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केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में मरीज हाथ जोड़कर डॉक्टर से अपनी जान बचाने की मांगता रहा भीख, नहीं पसीजा दिल, मिली मौत
लखनऊ । यूपी के सबसे बड़ा चिकित्सा प्रतिष्ठानकेजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में इलाज को आने वाले मरीजों का सिस्टम की लापरवाही का शिकार होने कोई नई बात नहीं है। यहां हृदय रोग विभाग (लारी कार्डियोलॉजी) में सोमवार को दुबग्गा के छंदोइया निवासी अबरार अहमद (60) को वेंटिलेटर नहीं मिल पाया। अबरार हाथ जोड़कर वेंटिलेटर के लिए मिन्नतें करते रहे। इस पर भी डॉक्टर नहीं पसीजे। उन्हें डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर कर दिया गया। रास्ते में ही अबरार की सांसें थम गईं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अबरार अहमद की वर्ष 2018 में लारी में ही एंजियोप्लास्टी हुई थी। हालत खराब होने पर रविवार रात करीब 12:30 बजे उनको उनको लारी की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। यहां पर डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर होने की बात कहते हुए वेंटिलेटर की जरूरत बताई। साथ ही वेंटिलेटर खाली नहीं होने की बात कहते हुए उनको लोहिया संस्थान या फिर पीजीआई जाने के लिए कहा। परिवारवालों ने इतना समय नहीं होने की बात कहते हुए डॉक्टरों से मिन्नतें कीं। अबरार के बेटे सैफ के मुताबिक पिता भी हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर नहीं पसीजे। मायूस होकर हम पिता को लेकर लोहिया संस्थान गए। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।सैफ के मुताबिक इमरजेंसी में उनके पिता को तीन-चार इंजेक्शन लगाए गए। इसके बाद उनकी नाक और मुंह से खून आने लगा। पिता के गिड़गिड़ाने पर डॉक्टर बोले ज्यादा शोर कर रहे हो, इसलिए नहीं देखेंगे। मरीज की मौत के बाद वजीरगंज थाने में कार्रवाई के लिए तहरीर भी दी गई है। केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह के मुताबिक अबरार अहमद को दिल की गंभीर बीमारी थी। वर्ष 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि होने के बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर उन्हें जांच के लिए बुलाया था, लेकिन वे फॉलोअप के लिए ओपीडी में नहीं आए।रविवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेल्योर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। जरूरी जांचें कराई गईं। हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई। लारी कार्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटिलेटर बेड फुल थे। इसलिए उन्हें पीजीआई और लोहिया संस्थान के लिए रेफर किया गया। मरीज को ले जाने के लिए संस्थान ने एंबुलेंस भी उपलब्ध कराई, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। अकसर फुल रहते हैं बेड लारी में राजधानी समेत प्रदेश के अन्य शहरों से भी मरीज रेफर होकर आते हैं। यहां पर 80 बेडों की क्षमता है, जबकि करीब 9 वेंटीलेटर हैं। वहीं, 12 फैकल्टी और करीब 22 रेजिडेंट्स हैं। इमरजेंसी में रोजाना 100 से अधिक मरीज आते हैं। इसमें 20 के करीब एक्यूट हार्ट अटैक और 5-6 मरीज पेसमेकर वाले होते हैं बाकि अन्य इमरजेंसी वाले होते हैं, जिसके चलते यहां की इमरजेंसी समेत सभी बेड अकसर फुल ही रहते है। डॉक्टर्स पर रहता है काफी लोड डॉक्टर्स के मुताबिक, वेंटीलेटर के लिए हमेशा मारा-मारी रहती है। लोग ऊपर तक जुगाड़ लगाते हैं, जिसके चलते सभी डॉक्टर्स हमेशा ओवरलोड रहते हैं। उनके ऊपर मरीजों का बेहद दबाव रहता है। छोटे सेंटर्स को अपग्रेड किया जाये और सही रेफरल पॉलिसी बने तो मरीजों के साथ डॉक्टर्स को भी राहत मिलेगी। बेडों की संख्या सीमित होती है। हर मरीज को भर्ती करना आसान नहीं है, पर इसके बावजूद मरीजों को देखा जाता है। पहले भी सामने आ चुके हैं मामले केस 1 -सितंबर माह में डालीगंज निवासी खर्शीदा बानो की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काटा। परिजनों का आरोप था हालत गंभीर गंभीर होने के बावजूद डॉक्टर देखने तक नहीं आए। केस 2 -नवंबर 2022 में मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। केस 3 -अप्रैल 2020 में मरीज की मौत के बाद तीमारदार भड़क गये और उन्होंने तोड़फोड़ की। इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप मरीज गंभीर अवस्था में आया था। वेंटीलेटर की जरूरत थी, पर सभी बेड फुल थे। मरीज को रेफर कर दिया गया था, पर दुर्भाग्य से उसे बचाया नहीं जा सका। -डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू
राजा परीक्षित ने संत के गले में मरा हुआ सर्प डाल दिया तो उन्हें भी इस कर्म का फल भुगतना पडा: आचार्य संतोष भाई
लखनऊ । अवध सेवा संकल्प समिति व कर्मयोग जनकल्याण समिति के तत्वावधान में  भागवत पार्क स्थित प्रियदर्शनी कॉलोनी सेक्टर- बी सीतापुर रोड लखनऊ  में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य संतोष भाई जी ने बताया कि भक्ति करने वाले भक्त भगवान की भक्ति के रंग में रंग जाते हैं, मान, अपमान ,सुख दुःख से दूर अपने प्रभु का स्मरण और गुणगान ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य रह जाता है।
मृत्यु तो अवश्यंभावी है लेकिन मृत्यु आने से पहले संसारी व्यक्ति कई बार हानि,अपमान,वियोग के भय से मृत्यु तुल्य कष्ट पाते हैं।

