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ऐसे चरित्र का आदमी जो...ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से मणिशंकर अय्यर हैं दुखी

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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से सीनियर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर बड़े दुखी हैं। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत पर विवादित बयान दिया है।अय्यर ने ट्रंप को 'संदिग्ध चरित्र वाला व्यक्ति' बताया।अय्यर ने कहा कि मुझे बेहद दुख हो रहा है कि ट्रंप जैसे संदिग्ध चरित्र वाले व्यक्ति को दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र का राष्ट्रपति चुन लिया गया है। उन्हें राष्ट्रपति नहीं चुना जाना चाहिए था।

न्यूज एजेंसी एएनाई से बात करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा, (अमेरिकी चुनाव से) नैतिक आयाम गायब था। यह बहुत दुखद है कि इतने शक्तिशाली देश का नेतृत्व ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाएगा, जिसे 34 अलग-अलग मामलों में अपराधी के रूप में दोषी ठहराया गया है। ऐसे चरित्र के आदमी को, जिसका इतिहास रहा है कि वह वेश्याओं के साथ संबंध बनाता था और उनको मुंह बंद करने के लिए पैसे देता था, ऐसे जलील आदमी को लोगों ने राष्ट्रपति चुना है। मुझे नहीं लगता कि इस तरह के चरित्र का व्यक्ति अपने देश या दुनिया के लिए अच्छा है।

ट्रंप और पीएम मोदी के संबंधों पर उठाया सवाल

कांग्रेस नेता ने ट्रंप के साथ पीएम मोदी के संबंधों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मैं यह भी मानता हूं कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत स्तर पर एक विशेष तालमेल है, जो मुझे लगता है कि पीएम मोदी और उनकी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर बुरा असर डालता है।

कमला हैरिस के लिए जताया दुख

अय्यर ने कमला हैरिस की हार पर भी दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कमला हैरिस, जो जीत जातीं, राष्ट्रपति बनने वाली भारत की पहली महिला और पहली राजनेता होतीं। यह एक ऐतिहासिक और सकारात्मक कदम होता। अय्यर ने कहा, जहां तक कमला हैरिस का सवाल है, उन्हें बहुत कम समय दिया गया था। वह पीछे से आगे आईं। वह बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही थीं। लेकिन ऐसा लगता है कि अमेरिकी समाज में बहुत गहरी खामियां आखिरकार उनके खिलाफ हो गईं और वह इस दौड़ में हार गईं।

