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ED के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगी कांग्रेस : कल जिला स्तर पर ईडी का जलाएंगे पुतला, 3 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ऑफिस के बाहर हल्ला बोल

रायपुर-  प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ईडी की दबिश के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है. ED के खिलाफ कांग्रेस कल यानि शनिवार को जिला स्तर पर प्रदर्शन कर ED का पुतला दहन करेगी. वहीं 3 मार्च को ED ऑफिस के बाहर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. यह निर्णय आज की बैठक में सीनियर नेताओं से चर्चा कर लिया गया. प्रदर्शन का ऐलान कांग्रेस की महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने किया.


जानिए पूरा मामला

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम मंगलवार को रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन पहुंची थी. एक समन जारी कर सुकमा-कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय भवन को लेकर जवाब मांगा है. ईडी ने साल 2018 से 2023 के बीच में सुकमा जिले के कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन की लागत और उसके निर्माण के लिए आई राशि के संबंध में जानकारी देने को कहा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू से ईडी की टीम ने बातचीत की. इसके बाद एक समन जारी लौट गए थे.

नोटिस का जवाब देने 27 फरवरी को कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे थे. वे 30 पन्नों में जवाब लेकर गए थे, जिसमें सुकमा और कोंटा के राजीव भवन के निर्माण का पाई-पाई का हिसाब था. कई घंटों तक पूछताछ के बाद ईडी ने गैंदू को छोड़ा था.

साई कॉलेज में मनाया गया विज्ञान दिवस, पोस्टर और रंगोली में दिखा विकसित भारत 2047 का सौन्दर्य

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में साईंस क्लब के तत्वावधान में शुक्रवार को विज्ञान दिवस के अवसर पर इम्पावरिंग इंडियन यूथ फॅार ग्लोबल लीडरशिप इन साईंस एंड इन्नोवेशन फॉर विकसित भारत 2047 विषय पर पोस्टर और रंगोली प्रतियोगिता आयोजित हुई।

पोस्टर प्रदर्शनी और रंगोली में विकसित भारत 2047 के विविध आयाम दिखे। एक ओर जहां इसरो की सफलता, चन्द्रयान, कृत्रिम बुद्धि पर आधारित जीवन, कम्प्यूटर का भविष्य और मानव जीवन को तूलिका से उकेरा तो दूसरी ओर विकसित हो रही अर्थव्यवस्था का सफर दिखा। विश्व में पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके भारत को तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की चुनौती पेश की गयी तो विकसित भारत की तस्वीर सभी को मोहक लगी। जल-जंगल-जमीन को बचाये रखना चुनौती के रूप में दर्शाया गया तो संघारित विकास भविष्य की जरूरत बना कर प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर आयोजित रंगोली में मजबूत लोकतंत्र के लिये युवाओं की भागीदारी के साथ संचार, इसरो के राकेट लांचर, मौसम और गति को दिखाया गया। पोस्टर प्रतियोगिता और रंगोली प्रतियोगिता के निर्णायकों में डॉ. श्रीराम बघेल, सहायक प्राध्यापक दीपश्री बड़ाईक और डॉ. दिनेश शाक्य रहे।

साईंस क्लब प्रभारी दीपक तिवारी के नेतृत्व में आयोजित पोस्टर प्रदर्शनी और रंगोली का अवलोकन महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले, प्रबंध समिति सदस्य जयंत थोरात(पूर्व डीजीपी पुलिस), प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव के साथ आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. आर.एन. शर्मा, लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, डॉ. अजय कुमार तिवारी तथा सभी प्राध्यापकों ने किया।

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सड़क पर जन्मदिन मनाने और सार्वजनिक यातायात को बाधित करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने के दिए निर्देश

रायपुर-  मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के मुख्य समिति कक्ष में आज आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में सड़कों पर जन्मदिन मनाने, पंडाल लगाने, भंडारा आयोजित करने की प्रवृतियों को हतोत्साहित करने एवं सार्वजनिक यातायात को बाधित करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

