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*भदोही में 27 फरवरी तक चलेंगी दो विशेष कुंभ मेला स्पेशल ट्रेनें* *ज्ञानपुर रोड स्टेशन पर भी होगा स्टाॅपेज*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। महाकुंभ को लेकर रेलवे प्रशासन अब भी अलर्ट मोड में है। महाकुंभ जाने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसे लेकर रेलवे प्रशासन दो जोड़ी गोरखपुर-झूंसी-गोरखपुर, अनारक्षित विशेष गाड़ी का संचालन करेगा। यह ट्रेन 27 फरवरी तक गोरखपुर और झूंसी से चलेगी। इसका स्टॉपेज ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर भी होगा।‌ रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि गोरखपुर-झूंसी अनारक्षित विशेष गाड़ी 27 फरवरी तक गोरखपुर से शाम 7.30 बजे चलकर कर ज्ञानपुर रोड स्टेशन से रात 2.47 बजे छूटेगी और सुबह चार बजे झूंसी पहुंचे।इसके बाद वापसी यात्रा में झूंसी-गोरखपुर कुंभ मेला विशेष ट्रेन सुबह 11.15 बजे झूंसी से चलकर ज्ञानपुर रोड 11.54 बजे पहुंचेगी। यहां से वाराणसी होते हुए रात आठ बजे गोरखपुर पहुंचेगी। इसके बाद गोरखपुर-झूसी अनारक्षित विशेष गाड़ी गोरखपुर से रात 11.45 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन ज्ञानपुर रोड से सुबह 6.47 बजे छूटकर रात आठ बजे झूंसी पहुंचेगी। वापसी यात्रा में झूंसी-गोरखपुर कुंभ मेला विशेष ट्रेन झूंसी से शाम 3.15 बजे प्रस्थान कर ज्ञानपुर रोड स्टेशन से 3.54 बजे होते हुए वाराणसी 5.50 बजे चलकर रात 11.45 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। इस कुंभ मेला स्पेशन ट्रेन में सामान्य द्वितीय श्रेणी/शयनयान श्रेणी के 14 और एलएसएलआरडी के दो कोचों सहित कुल 16 कोच लगाए जाएंगे।
*हेलमेट पहन दफ्तर नहीं आएंगे तो कटेगा वेतन* *नो हलेमेट, नो पेट्रोल के बाद अब शासन का आया नया आदेश*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। अगर आप सरकारी कार्यालयों में नौकरी करते हैं। दुपहिया या चार पहिया वाहन चलाते हैं तो दफ्तर हेलमेट लगाकर और सीट बेल्ट पहनकर ही जाना होगा। ऐसा न करने पर उस दिन आपको अनुपस्थित मानते हुए एक दिन का वेतन काटा जाएगा। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह का पत्र आने पर परिवहन विभाग इसे प्रभावी बनाने में जुट गया है। दो से तीन दिनों में इसे सभी कार्यालयों में लागू किया जाएगा। पेट्रोल पंपों पर ‘’नो हेलमेट-नो पेट्रोल’’ के नियम का पालन नहीं हो पा रहा है। पंप कर्मचारी दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल दे रहे हैं। अब पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ऐसे पंप पर कार्रवाई करेगी। अब विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को भी यातायात नियमों का पालन करना होगा। दोपहिया वाहन पर हेलमेट और चारपहिया वाहन में कर्मचारी सीट बेल्ट लगाए बिना आएंगे तो उन्हें अनुपस्थित मानते हुए एक दिन का वेतन काटा जाएगा। यही नहीं जरूरत पड़ने पर उन्हें विभाग के अंदर नहीं आने दिया जाएगा। एआरटीओ राम सिंह ने बताया कि मुख्य सचिव का पत्र आया है। उक्त आदेश को प्रभावी बनाया जा रहा है। सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी कार्यालयों में बिना हेलमेट और सीटबेल्ट के आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्ती होगी। इसके लिए विभागाध्यक्षों को पत्र जाएगा। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों में मौत अधिक होने के कारण हेलमेट का न होना होता है। इसे रोकने को लेकर शासन सख्त है। इसी सख्ती के लिए शासन द्वारा ऐसा फैसला लिया गया है।
भदोही में 1.5 करोड़ से चार आयुर्वेदिक अस्पतालों की सुधरेगी हालत* *90 लाख से तीन अस्पतालों में बनेंगे भवन, एक अस्पताल की मरम्मत में 15 लाख होंगे
