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हरियाणा के फतेहाबाद में भाखड़ा नहर में क्रूजर गिरने से 9 की मौत, 3 लापता

फतेहाबाद : हरियाणा के फतेहाबाद ; के रतिया के गांव सरदरेवाला में बड़ा हादसा हो गया है. यहां पर एक क्रूजर गाड़ी धुंध के चलते भाखड़ा नहर में जा गिरी है. बताया जा रहा है कि क्रूजर में 14 लोग सवार थे जिनमें से 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है.

धुंध के चलते नहर में गिरी क्रूजर : फतेहाबाद में एक परिवार पंजाब से शादी समारोह में शामिल होकर अपने गांव सरदारे वाला की ओर आ रहा था. धुंध ज्यादा होने के कारण और नहर पर सेफ्टी वॉल ना होने के चलते गाड़ी सीधे भाखड़ा नहर में जा गिरी. गाड़ी में 14 लोग सवार थे. वहां से गुजर रहे ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान एक बच्चा अरमान गाड़ी का शीशा टूटने पर बाहर निकल आया, वहीं एक बुजुर्ग को भी बचा लिया गया.

9 लोगों की डेड बॉडी निकाली : गांव के लोगों ने प्रशासन को हादसे की ख़बर दी जिसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. मौके से एक 55 वर्षीय बुजुर्ग बलबीर सिंह की डेड बॉडी को बाहर निकाला गया. वहीं सिरसा के गांव कालांवाली में 8 लोगों की भी डेड बॉडी मिली है जिसकी पुष्टि फतेहाबाद प्रशासन ने की है. बताया जा रहा है कि मृतकों में दो महिलाएं, 2 बच्चे और एक शख्स शामिल है. अब तक कुल मिलाकर 9 लोगों की डेड बॉडी भाखड़ा नहर से बाहर आ चुकी है. 2 लोग जिंदा बच गए हैं और 3 लोग अभी भी लापता हैं. फिलहाल NDRF और SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है.

3 लोगों की तलाश जारी : हादसे के बाद लोग खासे नाराज़ नज़र आए. उन्होंने कहा कि भाखड़ा नहर के किनारे किसी तरह की सेफ्टी वॉल नहीं थी जिसके चलते ये हादसा हुआ है. वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए रतिया के एसडीएम जगदीश चंद्र और रतिया के डीएसपी संजय बिश्नोई ने बताया कि प्रशासन लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहा है. पानी का लेवल कम करवा दिया गया है. 3 लोगों की तलाश जारी है।

मोदी सरकार का बजट: भारत बनेगा दुनिया का फूड बास्केट, MSME सेक्टर को मिलेगी मजबूती


नई दिल्ली:- मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट विकसित भारत की दिशा में एक ठोस कदम है, लेकिन 2047 तक इसे हासिल करने के लिए विकास के साथ-साथ सुधारों की गति और तेज करने की जरूरत है।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबी को पूरी तरह से खत्म करने, हर बच्चे को उच्चस्तरीय शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराने, भारत को दुनिया का फूड-बास्केट बनाने, युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराकर विकास में भागीदार बनाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और अर्थव्यवस्था में आधी आबादी की भागीदारी सुनिश्चित करने का तो प्रविधान किया है।

श्रम सुधारों पर चुप्पी

लेकिन निवेश और विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा बने श्रम सुधारों पर चुप्पी साध ली है। खुद वित्त मंत्रालय के आर्थिक सर्वेक्षण में विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए अगले 10 सालों तक हर साल आठ फीसद की दर से विकास करने की बात कही गई है।लेकिन निर्मला सीतारमण के अनुसार अगले वित्त वर्ष में विकास दर 6.3 से 6.8 फीसद तक रहेगी। आठ फीसद विकास दर का लक्ष्य कब हासिल होगा यह अभी साफ नहीं है।

2047 तक हासिल करना होगा लक्ष्य

जाहिर है 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए विकास दर की गति को और तेज करने की जरूरत होगी और इसके लिए बड़े सुधारों और कड़े फैसलों की जरूरत है, जिसका संकेत बजट में नहीं दिख रहा है।

वैसे आयकर छूट की सीमा को 12 लाख तक बढ़ाकर मध्यम वर्ग व नौकरी पेशा के हाथ में हर साल एक लाख करोड़ रुपये देने की व्यवस्था की गई है। इससे मध्यम वर्ग में बचत के साथ-साथ उपभोग बढ़ने की उम्मीद है, जो अंतत: विकास दर को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।