सार्वजनिक मार्गों पर अवरोध पर कठोर कार्रवाई

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति यदि सार्वजनिक मार्ग को अवरुद्ध करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सार्वजनिक मार्ग को अवरुद्ध करने वालों पर एंटी-एन्क्रोचमेंट एक्ट, मोटर व्हीकल एक्ट, नगर पालिका अधिनियम एवं अन्य सुसंगत अधिनियमों तथा भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

मुख्य सचिव श्री जैन ने बैठक में कहा कि सड़कें केवल आवागमन के लिए हैं, निजी आयोजनों के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि जन्मदिन, पार्टियां तथा अन्य कोई भी निजी कार्यक्रम सार्वजनिक सड़कों पर आयोजित करने वालों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई होगी। उन्होंने ऐसे आयोजनों में शामिल वाहनों को जब्त करने और आयोजकों पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार व्यक्तियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत उत्तरदायी ठहराया जाएगा।

मुख्य सचिव श्री जैन ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे किसी भी अवैध आयोजन को तुरंत रोकें और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करें। मुख्य सचिव श्री जैन ने इस तरह की अवांछित गतिविधियों को रोकने और संबंधितों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करने एसओपी तैयार करने के निर्देश पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाए, जिससे नागरिकों को स्पष्ट संदेश मिले कि सार्वजनिक मार्गों पर अवैध आयोजन पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। उन्होंने जनसंपर्क विभाग को विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग करते हुए आमजन को इस सम्बन्ध में जागरूक करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि यदि किसी क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएँ दोबारा होती हैं, तो संबंधित प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस सम्बन्ध में सख्त निगरानी रखें। मुख्य सचिव ने कहा कि वे विशेष सतर्कता दल (विजिलेंस टीम) गठित करें, जो ऐसी घटनाओं पर नजर रखेंगे और तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय से कार्य करें और सुनिश्चित करें कि सार्वजनिक मार्गों का दुरुपयोग किसी भी स्थिति में न हो।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, रायपुर एवं बिलासपुर के पुलिस महानिरीक्षक, रायपुर एवं बिलासपुर के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, परिवहन, नगरीय प्रशासन, विधि विभाग और जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

दर्दनाक सड़क हादसा : शादी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे दंपति को ट्रक ने कुचला, महिला समेत दो की मौत, एक की हालात गंभीर

जशपुर-  छत्तीसगढ़ के जशपुर में खुशियां उस वक्त मातम में बदल गई जब शादी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे परिवार को तेज रफ्तार ट्रक ने कुचल दिया. दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं एक बच्ची गंभीर रूप से घायल है. ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया है. घटना हड्डी गोदाम के पास की है.

जानकारी के अनुसार, घटना पत्थलगांव थाना क्षेत्र की है. बच्ची समेत तीन लोग बाइक पर सवार होकर कांसाबेल में शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान हड्डी गोदाम के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को चपेट में ले लिया. हादसे में महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई है. घायल बच्ची को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. दुर्घटना के बाद से ट्रक चालाक वाहन के साथ मौके से फरार हो गया है. जिसकी पतासाजी में पुलिस जुटी हुई है.

गौरी गणेश इस्पात पर धरसींवा विधायक ने उद्योग मंत्री का किया ध्यान आकर्षित, मंत्री ने बताया-

रायपुर- धरसींवा विधायक अनुज शर्मा अपने क्षेत्र के ग्राम मढ़ी में गौरी गणेश कंपनी द्वारा मुख्य द्वार के निर्माण को लेकर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का ध्यान आकर्षित किया. मंत्री लखन लाल देवांगन ने जवाब में बताया कि संयंत्र का मुख्य द्वार की दूसरी दिशा में स्कूल का गेट है. खरोरा तहसीलदार ने राजस्व निरीक्षक के प्रतिवेदन के आधार पर ग्रामीणों की आपत्ति को खारिज करने का आदेश पारित किया है. 

उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन की ओर से पेश जवाब में बताया कि तिल्दा विकासखंड के ग्राम-मढ़ी में गौरी गणेश इस्पात निर्माणाधीन है. आवास एवं पर्यावरण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी के निरीक्षण में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मढ़ी से इकाई के बाउण्ड्रीवाल की दूरी लगभग 200 मीटर और संयंत्र की दूरी लगभग 500 मीटर है.

