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तेलंगाना के जयशंकर भूपालपल्ली जिले में हनुमान जी की मूर्ति जलने से गांव में दहशत.

तेलंगाना के जयशंकर भूपालपल्ली जिले के अंबातिपल्ली गांव में एक चौंकाने वाली घटना हुई है. वहीं घटना के बाद गांव वाले में डरे हुए हैं. गांव में हनुमान जी की मूर्ति जलने से पूरा गांव सकते में आ गया. वहीं मंदिर के गर्भगृह में मूर्ति जलने की घटना एक रहस्य बनी हुई है. लोग इस बात से चिंतित हैं कि आग कैसे लगी. वहीं कुछ लोग आग लगने की घटना को अनहोनी से जोड़ कर देख रहे हैं. हनुमान जी की मूर्ति जलने से सभी ग्रामीण चिंतित हैं. लोगों ने कहा कि हनुमान जी हम लोगों की रक्षा करते थे. ऐसे में उनकी मूर्ति का जल जाना गांव के लिए अशुभ है.

यह घटना महादेवपुर क्षेत्र के अंबातिपल्ली गांव में हुई. आग लगने से हनुमान जी प्रतिमा जल गई वहीं आग पूरी प्रतिमा में फैल गई. जानकारी के मुताबिक, गांव के अमरेश्वर मंदिर परिसर में हनुमान की एक मूर्ति है. लोगों ने कहा कि यह तो पता नहीं कि क्या हुआ, लेकिन गुरुवार की शाम हनुमान की मूर्ति में आग लग गई. आग पूरी हनुमान मूर्ति में लग गई.

आग में जली हनुमान मूर्ति

जब स्थानीय लोगों ने हनुमान की मूर्ति में आग लगी देखी तो लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की. लेकिन वो कामयाब नहीं हो सके. धीरे-धीरे आग की चपेट में पूरी प्रतिमा आ गई और गर्भगृह में धुंआं भर गया. लोगों ने कहा कि ये आग कैसे लगी ये किसी को पता नहीं. वहीं आग लगने की घटना के बाद कई सवाल उठ रहे हैं.

लोगों के मन में अब यही सवाल उठ रहे हैं कि मंदिर के गर्भगृह में आग कैसे लगी..? प्रतिमा पर आग कैसे फैली. कोई कुछ भी समझ नहीं पा रहा. वहीं लोग ये कह रहे है कि ऐसा तो नहीं किसी दैवीय शक्ति के कारण ऐसा हुआ है. वहीं ऐसे कई तरह के संदेह व्यक्त किए जा रहे हैं. लेकिन आग लगने के कारण का पता नहीं चल सका है.

लोगों में डर का माहौल

वहीं ग्रामीण इस बात से चिंतित हैं कि हनुमान की प्रतिमा का आग में जलना गांव के लिए शुभ संकेत नहीं है. ऐसी घटनाओं से गांव के लोगों को नुकसान होने का अंदेशा है. वहीं ग्रामीणों ने आग की घटना को लेकर पुलिस को सूचित कर दिया. उसके बाद सभी गांव वालों ने बैठक कर सामूहिक निर्णय लेने और आगे क्या करना है. अगर कोई अनहोनी हो तो उससे कैसे बचा जा सकता है. हालांकि आग लगने की घटना के बाद पूरा गांव चिंता में डूबा हुआ है कि अब क्या होगा.

वीवो स्मार्टफोन यूजर्स के लिए जरूरी खबर: यूवी ग्लू वाले स्क्रीन प्रोटेक्टर से हो सकती हैं ये बड़ी समस्याएं

स्मार्टफोन न केवल एक गैजेट है, बल्कि आपकी पर्सनैलिटी को भी दिखाता है. इसलिए लोग फोन को लेकर काफी सेंसिटिव रहते हैं, और इसकी देखभाल करते हैं. आजकल स्मार्टफोन भी इनोवेटिव डिस्प्ले और अट्रैक्टिव डिजाइन के साथ आते हैं. इसलिए स्क्रीन की देखभाल करना जरूरी हो जाता है. मार्केट में कई तरह मोबाइल कवर मिलते हैं.

