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पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी का सपना था छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में शामिल कराना: धरमलाल कौशिक
बिलासपुर- छत्तीसगढ़ी राजभाषा की सोच और उसे केंद्र की आठवीं अनुसूची में शामिल कराना पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी का सपना था. यह बात छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व स्पीकर और मौजूदा विधायक धरमलाल कौशिक ने शनिवार को पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी स्मार्ट रोड पर स्थित उनकी प्रतिमा के समक्ष पर उनकी सातवीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में कही. 

पत्रकार, साहित्यकार, राजनेता और बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी को जो स्थान मिला है, उसमें पं. चतुर्वेदी का बहुत बड़ा योगदान है. छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग के गठन और प्रथम अध्यक्ष की नियुक्ति की बात आई तो पं चतुर्वेदी के छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी के प्रति योगदान, उनकी सोच के कारण उन्हें सर्वथा उपयुक्त पाया गया, आगे उनके व्यक्तित्व व कृतित्व के कारण उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि मेरे स्पीकर रहते छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा देने का बिल पारित हुआ और अब कोई भी विधायक सदन में छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रश्न पूछ सकते हैं.

बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि पं. चतुर्वेदी दल से नहीं, अपितु दिल से कार्य करते थे, शायद इसी कारण वह बिलासपुर की पहचान बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि पं चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ी को राजभाषा बनाने केंद्र की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहे, अब उनके इस कार्य को छत्तीसगढ़ की अस्मिता से जोड़ कर अस्तित्व की लड़ाई लड़ने का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि 24 साल की तरुणाई वाला छत्तीसगढ़ पं चतुर्वेदी के जीवन, उनके संघर्ष और भाषायी अस्मिता के अस्तित्व से सीख ले सकता है, तो आज हमें उनके आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए.

‘बेटी के बिदा’ ने राष्ट्रीय पहचान दिलाई

थावे विद्यापीठ के कुलपति डॉ. विनय पाठक ने कहा कि 1987 में भारतेंदू साहित्य समिति ने मेरे संपादकत्व में पं चतुर्वेदी पर अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशित किया, उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर उनके निर्देशन में 4 स्टूडेंट पीएचडी कर चुके हैं. ‘बेटी की बिदाई’ पर कई कवियों ने लिखा है पर पं चतुर्वेदी की चार पंक्तियां- ‘का बरम्हा के बेटी नइये, का बिदा के दुख नहीं जानय, जब बिदा करे के बेरा आतिस, तव अंधरी, भैरी कर देतिस’, उनकी रचना को राष्ट्रीय फलक पर ले जाती हैं. महापौर रामशरण यादव ने कहा कि पं चतुर्वेदी अपनी सादगी और बिना लाग लपेट के खरे संवाद के लिए जाने जाते थे. तत्कालीन पूर्व मंत्री बीआर यादव उनके घनिष्ट थे, जिनके साथ उन्हें भी कार्य करने का अवसर मिला.

भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत..

पूर्व मेयर किशोर राय ने मांग की कि पं चतुर्वेदी के जीवन वृत्त और कोटेशन शिलालेख में लिखाए जाने चाहिए ताकि भावी पीढ़ी उससे प्रेरणा ले सके. साहित्यकार एके यदु ने कहा कि पं चतुर्वेदी अविभाजित मध्यप्रदेश में भी उम्दा कोटि के साहित्यकार, पत्रकार के रूप में जाने जाते थे,इसीलिए उनकी राष्ट्रीय पहचान बनी. छत्तीसगढ़ी कवि सनत कुमार तिवारी ने अपनी ओजपूर्ण शैली में काव्य पाठ किया.

