब मैंने इनकार किया तो उसने अपने पिस्तौल निकालकर फायरिंग कर दी. अक्षय भाई मेरे घर के पास बैठे हुए थे. तभी अक्षय के पैर में गोली लग गई.

राकेश टिकैत की गाड़ी हादसे का शिकार, नीलगाय से टकराई गाड़ी; बाल-बाल बचे राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की गाड़ी मुजफ्फरनगर मीरापुर बायपास के पास हादसे का शिकार हो गई. यह हादसा चलती गाड़ी के सामने अचानक नील गाय आने से हुआ. हालांकि, इस हादसे में राकेश टिकैत बाल-बाल बच गए. जानकारी के मुताबिक एयर बैग खुलने से राकेश टिकैत बच गए.

इस हादसे के बाद राकेश टिकैत ने बताया कि वो सिसौली में एक कार्यक्रम में जा रहे थे. इसी दौरान आठ बजे के करीब ये घटना हुई. उन्होंने कहा कि ये हादसा अचानक हुआ. जिसके बाद शीशे की तरफ से ही गाड़ी के बाहर निकले.

हादसे के बाद लोगों को किया जागरूक

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि गाड़ी चलाते वक्त सभी को सीट बेल्ट जरूर लगानी चाहिए. उन्होंने बताया कि अगर मैं सीट बेल्ट नहीं लगाया होता तो कुछ भी हो सकता था. मैंने और ड्राइवर दोनों ने सीट बेल्ट लगाई थी, तो खरोंच भी नहीं आई. हालांकि पीछे बैठे गनर ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी तो उसे चोट आई है. साथ ही राकेश टिकैत ने सभी से हमेशा 100 से नीचे गाड़ी की स्पीड रखने को कहा.

गांव लौट रहे थे राकेश टिकैत

होली पर लोगों से मिलने के लिए राकेश टिकैत सिसौली आए थे. यहां उन्होंने लोगों को होली की शुभकामनाएं दीं. लोगों ने उनके माथे पर तिलक लगाकर होली खेली. इसके बाद टिकैत वापस मुजफ्फरनगर जा रहे थे. तभी रास्ते में पीनना बाईपास पर एक नीलगाय अचानक उनकी गाड़ी के सामने आ गई. तेज रफ्तार में आ रही गाड़ी नीलगाय से टकरा गई, जिससे वाहन का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.

सीट बेल्ट और एयरबैग ने बचाई जान

सड़क हादसे के समय राकेश टिकैत ने सीट बेल्ट लगाई हुई थी. इससे उन्हें किसी भी तरह की गंभीर चोट नहीं आई. बताया जा रहा है कि कार में आठ एयरबैग थे, जो टक्कर के समय खुल गए और इसी वजह से बड़ा हादसा टल गया. घटना के बाद टिकैत सुरक्षित अपने आवास पहुंच गए.

भारत-बांग्लादेश की नौसेनाओं का साझा अभ्यास, तनाव के बीच तालमेल बढ़ाने का प्रयास

#india_bangladesh_naval_forces_conclude_exercise

भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव देखा जा रहा है। दरअसल, शेख हसीने के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार की तरफ से पाकिस्तान से नजदीकियां बनाई जा रही है और भारत के साथ संबंधों को खराब किया जा रहा है। हालांकि, तनाव भरे रिश्तों के बीच दोनो देशों की सैन्य रिश्ते बरकरार हैं। इसी क्रम में भारत और बांगलादेश की नेवी ने बंगाल की खाड़ी में साझा अभ्यास और गश्त किया है। इस हफ्ते हुई ज्वाइंट एक्सरसाइज का मकसद दोनों देशों की नौसेनाओं को समुद्री संचालन के लिए एक-दूसरे के साथ तालमेल बनाने और जानकारी साझा करने के अवसर देना है।

'बोंगोसागर 2025' नाम के इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस रणवीर और बांग्लादेशी नेवी की ओर से बीएनएस अबू उबैदा ने भाग लिया है। भारत और बांग्लादेश की नेवी बंगाल की खाड़ी में 2019 से बोंगोसागर के तहत संयुक्त गश्त करती रही हैं। हालांकि, मौजूदा अभ्यास दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्तों में तनाव के बीच हुआ है।

भारत-बांगलादेश नौसेना अभ्यास ‘बोंगोसागर 2025’ बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के आईएनएस राणवीर और बांगलादेश नौसेना के बीएनएस के अबू उबैदाह ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास ने दोनों नौसेनाओं के बीच समन्वय को बढ़ाया। ताकी दोनों देश मिलकर समुद्री सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने में संक्षम हो सके। इस अभ्यास में सर्फेस फायरिंग, सामरिक मनूवरिंग, समुद्र में आपूर्ति, विजिट-बोर्ड- सर्च-सीज क्रॉस बोर्डिंग, कम्यूनिकेशन ड्रिल, स्ट्रीम पास्ट अभ्यास किया गया।

