फार्मर रजिस्ट्री कार्य की प्रगति संतोषजनक न होने पर डीएम ने जतायी नाराजगी
एक सप्ताह में सुधार न होने पर दंडित होगें जिम्मेदार अधिकारी
बहराइच। जनपद में एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) के अन्तर्गत पीएम-किसान के लाभार्थियों सहित जनपद के समस्त भूमिधर किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने सम्बंधी कार्यो की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने संतोष जनक प्रगति न पाये जाने पर राजस्व विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के अन्दर अपेक्षित सुधार लाये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में जिले के समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व लेखपाल तथा राजस्व निरीक्षकों द्वारा फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने में रूचि न लेने के कारण अत्यन्त कम प्रगति पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही ने जिलाधिकारी को बताया कि फार्मर रजिस्ट्री एप में कतिपय तकनीकी कमियों के कारण कुछ किसानों की फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। डीएम ने कहा कि जिन किसानों के डाटा में मिसमैप होने के कारण फार्मर रजिस्ट्री नहीं तैयार हो रही है ऐसे किसानों का विवरण पोर्टल पर सही कराने का प्रयास किया जाय तथा जिन किसानों का डाटा सही है उन्हें शत प्रतिशत समय सीमा के अन्दर आच्छादित किया जाय।
डीएम मोनिका रानी ने उपस्थित राजस्व लेखपाल तथा कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि 31 दिसम्बर 2024 तक शत प्रतिशत फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण करें। अन्यथा सबका उत्तरदायित्व निर्धारित कर प्रशासनिक कार्यवाही की जायेगी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि फार्मर रजिस्ट्री योजना की गूगल सीट तैयार कर एक-एक कार्मिकों के प्रगति की समीक्षा करें जो कार्मिक अपेक्षित प्रगति नहीं करता है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर अवगत कराये।
डीएम ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गौरव रंजन श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि सप्ताह में कम से कम दो दिन मंगलवार एवं शुक्रवार को सभी उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा राजस्व निरीक्षकों/राजस्व लेखपालों के साथ समीक्षा बैठक करें। प्रगति कम पाये जाने पर उप जिलाधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव प्रस्तावित करें। किसी भी दशा में निर्धारित समय सीमा के अन्दर फार्मर रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार उप निदेशक कृषि श्री शाही को निर्देश दिया कि कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ सप्ताह में दो दिवस मंगलवार का शुक्रवार को गूगल मीट के माध्यम से बैठक आयोजित कर समीक्षा करें। कार्य संतोषजनक न करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर अवगत कराये। बैठक में उपस्थित मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल ने सभी राजस्व लेखपाल राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार एवं उप जिलाधिकारियों को समयबद्ध फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, जिला कृषि अधिकारी डॉ सबूदार यादव, एसडीएम पयागपुर दिनेश कुमार, मोतीपुर के संजय कुमार, महसी के अखिलेश कुमार सिंह, कैसरगंज आलोक प्रसाद(आईएएस), अतिरिक्त मजिस्ट्रेट पूजा यादव, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर उदयशंकर सिंह, कैसरगंज शिशिर कुमार वर्मा, नानपारा सुधीर कुमार मिश्रा, वरिष्ठ प्राविधक सहायक ग्रुप ए सुधाकर शुक्ला, पंकज कुमार, अरविन्द, राम प्रकाश, कुलदीप वर्मा तथा कृषि विकास के सहायक विकास अधिकारी, प्राविधिक सहायक, बीटीएम, एटीएम तथा जनपद के समस्त नायब तहसील, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक एवं राजस्व लेखपाल उपस्थित रहे।
Dec 09 2024, 18:13