/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz रोज एक अंडा खाने से शरीर को होते हैं ये 5 बेमिसाल फायदे Healthcare
रोज एक अंडा खाने से शरीर को होते हैं ये 5 बेमिसाल फायदे

रोजाना एक अंडा खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है, बल्कि शरीर की कई ज़रूरतों को पूरा करने में भी सहायक है। यहां जानिए अंडा खाने के 5 बेहतरीन फायदे:

1. प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत

अंडा प्रोटीन का एक प्रमुख स्रोत है, जो शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और उनकी मरम्मत में मदद करता है। प्रोटीन शरीर की कोशिकाओं के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है। खासकर जो लोग जिम या वर्कआउट करते हैं, उनके लिए अंडा एक ज़रूरी आहार हो सकता है।

2. हृदय के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

अंडे में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और कोलेस्ट्रॉल हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं। नए शोध से यह पता चला है कि प्रतिदिन एक अंडा खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि नहीं होती, बल्कि यह दिल की सेहत को बेहतर बना सकता है।

3. मस्तिष्क के लिए फायदेमंद

अंडे में मौजूद कोलीन नामक पोषक तत्व मस्तिष्क के लिए बहुत लाभकारी होता है। कोलीन न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण में मदद करता है, जो याददाश्त और मानसिक सतर्कता को बढ़ाने में सहायक होता है। यह बच्चों के दिमागी विकास के लिए भी उपयोगी है।

4. आँखों की सेहत के लिए फायदेमंद

अंडे में ल्यूटिन और ज़ीएक्सैंथिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आँखों की सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह तत्व आँखों को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाते हैं और मोतियाबिंद जैसी बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।

5. वज़न नियंत्रण में मददगार

अंडा प्रोटीन से भरपूर होने के कारण लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे बार-बार खाने की आदत में कमी आ सकती है। इससे कैलोरी की मात्रा को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, जो वज़न घटाने या नियंत्रण में सहायक हो सकता है।

अंडा एक संपूर्ण आहार माना जाता है, क्योंकि इसमें लगभग सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। हालांकि, इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए, खासकर यदि किसी को कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी समस्याएं हों।

स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी के लिए नाश्ते में शामिल करें ये पोषक आहार*

*

स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी सिस्टम के लिए सही और पौष्टिक आहार का सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है। नाश्ता हमारे दिन की शुरुआत का सबसे महत्वपूर्ण भोजन होता है, और यदि इसमें सही प्रकार के हेल्दी फूड शामिल किए जाएं, तो हमारी इम्यूनिटी को मजबूती मिलती है। यहाँ कुछ ऐसे हेल्दी फूड्स दिए गए हैं जिन्हें नाश्ते में शामिल कर सकते हैं:

1. दही

दही एक प्रोबायोटिक फूड है जो पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है। इसे नाश्ते में खाने से दिन की शुरुआत एनर्जी के साथ होती है। आप इसमें फलों या शहद का भी मिश्रण कर सकते हैं।

2. अंडे (Eggs)

अंडे प्रोटीन, विटामिन डी, और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनका सेवन करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। नाश्ते में उबले या ऑमलेट के रूप में अंडे लेना फायदेमंद होता है।

3. ओट्स (Oats)

ओट्स में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक है। आप ओट्स को दूध, दही या फलों के साथ मिलाकर खा सकते हैं। यह आपके पाचन तंत्र को भी हेल्दी बनाए रखता है।

4. नट्स और बीज (Nuts and Seeds)

बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, और सनफ्लॉवर सीड्स जैसे नट्स और बीजों में हेल्दी फैट्स, प्रोटीन, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये हमारे शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। इन्हें नाश्ते में दही या ओट्स के साथ मिलाकर खा सकते हैं।

5. खट्टे फल (Citrus Fruits)

खट्टे फलों में विटामिन C की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संतरा, नींबू, और अंगूर जैसे खट्टे फल नाश्ते में शामिल करने से संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

6. अदरक और हल्दी (Ginger and Turmeric)

अदरक और हल्दी दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं। आप सुबह अदरक और हल्दी वाली चाय या इसे स्मूदी में मिलाकर ले सकते हैं।

