बेगूसराय में मजदूरी के बदले पीने को मिलती थी शराब
बेगूसराय में संदिग्ध परिस्थिति जलेबी साह के बेटे जीवन साह (40) की मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार जीवन गांव में ही ताड़ी खाना चलाने वाली जगतारिणी देवी उर्फ बलिया वाली के घर पर रहता था। उसके घर का काम करता था। बदले में उसे कोई मजदूरी नहीं मिलती थी। बलिया वाली काम के बदले उसे शराब पिलाती थी।जीवन अपने घर नहीं लौटता था। वो बलिया वाली के घर में ही रहता था। रात में भी वो वहीं रहता था।
मृतक के पिता जलेबी साह ने आरोप लगाया है कि शराब में जहर देकर उसे मार दिया गया है। वो रोज शराब पीता था। बलिया वाली और उसके आसपास के लोग शराब बनाते हैं। फिलहाल बलिया वाली व अन्य लोग फरार हैं। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जिनेदपुर वार्ड नंबर-1 और वार्ड नंबर-4 का है।
मृतक की पत्नी दौलती देवी ने बताया कि दीपावली की रात भी मेरा पति वहीं रहा। सुबह में आया और तुरंत भाग गया। शुक्रवार की दोपहर पता चला कि उसके घर पर ही मौत हो गई। जहरीली शराब पिलाकर मार डाला।
वह उसी के यहां रहता था और शराब पीता था। उसके जानवर को खाना-पानी देता था, एक भी रुपया घर में नहीं देता था। न हमको न ही मेरे बच्चों को पैसा देता था। बलिया वाली मजदूरी नहीं देती थी। हम मना करते-करते थक गए, लेकिन सुनने को तैयार नहीं हुआ।
कभी-कभी घर आता था, हमेशा उसके पास ही रहता था। मेरे ससुर जानवर पालकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्हीं के साथ घर-परिवार का काम करके हम जी रहे हैं। चार बच्चा है, बड़ी बेटी जवान है। शादी-विवाह करने वाली हो रही है। पुलिस आई थी पूछताछ करके गई है। हमारे पति नहीं जाते थे तो बलिया वाली का बेटा बुलाने आता था। चार बच्चा अर्चना (15), विशाल (13), रिशाल (7) और बेटी कल्पना (5) है। अब तो भगवान ही मालिक हैं।
शुक्रवार को मौत के बाद रात में शव पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसके बाद शनिवार को उसका अंतिम संस्कार सिमरिया गंगा तट पर किया गया है। नाबालिग बड़े बेटे विशाल ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देने वाला बेटा जहां कुछ सोच नहीं पा रहा है, वहीं विधवा हो चुकी दौलती देवी के सामने भी विकट परिस्थिति हो गई। दौलती देवी को अपने पति के खोने का गम है। वही उसके चारों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।
पुलिस यह नहीं समझ पा रही है कि जीवन की मौत जहरीली शराब से हुई है या नशीला टैबलेट वाली ताड़ी पीने से या फिर साजिश के तहत उसे मार डाला। लोगों का कहना है कि जिनेदपुर के वार्ड नंबर-4 में पासी समाज के 10 से अधिक लोगों का घर है।
सभी लोग सामने ताड़ी बेचते हैं, लेकिन असल में यह लोग बड़े पैमाने पर देसी शराब बनाते और बेचते हैं। जगतानी देवी उर्फ बलिया वाली बड़े पैमाने पर शराब का कारोबार करती है। जिसके कारण बीते 2 महीने में इसके यहां शराब पीने वाले आठ से अधिक लोग बीमार पड़ चुके हैं, वही जीवन साह मौत हो गई है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि कुछ साल पहले बलिया वाली के पति की मौत हो गई। इसके बाद इसने जीवन साह को अपनी ओर आकर्षित कर लिया। पहले उसे शराब की लत लगाई, उसके बाद करीब चार-पांच महीने से अपने साथ रखने लगी। जीवन उसी के यहां काम करता था, खाता था और शराब पीता था। रात में भी वह उसी के यहां रह जाता था। वह काम करने नहीं आता था तो बलिया वाली का बेटा चंदन, कुंदन और रंजन उसे घर से भी बुला कर ले जाते थे, लेकिन रात में अपने घर में रहना, अच्छा नहीं लगता था।लोगों का कहना है कि संभव है कि इसी के कारण हत्या हुई हो। साजिश रचकर देसी शराब में जहरीली चीज मिलाकर हत्या की गई हो।
ग्रामीण सुमित कुमार ने बताया कि यहां कुछ घर है, जहां शराब मिलती है। जहरीली शराब पीने से शुक्रवार की उसकी मौत हो गई। मौत की यह पहली घटना है, शराब पीकर बहुत बीमार होते हैं।