लेकिन आठ फीसद सालाना का लक्ष्य हासिल करने में भी यह नाकाफी साबित हो सकता है। वैसे बजट में भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा मूल समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस कदमों का प्रविधान जरूर किया गया है, जिसके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।

फूड बास्केट बनाने पर जोर

भारत को दुनिया का फूड बास्केट बनाने के लिए कम उत्पादकता वाले 100 जिलों की पहचान कर वहां सिंचाई व आधारभूत संरचना में भारी निवेश का प्रविधान किया गया है। साथ ही किसानों को उन्नत बीज, सस्ता कर्ज और खाद्य प्रसंस्करण जैसे कई प्रविधान किये गए हैं।

इसी तरह से एमएसएमई सेक्टर को मजबूत करने की दिशा में ठोस पहल की गई है। मैन्यूफैक्चरिंग मिशन, क्लीन टेक, टॉय, लेदर, फुटवेयर और पर्यटन जैसे क्षेत्रों पर जोर से युवाओं में रोजगार समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।

मैन्यूफैक्चरिंग हब बनेगा भारत

लेकिन मेक इन इंडिया से लेकर पीएलआई स्कीम तक की सफलता सिर्फ कुछ सेक्टर तक ही सीमित रही है। साफ है कि भारत को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए छोटे-छोटे सुधारों और छूट से बात नहीं बनेगी, इसके लिए बड़े और कड़े कदम उठाने होंगे, जिसका बजट में अभाव दिखता है।

बजट में शत प्रतिशत अच्छे स्तर की स्कूली शिक्षा, बेहतरीन, सस्ती और सर्वसुलभ स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच. शत-प्रतिशत कुल कामगार के साथ सार्थक रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में 70 फीसद महिलाओं की भागीदारी को विकसित भारत के लिए अहम बताया गया है।

बजट में कई बड़े एलान

इसके लिए सभी जिला अस्पतालों में कैंसर के इलाज की सुविधा, मेडिकल कॉलेजों और आईआईटी में सीटें बढ़ाने, अटल टिंकरिंग लैब, सरकारी माध्यमिक स्कूलों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने, वैश्विक स्तर के कौशल विकास के लिए सेंटर आफ एक्सेलेंस खोलने जैसी की घोषणाएं की गई हैं।

लेकिन इनके सफल क्रियान्वयन की जरूरत होगी। शिक्षण संस्थाओं में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षकों की कमी और कौशल विकास योजनाओं का अभी तक प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं रहा है।

बजट 2025: स्मार्टफोन और गैजेट्स होंगे सस्ते, चीन को सबक सिखाने का भी है प्लान

नई दिल्ली। केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोबाइल फोन से जुड़े कुछ कंपोनेंट पर इंपोर्ट ड्यूटी हटाने का एलान किया है। इससे देश में लोकर प्रोडक्शन बढ़ने की उम्मीद है। इस कदम से सीधा फायदा Apple और Xiaomi जैसी विदेशी कंपनियों के साथ देसी कंपनियों को भी होगा। पिछले छह सालों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्शन दोगुना बढ़कर 115 बिलियन डॉलर (करीब 99,41,100 रुपये) हो गया है। इसके साथ ही भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर बन गया है।

Counterpoint की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में भारत के स्मार्टफोन मार्केट के कुल रेवेन्यू में एपल की हिस्सेदारी 23 प्रतिशत है। इसके बाद सैमसंग 22 फीसदी के साथ दूसरे पायदान पर है।

इन कंपोनेंट से हटाया टैक्स

बजट में मोबाइल को जिन कंपोनेंट से टैक्स हटाया गया है। उनमें प्रिंटेट सर्किट बोर्ड असेंबली, कैमरा मॉड्यूल और यूएसबी केबल शामिल हैं। इन कंपोनेंट पर पहले 2.5 प्रतिशत टैक्स लगता था।

PCBA के पार्ट्स

कैमरा मॉड्यूल

कनेक्टर

वायर्ड हेडसेट के रॉ मैटेरियल

माइक्रोफोन

रिसीवर

USB केलब 

फिंगरप्रिंट रीडर

मोबाइल फोन सेंसर

इसके साथ ही LCD और LED पैनल्स पर भी कस्टम ड्यूटी को घटाकर शून्य कर दिया गया है। इससे टीवी, स्मार्ट टीवी, लैपटॉप और स्मार्टफोन की कीमतें कम होंगी।

