Beyond the Badge: अभिनेता शेखर सुमन ने अपने जीवन के अनुभवों को किया साझा, यूपी पुलिस के लिए कहीं बड़ी बात
लखनऊ । डीजीपी प्रशान्त कुमार के निर्देशानुसार एक अभिनव पहल करते हुए यूपी पुलिस द्वारा “Beyond the Badge” नामक पॉडकास्ट के श्रृंखला की शुरूआत की गयी है। पॉडकास्ट के सातवें एपिसोड में महाकुम्भ भ्रमण के लिए आए हिन्दी फिल्म सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता शेखर सुमन द्वारा अपने जीवन एवं भ्रमण के अनुभवों को साझा किया गया।शेखर सुमन के द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस के पॉडकास्ट को बधाई देते हुए कहा गया कि इस पॉडकास्ट के माध्यम से पुलिस के बारे में जो एक नकारात्मक पूर्वधारणा है कि पुलिस पकड़ेगी, मारेगी, जेल में बंद करेगी, यह धारणा बदली जा सकती है, क्योंकि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है, हमारी देखभाल के लिए है ।
महाकुंभ में की गई व्यवस्था को प्रशंसनीय
शेखर सुमन के द्वारा बताया गया कि महाकुंभ को लेकर जो सोशल मीडिया पर नकारात्मक बातें प्रसारित की जा रही थी, उसको देखकर यहां पर नहीं आने की दो हजार बातें थी, किन्तु यहां पर सपरिवार आकर मैंने सिर्फ और सिर्फ अच्छाई देखी है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि मैं महाकुंभ से बहुत ही तृप्त होकर जा रहा हूं। महाकुंभ में की गई व्यवस्था को प्रशंसनीय बताते हुए उनके द्वारा कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा की गयी इस महाकुम्भ की महाकल्पना अद्भुत, अकल्पनीय और प्रशंसनीय है, पूरी दुनिया में इस तरह की सुव्यवस्थित व्यवस्था कोई नहीं कर सकता, बल्कि इतनी बढ़िया व्यवस्था की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है, पूरी दुनिया में इस प्रकार की अनुभूति कभी नहीं हुई ।
हम सब भाग्यशाली हैं कि इस युग में पैदा हुए
शेखर सुमन के द्वारा महाकुंभ में 66 करोड़ लोगों के आने के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि हम सब भाग्यशाली हैं कि इस युग में पैदा हुए जहां हमने इस महाकुंभ के बारे में देखा सुना और महसूस किया, अगर मैं यहां पर नहीं आ पाता तो अपने आप को जीवन भर माफ नहीं कर पाता और यह भी बताया गया कि जो यहां पर दुर्भाग्य से नहीं आ पाया है वह परेशान न हो क्योंकि आपके सुख के लिए दुआ करते हुए भी हमने डुबकी लगाई है, और यह प्रार्थना करते हैं कि आप लोग भी खुश रहें और स्वस्थ रहें।
खाकी सिर्फ एक रंग नहीं, यह बलिदान, त्याग और जिम्मेदारी का प्रतीक
महाकुंभ में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के संबंध में चर्चा करते हुए शेखर सुमन के द्वारा बताया गया कि 70 हजार पुलिसकर्मियों ने लगभग आधे देश की जनता को मैनेज कर लिया है। 13 जनवरी से 26 फरवरी के मध्य इतनी बड़ी संख्या में लोग आए, उनके लिए की गई व्यवस्था अद्भुत है, इसके लिए जितनी भी बधाई की जाए वह कम है, उनके द्वारा पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की विशेष रूप से तारीफ करते हुए यहां लगे एक-एक पुलिसकर्मी जो दिन रात खड़े होकर श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे हैं उनको सलाम करते हुए कहा गया कि, मैं यह समझ ही नहीं सकता कि कोई देश ऐसा कर सकता है, जो उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया, वह कहीं और हो नहीं हो सकता, यह अद्भुत है।
आपस में प्यार बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया
शेखर सुमन के द्वारा उक्त पॉडकास्ट में अपने आने वाले प्रोजेक्ट, खाली वक्त में किये जाने वाले काम, अपने को स्वस्थ रखने के लिए किए जाने वाले काम के सम्बन्ध में भी विस्तार से चर्चा की गयी।अन्त में शेखर सुमन के द्वारा दर्शकों को प्यार का संदेश देते हुए आपस में प्यार बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया एवं खाकी के बारे में कहा गया कि यह एक वर्दी ही नहीं है, यह सिर्फ एक रंग ही नहीं है, यह बलिदान है त्याग है, एक जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को आप लोगों ने इतनी खूबसूरती इतनी सुंदरता से निभाया है कि यह देश, हमारा भारत देश हमेशा आप लोगों का आभारी रहेगा ।
Mar 10 2025, 17:04