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खौफ ऐसा कि 200 साल से इस गांव में नहीं बना कोई दो-मंजिला मकान, डरावनी है वजह

देश की करीब 70 फीसदी आबादी गांवों में रहती है. वहीं, देश में 7 लाख के लगभग गांव है. आज के आधुनिक युग में अधिकतर गांवों में पक्के और बहुमंजिला मकान देखे जा सकते हैं. लेकिन राजस्थान के जोधपुर से 30 किलोमीटर दूर एक अनोखा गांव ऐसा भी है, जहां पर एक मंजिल से ऊपर कोई मकान नहीं मिलेगा.इसके साथ ही लोक मान्यता के चलते गांव में आज से 200 साल पहले संत के कहे वचनों का पालन आज भी ग्रामीण कर रहे हैं.

गांव में आज भी ग्रामीण दो मंजिल का मकान नहीं बनाते हैं. साथ ही ऐसे कई समाज और जाति के लोग हैं, जिन्हें इस गांव में रहने की अनुमति नहीं है. इस गांव का नाम है डोली गांव और यह जोधपुर बाड़मेर हाईवे के नजदीक है. गांव में रहने वाले लोग दो मंजिल का मकान नहीं बनाते हैं. यहां ज्वेलर्स रात में नहीं रुकते. इस गांव में कच्चा तेल निकालने वाली कोई घाणी भी नहीं लगाई जाती. 200 साल पहले बैरागी महाराज की कही एक बात का यह गांव आज भी पालन कर रहा है.

गांव की 200 साल पुरानी कहानी

गांव के लोगों ने बताया कि 200 साल पहले डॉली गांव में हरिराम बैरागी महाराज तपस्या किया करते थे. उन्होंने अपनी तपस्या स्थल के समय एक सूखी लकड़ी की डंडी को लगाया, जो खेजड़ी के वृक्ष के तौर पर आज भी गांव में मौजूद है. राजा महाराजाओं के समय कविराज मुरारी लाल जी चारण, जोकि यहां के राजा के द्वारा ख्याति प्राप्त थे, उन्हें जोधपुर राजा द्वारा 12 गांव दिए हुए थे. इनमें यह डॉली गांव भी शामिल था. कवि मुरारी लाल ने बैरागी महाराज से गांव में करणी माता का मंदिर बनाए जाने की बात कही.

बैरागी महाराज ने लगाई फटकार

कवि मुरारी की बात सुनकर हरिराम बैरागी ने मंदिर बनाने से मना किया और कहा कि उन्होंने देवी को त्याग रखा है. इसके बाद बैरागी महाराज तीर्थ यात्रा के भृमण पर निकल गए. उनके जाने के बाद कविराज ने गांव में करणी माता का मंदिर बना दिया और मूर्ति का प्रतिष्ठान कर दिया. जब महाराज वापस आए और उन्होंने पूछा कि ‘आपने यह मंदिर क्यों बनाया?’ इसपर कविराज ने कहा कि ‘यह मेरी ईस्ट देवी हैं, उन्हें रोज मीठा प्रसाद चढ़ाऊंगा’ इस बात पर बैरागी महाराज को गुस्सा आ गया. उन्होंने कविराज को फटकारते हुए कहा कि ‘आपके पीछे कोई पानी देने वाला भी नहीं रहेगा.’

इसलिए नहीं बनते दो मंजिला मकान

बैरागी महाराज की फटकार के बाद कविराज के घर पर कभी बच्चों को किलकारी नहीं गूंजी और उनके वंश का अंत हो गया. 12 गांव की जागीदार को कोई संभालने वाला तक ना मिला. आज गांव में बनी सभी हवेलियां सरकार के अधीन हैं. उधर, बैरागी महाराज डोली गांव से रवाना हो गए. पूरा गांव उनसे रुकने की विनती करने लगा. लेकिन वह नहीं रुके. इस बीच लोगों की आस्था देखते हुए उन्होंने कहा कि ‘उनका समाधि स्थल ऐसे ही यहां रहेगा. मेरी समाधि के दिन पूरे गांव के आसपास दूध की धार देनी होगी, साथ ही मेरी समाधि से ऊपर किसी का घर नहीं होगा.’