भारत को क्या फायदा होगा

डोनाल्ड ट्रंप 'अमेरिका फर्स्ट' पॉलिसी अपना रहे हैं। वे अधिक से अधिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को अमेरिका की ओर लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। ऐसे में भारत ड्यूटी में कटौती करके अमेरिका और चीन के टैरिफ वॉर का फायदा उठाने की स्थिति में रहना चाहता है। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी भी बढ़ने की गुंजाइश रहेगी।

चीन को सबक सिखाएगा भारत

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी मंत्रालय ने चेतावनी दी थी अगर सरकार ने विदेशी कंपनियों को लुभाने के लिए टैरिफ में कटौती नहीं की तो हम स्मार्टफोन एक्सपोर्ट की रेस में चीन और वियतनाम से पिछड़ सकते हैं। इससे पहले पिछले साल निर्मला सीतारमण में कस्टम ड्यूटी को तर्कसंगत और सरल करने का एलान किया था। भारत की जटिल टैरिफ स्ट्रैक्चर के चलते कई मोर्चों पर आलोचना होती आई है।

टैरिफ में कटौती के एलान के बाद देश में इलेक्ट्रॉनिक सामान का प्रोडक्शन सस्ता हो जाएगा। इससे भारत स्मार्टफोन, टीवी और दूसरे गैजेट्स के प्रोडक्शन में चीन और वियतनाम जैसे देशों को आसानी से टक्कर दे पाएगा।

अमेरिका में बड़ा विमान हादसा: फिलाडेल्फिया में घरों पर गिरा प्लेन, भीषण आग लगी

नयी दिल्ली : अमेरिका में एक और भीषण विमान हादसा हुआ है। वाशिंगटन DC के बाद पेंसिल्वेनिया राज्य के फिलाडेल्फिया फिलाडेल्फिया में एक छोटा प्लेन क्रैश हुआ है, जो विस्फोट होने के बाद रिहायशी इलाके में गिर गया, जिससे कई घरों और इमारतों में आग लगी गई।

मीडिया के हवाले से विमान हादसे की जानकारी दी और बताया कि छोटे विमान में 2 लोग सवार थे, लेकिन यह विमान एक शॉपिंग मॉल के पास क्रैश हो गया और घरों-इमारतों के ऊपर गिर गया। हादसे में कई लोगों के हताहत होने की खबर है, लेकिन अभी तक मृतकों-घायलों के बारे में पता नहीं चला है।

फिलाडेल्फिया ऑफिस ऑफ इमरजेंसी मैनेजमेंट ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके हादसा कंफर्म किया है। फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीमें कॉटमैन में रूजवेल्ट मॉल और पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया में बुलेवार्ड के पास हादसा स्थल पर मौजूद हैं।

पाकिस्तान में अनोखे तरीके से मनाया जा रहा है महाकुंभ, हिंदू समुदाय के लिए खुशखबरी!

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नयी दिल्ली: पाकिस्तान के हिंदू वीजा की वजह से भारत नहीं आ सकते, लेकिन उन्होंने अपने यहां ही महाकुंभ आयोजित कर लिया। यहां के हिंदुओं ने एक कुंड तैयार किया गया है, जहां वो गंगा स्नान कर सकते हैं। 

भारत के प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेला चल रहा है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन कहते हैं। इसमें करोड़ों की संख्या में लोग संगम में डुबकी लगाने पहुंचते हैं। यही नहीं दूसरे देशों से भी श्रद्धालु और पर्यटक महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए आते हैं। लेकिन इन देशों में एक देश ऐसा भी है, जो वीजा कारणों की वजह से यहां आ नहीं पाता।

हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की जो वीजा कारणों से महाकुंभ में शामिल नहीं हो सकता।

और इसी वजह से पाकिस्तान के हिंदुओं ने अपना एक अलग महाकुंभ आयोजित किया है, जिसमें वे गंगा जल से स्नान कर अपनी आस्था दिखा रहे हैं। चलिए आपको आगे बताते हैं, आखिर ये पर्व यहां कैसे मनाया जा रहा है। 

