करेंसी बदलने के नाम पर ठगी करने वाले मां-बेटे गिरफ्तार ,दिरहम के लालच में दुकानदारों से ठगी कर रहे थे आरोपी
लखनऊ । राजधानी में करेंसी बदलने के नाम पर ठगी करने वाले मां-बेटे को मदेयगंज पुलिस और सर्विलांस टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बनारसी टोला अलीगंज निवासी फर्नीचर कारोबारी अब्बुल हसन से तीन लाख और यूपीपीसीएल से सेवानिवृत्त कर्मी नौबस्ता खुर्द निवासी प्रेम प्रकाश सक्सेना से 30 हजार रुपये ठगे थे। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि दुकानदारों को फॉरेन करेंसी दिरहम को सस्ते दामों में देने का लालच देकर ठगी करते थे। आरोपी नोट की गड्डी में ऊपर और नीचे कुछ दिरहम लगाते और अंदर नोट के साइड में रद्दी कागजात लगा देते थे। पुलिस टीम दोनों के गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगा रही है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 20,250 रुपये,200 दिरहम और स्कूटी बरामद किया है।
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक पूर्वी दिल्ली के मदरसा वाली गली रानी गार्डन गीता कॉलोनी, शास्त्रीनगर निवासी असलम और उसकी मां फरजाना बेगम उर्फ काजल शेख को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी यहां गली नंबर एक निशातगंज में किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। आरोपी लोगों को दुबई की करेंसी दिरहम सस्ते दर में बदलने का झांसा देते थे। मां-बेटे ने अपने एक साथी की मदद से अब्बुल हसन को 100 दिरहम की एक नोट दी थी। कारोबारी ने करेंसी को चेक कराया तो वह सही निकला था। इसके बाद अब्बुल को झांसे में लेकर एक युवक खदरा स्थित पक्कापुल पर ले गया। अब्बुल से तीन लाख रुपये लेकर उन्हें एक बैग में कागज के टुकड़े भरकर दे दिए थे। ठगी का एहसास होने पर अब्बुल ने पुलिस से शिकायत की थी। इसी तरह 19 नवंबर को फरजाना ने प्रेम प्रकाश को झांसे में लिया था। प्रेम प्रकाश ने खाते से 30 हजार रुपय निकालकर महिला को दे दिया था।
लगातार हो रही ठगी की शिकायत मिलने पर डीसीपी मध्य की सर्विलांस टीम को खुलासे के लिए लगाया गया। टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। एक के बाद कई कैमरे खंगाले गए। इस बीच आरोपियों की स्कूटी का नंबर कैमरे में कैद मिला। स्कूटी नंबर के जरिए उसके मालिक के पास पुलिस पहुंची। पता चला कि स्कूटी बेची जा चुकी है। इसके बाद पुलिस ने निशातगंज में छापा मारा और मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे तीन माह पहले लखनऊ आए थे। निशातगंज में किराए का कमरा लिया था। हालांकि, आरोपियों ने किराएदार का सत्यापन भी नहीं कराया था। डीसीपी मध्य ने लोगों से किराएदारों का सत्यापन अनिवार्य रूप से कराने की अपील की है। उधर, आरोपियों का एक साथी मोहित फरार है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। मोहित ने ही अब्बुल को झांसे में लिया था।
Dec 09 2024, 09:44