7. साबुत अनाज (Whole Grains)

साबुत अनाज जैसे ब्राउन ब्रेड, बाजरा, या क्विनोआ में फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं। ये पेट को भरा हुआ रखते हैं और शरीर की इम्यूनिटी को भी बढ़ाते हैं। साबुत अनाज की बनी हुई स्मूदी या सैंडविच नाश्ते में एक बढ़िया विकल्प है।

इन हेल्दी फूड्स को नियमित रूप से नाश्ते में शामिल करने से आपकी इम्यूनिटी में वृद्धि होगी और आप बीमारियों से सुरक्षित रहेंगे।

दिवाली के बाद बढ़ी हुई कैलोरी घटाने के लिए अपनाएं ये 5 असरदार एक्सरसाइज


दिवाली का त्योहार खुशियों और मिठाइयों से भरा होता है। इस समय घर में पकवान और मिठाइयों का दौर चलता है, जिससे कैलोरी का सेवन अधिक हो जाता है। त्योहार के बाद फिटनेस को बनाए रखना भी जरूरी है, ताकि सेहत अच्छी बनी रहे। यहां कुछ एक्सरसाइज बताई गई हैं जो त्योहार के बाद बढ़ी हुई कैलोरी को बर्न करने में सहायक हो सकती हैं।

1. जंपिंग जैक्स

जंपिंग जैक्स एक बेहतरीन कार्डियो एक्सरसाइज है जो पूरे शरीर को एक्टिव करती है। यह एक्सरसाइज न केवल आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है बल्कि तेजी से कैलोरी बर्न करने में मदद करती है। इसे करने के लिए सीधे खड़े होकर हाथों और पैरों को खोलकर कूदें और फिर वापस बंद करें। इस एक्सरसाइज को 3 सेट्स में 30-40 सेकंड के लिए करें।

2. बर्पीज़

बर्पीज़ एक कम्पलीट बॉडी वर्कआउट है, जो तेजी से कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पहले सीधे खड़े हों, फिर स्क्वाट पोज़ में आकर जमीन पर अपने हाथ रखें और पैरों को पीछे की ओर धकेलें। पुश-अप करके पैरों को वापस स्क्वाट पोज़ में लाएं और कूदते हुए खड़े हो जाएं। इस एक्सरसाइज को 3 सेट्स में 10-15 बार करें।

3. हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT)

HIIT वर्कआउट तेजी से फैट बर्न करने के लिए जानी जाती है। इसमें कम समय में अधिक कैलोरी बर्न की जा सकती है। इसके लिए 30 सेकंड के लिए इंटेंस एक्सरसाइज (जैसे स्क्वाट जंप्स, बर्पीज़) करें, फिर 15 सेकंड का आराम लें और इसे 5-10 बार दोहराएं। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और कैलोरी जल्दी बर्न होती है।

4. प्लैंक और वेरिएशंस

प्लैंक एक साधारण लेकिन प्रभावी एक्सरसाइज है जो आपके कोर को मजबूत करने में मदद करती है। इससे पेट की चर्बी घटती है और शरीर को टोन किया जा सकता है। इसे करने के लिए, अपने हाथों और पैरों के सहारे शरीर को ऊपर उठाकर एक सीधी लाइन में रखें। इसे 30 सेकंड से 1 मिनट तक बनाए रखें। साथ ही, साइड प्लैंक और प्लैंक ट्विस्ट्स का भी उपयोग कर सकते हैं।

5. रनिंग या जॉगिंग

रनिंग या जॉगिंग करना न केवल आसान है बल्कि यह कैलोरी बर्न करने का सबसे अच्छा तरीका है। अगर आपके पास जिम जाने का समय नहीं है, तो रोज़ 20-30 मिनट की रनिंग या जॉगिंग करें। इससे शरीर का फैट बर्न होगा और फिटनेस मेंटेन रहेगी।

त्योहार के बाद इन एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप आसानी से बढ़ी हुई कैलोरी को बर्न कर सकते हैं। ध्यान रखें कि एक्सरसाइज के साथ सही डाइट भी जरूरी है ताकि आपके शरीर को सही पोषण मिल सके।

