StreetBuzz 70वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के साथ नामांकन भरने पहुंचीं महापौर उम्मीदवार मीनल चौबे,मंत्री रामविचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल रहे मौजूद cg streetbuzz
70वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के साथ नामांकन भरने पहुंचीं महापौर उम्मीदवार मीनल चौबे,मंत्री रामविचार नेताम और सांसद बृजमोहन अग्रवाल रहे मौजूद
रायपुर- छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में आज नामांकन जमा करने का आखिरी दिन है। रायपुर नगर निगम से BJP (भारतीय जनता पार्टी) की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने आज निगम के सभी 70 वार्डों में पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों के साथ विशाल रैली निकालकर शहर का भ्रमण करते हुए अपना नामांकन जमा किया। इस दौरान उनके साथ मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन, विधायक सुनील सोनी, महामंत्री संजय श्रीवास्तव समेत हजारों की संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बता दें कि BJP इस नामांकन रैली का स्वागत करने के लिए शहर के विभिन्न चौराहों पर जनता भी लालायित दिखी। रैली जैसे-जैसे नामांकन स्थल की ओर बढ़ती गई, वैसे-वैसे अलग-अलग वार्ड से भी लोग रैली में शामिल होते गए। इस मौके पर महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे के साथ बीजेपी के कई पार्षद प्रत्याशियों ने भी नामांकन दाखिल किया।
अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक एक-एक योजना का मिलेगा लाभ – महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे
रायपुर महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे इस चुनाव को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आशीर्वाद लेकर नामांकन फॉर्म जमा करने आई हूँ। आज का दिन मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है। हमारे भाजपा परिवार ने मुझ पर भरोसा जताया है। हम विश्वास दिलाते हैं कि आने वाले समय में एक सुंदर रायपुर बनाकर रहेंगे। रायपुर शहर की जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार से हताश, निराश और परेशान हो चुकी है। कांग्रेस सरकार ने रायपुर शहर की जनता और रायपुर नगर निगम को लूटा है। हम चुनकर आएंगे तो महिला सशक्तिकरण, महिलाओं को रोजगार और हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे। हमारे समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक एक-एक योजना का लाभ पहुँचाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा।
रायपुर में अब विकास दोगुनी गति से आगे बढ़ने वाला है – मंत्री नेताम
नामांकन रैली के दौरान रायपुर के प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी हमारी बहन मीनल चौबे भारी मतों से चुनाव जीतकर आएँगी। इस बार विकास की चाबी हमारी महापौर और भाजपा की सरकार के पास रहेगी। इस दौरान मंत्री नेताम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस के महापौरों ने रायपुर शहर के विकास को पूरी तरह रोक दिया था, अब वह विकास दोगुनी गति से आगे बढ़ने वाला है। कांग्रेस पार्षद बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भविष्य में कांग्रेस की और दुर्गति होने वाली है।
रायपुर नगर निगम में अपनी सरकार बना रही है BJP – सांसद बृजमोहन
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि इस नामांकन रैली की भीड़ जनता के भरपूर समर्थन को स्पष्ट करती है। इस बार भारतीय जनता पार्टी रायपुर नगर निगम में अपनी सरकार बना रही है। जिस तरीके से पिछली सरकार ने छल-कपट के साथ जनता को ठग लिया था, उसका हिसाब इस चुनाव में निकाला जाएगा।
