/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png StreetBuzz बिश्नोई गैंग के खिलाफ ‘पैन इंडिया’ कार्रवाई में स्पेशल सेल ने गैंग के 7 शूटर्स को किया गिरफ्तार,राजस्थान में एक व्यक्ति की करने वाले थे हत्या Delhincr
बिश्नोई गैंग के खिलाफ ‘पैन इंडिया’ कार्रवाई में स्पेशल सेल ने गैंग के 7 शूटर्स को किया गिरफ्तार,राजस्थान में एक व्यक्ति की करने वाले थे हत्या


नई दिल्ली:- लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान समेत कई राज्यों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. बिश्नोई गैंग के खिलाफ ‘पैन इंडिया’ कार्रवाई में स्पेशल सेल ने गैंग के 7 शूटर्स गिरफ्तार किया है. इनके पास से हथियार भी बरामद किया गया है.

दिल्ली पुलिस के अनुसार, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने सात संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार किया है, जो राजस्थान में किसी को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे. ये गिरफ्तारियां 12 अक्टूबर को मुंबई में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या के कुछ दिनों बाद हुई है. बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने ली है.

अधिकारियों ने कहा कि 7 गिरफ्तारियां पंजाब और अन्य राज्यों से की गई है. पकड़े गए लोगों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा संदेह है कि वे आरजू बिश्नोई के निर्देश पर राजस्थान में किसी को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे, जो जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी विश्वासपात्र है।

जानकारी के मुताबिक, आरजू बिश्नोई लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ हैं, लेकिन इसे अनमोल बिश्नोई ऑपरेट करता है.

"स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने सात शूटरों को गिरफ्तार किया है. पहली गिरफ्तारी रितेश की 23 अक्टूबर को दिल्ली में हुई थी।

राजस्थान से सुखाराम नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया. पंजाब के अबोहर और सिरसा से भी गिरफ्तारियां हुई हैं. वे राजस्थान में सुनील पहलवान नाम के शख्स की हत्या की योजना बना रहे थे. उन्होंने दो बार रेकी भी की थी. उनके पास से एक जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस भी बरामद हुई है. उन्हें आरजे बिश्नोई से सीधे निर्देश मिल रहे थे, जो स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है लेकिन वह पहले लॉरेंस सिंडिकेट का हिस्सा रहा है. लक्ष्य का मामा राजनीतिक पृष्ठभूमि से है और उसका कारोबार भी है.

बाबा सिद्दीकी मर्डर-लॉरेंस के भाई के संपर्क में थे आरोपी: बता दें, मुंबई के बांद्रा में गत 12 अक्टूबर को हुई महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे कथित रूप से अनमोल बिश्नोई का हाथ माना जा रहा है. मुंबई की एक अदालत ने सलमान के घर के बाहर गोलीबारी की घटना में शामिल दो आरोपियों में से एक को पिछले दिनों जमानत देने से इनकार कर दिया था. अदालत ने कहा था कि उन्होंने अनमोल बिश्नोई के कहने पर सलमान खान को मारने की मंशा से या इसकी जानकारी होते हुए इस काम को अंजाम दिया था.

लॉरेंस गैंग पर एनआईए ने कसा शिकंजा: लॉरेंस गैंग पर एनआईए ने भी शिकंजा कसा है. लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई पर एनआईए ने 10 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया है. ईनाम घोषित होने के बाद लॉरेंस के भाई अनमोल की मुश्किलें बढ़ गई है. अनमोल का नाम सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में भी सामने आया था. सभी गिरफ्तार आरोपी पहले भी मर्डर और जबरन वसूली की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक अधिकारियों का भविष्य खतरे में!मोहम्मद यूनुस सरकार ने 100 से अधिक हिन्दू पुलिस अधिकारियों को किया बर्खास्त।


बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार लगातार हिन्दू अल्पसंख्यकों पर कार्रवाइयां कर रही है। आम आदमी तो छोड़ो वहां पर सरकारी नौकरी करने वाले अल्पसंख्यकों को भी अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। 

अलग-अलग बहाने से कट्टरपंथी सरकार हिन्दुओं को नौकरी से बर्खास्त कर रही है। वॉयस ऑफ बांग्लादेश की रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक 100 से अधिक हिन्दू पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।