अगर आप वीवो का स्मार्टफोन चलाते हैं, तो कंपनी ने स्क्रीन प्रोटेक्टर को लेकर चेतावनी जारी की है. लोकल टेम्पर्ड ग्लास प्रोटेक्टर या गलत तरीके से लगाए गए प्रोटेक्टर फोन की परफॉर्मेंस को खराब कर सकते हैं.

खासकर यूवी ग्लू वाले प्रोटेक्टर, जो कि कर्व्ड स्क्रीन के लिए काफी पॉपुलर हैं. इनसे कई तरह की दिक्कतें सामने आ सकती हैं. आइए जानते हैं कि वीवो के मुताबिक यूवी ग्लू कवर लगाने से क्या समस्याएं हो सकती हैं.

यूवी ग्लू वाले टेम्पर्ड ग्लास प्रोटेक्टर के खतरे

ऑडियो इंटरफेरेंस: यूवी ग्लू स्पीकर होल को ब्लॉक कर सकता है, जिससे आवाज कम या खराब हो सकती है.

बटन की खराबी: ग्लू की वजह से साइड बटन चिपक सकते हैं या खराब हो सकते हैं.

एयर बबल इंटरफेरेंस: इसे लगाते समय एयर बबल के कारण ग्लू रिसीवर या साइड बटन में जा सकता है, जिससे आवाज में समस्या या बटन खराब हो सकते हैं.

सिम ट्रे फंसना और वाटर रेसिस्टेंस की समस्या: अगर यूवी ग्लू सिम ट्रे में चला जाता है, तो ट्रे फंस सकती है और सिम कार्ड निकालना मुश्किल हो सकता है. इससे डिवाइस की वाटर रेसिस्टेंस पर भी असर हो सकता है.

फोन का लुक खराब होना: यूवी ग्लू लेदर बैटरी कवर को खराब कर सकता है और कैमरा फ्रेम को भी नुकसान पहुंचा सकता है. इससे कैमरा फ्रेम में दिक्कत आ सकती है.

इसलिए यूवी ग्लू प्रोटेक्टर से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि नॉन-अथॉराइज्ड लोगों से प्रोटेक्टर लगवाया तो फोन वारंटी के दायरे में नहीं आते हैं. खराब तरीके से लगे फोन प्रोटेक्टर साउंड क्वालिटी को प्रभावित कर सकते हैं, टच सेंसिटिविटी कम कर सकते हैं, और अहम पार्ट्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

मोमबत्ती की आग ने ली तीन की जानें, पिता गंभीर रूप से घायल

बिहार के भागलपुर में दर्दनाक हादसा हो गया. जिले के एक गांव में मोमबत्ती की आग ने फूस के घर में सो रहे तीन लोगों को जिंदा जला दिया. आग की घटना में एक शख्स बुरी तरह जलकर घायल हो गया. मृतकों में मां और दो मासूम बच्चे शामिल हैं. पिता को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आग की सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने देर रात आग पर काबू पाया. पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

यह वीभत्स हादसा जिले के पीरपैंती स्थित अठनिया गांव में हुआ. यहां के निवासी गौतम सिंह के लिए गुरुवार की रात दुखों का पहाड़ लेकर आई. उनकी आंख के सामने उनके दो मासूम बच्चे और पत्नी की आग में झुलसने से दर्दनाक मौत हो गयी. गांव में बिजली नहीं रहने के कारण परिजन झोपड़ी में मोमबत्ती जलाकर सोए हुए थे. अचानक मोमबती पलट गई और भीषण आग लग गई.

मां समेत दो बच्चों की मौत, पिता गंभीर

आग ने कुछ ही मिनटों में भयावह रूप ले लिया. आग की लपटें पूरे घर मे फैल गई. जब तक गौतम कुछ समझ पाते तब तक वह उनकी पत्नी और दोनों बच्चे आग में झुलस चुके थे, आस पास के लोगों के आने तक गौतम सिंह की पत्नी वर्षा देवी, बेटा प्रत्यूष और बेटी ज्योति की मौत हो चुकी थी. वहीं, गौतम बुरी तरह झुलस गया. उन्हें पीरपैंती के रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन वहां उनकी स्थिति को बिगड़ते देख उन्हें जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल भागलपुर रेफर कर दिया गया.