धनतेरस में नमक और धनिया खरीदना क्यों होता हैं शुभ? जानिए इसके पीछे की मान्यता और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में


इस साल दिवाली को लेकर लोगों में काफी कंफ्यूजन था, जो अब संभवत: दूर हो गई है. इस साल दीपावली 2024, 31 अक्टूबर को मनाई जा रही हैं।दीपावली का त्यौहार सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में मनाया जाता है। दिवाली की रौनक और खरीदारी नवरात्रि से ही शुरू हो जाती है और इसका उत्साह बड़ों से लेकर बच्चों तक, सभी में देखते बनता है।

दीपावली के दिन कुछ चीजों को खरीदना और घर में लाना शुभ माना जाता है। इन्हीं में से एक धनिया और नमक भी हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर दिवाली के दिन घर में धनिया और नमक लाया जाता है तो मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं और घर में खुशियां और समृद्धि आती हैं। जबकि कुछ लोग तो इस दिन धनिया और नमक के सेवन करने को भी काफी शुभ मानते हैं। आज हम आपको इसके पीछे की मान्यता और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताएंगे।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मां लक्ष्मी को धनिया बहुत ही प्रिय है। इसलिए धनतेरस के खास अवसर पर उन्हें धनिया विशेष रूप सेअर्पित की किया है। वहीं, नमक को शुद्धता, पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। कहते हैं कि मां लक्ष्मी के चरणों में नमक चढ़ाने से घर में धन की वृद्धि होती है। वहीं, कुछ लोग इस दिन धनिया और नमक का सेवन करना भी शुभ मानते हैं। आइए जानते हैं धनिया और नमक का सेवन करने से होने वाले फायदे क्या हैं?

धनिया के बीजों में होते हैं कई तरह के पोषक तत्व

धनिया के बीजों में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। इतना ही नहीं यह पोटैशियम, डाइट्री फाइबर, विटामिन सी, आयरन, विटामिन बी6, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों का भंडार होता है, जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को दूर कर सकता है। इतना ही नहीं, यह थायराइड की परेशानियों को दूर कर सकता है।

ब्लड शुगर करे कम

शरीर के बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए धनिया के बीजों का सेवन करना हेल्दी साबित हो सकता है। दरअसल, यह धनिया के बीज, अर्क और तेल सभी चीजें शरीर में शुगर लेवल को कम कर सकती हैं। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो शुगर के अवशोषण को धीमा करती हैं। अगर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कम करना चाहते हैं, तो इसका सेवन कर सकते हैं।

इम्यूनिटी होती है बूस्ट

धनिया में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले डैमेज को रोक सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर की सूजन को कम कर सकते हैं। इसके अलावा धनिया के बीज कई गुणों जैसे- टैरपीन, क्वेरसेटिन और टोकोफेरोल से भरपूर होता है, जो कई समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद साबित हो सकती है।

हार्ट हेल्थ को बढ़ाए

धनिया के बीजों का सेवन करने से आपके हार्ट हेल्थ को बेहतर किया जा सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं। वहीं, गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त शरीर से अतिरिक्त सोडियम और पानी को बाहर निकालने में मददगार साबित हो सकते हैं।

ब्रेन फंक्शन को करे बेहतर

धनिया के बीजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मस्तिष्क की सूजन को कम कर सकते हैं। यह मुख्य रूप से पार्किंसंस, अल्जाइमर और मल्टीपल स्केलेरोसिस सहित कई अन्य मस्तिष्क संबंधी बीमारियों में होने वाली सूजन को कम करने में प्रभावी साबित हो सकते हैं। इसके बीजों के अर्क में मौजूद गुण आपके तंत्रिका-कोशिका क्षति को डैमेज होने से रोक सकता है।

गट हेल्थ को करे बेहतर

पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए आप धनिया के बीजों का सेवन रर सकते हैं। यह फाइबर का अच्छा सोर्स होता है, जो आपको कब्ज, अपच, पेट में बनने वाली गैस इत्यादि से छुटकारा दिला सकता है।