भाजपा के पंद्रह साल का वनवास समाप्त हो पाएगा – विधायक मूणत
रायपुर पश्चिम से बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने रायपुर महापौर चुनाव को लेकर कहा कि वनवास भी टूटेगा और रामराज भी आएगा। कांग्रेस पार्टी ने मिलकर रायपुर शहर की जनता को लूटा है। इस शहर को विकसित प्लानिंग के साथ बढ़ाना और आम जनता को लाभ पहुँचाना हमारा संकल्प है। कांग्रेस का दिवाला निकल चुका है। कांग्रेस के पास मेयर की दावेदारी के लिए नेता नहीं था, इसलिए नेता की पत्नी को चुनाव लड़वाने पर मजबूर होना पड़ा।
हम लाखों मतों की लीड से जीतेंगे चुनाव – भाजपा महामंत्री श्रीवास्तव
आज की नामांकन रैली ने यह साबित कर दिया कि हम लाखों मतों की लीड से चुनाव जीतने वाले हैं। हमारे सभी वार्डों में पार्षद भी चुनकर आएँगे और महापौर भी हम ही बनाएँगे। यह केवल माहौल नहीं, यह हमारे कामों का प्रतिफल है। कांग्रेस अभी प्रत्याशी ही घोषित कर रही है, और हम नामांकन भी भर रहे हैं। कांग्रेस नेता-आधारित पार्टी है, किसी का किसी पर नियंत्रण नहीं है। इसीलिए आज बागी सामने आ रहे हैं।
गौरतलब है कि रायपुर नगर निगम में पिछले चुनाव में कड़ा मुकाबला रहा था, हालांकि महापौर के पद पर कांग्रेस के एजाज ढेबर जीते थे, रायपुर में 70 वार्ड हैं, 2019 के चुनाव में बीजेपी के 29 पार्षद चुनाव जीते थे, जबकि कांग्रेस के 34 पार्षद चुनाव जीते, वहीं सात निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते थे। ऐसे में यहां भी मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है। पार्षद प्रत्याशी श्वेता विश्वकर्मा, विशाल पाण्डेय, भगतराम हरवंश, मनमोहन मनहरे, नन्दकुमार साहू, अम्बिका साहू, खगपति सोनी, खेमकुमार सेन, आर्ची साहू, गोपेश कुमार साहू, देवदत्त द्विवेदी, मोहन साहू, साधना प्रमोद साहू, महेंद्र खोडियार, सूर्यकांत राठौर, राजेश देवांगन, गज्जू साहू, प्रमिला साहू, सोहन साहू, प्रीतम ठाकुर, अमन ठाकुर, गायत्री सुनील चंद्राकर, मीना ठाकुर, कृष्णा पंचुराम भारती, राधिका साहू, भोलाराम साहू, रामहीन कुरें, अवतारसिंह बागल, कृतिका जैन, कैलाश बेहरा, राजेश कुमार गुप्ता, पुष्पा रोहित साहू, प्रभा मनोज विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा, ज्ञानचंद चौधरी, घनश्याम रक्सेल, दीपक जायसवाल, आनंद अग्रवाल, सुमन अशोक पाण्डेय, आशु चंद्रवंशी, सरिता दुबे, अम्बर अग्रवाल, अजय साहू, मुरली शर्मा, प्रीति परताले, संजना संतोष हियाल, संतोष साहू, महेश ध्रुव, अनामिका सिंह, गायत्री नौरंगे, उत्तरा सिंह, विनय पंकज निर्मलकर, मनोज जांगडे, सुषमा तिलक साहू, विनय प्रताप सिंह ध्रुव, सचिन मेघानी, अमर गिदवानी, स्वप्निल मिश्रा, अंजलि जितेन्द्र गोलछा, रमेश सपहा, रवि सोनकर, बद्री प्रसाद गुप्ता, प्रमोद कुमार साहू, मनोज वर्मा, मंजू राजेंद्र सिंह यादव, श्याम सुंदर अग्रवाल, ममता तिवारी, दुर्गा यादराम साहू, महेंद्र औसर और अर्जुन यादव ने भी रैली में शामिल होकर नामांकन दाखिल किया।
बड़ी कार्रवाई : लंबे समय से अनुपस्थित 27 चिकित्सा अधिकारियों-विशेषज्ञ चिकित्सकों को किया सेवा मुक्त
रायपुर- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए लंबे समय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित 27 चिकित्सा अधिकारियो व विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा समाप्त कर दी गई हैं। साथ ही 21 चिकित्सा अधिकारियों के विरूद्ध विभागीय जांच के आदेश जारी किए गए है।