मोमबत्ती जलाकर सो रहा था परिवार

घटना को लेकर मृतक के चचेरे भाई अंकित ने बताया कि गौतम का परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. वह एक छोटे किराना दुकान से अपनी आजीविका चलाते हैं. उनका मकान भी फूंस का बना हुआ था. गुरुवार की रात के वक्त सोने से पहले उन्होंने मोमबत्ती जलाई थी. घर के अंदर चार सदस्य सोए हुए थे. किसी कारण मोमबत्ती पलट गई और फूस के घर ने आग पकड़ लिया, उसी जगह तीन लोगों की मृत्यु हो गई.

गौतम को किसी तरह लोगों ने बचाया. जब परिजनों ने चिल्लाना शुरू किया तब आसपास के लोग जुट गए. स्थानीय लोगों व अग्निशमन की टीम ने देर रात आग पर काबू पाया. पुलिस ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज लाया गया. वहीं बुरी तरह घायल गौतम सिंह का इलाज मायागंज अस्पताल में चल रहा है.

उमर अब्दुल्ला ने कहा, कांग्रेस हमारी सरकार का हिस्सा नहीं है, वे हमें बाहर से समर्थन दे रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमारी सरकार का हिस्सा नहीं है, वे हमें बाहर से समर्थन दे रहे हैं. सीएम उमर उमर ने महाराष्ट्र में चुनाव और जम्मू क्षेत्र में नागरिकों पर कथित अत्याचार के बारे में भी बात की. उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं. शुक्रवार को कैबिनेट बैठक हुई. इस बैठक में विधानसभा प्रस्ताव पर कांग्रेस के रूख, कैदियों, किश्तवाड़ में स्थानीय लोगों पर सेना के अत्याचार पर बात की.

बता दें कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को पूर्ण बहुमत मिला और उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में सरकार बनी, लेकिन कांग्रेस इस सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है.

राज्य के विशेष दर्जे के प्रस्ताव पर कही ये बात

विशेष दर्जे के प्रस्ताव के भाग्य के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उमर ने कहा कि विधानसभा में बहुमत से प्रस्ताव पारित हुआ था. सदन में कांग्रेस के सदस्य भी मौजूद थे. यह जीवित है और खारिज नहीं हुआ है. हमें राज्य का दर्जा मिल जाए, हम इस मामले को आगे बढ़ाएंगे.

राजनीतिक कैदियों की रिहाई के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में उमर ने कहा, “कानून-व्यवस्था और सुरक्षा केंद्र के अधिकार क्षेत्र में हैं. इस स्थिति के बावजूद हम सत्यापन प्रक्रिया को आसान बनाने में सफल रहे हैं. मैंने विधानसभा में भाषण दिया था कि सत्यापन को हथियार बनाया गया है. इसे आसान बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं और इस संबंध में और प्रगति की उम्मीद है.”

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि प्रस्ताव में कुछ भी नहीं था. उमर ने पूछा, “अगर प्रस्ताव में कुछ भी नहीं था, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस बारे में बार-बार क्यों बात करते हैं.”

तीन सदस्यों वाली कैबिनेट उप-समिति का गठन

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिलने के बाद सरकार राजनीतिक कैदियों के मामलों की पैरवी करेगी और उनकी रिहाई सुनिश्चित करेगी. आज की कैबिनेट बैठक के बारे में उमर ने कहा कि आज की बैठक में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय तीन सदस्यों वाली कैबिनेट उप-समिति का गठन करना था, जो सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की पृष्ठभूमि में समग्र दृष्टिकोण अपनाएगी.

उमर ने कहा, “समिति कैबिनेट को एक रिपोर्ट सौंपेगी और हम देखेंगे कि आरक्षण नीति को तर्कसंगत बनाने के लिए हम किस हद तक जा सकते हैं.” किश्तवाड़ में नागरिकों पर कथित अत्याचार के बारे में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले भी पुलिस और सुरक्षा बलों के शिविरों में अत्याचार के दौरान लोगों को मरते देखा है.