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के चार राजकीय आयुर्वेदिक अस्पतालों की हालत सुधारी जाएगी। इसके लिए शासन की मुहर लग चुकी है। 1.5 करोड़ की लागत से अस्पताल के नए भवन का निर्माण होगा। 90 लाख से तीन अस्पतालों के भवन निर्माण के अलावा 15 लाख से अस्पताल का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। जिले में कुल 26 आयुर्वेदिक अस्पताल संचालित हैं। बदलते समय के साथ आयुर्वेद के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है। जिस कारण आयुर्वेदिक अस्पतालों पर पहले से अधिक मरीजों की भीड़ भी बढ़ी है। इन दिनों शासन स्तर से भी आयुर्वेद के प्रचार प्रसार पर लाखों रुपये खर्च कर रही है। जिले में संचालित आयुर्वेदिक अस्पतालों में कई के हालत जीर्ण-शीर्ण हो गए हैं। वहीं कई ऐसे हैं। जहां मरीजों के बैठने का भी इंतजाम नहीं है। ऐसे में शासन की ओर से 1.5 करोड़ रुपये जारी किया गया है। जिले के बयाव, तिलंगा, लक्षणपट्टी में आयुर्वेदिक अस्पताल में नए भवन बनाए जाएंगे। इन अस्पतालों के भवन काफी जर्जर हो चुके हैं, जो कभी भी गिर सकता है। यहां स्वास्थ्यकर्मी जान जोखिम में डाल कर ड्यूटी करते हैं। विभाग के अनुसार बजट जारी किया जा चुका है। वहीं निविदा की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। एक अस्पताल के भवन निर्माण के लिए 30-30 लाख रुपये का बजट है। यानी 90 लाख रुपये से निर्माण कार्य कराया जाएगा। वहीं मोढ़ के राजकीय अस्पताल का 15 लाख रुपये से मरम्मत होगा। आयुर्वेदिक अस्पतालों में रोजाना औसतन 350 से 400 की ओपीडी होती है।
*सीबीएसई : छह केंद्रों पर 4754 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा को लेकर केंद्रों का निर्धारण कर दिया गया है। जिले के छह केंद्रों पर सीबीएसई की परीक्षाएं होंगी। हाईस्कूल और इंटर के कुल 4754 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। बोर्ड की ओर से परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के बाद तैयारियां तेज कर दी गई हैं। परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में होंगी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से शुरू होंगी और 18 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा का आयोजन सिंगल शिफ्ट में सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक किया जाएगा। वहीं सीबीएसई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी 2025 से शुरू होगी। अंतिम परीक्षा का आयोजन 4 अप्रैल 2025 को किया जाएगा। जिले में हाईस्कूल के 2551 और इंटर के 2203 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है। इसे लेकर बोर्ड की ओर से छह सेंटरों का निर्धारण किया गया है। जिसमें वुडवर्ड पब्लिक स्कूल, मदर हलीमा पब्लिक स्कूल, जेडी पब्लिक स्कूल, दयापुंज मॉडल स्कूल, जवाहर नवोदय विद्यालय और ओम पब्लिक स्कूल शामिल हैं। परीक्षा को लेकर केंद्रों के निर्धारण के बाद अब तेजी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की कोऑर्डिनेटर कंचन सिंह ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षा को लेकर जिले में छह सेंटरों का निर्धारण किया गया है। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान कड़ी निगरानी होगी।