पूर्व में मुख्य द्वार निर्माण पर ग्राम सभा की आपत्ति के बाद राजस्व निरीक्षक मण्डल बंगोली ने 19 फरवरी 2024 को हल्का पटवारी एवं ग्रामवासियों के साथ मौके का निरीक्षण किया था. संयंत्र के पूरे भाग के लंबाई एवं चौड़ाई को नापने पर पाया गया कि संयंत्र द्वारा मुख्य द्वार भूमिस्वामी हक की भूमि पर बनाया जा रहा है. शाला का गेट दूसरी दिशा में है. राजस्व निरीक्षक के प्रतिवेदन के आधार पर खरोरा तहसीलदार ने प्रकरण खारिज करने का आदेश पारित किया है.

उद्योग स्थापना के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई का जिक्र करते हुए बताया कि 30 मार्च 2022 को ग्राम मढ़ी में आयोजित की गई थी, जिसके बाद पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 10 फरवरी 2023 को इकाई स्थापना के लिए सहमति दिया. इसके बाद छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल ने 11 अक्टूबर 2023 को स्थापना सम्मति (सीटीई) और संचालन सम्मति (सीटीओ) 6 जनवरी 2025 को जारी किया था.

मंत्री ने बताया कि इकाई के स्पंज आयरन प्रभाग में वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु ई.एस.पी. 79 मीटर की चिमनी में स्थापित किया गया है, तथा पावर प्लांट में वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु ईएसपी 42 मीटर की चिमनी में स्थापित किया गया है. फ्यूजिटिव डस्ट के नियंत्रण के लिए वाटर टैंकरों के माध्यम से जल छिड़काव की व्यवस्था की गई है.

इसके साथ उद्योग की ओर से 23 एकड़ भूमि में लगभग 15000 नग वृक्षारोपण किया गया है. इसके अलावा दूषित जल के उपचार हेतु वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तथा सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की गई है. डीआरआई किल्न क्रमांक-1 का ट्रायल किया गया है. वर्तमान में उत्पादन प्रारंभ नहीं किया गया है. वाणिज्य एवं उद्योग विभाग की ओर से आज पर्यन्त इकाई को कोई वाणिज्यिक उत्पादन प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है.

विष्णु देव साय सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धि, राज्य में प्रकृति परीक्षण अभियान को मिल रही सफलता

रायपुर- प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ में “प्रकृति परीक्षण अभियान” चलाया जा रहा है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता का संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन और प्राकृतिक संसाधनों का सतत् उपयोग सुनिश्चित करना है.

छत्तीसगढ़, जो अपनी समृद्ध वन संपदा, जैव विविधता और पर्यावरणीय संतुलन के लिए जाना जाता है, ने इस अभियान में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं.छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शुरू किए गए प्रकृति परीक्षण अभियान को राज्य में बड़ी सफलता मिल रही है. यह अभियान पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता के संरक्षण और सतत विकास को ध्यान में रखते हुए चलाया जा रहा है.

अभियान का उद्देश्य

प्रकृति परीक्षण अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में वन संरक्षण, जल स्रोतों की शुद्धता, जैव विविधता की सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधनों का सतत उपयोग सुनिश्चित करना है. इस योजना के तहत स्थानीय समुदायों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.

प्रकृति परीक्षण अभियान में छत्तीसगढ़ की उपलब्धियाँ

भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग, नई दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित प्रकृति परीक्षण अभियान में छत्तीसगढ़ ने जो उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है, राज्य ने जो राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान पाया है, उसमें राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की भूमिका सर्वोपरि है. राज्य ने स्ट्राइक रेट लक्ष्य में देशभर में तीसरा स्थान और कुल प्रकृति परीक्षण मानकों पर नौवां स्थान प्राप्त किया है.

इस उपलब्धि के लिए छत्तीसगढ़ केन्द्रीय आयुष मंत्री प्रताप राव जाधव के हाथों छत्तीसगढ़ को प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी से सम्मानित हुआ. जहांगीर भाभा थियेटर, मुंबई में आयोजित अभियान के समापन समारोह में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को ग्रहण किया अभियान के राज्य समन्वयक डॉ. संजय शुक्ला ने, छत्तीसगढ़ की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने, आयुष विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि “यह स्वास्थ्य और आयुर्वेद के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की बढ़ती उत्कृष्टता का प्रमाण है, जिससे राज्य में आयुष आधारित स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त किया जाएगा”

अब तक की उपलब्धियां

राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अभियान के तहत अब तक कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गई हैं-

वृक्षारोपण अभियान – बीते छह महीनों में राज्यभर में 50 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं.