शुकदेव भगवान जैसे सद्गुरु की प्राप्ति हो जाए तो मनुष्य मृत्यु के भी भय से मुक्त हो जाता है । राजा परीक्षित ने संत के गले में मरा हुआ सर्प डाल दिया तो उन्हें भी इस कर्म का फल भुगतना पडा।किंतु साधू का श्राप भी ईश्वर की भक्ति का साधन बन गया।सुख एवं दुख तो संसार में रहने वाले लोगों को आते रहते हैं परंतु दुख में भी जो प्रभु की कृपा को अनुभूति करता है वही प्रभु का सच्चा भक्त है। कुंती महरानी ने भगवान श्रीकृष्ण को दुख में स्मरण किया और भगवान की प्राप्ति की ।दुख भगवद प्राप्ति का एक साधन है, दुख में जीव पाप कर्म करता है।

भक्ति का फल  केवल ईश्वर का दर्शन है भक्ति का प्रभाव ऐसा है कि भगवान स्वयं भक्त के लिए दौडे चले आते हैं , विदुर जी ने ऐसी भक्ति की, कि द्वारिकाधीश भगवान उनके घर पर आए।सुलभा महरानी ने प्रभु को केले के छिलके खिलाए और भगवान की कृपा प्राप्त की भगवान ने विदुर जी का जीवन कृतार्थ कर दियामन का नियत्रंण संयम से होता है कपिल भगवान का आख्यान  सुनाते हुए आचार्य श्री संतोष भाईजी ने बताया मन चंचल है उसका नियंत्रण अभ्यास एवं वैराग्य से संभव है । महाराज जी ने सत्संग का महत्व बताते हुए कहा कि एक घड़ी आधी घड़ी आधी में पुनिआध,तुलसी संगत साधु की हरे कोटि अपराध आध्यात्मिक चर्चा जरूर करना चाहिए।

कथा में आज मुख्य रूप श्रीमती रेखा श्रीवास्तव,सुशील मोहन शर्मा,गणेश अग्रवाल,सुनीता अग्रवाल,अजीत सोनी, वीर सिंह,निर्देश दीक्षित,धर्म देव सिंह ,नंद लालजी,राम कुमार सिंह,श्यामसुंदरजी ,जितेंद्रसिंह, राम प्रकाशजी कमलेश कुमारमिश्रा,निरंजन जी,इंद्र प्रकाशजी ,उमा प्रसाद  पांडे , उदय भान जी,रेणु मिश्र ,घनश्याम त्रिपाठी,रंजीत मिश्रा,मुदित बीबपाठक,तनय सोनी आजेंद्र मिश्र,अथर्व राज,अनुज सिंह, राहुल सिंह आदि
बहुत से भक्त उपस्थित रहे कथा श्रवण कर आत्मा विभोर हुए।
वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेहमान साइबेरियन पक्षियों को दाना चुगाया

लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु-पक्षी प्रेम जगजाहिर है। मुख्यमंत्री का यह रूप सोमवार को काशी में भी दिखा। एक दिवसीय दौरे में शहर में आए मुख्यमंत्री गंगा पार सतुआ बाबा आश्रम में आयोजित शिव महापुराण कथा में भाग लेने के लिए गंगा नदी के रास्ते क्रूज पर सवार होकर कथा स्थल पर जा रहे थे। क्रूज जैसे ही गंगा के मध्य धारा में पहुंची तो मेहमान साइबेरियन पक्षियों का कलरव देख मुख्यमंत्री अपने को रोक नहीं पाए और पक्षियों को दाना चुगाने लगे। यह देख बड़ी संख्या में पक्षी क्रूज पर मंडराने लगे। मुख्यमंत्री ने पूरे उत्साह के साथ उन्हें दाना खिलाया।

पानी के अंदर मिलने वाले जलीय पौधे इनका भोजन

मुख्यमंत्री के इस रूप की सोशल मीडिया में जमकर सराहना होती रही। हर साल साइबेरियन पक्षी सर्द मौसम में यहां गंगा नदी में अटखेलियां करने आते हैं जो पर्यटकों में आकर्षण का केंद्र होता है। ये साइबेरियन पक्षी दिन में दो बार ही भोजन करते हैं। सुबह का साढ़े आठ बजे तक व उसके बाद शाम पांच से छह बजे के बीच। जानकार बताते है कि गंगा के पानी के अंदर मिलने वाले जलीय पौधे इनका भोजन हैं। ये पक्षी शाकाहारी हैं। साइबेरिया में इन दिनों तापमान माइनस में है। ऐसे में इन पक्षियों के समक्ष भोजन का संकट हो जाता है।

वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज के स्थापना दिवस में शामिल हुए सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी कॉलेज शिक्षा जगत का सितारा है। कॉलेज ने एक सदी में शिक्षा और जीवन के सर्वांगीण विकास के क्षेत्र में जो कार्य किए, उसके प्रति केवल वाराणसी, पूर्वी यूपी व बिहार ही नहीं, बल्कि यूपी व देश विनम्र भाव से कृतज्ञता ज्ञापित करता है। राजर्षि उदय प्रताप सिंह जूदेव ने 1909 में बाबा विश्वनाथ की पावन स्थली पर जो नींव रखी थी, वह उनके विराट व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री सोमवार को उदय प्रताप कालेज के 115वें संस्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

युवा शक्ति की भावना को कैद करके नहीं रख सकते

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि युवा शक्ति की उपेक्षा कर कोई देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता। हमें उनकी भावनाओं को सम्मान और उचित अवसर देना होगा। जिस देश की युवाशक्ति कुंठित, अपराधबोध से ग्रसित और दिग्भ्रमित हो, वह देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता। जब भी परिवर्तन हुआ या होगा, युवा शक्ति ही करेगी। युवा शक्ति को केंद्र बिंदु के रूप में रखकर संस्थानों को खुद को तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या के राजकुमार राम ने युवा अवस्था में संकल्प लिया, भगवान कृष्ण ने जब प्रण लिया था, वे युवा थे। भगवान बुद्ध ने युवा होकर प्रेरणा दी। आद्य शंकराचार्य ने चारों मठ स्थापित किए, धर्म का प्रचार किया।

काल का चक्र किसी का इंतजार नहीं करता

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कार्य की सुगमता हो। उन्होंने आह्वान किया कि व्यवस्था ऑनलाइन व सरलीकरण होने चाहिए। किसी भी शिक्षण संस्थान को मान्यता के लिए मोटे पोथे की बजाय एक पेज का कागज भरकर एफिडेविट लगा देना चाहिए। उदय प्रताप कॉलेज के पास क्षमता है कि ऑटोनमस सेंटर-कैंपस बने। यह संस्था निजी विश्वविद्यालय के रूप में भी आवेदन करता है तो किसी भी शिक्षक की सेवा पर विपरीत असर नहीं पड़ेगा। नए पाठ्यक्रम के साथ खुद को जोड़कर कैंपस को बढ़ाने का अवसर प्राप्त होगा। आप सेंटर ऑफ एक्सीलेंस दे पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि काल का चक्र बड़ा विचित्र होता है, वह किसी का इंतजार नहीं करता। जो उस प्रवाह के साथ चल पड़ता है, वह आगे बढ़ता है और जो रूक जाता है, वह पिछड़ जाता है।