दो मंजिला मकान बनाए पर आई आफत

इसके बाद गांव में केवल एक मंजिल ही मकान बनता है.कहा जाता है कि कुछ लोगों ने पौराणिक मान्यताओं को ना मानकर गांव में दो मंजिला मकान बनाए. लेकिन वे उस घर में रह नहीं पाए. किसी को अलग-अलग आवाज सुनाई देने लगीं, तो किसी के परिवार में अकाल मृत्यु होने लगी. कहीं किसी के परिवार में सभी बीमारी से ग्रसित हो गए. आखिरकार उन्हें गांव छोड़कर जाना पड़ा.

योगी सरकार की लगी लॉटरी! शराब की दुकानों के लिए आए इतने आवेदन… नीलामी से पहले ही हो गई 572 करोड़ की कमाई

उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानों का आवंटन होना है. इसके लिए ई-लॉटरी से चयन किया जाएगा. ई-लॉटरी 6 मार्च को खोली जाएगी, लेकिन इससे पहले आबकारी विभाग ने करीब 572 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. 23 फरवरी तक 1 लाख 9 हजार 514 ऑनलाइन आवेदन किए जा चुके हैं. रजिस्ट्रेशन और आवेदन की आखरी तारीख 27 फरवरी है.

देशी मदिरा, कम्पोजिट शॉप, मॉडल शॉप एवं भांग की फुटकर दुकानों की ई-लॉटरी के माध्यम से आवंटन के लिए 23 फरवरी तक 109514 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं. आबकारी विभाग को इससे 572.20 करोड़ रुपये की प्रोसेसिंग फीस भी मिली है. 27 फरवरी शाम 5 बजे तक ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन और रजिस्ट्रेशन किए जा सकेंगे. बताया गया है कि पारदर्शी रूप से अनुज्ञापियों का चयन आनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा. चयनित अनुज्ञापियों को वर्ष 2026-27 में नवीनीकरण का विकल्प भी उपलब्ध रहेगा.

कैसे कर सकते हैं आवेदन?

जानकरी देते हुए आबकारी आयुक्त आदर्श सिंह ने बताया कि आबकारी नीति वर्ष 2025-26 के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश की समस्त 27308 देशी मदिरा, कम्पोजिट शॉप, मॉडल शॉप एवं भांग की फुटकर दुकानों की ई-लॉटरी हेतु पंजीकरण 14 फरवरी, 2025 से शुरू हो चुका है. 17 फरवरी से पंजीकरण के साथ आवेदन भी आरम्भ हो गया था. पंजीकरण तथा आवेदन दोनों ही 27 फरवरी को सायं 5 बजे तक ऑनलाइन पोर्टल

यह लोग कर सकते हैं आवेदन

आबकारी आयुक्त ने बताया कि लाटरी की सम्पूर्ण प्रक्रिया पूर्ण रूप से ऑनलाइन है. आवेदक के लिए समस्त अभिलेख एवं प्रोसेसिंग फीस ऑनलाइन ही जमा किये जाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने बताया कि भारत का कोई भी नागरिक जिसकी आयु 21 वर्ष से अधिक है, जो अन्य किसी कारण से अनर्ह नहीं है, वो आवेदन कर सकता है. ई-लाटरी आगामी 6 मार्च 2025 को खोली जाएगी. पारदर्शी रूप से अनुज्ञापियों का चयन आनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा. उन्होंने बताया कि चयनित अनुज्ञापियों को वर्ष 2026-27 में नवीनीकरण का विकल्प भी उपलब्ध रहेगा.

जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वो स्थितियां नहीं बदल सकते… भागलपुर में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार दौरे पर हैं. भागलपुर में किसान सम्मान समारोह के मंच से पीएम मोदी ने पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त जारी की. साथ ही कई अन्य विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा, महाकुंभ के समय में इस धरती पर आना अपने आप में बड़ा सौभाग्य है. इस धरती में आस्था भी है, विरासत भी है और विकसित भारत का सामर्थ्य भी है. इस धरती से आज किसान सम्मान निधि की एक और किस्त जारी की गई है. मैं बिहार और देश के सभी किसान परिवारों को बहुत शुभकामनाएं देता हूं.