उमर ने कहा, “भगवान का शुक्र है कि यहां किसी की मौत नहीं हुई. मैं सेना से मामले की गहन जांच करने का आग्रह करता हूं और अगर सैनिकों द्वारा कोई दुर्व्यवहार पाया जाता है, तो दोषियों को कोर्ट मार्शल किया जाना चाहिए और कड़ी सजा दी जानी चाहिए.” यह पूछे जाने पर कि क्या सर्दियों में बिजली कटौती में सुधार होगा, उमर ने कहा कि उन्होंने बिजली विभाग को उन क्षेत्रों में कम कटौती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है जहां चोरी कम होती है. उमर ने कहा, “मुझे इस सर्दियों में कश्मीर में बिजली की स्थिति में सुधार देखने की उम्मीद है.”

सर्दियों में एड़ियां फटने की समस्या से कैसे बचें? जानें घरेलू नुस्खे.

ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम ही नहीं ए़ड़ियों की दिक्कत हो जाती है. इस मौसम में पैरों की त्वचा ड्राई और सख्त हो जाती है, जिससे स्किन में दरारें पड़ने लगती हैं. यही वजह है कि एड़ियां फटने लगती हैं, कई बार को फटी एड़ियों में काफी दर्द भी होता है. गंभीर स्थिती में तो एड़ियोंसे खून भी निकलने लगता है.

ज्यादातर मामलों में ऐसा देखा गया है कि सर्दियों के मौसम में एड़ियां फटने की समस्या पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में देखने को मिलती है. कपड़े धोने, बच्चों को नहलाने और पानी से जुड़े काम करने के चलते एड़ियों की समस्या बनी रहती है. फटी एड़ियां काफी दिक्कत पैदा कर सकती हैं. ऐसे में एड़ियों का ध्यान रखने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर सकती हैं.

नारियल तेल

फटी एड़ियों से बचने के लिए आप नारियल तेल लगाएं. ये बेहद कारगर नुस्खा है. नारियल तेल में नेचुरल फैट्स पाए जाते हैं, जो स्किन को पोषण देने का काम करते हैं. इससे स्किन अंदर से रिपेयर होती है. हल्के गुनगुने तेल से फटी एड़ियों की मालिश करें.

एलोवेरा जेल

स्किन के लिए एलोवेरा जेल काफी फायदेमंद माना जाता है. ये मॉइस्चराइजिंग एजेंट की तरह काम करता है. आप फटी एड़ियों की तकलीफ से आराम पाने के लिए एलोवेरा जेल पैरों पर लगा सकते हैं. इसे लगाने के बाद पैरों को अच्छे से ढक लें.

लगाएं शहद

शहद स्किन के लिए काफी फायदेमंद है. बता दें कि शहद एक नेचुरल स्किन मॉइस्चराइजर है. इसमें पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक गुण एड़ियों को हील करने का काम करते हैं. ये फटी एड़ियों को रिकवर करने का काम करते हैं. अच्छे से पैर को धोएं और सूखने के बाद इस पर शहद लगाएं.

इन बातों का रखें ध्यान

अगर आपकी एड़ियां फटी हुई हैं तो कम से कम पानी में जाएं. हमेशा अपनें पैरों को ढककर रखें. अपने पैरों को ड्राई रखें और ज्यादा मिट्टी या रेतीली जगहों पर न जाएं. इससे पैरों की एड़ियां सेफ रहेंगी.

शेयर बाजार में बड़ी तेजी, हफ्ते के आखिरी दिन निवेशकों ने कमाए 6 लाख करोड़

शेयर बाजार ने आज शानदार पारी खेली है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बंपर तेजी देखी गई है. हफ्ते के आखिरी दिन सेंसेक्स में आई रैली ने 1,713 अंकों का उछाल दे दिया है, जिससे सेंसेक्स एक दिन में 2 पर्सेंट उछल गया. सेम ऐसा ही हाल निफ्टी का भी देखा गया. निफ्टी में भी एक दिन में 493 प्वाइंट यानी 2.12% की तेजी आई. यह 27 सितंबर 2024 के बाद से आई पहली ऐसी रैली है, जिसमें निवेशकों ने एक दिन में 6,64 लाख करोड़ रुपए कमा लिए.

