मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गया पुल अंडरपास की सौगात, काम शुरू होने की तारीख अनिश्चित
धनबाद: गया पुल अंडरपास की फाइल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास पहुंच गयी है. चूंकि मुख्यमंत्री ही पथ निर्माण विभाग के मंत्री भी हैं. यहां से एप्रूवल के बाद फाइनांस विभाग में फाइल भेजी जायेगी. इसके बाद कैबिनेट से एप्रूवल के बाद अंडरपास का काम शुरू होगा.
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विभागीय जानकारी के मुताबिक बजट सत्र के बाद अंडरपास की फाइल कैबिनेट में भेजी जायेगी. अंडरपास के लिए तीन कंपनियां शीला कंस्ट्रक्शन, राजस्थान व पटना की कंपनी ने टेंडर डाला था. इसमें दो कंपनी राजस्थान और पटना की कंपनी का टेंडर रिजेक्ट हो गया, जबकि शीला कंस्ट्रक्शन ने टेंडर में क्वालीफाई किया, हालांकि इस कंपनी ने प्राक्कलित राशि से 19.9 प्रतिशत रेट अधिक कोट किया है.
10 प्रतिशत तक टेंडर कमेटी इस पर निर्णय लेती है. 10 प्रतिशत से अधिक रेट होने पर कैबिनेट स्तर से निर्णय होता है. टेंडर कमेटी ने शीला कंस्ट्रक्शन रेट करने की पहल की, लेकिन कंपनी द्वारा सहमति नहीं दी गयी.
लिहाजा मुख्यमंत्री के पास फाइल भेजी गयी. मुख्यमंत्री से पास होने के बाद फाइल फाइनांस विभागको भेजी जायेगी. इसके बाद कैबिनेट एप्रूवल के लिए भेजी जायेगी
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30.50 करोड़ का है अंडरपास का टेंडर
गया पुल अंडरपास का 30.50 करोड़ का टेंडर है. शुरुआत में 23.84 करोड़ की डीपीआर बनी थी. कुछ सप्लीमेंट बजट को डीपीआर में जोड़कर टीएस किया गया. इसमें 5.57 करोड़ रुपये मुआवजा व कुछ यूटिलिटी को जोड़ा गया. कैबिनेट से इसकी मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाला गया था. अब शीला कंस्ट्रक्शन द्वारा अधिक रेट कोट करने से मामला फंसा हुआ है.
पुल अंडरपास की फाइल कैबिनेट में भेजने की तैयारी : कार्यपालक अभियंता
आरसीडी के कार्यपालक अभियंता मिथिलेश प्रसाद ने बताया कि गया पुल अंडरपास की फाइल कैबिनेट में भेजने की तैयारी चल रही है. बजट सत्र के बाद कैबिनेट की बैठक होगी. प्राक्कलित राशि से 19.9 प्रतिशत अधिक रेट कोट किया गया है. कैबिनेट से एप्रूवल होने के बाद ही शीला कंस्ट्रक्शन को काम अवार्ड किया जायेगा।
Feb 28 2025, 10:45