पीएम मोदी ने कहा, मैंने लाल किले से कहा है कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं. इसमें गरीब, किसान, युवा और महिलाएं ये स्तंभ हैं. किसान कल्याण एनडीए सरकार की प्राथमिकता है. पहले किसानों की क्या स्थिति थी, ये सब जानते हैं. जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वो स्थितियों को नहीं बदल सकते. आज किसानों को पर्याप्त खाद मिलती है. कोरोना के महासंकट में भी खाद की कमी नहीं होने दी.

मोदी-नीतीश आपका हक किसी को नहीं खाने देंगे

प्रधानमंत्री ने कहा, पहले किसानों के हक का पैसा बिचौलिए हड़प लेते थे. मगर, मोदी और नीतीश आपका हक किसी को नहीं खाने देंगे. आज किसानों का हक सीधे उनके खाते में दिया जा रहा है. ये काम कोई भ्रष्टाचारी नहीं कर सकता. कांग्रेस हो, जंगल राज वाले हों, इनके लिए किसानों की तकलीफ मायने नहीं रखती. पहले जब बाढ़ आती थी और सूखा पड़ता था तब ये लोग किसानों को अपने हाल पर छोड़ देते थे. 2014 में जब आपने एनडीए को आशीर्वाद दिया तो मैंने कहा, ऐसा नहीं चलेगा. सरकार ने ‘पीएम फसल बीमा योजना’ बनाई. इस योजना के तहत पौने दो लाख करोड़ रुपये का क्लेम किसानों को आपदा के समय मिल चुका है.

एनडीए सरकार ने इन स्थितियों को बदला

उन्होंने कहा, किसानों को खेती के लिए अच्छे बीज, पर्याप्त और सस्ती खाद चाहिए. किसानों को सिंचाई की सुविधा चाहिए. पशुओं का बीमारी से बचाव चाहिए और आपदा के समय नुकसान से सुरक्षा चाहिए. पहले इन सभी सुविधाओं को लेकर किसान संकट से घिरा रहता था. एनडीए सरकार ने इन स्थितियों को बदला है. अब किसानों को अच्छे बीज और सस्ती खाद मिल रही है.

अगर एनडीए सरकार ना होती तो क्या होता?

पीएम मोदी ने कहा, बीते सालों में हमने सैकड़ों आधुनिक किस्म के बीज किसानों को दिए हैं. पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था. यूरिया की कालाबाजारी होती थी. अब किसानों को पर्याप्त खाद मिलती है. अगर एनडीए सरकार ना होती तो क्या होता? अगर एनडीए सरकार ना होती तो आज भी किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ती. एनडीए सरकार ना होती आज किसानों को यूरिया की एक बोरी 3 हजार की मिल रही होती.

तब शाम के बाद कोई घर से नहीं निकलता था

इससे पहले अपने संबोधन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जब हम 24 नवंबर 2005 में पहली बार सरकार में आए थे तब शाम के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था. बुरा हाल था. समाज में बहुत विवाद थे. पढ़ाई और इलाज का हाल बेहाल था. राज्य की राजधानी पटना में केवल 8 घंटे बिजली आती थी. उसके बाद हमने कितना काम किया. अब किसी तरह का डर नहीं है. राज्य में प्रेम भाईचारा शांति का माहौल है. सभी क्षेत्रों में काम हो रहा है.

जबलपुर में दो सड़क हादसे, 8 श्रद्धालुओं की मौत, तीन घायल

जबलपुर जिले में रविवार सुबह दो अलग-अलग सड़क हादसों में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पहला हादसा जबलपुर-कटनी राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-30) पर खितौला थाना क्षेत्र के पहरेवा गांव के पास हुआ, जहां श्रद्धालुओं से भरी एक तूफान गाड़ी अनियंत्रित होकर रॉन्ग साइड में जाकर सामने से आ रही बस से टकरा गई. हादसा इतना भीषण था कि छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, इस हादसे में 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

हादसे का शिकार हुए सभी श्रद्धालु कर्नाटक के बेलगावी जिले के गोकक कस्बे के रहने वाले थे और प्रयागराज में कुंभ स्नान करने के बाद अपने घर लौट रहे थे. हादसे में विरुपाक्षी गुमटी, बासवराज कुराती, बालचंद्र, राजू, इरणां और सुनील बालचंद्र की मौत हो गई. वहीं, सदाशिव और मुस्तफा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सीहोरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना की जानकारी मिलते ही जबलपुर के कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे. पुलिस और प्रशासन ने क्रेनों की मदद से दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाकर हाईवे पर यातायात बहाल कराया.

