चुनाव के मौसम में चली सभी पार्टियों में बगावत की आंधी, अब सभी पार्टी ने ली एक्शन, किया निकाल बहार
झारखंड डेस्क
झारखंड विधानसभा चुनाव में एक तरह प्रचार अभियान ने जोर पकड़ रखा है, तो वहीं दूसरी तरफ बागिय़ों ने भी राजनीतिक दलों की टेंशन बढ़ा रखी है। लिहाजा अब राजनीतिक दलों ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
कांग्रेस ने पिछले दिनों कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था, अब भाजपा और झामुमो ने भी एक्शन लिया है। बागी बनकर चुनाव लड़ रहे और पार्टी की जड़ो में मट्ठा डाल रहे कई नेताओं को दोनों पार्टियों ने बाहर का रास्ता दिखाया है। भाजपा ने तो 30 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है।
झामुमो ने 7 नेताओं को किया पार्टी से बाहर
झामुमो ने पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में शामिल केंद्रीय सदस्य अशोक कुमार मंडल, बाघमारा के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अजमुल अंसारी और सपन मोदक को पार्टी के सभी पदों से हटाते हुए प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है।
इसको लेकर पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने पत्र जारी किया है।इसी तरह खूंटी से आलोक रितेश डुंगडुंग और सिमडेगा से रोजालिया शांता कंडूलना को भी छह साल के लिए पार्टी से निकाला गया है।
रांची के नामकुम के प्रखंड
अध्यक्ष बिरीस मिंज और पलामू के पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ललन चौधरी को पार्टी के पदों से हटाते हुए छह साल के लिए निष्कासित किया गया है।
भाजपा ने 30 नेताओं पर की कार्रवाई
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने झारखंड में विभिन्न सीटों पर अपने प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे 30 नेताओं को मंगलवार को निष्कासित कर दिया। पार्टी ने एक बयान में यह जानकारी दी। भाजपा के सभी बागी नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है।
बयान में कहा गया है, ‘‘भाजपा की नीतियों का उल्लंघन करके अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने और चुनाव लड़ने के कारण 30 नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।’’पार्टी से निकाले गए नेताओं में चंद्रमा कुमारी (पलामी), कुमकुम देवी (हजारीबाग), जूली देवी (दुमका), बलवंत सिंह (लातेहार), अरविंद सिंह (खरस्वां), बांके बिहारी (हजारीबाग), चितरंजन साव (बोकारो) और हजारी प्रसाद साहू शामिल हैं।
Nov 07 2024, 09:51