दिल्ली की युवती की हत्या,जिस बॉयफ्रेंड के लिए रखा व्रत उसी ने बुलाकर मार डाला

नई दिल्ली:- दिल्ली के नांगलोई थाना इलाके में रहने वाली युवती की हरियाणा में हत्या कर दी गई. युवती जिस लड़के से प्यार करती थी, उसी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि, इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, युवती जिस लड़के से प्यार करती थी उसे वह प्यार से भूत कहती थी. लेकिन उसका नाम सलीम है. लड़की करवा चौथ के दिन सारा सामान लेकर घर से फरार हो गई थी. बाद में उसकी डेड बॉडी हरियाणा में मिली।

युवती अपने इंस्टाग्राम आईडी पर आई लव भूत लिख रखा था. परिवार वालों के अनुसार, वह घंटों फोन पर बात करती थी. जब भी उससे पूछते कि वह किससे बात करती है तो कहती थी भूत से बात कर रही. वह करवा चौथ के दिन अपना सारा सामान लेकर आरोपी के पास जाने के लिए निकली. यहां तक की उसने करवा चौथ का व्रत भी सलीम के लिए किया था.

घर वालों का कहना है कि वह किसी से प्यार करती थी. इस बात की जानकारी थी, लेकिन यह भूत कौन है इसका पता उन्हें पहले नहीं था. बाद में पता चला कि उसका नाम संजू भी है, लेकिन असली में उसका नाम सलीम था. घर वालों की मानें तो उन्हें इस बात की जरा भी भनक नहीं थी. घरवालों का कहना है कि मृतका की तलाश में वह सलीम के घर पहुंचे थे लेकिन वह नहीं मिला. बाद में उन लोगों ने पुलिस को 23 अक्टूबर को शिकायत दी, जिसके बाद सलीम को पुलिस ने हिरासत में लिया।

दोस्तों संग मिलकर की हत्याः पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली. पूछताछ में उसने बताया कि युवती की हत्या की साजिश पहले ही बना ली थी. इस काम में उसके दो दोस्तों रितिक और पंकज ने मदद की. पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि ऋतिक अभी भी पर रहा है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, युवती 7 महीने की प्रेग्नेंट थी. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

जस्टिस संजीव खन्ना भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश नियुक्त,राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने किया नियुक्त


नई दिल्ली : केंद्र ने गुरुवार को न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की. न्यायमूर्ति खन्ना भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश बनेंगे.

भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे.

कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्विटर पर एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति, भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को 11 नवंबर, 2024 से भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करते हैं."

बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, CJI चंद्रचूड़ ने कानून मंत्रालय को पत्र लिखकर सर्वोच्च न्यायालय के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को अपना उत्तराधिकारी नामित किया था. न्यायमूर्ति खन्ना कई महत्वपूर्ण फैसलों का हिस्सा रहे हैं. जस्टिस खन्ना उस पीठ का हिस्सा थे, जिसने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी थी.

जस्टिस खन्ना की अगुवाई वाली पीठ ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति मामले से जुड़े ईडी केस में अंतरिम जमानत दी थी.

जस्टिस खन्ना संविधान पीठ का भी हिस्सा रहे हैं, जिसने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को बरकरार रखा था. वह उस पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने 2018 की चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द कर दिया था. जस्टिस खन्ना ने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकन कराया.

उन्होंने शुरुआत में दिल्ली के तीस हजारी कॉम्प्लेक्स में जिला अदालतों में और बाद में दिल्ली उच्च न्यायालय और न्यायाधिकरणों में संवैधानिक कानून, प्रत्यक्ष कराधान, मध्यस्थता, वाणिज्यिक कानून, कंपनी कानून, भूमि कानून, पर्यावरण कानून और चिकित्सा लापरवाही जैसे विविध क्षेत्रों में प्रैक्टिस की.

जस्टिस खन्ना ने आयकर विभाग के वरिष्ठ स्थायी वकील के रूप में लंबा कार्यकाल बिताया. 2004 में, उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लिए स्थायी वकील (सिविल) के रूप में नियुक्त किया गया था. न्यायमूर्ति खन्ना को 2005 में दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और 2006 में उन्हें स्थायी न्यायाधीश बनाया गया था.

दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में, उन्होंने दिल्ली न्यायिक अकादमी, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र और जिला न्यायालय मध्यस्थता केंद्रों के अध्यक्ष/प्रभारी न्यायाधीश का पद संभाला. उन्हें 18 जनवरी, 2019 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था. उन्होंने 17 जून 2023 से 25 दिसंबर 2023 तक सर्वोच्च न्यायालय कानूनी सेवा समिति के अध्यक्ष का पद संभाला. न्यायमूर्ति खन्ना वर्तमान में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल के शासी परिषद के सदस्य हैं।

दिल्ली हाईकोर्ट ने पूछा: डीपफेक और एआई पर क्या कर रही है केंद्र सरकार?


नई दिल्ली:- दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डीपफेक टेक्नोलॉजी पर नियंत्रण के लिए क्या कर रही? चीफ जस्टिस मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच ने केंद्र सरकार को इस संबंध में तीन हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया.

मामले की अगली सुनवाई 21 नवंबर को होगी.

कोर्ट ने कहा कि डीपफेक के जरिए वीडियो बनाकर डाले जा रहे हैं, जिसका उपयोग लोगों के बारे में गलत सूचनाएं अपलोड करने के लिए किया जाता है. कोर्ट ने कहा कि डीपफेक का इस्तेमाल बढ़ गया है, ऐसे में इससे निपटने के लिए कारगर कदम उठाने की जरूरत है. केंद्र को इस बारे में गंभीरता से विचार करना होगा.

कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या कोई ऐसी कमेटी बनी है, जो इस मसले का हल करे. अगर केंद्र सरकार ने अभी तक कोई कमेटी नहीं बनाई है तो कोर्ट कमेटी का गठन करेगी. तब केंद्र की ओर से पेश एएसजी चेतन शर्मा ने कहा कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय इसे देख रहा है।

चेतन शर्मा ने कहा कि इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सारी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती है. तब कोर्ट ने कहा कि कमेटी के बारे में सबकुछ मत बताइए लेकिन हम ये जानना चाहते हैं कि इस पर कोई कदम उठाया जा रहा है या नहीं. कोर्ट ने केंद्र को तीन हफ्ते में इस पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।

हाईकोर्ट ने 26 अगस्त को केंद्र से इस मामले पर कानून बनाने पर विचार करने का आग्रह किया था. कोर्ट ने कहा था कि यह एक वैश्विक समस्या है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है. डीपफेक वीडियोज का उपयोग दवाओं की बिक्री या धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा है. ऐसे वीडियोज में डिस्क्लेमर नहीं होता है. तब केंद्र सरकार की ओर से पेश वकील ने कोर्ट से कहा था कि केंद्र सरकार के संबंधित अधिकारी इस मामले पर विचार कर रहे हैं.

हाईकोर्ट ने 4 दिसंबर 2023 को केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था. याचिका वकील चैतन्य रोहिल्ला ने दायर की है. याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील मनोहर लाल ने डीपफेक और एआई का एक्सेस देने वाली वेबसाइटों को ब्लॉक करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि डीपफेक और एआई टेक्नोलॉजी को नियंत्रित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएं. एआई टेक्नोलॉजी पर नियंत्रण संविधान के मुताबिक होने चाहिए।

एआई टेक्नोलॉजी की परिभाषा तय होनी चाहिए, क्योंकि डीपफेक जैसी टेक्नोलॉजी से किसी की छवि को खराब किया जा सकता है.सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि टेक्नोलॉजी का काफी महत्व है और यह कई मायने में सहयोग करता है. इसलिए टेक्नोलॉजी से निपटना आसान नहीं है. सभी पहलुओं पर गौर करते हुए संतुलन कायम करने की जरूरत है. 

सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश वकील ने कहा कि एआई और डीपफेक टेक्नोलॉजी को लेकर केंद्र सरकार दिशा-निर्देश तैयार कर रही है. सरकार इसके दुष्परिणामों से वाकिफ है और वो निपटने की कार्ययोजना पर काम कर रही है।

बीएसएनएल की नई शुरुआत: लॉन्च हुआ नया लोगो और स्लोगन,लॉन्च की 7 नई सर्विस, मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी_


नई दिल्ली: भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपना नया लोगो(Logo) और स्लोगन लॉन्च कर दिया है. नया लोगो (Logo) भारत के हर कोने में सुरक्षित, किफ़ायती और विश्वसनीय कनेक्टिविटी प्रदान करने पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का संकेत देता है. स्लोगन "कनेक्टिंग इंडिया" की जगह "कनेक्टिंग भारत" कर दिया गया है. लोगो को संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर की मौजूदगी में केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने लॉन्च किया.