सड़क हादसे में 2 युवकों की मौत

दूसरा हादसा अंधमुख बाईपास के पास हुआ, जहां सुल्तानपुर से महाकुंभ के लिए प्रयागराज जा रही एक कार MP 04 ED 9540 सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई. जिसमें कार चालक सहित दो व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, कार में बैठी एक महिला को गंभीर चोटें आई है, जिन्हें इलाज के लिए जबलपुर के मेडिकल अस्पताल में 108 की मदद से भर्ती कराया गया है. इस हादसे में कार सवार अश्वनी चौधरी और सौरभ सेन की मौत हो गई, जबकि वर्षा पटेल घायल हो गईं.

मामले की जांच में जुटी पुलिस

इन घटनाओं के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, घायलों को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों हादसों की पुष्टि एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने की है. उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज जारी है और मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है

जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष पर महबूबा मुफ्ती का हमला, ‘मार्शल लॉ’ लागू करने का लगाया आरोप

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर पर हमला करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका विधानमंडल के सदस्यों के अधिकारों की रक्षा करना है, ना कि सेंसर (नियंत्रक) की तरह काम करना है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष एक तरह का मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं.

महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर द्वारा बजट सत्र से पहले सदन के कामकाज के नोटिस के प्रचार को गंभीरता से लेने के बाद आई है. विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से विशेषाधिकार हनन से दूर रहने को कहा है. जिस पर मुफ्ती ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने अध्यक्ष पर संवैधानिक पद पर रहते हुए एक तरह का मार्शल लॉ लागू करने का आरोप लगाया.

महबूबा मुफ्ती ने साधा विधानसभा अध्यक्ष पर निशाना

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर भले ही विधायी कार्यवाही की पवित्रता को बनाए रखने के बारे में चिंतित हों, लेकिन अध्यक्ष के तौर पर उनकी प्राथमिक भूमिका सदस्यों के अधिकारों की रक्षा करना है, न कि सेंसर की तरह काम करना है.

‘रथर साहब एक प्रकार का मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं’

पूर्व सीएम ने आगे कहा कि विधायी गतिविधियों के बारे में पारदर्शिता और जन जागरूकता को संसदीय प्रथाओं के उल्लंघन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, नोटिस, प्रश्नों और प्रस्तावों के बारे में जनता को पहले से सूचित करना जवाबदेही को बढ़ावा देता है. हाल ही में वक्फ विधेयक जैसे कई महत्वपूर्ण संसदीय विधेयकों पर महीनों तक सार्वजनिक रूप से बहस होती रही. उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि ऐसा प्रतीत होता है कि रथर साहब एक अनुभवी राजनीतिज्ञ, एक संवैधानिक पद पर रहते हुए एक प्रकार का मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं.

बागेश्वर धाम से भोपाल पहुंचे PM मोदी, कल करेंगे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के लिए तैयार है. केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि कल (24 फरवरी को ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समिट का उद्घाटन करेंगे, मंत्री ने कहा कि पीएम की उपस्थिति से सभी को नई ऊर्जा मिलेगी. उन्होंने कहा कि इस आयोजन से राज्य में निवेश का उदय होगा. प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य में निवेश के लिए उपयुक्त माहौल बनाने को लेकर पिछले 6 महीनों में काफी मेहनत की है.

रविवार (23 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम पहुंचे. यहां उन्होंने कैंसर हॉस्पिटल की आधारशिला रखी. इस मौके पर पीएम के साथ बागेश्वर सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान पीएम ने कहा कि बागेश्वर धाम कैंसर चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान का भूमिपूजन किया है. ये संस्थान 10 एकड़ में बनेगा, पहले चरण में ही इसमें 100 बेड की सुविधा होगी.