जल संरक्षण परियोजनाएं – विभिन्न जिलों में 1000 से अधिक तालाबों और जल स्रोतों का पुनर्जीवन किया गया है.

जैव विविधता संरक्षण – नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दुर्लभ वनस्पतियों और वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं.

सामुदायिक भागीदारी – 5000 से अधिक स्वयंसेवी संगठनों और स्थानीय पंचायतों को इस अभियान से जोड़ा गया है.

सरकार और जनता की भूमिका

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “प्रकृति परीक्षण अभियान केवल सरकार की योजना नहीं है, बल्कि यह जनता के सहयोग से सफल हो रहा है. हमने गांवों में स्थानीय लोगों को इस अभियान से जोड़ा है ताकि वे अपने पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक हों” पर्यावरणविदों का भी मानना है कि छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास देश के अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण बन सकता है. अगर इसी तरह से सतत विकास की दिशा में काम किया जाता रहा, तो आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ एक हरित और स्वच्छ राज्य बनने की ओर अग्रसर होगा.

प्रकृति परीक्षण अभियान का परिचय

प्रकृति परीक्षण अभियान भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक सामूहिक पहल है. यह अभियान वैज्ञानिक अनुसंधान, सर्वेक्षण और सामाजिक भागीदारी के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर केंद्रित है. इसमें वनों की स्थिति, वन्यजीवों की संख्या, जल स्त्रोतों की गुणवत्ता और पारिस्थितिकी संतुलन के अध्ययन शामिल हैं.छत्तीसगढ़ सरकार ने इस अभियान को राज्य के विभिन्न हिस्सों में लागू किया, जिसमें वन विभाग, पर्यावरण विभाग, वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान और स्थानीय समुदायों को शामिल किया गया है.. राज्य के विभिन्न प्राकृतिक परिक्षेत्रों में इस अभियान का संचालन किया गया, जिससे पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा मिला.

प्रकृति परीक्षण अभियान के लिए किए जाने वाले प्रयास

छत्तीसगढ़ सरकार आयुष आधारित स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक व्यापक और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस तरह की पहल न केवल नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाएगी, बल्कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को मुख्यधारा में लाने में भी सहायक होगी. 26 नवंबर से 25 दिसंबर 2024 तक चले इस अभियान के तहत देशभर में 1.29 करोड़ से अधिक नागरिकों का परीक्षण किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ ने 4.45 लाख से अधिक नागरिकों का सफलतापूर्वक परीक्षण कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. इस अभियान में राज्य के 3551 वालंटियर्स ने योगदान दिया.

छत्तीसगढ़ में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के 40,000 से अधिक अधिकारियों और जवानों का भी सफलतापूर्वक प्रकृति परीक्षण किया गया, जो आयुष चिकित्सा के प्रति बढ़ती जागरूकता और विश्वास को दर्शाता है.मोबाइल एप्लीकेशन आधारित इस अभियान को नागरिकों से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है.

राज्य के मुखिया विष्णुदेव साय ने इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ में इस अभियान को निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया गया है. अब राज्य के नागरिक निकटतम आयुर्वेद महाविद्यालय, जिला आयुर्वेद चिकित्सालय, आयुष विंग, स्पेशलाइज्ड थैरेपी सेंटर, शासकीय आयुर्वेद औषधालयों एवं निजी आयुर्वेद चिकित्सकों से संपर्क कर अपना प्रकृति परीक्षण करवा सकते हैं.

