*कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा में कृषक गोष्ठी व कृषक मेला का आयोजन*
बहराइच- राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत (उद्यान घटक) अन्तर्गत उद्यान विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, नानपारा परिसर में आयोजित गोष्ठी/कृषक मेला का मुख्य अतिथि विधायक नानपारा राम निवास वर्मा ने विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र के साथ फीता काटकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मौजूद प्रगतिशील कृषकों द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि का स्वागत किया गया।
कृषि विज्ञान केन्द्र, नानपारा, बहराइच के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सूर्यबली सिंह द्वारा संकर प्रजाति सब्जी बीज, बेहन एवं श्रीअन्न के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि किसान भाई उद्यान विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच से जुड़कर औद्यानिक और कृषि फसलों को वैज्ञानिक पद्धति से करते हुए अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. पी.के. सिंह, द्वारा औद्यानिक फसल सुरक्षा यथा-शाकभाजी, मसाला एवं पुष्प तथा डॉ. उमेश कुमार द्वारा पॉली हाउस में खेती, संकर बीज के प्रयोग, मचान विधि से खेती, एवं टनल विधि से बेहन पौध तैयार करने के साथ-साथ कीट रोग प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधायक-नानपारा राम निवास वर्मा ने बताया कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री भारत सरकार व प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार की एक दृष्टि है कि कृषकों की आय कैसे दुगनी की जाये। कृषकों की आय दुगनी करने के लिए उद्यान विभाग दृढ़ संकल्पित है। श्री वर्मा उद्यान विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कृषकों को जैविक खेती, मृदा स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण को महत्व देते हुए पशुपालन अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे कि किसान भाई अपनी आय में गुणात्मक वृद्धि कर सके।
योजना प्रभारी पंकज वर्मा द्वारा उद्यान विभाग में संचालित योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी का सपना है कि हर खेत को पानी पहॅुचे जिसके लिए भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना संचालित है। जिसमें ड्रिप, लघु सीमान्त कृषक को इकाई लागत का 90 प्रतिशत व अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत अनुदान देय है। उन्होंने किसानों से अपील की कि मृदा परीक्षण कराकर सन्तुलित मात्रा में उर्वरकों एवं कृषि रक्षा रसायनों का प्रयोग कर अपनी फसल की इकाई लागत को कम करके अपनी आय बढ़ाएं। श्री वर्मा ने बताया कि किसान भाई भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना कृषक पारदर्शी योजना (डीबीटी) के अन्तर्गत उद्यान विभाग की वेवसाइट पर जाकर स्वयं/जनसेवा केन्द्र के माध्यम से पंजीकरण कराकर उद्यान विभाग की सभी योजनाओं का ‘‘प्रथम आवक-प्रथम पावक’’ वरीयता के आधार पर लाभ ले सकते हैं।
प्रगतिशील शहद उत्पादक रामफेर पाण्डेय ने मौन पालन, पशुपालन व कृषि विविधता के महत्व के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि मौन पालन से किसान भाई अपने फसल उत्पादन में अधिक वृद्धि कर सकते हैं। क्योंकि मौन पालन से शहद के अन्य पॉच उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही साथ फसल परांगण में मधुमक्खियों का बहुत महत्व है, इससे फसल में अपेक्षित वृद्धि होती हैं। इसके अतिरिक्त मधुमक्खी के प्रकार, पालन तथा उनकी जीवन शैली के बारे में चर्चा की।
Dec 07 2024, 17:46