भोपाल पहुंचे पीएम मोदी

बागेश्वर धाम के बाद पीएम मोदी राजधानी भोपाल पहुंचे. जहां राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फूलों का गुदलस्ता देकर उनका स्वागत किया. पीएम मोदी आज रात भोपील में ही रुकेंगे और कल ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन करेंगे. दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के आयोजन को लेकर पिछेले काफी समय से तैयारियां चल रही हैं. सीएम यादव ने खुद तैयारियों का जायजा लिया

देश और दुनिया की कई हस्तियां हिस्सा होंगी शामिल

24 और 25 फरवरी को होने वाले इस समिट में देश और दुनिया की कई नामचीन हस्तियां हिस्सा ले रही हैं. मुख्यमंत्री लगातार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव कर चुके हैं वहीं प्रदेश के बाहर दूसरे राज्यों में भी उन्होंने निवेशकों से संवाद कर राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है.

निवेश के लिए सीएम ने किया विदेशों का दौरा

इसके अलावा सीएम मोहन यादव ने विदेशों का भी दौरा किया था. इस दौरान औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधियों से संवाद किया और राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया. राज्य में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की गई. इन आयोजनों में चार लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश के प्रस्ताव आए हैं और इससे तीन लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे. वहीं बात करें ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की तो इसके लिए 30 हजार से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और 18 हजार लोगों का कंफर्मेशन भी आ गया है.

तेलंगाना: सुरंग में 30 घंटे से फंसे हैं 8 मजदूर, कीचड़ और गंदा पानी से बचाव कार्य में आ रही कठिनाई

शनिवार को तेलंगाना के श्रीशैलम लेफ्ट बैंक नहर परियोजना की सुरंग की छत का एक हिस्सा ढह जाने के बाद करीब 14 किलोमीटर अंदर 30 घंटे से अधिक समय से आठ लोग फंसे हुए हैं. बचाव दल आगे बढ़ते हुए उस स्थान पर पहुंच गया, जहां घटना के दौरान सुरंग खोदने वाली मशीन काम कर रही थी. उन्होंने कहा कि हालांकि, गाद और गंदा पानी के कारण उस स्थान तक पहुंचने में चुनौती बनी हुई है, जहां लोगों के फंसे होने की आशंका है. इस बीच, तेलंगाना सरकार सेना, नौसेना, एनडीआरएफ के साथ बचाव कार्य कर रही है.

ऑपरेशन एसएलबीसी टनल के एक भाग के रूप में लोकोमोटिव ट्रेन द्वारा एक विशाल जनरेटर को सुरंग में भेजा गया. अधिकारी इसके जरिए बिजली व्यवस्था बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.

दूसरी ओर, बचाव दल मिट्टी खोदने वाले उपकरणों और पानी के अंदर लगे स्कैनर के साथ सुरंग के अंदर गया. नागरकुरनूल के कलेक्टर संतोष ने कहा कि कीचड़ और गंदे पानी की वजह से बचाव दल को सुरंग तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वे भारी मोटरों और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके पानी बाहर निकाल रहे हैं.

सुरंग की 450 मीटर करनी होगी खुदाई

एसएलबीसी सुरंग पर पहुंचे मंत्री उत्तम और जुपल्ली कृष्ण राव ने अनुबंध एजेंसियों और बचाव कर्मियों से मुलाकात की. अधिकारियों ने मंत्रियों को सुरंग के निकट चल रहे राहत कार्यों की जानकारी दी. मंत्री उत्तम ने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य आठ लोगों की जान बचाना था. उन्होंने कहा कि वे ऊपर से और बगल से सुरंग खोदने के सभी संभावित तरीकों पर विचार कर रहे हैं.

एसएलबीसी सुरंग के ढहने वाले क्षेत्र में ऊपर से खुदाई की संभावनाओं पर अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई. अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी से सुरंग तक पहुंचने के लिए लगभग 450 मीटर खुदाई करनी पड़ेगी.

मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने कहा कि छत गिरने के बाद एसएलबीसी सुरंग में भारी मात्रा में कीचड़ और गंदा पानी घुस गया है. बताया जा रहा है कि बचाव दल बिना एक मिनट भी बर्बाद किए कीचड़ और गंदे पानी को हटाने की कोशिश कर रहे हैं.

टनल के अंदर गई पहली टीम

सेना के चिकित्सा अधिकारी सूर्य किरण कहा कि सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल तीन टीमें हैं जो हताहतों को निकालने के लिए तैयार हैं. पहली टीम अभी अंदर गई है. उनके लौटने के बाद हम स्थिति का पता लगाएंगे. हम सभी उपकरणों और दवाओं के साथ तैयार हैं.