पहले आर्टिकल बनाने में लगते थे घंटों

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी बहुत आगे बढ़ चुकी है। एक समय था, जब एक ऑर्टिकल बनाने में चार, छह, दस-20 घंटे लगते थे। आज चैट जीपीटी में जाकर तीन से चार मिनट में ढेर सारी सामग्री मिल जाएगी। यह ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सॉफ्टवेयर है। अपनी रूचि के अनुसार शब्दों का स्वरूप देकर इसे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि एआई, रोबोटिक, ड्रोन टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एग्रीकल्चरल में जीन एडिटिंग तक पहुंच चुके हैं। भागिए मत, इससे समस्या का समाधान नहीं होने वाला है, बल्कि उसके अनुरूप तैयारी कीजिए। टेक्नोलॉजी, विज्ञान व नए ज्ञान से भागेंगे तो ठिकाना नहीं मिलेगा। उससे दस कदम आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

संस्था से निकला छात्र योग्य नागरिक बनकर दिलाएगा पहचान

मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञापन स्थायी रूप से पहचान नहीं बन सकते, बल्कि संस्था से निकला छात्र योग्य नागरिक बनकर पहचान दिलाएगा। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से कहा कि लॉ के पांच वर्षीय कोर्स, शिक्षा संकाय में भी नए-नए सुधार कर आगे बढ़िए, रोबोटिक, ड्रोन टेक्नोलॉजी, एआई, चैट जीपीटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मेडिकल फील्ड में हो रहे नए कार्यों को लेकर कार्यक्रम बढ़ाइए। मुख्यमंत्री ने क्वालिटी पर जोर देते हुए कहा कि आज का समय उत्कृष्टता का है। हम दूसरों के पीछे न जाएं, बल्कि हमारे कार्यों से लोग हमें फॉलो करें। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता।

कालभैरव व बाबा विश्वनाथ का आशीष लेने पहुंचे योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद सोमवार को काशी के कोतवाल काल भैरव व बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे। दस दिन के भीतर मुख्यमंत्री योगी ने दूसरी बार बाबा के चरणों में श्रद्धा निवेदित की। मुख्यमंत्री इसके पहले 15 नवंबर को देव दीपावली पर वाराणसी आए थे। इस दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी उनके साथ मौजूद रहे।

आदित्यनाथ ने बाबा काल भैरव के दर्शन-पूजन कर आरती उतारी

मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने बाबा काल भैरव के दर्शन-पूजन कर आरती उतारी। उन्होंने यहां विधि विधान से पूजा की। इसके बाद उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। बाबा के गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन कर उन्होंने लोक कल्य़ाण की कामना की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर श्रद्धालुओं ने 'हर-हर महादेव' के उद्घोष से उनका स्वागत किया तो मुख्यमंत्री ने भी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकारा। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री श्री काशी विश्वनाथ द्वार से जल मार्ग के जरिये डोमरी में चल रहे सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा में शामिल हुए।
संभल हिंसा की होगी मजिस्ट्रियल जांच : कमिश्नर
मुरादाबाद/संभल। मुरादाबाद मंडल के मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने संभल हिंसा के मामले में सोमवार को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर ने बताया कि संभल में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और शहर में शांति बनी हुई है। जहां हिंसा हुई थी वहां कुछ दुकानें बंद हैं, लेकिन बाकी इलाकों में सामान्य स्थिति है और कोई तनाव नहीं है। सभी जगहों पर पुलिस बल तैनात है।

कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने आगे बताया कि हिंसा के दौरान कुछ युवाओं ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन इस मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है। हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने मस्जिद पर पथराव करने की कोशिश की थी, जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। पुलिस ने इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला लिया है।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, देसी बंदूक से हुई मृतकों की मौत

मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि संभल हिंसा में मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की मौत देसी बंदूक से हुई है। पुलिस जांच कर रही है कि इस हिंसा के पीछे किसका हाथ था। कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूरी तैयारी की गई है और भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी।

दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत होगी कार्रवाई

मंडलायुक्त ने कहा कि संभल हिंसा में शामिल सभी आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) भी लगाया जाएगा। स्थानीय जिला प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। वहीं, संभल के अलावा मुरादाबाद मंडल के मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर जनपदों में भी चौकसी बढ़ा दी गई है।

सांसद जियाउर्रहमान और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल पर एफआईआर दर्ज

मंडलायुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने यह भी बताया कि हिंसा के मामले में जांच जारी है। संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल पर भीड़ को उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
संभल मामले में भाजपा दोषी, सुप्रीम कोर्ट करे हस्तक्षेप: राहुल गांधी
लखनऊ /नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उप्र के संभल में मस्जिद में सर्वे कराए जाने के प्रशासनिक आदेश के बाद हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और सुप्रीम कोर्ट से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। कांग्रेस नेता ने इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राहुल ने कहा है कि संभल में प्रशासन की असंवेदनशीलता से माहौल बिगड़ा है। राहुल ने कहा कि संभल में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाजी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।