कार्यक्रम में ये रहे शामिल

कार्यक्रम में नगर निगम के उप नेता राजेश सिंह ठाकुर, कांग्रेस नेता राकेश शर्मा, राजकुमार तिवारी डॉ. एमएल टेकचंदानी, राघवेंद्र दुबे, राष्ट्रीय कवि मंच के जिलाध्यक्ष अंजनी कुमार तिवारी, बिलासपुर प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष संजीव पांडेय, उमेश मौर्य, जितेंद्र सिंह ठाकुर, डॉ. मनोज चौकसे, शशिकांत अंबिका चतुर्वेदी, सूर्यकान्त ममता चतुर्वेदी, अंबर सोमी चतुर्वेदी, कर्ण अपर्णा चतुर्वेदी, डॉ. सुषमा शर्मा, राकेश पांडेय, पीयूष गुप्ता, विष्णु कुमार तिवारी आदि उपस्थित थे.
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में दो नये PG कोर्स को मंजूरी, राज्य के युवाओं को मिलेगा लाभ, जानें विभागों में सीटों की संख्या

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णदेव साय राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार और युवाओं के लिए राज्य में ही मेडिकल शिक्षा की सुविधा को लेकर काफी संवेदनशील है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्व. लखीराम मेमोरियल शासकीय मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में पीजी के 02 नये कोर्स प्रसुति एवं स्त्रीरोग विभाग हेतु 04 सीट एवं चर्मरोग विभाग हेतु 04 सीट की मंजूरी दी है।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि राज्य शासन के द्वारा नए पाठ्यक्रमों को मंजूरी दिए जाने पर सीटों में वृद्धि से मेडिकल के छात्रों को लाभ मिलेगा। राज्य में ही पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश की संभावना बढ़ने से छात्रों को राज्य में ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की तरफ से स्व. लखीराम अग्रवाल मेमोरियल शासकीय मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में पीजी के 02 नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने की मंजूरी दी गयी है। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा इस आशय का इशेंसियेलिटी सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया है। नए कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के लिए 04 सीट एवं चर्म एवं रजित रोग विभाग के लिए 04 सीट पीजी हेतु अनुमति प्रदान की गई है। गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व भी जनरल सर्जरी के 07, एमडी पीडियाट्रिक्स से 04 और जनरल मेडिसीन के 05 की अनुमति प्रदान की गई थी।

धान खरीदी को लेकर BJP का कांग्रेस पर तीखा हमला, शिव रतन शर्मा बोले- छत्तीसगढ़ में हो रही रिकॉर्ड धान खरीदी, कांग्रेसी कर रहे झूठी बयानबाजी
रायपुर-  राजधानी रायपुर के रजबंधा मैदान स्थित भारतीय जनता पार्टी (BJP) जिला कार्यालय एकात्म परिसर में आज प्रथम चरण की संगठन बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव रतन शर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान बैठक से जुड़ी जानकारी साझा की, इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं के द्वारा धान खरीदी को लेकर दिए जा रहे बयानों पर तीखा हमला किया।
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव रतन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता झूठी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के नेताओं द्वारा धान खरीदी में गड़बड़ी और बारदाना की कमी को लेकर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने भी शुरू में बारदाना की कमी की बात कही थी, लेकिन अब वह कह रहे है कि स्थिति में सुधार हो चुका है।” शर्मा ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड धान खरीदी की जा रही है, और विपक्षी दलों का काम सिर्फ भ्रम फैलाना है।
रायपुर में पहले 16 मंडल थे, अब होंगे 20
रायपुर में बीजेपी की प्रथम चरण की संगठन बैठक को प्रदेश उपाध्यक्ष शिव रतन शर्मा ने बताया कि आज की बैठक में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भाग लिया। शिव रतन शर्मा ने बताया कि संगठन पर्व के तहत रायपुर में 2 लाख की जगह 3 लाख सदस्य बनाए गए हैं और 3600 सक्रिय सदस्य बने हैं। उन्होंने कहा, “रायपुर में 16 मंडल थे, अब 20 मंडल होंगे। सभी मंडल के चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी।”
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने विद्युत उपकेंद्र का किया शुभारंभ, 22 गांवों को लो-वोल्टेज की समस्या से मिलेगी मुक्ति