नमक खाने के फायदे

शरीर को रखता है हाइड्रेट

शरीर की बढ़ती है एकाग्रता

तनाव होता है कम

इम्यूनिटी होती है मजबूत

थायराइड हार्मोन को करे संतुलित

नींद में करे बेहतर सुधार

पाचन रहता है दुरुस्त

ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल

हलीम के बीज: खून की कमी को दूर करने का प्राकृतिक उपाय, जानें इसके स्वास्थ्य लाभ


हलीम के बीज, जिन्हें अलसी के बीज भी कहा जाता है, सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन सी, प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करने में सहायक होते हैं। सिर्फ एक चम्मच हलीम के बीज आपके शरीर को वह पोषण दे सकते हैं, जो कई अन्य फूड्स से प्राप्त नहीं हो पाता।

हलीम के बीज के फायदे:

खून की कमी दूर करें: हलीम के बीजों में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। यह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो एनीमिया से पीड़ित हैं।

पाचन सुधारें:

इन बीजों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज की समस्या भी दूर रहती है।

हड्डियों को मजबूती दें:

 इनमें कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक है।

बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद:

हलीम के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो त्वचा को चमकदार बनाते हैं और बालों को मजबूती प्रदान करते हैं।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं:

इनमें विटामिन सी भी होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

उपयोग करने का तरीका:

हर रोज़ सुबह खाली पेट एक चम्मच हलीम के बीज को गर्म पानी या दूध में भिगोकर लें। इसके अलावा, इसे स्मूदी, सलाद, या दही के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।

हलीम के बीज का सेवन करते समय ध्यान दें कि इसकी मात्रा सीमित रखें, क्योंकि ज्यादा मात्रा में सेवन से पेट में गैस, पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

दूध में जायफल मिलाकर पीने से मिलते है कई अद्भुत फायदे,सेहत के लिए हैं अमृत समान

दूध और जायफल का संयोजन आयुर्वेद में एक प्रभावशाली औषधि के रूप में माना जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है और कई रोगों में संजीवनी बूटी की तरह काम करता है। दूध में जायफल डालकर पीने से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। आइए जानते हैं इस संयोजन के फायदों के बारे में:

1. अनिद्रा का उपचार

दूध और जायफल में मेलाटोनिन नामक तत्व होते हैं जो नींद को बेहतर बनाते हैं। रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में चुटकीभर जायफल मिलाकर पीने से अनिद्रा की समस्या कम होती है और गहरी नींद आती है।

2. पाचन तंत्र में सुधार

जायफल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पाचन को सुधारने में मदद करते हैं। दूध के साथ इसका सेवन करने से पेट की समस्याएं, जैसे कि गैस, एसिडिटी और अपच में राहत मिलती है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक होता है।

3. संक्रमण से सुरक्षा

जायफल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं। दूध में जायफल मिलाकर पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।

4. जोड़ों के दर्द में राहत

जायफल में दर्द को कम करने वाले गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत देते हैं। दूध के साथ इसका सेवन करने से शरीर में सूजन कम होती है और मांसपेशियों में आराम मिलता है।

5. मस्तिष्क को शांति और आराम

जायफल का सेवन मानसिक शांति के लिए भी फायदेमंद है। यह तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है। दूध के साथ जायफल लेने से मस्तिष्क को शांति मिलती है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।

6. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी

जायफल में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। दूध में जायफल मिलाकर पीने से त्वचा और बालों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

सेवन करने का सही तरीका

एक गिलास गर्म दूध में चुटकीभर जायफल का पाउडर मिलाकर सोने से पहले पिएं। ध्यान रहे कि जायफल की मात्रा कम ही रखें, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

सावधानियां

गर्भवती महिलाएं और शिशुओं को जायफल का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।

अधिक मात्रा में जायफल का सेवन मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लें।

दूध में जायफल मिलाकर नियमित रूप से सेवन करने से उपरोक्त लाभ मिल सकते हैं, लेकिन यदि किसी को एलर्जी या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं तो डॉक्टर से परामर्श करना उचित रहेगा।