विदित हो कि चिकित्सा अधिकारियों व विशेषज्ञ चिकित्सकों को अपने कर्तव्यस्थल से लंबे समय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के फलस्वरूप कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। चिकित्सा अधिकारियों और विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा लगातार तीन वर्ष से अधिक अवधि के लिए अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहते हुए शासन के मूलभूत नियम और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (अवकाश) नियम का उल्लंघन किया गया था।
अनुपस्थित अधिकारियों व चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी करके अपना पक्ष प्रस्तुत करने का पूरा अवसर दिया गया था। सुनवाई में उपस्थित चिकित्सा अधिकारियों/ विशेषज्ञ चिकित्सकों के पक्ष को सुना गया तथा उनके द्वारा प्रस्तुत अभ्यावेदन पर गंभीरता से विचार करते हुए चिकित्सा अधिकारियो व विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा समाप्त कर दी गई हैं।
नगरीय निकाय चुनाव : टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस के असंतोष पर भाजपा सांसद और विधायक ने दिया बयान, परिणाम की कर दी भविष्यवाणी…
रायपुर- कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद कार्यकर्ताओं के असंतोष को देखते हुए भाजपा के नेता मुखर हो गए हैं. सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने तो निकाय चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी कर दी है. वहीं विधायक सुनील सोनी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दर्द बयां किया है.
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कहा कि असंतुष्टि ही कांग्रेस को डुबायेगी, और उनकी असंतुष्टि में ही बीजेपी का कमल फूल खिलेगा. टिकट खरीदी-बिक्री को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता. ऊपर स्तर तक पैसे पर पैसे से ही बात होती है, फिर ये तो निचले स्तर की बात है.
कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं को रुलाया
वहीं टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस में नेताओं और कार्यकर्ताओं की बगावत को लेकर दूसरी ओर विधायक सुनील सोनी ने कहा कि कांग्रेस ने अंतिम समय तक कार्यकर्ताओं को रुलाया है. पैसों के नाम पर कार्यकर्ताओं ने खून के आंसू बहाए हैं, और फिर टिकट के लिए चक्कर कटवाए. कांग्रेस नेताओं को शर्म आना चाहिए.
कांग्रेस में टिकट खरीदी-बिक्री को लेकर विधायक ने कहा कि इनके पूर्व विधायक ही बता रहे हैं कि टिकट खरीदा और बेचा जाता है. छोटे कार्यकर्ताओं के साथ ऐसा करेंगे तो जनता दूर होगी ही. आने वाले समय में कार्यकर्ता भी दूर हो जाएंगे.
निकाय चुनाव 2025 : तखतपुर बनी हाई प्रोफाइल सीट, भाजपा और कांग्रेस ने उतारे सशक्त महिला प्रत्याशी…
तखतपुर- नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बजते ही राजनीतिक पार्टियों के अखाड़े तैयार हो चुके हैं. तखतपुर नगर पालिका में भाजपा और कांग्रेस ने दमदार महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. इन दोनों प्रत्याशियों की वजह से ठंड के मौसम में भी राजनीतिक गर्माहट बढ़ने के साथ ही सीट हाई प्रोफाइल हो गई है.
एक तरफ भाजपा ने वंदना सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है. जो कि तखतपुर विधायक धर्मजीत की बेहद करीबी है. और वर्तमान में नगर पालिका की उपाध्यक्ष है. तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व विधायक जगजीत सिंह मक्कड़ की बहू और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आत्मजीत की धर्मपत्नी रविंदर (पूजा) मक्कड़ को मैदान में उतार कर इस चुनाव को और भी दिलचस्प बना दिया है.