भारतीय नौसेना ने अभ्यास पर अपने बयान में कहा कि दोनों नौसेनाओं के बीच नौसैनिक अभियानों से बढ़ा तालमेल क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता की दिशा में वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने की साझा प्रतिबद्धता दिखाता है।

भारतीय नौसेना और बांग्लादेशी नेवी के बीच बोंगोसागर अभ्यास इसलिए भी अहम है क्योंकि दोनों देशों के सामने समुद्र में खतरे उभर रहे हैं। बांग्लादेश के पाकिस्तान के साथ पहले के तनावपूर्ण संबंधों में सुधार होने लगा है। ऐसे में भारत के लिए सुरक्षा मुद्दे पर चिंताएं बढ़ी हैं। भारत के लिए ये बहुत जरूरी है कि बांग्लादेश से उसके रिश्ते बेहतर बने रहें।

फूलों की बरसात, महाकुंभ के जल की बौछार…शहर में निकली राम बरात,बरेली में 165 साल से कैसे खेली जा रही होली

उत्तर प्रदेश के बरेली में हर साल फागुन मास में होली से एक दिन पहले निकाली जाने वाली ऐतिहासिक राम बारात इस बार भी धूमधाम से आयोजित की गई. यह अनोखी परंपरा पिछले 165 सालों से चलती आ रही है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होकर भगवान श्रीराम की भव्य शोभायात्रा के दर्शन करते हैं और रंगों से सराबोर हो जाते हैं. इस बार महाकुंभ के जल से होली खेली गई.

राम बारात का मुख्य आकर्षण भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की झांकी होती है, जो 165 साल पुराने लकड़ी के रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं. इस दौरान श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबकर नारे लगाते हैं और होली के रंगों में सराबोर होकर उल्लास मनाते हैं. इस बार की राम बारात में एक खास बात यह रही कि हुरियारों ने महाकुंभ के पवित्र जल में रंग मिलाकर होली खेली. यह भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव रहा, जिसमें रंगों के जरिए आस्था और परंपरा को जीवंत किया गया.

फूलों की वर्षा से किया गया स्वागत

राम बारात जब शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी तो जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया. सड़कों के दोनों ओर खड़े लोग जय श्रीराम के नारे लगाते रहे और बारात के साथ-साथ नाचते-गाते हुए आगे बढ़े. बमनपुरी से शुरू होकर यह शोभायात्रा कोतवाली, पुराने बस अड्डे और कालीबाड़ी समेत अलग-अलग इलाकों से होकर गुजरी.

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के किए गए इंतजाम

राम बारात के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे. कुल 315 पुलिसकर्मियों के साथ चार सीओ, चार थाना प्रभारी और एक कंपनी पीएसी को तैनात किया गया. संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की गई और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भी तैनात थे. ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. इसके अलावा, यात्रा मार्ग में आने वाले धार्मिक स्थलों को ढकने के निर्देश भी दिए गए थे.

CCTV से निगरानी और दमकल की व्यवस्था

राम बारात के दौरान किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की गई. साथ ही, आग लगने की किसी भी घटना से निपटने के लिए कई फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी तैनात रहीं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत पानी की आपूर्ति की जा सके. राम बारात में जहां भी मुस्लिम समुदाय के मोहल्ले पड़े उन मोहल्ले में मजारों और मस्जिदों को पुलिस प्रशासन ने ढकवा दिया था. साथ ही राम बारात में फायर की गाड़ियों से पानी भी दिया गया, जिससे होली खेलने वालों को कोई दिक्कत न हो. कई गाड़ियों को फायर विभाग में लगाया था.

साल भर रहता है राम बारात का इंतजार

बरेली की यह अनोखी राम बारात केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लोगों के लिए उत्सव और आनंद का अवसर भी है. इसमें शामिल होने के लिए दूर-दराज से लोग बरेली आते हैं. लोग श्रीराम की आरती उतारकर हुरियारों पर रंग डालते हैं और भक्ति भाव के साथ होली का आनंद लेते हैं. यह परंपरा वर्षों से चलती आ रही है और हर साल लोग इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं.

जगह-जगह बारातियों पर रंगों की बौछार

इस ऐतिहासिक राम बारात ने एक बार फिर पूरे शहर को रंगों और भक्ति से सराबोर कर दिया. श्रद्धालुओं ने उल्लास और उमंग के साथ इस परंपरा का आनंद लिया और भगवान श्रीराम के जयकारों से शहर गूंज उठा. यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर घोषित की जा चुकी, जिसमें बड़ी संख्या में हुरियारे यानी कि बाराती शामिल हुए. आगे-आगे 12 ट्रैक्टर ट्रालियों पर सवार होंगे और पीछे भगवान रामचंद्र सीता माता के साथ रथ पर सवार थे. राम बारात देखने के लिए दूर दूर से लोग आए और जगह-जगह बारातियों पर रंगों की बौछार की गई.