नए लोगो के साथ-साथ, बीएसएनएल ने भारत में कनेक्टिविटी, संचार और डिजिटल सुरक्षा में क्रांति लाने के उद्देश्य से सात अग्रणी पहलों की घोषणा की. ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा कि, यह लॉन्च सेवा प्रदाता के लिए एक परिवर्तनकारी युग की शुरुआत है, जो सभी को निर्बाध, सार्वभौमिक, किफ़ायती और सुलभ कनेक्टिविटी प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। 

उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि बीएसएनएल की अपनी तरह की पहली सेवाओं की श्रृंखला सुरक्षित, किफ़ायती और विश्वसनीय दूरसंचार नेटवर्क प्रदान करने में एक गेम चेंजर साबित होगी.

भारत के पहले 5G कैप्टिव नेटवर्क से लेकर एक मजबूत इंट्रानेट फाइबर लाइव टीवी तक, यह नया "अवतार" बीएसएनएल को भारत में दूरसंचार नवाचार के मामले में सबसे आगे रखेगा, जो गर्व से कहेगा कि यह सब "मेड इन इंडिया, मेड फॉर इंडिया और मेड बाय इंडिया" है.लोगो के अलावा, बीएसएनएल ने सात नई पहल शुरू की हैं: स्पैम-फ्री नेटवर्क, नेशनल वाई-फाई रोमिंग, आईएफटीवी, एनी टाइम सिम (एटीएस) कियोस्क, डायरेक्ट-टू-डिवाइस सर्विस, पब्लिक प्रोटेक्शन एंड डिजास्टर रिलीफ, और फर्स्ट प्राइवेट 5जी इन माइंस, सभी को ग्राहकों के लिए एक सहज और सुरक्षित नेटवर्क प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

बीएसएनएल ने आज अपना स्पैम-फ्री नेटवर्क लॉन्च किया, जिसके बारे में कंपनी का दावा है कि यह फ़िशिंग प्रयासों और दुर्भावनापूर्ण एसएमएस को स्वचालित रूप से फ़िल्टर करेगा, जिससे अलर्ट जारी किए बिना उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित संचार वातावरण तैयार होगा. यह सभी के लिए सहज और सुरक्षित संचार सुनिश्चित करता है.

इसके अतिरिक्त, बीएसएनएल ने अपने एफटीटीएच ग्राहकों के लिए अपनी तरह की पहली निर्बाध वाई-फाई रोमिंग सेवा शुरू की, जिससे बीएसएनएल हॉटस्पॉट पर बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस संभव हो गया, जिससे यूजर्स के लिए डेटा लागत कम हो गई. बीएसएनएल ने भारत की पहली फाइबर-आधारित इंट्रानेट टीवी सेवा आईएफटीवी भी लॉन्च की, जो अपने एफटीटीएच नेटवर्क के माध्यम से 500 से अधिक लाइव चैनल और पे टीवी पेश करती है. 

यह सेवा सभी बीएसएनएल एफटीटीएच ग्राहकों के लिए बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उपलब्ध होगी, और टीवी देखने के लिए इस्तेमाल किया गया डेटा एफटीटीएच डेटा पैक में नहीं गिना जाएगा.

एनी टाइम सिम (एटीएस) कियोस्क के साथ, बीएसएनएल उपयोगकर्ताओं को 24/7 आधार पर सिम खरीदने, अपग्रेड करने, पोर्ट करने या बदलने की अनुमति देगा, जिससे निर्बाध केवाईसी एकीकरण और बहुभाषी पहुंच के साथ यूपीआई/क्यूआर-सक्षम भुगतान का लाभ उठाया जा सकेगा.