रायपुर-    उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के नवरंगपुर में 33/11 केव्ही नवीन सब स्टेशन का लोकार्पण किया। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी द्वारा यहां 3.15 एमव्हीए क्षमता का पॉवर ट्रांसफॉर्मर स्थापित किया गया है। इस नए विद्युत उपकेंद्र से क्षेत्र के 22 गांवों को लो-वोल्टेज की समस्या से मुक्ति मिलेगी। इससे छह हजार बिजली उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने विद्युत उपकेंद्र के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश में लगातार विकास के कार्य किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हर एक गारंटी को पूरा किया जा रहा है। गांव, गरीब, किसान सभी का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज शुरू हुए इस नए विद्युत उपकेंद्र से क्षेत्रवासियों को लो-वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी। लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी। उन्होंने लोगों से बिजली का सदुपयोग करते हुए इसके बचत की अपील की।

उल्लेखनीय है कि नवरंगपुर, डिंडोरी, कठौतिया इत्यादि गांवों के खुड़िया फीडर से अधिक दूरी के कारण हमेशा लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती थी। नवरंगपुर में 33/11 केव्ही का नया सब-स्टेशन बन जाने से अब यह समस्या नहीं होगी। पथर्रा फीडर के आठ गांवों आछीडोंगरी, राम्हेपुर, भस्करा, लीलापुर, खैराखुर्द, पीथमपुर, डबरी इत्यादि को नवरंगपुर सब-स्टेशन से जोड़ा जाएगा। इससे अधिक लोड की समस्या दूर होगी। लोकार्पण कार्यक्रम में विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे।

रेप और छेड़छाड़ के झूठे मामलें में फसाने की देते थे धमकी, गिरोह के दो महिला समेत तीन पुरुष गिरफ्तार

रायपुर- राजधानी रायपुर में एक्सटॉर्शन का मामला सामने आया है। जहां महिलाएं लोगों को किसी बहाने से घर बुलाते थी। फिर उससे पैसों की डिमांड करते थी और धमकी देती कि अगर पैसा नहीं दोगे तो 376 या छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराएंगे। जिसके बाद एक युवक खुद को पुलिस बताता और पैसा नहीं देने पर जेल भेजने की बात कहता। इस गिरोह में 5 लोग शामिल है। पुलिस ने दो महिला और तीन पुरुष को गिरफ्तार किया है। पूरा मामला आमानाका थाने का है।

जानकारी अनुसार, महिलाएं पहले वाई-फाई लगाने के नाम पर लोगों को घर बुलाते थी। जिसके बाद उस व्यक्ति से पैसे की डिमांड करती, नहीं दिए जानें पर 376 धारा या छेड़छाड़ का मामला दर्ज करने की धमकी देते थी। जिसके बाद अन्य तीन लोग मौके पर आकर एक्सटॉर्शन के खेल में शामिल हो जाते थे। इसमें से एक खुद को पुलिस बताता था। ये कहता था कि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपको जेल भेज दिया जाएगा।

मामलें में पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों के खिलाफ थानें में डकैती और एक्सटॉर्शन, मारपीट की धारा लगाई गई है। एक और मामलें में एक व्यक्ति को किसी बहाने से बहला फुसलाकर क्यूआर कोड से पैसा लेते थे। जांच में यहीं से पुलिस को क्लू मिला था। आशंका है कि ऐसे कई अन्य मामले हैं, जिसको इन्होंने अंजाम दिया है। पुलिस आगे और बड़े खुलासे कर सकती है। पांचों को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

रायपुर में तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म, मौसी के बेटे ने वारदात को दिया अंजाम

रायपुर-  राजधानी रायपुर में 3 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है, लेकिन परिजनों ने अब तक रिपोर्ट नहीं लिखाई है. पुलिस अब मामले की जांच करेगी. इसकी जानकारी एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने दी है. पूरा मामला विधानसभा थाना क्षेत्र का है.

SSP संतोष कुमार सिंह ने बताया कि 3 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ उसके सगे मौसी के 22 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया है. थाने में आने के बाद प्रार्थी के परिवार वाले आरोपी के परिवार वालों के खिलाफ शिकायत करने के लिए तैयार नहीं हुए. पुलिस अब आरोपी को पेश करेगी. इस मामले में एक अस्पताल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि उन्होंने उस समय MLC नहीं किया गया. बच्ची के MLC की जानकारी पुलिस को नहीं दी. MLC के दौरान डॉक्टर की लापरवाही के कारण उनके खिलाफ भी मामला दर्ज होगा.