श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग के अंदर चल रहे बचाव अभियान के दौरान आपातकालीन उपचार के लिए केंद्रीय और राज्य चिकित्सा दल तैनात हैं.

एक्टिंग के बहाने मोनालिसा का इस्तेमाल… थाने पहुंचे डॉयरेक्टर सनोज मिश्रा, 5 लोगों पर FIR

मध्य प्रदेश से आकर महाकुंभ में माला बेचने वाली मोनालिसा की सुंदरता अब उसी के लिए मुसीबत बन गई है. चूंकि मोनालिसा इस समय बॉलीवुड में निर्देशक सनोज मिश्रा के साथ देखी जा रही है, इसलिए लोग इन दोनों को जोड़कर अभद्र टिप्पणी भी कर रहे हैं. लगातार सामने आ रहे इन टिप्पणियों से दुखी सनोज मिश्रा ने अब पुलिस में गुहार लगाई है. उन्होंने मुंबई के अंबोली थाना पुलिस में जितेंद्र नारायण सिंह, वसीम रजवी, रवि सुधा चौधरी, माही आनंद, मारुत सिंह और अभिषेक उपाध्याय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

निर्देशक सनोज मिश्रा ने पुलिस को दिए शिकायत में कहा कि उनके खिलाफ अर्नगल आरोप लगाए जा रहे हैं. इस तरह के आरोप बॉलीवुड के कई फिल्म निर्माता और निर्देशक भी लगा रहे हैं. इससे उनकी छवि धुमिल हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ एक षणयंत्र रचा जा रहा है. अंबोली पुलिस ने उनकी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने सभी आरोपियों को इस संबंध में नोटिस भी जारी किया है.

माला और मोती बेचने आई थी महाकुंभ

बता दें कि महाकुंभ मेले में मोनालिसा अपने माता पिता के साथ मोती और माला बेचने आई थी. इसी दौरान उसकी तीखे नयन नक्श पर किसी यूट्यूबर की नजर पड़ी और उसने वीडियो बना लिया. यह वीडियो इस कदर वायरल हो गया कि मोनालिसा वायरल हो गई. स्थिति यहां तक आ गई कि मेले में वह जहां भी नजर आती, लोग उसके साथ वीडियो बनाने लगते. इससे परेशान होकर उसके पिता ने उसे घर तक भेज दिया था. उसके वायरल वीडियो को ही देखकर सनोज मिश्रा ने मोनालिसा से संपर्क किया और उसे फिल्मों में काम करने का ऑफर दिया था.

पहले मोनालिसा ने जारी किया वीडियो

सनोज मिश्रा से मिलने के बाद मोनालिसा ने अपने माता-पिता की सहमति से ऑफर स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों एक साथ केरल गए और वहां प्रमुख व्यवसायी बॉबी चेम्मनूर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. इसकी तस्वीरें खुद सनोज मिश्रा ने सोशल मीडिया में डाला था. इसके बाद मोनालिसा और सनोज मिश्रा के संबंधों को लेकर तरह तरह की बातें सोशल मीडिया में आने लगी. ऐसे में पिछले दिनों मोनालिसा ने एक वीडियो जारी किया था. इसमें उसने लोगों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया था.

पटना से चलकर आईं 2 बसें, हाइवे किनारे खड़ा किया, अचानक बन गईं आग का गोला

बिहार के मुजफ्फरपुर में दो बसों में अचानक आग लगने से सनसनी फैल गई. गनीमत रही कि आग लगने से पहले बसों से सभी सवारियां उतर चुकी थीं. दोनों बसें पटना से आईं थीं और नेशनल हाइवे-28 के सर्विस लेन में खड़ी की गईं थीं. आग की घटना से हाइवे पर वाहन थम गए. जानकारी मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची. फायर कर्मियों ने बामुश्किल आग पर काबू पाया. पुलिस आग लगने का कारण पता कर रही है.