एक तरफ भाजपा अपने महतारी वंदन योजना और डबल इंजन की सरकार का हवाला देते हुए विकास के दावे को लेकर मैदान में उतरने जा रही है. वंदना ने बताया कि कांग्रेस के 5 साल में विकास कार्य नहीं हुए हैं, लेकिन जब से भाजपा की सरकार बनी है, यहां विकास कार्य बहुत तेजी से हो रहा है.
वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी रविंदर (पूजा) मक्कड़ अपने ससुर विधायक जगजीत सिंह मक्कड़ और सास पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुरेन्द्र कौर मक्कड़ के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों और दोबारा तखतपुर को विकसित तखतपुर बनाने का दावा करते हुए जनता के दरबार में पहुंचने की तैयारी है.
पूजा मक्कड़ ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि तखतपुर धूल का शहर बन चुका है. उम्मीद थी कि भाजपा की सरकार आई तो तखतपुर नगर धूल मुक्त होगा. विकास के इबारत गढ़े जाएंगे, लेकिन धूल की समस्या और बढ़ गई. नगर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं. महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालय की कमी हैं, जिनके कारण उनको प्रसाधन के लिए भटकना पड़ता है. साफ-सफाई जैसे कई अनेक समस्याएं बनी हुई है.
इस तरह से दोनों ही पार्टियों ने दमदार महिला प्रत्याशी उतारकर अपनी-अपनी ओर से संदेश दे दिया है, लेकिन अब देखना होगा कि जनता के दरबार में इन दोनों प्रत्याशियों का भविष्य क्या होगा. भाजपा अपना कमल खिला पाएगी या कांग्रेस का हाथ तखतपुर की जनता मजबूत करेगी.
तखतपुर की प्रमुख समस्याएं –
1. सड़क में धूल का गुबार 2. बढ़ता ट्रैफिक समस्या 3. महिला प्रसाधन की समस्या 4. मुख्य मार्ग पर अवैध अतिक्रमण से सदर बाजार और जनकपुर रोड पर चलना दूभर 5. शहर के गंदे पानी का संगम बना मनियारी नदी 6. मॉर्निंग वॉक और बच्चों के खेलने के लिए के लिए गार्डन का अभाव 7. थोक सब्जी बाजार की स्थाई व्यवस्था नहीं होना. 8. प्रकाश व्यवस्था ठप.
ICAI रायपुर ब्रांच को मिला नया नेतृत्व, प्रबंधन समिति का हुआ गठन
रायपुर- इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की रायपुर शाखा ने अपनी नई प्रबंधन समिति का गठन करते हुए अगले सत्र के लिए एक नई शुरुआत की है. इस अवसर पर समिति के सदस्यों के नाम घोषित किए गए, जो अपनी कुशलता, अनुभव और प्रतिबद्धता से शाखा और पेशे को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ेंगे.
नवनिर्वाचित प्रबंधन समिति के सदस्य इस प्रकार हैं:
1. सीए ऋषिकेश यादव 2. सीए विकास गोलछा 3. सीए संस्कार अग्रवाल 4. सीए रश्मि वर्मा 5. सीए रवि जैन 6. सीए आयुषी गर्ग 7. सीए शीतल काला
कार्यक्रम के चुनाव अधिकारी सीए किशोर बरडिया ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि आप सभी को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए मेरी हार्दिक बधाई. मुझे विश्वास है कि आप अपने नेतृत्व और दूरदृष्टि से ICAI रायपुर ब्रांच को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे और सदस्यों के हित में प्रभावी कार्य करेंगे.
काउंटिंग प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए दिल्ली और कानपुर से ICAI के वरिष्ठ अधिकारी विशेष रूप से रायपुर आए. उनकी उपस्थिति ने चुनाव प्रक्रिया को और भी विश्वसनीय और गरिमापूर्ण बना दिया.
पूर्व और वर्तमान नेतृत्व ने कार्यक्रम को प्रेरणादायक बनाया. इस अवसर पर रायपुर ब्रांच के पूर्व अध्यक्ष सीए अमिताभ दुबे, सीए धवल शाह और ब्रांच की वर्तमान प्रबंधन समिति ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. उन्होंने अपने बहुमूल्य मार्गदर्शन और प्रेरणादायक विचारों से इस आयोजन को और अधिक सार्थक बनाया.
