*फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के लिए परेशान हैं किसान, विभाग के पास भी नही है कुछ सवालों के जवाब*
अमेठी। शासन के निर्देश पर जनपद के किसानों को फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए कहा जा रहा है। जिसके लिए ग्रामपंचायतों में कैम्प भी लगने थे लेकिन वह केवल कागजों तक सीमित रह गया। अंततः किसान जनसुविधा केंद्रों के भरोसे फार्मर रजिस्ट्री करा रहे हैं। इस प्रक्रिया में सबसे बड़ी बाधा खतौनी में खाता धारक के नाम और पिता के नाम का आधार कार्ड के डिटेल से मिसमैच होना है। किसान कभी आधार कार्ड में मोबाइल नम्बर लिंक कराने के लिए परेशान हैं, तो कभी जनसुविधा केंद्र, लेखपाल, नायब, तहसीलदार और वकीलों से खतौनी में नाम सुधार की प्रक्रिया जानने के लिए दौड़ रहा है। ऐसे भी खाता धारक हैं जिनके कुछ खतौनी में नाम सही हैं और कुछ में थोड़ा मात्रा और अक्षरों के स्पेस में अंतर है जो राजस्व विभाग की गलती है किंतु खामियाजा किसान झेल रहे हैं और उनका भी फार्म सबमिट नही हो पा रहा है। जिनके नाम मे थोड़ी गलती खतौनी में है उनका फार्मर रजिस्ट्रेशन कैसे होगा इसका ठीक से उत्तर राजस्व विभाग के जिम्मेदार लोग नही दे पा रहे हैं। किसान इसके लिए परेशान हो रहा है और सही जानकारी जनसुविधा केंद्र तथा लेखपाल कोई नही दे पा रहा है। सही मायने में इसके लिए राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को स्पष्ट जानकारी देकर किसानों को जागरूक किया जाना चाहिए।
7 hours ago