/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png StreetBuzz CGMSC घोटाला : करोड़ों के घोटाले में इन आईएएस अफसरों की बढ़ी मुश्किलें, ACB-EOW ने पूछताछ के लिए किया तलब Raipur
CGMSC घोटाला : करोड़ों के घोटाले में इन आईएएस अफसरों की बढ़ी मुश्किलें, ACB-EOW ने पूछताछ के लिए किया तलब

रायपुर- छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) में करोड़ों रुपये के घोटाले में अब तीन आईएएस अधिकारी भी लपेटे में आ गए हैं. ACB-EOW ने इन तीनों अफसरों को समन जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है. इसके अलावा मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता के साक्ष्य भी मिले हैं.

सीजीएमएससी का चार्ज देते समय की तस्वीर

जानकारी के मुताबिक, ACB-EOW ने आईएएस अफसर भीम सिंह, चंद्रकांत वर्मा और सीजीएमएससी की एमडी पद्मिनी भोई को पूछताछ के लिए तलब किया है.

बता दें कि ACB-EOW ने CGMSC घोटाले में हफ्ते भर पहले मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार कर रिमांड में लिया था. वहीं आज आरोपी की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद उसे फिर से ईओडब्ल्यू की विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने 6 दिन की पुलिस रिमांड पर EOW को सौंप दिया है. अब आरोपी शशांक चोपड़ा को 10 फरवरी को वापस कोर्ट में पेश किया जाएगा. जांच एजेंसी ने दवा खरीदी घोटाले में प्रदेश के बड़े सप्लायर शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ के बाद कई नए तथ्य सामने आई हैं. दवा खरीदी का यह घोटाला अब तक का सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है. यह घोटाला 400 करोड़ से अधिक का है.

दो साल के ऑडिट में खुली थी पोल

लेखा परीक्षा की टीम की ओर से CGMSC की सप्लाई दवा और उपकरण को लेकर वित्त वर्ष 2022-24 और 2023-24 के दस्तावेज को खंगाला गया तो कंपनी ने बिना बजट आवंटन के 660 करोड़ रुपये की खरीदी की थी, जिसे ऑडिट टीम ने पकड़ लिया था. ऑडिट में पाया गया है कि पिछले दो सालों में आवश्यकता से ज्यादा खरीदे केमिकल और उपकरण को खपाने के चक्कर में नियम कानून को भी दरकिनार किया गया. जिस हॉस्पिटल में जिस केमिकल और मशीन की जरूरत नहीं वहां भी सप्लाई कर दिया गया. प्रदेश के 776 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सप्लाई की गई, जिनमें से 350 से अधिक ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं, जिसमें कोई तकनीकी, जनशक्ति और भंडारण सुविधा उपलब्ध ही नहीं थी. ऑडिट टीम के अनुसार DHS ने स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाओं में बेसलाइन सर्वेक्षण और अंतर विश्लेषण किए बिना ही उपकरणों और रीएजेंट मांग पत्र जारी किया था.

स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के खिलाफ भी दर्ज है मामला

ईओडब्ल्यू ने अपनी एफआईआर में स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया है. एफआईआर में स्वास्थ्य संचालक और सीजीएमएससी की एमडी पर गंभीर टिप्पणी की गई है. इस एफआईआर के बाद यह माना जा रहा है कि जांच की जद में कई आला अफसर आ सकते हैं. चर्चा है कि इस घोटाले में शामिल रहे लोगों की जल्द गिरफ्तारियां होंगी. ईओडब्ल्यू की शुरुआती जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि अफसरों की मिलीभगत से सरकार को अरबों रुपए की चपत लगाई गई.

नगरीय निकाय चुनाव को लेकर छिड़ा सियासी घमासान, पूर्व CM बघेल ने बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन पर साधा निशाना, कहा-

रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने आधिकारिक अकॉउंट से एक पोस्ट जारी कर बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन पर तीखा हमला बोला है।

प्रदेशभर में कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन रद्द होने को लेकर भूपेश बघेल ने नितिन नबीन पर निशाना साधते हुए उनकी भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए तंज कसते हुए लिखा— “मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के एक प्रवक्ता बिहार से आए हैं, उनका नाम नितिन नबीन है। आजकल गलियों में चुनौती देते घूम रहे हैं। किसी को भी चुनौती दे देते हैं। प्रवक्ता महोदय से कहना चाहूँगा कि धनबल और प्रशासनबल से नामांकन रद्द और निर्विरोध कब्जाने की बजाय चुनाव होने दें और तब बात कीजिएगा। छीनकर तो बंदर भी पेड़ पर चढ़ जाता है। जहां तक मेरी हिम्मत की बात है, तो यह अपने दल के नेताओं से पूछ लीजिएगा।”