नई प्रबंधन समिति के गठन के साथ ICAI रायपुर ब्रांच ने यह संकल्प लिया है कि आने वाले समय में चार्टर्ड अकाउंटेंसी पेशे के विकास और सदस्यों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे.
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा – रायपुर में 15 साल तक हर वर्ग के लिए काम करने का मिलेगा फायदा, कांग्रेस में टिकट विवाद पर सिंहदेव बोले –
रायपुर- नगर निगम रायपुर के कांग्रेस महापौर प्रत्याशी दीप्ति दुबे ने आज नामांकन जमा किया. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, हमने पूरे नगरीय निकाय में बेहतर काम किया है. रायपुर में 15 साल तक हर वर्ग के लिए काम किया है, इसका फायदा मिलेगा. इस बार भी महापौर के लिए बेहतर प्रत्याशी का चयन किया है.
लेन-देन का आरोप, बघेल बोले – क्या बिलासपुर में BJP को OBC महिला नहीं मिला
नेताओं-कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर बघेल ने कहा, कही-कही नाराजगी है, उन्हें मना लेंगे. नगरीय निकाय क्षेत्र में साय सरकार में एक ढेला काम नहीं हुआ है. इस बार भी कांग्रेस की जीत निश्चित है. भाजपा ने कांग्रेस में टिकट के लिए लेन-देन का आरोप लगाया है. इस पर भूपेश बघेल ने कहा, बिलासपुर में क्या इन्हें ओबीसी महिला नहीं मिला. भाजपा के लोग पैसे की भाषा समझते हैं, इसलिए पैसे की बात करते हैं.
सभी को खुश नहीं कर सकते : टीएस सिंहदेव
कांग्रेस में टिकट विवाद पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा, यह तो प्रक्रिया है. कुछ लोग नाराज हैं, लेकिन उनको मना लिया जाएगा. छत्तीसगढ़ में विधानसभा में 90 सीट है, जबकि नगर निगम रायपुर में अकेला 70 सीट है. इसमें सभी को खुश नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के कुंभ पर दिए बयान को लेकर सिंहदेव ने कहा, यह संवेदनशील विषय है. इस पर उन्होंने अपना दृष्टिकोण बताया है. अब हर बात में सनातन की बात होती है. 72 साल की उम्र में मुझे भी लगता है अब सनातन समझना होगा. धर्म अलग है और कर्म अलग है. धर्म के साथ कर्म और मेहनत भी जरूरी है.
नगरीय निकाय चुनाव: 10 नगर निगमों में बीजेपी ने की चुनाव संचालकों की नियुक्ति, बृजमोहन और राजेश मूणत को मिला रायपुर का प्रभार…
रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा ने अलग-अलग निकायों के लिए चुनाव संचालक, सह संचालक और समन्वयकों की नियुक्ति की है. इसमें रायपुर नगर निगम की जिम्मेदारी सांसद बृजमोहन अग्रवाल के साथ विधायक राजेश मूणत को सौंपी गई है.
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव की ओर से की गई नियुक्ति में रायपुर निगम के लिए चंद्रशेखर साहू, सच्चिदानंद उपासने और श्रीचंद सुंदरानी को समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा बिलासपुर नगर निगम के लिए विधायक अमर अग्रवाल को संचालक और विधायक धर्मजीत सिंह को सह-संचालक के साथ रामदेव कुमावत और किशोर राय को समन्वयक नियुक्त किया है.
इसी तरह दुर्ग, कोरबा, अंबिकापुर, चिरमिरी, धमतरी, राजनांदगांव, जगदलपुर, जगदलपुर और रायगढ़ नगर निगम के लिए संयोजक-सहसंयोजक और समन्वक नियुक्त किया गया है.
