आजमगढ़:: "परहित सरस धर्म नहीं दूजा "दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा सत्संग और भव्य भंडारे का आयोजन हुआ
उपेन्द्र कुमार पांडेय
आजमगढ़। "परहित सरस धर्म नहीं दूजा" दिव्य ज्योति जागृति संस्थान गोरखपुर की शाखा इकाई आजमगढ़ के तत्वावधान में नगर के भँवरनाथ मन्दिर स्थित एक मैरेज हाल में सत्संग व भव्य भंडारे का आयोजन किया गया।
जहां बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तों ने गुरू आशुतोष महाराज की पूजा अर्चना-वन्दना के बाद स्वामी अर्जुनान्द ने भक्तों के सम्मुख गुरु महिमा मण्डन का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि मानव जीवन में सत्गुरू का होना अति आवश्यक है। गुरु ही भगवान होता है। गुरू ही मनुष्य को भवसागर से पार कराता है। गुरू की पूजा करने से तैतीस कोटि देवी, देवताओं की पूजा हो जाती है।
धर्म के प्रचार प्रसार और समाज के भटके हुए भक्तों को मुक्ति का मार्ग दिखाने के लिए संस्थान निरंतर प्रयासरत रहता है। जिसके बाद भक्तों ने भंडारे का प्रसाद पाकर आशीर्वाद लिया। गुरू आशुतोष महाराज द्वारा संस्थापित दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा हर माह के प्रथम रविवार को सत्संग व भंडारे का आयोजन किया जाता है।
इस अवसर पर स्वामी विश्व स्वरूप आनंद, स्वामी प्रभाकर नंद, स्वामी विष्णु प्रकाश नंद, स्वामी ब्रह्मानंद, दिलीप, पवन, लकी, मंसू सिंह, जोखू साहू सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।
Nov 03 2024, 19:55