अभियंताओं को भवन निर्माण और मरम्मत की नई तकनीकों की दी जानकारी,लोक निर्माण विभाग द्वारा विभागीय अभियंताओं के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन

रायपुर-   राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग द्वारा विभागीय अभियंताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने भवन निर्माण और मरम्मत की नई तकनीकों की जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग द्वारा रोडवार्ता फाउंडेशन के सहयोग से रायपुर के नवीन विश्राम भवन में 6 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक ‘गुड इंजीनियरिंग प्रेक्टिसेस इन बिल्डिंग कन्सट्रक्शन’ (GOOD ENGINEERING PRACTICES IN BUILDING CONSTRUCTION) पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। इसमें लोक निर्माण विभाग के दुर्ग जोन के सात जिलों राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा और कबीरधाम जिले के 150 कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता एवं उप अभियंता भाग ले रहे हैं।

लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में रोडवार्ता फाउंडेशन के मुख्य प्रबंध निदेशक आई.के. पाण्डेय, नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के प्रमुख अभियंता सलिल श्रीवास्तव, क्रांकीट विशेषज्ञ एवं वैज्ञानिक सतन्दर कुमार, क्रांकीट विशेषज्ञ सुरेश कुमार और बिल्डिंग स्ट्रक्चर विशेषज्ञ समीर पाण्डेय ने ‘गुड इंजीनियरिंग प्रेक्टिसेस इन बिल्डिंग कन्सट्रक्शन’ के विभिन्न आयामों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने भवन निर्माण और मरम्मत के कार्यों में उपयोग हो रहे नए तकनीकों और मशीनरी के बारे में भी बताया।

उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री अरुण साव विभागीय समीक्षा बैठकों में लगातार निर्माण की गुणवत्ता पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने इसके लिए विभागीय अभियंताओं के क्षमता विकास के लिए नियमित प्रशिक्षण के निर्देश दिए हैं। विभाग द्वारा सड़क एवं पुल-पुलियों के निर्माण संबंधी प्रशिक्षण के बाद भवन निर्माण और मरम्मत में नई तकनीकों की जानकारी तथा इन कार्यों में बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। दुर्ग जोन के अभियंताओं के प्रशिक्षण के बाद अन्य जोनों के लिए भी इसका आयोजन किया जाएगा।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने लिया बस्तर ओलंपिक 2024 संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के आयोजन की समीक्षा बैठक, आयोजन स्थल का किया निरीक्षण

रायपुर-    बस्तर ओलंपिक 2024 के संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज बस्तर पहुँचकर आयोजन की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर वनमंत्री केदार कश्यप और खेलमंत्री टंकराम वर्मा साथ थे। बस्तर जिला के कलेक्टोरेट प्रेरणा सभाकक्ष में उपमुख्यमंत्री ने तैयारियों का विस्तृत चर्चाकर आयोजन को सफल बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में अति विशिष्ट अतिथि अमित शाह के आगमन के संबंध में भी चर्चा किए।

बैठक में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर ओलंपिक बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों के युवाओं को खेल के माध्यम से मुख्य धारा से जोड़ने की पहल है। खेल के द्वारा युवाओं का एक माहौल देना है साथ ही योजनाओं के संबंध में जानकारी भी दिया जाना है। बस्तर ओलंपिक के संभाग स्तर के विजेता का समाज में महती भूमिका होगी, ये विजेता बस्तर के नौजवानों को उन्नति के लिए अन्य युवाओं को प्रेरित करने का प्रयास करेंगे। खेल प्रतियोगिता में बस्तर के अंदरूनी इलाक़ों के अधिक से अधिक पहुँचे और खिलाड़ियों का हौसला अफ़ज़ाई करें।