क्यों आई शेयर बाजार में तेजी?

एक्सपर्ट की मानें तो आज घरेलू बाजार में कई सेक्टर में अच्छी खरीदारी देखने को मिली, जो कल की बिकवाली के बाद एक अच्छी रिकवरी को दर्शाता है, जो काफी हद तक अडानी मुद्दे के कारण हुई थी. रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी और एसबीआई जैसे दिग्गज शेयरों ने अच्छी बढ़त दर्ज की, जिससे बाजार के बेंचमार्क में तेजी आई. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि बाजार में तेजी तकनीकी कारकों की वजह से आई है, न कि मौलिक कारकों की वजह से, क्योंकि बाजार में तेजी को आगे बढ़ाने के लिए नए, सकारात्मक ट्रिगर्स की कमी है.

बाजार की गिरावट कितनी खतरनाक?

हाल ही में विजय केडिया ने टीवी9 को दिए इंटरव्यू में बताया था कि बाजार अब रिकवरी के फेज में दिख रहा है. मार्केट में हाल के वक्त में काफी गिरावट आई है. उन्होंने हालांकि ये भी कहा कि बाजार की सभी मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं. केडिया ने कहा कि कई शेयर अपने पीक से 30-40% डाउन हैं, ऐसे में अब बाजार गिरने पर ये शेयर भी उसी रेशियो में गिरें ऐसा शायद नहीं होगा. केडिया ने कहा कि एकतरफा बाजार इन्वेस्टर्स के लिए अच्छा नहीं है. और ऐसे में ये करेक्शन अच्छा है. विजय केडिया ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों तक मौजूदा उतार-चढ़ाव जारी रह सकती है.

पटना के बिहटा में दर्दनाक हादसा: बालू लदे ट्रक ने स्कूली बच्चों से भरी ऑटो में मारी टक्कर, चार बच्चों की मौत,तीन घायल

पटना के बिहटा से शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां स्कूली बच्चों से भरी ऑटो में बालू लदे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें चार स्कूली बच्चों की मौत हो गई. वहीं तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसा देख मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों ने हादसे की सूचना बिहटा पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने घायल बच्चों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं शवों को कब्जे में लेकर मृतक बच्चों के परिजनों को सूचना दी.

हादसा शुक्रवार दोपहर के समय बिहटा के विष्णुपुरा गांव के पास हुआ. यहां स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चों को लेकर ऑटो उनके घर पहुंचाने जा रहा था. दूसरी ओर से आ रहे बालू लदे ट्रक ने ऑटो में सीधी टक्कर मार दी, जिससे ऑटो के परखच्चे उड़ गए. घटनास्थल पर ही चार बच्चों ने दम तोड़ दिया. वहीं तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे में ऑटो चालक भी बुरी तरह से घायल हो गया.

घायल बच्चों का अस्पताल में चल रहा इलाज

हादसा देख मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. ग्रामीणों ने हादसे की सूचना बिहटा थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौक पर पहुंच गई. पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं मृतक चारों बच्चों के शव को कब्जे में ले लिया. पुलिस ने घायल और मृतक बच्चों के परिजनों को हादसे की जानकारी दी. मौके पर पहुंचे परिजनों में चीख-पुकार मच गई.

हादसे के बाद ग्रामीणों ने ट्रक को आग के हवाले किया

वहीं हादसे के बाद ग्रामीणों में पुलिस के प्रति भारी नाराजगी दिखी. ग्रामीणों ने पुलिस पर नो एंट्री में ट्रक वालों से पैसे लेने का आरोप लगा लगाया. यही नहीं बिहटा पुलिस के साथ भी गुस्साए ग्रामीणों ने धक्का-मुक्की की. साथ ही बालू लदे ट्रक में आग लगाने के बाद ग्रामीणों ने बिहटा-दानापुर रोड को जाम कर दिया.