मासूम के मौत के बाद जागे जिम्मेदार, चायनीज मांझा बेचने वाले और 4 पर एफआईआर
रायपुर- पुलिस ने टिकरापारा थाना क्षेत्र के पचपेढ़ी नाका इलाके में सात वर्षीय एक बालक पुष्कर साहू पिता फुलेश साहू की चायनीज नायलोन मांझे में फंसकर गला कटने से हुई मौत के बाद चार और मांझा विक्रेताओं के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 के तहत जुर्म दर्ज किया है. तेलीबांधा व टिकरापारा पुलिस ने दो-दो प्रकरण दर्ज किए हैं. पुलिस द्वारा भले ही एक ही कानून के तहत मामले दर्ज किए जा रहे हैं लेकिन कार्रवाई अलग-अलग किए जाने की शिकायत मिली है. तेलीबांधा पुलिस ने जहां दोनों आरोपियों को शपथपत्र लेकर जमानत दे दी है, लेकिन टिकरापारा पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
एफआईआर से पहले जारी किया गया नोटिस पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को धारा 35 (5) बीएनएसएस का नोटिस दिया गया. तब आरोपियों ने शपथ पत्र प्रस्तुत कर विवेचना में सहयोग करने एवं निर्देशों का पालन करने की बात कही. इस स्थिति में दोनों को मौके पर रिहा किया गया. इधर टिकरापारा पुलिस ने मोहम्मद शमशेर को एकरा काईट्स शिव नगर में प्रतिबंधित मांझे बेचते पकड़ा. उसके कब्जे से एक बड़ी चकरी में लिपटा मांझा जब्त किया गया है. इससे पहले संतोषीनगर में मां गायत्री किराना स्टोर चलाने वाले तेजस लोहिया, मठपुरैना में राज किराना स्टोर्स चलाने वाले अंकित साहू की गिरफ्तारी की गई थी.
पूरे शहर में बिक रहे प्रतिबंधित मांझे लेकिन….
शिकायत है कि राजधानी के कई वाडारें में अब भी प्रतिबंधित नायलोन मांझे बिक रहे हैं. जिसे चायनीज मांझा कहा जाता है. लेकिन कार्रवाई केवल तेलीबांधा व टिकरापारा इलाके में ही हो रही है और वह भी केवल गिनती के विक्रेताओं पर. आरोप है कि पुलिस एरिया और चेहरा देखकर कार्रवाई कर रही है. जहां कार्रवाई हो रही है, वह भी अलग-अलग. मसलन तेलीबांधा पुलिस ने ईश्वर गिफ्ट कार्नर गली नंबर पांच सिंधी कॉलोनी में जांच की. इस दौरान ईश्वर नेभवानी 46 वर्ष नायलोन व चायनीज मांझा की बिक्री करते मिला. आरोपी के कब्जे से 12 चकरी मांझा जब्त किया गया. इसी तरह गली नंबर सात में जय भोले प्रोविजन के संचालक मनोज माखीजा 35 वर्ष के कब्जे से दस नग प्रतिबंधित मांझा बरामद करके एफआईआर की गई.
ओबीसी आरक्षण मामला : पंचायती राज अधिनियम में संशोधन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज, हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला, जानिए पूरा मामला…
बिलासपुर- ओबीसी आरक्षण मामले में हाईकोर्ट ने सूरजपुर जिला पंचायत उपाध्यक्ष की याचिका खारिज कर दी है. छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम में संशोधन को चुनौती देने वाली याचिका पर डिवीजन बेंच में लंबी कानूनी बहस हुई. दोनों पक्षों को गंभीरता से सुनने के बाद हाईकोर्ट ने विधि संगत निर्णय लेते हुए मेरिट बेस पर याचिका को खारिज किया.
मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायाधीश रविन्द्र कुमार अग्रवाल की बैंच में मामले की सुनवाई हुई. इस दौरान याचिकाकर्ता के अधिवक्ता शक्तिराज सिन्हा ने राज्य शासन द्वारा ओबीसी वर्ग को आरक्षण प्रदान करने वाली छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम की धारा 129(ड.) की उपधारा (03) को विलोपित किए जाने और बीते वर्ष 3 दिसंबर 2024 को छत्तीसगढ़ पंचायत राज (संशोधन) अध्यादेश 2024 को लेकर अपना पक्ष रखा.
राज्य शासन की ओर से पैरवी करते हुए महाधिवक्ता प्रफुल्ल एन भारत ने शासन का पक्ष रखते हुए इस मामले में नए अध्यादेश 23 जनवरी 2025 को जारी होने की बात कही. इसे सरकार की ओर से बजट सत्र में विधानसभा पटल में रखने की जानकारी दी. वहीं कोर्ट में संवैधानिक रूप से इस अध्यादेश को पारित होने को लेकर अनुच्छेद 213(2) के तहत राज्यपाल से सहमति पारित होने और विधानसभा के समक्ष पुनः समवेत होने से छह सप्ताह की समाप्ति पर या यदि उस अवधि की समाप्ति से पहले निरनुमोदन का प्रस्ताव पारित करने को लेकर पक्ष रखा.
इस मामले की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के अधिवक्ता शक्ति राज सिन्हा ने अपनी याचिका में कही बातों को दोहरा और आरक्षण संबंधी संशोधन के नियमों को लेकर पूर्व अध्यादेश पर अपनी बात रखी. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के अध्यादेश को लेकर दिए गए निर्णय का संदर्भ दिया. इस पर महाधिवक्ता प्रफुल्ल एन भारत ने अपनी दलील रखी. वहीं कोर्ट ने इस मामले में उन निर्णयों के संदर्भ से संबंध नहीं देखते हुए विधि संगत निर्णय लिया.
जानिए पूरा मामला
हाईकोर्ट में जिला पंचायत सूरजपुर के उपाध्यक्ष नरेश रजवाड़े ने याचिका लगाई थी. याचिकाकर्ता के मुताबिक, पांचवी अनुसूची में शामिल जिलों में ओबीसी वर्ग को आरक्षण प्रदान करने वाली छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम की धारा 129(ड.) की उपधारा (03) को लोप करने के लिए पिछले साल 3 दिसंबर को राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ पंचायत राज (संशोधन) अध्यादेश 2024 को लाया. भारत के संविधान की अनुच्छेद 213 में निहित प्रावधान के तहत कोई भी अध्यादेश अधिकतम छह माह की अवधि तक ही क्रियाशील होता है अथवा विधानसभा के आगामी सत्र में अनिवार्य रूप से प्रस्ताव पारित कर अधिनियम का रूप दिलाना होता है, जिसमें छत्तीसगढ़ शासन ने गंभीर चूक की है.
अध्यादेश जारी होने के बाद 16 जनवरी 2024 से 20 जनवरी 2024 तक आहूत छत्तीसगढ़ विधानसभा के सत्र में इस महत्वपूर्ण अध्यादेश को पारित नहीं कराते हुए मात्र विधानसभा के पटल पर रखा गया है. इसके कारण अध्यादेश वर्तमान में विधिशून्य/औचित्यविहीन बताया गया. ऐसी स्थिति में वर्तमान में उक्त संशोधन के आधार छत्तीसगढ़ पंचायत निर्वाचन नियम (5) में दिनांक 24 दिसंबर 2024 को किया गया संशोधन पूर्णतः अवैधानिक है, लेकिन इस पूरे मामले में 20 जनवरी को सुनवाई हुई और सरकार को कैबिनेट में पारित करने के संवैधानिक अधिकार के तहत 6 सप्ताह का समय दिया. मामले की सुनवाई के दौरान शासन के अधिवक्ता ने बताया कि इसको लेकर नया अध्यादेश जारी किया गया है, इसलिए अब सरकार के पास अगली कैबिनेट में उसे रखने का समय है. इसे सरकार अगले बजट सत्र में विधानसभा पटल में रख सकती है. वहीं बैंच ने दोनों पक्षों की लंबी बहस के बाद अपना फैसला सुनाते हुए याचिका को मेरिट बेस पर खारिज कर दिया.