बैठक में वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि इस प्रतियोगिता में खेल संघों, विभिन्न समाजों के प्रमुखों को आमंत्रित किया जाए। साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों को भी प्रचारित किया जाए। खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुसार बस्तर के युवाओं की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन किया जा रहा है। इसका सफलता पूर्वक संभाग स्तरीय आयोजन किया जाने हेतु आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी की जाए।

संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में 2422 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं इसके अलावा 300 आत्मसमर्पित खिलाड़ियों और नक्सल हिंसा से दिव्यांग खिलाडी शामिल हो रहे है। बैठक में संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की आवास की व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई। साथ ही उद्घाटन और समापन समारोह की रूपरेखा की जानकारी दी गई। बैठक से पहले तीनों मंत्रियों ने इंदिरा प्रियदर्शनी स्टेडियम में उद्घाटन और समापन समारोह की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। खिलाड़ियों और दर्शकों की सुविधा और बैठक व्यवस्था, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मुख्य अतिथियों की बैठक व्यवस्था, खिलाड़ियों का पुरस्कार वितरण सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी, खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, संचालक खेल विभाग तनुजा सलाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मल्टी-विलेज जल प्रदाय योजना के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का किया भूमिपूजन एवं शिलान्यास

रायपुर-   उप मुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव ने आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के खुड़िया में 290 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के मल्टी-विलेज जल प्रदाय योजना के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। जल जीवन मिशन के तहत खुड़िया मल्टी-विलेज योजना से मुंगेली जिले के तीनों विकासखंडों के 206 गांवों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। जिले के करीब 60 हजार परिवारों को योजना का फायदा मिलेगा। खुड़िया जलाशय के सामने ही 23 एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। योजना का काम एक वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के भूमिपूजन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खुड़िया मल्टी-विलेज जल प्रदाय योजना से खुड़िया जलाशय के पानी को शुद्ध कर गांव-गांव में बनी पानी टंकियों के माध्यम से घरों तक पहुंचाया जाएगा। जल गुणवत्ता से प्रभावित और ग्रीष्म ऋतु में जल स्तर के ज्यादा नीचे चले जाने से संकटग्रस्त गांवों को इससे पूरे साल भर स्वच्छ पेयजल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है। विष्णु देव साय की सरकार में सांय-सांय विकास कार्य हो रहे हैं। राज्य के चहुंमुखी विकास और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए सक्रियता से योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। मुंगेली जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के बिलासपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता संजय सिंह सहित जिला प्रशासन व पीएचई के अनेक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक शिलान्यास कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद थे।

योजना से जल गुणवत्ता और गर्मियों में भू-जल स्तर के नीचे चले जाने से प्रभावित गांवों में नहीं होगी पेयजल की समस्या

खुड़िया मल्टी-विलेज जल प्रदाय योजना से मुंगेली जिले के 206 गांवों की करीब ढाई लाख आबादी को स्वच्छ पेयजल मिलेगा। लोरमी विकासखंड के 84 गांवों के 27 हजार 627, मुंगेली विकासखंड के 86 गांवों के 19 हजार 737 और पथरिया विकासखंड के 36 गांवों के 12 हजार 248 परिवारों को योजना से पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। योजना के अंतर्गत 423 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाने के साथ ही तीनों विकासखंडों के गांवों में कुल 216 पानी टंकियों के माध्यम से घर-घर पेयजल पहुंचाया जाएगा। लोरमी विकासखंड में 87, मुंगेली विकासखंड में 91 तथा पथरिया विकासखंड में 38 टंकियां बनाई जाएंगी।