लाहौर में आई लॉकडाउन की नौबत, रिकॉर्ड स्तर पर प्रदूषण, AQI 1100 के पार
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* भारत की राजधानी दिल्ली का प्रदूषण से बुरा हाल है। वहीं, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी प्रदूषण की मार झेल रहा है। लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा और वायु गुणवत्ता सूचकांक 1100 के आंकड़े को पार कर गया है। रिकॉर्ड वायु प्रदूषण के कारण बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर लोग मास्क पहनने और स्मॉग से संबंधित अन्य दिशा-निर्देशों का पालन करने में विफल रहे तो पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है। बुधवार सुबह लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा और वायु गुणवत्ता सूचकांक 1,100 के आंकड़े को पार कर गया। 300 से ज्यादा वायु गुणवत्ता सूचकांक सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है। जहरीले ‘स्मोग' ने पिछले महीने से शहर को अपनी चपेट में लिया हुआ है। लाहौर में हवा पूरी तरह से जहरीली हो चुकी है, जिसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है, इसके साथ ही आंखों में जलन हो रही है। डॉक्टरों ने जानकारी देते हुए बताया कि अत्याधिक वायु प्रदूषण से हजारों लोग बीमार पड़ गए हैं। अस्पतालों में लोगों की भीड़ लगी हुई है। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सलमान काज़मी ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में श्वास संबंधी परेशानी से जूझ रहे हजारों लोगों का अस्पतालों और क्लीनिक में इलाज किया गया। उन्होंने कहा कि आप लोगों को खांसते देख सकते हैं, लेकिन फिर भी वे मास्क नहीं लगाते हैं।इस बीच बढ़ते प्रदूषण के चलते प्रशासन ने लोगों को आगाह किया है कि अगर उन्होंने मास्क लगाने समेत अन्य निर्देशों का पालन नहीं तो पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत, 132 साल बाद रचा गया इतिहास, कई और रिकॉर्ड किए अपने नाम*
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अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज की है। रिपब्लिकन उम्मीदवार जोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति चुना जाना अमेरिकी इतिहास में सबसे अविश्वसनीय राजनीतिक वापसी में से एक है। डोनाल्ड ट्रंप सभी स्विंग राज्यों में जीत हासिल करते हुए दूसरे कार्यकाल के लिए व्हाइट हाउस में लौटने के लिए तैयार हैं। डोनाल्ड ट्रंप इस जीत के साथ कई ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करेंगे। ट्रंप 2016 में चुनाव जीते थे और 2020 में हार के बाद अब 2024 जीते हैं। ऐसा 132 साल बाद हुआ जब अमेरिका में कोई व्यक्ति दूसरी बार प्रेसीडेंट बना है लेकिन उसने चुनाव लगातार नहीं जीता है। ग्रोवर क्लीवलैंड के बाद ट्रम्प गैर-लगातार कार्यकाल तक सेवा देने वाले दूसरे राष्ट्रपति होंगे, यह उपलब्धि आखिरी बार 132 साल पहले हासिल की गई थी। ग्रोवर क्लीवलैंड अमेरिका के 22वें और 24वें राष्ट्रपति थे, उन्होंने 1885 से 1889 और 1893 से 1897 तक सेवा दी। अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप का पहला कार्यकाल 2016 और 2020 के बीच था। हालांकि, वे 2020 की चुनावी दौड़ में जो बाइडेन से हारने के बाद लगातार दूसरा कार्यकाल जीतने में असफल रहे। *राष्ट्रपति चुने जाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति* 78 वर्ष की उम्र में, वह राष्ट्रपति चुने जाने वाले अमेरिकी इतिहास के सबसे उम्रदराज व्यक्ति होंगे। जो बिडेन, जो 20 नवंबर को 82 वर्ष के हो जाएंगे, सबसे उम्रदराज़ मौजूदा राष्ट्रपति हैं। *दो बार महाभियोग का सामना करने वाले राष्ट्रपति* ट्रंप अमेरिकी इतिहास में अपने कार्यकाल के दौरान दो बार महाभियोग की कार्यवाही का सामना करने वाले एकमात्र राष्ट्रपति बन जाएंगे। हालाँकि, दोनों मामलों में सीनेट द्वारा उन्हें सभी मामलों से बरी कर दिया गया था। पहला महाभियोग 2019 में इन आरोपों पर चला था कि ट्रम्प ने अपने पुन: चुनाव की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए गुप्त रूप से यूक्रेन से मदद मांगी थी। यह आरोप लगाया गया था कि ट्रम्प ने अपने यूक्रेनी समकक्ष ज़ेलेंस्की से 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अग्रणी उम्मीदवारों में से एक की जांच करने का आग्रह किया था। यह बताया गया कि ट्रम्प ने यूक्रेन को दी जाने वाली 400 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता रोक दी थी, जो रूस के साथ युद्ध में शामिल है। यूएस कैपिटल पर 6 जनवरी के हमले को कथित रूप से उकसाने के लिए ट्रम्प पर उनके कार्यकाल की समाप्ति से एक सप्ताह पहले 13 जनवरी, 2021 को दूसरी बार महाभियोग लगाया गया था। *पद पर आसीन होने वाले पहले दोषी अपराधी* डोनाल्ड ट्रंप कानूनी अभियोग का सामना करते हुए पद संभालने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति भी होंगे। ट्रंप को इस साल की शुरुआत में 34 गुंडागर्दी के मामलों में दोषी ठहराया गया था। ट्रंप को मई में न्यूयॉर्क में दोषी ठहराया गया था, लेकिन अभी तक सजा नहीं सुनाई गई है और 26 नवंबर को सुनवाई होनी है। ट्रंप पर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न फिल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को गुप्त धन भुगतान से जुड़े व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगाया गया है। हालाँकि, ट्रंप ने आरोपों से इनकार किया है और खुद को दोषी नहीं बताया है।
सीबीएसई ने 21 ‘डमी’ स्कूलों की संबद्धता वापस ली और 6 अन्य को डाउनग्रेड किया, नोटिस जारी


* केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई ने 21 स्कूलों से संबद्धता वापस ले ली है, क्योंकि इनमें कक्षा IX-XII के गैर-उपस्थित छात्र बड़ी संख्या में हैं। बोर्ड ने 6 नवंबर, 2024 को एक आधिकारिक नोटिस के माध्यम से इसकी जानकारी दी। सीबीएसई के अनुसार, 3 सितंबर, 2024 को राजस्थान और दिल्ली के 27 स्कूलों में औचक निरीक्षण किए गए। सीबीएसई ने कहा कि निरीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए किए गए थे कि स्कूल बोर्ड के संबद्धता और परीक्षा उप-नियमों के अनुसार स्कूलों में छात्रों की नियमित उपस्थिति के मानदंडों के अनुपालन में चल रहे हैं। यह कहते हुए कि डमी या गैर-उपस्थित स्कूल शैक्षिक अखंडता को कमजोर करते हैं, सीबीएसई ने कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें स्कूलों को जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया गया। बोर्ड ने नोटिस में कहा, "निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं के संबंध में औचक निरीक्षण समितियों की महत्वपूर्ण टिप्पणियों को संबंधित स्कूलों को रिपोर्ट के रूप में सूचित किया गया। स्कूलों द्वारा प्रस्तुत उत्तरों की बोर्ड द्वारा विस्तार से जांच की गई।" "डमी या गैर-उपस्थित प्रवेश की प्रथा स्कूली शिक्षा के मूल मिशन के विपरीत है, जिससे छात्रों के आधारभूत विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए, हम डमी स्कूलों के प्रसार का मुकाबला करने और सभी संबद्ध संस्थानों को स्पष्ट संदेश भेजने के लिए एक निर्णायक कार्रवाई कर रहे हैं कि वे डमी या गैर-उपस्थित प्रवेश स्वीकार करने के लालच का विरोध करें," समाचार एजेंसी पीटीआई ने सीबीएसई सचिव हिमांशु गुप्ता के हवाले से कहा। इस बीच, जिन 21 स्कूलों की संबद्धता वापस ली गई है, उनमें से 16 दिल्ली में हैं, जबकि उनमें से पांच कोटा और सीकर में हैं। स्कूलों की सूची इस प्रकार है: असंबद्ध विद्यालयों की सूची: 1. खेमो देवी पब्लिक स्कूल नरेला, दिल्ली-110040 2. विवेकानन्द स्कूल नरेला दिल्ली-110040 3. संत ज्ञानेश्वर मॉडल स्कूल अलीपुर, दिल्ली - 110036 4. पी डी मॉडल सेकेंडरी स्कूल सुल्तानपुरी रोड-110041 5. सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल कंझावल, उत्तर पश्चिम दिल्ली - 110081 6. राहुल पब्लिक स्कूल राजीव नगर एक्सटेंशन, दिल्ली -110086 7. प्रिंस उच्च माध्यमिक विद्यालय सीकर, राजस्थान-332001 8. भारती विद्या निकेतन पब्लिक स्कूल चंदर विहार, पश्चिमी दिल्ली, दिल्ली-110041 9. यू.एस.एम.पब्लिक सेकेंडरी स्कूल नांगलोई, दिल्ली - 110041 10. आर.डी. इंटरनेशनल स्कूल बापरोला, नई दिल्ली - 110043 11. हीरा लाल पब्लिक स्कूल मदनपुर डबास, उत्तर पश्चिम दिल्ली-110081 12. बी.आर. इंटरनेशनल स्कूल मुंगेशपुर, दिल्ली - 110039 3. लॉर्ड बुद्धा पब्लिक स्कूल कोटा, राजस्थान-325003 14. एस.जी.एन. पब्लिक स्कूल नांगलोई, दिल्ली - 110041 15. एम डी मेमोरियल पब्लिक स्कूल नांगलोई दिल्ली- 678594 16. एलबीएस कॉन्वेंट स्कूल कोटा, राजस्थान-325003 17. हंसराज मॉडल स्कूल रोहिणी सेक्टर-21, दिल्ली- 110086 18. शिव ज्योति कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोटा, राजस्थान- 324010 19. विद्या भारती पब्लिक स्कूल सीकर राजस्थान- 332001 20. के.आर.डी.इंटरनेशनल स्कूल ढांसा रोड, नई दिल्ली-110073 21. एम.आर. भारती मॉडल सीनियर सेक. स्कूल मुंडका-110041 डाउनग्रेड किये गये विद्यालयों की सूची:- 1 आदर्श जैन धार्मिक शिक्षा सदन नजफगढ़ नई दिल्ली-110043 2 बी.एस. इंटरनेशनल स्कूल निलोठी एक्सटेंशन, दिल्ली - 110041 3 भारत माता सरस्वती बाल मंदिर नरेला, दिल्ली-110040 4 सीएच बलदेव सिंह मॉडल स्कूल जिला उत्तर पश्चिम दिल्ली, दिल्ली- 110041 5 ध्रुव पब्लिक स्कूल जय विहार, नई दिल्ली - 110043 6 नवीन पब्लिक स्कूल नांगलोई, दिल्ली-110041
बांग्लादेश में सॉफ्ट टारगेट क्यों बने हिंदू? अल्पसंख्यकों पर 3 महीने में 2000 से ज्यादा हमले*
