डिजिटल वॉरियर बनकर छात्र साइबर क्राइम करेंगे खत्म
विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज। प्रयागराज तेजी से बढ़ते साइबर अपराध और ठगी के मामलों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त प्रयागराज के निर्देश पर एक विशेष साइबर सुरक्षा कार्यशालाका आयोजन किया गया। यह कार्यशाला ईश्वरदीन छेदीलाल इंटर कॉलेज, जसरा, थाना घूरपुर में आयोजित की गई। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करना और उन्हें डिजिटल वालंटियर के रूप में तैयार करना था।
कार्यशाला में सिम कार्ड और एटीएम कार्ड बदलकर, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बायोमेट्रिक, यूपी आई और फोन कॉल के माध्यम से होने वाले फ्रॉड के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा, पॉलिसी फ्रॉड, चिट फंड, लॉटरी के लालच, और ओएलएक्स के जरिए सामान खरीदने और बेचने से जुड़े साइबर अपराधों के बारे में जागरूक किया गया।
साइबर अपराधों से बचने के उपाय
कार्यशाला में बताया गया कि अपराधी डिजिटल माध्यमों से लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट और कॉल ठगी अपराधी खुद को पुलिस या अन्य सरकारी अधिकारी बताकर डराने और पैसे वसूलने की कोशिश करते हैं। फर्जी लिंक त्योहारों और शादी के सीजन में फर्जी लिंक भेजकर ठगी की जाती है। सोशल मीडिया सोशल मीडिया पर झूठे प्रस्तावों और स्कीम के जरिए भी ठगी बढ़ रही है।
साइबर एक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह ने बताया कि अगर कोई डराने वाला कॉल आता है, जैसे कि जज, एनआईए, आईपीएस, सीबीआई, या अन्य किसी अधिकारी के नाम से, तो घबराने की जरूरत नहीं है। किसी भी प्रकार की ठगी होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या ६६६.ू८ुी१ू१्रेी.ॅङ्म५.्रल्ल पर शिकायत दर्ज करें।
सावधानी और जागरूकता के सुझाव
गूगल पर कस्टमर केयर नंबर न खोजें
गूगल पर मिलने वाले कस्टमर केयर नंबर से बचें। हमेशा आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सही जानकारी प्राप्त करें। ध्यान रखें, किसी भी कस्टमर केयर नंबर में केवल 10 अंक नहीं होते।
फर्जी लिंक पर क्लिक न करें
त्योहारों, शादी या नए साल पर भेजे गए लिंक खोलने से पहले सतर्क रहें।
एटीएम और यूपी आई सुरक्षा
अपनी कार्ड डिटेल्स और ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।
डिजिटल वालंटियर बनने का आह्वान
इस कार्यशाला में प्रधानाचार्य श्री योगेंद्र सिंह और अन्य शिक्षकों ने साइबर सेल प्रयागराज के प्रयासों की सराहना की। प्रधानाचार्य ने छात्रों को डिजिटल वॉरियर बनने का आह्वान किया। कई छात्रों ने स्वेच्छा से डिजिटल वालंटियर बनने के लिए अपने नाम दिए।
डिजिटल वालंटियर के रूप में छात्र अपने गांव और आस-पास के लोगों को साइबर अपराध से बचने की जानकारी देंगे। प्रत्येक छात्र अपने गांव के व्यक्तियों का एक डिजिटल वालंटियर ग्रुप बनाएगा। यह ग्रुप गांव के लोगों को डिजिटल फ्रॉड की जानकारी देगा और किसी समस्या पर साइबर एक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह से संपर्क कर समाधान प्राप्त करेगा।
प्रधानाचार्य और शिक्षकों की सराहना
प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने कार्यशाला के दौरान छात्रों को जागरूक करने के प्रयास की सराहना की और इसे एक सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान न केवल छात्रों को बल्कि उनके परिवारों और समुदाय को भी साइबर अपराधों से बचाने में मदद करेंगे।
साइबर सुरक्षा पर जय प्रकाश सिंह का संदेश
"साइबर अपराध को रोकने का सबसे बड़ा हथियार है जागरूकता। डिजिटल शिक्षा और सतर्कता से ही हम खुद को और अपने समाज को सुरक्षित रख सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार की साइबर ठगी का सामना करना पड़े, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें।"
डिजिटल वॉरियर अभियान साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे छात्र जागरूक और सशक्त होंगे।
Dec 26 2024, 19:59