बीएसएनएल का पहला डायरेक्ट-टू-डिवाइस (डी2डी) कनेक्टिविटी समाधान उपग्रह और स्थलीय मोबाइल नेटवर्क को एकीकृत करता है ताकि निर्बाध, विश्वसनीय कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके। यह अभूतपूर्व तकनीक विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों और अलग-थलग क्षेत्रों में उपयोगी है, जिससे ऐसे क्षेत्रों में यूपीआई भुगतान संभव हो पाता है।

सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी की 'सार्वजनिक सुरक्षा और आपदा राहत' पहल आपदा प्रतिक्रिया के लिए एक सुरक्षित नेटवर्क प्रदान करती है, जो संकट के दौरान सरकार और राहत एजेंसियों के लिए भारत का पहला गारंटीकृत एन्क्रिप्टेड संचार प्रदान करती है, जिससे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन क्षमताओं में वृद्धि होती है। मजबूत नेटवर्क डिजाइन निर्बाध कनेक्टिविटी की गारंटी देता है और आपदाओं के दौरान कवरेज बढ़ाने के लिए अभिनव ड्रोन-आधारित और बैलून-आधारित सिस्टम को शामिल करता है.

इसके अलावा, बीएसएनएल सी-डैक के साथ साझेदारी में खनन कार्यों के लिए विश्वसनीय, कम विलंबता वाली 5G कनेक्टिविटी शुरू कर रहा है, जिसमें मेड-इन-इंडिया उपकरण और बीएसएनएल की तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया जा रहा है. यह सेवा भूमिगत खदानों और बड़े ओपनकास्ट संचालन में उन्नत एआई और आईओटी अनुप्रयोगों को सक्षम करेगी, जिसमें सुरक्षा विश्लेषण, एजीवी के वास्तविक समय के रिमोट कंट्रोल, एआर-सक्षम रिमोट रखरखाव, बेड़े की ट्रैकिंग और अनुकूलन के लिए उच्च गति, कम विलंबता कनेक्टिविटी की आवश्यकता होती है.

ये लॉन्च भारत के दूरसंचार परिदृश्य को बदलने के लिए बीएसएनएल की निरंतर प्रतिबद्धता का संकेत देते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि सुरक्षित, सस्ती और विश्वसनीय कनेक्टिविटी सभी के लिए सुलभ बनी रहे।

जल प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए यूपी को मिला राष्ट्रीय जल अवार्ड,राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित

जल प्रबंधन और जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय जल पुरस्कार से नवाजा गया है. ग्रामीण इलाकों में घर-घर तक नल कनेक्शन पहुंचाने के साथ जल संरक्षण और जल प्रबंधन के क्षेत्र में शानदार काम के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को देश में दूसरा स्थान मिला है.

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को आयोजित पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की ओर से नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव और आवास आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से राष्ट्रीय जल पुरस्कार ग्रहण किया. 

सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उड़ीसा को पहला और गुजरात एवं पुडुचेरी को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान मिला.

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने हर घर तक नल से जल पहुंचाने की मुहिम में किए गए कार्यों और और जल संरक्षण की दिशा में किए गए अभिनव प्रयोगों की तारीफ की.

कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने भी उत्तर प्रदेश द्वारा बुंदेलखंड और विन्ध्य क्षेत्र में घर-घर तक नल कनेक्शन पहुंचाने और जल संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों को सराहा.इस उपलब्धि के लिए मिला पुरस्कारः जल संरक्षण और जल प्रबंधन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश ने 2023 में सबसे तेजी से राज्य के 17900 गांवों को हर घर नल से जल पहुंचाने का कीर्तिमान स्थापित किया था. 

2023 में डायरेक्टर ग्राउंड वॉटर और सचिव नमामि गंगे रहते हुए डॉ. बलकार सिंह ने जल संरक्षण और जल प्रबंधन के लिए कई अभिनव प्रयोग किए थे. जिसका लाभ जल प्रबंधन के साथ-साथ किसानों को सिंचाई में भी मिला. प्रदेश में सिंचाई की व्यवस्था बेहतर करने के लिए कुल 6000 से अधिक चेक डैम और 1000 तालाबों का निर्माण किया गया. इसके अलावा जल संरक्षण के लिए 31360 सरकारी भवनों पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं का निर्माण किया गया. 