छत्तीसगढ़ में वन्य जीवों और वनस्पतियों की समृद्ध जैव विविधता पाई जाती है. इस अभियान के अंतर्गत: बाघ, हाथी, गौर, भालू, हिरण, और दुर्लभ पक्षी प्रजातियों के संरक्षण के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं. राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में कैमरा ट्रैपिंग और जीपीएस ट्रैकिंग जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ की समृद्ध वनस्पतियों को सुरक्षित रखने के लिए औषधीय पौधों का संरक्षण और संवर्धन किया जा रहा है. गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, इंद्रावती टाइगर रिजर्व और अचानकमार टाइगर रिजर्व में संरक्षित क्षेत्रों का विस्तार किया जा रहा है. जल संरक्षण इस अभियान का एक महत्वपूर्ण अंग है. हसदेव, शिवनाथ और इंद्रावती नदियों की सफाई और जल गुणवत्ता परीक्षण किया गया है. राज्य के विभिन्न जलस्रोतों को पुनर्जीवित किया जा रहा है जिससे जैव विविधता को बढ़ावा मिल रहा है. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल संचयन तकनीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है.

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्थानीय समुदायों को जोड़ा जा रहा है। विद्यालयों और महाविद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. स्थानीय समुदायों को रोजगार देने के लिए वनीकरण और पौधारोपण अभियानों में उन्हें जोड़ा जा रहा है.ईको-टूरिज्म का विकास किया जा रहा है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिल रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन करने और उनसे निपटने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. राज्य में तापमान परिवर्तन और वर्षा पैटर्न का विश्लेषण किया जा रहा है. कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं. नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है.

इसके अलावा सतत् कृषि और हरित ऊर्जा के लिए जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. सौर ऊर्जा और बायोगैस संयंत्रों का विस्तार किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में “प्रकृति परीक्षण अभियान” पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है.राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के मार्गदर्शन में इस अभियान ने जैव विविधता संरक्षण, जल संसाधनों के पुनर्जीवन, जलवायु परिवर्तन अध्ययन और सामुदायिक भागीदारी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं. सरकार, वैज्ञानिक समुदाय और स्थानीय जनता के संयुक्त प्रयासों से छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण में एक अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है.

विष्णु देव साय सरकार की इस पहल ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक नई दिशा दी है. राज्य सरकार के ठोस प्रयासों और जनता की भागीदारी से यह अभियान सफल हो रहा है. आने वाले समय में इससे छत्तीसगढ़ की हरित संपदा को और मजबूती मिलेगी, जिससे पर्यावरण और आर्थिक विकास, दोनों को लाभ मिलेगा.

छत्तीसगढ़ में रोजाना 8 से 9 महिलाएं हो रहीं दुष्कर्म का शिकार, राजधानी हर अपराध में अन्य जिलों से आगे, झकझोर देंगे सदन में पेश किए गए आंकड़े…

रायपुर- छत्तीसगढ़ में अपराधी बेलगाम हो गए हैं. इसका सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर हो रहा है, जो हर तीन से चार घंटे में दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं. केवल बलात्कार ही नहीं हत्या, लूट, अपहरण जैसे मामलों में रायपुर प्रदेश की राजधानी बना हुआ है. इन झकझोर देने वाले आंकड़ों का खुलासा खरसिया विधायक उमेश पटेल के जवाब में गृह मंत्री विजय शर्मा ने सदन में किया. 

छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने रायगढ़ जिले सहित प्रदेश में जनवरी 2024 से 2025 तक हत्या, लूटपाट, अपहरण, चोरी, डकैती और बलात्कार के दर्ज मामलों के संबंध में सवाल किया. इसके साथ अपराध को रोकने के लिए किए गए उपायों की जानकारी मांगी.

गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में साल 2024 से 2025 के बीच हत्या के 1114, लूट के 458, अपहरण के 3644, चोरी के 7960, डकैती के 56 और बलात्कार के 3191 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें रायगढ़ जिला हत्या के मामले में तीसरा, लूट में पांचवा, अपहण में दसवां, चोरी में पांचवा, डकैती में पांचवा और बलात्कार के मामले में छठवें स्थान पर है.

रायपुर डकैती को छोड़कर हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार के मामलों में राजधानी बना हुआ है. यहां पिछले एक साल में हत्या के 93, लूट के 80, अपहरण के 515, चोरी के 1645, डकैती के 9 और बलात्कार के 268 केस दर्ज किए गए.