पटना से वापस आईं थीं बसें

जानकारी के मुताबिक, शनिवार की रात दोनों बसें एक घंटा पहले पटना से लौटी थीं. सवारियों को बैरिया बस स्टैंड में उतारने के बाद चालक ने बस को मझौलिया लाकर सर्विस लेन पर खड़ा किया था. अचानक आगे खड़ी बस में आग लग गई, इसकी चपेट में पीछे खड़ी बस भी आ गई. देखते ही देखते आग की लपटें तेज हो गईं. घटना के बाद लोग इकट्ठा हो गए और आग बुझाने का प्रयास करने लगे. चापाकल से लोगो ने पानी लेकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे. तब तक पूरी तरह बस जल गयी थी.

आग से जलकर खाक हुईं दोनों बसें

सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया. मामले में सदर थानाध्यक्ष अस्मित कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि मझौलिया के पास दो बस में आग लग गई है. मौके पर पुलिस ने पहुंचकर छानबीन की. आग कैसे लगी इसको पता लगाया जा रहा है. इस बीच एक घंटे तक यातायात प्रभावित रहा. सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने यातायात सुचारू करवाया

मोटापे के खिलाफ PM मोदी ने छेड़ी जंग, शुरू कर दिया ये चैलेंज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में मोटापे की गंभीर स्वास्थ्य समस्या पर चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा कि हर 8 में से दूसरा शख्स मोटापे जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहा है. WHO के आंकड़े के मुताबिक, 2022 में दुनिया भर में 250 से ज्यादा लोग मोटापे से ग्रसित थे. पीएम मोदी ने कहा कि खाने में हर महीने 10 प्रतिशत कम तेल का इस्तेमाल करेंगे.

खाने के तेल को खरीदते समय ही 10 प्रतिशत कम खरीदें. पीएम मोदी ने कहा कि मैं 10 लोगों को चुनौती दूंगा कि क्या वो अपने खाने में 10 प्रतिशत तेल का इस्तेमाल कम कर सकते हैं?, फिर वो लोग और आगे 10 लोगों के सामने ऐसे ही एक चुनौती कर सकते हैं. मुझे विश्वास है कि इससे मोटापे को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी.

नीरज चोपड़ा ने दिया आउट डोर गेम का सुझाव

ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने मोटापे पर खुद भी काबू पाया है. नीरज चोपड़ा ने कहा कि जब उन्होंने ग्राउंड पर जाना शुरू किया तो उस समय वो मोटापे की चपेट में थे, लेकिन जब उन्होंने अच्छी डाइट और वर्कआउट को फॉलो किया तो उन्होने अपने वजन पर काफी हद तक काबू पा लिया. उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल एथलीट बनने के बाद मेरे अंदर बहुत सुधार हुआ.

उन्होंने लोगों से अपील की, सभी पेरेंट्स खुद भी कोई न कोई एक आउट डोर गेम खेलें और अपने बच्चों को भी साथ में लेकर जाएं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की खाने में यूज होने वाले तेल को 10 प्रतिशत कम करने की अपील को मानें और उसे अच्छे से फॉलो करें.

एथलीट निखत जरीन ने भी बताया कि जिस दिन वो ज्यादा ऑयल वाले फूड को कंज्यूम करती हैं, उस दिन वो जल्दी थक जाती हैं. ऐसे में वो अपने डायल और एक्सरसाइज को फॉलो करती हैं. उन्होंने कहा कि क्योंकि हम फिट रहेंगे, तभी इंडिया भी फिट रहेगा.

कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल कम करें

देश के प्रतिष्ठित डॉ. देवी शेट्टी ने कहा कि मोटापा देश की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. भारत के युवा भी अब इसकी चपेट में आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके पीछे की मुख्य वजह है खराब खान-पान को अपने जीवन शैली में शामिल करने की. उन्होंने कहा कि ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल करने से मोटापा की समस्या पैदा होती है.

जैसे कि चावल, रोटी और चीनी का ज्यादा मात्रा में अपने खाने में लेना. इसके साथ ही ज्यादा मात्रा में खाने में तेल का इस्तेमाल करना भी मोटापे की समस्या उत्पन्न करता है. इसकी वजह से हार्ट की बीमारी, बीपी, फैटी लीवर जैसी गंभीर बीमारी जन्म लेती हैं. इसको कर करने के लिए सभी युवा अपने डायट पर कंट्रोल करें और हर दिन एक्सरसाइज को फॉलो करें.