2022 से 2023 में 5 ब्लॉक अतिदोहित और क्रिटिकल श्रेणी से हटाए गए. साथ ही 34 शहरों के औसत भूजल स्तर में सुधार हुआ. प्रदेश में 27,368 पारंपरिक जल निकायों का पुनरोद्धार किया गया. 17279 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया. यही वजह थी कि राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार ग्रहण करने के लिए अपर मुख्य सचिव नमामि गंगे के साथ तत्कालीन डायरेक्टर ग्राउंड वॉटर, सचिव नमामि गंगे डॉ बलकार सिंह मौजूद थे.जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना के तहत उत्तर प्रदेश 22 अक्टूबर, 2024 तक 2 करोड़ 27 लाख 77 हजार 194 ग्रामीण परिवारों तक नल कनेक्शन पहुंचा चुका है. जिससे 13.66 करोड़ ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया हो रहा है। इससे पहले हाल ही में राज्य स्वच्छता एवं पेयजल मिशन को इंटरनेशनल ट्रेड शो में बेस्ट डिस्प्ले अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।

दिल्ली में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध जारी, हाईकोर्ट का फैसला

नई दिल्ली:- दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली में पटाखों की बिक्री की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया है. जस्टिस संजीव नरुला की बेंच ने कहा कि दिल्ली में पहले से ही प्रदूषण काफी बढ़ा हुआ है, ऐसे में पटाखों की बिक्री की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

याचिका दिल्ली फायरवर्क्स शॉपकीपर्स एसोसिएशन ने दायर की थी. याचिकाकर्ता एसोसिशएन पटाखों की बिक्री और उन्हें स्टोर करने वाले स्थायी लाइसेंस धारक दुकानदारों का संगठन है।

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने कहा कि पटाखों के स्टोर करने की वजह से फायरवर्क्स शॉपकीपर्स को बेजवह परेशान किया जा रहा है. फायरवर्क्स शॉपकीपर्स पटाखे नहीं बेच रहे हैं लेकन पुलिस उनके परिसरों में आ रही है।

पुलिस स्टोर किए गए पटाखों के बारे में पूछताछ कर उन्हें परेशान कर रही है. तब कोर्ट ने कहा कि वे प्रशासन से कहेंगे कि जहां पटाखों को स्टोर कर रखा गया है उन्हें सील कर दिया जाए ताकि वहां से कोई कालाबाजारी नहीं हो. अगर पटाखों को स्टोर किया गया है तो उनकी बिक्री की भी संभावना है. हम किसी भी सूरत में पटाखों की बिक्री की अनुमति नहीं दे सकते हैं।

बता दें कि दिल्ली सरकार ने 14 सितंबर को दिल्ली में पटाखों की बिक्री और स्टोरेज पर रोक लगा दी थी. ये रोक 1 जनवरी 2025 तक लागू है. पटाखों की बिक्री और स्टोरेज पर रोक की घोषणा करते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के निवासियों से सहयोग देने की अपील की थी. दिल्ली सरकार के इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी.

आज का इतिहास : आज ही के दिन भारत ने चंद्रमा के लिए भरी उड़ान,जाने 22 अक्टूबर से जुड़े महत्वपूर्ण घटनाएं

नयी दिल्ली : देश-दुनिया के इतिहास में 22 अक्टूबर की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारत की अंतरिक्ष में बड़ी उपलब्धि के खास है। दरअसल, 22 अक्टूबर, 2008 को भारत ने अपने पहले चंद्र मिशन चंद्रयान-1 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था। श्रीहरिकोटा में प्रक्षेपण स्थल पर कई दिन की बारिश और खराब मौसम के बाद आखिरकार भारत ने इस तारीख को चंद्रयान-1 के रूप में अपने पहले मानवरहित चंद्र अभियान को अमली जामा पहनाया।

1797ः फ्रांस सेना के आंद्रे-जैक्स गार्नेरिन ने सेना के लिए गुब्बारों के इस्तेमाल की हिमायत करते हुए एक विशाल गुब्बारा बनाया और करीब 3200 फुट की ऊंचाई से हवा में छलांग लगाकर पैराशूटिंग का प्रदर्शन किया।

1867ः नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया की आधारशिला रखी गई।

1875ः अर्जेंटिना में पहले टेलीग्राफिक कनेक्शन की शुरुआत।

1879ः ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहला राजद्रोह का मुकदमा बसुदेव बलवानी फड़के के खिलाफ।

1883ः न्यूयॉर्क में ओपेरा हाउस का उद्घाटन हुआ।

1963: भारत की सबसे बड़ी बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना भाखड़ा नांगल राष्ट्र को समर्पित।