कुछ ऐसे कर रहे हैं गंगा नदी में स्नान

पाकिस्तान यूट्यूबर हरचंद राम ने अपने ब्लॉग में इस अनोखे आयोजन की एक झलक पेश की। रहीमयार खान जिले में हुए महाकुंभ मेले में शामिल पुजारी ने कहा कि हम भारत के प्रयागराज में नहीं जा सकते, इसलिए हमने यही महाकुम्भ मना लिया। ये पर्व 144 साल बाद आया है, और शायद हमारे जीवन का पहला और आखिरी महाकुंभ होगा। मेले में गंगा स्नान का खास महत्व है। चूंकि पाकिस्तानी हिंदू गंगा नदी तक नहीं जा सकते, इसलिए गंगा जल को खासतौर पर लाया गया है और स्थानीय लोग इसे पानी में मिला रहे हैं और फिर स्नान कर रहे हैं

पाकिस्तान में चल रही है कुंड स्नान विधि

पाकिस्तान में गंगा नदी के पानी से नहाने के लिए एक कुंड तैयार किया गया है, जिसके अंदर नॉर्मल पानी में गंगाजल मिलाकर रखा है। श्रद्धालु उसमें खड़े होकर स्नान कर रहे हैं। पुजारी उनके ऊपर जल डालते हैं, जिससे वे गंगा स्नान का अनुभव ले सकें।

भक्तों के लिए प्रसाद भी बांटा जा रहा है

स्नान के बाद भक्तों के लिए प्रसाद का भी इंतजाम किया गया है। सभी के लिए दलिया खिचड़ी बनाई गई है, जिसे श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिया जा रहा है। धार्मिक अनुष्ठानों के समय भक्तों ने अपने गुरु का आशीर्वाद भी लिया। छोटे स्तर पर आयोजित इस महाकुंभ में भक्तों का उत्साह भी देखने को मिल रहा है। स्नान करते समय, एक भक्त ने कहा कि हम प्रयागराज नहीं जा सकते, लेकिन गंगाजल के साथ स्नान करके हमें ऐसा ही लग रहा है कि हम वहीं हैं।

बन गई एक नयी परंपरा

पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की ये पहल उनकी आस्था और विश्वास को दर्शाती है। पाकिस्तान में इस आयोजन को देख हर किसी का यही कहना है कि महाकुंभ धर्म और श्रद्धा की सीमाओं से परे है। अगर आप प्रयागराज नहीं जा सकते, तो खुद यहां के हिंदुओं ने अपना महाकुंभ बना लिया।

दिल्ली में लाडली योजना की असफलता का खुलासा, CAG रिपोर्ट में AAP सरकार की बेरुखी उजागर


नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर शीला दीक्षित सरकार द्वारा शुरू की गईं लाडली योजना को लेकर निशाना साधा है। 

उन्होंने कहा कि लाडली योजना को लेकर AAP सरकार ने बेरुखी दिखाई है. नतीजा है कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को देने के लिए करोड़ों रुपए पड़े हैं मगर सरकार इसे देने में गंभीर नहीं है. इसका जिक्र सीएजी की रिपोर्ट में भी हुआ है.

मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अजय माकन ने कहा कि महिला सम्मान योजना के तहत आम आदमी पार्टी सरकार ने 2100 रुपये देने का चुनावी वादा किया है. सरकार महिलाओं के सम्मान, बच्चियों के बारे में इतनी ही सजग होती तो आज लाडली योजना को लेकर बेरुखी नहीं दिखाती. 

अजय माकन बोले, भारतीय संस्कृति में बेटियों को न केवल उसका हक दिया जाता है बल्कि उसके प्रति जीवन ही सेवा का भाव मन में रहता है. बेटियों का हक जो खा जाए वह पाप और श्राप दोनों का भागी होता है.

अजय माकन ने कहा उत्तर भारत के अंदर कई राज्यों के अंदर लिंगानुपात सही नहीं है. उसमें फीमेल की संख्या बहुत कम है और उसका एक कारण भ्रूण हत्या है. इसको रोकने के लिए वर्ष 2008 में दिल्ली में कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने लाडली योजना शुरू की. 

शीला दीक्षित द्वारा शुरू नई योजना की चर्चा पूरे विश्व के अंदर हुई. अजय माकन बोले, इस योजना के तहत एक गरीब परिवार के अंदर जैसे ही बच्ची पैदा होती है तो 10 हज़ार रुपये सीधे उस परिवार को दे दिया जाता है. बच्ची अगर हॉस्पिटल में कहीं पैदा हुए तो 11 हज़ार रुपए देने का प्रावधान था.

