AI तकनीक से छत्तीसगढ़ विधानसभा होगी डिजिटल, अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा- 25 वर्षों का डेटा होगा उपलब्ध
रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह दिल्ली और पटना के दो दिवसीय दौरे से लौट आए हैं।उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान गरियाबंद में नक्सल ऑपरेशन में मिली सफलता समेत छत्तीसगढ़ में विधानसभा में AI तकनीक के उपयोग की तैयारियों को लेकर जानकारी साझा की। इसके साथ ही उन्होंने और निकाय चुनाव के परिणाम की घोषणा की तारीखों पर कांग्रेस की असहमति पर तंज कसा है।
विधानसभा में AI तकनीक का उपयोग
विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के इस्तेमाल की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हर विधायक, मंत्री और सरकार से जुड़ा व्यक्ति जानकारी से लैस हो। इसके लिए AI को मजबूत करेंगे।” डॉ. रमन सिंह ने बताया कि AI तकनीक की मदद से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विधानसभा से संबंधित सभी जानकारी विधायकों और मंत्रियों के लैपटॉप व मोबाइल में उपलब्ध हो। उन्होंने कहा, “किसने कब कौन सा भाषण दिया, बजट में किसका कितना भाषण हुआ, और विधानसभा के 25 वर्षों में किए गए सभी कार्यों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी।”
डॉ. रमन सिंह ने कहा, “AI के जरिए विधानसभा के कामकाज को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाया जाएगा। विधायकों को उनके कार्यक्षेत्र और विषयों से संबंधित पूरी जानकारी आसानी से उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। यह कदम छत्तीसगढ़ विधानसभा को डिजिटल युग की ओर ले जाने में अहम साबित होगा।”
कांग्रेस पर कसा तंज
निकाय चुनाव के परिणाम की घोषणा की तारीखों पर कांग्रेस की असहमति पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने तंज कसा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस धीरे-धीरे चुनाव से असहमत होती जा रही है। हार का डर इतना बढ़ गया है कि चुनाव के नाम से ही कांग्रेस को फोबिया हो गया है। शायद यह भूल गए हैं कि यह व्यवस्था पहले बनी थी, जो बाद में बिगड़ गई, और जिसे ठीक करने की प्रक्रिया में हम आगे बढ़ रहे हैं।” डॉ. रमन सिंह ने कहा, “लोगों के हजारों घंटे, करोड़ों रुपए और संसाधन बचाए जा रहे हैं। यह देश की आवश्यकता है।”
बस्तर में उद्योगपतियों को लेकर सवाल
कांग्रेस के बस्तर में उद्योगपतियों को भेजने वाले बयान पर भी डॉ. रमन सिंह ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “कौन से उद्योगपति आए हैं बस्तर में? कांग्रेस एक भी उद्योगपति का नाम बता दें। बस्तर में उद्योगपतियों को भेजना चाहिए। छत्तीसगढ़ सिर्फ पत्थर बेचने का काम नहीं करेगा। जहां मिनरल्स और आयरन हैं, वहां प्लांट आने चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में वैल्यू एडिशन होना चाहिए और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलना चाहिए।
डॉ. रमन ने की केंद्रीय और राज्य गृह मंत्री की तारीफ
गरियाबंद में नक्सल मुठभेड़ में जवानों की सफलता पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे बड़ी सफलता करार दिया और कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कार्ययोजना और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की मेहनत से यह मुमकिन हुआ है। नक्सलियों के खिलाफ राष्ट्रीय और इंटरस्टेट अभियान चल रहा है। प्रदेश में नक्सलवाद के खात्मे के लिए गृह मंत्री अमित शाह के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। साल 2026 तक नक्सल समस्या का समाधान हो जाएगा।
राष्ट्रपति मुर्मु और PM मोदी को दिया निमंत्रण
डॉ. रमन सिंह ने दिल्ली दौरे के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि इन मुलाकातों में कई महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती वर्ष के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया। वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को विधानसभा में प्रबोधन के लिए आमंत्रित किया गया।
Jan 22 2025, 08:07