*भदोही में 52.50 लाख से तीन राजकीय स्कूलों में बनेंगे अतिरिक्त कक्ष* *छात्र संख्या अधिक होने पर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने भेजा प्रस्ताव*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के तीन राजकीय विद्यालयों में 52.50 लाख से अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण कराया जाएगा। छात्र संख्या अधिक होने पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने परियोजना कार्यालय को प्रस्ताव भेजा है। स्वीकृति मिलने पर संबंधित विद्यालय में भवन का निर्माण शुरू कराया जाएगा।बालिकाओं को घर के समीप हाईस्कूल तक की शिक्षा देने के लिए साल 2009, 2010, 2011 में चरणबद्ध तरीके से 33 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को उच्चीकृत कर हाईस्कूल का दर्जा दिया गया। एक-एक विद्यालय पर 58-58 लाख की लागत से भवन, शौचालय, लैब, पेयजल की सुविधाएं की गईं। करीब डेढ़ दशक तक उनकी देखरेख नहीं की गई, लेकिन अब समग्र शिक्षा के तहत उनको बेहतर किया जा रहा है। लैब, उच्चीकृत भवन, पेयजल, शौचालय समेत अन्य संसाधनों को बेहतर किया जा रहा है। कुछ विद्यालयों में पठन-पाठन और व्यवस्थाएं बेहतर होने पर छात्रों की संख्या बढ़ गई है। इससे संबंधित विद्यालयों में विद्यार्थियों को बैठने में काफी दिक्कत होती है। इसको देखते हुए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय हाईस्कूल चकमानधाता, सनवईयां और बभनौटी में एक-एक अतिरिक्त कक्षा कक्ष निर्माण का प्रस्ताव परियोजना कार्यालय भेजा है। 200 से अधिक छात्र संख्या वाले इन विद्यालयों में एक-एक कक्ष बनाए जाएंगे। चकमानधाता में इस समय 250, सनवईया में 220 और बभनौटी में 210 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। समग्र शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक प्रदीप कुमार पांडेय ने बताया कि तीन विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने बताया कि एक भवन के निर्माण पर 17 लाख 56 हजार रूपये खर्च होंगे। तीनों विद्यालयों में करीब 52 लाख 50 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
*15 दिनों से टोल प्लाजा के पास खड़ी है पश्चिम बंगाल की लावारिस कार*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे के लालानगर टोल प्लाजा के पास बीते 15 दिनों से एक लावारिस कार खड़ी है। कार का चालक लापता है। कार पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला के कनक्सा डक बगलो निवासी किसी सौरभ शंख भट्टाचार्य के नाम से पंजीकृत है। लावारिस कार को लेकर लोगों में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। मौनी अमावस्या के विशेष स्नान पर्व पर प्रयागराज में हुए हादसे के बाद जिले में हाईवे पर कई जगहों पर हजारों वाहन खड़ किए गए थे। उसी बीच एक स्विफ्ट कार भी लालानगर टोल प्लाजा पर खड़ी थी। जिला प्रशासन करीब 13 घंटों तक हाईवे पर वाहनों का रोक रखा था। मौनी अमावस्या के समय से ही एक स्विफ्ट कार टोल प्लाजा के करीब 500 मीटर की दूरी पर सर्विसलेन पर खड़ी थी। बीते 15 दिनों से खड़े वाहन पर पहले तो लोगों ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब कार पूरी तरह से धूल से पट गई तो अचानक लोगों की नजर उसके नंबर प्लेट पर पड़ी। मैरुन कलर के इस स्विफ्ट कार का नंबर डब्लूबी 40 एएफ 2468 है। पश्चिम बंगाल की गाड़ी को देखकर लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वाहन सौरभ शंख भट्टाचार्य निवासी कनक्सा डक बगलो, वर्धमान, पश्चिम बंगाल के नाम से पंजीकृत है। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि कार को कब्जे में लेकर उसे लावारिस घोषित कर कोतवाली में खड़ा कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल के स्थानीय पुलिस से संपर्क साधा गया है। इसका पता लगाया जा रहा है। बताया कि स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला है कि मौनी अमावस्या के समय से ही यह वाहन खड़ा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक वह कार में अकेला ही था। मौनी अमावस्या पर वाहन फंसी तो गाड़ी को किनारे खड़ा कर ट्रेन से प्रयागराज चला गया।