अजय माकन बोले, जैसे ही बच्ची पैदा होती थी उसके परिवार को राशि दिया जाता था. बच्ची की फर्स्ट क्लास में एडमिशन होती थी 5000 रुपये उसके खाते में जमा हो जाते थे. छठी क्लास में 5000 रुपये और दे दिए जाते थे. 9 वीं क्लास में 5000 और दे दिए जाते थे. दसवीं जैसे पास करती पांच हज़ार रुपये और दे दिए जाते हैं और जब 12वीं में एडमिशन लेती तो 5000 रुपये दे दिए जाते हैं. जैसे ही वह बच्ची 18 वर्ष की होती थी, बच्ची के नाम पर एक लाख रुपये ट्रांसफर हो जाते थे. अजय माकन बोले इस तरह की स्कीम बनाई गई थी, जिसकी चर्चा देश ही नहीं विदेश में भी की जाती थी.

आप सरकार ने योजना को लागू करने में नहीं दिखाई दिलचस्पी

अजय माकन बोले, वर्ष 2008 में जब इस योजना की शुरुआत हुई तो पहले साल 2008 में कुल 20,212 पंजीकरण हुए, दूसरे साल 2009 में 23,871, तीसरे साल 20,793 पंजीकरण और सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2013 से लगातार इसमें कमी दर्ज की गई. रिपोर्ट में वर्ष 2020-21 में 3,153 पंजीकरण होने का जिक्र है. जो बताता है आम आदमी पार्टी सरकार ने इस योजना के प्रचार प्रसार में ध्यान नहीं दिया. जिस स्कीम की पूरी दुनिया में चर्ची होती थी उस पर केजरीवाल सरकार ने सुध नहीं ली. 700 परसेंट की गिरावट इसमें आ गई. इतना ही नहीं 3.20 लाख पंजीकृत बच्चियों को देने के लिए 618 करोड़ रुपये सरकार के पास बैंक में पड़ें हैं, लेकिन उस योजना के तहत पंजीकृत बच्चियों की उम्र 25-26 साल हो गयी है, उसे भी सरकार ने पैसा नहीं दिया. इस पर सीएजी की रिपोर्ट में भी सवाल उठाए गए हैं।

ओयो रूम में अवैध गतिविधियों पर एसटीएफ का शिकंजा,कपल की गड़बड़ी पकड़ने में एसटीएफ की बड़ी भूमिका


ओयो रूम्स पूरे देश में प्रेमियों, युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए एक डेस्टिनेशन है. कई कपल यहां मस्ती करने जाते हैं तो कई कपल समय बिताने जाते हैं. हालांकि जब कोई कहीं फैमिली के साथ जाता है तो भी वह ओयो रूम्स में रुकता है. क्योंकि इसकी सर्विस लेना आसान माना जाता है. लेकिन हैदराबास से एक ऐसी घटना सामने आई है. जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. यहां एक कपल बार-बार OYO रूम्स जाते थे. वह वहां ऐसा काम करते थे जो वह खुले में नहीं कर सकते थे.

दरअसल कपल को पैसा कमाने की चाहत थी. वह अपना जिंदगी काफी लग्जरी रूप से जीना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने एक प्लान बनाया. और दोनों बार-बार ओयो रूम्स में रुकने लगे. अब इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उन्हें वो करते हुए पकड़ा है. जो उन्हें नहीं करना चाहिए था. यह घटना हैदराबाद शहर के कोंडापुर स्थित ओयो रूम्स की है.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के कवाली के देवेंदुला राजू (25), मध्य प्रदेश की संजना मांजा (18) के रूप में की गई है. एक-दूसरे से मिलने के कुछ ही दिनों में इस जोड़ी को प्यार हो गया. बाद में उसने पैसे कमाने का प्लान बनाया और OYO रूम किराये पर लेकर गांजा बेचने लगे. ये दोनों कोंडापुर में OYO रूम में रहकर कई दिनों से गांजा का कारोबार कर रहे थे.

क्यों करते थे ये काम?

शुक्रवार की रात STF की टीम ने निरीक्षण कर छापेमारी की. बताया जाता है कि दोनों अलग-अलग जगहों से गांजा लाते थे और ओयो के रूम से गांजा बेचते थे. दो अंतरराज्यीय प्रेमियों ने ढेर सारा पैसा कमाने और विलासितापूर्ण जीवन जीने की योजना के साथ गांजा का कारोबार शुरू किया है. चोरों की यह जोड़ी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए OYO रूम में रहती थी. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मामले को सुलझाने में कामयाब रही और अब STF पुलिस ने युवक और युवती को गिरफ्तार कर जांच में लिया है.