उत्तर प्रदेश के देवरिया में पुलिस की मुठभेड़ में नेहाल सिंह हत्याकांड के दो आरोपियों को गोली लगी, अस्पताल में भर्ती

उत्तर प्रदेश के देवरिया में पुलिस की मुठभेड़ में नेहाल सिंह हत्याकांड के दो आरोपियों को गोली लगी है. उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है. उनके पैरों में गोली लगी है. पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से अवैध पिस्टल, देशी तमंचा और मोटर साइकिल बरामद की है. इससे पहले पुलिस इस घटना में शामिल तीन शूटरों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी है.

जिले के सुरौली थाना क्षेत्र के जद्दू परसिया गांव के समीप छठ पर्व के दिन बदमाशो ने समोगर गांव के रहने वाले शुभम सिंह उर्फ नेहाल की पुरानी रंजिश को लेकर गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी थी. सभी बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए थे. पुलिस ने मृतक की मां की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था. जांच के बाद बदमाशों की शिनाख्त की गई थी. इस घटना को लेकर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर सिंह वीरू ने पीड़ित परिवार के घर पर जाकर घटना की जानकारी ली थी.

पुलिस ने जवाबी फायरिंग में चलाई गोली, बदमाश हुए घायल

घटना को लेकर एएसपी देवरिया सुनील सिंह ने बताया कि देवरिया के सुरौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत 7 नवंबर को अज्ञात अभियुक्तों द्वारा एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया. पुलिस टीम द्वारा घटना के खुलासे करते हुए पूर्व में तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई थी. शुक्रवार की सुबह मरकटिया के पास पुलिस और बदमाशो के बीच मुठभेड़ हुई. जहां पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश अनुराग गुप्ता और आशीष पांडेय को पैर में गोली लगी है.

तीन शूटरों को भी मुठभेड़ में किया गिरफ्तार

पुलिस ने इन बदमाशो को गिरफ्तार कर घायल अवस्था मे मेडिकल कॉलेज देवरिया में एडमिट कराया है. जहां इनका इलाज चल रहा है. इनके पास अवैध शस्त्र बरामद हुए है. पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की जा रही है. नेहाल हत्याकांड में पुलिस ने 12 नवंबर को इस घटना में शामिल तीन अन्य बदमाश आलोक कुमार राजभर, बृजेश गोस्वामी और अमन गिरी को गिरफ्तार किया था. उन्हें एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली लगी थी. ये बदमाश जेल में बंद है. अभी तक इस प्रकरण में पुलिस मुठभेड़ में पांच बदमाशों को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया गया है.

शलभ मणि त्रिपाठी ने CM से की चर्चा

इस मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है, परन्तु अभी भी कई अभियुक्तों की गिरफ्तारी शेष है. इनमें कुछ आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी गंभीर मामले है. सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि ‘प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी से भेंट कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की. देवरिया में पिछले दिनों हुई आपराधिक घटनाओं को लेकर भी विस्तार से विषय रखा.’

गोरखपुर में मां-बेटे की कहानी: मां ने नशे की आदत छोड़ने को कहा , तो बेटे ने घर में ही लगा दी आग ,जाने पूरी मामला

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के खोराबार थाना क्षेत्र से बेहद ही सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक मां ने नशेड़ी बेटे से नशा छोड़ने को कहा तो वह भड़क गया. वह मां को गाली देने के साथ ही मारपीट करने लगा. पुलिस से शिकायत करने की बात कहने पर बेटे ने घर में आग लगा दी, जिससे उसमें रखा सारा सामान और मकान जलकर राख हो गया. सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह से आग को बुझाया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

खोराबार थाना क्षेत्र के रानीडीहा गांव की रहने वाली मंजू देवी ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा साजन पटवा नशे का एडिक्टेड है. वह हर दिन नशे की हालत में घर पहुंचता है. कुछ बोलने पर गाली-गलौज व मारपीट करता है. यही नहीं, घर का कुछ भी छोटा-मोटा सामान अपने नशे की आदत को पूरा करने के लिए बेच देता है. मुझे थोड़ी पेंशन मिलती है. जैसे ही पेंशन मिलती है, बेटा उन रुपयों को लेने के लिए मुझे प्रताड़ित करता है.