देखें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की एक्स पोस्ट

 

कांग्रेस ने लगाया चुनाव में धांधली का आरोप

गौरतलब है कि कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग कर रही है और उनके प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कराए जा रहे हैं। पार्टी का कहना है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का प्रयास हो रहा है और बीजेपी को जनादेश का सामना करने से डर लग रहा है। वहीं, कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस चुनावी पराजय के डर से पहले ही बहानेबाजी कर रही है। प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने भी कांग्रेस पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी निष्पक्ष चुनाव चाहती है, लेकिन कांग्रेस अपनी हार सुनिश्चित देखकर बौखला रही है।

सेक्स सीडी कांड मामला: बहुचर्चित सीडी कांड में 7 साल बाद आज होनी थी सुनवाई, लेकिन कोर्ट नहीं पहुंचे आरोपी, अब इस दिन होगी सुनवाई

रायपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी कांड केस में 7 साल बाद रायपुर कोर्ट में सुनवाई थी, लेकिन आरोपी कोर्ट नहीं पहुंचे. आरोपियों ने वकील के माध्यम से जानकारी दी है कि चुनाव और अन्य कारणों से उपस्थित नहीं हो पाएंगे. अब अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी.

कथित सेक्स सीडी कांड केस में कोर्ट ने मुख्य आरोपी कैलाश मुरारका, पूर्व CM के मीडिया सलाहाकार रहे विनोद वर्मा, भूपेश बघेल, विजय पांड्या, विजय भाटिया को समन जारी किया था. इस केस के एक आरोपी रिंकू खनूजा की मौत हो चुकी है.

जानिए क्या है सीडी कांड मामला

चर्चित अश्लील सीडी कांड की शुरूआत 27 अक्टूबर, 2017 को पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल के बंगले से हुई थी. दरअसल, भूपेश बघेल ने 27 अक्टूबर की सुबह 6 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने मीडिया को एक सीडी बांटी थी. इस सीडी में एक आपत्तिजनक वीडियो था, जिसे लेकर भूपेश ने दावा किया था कि महिला के साथ बेहद आपत्तिजनक स्थिति में दिखने वाला व्यक्ति मंत्री राजेश मूणत हैं. जिसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. लेकिन सीडी के सामने आने के बाद मंत्री राजेश मूणत ने इसका खंडन करते हुए सीडी को फर्जी बताया और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी.

कथित सीडी के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद से वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के मिडिया सलाहकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था. इस मामले में पुलिस ने दावा किया था कि उनके निवास से इस अश्लील सीडी के वीडियो क्लिप की 500 सीडी और 2 लाख नगद जब्त किया था. यह कार्रवाई प्रकाश बजाज नामक एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर की गई थी.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा को सेवानिवृत्ति पर दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज मंत्रालय में छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री साय ने सेवानिवृत्ति के अवसर पर श्री जुनेजा को शुभकामनाएं दीं और उनकी दीर्घकालिक सेवा की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि अशोक जुनेजा ने अपनी दीर्घ सेवाअवधि के दौरान पुलिस बल को अधिक सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमित गुप्ता और मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत उपस्थित थे।

1,50,900 रुपये की हेरोइन के साथ तस्कर गिरफ्तार

रायपुर- पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए टाटीबंध इलाके से हेरोइन (चिट्टा) की तस्करी कर रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में 15.09 ग्राम हेरोइन बरामद की गई, जिसकी अनुमानित कीमत 1,50,900 रुपये आंकी गई है.

थाना आमानाका के पुलिस सूत्रों के मुताबिक 2 फरवरी को मुखबिर से सूचना मिली कि टाटीबंध स्थित अंग्रेजी शराब दुकान के पास एक व्यक्ति अवैध रूप से मादक पदार्थ हेरोइन बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहा है. सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची.

पुलिस टीम ने घेराबंदी कर संदेही मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नु (30) को पकड़ लिया. प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपना नाम मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नु पुत्र सुरेंद्र सिंह, निवासी साकरे मुर्गी फार्म, टाटीबंध, रायपुर बताया. तलाशी लेने पर उसकी पैंट की जेब से दो सफेद प्लास्टिक पॉलिथीन में 15.09 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) बरामद हुई. मौके पर ही फॉरेंसिक जांच करवाई गई, जिसमें पुष्टि हुई कि यह प्रतिबंधित मादक पदार्थ हेरोइन है.

