सपा का पीडीए फार्मूला फेल, मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा कुंदरकी में चली भगवा लहर
लखनऊ/मुरादाबाद। बीते लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक (पीडीए) फार्मूले ने अपना रंग दिखाया। मगर उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में सपा का पीडीए फार्मूला फेल हो गया। मुरादाबाद जनपद की मुस्लिम बाहुल्य सीट कुंदरकी विधानसभा में 31 साल बाद प्रचंड जीत के साथ कमल खिलना यह साबित करता हैं कि यहां के मुस्लिम मतदाताओं ने पीडीए को दरकिनार करके मोदी-योगी शासन को पसंद किया और भाजपा उम्मीदवार रामवीर सिंह ठाकुर को दिल खोलकर वोट दिया। चुनावी विश्लेषकों का कहना हैं कि कुंदरकी के चुनाव परिणाम ने पूरे देश को संदेश दे दिया हैं कि मुस्लिम वोट किसी के हाथों की कठपुतली नहीं है, वो जिसे चाहे उसे जिताएगा।
कुंदरकी विधानसभा उप निर्वाचन में भाजपा के उम्मीदवार रामवीर सिंह ने दो बार लगातार कुंदरकी से विधायक रहे सपा के प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान को 144742 वोटों से करारी शिकस्त दी। भाजपा को 170303 वोट जबकि रिजवान को 25,561 वोट मिले। कुंदरकी में कई मायनों में ऐतिहासिक है। कुंदरकी विधानसभा में मुस्लिम-हिंदू मतदाताओं का 65:35 है। ऐसे में यहां से भाजपा का कमल खिलना आसान नहीं था। तीन दशक के बाद मुस्लिम मतदाताओं के समर्थन के कारण भाजपा की असम्भव जीत संभव हुई। जहां रामवीर सिंह ठाकुर के लिए एक अहम राजनीतिक मील का पत्थर साबित होगी वहीं भाजपा भी इस हिंदू-मुस्लिम गठजोड़ फार्मूले को अन्य चुनावों में अजमाकर देखेगी।
एक राजनीतिक जानकार ने कहा कि मुस्लिम वोटों को कठपुतली मानकर इस्तेमाल किया जाता था। इसको कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव ने खारिज कर दिया। यहां के मुस्लिम मतदाताओं ने चुनाव परिणाम से पूरे देश को संदेश दे दिया वह जिसे चाहे उसे जिताएगा। शिक्षाविद् डा. एके सिंह ने कहा कि कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत के पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी हो सकता हैं कि यहां हुई चुनावी जनसभाओं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक आदि की कई नेताओं व मंत्रियों की जनसभाएं हुई। किसी ने भी बटोगे तो कटोगे, राम मंदिर, काशी-मथुरा विवाद, एनआरसी, जनसंख्या नियंत्रण कानून, तीन तलाक जैसे मुस्लिम नाराजगी के मुद्दों का कोई जिक्र नहीं किया। इससे चुनाव के प्रारंभ से मुस्लिम मतदाताओं की पंसद बने भाजपा उम्मीदवार ईवीएम का बटन दबाने तक पसंद बने रहे।






लखनऊ। उप्र विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद अखिलेश यादव ने इसे करप्शन का पर्याय बताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि अब तो असली संघर्ष शुरू हुआ है। जुडेंगे तो जीतेंगे का नारा देकर अखिलेश यादव ने संघर्ष का ऐलान कर दिया। महाराष्ट्र में सपा के दो उम्मीदवारों की जीत पर अखिलेश ने बधाई भी दी है।
लखनऊ । यूपी उपचुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ के भाजपा कार्यालय में पहुंचने पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य व उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सीएम का स्वागत किया। प्रेसवार्ता में सीएम योगी ने कहा कि नौ में से सात सीटों पर जीत का श्रेय पीएम मोदी को जाता है। पीएम पर लोगों को अटूट विश्वास है। ये जीत उसी का प्रमाण है। हम सब जनता का आभार व्यक्त करते हैं।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी-एनडीए की जीत पर मतदाताओं के प्रति आभार जताया। मुख्यमंत्री ने विजयी प्रत्याशियों को बधाई भी दी।
कानपुर। उपचुनाव में सीसामऊ विधानसामऊ उपचुनाव में सपा की नसीम सोलंकी 8623 मत अधिक पाकर भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी को हराया। भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी हार स्वीकार करते हुए कहा भीतरघात की वजह से वह चुनाव में पीछे रह गए। भाजपा के सुरेश अवस्थी को 61037 मत मिले। जबकि जीत हासिल करने वाली सपा की प्रत्याशी नसीम सोलंकी को कुल 69666 हजार मत मिले।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में प्रदेश में उच्च शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए शुक्रवार को दो महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसके अंतर्गत 71 नव निर्मित व निमार्णाधीन महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है, जबकि बिजनौर जिले में विवेक विश्वविद्यालय के गठन को भी मंजूरी प्रदान की गई है। ये निर्णय प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और वहनीय उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। बैठक के बाद उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि विभाग के द्वारा वर्तमान में 171 राजकीय महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 71 महाविद्यालय नवनिर्मित अथवा निमार्णाधीन हैं।
Nov 24 2024, 14:54
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