पोषण और ऊर्जा से भरपूर हरी मूंग दाल के सेवन से सेहत को मिलते कई लाभ आईए जाने कैसे करे सेवन




हरी मूंग दाल एक सुपरफूड के रूप में जानी जाती है, जिसमें ऊर्जा, प्रोटीन और अन्य पौष्टिक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभकारी है जो अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं और पोषण से भरपूर भोजन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहते हैं। यहां जानिए रोज हरी मूंग दाल का सेवन करने के ढेरों फायदे।

1. उच्च प्रोटीन का स्रोत

हरी मूंग दाल में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। जो लोग शाकाहारी होते हैं, उनके लिए यह प्रोटीन का एक उत्तम स्रोत है।

2. पाचन में सहायक

इसमें मौजूद फाइबर हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचाता है। इसका नियमित सेवन पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखता है और पेट को हल्का महसूस कराता है।

3. मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद

हरी मूंग दाल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे इसका सेवन करने पर ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी होती है और उन्हें शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करती है।

4. इम्यूनिटी बढ़ाए

हरी मूंग दाल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन C और अन्य पोषक तत्व इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और बीमारियों से बचाव करते हैं।

5. वजन घटाने में मददगार

हरी मूंग दाल कम कैलोरी वाली होती है और इसमें प्रोटीन और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन घटाने में सहायक है। यह भूख को नियंत्रित करती है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराती है।

6. हृदय स्वास्थ्य को बनाए बेहतर

हरी मूंग दाल में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर होते हैं जो हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करती है और रक्तचाप को संतुलित रखती है, जिससे हृदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है।

7. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

इसमें विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो त्वचा और बालों की सेहत के लिए लाभकारी हैं। यह त्वचा में निखार लाती है और बालों को मजबूत बनाती है।

हरी मूंग दाल का सेवन कैसे करें?

साबुत दाल: इसे उबालकर हल्का नमक और नींबू डालकर खा सकते हैं।

स्प्राउट्स: मूंग को अंकुरित कर सलाद के रूप में या नाश्ते में खा सकते हैं।

सूप: हरी मूंग दाल का सूप बनाकर सेवन करना भी बहुत फायदेमंद होता है।

हरी मूंग दाल के नियमित सेवन से न केवल आप ऊर्जावान महसूस करेंगे, बल्कि आपका स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा।

फ्रिज में खाना कब तक रखना है सुरक्षित? जानें बासी खाने के नुकसान और स्टोर करने के सही तरीके

ok

फ्रिज में खाना स्टोर करना एक आम आदत बन चुकी है, जिससे खाने को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। लेकिन यदि हम खाने को अधिक समय तक फ्रिज में रखते हैं, तो इसके पोषण मूल्य में कमी आने के साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। आइए जानें कि फ्रिज में कितने दिनों तक खाना सुरक्षित रखा जा सकता है और कब यह खतरनाक बन सकता है।

1. पके हुए खाने का समय

फ्रिज में पका हुआ खाना रखने से यह जल्दी खराब नहीं होता, लेकिन इसे 3 से 4 दिनों से अधिक नहीं रखना चाहिए। इस अवधि के बाद, खाने में बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

2. मांस और समुद्री भोजन

मांस और समुद्री भोजन फ्रिज में जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थों में आते हैं। कच्चा मांस 1-2 दिन तक ही फ्रिज में सुरक्षित रहता है, जबकि पका हुआ मांस 3-4 दिन तक रखा जा सकता है। समुद्री भोजन (जैसे मछली और झींगा) को भी 1-2 दिन से ज्यादा नहीं रखना चाहिए।

3. डेयरी उत्पाद

दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद फ्रिज में कुछ दिन सुरक्षित रह सकते हैं, लेकिन इन्हें भी 1 हफ्ते से अधिक न रखें। दही और पनीर को ज्यादा समय तक रखने पर फफूंद और हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं।

4. फलों और सब्जियों का समय

ताजे फल और सब्जियां फ्रिज में 1-2 हफ्ते तक सुरक्षित रहती हैं। हालांकि, उन्हें अधिक समय तक रखने से उनके पोषक तत्व खत्म हो सकते हैं और वे खराब होने लगते हैं।