#hindus_in_bangladesh बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले और उनके खिलाफ हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बांग्लादेश में शेख हसीने के तख्तापलट के बाद एक बार फिर हिंदू सॉफ्ट टारगेट बने हैं।उन्हें हिंसा और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समूह बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई यूनिटी काउंसिल ने हिंदुओं पर हो रहे अटैक को लेकर कहा कि 4 अगस्त के बाद से हिंदुओं पर 2,000 से ज्यादा हमले हुए हैं। *हसीने के बाद कट्टरपंथी इस्लामवादी तेजी से प्रभावशाली हो रहे* शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद कट्टरपंथी इस्लामवादी तेजी से प्रभावशाली हो रहे हैं। यही वजह है कि शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने के बाद से ही हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जारी है। शेख हसीना के पार्टी के नेताओं की हत्या तो की ही गई, हिंदुओं को भी निशाना बनाया गया। हिंदू महिलाओं और बेटियों का अपहरण और दरिंदगी की खबरें आईं। जो हिंदू अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है। मोहम्मद यूनुस की सरकार जहां एक तरफ हिंदु समुदाय के खिलाफ हमलों को रोकने में नाकाम साबित हुई है, तो दूसरी तरफ हिंदू नेताओं पर ही मुकदमा कायम करना शुरू कर दिया है। *अत्याचार के खिलाफ मुखर लोगों पर देशद्रोह के आरोप* बांग्लादेश की युनूस सरकार ने अब तक 19 हिंदू नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं और इनमें से 2 को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। जिन नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें हिंदू धार्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी भी शामिल हैं। वह बांग्लादेश में अस्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ मुखर हैं। इन सभी पर 25 अक्टूबर को चटगांव में एक प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने का आरोप लगा है। बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के नेता चिन्मय कृष्ण दास 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों में सबसे आगे रहे हैं। *अवामी लीग के सत्ता से हटते ही निशाने पर हिंदू* बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पूर्व की शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद से उन्हें हिंसा और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। बांग्लादेश में राजनीति और सत्ता में परिवर्तन के साथ ही अल्पसंख्यकों ख़ासकर हिंदुओं की सुरक्षा का मामला बेहद संवेदनशील हो उठता है। बीते चार दशकों के राजनीतिक इतिहास को देखें, तो पता चलता है कि चुनाव में अवामी लीग के पराजित होने या सत्ता से हटने के बाद हिंदुओं पर हमले के आरोप सामने आते रहे हैं। साल 1992 में भारत में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद बांग्लादेश में पहली बार हिंदुओं पर बड़े पैमाने पर हमले किए गए थे। उस समय ख़ालिदा ज़िया के नेतृत्व वाली बीएनपी सरकार सत्ता में थी। उसके बाद साल 2001 के चुनाव में अवामी लीग की हार के बाद दूसरी बार हिंदुओं पर बड़े पैमाने पर हमले हुए थे। उस चुनाव में बीएनपी की जीत के बाद देश के विभिन्न ज़िलों में हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले किए गए थे। हालाँकि उस समय न्यायमूर्ति लतीफ़ुर रहमान के नेतृत्व में कार्यवाहक सरकार सत्ता में थी। चुनाव के नतीजे घोषित होने के दिन से लेकर बीएनपी सरकार के शपथ ग्रहण के दौरान विभिन्न जगहों पर हिंदुओं पर हमले किए गए थे। बीएनपी के सत्ता संभालने के बाद भी ऐसी घटनाएँ जारी रही थीं। उन हमलों के मामले में तब बीएनपी की राजनीति से जुड़े कई लोगों के खिलाफ आरोप लगे थे। *मुस्लिम-बहुल बांग्लादेश में हिंदू आसान लक्ष्य* बांग्लादेश में सांप्रदायिक भावनाएं हमेशा मौजूद रही हैं। ऐसे लोग हैं जो अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमला करने का मौका तलाशते हैं। सांप्रदायिकता बांग्लादेशी समाज का एक कठिन तथ्य है। मुस्लिम-बहुल बांग्लादेश में हिंदू ऐतिहासिक रूप से एक आसान लक्ष्य रहे हैं, लेकिन इस बार की हिंसा असाधारण पैमाने पर है और तथ्य यह है कि दोषियों को सजा दिलाना मुश्किल हो सकता है। कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि हालिया हिंसा में राजनीतिक को सांप्रदायिक से अलग करना मुश्किल है, क्योंकि निशाने पर हसीना की अवामी लीग के सदस्य और पुलिस कर्मी रहे हैं। हालाँकि, मंदिरों पर हमले, हिंदुओं के स्वामित्व वाली दुकानों की लक्षित लूटपाट और उनकी संपत्तियों पर अतिक्रमण से पता चलता है कि कुछ हिंसा विशेष रूप से धार्मिक आधार पर निर्देशित की गई थी।
राहुल गांधी ने अमेरिकी चुनाव 2024 में जीत के लिए डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी, कमला हैरिस को शुभकामनाएं दीं