इन सब आंकड़ों में बलात्कार के आंकड़े सबसे ज्यादा चौकाने वाले हैं. प्रदेश में एक साल के भीतर बलात्कार के 3191 केस दर्ज किए गए हैं. इस हिसाब से रोज प्रदेश में 8 से 9 महिलाएं हवस का शिकार बन रही हैं. इस तरह से छत्तीसगढ़ में हर 3 से 4 घंटे में महिला के साथ दुष्कर्म हो रहा है.

जिला कांग्रेस अध्यक्ष अवधेश गौतम के खिलाफ FIR दर्ज, सड़क निर्माण में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के लगे आरोप…

रायपुर- छत्तीसगढ़ में PMGSY ने दंतेवाड़ा कांग्रेस जिला अध्यक्ष अवधेश गौतम के खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज कराई है. यह कार्रवाई विधानसभा सत्र में सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठने के बाद हुई है. वहीं मामले में आरोपी अवधेश गौतम फरार बताया जा रहा है, जिसकी तलाश में पुलिस जुट हुई है.

बता दें,भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने विधानसभा सत्र के दौरान दंतेवाड़ा जिले में जिला खनिज न्यास निधि (DMF) मद से PMGSY विभाग द्वारा बनाई गई सड़क में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. इसके बाद डिप्टी सीएम ने PMGSY दंतेवाड़ा के पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था.

दरअसल, यह मामला दंतेवाड़ा जिले के धुर नक्सल प्रभावित मड़कामीरास से हिरोली तक सड़क निर्माण की स्वीकृति से जुड़ा है. इस सड़क निर्माण को दो भागों में बांटा गया था और इसके लिए 1 करोड़ 96 लाख और 1 करोड़ 99 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई थी. इस दौरान तत्कालीन कलेक्टर विनीत नंदनवार की अध्यक्षता में इस सड़क को दो भागों में विभाजित किया गया था. सड़क निर्माण के टेंडर प्रक्रिया को लेकर भी सवाल उठे थे.

टेंडर में धांधली का आरोप

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और ठेकेदार अवधेश गौतम पर आरोप है कि उन्होंने ठेकेदारों को इस टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने से रोका और अधिकारियों के साथ सेटिंग कर 10 प्रतिशत अधिक दर पर कार्यादेश प्राप्त किया था.

विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष महंत के साथ PCC चीफ दीपक बैज ने की चर्चा

रायपुर-  विधानसभा बजट सत्र का चौथा दिन हंगामेदार रहा. विपक्ष ने पीसीसी चीफ बैज के घर की रेकी को लेकर सदन में जमकर हंगामा मचाया. इसके बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष महंत के बंद कमरे में कांग्रेस विधायकों के साथ PCC चीफ दीपक बैज ने आगामी रणनीति को लेकर चर्चा की.

बता दें, आज सुबह-सुबह पीसीसी चीफ दीपक बैज ने अपने घर की रेकी कर जासूसी करवाने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि बीते दो रातों से लगातार 24 घंटे दंतेवाड़ा पुलिस CG 17 की गाड़ी उनके रायपुर स्थित उनके शासकीय निवास की रेकी कर रही थी, जिन्हें रविवार देर रात उन्होने कार्यकर्ताओं के साथ जाकर पकड़ा. जबकि लोकल गंज थाने के TI को भी जानकारी नहीं थी. उन्होंने रेकी कर रहे पुलिसकर्मियों के वीडियो भी उपलब्ध करवाते हुए सरकार पर पुलिस और ईडी का एजेंट के रूप में इस्तेमाल कर जासूसी कराने के आरोप लगाए हैं. 

वहीं इस पूरे मामले पर आज सुबह से सियासत तेज है. विधानसभा की कार्यवाही के दौरान आज हंगामे के बाद पीसीसी चीफ और कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत के साथ चर्चा की. जिसमे आगामी रणनीति को लेकर बातचीत हुई.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुण्यतिथि पर उन्हें किया स्मरण

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र बाबू भारतीय राजनीति, प्रशासन और सार्वजनिक जीवन में सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति की प्रतिमूर्ति थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की विनम्रता, सादगी और कर्तव्यपरायणता हम सभी को राष्ट्रसेवा और जनकल्याण के पथ पर आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करती है।