5. अंडे

अंडों को फ्रिज में 3-5 हफ्ते तक रखा जा सकता है। हालांकि, इसे हर दिन ध्यान से देखना चाहिए कि कोई दुर्गंध तो नहीं है, क्योंकि इससे अंडों की ताजगी का पता चलता है।

6. बासी खाने के खतरे

अगर खाना बासी हो गया है या उसमें अजीब गंध, रंग या स्वाद आ रहा है, तो इसे तुरंत फेंक दें। पुराने खाने में लिस्टेरिया और साल्मोनेला जैसे खतरनाक बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

फ्रिज में स्टोर करने के टिप्स

खाने को छोटे भागों में रखकर फ्रिज में स्टोर करें।

खाने को हमेशा एयरटाइट कंटेनर में ही रखें।

फ्रिज का तापमान 4°C या उससे कम रखें।

खाने को फ्रिज में रखते समय सही लेबलिंग कर लें कि वह कब रखा गया था।

निष्कर्ष

फ्रिज में खाना रखने से हम इसे लंबे समय तक उपयोग कर सकते हैं, लेकिन इसका सही समय सीमा का ध्यान रखना जरूरी है। अधिक समय तक फ्रिज में रखा हुआ खाना हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, स्वस्थ और सुरक्षित भोजन का सेवन सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर फ्रिज का निरीक्षण करें और बासी हो चुके खाने को हटा दें।

जामुन के बीजों को न करें अनदेखा, जानें इनके बेहतरीन उपयोग

जामुन एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है, जिसे कई लोग गर्मियों के मौसम में पसंद करते हैं। इसके साथ ही, जामुन के बीजों के भी कई औषधीय गुण होते हैं, जिन्हें हम अक्सर फेंक देते हैं। जामुन के बीजों का उपयोग आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में वर्षों से किया जाता रहा है। आइए जानते हैं जामुन के बीजों के गजब के फायदे।

1. डायबिटीज में फायदेमंद

जामुन के बीजों का सबसे प्रमुख फायदा डायबिटीज के मरीजों के लिए है। बीजों में मौजूद जंबोलिन और जंबोसिन नामक यौगिक रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये इंसुलिन की क्रिया को बेहतर बनाते हैं और शुगर के अवशोषण को धीमा करते हैं।

2. पाचन में सुधार

जामुन के बीज पाचन तंत्र के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन क्रिया को सुचारू रखती है। यह दस्त और पेट के संक्रमणों में भी लाभकारी होता है। इसके अलावा, यह अपच और गैस की समस्या को भी दूर करता है।

3. त्वचा के लिए फायदेमंद

जामुन के बीज त्वचा की समस्याओं में भी काफी लाभकारी होते हैं। इसके एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा के संक्रमणों को ठीक करने में मदद करते हैं। यह मुंहासों और एक्ने की समस्या को भी कम करता है।

4. मूत्र संबंधी समस्याओं में राहत

जिन लोगों को बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है या मूत्र मार्ग में संक्रमण होता है, उनके लिए जामुन के बीज बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। यह पेशाब की आवृत्ति को नियंत्रित करता है और संक्रमणों से राहत दिलाता है।

5. रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक

जामुन के बीजों में हाइपोटेंसिव गुण होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए एक प्राकृतिक उपचार का विकल्प हो सकता है।

6. दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद

जामुन के बीजों का पाउडर मुंह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी लाभकारी होता है। इससे दांतों और मसूड़ों की मजबूती बढ़ती है और यह मसूड़ों से खून आने की समस्या को भी कम करता है।

7. वजन घटाने में मददगार

जो लोग वजन घटाना चाहते हैं, उनके लिए जामुन के बीज एक प्राकृतिक उपाय हो सकते हैं। यह शरीर में अतिरिक्त फैट को कम करने और मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।

8. इम्यूनिटी बूस्टर

जामुन के बीजों में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। यह शरीर को विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

जामुन के बीजों का उपयोग कैसे करें?