*उपचुनाव : 10 हजार मतदाता तय करेंगे प्रत्याशियों का भविष्य* *तीन ग्राम पंचायतों में प्रधान और एक बीडीसी के लिए 19 फरवरी को मतदान*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।‌ जिले में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत उप चुनाव में 10 हजार 15 मतदाता 13 प्रत्याशियों के भाग्य विधाता बनेंगे। डीघ के बनकट उपरवार में सबसे अधिक 4231 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान को सकुशल संपन्न कराने के लिए 100 मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। पांच मतदान केंद्रों पर 16 बूथ मनाए गए हैं। 19 फरवरी को सुबह आठ बजे से मतदान शुरू होगा। जिले के डीघ ब्लॉक के बनकट उपवार में दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां पर कुल 4231 मतदाता हैं। ज्ञानपुर ब्लॉक के बनकट छनौरा में छह उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है। यहां 2032 वोटर अपना मत डालेंगे जबकि औराई के सरायबाबू में तीन प्रत्याशी हैं। यहां कुल 2172 वोटर हैं। सुरियावां ब्लॉक के वार्ड 41 में क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए दो प्रत्याशी हैं। यहां पर 1580 मतदाता 19 फरवरी को मतदान करेंगे। सहायक निर्वाचन अधिकारी पंचस्थानीय डीएस शुक्ला ने बताया कि नाम वापसी के साथ ही अब प्रधान के लिए कुल 11 और बीडीसी के दो समेत कुल 13 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं। बीडीसी की एक और सदस्य की सात सीटों पर एक-एक पर्चा दाखिल होने से वहां निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है। उन्होंने बताया कि मतदान कराने के लिए 100 मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। तीनों ग्राम पंचायतों में पांच मतदान केंद्रों पर 16 बूथ बनाए गए हैं। 19 फरवरी को मतदान और 21 को मतगणना होगी। सुरक्षा को लेकर पूरी व्यवस्था रहेगी।
*आज से तीन उपकेंद्रों पर सात घंटे बिजली की कटौती*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। औराई स्थित 132 केवी उपकेन्द्र से जुड़े तीन अन्य उपकेंद्रों पर जैक बस का काम होने के कारण 14 से 16 फरवरी तक अलग-अलग तिथियों पर सात - सात घंटे की बिजली कटौती की जाएगी। एसडीओ एपी सिंह ने बताया उपकेंद्र घोसिया में 14 फरवरी, उपकेंद्र खमरिया द्वितीय में 15 फरवरी और लालानगर में 16 फरवरी को सुबह नौ बजे से दोपहर चार तक आपूर्ति बाधित रहेगी।
*आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के एक पद के लिए 38 दावेदार* *135 पदों के लिए 5011 आवेदन, सत्यापन कार्य हुआ पूरा*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बाल विकास सेवा और पुष्टाहार विभाग की ओर से जारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच गई है। एक-एक पद के लिए 38 दावेदार हैं। 135 पदों के लिए पांच हजार से अधिक आवेदन आए हैं। ऑनलाइन आवेदन के साथ प्राप्त आय, जाति व निवास जैसे प्रमाण पत्रों के सत्यापन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिले में करीब 1421 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। इन पर करीब 2900 आंगबनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की तैनाती होनी चाहिए। पूर्व में 60 साल से अधिक उम्र की आंगनबाड़ी के सेवानिवृत्त होने से पद रिक्त हो गए। अक्तूबर 2024 में विभाग की तरफ से ऑनलाइन आवेदन लिया गया। ऑनलाइन कुल 5011 आवेदन प्राप्त हुए हैं।जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश मिश्र ने बताया कि पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया के तहत नियुक्ति किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्राप्त आवेदन पत्रों के आय जाति व निवास प्रमाण पत्रों के सत्यापन का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके साथ ही शैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ अन्य अभिलेखों के सत्यापन का कार्य चल रहा है। बताया कि जिलाधिकारी की ओर से गठित जिला स्तरीय समिति की ओर से प्रक्रिया पूरी की जाएगी। शासनादेश के अनुरूप नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यदि कोई नियुक्ति के नाम पर कोई प्रलोभन देता है, कुछ मांग करता है तो इसकी शिकायत दर्ज कराएं।
