Mirzapur : कॉलेज गई छात्रा का 18 दिन बाद भी नहीं चला पता, पुलिस पर कार्रवाई के बजाए टाल मटोल का आरोप
मिर्ज़ापुर। घर से कॉलेज पढ़ने के लिए निकली 18 वर्षीय छात्रा का 18 दिन बाद भी कोई पता न चलने से परिजन जहां हैरान वह परेशान है वहीं पुलिस तहरीर लेने के बाद भी कार्रवाई के बजाय हाथ पर हाथ धरे हुए बैठी हुई है। परिजनों का आरोप है कि छात्र को भगा ले जाने का अंदेशा जताते हुए नामजद लोगों के खिलाफ तहरीर और पुष्ट सूचना देने के बाद भी इलाकाई पुलिस टाल-मटोल करती आई है इससे वह लोग छात्रा की सलामती को लेकर सशंकित और डरे हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे छात्रा के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से छात्रा के बरामदगी की गुहार लगाई है। चील्ह थाना क्षेत्र के मवैया गांव निवासी रामचंद्र ने अपनी आप बीती सुनाते हुए बताया है कि उनकी बेटी उम्र तकरीबन 18 वर्ष क्षेत्र स्थित एक इंटर कॉलेज में 12 वीं की छात्रा है। वह रोज की भांति 10 फरवरी को भी सुबह अपने घर से कॉलेज के लिए निकली थी जिसके बाद से वह वापस घर नहीं लौटी है। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कहीं पता नहीं चलने पर उसी दिन चील्ह थाना प्रभारी को नामजद तहरीर देते हुए समीप के गांव जगदीशपुर निवासी सतीश यादव, संतोष यादव पुत्रगण राजकुमार के खिलाफ बेटी को भगा ले जाने की सूचना देते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई गई थी।
जिस पर चील्ह थाना पुलिस द्वारा अपराध संख्या धारा 87 बीएनएसएस अंकित तो कर लिया गया, लेकिन अभी तक ना तो छात्र को बरामद किया जा सकता है ना ही किसी की गिरफ्तारी हुई है। जबकि छात्रा के परिजनों का आरोप है कि इस मामले में छात्रख के गायब होने वाले दिन से लेकर आज तक आरोपी सतीश यादव का मोबाइल नंबर लगातार बंद बता रहा है, वहीं सतीश के भाई एवं परिजन भी इस मामले में खासकर सतीश के बारे में कोई जानकारी देने के बजाय उनका उपहास उड़ते हुए आए हैं। छात्रा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आरोपी सतीश के भाई उन लोगों को देखकर बोली कुबोली बोलते हैं, कि यह लड़की और सतीश का पता नहीं लगा पाए...!
पुलिस अधीक्षक को दिए गए प्रार्थना पत्र में छात्रा के पिता ने आरोप लगाया है कि चील्ह थाना पुलिस को छात्रा को भगाने वाले आरोपी सतीश का मोबाइल नंबर तथा अन्य कई सुराग देने के बाद भी पुलिस कार्रवाई के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।
गौरतलब हो कि यह वही चील्ह थाना है जहां के थाना प्रभारी निरीक्षक को दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने के एवज में रिश्वत लेना महंगा पड़ गया है और उन्हें एंटी करप्शन टीम द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है।
Feb 28 2025, 18:25