स्थानीय निवासी राहुल ने बताया कि यहां जहरीली शराब मिलती है, ढ़ेर सारे लोग बीमार होते हैं। यहां चौधरी (पासी) समाज के 10 घर हैं। बहुत दिन से शराब बन रही है, बिक रही है। जीवन साह लंबे समय से यहां रहता था, बलिया वाली के गाय को खाना-पीना देता था, वह नौकर की तरह रखती थी।
दीपावली की रात से ही जीवन साह शराब पी रहा था। शुक्रवार को दो बार घर गया, लेबलिया वाली के यहां शराब पी और उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद हम लोगों ने जब खोजबीन की तो 10-15 लीटर देसी शराब मिली थी।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

जीवन अपने घर नहीं लौटता था। वो बलिया वाली के घर में ही रहता था। रात में भी वो वहीं रहता था।
लोगों का कहना है कि संभव है कि इसी के कारण हत्या हुई हो। साजिश रचकर देसी शराब में जहरीली चीज मिलाकर हत्या की गई हो।

फ्लाइओवर निर्माण कार्य कर रहे संबंधित एजेंसी को मैनपावर बढ़ाते हुए निर्धारित समय सीमा से पहले निर्माण काम पूरा करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही कहा गया है कि काम में प्रगति लाने के लिए किसी प्रकार के प्रशासनिक सहयोग की आवश्यकता हो, तो सदर एसडीओ से समन्वय करें।
पिता को गिरता देख बेटे ने हाथ पकड़ कर बाहर खींचना चाहा। लेकिन, वह भी शौचालय की टंकी में जा गिरी। घर के पीछे में शौचालय बनाया गया है। गिरने के समय कोई देख नहीं सका। सफाई करने वाला ट्रैक्टर आया, तो ड्राइवर ने देखा कि दोनों शौचालय के टैंक में गिरे पड़े हैं।
वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर मुकेश साहनी ने कहा कि सरकार जो चीज जरूरी है, वह काम नहीं कर रही है। वन नेशन वन इलेक्शन से क्या हो जाएगा। समाज को क्या फायदा होने वाला है, आप फायदा तो बताइए। 4 साल हो जाए और चुनाव हो, फिर 1 साल के बाद चुनाव कराया जाए। एक चुनाव में हजार-दो करोड़ रूपया खर्च होता है। 5 साल में चुनाव नहीं होकर 1 साल में चुनाव हो, इससे जनता को क्या फायदा होगा। जिसमें जनता का फायदा नहीं है तो वह काम नहीं होना चाहिए।
मौत होते ही देसी शराब बनाने वाले सभी चौधरी परिवार के लोग मौके से फरार हो गए। वहीं, आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ भी किया। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। थानाध्यक्ष फैजल अहमद, अंसारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
इस अवसर पर विभूतियों को नमन करते हुए विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि सरदार पटेल 600 से अधिक देसी रियासतों का एकीकरण करने वाले देश के अद्वितीय नेता थे। उनका विचार था कि किसी काम को दायित्व पूर्वक किया जाए, जिससे देश एकता के सूत्र में बंधकर रह जाए।
मृतक की पहचान स्व. महेश्वर यादव के पुत्र अरविंद यादव (32) के रूप में की गई है। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और मामले की छानबीन कर रही है। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि अरविंद बरौनी रिफाइनरी में के कंस्ट्रक्शन कंपनी में प्राइवेट मजदूरी करता था।
इसको देखते हुए नवीन दो दिन पहले तेघड़ा निवासी अपने साले राजा कुमार के साथ सलौना पहुंचा। दोनों की योजना थी कि सुबोध स्वर्णकार के आभूषण दुकान में रखी उनकी तिजोरी ले जाएंगे ताकि उसमें रखे पैसे और गहनों से परिवार का पालन किया जा सके। पर इससे पहले ही कुछ लोगों ने पैसा बकाया रहने की बात कहकर उन्हें रोक दिया।
इधर, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के जीडी कॉलेज राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के पूर्ववर्ती स्वयंसेवकों ने हर चौक-चौराहों पर अपने देश की सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक मिट्टी का दिया खरीदने और अपने घर को मिट्टी के दीया से ही सजाने की अपील की जा रही है।
Nov 05 2024, 18:04
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