*खतौनी के फेर में फंसी 1.62 लाख किसानों की फार्मर रजिस्ट्री* *आधार और खतौनी में नाम मिसमैच होने से किसान परेशान*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। खतौनी और आधार कार्ड में नाम मिसमैच होने से कालीन नगरी के एक लाख 62 हजार किसानों की फार्मर रजिस्ट्री अधर में लटक गई है। गांव-गांव कैंप लगाने के बाद भी 84 हजार किसानों की ही रजिस्ट्री हो सकी है। खतौनी में सुधार के लिए हर रोज तहसील में बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं, लेकिन आश्वासन पाकर लौट जा रहे हैं।‌जिले में 2.46 लाख किसान पंजीकृत हैं। इसमें से एक लाख 86 हजार को पीएम किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त मिली है। 19 वीं किस्त पाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य कर दी गई है। करीब ढाई महीने पहले से फार्मर रजिस्ट्री बनाने का काम शुरू हुआ है। फार्मर रजिस्ट्री नहीं बनने के एक नहीं कई कारण बताए जा रहे हैं। इसमें सबसे बड़ी परेशानी नाम में भिन्नता। मुख्य खतौनी में नाम नहीं दर्ज होने के साथ ही मोबाइल से आधार का लिंक न होना भी बड़ी वजह है। ऐसे में किसानों को पीएम सम्मान निधि की अगली किस्त पानी है तो उससे पहले उन्हें हर हाल में फार्मर रजिस्ट्री करानी है। चिंतित किसान अब तहसील कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, नाम में भिन्नता को ठीक कराने और खतौनी के आदेश में दर्ज नाम को मुख्य खतौनी में दर्ज कराने के लिए लेखपालों से गुहार लगा रहे हैं। पुश्तैनी जमीनों में पिता का नाम अलग है जबकि आधार कार्ड में कुछ अलग है। इससे ऑनलाइन पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। किसानों का कहना है कि वे लेखपाल को फोन करने के बाद तहसील पहुंच रहे तो वे किसी क्षेत्र में होने की बात कह रहे हैं। कई बार खतौनी में हुई गड़बड़ी को सही करने का आश्वासन देकर उन्हें लौटा दिया जा रहा है। ज्ञानपुर के अमवां निवासी जयंत कुमार ने बताया कि खतौनी में पिता का नाम दूसरा है। सुधार के लिए कई बार तहसील गया, लेकिन अभी तक सही नहीं हो सका। बौरीबोझ निवासी राम कुमार ने बताया कि आधार और खतौनी में नाम मिसमैच होने से फार्मर रजिस्ट्री नहीं बन सकी है। नाम बदलने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है, लेकिन महीने भर बाद भी सही नहीं हो सका। फार्मर रजिस्ट्री से लाभ फार्मर रजिस्ट्री किसान बही का इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज है। इसके बिना पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा भविष्य में उनके बीज और उर्वरक भी फार्मर रजिस्ट्री में अंकित खेत के आधार पर ही लाभ और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। किसानों को फार्मर रजिस्ट्री कराने के बाद बार-बार केवाईसी नहीं करानी पड़ेगी।

फार्मर रजिस्ट्री में मिसमैच नाम के साथ ई-साइन में भी मिस मैच की समस्या आ रही है। यह समस्या पूरे प्रदेश की है। एक साथ पूरे प्रदेश में तेजी से कार्य होने से एप भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। किसानों से अपील है कि आधार और खतौनी में आई गड़बड़ी सही कर सीएससी से फार्मर रजिस्ट्री करा लें। अश्वनी सिंह, उपनिदेशक, कृषि विभाग