जामुन के बीजों को सुखाकर इसका पाउडर बना सकते हैं। यह पाउडर कई तरह की समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किया जा सकता है। एक गिलास पानी के साथ इसे रोज सुबह लिया जा सकता है, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बहुत लाभकारी होता है।

निष्कर्ष

जामुन के बीज फेंकने से पहले इसके औषधीय गुणों को जान लेना बहुत जरूरी है। ये बीज न केवल विभिन्न बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं, बल्कि हमारे शरीर के समग्र स्वास्थ्य को भी सुधारते हैं। अगर आप प्राकृतिक उपचार की ओर रुख करना चाहते हैं, तो जामुन के बीज आपके लिए एक उत्तम विकल्प हो सकते हैं।

लौकी खाने से स्वास्थ को मिलते है कई लाभ,कब्ज और डायबिटीज जैसी लाइलाज़ बीमारियों को करती हैं दूर,जानें कैसे करें इस्तेमाल?

लौकी को भारत में कई नामों से जाना जाता है, कई लोग इसे घिया तो कही सजमन तो कही इसे कद्दू भी कहते हैं। यह एक ऐसी सब्ज़ी भी है, जिसे ज़्यादातर लोग खाना नहीं पसंद करते। खासतौर पर लौकी को देख बच्चे नाक सिकुड़ लेते हैं। इसके पीछे वजह है कि ज़्यादातर लोग इसके फायदों के बारे में नहीं जानते। लौकी में 92 फीसदी पानी होता है, जो शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता।

साल के बारह महीने पायी जानेवाली सब्जी लौकी सेहतमंद सब्जियों में से एक मानी जाती है। डॉक्टर से लेकर डाइटीशियन हर कोई इस सब्जी को खाने की सलाह देता है। इसके पीछे वजह भी है यह लगभग 92% पानी और मिनरल्स से भरपूर है। यह शरीर को हाइड्रेटेड और ठंडा रखने के अलावा कई बीमारियों में भी लाभकारी है। 

लौकी में विटामिन सी, बी, के, ए, ई, आयरन, फोलेट, पोटैशियम, फाइबर और मैंगनीज जैसे ज़रूरी विटामिन और मिनिरल्स होते हैं। अगर आप कब्ज और डायबिटीज के मरीज हैं तब तो आपको इस सब्जी का सेवन ज़रूर करना चाहिए। चलिए जानते हैं क्यों?

इन समस्याओं में लौकी का सेवन है लाभकारी:

कब्ज में फायदेमंद:

लौकी फाइबर से भरपूर है जो कब्ज को कम करने में मददगार है। साथ ही जब इसका पानी मिल जाता है तो ये मल में थोक जोड़ने का काम करता है और कब्ज को कम करता है। यह एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को भी बढ़ावा देता है।

पाचन करे बेहतर: लौकी पाचन क्रिया को बेहतर कर मेटाबोलिक रेट को बढ़ाता है। दरअसल, यह पचने में आसान है क्योंकि इसमें पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यह कम कैलोरी वाली सब्जी है जो पाचन में सहायता करती है और आपकी पाचन प्रक्रिया को बेहतर करती है। 

डायबिटीज में लाभकारी: लौकी मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है। इसमें शुगर नहीं होता है और फाइबर की मात्रा ज़्यादा होती है। यह मधुमेह रोगियों के लिए सबसे स्वास्थ्यप्रद सब्जियों में से एक है। लौकी के सेवन से रक्त शर्करा के स्तर में कमी आएगी

वजन कम करने में है लाभकारी: अगर वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो यह सब्जी अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करती है, जिससे खाने की लालसा कम होती है। यह कम कैलोरी वाली सब्जी भी है जिसमें फैट नहीं होती और इस तरह यह वजन कम करने में भी आपकी मदद करती है। 

कैसे करें लौकी का सेवन? 

आप लौकी का सेवन कई प्रकार से कर सकते हैं। आप सब्जी, जूस, सूप या फिर पराठे के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लौकी का जूस आपके पेट को ठंडा रखता है और शरीर की गर्मी या 'पित्त' को कम करता है। आप लौकी को दही के साथ उबालकर भी खा सकते हैं, ताकि आपको ठंडक मिले।