प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और यह कई लोगों की मृत्यु का कारण बना। इसकी सीधी जिÞम्मेदार भाजपा सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता हिंदू-मुसलमान के बीच दरार और भेदभाव पैदा कर रही है। यह उत्तर प्रदेश और देश के हित में नहीं है। उन्होंने लोगों से शांति और आपसी सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की। राहुल गांधी ने कहा कि हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफरत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।
सपा सांसद सम्भल में नहीं थे, एफआईआर में है नाम : अखिलेश यादव
लखनऊ/संभल। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सम्भल में हुईं पथराव की घटना के वक्त हमारे समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान सम्भल में मौजूद नहीं थे। उसके बावजूद सांसद का नाम एफआईआर में दर्ज कर दिया गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि 23 नवम्बर को पुलिस और प्रशासन के लोग सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंचे, उन्होंने कहा अगली सुबह 24 नवम्बर को दूसरा सर्वे किया जाएगा।

इसका विरोध करते हुए लोगों ने पथराव किया और जवाबी फायरिंग में पुलिस प्रशासन ने फायर झोंक दिया। गोलियां चलायीं गयी, पांच लोगों की मौत हो गई। सम्भल का माहौल खराब करने के लिए पुलिस और प्रशासन के लोगों के साथ याचिका दायर करने वाले लोग भी जिम्मेदार हैं। अखिलेश ने कहा कि घटना में लिप्त पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उन्हें निलम्बित किया जाये। उनके विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया जाये। भविष्य में इस तरह की घटना ना हो, कोई भी संविधान के विरुद्ध ऐसी गैरकानूनी घटना को अंजाम नहीं दे, इसके लिए उचित कार्यवाही की मांग करते है।
समय के प्रवाह के साथ युवाओं को तैयार होना होगा: सीएम योगी आदित्यनाथ
लखनऊ /वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से आह्वान किया कि वे समय के प्रवाह के साथ तैयार हों। भागने से समस्या का समाधान नहीं होने वाला है...हमें भी उसके अनुरूप अपनी तैयारी करनी होगी...। आज टेक्नालाजी कहां से कहां पहुंच गई है। बहुत आगे बढ़ चुकी है। मुख्यमंत्री सोमवार को उदय प्रताप कालेज के 115वें संस्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। समारोह में उन्होंने कहा कि भागने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होने वाला है। उसको समझिए तब जाकर स्थितियों का पता चलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा शक्ति की उपेक्षा करके कोई देश आगे नहीं बढ़ सकता। हमें उनकी भावनाओं को सम्मान देना होगा, आगे बढ़ने के लिए उचित अवसर देने होंगे।

उन्होंने कहा की युवा शक्ति की उपेक्षा करके कोई देश आगे नहीं बढ़ सकता इतिहास गवाह है कि जिसने युवा की उपेक्षा की है वह आगे नहीं बढ़ा है। भगवान राम और कृष्णा भी युवा ही थे, बुद्ध ने जब ज्ञान प्राप्त किया था तो वह भी युवा ही थे। महाराणा प्रताप ने जब अकबर के खिलाफ युद्ध लड़ा था तब वह महज 27 साल के थे,यह लोग देश के लिए, धर्म के लिए लड़ रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी आधुनिक शिक्षा का भी आधुनिक केंद्र बने इसके लिए युवाओं की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है।

आज तकनीक का जमाना है उसको स्वीकारना होगा। विद्यार्थियों को इसको शिक्षण के रूप में प्रदान करना होगा,इसको अवसर के रूप में लीजिए यह संस्थान को एक नई पहचान दिलाएगा । रोबोटिक्स, ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), और चैटजीपीटी जैसे क्षेत्रों में नए कार्यक्रमों की शुरूआत की जा सकती है।मुख्यमंत्री ने कालेज के संस्थापक राजर्षि उदय प्रताप सिंह जूदेव की स्मृतियों को नमन करते हुए उदय प्रताप शिक्षा समिति और उससे संबद्ध संस्थानों सहित सभी विद्यार्थियों को स्थापना दिवस की बधाई दी । और कहा कि आप सरकार के साथ बैठिए, प्रबंध समिति का प्रस्ताव प्रस्तुत करिए...। कालेज को विश्वविद्यालय' बनने में देर नहीं लगेगी, हम तैयार है।
संभल हिंसा: सपा सांसद और विधायक के बेटे समेत कुल 2500 लोगों पर भी केस दर्ज, पूरे शहर में तनाव का माहौल, हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे ह