मल्टी-विलेज जल प्रदाय योजना से तीनों विकासखण्डों के खारे पानी वाले 19 गांवों और भू-जल स्तर के नीचे चले जाने से प्रभावित 38 गांवों के साथ ही अन्य गांवों को भी साल भर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होगी। शासन द्वारा योजना के लिए 290 करोड़ 12 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। योजना के तहत पेयजल की आपूर्ति के लिए 430 किलोलीटर क्षमता के एमबीआर के साथ ही अलग-अलग क्षमता के छह जेडबीआर भी बनाए जाएंगे। 45 बीएचपी क्षमता की तीन रॉ वाटर पम्पिंग मशीनरी और 95 बीएचबी क्षमता की तीन क्लियर वाटर मशीनरी भी स्थापित की जाएगी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित कृषक सभागार में आयोजित छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के नवनिर्वाचित प्रबंधकारिणी समिति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज के विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। आदिवासी समाज को आगे बढ़ने के लिए सभी संसाधन उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के शपथ ग्रहण समारोह में शपथ ले रहे सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज एक समृद्ध संगठन है। इस संगठन के सभी सदस्यों का लंबा अनुभव रहा है। मुझे विश्वास है कि आदिवासी समाज के प्रतिनिधि के रूप में वे अपनी जिम्मेदारी को बहुत कुशलता से निभाएंगे ।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज जनजातीय समाज के विकास के लिए बहुत अच्छा वातावरण है। छत्तीसगढ़ सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार जनजातीय समाज के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। दोनों सरकारें जनजातीय समाज की चिंता करती हैं। आज हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हैं जिन्होंने आदिवासियों के उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। जब मैं सांसद था तब उन्होंने आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का गठन किया था। आज भारत के राष्ट्रपति पद पर आदिवासी समाज की महिला सुशोभित हैं और छत्तीसगढ़ में भी आदिवासी का बेटा मुख्यमंत्री है। यह बहुत गौरव की बात है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जनजातीय समाज के विकास के लिए लगातार काम हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत विगत 2 अक्टूबर को की है। इस अभियान का लाभ 5 करोड़ जनजातीय लोगों को मिलेगा। इसमें छत्तीसगढ़ के कई गांव शामिल हैं। इन गांवों में सड़क, बिजली और पानी सहित सभी बुनियादी सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजातियां हैं जिनके विकास के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत इन समूहों के लिए बुनियादी सुविधाएं और सेवाएं पहुंचाई जाती हैं। आज जहां-जहां विशेष पिछड़ी जनजातियों की बसाहट है वहां सड़क, बिजली, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड सहित सभी सुविधाएं मिल रही हैं। छत्तीसगढ़ में अब नई शिक्षा नीति भी लागू है। यह नीति रोजगारपरक है। इससे हमारे बच्चे पढ़कर रोजगार पाने के लिए सक्षम होंगे। आदिवासी बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिले इसलिए छत्तीसगढ़ में प्रयास संस्था बहुत अच्छा काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने देश की राजधानी नई दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी कर रहे आदिवासी समाज के बच्चों के लिए ट्राइबल यूथ होस्टल की सीटों को बढ़ाकर 200 कर दिया है। हम राजधानी रायपुर की तरह पूरे प्रदेश में नालंदा परिसर बनाने जा रहे हैं। प्रदेश के 22 जिलों में नालंदा परिसर बनाने की स्वीकृति दे दी गई है। इससे छत्तीसगढ़ के सभी इलाकों के बच्चे अपने जिले में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर पाएंगे। जनजातीय समाज की बेहतरी के लिए सरगुजा विकास प्राधिकरण और बस्तर विकास प्राधिकरण कार्य कर रहे हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास हो रहा है। आज किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। महतारी वंदन योजना में 1000 रुपये माताओं-बहनों को दिया जा रहा है। एक साल में सरकार ने अनेक योजनाओं के माध्यम से लोगों के कल्याण के लिए कार्य किया है।

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में सरकार द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के साथ समाज के सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज का संगठन समाज के शोषित पीडितों की मदद के लिए उनकी आवाज बनकर शासन-प्रशासन तक बात पहुंचाएगा।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांताध्यक्ष शिशुपाल सोरी, विधायक दुर्ग ग्रामीण ललित चन्द्राकर, बी एल ठाकुर, बीपीएस नेताम, एम आर ठाकुर, फूल सिंह नेताम, जे मिंज, भारत सिंह , डॉ लक्ष्मी ध्रुव, वंदना उइके, शशि सिंह , आर के राय सहित छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।