1964ः फ्रांसीसी दार्शनिक और लेखक ज्यां पाल सार्त्र ने नोबेल पुरस्कार ठुकराया।

1966ः ब्रिटेन के कुख्यात डबल एजेंटों में शुमार जार्ज ब्लेक जेल से फरार। माना जाता है कि उसके जेल से भागने की योजना सोवियत संघ ने बनाई थी।

1975ःवीनस-9 अंतरिक्षयान का शुक्र ग्रह पर अवतरण।

1975ः तुर्किये के राजनयिक की वियना में गोली मारकर हत्या।

2004ः सीका सम्मेलन में सदस्य देशों ने आतंकवाद से मिलकर निपटने का संकल्प व्यक्त किया।

2006ः अफगानिस्तान में अधिक नशीली दवाएं जब्त की गईं।

2007ः चीन के तत्कालीन राष्ट्रपति हू जिंताओ ने लगातार दूसरी बार सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी की कमान संभाली।

2008: भारत ने अपना पहला मानवरहित चंद्र अभियान शुरू किया और चंद्रयान-1 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया।

2010ः विकिलीक्स ने इराक और अफगानिस्तान युद्ध से जुड़े हजारों गोपनीय अमेरिकी दस्तावेज सार्वजनिक किए।

2014ः माइकल जेहाफ बिडायु ने ओटावा में कनाडा के संसद पर हमला किया।

2016ः भारत ने कबड्डी विश्वकप जीता।

जन्म

1873ः वेदों के ज्ञाता स्वामी रामतीर्थ।

1900: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे जांबाज क्रांतिकारी अशफाकुल्लाह खान।

1947ः मशहूर कवि अदम गोंडवी।

1937ः अभिनेता कादर खान

निधन

1680ः मेवाड़ के राणा राज सिंह।

हालांकि इसी वर्ष जून में उन्होंने मुगलों की घुसपैठ का बहादुरी से जवाब दिया था।

1933ः सरदार पटेल के बड़े भाई एवं प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विट्ठलभाई पटेल।

महत्वपूर्ण दिवस

-स्वामी रामतीर्थ जयंती।

-क्रांतिकारी अशफाकुल्लाह खान की जयंती।

-स्वतंत्रता सेनानी विट्ठलभाई पटेल की पुण्यतिथि।

मौत के 47 दिन बाद आया परीक्षा परिणाम,दो- दो सरकारी नौकरी में पास,परिजन के आंखे हुई नम

नौकरी के लिए हर युवा दिन रात मेहनत कर रहे हैं। लेकिन सफलता हर किसी के हाथ नहीं लगती है। अभी हाल ही में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने ग्रुप सी और डी की भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया था। इसमें नारनौल के एक युवक की करीब सवा माह पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई। लेकिन परीक्षा परिणाम में वह एक नहीं दो-दो परीक्षाओं में सफल हो गया। 

जब मोबाइल पर दो-दो सरकारी नौकरियों में चयन का मैसेज आया तो परिजनों की आंखें भी नम हो गईं। हम बात कर रहे हैं नारनौल के मुकेश की। मुकेश की परिणाम आने से 47 दिन पहले ही ह्रदय गति रुकने से मौत हो गई थी। मुकेश का ग्रुप सी में चयन पटवारी के लिए हुआ था। मुकेश पढ़ाई में होशियार था, उसने रोहतक के वैष्णव कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई की थी। 

मुकेश सरकारी नौकरी के लिए घर पर ही तैयारी करता था। वह कभी किसी कोचिंग सेंटर में नहीं गया था। बता दें कि ग्रुप सी और डी में चयन से पहले मुकेश का लोको पायलट में चयन हुआ था। लेकिन उस समय भी उसने नौकरी ज्वाइन नहीं की थी। अब जब दो-दो नौकरियों में पास होने का मैसेज आया तो वह इस संसार में नहीं रहा।

परिणाम आया उस दिन मुकेश का था जन्मदिन

परीक्षा परिणाम आने से 47 दिन पहले मुकेश की मौत हो गई थी। जब परिणाम आया तो उस दिन उसका जन्मदिन था। मुकेश का परिवार नारनौल के मोती नगर में रहता है। उनके पिता व्यवसायी हैं। परिवार को नहीं पता था कि मुकेश ने कब फॉर्म भरा था। जब वह परीक्षा देने गया, तब जाकर परिवार को पता चला कि उसने नौकरी का फॉर्म भरा है।