संभल। जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, इलाके में बाहरी लोगों के आने पर भी रोक लगा दी गई है। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

सपा सांसद और विधायक के बेटे पर मुकदमा दर्ज

संभल जिले में हिंसा मामले में दो थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। सांसद के अलावा स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों पर ही दंगाइयों को भड़काने का आरोप लगा है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है।संभल शहर में फिलहाल अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बनाए रखने की अपील की जा रही है।

हिंसा के बाद अभी तक कोई घटना सामने नहीं आई

फिलहाल, इलाके में प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला है। सोमावर की सुबह इलाके में तनावपूर्ण शांति है। हिंसा के बाद अभी तक कोई घटना सामने नहीं आई। पूरे मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस को संभल के हिंसाग्रस्त इलाके में तैनात किया है।उधर, डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि हिंसा के आरोप में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, 400 से अधिक अज्ञात और नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की।हिंसा के बाद शहर में बाजार और दुकानें पूरी तरह बंद हैं। प्रभावित इलाकों में ज्यादातर घरों के बाहर ताले लगे हुए हैं। पुलिस गश्त तेज कर दी गई है, और गली-मोहल्लों में केवल पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
हरदोई में बस ने कार को मारी टक्कर, पांच की मौत, चार घायल


लखनऊ/हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदाेई जिले में भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां के मल्लावां कस्बा में गौरी चौराहा के पास तेज रफ्तार निजी बस ने रविवार देररात एक कार को टक्कर मार दी। कार सवार पांच बारातियों की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने शाेक संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियाें काे राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए।

तेज रफ्तार बस ने कार में सामने से टक्कर मार दी

मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के खेरवा गांव निवासी नरेश चंद्र ने पुलिस को हादसे की सूचना दी कि उनके रिश्तेदार कार से कानपुर के थाना चौबेपुर के गांव गबड़हा में स्थित संतोष पैलेस में शादी समारोह में शामिल होने गए थे। देर रात समारोह से वापस घर लौटते समय मल्लावां के गौरी चौराहा के पास रात करीब साढ़े ग्यारह बजे तेज रफ्तार बस ने कार में सामने से टक्कर मार दी। इससे कार में सवार माधौगंज थाना क्षेत्र के सेउदही गांव निवासी सीमा देवी, प्रतिभा, प्रतिभा देवी, माधौगंज थाना क्षेत्र के मोहल्ला गौरी नगर कुरसठ निवासी रामलली और शुभम की मौके पर ही मौत हो गई।

केशव, शौर्य और अजिग गंभीर रूप से घायल हो गए

कार में सवार मल्लावां कोतवाली के बांसा गांव निवासी विमला, माधौगंज थाना क्षेत्र के सेउढ़ई के बच्चे केशव, शौर्य और अजिग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए मल्लावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से सोमवार की सुबह लखनऊ रेफर कर दिया गया है। मल्लावां कोतवाल अनिल सैनी ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, मामले की जांच की जा रही है।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

असम हाईवे पर खड़े ट्रकों से टकराई निजी बस, दो लोगों की मौत

पीलीभीत के गजरौला थाना क्षेत्र में सोमवार तड़के करीब छह बजे असम हाईवे पर खड़े दो ट्रकों से निजी बस टकरा गई। हादसे में ट्रक सवार एक व्यक्ति समेत दो की मौत हो गई, जबकि बस में सवार सात यात्री घायल हो गए। घायलों में बस के चालक और परिचालक शामिल हैं। बस चालक ब्रह्मदेव यादव के दोनों पैर टूट गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस में सवार यात्री गोरखपुर निवासी उमेश कुमार ने बताया कि बस लुधियाना से गोरखपुर जा रही थी। पीलीभीत-पूरनपुर हाईवे पर कोहरा और हाईवे किनारे खड़े वाहनों की वजह से हादसा हो गया। बताया कि बस में करीब 50 यात्री थी। कई सवारियों को हल्की चोट आई है।
संभल हिंसा: मस्जिद के अंदर खोदाई करने की अफवाह ने दिया हिंसा को जन्म, अब तक चार की गई जान,इंटरनेट-स्कूल बंद