160 किमी की रफ्तार से तबाही मचाने आ रहा साइक्लोन बम: स्कूल, गाड़ियां और ट्रेनें बंद; 4.5 करोड़ लोगों पर संकट


नयी दिल्ली : अमेरिका में प्राकृतिक तबाही के बाद अब यूरोप भी जद में आया है. अत्तरी आयरलैंड और स्कॉटलैंड में साइक्लोन 'बम' तबाही मचा रहा है.160 की रफ्तार से तूफान ने शुक्रवार की सुबह दस्तक दिया. हर ओर तबाही दिख रही है.

साइक्लोन इओविन ने ब्रिटेन में जमकर तबाही मचाई.

ब्रिटेन में इसके खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है.

ब्रिटेन के कई हिस्सों को तूफान इओविन तबाही मचा रहा है. शुक्रवार की सुबह 100 मील प्रति घंटे (160 Kmph) की रफ्तार से यह तूफान मैनलैंड से टकराया. स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के कम से कम 28 शहर आंधी-तूफान से तबाह हो गए हैं।

मौसम विभाग ने गुरुवार को 4.5 करोड़ लोगों को अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञानी इस तूफान को साइक्लोन ‘बम’ (Cyclone Bomb) नाम दिया है. पूरे देश में ट्रेन और ट्रैफिक सेवा बंद कर दी गई. 

मौसम विभाग का कहना है कि सड़कों पर बड़े-बड़े मलबे, पेड़ के हिस्से और तेज रफ्तार से बारिश हो रही है, इसलिए लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

ब्रिटेन के मौसम विभाग ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में आने वाला भयंकर तूफान है. इसके खतरे को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. स्थानीय लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।

वहीं, ट्रेन सेवाओं को भी रद्द कर दिया गया है. मौसम विभाग ने बताया है कि तूफान इओविन एक उष्णकटिबंधीय ‘बम’ साइक्लोन है. अंटलांटिक महासागर में बना ये साइक्लोन लगातार तीव्र हो रहा है. मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले कुछ घंटों कि तेज हवाओं, भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 2011 के बाद से पहली बार रेड अलर्ट जारी किया है.

यूके के मौसम विभाग में इस तूफान को लेकर खौफ की स्थिति बनी हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि हम मौसम को लेकर रेड अलर्ट जारी करने से बचते हैं, हालांकि इओविन तूफान इतना खतरनाक है कि रेड अलर्ट जारी करना मजबूरी हो गया है. हम गंभीर मौसम के लिए ही रेड अलर्ट जारी करते हैं. 

इओविन हमारी इतिहास की एक बहुत ही खतरनाक और विनाशकारी मौसम की घटना होने जा रही है. आयरिश शिक्षा विभाग ने आयरलैंड और उत्तरी आयरलैंड दोनों में सभी स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे. तूफान के प्रभाव को देखते हउए आयरलैंड में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है।

बारिश और बर्फबारी का भी आफत

मौसम विभाग ने बताया कि तूफान की हवाओं के साथ-साथ कुछ हिस्सों में बारिश के साथ-साथ बर्फबारी होने की उम्मीद है. उत्तरी इंग्लैंड और दक्षिणी स्कॉडलैंड में बर्फबारी की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, यह साइक्लोन इंग्लैड और आयरलैंड में तबाही लेकर पहुंचा है. इस तूफान की वजह से आयरलैंड और स्कॉटलैंड की सड़कें मलबे और उखड़े हुए पेड़ों से पट गए हैं. लोगों को सड़कों पर गाड़ियां लेकर जाने से बचने की सलाह जारी की गई है।वहीं, मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि तूफान इओविन शनिवार तक मैनलैंड से दूर चला जाएगा।

पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह ने मचाई अफरा-तफरी, ट्रेन से कूदने पर दूसरी ट्रेन की चपेट में आए 11 यात्रियों की मौत


मुंबई: महाराष्ट्र के जलगांव के परांडा रेलवे स्टेशन के पास बड़ा हादसा हुआ है. पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बीच यात्री ट्रेन से कूदने लगे. इस दौरान दूसरी ट्रेन की चपेट में आने से कई यात्रियों की मौत हो गई है.

एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के जलगांव जिले में चेन पुलिंग के बाद पटरी पर आए दूसरी ट्रेन के यात्रियों को ट्रेन ने कुचल दिया. रेलवे सूत्रों के मुताबिक, इस हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है. 40 से अधिक लोग घायल हैं.

एएनआई के मुताबिक, महाराष्ट्र के जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस के कई यात्री ट्रेन में आग लगने का संदेह होने की वजह से अपने कोच के बाहर खड़े थे. इस दौरान वो कर्नाटक एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए. हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे के अधिकारी और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं.एक तरफ पुल दूसरी तरफ कर्नाटक एक्सप्रेस… अफवाह ने कैसे ली 11 की जान, पुष्पक हादसे की पूरी कहानी

कैसे हुआ हादसा

पुष्पक एक्सप्रेस परांडा रेलवे स्टेशन के पास आ रही थी. तभी ट्रेन के मोटरमैन ने ब्रेक लगाया तो पहियों से आग की चिंगारियां निकलने लगीं. इससे यात्रियों के बीच अफवाह फैल गई कि ट्रेन में आग लग गई है. इससे महिलाओं और बच्चों में अफरा-तफरी मच गई. ट्रेन में बैठे लोगों में अफरा-तफरी मच गई.

अगर हॉर्न दिया होता तो यात्री अलर्ट हो जाते… पुष्पक रेल हादसे पर चश्मदीदों की जुबानी

डरे सहमे लोगों ने कोच से कूदना शुरू कर दिया. इनकी संख्या 35 से 40 बताई जा रही है. इन यात्रियों ने ये नहीं देखा कि दूसरी ट्रेन भी आ रही है. नतीजतन यात्री बेंगलुरु एक्सप्रेस की चपेट में आ गए. इसमें कई लोगों की मौत हो गई है. कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

यात्री ने क्या कहा?

ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने बताया कि हादसा दोपहर 3.30 से 4 बजे के बीच हुआ. आग लगने की अफवाह फैल गई थी. इसके बाद कुछ लोग ट्रेन से कूद गए. इसी दौरान सामने से बेंगलुरु एक्सप्रेस आ रही थी, जिसने 30 से 35 लोगों को कुचल दिया.

कई लोग घायल हो गए हैं. कुछ की मौत भी हुई है.कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने ये भी दावा किया है कि सामने से आ रही बेंगलुरु एक्सप्रेस ने हॉर्न तक नहीं दिया. अगर हॉर्न दिया होता तो यात्री अलर्ट हो जाते

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान

जलगांव रेल हादसे पर सीएम फडणवीस ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है. इसमें कुछ लोगों की मौत हो गई है, जिन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. मेरे सहयोगी मंत्री गिरीश महाजन और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.

जिलाधिकारी भी कुछ ही समय में वहां पहुंचने वाले हैं. पूरा जिला प्रशासन रेलवे प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम कर रहा है.

उन्होंने कहा, घायलों के उपचार के लिए तुरंत व्यवस्था की जा रही है. 8 एंबुलेंस घटनास्थल पर भेज दी गई हैं.सामान्य अस्पताल और आसपास के अन्य निजी अस्पतालों को घायलों के इलाज के लिए तैयार रखा गया है.

ग्लास कटर, फ्लडलाइट्स और अन्य आपातकालीन उपकरण भी तैयार रखे गए हैं.हम पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. सभी आवश्यक मदद तुरंत प्रदान की जा रही है. मैं जिला प्रशासन के संपर्क में हूं.

हादसे पर उत्तर प्रदेश के सीएम ने जताया दुख

पुष्पक ट्रेन हादसे पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, पुष्पक ट्रेन दुर्घटना अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है. मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.

हादसे में घायलों का समुचित उपचार कराया जाए. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

आयो की नई नीति:अब अनमैरीड कपल्स को OYO में नही मिलेगा रूम, कंपनी ने नियमों में किया बदलाव


अगर आप OYO रूम्स बुक करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है. OYO ने अपने नियमों में बदलाव करते हुए उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में अनमैरिड कपल्स को रूम बुक करने की अनुमति नहीं दी है. इस नए नियम के तहत अब मेरठ में OYO के किसी भी होटल में अनमैरिड कपल्स को रूम तभी मिलेगा. जब वे मैरिज सर्टिफिकेट दिखाएंगे.