सड़क सुरक्षा को लेकर अनोखी पहल : पिता की पुण्यतिथि पर चलाया हेलमेट जागरूकता अभियान
डोंगरगढ़- जब किसी प्रियजन की पुण्यतिथि को सेवा और समाजहित के कार्यों से जोड़ा जाता है, तो यह पहल समाज में प्रेरणा का स्रोत बन जाती है. ऐसा ही उदाहरण राजनांदगांव जिले के जारवाही गांव के धर्मेंद्र साहू और उनके परिवार ने पेश किया. स्वर्गीय पंचराम साहू की तृतीय पुण्यतिथि पर परिवार ने हेलमेट जागरूकता अभियान का आयोजन किया, जिसे स्थानीय लोग अब ‘हेलमेट संगवारी अभियान’ के नाम से जानते हैं.
इस कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा का महत्व समझाते हुए 500 से अधिक लोगों को जागरूक किया गया. कार्यक्रम के दौरान न सिर्फ निःशुल्क हेलमेट बांटे गए, बल्कि 84 लोगों ने रक्तदान कर मानव सेवा में योगदान दिया. इतना ही नहीं मौके पर 157 लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवाया.
1500 से अधिक बांट चुके हैं हेलमेट
धर्मेंद्र साहू अब तक 1500 से अधिक लोगों को निःशुल्क हेलमेट बांट चुके हैं और 30 से अधिक सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं. इस अभियान को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है. इस विशेष अवसर पर धर्मेंद्र ने अपना 50वां रक्तदान किया, जबकि उनके भाइयों ने भी योगदान देते हुए क्रमशः अपना पहला, दूसरा और तीसरा रक्तदान किया.
धर्मेंद्र ने बताया कि हमारे पिता स्व. पंचराम साहू समाजसेवा के प्रति समर्पित थे. उनकी स्मृति को समाजहित के कार्यों से जोड़कर हम उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.
समाज के लिए प्रेरणा बनी पहल: कलेक्टर और एसपी ने की सराहना
कार्यक्रम में राजनांदगांव के कलेक्टर संजय अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भी शिरकत की. कलेक्टर अग्रवाल ने धर्मेंद्र की इस पहल को सराहते हुए कहा कि यह अभियान प्रशासन के लिए प्रेरणा का स्रोत है. इस तरह की जागरूकता गतिविधियां समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करती हैं.
एसपी मोहित गर्ग ने कहा कि सड़क सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में इस परिवार का प्रयास अनुकरणीय है. यदि समाज के अन्य लोग भी इस पहल से प्रेरणा लें, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी.”
‘हेलमेट संगवारी’ के नाम से प्रसिद्ध हुआ परिवार
धर्मेंद्र साहू के इस प्रयास में उनका पूरा परिवार सहभागी है. उनकी माता, पत्नी और भाई इस मिशन में कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं. यह परिवार अब पूरे क्षेत्र में ‘हेलमेट संगवारी परिवार’ के नाम से जाना जाता है.
सामाजिक जागरूकता और मानव सेवा का संगम
धर्मेंद्र साहू और उनके परिवार का यह प्रयास समाज में सड़क सुरक्षा और सेवा भाव को नई पहचान दे रहा है. पुण्यतिथि को इस तरह से मनाने का तरीका न सिर्फ अपने पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि देता है, बल्कि समाज के लिए नई राह भी दिखाता है.
समाज सेवा का संदेश
‘हेलमेट संगवारी परिवार’ का यह अभियान संदेश देता है कि यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करे, तो समाज में बड़ा बदलाव संभव है. यह पहल न केवल सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगी, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी याद दिलाएगी.
Jan 28 2025, 18:18