लखनऊ/संभल । यूपी के संभल में मजिस्द के सर्वे को लेकर हिंसा भड़क गई जिसमें  चार की जान चली गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए संभल में स्कूल-कालेज व इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। साथ ही पूरे संभल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रविवार की सुबह साढ़े सात बजे का समय था। जामा मस्जिद के आसपास के मोहल्लों में चहलकदमी कम थी। अधिकांश लोग घरों में थे। इसी दौरान किसी ने अफवाह फैला दी कि सर्वे करने वाली टीम मस्जिद के अंदर खोदाई कर रही है। इसके बाद भीड़ जुटने लगी और देखते ही देखते लोग मस्जिद के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। फवाह की चिंगारी ऐसी भड़की कि हजारों की संख्या में लोग जामा मस्जिद के बाहर जुट गए। साढ़े आठ बजे तक भीड़ बेकाबू हो गई और मस्जिद में घुसने का प्रयास करने लगी। पुलिस टीम ने भीड़ को रोका तो लोगों ने मस्जिद को घेर लिया और पथराव शुरू कर दिया। सड़क के साथ ही घरों की छतों से पुलिस पर पत्थर बरसने लगे। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

तनाव को देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा बंद

पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद भी भीड़ नियंत्रित नहीं हो सकी। लोगों का कहना है कि पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई। करीब नौ बजे पुलिस ने घेराबंदी कर सर्वे टीम को मस्जिद से बाहर निकालकर थाने तक सुरक्षित पहुंचा दिया। सूचना पर शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के थानों और दूसरे जनपदों की फोर्स भी बुला ली गई।हिंसक हुई भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। इसी बीच फायरिंग भी शुरू हो गई।

बवाल में घिरकर चार लोगों की मौत हो गई

पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बवाल में घिरकर चार लोगों की मौत हो गई। कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं। तनाव को देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। करीब दस बजे पुलिस पथराव करने वालों को खदेड़ने में कामयाब हो पाई। पथराव और फायरिंग के बीच तीन लोगों की जान चली गई। संभल एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई समेत कई पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे शहर में सन्नाटा पसर गया। जामा मस्जिद के बाहर मामला शांत होने के बाद भी शहर के अन्य हिस्सों में हंगामा और पथराव की घटनाएं सामने आईं। इसके कारण शहर के सभी बाजार बंद हो गए। देर रात तक शहर की सड़कों पर पुलिस के वाहन ही दौड़ते नजर आए।

भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़

संभल शहर की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो संभल में बवाल हो गया। रविवार सुबह अचानक टीम के आने पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने पर पुलिस पर पथराव कर दिया। हिंसक हुई भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। इसी बीच फायरिंग भी शुरू हो गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बवाल में घिरकर पांच लोगों की मौत हो गई। कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं। तनाव को देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी

हिंदू पक्ष ने संभल के चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दावा पेश किया है। हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर पृथ्वीराज चौहान के शासन से पहले बना था, जबकि मस्जिद मुगलकाल में मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद टीले पर बनी है। किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाई गई है। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष द्वारा दावा पेश करने के दिन ही न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया। उसी दिन कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद पहुंचकर सर्वे भी किया था। करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेंगे। सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। जुमे की नमाज के दौरान शहर को छावनी में तब्दील कर दिया था, जिससे शांतिपूर्वक नमाज अदा हुई। रविवार की सुबह कोर्ट कमिश्नर दोबारा सर्वे करने पहुंचे तो बवाल शुरू हो गया।

उपद्रवियों की फायरिंग में ही तीन लोगों की माैत हो गई: एसपी

बवाल के दाैरान पुलिस ने गोली नहीं चलाई। उपद्रवियों द्वारा पुलिस पर की गई फायरिंग में ही तीन लोगों की जान गई है। दो लोगों के शरीर में गोली लगने के निशान मिले हैं। गोली उनके शरीर से पार निकल गई। वहीं तीसरे मृतक के शरीर में 315 बोर की गोली मिली है। यह कहना है संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का।एसपी ने बताया कि पुलिस ने उपद्रवियों को काबू करने के लिए पहले आंसू गैस के गोले छोड़े और जब भीड़ नियंत्रित नहीं हुई तो रबर बुलेट चलाई गईं। वहीं उपद्रवियों ने पुलिस पर फायरिंग की। उपद्रवियों की फायरिंग में ही तीन लोगों की माैत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है।एसपी ने बताया कि जहां-जहां उपद्रवियों ने बवाल किया है वहां की सीसीटीवी फुटेज चेक कराई जा रही है। 21 उपद्रवी हिरासत में लिए गए हैं। अन्य को चिह्नित किया जा रहा है। सभी को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

छर्रे व पत्थर लगने से एएसपी, एसडीएम और सीओ के अलावा 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए

जामा मस्जिद प्रकरण को लेकर रविवार को संभल में हुई हिंसा में घायल गुन्नौर थाने में तैनात कांस्टेबल आशीष वर्मा की हालत नाजुक है। छर्रे व पत्थर लगने से एएसपी, एसडीएम और सीओ के अलावा 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसमें कुछ को गंभीर चोट आई है। सभी का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। जिला अस्पताल प्रशासन के अनुसार पथराव व फायरिंग में एएसपी संभल उत्तरी श्रीशचंद्र, एसडीएम रमेश बाबू, सीओ संभल अनुज चौधरी, इंस्पेक्टर कुढ़फतेहगढ़ राधेश्याम शर्मा, थानाध्यक्ष रजपुरा हरीश कुमार, थानाध्यक्ष कैलादेवी राजीव कुमार मलिक, कैलादेवी थाने में तैनात कांस्टेबल नितिन सिरोहा, संभल कोतवाली में तैनात कांस्टेबल कपिल कुमार, सचिन कुमार, एसपी के पीआरओ दरोगा संजीव कुमार, संभल कोतवाली में तैनात अनुज कुमार तोमर, शेर सिंह, चंदौसी कोर्ट में तैनात कांस्टेबल विनीत कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक ऑफिस में तैनात कांस्टेबल सोनवीर सिंह, सौरभ प्रताप, यशपाल सिंह, नवदीप सिंह, दीपक कुमार घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल गुन्नौर थाने में तैनात कांस्टेबल आशीष वर्मा को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया है। उनकी हालत नाजुक बनी है।

अचानक सर्वे करने टीम पहुंच गई तो गुस्सा भड़क गया

पथराव-फायरिंग में पुलिस ही नहीं, सैकड़ों उपद्रवी भी घायल हुए हैं। हालांकि, गिरफ्तारी के डर से सभी चोरी-छिपे इलाज कर रहे हैं। घायल लोग कहां और कैसे इलाज करा रहे हैं, पुलिस इसकी तलाश कर रही है। एएसपी श्रीशचंद्र ने बताया कि दो घायल ही मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंचे थे। जो लोग चोरी-छिपे इलाज करा रहे हैं। उनका पता लगाया जा रहा है।पिछले पांच दिनों से चल रहे घटनाक्रम को लेकर लोगों में रोष बढ़ता गया, जिसे जिले के अधिकारी भांप नहीं पाए। रविवार को अचानक सर्वे करने टीम पहुंच गई तो गुस्सा भड़क गया ।

करीब डेढ़ घंटे तक चले पथराव में गलियां ईंट-पत्थरों से पट गईं

पिछले पांच दिनों से चल रहे घटनाक्रम को लेकर लोगों में रोष बढ़ता गया, जिसे जिले के अधिकारी भांप नहीं पाए। रविवार को अचानक सर्वे करने टीम पहुंच गई तो गुस्सा भड़क गया ।पिछले पांच दिनों से संभल में जामा मस्जिद सर्वे को लेकर विवाद चल रहा था। नेता बयानबाजी भी कर रहे थे। पुलिस लोगों को मुचलकों में पाबंद भी कर रही थी, लेकिन बवाल को भांपने में अधिकारी नहीं बल्कि जिले से लेकर मंडल मुख्यालय तक का सूचना तंत्र भी फेल हो गया। रविवार जैसे बवाल का कोई इनपुट नहीं मिला था।करीब डेढ़ घंटे तक चले पथराव में गलियां ईंट-पत्थरों से पट गईं। हालात नियंत्रित होने के बाद पुलिस ने नगर पालिका की टीम बुलवाई और गलियों से ईंट-पत्थर हटवाने के साथ ही क्षतिग्रस्त वाहनों को मौके से हटवाकर थाने भिजवाया। तब जाकर जामा मस्जिद के आसपास की सड़कें साफ हुईं।

दावा : बाबरनामा से पता चलता है हरिहर मंदिर था

हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर पृथ्वीराज चौहान के शासन से पहले बना था, जबकि मस्जिद मुगलकाल में मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। इस मामले में सिविल जज के कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन मुख्य याचिकाकर्ता हैं। उनकी याचिका पर ही कोर्ट ने एडवोकेट कमिश्नर से सर्वे कराने का आदेश दिया है।  वहीं, हिंदू पक्ष के वकील गोपाल शर्मा ने कहा कि इस मामले में उन्होंने कोर्ट में बाबरनामा और आइन-ए-अकबरी का संदर्भ दिया है, जिनसे साफ होता है कि वहां हरिहर मंदिर था।