कांग्रेस ने बुधवार को रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी, जिन्होंने 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, "आपकी जीत पर बधाई, अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में आपके दूसरे कार्यकाल में सफलता की कामना करता हूं। को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।"

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से, हम राष्ट्रपति को उनकी चुनावी जीत के लिए बधाई और शुभकामनाएं देते हैं। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका एक मजबूत व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं, जो लंबे समय से साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, संरेखित हितों और व्यापक लोगों से लोगों के संबंधों पर आधारित है।"

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "हम वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।" इससे पहले, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि अमेरिकी चुनावों में ट्रंप की जीत भारत के लिए "बहुत आश्चर्य की बात नहीं होगी"। "ऐसा लगता है कि वह (डोनाल्ड ट्रंप) वापस आ रहे हैं। मुझे लगता है कि आधिकारिक घोषणा आसन्न है, सच्चाई यह है कि हमें राष्ट्रपति के रूप में श्री ट्रंप का चार साल का अनुभव पहले ही हो चुका है, इसलिए बहुत अधिक आश्चर्य नहीं होना चाहिए। हम जानते हैं कि वह बहुत ही लेन-देन करने वाले नेता हैं," पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एएनआई को बताया। 

पीएम मोदी ने ट्रंप को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को उनकी चुनावी जीत पर बधाई देते हुए कहा, "मेरे मित्र को आपकी ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ाते हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने की आशा करता हूं। साथ मिलकर, हम अपने लोगों की बेहतरी के लिए और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करते हैं।" डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराकर व्हाइट हाउस की दौड़ जीती। विस्कॉन्सिन में जीत के साथ, ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद हासिल करने के लिए आवश्यक 270 इलेक्टोरल वोट हासिल कर लिए।

ट्रम्प ने फ्लोरिडा में अपने समर्थकों की भीड़ से कहा, "हमने साथ मिलकर बहुत कुछ सहा है, और आज आप रिकॉर्ड संख्या में जीत दिलाने के लिए आए हैं।"

हैरिस के खिलाफ उनकी जीत, किसी प्रमुख पार्टी के टिकट पर नेतृत्व करने वाली पहली अश्वेत महिला हैं, यह दूसरी बार है जब उन्होंने आम चुनाव में किसी महिला प्रतिद्वंद्वी को हराया है।

