एमयू के कुलपति ने सांसद को सम्मेलन कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं कर गया लोकसभा क्षेत्र की जनता का किया अपमान, पीएम को लिखा पत्र, निलंबित की मांग
गया। गया शहर के गोदावरी स्थित हम पार्टी कार्यालय में जिला इकाई की एक अहम बैठक की गई। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी ने की।
बैठक में सभी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया मगध विश्वविद्यालय बोधगया में 22वां बिहार आर्थिक परिषद सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि एवं उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सड़क परिवहन राजमार्ग शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि डॉ अशोक चौधरी ग्रामीण कार्य विभाग बिहार सरकार शामिल हुए।
परंतु स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी जो लघु सूक्ष्म मध्य उद्योग भारत सरकार के मंत्री हैं उन्हें ना तो आमंत्रित किया गया ना अति विशिष्ट अतिथियों में नाम दिया गया, जो आक्रोश का मुख्य कारण है।
मगध विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति ने इन्हें दलित होने के नाते ऐसा किया, जो घोर निंदनीय है। मगध विश्वविद्यालय के कुलपति ने गया लोकसभा क्षेत्र की जनता का अपमान किया है। जनप्रतिनिधियों और पार्टी नेताओं ने कुलपति के खिलाफ जन आक्रोश निकालने के भी बात कही।
यह कुलपति ना तो सीनेट के सदस्यों को सम्मान देते है और ना ही सिंडिकेट सदस्य को सम्मान दे रहे हैं। जबकी सीनेट के सदस्य भी माननीय हैं। ऐसी स्थिति में पार्टी नेताओं ने प्रेस विज्ञप्ति व पत्र के माध्यम से बिहार सरकार के कुलाधिपति एवं प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर मगध विश्वविद्यालय कुलपति पर कार्रवाई की मांग की है। अगर पार्टी की मांग नहीं मांगी गई तो पार्टी जन आक्रोश मार्च निकालकर इसका विरोध करेगी।
साथ ही पार्टी यह मांग करती है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उचित कार्रवाई करें। जनप्रतिनिधियों और केंद्रीय मंत्री को शामिल न करके प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। इस बैठक में मुख्य रूप से नारायण प्रसाद मांझी जिला अध्यक्ष, डॉ .शिक़्बातुल्लाह खान उर्फ टूटू खान पूर्व जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव ई नंदलाल मांझी, प्रदेश सचिव असद प्रवेज, दिना मांझी, सागर सिंह, संतोष सागर, सत्येंद्र कुमार, राय मनोज मांझी आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।
Nov 22 2024, 16:20