आज प्रयागराज आएगी न्यायिक आयोग की टीम, HK-DK और VK तलाशेंगे महाकुंभ भगदड़ की वजह
विश्वनाथ प्रतापसिंह
प्रयागराज। महाकुंभ भगदड़ हादसे की गहन जांच के लिए योगी सरकार ने एक न्यायिक आयोग का गठन किया है। इस तीन सदस्यीय जांच कमेटी का नेतृत्व सेवानिवृत्त न्यायाधीश हर्ष कुमार कर रहे हैं। आयोग ने हादसे के दूसरे दिन से ही जांच प्रक्रिया शुरू कर दी थी और आज, 31 जनवरी को यह टीम महाकुंभ में पहुंचकर साक्ष्य जुटाने का कार्य करेगी। सरकार ने आयोग को एक महीने के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आइए जानते हैं कि इस महत्वपूर्ण जांच समिति में कौन-कौन से अधिकारी शामिल है न्यायमूर्ति हर्ष कुमार 29 मार्च 2020 को प्रयागराज हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने 1979 में विधि में स्नातक किया और 1998 में उच्च न्यायिक सेवा में नियुक्त हुए। 2008 में उन्हें जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति मिली। इसके बाद, 3 फरवरी 2014 को वे अतिरिक्त न्यायाधीश बने और 1 फरवरी 2016 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की।1982 बैच के आईपीएस अधिकारी वी.के. गुप्ता डीजी होमगार्ड के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वे प्रयागराज में हुए चर्चित उमेश पाल हत्याकांड की जांच से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा, शूटरों को मुठभेड़ में मार गिराने वाली पुलिस टीम के विरुद्ध जांच के लिए पूर्व न्यायाधीश राजीव लोचन मल्होत्रा की अध्यक्षता में गठित न्यायिक आयोग में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।2005 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी.के. सिंह चित्रकूटधाम के मंडल आयुक्त रह चुके हैं। इससे पहले, वे जौनपुर, बदायूं, मुजफ्फरनगर और सोनभद्र में जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत रहे। पीसीएस से आईएएस बनने वाले डी.के. सिंह के पास प्रशासनिक सेवाओं का लंबा अनुभव है।
Feb 01 2025, 19:13