ट्रंप की जीत के बाद एलन मस्क का ट्वीट, जानें ऐसा क्या लिखा जिसकी होने लगी चर्चा*
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अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी जीत हासिल की है। पूर्व राष्ट्रपति ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को बड़े अंतर से मात दी। इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक उनकी जीत से पहले ही जश्न मनाने लगे थे। इसी कड़ी में अरबपति एलन मस्क ने भी ट्रंप जीत को लेकर ट्वीट करने शुरू कर दिए थे।एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप की जीत से खुश होते हुए सोशल मीडिया पर कई सारे पोस्ट किए। मस्क के ट्वीट इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। एलन मस्क ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि अमेरिका बिल्डर्स का देश है और जल्द ही आप एक नए निर्माण के लिए पूरी तरह से फ्री होंगे। एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है। इसमें वे एक सिंक के साथ व्हाइट हाउस में दिखाई दे रहे हैं। पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने, Let That Sink In लिखा है। यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि किसी स्टेटमेंट को समझना। एलन मस्क ने 2022 की अपनी फेमस सिंक वाली फोटो को एडिट करके शेयर किया है। 2022 में एलन मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदने के बाद एक्स हेडक्वार्टर में सिंक के साथ जाने का फैसला किया था, जिसे तब ट्विटर के नाम से जाना जाता था। अब उनकी इस फोटो को एडिट करके इसमें एक्स हेडक्वार्टर की जगह पर व्हाइट हाउस लगाया गया है। ये फोटो एक बार फिर से वायरल हो गई है। अपने मूल पोस्ट की तरह ही, मस्क ने इस एडिटड तस्वीर को उसी कैप्शन के साथ साझा किया, ‘लेट द सिंक इन’। वहीं, एक और पोस्ट में मस्क ने एक्स पर "गेम, सेट और मैच" लिखा, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर टेनिस मैच में किसी खिलाड़ी की जीत को दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इस संकेत से मस्क ने ट्रंप की जीत की ओर इशारा किया। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज करने के बाद बुधवार को अपना पहला धन्यवाद भाषण दिया। राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद अपने संबोधन के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव अभियान का प्रमुख हिस्सा रहे एलन मस्क की जमकर तारीफ की है। ट्रंप ने एलन मस्क को रिपब्लिक पार्टी का 'नया सितारा' बताया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने स्पेसएक्स रॉकेट का वीडियो देखते हुए अरबपति को 40 मिनट तक होल्ड पर रखा। ट्रंप ने मस्क को एक शानदार व्यक्ति कहा।
दिल्ली में यमुना के घाट पर नहीं होगा छठ, दिल्ली हाई कोर्ट का इजाजत देने से इनकार

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देश की राजधानी की हवा ही नहीं पानी भी जहरीला होता जा रहा है।हर साल सर्दियां शुरू होते ही अक्टूबर-नवंबर का त्योहारी सीजन में एक तरफ प्रदूषण का लेबल हाई हो जाता है तो दूसरी तरफ यमुना का पानी झागदार हो जाता है। यमुना दिल्ली के लिए पानी के मुख्य स्रोतों में से एक है। लेकिन यह नदी इस कद प्रदूषित है कि इसका पानी नहाने या खेतों की सिंचाई के लिए भी उपयोग में नहीं लाया जा सकता। इस बीच छठ पर्व को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में बुधवार को बड़ा फैसला सुनाया। दिल्ली हाईकोर्ट ने यमुना नदी में छठ पूजा करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।

अदालत में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई थी जिसमें यमुना नदी के तट पर उत्सव मनाने पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले को चुनौती दी गई थी। हाई कोर्ट ने यमुना नदी के घाट के किनारे छठ पूजा करने को लेकर दायर याचिका को खारिज कर दिया।अदालत ने कहा कि यमुना नदी के किनारे पूजा करने की जगह अन्य घाटों और निर्धारित स्थानों पर पूजा की जा सकती है। अदालत ने कहा कि यह प्रतिबंध संभवतः यमुना नदी में प्रदूषण के उच्च स्तर के कारण लगाया गया है और चेतावनी दी कि ऐसे जहरीले पानी में नहाने से लोग बीमार पड़ सकते हैं।

याचिकाकर्ता ने कहा कि मान्यताओं के अनुसार छठ पूजा नदी के बहते पानी में की जाती है, टब या किसी स्विमिंग पूल में पूजा नहीं कि जाती है। याचिकाकर्ता ने कहा कि हथनीकुंड बैराज से पानी जारी किया जाए, ताकि पानी साफ हो सके। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि हम एक दिन में यमुना साफ नहीं कर सकते हैं

 