पुलिस ने मौके पर ही मादक पदार्थ को जब्त कर पंचनामा तैयार किया. साथ ही आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21(B) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि वह इस अवैध कारोबार में कितने समय से लिप्त था और उसके अन्य साथी कौन-कौन हैं.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का बड़ा सियासी बयान, बोले- टीएस सिंहदेव की अगुवाई में लड़ेंगे अगला विधानसभा चुनाव

अम्बिकापुर- नगरीय निकाय चुनाव के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत अपने बयानों से सियासी हलचल मचाए हुए हैं. कोरबा में कार्यकर्ताओं से तस्करों को चप्पल मारने वाले बयान लोगों के जहन से उतरा नहीं कि अंबिकापुर में टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में अगला चुनाव लड़ने वाला बयान देकर सरगुजा से लेकर बस्तर तक सनसनी मचा दी है.

नगरीय निकाय चुनाव में महापौर प्रत्याशी के प्रचार के लिए अंबिकापुर पहुंचे डॉ. चरणदास महंत ने टीएस सिंहदेव की मौजूदगी में आम सभा को सम्बोधित किया. इसके बाद मीडिया से चर्चा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि हम लोग एक जुट नहीं होने की वजह से पिछला चुनाव हार गए थे. लेकिन अब हम सब लोग एक साथ रहेंगे. महाराज (टीएस सिंहदेव) की अगुवाई में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. सामूहिक नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा. निश्चित रूप से (अगली बार) हमारी सरकार बनेगी. 

सचिवालय सेवा में बड़ा बदलाव, अधिकारियों और कर्मचारियों को मिला प्रमोशन, देखें लंबी लिस्ट…

रायपुर- छत्तीसगढ़ सचिवालय सेवा के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रमोशन मिला है. इसमें कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल हैं. इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किया है.

CG में फर्जी ACB अधिकारी गिरफ्तार : कार रोका तो पुलिसकर्मियों काे धमकाने लगा आरोपी, जांच में फर्जी निकला आईडी कार्ड

दुर्ग-  जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के नाम पर लोगों और ट्रैफिक पुलिस को बेवकूफ बनाने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह आरोपी फर्जी आईडी कार्ड लेकर घूम रहा था. जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी को धरदबोचा. फर्जी आईडी कार्ड जब्त कर आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात ऋचा मिश्रा ने बताया कि सोमवार को यातायात पुलिस का नेहरू नगर में चेकिंग प्वाइंट लगा था. ट्रैफिक पुलिस के जवान और अधिकारी वाहनों को चेकिंग कर रहे थे. इस दौरान एक फिगो कार (CG 05 AB 7335) को रोकने का प्रयास किया तो चालक आगे बढ़ने लगा. जब आगे पुलिस कर्मियों ने उसे घेरा तो उसने कार को रोका और पुलिसवालों को धमकाने लगा. उसने खुद को एसीबी का अधिकारी बताया और पुलिस कर्मियों को फर्जी आईडी कार्ड भी दिखाया. पुलिस कर्मियों ने आईडी कार्ड की फोटो एएसपी ट्रैफिक ऋचा मिश्रा को भेजी. जांच में पाया गया कि वो आईडी कार्ड फर्जी है.

फर्जी ईडी के अधिकारी बनकर गिराेह ने व्यापारी को लगाया था चूना

वाहन चालक ने अपना नाम सन्नी जैन निवासी शांति नगर सुपेला निवासी बताया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पुलिस को गुमराह करने के अपराध की श्रेणी होने पर उसके वाहन को जब्त किया और उसे जेल भेजा. बता दें कि इससे पहले भी दुर्ग जिले में फर्जी ईडी के अधिकारी बनकर एक गिरोह ने दुर्ग के बड़े व्यापारी को 2 करोड़ रुपए का चूना लगाया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

CGMSC घोटाला : मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को कोर्ट ने छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा…

रायपुर- 660 करोड़ रुपए के CGMSC घोटाले में आरोपी मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को ईओडब्ल्यू की विशेष कोर्ट ने छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. इसके पहले सात दिन की रिमांड खत्म होने पर शशांक चोपड़ा को ईओडब्ल्यू न्यायालय की विशेष न्यायधीश निधी शर्मा तिवारी के कोर्ट में पेश किया गया था.