महिला ने पुलिस को बताई आपबीती

महिला ने पुलिस को बताया कि जैसे ही मैंने उसको नशे की आदत छोड़ने के लिए बोला वह आग बबूला हो गया. मुझे गाली देने लगा. मैंने उसे ऐसा करने से मना किया तो वह मेरी पिटाई करने के लिए दौड़ा. उसने मेरे साथ मारपीट की. मैं भाग कर पड़ोसी के घर में जाकर छिप गई. आक्रोशित होकर उसने मेरे घर में आग लगा दी. घर का सामान जलकर राख हो गया.

महिला ने बताया कि इस ठंड के सीजन में मेरा गुजारा कैसे होगा. मेरे समझ नहीं आ रहा है. मेरा बेटा ही मेरा दुश्मन हो गया है. पड़ोसी की सूचना में जब तक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची तब तक मकान में कुछ भी नहीं बचा था.

क्या बोले पुलिस अधिकारी?

इस संबंध में एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि मंजू देवी ने अपनी बेटे की शिकायत की है. पुलिस मौके पर पहुंची थी. उनके मकान का अधिकांश हिस्सा व सामान जल गया है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर साक्ष्यों व तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी.

छत्तीसगढ़ में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़: सुकमा में 10 नक्सली मारे गए, कई हथियार बरामद

छत्तीसगढ़ के सुकमा में शुक्रवार को जवानों और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए हैं. भेज्जी इलाके में नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ अभी जारी है. सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि अब तक 10 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. साथ ही मौके से AK-47, SLR सहित अन्य हथियार बरामद हुए हैं.

बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि एक दिन पहले सूचना मिली थी कि ओडिशा के रास्ते नक्सली छत्तीसगढ़ में दाखिल हुए हैं. इसके बाद नक्सलियों की तलाश में जवान जुटे थे. इसी बीच, भेज्जी में नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की. इस मुठभेड़ में 10 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. मौके से तीन ऑटोमैटिक गन समेत कई अन्य हथियार की बरामदगी हुई है.

जंगलों से घिरा है इलाका

अधिकारी ने बताया कि इलाके में DRG & CRPF की टीम से नक्सलियों की मुठभेड़ जारी है. जिस इलाके में जवानों और नक्सलियों की मुठभेड़ हो रही है, वह जंगल से घिरा है. आसपास पहाड़ हैं. कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम और भंडारपदर गांव के पास के जंगलों में यह मुठभेड़ हुई है.

बस्तर में शांति-विकास का दौर लौट आया है’: सीएम विष्णुदेव साय

वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार नक्सलवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. बस्तर में शांति , विकास और प्रगति का दौर लौट आया है.

सीएम विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों को उनके साहस और समर्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया निश्चित है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफ़ाए के लक्ष्य की पूर्ति की दिशा में हम सुनियोजित तरीक़े से आगे बढ़ रहे हैं.

चार दिन पहले कांकेर में 5 नक्सली ढेर

इससे पहले पांच दिन पहले छत्तीसगढ़ के कांकेर में जवानों और नक्सलियों के बीच रविवार को मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान पुलिस ने पांच नक्सलियों को ढेर कर दिया था. इनमें 2 महिलाएं शामिल थीं. पुलिस को इनके पास से एक इंसास, एक SLR और 12 बोर की एक राइफल समेत भारी मात्रा में कारतूस की बरामदगी हुई थी. वहीं रविवार को ही छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक बड़ी नक्सलियों की साजिश को जवानों ने पानी फेर दिया था. सड़क किनारे करीब 4 किलो का आईडी टिफिन बम को सर्चिंग अभियान में जवानों ने डिफ्यूज कर दिया था.

नारायणपुर में मुठभेड़ में 32 नक्सली मारे गए

इससे पहले अक्टूबर में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 32 नक्सलियों को मार गिराया था. जवानों को नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर नक्सली गतिविधि की सूचना मिली थी. इसी इनपुट पर जवानों ने अभियान चलाया और 32 नक्सलियों को ढेर कर दिया था.