दिल्ली सरकार की ओर से पेश वकील ने कहा कि यमुना नदी बहुत प्रदूषित है। कोर्ट ने कहा कि यमुना नदी में बिना ट्रीटेड पानी और कचरा छोड़ा जा रहा है। आखिरी समय में हम कुछ नहीं कर सकते। इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि बस नदी के घाटों की सफाई करवा दीजिए। यह सफाई का त्योहार है। अगर आप इस साल सफाई का आदेश देते हैं तो कम से कम हम अगले साल पूजा तो कर सकेंगे।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 370 बहाल करने का प्रस्ताव पास, विधायकों का ने फाड़ी दस्तावेज की कॉपी*
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जम्मू-कश्मीर विधानसभा सत्र के तीसरे दिन अनुच्छेद 370 की बहाली का प्रस्ताव पास किया गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता और उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी की ओर से प्रस्ताव पेश किया गया। प्रस्ताव को विपक्षी बीजेपी सदस्यों के कड़े विरोध के बावजूद सत्तारूढ़ दल का समर्थन मिला। *बीजेपी ने बताया राष्ट्र विरोधी एजेंडा* बीजेपी विधायकों ने इसका विरोध किया और प्रस्ताव की कॉपियां फाड़ दीं। बीजेपी विधायक वेल में जाकर नारेबाजी करते रहे। इसे राष्ट्रविरोधी एजेंडा बताते हुए ' 5 अगस्त जिंदाबाद' और 'जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है' के नारे लगाए। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला परिवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस लोगों को भावनात्मक तौर पर ब्लैकमेल करने के लिए यह प्रस्ताव पास किया है, जबकि अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला फाइनल है। *प्रस्ताव में क्या कहा गया?* इससे पहले सदन की कार्रवाई शुरू होते ही जम्मू-कश्मीर के डिप्टी CM सुरिंदर चौधरी ने विशेष दर्जे को बहाल करने के लिए प्रस्ताव पेश किया, जिसे केंद्र ने 5 अगस्त, 2019 को रद्द कर दिया था। प्रस्ताव में चौधरी ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए विधायकों से बातचीत करने को कहा है।इसमें कहा गया, ‘राज्य के स्पेशल स्टेटस और संवैधानिक गारंटियां महत्वपूर्ण हैं। यह जम्मू-कश्मीर की पहचान, कल्चर और लोगों के अधिकारों की सुरक्षा करता है। विधानसभा इसे एक तरफा हटाने पर चिंता व्यक्त करती है। भारत सरकार राज्य के स्पेशल स्टेटस को लेकर यहां के प्रतिनिधियों से बात करे। इसकी संवैधानिक बहाली पर काम किया जाए। विधानसभा इस बात पर जोर देती है कि यह बहाली नेशनल यूनिटी और जम्मू-कश्मीर के लोगों की इच्छाओं, दोनों को ध्यान में रख कर की जाए। बता दें कि 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेश में बांटने का फैसला किया था। इस प्रावधान में जम्मू-कश्मीर को विशेष स्वायत्तता का दर्जा दिया गया था, जिससे क्षेत्र को अपने संविधान और ध्वज सहित अपने आंतरिक मामलों पर महत्वपूर्ण नियंत्रण था, जबकि रक्षा, संचार और विदेशी मामलों को इससे बाहर रखा गया था। इस संवैधानिक परिवर्तन के साथ राज्य को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांटा गया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख बनाया गया। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। 11 दिसंबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने पांच जजों की पीठ ने केंद्र के फैसले को बरकरार रखा था। पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने घोषणापत्र में पूर्ण राज्य का दर्जा लेने और अनुच्छेद 370 को बहाल करने का वादा किया था।
अमेरिका में चल गया “ट्रंप कार्ड”, राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर पीएम मोदी ने दोस्त को दी बधाई*
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अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने शानदार जीत हासिल की है।उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के खिलाफ शानदार जीत हासिल की है, जिससे उन्हें वॉइट हाउस में दूसरा कार्यकाल मिल गया है।इस जीत के साथ ही उन्होंने अमेरिकी राजनीति में इतिहास रच दिया है। डोनाल्ड ट्रंप 1892 के बाद से पहले राष्ट्रपति होंगे जो एक कार्यकाल के अंतराल के बाद दोबारा राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। अमेरिकी इतिहास में वह केवल ऐसे दूसरे राष्ट्रपति होंगे। ट्रंप को इनकी शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट लिख कर ट्रंप को बधाई दी है। पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई।’ पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, ‘जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने की आशा करता हूं। आइए हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए काम करें और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा दें।’ बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बीच मजबूत कूटनीतिक संबंध, रणनीतिक सहयोग और व्यक्तिगत सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं। साल 2019 में ह्यूस्टन में “हाउडी मोदी!” और 2020 में अहमदाबाद में “नमस्ते ट्रंप” जैसे बड़े आयोजनों में उनकी दोस्ती का प्रदर्शन हुआ।