EOW के वकील ने शशांक चोपड़ा से पूछताछ में कई तथ्यों के सामने आने की बात कहते हुए तथ्यों की जांच के लिए अतिरिक्त रिमांड मांगी थी. इस पर न्यायाधीश ने शशांक की छह दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की. अब आरोपी शशांक चोपड़ा 10 फरवरी तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर रहेगा.

बता दें कि भूपेश बघेल के मुख्यमंत्रित्व काल में किस तरह से छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) ने मोक्षित कॉरपोरेशन के माध्यम से छत्तीसगढ़ की राजकोष खाली करने का भांडा ‘ऑडिट ऑब्जर्वेशन रिपोर्ट’से फूटा था. इस रिपोर्ट के आधार पर भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल (ऑडिट) आईएएस यशवंत कुमार ने 660 करोड़ रुपए के घपले पर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार पिंगआ को पत्र लिखा था.

दो साल के ऑडिट में खुली थी सिस्टम की पोल

लेखा विभाग की टीम ने CGMSC के वित्त वर्ष 2022-24 और 2023-24 के दस्तावेज को खंगाला तो पाया कि बिना बजट आवंटन के 660 करोड़ रुपए की खरीदी की गई है. आवश्यकता से ज्यादा खरीदे केमिकल और उपकरण को खपाने के चक्कर में नियम-कानून को भी दरकिनार किया गया. जिस हॉस्पिटल में जिस केमिकल और मशीन की जरूरत नहीं थी, वहां भी सप्लाई कर दी गई थी.

बिना जरूरत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में की गई सप्लाई

प्रदेश के 776 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में रीएजेंट और उपकरणों की सप्लाई की गई, जिनमें से 350 से अधिक ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं, जिसमें कोई तकनीकी, जनशक्ति और भंडारण सुविधा उपलब्ध ही नहीं थी. ऑडिट टीम के अनुसार, DHS ने स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाओं में बेसलाइन सर्वेक्षण और अंतर विश्लेषण किए बिना ही उपकरणों और रीएजेंट मांग पत्र जारी किया था.

स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के खिलाफ भी मामला

ईओडब्ल्यू ने अपनी एफआईआर में स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया है. यही नहीं एफआईआर में स्वास्थ्य संचालक और सीजीएमएससी की एमडी पर गंभीर टिप्पणी की गई है. ईओडब्ल्यू की शुरुआती जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि अफसरों की मिलीभगत से सरकार को अरबों रुपए की चपत लगाई गई.

धमतरी में आईटी का छापा : 4 गाड़ियों में पहुंचे हैं अफसर, सेठिया ज्‍वेलर्स के ठिकानों पर कर रहे जांच

धमतरी- छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में इनकम टैक्स (IT) की टीम ने छापा मारा है. इतवारी बाजार स्थित सेठिया ज्‍वेलर्स की दुकान पर अफसर दस्तावेजों की जांच कर रहे. बताया जा रहा है कि टैक्स चोरी की शिकायतों के बाद छानबीन की जा रही है. इस कार्रवाई में धमतरी और रायपुर की टीम शामिल है. छापे के दौरान ज्वेलर्स के साथ-साथ संबंधित व्यक्तियों के घरों पर भी छानबीन की जा रही है.

मंगलवार दोपहर लगभग 1 बजे रायपुर पासिंग की चार गाड़ियां सेठिया ज्वेलर्स में पहुंची, जिसमें 12 से 13 अधिकारी थे. इसमें महिला अधिकारी भी शामिल हैं. धमतरी इनकम टैक्स ऑफिस से भी अधिकारी साथ हैं. कुछ अधिकारी नीचे ज्वेलरी शॉप में और कुछ ऊपर निवास में छानबीन कर रहे.

जांच के बाद हो सकता है बड़ा खुलासा

एक गाड़ी मैत्री विहार कॉलोनी स्थित उनके निवास पर पहुंची, जहां से संचालक को वाहन में बिठाकर दुकान लाया. बताया जा रहा है कि जांच के बाद बड़ा खुलासा हो सकता है. इस संबंध में इनकम टैक्स के अधिकारियों ने अभी कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी उनके परिवार में रायपुर में एक शादी थी, जहां पर बड़ा तामझाम किया गया था. उसके बाद यह कार्रवाई की गई है.