सिर्फ मेरठ में लागू हुआ नया नियम

OYO ने यह नियम फिलहाल सिर्फ मेरठ शहर में लागू किया है. हालांकि, कंपनी ने संकेत दिया है कि फीडबैक और परिणामों के आधार पर इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जा सकता है. दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े मेट्रो शहरों में अभी यह नियम लागू नहीं हुआ है. लेकिन भविष्य में इसकी संभावना बनी हुई है.

क्यों लिया गया यह निर्णय?

OYO ने यह कदम सामाजिक संगठनों और नागरिक समूहों के दबाव में उठाया है. खासतौर पर मेरठ में जहां कई संगठनों ने अनमैरिड कपल्स को रूम देने के खिलाफ अपील की थी. इन संगठनों का तर्क है कि यह सामाजिक मूल्यों और नैतिकता के खिलाफ है. इसके अलावा कुछ अन्य शहरों में भी इस मामले को लेकर याचिकाएं दायर की गई हैं.

मैरिड कपल्स के लिए जरूरी होगा सर्टिफिकेट

OYO के नए नियम के अनुसार, मेरठ में रूम बुक करने वाले कपल्स को मैरिज सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा. अगर कपल्स के पास यह प्रमाण नहीं है, तो उन्हें होटल में रूम नहीं मिलेगा. यह नियम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की बुकिंग पर लागू होता है.

दिल्ली-एनसीआर वालों के लिए क्या?

दिल्ली-एनसीआर और अन्य बड़े शहरों में अभी यह नियम लागू नहीं किया गया है. यहां अनमैरिड कपल्स OYO रूम बुक कर सकते हैं. लेकिन OYO की योजना फीडबैक के आधार पर इसे अन्य शहरों में भी लागू करने की है. अगर ऐसा होता है, तो अनमैरिड कपल्स के लिए यह परेशानी का कारण बन सकता है.

सोलो ट्रैवलर्स और अन्य यात्रियों पर नियम लागू नहीं

OYO के नए नियम केवल मैरिड और अनमैरिड कपल्स पर लागू होते हैं. सोलो ट्रैवलर्स, स्टूडेंट्स, फैमिली, बिजनेस ट्रैवलर्स या धार्मिक यात्रियों के लिए इन नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी इन यात्रियों को रूम बुक करने के लिए किसी अतिरिक्त दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी.

नियम बदलने के पीछे OYO की रणनीति

OYO ने सामाजिक और नैतिक दबाव को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है. कंपनी को उम्मीद है कि इससे उनके होटल ऑपरेशन्स को मेरठ और अन्य शहरों में सामाजिक स्वीकृति मिलेगी. साथ ही यह कदम स्थानीय विवादों और कानूनी समस्याओं से बचने के लिए भी उठाया गया है.

सामाजिक दृष्टिकोण समर्थन और आलोचना

OYO के इस निर्णय को लेकर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. जहां एक तरफ कुछ लोग इसे सामाजिक मूल्यों के संरक्षण की दिशा में सही कदम मानते हैं. वहीं दूसरी तरफ इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया जा रहा है. खासकर युवा वर्ग इस फैसले से नाराज है. क्योंकि यह उनकी निजी जिंदगी में दखल देने जैसा है.

अन्य राज्यों की स्थिति

OYO का यह कदम नया नहीं है. इससे पहले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों के कुछ हिस्सों में भी ऐसा नियम लागू हो चुका है. इन राज्यों में अनमैरिड कपल्स को रूम बुक करने के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

क्या कहता है कानून?

भारत में अनमैरिड कपल्स का एक साथ होटल में रुकना किसी भी कानून के तहत अवैध नहीं है. यह पूरी तरह से उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हिस्सा है. हालांकि सामाजिक दबाव और नैतिक मुद्दों के कारण कई बार होटल उद्योग में इस तरह के नियम बनाए जाते हैं.

OYO के लिए आगे की चुनौतियां

OYO का यह फैसला कंपनी की छवि और बिजनेस पर प्रभाव डाल सकता है. युवा ग्राहक OYO के प्रमुख उपभोक्ता हैं, और इस नियम के कारण वे अन्य विकल्पों की ओर रुख कर सकते हैं. वहीं OYO को स्थानीय संगठनों और प्रशासन के साथ तालमेल बिठाने में भी कठिनाई हो सकती है.